Friday, June 20, 2025
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देशभर से धीरे-धीरे लुप्त हो रही कांग्रेस और दुनिया से कम्युनिस्ट पार्टी : अमित शाह

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तिरुवनंतपुरम, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने शनिवार को तिरुवनंतपुरम में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के एससी सम्मेलन को संबोधित करते हुए ग्रैंड ओल्ड पार्टी ‘कांग्रेस’ पर जमकर हमला बोला। उन्होंने कहा कि देशभर से कांग्रेस धीरे-धीरे लुप्त हो रही है। इसके साथ ही उन्होंने नौसेना के नए निशान का भी जिक्र किया |

केंद्रीय गृह मंत्री ने कहा कि मैं केरल के तमाम भाजपा के कार्यकर्ताओं से कहना आया हूं कि वह दिन दूर नहीं है जब केरल में भी कमल के निशान का झंडा फहरने वाला है। पूरे देशभर से कांग्रेस धीरे-धीरे जनमानस से लुप्त हो रही है और पूरी दुनिया से कम्युनिस्ट पार्टी लुप्त हो रही है। केरल में महज मोदी जी के नेतृत्व में भाजपा का राजनीतिक भविष्य है। हमारे कार्यकर्ताओं को इस बात को मन में स्थान देकर पुरुषार्थ करने की जरूरत है।

इसी बीच उन्होंने आईएनएस विक्रांत का जिक्र किया और कहा कि नौसेना को गुलामी की सभी निशानियों को पीछे छोड़कर अपनी वैभवशाली संस्कृति को गर्व करने वाले शिवाजी महाराज के राजचिह्न से संस्कारित एक नया निशान भी मोदी जी ने देने का काम किया है। उन्होंने कहा कि मैं केरल भाजपा के सभी कार्यकर्ताओं को बहुत-बहुत बधाई देना चाहता हूं क्योंकि पूरे देशभर में काम करने के लिए राष्ट्रभक्ति चाहिए लेकिन केरल में काम करने के लिए राष्ट्रभक्ति, बलिदान की ताकत और बहादुरी तीनों चाहिए।
अमित शाह ने कहा कि 2014 में जब देश की महान जनता ने मोदी जी के नेतृत्व में भाजपा को सरकार बनाने का मौका दिया। उस वक्त मोदी जी पहली बार सांसद बने और प्रधानमंत्री भी बने, जब वो संसद गए थे तो उन्होंने संसद की सीढ़ियों को माथे से लगाकर उन्होंने कहा था कि यह भाजपा की नरेंद्र मोदी सरकार दलित सरकार दलितों की, पिछड़ों की, गरीबों की सरकार है।

आईआईटी राष्ट्र का गौरव रहे हैं और उनकी कहानी स्वतंत्र भारत की कहानी है : राष्ट्रपति

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नयी दिल्ली, राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने आईआईटी की गाथा को स्वतंत्रत भारत की कहानी बताते हुए शनिवार को कहा कि आने वाले समय में भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थानों से जलवायु परिवर्तन, जीवाश्म ईंधन, सतत विकास लक्ष्यों (एसडीजी) को हासिल करने में योगदान की अपेक्षा हैं भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी) दिल्ली के हीरक जयंती समारोह को संबोधित करते हुए राष्ट्रपति ने कहा, ‘‘ आईआईटी राष्ट्र का गौरव रहे हैं और उनकी कहानी स्वतंत्र भारत की कहानी है।’’ उन्होंने कहा कि भारत के पास प्रतिभाओं का बड़ा भंडार हैं जिनका पूर्ण रूप से अभी तक उपयोग नहीं किया गया है। इस दिशा में आईआईटी की महत्वपूर्ण भूमिका है।

राष्ट्रपति मुर्मू ने कहा कि आईआईटी, दिल्ली ने समाज से जुड़े मुद्दों के प्रति हमेशा अतिरिक्त संवेदनशीलता दिखायी है और कोविड-19 महामारी के प्रथम चरण में संस्थान द्वारा रैपिड एंटीजेन किट, फेस मास्क आदि विकसित किया गया था। उन्होंने कि महामारी के दौरान आईआईटी, दिल्ली का योगदान इस बात का उदाहरण है कि स्वास्थ सुरक्षा के विषय में अकादमिक संस्थान किस प्रकार से योगदान दे सकते हैं। राष्ट्रपति ने कहा कि देश की जनसंख्या अधिक होने के मद्देनजर भविष्य के लिए नीतियां महत्वपूर्ण हैं क्योंकि तभी आबादी का लाभ उठाया जा सकता है। उन्होंने कहा, ‘‘हमें अपने संस्थानों को नये तरह के अध्ययन के ढांचे, व्यवस्था एवं पाठ्य सामग्रियों से लैस करने की जरूरत है ताकि इन्हें भविष्य के लिए तैयार किया जा सके।’’

