Wednesday, April 30, 2025
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तेज रफ्तार वाहन ने हाइवे पर तीन लोगों को रौंदा, दो की मौत, एक गंभीर घायल

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रुद्रप्रयाग, उत्तराखंड के जनपद रुद्रप्रयाग से सड़क हादसे की खबर आ रही है। यहां केदारनाथ हाईवे पर सड़क पर चल रहे तीन लोगों को अज्ञात वाहन ने रौंद दिया। हादसे में दो लोगों की मौत हो गई है। जबकि तीसरे की हालत नाजुक बनी हुई है। राहगीरों की सूचना पर पहुंची पुलिस ने घायल व्यक्ति को उपचार के लिए हायर सेंटर भेजा है। वहीं शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए जिला चिकित्सालय भेज दिया गया है।

मिली जानकारी के अनुसार हादसा रुद्रप्रयाग-गौरीकुंड राष्ट्रीय राजमार्ग पर हुआ है। यहां गबनी गांव के पास एक अज्ञात वाहन द्वारा सड़क पर चल रहे तीन लोगों को टक्कर मार दी।बताया जा रहा है कि तीनों लोग केदारनाथ यात्रा में घोड़ा-खच्चर चलाते थे और गौरीकुंड से पैदल घर की ओर आ रहे थे। हादसे में दो लोगों की मौत हो गई है। जबकि घायल का उपचार चल रहा है। वहीं सूचना पाकर पहुंची पुलिस ने शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए जिला चिकित्सालय भेजा है।
मृतक की शिनाख्त जखोली ब्लॉक के मूसाढुंग निवासी हरवीर सिंह (43) पुत्र पूर्ण सिंह, मदन सिंह (40) पुत्र मोहन सिंह के रूप में हुई है। वहीं घायल का नाम धर्मेद्र सिंह (34) पुत्र दर्शन सिंह बताया जा रहा है जिसे इलाज के लिए हायर सेंटर रेफर किया गया है। वहीं पुलिस ने अज्ञात वाहन चालक के खिलाफ मुदकमे की कार्रवाई कर रही है और उसकी तलाश में जुट गई है।

पर्यटकों की कार उफनाए नाले में बही, ग्रामीणों ने बचाया पर्यटकों को

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रामनगर(सलीम मलिक)। देर रात हुई भारी बारिश के चलते उफनाए क्यारी के बरसाती नाले में पर्यटकों की एक कार बह गयी। रिजॉर्ट से वापस लौट रहे पर्यटकों की कार पानी में बहते ही कार सवार पर्यटकों में चीख पुकार मच गई। ग्रामीणों ने कोशिश करके पर्यटकों को कार से सकुशल बाहर निकाल लिया। लेकिन कार नाले में बह गई। जानकारी के अनुसार देर रामनगर तहसील क्षेत्र के अंतर्गत क्यारी गाँव में में पड़ने वाला चम्बल बरसाती नाला रात हुई भारी बारिश के कारण उफान पर आ गया। क्यारी गाँव में स्थित एक रिज़ॉर्ट में कुछ पर्यटक ठहरे हुए थे। सुबह वापसी के दौरान पर्यटकों को नाले के तेज़ बहाव का अंदाज़ा नहीं हो सका। उन्होंने अपनी काले रंग की वरना कार नाले को पार करने के चक्कर में उतार दी। कार जैसे ही तेज़ बहाव की ज़द में आयी वह कागज़ की नाव की तरह बहने लगी। जिससे पर्यटकों में चीख पुकार मच गई। पर्यटकों की पुकार सुनकर स्थानीय ग्रामीण मौके पर पहुँच गये। जिसके बाद ग्रामीणों ने कोशिश करके पर्यटकों को कार से सकुशल बाहर निकाल लिया। लेकिन चम्बल बरसाती नाले का बहाव इतना तेज़ था कि पर्यटकों की कार बहते-बहते दो किमी. दूर खिचड़ी नदी में पहुँच गयी। जिसको गाँव के योगी बोहरा, निक्कू सती, अनिल रावत, विनोद रावत, नरेंद्र रावत आदि ने अपने टैक्टर की मदद से गाड़ी को बाहर निकाला। स्थानीय ग्रामीणों के मुताबिक पिछले साल भी एक पर्यटक की कार इस चम्बल नाले में बह गई थी।

खास खबर : दो अक्टूबर को डीएम कक्ष में अनशन करेंगे मर्तोलिया, अंतरिम कार्यवाही पर अड़े जिला पंचायत सदस्य

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पिथौरागढ़ (मुनस्यारी), मुख्यमंत्री घोषणा के तहत स्वीकृत एक करोड़ 74 लाख रुपए की मुनस्यारी पेयजल योजना की जांच पर अंतरिम कार्यवाही नहीं हुई तो दो अक्टूबर को जिला पंचायत सदस्य जगत मर्तोलिया जिला अधिकारी कक्ष के भीतर बेमियादी अनशन शुरू कर देंगे। मर्तोलिया ने आज इस आशय का पत्र जिला अधिकारी पिथौरागढ़ को ईमेल से भेज दिया है।
ग्राम पंचायत बूंगा, मल्ला घोरपट्टा के लिए बन रही मुनस्यारी पेयजल योजना में गंभीर अनियमिताओं की शिकायत के बाद दो साल से जिला अधिकारी द्वारा गठित टास्क फोर्स से जांच चल रही है।
जिपंस जगत मर्तोलिया ने बताया कि जांच रिपोर्ट आ जाने के बाद वर्ष 2021 में तत्कालीन जिला अधिकारी ने दो टैंक तोड़ने तथा एक टैंक को पानी भर कर ट्रायल करने का आदेश दिया था।
जिसका एक साल बीत जाने के बाद भी अनुपालन नहीं हो पा रहा है। उन्होंने बताया कि एक साल में 11 पत्र लिखे जाने के बाद भी जल निगम डीडीहाट मामले को दबा रही है। उन्होंने कहा कि ठेकेदार को बचाने के लिए जल निगम डीडीहाट रोज नये तरीके निकाल कर ठेकेदार को बचा रहे है।
उन्होंने कहा कि अंतरिम कार्यवाही के लिए तीनों टैंकों को तोड़ने, ठेकेदार सहित जल निगम के दोषी अवर अभियंता, सहायक अभियंता, अधिशासी अभियंता , अधीक्षण अभियंता के खिलाफ कड़ी कार्यवाही की जाय। उन्होंने कहा कि नहीं किए जाने पर वे दो अक्टूबर को गांधी जयंती पर जिला अधिकारी पिथौरागढ़ के कक्ष के भीतर अनशन शुरू करेंगे। उन्होंने कहा कि कुछ लोग ठेकेदार से मिलकर इस मामले को भटका रहे है, जिन्हें जनता के सामने एक्सपोजर किया जाएगा।

