हरिद्वार (कुलभूषण) फायर स्टेशन मायापुर हरिद्वार में समय 13.43 बजे एमडीटी के माध्यम से BHEL प्रदूषण नियंत्रण रिसर्च केंद्र के पास जंगल में आग लगने की सूचना प्राप्त हुई, सूचना प्राप्त होते ही फायर स्टेशन मायापुर हरिद्वार से एक फायर यूनिट घटनास्थल पहुंची, घटनास्थल पर पहुंचकर देखा कि आग BHEL प्रदूषण नियंत्रण रिसर्च केंद्र के आस-पास जंगल में लगी थी, फायर यूनिट ने तुरंत मोटर फायर इंजन से 3 होज पाईप फैलाकर आग को बुझाना प्रारंभ किया, कुछ समय बाद सीआईएसएफ की एक फायर यूनिट भी मौके पर पहुंची, दोनों फायर यूनिट द्वारा आग को लगातार घेर कर बुझाना जारी रखा, पानी समाप्त होने पर सीआईएसएफ फायर सर्विस के फायर हाइड्रेंट से पानी भरकर लाया गया तथा लगातार आग को बुझाना जारी रखा, मौके पर वन विभाग की टीम भी मौजूद थी, दोनों फायर यूनिटों एवं वन विभाग की टीम के अथक प्रयासों से आग को पूर्ण रूप से बुझाया गया। फायर यूनिट की त्वरित कार्यवाही से न केवल अमूल्य वन संपदा को जलने से बचाया गया अपितु आग से उठ रहे धुएं के कारण खराब हो रही शहर की आबोहवा से भी राहत मिली |
पुलिस भर्ती का बदला शेड्यूल, अब 15 मई को नहीं बल्कि इस दिन होगी परीक्षा
देहरादून, चारधाम यात्रा की वजह से तीन जिलों में पुलिस भर्ती की शारीरिक दक्षता परीक्षा का शेड्यूल बदल गया है। तीन जिलों में अब 15 मई को शारीरिक दक्षता परीक्षा नहीं होगी। दरअसल, पुलिस विभाग में आरक्षी संवर्ग के 1521 सीधी भर्ती पदों पर अधीनस्थ सेवा चयन आयोग की ओर से प्रक्रिया चलाई जा रही है।
प्रदेश भर से करीब 2.60 लाख उम्मीदवारों ने आवेदन किया है। चूंकि, चारधाम यात्रा शुरू हो चुकी है। इसलिए पुलिस भर्ती की प्रक्रिया चारधाम प्रभावित जिलों में होनी संभव नहीं है |
लिहाजा, पुलिस मुख्यालय ने तय किया है कि उत्तरकाशी, चमोली और रुद्रप्रयाग जिले में भर्ती की शारीरिक दक्षता परीक्षा 15 मई के बजाय 15 जून से कराई जाए। इसकी सूचना आयोग को भेजते हुए कहा गया है कि इन तीन जिलों के उम्मीदवारों को आयोग इसी हिसाब से प्रवेश पत्र जारी करे।
चारधाम यात्रा शुरू हो चुकी है। पुलिस यात्रा की व्यवस्थाओं में लगी हुई है। ऐसे में शारीरिक दक्षता परीक्षा के लिए एक महीने अतिरिक्त समय लिया गया है। इस संबंध में आयोग को पत्र भेज दिया गया।
– एपी अंशुमन, आईजी कार्मिक
उपचुनाव : सीएम पुष्कर सिंह धामी ने चंपावत सीट पर किया नामांकन
चंपावत, भाजपा के तमाम दिग्गजों के साथ मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने नामांकन कराया। यहां चंपावत विधानसभा सीट के लिए 31 मई को उपचुनाव होना है और तीन जून को नतीजा घोषित किया जाएगा, मुख्यमंत्री धामी को सीएम की कुर्सी पर बने रहने के लिए उपचुनाव जीतना जरूरी है। इससे पहले वे खटीमा से विधानसभा चुनाव हार गए थे। सीएम के सामने कांग्रेस ने महिला प्रत्याशी निर्मला गहतोड़ी को मैदान में उतारा है।
