Thursday, May 1, 2025
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अंकिता की पोस्टमार्टम रिपोर्ट : पहले बुरी तरह पीटा फिर दिया नहर में धक्का

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ऋषिकेश, एम्स में अंकिता भंडारी के शव का पोस्टमार्टम किया गया। प्राथमिक पोस्टमार्टम रिपोर्ट में अंकिता के शरीर पर चोटों के कई निशान पाए गए हैं। हालांकि प्राथमिक पोस्टमार्टम रिपोर्ट के मुताबिक अंकिता की मौत पानी में डूबने के कारण हुई है। परिजनों ने सरकार की कार्यप्रणाली पर उठाए सवाल, की दोबारा पोस्टमार्टम कराने की मांग |

शनिवार को एम्स के चार चिकित्सकों के पैनल ने अंकिता भंडारी के शव का पोस्टमार्टम किया। प्राथमिक पीएम रिपोर्ट में चिकित्सकों के मुताबिक अंकिता के शरीर पर किसी ब्लंट ऑब्जेक्ट (बिना धार की वस्तु) से की गई चोट के निशान मिले हैं।

रिपोर्ट में पानी डूबने से खून में ऑक्सीजन का स्तर कम होने को अंकिता की मौत का कारण बताया गया है। वहीं, जब अंकिता के शव को नहर से निकाला गया तो उसकी एक आंख भी बाहर निकली हुई थी। लेकिन पोस्टमार्टम रिपोर्ट में इसका जिक्र नहीं है। अब अंतिम रिपोर्ट में ही दुष्कर्म होने या न होने की पुष्टि हो पाएगी। पुलिस भी पोस्टमार्टम की अंतिम रिपोर्ट का इंतजार कर रही है।
इस पूरे मामले में सबसे हैरानी की बात यह है कि एम्स प्रशासन का कहना है कि अंकिता के पोस्टमार्टम की प्राथमिक रिपोर्ट पुलिस को सौंप दी गई है। वहीं, अंकिता हत्याकांड के विवेचना अधिकारी लक्ष्मणझूला थाने के वरिष्ठ उप निरीक्षक मनोहर सिंह रावत का कहना है कि उनको अब तक पोस्टमार्टम कि कोई प्राथमिक रिपोर्ट नहीं मिली है।

उधर, एएसपी पौड़ी शेखर सुयाल ने कहा कि वह अंकिता के शव को लेकर जा रही एंबुलेंस के साथ श्रीनगर के लिए निकले थे। ऐसे में उनके पास रिपोर्ट से संबंधित जानकारी नहीं है। जबकि एसएसपी पौड़ी गढ़वाल यशवंत सिंह चौहान ने बताया कि विवेचना अधिकारी को पोस्टमार्टम की प्राथमिक रिपोर्ट मिली होगी। उन्होंने कहा कि रिपोर्ट अब तक उनके पास नहीं पहुंची है।
एम्स के पीआरओ हरीश मोहन थपलियाल ने बताया कि पोस्टमार्टम की प्राथमिक रिपोर्ट लक्ष्मणझूला थाना पुलिस को सौंप दी गई है। उन्होंने बताया कि पोस्टमार्टम की अंतिम रिपोर्ट सोमवार को पुलिस को सौंप दी जाएगी। वहीं, लक्ष्मणझूला थाना वरिष्ठ उप निरीक्षक मनोहर सिंह रावत अंकिता की हत्या के मामले की जांच कर रहे हैं। लेकिन एम्स की रिपोर्ट में चीला चौकी प्रभारी श्रद्धानंद सेमवाल को विवेचना अधिकारी बताया गया है |

पोस्टमार्टम रिपोर्ट से संतुष्ट नहीं परिजन, फाइनल रिपोर्ट दर्ज, नहीं होने देंगे अंतिम संस्कार, शव वापस मोर्चरी भेजा

ॠषिकेश, 19 वर्षीय अंकिता की हत्या के बाद कर पुलिस ने उसका शव बरामद किया था और पोस्टमार्टम के बाद आज अंतिम संस्कार होना निश्चित किया गया था। वही परिजनों ने पोस्टमार्टम रिपोर्ट पर सवाल उठाते हुए आज अंतिम संस्कार करने से मना कर दिया इसके बाद अलकनंदा नदी घाट पर की गई सारी सुरक्षा व्यवस्थाएं धरी की धरी रह गई। परिजनों के विरोध को देखते हुए शव को वापस मेडिकल कॉलेज के मोर्चरी में रखवा दिया गया है।