 

नागरिक सुरक्षा ने आयोजित किया निःशुल्क स्वास्थ्य कैंप, मैक्स हॉस्पिटल के डाक्टरों ने किया परीक्षण, होप ने बांटी निशुल्क दवाईयां

देहरादून, नागरिक सुरक्षा देहरादून द्वारा निदेशक केवल खुराना के निर्देशन में 25 सितम्बर रविवार को एक निःशुल्क स्वास्थ्य कैंप का आयोजन राजपुर रोड, स्थित भारत फर्निचर के प्रांगण में किया गया।
उक्त कैंप में मैक्स हॉस्पिटल के बाल रोग, अस्थि रोग, महिला रोग विशेषज्ञ , जनरल फिजिशियन तथा फिजियोथेरेपी डॉक्टरों द्वारा शिविर में आए महिला, पुरुष तथा बच्चों का परीक्षण किया गया।
कैंप में निशुल्क दवाईयों का वितरण HOPE (होप) संस्था के सौजन्य से सुशील बत्रा द्वारा उपलब्ध करायी गईं। कैंप के दौरान आमजन का उत्साह देखने वाला था। आज सवेरे से मौसम के खुलने से प्रातः ९ बजे से लोगों द्वारा कैंप के लिए रजिस्ट्रेशन कराने के लिए लाइन लगानी शुरू कर दी गई थी। देखते ही देखते पहले १० बजे तक १०० से ज्यादा लोगों द्वारा अपना रजिस्ट्रेशन करा लिए गया था और फिर मैक्स हॉस्पिटल के डॉक्टरों द्वारा शीघ्र ही सभी को क्रमवार देखना प्रारंभ कर दिया गया। इस बात का विशेष ध्यान रखा गया कि किसी भी व्यक्ति को किसी प्रकार की असुविधा न होने पाए। सभी के बैठने, पीने के लिए पानी और शौचालय की समुचित व्यवस्था थी। सबसे अच्छी बात ये रही कि अपने माता पिता के साथ आए छोटे बच्चों के लिए फ्रूटी की भी व्यवस्था थी जिसको सभी आने वाले लोगों द्वारा बहुत सराहा गया। इस निशुल्क कैंप में महिलाएँ 45, बाल रोग के 44, अस्थि रोग के 65, जनरल फिजिशियन के 125, फिजियोथेरेपी के 65, इस प्रकार कुल 344 व्यक्तियों ने अपना परीक्षण कराया तथा निःशुल्क औषधि प्राप्त की गई l मौके पर पार्किंग, यातायात नियंत्रण एवं व्यवस्थाओं को चाक चौबंद रखने का काम देहरादून होमगार्ड्स एवं नागरिक सुरक्षा द्वारा किया गया जो सराहनीय था।

इस अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में श्री केवल खुराना, आई. पी.एस. कमांडेंट जनरल, होम गार्ड एवं निदेशक नागरिक सुरक्षा, उत्तराखंड, देहरादून की उपस्थिति से सभी वार्डन साथियों का उत्साह एवं जोश दुगना हो गया। मुख्य अतिथि श्री केवल खुराना का स्वागत पुष्प गुच्छ के साथ डिप्टी कमांडेंट जनरल श्री अमिताभ श्रीवास्तव, मुख्य वार्डन डॉ सतीश अग्रवाल तथा उप मुख्य वार्डन श्री उमेश्वर रावत द्वारा किया गया। मुख्य अतिथि द्वारा मैक्स हॉस्पिटल से आए सभी डॉक्टर उनके अन्य टेक्नीशियन का धन्यवाद किया गया। साथ ही, सभी वार्डन का उत्साहवर्धन किया और कहा कि भविष्य में भी ऐसे शिविरों का आयोजन देहरादून क्षेत्र के अलग अलग स्थानों पर समय समय पर नियमत रूप से होते रहना चाहिए।

इस अवसर पर डिप्टी कमांडेंट जनरल श्री अमिताभ श्रीवास्तव एवं श्री राजीव बलूनी, स्टाफ अधिकारी डा० राहुल सचान, वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी श्री एसoकेoसाहू, सहायक उपनियंत्रक श्री आर ०सी०शर्मा एवं श्री राजेश सोनकर, मुख्य वार्डेन श्री सतीश अग्रवाल, उप मुख्य वार्डन श्री उमेशवर रावत, प्रभागीय वॉर्डन डॉo विश्वरमन तथा अन्य वार्डन सदस्य उपस्थित थे।

चिकित्सकों में डॉo तेजस्वी अग्रवाल (spine surgeon ), डाo सोहेल सुलेमानी (जनरल फिजिशियन), डाo यूनुस (बालरोग), डाo मुशीर अंजुम (फिजियोथेरेपी) तथा डाo गुल जेहरा (स्त्रीरोग) ने अपना पूर्ण योगदान दिया l

