Saturday, May 24, 2025
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‘थॉम्सो22’ – आई.आई.टी. रुड़की स्टूडेंट फेस्ट के दौरान 200 से अधिक छात्रों ने स्टेम सेल डोनर के तौर पर रजिस्ट्रेशन करवाया

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रुड़की,  ब्लड स्टेम सेल डोनेट करने के बारे में जागरूकता पैदा करने और लोगों को किसी की जान बचाने वाले व्यक्ति के तौर पर अपना रजिस्ट्रेशन करवाने के लिए प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से, डी.के.एम.एस. बी.एम.एस.टी. फाउंडेशन इंडिया ने इन दिनों चल रहे ‘थॉम्सो22’ स्टूडेंट फेस्ट के दौरान आई.आई.टी. रुड़की में ब्लड स्टेम सेल डोनर रजिस्ट्रेशन अभियान चलाया।

इस जागरूकता अभियान के पहले दिन 200 से अधिक छात्रों ने संभावित डोनर्स के तौर पर रजिस्ट्रेशन करवाया। ब्लड कैंसर और खून से जुड़ी बीमारियों के खिलाफ लड़ने का काम करने वाले एक गैर-लाभकारी संस्थान, डी.के.एम.एस.-बी.एम.एस.टी. को आई.आई.टी. रुड़की में चल रहे छात्रों के तीन दिनों के फ़ेस्टिवल के दौरान कई और छात्रों का रजिस्ट्रेशन करने की उम्मीद करता है।

भारत में, बहुत से बच्चे और जवान लोग ब्लड कैंसर के रोगी जिनके ठीक होने की बस एक ही उम्मीद है – स्टेम सेल ट्रांसप्लांट। स्टेम सेल ट्रांसप्लांट के सफल होने लिए रोगी को उसी के जैसे एक एच.एल.ए. (ह्यूमन ल्यूकोसाइट एंटीजन) डोनर को ढूँढना पड़ता है। स्टेम सेल ट्रांसप्लांट की जरूरत वाले लगभग 30% रोगियों को उनके ही परिवार के लोगों में से उनसे मेल खाने वाले डोनर मिल सकते हैं, बाकी 70% रोगियों को उनसे मेल खाने वाले किसी डोनर को ढूँढने पर निर्भर होना पड़ता है जो उनका रिश्तेदार न हो।

डी.के.एम.एस. बी.एम.एस.टी. फाउंडेशन इंडिया के सी.ई.ओ. पैट्रिक पॉल ने कहा, “भारतीय मूल के रोगियों और डोनर्स के पास अनूठी एच.एल.ए. विशेषतायें होती हैं जो पूरे विश्व के डेटाबेस में बहुत ही कम दिखायी देती हैं, जिससे सही डोनर ढूँढना और भी मुश्किल हो जाता है। ब्लड स्टेम सेल के सफल ट्रांसप्लांट के लिए एच.एल.ए. टिश्यू का सही-सही मेल खाना ज़रूरी होता है। रजिस्ट्री में भारत के लोगों का प्रतिनिधित्व सबसे कम है। भारत के एक युवा देश होने के नाते, हमारा उद्देश्य छात्रों के ज़रिए ब्लड स्टेम सेल डोनेट करने के बारे में ज़्यादा से ज़्यादा जागरूकता फैलाना है।”

थॉम्सो’22 के कन्वीनर नितिन साहू कहते हैं, “मुझे आपको यह बताते हुए खुशी हो रही है कि थॉमसो’22 डी.के.एम.एस.-बी.एम.एस.टी. के साथ अपने उद्देश्य का प्रचार करने के लिए अपने ऑफिशिअल सोशल इनिशिएटिव पार्टनर के तौर पर मिलकर काम कर रहा है, ताकि ज़्यादा से ज़्यादा जवान और सेहतमंद लोग ब्लड सेल्स को डोनेट करने और ज़िंदगियाँ बचाने में मदद करने के लिए आगे आयें। डी.के.एम.एस.- बी.एम.एस.टी. का खून के कैंसर और खून से जुडी बीमारियों से लड़ने का उद्देश्य और मिशन है, जो काबिले तारीफ़ है। वे ब्लड स्टेम सेल ट्रांसप्लांट के बारे में जागरूकता फैलाकर और ब्लड स्टेम सेल डोनेट कर सकने वाले लोगों का रजिस्ट्रेशन करके भारत और दुनिया भर में ब्लड कैंसर और खून से जुड़ी बीमारियों के रोगियों की हालतों को बेहतर बनाने का उद्देश्य लेकर चल रहे हैं।

