Saturday, June 21, 2025
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उत्तराखंड चारधाम यात्रा 2022 • साढ़े पच्चीस लाख के निकट पहुंची चारधाम यात्रियों की संख्या

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• चारों धामों में बारिश शुरू हुई सड़क मार्गों में कहीं-कहीं भूस्खलन जोन सक्रिय लेकिन यात्रा सुचारू चल रही।

• अभी तक श्री बदरीनाथ नौ लाख पंद्रह हजार, केदारनाथ आठ लाख सैंतालीस हजार , गंगोत्री पहुंचे चार लाख सैंतीस हजार तथा यमुनोत्री पहुंचे तीन लाख सैंतीस हजार से अधिक तीर्थयात्री।
श्री हेमकुंट साहिब लोकपाल तीर्थ एक लाख पैसठ हजार से अधिक श्रद्धालु पहुंचे।

देहरादून 3 जुलाई। चारधाम यात्रा में श्रद्धालुओं का सैलाब उमड़ा है आज तक 25 लाख 38 हजार दो सौ सत्तासी तीर्थयात्री उत्तराखंड चारधाम दर्शन हेतु पहुंच गये है। मानसून के प्रभाव से यात्रा में कमी देखी जा रही है। चारों धामों में हल्की बारिश है। बदरीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग पर शिरोबगड़ में सड़क अवरूद्ध मार्ग सुचारू हो गया है साथ ही श्रीनगर- खेड़ाखाल सड़क से भी वाहनों को रूद्रप्रयाग भेजा गया।
लामबगड़ एवं पागलनाला जैसे भूस्खलन जोन से यातायात प्रभावित रहा, लेकिन आज यात्रा सुचारू है; केदारनाथ हेली सेवा बारिश से आंशिक रूप से प्रभावित हुई है मानसून के कारण अधिकांश हेलीकंपनियों ने सेवा बंद कर दी है। मौसम के अनुकूल रहने पर दो- तीन हेलीकॉप्टर सेवा चल रही है। गंगोत्री राजमार्ग सुचारू है यमुनोत्री राजमार्ग भूस्खलन से बाधित रहा अब मार्ग सुचारू हो गया है।
प्राप्त आंकड़ों के अनुसार श्री बदरीनाथ धाम कपाट खुलने की तिथि 8 मई से आज तक 915838 तीर्थयात्री धाम पहुंच गये। श्री केदारनाथ धाम कपाट खुलने की तिथि 6 मई से आज तक 847070 तीर्थयात्री केदारनाथ पहुंच गये।
इसमें हेलीकॉप्टर से पहुंचे 82009 तीर्थयात्री भी शामिल हैं।
श्री गंगोत्री धाम कपाट खुलने की तिथि 3 मई से आज तक 437912 तथा श्री यमुनोत्री धाम कपाट खुलने की तिथि 3 मई से आज तक 337467 तीर्थयात्री यमुनोत्री पहुंच गये है।अभी तक श्री बदरीनाथ-केदारनाथ पहुंचनेवाले कुल तीर्थयात्रियों की संख्या का योग-1762908 है ।
श्री गंगोत्री-यमुनोत्री पहुंचे तीर्थ यात्रियों की संख्या 775379 रही।‌ आज तक उत्तराखंड चारधाम पहुंचे संपूर्ण तीर्थयात्रियों की संख्या 2538287( पच्चीस लाख अड़तीस हजार दो सौ सत्तासी ) है। रविवार शाम तक श्री बदरीनाथ 3222, केदारनाथ 4117 यमुनोत्री 1105 तथा गंगोत्री 1835 तीर्थ यात्री पहुंचे। कपाट खुलने की तिथि 22 मई से अभी तक श्री गुरूद्वारा हेमकुंट साहिब एवं लोकपाल तीर्थ पहुंचे तीर्थ यात्रियों की संख्या 165612 रही है।श्री हेमकुंट में कुछ दिनों पहले हुई बर्फबारी से मौसम सर्द है बावजूद हेमकुंट यात्रा सुचारू है।
मानसून की दस्तक के साथ ही प्रतिदिन के यात्रियों की संख्या में गिरावट आयी है तथा भूस्खलन से सड़क मार्ग बाधित हो रहे है। लेकिन यात्रा निरंतर चल रही है। प्रदेश सरकार, पुलिस-प्रशासन, आपदा प्रबंधन, एसडीआरएफ, उत्तराखंड पर्यटन, बदरी-केदार मंदिर समिति द्वारा यात्रियों से अपील की जा रही है कि मौसम के अलर्ट सहित बारिश- भूस्खलन तथा सड़कों की स्थिति के अनुसार यात्रा मार्गों पर आगे बढ़े। अधिक बारिश होने पर सुरक्षित स्थानों में रूक जाये। रात्रि के समय यात्रा में सावधानी रखें।
उत्तराखंड सरकार ने यात्रियों की सुविधा-सुरक्षा हेतु तीर्थयात्रियों के पंजीकरण को अनिवार्य किया है तीर्थयात्री उत्तराखंड पर्यटन की वेबसाइट से घर बैठे आनलाइन पंजीकरण के अलावा हरिद्वार ऋषिकेश के अलावा भी चारधाम के सभी फिजीकल रजिस्ट्रेशन काउंटरों पर फोटोमेट्रिक आनलाईन रजिस्ट्रेशन कर सकते है।
श्री बदरीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति के मीडिया प्रभारी डा. हरीश गौड़ ने उपरोक्त जानकारी देते हुए बताया कि चारधाम तीर्थयात्रियों के आंकड़े श्री बदरीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति/ पुलिस- प्रशासन/ आपदा प्रबंधन / गुरुद्वारा श्री हेमकुंट साहिब प्रबंधन ट्रस्ट के सहयोग से लोकसूचनार्थ तथा मीडिया तक चारधाम यात्रा संबंधित आंकड़ों की जानकारी पहुंचाने के मद्देनजर जारी किये गये हैं।