 

जनवादी महिला समिति का प्रदर्शन, फूंका पुतला, अंकिता के हत्यारों को सख्त सजा दिलाने की उठाई मांग

देहरादून, प्रदेश में बढ़ती अपराधिक गतिविधियों पर रोक लगाने और अंकिता के हत्यारों को कड़ी सजा देने की मांग को लेकर जनवादी महिला समिति ने रविवार को दून के पटेल नगर स्थित लालपुल पर विरोध प्रर्दशन किया। इस दौरान जनवादी महिला समिति से जुड़ी महिलाओं ने सरकार का पुतला दहन किया व बिगड़ती कानून व्यवस्था पर रोष व्यक्त कर अंकिता के हत्यारों को कड़ी सजा देने की मांग की।

इस दौरान समिति की प्रान्तीय उपाध्यक्ष इन्दु नौडियाल, महामन्त्री दमयंती नेगी, एसएफआई महामंत्री हिमांशु चौहान, समिति की जिलाध्यक्ष नुरैशा अंसारी, सचिव सीमा लिंगवाल, उपाध्यक्ष बिन्दा मिश्रा, चंदा ममगांई, पूनम आर्य, शबनम, विमला भट्ट, रेखा चौहान, सुनीता आदि मौजूद रहे।

 

महिला की मौत के बाद परिजनों ने किया अस्पताल में हंगामा, धरने पर बैठे, शव का पोस्टमार्टम कराने के आश्वासन हुआ धरना खत्म

देहरादून, पटेलनगर स्थित श्री महंत इंदिरेश अस्पताल में महिला की मौत के बाद परिजनों ने हंगामा। परिजन धरने पर बैठ गए। शव का पोस्टमार्टम कराने के आश्वासन पर लोग धरने से उठे।

परिजनों का आरोप है कि महिला पैर की गंभीर चोट की सर्जरी होनी थी, लेकिन जब वह ओटी से बाहर निकली तो उसके पेट में चीरा लगा था। नैनबाग टिहरी निवासी 32 वर्षीय महिला को अस्पताल में भर्ती कराया गया था। करीब डेढ़ माह दुर्घटना में महिला घायल हुई थी। हंगामे की सूचना पर विधायक खजान दास और पूर्व कांग्रेस प्रदेश अध्‍यक्ष प्रीतम सिंह भी मौके पर पहुंचे। उन्होंने इस संबंध में अस्पताल प्रबंधन से बातचीत की। पुलिस भी मौके पर मौजूद रही।

विधायक और परिजनों की डॉक्टरों से हुई वार्ता। अस्पताल डॉक्टरों का कहना है कि मृतका के पेट पर कोई चीरा नहीं है। बल्कि स्किन ग्राफ्टिंग के लिए कमर में कट लगाया गया। स्टेपल इसलिए किया जाता है, ताकि ब्लीडिंग रोकी जा सके। महिला की सर्जरी हुई तो वह सामान्य थीं। बाद में उसकी स्थिति बिगड़ गई। हृदय गति रुक जाने के कारण महिला की मौत हो गई। तय हुआ कि शव का पोस्टमार्टम करा लिया जाए। इससे स्थिति और स्पष्ट हो जाएगी। पोस्टमार्टम कोरोनेशन अस्पताल में होगा। इसके बाद धरना समाप्त कर दिया गया है।

 

राज्‍य में राजस्व पुलिस की व्यवस्था को तत्काल प्रभाव से हो समाप्त, विस अध्यक्ष ने सीएम को भेजा पत्रअंकिता हत्याकांड : विधानसभा अध्यक्ष ने राजस्व पुलिस की व्यवस्था को तत्काल  समाप्त करने को लेकर लिखा सीएम को पत्र, राज्यपाल से भी की मुलाकात

देहरादून, ॠषिकेश में अंकिता मर्डर केस मामले में उत्तराखंड विधानसभा अध्यक्ष ऋतु खंडूड़ी भूषण ने मुख्‍यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को पत्र लिखा। पत्र में उन्‍होंने राज्‍य में राजस्व पुलिस की व्यवस्था को तत्काल प्रभाव से समाप्त करने और राजस्व पुलिस के बजाय सामान्य पुलिस बल के थाने-चौकियां बनाने का अनुरोध किया है।
उत्तराखंड विधानसभा अध्यक्ष ऋतु खंडूड़ी भूषण ने पत्र में कहा कि आज के आधुनिक युग में सामान्‍य पुलिस विभाग में पूरे देश में एक राज्‍यसे दूसरे राज्‍य में पीड़ित जीरो एफआइआर दर्ज कराकर अपनी शिकायत पंजीकृत करा सकता है।

विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि ऋषिकेश शहर से मात्र 15 किमी की दूरी पर राजस्‍व पुलिस, जिसके पास पुलिस के आधुनिक हथियार तथा जांच के लिए किसी भी प्रकार का प्रशिक्षण प्राप्‍त नहीं है, वे जांच कर रहे हैं। यह जानकर अत्‍यन्‍त ही पीड़ा हुई।
विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि गंगा भोगपुर (यमकेश्वर) यदि सामान्‍य पुलिस बल कार्य कर रहा होता तो निश्चित रूप से अंकिता आज हमारे बीच होती और आम जनता में सरकारी कार्यप्रणाली के प्रति इतना रोष व्‍याप्‍त नहीं होता।
सामान्‍य पुलिस बल के थाने और चौकी स्‍थापित करने का अनुरोध
विधानसभा अध्यक्ष ने सीएम से किया, उन्होंने कहा प्रदेश में जहां कहीं भी राजस्‍व पुलिस की व्‍यवस्‍था चली आ रही है, को तत्‍काल समाप्‍त कर सामान्‍य पुलिस बल के थाने और चौकी स्‍थापित करने का आदेश जारी किया जाए।
गौरतलब हो कि अंकिता हत्‍याकांड में आरोपित पुल्कित आर्या का रिसॉर्ट टिहरी जनपद के वनन्तरा रिसार्ट गंगा भोगपुर (यमकेश्वर) में है। यह राजस्व पुलिस क्षेत्र में पड़ा है। यह मामला नागरिक पुलिस को हस्तांतरित होने से पूर्व राजस्व पुलिस तक पहुंचा था, मगर इसे गंभीरता से नहीं लिया गया।

