Sunday, May 4, 2025
Home Blog Page 932

केंद्रीय मंत्री का पंचायतों में जन सहभागिता पर जोर, महाराज ने पीएमजीएसवाई की खराब गुणवत्तायुक्त सड़कों के मामला की दी जानकारी

0

देहरादून, पंचायतों को मजबूत करने के लिए जन सहभागिता जरूरी है। सरकार की योजनाओं की सही एवं पूर्ण जानकारी गांवों तक पहुंचाने के लिए सभी विभागों को आपस में तालमेल बैठाकर काम करना चाहिए। उक्त बात केंद्रीय ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज मंत्री गिरिराज सिंह ने सर्वे ऑफ इंडिया के सभाकक्ष में राज्य सरकार के ग्रामीण विकास भूमि संसाधन एवं पंचायती राज विभाग के अधिकारियों की बैठक में कही।

केंद्रीय ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज मंत्री गिरिराज सिंह व राज्य के पंचायतीराज, ग्रामीण निर्माण मंत्री सतपाल महाराज ने सोमवार को सर्वे ऑफ इंडिया के सभाकक्ष में राज्य सरकार के ग्रामीण विकास भूमि संसाधन एवं पंचायती राज विभागों के मंत्री, सचिव अपर सचिव एवं वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठक कर विभागों द्वारा किए जा रहे कार्य की प्रगति जानने के साथ-साथ आवश्यक दिशा निर्देश भी दिए।

बैठक के दौरान जब प्रदेश के लोक निर्माण मंत्री सतपाल महाराज ने पीएमजीएसवाई द्वारा निर्मित सड़कों की खराब गुणवत्ता के विषय में केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह को बताया तो उन्होंने अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि सड़कों के निर्माण में जन सहभागिता और पारदर्शिता होनी बहुत जरूरी है विकास योजनाओं के विषय में पंचायत स्तर पर पंचायत प्रतिनिधियों, सांसदों और विधायकों से इस संबंध में दिशा निर्देश प्राप्त करना चाहिए। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि मानकों अनुरूप गुणवत्ता परखने के लिए 5 किलोमीटर लंबी सड़कों के लिए लैब का होना आवश्यक है।

केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने कहा कि केंद्र एवं राज्य सरकार योजनाओं की जानकारी ग्राम पंचायत स्तर पर पहुंचाने की व्यवस्था, पारदर्शिता और जन सहभागिता का होना अति आवश्यक है। उन्होंने पंचायत अधिकारियों को निर्देश दिए कि पंचायतों का स्थापना दिवस मनाया जाना चाहिए और सभी विभाग इसमें मिलकर अधिक से अधिक लोगों की भागीदारी सुनिश्चित करें। इस प्रकार के आयोजन के माध्यम से कौन-कौन सी योजनाएं आम जनता के लिए चलाई जा रही हैं, उसका लाभ किस प्रकार से उठाया जा सकता है। यह सभी जानकारियां उपलब्ध करवाना आवश्यक है। बैठक के दौरान पंचायत मंत्री सतपाल महाराज कहा कि किसानों को मौसम की जानकारी देने के लिए एक मोबाइल ऐप विकसित करना चाहिए जिससे कि वस मौसम के अनुरूप अपनी खेती की तैयारी कर सकें।

दीनदयाल उपाध्याय ग्रामीण कौशल विकास योजना के तहत 9727 प्रशिक्षित अभ्यर्थियों में से अभी तक कुल 3189 अभ्यर्थियों को ही रोजगार दिए जाने पर केंद्रीय मंत्री ने नाराजगी जाहिर की उन्होंने कहा कि अति शीघ्र अन्य प्रशिक्षणार्थियों को भी रोजगार से जोड़ा जाए। उन्होंने पंचायत विभाग के अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा कि विभिन्न गांव में सफल महिलाओं स्टोरी को बनाकर उसे लोगों को सुनाएं। प्रोग्रामिंग के माध्यम से सरकार की योजनाओं को ग्रामसभा स्तर पर पहुंचाने का प्रयास करें।

बाज और बुरांस पर काम करने की आवश्यकता पर बल देते हैं केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सतत विकास लक्ष्य 2030 की प्राप्ति तभी संभव है जब हम पंचायतों को सशक्त करने के लिए आमजन की सहभागिता सुनिश्चित करें। जलागम विभाग के अधिकारियों को उन्होंने निर्देश दिए कि जो जमीन खेती के योग्य नहीं है वहां पर प्लांटेशंस की व्यवस्था हो और इसके लिए पायलेट प्रोजेक्ट बनाकर विभाग आपस में चर्चा करें जहां पर फल युक्त वृक्ष लगाने की आवश्यकता है वहां पर फलों के वृक्ष लगाएं और जहां पर अन्य वृक्षों की जरूरत है वहां पर उनका रोपण किया जाए।

इस अवसर पर कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी, भारत सरकार के पंचायती राज सचिव सुनील कुमार, संयुक्त सचिव आलोक कुमार नागर, ग्रामीण विकास विभाग भारत सरकार के डी.डी.जी. गया प्रसाद, भूमि संसाधन विभाग भारत सरकार के संयुक्त सचिव उमाकांत, प्रदेश के पंचायती राज विभाग के सचिव नितेश झा, निदेशक बंशीधर तिवारी, संयुक्त निदेशक राजीव कुमार नाथ त्रिपाठी एवं उप निदेशक मनोज कुमार तिवारी आदि मौजूद थे।

देशभर में 75 प्रमुख स्थानों, 500 जिलों और पांच हजार तहसीलों में करीब 20 करोड़ लोगों को पंतजलि ने योग से जोड़ा

0

8वें अन्तरराष्ट्रीय योग दिवस : योग पूजा-पाठ नहीं पूर्वजों की विद्या है : बाबा रामदेव

हरिद्वार, अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर पतंजलि ने देशभर में 75 प्रमुख स्थानों, 500 जिलों और पांच हजार तहसीलों में करीब 20 करोड़ लोगों को योग से जोड़ा। योग गुरु स्वामी रामदेव हरिद्वार स्थित पतंजलि से योग साधकों के साथ योगासन किया। आचार्य बालकृष्ण ने नई दिल्ली स्थित लालकिला परिसर में योगाभ्यास कराया। इस अवसर फर अपने उद्बोधन में योग गुरू स्वामी रामदेव ने कहा कि योग पूजा-पाठ नहीं बल्कि पूर्वजों की विद्या है। 8वें अंतरराष्ट्रीय योग दिवस से पूर्व सोमवार को पतंजलि में योगाभ्यास करते हुए स्वामी रामदेव ने कहा कि योग शारीरिक, मानसिक, अध्यात्मिक, धार्मिक और सांस्कृतिक मांग है। इससे बीमारियों पर नियंत्रण होता है। योग के विभिन्न पहलू हैं। इन सभी पहलुओं को आमजन को समझाना आववश्यक है, जिससे योग जन जन तक पहुंचे |
उन्होंने कहा कि कुछ लोगों ने भ्रांति फैलाई है कि योग केवल योगियों, गुफाओं और कंदराओं में रहने वालों को करना चाहिए। फलां मजहब के लोगों को नहीं करना चाहिए। उन्होंने कहा कि 175 देशों ने योग को अपनाया है। इनमें कम्युनिस्ट और इस्लामिक देश भी हैं। दुनिया मानती है कि योग मजहबी विद्या नहीं है।May be an image of 4 people and people standing

योग गुरु रामदेव ने पंतजलि में आये साधकों संबोधित करते हुये कहा कि योग आरोग्य की आत्मनिर्भरता का सूत्र है। कोरोनाकाल में दुनिया ने योग के महत्व को समझा है। योग करना और कराना उनका परम धर्म है। यही सेवा, राष्ट्र और मानवता का धर्म है। आचार्य बालकृष्ण ने कहा कि योग भारत की विधा है।
पूरी दुनिया में योग पहुंचता है तो भारत और भारतीयों के लिए गौरवशाली क्षण होगा। उन्होंने कहा कि 8वें अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर योग जरूर करें ताकि दुनिया में संदेश जाए कि जहां से योग विद्या शुरू हुई वहां का हर व्यक्ति योग करता है और योग के प्रति समर्पित है।अंतरराष्ट्रीय योग दिवस: 75 हेरिटेज साइट में हर की पैड़ी का भी चयन,​ केन्द्रीय मंत्री गिरिराज सिंह रहेंगे मौजूद | International Yoga Day- Har ki Paidi also selected ...