•मीडिया प्रकोष्ठ
श्री बदरीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति द्वारा जारी किया गया।

भाजपा की सरकार में न तो किसी व्यापारी का अहित हुआ है न ही होगा : सौरभ

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(नारायण सिंह रावत)

सितारगंज, देवभूमि व्यापार मण्डल समिति सितारगंज की नवनियुक्त कार्यकारिणी का शपथ ग्रहण समारोह का आयोजन महाराजा अग्रसेन धर्मार्थ ट्रस्ट के परिसर में सम्पन्न हुआ। मुख्य अतिथि केबिनेट मन्त्री सौरभ बहुगुणा ने कहा कि समिति के पदाधिकारी व्यापारी हितों को संरक्षित करने का काम करें, किसी की भी सरकार प्रदेश में हो वह व्यापारी उत्पीड़न के खिलाफ रहेंगे और भाजपा की सरकार में न तो किसी व्यापारी का अहित हुआ है न ही होगा।

जिलाध्यक्ष गुरमीत सिंह ने नवनियुक्त अध्यक्ष सुरेश तनेजा नीटू , महामंत्री प्रदीप बंसल, कोषाध्यक्ष जितेन्द्र सैनी,युवा अध्यक्ष सन्दीप गुप्ता,युवा महामंत्री ललित जोशी, युवा कोषाध्यक्ष अफसार अहमद जिला उपाध्यक्ष राजेश जिन्दल, जिला उपाध्यक्ष संजय गोयल व सभी पदाधिकारियों को पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलवाई।

इस मौके पर व्यापार मन्डल के प्रदेश महामंत्री नरेन्द्र अरोरा भाजपा जिलाध्यक्ष विवेक सक्सेना, जिला महामंत्री महेश मित्तल,प्रदेश संयुक्त मंत्री आदेश ठाकुर,वरिष्ठ उधोगपति शिवकुमार मित्तल,वरिष्ठ समाजसेवी अजीत सिंह जोशन,जिला कोषाध्यक्ष तारा चन्द अग्रवाल,मण्डल अध्यक्ष विजय सलूजा,पलविन्दर सिंह औलख,सुरेश जैन,भीमसेन गर्ग, कमल जिन्दल,आदेश चौहान,राजेश शैली,नरेश कंसल,धर्मेन्द्र चौधरी,गंगवार,शीतल सिंघल, मुकेश गर्ग,उदय राणा,मुकेश सनवाल, रवि रस्तोगी,विशन जोशी,परवेज पटौदी, प्रिन्स गुप्ता, सौरभ सिंघल,पंकज गहतोडी़, अमित रस्तोगी,गोपाल सिंह बिष्ट आदि रहे। अध्यक्षता वरिष्ठ समाजसेवी अग्रसेन ट्रस्ट के महामंत्री सुरेश सिंघल व संचालन राजेश ढल ने किया |

जिलाधिकारी के निर्देश पर भिक्षावृत्ति में लिप्त महिला एवं बच्चों को किया गया रेस्क्यू