 

मौसम विभाग का येलो अलर्ट : जिला प्रशासन ने दो दिन के लिये रोकी गंगोत्री यात्रा

उत्तरकाशी, प्रदेश में लगातार हो रही बारिश से दो दिन के लिए गंगोत्री धाम की यात्रा दो दिन के लिये रोक दी गयी, गंगोत्री हाईवे पर लगातार पत्थर गिरने और मौसम विभाग की ओर से जारी येलो अलर्ट को देखते
हुए जिला प्रशासन ने ये फैसला लिया है।
यात्रा पड़ावों पर रुके हजारों यात्री अब दो दिन बाद ही गंगोत्री धाम के दर्शन कर सकेंगे, भटवाड़ी से आगे हेल्गूगाड़ के पास पहाड़ी से लगातार हो रहे भूस्खलन के चलते गंगोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग पर आवाजाही बंद है।
एसपी अर्पण यदुवंशी ने बताया कि गंगोत्री धाम की यात्रा दो दिनों को लिए रोक दी गई है | उन्होंने कहा भटवाड़ी से आगे हेल्गूगाड़ के समीप लगातार भूस्खलन होने से मार्ग बंद पड़ा है. इस बीच मौसम विभाग की ओर से अगले कुछ दिनों तक बारिश का येलो अलर्ट भी जारी हुआ है. जिसको देखते हुए जिला और पुलिस प्रशासन ने यह निर्णय लिया है कि गंगोत्री हाईवे पर शनिवार को पूरे दिन भर आवाजाही बंद रखी जाएगी. सभी यात्रियों के वाहनों को इससे नीचे सुरक्षित स्थानों पर ठहराया गया है।
वहीं दूसरी ओर, चारधाम यात्रा पर जाने वाले श्रद्धालुओं को सावधान रहने की भी हिदायत दी गई है।

पिता ने की अपील पर शांत हुए लोग, एनआईटी घाट पर हुआ अंकिता का अंतिम संस्कार

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ॠषिकेश, आखिरकार अंकिता के पिता की अपील करने के बाद आक्रोशित लोगों का गुस्सा शांत हुआ। अंकिता के अंतिम संस्कार के लिए सभी तैयार हो गए हैं। एनआईटी घाट पर अंकिता के भाई ने मुखाग्नि दी। वहीं दूसरी ओर सीएम पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि मामले की सुनवाई फास्ट ट्रैक में होगी। अंकिता के शव को ले जाने की आशंका पर लोग मोर्चेरी के आगे लेट गए। इस दौरान लोगों की पुलिस से झड़प भी हो गई।
पुलिस लोगों को समझाने का प्रयास करती रही, लेकिन भीड़ जिद पर अड़ी रही। अंकिता हत्याकांड को लेकर लोगों में उबाल बना हुआ है। विभिन्न संगठनों के लोग सुबह बदरीनाथ हाईवे पर धरने पर बैठ गए। वहीं, बदरीनाथ विधायक राजेंद्र भंडारी ने प्रदेश सरकार पर सवाल किए खड़े। उन्होंने कहा कि पौड़ी जिले से भाजपा विधायक गायब हैं। दो कैबिनेट मंत्री और स्पीकर हैं, लेकिन कोई भी लोगों से वार्ता करने नहीं पहुंचे।
इस दौरान अंकिता के पिता भी धरनास्थल पर पहुंचे। उन्होंने लोगों से जाम खोलने की अपील की। लेकिन लोग जाम खोलने को तैयार नहीं है। वहीं, लोगों ने पुलिस पर परिजनों पर दबाव डालने का आरोप लगाया। उधर, रुद्रप्रयाग के खांकरा से भी लोगों ने हाइवे पर जाम लगा दिया।

अंकिता भंडारी के परिजनों ने सरकार की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाए हैं। उनका अंदेशा है कि प्राइमरी पोस्टमार्टम रिपोर्ट में फेरबदल हो सकता है। इसके चलते अंकिता के भाई ने सरकार से दोबारा पोस्टमार्टम कराने की मांग उठाई है। वहीं, अंकिता के पिता का कहना है कि प्रशासन ने जल्दबाजी में रिजॉर्ट में अंकिता का कमरा तोड़ दिया। उसमें सबूत हो सकते थे। अब जब पोस्टमार्टम की फाइनल रिपोर्ट आएगी तब ही अंकिता की अंत्येष्टि की जाएगी। वहीं, प्रशासन की टीम अंतिम संस्कार के लिए परिजनों को मनानाने में जुटी है।

जेसीबी चलाकर वाहवाही लूटने के चक्कर में मिटाए साक्ष्य
वनंत्रा रिजॉर्ट में जेसीबी चलाकर आगे के कमरे को तोड़ दिया गया। इसी कमरे में अंकिता रहती थी। जांच के लिए पुलिस ने इस कमरे का सील किया था। लेकिन वाहवाही लूटने के चक्कर में कमरे को तोड़ कर सारे सबूत नष्ट कर दिए गए।

