Tuesday, May 13, 2025
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Jio-Airtel के पसीने छुड़ाने आया इस कंपनी का धाकड़ Plan! 141 रुपये में 365 दिन की वैलिडिटी

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Reliance Jio, Airtel और Vodafone Idea ने पिछले साल नवंबर में ही अपने प्लान्स की कीमतों में बढ़ोतरी की है. यूजर्स की परेशानी को देखते हुए तीनों टेलीकॉम कंपनियों ने कम कीमत वाले सस्ते प्लान्स लॉन्च किए हैं.

बता दें हर यूजर कम कीमत में ज्यादा बेनिफिट्स पाना पसंद करता है. आज हम आपको एक ऐसे प्लान के बारे में बताने जा रहे हैं, जिसमें 150 रुपये से कम में साल भर की वैलिडिटी मिलती है. इस प्लान ने रिलायंस जियो (Reliance Jio), एयरटेल (Airtel) और वीआई (Vi), सभी प्रमुख प्राइवेट टेलीकॉम कंपनियों के छक्के छुड़ा दिए हैं. आइए जानते हैं इस प्लान के बारे में…

MTNL का सबसे सस्ता Plan

एमटीएनएल (MTNL) का 365 दिन की वैलिडिटी वाला धमाकेदार प्लान है. यह 141 रुपये में आता है. इसमें आपको हाई-स्पीड डेटा के साथ अनलिमिटेड कॉलिंग के भी फायदे दिए जा रहे हैं.

MTNL के प्लान के बेनिफिट्स

141 रुपये की कीमत वाले इस प्लान में आपको 365 दिनों के लिए कई सारे फायदे दिए जा रहे हैं. इस प्लान में शुरू के 90 दिनों के लिए हर दिन 1GB डेटा दिया जाएगा, साथ ही, MTNL नेटवर्क पर कॉल करने के लिए अनलिमिटेड कॉलिंग की सुविधा भी दी जा रही है.

मिलेंगे 200 मिनट Free

अगर आप किसी दूसरे नेटवर्क पर कॉल करना चाहते हैं तो आपको उस के लिए फ्री 200 मिनट्स दिए जाएंगे. इन मिनट के खत्म होने के बाद आप 25 पैसे प्रति मिनट के हिसाब से फोन कर सकेंगे. यह चार्ज केवल 90 दिनों तक के लिए होगा. वहीं, 90 दिनों के बाद आपको हर सेकेंड का 0.02 पैसा चार्ज देना होगा. आपको बता दें कि जियो (Jio), एयरटेल (Airtel) और वीआई (Vi) में से कोई भी कंपनी इतना सस्ता सालाना प्लान नहीं ऑफर करती है.

अब इस प्राइवेट बैंक ने FD पर बढ़ाया ब्याज, चेक करें लेटेस्ट रेट्स

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नई दिल्ली. रेपो रेट और सीआरआर (कैश रिजर्व रेश्यो) में बढ़ोतरी के बाद से फिक्स्ड डिपॉजिट्स (Fixed Deposits) पर ब्याज दरें बढ़ाए जाने का सिलसिला लगातार जारी है. प्राइवेट सेक्टर के फेडरल बैंक ने भी एफडी (FD) की ब्याज दरों में बढ़ोतरी कर दी है. नई दरें 16 मई, 2022 से प्रभावी हो गई है.

फेडरल बैंक ने 2 करोड़ रुपये तक की एफडी पर ब्याज दरें बढ़ाने की घोषणा की है. यह इजाफा सभी अवधियों की जमाओं पर किया गया है. फेडरल बैंक ने बताया है कि 7 दिन से 2,223 दिन तक की जमाओं पर ब्याज की दरें 2.65 फीसदी से लेकर 5.75 फीसदी तक रहेंगी. वरिष्ठ नागरिकों को आधा फीसदी ज्यादा ब्याज दिया जाएगा. 25 बेसिस प्वॉइंट तक का इजाफा
फेडरल बैंक 7 से 29 दिन के एफडी पर अब 2.65 फीसदी ब्याज देगा. पहले इस जमा 2.5 फीसदी ब्याज दिया जा रहा था, यानी इसमें 15 बेसिस प्वॉइंट की बढ़ोतरी हुई है. इसी तरह, 30 से 45 दिन की जमा पर ब्याज दर में 25 बेसिस प्वॉइंट का इजाफा किया गया है. यह 3 फीसदी से बढ़कर 3.25 फीसदी हो गया है. 46 दिन से 60 दिन की मैच्योरिटी वाली एफडी पर 3.65 फीसदी और 61 दिन से 90 दिन की एफडी पर 3.75 फीसदी की दर से ब्याज ऑफर फेडरल बैंक कर रहा है. इससे पहले 46 से 90 दिन की जमा पर ब्याज दर 3.25 फीसदी थी.