मुर्मू ने कहा कि आईआईटी, दिल्ली बड़े पैमाने पर अनुसंधान एवं विकास तथा नवाचार में योगदान दे रहा है। उन्होंने कहा, ‘‘जब हम वर्ष 2047 का उल्लेख करते हैं तब जलवायु परिवर्तन हमारे समक्ष गंभीर चुनौती बन कर आ रहा है और एक विकासशील देश होने के नाते हमारे अर्थव्यवस्था पर इसका प्रभाव पड़ता है।’’ उन्होंने जीवाश्म ईंधन का जिक्र करते हुए नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा के महत्व को रेखांकित किया। राष्ट्रपति ने कहा कि देश को सतत विकास लक्ष्यों (एसडीजी) को हासिल करने के लिये आईआईटी से काफी अपेक्षाएं हैं। उन्होंने कहा कि आज वैश्विक स्तर पर भारत की बेहतर होती स्थिति में आईआईटी का बड़ा योगदान है।

महिला कर्मचारियों के लिए विशेष मातृत्व अवकाश : नवजात की मौत हुई तो मिलेगी 60 दिन छुट्टी

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नई दिल्ली, नवजात की मौत हुई तो मिलेगी 60 दिन छुट्टी, महिला कर्मचारियों के लिए विशेष मातृत्व अवकाश
केंद्र ने कहा कि वह अपनी महिला कर्मचारियों को प्रसव के दौरान मृत शिशु के जन्म लेने या जन्म के तुरंत बाद उसकी मौत होने पर भी 60 दिनों का विशेष मातृत्व अवकाश दिया जाएगा। केंद्र सरकार के सभी मंत्रालयों और विभागों को जारी आदेश में कहा गया है कि जन्म के तुरंत बाद बच्चे की मृत्यु की स्थिति को जन्म के 28 दिन बाद तक परिभाषित किया जा सकता है। मामले पर स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय के परामर्श से विचार किया गया है। बच्चे की मृत्यु के कारण होने वाले इमोशनल ट्रॉमा के दूरगामी प्रभाव को देखते हुए अब केंद्र की महिला कर्मचारी को ऐसे मामले में 60 दिनों का विशेष मातृत्व अवकाश देने का निर्णय लिया गया है। कार्मिक और प्रशिक्षण विभाग (डीओपीटी) ने जारी एक कार्यालय ज्ञापन में कहा कि एक मृत बच्चे को जन्म देने वाले कर्मचारी को छुट्टी या मातृत्व अवकाश देने से संबंधित स्पष्टीकरण के लिए अनुरोध करने वाले कई संदर्भ या प्रश्न प्राप्त हो रहे थे। स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय के परामर्श से लिए गए निर्णय की घोषणा करते हुए डीओपीटी ने कहा कि जन्म के तुरंत बाद बच्चे के मृत जन्म या मृत्यु के कारण होने वाले संभावित भावनात्मक आघात को ध्यान में रखते हुए मां के जीवन पर दूरगामी प्रभाव पड़ता है। अब यह निर्णय लिया गया है कि जन्म / मृत जन्म के तुरंत बाद बच्चे की मृत्यु के मामले में एक महिला केंद्रीय सरकारी कर्मचारी को 60 दिनों का विशेष मातृत्व अवकाश” दिया जाए।
यह केवल एक केंद्र सरकार के कर्मचारी के लिए उपलब्ध होगा जिसमें दो से कम जीवित बच्चे हैं और केवल सरकारी अस्पताल या केंद्र सरकार स्वास्थ्य योजना (सीजीएचएस) के तहत सूचीबद्ध एक निजी अस्पताल में बच्चे के वितरण के लिए उपलब्ध होगा। गैर-सूचीबद्ध निजी अस्पताल में आपातकालीन प्रसव के मामले में आपातकालीन प्रमाण पत्र प्रस्तुत करना अनिवार्य होगा। यदि किसी कर्मचारी द्वारा पहले ही मातृत्व अवकाश का लाभ उठाया जा चुका है और उसकी छुट्टी उसके बच्चे की मृत्यु के जन्म/मृत जन्म के तुरंत बाद तक जारी रहती है, तब तक पहले से प्राप्त मातृत्व अवकाश को उसके अवकाश में उपलब्ध किसी अन्य प्रकार के अवकाश में परिवर्तित किया जा सकता है। इसमें कहा गया है कि मेडिकल सर्टिफिकेट के लिए जोर दिए बिना बच्चे के जन्म या बच्चे की मृत्यु की तारीख से 60 दिनों का विशेष मातृत्व अवकाश दिया जाएगा।