जबकि समाजवादी पार्टी ने मनोज भट्ट उर्फ ललित मोहन भट्ट को मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के खिलाफ मैदान में उतारा है। सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने उनके नाम पर मुहर लगाई।
टपकेश्वर चलो – चलो टपकेश्वर : मैड ने टपकेश्वर मंदिर में चलाया विशाल सफाई अभियान
देहरादून, मैड द्वारा आहूत – देहरादून के टपकेश्वर महादेव मंदिर के निकट बहाने वाली तमसा नदी की साफ़ सफाई अभियान में आज भाग लिया, देहरादून के मेयर श्री सुनील गामा जी से अनुरोध किया कि- नगर निगम के प्रत्येक वार्ड में 1000 – जड़ी बूटी , सजावटी पौधों की नर्सरी बनाई जाए, फिर आवास विकास समिति और स्थानीय NGO , स्कूल आदि उनका अपने अपने क्षेत्र में रोपण करें |
मैड ने टपकेश्वर मंदिर में चलाया विशाल सफाई अभियान।
देहरादून के शिक्षित छात्र समूह “मेकिंग अ डिफरेंस बाय बीइंग द डिफरेंस” (मैड ) ने रविवार, 8 मई को सुबह 6:30 बजे से 10:30 बजे तक टपकेश्वर महादेव मंदिर में “चलो टपकेश्वर” सफाई अभियान चलाया । इस अभियान में सैकड़ों नागरिकों व विभिन्न संगठनों ने भाग लिया। देहरादून सिविल सोसाइटी में से बीन देयर दून दैट, पराशक्ति, वेस्ट वॉरियर्स, पंख, डीबीएस-एनएसएस, मिशन क्लीन दून, द ह्यूमैनिटेरियन क्लब, आर्यन ग्रुप, संयुक्त नागरिक संगठन, मिलियन डॉटर फाउंडेशन, आगाज फेडरेशन , प्राउड पहाड़ी, एसएफआई, आरंभ, आसरा ट्रस्ट, तारा फाउंडेशन, ग्राफिक एरा (मानविकी और सामाजिक विज्ञान विभाग) जैसी संस्थाओं के सहयोग से यह सफाई अभियान चलाया गया। इस आयोजन में महापौर श्री सुनील उनियाल गामा जी ने मुख्य अतिथि के रूप में शिरकत की।
मैड, 2011 में अपनी स्थापना के बाद से ही, दून घाटी की विलुप्त होती धाराओं के कायाकल्प के लिए बड़े पैमाने पर अभियान चला रहा है। इस सफाई अभियान का उद्देश्य शहर का ध्यान तमसा नदी की दयनीय स्थिति की ओर आकर्षित करना है, जो देहरादून में शेष स्वच्छ पानी की एकमात्र धारा है। इस क्षेत्र में 300 से अधिक स्वयंसेवकों जब मंदिर परिसर की सफाई करी तो पाया की प्लास्टिक, दीये , कपड़े, कांच के टुकड़े, भगवान की मूर्तियां तथा जलधारा को दूषित करने वाले पदार्थोंकी मात्रा नदी में अधिक है। तमासा नदी की दुर्दशा पर संस्था के सदस्यों ने कहा कि “हमें धर्म का पालन करने के पर्यावरण अनुकूल तरीकों पर खुद को शिक्षित करने की जरूरत है”, जबकि एक अन्य स्वयंसेवक ने कहा की, ” स्वयं भगवान शिव भी गंदे परिसर में रहना पसंद नहीं करेंगे”। स्थानीय निवासियों ने मंदिर परिसर और शासी निकायों से स्थायी प्रभाव बनाने के लिए नियामक कार्रवाई करने की अपेक्षा व्यक्त की। इसी बीच महापौर ने युवाओं को नदियों के कायाकल्प की दिशा में गतिविधियों को जारी रखने के लिए प्रोत्साहित किया।
