अल्मोड़ा, इसी माह 15 दिसंबर को फायर स्टेशन अल्मोड़ा में नियुक्त फायरमैन धीरेंद्र सिंह रात्रि समय 10:00 से 2:00 बजे तक अपनी ड्यूटी में तैनात था। समय 11:30 से 12:00 के मध्य एक व्यक्ति जगदीश सिंह बोरा द्वारा ड्यूटीरत फायरमैन धीरेंद्र सिंह के पोस्ट पर आकर दरवाजा खटखटाया गया। फायरमैन धीरेन्द्र सिंह द्वारा दरवाजा खोलने पर जगदीश सिंह उपरोक्त द्वारा अपनी दो नाली बंदूक को ड्यूटीरत फायरमैन की कनपट्टी में लगा दिया गया, फायरमैन द्वारा सतर्कता दिखाते हुए तेजी से बंदूक को हाथ से झटककर अपनी कनपट्टी से हटाया गया तब तक बंदूक से फायर हो गया जो फायरमैन के पीछे दीवार पर लगा, इस फायरिंग की घटना में फायरमैन धीरेन्द्र सिंह सकुशल बच गया, स्वंय को बचाने में उसके हाथ पर चोट लगी व मोबाईल भी क्षतिग्रस्त हो गया। फायरिंग करने के उपरान्त जगदीश सिंह बोरा मौके से भाग गया। ड्यूटीरत फायर मैन धीरेन्द्र सिंह की तहरीर के आधार पर अभियुक्त जगदीश सिंह बोरा के विरुद्ध कोतवाली अल्मोड़ा में भादवि के सुसंगत धाराओं में अभियोग पंजीकृत किया गया व विवेचना चौकी प्रभारी एनटीडी बिशन लाल के सुपुर्द की गयी।
उक्त घटना के संज्ञान में आने पर श्री प्रदीप कुमार राय, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अल्मोड़ा ने मामले की गंभीरता को देखते हुए सीओ अल्मोड़ा विमल प्रसाद, व0उ0नि0 सतीश चन्द्र कापड़ी व विवेचक/चौकी प्रभारी एनटीडी बिशन लाल को शीघ्र अभियुक्त को मय अस्लाह के गिरफ्तार करने हेतु निर्देशित किया गया।
सीओ अल्मोड़ा विमल प्रसाद के नेतृत्व में अभियुक्त की गिरफ्तारी हेतु तलाश व सुरागरसी-पतारसी कर उसके घर हीराडुंगरी अल्मोड़ा पर दबिश दी गयी तो अभियुक्त अपने घर पर ही मौजूद मिला, पुलिस टीम को देखकर भागने का प्रयास कर रहा था जिसे पुलिस टीम ने घेरकर आवश्यक बल का प्रयोग कर गिरफ्तार किया गया। अभियुक्त द्वारा फायरिंग में प्रयुक्त दो नाली लाईसेन्सी बंदूक को एक खोखा 12 बोर सहित बरामद कर पंजीकृत अभियोग में आवश्यक वैधानिक कार्यवाही की जा रही है।
मामले में विवेचना से प्रकाश में आये तथ्य-
अभियुक्त जगदीश सिंह बोरा की पत्नी प्रभा बोरा फायरमैन धीरेंद्र सिंह के रिश्ते की गांव की बहन है तथा जगदीश सिंह उपरोक्त भूतपूर्व सैनिक है। जगदीश सिंह बोरा उपरोक्त दिनांक 15.12.2022 को NTD स्थित होटल राजराजेश्वरी में विवाह पार्टी में गया हुआ था। इसी पार्टी में फायर स्टेशन अल्मोड़ा में तैनात फायरमैन अनिल चंद भी अपने पत्नी व बच्चों के साथ गया हुआ था। फायरमैन अनिल चंद जो कि मूल रूप से बनबसा चंपावत का निवासी है, जिसके साथ जगदीश सिंह बोरा का कुछ विवाद हुआ था । इसी विवाद को दिल में लेकर और यह जानते हुए कि अनिल चंद फायर सर्विस में तैनात है। जगदीश सिंह बोरा उपरोक्त अपने घर में गया और अपनी दो नाली बंदूक लेकर फायर स्टेशन एनटीडी अल्मोड़ा में पहुंचा और ड्यूटीरत फायरमैन धीरेंद्र सिंह पर उसकी पोस्ट में जाकर फायर कर दिया था।
गिरफ्तार अभियुक्त :
जगदीश सिंह बोरा उम्र-41 वर्ष पुत्र गोपाल सिंह निवासी बीरशिवा स्कूल रोड, हीराडूंगरी एनटीडी, अल्मोड़ा।
पुलिस टीम
1 प्रभारी चौकी एनटीडी बिशनलाल
2 हेड कांस्टेबल त्रिलोक सिंह, चौकी एनटीडी
3 कांस्टेबल हरीश राठौर,चौकी एनटीडी
संक्रांति पर्व पर घंटाकर्ण धाम में पूजा अर्चना,यनव दम्पतियों ने लिया परिजनों संग आशीर्वाद
