देहरादून। मसूरी लाल बहादुर शास्त्री राष्ट्रीय अकादमी से रिटायर कर्मचारी से 50 हजार रुपये की ऑनलाइन ठगी हो गई। साइबर थाने की रिपोर्ट के बाद पटेलनगर पुलिस ने केस दर्ज कर लिया है।
पुलिस के मुताबिक देवलोक कॉलोनी, फेज 1 शिमला बाई पास रोड निवासी वरिष्ठ नागरिक ओमप्रकाश मसूरी स्थित लाल बहादुर शास्त्री राष्ट्रीय प्रशासन अकादमी से सेवानिवृत है। शिकायत कर बताया कि 13 अप्रैल को उनके फोन पर मैसेज आया था। उन्होंने नंबर पर फोन किया तो जवाब मिला की आज रात को उनका बिजली का कनेकशन बंद कर दिए जाएगा। कारण पूछा तो ठग ने बताया कि उन्होंने अपना बिजली का बिल अपडेट नहीं कराया है। ठग ने प्ले स्टोर से एक एप क्यू एस डाउनलोड करने के लिए कहा। जो जो जानकारी मांगी गई उन्होंने भर दी। इसी बीच उनके खाते से दो बार में 50 हजार रुपये कटने का मैसेज आया। उन्होंने बताया कि ठग ने खुद को यूपीसीएल का अधिकारी बताया था। इंस्पेक्टर रविंद्र यादव ने बताया कि केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई।
बिजली बंद करने के नाम पर बुजुर्ग से 50 हजार की ठगी
खास खबर : श्रद्धालुओं का बढ़ता सैलाब, केदारनाथ मंदिर में वीआइपी द्वार से श्रद्धालुओं के प्रवेश पर लगी रोक
रुद्रप्रयाग, चारधाम यात्रा में श्रद्धालुओं की लगातार संख्या बढ़ती जा रह है, जिसके चलते अब केदारनाथ मंदिर में वीआइपी द्वार से श्रद्धालुओं के प्रवेश पर रोक लगा दी गई है। अब हेली सेवा से पहुंचने वाले श्रद्धालु भी लाइन में लगकर ही बाबा के दर्शन करेंगे। इसके लिए वीआइपी द्वार पर बैरिकेडिंग लगाई गई है।
अब तक बड़ी संख्या में श्रद्धालु वीआइपी द्वार से मंदिर में प्रवेश कर रहे थे, इससे दर्शनों के दौरान धक्का-मुक्की तक की नौबत आ जा रही थी। वहीं, लाइन में खड़े श्रद्धालुओं को हर हाल में दो घंटे के भीतर दर्शन कराने होंगे। मंदिर परिसर में यात्रियों को नियंत्रित करने के लिए भी बैरिकेडिंग लगाई गई है, बाबा केदार के दर्शनों को इस बार श्रद्धालुओं का सैलाब उमड़ रहा है। इससे व्यवस्थाएं बनाने में प्रशासन के पसीने छूट रहे हैं। अब तक सवा लाख से अधिक श्रद्धालु बाबा के दर्शन कर चुके हैं। इससे दर्शनों के दौरान धक्का-मुक्का से भारी अव्यवस्था फैल रही है। दरअसल, हेली सेवा से प्रतिदिन आने वाले लगभग दो हजार श्रद्धालु भी वीआइपी द्वार से दर्शनों को पहुंच रहे। इससे अव्यवस्था और बढ़ गई है। इसी को देखते हुए प्रशासन ने वीआइपी दर्शनों पर रोक लगाने का निर्णय लिया |
जिलाधिकारी मयूर दीक्षित ने कहा कि धाम में आने वाले प्रत्येक श्रद्धालु को अब सामान्य लाइन में खड़े होकर दर्शनों के लिए अपनी बारी का इंतजार करना होगा। लाइन में खड़े श्रद्धालुओं को दो घंटे में दर्शन कराने के निर्देश दिए गए है, इसके लिए पुलिस फोर्स तैनात की गई है, जो लाइन में खड़े श्रद्धालुओं को दर्शन कराने में सहयोग कर रही है। जिलाधिकारी ने बताया कि प्रति मिनट 30 श्रद्धालुओं को दर्शन कराए जा रहे हैं, ताकि समय पर सभी श्रद्धालु दर्शन कर सकें।