हरकी पैड़ी स्थित मालवीय घाट में हुआ योग कार्यक्रम, केन्द्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने लिया भाग

हरिद्वार के हरकी पैड़ी स्थित मालवीय घाट पर योग कार्यक्रम आयोजित किया गया। केंद्र सरकार के प्रतिनिधि के रूप में केंद्रीय ग्रामीण और पंचायती राज विकास मंत्री गिरिराज सिंह कार्यक्रम का हिस्सा बने। जिलाधिकारी विनय शंकर पांडेय ने बताया कि अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर हरकी पैड़ी पर कार्यक्रम की शुरुआत सुबह साढ़े पांच बजे से हुई।

 

 

सुबह छह बजे से छह बजकर चालीस मिनट तक केंद्रीय मंत्री और विशिष्टजन ने कार्यक्रम को संबोधित किया। इसके बाद सुबह छह बजकर चालीस मिनट से सात बजे तक प्रधानमंत्री का वीडियो कान्फ्रेंसिंग के माध्यम से संबोधन सुना गया। सुबह सात से पौने आठ बजे तक सामूहिक रूप से योग किया गया। इसके बाद राष्ट्रगान हुआ। कार्यक्रम में बड़ी संख्या में स्कूली बच्चे भी शामिल हुये, डीपीएस रानीपुर के बच्चों ने स्वागत गीत प्रस्तुत किया।

May be an image of 2 people, people standing and indoor

कार्यक्रम में केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने योग को दुनिया में स्थापित करने का कार्य किया है। दुनिया में कभी भारत के झंडे को स्वामी विवेकानंद ने फहराने का काम किया था।

2014 में पीएम बनते ही नरेंद्र मोदी ने संयुक्त राष्ट्र संघ में योग को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के रूप में मनाने का प्रस्ताव रखा। दुनिया के 193 में से 177 देशों ने इसे मनाने का निर्णय लिया। कहा कि योग आध्यात्मिक बल भी देता है। आध्यात्मिक शांति का संदेश देता है। कोरोना काल में योग ने पूरी दुनिया को एक करने का काम किया। शांति का संदेश दिया।
केन्द्रीय मंत्री ने कहा कि योग रोजगार के अवसर भी पैदा कर रहा है। भारत के करोड़ों युवा देश दुनिया में योग का संदेश देने के साथ जीविकोपार्जन भी कर रहे हैं। एक अनुमान के मुताबिक वर्तमान में 27 से 30 बिलियन डालर की योग इंडस्ट्री है।

 

इस अवसर पर सौरभ बहुगुणा, सांसद डॉ रमेश पोखरियाल निशंक, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक, जिलाधिकारी विनय शंकर पांडे ,गंगा सभा के अध्यक्ष प्रदीप झा, महामंत्री तन्मय वशिष्ठ, डीपीएस रानीपुर के प्रधानाचार्य अनुपम जग्गा समेत बड़ी संख्या में गणमान्य मौजूद रहे।

 

उत्तराखण्ड के पहले स्मार्ट गांव में ग्राम्य विकास मंत्री गणेश जोशी ने किया योगाभ्यास

उत्तराखंड के पहले स्मार्ट गांव में ग्राम्य विकास मंत्री ने किया योग - हिन्दुस्थान समाचार

मसूरी, अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर मसूरी के निकट क्यारकुली गांव में आयुष विभाग की ओर से आयोजित योग दिवस कार्यक्रम में प्रदेश के ग्राम्य विकास मंत्री गणेश जोशी ने उपस्थित होकर ग्रामीणों संग योग किया। इस अवसर पर योग शिक्षिका व आईटीबीपी की पूर्व डिप्टी कमांडेंट राजश्री रावत ने बड़ी संख्या में ग्रामीणों व अन्य को योग करवाया।
इस मौके पर मंत्री गणेश जोशी ने योग दिवस पर सभी को बधाई दी व कहा कि योग करने से बिना पैसे व दवा किए कई रोगों से निजात मिलती है व शरीर स्वस्थ्य रहता है। उन्होंने कहा कि देश के प्रधानमंत्री नरेद्र मोदी का विशेष आभार प्रकट करता हूं कि उन्होंने यूएनओ में योग को विश्व स्तर पर मनाने व इसे विश्व योग दिवस का दर्जा दिलाने में अहम भूमिका निभाई। उन्होंने कहा कि योग से मन के साथ ही शरीर स्वस्थ्य रहता है। उन्होंने कहा कि योग से असाध्य रोग भी दूर होते है इसलिए सभी को योग करना चाहिए। उन्होंने कहा कि योग भारत में बहुत पहले से किया जाता है और तक ऋषिमुनि डेढ से दो सौ साल तक जीते थे। मंत्री ने कहा कि क्यारकुली मेरा प्रिय गांव है और इसलिए आज के शुभ दिन के लिए मैंने इस गांव को चुना।
इस मौके पर काबीना मंत्री गणेश जोशी ने योग शिक्षिका राजश्री रावत सहित योग करवाने वालों को शाल भेंट कर सम्मानित किया गया वहीं हाल ही में एवरेस्ट विजेता सविता कंसवाल को स्मृति चिन्ह भेंट कर उनको सम्मानित किया गया।
कार्यक्रम में भाजपा मसूरी मंडल के अध्यक्ष मोहन, पेटवाल, ग्राम प्रधान कौशल्या रावत, राकेश रावत, एवरेस्ट विजेता सविता कंसवाल, टीएस रावत, उप प्रधान जितेंद्र जदवाण, सहित बड़ी संख्या में ग्रामीण व अन्य लोग मौजूद रहे।

योग स्वास्थ्य को निरोग करने की विद्या है जो हमारे पौराणिक काल से चली आ रही है : मुख्यमंत्री धामी

0

देहरादून, मंगलवार को 8वें अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर परमार्थ निकेतन, योग नगरी ऋषिकेश में आयुष एवं आयुष शिक्षा विभाग द्वारा आयोजित योग कार्यक्रम का मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने प्रतिभाग करते हुए दीप प्रज्वलित कर कार्याक्रम का शुभारम्भ किया। कार्यक्रम में उनकी धर्मपत्नी श्रीमती गीता धामी एवं दोनों बच्चों संग हजारों लोगों के साथ योग किया एवं राज्य के साथ ही देश के प्रत्येक नागरिक को अन्तर्राष्ट्रीय योग दिवस की शुभकामनाएं दी।

इस दौरान मुख्यमंत्री को चिंदानंदमुनी सरस्वती परमार्थ निकेतन द्वारा गंगा पुरस्कार से पुरस्कृत किया गया। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रयासों से संपूर्ण विश्व में अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर योग दिवस मना रहे है आज योग जन जन तक पहुंचा है इसके लिए उन्होंने प्रधानमंत्री का अभिनंदन एवं धन्यवाद किया। योग स्वास्थ्य को निरोग करने की विद्या है जो हमारे पौराणिक काल से चली आ रही है हमें इसे सजों कर रखते हुए आने वाली पीढ़ियों को भी इसमें ढालने की आवश्यकता है।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि शरीर और मन दोनों को सेहतमंद बनाए रखने के लिए नियमित रूप से दिनचर्या में योगासनों को शामिल करके लाभ प्राप्त किया जा सकता है। उन्होंने कहा योग से संपूर्ण शरीर की दिशा एवं दशा बदलती है साथ ही जीवन में सकारात्मक परिवर्तन आते हैं। योग का अभ्यास शरीर, श्वास और मन को जोड़ता है। उन्होंने कहा आदिकाल से ऋषि-मुनियों ने योग को अपनाया है उनकी शक्ति एवं सफलता के पीछे योग एवं ध्यान है।अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर परमार्थ निकेतन में मुख्यमंत्री धामी ने  अपने परिवारिक सदस्यों के साथ योग में प्रतिभाग किया, संदेश दिया ...

 