कानपुर के रहने वाले 33 साल के रोहित, जिन्होंने हाल ही में अपने ब्लड स्टेम सेल्स को दान करके एक ज़िंदगी को बचाया, अपने अनुभव के बारे में बताने और छात्रों को रजिस्ट्रेशन करवाने के लिए प्रेरित करने के लिए भी वहाँ मौजूद थे। डी.के.एम.एस.-बी.एम.एस.टी. की टीम ने छात्रों को ब्लड कैंसर से पीड़ित लोगों पर स्टेम सेल डोनेशन और ट्रांसप्लांटेशन के प्रभाव के बारे में भी बताया।

पैट्रिक पॉल ने कहा, “रजिस्ट्रेशन ड्राइव का आयोजन करने में हमारी मदद करने के लिए हम आई.आई.टी. रुड़की और उसके छात्रों के आभारी हैं। डी.के.एम.एस.-बी.एम.एस.टी. का लक्ष्य देशभर के कॉलेजों और यूनिवर्सिटीयों में खास तौर पर जवान लोगों को ध्यान में रखते हुए ऐसी कई जागरूकता ड्राइव्स और रजिस्ट्रेशन ड्राइव्स आयोजित करना है, क्योंकि वे लंबे समय तक रजिस्ट्री में रहते हैं और उनके स्टेम सेल के जल्दी से मेल खाने की संभावना ज़्यादा होती है।”

 

स्टेम सेल डोनेट कर सकने वाले व्यक्ति के तौर पर रजिस्ट्रेशन करवाने के लिए, आपको 18 से 50 साल की उम्र वाले एक सेहतमंद भारतीय होना चाहिए। जब आप रजिस्ट्रेशन करवाने के लिए तैयार हों, तो आपको केवल एक कॉन्सेंट फॉर्म भरना होता है और अपने गालों के अंदर से स्वैब द्वारा टिश्यू सैंपल देना होता है । आपके टिश्यू सैंपल को लेबोरेटरी में भेजा जाता है, वहाँ उसका विश्लेषण किया जाता है और स्टेम सेल डोनर्स के साथ मिलाने के लिए इंटरनेशनल सर्च प्लैटफॉर्म पर बिना नाम बताए लिस्ट किया जाता है।

 

इस समय, 39 मिलियन से ज़्यादा ऐसे संभावित डोनर्स को स्टेम सेल डोनर केंद्रों और रजिस्ट्रियों के साथ दुनिया भर में लिस्ट किया गया है जो किसी रोगी के रिश्तेदार नहीं हैं, जिनमें से केवल 0.04% भारतीय हैं। भारत से बहुत से संभावित ब्लड स्टेम सेल डोनर्स का रजिस्ट्रेशन करके ही इस स्थिति को बदला जा सकता है। यदि आप इसके लिए योग्य हैं, तो www.dkms-bmst.org/register पर अपने होम स्वॉब किट का ऑर्डर देकर ब्लड स्टेम सेल डोनर के तौर पर रजिस्ट्रेशन करवाने के लिए पहला कदम उठायें।

 

डी.के.एम.एस. बी.एम.एस.टी. फाउंडेशन इंडिया के बारे में:

ब्लड कैंसर और खून से जुडी दूसरी बीमारियों, जैसे थैलेसीमिया और अप्लास्टिक एनीमिया के खिलाफ लड़ाई के लिए समर्पित एक गैर-लाभकारी संस्थान है। हमारा उद्देश्य ब्लड स्टेम सेल प्रत्यारोपण के बारे में जागरूकता फ़ैलाकर और ब्लड स्टेम सेल डोनेट कर पाने वाले लोगों का रजिस्ट्रेशन करके भारत और दुनिया भर में ब्लड कैंसर और खून से जुड़ी दूसरी बीमारियों से पीड़ित रोगियों की स्थिति में सुधार करना है। ऐसा करके डी.के.एम.एस.-बी.एम.एस.टी. ब्लड स्टेम सेल ट्रांसप्लांट की ज़रूरत वाले रोगियों को ज़िंदगी में एक और मौका देता है।

डी.के.एम.एस.-बी.एम.एस.टी. दो जाने-माने गैर-लाभकारी संस्थानों को मिलाकर बनाया गया एक संस्थान है: बी.एम.एस.टी. (बैंगलोर मेडिकल सर्विसेज ट्रस्ट) और डी.के.एम.एस., दुनिया के सबसे बड़े अंतरराष्ट्रीय ब्लड स्टेम सेल डोनर सेंटर्स में से एक है। अधिक जानकारी के लिए कृपया देखें dkms-bmst.org

 

पीएम के ड्रीम प्रोजेक्ट केदारनाथ रोपवे को मिली मंजूरी, आठ घंटे की पैदल दूरी रोपवे से 30 मिनट में होगी पूरी