शुक्रवार रात को वनंत्रा रिजॉर्ट पर जेेसीबी चला दी गई। अभी पुलिस मामले की जांच कर रही है। ऐसे में रिजॉर्ट और अंकिता के कमरे से पुलिस ने फोरेंसिक नमूने एकत्र कर सील कर दिया था। मृतक और अपराधी जिस स्थान पर अंतिम बार दिखाई दिए, वहां फोरेंसिक और मैटेरियल साक्ष्य मिलने की प्रबल संभावना होती है। यही कारण था कि प्रशासन ने रिजॉर्ट को सील करने के आदेश दिए थे। लेकिन रिजॉर्ट को जेसीबी से तोड़ दिया। जेसीबी ने पहला कमरा वह तोड़ा, जिसमें अंकिता रहती थी। अब पूरा कमरा खुला पड़ा है, सारा सामान जमीन पर बिखरा है और कमरा मलबे से भरा पड़ा है। ऐसे में अब पुलिस के लिए मौके से साक्ष्य एकत्र करना आसान नहीं है। ऐसे में नियमानुसार साक्ष्य के साथ छेड़छाड़ करना एक अपराध है। हालांकि प्रशासन मामले की जांच कर रहा है। एएसपी शेखर सुयाल ने बताया कि प्रशासन की जांच के बाद आरोपी के खिलाफ नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी।
सुबह खड़ी मिली जेसीबी
वनंत्रा रिजॉर्ट का आगे का ढांचा तोड़ने के बाद जेसीबी को रुक गया। उसके बाद सुबह जेसीबी रिजॉर्ट के बाहर खड़ी रही। लेकिन रिजॉर्ट के बाकी बचे हिस्से को नहीं तोड़ा। इसके बाद जेसीबी चली गई। स्थानीय लोगों का आरोप है कि जेसीबी से रिजॉर्ट गिराकर साक्ष्य मिटाने का प्रयास किया है।

राज्य पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने उठाए सवाल :

Ex CM harish rawat counter attack on BJP - शराब और खनन पर पूर्व सीएम हरीश  रावत का सरकार पर हमला
अंकिता हत्याकांड को लेकर पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने कई सवाल उठाए हैं। उन्होंने सरकार से सवाल किए क्या ?

+जब चीला से अंकिता नहीं लौटी, अभियुक्त अकेले आया तो सारे रिजॉर्ट और आस-पास ये चर्चा हो गई कि अंकिता को नहर में डाल दिया गया है, फिर भी स्थानीय पटवारी को छुट्टी पर क्यों जाने दिया?
+प्रशासन को मीडिया के सारे घटनाक्रम छपने के बाद भी अभियुक्त को गिरफ्तार करने में इतना वक्त क्यों लगा ?
+अभियुक्त को पुलिस कस्टडी के बजाए ज्यूडिशियल कस्टडी में भेजने का निर्णय किस स्तर पर लिया गया ?
+अंकिता का शव खोजने में जो विलंब हुआ, वह साक्ष्य मिटाने की कड़ी तो नही है ?
+अपराधी के कहीं अपराधों के साक्ष्य स्थल पर बुलडोजर फिराने और लोगों को आग लगाने के लिए उकसाने के पीछे कौन है और यह कृत्य किसके हाथों से हुआ?
+अभियुक्त को छात्र जीवन से ही मिले राजनीतिक संरक्षण देने वाले संरक्षकों के चेहरे भी क्या बेनकाब होंगे ?
+पुलिस ने अभी अभियुक्त का पुलिस रिमांड क्यों नहीं मांगा ?

अंकिता के पिता ने लगाई इंसाफ की गुहार, डीजीपी अशोक कुमार से कहा तीनों आरोपियों को मिले कठोर सजा

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ऋषिकेश, बेटी की हत्‍या के मामले में अंकिता के पिता ने इंसाफ की गुहार लगाई है, पिता वीरेंद्र सिंह भंडारी ने पुलिस महानिदेशक उत्तराखंड अशोक कुमार से दूरभाष पर बात कर तीनों आरोपितों को न्यायालय से फांसी की सजा दिलाने का आश्वासन दिया। अंकिता के पिता वीरेंद्र सिंह भंडारी और भाई अजय सिंह ने सबूत मिटाने के भी आरोप लगाए हैं। पिता ने कहा कि तीनों आरोपितों का एनकाउंटर कर देना चाहिए था। यह किसी भी हालत में बचने नहीं चाहिए।Ankita Murder Case : अंकिता के पिता और भाई ने लगाए सबूत मिटाने के आरोप,  कहा- हत्यारों का होना चाहिए एनकाउंटर - Ankita Murder Case Father Virendra  Singh Bhandari And Brother Ajay

पुलिस महानिदेशक उत्तराखंड अशोक कुमार ने शनिवार को दूरभाष पर अंकिता भंडारी के पिता वीरेंद्र सिंह भंडारी से बात की। उन्होंने कहा कि पुलिस इस मामले में दिन-रात एक किए हैं,अगर कोई कमी रह गई हो तो वह हमें अवश्य बताएं। पिता वीरेंद्र भंडारी ने कहा कि पुलिस हमारी पूरी मदद कर रही है। क्षेत्र के पटवारी को सख्त सजा मिलनी चाहिए और रिसॉर्ट में इस हत्याकांड से संबंधित कोई भी साक्ष्य नष्ट ना हो पाए।
डीजीपी ने कहा कि पटवारी को निलंबित कर दिया गया है। साक्ष्य को किसी भी हाल में नष्ट नहीं होने दिया जाएगा। पुलिस ने सीसीटीवी से ही पता लगा लिया था कि अंकिता की घटना के रोज क्या लोकेशन थी। डीजीपी ने आश्वस्त किया कि पुलिस मजबूत विवेचना करने के साथ न्यायालय में मजबूत सबूत पेश कर तीनों लोग को हर हालत में कठोर सजा दिलवाएगी