जांच के लिए गठित रिटायर्ड अफसरों की कमेटी सिर्फ लीपापोती के इरादे से बनाई गई : मथुरा दत्त जोशी

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देहरादून, प्रदेश विधानसभा में नियम विरुद्ध भर्ती और पदोन्नति की जांच के लिए गठित रिटायर्ड अफसरों की कमेटी सिर्फ लीपापोती के इरादे से बनाई गई है। यह बात प्रदेश कांग्रेस कमेटी के उपाध्यक्ष संगठन मथुरा दत्त जोशी ने कहीं, उन्होंने कहा कि गलत तरीके से प्रमोट किए गए मुकेश सिंघल को सिर्फ अवकाश पर भेजना काफ़ी नहीं है। इसमें भी मंशा साफ नहीं है।

श्री जोशी ने आरोप लगाया कि सिंघल के खिलाफ विपक्ष जांच की मांग कर रहा था और सिंघल विधानसभा अध्यक्ष के साथ विदेश दौरे कर रहा था, जबकि विदेश यात्रा पर जाने से पहले विवाद शुरू हो गया था और सिंघल के खिलाफ जांच की मांग की जा रही थी। ऐसे में क्या भरोसा है कि सिंघल के खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी।

उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री का जांच के लिए विधानसभा अध्यक्ष को पत्र लिखने के बाद विधानसभा अध्यक्ष कुछ हरकत में आई, किंतु लीपापोती की गई। कांग्रेस उपाध्यक्ष ने कहा कि 22 साल में विधानसभा में हुई भर्तियों की अलग अलग चरणों में जांच क्यों की जा रही है। इन सालों में 1200 लोगों की भर्ती हुईं है। तीन अफसरों की कमेटी एक महीने में जांच कैसे करेगी। उन्होंने कहा कि सरकारी अफसरों की कमेटी सरकार को बचाने का काम करेगी।

जोशी ने सवाल किया कि इस वर्ष विधानसभा में भर्ती और नियमों को ताक पर रखकर किए गए प्रमोशन का गम्भीर आरोप तत्कालीन विधानसभा अध्यक्ष पर है, ऐसे में अधिकारी पूर्व स्पीकर की जांच कैसे कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि कांग्रेस विधानसभा की जांच कमेटी का विरोध करती है और सीबीआई जांच की मांग दोहराती है।

मुनस्यारी के क्वीरीजिमिया गांव में लोग बीमार पड़े तो लोगों के कंधे ही बन जाते हैं ऐंबुलेंस

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(त्रिभुवन जोशी)

पिथौरागढ़, क्वीरीजिमिया गांव में लोग बीमार पड़े तो लोगों के कंधे ही बन जाते हैं ऐंबुलेंस, आपको बता दें कि यह ताजा मामला सीमांत क्षेत्र विकासखंड मुनस्यारी के दूरस्थ क्षेत्र उच्च हिमालय में स्थित क्वीरीजिमिया गांव का है I जिसमें क्वीरीजिमिया गांव के ग्रामीणों के कंधे ही उनके लिए ऐंबुलेंस है l सड़क से आठ किलोमीटर दूर बसे इस गांव के लोग मरीजों को डोली में डालकर सड़क तक पहुचा रहे हैं l