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देहरादून, जिलाधिकारी डॉ. आर. राजेश कुमार के निर्देशानुसार भिक्षावृत्ति में लिप्त महिला एवं बच्चों को रेस्क्यू किया गया। देहरादून शहर में बच्चों द्वारा भिक्षावृत्ति आए दिन बढ़ती जा रही है जिनमें ज्यादातर महिलाएं और उनके साथ बच्चें जो भिक्षावृत्ति में सुबह से शाम तक शहर के विभिन्न चैराहों पर भिक्षा वृत्ति करते देखे जा सकते हैं। इस प्रकार की समस्या का संज्ञान लेते हुए जिला बाल अधिकार संरक्षण आयोग ने शहर में भीख मांगने वाली महिलाएं और बच्चों को रेस्क्यू कर सरकार द्वारा मानक के अनुरूप सुविधा मुहैया कराने को कहा। जिससे इन सभी को सरकार की मुख्य धारा से जोड़ा जा सके।

अभियान को लेकर विभिन्न संस्थाओं और विभागों द्वारा,आईएसबीटी से लेकर रिस्पना पुल तक भिक्षावृत्ति करने वाली महिलाओं और बच्चों को रेस्क्यू किया गया। जिनमे 4 महिलाएँ और 9 बच्चों को रेस्क्यू किया गया जो भीख माँगने का काम कर रहे थे। सभी महिलाओं और बच्चों को रेस्क्यू कर मेडिकल कराकर सीडब्ल्यूसी के सामने पेश किया गया जिसके पश्चात सभी बच्चों को परिजनों के सुपुर्द किया गया।

इस दौरान समर्पण संस्था से मानसी मिश्रा व गीता ममगाईं, मैक संस्था से जहांगीर आलम, जिला प्रोबेशन कार्यालय से संपूर्णा भट्ट, रश्मि बिष्ट, एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग यूनिट से रायना रावत, देवेंदर, चाइल्डलाइन से जसवीर रावत, विजय बिष्ट, आसरा ट्रस्ट से अमर बहादुर, रवीना और बचपन बचाओ आंदोलन से सुरेश उनियाल आदि मौजूद रहे।

पटियाला में निःसंतान दंपत्तियों को संतान प्राप्ति का अवसर

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पटियाला, मेडिकवर फर्टिलिटी, जो दुनिया भर में फर्टिलिटी सॉल्यूशंस प्रदान करने में अग्रणी एक यूरोपीय फर्टिलिटी चेन है, ने हाल ही में पटियाला में एक नया अत्याधुनिक फर्टिलिटी क्लिनिक लॉन्च किया है। फर्टिलिटी चिकित्सा के क्षेत्र में 26 वर्षों की विरासत के साथ, मेडिकवर फर्टिलिटी देश के उत्तरी क्षेत्र में सबसे उन्नत फर्टिलिटी, समाधान लाता है।

 

 

मेडिकवर फर्टिलिटी क्लिनिक का उद्घाटन श्री मनमोहन शर्मा (प्रादेशिक प्रबंधक- मेडिकवर फर्टिलिटी), और डॉ राखी गोयल (नैदानिक प्रभारी, आईवीएफ सलाहकार, चंडीगढ़ – मेडिकवर फर्टिलिटी) और डॉ रंजना गुप्ता (स्त्री रोग विशेषज्ञ और बांझपन विशेषज्ञ), की उपस्थिति में, गुप्ता अस्पताल, पटियाला में 2, जुलाई 2022, को किया गया।

 

मेडिकवर फर्टिलिटी ने गुप्ता अस्पताल जो पटियाला का एक प्रसिद्ध अस्पताल है,के साथ हाथ मिलाया है। इस एसोसिएशन का उद्देश्य निःसंतान दंपतियों में जटिलताओं की शीघ्र पहचान करना और संपूर्ण फर्टिलिटी देखभाल प्रदान करना है। फर्टिलिटी क्लिनिक की स्थापना पटियाला, फतेहगढ़ साहिब, रूपनगर, मोहाली और आसपास के अन्य कस्बों और शहरों के लोगों को विश्व स्तरीय फर्टिलिटी समाधान प्रदान करने की दृष्टि से की गई है, जो एडवांस फर्टिलिटी सेवाओं की तलाश के लिए महानगरों की यात्रा कर रहे थे।

 