इस मेगा सफाई अभियान का उद्देश्य स्थानीय निवासियों और तीर्थयात्रियों की सोच में परिवर्तन लाना भी रहा। सफाई अभियान के साथ साथ डोर-टू-डोर जागरूकता अभियान भी चलाया गया, जिसका उद्देश्य अपशिष्ट प्रबंधन पर इलाकों के परिप्रेक्ष्य को समझना था, साथ ही तीर्थयात्रियों के साथ अनुवाद स्थापित करना रहा। सभी संगठनों ने 400 बोरी से अधिक कचरे के साथ सफाई अभियान समाप्त किया, तथा कचरे के उचित निस्तारण के लिए मानव श्रृंखला बनाकर नगर निगम की गाड़ियों तक कचरा पहुंचाया गया।
इस अभियान के माध्यम से सरकार और मंदिर अधिकारियों से प्रभावी अपशिष्ट प्रबंधन रणनीतियों को सक्रिय रूप से शुरू करने का आग्रह भी किया गया। हालांकि विभिन्न माध्यमों से लोगों को पारिस्थितिक, पर्यावरणीय और सांस्कृतिक मूल्यों के बारे में जागरूक किया जा रहा है, लेकिन एक स्थायी प्रभाव केवल सरकारी पहलों से ही लाया जा सकता है। सरकार को हितधारकों – उपासकों और पर्यावरण हित को ध्यान में रखते हुए आध्यात्मिक अपशिष्ट प्रबंधन के विकल्प प्रदान करने की आवश्यकता है। इसमें पूजा के कचरे को डंप करने के लिए विशेष स्थान बनाना, खतरनाक रसायनों वाली पूजा सामग्री के उत्पादन और बिक्री पर नियामक नियंत्रण सुनिश्चित करना शामिल किया जा सकता है, फूलों और पत्तियों जैसे जैविक कचरे का उपयोग बगीचे के लिए खाद बनाने के लिए किया जा सकता है या अगरबत्ती बनाने के लिए पुनर्नवीनीकरण किया जा सकता है। निःसंदेह, सरकार ने वर्षों से इस समस्या से निपटने के प्रयास किए हैं लेकिन अभी भी उचित प्रयास करने की आवश्यकता है।
इस अवसर पर मैड संस्था के संस्थापक अभिजय नेगी, आर्ची, अस्मिता, शार्दुल, शिवम, दरिश, चेतना, कार्तिकेय, सौरभ, स्वाति, देवयश, शगुन, आर्यमन, वंदना, अतुल, अर्नव , जे पी, मैठाणी , सुशील त्यागी , ब्रिगेडियर के जी बहल सहित अन्य कोर टीम के सदस्य मौजूद रहे ।
ONGC Recruitment 2022: ओएनजीसी में 922 पदों के लिए 28 मई से पहले करें आवेदन
नई दिल्ली, ONGC Recruitment 2022: ऑयल एंड नेचुरल गैस कॉर्पोरेशन लिमिटेड ने विभिन्न गैर-कार्यकारी पदों के लिए योग्य उम्मीदवारों को आमंत्रित करते हुए एक भर्ती अधिसूचना जारी की है. वे उम्मीदवार जो इच्छुक हैं, वे आधिकारिक वेबसाइट http://ongcindia.com पर पात्रता और वेतन के बारे में विवरण देख सकते हैं. ऑनलाइन आवेदन आज, 07 मई, 2022 से शुरू होगा. इस भर्ती अभियान के माध्यम से संगठन में कुल 922 रिक्त पदों को भरा जाएगा. आवेदक 28 मई, 2022 तक आवेदन कर सकते हैं. ओएनजीसी भर्ती 2022 के बारे में अधिक जानकारी के लिए, कृपया नीचे स्क्रॉल करें |
ओएनजीसी भर्ती 2022: रिक्ति विवरण
गैर-कार्यकारी : 922 पद
ओएनजीसी भर्ती 2022 पात्रता मानदंड
उम्मीदवार जो पदों के लिए आवेदन करना चाहते हैं, वे आधिकारिक अधिसूचना के माध्यम से शिक्षा योग्यता, चयन प्रक्रिया और आयु सीमा की जांच कर सकते हैं |
ओएनजीसी भर्ती 2022 चयन प्रक्रिया :
चयन कंप्यूटर आधारित टेस्ट (सीबीटी) के माध्यम से किया जाएगा जिसके बाद पीएसईटी, पीईटी, स्किल टेस्ट, टाइपिंग टेस्ट (जहां भी लागू हो) होगा.
ONGC भर्ती 2022: ऑनलाइन आवेदन कैसे करें ?