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देहरादून, राष्ट्रीय वन्यजीव बोर्ड की बैठक में प्रधानमंत्री के ड्रीम प्रोजेक्ट केदारनाथ रोपवे को मंजूरी मिल गई है। सोनप्रयाग से केदारनाथ के लिए करीब 13 किलोमीटर लंबे रोपवे के बनने से धाम तक की दूरी 30 मिनट में पूरी की जा सकेगी। बोर्ड बैठक में रामबाड़ा से गरुड़चट्टी में लगभग साढ़े पांच किलोमीटर पैदल मार्ग के नव निर्माण की भी अनुमति मिली है।

प्रमुख सचिव (वन) आरके सुधांशु के मुताबिक हेमकुंड साहिब रोपवे के लिए बोर्ड की अनुमति की जरूरत नहीं है। इसके लिए वन एवं पर्यावरण मंत्रालय ने पहले ही स्वीकृति दे रखी है। बोर्ड बैठक में यह प्रस्ताव रखा गया था, जिसमें दोबारा स्वीकृति लेने की आवश्यकता नहीं समझी गई।

प्रमुख सचिव के मुताबिक दिल्ली में केंद्रीय वन एवं पर्यावरण मंत्री की अध्यक्षता में हुई बैठक में सोनप्रयाग से केदारनाथ तक रोपवे निर्माण की अनुमति मिली है। गोविंदघाट से हेमकुंड साहिब तक बनने वाले रोपवे के लिए एनवायरमेंट क्लियरेंस की आवश्यकता नहीं है।

हालांकि राज्य वन विभाग से इसकी अनुमति लेनी होगी। इसके बाद ही लगभग 12 किलोमीटर के इस रोप-वे का निर्माण शुरू हो सकेगा। प्रमुख सचिव वन के मुताबिक केदारनाथ में पुराने पैदल मार्ग के पुननिर्माण में .983 हेक्टेयर वन भूमि आ रही है।

वन भूमि हस्तांतरण को बोर्ड बैठक में मंजूरी मिली है। केदारनाथ धाम रोपवे के निर्माण में 1200 करोड़ व हेमकुंड साहिब से गोविंदघाट के लिए 850 करोड़ रुपये की लागत आएगी। एनएचएआई की एजेंसी नेशनल हाइवे लॉजिस्टिक मैनेजमेंट लिमिटेड ने दोनो रोपवे की डीपीआर तैयार की है।

जैविक कूड़े से बनेगी खाद तो अजैविक कूड़े का

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पृथक्कीकरण । नगर पंचायत गजा में जैविक और अजैविक कूड़े का पृथक्कीकरण करते हुए जहां जैविक कूड़े से खाद तो वहीं अजैविक कूड़े को भी पृथक-पृथक किया जा रहा है , जैविक व अजैविक कूड़े का पृथक्कीकरण किया ही जा रहा है लेकिन अजैविक कूड़े का पृथक्कीकरण भी किया जा रहा है , अजैविक कूड़े में कांच , गत्ता , प्लास्टिक बोतल, रैपर , बायोमेडिकल वेस्ट को अलग-अलग करके जालियों से केबिन बनाये गये हैं । नगर पंचायत गजा अध्यक्ष श्रीमति मीना खाती व अधिशासी अधिकारी हरेंद्र सिंह चौहान ने बताया कि कूड़ा प्रबंधन करने के साथ ही वहीं पर टिन शेड तैयार किया गया है ताकि सूखा कूड़ा अलग अलग करने के बाद उसका उपयोग किया जाता रहेगा। गीला कूड़ा प्रबंधन के लिए आम जन को भी जागरुक किया गया है कि घरों में भी खाद बनाई जा सकती है साथ ही नगर पंचायत द्वारा भी दो गड्ढे बनाये गये हैं ताकि वहां पर रखा जा सके ,इससे प्रदूषण मुक्त शहर बनाने में मदद मिलेगी और साफ सफाई भी रहेगी , अध्यक्ष श्रीमति मीना खाती और अधिशासी अधिकारी हरेंद्र सिंह चौहान ने बताया कि कूड़ा प्रबंधन , निस्तारण काम शहर से दूर टिनसेड में किया जाता है । सूखा कूड़ा एकत्रीकरण के बाद नगर पंचायत की आय में वृद्धि होगी, नगर पंचायत गजा के सभी व्यापारियों का सहयोग मिल रहा है तथा सिंगल यूज प्लास्टिक मुक्त अभियान सफलता की ओर है ।

