Monday, May 19, 2025
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बाघ ने महिला को बनाया निवाला, वन विभाग के खिलाफ ग्रामीणों ने खोला मोर्चा

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(अतुल अग्रवाल)

हल्द्वानी, बाघ का आतंक हल्द्वानी में फिर देखने को मिला है आज फतेहपुर रेंज में बाघ ने एक महिला को शिकार बनाया। लगातार बाघ के आतंक से परेशान ग्रामीणों ने प्रशासन व वन विभाग के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। वन विभाग के खिलाफ ग्रामीणों का आक्रोश इतना बढ़ गया कि मृत महिला का शव ग्रामीणों ने सड़क पर रख प्रदर्शन किया |
मौके पर फतेहपुर रेंज के रेंजर ख्याली राम है जो की लोगो को समझाने का प्रयास कर रहे हैं, साथ ही एसडीएम हल्द्वानी मनीष कुमार सिंह और वन महकमें के अन्य अधिकारी घटना स्थल को पहुंचे रहे हैं जो की नाराज ग्रामीणों को शांत करने की कोशिश करेंगे आपको बता दें की फतेहपुर के पनियाली के पास जंगल में घास लेने गई महिला को बाघ ने अपना निवाला बना दिया, जिसके बाद ग्रामीणों में आक्रोश पैदा हो गया, क्योंकि ग्रामीण लगातार बाघ के आतंक से परेशान होकर वन विभाग से अपनी सुरक्षा के लिए गुहार लगाते हुए आ रहे हैं।

 

ट्रैफिक पुलिस कांस्टेबल सतवंत सिंह ने पेश की ईमानदारी की मिसाल

(अतुल अग्रवाल)

हल्द्वानी, ट्रैफिक पुलिस ने ईमानदारी की मिसाल पेश की दरअसल, आज गुरुवार 16 जून को मुखानी चौक पर ट्रैफिक पुलिस के सिपाहियों को एक पर्स मिला. पुलिसकर्मियों ने इसमें रखे एक आईकार्ड पर लिखे फोन नंबर से संपर्क करके पर्स मालिक को उसका पर्स सही सलामत लौटा दिया।

कांस्टेबल सतवंत सिंह, होमगार्ड सरोज हेमा मुखानी चौक पर डयूटी पर थे. दिन में 1:00 बजे करीब उन्हें चौराहे पर एक पर्स मिला, जिसमें 1500/- रुपये व आईडी कार्ड था जिसमें बच्चों के परिजनों का मोबाइल नंबर था. इसी नंबर से संपर्क करके पुलिस को पता चला कि पर्स मालिक का नाम गौरव बृजवासी है. इसके बाद पुलिस कर्मियों ने गौरव बृजवासी को बुला कर उसका पर्स सही सलामत लौटा दिया. गौरव बृजवासी ने बताया कि मेरा पर्स मुखानी चौक के आसपास गिर गया था। उसके द्वारा ट्रैफिक पुलिस का आभार व्यक्त किया गया |

फ्री राशन बांटने को सरकार का नया फैसला, डिजिटल राशन कार्ड से मिलेगा मुफ्त का गेंहू-चावल और चीनी

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देहरादून, उत्तराखंड सरकार ने जुलाई माह तक सभी उपभोक्ताओं को डिजिटल राशन कार्ड देने का निर्णय लिया है। अब तक 12 लाख से अधिक उपभोक्ताओं को राशन कार्ड मिल भी चुके हैं। बुधवार को भाजपा विधायक प्रीतम सिंह पंवार के सवाल के जवाब में खाद्य मंत्री रेखा आर्य ने बताया कि डिजिटल कार्ड परियोजना पर तेजी से काम किया जा रहा है।
कोविड के कारण इस काम में देरी हुई, लेकिन अब इसी साल जुलाई अंत तक कर सभी उपभोक्ताओं को डिजिटल राशन कार्ड दे दिए जाएंगे। उन्होंने बताया कि 30 मई तक सभी जिलों को 13 लाख 46 हजार 632 नवीन राशनकार्ड मिल चुके हैं, जिसमें से 12 लाख 58 हजार 544 राशनकार्ड धारकों को वितरित किए जा चुके हैं।
बिना आर्थिक सर्वेक्षण के राशन कार्ड सरेंडर कराए जाने के सवाल पर रेखा आर्य ने कहा कि इस काम के लिए आर्थिक सर्वेक्षण रिपोर्ट की जरूरत नहीं है। जुलाई 2013 में जारी राशन कार्ड बनाने के मानकों के अनुसार ही नियम विरुद्ध बने राशन कार्ड सरेंडर करवा रहे हैं ,
उन्होंने कहा कि नौ वर्ष पूर्व हुए सर्वेक्षण के बाद किसी की आर्थिक स्थित नहीं सुधरी है, यह कहने का कोई औचित्य नहीं है,
फिर भी यदि केंद्र सरकार जब भी सर्वे करेगी, सरकार इस पर विचार करेगी। रेखा आर्य ने प्रवर्तकता योजना के मानकों में बदलाव के सवाल पर कहा कि यह योजना केंद्र पोषित है, इसलिए योजना की पात्रता बढ़ाने, आयु सीमा 20 साल तक करने की मांग केंद्र सरकार के सामने कर चुका है। उन्होंने बताया कि गौरा देवी योजना के लाभार्थियों को भी जल्द अवशेष राशि प्रदान कर दी जाएगी।

