Tuesday, April 29, 2025
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खास खबर : लाइसेंस सेक्शन झाझरा होगा शिफ्ट, परिवहन सचिव ने जारी किये आदेश, अब नापनी पडे़गी ज्यादा दूरी

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देहरादून, जनपद में अब ड्राइविंग लाइसेंस से जुड़े कार्यों के लिए शहर दूर जाना पडे़गा, आवेदक को अब आवेदक को दून शहर से लगभग 20 किलोमीटर दूर इंस्टीट्यूट ऑफ ड्राइविंग एंड ट्रेनिंग रिसर्च झाझरा की सड़क नापनी पड़ेगी।

अभी तक सिर्फ स्थायी लाइसेंस का टेस्ट झाझरा में लिया जा रहा था, मगर अब पूरा लाइसेंस सेक्शन झाझरा शिफ्ट करने के आदेश दे दिए गए हैं। जिसके अन्तर्गत अब लर्निंग लाइसेंस टेस्ट, डुप्लीकेट लाइसेंस बनाने, लाइसेंस रिन्यूवल या लाइसेंस में पता बदलाव आदि कार्य झाझरा जाकर कराने होंगे।
शुक्रवार को परिवहन सचिव अरविंद हयांकी ने लाइसेंस सेक्शन 15 मई तक शिफ्ट करने का आदेश जारी कर दिया।

बता दें कि प्रदेश में ड्राइविंग लाइसेंस टेस्ट के लिए कोई भी आटोमेडेट टेस्टिंग लेन न होने की वजह से विभाग ने IDTR से करार किया हुआ है। जगह कम होने की वजह RTO में चल रहे टेस्ट में फर्जीवाड़े की आशंका बनी रहती थी। इसी को देखते हुये परिवहन सचिव के आदेश पर पूरा लाइसेंस सेक्शन शिफ्ट किया जा रहा। सचिव ने इसके लिए 15 मई तक सभी व्यवस्था करने के आदेश भी दिए।लर्निंग डीएल के लिए आवेदन कर चुके जिन आवेदक को 15 मई या फिर इसके बाद के स्लाट मिले हुए हैं, उनकी मुसीबत बढ़ गई है। विभाग की ओर से साफ्टवेयर में बदलाव कर ऐसे आवेदकों को मैसेज के जरिए सूचित कर सीधे झाझरा बुलाने के भी प्रयास किए जाएंगे।

अच्छी खबर : पौने तीन लाख से अधिक श्रद्धालुओं ने कराया चारधाम यात्रा के लिये अपना पंजीकरण

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तीन मई को यमुनोत्री और गंगोत्री धाम के कपाट श्रद्धालुओं के लिए खोल’

ऋषिकेश, इसी मई माह के पहले हफ्ते से चारधाम सहित श्री हेमकुंड धाम की यात्रा शुरू हो रही है, यात्रा के लिए अब तक 2,88885 श्रद्धालुओं ने अपना आॕनलाइन पंजीकरण कराया है। संयुक्त रोटेशन यात्रा व्यवस्था समिति के तहत अब तक करीब 700 बसों की एडवांस बुकिंग हो चुकी है, पिछले दो वर्षो के कोरोना संक्रमण के कारण चारधाम यात्रा प्रभावित रही है। इस वर्ष अब तक सारी स्थिति अनुकूल है। जिसका असर चारधाम यात्रा पर आने वाले यात्रियों के पंजीकरण की संख्या के रूप में दिख रहा है।
वर्ष 2013 की आपदा के बाद शासन की ओर से त्रिलोक सिक्योरिटी सिस्टम कंपनी को श्रद्धालुओं के फोटो मैट्रिक पंजीकरण की जिम्मेदारी सौंपी गई थी। इस वर्ष व्यवस्था में परिवर्तन किया गया है। एथिक्स इन्फोटेक कंपनी को यह काम सौंपा गया है। पंजीकरण व्यवस्था आॕनलाइन कर दी गई है। जिसमें यात्रा को लेकर अच्छे रुझान देखने को मिल रहे हैं।
अक्षय तृतीया यानी तीन मई को यमुनोत्री और गंगोत्री धाम के कपाट श्रद्धालुओं के लिए खोल दिए जाएंगे। केदारनाथ धाम के कपाट छह मई और बदरीनाथ धाम के कपाट आठ मई को खुल जाएंगे। श्री हेमकुंड धाम के कपाट 22 मई को खुल रहे हैं।
पंजीकरण करने वाली संस्था एथिक्स इन्फोटेक के माध्यम से इस वर्ष यात्रा के लिए शुक्रवार शाम तक 2,88885 श्रद्धालु अपना पंजीकरण करा चुके हैं। एथिक्स इन्फोटेक के प्रोजेक्ट मैनेजर प्रेम अनंत ने बताया कि यमुनोत्री के लिए 47066, गंगोत्री के लिए 48806, केदारनाथ के लिए 105941, बदरीनाथ के लिए 84708 और श्री हेमकुंड धाम के लिए 2362 श्रद्धालुओं ने अपना पंजीकरण कराया है।