कृषकों के उत्पाद खरीदने को प्रशासन ने किये क्रय केन्द्र स्थापित

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रुद्रप्रयाग-  जनपद के दूरस्थ ग्रामीण क्षेत्रों के किसानों के लिए मंडुवा, झंगोरा, चौलाई व सोयाबीन खरीद हेतु 06 क्रय केंद्र स्थापित किए गए हैं। कृषक अपने उत्पादों को इन क्रय केन्द्रों पर बेच सकते है।
जिला प्रशासन की पहल पर बहुउद्देशीय प्रारंभिक कृषि ऋण सहकारी समिति लि. बरसूड़ी, चैक बाजार, अंद्रवाड़ी, डांगी जाखाल, उत्तर्सू व कंडाली में क्रय केन्द्र स्थापित किए गए हैं। क्रय केंद्रों पर सहकारी समितियां किसानों से दो हजार सात सौ रुपए प्रति कुंतल की दर से मंडुवा, दो हजार पांच सौ रुपए की दर से झंगोरा, पांच हजार की दर से चैलाई तथा सोयाबीन चार हजार रुपए प्रति कुंतल की दर से क्रय करेगी।
जिलाधिकारी ने बताया कि गत वर्ष की भांति इस वर्ष भी सहकारी समितियों के माध्यम से 15 अक्टूबर, 2022 से 15 दिसंबर, 2022 तक मंडुवा, झंगोरा एवं चैलाई खरीद का कार्य किया जाएगा।

जीओ-एयरटेल को टक्कर देंगे अडानी, टेलीकॉम सर्विस के लिए मिला लाइसेंस

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नई दिल्ली, अडानी डेटा नेटवर्क्स लिमिटेड (एडीएनएल) को पहुंच प्रदान करने वाली सेवाओं के लिए एकीकृत लाइसेंस प्रदान किया गया है। इस लाइसेंस के जरिए कंपनी देश में हर तरह की टेलीकॉम सर्विसेज दे सकती है। इस लाइसेंस के मिलने के बाद कंपनी भविष्य अपनी 5जी सेवाओं को विस्तार दे सकती है। अडानी की एंट्री से जियो, एयरटेल के अलावा वोडाफोन-आइडिया जैसी कंपनियों के सामने नई चुनौती होगी।

इस संबंध में एक आधिकारिक सूत्र ने कहा कि अडानी डेटा नेटवर्क्स को यूएल (एएस) लाइसेंस मिल गया है। एक अन्य अधिकारी ने कहा कि यह लाइसेंस सोमवार को जारी किया गया। हालांकि इस संबंध में अडानी समूह की तरफ से कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है।

बता दें कि अडानी समूह ने हाल में हुई नीलामी में स्पेक्ट्रम खरीदकर देश के दूरसंचार क्षेत्र में प्रवेश किया था। उस समय कंपनी ने कहा था कि वह इस स्पेक्ट्रम का इस्तेमाल समूह के भीतर की कारोबारी गतिविधियों के लिए करेगी। एडीएनएल ने हाल में हुई 5जी स्पेक्ट्रम नीलामी में 20 वर्षों के लिए 212 करोड़ रुपये में 400 मेगाहर्ट्ज का स्पेक्ट्रम खरीदा था।

फोन भूत का ट्रेलर हुआ रिलीज, भूत के किरदार में दिखीं कैटरीना कैफ

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मुम्बई, कैटरीना कैफ, ईशान खट्टर और सिद्धांत चतुर्वेदी की फिल्म फोन भूत काफी समय से चर्चा में है। फिल्म की रिलीज काफी समय से टलती जा रही थी। सोमवार को फिल्म का ट्रेलर रिलीज कर दिया गया है। ट्रेलर में इस हॉरर कॉमेडी की खास झलकियां दिखाई दे रही हैं। ट्रेलर देख के मालूम पड़ता है कि भूल भुलैया 2 के बाद एक और फिल्म दर्शकों को डराते-डराते हंसाने के लिए तैयार है।

ट्रेलर में सिद्धांत और ईशान के किरदार को भूत नजर आते हैं। इससे उन्हें आइडिया आता है कि वे भूत पकडऩे का बिजनस शुरू कर सकते हैं। ट्रेलर में कैटरीना एक भूत के किरदार में हैं जो सिद्धांत और ईशान के साथ मिलकर बिजनस पार्टनरशिप करती हैं। फिल्म में शीबा चड्ढा और जैकी श्रॉफ भी नजर आ रहे हैं। फिल्म के संवाद में आधुनिक मीम्स और जोक्स का मेल दर्शकों को डराने के साथ-साथ हंसाने वाला है।

दिसंबर, 2020 में इस फिल्म की शूटिंग शुरू हुई थी। वेब सीरीज मिर्जापुर के निर्देशक गुरमीत सिंह ने इस फिल्म का निर्देशन किया है, वहीं रवि शंकरन और जसविंदर सिंह बाथ ने इसकी कहानी लिखी है। कोरोना महामारी के कारण अन्य फिल्मों की तरह इस फिल्म के प्रोजेक्ट में भी देरी हुई है। पहले यह फिल्म 7 अक्टूबर को रिलीज होने वाली थी। अब यह 4 नवंबर को सिनेमाघरों में दस्तक देगी।