परिजनों का आरोप है कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट संतोषजनक नहीं है और जो कारण मृत्यु के बताए गए हैं वह सवाल पैदा करते हैं। मृतका के भाई का कहना है कि जब तक फाइनल रिपोर्ट नहीं आएगी वह अपनी बहन का अंतिम संस्कार नहीं होने देंगे। प्रशासन द्वारा काफी बनाने के बावजूद भी परिजन आज अंतिम संस्कार को तैयार नहीं हुए। परिजनों का यह भी कहना है कि रिसोर्ट पर कार्रवाई करने का फैसला बहुत जल्दबाजी में लिया गया जिसे रोका जा सकता था तब तक जब तक पूरे साक्ष्य पुलिस के पास नहीं पहुंच जाते।

इससे पूर्व पौड़ी पुलिस ने दावा किया था कि रिजॉर्ट में बुलडोजर चलाने से पूर्व ही सभी इलेक्ट्रॉनिक एवं फॉरेंसिक साक्षी विवेचना टीम द्वारा एकत्रित कर दिए गए थे एवं इस कार्रवाई में कोई सबूत नष्ट नहीं हुआ है।

जुलाई में ईपीएफओ में 10 लाख से अधिक कर्मचारी शामिल

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नयी दिल्ली ,  मौजूदा वर्ष के जुलाई में कर्मचारी भविष्य निधि संगठन में 10 लाख से अधिक, कर्मचारी राज्य बीमा निगम में 15 लाख से अधिक और राष्ट्रीय पेंशन योजना में 66 हजार से अधिक कर्मचारी शामिल हुये हैं।
केंद्रीय सांख्यिकी एवं कार्यक्रम क्रियान्वयन मंत्रालय के शुक्रवार को यहां जारी रोजगार आंकड़ों में यह जानकारी दी गयी। आंकड़ों में कहा गया है कि जुलाई 2022 में कर्मचारी भविष्य निधि संगठन ईपीएफओ में कुल 10 लाख 58 हजार 397 कर्मचारी जोड़े गये हैं। इनमें सात लाख 66 हजार 839 पुरुष और दो लाख 31 हजार 524 महिला कर्मचारी शामिल हैं। एक कर्मचारी अन्य श्रेणी में और 27 के संबंध में जानकारी उपलब्ध नहीं है। सितंबर 2017 से जुलाई 2022 तक ईपीएफओ में कुल पांच करोड़ 70 लाख 69 हजार 396 कर्मचारी शामिल हो चुके हैं।
कर्मचारी राज्य बीमा निगम ईएसआईसी में इसी माह में कुल 15 लाख 72 हजार 441 कर्मचारी शामिल हुए हैं। इनमें 12 लाख 67 हजार 650 पुरुष और तीन लाख चार हजार 738 महिला कर्मचारी हैं। शेष 53 कर्मचारी अन्य श्रेणी में हैं। सितंबर 2017 से जुलाई 2022 की अवधि में ईएसआईसी में सात करोड़ आठ लाख दो हजार 535 कर्मचारी जोड़े गये हैं।
आंकड़ों के अनुसार राष्ट्रीय पेंशन योजना में जुलाई 2022 में कुल 66 हजार 44 कर्मचारी शामिल हुए हैं। इनमें केंद्र सरकार में 9785 कर्मचारी, राज्य सरकारों में 28 हजार 660 और गैर सरकारी क्षेत्र में 27 हजार 569 कर्मचारी हैं। सितंबर 2017 से जुलाई 2022 की अवधि में राष्ट्रीय पेंशन योजना 37 लाख 19 हजार 558 कर्मचारी जोड़े गये हैं।

