Friday, April 26, 2024
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खतरनाक..! बच्चों के लिये कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर, अब तक महामारी की चपेट में आये 80 हजार मासूम

नई दिल्ली, देश में कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर ने हड़कंप मचा रखा है, बड़े, बूढ़ों के साथ साथ यह कोरोना लहर छोटे बच्चों के लिये भी खतरनाक साबित हो रही है | कोरोना कहर का आलम यह है कि देश में अब 15 वर्ष से कम बच्चों की संख्या भी बढ़ती जा रही है | बीते शुक्रवार को गुजरात के सूरत में 15 दिन की एक नवजात बच्ची को कोरोना ने अपना शिकार बना लिया। दूसरी लहर में इतने छोटे बच्चे के संक्रमण से मरने के मामलों में से से यह एक है। दूसरी लहर की चपेट में आए देश में नवजात शिशुओं से लेकर 15 साल तक के बच्चों के लिए कोरोना की दूसरी लहर बहुत घातक साबित हो रही है। कोरोना से सबसे संक्रमित राज्यों में मार्च से अप्रैल के बीच 80 हजार बच्चें कोरोना संक्रमित हो चुके हैं। स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक, महाराष्ट्र, उत्तर प्रदेश, छत्तीसगढ़, कर्नाटक और दिल्ली में अब तक कुल 79688 बच्चे संक्रमित हो चुके हैं।

महाराष्ट्र : एक मार्च से चार अप्रैल तक राज्य में 60,684 बच्चें संक्रमित हो चुके हैं। इनमें से 9882 बच्चों की उम्र 5 साल से कम है। पहली लहर के दौरान पूरे देश के मुकाबले महाराष्ट्र में ज्यादा बच्चे संक्रमित हुए थे और बच्चों में मल्टी सिस्टम इंफ्लेमेट्री सिन्ड्रोम के सर्वाधिक मामले दर्ज किए गए। इस बार हालात और बिगड़ गए हैं।
छत्तीसगढ़ : महाराष्ट्र के बाद यहां सर्वाधिक 5940 बच्चों के संक्रमित होने की खबर है। और इनमें 922 बच्चे छोटी उम्र के हैं।

उत्तर प्रदेश : यहां अब तक 3004 बच्चे संक्रमित हुए जिनमें 471 बच्चे पांच साल तक के हैं।
छत्तीसगढ़ : अब तक यहां 5940 बच्चे संक्रमित हो चुके हैं जिनमें से 922 बच्चों की उम्र पांच साल से कम है।
कर्नाटक : यहां पांच साल से छोटे 871 मरीजों समेत अब तक कुल 7327 मरीजों के संक्रमित होने की जानकारी है।
दिल्ली : यहां 4 अप्रैल तक 2733 बच्चे पॉजिटिव हुए और जिनमें 441 बच्चे 5 साल से छोटे हैं।
वयस्कों जैसे ही बच्चों पर भी असर यहां हुए पांचवें सिरो सर्वे के दौरान पाया गया कि 52% बच्चों के शरीर में ठीक उसी तरह कोरोना संक्रमण के खिलाफ एंटीबॉडी थी जैसे वयस्कों में पायी जाती रही हैं। यानी कोरोना संक्रमण बच्चों के शरीर पर भी असर छोड़ रहा है। 15 से 23 जनवरी तक चले इस सर्वे में पांच से 12 साल तक की उम्र के 28 हजार बच्चों को शामिल किया गया था।

ब्राजील में छोटे बच्चों पर दुनिया में सबसे ज्यादा कहर बरपा
ब्राजील में संक्रमण से पीड़ित होने वाले बच्चों की संख्या पूरी दुनिया में सबसे ज्यादा है। पिछले एक साल के दौरान ब्राजील में एक साल से छोटी उम्र के जितने बच्चों की मौत हुई है, वह आंकड़ा अमेरिका के मुकाबले 22 गुना ज्यादा है। अब तक एक साल से छोटे 1600 शिशुओं की मौत हो चुकी है । साथ ही 15 साल तक के बच्चों में संक्रमण तेजी से फैल रहा है, बच्चों में ऑक्सीजन की कमी की समस्या इतनी ज्यादा है कि अभिभावक इंतजार करने के लिए अस्पताल दर अस्पताल भटक रहे हैं। इस स्थिति के कारण का ठीक-ठीक पता लगाने के लिए अभी वैज्ञानिक अध्ययन जारी हैं पर स्थानीय बाल रोग विशेषज्ञों का कहना है कि वे मामलों की पहचान की समस्या से जूझ रहे हैं। शुरूआती स्तर पर बच्चों में संक्रमण के लक्षणों का पता नहीं लगता और जब तक उनके संक्रमित होने का अंदाजा होता है, तब तक उनकी हालत खराब हो चुकी होती है।

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