Monday, October 7, 2024
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49वीं अखिल भारतीय पुलिस साइंस कांग्रेस : पुलिस बल को तकनीकी व मानसिक दक्षता के साथ उन्नत तकनीकी तथा सक्षम माध्यमों से सुसज्जित रहने की आवश्यकता : सीएम धामी

देहरादून, मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने एफ.आर.आई देहरादून में केन्द्रीय सहकारिता गृह मंत्री अमित शाह का स्वागत करते हुए कहा कि 49वीं अखिल भारतीय पुलिस विज्ञान कांग्रेस की मेजबानी करने का अवसर उत्तराखण्ड को मिला, यह राज्य के लिए गर्व का विषय है। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आगामी 25 वर्षों में भारत को विकसित राष्ट्र बनाने का लक्ष्य निर्धारित किया है। जिसके लिए हर क्षेत्र में प्रगति करना जरूरी है। इसलिए पुलिस बलों की क्षमता के विकास हेतु इस प्रकार के आयोजन और भी महत्वपूर्ण हो जाते हैं। वर्तमान परिदृश्य में अपराध और अपराधी पारम्परिक प्रणालियों से काफी आगे निकल गये हैं, संगठित अपराध अधिक हो रहे हैं साथ ही साइबर क्राइम के मामलों में आर्टिफिशियल इन्टेलीजेन्स जैसी आधुनिकतम तकनीक का प्रयोग भी अपराधियों द्वारा किया जा रहा है। पुलिस बल को तकनीकी व मानसिक दक्षता के साथ उन्नत तकनीकी तथा सक्षम माध्यमों से सुसज्जित रहने की आवश्यकता है। इसके लिए गृहमंत्री जी के नेतृत्व में केन्द्र सरकार द्वारा राज्य सरकारों को विशेष सहायता प्रदान की जा रही है।
मुख्यमंत्री ने आशा व्यक्त की कि इस पुलिस कांग्रेस में व्यापक विचार-विमर्श और सार्थक चर्चाओं द्वारा पुलिसिंग तथा आंतरिक सुरक्षा के अतिरिक्त साइबर सिक्योरिटी व डाटा चोरी की रोकथाम हेतु महत्वपूर्ण सुझाव प्रस्तुत करेंगे। उन्होंने कहा कि उत्तराखण्ड पुलिस ने साईबर अपराध की रिपोर्टिंग के लिए ई-सुविधा, मामलों के त्वरित निस्तारण पर बल देने के साथ ही जन जागरूकता अभियानों से जनता को सचेत भी किया है। उत्तराखण्ड पुलिस ने विभिन्न एप्लिकेशन्स लांच किए हैं, जिनके द्वारा प्रभावी पुलिसिंग की व्यवस्था सुनिश्चित हुई है। ऑपरेशन मुक्ति भीख मांगने कचरा इक्ट्ठा करने तथा अन्य छोटे काम करने को बाध्य बच्चों की पहचान कर उन्हें स्कूलों में दाखिला दिलाने के साथ ही इस अभियान के ध्येय वाक्य ’भिक्षा नहीं शिक्षा दें’ को सार्थकता प्रदान की गई है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि केन्द्रीय गृहमंत्री ने पिछली बैठक में आतंकवाद पर प्रहार करने का आह्वान करते हुए राष्ट्रीय आंतरिक सुरक्षा नीति बनाए जाने की बात कही थी। उनके नेतृत्व में आज देश में आतंकवाद का सफाया हो रहा है। मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर सुझाव दिया कि वनों की सुरक्षा में लगे वन कर्मियों को भी अत्याधुनिक शस्त्र चलाने तथा अर्द्धसैनिक बलों की भांति प्रशिक्षित करने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि सीमांत क्षेत्रों की सुरक्षा के लिए पुलिस को और अधिक आधुनिक संसाधनों से सुसज्जित करना होगा। मुख्यमंत्री ने आशा व्यक्त की कि आवश्यक नई तकनीकों के संबंध में भी इस कांग्रेस में विचार विमर्श किया जाएगा। उन्होंने कहा कि समाज के प्रबुद्ध वर्ग को अपने साथ जोड़कर समय-समय पर राष्ट्रीय हितों की सुरक्षा हेतु सुझावों का आदान-प्रदान करने की भी आवश्यकता है। इसके अंतर्गत कम्यूनिटी आउटरीच कार्यक्रम द्वारा अन्तर्राष्ट्रीय सीमावर्ती क्षेत्रों में राष्ट्रीय हितों हेतु कार्य करने वाली स्वयं सेवी संस्थाओं को चिन्हित कर उनका सहयोग प्राप्त करने का प्रयास किया है, जिस प्रयास में हमें सफलता भी प्राप्त हो रही है।

इस अवसर पर कैबिनेट मंत्री सतपाल महाराज, प्रेमचन्द अग्रवाल, सौरभ बहुगुणा, सांसद डॉ. रमेश पोखरियाल निशंक, माला राज्य लक्ष्मी शाह, राज्यसभा सांसद कल्पना सैनी, मेयर सुनील उनियाल गामा, विधायकगण, सचिव गृह, भारत सरकार अजय कुमार भल्ला, उत्तराखण्ड के मुख्य सचिव डॉ. एस.एस.संधु, अपर मुख्य सचिव गृह राधा रतूड़ी, महानिदेशक पुलिस अनुसंधान और विकास ब्यूरो बालाजी श्रीवास्तव, उत्तराखण्ड के पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार एवं विभिन्न राज्यों के पुलिस अधिकारी उपस्थित थे।