मंदिर परिसर में व्यवस्थाएं बनाने और श्रद्धालुओं की मदद के लिए भारत-तिब्बत सीमा पुलिस (आइटीबीपी), पुलिस व प्रांतीय रक्षक दल (पीआरडी) के जवान, सेक्टर मजिस्ट्रेट और स्वास्थ्य कर्मी तैनात हैं। इसके अलावा ठंड से बचाव के लिए एक हजार से अधिक कंबल केदारनाथ भेजे गए हैं। यह उन श्रद्धालुओं को दिए जा रहे हैं, जो बिना गर्म कपड़ों के केदारनाथ पहुंच रहे हैं।
राजीव कुमार होंगे देश के अगले मुख्य चुनाव आयुक्त, 15 मई को संभालेंगे पदभार
नई दिल्ली, निर्वाचन आयुक्त राजीव कुमार को आज अगला मुख्य निर्वाचन आयुक्त नियुक्त किया गया है। विधि मंत्रालय द्वारा जारी एक अधिसूचना के अनुसार वह 15 मई को पदभार संभालेंगे। बता दें कि निवर्तमान सीईसी सुशील चंद्रा का कार्यकाल 14 मई को समाप्त हो रहा है। अधिसूचना सार्वजनिक करते हुए विधि मंत्री किरेन रीजीजू ने राजीव कुमार को शुभकामनाएं दीं। राजीव कुमार नीति आयोग के वाइस चेयरमैन रह चुके हैं। अप्रैल में ही उन्होंने वाइस चेयरमैन के पद से इस्तीफा दिया था।
राजीव कुमार नीति आयोग के दूसरे उपाध्यक्ष थे। 2014 में पहली बार सत्ता में आने के बाद मोदी सरकार ने योजना आयोग का नाम बदलकर नीति आयोग किया था। तब अरविंद पनगढ़िया नीति आयोग के पहले उपाध्यक्ष बनाए गए थे।
राजीव कुमार सितंबर 2017 से सरकार के थिंक टैंक के वीसी हैं। इसके अलावा वह गोखले इंस्टीट्यूट ऑफ पॉलिटिक्स एंड इकोनॉमिक्स, पुणे के चांसलर और गिरी इंस्टीट्यूट ऑफ डेवलपमेंट स्टडीज, लखनऊ के बोर्ड ऑफ गवर्नर्स के अध्यक्ष के रूप में भी काम करते हैं। फिक्की के महासचिव का कार्यभार भी संभाल चुके हैं। उन्होंने भारतीय स्टेट बैंक के केंद्रीय बोर्ड में दो कार्यकाल और भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) के केंद्रीय बोर्ड में काम किया है।
ज्ञानवापी पर आया फैसला, नहीं हटाए जाएंगे कोर्ट कमिश्नर, फिर होगा सर्वे, 17 मई तक मांगी रिपोर्ट
नई दिल्ली, विश्वनाथ मंदिर से सटी ज्ञानवापी मस्जिद प्रकरण में शृंगार गौरी समेत अन्य विग्रहों के सर्वे के लिए नियुक्त कोर्ट कमिश्नर को बदलने की मांग वाली याचिका पर गुरुवार को फैसला आ गया है। कोर्ट ने 17 मई से पहले दोबारा सर्वे का आदेश दिया है। कोर्ट ने आदेश दिया कि कोर्ट कमिश्नर भी नहीं बदला जाएगा। लगातार तीन दिन तक दोनों तरफ की बहस के बाद बुधवार सिविल जज (सीनियर डिविजन) की अदालत में फैसला सुरक्षित कर लिया था।
कोर्ट ने आदेश दिया है कि पूरे परिसर का सर्वे होगा। कोर्ट कमिश्नर की कार्यवाही जारी रहेगी। अजय मिश्र को नहीं बदला जाएगा। विशाल सिंह को विशेष कमिश्नर बनाया गया है। जो पूरी टीम का नेतृत्व करेंगे। उनके साथ अजय प्रताप सिंह को भी शामिल किया गया है।