इच्छुक उम्मीदवार ओएनजीसी की आधिकारिक वेबसाइट ongcindia.com के माध्यम से ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं. अधिक जानकारी के लिए, उम्मीदवारों को ओएनजीसी की आधिकारिक वेबसाइट पर जाने की सलाह दी जाती है |
एनसीआर में जबरदस्त गर्मी को देखते हुये स्कूल प्रशासन सतर्क, बच्चों की सुरक्षा को लेकर उठाए ये कदम
राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (एनसीआर) में लू की स्थिति को देखते हुए, स्कूल प्रशासन ने बच्चों की सुरक्षा के लि कुछ कदम उठाये हैं जिनमें स्कूल के समय में संशोधन, बाहरी गतिविधियों को प्रतिबंधित करना, ओआरएस और ग्लूकोज पाउच का स्टॉक रखना और बच्चों को लगातार…
नेशनल डेस्क: राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (एनसीआर) में लू की स्थिति को देखते हुए, स्कूल प्रशासन ने बच्चों की सुरक्षा के लिए कुछ कदम उठाये हैं जिनमें स्कूल के समय में संशोधन, बाहरी गतिविधियों को प्रतिबंधित करना, ओआरएस और ग्लूकोज पाउच का स्टॉक रखना और बच्चों को लगातार पानी पीने के लिये प्रेरित करना आदि शामिल हैं। जबरदस्त गर्मी के बीच देश के अधिकतर इलाकों में तापमान में बढोत्तरी दर्ज की गयी है और राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली का अधिकतम तापमान 46 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया।
दिल्ली में इस साल अप्रैल महीना, पिछले 72 सालों में दूसरा सबसे गर्म महीना रहा और पूरे महीने का यहां औसत अधिकतम तापमान 40.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया । भारत मौसम विभाग ने इस हफ्ते के शुरू में कहा था कि उत्तर पश्चिम भारत में सात मई से और पूरे मध्य भारत में आठ मई से दोबारा लू की शुरूआत होने की संभावना है। लू के कारण स्कूलों को बंद करना कोई विकल्प नहीं हो सकता है, जैसा कि विशेषज्ञों द्वारा सुझाया गया है। कोविड महामारी के कारण पहले ही स्कूल करीब दो साल तक बंद रहे हैं और नये अकादमिक सत्र से ऑफलाइन कक्षायें शुरू हुयी है।
इस बीच विभिन्न स्कूलों के प्रधानाध्यापकों ने बताया कि राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में जबरदस्त गर्मी को देखते हुये विभिन्न स्कूल प्रशासन ने बच्चों की सुरक्षा के दृष्टिगत कुछ कदम उठाये हैं, जिनमें स्कूल के समय में संशोधन, बाहरी गतिविधियों को प्रतिबंधित करना, ओआरएस और ग्लूकोज पाउच का स्टॉक रखना और बच्चों को लगातार पानी पीने के लिये प्रेरित करना आदि शामिल है । देश भर में जारी भीषण गर्मी के बीच, केंद्र ने पिछले सप्ताह राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों से पर्याप्त पेयजल और पर्याप्त मात्रा में दवाओं और उपकरणों की उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए स्वास्थ्य सुविधा तैयारियों की समीक्षा करने का आग्रह किया था।
आने वाले वर्षों में प्रदेश को मिलेगी कई और एक्सप्रेस-वे की सौगात
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के संकल्प और प्रेरणा से उत्तर प्रदेश का नवनिर्माण हो रहा है और यह नए भारत के निर्माण में योगदान दे रहा है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में उत्तर प्रदेश विकास की नई रफ्तार पकड़ रहा है और इसकी झलक बीते कुछ महीनों में ना केवल प्रदेशवासी बल्कि देशवासियों ने भी देखी।