बीते बृहस्पतिवार को क्वीरीजिमिया गांव के 70 वर्षीय बुजुर्ग कल्याण सिंह पछाई बीमार पड़ गये I गांव में उपचार की कोई सुविधा नहीं है l हालत खराब होने पर ग्रामीणों ने उन्हें डोली में डाला और आठ किलोमीटर पैदल दूरी तय कर उन्हें सड़क तक पहुंचाया गया l वहाँ से उन्हें वाहन के जरिए मुनस्यारी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में ले जाया गया l क्वीरीजिमिया गांव के ग्रामीणों ने बताया कि क्वीरीजिमिया गांव को सड़क से जोड़ने के लिए कई बार आवाज उठाई जा चुकी है, आंदोलन करने के बावजूद भी अभी तक सड़क निर्माण कार्य शुरू नहीं किया गया है, पिछले दिनों ग्रामीणों को सड़क स्वीकृत की जानकारी दी गयी थी, लेकिन सड़क का निर्माण कार्य अभी तक शुरू नहीं हुआ, ग्रामीणों ने शीघ्र सड़क निर्माण कार्य नहीं कराये जाने पर फिर आंदोलन करने की चेतावनी दी है l

 

सीमांत तहसील में ABVP के कार्यकर्ताओं ने uksssc भर्ती की सीबीआई जांच की रखी मांग

(त्रिभुवन जोशी)

पिथौरागढ़, उत्तराखंड UKSSSC व विधानसभा में हुई नियुक्ति में भ्रष्टाचार व घोटाले के मामले को लेकर निष्पक्ष जांच व दोषियों के खिलाफ कठोर से कठोर कार्यवाही करने की मांग को लेकर अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद मुनस्यारी इकाई के कार्यकर्ताओं ने प्रदर्शन कर ज्ञापन दिया, ABVP के कार्यकर्ताओं ने प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य गणेश सिंह नेगी के नेतृत्व में उपजिलाधिकारी कार्यालय मुनस्यारी में एकत्रित होकर उपजिलाधिकारी मुनस्यारी भगत सिंह फोनिया के माध्यम से मुख्यमंत्री उत्तराखंड सरकार को ज्ञापन भेजा | वहीं प्रदर्शनकारी कार्यकर्ताओं ने कहा कि ABVP मांग करती है कि जो भी इस भर्ती घोटाले में लिप्त हैं उनको कड़ी से कड़ी सजा मिले और सीबीआई जांच हो ।

 

13 माइग्रेशन गांवों को हैली सेवा सस्ती दरों पर सोमवार तथा मंगलवार को मिलेगी सेवा, जिपंस मर्तोलिया की पहल लाई रंगJagat Mantolia becomes BJPs district media in-charge - जगत मर्तोलिया बने  भाजपा के जिला मीडिया प्रभारी

मुनस्यारी, जिला पंचायत सदस्य जगत मर्तोलिया की पहल रंग लाई। उत्तराखंड शासन के उड्डयन विभाग ने पहली बार माइग्रेशन क्षेत्र के 13 गांवों को न्यूनतम किराया पर हैली सेवा पांच मई से उपलब्ध करा दी है। सप्ताह में दो दिन सोमवार तथा मंगलवार को मांग के आधार पर हैली सेवा आम जनता को मिलेगी।
जिला पंचायत सदस्य जगत मर्तोलिया दो माह से हैली सेवा उपलब्ध कराने की मांग कर रहे थे। प्रशासन की लापरवाही के चलते शासन के आदेश को लागू करने में लंबा समय लग गया।
जिला अधिकारी डां आशीष चौहान के आदेश के बाद उपजिलाधिकारी बीएस फोनिया ने इसकी सार्वजनिक सूचना जारी की। तहसील कार्यालय में इसका बुकिंग काउंटर खोला गया है। हर सप्ताह सोमवार तथा मंगलवार को हैली सुविधा मल्ला जोहार तथा रालम क्षेत्र के लिए उपलब्ध रहेगी।Helicopter Service Will Start For Dharchula Vyas Valley To Rescue People  Stuck In Disaster - व्यास घाटी के लिए आज से शुरू होगी हेलीकॉप्टर सेवा, आपदा  में फंसे लोगों से नहीं लिया जाएगा किराया - Amar Ujala Hindi News Live
आपदा की घटना से घायल तथा बीमार लोगों को यह सुविधा प्राथमिकता के आधार पर दी जाएगी।
जिपंस जगत मर्तोलिया ने इसके लिए जिलाधिकारी पिथौरागढ़ तथा उत्तराखंड शासन का आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि अगले साल 15 मई से आम जनता के लिए इस सुविधा को लागू करवाया जाएगा। उन्होंने आम जनता से इस हैली सेवा का लाभ उठाने की अपील की।