जिंदा मानकर लाश के साथ डेढ़ साल से सो रहा था परिवार, इस तरह हुआ खुलासा

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नई दिल्ली ,। उत्तर प्रदेश के कानपुर से एक हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है। इनकम टैक्स अधिकारी के शव को परिवार ने डेढ़ साल तक न सिर्फ घर में रखा, बल्कि पूरा परिवार उसके साथ सो भी रहा था। परिवार ने लोगों को बताया था कि आयकर अधिकारी कोमा में है, हालांकि, सच्चाई यह है कि अस्पताल ने डेढ़ साल पहले ही उनका डेथ सर्टिफिकेट जारी कर दिया था। जैसे ही ये खबर इलाके में फैली तो हडक़ंप मच गया।
दरअसल, रावतपुर क्षेत्र के शिवपुरी मोहल्ले से स्वास्थ्य विभाग ने विमलेश नाम के व्यक्ति का शव बरामद किया है। जिस व्यक्ति का शव बरामद हुआ है, वह काफी समय से इलाके में दिखाई नहीं दे रहा था, स्थानीय लोग जब विमलेश के बारे में पूछते, तो उसके परिजन उसे कोमा में होने की बात कहकर टाल देते थे। इस बात की सूचना किसी स्थानीय व्यक्ति ने स्वास्थ्य विभाग को दी, तो विभाग हरकत में आया।
मामला संज्ञान में आने के बाद सीएमओ अपनी टीम के साथ घटना स्थल पर पहुंचे और विमलेश के शव को कब्जे में ले लिया। स्थानीय लोगों का कहना है कि विमलेश पिछले डेढ़ साल से दिखाई नहीं दे रहा था। फिलहाल शव की एलएलआर अस्पताल में जांच की जा रही है। वहीं, दिनेश का कहना है कि उसका भाई विमलेश काफी समय से कोमा में है, इसलिए उसको घर में रखा है। इस पूरी गतिविधि को लेकर शहर में तमाम तरह की चर्चाएं हो रही हैं। जिसे इस घटना की जानकारी मिल रही है, वह आश्चर्यचकित है।
लोगों का कहना है कि आखिर डेढ़ साल तक कोई कैसे किसी के शव को अपने घर में रख सकता है। एसएचओ रावतपुर संजय शुक्ला ने बताया कि उन्हें सुबह सीएमओ से सूचना मिली कि क्षेत्र के शिवपुरी मोहल्ला में एक 38 वर्षीय व्यक्ति का शव पिछले कई दिनों से उनके घर पर रखा है। किसी तरह की अनहोनी न हो, इसके लिए सीएमओ ने सुरक्षा मांगी। सुरक्षा के नाते जब एसएचओ मौके पर पहुंचे, तो वह भी सकते में आ गए। आनन-फानन ही शव वाहन से बाडी को एलएलआर अस्पताल भिजवाया गया है। एसएचओ संजय शुक्ला ने बताया कि विमलेश नाम के व्यक्ति की शव घर में रखा हुआ था।
आयकर विभाग से सीएमओ के पास आया पत्र, तो खुली पोल
रावतपुर थाना क्षेत्र के इनकम टैक्स चौराहा के समीप रहने वाले आयकर कर्मचारी विमलेश गौतम की 22 अप्रैल 2021 को मौत हो गई थी। विमलेश गौतम अहमदाबाद स्थित आयकर विभाग में कार्यरत था। विमलेश की मौत होने के बावजूद घरवालों का कहना है कि उसकी सांसें चल रही थीं। इसलिए विमलेश का अंतिम संस्कार नहीं किया गया और उसकी बाडी को घर पर रखा गया था। विमलेश की शादी मिताली दीक्षित से हुई थी, मिताली को-ऑपरेटिव बैंक में मैनेजर हैं। जब आयकर विभाग ने पेंशन के मामले में सीएमओ से विमलेश के मृत्यु प्रमाण पत्र व अन्य जानकारी मांगी, तो यह हकीकत सभी के सामने आ गई। फिलहाल इस मामले पर विमलेश के स्वजन कुछ बोलने को तैयार नहीं हैं। वहीं, शहर के एलएलआर अस्पताल के इमरजेंसी विभाग में विमलेश का शव रखा गया है। डाक्टरों का कहना है कि शव बुरी तरह सड़ चुका है, मांस हड्डियों में ही सूख गया है। सीएमओ आलोक रंजन ने कहा कि फिलहाल किसी तरह की जानकारी नहीं दी जा सकती है। शव का पोस्टमार्टम होने के बाद ही कुछ कहा जा सकता है। वहीं, जिला अस्पताल के एसीएमओ डॉ. ओपी गौतम ने बताया कि विमलेश की मौत डेढ़ साल पहले हो चुकी थी। फिलहाल आगे की कार्रवाई जारी है।
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अंकिता हत्याकांड को लेकर यूकेडी के नेतृत्व में निकला मशाल जुलूस

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देहरादून, उत्तराखंड क्रांति दल के आह्वान पर विभिन्न सामाजिक संगठनों और क्षेत्रीय राजनीतिक दलों के कार्यकर्ताओं ने देहरादून में गांधी पार्क से लेकर घंटाघर तक मशाल जुलूस निकाला और अंकिता के हत्यारों को फांसी देने की मांग करते हुए जमकर नारेबाजी की।