स्वयं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कह चुके हैं कि उत्तर प्रदेश अब एक्सप्रेस प्रदेश के रूप में पहचाना जाने लगा है। पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे जनता को समर्पित हो चुका है और बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे का निर्माण कार्य जल्द ही पूरा होने वाला है। वहीं प्रधानमंत्री ने प्रयागराज से मेरठ तक बनने वाले प्रदेश के सबसे बड़े 594 किमी लंबे एक्सप्रेस-वे का शिलान्यास हो गया है।
पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे
प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार की महत्वपूर्ण परियोजना पूर्वांचल एक्सप्रेस वे पर वाहनों ने फर्राटा भरना शुरू कर दिया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 16 नवंबर को पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे का औपचारिक लोकार्पण किया। लखनऊ से आजमगढ़ और मऊ होते हुए गाजीपुर तक 340.824 किमी लंबे इस एक्सप्रेस-वे पर वाहनों के फर्राटा भरने से जहां समय के लिहाज से पूर्वी और पश्चिमी यूपी के बीच की दूरी कम हो गई है, वहीं व्यापार और वाणिज्य को पंख लगेंगे।
पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे से उत्तर प्रदेश के 9 जिले लखनऊ, सुल्तानपुर, फैजाबाद, अंबेडकरनगर, आजमगढ़, बाराबंकी, अमेठी, मऊ और गाजीपुर सीधे तौर पर जुड़े हैं। इन पूर्वांचल के जिलों के साथ सड़क मार्ग से बिहार जाने वाले यात्रियों के लिए भी पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे काफी सहायक होगा। मौजूदा आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस-वे से जुड़ने के बाद पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे एक विशाल औद्योगिक गलियारा बन जाएगा। ये पूर्वी उत्तर प्रदेश को पश्चिमी सीमा से जोड़ देगा, जिसके परिणामस्वरूप उत्तर प्रदेश का समग्र विकास होगा। पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे को अयोध्या, प्रयागराज, वाराणसी और गोरखपुर से लिंक रोड से भी जोड़ा जाएगा।
उत्तर प्रदेश में बिछाए जा रहे एक्सप्रेस-वे की शृंखला में चाहे वह पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे हो, बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे या फिर गंगा एक्सप्रेस वे, ये सभी उत्तर प्रदेश में सड़क संपर्क बढ़ाने के साथ ही रोजगार के अनेक अवसर भी पैदा करेंगे। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे के किनारे जल्द ही इंडस्ट्रियल हब बनाया जाएगा। इंडस्ट्रियल हब बनने से पूर्वांचल के लोगों को रोजगार के लिए दूर नहीं जाना पड़ेगा। लोगों को पूर्वांचल में ही बेहतर रोजगार मिल सकेगा। पूर्वांचल देश का विकास मॉडल बनकर उभर सकेगा।
बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे
चित्रकूट से इटावा तक बन कुल 296 किमी के बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे का निर्माण कार्य योगी सरकार करा रही है। अगले साल अप्रैल तक निर्माण कार्य पूरा होने की उम्मीद है। एक्सप्रेस-वे परियोजना का अब तक 67.29 प्रतिशत काम पूरा हो चुका है। यमुना, बेतवा और केन नदी पर पुलों का निर्माण भी चल रहा है। चार लेन चौड़े इस एक्सप्रेस-वे को भविष्य में छह लेन का भी किया जा सकता है। साल के आखिर या जनवरी-फरवरी के बीच इस एक्सप्रेस-वे का एक साइड यातायात के लिए खोलने की तैयारी है।
बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे
