देहरादून, गुजरात के यात्रियों से भरी बस में शनिवार को दिल्ली यमुनोत्री मार्ग के रास्ते आग लग गई। बस में 21 यात्रियों समेत कुल 28 लोग सवार थे। मौके पर पहुंचकर डाकपत्थर पुलिस और फायर ब्रिगेड की टीम ने यात्रियों को सुरक्षित निकाला। बचाए गए सभी यात्रियों को दूसरी बस से रवाना किया गया। पुलिस ने बताया कि बस में शॉर्ट सर्किट की वजह से आग लगी थी। बस में बैठे सभी यात्री पूरी तरह से सुरक्षित हैं, यात्रियों को गंतव्य तक पहुंचाने के लिए अतिरिक्त बस की व्यवस्था की गई। बस में कुल 28 लोग (21यात्री गुजरात के, 2 टूर गाइड, 4 कुकिंग स्टाफ, 1 बस चालक) सवार थे।
कैंट बोर्ड के दोनों कर्मचारी रिमांड पर, सीबीआई ने विशेष न्यायाधीश की अदालत में किया पेश
देहरादून, रिश्वत लेते रंगेहाथ गिरफ्तार हुए कैंट बोर्ड के दोनों कर्मचारियों को सीबीआई ने तीन दिन की रिमांड पर लिया है। रिमांड में सीबीआई दोनों की संपत्तियों के बारे में पूछताछ करेगी। सीबीआई ने बृहस्पतिवार को देहरादून कैंट बोर्ड के कार्यालय अधीक्षक शैलेंद्र शर्मा और लिपिक (कर) रमन अग्रवाल को मकान का दाखिल खारिज कराने के लिए 25 हजार रुपये की रिश्वत लेते पकड़ा था।
दोनों को विशेष न्यायाधीश सीबीआई की अदालत में पेश किया गया। सीबीआई ने कोर्ट के समक्ष दलील दी कि आरोपियों के संपर्क में कुछ अधिकारियों से होने की भी आशंका है। ऐसे में उनसे पूछताछ की जानी है। इसके अलावा उनके लॉकर और अन्य संपत्तियों के संबंध में भी जांच की जानी है। लिहाजा दोनों का चार दिन का रिमांड दिया जाए। अदालत ने आरोपियों को तीन दिन के रिमांड पर भेजने के आदेश जारी किए हैं। अब सीबीआई की टीम उनसे पूछताछ करेगी।
टीबी उन्मूलन के लिए जन भागीदारी के इस अभियान में शामिल होकर टीबी रोगियों की सहायता का संकल्प लेना होगा : राज्यपाल
देहरादून, शनिवार को राजभवन से राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (से नि) और मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने उत्तराखण्ड में प्रधानमंत्री टीबी मुक्त भारत अभियान की शुरुआत की। इस अभियान के शुरुआत होने के अवसर पर राज्यपाल और मुख्यमंत्री सहित अन्य गणमान्य व्यक्तियों ने टीबी रोगियों की सहायता हेतु निःक्षय मित्र बनते हुए 21 टीबी रोगियों को गोद लिया और उन्हें मासिक पोषण किट वितरित की।
कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि राज्यपाल ने कहा कि टीबी उन्मूलन के लिए जन भागीदारी के इस अभियान में शामिल होकर टीबी रोगियों की सहायता का संकल्प लेना होगा। उन्होंने प्रदेश के आम लोगों के साथ-साथ जनप्रतिनिधियों, गैर सरकारी संगठनों, सामाजिक संस्थानों आदि से आह्वान किया कि वे टीबी रोगियों की सहायता करने के लिए निःक्षय मित्र बनें।
राज्यपाल ने कहा कि हमारे देश में टीबी के मामले एक चुनौती है। इसको देखते हुए राष्ट्रपति जी द्वारा 09 सितम्बर, 2022 को टीबी मुक्त भारत अभियान की शुरुआत की गई। इसके अन्तर्गत 2025 तक भारत को टीबी मुक्त करने का लक्ष्य रखा गया है। प्रदेश सरकार की प्रतिबद्धता से 2024 तक प्रदेश को टीबी मुक्त करने का लक्ष्य लिया गया है जो प्रशंसनीय है। इसके लिए सभी लोगों को सहयोग करने की जरूरत है।