उत्तराखंड क्रांति दल के केंद्रीय मीडिया प्रभारी शिव प्रसाद सेमवाल ने कहा कि हत्यारोपियों को तत्काल फांसी की सजा दी जानी चाहिए और उनके अय्याशी के अड्डे बने रिजॉर्ट पर बुलडोजर चलाया जाना चाहिए।

स्थानीय पटवारी पर हत्यारों को बचाने का आरोप लगाते हुए उन्होंने कहा कि संबंधित पटवारी को तत्काल बर्खास्त करके गिरफ्तार किया जाना चाहिए क्योंकि मामले को लटकाने में उसकी मुख्य भूमिका रही है।

विभिन्न सामाजिक संगठनों और राजनीतिक दलों के सैकड़ों कार्यकर्ता हाथों में मशाल और मोमबत्तियां पकड़कर तथा प्ले कार्ड्स पकड़कर जमकर नारेबाजी कर रहे थे और अंकिता के हत्यारों को फांसी की सजा दिए जाने की मांग कर रहे थे।

जुलूस में उत्तराखंड क्रांति दल के शिव प्रसाद सेमवाल, उत्तरा बहुगुणा, सुलोचना ईष्टवाल, मधु सेमवाल, विशन सिंह कंडारी, अनुपम खत्री, सुमन बडोनी, राजेन्द्र बिष्ट, के साथ उत्तराखंड आंदोलनकारी मंच के दीपू सकलानी, सुरेंद्र कुकरेती,समाजसेवी रश्मि, उत्तराखंड विचार मंच के संजय बहुगुणा विपुल धस्माना समीर मुंडेपी, सहित संयुक्त मोर्चा के एसपी थपलियाल सुरेंद्र सिंह पंक्ति सहित सैकड़ों स्थानीय नागरिक शामिल थे।

अंकिता हत्याकांड को फ़ास्ट ट्रेक कोर्ट में चलाया जाय : जयेन्द्र रमोला

ॠषिकेश, झण्डाचौक स्थित कार्यालय में कांग्रेस जनों की आयोजित बैठक में गंगा भोगपुर के रिसार्ट में कार्यरत अंकिता भण्डारी की हत्या पर शोक व्यक्त किया व उक्त प्रकरण पर दोषी व्यक्तियों के विरूद्ध कठोर कार्यवाही करने के लिये मुख्यमंत्रीसे माँग की ।
अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के सदस्य जयेन्द्र रमोला ने कहा कि अंकिता की हत्या की घटना से देवभूमि शर्मसार हो गई है उन्नीस तारीख़ से लापता अंकिता को राजस्व पुलिस व प्रशासन की लापरवाही के कारण मौत का मुँह देखना पड़ा और प्रशासन ने कहीं ना कहीं सत्ता पक्ष के दवाब में आकर मामले को निपटाने की कोशिश की गई परन्तु मीडिया के जागरूकता से यह मामला खुला व भाजपा के पूर्व में राज्यमंत्री के पुत्र व होटल स्वामी पुलकित को गिरफ़्तार किया गया परन्तु अभी भी हमें अंदेशा है कि कहीं सत्ताधारी नेता पुत्र होने के कारण इस मामले में लीपापोती हो सकती है इसलिये इस मामले की फ़ास्ट ट्रेक अदालत में सुनवाई हो और हत्यारे के पिता पर भी सरकार निगरानी रखें ताकि ने सत्ता का इस्तेमाल करके कहीं इस मामले को दबाने की कोशिश ना कर पाये ।
बैठक में वक्ताओं ने एक सुर में कहा कि पुलिस को त्वरित कार्यवाही कर इसमें शामिल अन्य लोगों की भी गिरफ़्तारी कर सलाख़ों के पीछे भेजने का काम करें ।
बैठक में पार्षद राकेश सिंह, पार्षद भगवान सिंह, जितेंद्र पाल पाठी, गौरव राणा, दिग्विजय कैन्तुरा, संजय नेगी, राजेंद्र कोठारी, शेर सिंह, गौरव कुमार, सन्नी प्रजापति आदि मौजूद थे ।

होमगार्ड ईश्वरी का भावुकता प्रेम, चलने में असमर्थ श्रद्धालु को पीठ में बैठाकर कराये बदरीनाथ के दर्शन