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने ऋषिकेश नगरी को योग धर्म संस्कृति आयुष की धरा बताया। उन्होंने कहा जिस तरह ऋषिकेश से मां गंगा पूरे देश को जीवन देने का कार्य करती है, उसी प्रकार ऋषिकेश से योग का संदेश पूरे विश्व में जाता है। उन्होंने कहा योग अब एक वैश्विक पर्व बन गया है। योग किसी व्यक्ति मात्र के लिए नहीं, संपूर्ण मानवता के लिए है। इस बार अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस की थीम Yogafor humanity भी मनुष्य एवं मानवता हेतु योग के सकारात्मक संकेतों को दर्शाता है।
धामी ने कहा कि भारत की नीति हमेशा से सत्यता एवं न्याय के आधार पर आगे बढ़ने की रही है, उन्होंने कहा हमारा देश मानवता की सेवा का जीता जागता उदाहरण है। कोरोना काल के बाद मेगा वैक्सीनेशन का कार्य भारत वर्ष में चलाया गया, साथ ही मानवता का परिचय देते हुए दुनिया भर में भारत द्वारा वैक्सीन बांटने का कार्य किया गया। भारत ने हमेशा से सभी के सुख और कल्याण की कामना करते हुए “सर्वे भवंतू सुखिन, सर्वे संतु निरामया” की भावना का संदेश दिया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हमें उत्तराखंड राज्य को 25वे वर्ष पर योग, संस्कृति, पर्यटन जैसे विभिन्न क्षेत्रों में देश का सर्वश्रेष्ठ राज्य बनाना है, जिसके लिए राज्य सरकार विकल्प रहित संकल्प के साथ कार्य कर रही है। उन्होंने कहा सभी विभागों को अगले 10 वर्षो के विकास कार्यो का रोडमैप तैयार करने हेतु निर्देशित किया गया है। उन्होंने कहा आने वाले समय में ऋषिकेश क्षेत्र में पर्यटन हेतु और अच्छी सुविधाएं उपलब्ध हो इसके लिए सरकार प्रतिबद्ध है।
मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने केदारनाथ धाम से 21वीं सदी का तीसरा दशक उत्तराखंड का दशक बताया था जिस पर केंद्र एवं राज्य सरकार मिलकर लगातार कार्य कर रही है। उन्होंने हजारों की संख्या में योग करने आए लोगों के उत्साह को नमन करते हुए सभी को धन्यवाद अर्पित किया। इस दौरान मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने परमार्थ निकेतन स्थित गंगा घाट पर गंगा स्नान किया।
परमार्थ निकेतन के प्रमुख चिदानंद सरस्वती जी महाराज ने अपने संबोधन में कहा कि योग की राजधानी के रूप में विश्वविख्यात संतनगरी ऋषिकेश के गंगा के तट से आज योग का संदेश दिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि योग हमें ऑलनेस, वेलनेस संदेश देता है, योग एक इंसान को दूसरे इंसान से और जीवमात्र को जीवमात्र से जोड़ता है। योग हमारे मन- मस्तिष्क की वर्जनाओं-बाधाओं को दूर करता है तथा सभी को आपस में प्रेम, विश्वास, सद्भाव से जोड़े रखने का संदेश देता है। उन्होंने कहा कि माननीय मुख्यमंत्री ने अपने पारिवारिक सदस्यों के साथ योग में प्रतिभाग करके यह संदेश दिया कि योग को अपने परिवार के साथ करें।
इस दौरान कैबिनेट मंत्री प्रेमचंद्र अग्रवाल, कैबिनेट मंत्री सुबोध उनियाल ,मेयर नगर निगम श्रीमती अनिता मंमगाई, विधायक श्रीमती रेनू बिष्ट, विधायक दुर्गेश्वर लाल, पूज्य साध्वी भगवती सरस्वती, पदमश्री जागर गायिका बसती बिष्ट, पदमश्री जागर सम्राट प्रीतम भरतवाण, डीजीपी अशोक कुमार, आयुष सचिव डॉ. पंकज पांडे, जिलाधिकारी पौड़ी गढ़वाल विजय कुमार जोगदण्डे, मुख्य विकास अधिकारी पौड़ी प्रशांत कुमार, अपर जिलाधिकारी इलागिरी, एसडीएम विनोद कुमार व संदीप कुमार, प्रो. सुनील कुमार जोशी (कुलपति, उत्तराखंड आयुर्वेद विश्वविद्यालय विधायक ), डॉ. अरुण कुमार त्रिपाठी (निदेशक, आयुर्वेदिक एवं यूनानी सेवाएं, उत्तराखंड) एवं अन्य गणमान्य लोग मौजूद थे।

अग्निपथ योजना पर सीएम पुष्कर सिंह धामी ने पूर्व सैनिकों के साथ किया संवाद

0

देहरादून, मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी की पहल पर अग्निपथ योजना के संबंध में पूर्व सैनिकों के साथ विचार विमर्श का संवाद कार्यक्रम आयेजित किया गया। यह संवाद कार्यक्रम सीएम कैम्प कार्यालय के मुख्य सेवक सदन में आयेजित किया गया। गौरतलब है कि उत्तराखण्ड पहला राज्य है जहां अग्निपथ योजना पर पूर्व सैनिकों के साथ संवाद कार्यक्रम आयोजित किया गया है।

मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि उत्तराखण्ड देवभूमि के साथ ही वीर भूमि और सैन्य भूमि भी है। उत्तराखण्ड के युवाओं में देशभक्ति की भावना कूट-कूट कर भरी है। अधिकांश युवाओं ने अग्निपथ योजना का स्वागत किया है। हमारा दायित्व है कि हम अपने युवाओं को अग्निपथ योजना के सही तथ्यों के बारे में अवगत कराएं। इसे लेकर युवा भ्रमित न हों।

प्रधानमंत्री जी का हर निर्णय देशहित में

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी का पूरा जीवन देशहित को समर्पित है। उन्होंने अभी तक जो भी निर्णय लिये, देशहित में लिये। अंतिम छोर पर खड़े व्यक्ति का कल्याण उनकी प्राथमिकता है। लम्बे समय तक लम्बित वन रैंक वन पेंशन के संबंध में उनके द्वारा ही निर्णय लिया गया। सियाचीन में तैनात सैनिकों के उच्च स्तरीय उपकरण, आदि की उन्होंने व्यवस्था कराई।

मुख्यमंत्री ने कहा कि अग्निपथ योजना भी देशहित में लाई गई है। चयनित अग्निवीरों में से 25 प्रतिशत तो नियमित किये ही जाएंगे, बाकी 75 प्रतिशत के लिये भी विभिन्न अर्धसैन्य बलों, राज्यों के पुलिस बलों व अन्य संस्थानों में व्यवस्था की जा रही है। सेना के अनुशासन में प्रशिक्षित अग्निवीर को सभी जगह निश्चित तौर पर प्राथमिकता मिलेगी। सेना से आने पर उसके पास इतनी जमाराशि हो जाएगी कि वह अपना स्वयं का व्यवसाय भी प्रारम्भ कर सकता है। या फिर उच्च स्तरीय अध्ययन भी कर सकता है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि अग्निवीरों को आकर्षक वेतन पैकेज के साथ ही रिस्क व हार्डशिप एलाउंस भी दिये जाएंगे। चार साल की अवधि के बाद पारदर्शी तरीके से 25 प्रतिशत नियमित सेवा में जाएंगे। जबकि शेष 75 प्रतिशत को वन टाईम सेवा निधि पैकेज दिया जाएगा। इस वर्ष 46 हजार अग्निवीर भर्ती किये जाएंगे। इससे सेना की यंग प्रोफाइल होगी जिससे भविष्य की चुनौतियों से निपटा जा सकेगा।

मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तराखण्ड के पर्वतीय क्षेत्रों में पलायन की समस्या है। यहां हॉर्टीकल्चर में व्यापक सम्भावनाएं हैं। राज्य सरकार हॉर्टीकल्चर में अग्निवीरों को प्रोत्साहित करने के लिये योजना की रूपरेखा तैयार करेगी। राज्य पुलिसबलों में प्राथमिकता की बात पहले ही कही जा चुकी है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि वे एक सैनिक के पुत्र है। सेना से उनका स्वाभाविक लगाव है। सैनिकों व पूर्व सैनिकों के बीच आकर ऐसा लगता है जैसे अपने अभिभावकों के बीच आ गए हों। मुख्यमंत्री ने कहा कि आज के मंथन से अमृत निकलेगा। जो भी सुझाव प्राप्त हुए हैं, उन्हें संकलित किया जाएगा। राज्य स्तर की बात होने पर अग्निवीरों के हित में राज्य सरकार के स्तर से कार्यवाही की जाएगी जबकि केंद्र स्तर से संबंधित सुझावों को केंद्र सरकार और रक्षा मंत्रालय को प्रेषित किया जाएगा।

युवाओं को भ्रम से बचाने के लिये सही जानकारी पहुंचाना जरूरी
मुख्यमंत्री ने कहा कि हमें अपने युवाओं को सही दिशा दिखाने की जरूरत है। उन्हें भ्रमित होने से बचाने के लिये अग्निपथ योजना की सही जानकारी उन तक पहुंचानी है। प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी कर्मयोगी हैं। पूरा देश उनका परिवार है। उनके नेतृत्व में देश गौरवशाली, वैभवशाली और शक्तिशाली बन रहा है।

सैनिक कल्याण मंत्री श्री गणेश जोशी ने कहा कि उत्तराखण्ड में सेना में शामिल होने की परम्परा रही है। यहां योजना का सामान्यतः स्वागत किया गया है। अग्निपथ योजना से उत्तराखण्ड के युवा लाभान्वित होंगे। अग्निवीरों के लिये विभिन्न योजनाओं में क्या किया सकता है, इस पर राज्य सरकार गम्भीरता से विचार कर रही है।