राज्यपाल ने कहा कि हमें इस चुनौती को स्वीकार करते हुए प्रत्येक टीबी रोगी का मित्र बनकर उसके ईलाज, पोषण में सहयोग करना होगा ताकि हमारा प्रदेश टीबी मुक्त हो सके। उन्होंने कहा कि स्वस्थ भारत, समृद्ध भारत के लक्ष्यों को पूरा करने के लिए प्रदेश को टीबी मुक्त बनाने के साथ ही इसे जड़ से समाप्त करने का संकल्प लेना होगा।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि उत्तराखंड को 2024 तक टीबी से मुक्त करने का हमारा लक्ष्य है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन में राज्य सरकार सब के सहयोग से प्रदेश को 2025 तक देश के अग्रणी राज्यों में शामिल करने के लिए संकल्पबद्ध है, इसके लिए सभी विभाग नीति निर्धारण एवं रोड मैप के साथ कार्य कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि चाहे किसानों की आय दोगुनी करने का मामला हो या नई शिक्षा नीति लागू करने का, इस दिशा में राज्य स्तर पर प्रभावी पहल की जा रही है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य के टीबी रोगियों में 80 प्रतिशत द्वारा गोद लिए जाने की सहमति दी है। अब यह हम सबका दायित्व है कि हम उन्हें रोग मुक्त करने के अभियान से जुड़े इसके लिए सामाजिक संगठनों का भी सहयोग लिया जाएगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि पहले टीबी रोग को खतरनाक माना जाता रहा है किंतु आज जांच एवं अनुसंधान प्रक्रिया की उपलब्धता से इस रोग को दूर करने के साधन उपलब्ध हो गए हैं। उन्होंने प्रधानमंत्री श्री मोदी के दीर्घ जीवन की कामना करते हुए कहा कि उनके कुशल नेतृत्व में भारत विश्व गुरु बन कर दुनिया को राह दिखाने का कार्य करेगा तथा एक भारत श्रेष्ठ भारत की संकल्पना को साकार करने में उत्तराखंड समर्पण भाव से कार्य करेगा।
इस अवसर पर स्वास्थ्य मंत्री डॉ. धन सिंह रावत, कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी, सांसद माला राजलक्ष्मी शाह, मेयर देहरादून सुनील उनियाल ‘गामा’, विधायक राजपुर खजान दास, विधायक कैंट देहरादून श्रीमती सविता कपूर, विधायक डोईवाला बृजभूषण गैरोला, सचिव (प्रभारी)स्वास्थ्य डॉ.आर.राजेश कुमार, महानिदेशक स्वास्थ्य डॉ.शैलजा भट्ट, निदेशक डॉ. सरोज नैथानी, कार्यक्रम अधिकारी डॉ.पंकज सिंह सहित विभिन्न जनप्रतिनिधि और स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी उपस्थित रहे।
सपा नगर निकाय, विधानसभा और लोकसभा चुनाव पार्टी मजबूती के साथ लड़ेगी : सिद्दीकी
देहरादून, सपा के प्रदेश प्रभारी मतीन सिद्दीकी ने शनिवार को उत्तरांचल प्रेस क्लब में पत्रकारों से वार्ता की।
उन्होंने कहा कि नगर निकाय विधानसभा और लोकसभा चुनाव पार्टी मजबूती के साथ लड़ेगी वहीं छात्रों युवाओं किसानों महिलाओं के मुद्दों को सड़क पर उतर कर उठाया जाएगा। वही भर्ती घोटालों को लेकर उन्होंने कांग्रेस एवं भाजपा सरकारों पर हमला बोला। उन्होंने कहा कि दोनों आपस में मिले हुए हैं और नूरा कुश्ती खेलते रहते हैं। उन्होंने भर्ती घोटालों की सीबीआई की मांग उठाई। इस दौरान वरिष्ठ सपा नेता मशकूर अहमद कुरेशी, अतुल यादव, हेमा बोरा, अतुल शर्मा, हुसैन अहमद, अनुराग कुकरेती, संदीप नेगी, संजय मल, सलीम मिकरानी, आजाद चौधरी, आरिफ वारसी, लियाकत अब्बासी, रघुवीर मेहता आदि मौजूद रहे।
चीन सीमा से लापता जवानों के परिजनों ने की राज्यपाल से मुलाकात लगाई मदद की गुहार
रुद्रप्रयाग- जनपद के दो जवानो अरुणांचल प्रदेश मे चीन सीमा से विगत 28 मई से लापता हैं। दोनों जवान 7वीं गढ़वाल राईफल के हैं व अरुणांचल प्रदेश में चीन सीमा पर तैनात थे। लापता जवानों के परिजनों ने स्थानीय विधायक शैलारानी रावत के साथ राज्यपाल ले.ज.(सेवानिवृत्त) गुरमीत सिंह से मुलाकात कर मदद की गुहार लगाई।