इन जमाओं में हुई बढ़ोतरी
91 से 119 दिन और 120 से 180 दिन की जमाओं पर क्रमश: 4 फीसदी और 4.25 फीसदी ब्याज बैंक दे रहा है. इससे पहले 91 दिन से 180 दिन के टर्म डिपॉजिट पर 3.75 फीसदी की ब्याज दर थी. 181 दिन से 270 दिन और 271 दिन से एक साल तक की एफडी पर क्रमश: 4.5 फीसदी और 4.75 फीसदी ब्याज दर होगी. 181 दिन से एक साल तक की जमा पर पहले बैंक 4.4 फीसदी ब्याज दे रहा था. 1 साल से 549 दिन की जमा पर 5.4 फीसदी और 550 दिन की एफडी पर 5.50 फीसदी ब्याज निवेशकों को दिया जाएगा. 551 दिन से 2 साल तक की जमाओं पर ब्याज की दर 5.40 फीसदी होगी. 2 साल से लेकर 3 साल तक की जमा पर 5.35 फीसदी और 3 साल से 5 साल तक की जमा पर ब्याज दर को बढ़ाकर 5.75 फीसदी करने की घोषणा की गई है. 5 साल से लेकर 2,221 दिन वाली जमा पर ब्याज दर पहले 5.6 फीसदी थी. इसे 15 बेसिस प्वॉइंट बढ़ाकर 5.75 फीसदी कर दिया गया है. 2222 दिन में मैच्योर होने वाली एफडी पर ब्याज दर पहले 5.6 फीसदी थी जिसे 20 बेसिस प्वॉइंट बढ़ाकर 5.75 कर दिया गया है.

22 मई से एक हो जाएंगे दिल्ली के तीन नगर निकाय, गृह मंत्रालय ने जारी की अधिसूचना

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नई दिल्ली ,। केंद्रीय गृह मंत्रालय ने राजधानी दिल्ली के तीन नगर निकायों को एक करने को लेकर अधिसूचना जारी कर दी है। गृह मंत्रालय ने अपने अधिसूचना में कहा है कि 22 मई से दक्षिण, उत्तर और पूर्वी एमसीडी को दिल्ली के एक नगर निगम के रूप में माना जाएगा। दिल्ली नगर निगम (संशोधन) अधिनियम, 2022 के अनुसार, केंद्र सरकार निगम की पहली बैठक होने तक नए एकीकृत नागरिक निकाय को चलाने के लिए एक विशेष अधिकारी नियुक्त करेगी।
दक्षिणी दिल्ली नगर निगम का कार्यकाल आज समाप्त हो गया, जबकि अन्य दो नगर निकाय- उत्तरी दिल्ली नगर निगम और पूर्वी डीएमसी का कार्यकाल क्रमश: 19 मई और 22 मई खत्म हो रहा है। दिल्ली के तीन नागरिक निकायों को एकीकृत करने वाले कानून को 30 मार्च को लोकसभा और 5 अप्रैल को राज्यसभा की ओर से हरी झंडी मिली थी। इसके बाद 18 अप्रैल को राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद की ओर से विधेयक पर अपनी सहमति देने के बाद यह अधिनियम एक कानून बन गया था।
दिल्ली के तीन नगर निकायों के विलय के कदम ने राजनीतिक आरोप-प्रत्यारोप का भी खेल शुरू कर दिया था। दिल्ली की गद्दी संभाल रही आम आदमी पार्टी ने इसे चुनावों में देरी करने की बीजेपी की एक रणनीति करार दिया था। मौजूदा कानून तीन नगर निकायों के 272 वार्डों की संख्या को घटाकर 250 कर देता है। जिसका मतलब हुआ है कि एमसीडी चुनाव से पहले परिसीमन भी कराना होगा। इसके लिए केंद्र एक परिसीमन आयोग का गठन करेगा।
दिल्ली स्टेट इलेक्शन कमिशन 8 मार्च को निकाय चुनाव की तारीखों का ऐलान करने वाला था, लेकिन आनन-फानन में उसे घोषणा को टालनी पड़ी। तत्कालीन राज्य चुनाव आयुक्त ने कहा था कि आयोग को घोषणा से एक घंटे पहले केंद्र से तीन नगर निकायों के एकीकरण के संबंध में एक संदेश प्राप्त हुआ था।