कार्तिक आर्यन और कियारा आडवाणी की भूल भुलैया 2 20 मई को रिलीज हुई थी। इस फिल्म को सिनेमाघरों में जबरदस्त प्रतिक्रिया मिली है। कोरोना महामारी के बाद भूल भुलैया 2 पहली हिंदी फिल्म थी, जो इतनी बड़ी संख्या में दर्शकों को आकर्षित करने में कामयाब रही। 2018 में राजकुमार राव की स्त्री भी सुपरहिट साबित हुई थी। अब फोन भूत के मेकर्स के समक्ष यह चुनौती होगी कि वे दर्शकों को हॉरर कॉमेडी का डोज दे सकें।

कैटरीना जल्द ही सलमान खान के साथ फिल्म टाइगर 3 में नजर आएंगी। वह जोया अख्तर की अगली फिल्म जी ले जरा को लेकर भी चर्चा में हैं। सिद्धांत पिछली बार गहराइयां में नजर आए थे। वह युधरा और फिल्म खो गए हम कहां में भी अपनी मौजूदगी दर्ज कराएंगे। ईशान फिल्म पिप्पा को लेकर सुर्खियों में हैं। कुछ समय पहले इस ऐक्शन ड्रामा फिल्म से उनका लुक सामने आया था। इसमें उनके साथ अभिनेत्री मृणाल ठाकुर दिखाई देंगी।

 

Bigg Boss 16 Updates : शालिन के ‘अच्छे दोस्त’ वाले दावे पर भड़की दलजीत कौर, खूब सुनाई खरीखोटीBigg Boss 16 Updates: शालिन के 'अच्छे दोस्त' वाले दावे पर भड़की दलजीत कौर, खूब  सुनाई खरीखोटी - bigg boss 16 updates daljit kaur furious over shalin claim  of being a good friend

मुम्बई, बिग बॉस 16 के लेटेस्ट एपिसोड में, शालिन भनोट ने टीना दत्ता से बात करते हुए दावा किया था कि वह अपनी पूर्व पत्नी दलजीत के ‘सबसे अच्छे दोस्त’ हैं। अब, दलजीत ने दोनों की बातचीत पर अपनी प्रतिक्रिया दी है और शालीन के ‘अच्छे दोस्त’ वाले दावे पर जबरदस्त तरीके से पलटवार किया है। दलजीत ने ट्वीट किया, ‘नहीं, मैं तुम्हारी सबसे अच्छा दोस्त नहीं हूं, शालिन। मेरे बच्चे के लिए महीने में एक या दो महीने में एक बार मिलने को दोस्ती का रूप नहीं दिया जा सकता है। मैं आपके प्रेम जीवन के लिए शुभकामनाएं देती हूं लेकिन कृपया मुझे अपनी कल्पनाओं और कहानियों से दूर रखें। और आप इसे मजाकिया कह रहे हैं? वास्तव में? टीना आपके लिए कोई कठिन भावना नहीं है।
बिग बॉस 16 के बुधवार के एपिसोड में, शालिन भनोट और टीना दत्ता को आपस में बातचीत करते देखा गया। इस दौरान टीना ने शालीन से पूछा कि क्या दलजीत के साथ उनकी शादी ‘अब्यूसिव’ थीं। शालीन ने टीना की इस बात को सिरे से नकार दिया और कहा कि वह और दलजीत अच्छे दोस्त हैं। इतना ही नहीं उन्होंने टीना से वादा किया कि वह उन्हें कभी भी चोट नहीं पहुचाएंगे। वहीं टीना, शालीन के साथ अपनी बढ़ती नजदीकियों को लेकर थोड़ी उलझन में हैं। अपनी उलझन जाहिर करते हुए टीना ने कहा कि अगर उसके और शालिन के बीच कुछ होता है तो यह उसके लिए थोड़ा अजीब होगा क्योंकि वह दलजीत को जानती है।
दलजीत कौर और शालिन भनोट की मुलाकात 2006 में टीवी शो ‘कुलवधू’ के सेट पर हुई थी। इसी शो के सेट पर दोनों की प्रेम कहानी शुरू हुई। इसके बाद दोनों साल 2008 में शो ‘नच बलिए’ में नजर आए और चौथे सीजन के विनर बनें। इसके तुरंत बाद दोनों ने शादी कर ली और साल 2014 में पहले बच्चे का स्वागत किया। 2015, दलजीत ने शालीन पर घरेलू हिंसा का आरोप लगाते हुए तलाक के लिए अर्जी दी। हालाँकि, शालीन ने दलजीत के आरोपों का खंडन किया था (साभार प्रभासाक्षी)।