 

पूर्व विधायक कैलाश गहतोड़ी को बनाया वन विकास निगम का अध्यक्ष

देहरादून, मुख्यमंत्री धामी ने चंपावत से पूर्व विधायक कैलाश चंद्र गहतोड़ी को उत्तराखंड वन विकास निगम में अध्यक्ष पद से नवाजा है। मुख्यमंत्री धामी के लिए चंपावत सीट छोड़ने वाले कैलाश चंद्र गहतोड़ी को इनाम के तौर पर निगम का अध्यक्ष बना कर दिया है। इस संबंध में सचिव नितीश कुमार झा ने आदेश जारी कर दिया है।

उत्तराखंड में ‘अग्निपथ’ योजना को लेकर विरोध, सड़कें जाम, सेना अब युवाओं की दुविधा दूर करेगी

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देहरादून, केन्द्र सरकार द्वारा अग्निपथ योजना लागू करने के विरोध में बेरोजगार संगठनों के पदाधिकारियों, युवाओं ने राजधानी सहित प्रदेश के अलग-अलग जिलों में जमकर हंगामा किया। युवाओं ने भाजपा की ओर से शहर के विभिन्न इलाकों में लगाए गए पोस्टरों, बैनरों को फाड़ डाला और केंद्र और राज्य सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। वहीं पिथौरागढ़ में युवाओं ने सिल्थाम में जाम लगाया, जिस कारण यहां हजारों लोग जाम में फंस गए।

हंगामा कर रहे युवाओं ने अग्निपथ योजना को तत्काल प्रभाव से निरस्त करने की मांग की। कहा यह युवाओं के साथ धोखा है। वहीं दूसरी ओर केंद्र सरकार की अग्निपथ योजना के तहत अग्निवीरों की भर्ती प्रक्रिया 90 दिन बाद शुरू हो जाएगी। इससे पहले सैन्य प्रबंधन दूर-दराज के क्षेत्रों तक पहुंचकर युवाओं को जागरूक करेगा। जीओसी गोल्डन की डिवीजन मेजर जनरल जीएस चौधरी ने कहा कि योजना से सशस्त्र सेनाओं को युवा व नई तकनीक से युक्त सैनिक मिलेंगे। सेना में भर्ती का जुनून रखने वाले अधिक युवाओं के लिए भी एक अवसर होगा।

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने विगत दिनों सेना के तीनों प्रमुखों की मौजूदगी में दिल्ली में अग्निपथ योजना का एलान किया था। क्लेमेंटटाउन स्थित सेना की 14 इंफ्रेंट्री डिवीजन (गोल्डन की डिवीजन) के जनरल ऑफिसर कमांडिंग मेजर जनरल जीएस चौधरी ने भी योजना को क्रांतिकारी बताया है। सैन्य परिसर में पत्रकारों से कहा कि योजना से सेना में भर्ती होने की ख्वाहिश रखने वाले युवा आत्मनिर्भरता की उड़ान भरेंगे।

युवाओं को सेना में भर्ती होने के साथ ही देशसेवा का भी अवसर मिलेगा। कहा कि योजना को लेकर हमारी पहली कोशिश है कि ज्यादा से ज्यादा जागरुकता पैदा की जाए। स्कूल, कालेज, एनसीसी के जरिए युवाओं को इस योजना के बारे में बताया जाएगा। योजना से ज्यादा से ज्यादा युवाओं को सेना में भर्ती होने का मौका मिलेगा।
बताया कि पहले साल सेना की जनरल ड्यूटी के लिए होने वाली भर्ती प्रक्रिया की ही तरह अग्निपथ योजना के अंतर्गत अग्निवीरों के लिए भर्ती होगी। कोशिश है कि पहली भर्ती प्रक्रिया अगले तीन माह के अंतर्गत की जाए। भर्ती प्रक्रिया पुरुष व महिला दोनों के लिए होगी। चयन सेना द्वारा निर्धारित कड़े मापदंडों पर ही होगी।

