Tuesday, April 29, 2025
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केंद्रीय विद्यालय ओएलएफ में कॉफी टेबल बुक का लोकार्पण

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उत्तराखंड की राजधानी देहरादून में स्थित केंद्रीय विद्यालय ओएलएफ रायपुर में आज हरिद्वार क्षेत्र केV सांसद पूर्व शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने कॉफी टेबल बुक का लोकार्पण किया , लोकार्पण कार्यक्रम में अभिभावकों , शिक्षकों एवं अथितियों को संबोधित करते हुए डॉ निशंक ने राष्ट्रीय शिक्षा नीति पर आधारित आज के कार्यक्रम की तारीफ करते हुए कहा कि शिक्षा में अभिभावकों की भूमिका नवाचार के लक्ष्य को पूरा कर आजादी के अमृतमहोत्सव के अवसर पर विकसित भारत की नींव रखने में कारगर सिद्ध होगी , उन्होंने कहा हम पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के परमाणु शक्ति राष्ट्र की कल्पना के साथ आज माननीय मोदी जी के आत्मनिर्भर भारत के सपने को नई शिक्षा के माध्यम से साकार करने के युग में प्रवेश कर दुनियाभर में सबसे ताकतवर एवं सुदृढ अर्थव्यवस्था वाले भारत का निमार्ण करने की दहलीज पर खड़े हैं !

इस अवसर पर विद्यालय की प्राचार्य रचना देव ने कहा कि आज हमारा विद्यालय अभिभावक- शिक्षक एवं छात्र सहभागिता के द्वारा सीखने की विधि को और सरल एवं रोचक बनाने में लगा है , स्कूल में अध्ययनरत बच्चों के दादा-दादी ,नाना-नानी एवं माता पिता के सहयोग से शिक्षा के सरलीकरण पर ध्यान दिया जा रहा है और काफी टेबल बुक के माध्यम से स्कूल में स्थित सभी आधारभूत सुविधाओं को एक सूत्र में पिरोकर आमजनमानस तक पहुंचाने का प्रयास विद्यालय के शिक्षकों द्वारा किया गया है !
सहायक आयुक्त सुकृती रेवानी ने आज के आयोजन की तारीफ करते हुए कहा की यह हमारा सौभाग्य है कि नई शिक्षा नीति को देश में लागू करने वाले देश के पहले शिक्षा मंत्री डॉ निशंक आज हम लोगों के बीच है !
इस अवसर पर विद्यालय प्रबंध समिति के अध्यक्ष महाप्रबंधक ओएलएफ आर के सिन्हा ने कहा नई शिक्षा नीति बच्चों को जीवन जीने की और उसे हर क्षेत्र में साकार करने की कला सिखाती है यही आज के भारत की जरूरत है !
कार्यक्रम का शुभारंभ आज के मुख्यअथिति डॉ रमेश पोखरियाल निशंक ने अभिभावकों द्वारा प्रस्तुत गणेश वंदना के साथ दीप प्रज्वलित कर किया , इस अवसर पर छोटे बच्चों एवं शिक्षकों ने भी कार्यक्रम प्रस्तुत किए ! कार्यक्रम के समय अभिभावक रूपमणि कौशिक , मुकेश नोटियाल, श्रीमती मुकेश हटवाल, उपस्तिथि थे कार्यक्रम का संचालन शांति तिवारी ने किया अंत में वरिष्ठ शिक्षक डी पी थपलियाल ने सभी का आभार व्यक्त किया

प्रदेश में एनजीओ को नेपथ्य में डालने की साज़िश की जा रही, हर मंच से किया जाएगा विरोध

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पिथौरागढ़, जिला पंचायत सभागार पिथौरागढ में उत्तराखंड एनजीओ मंच द्वारा एक बैठक का आयोजन किया गया। बैठक में राज्य स्तर पर सरकार के साथ एनजीओ को मुख्य भूमिका में लाने के लिए इस मुहिम को तेजी से चलाने की बात कही गई। कहा कि प्रदेश में एनजीओ को नेपथ्य में डालने की साज़िश की जा रही है। जिसका हर मंच से विरोध किया जाएगा। जिसकी अध्यक्षता प्रदेश कमेटी की सदस्य जगत मर्तोलिया द्वारा की गई। बैठक में जिले के विभिन्न एनजीओ के प्रतिनिधियों द्वारा प्रतिभाग किया गया। बैठक में राज्य कौंसिल सदस्य जगत मर्तोलिया ने कहा कि राज्य के 13 जिलों में जिला कौंसिल का गठन किया जा रहा है।
उन्होंने बताया कि हम सरकार के साथ विभिन्न मुद्दों पर बातचीत करेंगे। साथ में संगठन का भी ढांचागत विकास करेंगे। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड के गाड़ गधेरो में कार्य करने वाली एनजीओज़ को अलग करके उत्तराखंड के समग्र विकास का सपना नहीं देखा जा सकता है।
सामाजिक विकास एवं विभिन्न समस्याओं पर विचार-विमर्श कर एक कमेटी का गठन किया गया।
बैठक में सर्वप्रथम सर्वसम्मति से राज्य कौंसिल हेतु जगत मर्तोलिया के नाम का प्रस्ताव श्री घनश्याम पंत जी द्वारा लाया गया श्री बसन्त भट्ट द्वारा उक्त प्रस्ताव का अनुमोदन किया गया। श्री जगत मर्तोलिया की सहमति मिलने पर उक्त प्रस्ताव ध्वनिमत से पारित किया गया ।
तदुपरांत डा. किशोर कुमार पंत को जिला समन्वयक और श्री उमेश कापडी को पिथौरागढ नगर समन्वयक एवं विण ब्लाक के लिए श्री घनश्याम पंत, मोनाकोट के लिए श्रीमती बबीता पुनेठा , कनालीछीना ब्लाक के लिए उत्कर्ष जोशी ,धारचूला ब्लाक के लिए श्री सुभाष जोशी,मुनस्यारी ब्लाक के लिए श्री गम्भीर मेहता को समन्वयक का दायित्व सौंपने के साथ साथ श्री सुरेंद्र कुमार को मिडिया प्रभारी, श्री मोहित बिष्ट को सोशियल मीडिया प्रभारी और शहनाज कुरैशी को संचार समन्वयक का दायित्व सौंपा गया। बैठक में श्री चन्द्र शेखर मुरारी,भुवन पंत, कमला तिवारी,मनमोहन बोरा,प्रेमा सौतेली,मुकेश गिरि,आदि उपस्थित रहे। बैठक का संचालन डां. किशोर कुमार पंत ने किया।