कार्यक्रम में अपर मुख्य सचिव श्रीमती राधा रतूड़ी, पुलिस महानिदेशक श्री अशोक कुमार, मेजर जनरल मोहन लाल असवाल, मेजर जनरल एस सब्बरवाल, विशेष प्रमुख सचिव श्री अभिनव कुमार, सचिव श्री दीपेंद्र चौधरी सहित वर्चुअल माध्यम से सभी जिलाधिकारी, एसएसपी सहित बड़ी संख्या में पूर्व सैनिक मौजूद थे।
कार्यक्रम में प्रत्येक जिले से उपस्थित पूर्व सैनिकों ने अग्निपथ योजना को देशहित में सेना को मजबूत करने वाली महत्वपूर्ण योजना बताया। उन्होंने इस संबंध में अपने सुझाव भी दिये।

सेना की संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस : वापस नहीं होगी अग्निपथ स्कीम, भर्ती प्रक्रिया की तारीखों का हुआ ऐलान

0

थलसेना की भर्ती प्रक्रिया 1 जुलाई से, वायुसेना की भर्ती प्रक्रिया 24 जून से और नौसेना की भर्ती प्रक्रिया 25 जून से शुरू होगी।

नई दिल्ली, अग्निपथ स्कीम को लेकर प्रेस कॉन्‍फ्रेंस में थल सेना की ओर लेफ्टिनेंट जनरल बंसी पोनप्‍पा, नौसेना की तरफ से वाइस एडमिरल दिनेश त्रिपाठी और एयरफोर्स की ओर से एयर मार्शल सूरज झा शामिल हुए. जानिए इस पीसी की 10 बड़ी बातें.अग्निपथ स्कीम को लेकर मचे बवाल के बीच रविवार को तीनों सेनाओं ने प्रेस कांफ्रेंस की। इसमें सैन्य मामलों के विभाग के अतिरिक्त सचिव लेफ्टिनेंट जनरल अरुण पुरी ने कहा कि ‘अग्निवीर’ को सियाचिन और अन्य जैसे क्षेत्रों में वही भत्ता और सुविधाएं मिलेंगी जो वर्तमान में नियमित सैनिकों पर लागू होती है। सेवा शर्तों में उनके साथ कोई भेदभाव नहीं होगा।

सैन्य मामलों के विभाग के अतिरिक्त सचिव, लेफ्टिनेंट जनरल अनिल पुरी (Lt General Anil Puri) और तीनों सेना के एचआर हेड प्रेस कॉन्फ्रेंस में मौजूद रहे |
तीनों सेना के एक संयुक्त बयान में कहा गया कि अग्निपथ स्कीम वापस नहीं होगा। सेना ने कहा कि कोचिंग संस्थान छात्रों को भड़का और उकसा रहे हैं। अनिल पुरी ने कहा कि सेना में जाने वाले उम्मीदवारों को हिंसा और प्रदर्शन में हिस्सा नहीं लेना चाहिए। सेना ने तीनों सेनाओं में भर्ती प्रक्रिया की तारीखों का ऐलान करते हुए बताया कि थलसेना की भर्ती प्रक्रिया 1 जुलाई से, वायुसेना की भर्ती प्रक्रिया 24 जून से और नौसेना की भर्ती प्रक्रिया 25 जून से शुरू होगी।

लेफ्टिनेंट जनरल अनिल पुरी ने कहा कि हर साल लगभग 17,600 लोग तीनों सेवाओं से समय से पहले सेवानिवृत्ति ले रहे हैं। किसी ने कभी उनसे यह पूछने की कोशिश नहीं की कि वे सेवानिवृत्ति के बाद क्या करेंगे।

अनिल पुरी ने कहा कि जो भी युवा इधर-उधर, भटक रहे हैं वह अपना समय बर्बाद नहीं करें क्योंकि किसी के लिए भी फिजिकल टेस्ट पास करना उतना आसान नहीं होता है। उनसे गुजारिश है कि वह अपना पूरा ध्यान अगले महीनों में होने वाले टेस्ट पर लगाएं।’

लेफ्टिनेंट जनरल अनिल पुरी ने कहा कि ये रिफॉर्म काफी पहले से होना था. 1989 में ये काम शुरू हुआ था. हमारी तमन्ना थी कि ये काम शुरू हो, इस पर लगातार काम चल रहा था. जिसमें कमांडिंग ऑफिसर की उम्र कम की गई. ऐसे ही कई बदलाव हुए. हर साल लगभग 17,600 लोग तीनों सेवाओं से समय से पहले सेवानिवृत्ति ले रहे हैं. कभी किसी ने उनसे यह पूछने की कोशिश नहीं की कि रिटायरमेंट के बाद वे क्या करेंगे ?
अग्निपथ योजना पर लेफ्टिनेंट जनरल अनिल पुरी ने कहा कि ‘अग्निवर’ को सियाचिन और अन्य क्षेत्रों जैसे क्षेत्रों में वही भत्ता मिलेगा जो वर्तमान में सेवारत नियमित सैनिकों पर लागू होता है. सेवा शर्तों में उनके साथ कोई भेदभाव नहीं होगा.
देश की सेवा में अपना जीवन कुर्बान करने वाले ‘अग्निवर’ को एक करोड़ रुपये का मुआवजा मिलेगा |
लेफ्टिनेंट जनरल अनिल पुरी ने कहा कि अग्निपथ योजना वापस नहीं ली जाएगी. अब सेना में भर्ती इसी योजना के तहत होगी.
विभिन्न मंत्रालयों और विभागों द्वारा अग्निवीरों के लिए आरक्षण के संबंध में घोषणाएं पहले से तय थी. ये घोषणाएं अग्निपथ स्कीम की घोषणा के बाद हुई हिंसा की वजह से नहीं की गई.
थल सेना की ओर से लेफ्टिनेंट जनरल बंसी पोनप्पा ने कहा कि दिसंबर के पहले सप्ताह तक, हमें 25,000 ‘अग्निवर’ का पहला बैच मिलेगा और दूसरा बैच फरवरी 2023 के आसपास शामिल किया जाएगा, जिससे ये संख्या 40,000 हो जाएगी.
एयर मार्शल एसके झा ने कहा कि IAF में 24 जून से भर्ती प्रक्रिया शुरू हो जाएगी. 24 जून से अग्निवीर बैच नंबर 1 की पंजीकरण प्रक्रिया और 24 जुलाई से चरण 1 ऑनलाइन परीक्षा प्रक्रिया शुरू होगी. पहला बैच दिसंबर तक एनरोल होगा और पहले बैच की ट्रेनिंग 30 दिसंबर से शुरू होगी.
नौसेना की तरफ से वाइस एडमिरल दिनेश त्रिपाठी ने कहा कि हमने अपनी भर्ती प्रक्रिया शुरू कर दी है. 25 जून तक हमारा एडवरटाइजमेंट सूचना और प्रसारण मंत्रालय में पहुंच जाएगा. एक महीने के अंदर भर्ती प्रक्रिया शुरू हो जाएगी. 21 नवंबर को हमारे पहले अग्निवीर हमारे ट्रेनिंग संस्थान में रिपोर्ट करेंगे. नौसेना में हम महिला अग्निवीर भी ले रहे हैं. उसके लिए हमारी ट्रेनिंग में जो संशोधन करना है उसके लिए काम शुरू हो चुका है. मुझे आशा है कि महिला और पुरुष अग्निवीर आईएनएस चिल्का पर रिपोर्ट करेंगे |
लेफ्टिनेंट जनरल अनिल पुरी ने कहा कि अनुशासन ही भारतीय सेना की नींव है. आगजनी, तोड़फोड़ के लिए कोई जगह नहीं है. प्रत्येक व्यक्ति एक प्रमाण पत्र देगा कि वो विरोध या बर्बरता का हिस्सा नहीं था. फौज में पुलिस वेरिफिकेशन के बिना कोई नहीं आ सकता. इसलिए प्रदर्शन कर रहे छात्रों से अनुरोध है कि अपना समय खराब न करें. यदि किसी के खिलाफ कोई प्राथमिकी दर्ज की जाती है, तो वे सेना शामिल नहीं हो सकते |
प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया गया कि हमें यूथफुल प्रोफाइल चाहिए. 2030 में हमारे देश में 50 फीसदी लोग 25 साल की उम्र से कम के होंगे. क्या ये अच्छा लगता है कि देश की सेना जो रक्षा कर रही है वो 32 साल की हो. बाहरी देशों की भी स्टडी की गई. सभी देशों में देखा गया कि उम्र 26, 27 और 28 साल थी. इस योजना के तहत अगले 4-5 वर्षों में 50,000-60,000 सैनिकों की भर्ती करेंगे. बाद में ये संख्या बढ़ाकर 90,000-1 लाख हो जाएगी. हमने योजना का विश्लेषण करने के लिए 46,000 की संख्या से छोटी शुरुआत की है, भविष्य में हम ये संख्या 1.25 लाख तक लेकर जाएंगे |

बता दें कि बिहार में अग्निपथ योजना को लेकर रविवार को पांचवें दिन भी विरोध प्रदर्शन देखने को मिले। समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक, राजधानी पटना में उपद्रवियों ने आज सुबह जीआरपी के आसपास वाहनों को आग के हवाले कर दिया। वहीं, राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत ने सरकार से अग्निपथ योजना को वापस लेने की मांग की है।