पहली भर्ती में देशभर में 40 हजार युवाओं को बतौर अग्निवीर सेना में भर्ती किया जाएगा। चयनितों को पहले छह माह का प्रशिक्षण दिया जाएगा, उसके बाद अगले साढ़े तीन साल वह सेना में तैनात रहेंगे। चार साल पूरे होने पर अग्निवीरों को स्थायी होने के लिए स्वेच्छा से आवेदन करने का अवसर मिलेगा। योग्यता व जरूरत पर 25 फीसदी तक रेगुलर कैडर के लिए चयनित होंगे।

कहा कि चार साल की सैन्य सेवा के बाद जो युवा कार्यमुक्त होंगे उन्हें दूसरी नौकरी दिलवाने में सेना सक्रिय भूमिका निभाएगी। कहा कि सेना में अगर कोई चार साल काम कर लेगा तो उसकी प्रोफाइल मजबूत बन जाएगी और सरकारी या गैर सरकारी क्षेत्र ऐसे युवाओं को नौकरी देने में प्राथमिकता देंगे।
राज्य सरकारों ने भी पुलिस और अन्य भर्तियों में इन युवाओं को प्राथमिकता देने की बात कही है। इस मौके पर डिप्टी जीओसी ब्रिगेडियर तपन लाल साह, कर्नल जीएस विक्रांत मेहता व पीआईबी के एडीजी विजय कुमार भी मौजूद रहे | पत्रकार वार्ता करते मेजल जनरल जीओसी ने बताया कि शुरुआत में पूर्व भर्ती प्रक्रिया से ही हिमवीरों की भर्ती और उनकी ट्रेनिंग होगी, लेकिन आगे ट्रेनिंग में भी बदलाव किया जाएगा। इसकी प्रक्रिया चल रही है। अगले साल से ऑनलाइन टेस्ट लिया जाएगा, जिससे दूरदराज के युवाओं को कोई परेशानी न हो। टेस्ट में पास होने के बाद उन्हें फिजिकल के लिए बुलाया जाएगा।

दून में कांग्रेसी कार्यकर्त्‍ताओं का राजभवन कूच, पुल‍िस से हुई नोकझोंक धक्‍कामुक्‍की और झड़प

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देहरादून, भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस पार्टी के शीर्ष नेता एवं पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी के खिलाफ ईडी के माध्यम से की जा रही कार्रवाई का देहरादून में कांग्रेसियों ने विरोध किया। केंद्र सरकार पर उत्पीडनात्मक कार्रवाई करने आरोप लगाते हुए नई दिल्ली स्थित अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के कार्यालय को सील करते हुए केन्द्र सरकार के इशारे पर दिल्ली पुलिस द्वारा कांग्रेस कार्यकर्ताओं पर बर्बर लाठीचार्ज किया गया जिसकी कांग्रेस पार्टी कडे शब्दों में निन्दा की।

बड़ी संख्या में कांग्रेसियों ने राजभवन कूच किया। पुलिस ने हाथीबड़कला में प्रदर्शन कारियों को रोका। जहां पर काफी देर तक पुलिस के साथ उनकी नोकझोंक हुई। बाद में पुलिस ने सभी को हिरासत में लेकर रिज़र्व पुलिस लाइन ले जाकर रिहा कर दिया।प्रदर्शन के दौरान वक्ताओं ने कहा कि दिल्ली में केन्द्र सरकार के इशारे पर हुई बर्बरतापूर्ण कार्रवाई का वे पूर्ण विरोध करते हैं। उन्होंने केंद्र सरकार पर तानाशाही का आरोप लगाया।
कूच में समस्त पार्षद, पूर्व पार्षद, ब्लॉक अध्यक्ष, नगर अध्यक्ष, अनुषांगिक संगठन, विभाग, जिला, महानगर पदाधिकारियों ने भाग लिया।

कवियत्री आरती गौड़ की एक सारगर्भित रचना : मन स्वंकुश ना हो…!

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मन स्वंकुश ना हो तो
मानव होने का क्या लाभ
इसे छोड़ सब में माहिर होकर
क्या करोगे पाकर कोई भी खिताब.?