पूर्व सीएम हरीश रावत ने की पूर्व सीएम त्रिवेन्द्र रावत की खिंचाई, बोले अपने कार्यकाल में गड़बड़ी सामने आने पर क्यों नहीं की कार्रवाई

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देहरादून, उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग (यूकेएसएसएससी) के गठन पर पूर्व सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत के सवाल उठाने पर पूर्व सीएम हरीश रावत ने उनकी खिंचाई की। दो टूक सवाल किया कि क्यों गड़बड़ी सामने आने पर तत्काल कार्रवाई नहीं की? यदि उसी समय कार्रवाई कर दी होती, तो आज धामी की धूम नहीं हो रही होती। बल्कि रावतों की धूम हो रही होती।

सोशल मीडिया पर पूर्व सीएम हरीश रावत ने त्रिवेंद्र रावत पर कटाक्ष किया। कहा कि उन्हें समझ आते आते बहुत देर हो गई है। जब कांग्रेस सरकार ने अधीनस्थ सेवा चयन आयोग भर्ती की जांच की। इसके बाद आपकी सरकार आ गई। आपके मंत्री ने विधानसभा के पटल पर स्वीकार किया था कि जांच में गड़बड़ियां पाई गई हैं। जांच रिपोर्ट शासन को मिल चुकी है। यदि उसी समय इतना गुस्सा दिखाया होता तो आज फिर धामी की धूम नहीं होती। कहा कि दरवाजे की चौखट पर सर टकराने से घर नहीं गिराए जाते। विधानसभा में भर्तियों में धांधलियां हुई तो विधानसभा भवन ही गिरा देंगे क्या?

राज्य स्तरीय बैंकर्स समिति की बैठक, अपर मुख्य सचिव ने सभी बैंकों को दिए आवश्यक निर्देश

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देहरादून, प्रदेश के अपर मुख्य सचिव आनन्दवर्द्धन ने राज्य स्तरीय बैंकर्स समिति की बैठक में सभी बैंकों को निर्देश दिए हैं कि विभिन्न योजनाओं के तहत प्रदान किए जाने वाले ऋण आवेदनों का त्वरित निस्तारण किया जाय। उन्होंने स्पष्ट किया कि जरूरतमंदो के ऋण आवेदनों के मामलों में बैंक संवेदनशीलता के साथ काम करे। पर्वतीय राज्य होने के कारण उत्तराखण्ड के दूरस्थ इलाकों में रहने वाले लोग आजीविका बढ़ाने के लिए सरकारी ऋण योजनाओं पर निर्भर है। पलायन रोकने तथा लोगों को स्वरोजगार से जोड़ने में बैंकों की अहम भूमिका है। गुरूवार को सचिवालय में अवस्थापना विकास बैंकर्स स्थायी समिति की बैठक में अपर मुख्य सचिव ने बैकों को निर्देश दिए कि महिला स्वयं सहायता समूहों व ग्रामीणों को स्वरोजगार की ऋण योजनाओं से प्राथमिकता के आधार पर जोड़ा जाए।

राज्य के उद्योग विभाग के अधिकारियों ने जानकारी दी कि विभाग ने केवीआईसी, प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम (पीएमईजीपी) के तहत अभी तक 2257 आवेदकों के ऋण आवेदन पत्र बैंकों को भेजे हैं। साथ ही उद्योग विभाग तथा खादी एवं ग्रामोद्योग आयोग द्वारा लाभार्थियों को ऑफलाइन ट्रेनिंग दी जा रही है। राज्य के एमएसएमई विभाग ने मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना एवं मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना नैनों के तहत 8362 आवेदकों के ऋण आवेदन बैंकों को भेजे हैं। बैठक में बैंकों तथा यूएलबी को हर शुक्रवार कैंप लगाकर ऋण आवेदनों के निस्तारण के लक्ष्य पूरा करने के निर्देश दिए गए हैं। राज्य में बैंको को अभी तक पीएम स्वनिधि के तहत 22963 ऋण आवेदन, मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना के तहत 5960, मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना नैनों के तहत 2402, प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम (पीएमईजीपी) के तहत 2257, वीर चन्द्र गढ़वाली पर्यटन स्वरोजगार योजना के तहत 257, होम स्टे योजना के तहत 258 ऋण आवेदन प्राप्त हुए है।
कुल प्राप्त 34097 ऋण आवेदनों में से विभिन्न बैंकों द्वारा 17503 आवेदन स्वीकृत किए गए है। बैंकों ने 8241 ऋण आवेदन विभिन्न कारणों से निरस्त कर दिए। ऋण आवेदनों के निरस्त होने के मुख्य कारणों में आवेदकों द्वारा ई-केवाईसी न करवा पाना, बैंकों की अन्य औपचारिकाताएं पूरी न कर पाना, सिबिल डिफॉल्ट, आवेदकों का बैंकों के सेवा क्षेत्र से बाहर होना है। लगभग 6792 ऋण आवेदन बैंकों में विचाराधीन हैं। उत्तराखण्ड में बैंकों द्वारा व्यापारिक, सेवा, निर्माण, कृषि सहयोगी गतिविधियों के लिए 10 लाख रूपये तक की प्रधानमंत्री मुद्रा योजना के तहत इस वर्ष (2022-2023) 90494 लाभार्थियों को 1084 करोड़ 97 लाख रूपये के ऋण वितरित किए गए हैं। अनुमान है कि इससे अभी तक 205517 लोगों को रोजगार मिला है।