दरअसल अरुणाचल प्रदेश स्थित चीन सीमा में तैनात रुद्रप्रयाग जिले के दो जवान प्रकाश सिंह व हरेन्द्र सिंह विगत 28 मई, 2022 से लापता है। जवानों का अभी तक कोई सुराग नहीं मिल पाया है उनकी खोज-बीन और सही जानकारी का पता लगाने के लिए जवानों के परिजन शुक्रवार को केदारनाथ विधायक शैलारानी रावत के साथ राजभवन पहुंचे व राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल (से नि) गुरमीत सिंह से मुलाकात की।
परिजनों ने अवगत कराया कि विगत 28 मई से दोनों जवान हरेन्द्र सिंह और प्रकाश सिंह के लापता होने की सूचना बटालियन द्वारा दी गयी थी लेकिन अभी तक उनका कोई पता नहीं चल पाया है।
परिजनों नै बताया कि राज्यपाल ने उन्हें आश्वस्त किया कि संकट की इस घड़ी में वे परिवार के साथ हैं और इस सम्बन्ध में हर संभव सहायता की जाएगी। उन्होंने कहा कि लापता जवानों का पता लगाने के लिए सेना के उच्चाधिकारियों से वार्ता कर उनसे वस्तुस्थिति की जानकारी प्राप्त की जाएगी। इसके अलावा राज्यपाल ने अन्य सहायता के लिए भी परिजनों को आश्वस्त किया।
शहीद मेजर चित्रेश बिष्ट और शहीद मेजर विभूति ढौंडियाल को श्रद्धांजलि दी
*प्रधानमंत्री के जन्मदिन पर भारी बारिश के बीच दून में शहीदों के आवास पहुँचकर सीएम ने स्वच्छता अभियान की शुरुआत की*
देहरादून। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के जन्मदिन के मौके पर आज मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने देहरादून में भारी बारिश के बीच शहीद परिवारों के घर के बाहर स्वच्छता अभियान की शुरुआत की। मुख्यमंत्री ने शहीदों के परिजनों को सम्मानित भी किया।
प्रधानमंत्री श्री मोदी के जन्मदिवस को इस बार सेवा पखवाड़े के रूप में मनाया जा रहा है। इसी क्रम में मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी आज सुबह सबसे पहले शहीद मेजर चित्रेश बिष्ट और फिर नेशविला रोड पर शहीद मेजर विभूति ढौंडियाल के आवास पर पहुँचे। मुख्यमंत्री ने शहीदों के चित्र पर पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि दी। यहां उनके द्वारा शहीदों के घर के बाहर स्वच्छता अभियान चलाया गया। जिसके उपरांत उन्होंने दोनों शहीदों के परिजनों को सम्मानित किया। मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि देश के वीर सपूतों के बलिदान को कभी भुलाया नहीं जा सकता। उन्होंने कहा कि देवभूमि उत्तराखंड के इन लालों को मैं नमन करता हूं। इस दौरान उन्होंने दोनों शहीदों के परिजनों का हाल-चाल भी लिया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के जन्म दिवस पर देशभर में अनेक कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं। उन्होंने देवभूमि उत्तराखंड की जनता की ओर से प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी को जन्म दिवस की शुभकामना दी। उन्होंने बाबा केदार एवं भगवान बद्रीविशाल से प्रधानमंत्री जी के दीर्घायु एवं शतायु होने की कामना की।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में भारत शक्तिशाली, समृद्ध एवं समरस भारत के रूप में आगे बढ़ रहा है। आज विश्व स्तर पर भारत का मान, सम्मान एवं स्वाभिमान बढ़ा है। प्रधानमंत्री जी का जन्मदिवस सेवा पखवाड़ा के रूप में मनाया जा रहा है। इस अवसर पर स्वच्छता, रक्तदान, संगोष्ठियां एवं सेवा के अन्य कार्यक्रम किए जा रहे हैं।
इस अवसर पर मेयर श्री सुनील उनियाल गामा भी उपस्थित थे।
खाते में गलती से आए 11 हजार करोड़, न भागा-न बैंक गया; किया ऐसा ‘खेल’ सब रह गए हैरान
अगर आपके बैंक अकाउंट में बैंक की गलती से अचानक हजारों करोड़ रुपये आ जाएं तो आप क्या करेंगे? इस पर हमने अलग- अलग लोगों से बात की तो किसी ने शॉपिंग की बात कही तो किसी ने विदेश जाने का प्लान करने की बात कही.