अल्मोड़ा जा रही केमू की बस दो गांव के पास खाई में पलटी, आधा दर्जन सवारियां चोटिल

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हल्द्वानी, अल्मोड़ा जा रही दो गांव से कुछ आगे केमू की एक बस पलटने से आधा दर्जन लोग चोटिल हो गए हैं। घायलों को निजी गाड़ी में हल्द्वानी के बेस चिकित्सालय के लिए रवाना किया गया है।
हल्द्वानी से अल्मोड़ा जा रही बस में तकरीबन तीन दर्जन लोग सवार बताए जा रहे हैं, बस में सवार अन्य लोगों को चोटें नहीं आईं है, घटना की सूचना मिलते ही ज्योलीकोट पुलिस मौके पर पहुंची और स्थानीय लोगों के सहायता से खाई से लोगों को निकालने का काम शुरू किया। बस खाई में पलटने के बाद चालक मौके से फरार हो गया है, गनीमत यह रही कि खाई में खड़े पेड़ों से अटक कर बस नीचे जाने से बच गई।

पेपर लीक मामला : लोकगायक नरेंद्र सिंह नेगी का हुआ गीत जारी, भ्रष्टाचार पर करारा कटाक्ष

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देहरादून, यूकेएसएसएससी की भर्ती परीक्षा का पेपर लीक मामले सरकार धिरती नजर आ रही है, इसके साथ ही अन्य विभागों में हुई भर्तियां सवालों के घेरे में है। विधानसभा और सचिवालय में बैकडोर से नेताओं के चहेतों की भर्ती से प्रदेश के बेरोजगार युवा खुद को ठगा हुआ महसूस कर रहे हैं।
बेरोजगार वाओं और आम जनता के इन्हीं मनोभावों को अब लोकगायक नरेंद्र सिंह नेगी ने गीत के माध्यम से शब्दों में पिरोया है। जनकवि नरेंद्र सिंह नेगी का नया गीत लोकतंत्र मां यूट्यूब पर रिलीज हुआ है। एक वक्त था जब नरेंद्र सिंह नेगी के गीत नौछमी नारायण ने तत्कालीन सरकार तक गिरा दी थी, और अब उन्होंने सरकारी नौकरियों के नाम पर हो रहे खेल को अपने गीत के माध्यम से उजागर किया है। उनका नया गीत लोकतंत्र मा भ्रष्टाचार पर कटाक्ष करता है। शनिवार को यह गीत इंटरनेट प्लेटफार्म पर जारी किया गया।
जिसमें लोक गायक नरेंद्र सिंह नेगी ने जनसेवा का चोला ओढ़ने वाले नेताओं पर जमकर कटाक्ष किया है। इस बार उन्होंने सरकारी नौकरियों में घपलेबाजी पर अपने गीत के जरिये प्रहार किया है |

 

 

विधानसभा भर्ती प्रकरण : सीएम के पत्र के बाद स्पीकर ने किया जांच कमेटी का गठन

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विधानसभा सचिव भी जांच के दायरे में, 1 माह के अवकाश पर भेजे गए

देहरादून, भर्ती मामले में चारों तरफा घिरी भाजपा सरकार अब बेरोजगारों के हाशिये में आ गयी, प्रदेश में चारों सरकार की किरकिरी हो रही है, आनन फानन में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के पत्र के बाद विधानसभा अध्यक्ष रितु खंडूरी ने विधानसभा में पिछले समय में हुई भर्तियों की जांच के लिए जांच कमेटी का गठन कर दिया है। इसके साथ ही जांच के दायरे में आये विधानसभा सचिव को एक माह के अवकाश पर भेजे जायेंगे | जांच कमेटी में दलीप कोटिया अध्यक्ष सुरेंद्र सिंह रावत सदस्य,अमरेंद्र नयाल सदस्य होंगे।

विधानसभा में आयोजित प्रेस वार्ता में आज विधानसभा अध्यक्ष रितु खंडूरी ने जानकारी देते हुए बताया कि एक माह में कमेटी अपनी जांच रिपोर्ट देगी जिसके आधार पर अगली कार्रवाई होगी, राज्य गठन से लेकर वर्ष 2011 तक और वर्ष 2012 से 2022 तक हुई सभी नियुक्तियों की जांच होगी ।
उन्होंने बताया कि प्रथम चरण में 2011 तक हुई नियुक्तियों की जांच के लिए कहा गया है. जिस अवधि में यह जांच चलेगी उस एक माह में विधानसभा सचिव मुकेश सिंगल अवकाश पर रहेंगे। साथ ही उन्हें अवकाश में रहने के बावजूद जांच कमेटी को सहयोग भी करना होगा।
विधानसभा अध्यक्ष रितु खंडूरी ने बताया कि जांच पूरी तरीके से निष्पक्ष होगी।

