हल्द्वानी, विवाद में रहे अल्मोड़ा मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य की कुर्सी आखिरकार चली गई, शासन ने प्राचार्य डा. राम गोपाल नौटियाल की जगह हल्द्वानी मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य प्रो. चंद्र प्रकाश भैंसौड़ा को अल्मोड़ा मेडिकल कॉलेज की जिम्मेदारी दे दी गई है। वहीं, मेडिकल कॉलेज हल्द्वानी के प्राचार्य प्रो. अरुण जोशी को बनाया गया है। गुरुवार को चिकित्सा शिक्षा सचिव डा. पंकज कुमार पांडेय की ओर से गुरुवार को आदेश जारी कर दिया गया है।
जिले की कोविड प्रभारी मंत्री के तौर पर रेखा आर्य 11 जून को अल्मोड़ा के विकास भवन में बैठक ले रही थी। राजकीय मेडिकल कॉलेज अल्मोड़ा के प्राचार्य प्रो. राम गौपाल नौटियाल कोविड भी मौजूद थे। आरोप था कि उन्होंने प्रजेंटेशन को रोककर फोन रिसीव कर लिया था। डा. नौटियाल ने बताया कि फोन विधानसभा उपाध्यक्ष रघुनाथ सिंह चौहान का था। नाराज मंत्री ने इसी को मुद्दा बना लिया था। 25 जून को उन्होंने सचिव स्वास्थ्य को पत्र लिखकर कार्रवाई की मांग कर दी थी। इसके बाद यह विवाद कई दिनों तक चलता रहा |
उत्तराखंड़ शासन ने प्राचार्य प्रो. नौटियाल को मेडिकल कॉलेज में टीबी व चेस्ट विभाग के विभागाध्यक्ष पद पर भेजा है। डा. नौटियाल की डाक्टर के रूप में भी अच्छी छवि रही है। वहीं, प्राचार्य के रूप में भी उनकी छवि ईमानदार अधिकारी के रूप में रही है। उन्होंने मेडिकल कॉलेज को शुरू कराने को लेकर लगातार प्रयास किए। जबकि, उन पर स्थानीय नेताओं को नौकरी पर रखने का भी दबाव था। उपकरणों को मनमाने तरीके से खरीदने को लेकर भी दबाव बनाया गया था। उन्होंने नियमविरुद्ध काम करने से इन्कार कर दिया था।
राजकीय मेडिकल कॉलेज हल्द्वानी के अधीन संचालित डा. सुशीला तिवारी राजकीय चिकित्सालय चिकित्सा अधीक्षक की जिम्मेदारी संभाल रहे प्रो. अरुण जोशी का कोविडकाल में सराहनीय काम रहा। अस्पताल में कुमाऊं भर से कोरोना संक्रमित मरीज पहुंचे थे। मरीजों को उचित इलाज उपलब्ध कराने से लेकर व्यवस्था को दुरुस्त करने में अहम भूमिका निभाई।
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