इस बीच, ‘अग्निपथ’ भर्ती योजना के विरोध में रविवार को दिल्ली के जंतर-मंतर पर कांग्रेस नेताओं ने ‘सत्याग्रह’ किया। इस दौरान पार्टी नेता प्रियंका गांधी वाड्रा और अन्य अन्य नेता मौजूद रहे। वाड्रा ने मीडिया से कहा, “देश की सेवा करने के लिए पूरे जीवन भर सेना में भर्ती होना चाहते हैं। ये जो भी हो रहा है गलत हो रहा है। इस योजना को वापस लेना चाहिए।” वहीं, राजस्थान से ताल्लुक रखने वाले पार्टी नेता सचिन पायलट बोले- कोविड के बहाने से आपने (सरकार) 2 साल से भर्तियां रोक रखी थी। 1.25 लाख भर्तियां केवल फौज में खाली है। आप सिर्फ भ्रमित कर लोगों का भविष्य खराब करने की कोशिश कर रहे हैं हम सत्याग्रह कर सरकार को यह योजना वापस लेने के लिए मजबूर करेंगे।

जिला प्रशासन की अवैध खनन पर बड़ी कार्रवाई : नौ ट्रक/डंपर को किया सीज

0

देहरादून, प्रदेश के मुखिया पुष्कर सिंह धामी द्वारा अवैध खनन पर कड़ी कार्रवाई करने के निर्देश के बाद जिलाधिकारी डाॅ आर राजेश कुमार ने समस्त उप जिलाधिकारियों को अपने-अपने क्षेत्रों में अवैध खनन, भण्डारण एवं अवैध परिवहन की सूचनाओं पर नियमित छापेमारी करते हुए कड़ी कार्रवाई करने के निर्देश दिए गए हैं। जिस को गंभीरता से लेते हुए विकासनगर क्षेत्रान्तर्गत तहसीलदार विकासनगर सोहन सिंह रागंण एवं जिला खनन अधिकारी वीरेंद्र सिंह के नेतृत्व में राजस्व एवं खनन विभाग ने अवैध खनन एवं खनन के अवैध परिवहन के विरुद्ध चलाये गए अभियान के दौरान 9 ट्रक,डंपर को सीज किया गया, जिनमें 2 वाहन बिना रवन्ना तथा 07 वाहन क्षमता से अधिक उपखनिज से भरे पाए जाने के फलस्वरूप उक्त वाहनों को सीज करते हुए राज्य में प्रख्यापित उत्तराखण्ड उप खनिज (बालू, बजरी, बोल्डर) चुगान नीति, उत्तराखण्ड खनिज नियमावली का उल्लंघन है। संबंधित पर 5 लाख अर्थदण्ड की कार्यवाही की गई है।

जिलाधिकारी डाॅ0 आर राजेश कुमार ने अवगत कराया है कि अवैध खनन, परिवहन, भण्डारण पर लगातार कार्यवाही की जा रही है इसी के फलस्वरूप बीती रात्रि में विकासनगर क्षेत्र अंतर्गत यह कार्रवाई की गई। तथा भविष्य में भी इस प्रकार की कार्यवाही जारी रहेगी।

 

केन्द्रीय पंचायती राज मंत्री गिरिराज सिंह ने दिया सीएम के द्वारा उठाये गये विषयों पर कार्यवाही का आश्वासन

देहरादून, रविवार को देहरादून में स्थित सीएम आवास कैम्प कार्यालय में केन्द्रीय ग्रामीण विकास एवं पंचायतीराज मंत्री गिरिराज सिंह ने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से भेंट की। उन्होंने ग्रामीण विकास, पंचायती राज एवं आवास से सम्बन्धित प्रदेश में संचालित विभिन्न केन्द्रीय योजनाओं के क्रियान्वयन के सम्बन्ध में मुख्यमंत्री से चर्चा की।

वही इस मौके पर सीएम ने कहा कि राज्य की विपरीत भौगोलिक परिस्थिति, पर्वतीय क्षेत्रों में भारी बरसात, अत्यधिक ठंड तथा सड़कों के लिये वन एवं पर्यावरण से सम्बन्धित स्वीकृतियों आदि में समय लगने के कारण निर्माण कार्यों के लिये समय कम मिल पाता है, इसके लिये मुख्यमंत्री ने केन्द्रीय मंत्री से प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क योजना के कार्यों को पूर्ण करने की समय सीमा मार्च 2023 तक बढ़ाये जाने, प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क योजना के अधीन व्यय होने वाली धनराशि की समय सीमा को भी सितम्बर, 2022 से मार्च 2023 तक बढ़ाये जाने का अनुरोध किया।

इस दौरान मुख्यमंत्री ने राज्य की पर्वतीय भौगोलिक परिस्थिति वाले सीमांत क्षेत्रों के कम आबादी वाले 150 से 250 तक आबादी वाले गांवो को प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क योजना के अधीन सड़क से जोड़ने के लिये मानकों में छूट दिये जाने का भी अनुरोध किया। अभी तक 250 से अधिक आबादी वाले गांवों को इसमें शामिल किया गया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि मानकों में छूट दिये जाने से 250 से कम आबादी वाले गांवों को भी सड़कों से जोड़ने में मदद मिलेगी। मुख्यमंत्री ने पंचायत भवनों के निर्माण, कम्प्यूटरीकरण एवं स्वच्छता के लिये भी अतिरिक्त धनराशि उपलब्ध कराये जाने का भी अनुरोध भी केन्द्रीय मंत्री से किया।

वही इस मौके पर केन्द्रीय ग्रामीण विकास एवं पंचायतीराज मंत्री गिरिराज सिंह ने प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क योजना की सड़कों की गुणवत्ता एवं रखरखाव के साथ ही सड़कों के निर्माण में नई तकनीकि के उपयोग पर ध्यान देने की जरूरत बतायी। उन्होंने प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत निर्मित होने वाले भवनों के निर्माण भी तेजी लाये जाने की अपेक्षा की।

वही इसी के साथ केन्द्रीय ग्रामीण विकास एवं पंचायतीराज मंत्री ने मनरेगा के अन्तर्गत संचालित कार्यक्रमों में पारदर्शिता लाये जाने के लिये इसकी मॉनीटरिंग पर विशेष ध्यान देने को कहा। उन्होंने कहा कि इसके लिये नेशनल मोबाइल मॉनीटरिंग सिस्टम के साथ ही मोबाइल वाट्सएप्प ग्रुप बनाये जाने की व्यवस्था की जाय, इसमें ग्राम प्रधान, क्षेत्र पंचायत सदस्य, वार्ड मेम्बर सम्बन्धित अधिकारियों के साथ सांसद एवं विधायकों को भी ग्रुप में जोड़े जाने की व्यवस्था रखी जाय ताकि इसके तहत होने वाले कार्यों में पारदर्शिता रहे तथा कार्यों में भी तेजी आ सकेगी।

इस दौरान केन्द्रीय मंत्री गिरीराज सिंह ने मुख्यमंत्री को उनके द्वारा उठाये गये विषयों पर आवश्यक कार्यवाही का आश्वासन दिया। उन्होंने प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क योजना के तहत सड़कों के निर्माण में नई तकनीकि के उपयोग आदि में सहयोग के लिये राज्य के साथ टैक्नॉलाजी वर्कशाप के आयोजन की भी बात कही।
इस अवसर पर कैबिनेट मंत्री सतपाल महाराज, गणेश जोशी, अपर मुख्य सचिव आनन्द बर्धन, सचिव नितेश झा, आर.मीनाक्षी सुन्दरम, संयुक्त सचिव पंचायती राज भारत सरकार प्रेम नागर, अपर सचिव एवं एम. डी. पेयजल एवं पीएमजीएसवाई उदय राज, निदेशक पंचायतीराज बंशीधर तिवारी आदि उपस्थित थे।

 

निडर, निर्भीक, निष्पक्ष पत्रकारिता का समाज में अहम् योगदान रहता है : मुख्यमंत्री

0

विभिन्न क्षेत्रों में कार्य करने वाले विशिष्ट जनों को सीएम ने किया सम्मानित

देहरादून, मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने रविवार को आईआरडीटी ऑडिटोरियम में आयोजित पत्रकारों के प्रांतीय सम्मेलन में प्रतिभाग किया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने प्रदेश में शिक्षा, स्वास्थ्य, समाजसेवा जैसे विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्ट कार्य करने वाले लोगों को सम्मानित करने के बीच एक स्मारिका का भी विमोचन किया।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने इस अवसर पर विशेष प्रमुख सचिव सूचना अभिनव कुमार को पत्रकारों को दी जाने वाली पेंशन से सम्बन्धित नियमों को सरल बनाये जाने के निर्देश देते हुए प्रदेश सरकार द्वारा पत्रकार कल्याण कोष के अधीन दी जाने वाली पत्रकार पेंशन की धनराशि 5000 से बढ़ाकर 8000 किए जाने एवं प्रदेश के विभिन्न जिलों से देहरादून आने वाले पत्रकारों को पूर्व की भांति सूचना विभाग द्वारा आवास व्यवस्था किये जाने की घोषणा की।