वादी पक्ष के अधिवक्ता ने कोर्ट से अपील की कि चाबी जिस किसी के पास हो, उससे ज्ञानवापी मस्जिद का तहखाना खुलवाएं या ताला तुड़वाएं। कोर्ट कमीशन को अंदर प्रवेश कराकर सर्वे पूरा कराया जाय। वहीं, विपक्षी अधिवक्ता ने सन-1937 के निर्णय का हवाला देते हुए कहा कि मस्जिद का कोर्ट यार्ड वक्फ बोर्ड की संपत्ति है तो उसका सर्वे कैसे हो सकता है। इस प्रकरण में पहली बार काशी विश्वनाथ मंदिर न्यास के अधिवक्ता ने भी अपना पक्ष रखा।
कृषि एवं उद्यान विभाग की विभिन्न योजनाओं की पैरवी के लिए केन्द्रीय कृषि मंत्री से मिले गणेश जोशी
‘केन्द्रीय कृषि मंत्री करेंगे उत्तराखण्ड में आयोजित होने वाले 12 हिमालयी राज्यों के कृषि मंत्रियों का सम्मेलन का उद्घाटन’
*देहरादून, राज्य के कृषि मंत्री गणेश जोशी द्वारा केन्द्रीय कृषि मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर से नई दिल्ली स्थित उनके आवास पर मुलाकात कर राज्य के कृषि एवं उद्यान विभाग की विभिन्न योजनाओं के लिए स्वीकृति तथा बजट स्वीकृतियों की पैरवी की।
इन योजनाओं की पैरवी करने दिल्ली दरबार पहुंचे कृषि मंत्री गणेश जोशी
1. पीअर-टू-पीअर लर्निंग के लिए उत्तराखण्ड में आयोजित होने वाले हिमालयी राज्यों के कृषि मंत्रियों व विभागाध्यक्षों के सम्मेलन का उद्घाटन करने आएंगे केन्द्रीय कृषि मंत्री।
2. प्रदेश में जैविक खेती को बढ़ावा देने के लिए परम्परागत कृषि विकास योजनांतर्गत 4300 तथा नमामि गंगे योजनांतर्गत 1800 नए क्लस्टरों हेतु बजट आवंटन।
3. पर्वतीय क्षेत्रों के कृषकों द्वारा उत्पादित परम्परागत फसलों के स्थानीय बीजों को सत्यापित बीजों के रूप में अनुदान पर वितरित किए जाने की अनुमति तथा राज्य को चार किश्तों के बजाए, पूर्व की भांति 50 – 50 प्रतिशत की दो किश्तों बजट आवंटित किए जाने हेतु।
4. राज्य की विषम भौगोलिक परिस्थितियों के दृष्टिगत कृषक उत्पादक संगठन – एफपीओ के गठन हेतु सीबीबीओ के चयन मानकों में शिथिलता।
5. राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा मिशन – गेहूं के अंतर्गत बजट प्राविधान को बढ़ा कर 400 लाख किए जाने के लिए।
6. उद्यान एवं खाद्य प्रसंस्करण विभाग द्वारा विशेष आर्थिक सहायता हेतु हार्नेसिंग द हॉर्टिकल्चर पोटेन्सिअल ऑफ उत्तराखण्ड के प्रस्ताव हेतु 2000 करोड़ की बजट स्वीकृति।
7. बागवानी मिशन योजनांतर्गत वित्तीय वर्ष 2022-23 हेतु 200 करोड़ परिव्यय की कार्ययोजना तथा प्रधानमंत्री कृषि योजना के ‘‘पर ड्रॉप, मोर क्रॉप’’ घटक की कार्ययोजना हेतु 99.36 करोड़ की स्वीकृति।
प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री से मिला चतुर्थ श्रेणी राज्य कर्मचारी संघ चिकित्सा स्वास्थ्य सेवाएं का प्रतिनिधि मंडल, लंबित मांगों के निस्तारण का किया अनुरोध