पेट्रोल-डीजल के दामों में 42वें दिन भी कोई बदलाव नहीं

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नईदिल्ली, । देश में तेल विपणन कंपनियों के बुधवार को पेट्रोल-डीजल की कीमतों में कोई बढ़ोतरी नहीं करने से लगातार 42वें दिन ईंधन के दाम स्थिर रहें।
सार्वजनिक क्षेत्र की देश की सबसे बड़ी तेल विपणन कंपनी इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन लिमिटेड (आईओसीएल) के अनुसार दिल्ली में पेट्रोल 105.41 रुपये प्रति लीटर और डीजल 96.67 रुपये प्रति लीटर पर स्थिर रहा। मुंबई में पेट्रोल की कीमत 120.51 रुपये प्रति लीटर और डीजल की कीमत 104.77 रुपये प्रति लीटर है।
यूक्रेन तथा रूस के बीच जारी जंग से अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतों में घट-बढ़ जारी है। अंतरराष्ट्रीय लंदन ब्रेंट क्रूड आज 0.38 प्रतिशत बढक़र 112.35 डॉलर प्रति बैरल पर और अमेरिकी क्रूड 0.84 प्रतिशत की बढ़ोतरी के साथ 113.34 डॉलर प्रति बैरल की कीमत पर कारोबार कर रहा है।
देश में पेट्रोल-डीजल की कीमतें 137 दिन की स्थिरता के बाद गत 22 मार्च से बढऩी शुरू हुई थीं। जिससे अबतक 14 बार पेट्रोल और डीजल के दामों में वृद्धि की गयी। इस दौरान इनके दामों में करीब 10 रुपये प्रति लीटर की तेजी आयी है। पेट्रोल-डीजल के मूल्यों की प्रतिदिन समीक्षा की जाती है।

कर्नल अजय कोठियाल का आम आदमी पार्टी से इस्तीफा

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देहरादून। उत्तराखंड में आम आदमी पार्टी को बड़ा झटका लगा है। उत्तराखंड विधानसभा चुनाव 2022 में आम आदमी पार्टी के सीएम फेस रहे कर्नल अजय कोठियाल ने आप से इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने खुद ट्वीट करके इसकी जानकारी दी। अजय कोठियाल ने लिखा कि पूर्व सैनिकों, पूर्व अर्धसैनिकों, बुजुर्गों, महिलाओं, युवाओं और बुद्धिजीवियों की भावनाओं को ध्यान में रखते हुए मैं 18 मई 2022 को आम आदमी पार्टी की सदस्यता से अपना त्यागपत्र दे रहा हूं। दरअसल, विधानसभा चुनाव से पहले कोठियाल ने 20 अप्रैल 2021 को आम आदमी पार्टी ज्वॉइन की थी। 17 अगस्त 2021 को आम आदमी पार्टी ने उत्तराखंड में तगड़ा दांव खेला था। उत्तराखंड में 300 यूनिट मुफ्त बिजली देने के वादे के साथ 2022 के विधानसभा चुनाव में उतरी आम आदमी पार्टी ने भारतीय सेना के रिटायर्ड अधिकारी कर्नल अजय कोठियाल को राज्य में अपना मुख्यमंत्री उम्मीदवार घोषित किया था।
पार्टी ने कर्नल अजय कोठियाल को उत्तरकाशी जिले की गंगोत्री विधानसभा सीट से चुनावी मैदान में उतारा था, लेकिन अजय कोठियाल अपनी जमानत तक नहीं बचा पाए थे और उन्हें करारी हार का सामना करना पड़ा था। आम आदमी पार्टी का एक भी प्रत्याशी इस चुनाव में नहीं जीता था। सूत्रों की माने तो अरविंद केजरीवाल के उम्मीद के अनुरूप चुनाव में प्रदर्शन न कर पाने की वजह से कोठियाल को पार्टी से हटाने की पटकथा चुनाव परिणाम आते ही लिख दी गई थी। यही कारण रहा कि चुनावी हार के बाद अजय कोठियाल पार्टी के किसी भी कार्यक्रम नजर नहीं आए। आम आदमी पार्टी के सूत्रों की माने तो विधानसभा चुनाव के बाद पार्टी हाईकामान समझ गया था कि कोठियाल का प्रदेश में कोई राजनीतिक वजूद नहीं है। यही कारण रहा कि विधानसभा चुनाव के दौरान कर्नल को आगे करने की वजह से कोई बड़ा नेता पार्टी से नहीं जुड़ा। पार्टी हाईकमान ने विधानसभा चुनाव के बाद कर्नल अजय कोठियाल को दरकिनार करना शुरू कर दिया था। बताया जा रहा है कि चुनाव के बाद कोठियाल ने हाईकमान से प्रदेश अध्यक्ष की कुर्सी मांगी थी, लेकिन पार्टी पुरानी गलतियों को नहीं दोहराना चाहती थी। आप उत्तराखंड में अब अपने आप को नए सिरे से मजबूत करना चाहती है। इसलिए कर्नल और उनके खेमे को पार्टी की ओर से पूरी तरह ही नजरअंदाज किया गया। सूत्रों की माने तो यही कारण रहा कि कर्नल अजय कोठियाल को अब खुद इस्तीफा देना पड़ा।
वहीं पार्टी सूत्रों की माने तो अब आम आदमी पार्टी में इस्तीफों की झड़ी लग सकती है। गढ़वाल क्षेत्र से आम आदमी पार्टी के विभिन्न विधानसभाओं से प्रत्याशी भी अब पार्टी की सदस्यता से इस्तीफा दे सकते है। पार्टी सूत्रों का कहना है कि अब आम आदमी पार्टी नए सिरे से प्रदेश में अपनी जगह बनाने की कवायद में जुट गई है।Big breaking :- कर्नल अजय कोठियाल ने आम आदमी पार्टी से दिया इस्तीफा - News  Height