क्लिनिक पटियाला में ही पुरुषों और महिलाओं के लिए सभी परामर्श और परीक्षण सुविधाएं प्रदान करेगा, इसलिए पटियाला में बच्चे पैदा करने के लिए संघर्ष कर रहे निःसंतान दंपत्ति अपने फर्टिलिटी उपचार के लिए क्लिनिक का दौरा कर सकते हैं। इसके अलावा, जोड़े इसके चंडीगढ़ क्लिनिक में मेडिकवर फर्टिलिटी की विश्व स्तरीय तकनीक, उच्च प्रशिक्षित डॉक्टरों और आई वी एफ प्रयोगशालाओं का उपयोग करने में सक्षम होंगे। इसके अलावा, मेडिकवर फर्टिलिटी अधिक से अधिक लोगों की सहायता के लिए समय-समय पर विभिन्न क्षेत्रों में मुफ्त परामर्श और परीक्षण शिविर भी आयोजित करेगी।

 

भारत में बांझपन एक सार्वजनिक स्वास्थ्य मुद्दा बन गया है। दुर्भाग्य से, भारत में 6 में से 1 जोड़े को अपनी फर्टिलिटी आयु के दौरान फर्टिलिटी समस्याओं का सामना करना पड़ता है। हालांकि, अगर वे सही समय पर ट्रीटमेंट लेते हैं, तो कारण का आसानी से निदान किया जा सकता है और आईवीएफ, आईयूआई या आईसीएसआई जैसे उपचारों से इसका इलाज किया जा सकता है।

 

श्री मनमोहन शर्मा (एमडी- मेडिकवर फर्टिलिटी) ने कहा कि “अव्यवस्थित जीवनशैली, ख़राब आदतों और देर से विवाह के कारण असफल गर्भावस्था के बढ़ते मामले भारत में फर्टिलिटी उपचार की मांग को बढ़ा रहे हैं। इसके विपरीत दूर-दराज के क्षेत्रों में फर्टिलिटी केंद्रों की अनुपस्थिति के कारण कई लोग गुणवत्तापूर्ण उपचार से वंचित रह रहे हैं। इसलिए, पटियाला क्लिनिक में, हम बांझ दंपतियों को व्यक्तिगत नैदानिक देखभाल के उच्चतम मानक प्रदान करने के लिए तत्पर हैं, और उन्हें ब्याज मुक्त किश्तों में इलाज की लागत का भुगतान करने का विकल्प भी मिलेगा, ”।

 

डॉ लवी सिंधु (क्लिनिकल इंचार्ज, आईवीएफ कंसल्टेंट मेडिकवर फर्टिलिटी) ने कहा कि “माता-पिता बनने के लिए संघर्ष कर रहे जोड़ों के लिए गुणवत्तापूर्ण और किफायती समाधान लाना हमारा दृष्टिकोण है, और हम यह सुनिश्चित करना चाहते हैं कि माता-पिता बनने की उनकी यात्रा एक खुशहाल और निर्बाध हो। हम मानते हैं कि फर्टिलिटी चिकित्सा में नवीनतम संवर्द्धन के साथ-साथ फर्टिलिटी उपचार में पारदर्शिता, नैतिकता में कोई समझौता नहीं और राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय मानकों के सख्त अनुपालन की आवश्यकता है। बड़े और छोटे शहरों सहित पूरे भारत में अपनी उपस्थिति का विस्तार करके, हम इस दृष्टि को साकार करने जा रहे हैं। ”

 

मेडिकवर फर्टिलिटी के बारे में:

मेडिकवर फर्टिलिटी की स्थापना 1985 में बांझपन के लिए कई विशेष जांच प्रक्रियाओं को देने के लिए की गई थी, जिससे जोड़ों को एक सफल गर्भावस्था को पूरा करने का सबसे अच्छा मौका मिला।

 

मेडिकवर फर्टिलिटी यूरोप आधारित फर्टिलिटी चेन सभी के लिए फर्टिलिटी देखभाल उपलब्ध कराने के अपने दृष्टिकोण में दूसरों से अलग है, यहां तक कि दूर दराज के स्थानों में रहने वाले लोगों के लिए भी।

 

26 वर्षों से, मेडिकवर फर्टिलिटी जोड़ों को माता-पिता बनने की खुशी प्रदान करने में सक्षम है और इसकी उच्च सफलता दर और पारदर्शिता के लिए जाना जाता है। यही कारण है कि दुनिया भर में हर 3 घंटे में एक मेडिकवर बेबी का जन्म होता है।

 

मेडिकवर फर्टिलिटी के अत्यधिक कुशल और अनुभवी डॉक्टरों के साथ फर्टिलिटी परामर्श के लिए मेडिकवर फर्टिलिटी के www.medicoverfertility.in पर जाएं।

 