राज्य स्तरीय बैंकर्स समिति (एसएलबीसी) ने बैंकों को दिसम्बर तक वीर चन्द्र सिंह गढ़वाली पर्यटन स्वरोजगार योजना के तहत 250 ऋण आवेदनों के लक्ष्य को पूरा करने के निर्देश दिए हैं। अभी तक इस योजना के तहत 75 स्वीकृत ऋण आवेदकों को 1014.31 लाख रूपये का ऋण वितरित किया जा चुका है। बैंकों को दीन दयाल उपाध्याय गृह आवास विकास योजना (हो स्टे) के 200 ऋण आवेदनों के लक्ष्य को निर्धारित अवधि तक पूरा करने के निर्देश मिले हैं। होम स्टें में निर्धारित लक्ष्य 200 के सापेक्ष 74 ऋण आवेदन स्वीकृत तथा 1523.81 लाख रूपये का ऋण वितरित किया जा चुका है।

राज्य में पर्यटन विकास की दृष्टि से बैंकों को होम स्टे योजना के ऐसे ऋण आवेदन जिनमें सेक्शन 143 के तहत अकृषि प्रमाण पत्र एवं निर्माणाधीन इकाई का मानचित्र अधिकृत एजेंसी से स्वीकृति की जरूरत नही है, को अविलम्ब निस्तारित करने के स्पष्ट निर्देश दिए गए हैं। जानकारी दी गई कि पी एम स्वनिधि के तहत ऋण प्रदान करने समय सीमा दिसम्बर 2024 तक बढ़ा दी गई है।

बैठक में सचिव दिलीप जावलकर, अपर सचिव सी रविशंकर, चीफ मैनेजर एसबीआई अभिषेक नैथानी, डिप्टी सीईओ खादी बोर्ड एस डी मासीवाल, चीफ मैनेजर बैंक ऑफ बड़ौदा हुकुम सिंह, उद्योग विभाग, एमएसएमई विभाग तथा विभिन्न बैंकों के अधिकारी उपस्थित थे।

 

मुख्य सचिव की अध्यक्षता में हुई विश्व बैंक वित्त पोषित यूकेपीएफएमएस परियोजना के मिड टर्म रिव्यू की बैठक

देहरादून, मुख्य सचिव डॉ. एस. एस. संधु की अध्यक्षता में गुरुवार को सचिवालय में विश्व बैंक द्वारा वित्त पोषित यूकेपीएफएमएस परियोजना के मिड टर्म रिव्यू की बैठक आयोजित की गई।

बैठक के दौरान मुख्य सचिव ने सभी विभागों के विभागाध्यक्षों से यह अपेक्षा की कि वे वित्त विभाग द्वारा प्रोक्योरमेंट अधिप्राप्ति शिकायत क्रियाविधि पोर्टल में तत्काल अनुपालन सुनिश्चित किया जाए। उन्होंने निर्देश दिए कि 1 करोड़ रुपए से अधिक की सभी ई – निविदाओं को अनिवार्य रूप से उक्त पोर्टल (http://pgrm.uk.gov.in) प्रकाशित कराया जाना सुनिश्चित किया जाए एवं प्राप्त शिकायतों का समयबद्ध रूप से निस्तारण किया जाए।

इस अवसर पर अपर मुख्य सचिव आनन्द वर्द्धन, सचिव दिलीप जावलकर एवं आयुक्त राज्यकर अहमद इकबाल भी उपस्थित थे।