अब देखना यह होगा कि सब जगह से तोहमत झेल रही भाजपा सरकार की यह जांच कमेटी निष्पक्ष जांच कर पायेगी, यह प्रश्न सत्ता के गलियारे में कौंध रहा है और इसका खामियाजा भाजपा को देर सबेर भुगतना ही पडेगा, अब सवाल यह है कि इस तरह की सभी भर्तियां क्या निरस्त हो पायेंगी, सोशल मीडिया पर भी कुछ भर्तियों को लेकर खूब आवाज उठ रही है जिसमें कुछ रसूखदार बड़े पत्रकारों द्वारा अपने परिजनों को नौकरी पर लगाने की चर्चा भी जोरों पर है | गठित जांच कमेटी क्या फैसला देती यह एक माह के भीतर सबके समक्ष होगा |

 

बोली विस अध्यक्ष ऋतु खंडूडी :
उत्तराखण्ड का युवा वर्ग आश्वस्त रहें, मैं किसी को भी निराश नहीं करूँगी, सबके साथ न्याय होगाअध्यक्ष: उत्तराखण्ड विधान सभा

उत्तराखंड विधानसभा अध्यक्ष ऋतु खंडूडी भूषण ने पत्रकार वार्ता के दौरान कहा कि उत्तराखण्ड विधान प्रदेश का सर्वोच्च सदन है, इसकी गरिमा को बनाये व बचाये रखना मेरा दायित्व ही नहीं मेरा कर्तव्य भी है। एक बात मैं स्पष्ट रूप से प्रदेशवासियों को और खासतौर पर उत्तराखण्ड के युवा वर्ग को कहना चाहूँगी, वह आश्वस्त रहें, मैं किसी को भी निराश नहीं करूँगी, सबके साथ न्याय होगा।

मेरे लिये सदन की गरिमा से ऊपर कुछ भी नहीं है इसको बनाए रखने के लिये कितने ही कठोर व कड़वे निर्णय लेने हों, मैं पीछे नहीं हटूंगी। विधान सभा परिसर लोकतन्त्र का मंदिर है। अध्यक्ष होने के नाते किसी भी प्रकार की अनियमितता एवं अनुशासनहीनता मुझे स्वीकार्य नहीं है। विधान सभा व प्रदेश के हित में मुझे जितने भी रिफॉर्म्स विधान सभा में करने पडें मैं उसके लिये तैयार हूँ ।

मेरे सार्वजनिक जीवन की शुरूआत माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के व्यक्तित्व से प्रभावित होकर हुई। मुझे याद है उन्होंने कहा था “ना खाऊंगा ना खाने दूंगा” इसी ध्येय को मैंने भी अपने जीवन में उतारा है।

मीडिया व अन्य विभिन्न स्रोतों से विधान सभा सचिवालय में कार्मिकों/अधिकारियों की विधि एवं सेवा नियमों के विरूद्ध नियुक्तियों / पदोन्नति के सम्बन्ध में प्राप्त जानकारी के आधार पर जनहित में मैंने आज दो बड़े निर्णय लिये हैं।

1. विशेषज्ञ जांच समिति गठित की गयी है जिसमें (क) श्री दिलीप कुमार कोटिया (अध्यक्ष) (ख) श्री सुरेन्द्र सिंह रावत सदस्य एवं (ग) श्री अवनेन्द्र सिंह नयाल सदस्य हैं। सभी पूर्व कार्मिक सचिव हैं एवं प्रदेश के वह इस मामले के विशेषज्ञ हैं। इसके साथ-साथ यह भी निर्देश दिया है कि विशेषज्ञ समिति अधिकतम एक माह के भीतर अपना प्रतिवेदन, जांच रिपोर्ट / सुझाव उपलब्ध करायेगी।

2. दूसरा निर्णय यह किया है कि वर्तमान विधान सभा सचिव (श्री मुकेश कुमार सिंघल) तत्काल प्रभाव से आगामी आदेश तक अवकाश पर रहेंगे। उक्त अवकाश की अवधि में विशेषज्ञ समिति, श्री मुकेश कुमार सिंघल सचिव को जांच में सहयोग हेतु उपस्थित होने के लिये जब-जब कहेगी तो उन्हें ऐसे निर्देशों का पालन करना होगा।

