हल्द्वानी, जनपद नैनीताल के हल्द्वानी में हाइडिल गेट स्थित स्पा सेंटर में पुलिस ने छापा मारकर बड़े देह व्यापार का भंडाफोड़ किया। पुलिस ने एक युवक को आपत्तिजनक हालत में पकड़ लिया। सोमवार की शाम सेंटर से पुलिस ने गैर राज्यों से लाई गईं नौ लड़कियों, एक ग्राहक और प्रबंधक को गिरफ्तार कर लिया। छापे की भनक मिलते ही दोनों संचालिकाएं फरार हो गई। पुलिस ने मौके से आपत्तिजनक वस्तुएं बरामद की हैं।
सीओ शांतनु पाराशर ने बताया कि सूचना मिली थी कि हाइडिल गेट स्थित जंगल लक्जरी स्पा सेंटर से देह व्यापार संचालित हो रहा है। सीओ ने एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग सेल की यूनिट को साथ लेकर स्पा सेंटर में छापा मार दिया। इस दौरान स्थानीय नागरिक वीरेंद्र और मनु रौतेला भी मौजूद थे। पुलिस ने अंदर एक युवक को आपत्तिनजक हालत में एक कमरे से पकड़ लिया, अचानक हुए छापे से सेंटर में हड़कंप मच गया। पकड़ा गया युवक आशीष उनियाल काठगोदाम क्षेत्र में रहता है लेकिन मूलरूप से न्यू टिहरी का रहने वाला है। आशीष एक निजी कंपनी में काम करता है। पुलिस ने सेंटर प्रबंधक पश्चिम बंगाल के वरुणपारा वारूईपुरा नदिया निवासी प्रबंधक को भी गिरफ्तार किया है।
काठगोदाम पुलिस ने एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग सेल की प्रभारी की तहरीर पर धारा 3,4,5,6,8 इंमोरल ट्रैफिकिंग एक्ट 1942 के तहत मुकदमा दर्ज किया है। पुलिस दिल्ली की रहने वाली संचालिका सुमन और स्वाति वर्मा की तलाश कर रही है। छापे के दौरान लड़कियों की आवाज सुनते ही महिला पुलिस सेंटर के बेंसमेट में गई तो वहां लड़कियां मिलीं। पुलिस ने इस मामले में आपत्तिजनक हालत में मिले युवक आशीष को तत्काल गिरफ्तार कर लिया और नौ लड़कियों को हिरासत में ले लिया। पकड़ी गई युवतियों में दो यूपी, एक-एक मध्यप्रदेश, मणिपुर, पश्चिम बंगाल और हरियाणा की तीन युवतियां शामिल हैं। तहसीलदार की देखरेख में पुलिस ने स्पा सेंटर को सील कर दिया, पकड़ी गई युवतियों का कहना था कि वे अपने घर जाना चाहती थी लेकिन संचालिका ने उनका पैसा रोक रखा था। इसी कारण सभी ठहरी हुई थीं। मणिपुर की युवती को हिंदी नहीं आती है। इसी कारण वह अंग्रेजी में बात कर रही थी। महिला पुलिस की पूछताछ के बाद सीओ के निर्देश पर सभी लड़कियों को मुखानी स्थित वन स्टॉप सेंटर में भेज दिया गया,
स्पा सेंटर का प्रबंधक तापस ग्राहक आने पर रिसेप्शन से माइक पर आवाज देकर एक लड़की को बुलाता था और आदेश देता था कि फलॉ कमरे में चली जाओ। आवाज सुनते ही लड़की आदेश का पालन करती थी। एक लड़की प्रतिदिन तीन सर्विस देती थी। पुलिस का कहना है कि पश्चिम बंगाल का मूल निवासी स्पा सेंटर का प्रबंधक तापस पहले झाड़ू पोंछा लगाता था लेकिन संचालिका ने उसे प्रबंधक बना दिया।
पुलिस ने स्पा सेंटर के रजिस्टरों को भी कब्जे में ले लिया है। छानबीन से पता चला कि सेंटर से प्रतिदिन करीब 50 हजार की कमाई होती थी। किसी ग्राहक का नाम पता नोट नहीं किया जाता था।
सीओ शांतनु पाराशर ने बताया दिल्ली से तीन और लड़कियां स्पा सेंटर में आने वाली थी लेकिन पुलिस कार्रवाई के चलते अब नहीं आ सकती हैं।
पुलिस का कहना है कि मोबाइल में कई ग्राहकों के मैसेज मौजूद हैं। कुछ ग्राहकों को गलत धंधे का रेट सेंटर से बताया जाता था।
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