उत्तर प्रदेश के सुदूर हिस्से वाले बुंदेलखंड को देश की राजधानी दिल्ली से सीधे जोड़ने वाला बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे अब नजर आने लगा है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सरकार ने बुंदेलखंड को विकास की सौगात देने का जो सपना संजोया था वह अब लगभग पूरा होने को है, करोड़ों के इस ड्रीम प्रोजेक्ट का 75 फीसदी से ज्यादा का कार्य अब तक पूरा हो चुका है। कोशिश है कि किसी तरह शेष कार्य भी जल्द से जल्द पूरा कर इसे शुरू कर दिया जाए। इस 296 किमी लम्बे फोर लेन एक्सप्रेस-वे का निर्माण लगभग पंद्रह हजार करोड़ रुपये लागत से हो रहा है।
बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे चित्रकूट जिले के भरतकूप के पास से शुरू होकर बांदा, हमीरपुर, महोबा और औरैया होते हुए इटावा जिले के कुदरैल गांव के पास लखनऊ-आगरा एक्सप्रेस-वे में जाकर मिल जाएगा। जहां से आगे का सफर लखनऊ-आगरा और यमुना एक्सप्रेस-वे होते हुए नोएडा और दिल्ली तक किया जा सकेगा। देश की राजधानी दिल्ली से सीधे जुड़ जाने के बाद यह मार्ग बुंदेलखंड आने जाने वालों लोगों के समय और संसाधनों के खर्च में भी काफी बचत करेगा। क्षेत्र में रोजगार और उद्योग धंधों के अवसर बढ़ेंगे, डिफेंस कॉरिडोर को फायदा मिलेगा, दूरी घटने से वाहनों में डीजल-पेट्रोल की खपत भी कम होगी।
गंगा एक्सप्रेस-वे
मेरठ से प्रयागराज तक 594 किमी का गंगा एक्सप्रेसवे-वे जब बनकर तैयार होगा तब यह यूपी का सबसे बड़ा एक्सप्रेसवे होगा। इससे राज्य के आर्थिक विकास और रोजगार की नई राह खुलेगी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने योगी सरकार के इस मेगा प्रोजेक्ट की आधारशिला 18 दिसंबर को शाहजहांपुर में रखी। इसी जिले में एक्सप्रेसवे पर एयरस्ट्रिप बनेगी। प्रदेश का अब तक का सबसे बड़ा 594 किमी लंबा गंगा एक्सप्रेस वे प्रयागराज से मेरठ होते हुए कई राज्यों को एक सूत्र में पिरोने वाला है।
इसका लाभ एनसीआर, हरियाणा, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ समेत कई अन्य राज्यों के लोगों को भी मिलने वाला है। गंगा एक्सप्रेस वे आधे से ज्यादा पश्चिमी यूपी के मेरठ, हापुड़, बुलन्दशहर, अमरोहा, सम्भल, बदायूं और शाहजहांपुर जिले से गुजरेगा। हापुड़ और बुलन्दशहर सहित अन्य जिलों के लोगों के आवागमन के लिए गढ़मुक्तेश्वर में एक अन्य पुल बनाया जाएगा। शाहजहांपुर के आगे यह एक्सप्रेस-वे हरदोई, उन्नाव, रायबरेली, प्रतापगढ़ व प्रयागराज तक जाएगा।
शाहजहांपुर जिले में बनाई जाएगी हवाई पट्टी
एक्सप्रेस-वे पर आपातकाल में वायु सेना के विमानों की लैंडिंग और टेक ऑफ के लिए शाहजहांपुर जिले में 3.5 किमी की एक हवाई पट्टी भी बनेगी। एक्सप्रेस-वे साथ औद्योगिक काॅरीडोर बनेगा।
गोरखपुर लिंक एक्सप्रेस-वे
पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे के लोकार्पण के बाद अब उत्तरी पूर्वांचल यानि गोरखपुर वाले हिस्से के लोगों की उम्मीदें बढ़ गई हैं। गोरखपुर से करीब 90 किलोमीटर लंबी एक लिंक एक्सप्रेसवे निकल रही है, जो आजमगढ में जाकर पूर्वांचल एक्सप्रेसवे से मिलेगी। गोरखपुर लिंक एक्सप्रेसवे दिसंबर 2022 में तैयार हो जायेगा। इसके बाद इस सड़क से लोग और आसानी से लखनऊ और दिल्ली का सफर तय कर पायेंगे।
गोरखपुर लिंक एक्सप्रेसवे जैतपुर गांव के पास एनएच 27 से शुरू होगा और आजमगढ़ के सालारपुर गांव के पास जाकर पूर्वांचल एक्सप्रेसवे से मिल जायेगा। एक्सप्रेसवे की लंबाई 91.35 किमी है। लिंक एक्सप्रेसवे गोरखपुर, अंबेडकरनगर, संतकबीरनगर और आजमगढ़ से होकर गुजरेगा। इसकी चौड़ाई फोरलेन होगी, लेकिन इसकी संरचना सिक्स लेन की होगी। इसके एक तरफ 3.75 मीटर चौड़ाई की सर्विस रोड स्टैगर्ड रूप में बनाई जा रही है. इससे एक्सप्रेसवे के किनारे रहने वाले ग्रामीण आसानी से आ जा सकेंगे।
फेसबुक पर दोस्ती की अजय बनकर, निकला अब्दुल और करता रहा कैंसर पीड़ित युवती का शारीरिक शोषण