वो मन ही तो है जो
हमें नियंत्रण में रख
खुद कहीं और भटकता है
और इसके भटकन से
जीवन सारा दरकता है |

तहस नहस हो जाती हैं खुशियां
मन के बेबस हो जाने से
फिर कहाँ चैन मिलता है
कुछ भी पा जाने से |

खरे ना उतर पाते हैं हम
अपनी ही शर्तों के पैमाने पर
मन स्वंकुश ना हो तो
इल्जाम लगाते हैं हम जमाने पर |May be an image of 1 person and standing

फिर बढ़ने लगा कोरोना : दून में मिले 14 नए मामले, प्रदेश में 20 नए केस

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देहरादून, प्रदेश की राजधानी देहरादून में कोरोना के बढ़ते केसों ने यहां के नागरिकों के माथे पर पसीने की बूंद पैदा कर दी है। बारिश के बाद भले ही यहां के लोग गर्मी से राहत महसूस कर रहे हों लेकिन पिछले कुछ दिनों से लगातार बढ़ रहे कोरोना के केस नई मुसीबत बन कर सामने आए हैं, आज सूबे में कुल 20 लोगों में कोरोना के नए संक्रमण का पता चला है। इसमें से सबसे ज्यादा मामले देहरादून में ही सामने आए हैं। इस प्रकार प्रदेश में अब कोरोना संक्रमितों की कुल संख्या 131 हो गई है। आज 17 लोगों की स्वास्थ्य लाभ के बाद घर वापसी भी हुई है, आज प्रदेश की राजधानी देहरादून में 14, नैनीताल और उधमसिंह नगर में दो— दो तथा बागेश्वर और टिहरी में 1—1 नए मामले सामने आए हैं।
देहरादून में फिलवक्त 87 लोगों कोरोना के संक्रमण का शिकार हैं। उत्तरकाशी में 13, नैनीताल में 9, चमोली में 6, उधमसिंह नगर में 5, अल्मोड़ा और रूद्रप्रयाग में 3—3 तथा बागेश्वर, पौड़ी और टिहरी में 1—1 लोग अभी भी कोरोना संक्रमण की चपेट में हैं।

उत्तराखंड़ विधान सभा सत्र का तीसरा दिन : विकास प्राधिकरण खत्म करने को लेकर विपक्ष ने सदन में किया हंगामा

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देहरादून, उत्तराखण्ड़ विधान सभा का 14 जून से शुरू हुए सत्र का आज तीसरा दिन है। सदन की कार्रवाई शुरू हो गई है। जिला विकास प्राधिकरणों पर नियम 58 में सबसे पहले चर्चा शुरू हई है। विपक्ष ने कहा कि सरकार ने जो जिला विकास प्राधिकरण बनाए थे, वह भ्रष्टाचार का अड्डा बन गए हैं। जिला स्तरीय विकास प्राधिकरण खत्म करने को लेकर विपक्ष ने सदन में हंगामा किया।

 

विधानसभा सत्र के पहले दिन धामी सरकार ने मंगलवार को 65571.49 करोड़ का बजट सदन में पेश किया था। बुधवार को उत्तराखंड विधानसभा सत्र के दूसरे दिन बजट पर परिचर्चा हुई। साथ ही बजट सत्र के दूसरे दिन प्रश्नकाल में कैबिनेट मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल और चंदन रामदास विपक्ष के सवालों से घिरते नजर आए।

दोनों ही मंत्रियों ने विपक्ष के अनुपूरक सवालों के जवाब दिए, लेकिन विपक्ष इससे संतुष्ट नजर नहीं आया। विपक्षी सदस्यों का आरोप था कि मंत्री सवालों के जवाब देने के बजाय तर्क-वितर्क करके सदन का समय खराब कर रहे हैं। सीधे जवाब देने के बजाय बातों को घुमाया जा रहा है। वहीं आज सत्र के तीसरे दिन विपक्ष एक बार फिर सरकार को घेर रहा है।

कांग्रेसियों ने बजट की कॉपी फाड़ी

जिला स्तरीय विकास प्राधिकरण समाप्त करने की मांग को लेकर विपक्ष का जोरदार हंगामा जारी है। इस बीच विधायक अनुपमा रावत और सुमित हृदयेश की मार्शल से धक्का-मुक्की हुई। वहीं कांग्रेसियों ने सदन में बजट की कॉपी फाड़ी। विधानसभा स्पीकर के कई बार कहने के बावजूद विपक्ष शांत नहीं बैठा। जिला स्तरीय विकास प्राधिकरण को समाप्त करने की मांग को लेकर कांग्रेस विधायकों का धरना जारी है। इसी बीच कांग्रेस विधायक बात सुनने की जिद पर अड़े। जिस पर विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि पहले धरना खत्म करें, तब बात सुनूंगी। विधायक धरने से उठे, लेकिन फिर बात नहीं सुने जाने पर आक्रोश जताते हुए वेल में आकर धरने पर शुरू कर दिया।