बड़ी खबर : ज्ञानवापी-श्रृंगार गौरी केस सुनने के लायक, हिंदू पक्ष के हक में वाराणसी जिला कोर्ट का फैसला

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वाराणसी, जिला और सत्र न्यायालय ने ज्ञानवापी मस्जिद और उसके आसपास की भूमि को चुनौती देने वाले दीवानी मुकदमा चलने योग्य भी है कि नहीं इसको लेकर अपना फैसला सुनाया। हिंदू पक्ष के हक में कोर्ट का फैसला आया है।
ज्ञानवापी श्रीनगर गौरी विवाद मामले में फैसला सुनाते हुए जिला न्यायाधीश एके विश्वेश की एकल पीठ ने मामले को विचारणीय माना। कोर्ट ने कहा कि ज्ञानवापी श्रृंगार गौरी ज्ञानवापी केस सुनने के लायक है। हिंदू पक्ष के वकील विष्णु शंकर जैन ने कहा कि मुस्लिम पक्ष की याचिका खारिज कर दी गई है। अब मामले की अगली सुनवाई 22 सितंबर को होगी।
हिन्दू पक्ष का दावा है कि 16वीं शताब्दी में मुगल शासक औरंगजेब ने मंदिर तोड़कर मस्जिद बनाई। मुस्लिम पक्ष का कहना है कि वहां पहले से ही मस्जिद थी, मंदिर नहीं तोड़ी गई। 7 रूल 11 के तहत हुई बहस में भी दोनों पक्षों की तरफ से कई दावे पेश किए गए। हिंदू पक्ष का कहना है कि इस मामले में वर्शिप एक्ट लागू नहीं होता। हिंदू पक्ष का प्रतिनिधित्व करने वाले वकील वीएस जैन ने कहा कि 1991 पूजा अधिनियम हमारे पक्ष में लागू होता है। अगर फैसला हमारे पक्ष में आता है, तो हम एएसआई सर्वेक्षण, शिवलिंग की कार्बन डेटिंग की मांग करेंगे।
जिला जज अजय कृष्ण ने 24 अगस्त को इस मामले में अपना आदेश सुरक्षित रख लिया था और 12 सितंबर को फैसला सुनाने का ऐलान किया था। सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद 23 मई से जिला कोर्ट में सुनवाई चली। नागरिक प्रक्रिया संहिता सीपीसी के आदेश 7 नियम 11 के तहत ये केस सुनने योग्य है या नहीं। इसी पर कोर्ट में सुनवाई चल रही थी। पिछली सुनवाई में मुस्लिम पक्ष ने दलीलें दी थीं।

हाईकोर्ट ने यूकेएसएसएससी भर्ती पर मांगे कई सवालों के जबाब, जारी हुआ नोटिस

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नैनीताल, पेपर लीक मामले में किरकिरी झेल रही सरकार को नैनीताल हाईकोर्ट ने नोटिस भेजा है। इस नोटिस में नैनीताल हाईकोर्ट ने सरकार से भर्ती परीक्षा को लेकर कई सवालों के जबाब मांगे हैं। विधान सभा में उप नेता प्रतिपक्ष की ओर से मामले में नैनीताल हाईकोर्ट में याचिका डाली थी, जिस पर हाईकोर्ट ने सुनवाई की।
यूकेएसएसएससी परीक्षाओं में गड़बड़ियां सामने आने के बाद कई सवाल उठ रहे हैं। विपक्ष मामले में सरकार को घेरने की पुरजोर कोशिश कर रहा है। वहीं दूसरी तरफ सरकार ने अपना रुख स्पष्ट करते हुए मामले में निष्पक्ष जांच का भरोसा दिया है। जिसके चलते सरकार लगातार मामले में कार्रवाई कर रही है।नैनीताल हाईकोर्ट ने यूकेएससीसी की भर्ती परीक्षा में गड़बड़ी को लेकर खटीमा के कांग्रेस विधायक भुवन कापड़ी की याचिका पर सुनवाई के बाद सरकार से पूछा है कि परीक्षा में किस-किस की नियुक्ति कैसे-कैसे हुई, उसका पूरा चार्ट बनाकर 21 सितम्बर से पहले दाखिल करने का सरकार नोटिस जारी किया है |