टिहरी, नरेन्द्रनगर प्रखंड के क्वीली डांडा स्थित घंटाकर्ण मंदिर में संक्रांति पर्व पर हर माह की तरह सैकड़ों लोगों ने देवता का आशीर्वाद लिया ,इस अवसर पर क्षेत्र की नव दम्पतियों श्रीमति चांदनी सजवाण पत्नी अमित सिंह सजवाण तथा श्रीमती सरिता विजल्वाण पत्नी ओम प्रकाश विजल्वाण ने परिजनों के साथ मंदिर में पूजा अर्चना की तथा देवता का आशीर्वाद लिया। आपको बताते चलें कि मंदिर में हर माह की संक्रांति पर्व पर पूजा अर्चना हवनयज्ञ और भंडारे का आयोजन किया जाता है, घंटाकर्ण धाम में आने वाले भक्तों को पुजारी दर्शन लाल विजल्वाण ने पूजा कराई तथा देवता के पश्वा दीपक विजल्वाण से आशीर्वाद लिया, मंदिर में ढोल दमाऊ की थाप पर देवता अवतरित हुए , इस अवसर पर घंटाकर्ण धाम ट्रस्ट के अध्यक्ष विजय प्रकाश विजल्वाण, कोषाध्यक्ष अशोक विजल्वाण,हरीश विजल्वाण, दिनेश प्रसाद उनियाल, दिनेश सिंह सजवाण, धूम सिंह चौहान, आनन्द सिंह खाती , रघुबीर सिंह खाती सहित सैकड़ों भक्त उपस्थित रहे , मंदिर समिति की ओर से भंडारे का आयोजन हर माह की तरह किया गया है । गढ़वाली परम्परा , संस्कृति की झलक में रसोईया के द्वारा दाल भात बनाया गया है ।
अंकिता हत्याकांड : धरना 65वें दिन भी जारी, भाजपा पूर्व राज्यमंत्री विनोद आर्य का फूंका पुतला
ॠषिकेश, युवा न्याय संघर्ष समिति का धरना अंकिता भण्डारी हत्याकांड में शामिल वीआईपी के नाम उजागर करने व सीबीआई की मांग व विधानसभा भर्ती घोटाले में दोषियों पर कार्यवाही की माँग को लेकर धरना 65वें धरना जारी रहा। इस अवसर पर अंकिता भण्डारी के हत्यारे पुलकित आर्य के पिता एवं राज्यमंत्री विनोद आर्य पर उनके ड्राइवर द्वारा लगाए गए दुराचार के आरोपों पर सदस्यों ने विनोद आर्य के कुकर्मों की घिर निंदा की, एवं भाजपा पूर्व राज्यमंत्री विनोद आर्य का पुतला फूंक कर विरोध जताया |
समिति अध्यक्ष संजय सिलस्वाल ने कहा कि इस तरह की मानसिकता के लोग समाज पर एक कलंक के समान हैं, यह उदाहरण हैं कलयुग में रावण के, जिसने मद, अहंकार में अपने पूरे कुल को धकेल सम्पूर्ण कुलनाशक होने का पाप किया।
अरविंद हटवाल कहते हैं कि इन्हें कड़ी से कड़ी सजा मिलनी चाहिए तथा अपराधियों को पोषित करने वाले इस परिवार की और भी छानबीन होनी चाहिए कि यह परिवार जुर्म के किस और दलदल में शामिल है।
आंदोलनकारी शीला ध्यानी ने कहा कि सरकार की मनमानी के कारण आज हमारी बेटी व युवाओं को न्याय नहीं मिल रहा सरकार इतनी बेशर्म हो चुकी है जो एक गरीब की बेटी को न्याय नहीं दे पा रही हैं अब हमे उच्च न्यायालय पर ही विश्वास है वही हमारी बेटी व उसके माता–पिता को इंसाफ दिला सकेगी।
उत्तराखंड समानता पार्टी और अखिल भारतीय समानता मंच ने दिया समर्थन
युवा न्याय संघर्ष समिति द्वारा अंकिता को न्याय दिलाने हेतु सीबीआई जांच की मांग हेतु चलाए जा रहे आंदोलन को उत्तराखंड समानता पार्टी के द्वारा समर्थन दिया गया । पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष श्री बलवीर सिंह भंडारी एवं प्रमुख महासचिव श्री चंदन सिंह नेगी के द्वारा युवा न्याय संघर्ष समिति द्वारा चलाए जा रहे आंदोलन की सराहना की गई और कहा कि उत्तराखंड में किसी भी अपराधिक/ गैर कानूनी क्रियाकलापों को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। समर्थन देने वालों में पार्टी के सह संगठन सचिव महेंद्र सिंह रावत, संस्थापक सदस्य कांता प्रसाद जोशी, राजेंद्र प्रसाद जोशी आदि उपस्थित रहे.
अखिल भारतीय समानता मंच नें भी युवा न्याय संघर्ष समिति के कार्यक्रम को समर्थन दिया । समर्थन देने वालों में एलपी रतूड़ी केंद्रीय सचिव, जेपी कुकरेती प्रांतीय महासचिव, बीके ध्यानी सदस्य प्रांतीय कार्यकारिणी उपस्थित रहे ।
आज के धरने पर राज्य आन्दोलनकारी जलम्बी देवी, विमला देवी रौथाण, सरोपी देवी, पिंकी देवी, रविन्द्र कौर, विमला नौटियाल, मदन सिंह राणा, एल पी रतूड़ी, जे पी कुकरेती, वी एस भण्डारी, आर पी जोशी, सी एस नेगी, वी के ध्यानी, जया डोभाल, रामेश्वरी चौहान, युद्धवीर सिंह चौहान, जितार सिंह बिष्ट, हरि सिंह नेगी, राजेन्द्र कोठारी, लक्ष्मी कठैत, आशुतोष डंगवाल, हरिराम वर्मा, विक्रम भण्डारी, केदार पयाल, सावित्री देवी, रुकम पोखरियाल, ऋषित रावत, सूरज कुकरेती एवं यशवंत सिंह रावत आदि मौजूद थे।
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