सदन में धरने पर बैठे विपक्षी नेता
जिला स्तरीय विकास प्राधिकरण खत्म करने को लेकर विपक्ष ने सदन में पहले हंगामा किया। अब कांग्रेस विधायक वेल में धरने पर बैठ गए हैं। विपक्ष ने कहा पूर्व में विधानसभा से जो कमेटी चंदन रामदास की अध्यक्षता में गठित हुई थी, उसकी रिपोर्ट कहां गई। कांग्रेस के हंगामे के चलते सदन की कार्यवाही कुछ देर रुकी।

संसदीय कार्य मंत्री ने दिए विपक्ष के सवालों के जवाब

संसदीय कार्य मंत्री एवं शहरी विकास मंत्री प्रेम चंद अग्रवाल ने विपक्ष के सवालों का जवाब दिया। उन्होंने कहा कि जो पैसा प्राधिकरण कमाते हैं, उस क्षेत्र में अवस्थापना से जुड़े कामों में लगता है। 2016 के बाद जो क्षेत्र जिला स्तरीय विकास प्राधिकरण में शामिल हुए थे, वहां मानचित्र की कोई अनिवार्यता नहीं है। इसके बाद मंत्रिमंडलीय उप समिति की रिपोर्ट के आधार पर तमाम राहत दी गई। तय किया गया था कि अगर 2016 के बाद विकास प्राधिकरण में शामिल होने वाले नए क्षेत्रों को नक्शा पास कराने की स्वेच्छा से आजादी होगी, बाध्यता नहीं होगी। मंत्रिमंडल ने निर्णय लिया था कि 2016 से पूर्व के बने हुए विकास प्राधिकरण को छोड़कर नए जिला स्तरीय विकास प्राधिकरण को स्थगित किया गया था। उप नेता प्रतिपक्ष भुवन कापड़ी ने कहा कि प्राधिकरण की जरूरत क्यों है? पालिका, नगर पंचायत से नक्शे पास होते थे। जब प्राधिकरण इतना पैसा वसूल रहा है तो उसके बदले जनता को क्या सुविधा दे रहे हैं। शहरी क्षेत्रों में शुल्क दो फीसदी और ग्रामीण क्षेत्रों में शुल्क पांच फीसदी। जिला स्तरीय विकास प्राधिकरण बेतुका निर्णय है। गरीबों से यह मात्र वसूली का जरिया है। उप नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि पिछली कमेटी की रिपोर्ट को पटल पर रक्खकर प्राधिकरण को समाप्त किया जाए।

प्राधिकरण से आम लोग परेशान : विपक्ष

ज्वालापुर कांग्रेस विधायक रवि बहादुर ने कहा कि जिला स्तरीय विकास प्राधिकरण लूट का अड्डा बन चुके हैं। हरिद्वार जिले में नजूल भूमि बहुत हैं। उन सबसे 25-25 हजार की रसीद काटी जा रही है। वहीं झबरेड़ा के कांग्रेस विधायक विरेन्द्र सिंह ने कहा कि प्राधिकरण में नक्शे की स्वीकृति की जो प्रक्रिया है, वह सुगम नहीं है। इसे सुगम किया जाए। प्राधिकरण की जो आय है उसे उसी क्षेत्र में विकास कार्यों पर खर्च किया जाए। उन्होंने कहा कि प्राधिकरण से आम लोगों को काफी कठिनाई का सामना करना पड़ रहा है। ग्रामीण क्षेत्रों के साथ ही झबरेड़ा, मंगलौर, खटीमा आदि को जिला स्तरीय विकास प्राधिकरण से अलग किया जाए।

जिला स्तरीय विकास प्राधिकरण लूटपाट का जरिया बन गया : अनुपमा रावत

सदन में कांग्रेस विधायक अनुपमा रावत ने कहा कि हरिद्वार ग्रामीण में लोगों से नक्शा मांगा जा रहा है। ग्रामीण क्षेत्रों में जिला स्तरीय विकास प्राधिकरण लूटपाट का जरिया बन गया है। लोगों में दहशत का माहौल है। ग्रामीण क्षेत्रों से प्राधिकरण को खत्म करना चाहिए। वहीं कांग्रेस विधायक सुमित ह्रदयेश ने कहा कि नजूल भूमि को फ्री होल्ड करने की प्रक्रिया होनी चाहिए। प्राधिकरण इन लोगों पर कार्रवाई करता है।