उत्तराखंड में कोरोना के 24 घंटे में मिले 22 नए केस

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देहरादून। उत्तराखंड में 24 घंटे के भीतर कोरोना के 22 नए मरीज मिले हैं। जबकि, 15 मरीज स्वस्थ होकर घर लौटे हैं। वहीं, एक्टिव केस की संख्या 105 पहुंच गई है। राहत की बात ये है कि पिछले 24 घंटे में एक भी कोरोना मरीज की मौत नहीं हुई है। प्रदेश में सैंपल पॉजिटिविटी रेट की बात करें तो 1.29% है। उत्तराखंड स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक, एक जनवरी 2022 से लेकर अभीतक प्रदेश में 92,669 मामले सामने आ चुके हैं। जिसमें से 89,041 मरीज स्वस्थ हो चुके हैं। कोरोना संक्रमित मरीजों का रिकवरी रेट 96.08% है। वहीं, इस साल अब तक 275 मरीजों की मौत हुई है।
जिलेवार आंकड़ों पर नजर डालें तो 24 घंटे में देहरादून में 8 नए मरीज मिले हैं। जबकि, चमोली में 2, नैनीताल में 6, टिहरी में 3, उधम सिंह नगर में 2 और उत्तरकाशी में 1 नया केस सामने आया है। इसके अलावा बाकी जिलों में कोई नया कोरोना संक्रमित नहीं मिला है। वहीं, प्रदेश में बागेश्वर, चंपावत, पिथौरागढ़ और रुद्रप्रयाग जिला कोरोना मुक्त हो गए हैं।
वैक्सीनेशन: प्रदेश में बुधवार को 15,536 लोगों का कोविड वैक्सीनेशन हुआ है। अभी तक कुल 82,88,002 लोग फुल वैक्सीनेट हो चुके हैं। वहीं, 3 जनवरी से शुरू हुए 15 से 17 साल के बच्चों के टीकाकरण में अभी तक 3,68,737 बच्चों को फुल वैक्सीनेट किया गया है। जबकि 5,07,578 बच्चों को पहली डोज लग चुकी है। वहीं, 12 से 14 वर्ष तक के बच्चों को 3,25,819 पहली डोज और 1,29,228 बच्चों को दोनों डोज लग चुकी है।

उत्तराखंड की अनुसूचित जाति / जनजाति समुदाय के लिए विभिन्न वैज्ञानिक अनुप्रयोगो के माध्यम से उनकी आजीविका में किया जायेगा सुधार