 

मुख्यमंत्री ने कहा कि वे मीडिया से जुड़े अधिकांश पत्रकार भाइयों से परिचित हैं। पत्रकारिता का छात्र होने के नाते वे पत्रकारिता क्षेत्र की समस्याओं से भी परिचित हैं। आज समय के साथ पत्रकारिता के आयाम बदले हैं। पत्रकारों को लोकतंत्र का चौथा स्तंभ बताते हुए उन्होंने कहा कि निडर, निर्भीक, निष्पक्ष पत्रकारिता का समाज में अहम योगदान रहता है। एक पत्रकार हमेशा समाज को शिक्षा देने के साथ दिशा देने का भी कार्य करता है।
मुख्यमंत्री ने कहा की जनता एवं सरकार के बीच में संवाद कायम कर, सरकार एवं प्रशासन के सामने जनता की समस्याओं को सामने लाकर पत्रकार हमेशा ही अहम भूमिका निभाते हैं, साथ ही संवाद का माध्यम बनकर विकास में अपना योगदान देते हैं। उन्होंने सभी पत्रकारों से हमेशा साफ-सुथरी एवं निर्भीक निष्पक्ष निडर पत्रकारिता के साथ चलने की अपेक्षा की। उन्होंने कहा कि कलम की ताकत हमेशा ही अन्य ताकतों पर भारी रहती है।
इस अवसर पर विशेष प्रमुख सचिव सूचना अभिनव कुमार ने कहा कि सरकारी सेवा में आने से पहले वे भी पत्रकार रहे हैं। यह संयोग ही है कि उन्हें आज पत्रकारों के साथ सहयोगी के रूप में कार्य करने का भी अवसर मिला है। उन्होंने पत्रकारों से सकरात्मक एवं तथ्यात्मक रूप से जो कमियां उन्हें दिखाई दे उससे अवगत कराने तथा समाजहित से जुड़े कार्यों के प्रचार प्रसार में सहयोग की अपेक्षा की। कार्यक्रम में उत्तराखंड पत्रकार यूनियन के पदाधिकारियों के साथ मीडिया से जुड़े तथा अन्य लोग उपस्थित थे।

भाजपा की जिला कार्यकारिणी की बैठक : भाजपा कार्यकर्ता पूरे मनोयोग के साथ सर्वोपरी मानकर कार्य करता है : रेखा आर्या

0

अल्मोड़ा, भारतीय जनता पार्टी के कार्यालय धार की तूनी में भाजपा की जिला कार्यकारिणी बैठक हुई जिसमें सर्वप्रथम दीप प्रज्जवलित कर वंदे मातरम् का गायन कर बैठक का शुभारंभ किया गया, बैठक मैं जिला अध्यक्ष रवि रोतेला ने सभी अतिथियों का स्वागत किया, सरकार बनने के बाद पहली बार हुई इस कार्य समिति में सरकार की उपलब्धियों के बारे में बताया गया । केबिनेट मंत्री रेखा आर्या ने गरीब कल्याण योजना के बारे में बताया उन्होंने कहा कि संघटन ही सर्वोपरी है अनुकरणीय कार्यों का क्रियावयन कार्यकर्ताओं द्वारा किया गया संगठन के कार्यों को भाजपा का कार्यकर्ता ही पूरे मनोयोग के साथ सर्वोपरी मानकर कार्य करता है, संगठन का दायित्व सर्वोपरी है कार्य करने वाले व्यक्ति को संगठन आगे बढ़ाता है, केंद्र व राज्य के विकास कार्यों को आगे बढ़ाने का कार्य कार्यकर्ता ही कर रहा है, भाजपा जो कहती है वो करती है | सरकार की योजनाओं को जन जन तक पहुंचाना और उन कार्यों को जनता से जोड़ना कार्यकर्ता का प्रमुख कार्य है, प्रदेश उपाध्यक्ष कैलाश शर्मा ने कहा कि आजादी के बाद हमारे आदर्शों ने भाज पा को सींचा संवारा है व कार्यक्रमों के माध्यम से भाजपा को आगे बढ़ाया है, उसी प्रेरणा से आज भाजपा विश्व की सबसे बड़ी पार्टी बनी है | उन्होंने महीने भर के आगामी कार्यक्रमों को भी तय किया |
प्रदेश मंत्री राजेंद्र बिष्ट ने वृत लिया व राजनीतिक प्रस्ताव पास किया उन्होंने कहा कि अनुशासन व त्याग के कारण कार्यकर्ता के बल पर पार्टी आगे बड़ी है, कार्यकर्ता ही भाजपा की रीड़ की हड्डी है । बैठक में 21 जून से 16 जुलाई तक तय कार्यक्रमों के बारे में जानकारी दी, बैठक मैं जिला अध्यक्ष रवि रोतेला, केबिनेट मंत्री रेखा आर्या,प्रदेश उपा अध्यक्ष कैलाश शर्मा, प्रदेश मंत्री राजेंद्र बिष्ट, पूर्व विधायक रघुनाथ सिंह चौहान, पूर्व विधायक महेश नेगी पूर्व राज्य मंत्री गोविंद पिलख्वाल, प्रदेश अध्यक्ष कुंदन लटवाल, डी सी बी अध्यक्ष ललित लटवाल, रमेश बहुगुणा, अरविंद बिष्ट, प्रेम शर्मा, महेश नयाल, विमला रावत, किरण पंत, लता बोरा, संदीप सिंह भोज, लीला बोरा, पूनम पालीवाल, दीप भगत, मुकुल साह, ममता भट्ट, कैलाश पंत कैलाश गुरुरानी सहित जिला पदाधिकारी व मंडल अध्यक्ष व महामंत्री मौजूद थे |

 

वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने अग्निपथ योजना के विरुद्ध चल रहे आंदोलात्मक को लेकर
कोचिंग सेन्टर प्रबंधकों की ली मीटिंग

(शिवाली पत्रकार)

कोटद्वार, वर्तमान में केन्द्र सरकार द्वारा अग्निपथ योजना के तहत युवाओं को भारतीय सेना की भर्ती में अग्निवीर के तौर पर भर्ती हेतु चार वर्ष का सेवाकाल किया गया है। इसे लेकर नवयुवकों में आक्रोश एवं आंदोलात्मक कार्यवाही के दृष्टिगत देश में आगजनी की घटनायें हो रही हैं। आज वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक पौड़ी यशवन्त सिंह चौहान द्वारा जनपद के कोटद्वार क्षेत्र में कोचिंग सेन्टर अधिक होने व जनपद की सीमा बिजनौर उ.प्र. राज्य से जुडे होने के कारण इस संवेदनशीलता को देखते हुये समस्त कोचिंग सेन्टरों के प्रबन्धकों से ऑनलाइन VC के माध्यम से मीटिंग ली गयी।

कोटद्वार कोचिंग सेन्टरों के प्रबन्धकों को कहा गया कि आपके कोचिंग सेन्टरों में जो बच्चे पढ़ते हैं, उनको कोचिंग के साथ-साथ उनके भविष्य में बताया जाय कि उनके द्वारा कोई भी ऐसा कदम न उठाया जाए, जिसके तहत कोई भी घटना घटित होने पर उनके खिलाफ कोई कानूनी कार्यवाही होती हो, जिसका उनके भविष्य पर प्रभाव पड़ सकता है और उनको आने वाले भविष्य में नुकसान हो सकता है। मीटिंग में अपर पुलिस अधीक्षक कोटद्वार श्रीमती मनीषा जोशी, अपर पुलिस अधीक्षक संचार अनूप काला के अलावा कोटद्वार के कोचिंग सेन्टरों में बंसल क्लासेस, विस्डम कोचिंग सेन्टर, बलूनी क्लासेस, लक्ष्य कोचिंग सेन्टर, सक्षम इंस्टिटयूट, नालन्दा कोचिंग सेन्टर, अविरल क्लासेस, फ्यूचर फाउण्डेशन, साक्षी टूटोरियल, दिल्ली कैम्पस कोचिंग सेन्टर, डबराल क्लासेस, दक्ष इंस्टिटयूट के प्रबन्धक मौजूद रहे।

 