कुछ लोग इस तरह का पैसे आने पर बैंक को सूचित करने की भी बात सोचते हैं. लेकिन एक शख्स ने अपने बैंक खाते में हजारों करोड़ रुपये देखकर ऐसा कर दिया कि उसकी चतुराई देखकर सब हैरान हैं.
डीमैट अकाउंट में अचानक आए 11,677 करोड़
जी हां, गुजरात के रहने वाले शख्स रमेश सागर के डीमैट अकाउंट में अचानक 11,677 करोड़ रुपये आ गए. अचानक अपने अकाउंट में इतने रुपये देखकर रमेश पहले तो हैरान रह गए. लेकिन वह इस पैसे को देखकर न तो भागा और न ही बैंक गया लेकिन उसने कुछ ऐसा कर दिया कि सुनने वाला हर शख्स हैरान रह गया. रमेश ने उसमें से कुछ रकम शेयर बाजार में निवेश कर दी.
शेयर बाजार में निवेश किए 2 करोड़
रमेश सागर पिछले पांच से छह साल से शेयर बाजार में निवेश करते हैं. तकनीकी खामी से उनके कोटक सिक्योरिटीज के डीमैट अकाउंट में 11,677 करोड़ रुपये क्रेडिट हो गए. लेकिन उन्होंने तुरंत चतुराई दिखाते हुए इसमें से 2 करोड़ रुपये शेयर बाजार में निवेश कर दिये. लेकिन इतने कोटक सिक्योरिटीज को अपनी गलती का अहसास हुआ, उन्होंने इससे 5 लाख रुप कमा लिए. उसी रात 8 बजे कोटक को इस गलती का पता चला और उसने आठ बजे अकाउंट से राशि वापस ले ली.
चंद घंटों में कमा लिए 5 करोड़ रुपये
रमेश सागर ने बताया कि 27 जुलाई 2022 को मेरे खाते में 11,677 करोड़ रुपये दिखाई देने लगे. मैंने इसमें से फटाफट 2 करोड़ रुपये शेयर बाजार में लगाकर 5 लाख रुपये कमा लिए. रमेश की मानें तो उस दिन अन्य डीमैट खाताधारक जैकपॉट पाने के लिए भाग्यशाली थे. आईएएनएस की रिपोर्ट के अनुसार इस मामले में कोटक सिक्योरिटीज से बात की गई तो विशेष टिप्पणी से इंकार कर दिया गया.