हरिद्वार (कुलभूषण), चतुर्थ श्रेणी राज्य कर्मचारी संघ चिकित्सा स्वास्थ्य सेवाएँ उत्तराखंड के प्रतिनिधि मंडल ने प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री से उनके आवास पर मुलाकात कर अपनी पूर्व से लंबित मांगों के निस्तारण का अनुरोध किया है आज स्वास्थ्य विभाग की बैठक माननीय स्वास्थ्य मंत्री जी की अध्यक्षता में होनी है संघ को आशा है कि चतुर्थ श्रेणी कर्मियों की मुख्य मांग पदोन्नति, लेब सहायक, ओ टी सहायक, डार्करूम सहायक, के पदों पर आई पी एच एस मानकों के तहत 50 प्रतिशत के कोटे पर पदोन्नति ,नर्सेस को मरीजो के संपर्क में आने पर पोष्टिक आहार भत्ता दिया जाता है चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी भी नर्सेस संवर्ग की भांति उनके साथ ही मरीजो के संपर्क रहते हैं उन्हें भी पोष्टिक आहार भत्ता दिया जाये,पुलिस संवर्ग के चतुर्थ श्रेणी कर्मियों और वाहन चालकों को एक माह का मानदेय द्वितीय शनिवार, रविवार के अवकाश में कार्य करने के बदले एक माह का मानदेय दिया जाता है किंतु स्वास्थ्य विभाग के चतुर्थ श्रेणी कर्मी राष्ट्रीय अवकाशों, होली, दीवाली, सभी राजकीय अवकाशों में भी इमरजेंसी, वी आई पी ,वार्ड में ड्यूटी पर रहते हैं किंतु आज तक एक माह के मानदेय की न्यायोचित मांग नही मानी गई , उद्यान विभाग में माली को टेक्निकल घोषित करते हुए उद्यान सहायक बना दिया गया है और उन्हें पदोन्नति के रूप में 4200ग्रैड पे भी दे दिया गया है स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारियों का कार्य भी टेक्निकल है उनको भी 4200 ग्रैड पे दिया जाना न्यायोचित होगा।
प्रदेश अध्यक्ष दिनेश लखेडा महामन्त्री सुनील अधिकारी, प्रदेश उपाध्यक्ष गुरुप्रसाद गोदियाल, नेलसन अरोड़ा ने कहा कि माननीय स्वास्थ्य मंत्री जी के सकारात्मक आश्वासन से प्रदेश के कर्मचारियों को उम्मीद जग गई है चतुर्थ श्रेणी कर्मियों की पदोन्नति, पोष्टिक आहार भत्ता, कर्मियों को टेक्निकल कर 4200 ग्रैड पे की मांग पर कार्यवाही होगी संघ के सभी कर्मचारियों ने इस संबंध में उम्मीद जताई है कार्मिकों की मांग पूर्ण होगी।
बड़ी बहन से की सगाई, छोटी नाबालिग बहन से हुआ प्यार तो भगा ले गया, आरोपी गिरफ्तार
देहरादून । एक युवक की जिस युवती से सगाई हुई, उसकी छोटी बहन से वह प्यार में पड़ गया। छोटी बहन नाबालिग थी। युवक ने प्यार के झांसे में लेकर लड़की को भगा लिया। लड़की बरामद हुई तो कहानी सामने आई। पुलिस ने हिमाचल प्रदेश से आरोपी को गिरफ्तार कर लिया। डालनवाला इंस्पेक्टर नंदकिशोर भट्ट ने बताया कि बीते चार अप्रैल को थाना क्षेत्र निवासी नाबालिग लड़की लापता हो गई थी।
आठ अप्रैल को पुलिस ने उसे बरामद कर लिया था। इस दौरान पीड़िता ने बताया कि महावीर सिंह पुत्र देवी सिंह हाल निवासी लक्कड़ बस अड्डा शिमला मूल निवासी दोसा, बलाचौर, जिला शहीद भगतसिंह नगर के वह संपर्क में थी। पुलिस ने पीड़िता के मजिस्ट्रेटी बयान दर्ज कराने के साथ ही मेडिकल कराया।