 खास खबर : प्रदेश के तीन नगर निगमों के अधिकारियों को पैैनल्टी नोटिस

काशीपुर, नगर निगमों द्वारा सूचना का अधिकार को गंभीरता से न लेने पर सूचना आयुक्त अर्जुन सिंह ने कड़ा रूख अपनाते हुये उत्तराखंड के तीन प्रमुख नगर निगमों देहरादून, हल्द्वानी तथा रूड़की के लोक सूचना अधिकारियों को निगमों की सड़कों की चौड़ाई सम्बन्धी सूचना, सूचना अधिकार कार्यकर्ता नदीम उद्दीन को न उपलब्ध कराने पर पैैनल्टी लगाने हेतु नोटिस दिया हैै।
काशीपुर निवासी सूचना अधिकार कार्यकर्ता नदीम उद्दीन ने उत्तराखंड के सभी नगर निगमों की सड़कों की चौड़ाई व सम्पत्ति कर सम्बन्धी 8 बिन्दुओं पर सूचनायें मांगी थी। नगर निगम देहरादून, रूड़की तथा हल्द्वानी-काठगोदाम के लोक सूचना अधिकारियों द्वारा वांछित पूर्ण सूचनायें न उपलब्ध कराने पर प्रथम अपीलीय अधिकारियों को अपीलें की गयी। उनके द्वारा भी सूचना न उपलब्ध करवाने पर उत्तराखंड सूचना आयोग को द्वितीय अपील की गयी।
उत्तराखंड सूचना आयोग में नगर निगम हल्द्वानी-काठगोदाम के विरूद्व अपील सं0 33030, रूड़की के विरूद्व 33032 तथा नगर निगम देहरादून के विरूद्व अपील संख्या 33034 पंजीकृत की गयी। इन सभी अपीलोें की सुनवाई सूचना आयुक्त अर्जुन सिंह के समक्ष हुई।
सूचना आयुक्त अर्जुन सिंह नेे सूचना अधिकार कार्यकर्ता नदीम उद्दीन की अपील के आधारों से सहमत होते हुये संबंधित लोक सूचना अधिकारियों को समय से सूचना न उपलब्ध कराने का दोषी माना और उनका कृत्य प्रथम दृष्टया धारा 20(1) के अन्तर्गत पैनल्टी लगाने योग्य लगने पर तीनों नगर निगमों के लोक सूचना अधिकारियों को 250 रूपये प्रतिदिन की दर से अधिकतम 25,000 तक की पैनल्टी लगाने हेतु नोटिस जारी किया गया है। साथ ही नदीम द्वारा वांछित सूचना उपलब्ध कराने का आदेश दिया है।
सूचना आयुक्त अर्जुन सिंह ने अपील सं0 33030 के अन्तर्गत नगर निगम हल्द्वानी-काठगोदाम के लोक सूचना अधिकारी/अवर अभियंता को 25 हजार का पैनल्टी नोटिस जारी करते हुये अगली सुनवाई तिथि 06 जुलाई तक जवाब तलब किया हैै।
अपील संख्या 33032 के अन्तर्गत हरिद्वार जिले के रूड़की नगर निगम के लोक सूचना अधिकारी/सहायक नगर आयुक्त को 8500 रूपये ;आठ हजार पांच सौैद्ध की पैनल्टी के लिये नोटिस जारी करते हुये अगली सुनवाई तिथि 30 जून तक जवाब मांगा हैै।
अपील संख्या 33034 के अन्तर्गत देहरादून नगर निगम के लोक सूचना अधिकारी/कर अधीक्षक (भूमि) को 25 हजार रूपये की पैनल्टी का नोटिस जारी करते हुये 06 जुलाई तक जवाब तलब किया है। इस अपील में सूचना आयुक्त अर्जुन सिंह ने यह भी स्पष्ट लिखा है कि सड़कों की संख्या व चौड़ाई का वार्डवार रिकार्ड नगर निगम में सुरक्षित होना चाहिये। इस प्रकरण को नगर आयुक्त नगर निगम देहरादून के संज्ञान में भी लाया जाता है।

युवती से सामूहिक दुष्कर्म के तीन दोषियों को 20 साल की कैद, कोर्ट ने 40-40 हजार रुपये का अर्थदंड भी लगाया