दिनेश गुरु रानी को मुख्यमंत्री धामी ने ‘हिमालय मित्र’ पुरस्कार से किया सम्मानित

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देहरादून, पर्यटक आवास गृह पिथौरागढ़ में कुमाऊँ मंडल विकास निगम के प्रबंधक व संयुक्त कर्मचारी महासंघ कुमाऊं गढ़वाल मंडल विकास निगम के अध्यक्ष दिनेश गुरु रानी के पहुंचने पर आवास गृह के कर्मचारियों ने उनका भव्य स्वागत किया।
इस अवसर पर दिनेश गुरु रानी को पर्यावरण के क्षेत्र में कार्य करने पर देहरादून में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी जी द्वारा हिमालय मित्र पुरस्कार से सम्मानित किया गया। इससे पूर्व भी दिनेश गुरु रानी को मुख्यमंत्री द्वारा गोलकीपर अवार्ड से सम्मानित किया जा चुका है। दिनेश गुरु रानी ने कहा कि पर्यावरण संरक्षण के क्षेत्र में उनका कार्य जारी रहेगा। उन्होंने आवास गृह के कर्मचारियों से विशेष रुप से माली हर सिंह व माली शेर सिंह का आभार प्रकट किया की उनके सहयोग से ही आज या सम्मान मिला है। विगत 20 वर्षों से पर्यावरण के क्षेत्र में कार्य कर रहे हैं। स्वागत करने वालों में वेद प्रकाश भट्ट पदम सिंह दीपक बिष्ट हर सिंह शेर सिंह नरेंद्र थापा गोपाल बिष्ट महेश कुमार संदीप रावल किशोर कुमार नरेंद्र सिंह सहित निगम कर्मी उपस्थित रहे।

 

हंस फाउण्डेशन ने आपदा पीड़ितों के सहयोग के लिए मुख्यमंत्री राहत कोष में दिये 11 करोड़

हंस फाउंडेशन ने मुख्यमंत्री राहत कोष मे दिये रुपए 11 करोड़ - Uk live  uttrakhand
देहरादून, मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी से मुख्यमंत्री कैम्प कार्यालय में हंस फाउण्डेशन के संस्थापक माता मंगला जी एवं श्री भोले जी महाराज ने भेंट की। इस अवसर पर उन्होंने आपदा पीड़ितों के सहयोग के लिए मुख्यमंत्री राहत कोष हेतु मुख्यमंत्री को 11 करोड़ रूपये का चेक सौंपा।

मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने हंस फाउण्डेशन के संस्थापक माता मंगला जी एवं श्री भोले जी महाराज का आभार व्यक्त करते हुए हंस फाउण्डेशन द्वारा राज्य सरकार को समय-समय पर सहयोग दिया जाता है। राज्य में जब भी कोई आपदा आती है या जरूरतमंदों को कोई जरूरत होती है, तो हंस फाउण्डेशन सेवा के कार्यों में हमेशा आगे आता है। कोरोना काल में भी हंस फाउण्डेशन द्वारा अनेक तरह से सेवा के कार्य किये गये। शिक्षा, स्वास्थ्य एवं अन्य क्षेत्रों में हंस फाउण्डेशन द्वारा राज्य सरकार को लगातार सहयोग दिया जा रह है।

ब्रैकिंग : लापता किशोरों की खोह नदी में मिली तीसरे दिन लाशें, दो दिन पहले सिद्धबली मंदिर जाने के लिये स्कूटी से निकले थे

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कोटद्वार, गोविंद नगर से लापता तीन किशोर युवकों के शव खोह नदी में मिलने की सूचना पर हड़कंप मच गयी, मौके पर पहुँची एसडीआरएफ और पुलिस टीम ने तीनों शवों को खोह नदी से निकाला। तीनों किशोर घर से दो दिन पहले सिद्धबली मंदिर जाने के लिए स्कूटी से निकले थे।
कोटद्वार में लापता तीन किशोरों के शव मिलने पर लोग हतप्रद हैं | दो दिन पहले कोटद्वार के गोविंद नगर से लापता चल रहे तीन किशोर सिद्धबली मंदिर के लिए निकले थे। लापता किशोरों की कोतवाली में गुमशुदगी दर्ज कराई गई थी। तीनों किशोरों के शव बरामद होने की सूचना मिलते ही परिवार में मातम पसर गया है। सोमवार सुबह पांचवें मील के पास खोह नदी में तीन शव मिलने की सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची। कोटद्वार दूगड्डा मार्ग पर कोटद्वार से करीब छह किमी आगे खोह नदी के तट पर तीनों युवकों के शव बरामद किए, एसडीआरएफ और पुलिस टीम ने तीनों शवों को खोह नदी से निकाला।
पुलिस ने हाईवे पर किशोरों की स्कूटी भी बरामद की। मामले की जांच जारी है। हादसा कैसे हुआ पुलिस इसकी जानकारी जुटा रही है। अभी तक मिली जानकारी के अनुसार तीनों किशोर घर से स्कूटी लेकर निकले थे। पुलिस जांच में जुटी है |

सामाजिक सरोकारों की पैरवी व नशे की मुहिम ने भोली-भाली दीपा को बना दिया “टिंचरी माई”

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(एल मोहन लखेड़ा)