पुलिस को पता लगा कि लड़की के लापता होने से कुछ समय पहले उसकी बड़ी बहन की महावीर से सगाई हुई थी। सगाई के बाद महावीर मंगेतर की छोटी बहन के संपर्क में आया। दोनों के बीच फोन पर बात शुरू हुई तो प्यार परवान चढ़ा। उसने लड़की को हिमाचल बुला लिया। वहां प्रेम के झांसे में दुष्कर्म किया। पुलिस ने पिछले महीने लड़की को बरामद कर लिया था। मंगलवार को आरोपी को गिरफ्तार कर पुलिस दून लाई।
बाबा हरदेव सिंह जी को समर्पित – समर्पण दिवस
युगदृष्टा बाबा हरदेव सिंह जी का दिव्य, सर्वप्रिय स्वभाव व उनकी विशाल अलौकिक सोच, मानव कल्याण को समर्पित थी। उन्होंने पूर्ण समर्पण, सहनशीलता एंव विशालता वाले भावों से युक्त होकर ब्रह्मज्ञान रूपी सत्य के संदेश को जन-जन तक पहंुचाया और विश्वबन्धुत्व की परिकल्पना को वास्तविक रूप प्रदान किया।
बाबा हरदेव सिंह जी ने 36 वर्षों तक सत्गुरू रूप में निरंकारी मिशन की बागड़ोर संभाली। उन्होंने आध्यात्मिक जागृति के साथ-साथ समाज कल्याण के लिए भी अनेक कार्यों को रूपरेखा प्रदान की, जिनमंे मुख्यतः रक्तदान, ब्लड बैंक का गठन, नेत्र जांच शिविर, वृक्षारोपण अभियान, स्वच्छता अभियान आदि के आयोजन का बहुमूल्य योगदान रहा। एक आदर्श समाज की स्थापना हेतु महिला सशक्तिकरण एवं युवाओं की ऊर्जा को नया आयाम देने के लिए भी बाबा जी ने कई परियोजनाओं को आशीर्वाद दिया। इसके अतिरिक्त प्राकृतिक आपदाओं के समय में भी उनके निर्देशन में मिशन द्वारा निरंतर सेवाएं निभाई गई।
बाबा जी ने मानवता का दिव्य स्वरूप बनाने हेतु निरंकारी संत समागमों की अविरल शृंखला को निरंतर आगे बढ़ाया जिसमंे उन्हांेने सभी को ज्ञानरूपी धागे में पिरोकर प्रेम एवं नम्रता जैसे दिव्य गुणों से परिपूर्ण किया। ‘इंसानियत ही मेरा धर्म है’ इस कथन को चरितार्थ करते हुए संत निरंकारी मिशन की शिक्षा को छोटे-छोटे कस्बों से लेकर दूर देशों तक बाबा जी ने विस्तृत किया। उन्होंने सदैव यही समझाया, कि भक्ति की धारा जीवन में निरंतर बहती रहनी चाहिए।
बाबा हरदेव सिंह जी को मानव मात्र की सेवाओं में अपना उत्कृष्ट योगदान देने के लिए देश-विदेश में सम्मानित भी किया गया। उन्हें 27 यूरोपीय देशों की पार्लियामेंट ने विशेष तौर पर सम्मानित किया और मिशन को संयुक्त राष्ट्र (यू.एन.) का मुख्य सलाहकार भी बनाया गया। साथ ही विश्व में शांति स्थापित करने हेतु अंर्तराष्ट्रीय स्तर पर भी सम्मानित किया गया।
सत्गुरू माता सुदीक्षा जी महाराज, बाबा हरदेव सिंह जी कि सिखलाईयों का ज़िक्र करते हुए कहते हैं कि बाबा जी ने अपना संपूर्ण जीवन ही मानव मात्र की सेवा में अर्पित कर दिया। मिशन का 36 वर्षों तक नेतृत्व करते हुए उन्होंने प्रत्येक भक्त को मानवता का पाठ पढ़ाकर उनके कल्याण का मार्ग प्रशस्त किया। बाबा जी ने जीवन के हर क्षेत्र में सदैव सर्वशक्तिमान निरंकार की इच्छा पर विश्वास करने पर बल दिया। सत्गुरू माता जी अक्सर कहते है कि हम अपने कर्म रूप में एक सच्चे इंसान बनकर प्रतिपल समर्पित भाव से अपना जीवन जीयें, यही सही मायनों में बाबा जी के प्रति हमारा सबसे बड़ा समर्पण होगा और उनकी शिक्षाओं पर चलते हुए हम उन्हें सच्ची श्रद्धांजलि अर्पित कर सकते हैं।