हरिद्वार, फेसबुक के माध्यम से दोस्ती करने के चक्कर में कई युवाओं को धोखा मिला है, फिर भी आज के युवा फेसबुक पर अपनी कई पोस्ट डाल रहे हैं, ऐसा ही एक धोखे का मामला हरिद्वार जनपद से आया, जहां एक युवक अपना धर्म छिपाकर कई साल तक कैंसर पीड़ित युवती का शारीरिक शोषण करता रहा। मिली जानकारी के अनुसार युवक ने फेसबुक पर अजय बनकर युवती से दोस्ती की, बाद में वह अब्दुल कलाम निकला।
आरोप है कि उसने नशीली कोल्ड ड्रिंक पिलाकर युवती की अश्लील वीडियो और फोटो भी निकाले। विरोध करने पर उसने तेजाब डालने और युवती के भाई की हत्या की धमकी दी। पुलिस ने आरोपित को देर रात सिडकुल क्षेत्र से गिरफ्तार कर लिया। आरोपित अब्दुल कलाम रुड़की का निवासी है।
पुलिस के मुताबिक, सिडकुल क्षेत्र की एक युवती ने शिकायत देकर बताया कि वह 10 साल से कैंसर पीड़ित है। उसने बताया कि कुछ साल पहले फेसबुक पर उसकी पहचान अजय नामक युवक से हुई थी। बातचीत के बाद दोनों में दोस्ती हो गई और युवक ने उसे फरवरी 2018 में मिलने के लिए हरिद्वार के पेंटागन माल बुलाया।
युवती का कहना है कि इसके बाद आरोपित उसे घर छोडऩे के बहाने बाइक पर सूखी नदी रोशनाबाद ले गया, जहां उसके साथ दुष्कर्म किया। इसके साथ ही आरोपित ने तमंचा दिखाकर उसे और उसके भाई को जान से मारने की धमकी भी दी। वहीं आरोपित ने तेजाब डालकर चेहरा जलाने की धमकी भी दी। घटना के बाद आरोपित ने अपना असली नाम अब्दुल कलाम बताया।
युवती का कहना है कि दो मार्च 2018 को आरोपित उसके घर पर आया और उसकी कोल्ड ड्रिंक में नशीला पदार्थ डालकर पिला दिया। इसके बाद उसकी अश्लील वीडियो बनाई और फोटो भी खींचे। युवती का आरोप है कि आरोपित लगातार उसका शारीरिक शोषण करता चला आ रहा है। उसकी बात न मानने पर वीडियो व फोटो वायरल करने की धमकी भी दे रहा है।
बताया कि आरोपित ने फेसबुक पर अलग-अलग नामों से आइडी बनाई हुई है। जिनके माध्यम से वह महिलाओं से दोस्ती करता है और फिर उनका शारीरिक शोषण करता है। इंस्पेक्टर सिडकुल प्रमोद उनियाल ने बताया कि आरोपित को गिरफ्तार कर लिया गया है।
जिला पूर्ति कार्यालय ने शुरू किया ‘अपात्र को ना, पात्र को हां’ अभियान, 31 मई तक राशन कार्ड सरेंडर करने की अंतिम तिथि
देहरादून, जिला पूर्ति कार्यालय ने ‘अपात्र को ना, पात्र को हां’ के तहत अभियान चला रहा है, जिसके तहत 31 मई के बाद अपात्र राशन कार्डधारकों पर मुकदमें दर्ज करेगा। कार्यालय ने अपात्र को ना, पात्र को हां के तहत अभियान शुरू कर दिया है
गौरतलब हो कि पिछले दिनों खाद्य आपूर्ति मंत्री रेखा आर्य ने अपात्र राशन कार्डधारकों की ओर से राशन कार्ड सरेंडर न करने पर कार्रवाई की बात कही थी। मंत्री के निर्देश के बाद जिला पूर्ति कार्यालय अब सख्त कार्यवाही करने की तैयारी में है,
डीएसओ जसवंत सिंह कंडारी ने कहा कि अंत्योदय और राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा योजना के अपात्र कार्डधारकों को कार्रवाई से बचने के लिए 31 मई तक की समय सीमा दी गई है। नियत तिथि तक राशन कार्ड सरेंडर न करने पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।
इस टोल फ्री नंबर 1967 पर दें सूचना :
उन्होंने कहा कि ऐसे उपभोक्ताओं की सूचना देने के लिए टोल फ्री नंबर 1967 जारी किया गया है, लेकिन सूचना सुबह 10 से शाम पांच बजे तक देनी होगी। सूचना देने वाले व्यक्ति का नाम सार्वजनिक नहीं किया जाएगा, लेकिन गलत सूचना देने पर कार्रवाई की जाएगी।
उन्होंने कहा कि विभागीय मानकों के अनुसार, अत्योदय योजना का लाभ लेने वालों की वार्षिक आय 15 हजार और राष्ट्रीय खाद्य योजना का लाभ लेने वालों की वार्षिक आय एक लाख 80 हजार से कम होनी चाहिए।