पटियाला के अलावा, मेडिकवर फर्टिलिटी की पहले से ही दिल्ली, हरियाणा, उत्तर प्रदेश, पंजाब, हिमाचल प्रदेश, हैदराबाद, सिकंदराबाद, श्रीनगर और जम्मू में क्लिनिक है।

 

 

दर्दनाक हादसा- केदारनाथ पैदल मार्ग पर कंडी से गिरा बच्चा खाई में गिरने से हुई मौत

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(देवेंन्द्र चमोली)
रुद्रप्रयाग- केदारनाथ पैदल मार्ग पर हादसों का शिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा आज फिर केदारनाथ मार्ग पर एक दर्दनाक घटना तब घटी जब लिनचोली के पास कंडी से केदारनाथ ले जाया जा रहे एक बच्चे की गहरी खाई में गिरने से मौत हो गई। बच्चे को एक नेपाली मजदूर द्वारा कंडी से केदारनाथ ले जाया जा रहा था। घटना के बाद से मजदूर मौके से फरार बताया जा रहा है सोनप्रयाग कोतवाली में नेपाली मजदूर के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर दिया है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार दो दिन पहले आगरा से चार सदस्यीय एक परिवार केदारनाथ यात्रा के लिए आया था पति, पत्नी व उनके दो केदारनाथ यात्रा को जा रहे थे। भीमबली के बाद दम्पति ने बेटे को एक नेपाली मजदूर की कंडी पर सवार कर दिया और अपने आप पैदल चलने लगे। बताया जा रहा है कि बड़ी लिनचोली के पास कंडी से बच्चा 200 मीटर नीचे गहरी खाई में गिर गया जिससे उसकी मौत हो गई। बच्चे के माता-पिता को रास्ते से कुछ लोगों द्वारा बच्चे के गिरने की सूचना मिली आनन-फानन में लिनचोली पहुंचते ही माता-पिता ने पुलिस को मामला बताया और बच्चे की तलाश शुरू की गई। पुलिस और एसडीआरएफ ने खोजबीन करते हुए लिनचोली के पास 200 मीटर नीचे गहरी खाई से बच्चे के शव को बरामद किया। माता-पिता के पास नेपाली मजदूर की कोई पहचान नहीं होने के मजदूर की तलाश जारी है।
पुलिस अधीक्षक आयुष अग्रवाल ने बताया कि लिनचोली के पास आगरा निवासी शिवा गुप्ता की कंडी से गिरकर दुःखद मौत हुई है। पुलिस ने सोनप्रयाग कोतवाली में नेपाली मजदूर के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर दिया है, जबकि मृत बच्चे के माता पिता द्वारा बताये गये हुलिए के अनुसार मजदूर की तलाश की जा रही है।

ब्रेकिंग : नैशनल हाईवे के किनारे खाई से मिले दो युवकों के शव, परिजनों ने की शवों की शिनाख्त

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हल्द्वानी, ज्योलीकोट—भवाली राष्ट्रीय उच्च मार्ग पर खाई से 21—22 साल के दो युवकों के शव बरामद हुए हैं, गत दिनों भोटिया पड़ाव पुलिस चौकी में दर्ज की गई गुमशुदगी से इन शवों के तार जोड़े जाने लगे हैं। दरअसल 26 जून को रूद्रपुर के ट्रांजिट कैंप स्थित राजा कालोनी निवासी दो भाई हल्द्वानी खालसा इंटर कालेज में परीक्षा देने आए थे।

उस दिन फार्मेसी की परीक्षा थी। दोनों भाईयों के राम लखन व राजकुमार बताए गए हैं। 27 जून के उनके पिता देव प्रसाद ने भोटिया पड़ाव पुलिस चौकी पहुंच कर अपने दोनों बेटों के गुम होने की जानकारी दी थी। पुलिस ने आशंका के आधार पर रामलखन व राजकुमार के परिजनों को मौके पर बुलाया ।

पुलिस शवों को खाई से निकाल कर सड़क तक पहुंचाया और फिर उन्हें मोर्चरी भेज दिया। इस बीच शवों की शिनाख्त हो गई।
शव दो सगे भाईयों के है। वे रूद्रपुर के ट्रांजिट कैंप के राजा कालोनी के रहने वाले थे। उनके परिजन मौके पर ही पहुंच गए थे।
फिलहाल मामला सड़क हादसे का ही लग रहा है। शवों की 23 वर्षीय राजकुमार और 21 वर्षीय रामलखन के रूप में हुई है। दरअसल 26 जून को रूद्रपुर के ट्रांजिट कैंप स्थित राजा कालोनी निवासी दो भाई हल्द्वासनी खालसा इंटर कालेज में परीक्षा देने आए थे। उस दिन फार्मेसीकी परीक्षा थी। दोनों भाईयों के राम लखन व राजकुमार बताए गए हैं। 27 जून के उनके पिता देव प्रसाद ने भोटिया पड़ाव पुलिस चौकी पहुंच कर अपने दोनों बेटों के गुम होने की जानकारी दी थी। पुलिस ने आशंका के आधार पर रामलखन व राजकुमार के परिजनों को मौके पर बुलाया । परिजनों ने अपने बेटों की शिनाख्त की।