संयुक्त रोटेशन यात्रा व्यवस्था समिति के माध्यम से देश के कई प्रांतों से श्रद्धालुओं और उनके समूह ने बसों की एडवांस बुकिंग कराई है। संयुक्त रोटेशन यात्रा व्यवस्था समिति के प्रभारी नवीन तिवाड़ी ने बताया कि 26 मई तक चारधाम के लिए 525 बसों की एडवांस बुकिंग संयुक्त रोटेशन के माध्यम से हो चुकी है। दो धाम के लिए 180 बसों की एडवांस बुकिंग हो चुकी है। उन्होंने बताया कि संयुक्त रोटेशन की ओर से इस वर्ष 1000 बसों का बेड़ा यात्रा के लिए उपलब्ध कराया गया हैं।

परिवहन विभाग ने जारी किये 1200 ग्रीन कार्ड :

राज्य परिवहन विभाग की ओर से 18 अप्रैल से लेकर अब तक 12 सौ वाहनों के लिए ग्रीन कार्ड जारी कर दिए गए हैं। सहायक संभागीय परिवहन अधिकारी प्रशासन अरविंद कुमार पांडे ने बताया कि शुक्रवार को कुल 205 ग्रीन कार्ड जारी किए गए।
अब तक 464 बस, तीन मिनी बस, 235 मैक्सी और 498 टैक्सी वाहनों को ग्रीन कार्ड जारी कर दिए गए हैं। एक मई से अन्य प्रांतों के वाहनों के लिए ग्रीन कार्ड सुविधा उपलब्ध करा दी जाएगी।

चारधाम यात्रा : केदार, बद्री, गंगोत्री, यमुनोत्री देवडोलियों के प्रस्थान का कार्यक्रम जारी

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एक मई को भैरव पूजा, 2 मई प्रात: 9 बजे प्रस्थान करेगी केदारनाथ जी की पंचमुखी डोली, 26 को ही खोले जाएंगे गंगोत्री के कपाट

देहरादून. यमुनोत्री, गंगोत्री, केदारनाथ और बदरीनाथ के कपाट खुलने हेतु देवडोलियों के धामों के प्रस्थान का कार्यक्रम जारी कर दिया गया है, श्री बदरीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति के मीडिया प्रभारी डा. हरीश गौड़ ने बताया कि श्री केदारनाथ धाम के कपाट 6 मई को प्रात: 6:15 पर खुलेंगे |

भगवान केदारनाथ जी की पंचमुखी डोली के प्रस्थान कार्यक्रम के अंतर्गत 1 मई को भैरव पूजा होगी, जिसके बाद 2 मई को प्रात: 9 बजे डोली धाम के लिए प्रस्थान करेगी. 2 मई को डोली का रात्रि प्रवास श्री विश्वनाथ मंदिर गुप्तकाशी में होगा. 3 मई को डोली का रात्रि प्रवास फाटा और 4 मई को गौरीकुंड रहेगा. 5 मई को प्रात: 6 बजे डोली गौरीकुंड से केदारनाथ धाम के लिए प्रस्थान करेगी. 6 मई को श्री केदारनाथ धाम में विधि-विधान से पूजा-अर्चना की जाएगी. जिसके बाद मंदिर के कपाट को श्रद्धालुओं के लिए दर्शनार्थ खोल दिया जाएगा |