कहा कि वर्ष 2014-15 में अत्योदय और राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा योजना के सबसे ज्यादा राशन कार्ड बनाए गए हैं, लेकिन कई परिवारों की आर्थिक स्थिति मजबूत हो चुकी है। ऐसे में वह पात्रता की श्रेणी से स्वत: ही बाहर हो चुके है, जिला पूर्ति कार्यालय की ओर से पूर्व में ऐसे अपात्र कार्डधारकों को चेतावनी दी जा चुकी है। जबकि अब तक करीब 600 उपभोक्ताओं ने विभाग को कार्ड सरेंडर किए हैं।
राठ जन विकास समिति के शेखरानंद अध्यक्ष, महासचिव कुलानंद घनशाला बने
देहरादून, राठ जन विकास समिति की कार्यकारिणी एवं प्रबंध समिति का सामान्य निर्वाचन महानिदेशक स्वास्थ्य डा.आरके पंत की देखरेख में निर्विरोध सम्पन्न हुआ। जिसमें शेखरानंद रतूड़ी अध्यक्ष, कुलानंद घनशाला महासचिव चुने गए। नवनिर्वाचित कार्यकारिणी ने विधिवत कार्यभार ग्रहण कर लिया।
यमुना कॉलोनी स्थित मनोरंजन सदन में हुई बैठक में निर्वाचन अधिकारी डा.आरके पंत ने चुनाव प्रक्रिया सम्पन्न की। अन्य पदाधिाकरियों में कोषाध्यक्ष मेहरबान सिंह गुसाईं, संगठन सचिव पुरूषोत्तम ममगाईं, वरिष्ठ कोषाध्यक्ष कैप्टन गोविंद सिंह रावत, उपाध्यक्ष बीना रतूड़ी, डा. विपिन पोखरियाल, राजेन्द्र सिंह नेगी, सांस्कृतिक सचिव मनवर सिंह रावत, प्रचार सचिव अशोक रावत, प्रकाशन सचिव रामप्रकाश खंकरियाल, संयुक्त सचिव राकेश मोहन खंकरियाल, भागीरथ ढौंडियाल, सह संगठन सचिव कैप्टन गब्बर सिंह रावत, सरिता भट्ट, सह कोषाध्यक्ष दीवान सिंह नेगी, सह सांस्कृतिक सचिव तारेश्वरी भंडारी, सह प्रचार सचिव प्रेम सिंह रावत, सह प्रकाशन सचिव शंकर सिंह, लेखा निरीक्षक राजेन्द्र प्रसाद पंत, मीडिया प्रभारी मातबर सिंह कंडारी, सूचना तकनीकी प्रभारी कमलेश्वर प्रसाद रतूड़ी, चिकित्सा शिविर प्रभारी कृपाल टम्टा, विधिक सलाहकार नंदराम ममगाईं, सदस्य कार्यकारिणी विक्रम सिंह कंडारी, मेहरा खंकरियाल, आनंद सिंह रावत, नारायण सिंह भंडारी, आनंद सिंह रावत, कमल सिंह रावत, दयाल सिंह रावत को चुना गया। नव निर्वाचित अध्यक्ष शेखरानंद रतूड़ी को निवर्तमान अध्यक्ष दर्शन रावत को अध्यक्ष की कुर्सी पर आसीन कराया गया। नवनिर्वचित अध्यक्ष ने सभी सदस्यों का आभार प्रकट कर कहा कि जल्द ही नई कार्यकारिणी की बैठक आहूत कर आगामी कार्ययोजना की तैयार की जाएगी।
नाबालिग से छेड़छाड़ और अश्लील हरकत करने के आरोप में आईटीबीपी का जवान गिरफ्तार
श्रीनगर गढ़वाल, नाबालिग से अश्लील हरकत करने के आरोप में पुलिस ने आईटीबीपी के जवान को गिरफ्तार किया है, गिरफ्तार आरोपित 50 वर्षीय पंचकुला हरियाणा के ग्राम रुड़की मानक तबरा का निवासी बलवंत सिंह जोशीमठ क्षेत्र में तैनात है।
आरोप है के बीते शनिवार देर सांय अपने साथियों के साथ जोशीमठ से श्रीनगर जीप टैक्सी से आ रही नाबालिग के साथ उसने छेड़छाड़ और अश्लील हरकत की। श्रीनगर में जीप से उतरते ही लड़की ने तुरंत बाजार चौकी को इस घटना की सूचना दी। जिसके बाद कोतवाल हरिओम राज चौहान ने दो सिपाहियों की मदद से आरोपी को गिरफ्तार कर कोतवाली लाए। महिला थाने की वरिष्ठ उपनिरीक्षक दीक्षा सैनी को इस मामले की जांच सौंपी है।
एसएफआई संतोष कुमार ने बताया कि नाबालिग अपनी तीन साथियों के साथ कार्यवश श्रीनगर से जोशीमठ गयी थी। जीप से वापसी में उल्टी की शिकायत होने पर वह वाहन के पिछली सीट पर बैठ गयी। जहां पर पहले से आरोपित भी बैठा हुआ था। नाबालिग ने पुलिस को बताया कि आरोपी ने चलती जीप में उसके साथ छेड़छाड़ और अश्लील हरकतें भी की।