 

49वीं अखिल भारतीय पुलिस साइंस कांग्रेस का चतुर्थ सत्र : पुलिस को संवेदनशील, सुशासित और तकनीकी रूप से दक्ष होना आवश्यक

देहरादून, वन अनुसंधान परिषद के सभागार में 49वीं अखिल भारतीय पुलिस साइंस कांग्रेस के चतुर्थ सत्र में पुलिस और सीएपीएफ के बीच समन्वय (Coordination between Police and CAPFs) पर हुई चर्चा में Shri S.K. Sabat, IPS, DG Prisons, UP ने शान्ति एवं सुरक्षा व्यवस्था हेतु राज्य पुलिस बल एवं सीएपीएफ के बीच परस्पर समन्वय पर जोर दिया। उन्होंने बताया कि कुम्भ जैसे विश्व प्रसिद्ध मेले में प्रभावी सुरक्षा व्यवस्था, यातायात एवं भीड़ प्रबन्धन पुलिस और सीएपीएफ के बीच समन्वय का एक सर्वश्रेष्ठ उदाहरण है।
Additional Deputy Director, Subsidiary Intelligence Bureau ने देश की सीमा पर राष्ट्रीय सुरक्षा के दृष्टिगत पुलिस बल एवं बीएसएफ के बीच समन्वय पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि सीमा पर अपराध से निपटने, सूचनाओं के आदान-प्रदान, सामाजिक व्यवस्था बनाने एवं आतंरिक सुरक्षा के लिए आपसी समन्वय काफी महत्वपूर्ण है। उन्होंने पंजाब पुलिस एव ंबीएसएफ के संयुक्त ऑपरेशनों के बारे में बताया, जिसमें क्रॉस बार्डर तस्करी तथा ड्रोन से ड्रग्स और आर्म्स की तस्करी की बढ़ती चुनौतियों के बारे में बताया। साथ ही इसे रोकने के लिए संयुक्त ऑपरेशन एवं बार्डर एरिया में जागरूकता व सतर्कता बढ़ाने पर जोर दिया।
Shri Vinod Kumar Trivedi Dy. Commandant Parliament Duty Group, CRPF & Shri Akash Saxena, Assistant Commandant, CISF ने कहा कि अमृत काल में पुलिस बल को कॉलोनियल पुलिसिंग सिस्टम से भारतीय पुलिस सिस्टम की ओर आना आवश्यक है। इसके लिए पुलिस को संवेदनशील, सुशासित और तकनीकी रूप से दक्ष होना आवश्यक है। कानून एवं शान्ति व्यवस्था स्थापित करने के लिए पुलिस एवं सीएपीएफ के मध्य बेहतर समन्वय अपनाने पर जोर दिया।

 

सिर्फ 160 रूपये का विवाद और कर डाली 70 वर्षीय बुजुर्ग की हत्या

उधमसिंह नगर, शहर में एक बुजुर्ग को सिर्फ 160 रुपये के विवाद में पर मौत के घाट उतारने की घटना से हड़कीप मच गया, मिली जानकारी के मुताबिक बुजुर्ग पर ईंट-पत्थर, लाठी-डंडों और धारदार हथियार से हमला किया गया जिससे उनकी मौत हो गयी। पुलिस ने मामले में तीन संदिग्धों को हिरासत में लिया है। पुलिस मामले की जांच कर रही है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक यह पूरा मामला उधमसिंहनगर जिले में सामने आया है। सिरौली कलां में बेटी की ससुराल में आए 70 वर्षीय व्यक्ति की 160 रुपये के विवाद में ईंट-पत्थर, लाठी-डंडों और धारदार हथियार से हमला कर हत्या कर दी गई। यह बुजुर्ग अपने दामाद का पड़ोसियों से विवाद सुलझाने के इरादे से यहां आए हुए थे। इस दौरान पड़ोसियों ने उन पर हमला बोल दिया। हमले के बाद बुजुर्ग को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ले जाने पर डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया |
पुलिस ने मामले में तीन संदिग्धों को हिरासत में लिया है। ग्राम भूड़ा थाना भोजीपुरा जिला बरेली निवासी मोहम्मद रफीक की बेटी नथिया की ससुराल किच्छा के चार बीघा, वार्ड 18, सिरौली कलां में है। पिछले दिनों नथिया के पति छोटन का पड़ोसी से 160 रुपये के लेन- देन को लेकर विवाद हो गया था। रफीक चूंकि दूसरे पक्ष के भी करीबी रिश्तेदार थे, इसलिए शुक्रवार को वह विवाद सुलझाने के इरादे से यहां आए थे। बताया जा रहा है कि शाम लगभग साढ़े चार बजे बातचीत के दौरान दूसरे पक्ष ने बुजुर्ग रफीक पर ईंट-पत्थर, डंडों और धारदार हथियार से हमला बोल दिया। हमले में रफीक गंभीर रूप से घायल हो गए। उन्हें सीएचसी में चिकित्सकों ने मृत घोषित कर दिया। उधर एसओ पुलभट्टा कमलेश भट्ट ने कहा है कि तीन संदिग्धों को फिलहाल हिरासत में लिया है।

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