6 मई को जोशीमठ से प्रस्थान करेगी बदरी विशाल की देव डोली
श्री बदरीनाथ के धाम कपाट 8 मई को प्रात: 6:25 पर खुलेंगे. श्री बदरी विशाल की देव डोली 6 मई को प्रात: 9 बजे श्री नृसिंह मंदिर जोशीमठ से आदि गुरु शंकराचार्य जी की गद्दी एवं तेलकलश गाडू घड़ा सहित श्री बदरीनाथ धाम के रावल जी योगध्यान बदरी के लिए प्रस्थान करेगी. 7 मई को योग बदरी पांडुकेश्वर से आदि गुरु शंकराचार्य जी की गद्दी, रावल जी सहित श्री कुबेर जी, उद्धव जी एवं गाडू घड़ा तेल कलश के साथ श्री बदरीनाथ धाम को प्रस्थान करेंगे. 8 मई प्रात: 6:25 पर धाम के कपाट खुलेंगे |

3 मई को को खरसाली से निकलेगी यमुना जी की डोली
मंदिर समिति गंगोत्री एवं मंदिर समिति यमुनोत्री से प्राप्त जानकारी के अनुसार श्री गंगोत्री धाम के कपाट 3 मई को पूर्वाह्न 11.15 बजे और श्री यमुनोत्री धाम कपाट अपराह्न 12.15 बजे खुलेंगे. यमुना जी की डोली 3 मई को प्रात: शीतकालीन गद्दी स्थल खुशीमठ (खरसाली) से प्रस्थान करेगी‌. पवित्र हेमकुंठ साहिब एवं श्री लोकपाल तीर्थ के कपाट रविवार 22 मई को खुलेंगे |

कार्डिंग प्लांट में ऊल की कार्डिंग शुरू, स्थानीय बुनकरों को मिली राहत

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मुनस्यारी, उद्योग विभाग द्वारा संचालित स्थानीय कार्डिंग प्लांट में ऊल की कार्डिंग शुरू हो गई है। शुक्रवार से ऊल रिकॉर्डिंग शुरू होने से स्थानीय बुनकरों को राहत मिली है। इसके लिए पंचायत प्रतिनिधियों ने उद्योग विभाग की महाप्रबंधक कविता भगत का आभार जताया।

डेढ़ साल से बंद कार्डिंग प्लांट को शुरू करने के लिए जिला पंचायत सदस्य जगत मर्तोलिया ने पहल की थी। मर्तोलिया ने उद्योग विभाग की महाप्रबंधक कविता भगत से फोन पर बातचीत की थी।
स्थानीय बुनकरों की समस्याओं को देखते हुए विभाग में कर्मचारियों की भारी कमी के बावजूद प्रत्येक सप्ताह एक कर्मचारी को पिथौरागढ़ से सप्ताह में दो दिन शुक्रवार तथा शनिवार को मुनस्यारी भेजने का फैसला लिया गया है। लिए गुलशन पानी प्लांट को चालू करने के लिए भेजा जाएगा । सीमांत क्षेत्र के अधिकांश परिवार ऊनी कारोबार के माध्यम से अपनी आजीविका चलाते है।
जिला पंचायत सदस्य जगत मर्तोलिया की पहल के बाद स्थानीय बुनकरों के चेहरे खिल उठे हैं। मर्तोलिया ने कहा कि स्थानीय जनता को सुविधा उपलब्ध कराने के लिए वे हमेशा प्रयासरत रहेंगे।
इसके लिए आंदोलन भी करना होगा तो वे तैयार रहेंगे।