मानव कल्याण के प्रति समर्पित सत्गुरू बाबा हरदेव सिंह जी जीवनपर्यन्त एक आध्यात्मिक मार्गदर्शक के रूप में मानवता को सत्य का मार्ग दर्शाते रहे। इस दृष्टिकोण को सकारात्मक स्वरूप देते हुए वर्तमान सत्गुरू माता सुदीक्षा जी महाराज एक नई ऊर्जा एवं तनमयता के साथ आगे बढ़ा रहे हैं।
सत्गुरू माता सुदीक्षा जी महाराज की दिव्य उपस्थिति में इस वर्ष ‘समर्पण दिवस’ का आयोजन एक विशाल निरंकारी संत समागम के रूप में आज दिनांक 13 मई, दिन शुक्रवार, सायं 5.00 बजे से रात्रि 9.00 बजे तक, संत निरंकारी आध्यात्मिक स्थल समालखा (हरियाणा) में किया जायेगा। यह समागम देश एवं विदेशों के विभिन्न हिस्सों में भी आयोजित किया जायेगा जहां सभी भक्त बड़ी संख्या में एकत्रित होकर बाबा हरदेव सिंह जी को स्मरण करेंगे और उनके द्वारा दिखाए गए मार्ग पर पूर्ण सकारात्मकता एवं समर्पण के साथ चलने के संकल्प को दोहरायेंगे।
वर्तमान समय में जहां हर ओर वैर, ईर्ष्या, द्वेष का वातावरण व्याप्त है, प्रत्येक मानव दूसरे मानव का केवल अहित ही करने में लगा हुआ है। ऐसे समय में बाबा हरदेव सिंह जी के प्रेरक संदेश कि ‘कुछ भी बनो मुबारक है पर पहले तुम इंसान बनो,’ ‘दीवार रहित संसार,’ ‘एक को मानो, एक को जानो, एक हो जाओ’ आदि को जीवन में अपनाने की नितांत आवश्यकता है। तभी सही मायनों में विश्व में अमन और शांति का वातावरण स्थापित हो सकता है।
डॉक्टर रंगदारी का मामला : टोनी कक्कड़ का गाना सुनने के बाद बच्चे ने किया प्रैंक,मां के मोबाइल से की थी कॉल
हल्द्वानी, इसी सप्ताह एक डाक्टर से तीन करोड़ की रंगदारी मांगने के मामले पुलिस जांच में जुटी ही थी कि उसे इस रंगदारी मांगने वाले के बारे में अजीब खुलासा हुआ, जब ईएनटी सर्जन डॉ. वैभव कुच्छल से तीन करोड़ की रंगदारी मांगने वाला और कोई नहीं बल्कि तीसरी कक्षा में पढ़ने वाला एक बच्चा निकला। पुलिस ने रंगदारी मामले का खुलासा करने का दावा करते हुए बताया कि दस साल के इस बच्चे ने मजाक-मजाक (प्रैंक) में एक अनजान नंबर मिला दिया था। हालांकि डॉ. कुच्छल पुलिस के खुलासे से सहमत नहीं हैं।
रामपुर रोड मानपुर उत्तर स्थित निजी अस्पताल के संचालक डॉ. वैभव कुच्छल के पास सोमवार शाम एक कॉल आई, जिसमें कॉल करने वाले ने तीन करोड़ की रंगदारी मांगी थी और न देने पर उनके बेटे के अपहरण की धमकी दी थी। इस घटना से जिले भर में खलबली मच गई थी। एसएसपी ने डॉक्टर के घर पर पुलिस फोर्स तैनात कर दी।
सर्विलांस से कॉल करने वाले की लोकेशन हापुड़ की मिली तो पुलिस टीम हापुड़ रवाना कर दी गई। कोतवाली पुलिस और एसओजी ने हापुड़ की एक कॉलोनी में दबिश देकर मंगलवार रात एक फर्नीचर कारोबारी को पकड़ लिया। पूछताछ में पता चला कि फोन कारोबारी ने नहीं बल्कि उनके 10 साल के बेटे ने किया था। पिता को इस बारे में कोई जानकारी नहीं थी। पुलिस दोनों को साथ लेकर रात में ही हल्द्वानी आ गई।