मोर्चा की मेहनत रंग लाई : मंत्री रेखा को आंगनबाड़ी वर्कर्स की सताने लगी चिंता : नेगी

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देहरादून (विकासनगर), जन संघर्ष मोर्चा अध्यक्ष एवं जीएमवीएन के पूर्व उपाध्यक्ष रघुनाथ सिंह नेगी ने कहा कि प्रदेश की आंगनबाड़ी वर्कर्स की परेशानियों को लेकर मोर्चा द्वारा महिला सशक्तिकरण एवं बाल विकास विभाग की मंत्री श्रीमती रेखा आर्य पर जबर्दस्त प्रहार कर उनको जगाने का काम किया था तथा शासन में भी इन वर्कर्स की मांगों को सचिव के समक्ष रखा गया था | एक-आध दिन पहले ही उक्त मांगों पर महिला सशक्तिकरण एवं बाल विकास मंत्री श्रीमती रेखा आर्य द्वारा संज्ञान लेकर सचिव को इनकी समस्याओं का निराकरण करने के निर्देश दिए गए एवं वर्कर्स की पीड़ा पर गंभीरता से विचार कर निस्तारण करने के भी निर्देश दिए, जोकि मोर्चा की बहुत बड़ी है | नेगी ने कहा कि आंगनबाड़ी वर्कर्स को लगभग3- 4 माह से मानदेय नहीं मिल पाया था तथा लगभग 2 वर्ष से भवन किराया (जिसमें केंद्र संचालित होता है) नहीं मिल पाया, जिस कारण भवन स्वामी आंगनबाड़ी वर्कर्स पर किराया चुकाने को लगातार दबाव बनाए हुए हैं | इसी प्रकार टीएचआर का भुगतान भी सात -आठ माह से नहीं हुआ था | नेगी ने कहा कि देर से ही सही, लेकिन सराहनीय कदम है | मोर्चा को उम्मीद है कि आंगनबाड़ी वर्कर्स की परेशानियां जल्द खत्म होंगी |

ईरान में 6.1 तीव्रता से आया भूकंप,यूएई तक महसूस हुए झटके

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ईरान  ।  ईरान में शनिवार को भूकंप के तेज जहटके महसूस किए गए है। मिली जानकारी के अनुसार भूकंप की तीव्रता 6.0 मापी गई है। भूकंप इतना जोरदार था कि दक्षिणी इलाके में एक गांव में इमारत धराशायी होने से अब तक तीन लोगों की मौत हो गई है। वहीं 19 लोगों के घायल होने की पुष्टि हुई हैं। घायलों में कुछ की हालत गंभीर बताई जा रही है। फिलहाल ईरान में राहत तथा बचाव कार्य जारी है, लेकिन मृतकों की संख्या बढ़ सकती है।
इतना ही नहीं इस भूकंप का असर संयुक्त अरब अमीरात के विभिन्न हिस्सों में भी देखने को मिला। संयुक्त अरब अमीरात के लोगों ने भी भूकंप के झटके महसूस किए। राहत की बात ये है कि अभी तक वहां कोई जान-माल की हानि नहीं हुई है। आशंका जताई जा रही है कि मृतकों की संख्या बढ़ सकती है।

अब ऑनलाइन फ्रॉड से कोई नहीं कर पाएगा कंगाल, सेफ रहेगी मेहनत की कमाई; बस ध्यान रखें ये 5 टिप्स

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ऑनलाइन ट्रांजेक्शन करना अब पेमेंट करने के सबसे पसंदीदा ऑप्शन में से एक बन गया है। नकद रखने के बजाय, लोग अब गूगलपे (GPay), पेटीएम, फोनपे जैसे ऐप्स के माध्यम से पेमेंट करना पसंद करते हैं।