बिजली संकट- शासकीय कार्यालय में विद्युत दुप्रयोग पर नपेंगे अधिकारी/कर्मचारी।

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” जिलाधिकारी का निर्देश,  कार्यालयों में विद्युत का अनावश्यक रूप से दुरूपयोग किया जाना पाये जाने पर संबंधित कार्याध्यक्ष के वेतन से विद्युत के देयक की नियमानुसार कटौती की जाएगी”।
(देवेन्द्र चमोली)
रुद्रप्रयाग- विधुत की बढ़ती समस्या को देखते हुये जिलाधिकारी ने शख्त कदम उठाया है उन्होंने जनपद के सभी शासकीय कार्यालयों में विधुत के दुप्रयोग को रोकने के निर्देश दिये है।
जिलाधिकारी मयूर दीक्षित ने सभी शासकीय कार्यालयों में विद्युत व विद्युत उपकरणों के अनावश्यक रूप से उपयोग को प्रतिबंधित करते हुए जनपद स्तरीय अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश देते हुये  निर्देशों का अनिवार्य रूप से पालन सुनिश्चित करने को कहा है।
 जिलाधिकारी ने समस्त विभागीय अधिकारियों-कार्यालध्यक्षों व कार्मिकों को निर्देशित करते हुए कहा कि अधिकारी कार्यालय कक्षों से बाहर रहने की अवधि के दौरान विद्युत संचालित उपकरणों को आवश्यक रूप से बंद करना सुनिश्चित करें ताकि विद्युत को अनावश्यक रूप से दुरूपयोग होने से बचाया जा सके। उन्होंने कहा कि अधिकारियों के बैठकों में प्रतिभाग करने के दौरान, दोपहर भोजन (लंच) पर जाने, अवकाश के दौरान अथवा अपने कक्ष छोड़ने से पूर्व विद्युत संचालित उपकरण जैसे पंखे, ए.सी. कूलर, बल्ब, ट्यूबलाइट्स इत्यादि को बंद किया जाए इससे विद्युत का अनावश्यक दुरूपयोग से बचाया जा सकेगा। उन्होंने समस्त विभागीय अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा कि भविष्य में किसी कार्यालय में विद्युत का अनावश्यक रूप से दुरूपयोग किया जाना पाया जाता है तो संबंधित कार्यालध्यक्ष के वेतन से विद्युत के देयक की नियमानुसार कटौती की जाएगी।

चारधाम यात्रा:तीर्थ यात्रियों के लिए परिवहन विभाग का 580 बसों का पूल

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देहरादून। चारधाम यात्रा के दौरान श्रद्धालुओं को धामों तक सहज और सुरक्षित रूप से ले जाने के लिए परिवहन विभाग ने 580 बस और टेंपो ट्रेवरल का पूल तैयार किया है। ये पूल रोटेशन की 1804 बसों से अलग होगा। ऋषिकेश से रोडवेज की 50 बसों को चारधाम के लिए तैनात किया जा रहा है। ये बसें ऋषिकेश से सीधा केदारधाम, बद्रीनाथ धाम, गंगोत्री और यमुनोत्री जाएंगी।
परिवहन विभाग ने चारधाम यात्रा की तैयारियों को अंतिम रूप दे दिया। कोरोना काल के दो साल बाद पहली बार चारधाम यात्रा बिना बंदिशों के होने जा रही है। इस बार श्रद्धालुओं की संख्या काफी ज्यादा रहने की उम्मीद की जा रही है। परिवहन विभाग के अनुमान के अनुसार वर्ष 2019 के मुकाबले 30 फीसदी से ज्यादा यात्री बढ़ सकते हैं। वर्ष 2019 में 33 लाख श्रद्धालुओं ने चारों धामों के दर्शन किए थे। संपर्क करने पर उपायुक्त परिवहन एसके सिंह ने कहा कि यात्रियों की सुविधा के लिए कंटीजेंसी प्लान तैयार किया गया है।
दूसरे राज्यों को भी ध्यान रखने की सलाह
चारधाम यात्रा पर जिन राज्यों से सर्वाधिक श्रद्धालु आते हैं, उन राज्यों को भी ऐहतिहाती अलर्ट जारी किया जा रहा है। उत्तराखंड आने से पहले वाहनों की फिटनेस, प्रदूषण जांच आदि के साथ सुरक्षा मानको को पूरा कराने की अपील की जा रही है। हर वर्ष यात्रा से पहले उत्तराखंड सभी राज्यों को गाइड लाइन जारी करता है।
यात्रा व्यवस्थाओं को  लेकर हुई बैठक
चारधाम यात्रा शुरू होने से पहले नगर पालिका परिषद बडकोट में व्यवस्थाओं को चाक चौबंद करने के लिए पालिकाध्यक्ष अनुपमा रावत की अध्यक्षता में बैठक की।
यह है तैयारी
50 बस केएमओयू की रिजर्व रहेंगी रोटेशन व्यवस्था के साथ
100 बस रोडवेज की रिजर्व में रखी जाएगी आपात स्थिति के लिए
100 बस केएमओयू से भी ली जाएंगी यात्रियों की संख्या बढ़ने पर
80 सिटी बसों का किया जा रहा है चयन
250 स्कूल बस, बस और टैंपो ट्रेवलर को भी रिजर्व में रखा जाएगा