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देहरादून, विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग, भारत सरकार के सीड डिवीजन द्वारा प्रायोजित परियोजना ’अनुसूचित जाति / अनुसूचित जनजाति के लिए उत्तराखंड विज्ञान एवं प्रोधोगिकी परिषद में प्रकोष्ठ की स्थापना’ का संचालन यूकाॅस्ट द्वारा किया जा रहा है। इसके अंतर्गत दिनांक 18 मई २०२२ को यूकाॅस्ट के सभागार में एक बैठक का आयोजन किया गया। इस अवसर पर गढ़वाल मंडल के विभन्न जनपदों के जिला अधिकारियों के द्वारा नामित विभिन्न रेखीय विभागों के अधिकारियों के द्वारा प्रतिभाग किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता श्री एन एस नपलच्याल, पूर्व मुख्य सचिव, उत्तराखण्ड सरकार द्वारा की गई। इस अवसर पर उन्होने कहा उत्तराखंड में अनुसूचित जाति / अनुसूचित जनजाति समुदायों के सामने आने वाले विभिन्न कठिनाइयों पर प्रकाश डाला गया, जिन्हें यूकाॅस्ट द्वारा परियोजना के माध्यम से कवर किया जा सकता है। डॉ. राजेंद्र डोभाल, महानिदेशक यूकाॅस्ट, द्वारा विशेषज्ञों का स्वागत किया गया। उन्होने इस अवसर पर जानकारी दी कि इस प्रकोष्ठ के माध्यम से उत्तराखंड की अनुसूचित जाति / जनजाति समुदाय के लिए विभिन्न वैज्ञानिक अनुप्रयोगो के माध्यम से उनकी आजीविका में सुधार किया जायेगा। श्री एस एस पांगती, पूर्व आई ए एस द्वारा आॅनलाइन माध्यम से जुडकर अनुसूचित जाती /जनजाती समुदायों के उत्थान के लिए उपलब्ध प्राकृतिक संसाधनों के बारे में जानकारी साज्ञा की गयी। डॉ. विनोद भट्ट ने स्वदेषी एंवम पंारपरिक ज्ञान के दस्तावेजीकरण और उसके सत्यापन पर ध्यान कंेन्द्रित किया । डॉ. डी पी उनियाल, सयुंक्त निदेशक यूकाॅस्ट द्वारा परियोजना की जानकारी देते हुवे कहा कि उत्तराखंड के सभी १३ जनपदों में अनुसूचित जाती/अनुसूचित जन जाती हेतु प्रकोष्ठ की स्थापना की जानी है, जिसमें जनपद स्तरीय समिति का गठन किया जाना है। डॉ एम् एस रावत, वैज्ञानिक अधिकारी, यूकाॅस्ट ने परियोजना के उद्द्येश्य, गतिविधयों एवं कार्ययोजना की जानकारी प्रतुस्तीकरण के माध्यम से दी, तथा रेखीय विभागों से आये हुवे प्रतिनिधियों से उनके सुझाव मांगे तथा अनुसूचित जाती / जनजाति वर्गों में हो रहे विभिन्न सरकारी कार्यां/योजनाओ की जानकारी साझा की गई।

बड के पेड़ की बड़ी शाखा दो मकानों के ऊपर गिरी, रेस्क्यू यूनिट ने त्वरित की कार्यवाही

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हरिद्वार (कुलभूषण) फायर स्टेशन मायापुर हरिद्वार में दोपहर 1.30 बजे सूचना प्राप्त हुई की तेज हवाओं के कारण नगर निगम कॉलोनी, मायापुर में मकान के ऊपर बड़ का पेड़ गिर गया है, फायर स्टेशन मायापुर की एक रेस्क्यू यूनिट घटनास्थल पास होने के कारण वुड कटरों एवं आवश्यक आपदा उपकरणों के मौके पर पहुंची, देखा कि एक बड़ के पेड़ की बड़ी शाखा दो मकानों के ऊपर गिरा था, रेस्क्यू यूनिट ने त्वरित कार्यवाही करते हुए बड़ के पेड़ की शाखा को छोटे-छोटे टुकड़ों में इस प्रकार काटना शुरू किया ताकि पेड़ की शाखा से मकान को और नुकसान ना पहुंचे,वुड कटर को पेड़ पर ले जाकर बड़ के पेड़ की शाखाओं को इस प्रकार काटा गया जिससे कि पेड़ की टूटी हुई शाखा को काटने में आसानी हुई, इस प्रकार बड़ के पेड़ की टूटी शाखा को दोनों मकानों से काट छांटकर अलग अलग किया गया तथा मकानों के बीच से जाने वाला रास्ता आवागमन हेतु सुचारू किया गया, मकान मालिक एवं मोहल्ले के निवासियों द्वारा फायर सर्विस के त्वरित कार्यवाही की काफी प्रशंसा की गई*
रेस्क्यू यूनिट टीम:-
लीडिंग फायरमैन ध्यान सिंह तोमर
फायर सर्विस चालक यशपाल भंडारी
फायर सर्विस चालक विपिन तोमर
फायर सर्विस चालक सुरेंद्र सिंह
फायर सर्विस चालक संजय कैंतूरा
फायर सर्विस चालक राहुल शर्मा
फायरमैन जयबीर सिंह, बिरेंद्र सिंह