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देहरादून, वर्ष 2017 के एक दुष्कर्म के मामले में न्यायालय ने सजा सुनाई, मामला दून की युवती के अपहरण से जुड़ा था जिसमें उसके साथ सात दिन तक सामूहिक दुष्कर्म करने के मामले में तीन दोषियों को फास्ट ट्रैक कोर्ट के जज अश्विनी गौड़ ने 20-20 साल कारावास की सजा सुनाई है साथ ही तीनों पर 40-40 हजार रुपये का अर्थदंड भी लगाया गया है।

शासकीय अधिवक्ता किशोर कुमार ने बताया कि 23 नवंबर 2017 को पटेलनगर क्षेत्र के एक व्यक्ति ने अपनी 21 वर्षीय पुत्री की पटेलनगर कोतवाली में गुमशुदगी दर्ज कराई थी। बताया कि उनकी पुत्री एक दिन पहले घर से निकली थी, लेकिन वापस नहीं आई।

मामले में पुलिस ने शिकायत दर्ज कर युवती की तलाश शुरू की। 30 नवंबर 2017 को उनकी पुत्री को कलियर स्थित बस अड्डे से तैय्यब नाम के युवक के पास से बरामद किया गया।

पुलिस ने युवती के बयान के आधार पर आरोपित युवक के खिलाफ अपहरण और दुष्कर्म का मुकदमा दर्ज किया। युवती ने कोर्ट में बयान दिए कि तैय्यब उसके फूफा की दुकान पर काम करता था।

वह काफी समय से उससे बातचीत कर रहा था और अकेले मिलने का दबाव बना रहा था। आरोप है कि तैय्यब ने युवती को धमकी दी कि यदि वह उससे मिलने नहीं आई तो वह उसके परिवार को जान से मार देगा।

 

22 नवंबर 2017 को उसने युवती को काली मंदिर के पास बुलाया और उसे कलियर के एक होटल में ले गया। जहां उसने अपने दो अन्य साथियों मुस्तकीम और अल्ताफ को भी बुला लिया। इसके बाद तीनों ने युवती के साथ सामूहिक दुष्कर्म किया। युवती ने बताया कि तीन दिन तक उसे होटल में कैद रखा गया।

इसके बाद आरोपितों ने कलियर में ही एक कमरा किराये पर लिया और युवती को वहां लेजाकर सामूहिक दुष्कर्म किया। आरोपितों ने विरोध करने पर युवती को बुरी तरह पीटा। पुलिस ने तीनों आरोपितों को तभी गिरफ्तार कर लिया था।

अभियोजन पक्ष की ओर से इस मुकदमे में नौ गवाह पेश किए गए। जिस पर अदालत ने साक्ष्यों और गवाहों के बयानों के आधार पर दोषियों को 20-20 साल जेल की सजा सुनाई। तैय्यब को अपहरण के दोष में भी पांच साल की अतिरिक्त सजा सुनाई गई।

तैय्यब, मुस्तकीम और अल्ताफ तीनों गजरौला अमरोहा उत्तर प्रदेश के रहने वाले हैं। तीनों आरोपितों को जेल भेज दिया गया है। साथ ही अर्थदंड अदा न करने पर एक-एक साल अतिरिक्त कारावास की सजा सुनाई गई है।

रेलवे के खंडहर में मिली जली महिला की लाश के मामले में पुलिस को मिले अहम् सुराग, सिंदूर की डिबिया खोल सकती है मौत का राज

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देहरादून, इसी माह की सात जून को रेलवे के खंडहर में एक महिला की जली हुई लाश के मामले में पुलिस को अहम् सबूत हाथ लगे हैं। पुलिस को सिंदूर की डिबिया मिली है। यह सिंदूर की डिबिया ही मामले का खुलासा कर सकती है। देहरादून में रेलवे स्टेशन के पास जली हुई महिला की लाश का राज सिंदूर की डिबिया खोल सकती है। लाश के पास मिली इस डिबिया के जरिये पुलिस महिला की शिनाख्त करने में जुट गई है।