दून शहर की बदहाल स्थिति : जर्जर सड़कों को लेकर आंदोलन करेंगे : सूर्यकांत धस्माना

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देहरादून, कांग्रेस प्रदेश उपाध्यक्ष सूर्यकांत धस्माना ने शहर में सड़कों की बदहाल स्थिति पर नाराजगी जताई। उन्होंने कहा कि देहरादून में जर्जर सड़कों को लेकर आंदोलन करना होगा। श्री धस्माना ने रविवार को शहर की सड़कों का जायजा लिया। मेहूंवाला में तुंतोवाला मक्का मस्जिद चौक से भदरी चौक तक तीन किलोमीटर सड़क उखड़ी पड़ी थी। क्षेत्रवासियों ने बताया कि सड़क पर पिछले दस वर्षों से कोई काम ही नहीं हुआ। बार-बार कहने के बावजूद पीडब्ल्यूडी विभाग के कानों में जूं तक नहीं रेंगी। धस्माना ने इसके बाद राजपुर रोड में जीआरडी स्कूल के पास सड़क किनारे खतरनाक रूप से टूटी फुटपाथ का निरीक्षण किया। उन्होंने महीनों से खुदे ओल्ड सर्वे रोड और सेवकाश्रम रोड की बदहाली का पैदल चल कर क्षेत्र के लोगों के साथ निरीक्षण किया। धस्माना ने लोगों से अपील की की वे अपने क्षेत्र की सड़कों की फोटो और वीडियो उनके मोबाइल नंबर पर भेजें। धस्माना ने कहा कि वे बहुत जल्दी जर्जर सड़कों पर जाकर फेसबुक लाइव प्रोग्राम करेंगे। विभागों और अधिकारियों के खिलाफ आंदोलन शुरू करेंगे।

इस दौरान अनुज दत्त शर्मा, मोहमद शाहिद, सुब्रत शर्मा, अनीस अंसारी, शिवानंद घिल्डियाल, पूर्वक्षेत्र पंचायत सदस्य मोहम्मद फारुख, सौरभ नौटियाल, अनिल कुमार, पूर्व पार्षद राजेश उनियाल, पार्षद प्रतिनिधि मुरसलीन अली, मोहम्मद उमर, आनंद सिंह पुंडीर, दिलशाद अली गुज्जर, मोहम्मद आशिक, वहदूद हसन, मेहंदी हसन आदि मौजूद रहे।

अंकिता हत्याकांड़ पर रोष : विधानसभा के बाहर होगा धरना प्रदर्शन

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देहरादून, कलक्ट्रेट स्थित शहीद स्मारक पर विभिन्न सामाजिक संगठनों और उत्तराखंड राज्य आंदोलनकारियों की बैठक हुई। अंकिता हत्याकांड पर रोष जताया गया। बैठक में निर्णय लिया गया कि सोमवार को विभिन्न संगठन विधानसभा के समक्ष धरना देंगे। इसके बाद राज्यपाल को ज्ञापन भेजा जाएगा।
बैठक उत्तराखंड राज्य निर्माण सेनानी संगठन, राष्ट्रीय लोक आंदोलन न्यास, गैरसैंण राजधानी निर्माण अभियान और संयुक्त नागरिक संगठन के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित हुई। इसमें एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रेफॉर्म्स, उत्तराखंड इलेक्शन वॉच, अन्ना हजारे नीत राष्ट्रीय लोक आंदोलन न्यास, उत्तराखंड बेरोजगार संघ, समानता मंच, उत्तराखंड राज्य आंदोलनकारी संयुक्त संघर्ष मोर्चा, उत्तराखंड रक्षा महिला मोर्चा, भू-कानून सुधार आंदोलन समिति संगठनों की भागीदारी रही।

भ्रष्टाचार और बिगड़ती कानून व्यवस्था पर आंदोलन छेड़ने का निर्णय लिया गया। बैठक की अध्यक्षता पूर्ण बैंकिंग कर्मचारी संगठन के नेता चंदन सिंह नेगी और संचालन वरिष्ठ राज्य आंदोलनकारी मनोज ध्यानी ने किया। भोपाल सिंह चौधरी, लक्ष्मीप्रसाद थपलियाल, बॉबी पंवार, मनोज बिजलवाण, आशा टमटा, आशा नौटियाल आदि उपस्थित थे।

मौसम विभाग ने जारी किया भारी बारिश की चेतावनी, आपातकालीन परिचालन केंद्र ने सभी जनपद के डीएम को पत्र लिखकर सतर्कता बरतने के दिए निर्देश

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देहरादून, मौसम विभाग ने अगले 24 घंटे में प्रदेश में भारी बारिश की चेतावनी के बाद राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र ने चेतावनी जारी करते हुए इन जनपद के जिलाधिकारियों को पत्र लिखकर सतर्कता बरतने का अनुरोध किया है ।

मौसम विभाग ने एक बार फिर मौसम के बदलते करवट को देखते हुए 25 सितंबर को ऑरेंज अलर्ट जारी करते हुए भारी बरसात तथा कहीं-कहीं मेघ गर्जन और आकाशी बिजली चमकने की संभावना जताई है तेज बौछार के साथ होने वाली है बरसात उत्तराखंड राज्य के देहरादून, टिहरी, चमोली, बागेश्वर, पिथौरागढ़, रुद्रप्रयाग तथा उत्तरकाशी जनपदों में भारी से बहुत भारी बरसात होगी जहां भारी से बहुत भारी बरसात हो सकती है मौसम विभाग ने 26 सितंबर का मौसम पूर्वानुमान जारी करते हुए कहा कि इस दिन राज्य के पर्वतीय क्षेत्र में कहीं-कहीं मेघ गर्जन और भी आकाशी बिजली चमकने के साथ तेज बौछार होने की संभावना है मौसम विभाग ने 26 सितंबर को भारी से बहुत भारी बरसात तथा आकाशीय बिजली गिरने की संभावना व्यक्त की है मौसम विभाग ने संवेदनशील इलाकों में मध्यम से हल्का भूस्खलन और चट्टान गिरने क संभावना जताई है जिसके चलते राजमार्ग में अवरोध उत्पन्न हो सकते हैं और नदी नालों में उफान की स्थिति तथा पहाड़ी क्षेत्र में कहीं-कहीं नदी नाले का जल स्तर बढ़ सकता है तथा बिजली गिरने से जानमाल की की भी आशंका मौसम विभाग ने जताई है।