आंचलिक विज्ञान केंद्र ने मनाया अंतर्राष्ट्रीय संग्रहालय दिवस

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देहरादून। यूकॉस्ट के विज्ञान धाम स्थित आंचलिक विज्ञान केंद्र ने ‘संग्रहालयों की शक्ति’ थीम पर अंतर्राष्ट्रीय संग्रहालय दिवस (18 मई) मनाया। इस अवसर पर केंद्र ने ऑनलाइन लोकप्रिय व्याख्यान तथा दिनभर विज्ञान प्रदर्शन गतिविधियों का आयोजन किया। ऑनलाइन कार्यक्रम में, मुख्य अतिथि करेन एम ली, निदेशक, कार्यक्रम एवं भागीदारी, नेशनल पार्क फाउंडेशन, वाशिंगटन डीसी ने “टाइम्स ऑफ टर्मोइल-बिल्डिंग म्यूजियम एंड पार्क इनक्लूसिविटी थ्रू द ह्यूमैनिटीज” विषय पर अपना मुख्य भाषण दिया। उन्होंने सामाजिक सद्भाव बनाने और समाज को विभिन्न संघर्षों और तनावों से निपटने में मदद करने के लिए संग्रहालयों और सार्वजनिक पार्कों के महत्व पर बात की। उन्होंने यह भी कहा कि संग्रहालयों में समाज को बदलने, समुदायों का निर्माण करने, स्थिरता लाने, ज्ञान-विज्ञान के प्रसार के लिए प्रौद्योगिकी का उपयोग करके नवाचार करने की क्षमता है

। उन्होंने इस बात पर भी जोर दिया कि संग्रहालय विकास को गति प्रदान कर सकते हैं, सामाजिक स्तर पर आर्थिक गतिविधियों का निर्माण कर सकते हैं, समाज में सांस्कृतिक संवेदनशीलता विकसित करते हैं तथा व्यक्तिगत स्तर पर प्रेरणा, रुचि और जिज्ञासा बढ़ने के साथ आजीविका के विकल्पों में मदद करते हैं। उन्होंने हालिया महामारी, जलवायु परिवर्तन एवं अन्य खतरों के प्रभाव से निपटने और कम करने पर भी जोर दिया। इससे पहले, महानिदेशक डॉ राजेंद्र डोभाल ने अपने स्वागत भाषण में कहा कि राज्य विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी परिषद राज्य में विज्ञान संग्रहालयों के विकास के साथ-साथ एक महत्वाकांक्षी संसाधन विज्ञान शहर की दिशा में लगातार काम कर रही है।

श्री जीएस रौतेला, सलाहकार साइंस सिटी देहरादून परियोजना ने कार्यक्रम का समन्वय किया। अपने संक्षिप्त नोट में उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि विश्वभर के संग्रहालयों के बीच अनुभव साझा करना उनके विकास के लिए आवश्यक है। उन्होंने कहा कि संग्रहालय सांस्कृतिक अखंडता और ज्ञान प्रसार के केंद्र हैं, जिन्हें गतिशील संस्थान बनाने की आवश्यकता है। आउटरीच कार्यक्रम तथा प्रौद्योगिकी के उचित प्रयोग से आगंतुकों के साथ जुड़ाव, भागीदारी, अंतःक्रियात्मकता, अनुभवात्मक बढ़ने पर संग्रहालयों को काम करने कि जरुरत है। डॉ कैलाश एन भारद्वाज, प्रभारी, आंचलिक विज्ञान केंद्र ने विशेषज्ञों एवं प्रतिभागियों को धन्यवाद ज्ञापित किया। उन्होंने आमजन से सपरिवार विज्ञान केंद्र का भ्रमण करने का आह्वान भी किया। कार्यक्रम में 60 से अधिक प्रतिभागियों उपस्थित रहे।