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चमोली, श्री बद्रीनाथ धाम में तैनात होमगार्ड ईश्वरी, जनपद चमोली के द्वारा कानपुर, उत्तरप्रदेश से श्री बद्रीनाथ धाम जी के दर्शन हेतु आये श्री पप्पू , जो की दोनों पैरों से चलने में असमर्थ थे और हाथों के सहारे चलकर दर्शन के लिए जा रहे थे, को श्री बद्रीनाथ धाम में ड्यूटी पर नियुक्त होमगार्ड ईश्वरी ने जब देखा तो उक्त होमगार्ड के द्वारा उन्हें अपनी पीठ पर उठाकर बद्रीनाथ धाम के दर्शन कराये। दर्शन के पश्चात श्री पप्पू ने भावुक होकर दोनों हाथ जोड़कर होमगार्ड ईश्वरी जनपद चमोली का धन्यवाद किया। होमगार्ड ईश्वरी की कर्मठता एंव निस्वार्थ व्यवहार के लिये कमाण्डेन्ट जनरल, होमगार्ड्स श्री केवल खुराना (आई.पी.एस.) द्वारा होमगार्ड ईश्वरी जनपद चमोली को कमाण्डेन्ट जनरल, होमगार्ड्स डिस्क (CG HG DISC) एवं प्रशंसा प्रमाण पत्र से सम्मानित किये जाने हेतु घोषणा की गयी है। उक्त डिस्क एवं प्रशंसा प्रमाण पत्र होमगार्ड्स एवं नागरिक सुरक्षा स्थापना दिवस 06 दिसम्बर 2022 को प्रदान किया जायेगा।
होमगार्ड ईश्वरी जनपद चमोली के द्वारा किया गया उक्त कर्मठता एंव निस्वार्थ व्यवहार का कार्य सभी होमगार्ड्स के लिए प्रेरणादायक एंव होमगार्ड्स विभाग के लिए गौरान्वित कार्य है।
चारधाम के दर्शन हेतु आने वाले बुजुर्गो, अपंग एंव असहाय लोगो की मदद करने के लिए होमगार्ड्स को प्रोत्साहित किया जा रहा हैं |

अंकित आर्य को पिछड़ा वर्ग आयोग के उपाध्यक्ष पद से हटाया, पिता भी भाजपा से निष्कासित

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देहरादून, अंकिता भंडारी हत्याकांड मामले में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने बड़ा कदम उठाया है। मामले की गंभीरता को देखते हुए धामी सरकार ने बड़ा फैसला लिया है। आरोपी पुलकित आर्य के भाई अंकित आर्य की पिछड़ा वर्ग आयोग से छुट्टी कर दी गई है। अंकित आर्य पिछड़ा वर्ग आयोग का नामित उपाध्यक्ष था। वहीं आरोपी के पिता व वरिष्ठ भाजपा नेता विनोद आर्य को भी पार्टी से निष्कासित कर दिया गया है।

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के निर्देश पर उत्तराखण्ड अन्य पिछड़ा वर्ग आयोग में नामित उपाध्यक्ष अंकित आर्य पुत्र विनोद आर्य निवासी स्वदेशी भवन, आर्य नगर, हरिद्वार को उत्तराखण्ड अन्य पिछड़ा वर्ग आयोग अधिनियम, 2003 (अधिनियम संख्या 7 वर्ष 2003) की धारा 5 की उपधारा 3 (च) के तहत तत्काल प्रभाव से उक्त पद से पदमुक्त किया गया है।

प्रमुख सचिव एल फैनई द्वारा इसका आदेश जारी कर दिया गया है। तदक्रम में अंकित आर्य को अनुमन्य सुविधाऐं भी तत्काल प्रभाव से समाप्त कर दी गई है।

इसके साथ ही हत्यारोपी पुलकित आर्य के पिता डॉ. विनोद आर्य और अंकित आर्य को भाजपा से निष्काषित करते हुए बाहर का रास्ता दिखा दिया गया है।