चमोली से पहुंचे युवक की डा. केपी सिंह ने की सर्जरी, सफल रहा आपरेशन मिला जीवन

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उत्तरकाशी, बीमार व्यक्ति उसका इलाज कर रहे डाक्टर को भगवान समझ कर उस पर ही अपनी जिन्दगी सौप देता है, ऐसा ही एक मामला जनपद चमोली के एक दूरस्थ गांव गुड़साल का है, जहां लव सिंह बिष्ट नामक तपेदिक रोगी की इस बीमारी से आंतें बुरी तरह से चिपक गयी थी। उसके पास उपचार के लिए देहरादून या दिल्ली जाने के लिए कोई विकल्प नहीं था। उसने सुना था कि उत्तरकाशी जिला अस्पताल में डा. केपी सिंह सर्जन हैं। वह जीवन की उम्मीद लिए डा. सिंह के पास उत्तरकाशी पहुंचा।
इस अस्पताल में सर्जरी के लिए सीमित संसाधन हैं, लेकिन डा. सिंह ने मरीज की हालत को देखते हुए निर्णय लिया कि सर्जरी यहीं करेंगे। उन्होंने आपरेशन करने में साढ़े चार घंटे लगे। आपरेशन सफल रहा। लव सिंह पहला पहला केस नहीं है कि जब डा. केपी सिंह ने उसका आपरेशन किया। डा. सिंह के पास सुदूर गांवों से मरीज आते हैं और वह उनकी अपेक्षाओं पर खरे उतरते हैं। उत्तरकाशी, चमोली, श्रीनगर और रुद्रप्रयाग के मरीज भी उनके पास आते हैं।
दरअसल, आज भी पहाड़ में स्वास्थ्य सेवाएं लचर हैं। विशेषज्ञ डाक्टरों का भारी अभाव है। डाक्टर पहाड़ चढ़ने के लिए तैयार नहीं हैं। ऐसे में डा. के पी सिंह जैसे डाक्टर हमारी पहाड़ की उम्मीद हैं। डा. सिंह के अनुसार उन्होंने अस्पताल में सर्जरी के लिए कुछ उपकरण और देने के लिए पत्र लिखा है। उनका कहना है कि यदि उपकरण पूरे हों तो ग्रामीण मरीजों को सर्जरी के लिए देहरादून या अन्य शहरों की ओर नहीं जाना होगा।

सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद हेट स्पीच मामले में जितेंद्र नारायण त्यागी ने कोर्ट में किया सरेंडर

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हरिद्वार, सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद जितेंद्र नारायण त्यागी ने कोर्ट में सरेंडर किया। जान के खतरे को देखते हुए उन्‍हें सुरक्षा के आदेश दिए।

धर्मनगरी हरिद्वार में आयोजित की गई धर्म संसद में हेट स्पीच मामले में आज सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद शिया वक्फ बोर्ड के पूर्व चेयरमैन जितेंद्र नारायण त्यागीने हरिद्वार न्यायालय में सरेंडर कर दिया, जहां उन्हें न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया। जितेंद्र नारायण त्यागी को कुछ कट्टरपंथियों से खतरा है, इसको देखते हुए न्यायालय ने इनकी सुरक्षा का आदेश भी दिया है। जितेंद्र नारायण त्यागी सबसे पहले निरंजनी अखाड़ा पहुंचे। यहां अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष रविंद्रपुरी से भेंट करके उनका आर्शीवाद लिया, इसके बाद वे हरिद्वार कचहरी परिसर में पहुंचे। ‌ उनके साथ रविंद्रपुरी महाराज सहित कई साधु संत भी मौजूद रहे।

17 से 19 दिसंबर 2021 को हरिद्वार के वेद निकेतन में धर्म संसद आयोजित हुई थी। आरोप है कि इसमें एक समुदाय को खत्म करने जैसी बातें कही गईं। ज्वालापुर निवासी गुलबहार खां ने हरिद्वार शहर कोतवाली में 23 दिसंबर 2021 को करीब 10 धर्मगुरुओं के खिलाफ हेट स्पीच मामले में मुकदमा करवाया था। जिसमें जितेंद्र नारायण त्यागी का नाम भी था।