हरिद्वार, 3 जनवरी (कुल भूषण) भारत सरकार के डिफेंस रिसर्च एण्ड डेवलप्मेंट आर्गेनाइजेशन डीआर डी ओ के डी एस व डाॅयरेक्टर जनरल लाइफ साइंस डाॅ ए के सिंह पतंजलि योगपीठ पहुचे । उनके साथ पूर्व ड्रग कंट्रोलर जनरल ऑफ इण्डिया ;डी जी सी आईद्ध तथा वर्तमान डब्ल्यूण्एचण्ओण् के साइंटिफिक डायरेक्टर इण्डियन फार्मोकोकोपिआ जीण्एनण् सिंह भी मौजूद रहे। पतंजलि पहुँचने पर आचार्य बालकृष्ण ने पुष्पगुच्छ व शाल भेंट कर उनका स्वागत किया।
इस अवसर पर डाॅण् सिंह ने पतंजलि अनुसंधान संस्थान का भ्रमण कर पतंजलि द्वारा संचालित शोध् कार्यों की सराहना की। उन्होंने कहा कि पतंजलि स्थित विश्वस्तरीय लैब अत्याधुनिक संयंत्रों से युक्त है। डाॅ सिंह ने कहा कि मेरा यह प्रथम अनुभव है कि आयुर्वेद में एनिमल ट्रायल से लेकर ह्यूमन ट्रायल तक एविडेंस बेस्ड मेडिसिन की ड्रग डिस्कवरी के प्रामाणिक कार्य का संपादन किया जा रहा है।
इस अवसर पर पतंजलि योगपीठ के महामंत्री बालकृष्ण ने कहा कि पतंजलि अनुसंधान संस्थान स्थित लैब एन ए बी एल मान्यता प्राप्त है। उन्होंने बताया कि पतंजलि अनुसंधान संस्थान के माध्यम से गिलोयए अश्वगंधाए तथा तुलसी आदि पर आयुर्वेद आधारित सैकड़ों रिसर्च पेपर्स. नेचर्सए मोलिक्यूल्सए फ्रंटियर इन फार्मोकोलाॅजीए बाॅयो मोलिक्यूल्सए स्प्रिंगर तथा एल्सवेयर आदि विश्वस्तरीय जनरल्स में प्रकाशित हो चुके हैं। आचार्य बालकृष्ण ने बताया कि कोरोनिल के बाद पतंजलि अनुसंधान संस्थान जल्द ही चमत्कारिक गुणों से भरपूर दर्दनिवारक पीड़ानिल गोल्ड तथा पीड़ानिल स्प्रेए लीवर के लिए लीवोग्रीट तथा लीवामृत एडवांस आदि अनेक प्रामाणिक अनुसंधनपरक औषधियाँ लेकर आ रहा है।
इसके उपरान्त आगन्तुक डा0 के सिंह जीएन0सिंह ने प्राचीन पाण्डुलिपियों के संरक्षण व संवर्धन हेतु निर्मित कैनवास पेंटिंग्स का अवलोकन किया तथा पतंजलि औषधीय उद्यान का भी भ्रमण किया।
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