दरअसल, यह डिबिया हरिद्वार में बनी है और इसकी सप्लाई केवल बदरीनाथ और केदारनाथ धाम में ही होती है। ऐसे में अब पुलिस की जांच की सुई इन दोनों धामों के लिए गए यात्रियों के पंजीकरण पर टिक गई है।
सात जून को रेलवे के खंडहर में एक महिला की जली हुई लाश मिली थी। इसके एक हाथ पर विमला लिखा था और शरीर का अधिकांश हिस्सा जलने से उसकी पहचान नहीं हो पा रही थी। तेजी से खराब होते शव को देखते हुए पुलिस ने बिना शिनाख्त कराए हुए उसका पोस्टमार्टम करा दिया था। विमला नाम की गुमशुदा महिलाओं के बारे में काफी पड़ताल के बाद भी कुछ पता नहीं चल सका है। ऐसे में अब पुलिस लाश के पास से मिली कुछ चीजों के जरिये पड़ताल में जुट गई है। डीआईजी /एसएसपी जन्मेजय खंडूड़ी ने बताया कि डिबिया के आधार पर संभावना जताई जा रही है कि महिला बदरीनाथ और केदारनाथ की यात्रा कर चुकी है। ऐसे में विमला नाम से जुड़ी महिलाओं के नाम से हुए दोनों धामों की यात्रा पंजीकरण की जांच की जा रही है। उम्मीद है कि इस ट्रैक पर चलकर कुछ न कुछ सफलता मिलेगी।

महिला के पास से एक स्वेटर भी मिला है। चूंकि, देहरादून में गर्मी है तो यहां स्वेटर पहनने का कोई मतलब नहीं है। लिहाजा माना जा रहा है कि महिला बाहर से आई है और वह किसी ठंडे इलाके में भी गई थी। लिहाजा, पुलिस की सुई चारधाम यात्रा की ओर धूम रही है जिसमें बदरीनाथ और केदारनाथ वाली थ्यौरी में दम नजर आ रहा है।

पेयजल स्रोतों क़ो रिचार्ज करने के लिए अमृत सरोवर योजना के तहत बनेंगी छोटी झीलें और तालाब : कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी

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देहरादून, कृषि एवं ग्राम्य विकास मंत्री मंत्री गणेश जोशी द्वारा विधानसभा सत्र प्रारम्भ होने से पूर्व ही प्रातः 10 बजे क्षेत्र से सम्बन्धित मुख़्यमंत्री घोषणाओं की प्रगति समीक्षा बैठक आहूत की। इस बैठक में जिला प्रशासन, राजस्व विभाग, वन, जल संस्थान तथा पेयजल निर्माण निगम के अधिकारीयों द्वारा प्रतिभाग किया गया।

इस दौरान मसूरी विधानसभा के संतला देवी पर नून नदी में, सिर की पर बांदल नदी में, बडावली में बाल्दी नदी पर, भीतरली में टोंस नदी पर, हल्दीवाला में नून नदी पर, मसंदावाला में नून नदी पर तथा किमाड़ी सुमन नगर राजपुर एवं मालसी में जल स्रोतों के पुनर्जवन हेतु छोटी झील अथवा तालाब बना कर पेयजल स्रोतों को रिचार्ज करने पर चर्चा की गई।

ग्रामीण विकास मंत्री द्वारा निर्देशित किया गया कि, क्षेत्र की पेयजल समस्याओं के स्थायी समाधान हेतु जल स्रोतों को रिचार्ज करने की कार्य नीति तैयार करते हुए तत्काल कार्य प्रारंभ किया जाए।

उन्होंने कहा कि, देश के यशस्वी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा देश की पेयजल समस्याओं पर दूरगामी नीति बनाते हुए, मनरेगा के तहत जल स्रोतों को रिचार्ज करने के लिए छोटे-छोटे झील एवं तालाब निर्माण किए जाने हेतु अमृत सरोवर योजना प्रारंभ की है। जिसके तहत प्रत्येक जनपद में न्यूनतम 75 छोटी झीलें अथवा तालाबों का निर्माण किया जाना है।

कैबिनेट मंत्री द्वारा अधिकारियों को निर्देशित किया गया कि उपरोक्त प्रस्तावित तालाबों अथवा झील के निर्माण को प्रस्तावित करने से पूर्व वन विभाग एवं जियोलॉजिकल एक्सपोर्ट तथा राजस्व विभाग व पेयजल निर्माण निगम एवं सिंचाई विभाग के अधिकारियों द्वारा एक संयुक्त स्थलीय निरीक्षण किया जाए।

इस पर तय किया गया कि शनिवार 18 जून को स्थापित स्थलों का संयुक्त स्थलीय निरीक्षण किया जाएगा।

समीक्षा बैठक में युसेक के निदेशक डॉ एमपीएस बिष्ट, पेयजल निगम के मुख्य अभियंता एससी पंत, अधीक्षण अभियंता सिंचाई विभाग, आर के तिवारी, दिनेश चंद्र उनियाल, आर एस गुसाईं, एचसी, एडीएम, बरनवाल, प्रभागीय वनाधिकारी देहरादून, त्रिपाठी तथा मंजीत रावत भी उपस्थित रहे ।