देहरादून, वसुंधरा आर्ट्स द्वारा देहरादून के नगर निगम स्थित टाउन हॉल में “टिंचरी माई” नाटक का मंचन किया गया। नाटक जहां एक महिला के संघर्षों की एक लम्बी पैविस्त छोड़ गया वहीं दूसरी ओर वर्तमान समाज के अपनी धरोहर संजोने व नशे के बढ़ते प्रचलन का बड़ा प्रश्न चिह्न भी छोड़ गया है।

कार्यक्रम की शुरुआत मेयर सुनील उनियाल गामा, पूर्व राज्यसभा सांसद प्रदीप टम्टा, पूर्व संस्कृति मंत्री उत्तराखंड नारायण सिंह राना, बाल संरक्षण आयोग की अध्यक्ष डॉ.गीता खन्ना कांग्रेसी नेता कवींद्र इष्टवाल व साहित्यकार रमेश चंद्र घिल्डियाल इत्यादि ने दीप प्रज्वलन से की। तदोपरांत माँगल गीत गाकर कार्यक्रम की शुरुआत की गयी। रंगमंच पर एक पुरुष व एक महिला सूत्रधार के रूप में आकर पटकथा का शुभारंभ करते हैं और इस तरह शुरुआत हुआ “नाट्य मंचन”। दृश्य पटल पर उभरती है 02 वर्षीय ठगुली उर्फ़ दीपा जो अपनी उम्र के साथ कहलाती है टिंचरी माई उर्फ़ इच्छागिरी माई।

रंगमंच पर दो साल की ठगुली, 13 वर्ष में दीपा व 19 की उम्र में विधवा होने के बाद 23 बर्ष में जोगन रूप में इच्छागिरी माई व पौड़ी में टिंचरी की दुकान फूँककर कहलाई टिंचरी माई…! बहुत अल्पसंसाधनों में मंचित हुए इस नाटक को देखने के लिए पूरा हॉल खचाखच भरा हुआ था। यह पहली बार दिखने को मिला कि हॉल में नाटक देखने के लिए उमड़ी अपार भीड़ दर्शक दीर्घा में खड़े खड़े भी मंचन देखते रहे। दीपा देवी के रूप में नवोदित अदाकारा उपासना व टिंचरी माई के रूप में वसुंधरा नेगी ने लाजवाब अभिनय किया। यह नाटक ब्रिटिश काल से लेक़र स्वतंत्र भारत के पहले प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू के काल व अंतिम चरण में पौड़ी की टिंचरी की दुकान फूंकने के पश्चात मिले टिंचरी माई नाम पर आकर समाप्त हुआ।May be an image of 1 person and sitting

टिंचरी माई के सम्बंध में जानकारी देते हुए वसुंधरा आर्ट्स की अध्यक्ष व ”टिंचरी माई” नाटक की लेखिका व निर्देशक वसुंधरा नेगी ने बताया कि यह नाटक एक ऐसे किरदार पर आधारित है जिसे उनका बचपन का नाम “ठगुलि” था। उनका जन्म चोपड़ा-चौथान के मंज्यूर गांव के नौटियाल जाति वंशज में हुआ। उनके जन्म के दो बर्ष बाद उनकी माँ गुजर गई। 13 साल की ठगुली अर्थात दीपा देवी उम्र में उनका विवाह गवानी गांव के गणेशराम नवानी से हुआ जो तब ब्रिटिश फौज में कार्यरत थे। दीपा जब 19 बर्ष की होती है तब उसके पति गणेश की फ़्रांस युद्ध में बम ब्लास्ट में मृत्यु हो जाती है।जब हुई तब उनकी कोख में एक बच्चा था जिसके जन्म के लगभग डेढ़ दो बर्ष पश्चात उसकी भी अल्पायु में मौत हो गयी। दीपा देवी पति की मौत के बाद जिस सहारे के सहारे जिंदगी काटने की सोच रही थी उसे भी विधाता ने छीन लिया। भाग्य रेखाओं में उनके लिए कुछ और ही लिखा था। 23 बर्ष की उम्र में उनके साँसारिक माया मोह से विरक्ति हुई और एक दिन वह गंगा घाट हरिद्वार आई पति व बेटे का तर्पण किया व हर की पैड़ी में स्नान कर किसी आश्रम में बाल मुंडवाकर जोगन बन बैठी। नाम मिला इच्छागिरी माई….!

वसुंधरा नेगी ने बताया कि दीपा देवी द्वारा पलायन का विरोध और शराब बंदी के आन्दोलन में सक्रिय भूमिका के कारण उनका नाम *टिंचरी माई* पड़ा। 1954 में आहूत पृथक पर्वतीय राज्य उत्तराखंड की मांग करने वाली पहली महिला नेत्री रही और घर घर जा कर *उत्तराखंड* राज्य की अलख जगाने वाली उस विराट व्यक्तित्व की स्वामिनी ठगुली ने 20/06/ 1992 को कोटद्वार में ही अंतिम सांस लीग
वसुंधरा कहती हैं क़ि उन्होंने “टिंचरी माई” पर नाट्य मंचन करने का इसलिए निर्णय लिया ताकि वह वर्तमान परिवेश में पंजाब के रास्ते उत्तराखंड में पहुँचे विभिन्न तरह के नशे के कारोबार से हो रहे युवाओं के भविष्य बर्बाद पर जनजागरुकता क़ा माहौल बना सके। दूसरा यह कि इसे महिला सशक्तिकरण जैसे मुद्दे से जोड़कर एक ऐसी मजबूत इच्छाशक्ति की महिला के किरदार का बखान कर सके जिसने पिछली सदी में टिंचरी नामक दवा (शराब) की दुकानें ही जला डाली जिसे लोग नशे के रूप में इस्तेमाल कर रहे थे। उन्होंने कहा टिंचरी माई के जीवन का नाट्य मंचन देखने के बाद ही हम सब जान पाएँगे कि वह कैसे और किन संघर्षों के चलते टिंचरी माई व सदी की महान नायिका कहलाई।