भाजपा कार्यकर्त्ताओं ने दीपदान कर अंकिता बिटिया को दी श्रद्धाजंलि

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हरिद्वार,(कुलभूषण) । उत्तराखण्ड की बिटिया अंकिता भण्डारी की निंशस हत्या से आहत भाजपा कार्यकर्त्ताओं ने उत्तरी हरिद्वार स्थित परमार्थ घाट पर भाजयुमो के जिला महामंत्री विदित शर्मा के संयोजन व साध्वी अनन्या के पावन सानिध्य तथा भाजपा मण्डल अध्यक्ष वीरेन्द्र तिवारी की अध्यक्षता में शोक सभा का आयोजन कर दिवंगत बिटिया अंकिता के चित्र पर पुष्पाजंलि अर्पित की।
इस अवसर पर भाजयुमो के जिला महामंत्री विदित शर्मा ने कहा कि उत्तराखण्ड की स्थापना युवा व मातृ शक्ति के संघर्ष व बलिदानों के फलस्वरूप हुई थी। गंगाजी के पावन तट पर बिटिया की नृशंस हत्या ने देवभूमि को शर्मसार कर दिया है। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार व पुलिस के प्रयासों से बिटिया के हत्यारे पकड़े गये तथा शीघ्र ही लाश बरामदगी हो गयी।
भाजपा पार्षद दल के उपनेता अनिरूद्ध भाटी ने कहा कि प्रदेश सरकार व स्थानीय पुलिस ने जिस प्रकार दोषियों को गिरफ्तार करने के साथ-साथ उनके प्रतिष्ठान पर कड़ी कार्रवाई की है उससे अराजक तत्वों पर अंकुश लगेगा। अनिरूद्ध भाटी ने कहा कि प्रदेश सरकार हत्यारोपियों की कुर्की कर बिटिया के परिजनों को 1 करोड़ रूपये की आर्थिक सहायता देनी चाहिए।
भाजपा मण्डल अध्यक्ष वीरेन्द्र तिवारी ने कहा कि कोई कितना भी रसूखदार क्यों न हो, भाजपा शासन में अपराधियों की जगह जेल में है। उन्होंने कहा कि दोषियों को कड़ी से कड़ी सजा दिलायी जायेगी।
पार्षद विनित जौली व युवा नेता आकाश भाटी ने कहा कि कांग्रेस शासन में अपराधियों को सत्ता का संरक्षण मिलता था वहीं भाजपा के शासन में अपराधियों के साथ कोई रियायत नहीं बरती जाती कानून स्वतंत्रत रूप से अपना कार्य करता है। कार्यक्रम संयोजक अंकुश भाटिया व सन्नी गिरि ने कहा कि बहन अंकिता के हत्यारों को फर्स्ट टैक में मुकदमा चलाकर शीघ्र फांसी दी जाये जिससे भविष्य में देवभूमि उत्तराखण्ड की पावन भूमि में इसी घिनौनी हरकत करने का दुस्साहस न कर सके।
इस मौके पर मुख्य रूप से सन्नी गिरी, उमेश भारद्वाज, अरुण कुमार, महेश, नरेश आर्यन, अंकुश भाटिया, मोहित रियाल, साध्वी अनन्या, निरंजन स्वामी, अजय, गौरव पाल, डा. हर्षवर्धन जैन, रूपेश बंसल, शिवकुमार सैनी, गणेश थपलियाल, देवेश ममगाई, विकल राठी, तरुण नैयर, गोकुल डबराल, नमन शर्मा ने भावभीनी श्रद्धाजंलि अर्पित की।