 लूट के बाद पुलिस टीम पर बदमाश ने कर दी फायरिंग, हुआ गिरफ्तार

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देहरादून। देहरादून के क्लेमनटाउन थाना क्षेत्र के टर्नर रोड पर लूट के बाद भागे बदमाश को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। आरोपी ने भागते हुए भी रास्ते में फायर किया। उससे पुलिस ने पिस्टल और लूटे गए गहने बरामद किए हैं। भागने के बाद आरोपी बदमाश आईएसबीटी में बस में जाकर घुस गया था। पुलिस पहुंची तो पुलिस पर फायर झोंकने की कोशिश की।

 

उत्तराखंड में डीजल-पेट्रोल की कीमतें होंगी कम! सरकार पर दबाव

देहरादून। उत्तराखंड सरकार पेट्रोल और डीजल के दामों में कुछ रियायत देने पर विचार करेगी। भाजपा प्रदेश संगठन इस बाबत सरकार के सामने प्रस्ताव रखने जा रहा है।  27 अप्रैल को पीएम नरेंद्र मोदी ने भी राज्यों से तेल कीमतों में कटौती का अनुरोध किया है। प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक ने कहा कि पूर्व में तेल मूल्यों में वृद्धि होने पर भी राज्य सरकार ने कटौती की थी।
जनता को राहत देने के लिए जो भी मुमकिन होगा, वो कदम उठाया जाएगा। प्रधानमंत्री की भावना के अनुसार प्रदेश सरकार जल्द ही सरकार के सामने इस विषय को प्रमुखता से रखेगा। पेट्रोल का मूल्य 100 रुपये पार जा चुका है और डीजल भी इसके आसपास ही है। राज्य में प्रति लीटर पेट्रोल पर सरकार करीब 19.39 रुपये वेट के रूप में लेती है। जबकि डीजल पर यह प्रति लीटर 13.64 रुपये है। विभिन्न टैक्स से होने वाली राज्य की आय का करीब पंद्रह प्रतिशत हिस्सा पेट्रोल-डीजल से ही आता है।

खास खबर : उत्तराखंड़ में यात्रियों और श्रद्धालुओं की कोविड-19 टेस्टिंग वैक्सीनेशन सर्टिफिकेट एवं अन्य किसी भी प्रकार की चेकिंग की अनिवार्यता नहीं

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देहरादून, उत्तराखण्ड में बाहर से आने वाले यात्रियों और श्रद्धालुओं की कोविड जांच को लेकर भ्रम की स्थिति दूर करने के मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी के निर्देश पर मुख्य सचिव डाॅ एसएस संधु ने संबंधित अधिकारियों की बैठक ली।

बैठक में मुख्य सचिव ने चारधाम यात्रा के सफल संचालन के लिये निर्देश दिए कि अग्रिम आदेशों तक यात्रियों एवं श्रद्धालुओं को राज्य की सीमा पर होने वाली असुविधा एवं भीड से बचाव करने के दृष्टिगत कोविड-19 टेस्टिंग वैक्सीनेशन सर्टिफिकेट एवं अन्य किसी भी प्रकार की चेकिंग की अनिवार्यता नहीं है।

सभी यात्री एवं श्रद्धालुओं को उत्तराखण्ड में चारधाम यात्रा हेतु पर्यटन विभाग द्वारा संचालित पोर्टल पर पूर्व की भांति पंजीकरण करना अनिवार्य है। शासन एवं प्रशासन स्तर पर स्थिति का निरन्तर अनुश्रवण किया जाए।