हल्द्वानी थाने में पुलिस टीम ने बालक से पूछताछ की। उसने बताया कि सोमवार शाम माता-पिता घर पर नहीं थे। उस वक्त उसने प्रैंक करते-करते अपनी मां के मोबाइल से कॉल की। उसने टोनी कक्कड़ का गाना सुन रखा था। टोनी के ‘नंबर लिख’ शीर्षक वाले गाने में एक लाइन है, नंबर लिख 98971 हमको अंग्रेजी आती है कम, डम डिगा डम डिगा डम…। डॉक्टर वैभव कुच्छल का मोबाइल नंबर भी 98971…21 है। इस पर कॉल लगने पर उसने मजाक में ही रंगदारी की बात कह दी। बच्चे ने जिस मोबाइल से कॉल किया पुलिस ने उसे कब्जे में ले लिया है। पुलिस ने डॉक्टर के सामने भी बच्चे से पूछताछ की। बच्चे ने वह पूरा डायलॉग भी बोला, जो उसने फोन पर डॉक्टर से कहा था।
‘दिमाग के डॉक्टर होते तो मुझे समझ लेते, गले के डॉक्टर थे तो गले पड़ गए’
पूछताछ में दस साल के बालक से महिला पुलिस ने पूछा कि क्या उसे पता था कि उसने डॉक्टर को फोन किया है। इस पर वह बोला कि उसने तो सिर्फ प्रैंक किया था। वैभव अंकल डॉक्टर हैं, यदि दिमाग के डॉक्टर होते तो उसे समझ जाते, गले के डॉक्टर हैं इसलिए मेरे गले पड़ गए। पूछताछ से बच्चा झुंझलाया हुआ लग रहा था। बालक ने बताया कि वह हापुड़ के एक कान्वेंट स्कूल में कक्षा तीन का छात्र है। हर कक्षा में नंबर वन आने के कारण उसे क्लास टीचर ने हेड ब्वॉय बना दिया।
जो बच्चा गेम में अव्वल नंबर पाता है, उसे मुफ्त में गेम की सुविधा गूगल से मिलती
घर में वह मां के मोबाइल पर गेम खेलता है। जिस गेम की कीमत 650 रुपये है, उसे भी वह मुफ्त में डाउनलोड कर लेता है। उसने यह भी बताया कि वह साथियों के साथ फुटबाल खेलना पसंद करता है। उसे दुनिया के जाने-माने खिलाड़ी रोनाल्डो बहुत पसंद हैं। उनकी टीशर्ट का नंबर 07आर है। इस बीच एक पुलिसकर्मी के कहने पर कुछ ही देर में बालक ने उसका यू-ट्यूब पर चैनल बना दिया। बच्चे की बातों और तकनीकी ज्ञान को देखकर पुलिसकर्मी भी हैरत में पड़ गए। बच्चे के पिता का कहना था कि वह मोबाइल या यू ट्यूब के बारे में अधिक नहीं जानते हैं। वह बेटे को अपना मोबाइल भी नहीं देते हैं लेकिन वह अपनी मां के मोबाइल पर गेम खेलता रहता है।
हालांकि डॉक्टर बच्चे की आवाज और मोबाइल पर सुनी गई आवाज को एक नहीं मान रहे हैं। उन्होंने पुलिस से मामले की गहन जांच करने की मांग की है। इधर सीओ भूपेंद्र सिंह धोनी और कोतवाल हरेंद्र चौधरी का कहना है कि सर्विलांस के आधार पर घटना का सटीक खुलासा किया गया है। जिस नंबर से कॉल की गई उस नंबर का मोबाइल भी बरामद कर लिया है। बालक को चाइल्ड वेलफेयर कमेटी के समक्ष पेश किया गया। कमेटी ने काउंसिलिंग के बाद उसे उसके पिता की सुपुर्दगी में दे दिया है। डॉ. वैभव कुच्छल ने पुलिस के खुलासे पर सवाल उठाए हैं। उनका कहना है कि बच्चे की आवाज में कॉल कर रंगदारी मांगी गई थी। बदमाश ने उनके बेटे के अपहरण करने की भी धमकी दी थी। बच्चे की बनावटी आवाज में कॉल की गई। पुलिस की गिरफ्त में आए दस साल के बालक की आवाज उससे नहीं मिल रही है। उनका कहना है कि पुलिस मामले का स्पष्ट खुलासा करे और साजिश के पीछे कौन-कौन शामिल हैं, उन्हें गिरफ्तार करे।