ज्ञात हो कि वसुंधरा नेगी विगत 15 वर्षों से रंगमंच में विभिन्न किरदार निभा रही हैं। वह अभी तक लगभग 18 नाटक लिख चुकी हैं व इनमें से ज्यादात्तर नाटकों का मंचन कर चुकी हैं। इससे पूर्व वह बर्ष 2017 में इसी टाउन हाल में “तीलू रौतेली” जैसे नाटक क़ा मंचन कर चुकी हैं।

कन्हैयालाल डंडरियाल प्रतिष्ठान नयी दिल्ली के साहित्यकार रमेश चंद्र घिल्डियाल ने “टिंचरी माई” की पटकथा लेखिका, गीतकार, निर्देशक और परिकल्पना वसुंधरा नेगी को अंग वस्त्र से सम्मानित किया व प्रतिष्ठान की ओर से 11 हज़ार की धनराशि सम्मान स्वरूप भेंट की गई।इसके अलावा संस्कृति विभाग उत्तराखंड सरकार द्वारा भी इस नाटक मंचन में सहयोग प्रदत्त किया गया था। मंच संचालन की ज़िम्मेदारी वरिष्ठ पत्रकार गणेश खुगशाल “गनी” ने सम्भाली।

खास खबर : जेईई एडवांस का रिजल्ट हुआ जारी, 1 लाख 60 हजार 38 उम्मीदवारों ने कराया था अपना पंजीकरण

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‘देश के 23 संस्थानों में कुल 16 हजार 598 सीटों पर दाखिल होगा’

नई दिल्ली, भारतीय प्रोद्योगिकी संस्थान, IIT Bombay ने 11 सितंबर 2022 को जेईई एडवांस का रिजल्ट जारी कर दिया है। रिजल्ट जारी होने के बाद आधिकारिक वेबसाइट jeeadv.ac.in पर उपलब्ध कराया जाएगा। इस एग्जाम को क्वालीफाई करने वाले उम्मीदवार आईआईटी कॉलेजों में बी.ई / बी.टेक और अन्य तकनीकी कोर्स में एडमिशन के पात्र होंगे, रिजल्ट जारी होने के बाद आधिकारिक वेबसाइट jeeadv.ac.in पर उपलब्ध करवा दिया गया है, अभ्यर्थी यहां अपना परिणाम चेक कर सकते हैं। इससे पहले 3 सितंबर को प्रोविजनल आंसर की जारी की गई थी , यहां आपत्ति दर्ज करवाने के लिए उम्मीदवारों को 4 सितंबर तक का समय दिया गया था।

रिजल्ट फाइनल आंसर की के आधार पर तैयार किया जाता है। इस बार जेईई एडवांस की परीक्षा 28 अगस्त को आयोजित की गई थी। पेपर 1 सुबह 9 बजे से 12 बजे तक आयोजित किया गया था, जबकि पेपर 2 दोपहर 2 बजकर 30 मिनट बजे से 5 बजकर 30 मिनट तक निर्धारित था।

परीक्षा के लिए कुल 1 लाख 60 हजार 38 उम्मीदवारों ने अपना पंजीकरण करवाया था। हालांकि परीक्षा में केवल 1 लाख 56 हजार 89 छात्र शामिल हुए थे। जेईई एडवांस परीक्षा देशभर के 577 शहरों में आयोजित की गई थी। इस परीक्षा को क्वालीफाई करने वाले उम्मीदवार राज्य व केंद्र सरकार के सर्वश्रेष्ठ आईआईटी कॉलेजों में बी.ई / बी.टेक व अन्य तकनीकी कोर्स में दाखिला लेने के लिए पात्र माने जाएंगे। सीट मैट्रिक्स के मुताबिक 23 संस्थानों में कुल 16 हजार 598 सीटों पर दाखिल होगा, इसमें 1567 सीटें महिलाओं के लिए आरक्षित हैं। बता दें आईआईटी बॉम्बे में कुल 1,360 सीटें हैं, जबकि आईआईटी रुड़की में 1,353, आईआईटी खड़गपुर में 1,869, आईआईटी दिल्ली में 1,209, आईआईटी मद्रास में 1,133 सीटें हैं।

जारी शेड्यूल पर नजर डालें तो, आर्किटेक्चर एप्टीट्यूड टेस्ट 11 सितंबर को सुबह 10 बजे से 12 सितंबर 2022 को शाम 5 बजे तक आयोजित की जाएगी। रिजल्ट जारी होने के बाद अभ्यर्थी अपने लॉगिन क्रेडेंशियल के माध्यम से आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर अपना परिणाम चेक कर सकेंगे।