अघोषित विद्युत कटौती : विधान सभा अध्यक्ष की मौजूदगी में भी रही बत्ती गुल

कोटद्वार, विद्युत विभाग द्वारा कोटद्वार में की जा रही अघोषित बिजली की कटौती विधानसभा अध्यक्ष ऋतु खंडूडी भूषण की कोटद्वार में मौजूदगी के बावजूद भी जारी हैं। उधर, श्रीमती खंडूडी की कोटद्वार में मौजूदगी के चलते कोटद्वार में हो रहा अवैध खनन पूरी तरह ब॔द रहा, लेकिन विधुत विभाग के आला-अधिकारियों पर विधानसभा अध्यक्ष की कोटद्वार में मौजूदगी का कोई असर नहीं पडा और आज भी बिजली की कटौती बदस्तूर जारी रही। क्षेत्रवासियों की इस बात में दम है कि जबसे श्रीमती ख॔डूडी कोटद्वार विधानसभा से चुनाव जीतीं है, तभी से कोटद्वार विधानसभा क्षेत्र में कई-कई घ॔टे की अघोषित बिजली की कटौती मनमाने तरीके से विद्युत विभाग द्वारा की जा रही है |

संपन्न हुई भाजपा महानगर की कार्यसमिति, बैठक में कार्यकर्ताओं को आगामी कार्यक्रमों से कराया अवगत

 

देहरादून, भारतीय जनता पार्टी महानगर देहरादून की दो दिवसीय कार्यसमिति आज संपन्न हुई, आज के उद्घाटन सत्र में मुख्य वक्ता प्रदेश महामंत्री कुलदीप कुमार ने पार्टी के आगामी कार्यक्रमों से कार्यकर्ताओं को अवगत कराया।

प्रथम सत्र में महापौर सुनील उनियाल गामा द्वारा राजनीतिक प्रस्ताव प्रस्तुत किया गया, जिसका अनुमोदन विधायक खजान दास एवं विधायक विनोद चमोली ने तथा समर्थन विधायक सविता कपूर व उमेश शर्मा ने किया , सदन द्वारा राजनीतिक प्रस्ताव का ओम मंत्र के उच्चारण के साथ ध्वनि मत से पास किया गया।
द्वितीय सत्र को राज्यसभा सांसद नरेश बंसल एवं महानगर प्रभारी आशीष गुप्ता द्वारा संबोधित किया गया।

द्वितीय सत्र में विधायक विनोद चमोली, उमेश शर्मा काऊ ,सविता कपूर ,खजान दास , प्रदेश उपाध्यक्ष अनिल गोयल ने केंद्र एवं प्रदेश सरकार की उपलब्धियों की चर्चा कार्यकर्ताओं से की।
कार्य समिति की अध्यक्षता महानगर अध्यक्ष सीताराम भट्ट व संचालन महामंत्री रतन चौहान , सतेंद्र नेगी ने किया।
कार्यसमिति में प्रदेश प्रवक्ता विनय गोयल, शादाब शमश, कोषाध्यक्ष पुनीत मित्तल ,मंत्री आदित्य चौहान, महानगर मीडिया प्रभारी राजीव उनियाल, उपाध्यक्ष आनंद सागर, डॉ विजेंद्र पुंडीर,महानगर मंत्री सुनील शर्मा ,तृप्ता जाटव ,मुनिया पाल, संजय सिंघल, हरीश कोहली ,संध्या थापा कार्यालय प्रभारी विनोद शर्मा,महिला मोर्चा अध्यक्ष कमली भट्ट युवा मोर्चा अध्यक्ष अंशुल चावला अल्पसंख्यक मोर्चा अध्यक्ष जावेद आलम जनजाति मोर्चा अध्यक्ष बचन सिंह रावत किसान मोर्चा अध्यक्ष राजेश कंबोज अनुसूचित मोर्चा अध्यक्ष धर्मपाल घाघट सहित सभी महानगर कार्यकारिणी सदस्य सभी मंडल अध्यक्ष सभी मंडल महामंत्री ने भाग लिया।

प्रथम तथा द्वितीय सत्र के मध्य में भारत की वीरांगना रानी लक्ष्मीबाई को उनके बलिदान दिवस पर श्रद्धांजलि दी गई।

 

फौजियों और उनके परिजनों को मिलेगी बेहतरीन सुविधा, राज्य के समस्त सैनिक कल्याण गृहों का होगा कायाकल्प : गणेश जोशी

सरकार के 100 दिन पूर्ण होने पर गोपेश्वर तथा टनपुर के सैनिक कल्याण गृहों के नवनिर्माण को होगा शिलान्यासBig breaking :-सरकार के 100 दिन पूर्ण होने पर गोपेश्वर तथा टनपुर के सैनिक कल्याण गृहों के नवनिर्माण को होगा शिलान्यास - News Height

देहरादून, ‘‘हमारी सरकार छुट्टी पर घर आ रहे फौजियांं तथा उनके परिजनों को सैनिक आवस गृहों में बेहतरीन सुविधाएं उपलब्ध करवाने के प्रतिबद्ध है। मैं जब फौजी था तो मैंने देखा है कि विश्राम गृहों में बंक बैड में सोना पड़ता था। तब से आज तक बहुत सुविधाएं बढ़ी है। परंतु राज्य के लगभग सभी सैनिक विश्रामगृहों की स्थति आज ऐसी नहीं है कि छुट्टी आ रहे हमारे फौजी अपने परिवार को सम्मान और गौरव के साथ वहां रहने के ला सकें और उन्हें अच्छी सुविधाएं व आव-भगत मिले। इसलिए हमने योजना बनाई है कि राज्य के सभी 37 सैनिक विश्राम गृहों को ज्यादा बेहतर सुविधओं तथा रहने के लिए ज्यादा आरामदायक बनाया जाए’’। यह कहना था सूबे के सैनिक कल्याण मंत्री गणेश जोशी का।
आज अपने शिविर कार्यालय में सैनिक कल्याण विभाग के अधिकारियों संग राज्य के सभी 37 सैनिक विश्रामगृहों के जीर्णोद्धार तथा नवनिर्माण की कार्ययोजना पर चर्चा की। उन्होंने बताया कि बजट की उपलब्धता के अनुसार प्रथम चरण में रेल हैड पर स्थित हल्द्वानी, टनकपुर तथा कुमांउ में पिथौरागढ़ एवं गढ़वाल में गोपेश्वर के सैनिक विश्रामगृहों के पुर्ननिर्माण की योजना बनाई गई है। इसके तहत राज्य सरकार के प्रथम 100 दिन पूर्ण होने के अवसर पर आगामी 30 जून को गोपेश्वर तथा टनकपुर के विश्रामगृहों के नवनिर्माण का शिलान्यास मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी जी के कर कमलों द्वारा किया जाएगा।
इसके अतिरिक्त निदेशक सैनिक कल्याण द्वारा सुझाव दिया गया कि युवाओं को दिए जाने वाले सेना भर्ती पूर्व प्रशिक्षण को ‘‘वॉर विडोज ब्वायज एण्ड गर्ल्स हॉस्टल’’ से संचालित किया जा सकता है। क्योंकि वहां 50 प्रशिक्षुओं के रहने खाने तथा प्रक्टिस की र्प्याप्त सुविधाएं मौजूद हैं। जिस पर सैनिक कल्याण मंत्री ने कहा कि कर्नल ऑफ द रेजिमेंट, गढ़वाल रायफल से वह स्वयं इस विषय पर चर्चा करूंगा।
इस दौरान निदेशक सैनिक कल्याण कर्नल बी0एस0 रावत तथा पेयजल निमार्ण निगम के अधिक्षण अभियंता एस0के0 पंत भी उपस्थित रहे।

 

ब्रैकिंग : युवा लोक गायक गुंजन डंगवाल की चण्ड़ीगढ़ में सड़क दुर्घटना में मौतUttarakhand Young Folk Singer And Musician Gunjan Dangwal Died In A Road Accident - Uttarakhand: युवा लोक गायक गुंजन डंगवाल की सड़क दुर्घटना में मौत, कार के डिवाइडर से टकराने से हुआ

देहरादून, उत्तराखंड़ के उभरते युवा लोक गायक और संगीतकार गुंजन डंगवाल की आज सड़क दुर्घटना में मौत हो गई। भिलंगना ब्लॉक के खसेती और वर्तमान में नई टिहरी निवासी शिक्षक कैलाश डंगवाल के पुत्र गुंजन डंगवाल का शनिवार सुबह चंडीगढ़ के पंचकूला में सड़क दुर्घटना में मौत हो गई। गुंजन चंडीगढ़ किसी दोस्त से मिलने जा रहे थे। वह स्वयं कार ड्राइव कर अकेले ही चंडीगढ़ जा रहे थे। रास्ते में उनकी कार डिवाइडर से टकरा गई और मौके पर ही उनकी मौत हो गई। गुंजन का पहला एलबम नंदू मामा की स्याली काफी पॉपुलर हुआ था। धीरे-धीरे गुंजन गीत के साथ-साथ संगीत और वीडियो एलबम बनाने के लिए भी कार्य करने लगे। इन दिनों उनका गीता चैता की चैत्वाल्या संगीत ने भी बाजार में धूम मचा रखी है। पेशे से संगीतकार गुंजन ने जीबी पंत इंजीनियरिंग कॉलेज घुड़दौड़ी से इलेक्ट्रिकल से बीटेक भी किया था। गुंजन की मौत पर विधायक किशोर उपाध्याय, घनसाली विधायक शक्ति लाल शाह, प्रतापनगर विधायक विक्रम सिंह नेगी, जिला अध्यक्ष सोना सजवाण, लोक संगीत, सामाजिक सरोकारों से जुड़े लोगों ने गहरा दुख व्यक्त किया।