मुख्य सचिव ने आगामी चार धाम यात्रा की तैयारियों की समीक्ष भी की। बैठक में सचिव स्वास्थ्य, सचिव पर्यटन, सचिव धर्मस्व, सचिव परिवहन, पुलिस महानिदेशक मुख्य कार्यकारी अधिकारी बद्रीनाथ केदारनाथ मंदिर समिति एवं अन्य अधिकारियों सहित यात्रा से जुड़े सभी जनपदों के जिलाधिकारियों द्वारा प्रतिभाग किया गया। सचिव पर्यटन श्री दिलीप जावलकर एवं सचिव, स्वास्थ्य श्रीमती राधिका झा द्वारा विस्तृत प्रस्तुतिकरण किया गया।

एक शख्स ने खुद अपनी ओला इलेक्ट्रिक स्कूटर में लगा दी आग, वजह सुनकर हैरान हो जाएंगे आप

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नई दिल्ली। ओला ने इलेक्ट्रिक स्कूटर जब से लॉन्च किया है कंपनी की मुश्किलें बढ़ती जा रही हैं। वहीं, कुछ ग्राहक स्कूटर और कंपनी की कार्यशैली से तो इतने त्रस्त हो चुके हैं कि अपने ही हाथ से आग ले दे रहे या फिर गधे से बांधकर स्कूटर खिंचवा रहे हैं।

बीते हफ्ते ओला के इलेक्ट्रिक स्कूटरों में आग लगने की दो घटनाएं सामने आई थीं।

ताजा मामला तमिलनाडु से सामने आया है। यहां एक शख्स ने अपने ओला इलेक्ट्रिक स्कूटर में खुद आग लगा दी। तमिलनाडु के आंबुर शहर के रहने वाले पृथ्वीराज गोपीनाथन ने बताया कि उनकी ओला इलेक्ट्रिक स्कूटर में लगातार दिक्कत आ रही थी। कस्टमर केयर वाले परेशानी सुनने और ठीक करने की बात पर ध्यान नहीं देते। इसलिए नाराज होकर खुद ही स्कूटर पर पेट्रोल छिड़का और उसमें आग लगा दी। पृथ्वीराज ने ओला इलेक्ट्रिक स्कूटर को आग लगाने से पहले कंपनी से कई स्तर पर बात करने की कोशिश की, मगर कोई जवाब नहीं मिला।
बैटरी अचानक डिस्जार्च हो गई
पृथ्वीराज ने ओला स्कूटर कंपनी को एक ई-मेल भी लिखा है। उन्होंने कहा, यह मैं चौथी बार आपसे शिकायत कर रहा हूं। उन्होंने इस ई-मेल में बीते 15 अप्रैल को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ट्विटर पर की गई शिकायत का स्क्रीनशॉट भी लगाया। उन्होंने लिखा कि बैटरी अचानक डिस्जार्च हो गई। बैटरी पहले 20 प्रतिशत तक चार्ज थी और फिर अचानक यह जीरो प्रतिशत हो गई। उन्होंने ई-मेल में यह भी लिखा कि मैंने आपके बेवकूफ, मूर्ख और बेकार कस्टमर केयर को फोन किया, मगर वहां से कोई जवाब नहीं दिया गया। पृथ्वीराज ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ट्विटर पर अपनी ओला इलेक्ट्रिक स्कूटर की जलती हुई फोटो और वीडियो को पोस्ट भी किया है। उन्होंने लिखा कि बहुत इंतजार कर लिया। आपकी सेवाओ से तंग आ चुका हूं। अब आपको यह दिखाने का समय है। धन्यवाद।

 

सचिन ने अपनी स्कूटर गधे से खिंचवाई
इससे पहले, महाराष्ट्र में सचिन गिट्टे नाम के शख्स ने अपनी ओला स्कूटर की खराब परफॉरमेंस और कंपनी की ओर से ठीक जवाब नहीं मिलने पर स्कूटर को गधे से खिंचवाया था। उन्होंने लोगों से यह अपील भी की थी कि भविष्य में कोई भी ओला की इलेक्ट्रिक स्कूटर नहीं खरीदे।

बच्चों में फैल रही है एक नई बीमारी, लीवर को निशाना बना रहा है Adenovirus, WHO ने जारी की चेतावनी