पात्रता क्राइटीरिया :
– जेईई एडवांस्ड आर्किटेक्चर एप्टीट्यूड टेस्ट (एएटी) के लिए उपस्थित होने के लिए उम्मीदवारों को जेईई एडवांस 2022 के लिए अर्हता प्राप्त करनी होगी।
– साथ ही, उम्मीदवारों को 2021 या 2022 में पहली बार कक्षा 12 की परीक्षा में शामिल होना चाहिए। उम्मीदवारों ने मुख्य विषयों के रूप में भौतिकी, रसायन विज्ञान और गणित का भी अध्ययन किया हो।
– उम्मीदवारों का जन्म 1 अक्टूबर 1996 को या उसके बाद होना चाहिए था। अनुसूचित जाति / अनुसूचित जनजाति / पीडब्ल्यूडी उम्मीदवारों को आयु में पांच साल छूट दी गई है।
– एक उम्मीदवार लगातार दो सालों में अधिकतम दो बार जेईई (एडवांस्ड) एएटी का प्रयास कर सकता है।

5 रैंकर से मिलिए :
आर के शिशिर के बाद, पोलू लक्ष्मी साई लोहित रेड्डी और थॉमस बीजू चिरामवेलिल ने सीआरएल रैंक 2 अर्जित किया है। इसके बाद सीआरएल रैंक 4 पर वांगपल्ली साई सिद्धार्थ और सीआरएल रैंक 5 पर मयंक मोटवानी हैं।

40712 उम्मीदवारों ने किया क्वालीफाई :
इस साल, कुल मिलाकर 16,0038 उम्मीदवारों ने रजिस्ट्रेशन कराया है और 155538 दोनों पेपरों के लिए उपस्थित भी हुए थे, इनमें से 40712 उम्मीदवारों ने जेईई एडवांस परीक्षा 2022 में क्वालीफाई किया है।

कठिन पेपर से पास प्रतिशत में आई गिरावट :
2021 में 29.54 प्रतिशत की तुलना में जेईई एडवांस 2022 पास प्रतिशत 26.17 प्रतिशत रहा है। योग्यता अंक भी 2021 की तुलना में कम हुए हैं ताकि योग्य उम्मीदवारों का पूल प्रस्ताव पर कुल सीटों की संख्या से कम से कम दोगुना हो सके।

सामान्य वर्ग के न्यूनतम कुल अंक 55 :
सामान्य वर्ग के लिए न्यूनतम कुल अंक 55 रखे गए थे, इसके अलावा ओबीसी-एनसीएल और ईडब्ल्यूएस श्रेणी के लिए 50 अंक रखे गए थे। शेष श्रेणियों के लिए न्यूनतम कुल अंक 28 थे और प्रारंभिक पाठ्यक्रम में रैंक लिस्ट 14 रखी गई थी।

जेईई एडवांस्ड आर्किटेक्चर एप्टीट्यूड टेस्ट (एएटी) एग्जाम 2022 के लिए रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया आज भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान, बॉम्बे की ओर से शुरू हुई। सुबह 10 बजे से रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया शुरू हुई है। उम्मीदवार जेईई एडवांस्ड एएटी 2022 के लिए आधिकारिक वेबसाइट – jeeadv.ac.in पर जाकर अप्लाई कर सकते हैं।

टॉपर्स के पसंदीदा कॉलेज और ब्रांच :
जेईई एडवांस परिणाम के बाद ज्यादातर टॉपर्स आईआईटी बॉम्बे से कंप्यूटर साइंस लेना चाहते हैं। यह आश्चर्य की बात नहीं है क्योंकि IIT बॉम्बे, IIT दिल्ली और IIT कानपुर संयुक्त प्रवेश परीक्षा के 1,000 रैंक धारकों में सबसे पसंदीदा कॉलेज रहे हैं, 2016 से 2020 तक परीक्षा के आंकड़ों के विश्लेषण से इस बारे में पता चलता है।

आर के शिशिर ने किया टॉप :

जेईई एडवांस की परीक्षा में आईआईटी बॉम्बे जोन के आर के शिशिर ने टॉप कर इतिहास रच दिया है। शिशिर ने 360 में से 314 अंक प्राप्त किए हैं। वहीं आईआईटी दिल्ली जोन की तनिष्का काबरा ने 360 में से 277 अंक प्राप्त किए हैं। बता दें हर बार से अच्छा इस बार जेईई एडवांस का रिजल्ट देखने को मिला है।

जेईई एडवांस की परीक्षा
बता दें जेईई मेंस की परीक्षा में सफल छात्रों के लिए जेईई एडवांस्ड की परीक्षा आयोजित की गई थी। इस परीक्षा में केवल वही अभ्यर्थी शामिल हो सकते थे, जिन्होंने जेईई मेन्स की परीक्षा में 250000 तक रैंक हासिल कर रखी थी। वहीं इस परीक्षा को क्वालीफाई करने वाले अभ्यर्थी अब बी.ई / बी.टेक के लिए आईआईटी कॉलेज में दाखिला ले सकते हैं।

सबसे पहले यहां उपलब्ध होगा रिजल्ट :
जेईई एडवांस का रिजल्ट जारी होने के बाद सबसे पहले आधिकारिक वेबसाइट jeeadv.ac.in पर उपलब्ध करवा दिया गया था। जिन अभ्यर्थियों ने अब तक अपना रिजल्ट चेक नहीं किया है वो आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर अपना रिजल्ट चेक कर सकते हैं।

22 सितंबर से बंद हो जाएगा यह बैंक, आरबीआई के रद्द किया लाइसेंस, अब क्या करें ग्राहक