200 फिट गहरे खुले बोरवेल में गिरी 2 वर्षीय बालिका को किया सुरक्षित रेस्क्यू
जयपुर। दौसा जिले के बांदीकुई थाना अंतर्गत जस्सा पाड़ा गांव के 200 फीट गहरे खुले बोरवेल में गिरी 2 वर्षीय बालिका को एनडीआरएफ, एसडीआरएफ एवं सिविल डिफेंस की टीम ने संयुक्त ऑपरेशन कर सुरक्षित बाहर निकाल लिया है, जिसे फिलहाल चिकित्सकीय देखरेख के लिये अस्पताल में भर्ती कराया गया।
एसडीआरएफ के कमांडेंट राजकुमार गुप्ता ने बताया कि गुरुवार को बांदीकुई क्षेत्र के जस्सा पाड़ा गांव में 200 फिट खुले बोरवेल को मिट्टी से भरा जा रहा था। जिसे लगभग 120 तक भरा जा चुका था। इसी दौरान देवनारायण गुर्जर की 2 वर्षीय बेटी अनीता खेलते समय खुले बोरवेल में गिर गई। जिला कलेक्टर दौसा से मिली सूचना पर जयपुर में तैनात ए कंपनी की 3 रेस्क्यू टीम व दौसा और नारेली अजमेर में तैनात रेस्क्यू टीम को घटनास्थल के लिए रवाना किया गया।
एडीजी एसडीआरएफ सुमित विश्वास द्वारा सहायक कमांडेंट सुरेश कुमार मेहरानियां को ऑपरेशन के सुपर विजन का दायित्व सौंपा गया। वे रेस्क्यू टीम तथा आपदा राहत उपकरणों के साथ दोपहर करीब 1.15 बजे घटनास्थल पर पहुंचे और स्थिति का जायजा लिया। सिविल डिफेंस की टीम द्वारा रेस्क्यू के प्रयास किए जा रहे थे।
रेस्क्यू टीम के जवानों ने सबसे पहले स्थानीय प्रशासन के साथ मिलकर तीन एलएनटी तथा तीन जेसीबी मशीनों की सहायता से बोरवेल से 10 फीट की दूरी पर बोरवेल के समानांतर एक गड्ढे की खुदाई चालू की। इस दौरान समय-समय पर परिजनों की उपस्थिति में पानी भोजन तथा ऑक्सीजन की सप्लाई लगातार बालिका तक पहुंचाई गई। विक्टिम लोकेटिंग कैम्रर की सहायता से बच्ची पर पूर्ण निगरानी एवं
संपर्क बनाए रखा।
रेस्क्यू के दौरान करीब 6.15 बजे एनडीआरफ कि एक रेस्क्यू टीम सहायक कमांडेंट योगेश के नेतृत्व में घटनास्थल पर पहुंची। उसके बाद तीनों टीमों ने स्वयं निर्मित देशी जुगाड़ की सहायता से संयुक्त ऑपरेशन किया। करीब 6.45 बजे रेस्क्यू टीम ने बोरवेल में गिरी 2 वर्षीय बच्ची अनीता को सकुशल जीवित बाहर निकालकर अस्पताल के लिए रवाना किया।
नगर निगम में ई- म्यूटेशन प्रक्रिया की शुरू, अब दाखिल खारिज के लिये नहीं काटने पड़ेंगे चक्कर
देहरादून, अपने भवन का टैक्स और दाखिल खारिज के लोग निगम के आये दिन चक्कर लगा कर थक जाते है और कई बार उन्हें निगम के कर्मचारियों से वाद विवाद भी करना पड़ जाता है, लेकिन अब नगर निगम ने इस बुधवार से दाखिल खारिज (म्यूटेशन) की प्रक्रिया को पूरी तरह से ई-म्यूटेशन में परिवर्तित कर दिया है। अब न तो दाखिल खारिज के लिए नगर निगम के चक्कर काटने पड़ेंगे और न ही इससे संबंधित किसी जानकारी के लिए लोगों को भटकना पड़ेगा। एक क्लिक पर कोई भी जानकारी घर पर ही प्राप्त हो जाएगी। इसके अलावा भवन कर जमा और इससे संबंधित शिकायतें भी ऑनलाइन कर सकेंगे।
अभी तक नगर निगम में दाखिल खारिज की प्रक्रिया ऑफलाइन चलती थी। लोगों को अपनी संपत्ति का दाखिल खारिज करने के लिए बार-बार निगम के चक्कर काटने पड़ते थे। लेकिन नगर निगम देहरादून की ओर से भवन कर अनुभाग को आधुनिकता से जोड़ते हुए दाखिल खारिज प्रक्रिया को ऑनलाइन कर दिया है। मेयर सुनील उनियाल गामा और नगर आयुक्त मनुज गोयल ने बुधवार को ई- म्यूटेशन प्रक्रिया की शुरुआत की।