सादा जीवन व उच्च विचार बेहतर : पद्रमश्री डा. किरण सेठ

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ॠषिकेश, कश्मीर से साईकिल यात्रा पर निकले पद्मश्री डॉ. किरण सेठ ने एम्स ऋषिकेश पहुंचकर मेडिकल के छात्रों से देश की संस्कृति बचाने व संस्कृति के संरक्षण के लिए आगे आने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि सांस्कृतिक विरासत को बचाने के लिए देश के युवाओं को आगे आना ही होगा। इसके लिए सादा जीवन अपनाते हुए हमें अपने स्वास्थ्य पर विशेष फोकस करने की आवश्यकता है।

स्पिक मैके संस्था के संस्थापक और पद्मश्री पुरस्कार से सम्मानित डॉ. किरण सेठ इन दिनों साईकिल यात्रा पर हैं। विरासत और संस्कृति के बारे में जन जागरुकता फैलाने के लिए वह कश्मीर से कन्याकुमारी तक साइकिल यात्रा कर रहे हैं। महात्मा गांधी के आदर्शों से प्रेरित होकर कश्मीर से कन्याकुमारी तक साइकिल यात्रा पर निकले स्पिक मैके के फाउंडर एवं पद्मश्री 73 वर्षीय डॉ. किरण सेठ बीते शुक्रवार को एम्स ऋषिकेश पहुंचे। एम्स पहुंचने पर संस्थान की कार्यकारी निदेशक प्रोफेसर डॉ. मीनू सिंह की अगुवाई में कई फेकल्टी सदस्यों, चिकित्सकों ने उनका स्वागत किया। इस अवसर पर संस्थान की कार्यकारी निदेशक प्रोफेसर डॉ. मीनू सिंह ने कहा कि सांस्कृतिक विरासत को संजोए रखने और स्वास्थ्य जैसे अहम विषय पर आम लोगों को जागरुक करने के लिए देशभर की साईकिल यात्रा पर निकले डॉ. सेठ का यह कदम बहुत ही सराहनीय है। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य, पर्यावरण संरक्षण के साथ ही मानसिक विकास और एकाग्रता बढ़ाने के लिए साइकिलिंग के माध्यम से डॉ. सेठ द्वारा देशभर में दिया जा रहा यह संदेश निश्चिततौर से युवाओं को भी इन उद्देश्यों के लिए प्रेरित करेगा और वह गंभीरता से इन अहम मुद्दों को आगे बढ़ाएंगे।

इस अवसर पर पद्मश्री डॉ. किरण सेठ ने मेडिकल के छात्रों से मुलाकात कर उनसे देश की विरासत व संस्कृति को बचाने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि साईकिल यात्रा का उद्देश्य भारत की समग्र सांस्कृतिक विरासत को बढ़ावा देना तथा राष्ट्रपिता महात्मा गांधी जी के ’सादा जीवन व उच्च विचार’ के संदेश को पूरे देश में फैलाना है। उन्होंने जोर दिया कि इस प्रकार के आयोजन समाज में विभिन्न स्तर पर आयोजित होने चाहिए, जिससे सभी को अच्छी प्रेरणा मिल सके। उन्होंने कहा कि एम्स ऋषिकेश इस बारे में बड़ी भूमिका निभा सकता है। डॉ. सेठ ने कहा कि जिंदगी जीने के लिए भौतिक सुख-सुविधाएं जरूरी नहीं हैं। सादा जीवन व उच्च विचार में ही जिंदगी के असल मायने छिपे हैं। उनका मानना है कि जिन्दगी का वास्तविक आनंद सादगी में ही है। महात्मा गांधी ने भी सादा जीवन, उच्च विचार का मूलमंत्र दिया था। उन्होंने कहा कि गांधी जी के सोच से प्रेरित होकर ही उन्होंने इस यात्रा की शुरुआत राजघाट से की है।

उल्लेखनीय है कि डॉ. किरण सेठ (73 वर्ष) कश्मीर से कन्याकुमारी तक साइकिल यात्रा पर 145 दिनों के मिशन पर हैं। सेठ की यात्रा 15 अगस्त को राजभवन, कश्मीर से शुरू हुई और 31 दिसंबर को कन्याकुमारी में समाप्त होगी। साईकिल यात्रा के दौरान वह अपनी आंतरिक यात्रा को युवाओं से साझा करने के लिए मार्ग पर पड़ने वाले देश के प्रमुख संस्थानों का दौरा भी कर रहे हैं। इसी कड़ी में उन्होंने 23 सितंबर 2022 को एम्स ऋषिकेश का दौरा किया और युवा छात्रों और संकाय सदस्यों को संबोधित किया तथा उन्हें अपने उद्देश्य के प्रति प्रेरित किया।

कार्यक्रम के दौरान संस्थान की डीन एकेडेमिक प्रोफेसर जया चतुर्वेदी, रेडिएशन ओंकोलोजी विभागाध्यक्ष प्रो. मनोज गुप्ता, स्पिक मैके की समन्वयक और ट्रांसफ्यूजन मेडिसिन की विभागाध्यक्ष डॉ. गीता नेगी, डॉ. अनीसा आतिफ मिर्जा, डॉ. लतिका मोहन, डॉ. मनु मल्होत्रा, डॉ. कुमार सतीश रवि, डॉ. प्रसून्ना जेली, डॉ. राकेश कुमार आदि कई मौजूद रहे।