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नई दिल्ली। रिजर्व बैकं ऑफ इंडिया ने खाताधारकों की सुरक्षा को देखते हुए एक और बैंक का लाइसेंस रद्द कर दिया है। नियमों की अनदेखी के कारण रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ने पहले भी कई बैंकों और वित्तीय संस्था का लाइसेंस रद्द किया है और अब हाल ही में पुणे स्थित रुपी सहकारी बैंक लिमिटेड (Rupee Co-operative Bank Limited) का लाइसेंस रद्द कर दिया है। RBI द्वारा दिए गए इस फैसले के बाद 22 सितंबर से रूपी सहकारी बैंक का कामकाज बंद हो जाएगा। बैंकिंग नियमों की अनदेखी के बाद रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ने रूपी सहकारी बैंक का लाइसेंस रद्द कर दिया गया है। RBI के इस फैसले के बाद 22 सितंबर से इस बैंक की बैंकिंग सेवाएं बंद हो जाएंगी, यानी खाताधारक बैंक से किसी भी तरह का लेन देन नहीं कर पाएंगे। बैंक के पास पर्याप्त पूंजी और कमाई की संभावनाओं के कमी के कारण बैंक पर ये जुर्माना लगाया गया है। आरबीआई ने नियमों की अनदेखी के कारण बैंक पर बैंकिंग विनियमन अधिनियम, 1949 की धारा 56 के साथ धारा 11(1) और धारा 22 (3)(डी) के नियमों के उल्लघंन के कारण ये कार्रवाई की है। आरबीआई ने कहा है कि अगर बैंक की सेवाओं को जारी रखा जाता तो ग्राहकों की वित्तीय सुरक्षा के लिए खतरा था। आरबीआई ने कहा कि बैंक के पास कमाई के भी कोई साधन नहीं बचे हैं, जिसके बाद केंद्रीय बैंक को इस बैंक का लाइसेंस रद्द कर दिया। बैंक का लाइसेंस को रद्द किए जाने के बाद खाताधारकों की मुश्किलें बढ़ गई है। खाताधारकों की अपनी जमापूंजी की चिंता सता रही है। लेकिन नियम के मुताबिक खाताधारकों को परेशान होने की जरूरत नहीं है, क्योंकि DICGC के नियम के मुताबिक जिन ग्राहकों का पैसा रुपी सहकारी बैंक लिमिटेड में जमा है उन्हें 5 लाख रुपए मिलेंगे। बैंक में जमा पर खाताधारकों को इंश्योरेंस का कवर मिलता है। डिपॉजिट इंश्योरेंस एंड क्रेडिट गारंटी कॉरपोरेशन (DICGC) इंश्योरेंस स्कीम के तहत बैंक खाताधारकों को 5 लाक की बीमा रकम मिलेगी। खाताधारक के 5 लाख रुपए के डिपॉजिट पर उन्हें पूरा इंश्योरेंस क्लेम मिलेगा।

हेड कांस्टेबल रैंक के 1750 नए पद सृजित करने पर डीजीपी ने जाहिर की खुशी

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देहरादून, प्रदेश के मुखिया मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी जी द्वारा पुलिस जवानों की ग्रेड पे की समस्या का एक अच्छा समाधान किया गया है । पुलिस विभाग में कांस्टेबलों के 17500 पद हैं और हेड कांस्टेबल के 3440 पद हैं और एडिशनल एस आई का एक भी पद नहीं है। पुलिस जवानों को समय से प्रोन्नति देने के लिए मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी के निर्देश पर हेड कांस्टेबल रैंक के 1750 नए पद सृजित करने तथा एडिशनल एस आई का नया रैंक सृजित करते हुए 1750 नए पद स्वीकृत करने के आदेश जारी किए गए हैं। सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि उनका ग्रेड पै 4200 होगा।

श्री अशोक कुमार, पुलिस महानिदेशक, उत्तराखण्ड ने शासन के द्वारा लिए गए निर्णय के ऊपर खुशी जाहिर की है और माननीय मुख्यमंत्री जी का धन्यवाद दिया है। श्री अशोक कुमार ने कहा कि, “उनका विश्वास है कि इससे जवानों को प्रोन्नति के ज्यादा अवसर प्राप्त होंगे। साथ ही विवेचना हेतु नए विवेचक उपलब्ध होने से विवेचना की गुणवत्ता में सुधार आएगा।

 

जन्मस्थली ग्राम खूंट में पहुंचकर भारत रत्न गोविंद बल्लभ पंत की प्रतिमा पर कैबिनेट मंत्री सुबोध ने माल्यार्पण कर दी श्रद्धांजलि