इन 13 शहरों में सबसे पहले मिलेंगी 5G सेवाएं, जांच लो आपका शहर लिस्ट में है या नहीं

0

सरकार ने भारत में 5जी स्पेक्ट्रम की नीलामी को मंजूरी दे दी है. भारत में बहुत जल्द 5G सवायें उपलब्ध होने वाली हैं. कहा जा रहा है इस साल के दिवाली तक हमें 5G सेवाओं का तोहफा मिल सकता है. 5G नीलामी 26 जुलाई, 2022 को आयोजित की जानी है. यह नीलामी 72 GHz से ज्यादा स्पेक्ट्रम की 20 साल की वैधता अवधि के साथ होगी. नीलामी अलग-अलग लो (600 मेगाहर्ट्ज, 700 मेगाहर्ट्ज, 800 मेगाहर्ट्ज, 900 मेगाहर्ट्ज, 1800 मेगाहर्ट्ज, 2100 मेगाहर्ट्ज, 2300 मेगाहर्ट्ज), मिड (3300 मेगाहर्ट्ज) और हाई (26 गीगाहर्ट्ज़) फ्रीक्वेंसी बैंड में स्पेक्ट्रम के लिए आयोजित होने वाली है. सरकार का दावा कर रही है कि भारत में 5जी 4जी से करीब 10 गुना तेज होगा.

अब ऐसे में कुछ ऐसे क्षेत्र हैं जिन्हें पहले 5G सर्विस मुहैया कराई जाएंगी. हालांकि, भारत में अभी भी कई ऐसी जगहें हैं जहां पर 4जी कनेक्टिविटी भी ठीक प्रकार से नहीं चलती है. खैर चलिए जानते हैं कि वो कौन-कौन सी जगहें हैं जहां पर सबसे पहले 5जी कनेक्टिविटी दी जा रही है.

भारत के वो 13 शहर, जो 5G कनेक्टिविटी पाने वाले पहले शहर बन सकते हैं

दूरसंचार विभाग के अनुसार, देश भर में इन 13 शहरों में सबसे पहले में 5G कनेक्टिविटी मिलेगी.

अहमदाबाद
बेंगलुरु
चंडीगढ़
चेन्नई
दिल्ली
गांधीनगर
गुरुग्राम
हैदराबाद
जामनगर
कोलकाता
लखनऊ
मुंबई
पुणे
हालांकि, यह चीज अभी तक स्पष्ट नहीं हुई है कि भारत में सबसे पहले कौन-सा टेलीकॉम ऑपरेटर कमर्शियल तौर पर 5G सर्विसेज को शुरू करेगा. ये Jio, Airtel और Vi में से कोई भी हो सकता है.

Samsung Galaxy A73 5G : Samsung का यह शानदार स्मार्टफोन बारिश में भीगने पर भी नहीं होगा खराब, यहां जानिए कीमत और फीचर्स

Best Selling Scooters : यहां जाने मई के महीने में कौन सा स्कूटर कितना बिका, किसके सर है सबसे ज्यादा बिकने का ताज

बारिश के बीच युवाओं का अग्निपथ के विरोध में प्रदर्शन

0

अल्मोड़ा। सेना में भर्ती होकर देश सेवा का जज्बा रखने और रोजगार की आस लगाए बैठे नौजवानों को केंद्र सरकार की ‘अग्निपथ योजना से झटका लगा है। अंतिम बार हुई सेना भर्ती में कई अभ्यर्थी कड़ी मेहनत के दम पर सभी बाधाएं पार करके लिखित परीक्षा तक पहुंचे, लेकिन डेढ़ साल के इंतजार के बाद रिटन निरस्त होने की संभावना से युवा भविष्य को लेकर बेहद चिंतित हो उठे हैं।
सेना में चार साल की अस्थाई नौकरी और रिटन परीक्षा निरस्त होने से भड़के नौजवान शनिवार को रानीखेत सड़कों पर उतरने को मजबूर हो गए। शनिवार को भारी बारिश के बीच आक्रोशित युवाओं ने नगर में रैली निकाल अग्निपथ योजना का विरोध किया। संयुक्त मजिस्ट्रेट कार्यालय में सभा के माध्यम से गुबार निकालने के बाद नौजवानों ने इस संबंध में संयुक्त मजिस्ट्रेट के माध्यम से राष्ट्रपति को भी ज्ञापन भेजा। कहा युवाओं के भविष्य के अलावा देश की सुरक्षा से खिलवाड़ हरगिज बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। कांग्रेस ने युवाओं के विरोध-प्रदर्शन को पूर्ण समर्थन दिया।
रानीखेत में शनिवार को सुबह से ही बारिश का दौर चल रहा था। इसके बावजूद सेना की अग्निपथ योजना के विरोध में नगर और क्षेत्र के युवा अपराह्न नगर के नैनीताल बैंक के पास जुटे और तेज बारिश के बीच ही अग्निपथ के विरोध में जुलूस प्रदर्शन शुरू किया। केंद्र सरकार और प्रधानमंत्री के खिलाफ जोरदार नारेबाजी करते हुए जुलूस, एसबीआई के पास होते हुए संयुक्त मजिस्ट्रेट कार्यालय पहुंचा। यहां आयोजित सभा में युवाओं ने आक्रोश के साथ अपना दर्द भी बयां किया। कहा कि पहाड़ों से लगभग सभी परिवारों के सदस्यों ने सेना में भर्ती होकर देश सेवा की है। देश सेवा के साथ रोजगार को लेकर आज भी नौजवान सेना में भर्ती होने का सपना संजोते हुए शुरू से ही इसकी तैयारी में जुट जाते हैं। डेढ़ साल पूर्व कड़ी मेहनत कर कई युवा सेना भर्ती की लिखित परीक्षा तक पहुंचे। तब से संबंधित अभ्यर्थी लिखित परीक्षा के इंतजार में बैठे हैं। लेकिन अब लिखित परीक्षा को निरस्त करके उनके भविष्य के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है। जबकि अग्निपथ योजना के नाम पर सेना में चार साल की सेवा का कोई औचित्य नहीं है।
देश की सुरक्षा से खिलवाड़ का आरोप
युवाओं ने कहा कि देश की सुरक्षा के साथ जहां ये योजना बड़ा खिलवाड़ है, वहीं चार साल की सेना भर्ती से नौजवानों की सेना के प्रति दिलचस्पी समाप्त हो जाएगी। वक्ताओं ने कहा कि आखिर चार साल की नौकरी के बाद आखिर देश के सैनिक के समख बेरोजगारी से जूझने के अलावा क्या विकल्प शेष रहेगा। चेतावनी दी कि देश की सुरक्षा और युवाओं के हितों से खिलवाड़ने करने वाली योजना को जल्द वापस लिए जाने के साथ लंबित सेना भर्ती लिखित परीक्षा आयोजित नहीं किए जाने पर युवा शक्ति उग्र आंदोलन शुरू करने को बाध्य होंगे। कांग्रेस ने भी युवाओं के विरोध-प्रदर्शन को पूर्ण समर्थन दिया। कांग्रेस ब्लॉक अध्यक्ष गोपाल सिंह देव, जिपं सदस्य प्रतिनिधि हेमंत रौतेला, नगर उपाध्यक्ष कुलदीप कुमार, सोनू सिद्दीकी आदि युवाओं को समर्थन देने पहुंचे।
युवाओं के प्रदर्शन को लेकर अलर्ट पर रहा प्रशासन और पुलिस
रानीखेत। अग्निपथ योजना के विरोध में युवाओं के प्रस्तावित विरोध प्रदर्शन को लेकर शनिवार को प्रशासन और पुलिस पूरे अलर्ट पर रही। प्रदर्शन के शुरुआती स्थल से लेकर जुलूस के दौरान और संयुक्त मजिस्ट्रेट कार्यालय तक कोतवाल नासिर हुसैन के नेतृत्व में पुलिस बल साथ रहा। संयुक्त मजिस्ट्रेट कार्यालय में में कोतवाल स्वयं सुरक्षा की कमान संभाले रहे। हालांकि विरोध-प्रदर्शन और जुलूस पूरी तरह शांतिपूर्ण रहा और ज्ञापन सौपने के बाद युवा वापस चले गए।