हत्या के तीन माह बाद भी खुलासा न करने पर कोतवाली में प्रदर्शन कर उपवास किया

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मसूरी। जार्ज एवरेस्ट मंे चाय की दुकान चलाने वाले जखनोऊ निवासी सुनील की तीन माह पूर्व हत्या का खुलासा न होने पर जौनसार क्षेत्र ग्रामीणों ने भारत संवैधानिक अधिकार संरक्षण मंच के राष्ट्रीय संयोजक दौलत कुंवर के नेतृत्व में बाबा भीमराव अंबेडकर चौक से मालरोड होते हुए कोतवाली तक प्रदर्शन किया व कोतवाली का घेराव किया। वहीं चेतावनी दी कि यदि 15 दिनों के अंदर हत्या का खुलासा नहीं किया गया तो देहरादून में पुलिस महानिदेशक मुख्यालय में एक दिवसीय उपवास रखा जायेगा व उसके बाद भी न्याय नहीं मिला तो मुख्यमंत्री आवास पर अनिश्चित धरना किया जायेगा।
कोतवाली में प्रदर्शन के बाद एक दिवसीय उपवास कोतवाली प्रांगण में शुरू कर दिया। इस मौके पर भात संवैधानिक अधिकार संरक्षण मंच के राष्ट्रीय संयोजक दौलत कुंवर ने ग्रामीणों को संबोधित करते हुए कहा कि तीन माह पूर्व हुई सुनील की हत्या का खुलासा न होने पर मजबूरी में कोतवाली में प्रदर्शन व उपवास करना पड़ा। उन्होंने कहा कि पोस्ट मार्टम रिपोर्ट में चार बार गला रेतने के प्रमाण मिलने के बाद भी मित्र पुलिस इधर उधर की बात कर रही है। उन्होंने कहा कि इस संबंध में उन्होंने कोतवाल के माध्यम से मुख्यमंत्री को ज्ञापन भी दिया है जिसमें कहा गया है कि अगर पुलिस शीघ्र हत्या का खुलासा नहीं करती तो पुलिस मुख्यालय में एक दिवसीय उपवास किया जायेगा व उसके बाद भी खुलासा नहीं हुआ तो मुख्यमंत्री आवास पर पीड़ित परिवार व क्षेत्र के लोगों के साथ अनिश्चित कालीन धरना दिया जायेगा। उन्होने कहा कि तीन माह का समय लंबा होता है व पीड़ित परिवार लगातार पुलिस के चक्कर काट रहा है। लेकिन उन्हें न्याय नहीं मिला व आरोपियों को सलाखों के पीछे नहीं किया गया यह दुर्भाग्य है। जबकि सुनील के माता पिता ने पुलिस को जिन लोगों पर शक है उनके नाम भी दिए हैं लेकिन पुलिस उस दिशा में कार्य नहीं कर रही बल्कि परिवार को फंसाने का कार्य कर रही है जिसे बर्दास्त नहीं किया जायेगा। उन्होंने कहा कि इस हत्याकांड के पीछे बड़ी साजिश है तथा राजनैतिक दबाव है जिस कारण पुलिस खुलासा नहीं कर पा रही है। वहीं सुनील की माता मुन्नी देवी का कहना है कि हमें न्याय चाहिए। लेकिन पुलिस उनके बच्चों को फंसाकर परिवार को समाप्त करना चाह रही है। पुलिस को सब बता दिया गया है कि उन्हें किन पर शक है लेकिन पुलिस कुछ नहीं कर रही। वहीं सुनील के पिता संतराम का कहना है कि पुलिस ने तीन माह बाद भी न्याय नहीं दिया जिससे आक्रोश है जबकि उनको सब कुछ बता दिया गया है। इस संबंध में कोतवाल गिरीश चंद्र शर्मा ने कहा कि तीन माह पूर्व सुनील की हत्या का मामला पंजीकृत किया गया था व उनके द्वारा विवेचना की जा रही है। इसी संबंध में पीड़ित पक्ष के लोग अन्य ग्रामीणों के साथ कोतवाली आये व उन्होंने एक ज्ञापन मुख्यमंत्री के नाम हत्या के खुलासे के लिए दिया है। उन्होंने बताया कि पुलिस को जो साक्ष्य मिले हैं उनका वैज्ञानिक परीक्षण विधि विज्ञान प्रयोग शाला में किया जा रहा है अगर उसके बाद भी मामले का खुलासा नहीं हो पाता तो जिन दो लोगों पर शंका व्यक्त की जा रही है उनका लाइव डिडेक्टिव परीक्षण किया जायेगा। लेकिन जहां तक जांच का सवाल है तो अभी तक ऐसा कोई साक्ष्य नहीं मिला है जिसके आधार पर किसी व्यक्ति को इस अभियोग में जेल भेजा जा सके। उन्होंने बताया कि परिजनों ने जिन पर शंका व्यक्त की है उनके साथ ही करीब 150 लोगों का परीक्षण किया जा चुका है लेकिन ऐसा कोई साक्ष्य या कारण अभी तक नहीं मिला जिसके आधार पर उनके खिलाफ हत्या का मामला बन सके। पुलिस लगातार विवेचना कर रही है तथा यह अंतिम चरण में है तथा शीघ्र की इसका खुलासा किया जायेगा। इस मौके पर उपवास के दौरान पालिकाध्यक्ष अनुज गुप्ता, पूर्व पालिकाध्यक्ष मनमोहन सिंह मल्ल, मेघ सिंह कंडारी, जबर सिंह वर्मा आदि ने भी अपने विचार रखे व परिवार को न्याय दिलाने की मांग करने के साथ ही उनको पूरा सहयोग देने की बात कही। इस मौके पर सचिन, छात्र संघ अध्यक्ष प्रिंस, कृष्णा गोदियाल, बिल्लू बाल्मीकि, सभासद नंद लाल सोनकर, पूर्व छावनी परिषद उपाध्यक्ष महेश चंद, पूर्व सभासद कुलदीप रावत, चांद खान सहित बड़ी संख्या में जौनसार व जौनपुर के ग्रामीण मौजूद रहे।