अल्मोड़ा, भारत रत्न पण्डित गोविंद बल्लभ पंत का 135 वां जयंती समारोह जनपद भर में हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। इस अवसर पर प्रदेश के मा0 मंत्री वन एवं तकनीकी शिक्षा , भाषा एवं निर्वाचन सुबोध उनियाल ने जीबी पंत की जन्मस्थली ग्राम खूंट में पहुंचकर पंत जी की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया एवं उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की तथा समस्त जनपद एवं राज्यवासियों को शूभकामनाएं दी। सांसद अजय टम्टा, विधायक मनोज तिवारी, डीसीबी चेयरमैन ललित लटवाल, पूर्व विधायक कैलाश शर्मा समेत अन्य ने भी जीबी पंत की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर श्रद्धांजलि अर्पित की । इस अवसर पर मा0 मंत्री सुबोध उनियाल ने कहा कि यह उनका सौभाग्य है कि देश को आजाद कराने वाले एवं अपनी मेहनत एवं लगन से देश को राजनैतिक नेतृत्व देने वाले जीबी पंत की जन्म जयंती समारोह में उन्हें आने का अवसर प्राप्त हुआ। उन्होंने कहा कि पंत जी के विचारों एवं आदर्शों को हृदय में संजोकर रखना तथा उनका अनुसरण करना ही उन्हें सच्ची श्रद्धांजलि होगी। उन्होंने कहा कि पंत जी अल्मोड़ा ही नहीं बल्कि पूरे देश एवं उत्तराखंड का गौरव हैं। उन्होंने कहा कि देश को आजाद कराने एवं देश को कुशल नेतृत्व देने के लिए उन्हें हमेशा याद किया जाएगा।
इस अवसर पर सांसद अजय टम्टा ने कहा कि पंत जी ने मेहनत एवं कठिन परिस्थितियों के साथ देश को नेतृत्व दिया। उन्होंने कहा कि पंत जी के राष्ट्र निर्माण में महत्वपूर्ण योगदान देने के लिए पंत जी हमेशा याद किए जाएंगे।
तत्पश्चात मा0 मंत्री सुबोध उनियाल ने गोविंद वल्लभ पंत राष्ट्रीय हिमालय पर्यावरण संस्थान में आयोजित 28 वें वार्षिक व्याख्यान कार्यक्रम में भाग लिया। यहां मा0 मंत्री सुबोध उनियाल ने अपने संबोधन में कहा कि जल, जंगल, जमीन के पर्यावरणीय संरक्षण में इस संस्थान ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। उन्होंने कहा कि किसी भी कार्य की सफलता के लिए जनभागीदारी का होना आवश्यक है। उन्होंने कहा की जलवायु परिवर्तन विश्व भर के लिए चिंता का विषय है, इस पर हम सभी को मिलकर विचार करना होगा। उन्होंने कहा कि जलवायु परिवर्तन एवं ग्लोबल वार्मिंग की चुनौतियों से निपटने के लिए सभी की भागीदारी होनी चाहिए।
व्याख्यान कार्यक्रम में वैज्ञानिकों ने जलवायु परिवर्तन के खतरों एवं चुनौतियों के बारे में विस्तार से बताया। साथ ही वैज्ञानिकों ने पर्यावरण संरक्षण पर अपने अपने अनुभव एवं विचार व्यक्त किए। कार्यक्रम में विशिष्ठ अतिथि भूतपूर्व वरिष्ठ वैज्ञानिक पीआरएल, अहमदाबाद डा. नवीन जुयाल ने “हिमालयी क्षेत्र में अपरिहार्य वायुमंडलीय तापमान वृद्धि, हिममंडल क्षरण और भू-परिदृश्य अस्थिरता” विषय पर संस्थान का 28वां प. गोविन्द बल्लभ पंत स्मारक व्याख्यान प्रस्तुत किया। अपने व्याख्यान में उन्होंने जलवायु परिवर्तन तथा उससे हो रहे प्रभावों के बारे में विस्तार से बताया। उन्होंने हाल ही में पाकिस्तान में आयी भीषण बाढ़, तथा पिछले कुछ सालों में उत्तराखंड में हो रही प्राकृतिक आपदाओं का उदाहरण देते हुए कहा कि जलवायु परिवर्तन से हो रहे प्रभाव बहुत चिंता का विषय है। अपने व्याख्यान में उन्होंने हिमालयी क्रायोस्फीयर/हिममंडल, हिमनद स्वास्थ्य का पर्यवेक्षण, प्रचलित जलवायु और तापक्रम वृद्धि की प्रवृतियाँ, जलवायु-हिमनद सम्बन्ध, हिममंडल प्रतिक्रया, ब्लैक कार्बन, हिमालय में हो रहे भूस्खलन और आकस्मिक बाढ़, पैराग्लेशियल जोन और फ़्लैश फ्लड, आवर्ती भूकम्पीयता, वर्षा और बर्फ आधारित जलस्रोत, जलविद्युत परियोजनाओं, कृषि उत्पादकता सहित कई मुद्दों पर विस्तार से वर्णन किया।
इस कार्यक्रम में पद्म श्री प्रो. शेखर पाठक, निदेशक जीबी पंत हिमालय पर्यावरण संस्थान डॉ सुनील नौटियाल, वाइस चांसलर एसएसजे विश्वविद्यालय, अल्मोड़ा प्रो. एनएस भंडारी समेत अन्य वैज्ञानिक एवं शोधार्थी उपस्थित रहे।

पंडित गोविंद वल्लभ पंत की जन्म जयंती के अवसर पर अल्मोड़ा में भी विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए गए। इस अवसर पर प्रातः 7:30 बजे नंदा देवी मंदिर परिसर से पंत पार्क तक स्कूली बच्चों द्वारा प्रभात फेरी निकाली गई तथा विभिन्न रंगारंग कार्यक्रम आयोजित किए गए। मॉल रोड स्थित जीबी पंत पार्क में आयोजित समारोह में नगरपालिका अध्यक्ष प्रकाश चंद्र जोशी, जिलाधिकारी वन्दना, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक प्रदीप कुमार रॉय, भाजपा के प्रदेश उपाध्यक्ष कैलाश शर्मा, साहित अनेक गणमान्य लोगों ने पंत जी की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर श्रद्धा सुमन अर्पित किए।