अंकिता की पोस्टमार्टम रिपोर्ट : पहले बुरी तरह पीटा फिर दिया नहर में धक्का

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ऋषिकेश, एम्स में अंकिता भंडारी के शव का पोस्टमार्टम किया गया। प्राथमिक पोस्टमार्टम रिपोर्ट में अंकिता के शरीर पर चोटों के कई निशान पाए गए हैं। हालांकि प्राथमिक पोस्टमार्टम रिपोर्ट के मुताबिक अंकिता की मौत पानी में डूबने के कारण हुई है। परिजनों ने सरकार की कार्यप्रणाली पर उठाए सवाल, की दोबारा पोस्टमार्टम कराने की मांग |

शनिवार को एम्स के चार चिकित्सकों के पैनल ने अंकिता भंडारी के शव का पोस्टमार्टम किया। प्राथमिक पीएम रिपोर्ट में चिकित्सकों के मुताबिक अंकिता के शरीर पर किसी ब्लंट ऑब्जेक्ट (बिना धार की वस्तु) से की गई चोट के निशान मिले हैं।

रिपोर्ट में पानी डूबने से खून में ऑक्सीजन का स्तर कम होने को अंकिता की मौत का कारण बताया गया है। वहीं, जब अंकिता के शव को नहर से निकाला गया तो उसकी एक आंख भी बाहर निकली हुई थी। लेकिन पोस्टमार्टम रिपोर्ट में इसका जिक्र नहीं है। अब अंतिम रिपोर्ट में ही दुष्कर्म होने या न होने की पुष्टि हो पाएगी। पुलिस भी पोस्टमार्टम की अंतिम रिपोर्ट का इंतजार कर रही है।
इस पूरे मामले में सबसे हैरानी की बात यह है कि एम्स प्रशासन का कहना है कि अंकिता के पोस्टमार्टम की प्राथमिक रिपोर्ट पुलिस को सौंप दी गई है। वहीं, अंकिता हत्याकांड के विवेचना अधिकारी लक्ष्मणझूला थाने के वरिष्ठ उप निरीक्षक मनोहर सिंह रावत का कहना है कि उनको अब तक पोस्टमार्टम कि कोई प्राथमिक रिपोर्ट नहीं मिली है।

उधर, एएसपी पौड़ी शेखर सुयाल ने कहा कि वह अंकिता के शव को लेकर जा रही एंबुलेंस के साथ श्रीनगर के लिए निकले थे। ऐसे में उनके पास रिपोर्ट से संबंधित जानकारी नहीं है। जबकि एसएसपी पौड़ी गढ़वाल यशवंत सिंह चौहान ने बताया कि विवेचना अधिकारी को पोस्टमार्टम की प्राथमिक रिपोर्ट मिली होगी। उन्होंने कहा कि रिपोर्ट अब तक उनके पास नहीं पहुंची है।
एम्स के पीआरओ हरीश मोहन थपलियाल ने बताया कि पोस्टमार्टम की प्राथमिक रिपोर्ट लक्ष्मणझूला थाना पुलिस को सौंप दी गई है। उन्होंने बताया कि पोस्टमार्टम की अंतिम रिपोर्ट सोमवार को पुलिस को सौंप दी जाएगी। वहीं, लक्ष्मणझूला थाना वरिष्ठ उप निरीक्षक मनोहर सिंह रावत अंकिता की हत्या के मामले की जांच कर रहे हैं। लेकिन एम्स की रिपोर्ट में चीला चौकी प्रभारी श्रद्धानंद सेमवाल को विवेचना अधिकारी बताया गया है |

पोस्टमार्टम रिपोर्ट से संतुष्ट नहीं परिजन, फाइनल रिपोर्ट दर्ज, नहीं होने देंगे अंतिम संस्कार, शव वापस मोर्चरी भेजा

ॠषिकेश, 19 वर्षीय अंकिता की हत्या के बाद कर पुलिस ने उसका शव बरामद किया था और पोस्टमार्टम के बाद आज अंतिम संस्कार होना निश्चित किया गया था। वही परिजनों ने पोस्टमार्टम रिपोर्ट पर सवाल उठाते हुए आज अंतिम संस्कार करने से मना कर दिया इसके बाद अलकनंदा नदी घाट पर की गई सारी सुरक्षा व्यवस्थाएं धरी की धरी रह गई। परिजनों के विरोध को देखते हुए शव को वापस मेडिकल कॉलेज के मोर्चरी में रखवा दिया गया है।

परिजनों का आरोप है कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट संतोषजनक नहीं है और जो कारण मृत्यु के बताए गए हैं वह सवाल पैदा करते हैं। मृतका के भाई का कहना है कि जब तक फाइनल रिपोर्ट नहीं आएगी वह अपनी बहन का अंतिम संस्कार नहीं होने देंगे। प्रशासन द्वारा काफी बनाने के बावजूद भी परिजन आज अंतिम संस्कार को तैयार नहीं हुए। परिजनों का यह भी कहना है कि रिसोर्ट पर कार्रवाई करने का फैसला बहुत जल्दबाजी में लिया गया जिसे रोका जा सकता था तब तक जब तक पूरे साक्ष्य पुलिस के पास नहीं पहुंच जाते।

इससे पूर्व पौड़ी पुलिस ने दावा किया था कि रिजॉर्ट में बुलडोजर चलाने से पूर्व ही सभी इलेक्ट्रॉनिक एवं फॉरेंसिक साक्षी विवेचना टीम द्वारा एकत्रित कर दिए गए थे एवं इस कार्रवाई में कोई सबूत नष्ट नहीं हुआ है।