23 मई को ओक ग्रोव स्कूल में लगेगा रक्तदान शिविर

मसूरी। ओक ग्रोव स्कूल में विद्यालय की ओर रक्तदान शिविर का आयोजन 23 मई को किया जा रहा है। जिसमें विद्यालय की ओर से आहवान किया गया है कि रक्तदान शिविर में बड़ी संख्या में प्रतिभाग करें। ओकग्रोव स्कूल परिसर में 23 मई को आयोजित किए जाने वाले रक्तदान शिविर में विद्यालय के समस्त कर्मचारियों सहित झड़ीपानी की आम जनता को रक्तदान के लिए आमंत्रित किया गया है। ताकि लोग बड़ी संख्या में आकर रक्तदान कर किसी की जान बचाने के लिए रक्त का दान कर सकें। शिविर में रक्तदान के साथ ही हेपेटाइटिस बी व हेपेटाइटिस सी, मलेरिया, एचआईवी 1 व एचआईवी 1, सेफिल्स, एबीओ व हयूमोग्लोविन का परीक्षण भी किया जायेगा।

सीजन शुरू होते ही फुटपाथ पर कश्मीरी बेच रहे सामान, दुकानदार परेशान

मसूरी। कोरोना काल के दौरान पहाड़ों की रानी ने बड़ी आर्थिक तंगी झेली है तथा व्यवसायियों को बड़ा नुकसान हुआ है। लेकिन अब कोरोना काल के बाद पहला सीजन शुरू होते ही बाहर के व्यक्तियों द्वारा फुटपाथ पर कश्मीर से आये लोगों ने पटरी पर सूट, शाल व पर्स बेचना शुरू कर दिया है। जिससे दुकानदारों को बड़ा नुकसान सहना पड़ रहा है। करोना काल के बाद सीजन की शुरूआत होते ही दुकानों के सामने ही बाहर के व्यक्ति आने से दुकानदारों को इसका खामियाजा भुगतना पड़ रहा है जबकि ये व्यवसायी सरकार को टैक्स देने के साथ ही बिजली पानी, किराया सहित लाइसेंस आदि का शुल्क अदा करते है ऐसे में कश्मीरी बिना किसी देनदारी के पटरी लगा कर सामान बेचने लगते हैं जिससे दुकानदारों को परेशानी हो रही है। माल रोड लाइब्रेरी के दुकानदार राजेश गोयल ने बताया कि कोरोना में दुकानदारों से बहुत नुकसान सहा है और अब जब सीजन चलना शुरू हुआ है तो बाहरी व्यापारी पटरी पर सामान बेचने के लिए आ गये जिससे दुकानदारों में भारी आक्रोश है। आश्चर्य की बात है कि बाहर से आने वाले फुटपाथ पर स्थायी दुकानों के सामने ही अपना माल बेच कर चले जाते हैं। व दुकानदार सुबह से शाम तक अपने हाथ पर हाथ रखकर बैठे रहते हैं। लेकिन प्रशासन कुछ करने को तैयार नही है। साथ ही मसूरी व्यापार मंडल भी इन पर कोई कार्यवाही नहीं कर रहा है सभी मौन साधे है। इस संबंध में व्यापार मंडल के अध्यक्ष रजत अग्रवाल कहा कि उनके द्वारा नगर पालिका अध्यक्ष व प्रसाशन को इस संबंध में लिखित पत्र दिया गया है। वहीं कहा कि जब विगत दिनों एसएसपी की बैठक थी तो उसमें भी यह मामला आया था जिसमें एसएसपी ने कोतवाल को सख्त निर्देश दिए थे कि पटरी पर बाहरी व्यक्ति कोई सामान न बेचे अगर बेचता है तो उसे तत्काल यहां से वापस किया जाय लेकिन पुलिस ने भी कोई कार्रवाई नहीं की। न ही प्रशासन की ओर से कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है। उन्होंने यह भी कहा कि इसका पूरा दायित्व नगर पालिका का है उन्हें इनको हटाना चाहिए।