36वें राष्ट्रीय खेलों में उत्तराखण्ड टीम का प्रायोजक बना पतंजलि

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हरिद्वार, 2(कुलभूषण )। 29 सितम्बर से 12 अक्टूबर तक गुजरात में 36वें राष्ट्रीय खेलों का आयोजन होने जा रहा है जिसमें उत्तराखण्ड की टीम हेतु खिलाड़ियों का चयन कर लिया गया है। इन राष्ट्रीय खेलों में पतंजलि उत्तराखण्ड टीम की प्रायोजक बनी है। आज पतंजलि विश्वविद्यालय के ऑडिटोरियम में इन चयनीत खिलाड़ियों को जीत की शुभकामनाओं के साथ विदाई दी गई जिसमें पूज्य स्वामी रामदेव जी महाराज व उत्तराखण्ड ओलंपिक संघ के महासचिव श्री डी.के. सिंह की उपस्थिति में 36वें राष्ट्रीय खेल-2022 अहमदाबाद, गुजरात में ओलंपिक एसोसिएशन की टीम रवाना करने एवं पतंजलि के सहयोग से प्रदान की गई आधिकारिक किट का लोकार्पण समारोह आयोजित किया गया। इस अवसर पर चयनीत खिलाड़ियों को पूज्य स्वामी जी महाराज ने स्वयं किट प्रदान की। इस वर्ष राष्ट्रीय खेलों में पतंजलि की ओर से योग में चार छात्र व चार छात्रओं का चयन भी किया गया है।
इस अवसर पर पूज्य स्वामी जी महाराज ने खिलाड़ियों को सम्बोधित करते हुए कहा कि यह पहली बार हो रहा है कि राष्ट्रीय खेलों में योग को भी शामिल किया गया है। उन्होंने कहा कि एक खिलाड़ी के जीवन में विजय के प्रति संकल्प, वीरता, पराक्रम, शौर्य, न टूटने वाला हौंसला तथा पूर्ण आत्मविश्वास होना चाहिए। खिलाड़ी के जीवन में आहार, विचार, वाणी, व्यवहार व चरित्र दिव्य हों। जीतता वही है, जिसने अपने शरीर पर विजय पा ली हो। शरीर बल बढ़ाओ, आत्म केन्द्रित बनो, जितेन्द्रिय बनो, अपनी इन्द्रियों, विचार व संवेदनाओं पर विजय पाओ। पूज्य स्वामी जी ने कहा कि खिलाड़ी जीवन का समय निश्चित रहता है, अतः खेल के साथ-साथ अपने जीवन को विविध क्षेत्रों में आयाम दें। आपको अभी जिंदगी में विजय के गीत गाने हैं।
कार्यक्रम में उत्तराखण्ड ओलंपिक संघ के महासचिव श्री डी.के. सिंह ने 39वें राष्ट्रीय खेलों में उत्तराखण्ड की टीम के प्रायोजक बनने पर पूज्य स्वामी जी महाराज व पतंजलि का आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि इस बार उत्तराखण्ड के खिलाड़ियों की जर्सी पर, उनके हृदय के समीप ऐसा लोगो लगने जा रहा है जो उन्हें जीत की शक्ति प्रदान करेगा और प्रदेश के खिलाड़ी नया इतिहास रचेंगे। उन्होंने बताया कि उत्तराखण्ड ओलंपिक संघ के कोषाध्यक्ष श्री महेश जोशी जी के नेतृत्व में उत्तराखण्ड की टीम विजय संकल्प के साथ गुजरात जायेगी जिसमें 17 खेलों में 129 खिलाड़ी प्रदेश का प्रतिनिधित्व करेंगे। साथ ही टीम में 39 कोच, प्रशिक्षक, मैनेजर व चिकित्सक भी होंगे।
कार्यक्रम में पतंजलि द्वारा प्रदान की गई किट का विधिवत लोकार्पण किया गया। इस अवसर पर उत्तराखण्ड के पूर्व खेल मंत्री श्री नारायण सिंह राणा, उत्तराखण्ड ओलंपिक संघ के उपाध्यक्ष श्री संदीप शर्मा, सी.ई.ओ. श्री चेतन गुरूंग, कोषाध्यक्ष श्री महेश जोशी, ट्रेजरर फैंसिग एसोसिएशन ऑफ इण्डिया श्री राजेन्द्र सिंह तोमर जी उपस्थित रहे। पतंजलि की ओर से भारतीय शिक्षा बोर्ड के कार्यकारी अध्यक्ष श्री एन.पी. सिंह, पूज्या साध्वी देवप्रिया जी, पूज्या बहन ऋतम्भरा जी, बहन अराधना कौल, प्रो. वी.के. कटियार, स्वामी अर्शदेव उपस्थित रहे।

मुख्यमंत्री के निर्देश पर ताबड़तोड़ कारवाई, पांच रिज़ॉर्ट सील

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देहरादून, मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के निर्देशों पर उत्तराखंड में विभिन्न गेस्ट हाउस और रिज़ॉर्ट पर प्रशासन की ताबड़तोड़ कार्रवाई शुरू हो गई है। मुख्यमंत्री धामी के निर्देश पर नैनीताल जिले के धानाचुली क्षेत्र में 5 रिजॉर्ट को सील किया गया है। जिला प्रशासन द्वारा शनिवार को विभिन्न होमस्टे एवं रिज़ॉर्ट की जाँच की गई, तय मानकों में खामियां पाए जाने पर जिलाधिकारी के निर्देशों पर एक ही दिन में 5 रिज़ॉर्ट को सील किया गया है। गौरतलब है कि पौड़ी के लक्ष्मण झूला में हुई घटना के बाद मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने शुक्रवार देर शाम सभी जिलाधिकारियों को तमाम होटल और रिज़ॉर्ट की स्कूटनी करने के निर्देश दिए थे। मुख्यमंत्री ने स्पष्ट शब्दों में यह ये निर्देश दिए थे कि यदि किसी भी होमस्टे रिजॉर्ट में किसी प्रकार के खामी पाई जाती है तो उस पर तत्काल कार्रवाई की जाय |