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Adenovirus in Children: कोरोना महामारी अभी खत्म भी नहीं हुई है और एक नई बीमारी ने दुनिया भर के देशों को चिंता में डाल दिया है। दरअसल कई देशों में बच्चों में एक्यूट हेपेटाइटिस (Acute Hepatitis) के लक्षण दिखाई दे रहे हैं।

इस बीमारी ने एक दर्जन से ज्यादा बच्चों की जान ले ली है। विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने बताया कि बीमारी का सही कारण अभी तक नहीं पता चल पाया है, लेकिन विशेषज्ञ वायरस की पूरी रेंज में से एक एडेनोवायरस (Adenovirus) का अध्ययन कर रहे हैं, जो सामान्य सर्दी समेत कई बीमारियों का कारण बनता है।यह बीमारी बच्चों के लीवर को निशाना बनाती है और कई मामलों में बच्चों को लीवर ट्रांसप्लांट तक की जरूरत पड़ रही है। फिलहाल यूनाइटेड किंगडम, उत्तरी आयरलैंड, स्पेन, इजराइल, USA, डेनमार्क, आयरलैंड, नीदरलैंड, इटली, नॉर्वे, फ्रांस, रोमानिया और बेल्जियम में इस बीमारी के मामले सामने आए हैं।

एडेनोवायरस क्या है?

अभी बीमारी के कारणों को पता नहीं चला है। लेकिन विशेषज्ञ एडेनोवायरस संक्रमण समेत अन्य संभावित वायरस की जांच कर रहे हैं। एडेनोवायरस से 74 बच्चे संक्रमित थे। WHO ने एक बयान में कहा, यह संभव है कि गंभीर हेपेटाइटिस, एक मौजूदा एडेनोवायरस संक्रमण का परिणाम है। US CDC के अनुसार, एडेनोवायरस आम वायरस हैं, जो कई तरह की बीमारियों का कारण बनते हैं। WHO के अनुसार, 50 से ज्यादा तरह के एडेनोवायरस जानकारी में हैं, जो मनुष्यों में संक्रमण का कारण बन सकते हैं। वे आमतौर पर सांस से जुड़े लक्षण पैदा करते हैं, लेकिन इनसे गैस्ट्रोएंटेराइटिस, कंजंक्टिवाइटिस और ब्लैडर इन्फेक्शन भी हो सकते हैं।

कैसे पता चला इस बीमारी के बारे में?

अक्टूबर 2021 में अमेरिका के अलबामा अस्पताल में कुछ ऐसे मामले आए थे, जिसमें बच्चों को लीवर खराब होने के कारण भर्ती कराया गया था। लेकिन इसका कारण पता नहीं चल पाया। लेकिन अप्रैल महीने की शुरुआत में, WHO को स्कॉटलैंड में स्वस्थ बच्चों में हुए ऐसे लगभग 10 मामलों की जानकारी दी गई थी। तीन दिन बाद, यूके में 74 मामलों की पहचान की गई थी, और अब ऐसे मामलों की संख्या 169 तक पहुंच गई है। WHO ने हाल ही में एक बयान में आशंका जताई कि इस बीमारी की वजह का पता लगने से पहले, इसके और ज्यादा केस सामने आ सकते हैं।

क्या हैं इसके सामान्य लक्षण?

इस बीमारी में पेट में दर्द, दस्त और उल्टी के बाद पीलिया, त्वचा या आंखों में पीलापन आदि कुछ सामान्य लक्षणों का पता चला है। इसके अलावा हेपेटाइटिस के दूसरे लक्षण जैसे थकान, भूख न लगना, गहरे रंग का पेशाब, हल्के रंग का मल और जोड़ों का दर्द भी दिख सकते हैं। लैब टेस्ट में हाई लीवर एंजाइम रीडिंग के साथ गंभीर लीवर की सूजन के लक्षण मिले हैं। हाल ही में Covid-19 महामारी के दौरान इसके मामले कम हो गये थे,लेकिन इसका संक्रमण फिर से बढ़ रहा है। परेशानी की बात ये है कि छोटे बच्चों को ज्यादा निशाना बना रहा है।