आप यूपीआई ऐप में रजिस्टर्ड प्राप्तकर्ता के कॉन्टैक्ट नंबर पर या केवल क्यूआर कोड को स्कैन करके आसानी से ऑनलाइन पेमेंट कर सकते हैं। हालांकि, यदि आप इन ऐप्स के माध्यम से पेमेंट करते हैं, तो आपको यूपीआई पेमेंट के लिए सभी सेफ्टी टिप्स और ट्रिक के बारे में पता होना चाहिए ताकि आपका पैसा हमेशा सुरक्षित रहे। आपको सतर्क रहने और ऑनलाइन या साइबर धोखाधड़ी से भी सुरक्षित रहने की आवश्यकता है। यहां तक ​​​​कि गलत लिंक पर एक साधारण क्लिक भी धोखेबाज को अपने सभी महत्वपूर्ण डिटेल बताकर आपको परेशानी में डाल सकता है।

ऑनलाइन पेमेंट करने की प्रक्रिया बहुत ही सरल और आसान है। आपको बस एक स्मार्टफोन चाहिए जिसमें ऑनलाइन पेमेंट करने वाले ऐप्स में से एक डाउनलोड हो और एक बैंक अकाउंट आपके मोबाइल नंबर से जुड़ा हो। इसका उपयोग करने के लिए आपको ऐप पर रजिस्टर करना होगा। यदि आप गूगलपे, फोनपे, पेटीएम आदि किसी भी ऐप का उपयोग कर रहे हैं, तो आपको धोखाधड़ी और धन हानि से बचने के लिए कुछ बातों का ध्यान रखना होगा। यूपीआई पेमेंट करते समय ध्यान रखने योग्य कुछ सेफ्टी टिप्स यहां बताई गई हैं:

UPI पेमेंट करते समय ध्यान रखने योग्य 5 सेफ्टी टिप्स:

टिप 1: स्क्रीन लॉक
न केवल आपके फोन के लिए बल्कि किसी भी पेमेंट या वित्तीय ट्रांजेक्शन ऐप के लिए भी एक मजबूत स्क्रीन लॉक, पासवर्ड या पिन बनाए रखना बहुत महत्वपूर्ण है। यह न केवल आपके फोन को गलत हाथों में पड़ने से रोकता है, बल्कि व्यक्तिगत और महत्वपूर्ण डिटेल्स को लीक होने से रोकने में भी मदद करता है। हालांकि, आपको अपना नाम, जन्म तिथि, मोबाइल नंबर आदि जैसे सरल पासवर्ड दर्ज करने से बचना चाहिए।

टिप 2: अपना पिन शेयर न करें
आपको कभी भी अपना पिन किसी के साथ शेयर नहीं करना चाहिए। अपना पिन शेयर करने से आप धोखाधड़ी की चपेट में आ जाते हैं, क्योंकि कोई भी आपका फोन एक्सेस कर सकता है और राशि ट्रांसफर कर सकता है। अगर आपको लगता है कि आपका पिन लीक हो गया है, तो आपको इसे तुरंत बदल देना चाहिए।

टिप 3: अनवेरिफाइड लिंक पर क्लिक न करें या फेक कॉल में भाग न लें
आपके इनबॉक्स में अनवेरिफाइड लिंक वाले कई फेक मैसेज दिखाई देते रहेंगे। आपको ऐसे लिंक पर क्लिक करने से बचना चाहिए क्योंकि इससे आपको भारी वित्तीय नुकसान हो सकता है। आपको फर्जी कॉल से भी बचना चाहिए। कॉलर आपके बैंक या अन्य संगठन से कॉल करने का नाटक करता है और आपसे पिन, ओटीपी आदि जैसे आपके डिटेल मांग सकता है। हैकर्स आमतौर पर लिंक शेयर करते हैं या कॉल करते हैं और उपयोगकर्ताओं को वेरिफिकेशन के लिए एक थर्ड-पार्टी ऐप डाउनलोड करने के लिए कहते हैं। यह ध्यान दिया जाना चाहिए कि बैंक कभी भी पिन, ओटीपी या अन्य पर्सनल डिटेल नहीं मांगते हैं।

टिप 4: यूपीआई ऐप को नियमित रूप से अपडेट करते रहें
प्रत्येक एप्लिकेशन को अपडेट की आवश्यकता होती है और प्रत्येक अपडेट बेहतर फीचर्स और बेनिफिट्स लाता है। आपको हमेशा यूपीआई पेमेंट ऐप को लेटेस्ट वर्जन में अपडेट करते रहना चाहिए।

टिप 5: मल्टीपल पेमेंट ऐप का उपयोग करने से बचें
अपने फोन पर कई पेमेंट ऐप का उपयोग करने से बचें और केवल प्लेस्टोर या ऐप स्टोर से विश्वसनीय और वेरिफाइड पेमेंट ऐप इंस्टॉल करें।