रिजार्ट के बाद स्पा सेंटर भी चढ़े पुलिस के निशाने पर, काठगोदाम पुलिस ने दो के काटे चालान

 

हल्द्वानी, स्पा सेंटर, रिजॉर्टों एवं होटलों में चेकिंग कर अनियमितता पाए जाने पर तत्काल कार्रवाई करने को निकली टीम ने काठगोदाम हाईडिल, शीशमहल स्थित स्पा सेंटरों में पहुंच कर भौतिक सत्यापन किया।

पुलिस टीम के स्पा सेंटरों में अचानक आ धमकने से वहां हड़कंप मचना लाजमी था। स्पा सेंटर, रिजॉर्टों एवं होटलों में चेकिंग कर अनियमितता पाए जाने पर तत्काल कार्रवाई करने को निकली टीम ने काठगोदाम, हाईडिल, शीशमहल स्थित सपा सेंटरों का भौतिक सत्यापन किया। अचानक पुलिस द्वारा की गई कार्रवाई से वहां पर हड़कंप मच गया। अपने चेकिंग के दौराने चैकिंग हाईडिल चैराहा स्थित प्लान बी व हाईडिल स्थित सेवन हैवन स्पा सेंटर को चैक किया गया तो उक्त स्पा सेंटरों के स्वामी या मैनेजर द्वारा अपने कुछ कर्मचारियो का भौतिक सत्यापन नहीं कराया था, जिस पर उक्त दोनों स्पा सेंटरों के मालिक व मैनेजर के पुलिस अधिनियम के तहत दस-दस हजार रूपये का चालान काटा गया।

थाना अध्यक्ष काठगोदाम प्रमोद पाठक, उप निरीक्षक फ़िरोज़ आलम, लता खत्री, कांस्टेबल योगेश कुमार व श्याम सिंह आदि थे ।

प्रदेश के प्रथम डीजीपी को श्रद्धांजलि, गुरूवार को दिल्ली में हुआ था उनका निधन

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देहरादून, उत्तराखण्ड के पहले पुलिस महानिदेशक श्री अशोक कांत शरण के निधन पर पुलिस मुख्यालय उत्तराखण्ड में उनकी आत्मा की शांति के लिए दो मिनट का मौन धारण कर उपस्थित अधिकारियों व कर्मचारियों द्वारा उन्हें श्रद्धांजलि दी गयी तथा उनके परिजनों के प्रति शोक संवेदना प्रकट करते हुए उत्तराखण्ड पुलिस में उनके द्वारा दिये गये अभूतपूर्व योगदान को याद किया गया। कल गुरूवार को दिल्ली स्थित आवास में उनका निधन हो गया।

श्री अशोक कुमार, पुलिस महानिदेशक, उत्तराखण्ड ने बताया कि श्री अशोक कांत शरण वर्ष 1965 बैच की आईपीएस अधिकारी थे। वह उत्तराखण्ड प्रदेश के प्रथम व संस्थापक पुलिस महानिदेशक (09 नवम्बर 2000 से 30 अप्रैल 2002 तक) रहे। श्री अशोक कांत शरण ने उत्तराखण्ड पुलिस की मज़बूत नींव रखी। उन्होंने अपनी दूरदर्शिता से उत्तराखण्ड पुलिस का बुनियादी ढांचा विकसित कर पुलिस बल के विस्तार एवं सशक्तिकरण में महत्वपूर्ण योगदान दिया। उन्होने अपने कुशल नेतृत्व और मार्गदर्शन से उत्तराखण्ड पुलिस की छवि को बेहतर बनाते हुए पुलिस कर्मियों के मनोबल को ऊंचा रखने के लिए अभूतपूर्व योगदान दिया।

इस अवसर पर श्री ए बी लाल व श्री आर एस मीणा- सेवानिवृत्त महानिदेशक, अपर पुलिस महानिदेशक, पीएसी/सीआईडी- श्री पीवीके प्रसाद, अपर पुलिस महानिदेशक, प्रशासन- श्री अभिनव कुमार, अपर पुलिस महानिदेशक, अपराध एवं कानून व्यवस्था- श्री वी मुरूगेशन, पुलिस महानिरीक्षक, अभिसूचना एवं सुरक्षा- श्री ए पी अंशुमान, पुलिस महानिरीक्षक, प्रशिक्षण- श्री पूरन सिंह रावत, सहित सहित अन्य पुलिस अधिकारी उपस्थित रहे।