मेयर सुनील उनियाल गामा ने कहा कि इससे अब जहां एक ओर जनता को काफी सुविधा प्राप्त होगी और दाखिल खारिज कराने के लिए नगर निगम आने की आवश्यकता नहीं होगी। दूसरी तरफ नगर निगम कर्मचारियों को कार्य करने में भी सुगमता होगी। ई-म्यूटेशन प्रक्रिया उपलब्ध कराने वाला नगर निगम देहरादून प्रदेश का प्रथम निकाय बन गया है।
नगर आयुक्त नगर निगम देहरादून मनुज गोयल ने बताया कि दाखिल खारिज की ऑनलाइन प्रक्रिया के तहत बहुत ही आसान तरीके से आवेदन किया जा सकता है |
नगर निगम की ऑफिसियल वेबसाइट www.nagarnigamdehradun.com पर जाएं। इसके बाद pay online tax पर क्लिक करें। यहां आवदेनकर्ता को संपत्ति कर जमा करने, दाखिल खारिज का आवेदन करने और स्वकर निर्धारण एवं भवन कर से संबंधित शिकायत दर्ज कराने की सुविधा भी है |
इस वेबसाइट से भवन कर के बिल को ऑनलाइन माध्यम से देखते हुए उसका भुगतान डेबिट कार्ड, क्रेडिट कार्ड, नेट बैंकिंग या क्यूआर कोड से किया जा सकता है। भुगतान की रसीद भी ऑनलाइन प्राप्त हो जाएगी। नगर निगम में भी पीओएस मशीन के माध्यम से भवन कर का भुगतान कर सकते हैं।
आवदेनकर्ता को अपनी संपत्ति का दाखिल खारिज का आवेदन पत्र ऑनलाइन भरना पड़ेगा। संपत्ति संबंधित समस्त प्रपत्र ऑनलाइन अपलोड किए जाएंगे। सुविधानुसार दाखिल खारिज शुल्क 150 रुपये ऑनलाइन व नगर निगम के काउंटर नंबर चार पर भी जमा किया जा सकता है। दाखिल खारिज के प्रत्येक चरण पर आवेदनकर्ता व नगर निगम कार्मिकों को एसएमएस से पत्रावली संबंधी जानकारी समय से प्राप्त होगी। इसके बाद दाखिल खारिज के नोटिस एवं अंतिम प्रमाण-पत्र ऑनलाइन प्राप्त कर सकेंगे, नए भवन करदाता अब अपनी संपत्तियों का स्वकर निर्धारण ऑनलाइन कर सकेंगे। साथ ही समस्त जानकारी ऑनलाइन भरने के उपरांत भवन कर का बिल व भवन कर भुगतान भी ऑनलाइन कर सकेंगे।
प्रदेश में 23 भर्ती परीक्षाएं करवाएगा लोक सेवा आयोग, जारी हुई परीक्षाओं की लिस्ट
देहरादून, प्रदेश में हुये भर्ती घोटाले के सामने आने के बाद उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग की भर्तियों को लेकर असमंजस बना हुआ है। परीक्षा में शामिल होने वाले और परीक्षा की तैयारी करने वाले अभ्यर्थी परेशान हैं। इस मामले में सरकार अब लोक सेवा आयोग से 23 परीक्षाएं कराएगा। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की अध्यक्षता में हुई कैबिनेट की बैठक में इसके लिए लोक सेवा आयोग के विनियम में संशोधन पर मुहर लग गई । अब परीक्षाओं की लिस्ट जारी हो गई है।
जारी हुई परीक्षाओं की लिस्ट :
1.राजस्व उपनिरीक्षक/लेखपाल
2. बंदी रक्षक
3. पर्यावरण पर्यवेक्षक/लैब असिस्टेंट
4. मानचित्रकार/ सर्वेयर
5. वन आरक्षी
6. अवर अभियंता (सिविल, विद्युत, यांत्रिकी)
7. अन्वेषक/संगणक
8. पुलिस आरक्षी /पीएसी /आईआरबी/ अग्निशामक
9. उपनिरीक्षक पुलिस/ द्वितीय अग्निशामन अधिकारी
10. सहकारिता पर्यवेक्षक
11. गन्ना पर्यवेक्षक
12. सहायक लेखाकार/ लेखा परीक्षक
13. कृषि / पशुपालन, उद्यान स्नातक स्तरीय
14. कनिष्ठ सहायक
15. वैयक्तिक सहायक
16. सहायक लेखाकार
17. व्यवस्थापक /व्यवस्था अधिकारी
18. पुलिस रैंकर्स
19. वाहन चालक
20. अनुदेशक/ कार्यशाला अनुदेशक
21. मत्स्य निरीक्षक
22. मुख्य आरक्षी (दूरसंचार)
23. स्केलर (वन विभाग)