बड़ी खबर : चार जिलों के 19 अस्पतालों को किया गया आयुष्मान योजना में सूचीबद्ध

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सूबे के स्वास्थ्य मंत्री ने किया उत्कृष्ट कार्य के लिये सम्मानित

“आयुष्मान योजना के अंतर्गत 20 लाख नये कार्ड बनाने का लक्ष्य, सूबे के स्वास्थ्य मंत्री ने किया उत्कृष्ट कार्य के लिये 50 विशेषज्ञ चिकित्सकों को किया सम्मानित”

देहरादून, स्वास्थ्य सेवाओं को प्रदेश में सरकार द्वारा लगातार सुदृढ किया जा रहा है, जिसमें सबसे अहम योगदान राज्य स्वास्थ्य प्राधिकरण का रहा है। जिसके कुशल संचालन में आयुष्मान योजना संचालित की जा रही है। नेशनल डॉक्टर्स डे पर आज आयुष्मान योजना के अंतर्गत 20 लाख अन्य लोगों के कार्ड बनाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया। इसके साथ ही आज 50 विशेषज्ञ चिकित्सकों एवं एम्स ऋषिकेश सहित 9 अन्य चिकित्सालयों को उत्कर्ष कार्य के लिए सम्मनित किया गया। इसके अलावा 4 जिलों के 19 निजी अस्पतालों को आयुष्मान योजना का अंतर्गत सूचिबद्ध किया गया।

 

सूबे के चिकित्सा स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा मंत्री डॉ धन सिंह रावत ने बताया कि नेशनल डॉक्टर्स डे पर आज देहरादून स्थिति एल पी विलास होटल में राज्य स्वास्थ्य प्राधिकरण द्वारा कार्यक्रम आयोजित किया गया जिसमें आयुष्मान योजना के अंतर्गत उत्कृष्ट सेवायें देने वाले विभिन्न अस्पतालों के 50 विशेषज्ञ चिकित्सकों को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया, इसके अलावा आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना, अटल आयुष्मान उत्तराखंड योजना एवं राज्य सरकार की विभिन्न स्वास्थ्य योजनाओं के अंर्तगत उत्कृष्ट कार्य करने वाले शीर्ष 10 चिकित्सालयों को भी सम्मानित किया गया। जिसमें एम्स ऋषिकेश, एचआईएचटी जौलीग्रांट, श्रीमहन्त इन्द्रेश अस्पताल, सुभारती हॉस्पिटल, कनिष्क हॉस्पिटल, कैलाश हॉस्पिटल, आरोग्यम अस्पताल, मेट्रो हॉस्पिटल, श्री स्वामी भूमानन्द हॉस्पिटल एवं हंस फाउंडेशन आई हॉस्पिटल शामिल है।

डॉ0 रावत ने कहा कि राज्य में स्वास्थ्य सुविधाओं को और अधिक मजबूत करने एवं आयुष्मान योजना का लाभ समाज के आखिरी व्यक्ति तक पहुंचाने के उद्देश्य से आज 4 जिलों के 19 निजी अस्पतालों को आयुष्मान योजना के अंतर्गत सूचिबद्ध किये गये। जिससे राज्य में सूचीबद्ध अस्पतालों की कुल संख्या 238 हो गई है, जिसमें 102 राजकीय अस्पताल एवं 136 निजी अस्पताल शामिल हैं। उन्होंने कहा कि राज्य में अब तक 47 लाख 27 हजार लोगों के आयुष्मान कार्ड बनाये जा चुके हैं, जबकि 5 लाख 15 हजार से अधिक लोगों ने इस योजना का फायदा उठाया जिस पर अब तक रुपय 8 अरब 76 करोड़ से अधिक खर्च किये जा चुके हैं। हमारा अगला लक्ष्य है कि राज्य के 20 लाख अन्य लोगों के आयुष्मान कार्ड बनाये जाएंगे। उहोने कहा कि योजना के अंतर्गत 1800 बीमारियों को कवर किया गया है।

 

इस अवसर पर स्थानीय विधायक सहदेव पुंडीर, राज्य स्वास्थ्य प्राधिकरण के चैयरमैन डी के कोटिया, महानिदेशक स्वास्थ्य शैलजा भट्ट, अपर सचिव स्वास्थ्य एवं सीईओ राज्य स्वास्थ्य प्राधिकरण अरुणेंद्र सिंह चौहान सहित स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी एवं विभिन्न चिकित्सालयों के प्रतिनिधि उपस्थित रहे।