आपको बता दें डॉ. वैभव कुच्छल मूल रूप से मुजफ्फरनगर (यूपी) जिले के नई मंडी के रहने वाले हैं। 2007 में डॉक्टर की मां विजय लक्ष्मी कुच्छल की घर में हत्या कर बदमाशों ने लूटपाट की थी। इस घटना में तीन बदमाश पकड़े गए थे। डॉक्टर का आरोप है कि मां की हत्या का भी यूपी पुलिस ने सही खुलासा नहीं किया था। उस घटना से रंगदारी मांगने के तार जुड़े हो सकते हैं। मामले में पुलिस को अभी अन्य पहलुओं पर भी जांच करनी चाहिए कि आखिरी इसके पीछे कौन लोग थे। यह घटना साधारण नहीं है। पुलिस जांच करे तो अन्य पहलू भी सामने आ सकते हैं। डॉक्टर के समर्थन में शहर के व्यवसायी नेता नवीन वर्मा, प्रदीप सब्बरवाल, इंद्र कुमार भुटियानी, सपा नेता शोएब अहमद, आप नेता समित टिक्कू सहित अन्य लोग कोतवाली थाने पहुंचे थे, एसएसपी, नैनीताल पंकज भट्ट के मुताबिक रंगदारी मामले का खुलासा कर दिया गया है। नियमानुसार प्रक्रिया अपनाई गई है। नाबालिग की गिरफ्तारी नहीं हो सकती है। रंगदारी के मुकदमें में सजा सात साल से कम है इसीलिए उसे सीडब्ल्यूसी के समक्ष पेश किया गया।
माधवाश्रम अस्पताल के बेसमेंट में सीवर का पाईप फटने से अफरातफरी का माहौल, मरीजों सहित अस्पताल स्टाफ को उठानी पड़ी दिक्कतें।
देवेन्द्र चमोली
रुद्रप्रयाग- कोटेश्वर स्थित माधवाश्रम जिला अस्पताल में सुबह अफरा तफरी का माहौल देखने को मिला मामला यह था कि अस्पताल के बैसमेंट में सीवर पाईप फट जाने से कचरा व पानी बैसमेंट में फैल गया। वैसमेंट से संचालित सभी यूनिटों का आवश्यक सामान शिफ्ट करने में अस्पताल स्टाप को भारी परेशानी उठानी पड़ी व वैसमेंट से संचालित कई सुविधाओं का लाभ मरीजों को नहीं मिल पाया।
आज प्रातः माधवाश्रम अस्पताल कोटेश्वर के बैसमेंट में सीवर पाईप फटने से सीवर का कचरा पूरे बैसमेंट में फैल गया जिससे बैसमेंट से संचालित एक्सरै यूनिट, फीजियो थैरपी, जन औषधि केन्द्र , पैथोलॉजी आदि की सुविधा मरीजों को नहीं मिल पाई। अस्पताल स्टाप वहाँ से सामान शिफ्ट करने मे जुटा रहा। सुबह कुछ समय के लिये अस्पताल मे अफरा तफरी का माहौल बना रहा एक ओर मरीज अपने इलाज की प्रतिक्षा में परेशान रहे तो दूसरी ओर अस्पताल का स्टाप मरीजों को आवश्यक सुविधा जुटाने में परेशान रहा। अस्पताल स्टाप द्वारा बैसमेंट से संचालित कार्य बंद किये गये व डाक्टरों द्वारा ऊपरी मंजिलों पर मरीजों की जॉच की गई।
सीएमएस डा. मनोज बडोनी ने बताया की सुबह बैसमेंट में कचरा भरने से अब्यवस्थाएं हुई है स्टाप द्वारा आवश्यक सामान व ओपीडी आदि को बैसमेंट से हटाया गया। कल से सारी ब्यवस्थायें पूर्व की भांति सुचारू रुप से संचालित हो जायेंगी।