विश्व दृष्टि दिवस पर गोष्ठी का आयोजन किया गया

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हरिद्वार,  (कुलभूषण)। विश्व दृष्टि दिवस के अवसर पर जिला चिकित्सालय हरिद्वार में नेत्रदान एवं नेत्र विकार के लिए जागरूकता के लिए एक गोष्ठी का आयोजन किया गया जिसकी अध्यक्षता प्रमुख अधीक्षक डा सी पी त्रिपाठी ने की तथा संचालन दिनेश लखेड़ा ने किया। आज चार आँख के मरीजों का ऑपरेशन कर लेंस प्रत्यारोपण किया गया और 40 मरीजो का ओ पी डी में सलाह और उपचार मिला ।
जिला चिकित्सालय हरिद्वार के वरिष्ठ नेत्र सर्जन डॉ सुब्रत अरोड़ा द्वारा गोष्ठी में उपस्थित सभी को जीते जी रक्तदान मरणोपरांत नेत्रदान के लिए प्रोहत्साहित किया गया और अंधता के विभिन्न कारणों की संक्षेप में जानकारी दी एक नेत्रदाता द्वारा किये गए नेत्रदान के द्वारा चार लोगो को रौशनी मिल सकती है।
डॉ एस के सोनी वरिष्ठ नेत्र सर्जन द्वारा काला मोतिया,सफ़ेद मोतिया, भेंगापन,डायबीटिक रेटिनोपैथी,नवजात शिशु में रेटिनोपैथी के लिए जागरूक रहने की सलाह दी।
डॉ चन्दन मिश्रा वरिष्ठ नेत्र सर्जन द्वारा बताया गया कि सात साल तक आखो का पूर्ण विकास हो जाता है अतः 7 साल के बाद दृष्टि दोष के आपरेशन का पूर्ण लाभ नहीं मिल पाता है सात साल से पहले के उपचार का शत प्रतिशत लाभ प्राप्त होता है इसलिये सलाह उपचार में विलम्ब न करे 10 साल से डायबीटिक रोगी अपने रेटिना/पर्दे की जाँच प्रतिवर्ष कराये अनजाने में स्टेराइड युक्त आई ड्राप को डालने से बचें नही तो आँखों को नुकसान पहुच सकता है।
जिला चिकित्सालय हरिद्वार में काला मोतिया,मोतियाबिंद दृष्टिदोष, और परदे की जाँच की सुविधा उपलब्ध हैं।
वरिष्ठ बाल रोग विशेषज्ञ डा शशिकांत ने बच्चो में कुपोषण और विटामिन ए की कमी से नेत्र विकार के बारे विस्तार से बताया ।
प्रमुख अधीक्षक डा सी पी त्रिपाठी ने बताया कि 23 वां विश्व दृष्टि दिवस पर हम जागरूकता कर रहे हैं हमें अपने आस पास के लोगो को नेत्रदान, और नेत्र विकार के सम्बन्ध में जागरूक करना चाहिए अगर हम आस पास के किसी भी बच्चे के नेत्रविकार को बचा सके और नेत्रदान के लिए जागरूक कर सके तो हमारा स्वास्थ्य विभाग में रहना सफल हो जायेगा और उन्होंने अच्छी और ज्ञान वर्धक जानकारी देने के लिए चिकित्साधिकारियों को धन्यवाद ज्ञापित किया।
विश्व दृष्टि दिवस गोष्ठी में डॉ संदीप टंडन, डा चन्दन मिश्रा, डा सुब्रत अरोड़ा, डा एस के सोनी, डा शशिकांत, डा रविंद्र चौहान, डा संजय त्यागी,डा रामप्रकाश, डा पंकज,डा हितेन जंगपांगी,डा विपिन पोखरियाल,सिस्टर मनोरमा,उषा देवी, अनुपमा,आशा शुक्ला, हिमांशु जोशी, फार्मेसिष्ट पी सी रतूड़ी,डी पी बहुगुणा, एस पी चमोली,प्रदीप मौर्य, अमित, विनोद तिवारी, नवीन बिंजोला,वासुदेव न्यूली, राजन बडोनी,धीरेंद्र, रविंद्र,विपिन रावत, कीर्ति शर्मा, नेहा, मिथलेश, माधुरी रावत,फूलमती,आदर्श मणि,अजित रतूड़ी,राहुल यादव, लाल खान, राजेश पन्त, मंजू शर्मा, दिनेश लखेड़ा और बी ए एम एस, फार्मेशिस्ट, जी एन एम के इंटर्न्स भी उपस्थित थे।

बंशीधर भगत की विधानसभा सदस्यता निरस्त की जाए:नरेश शर्मा

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हरिद्वार (कुलभूषण)। भारतीय जनता पार्टी के विधायक और पूर्व केंद्रीय मंत्री बंशीधर भगत द्वारा हिंदू देवी देवताओं के बारे में की गई टिप्पणियों को अमर्यादित बताते हुए आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने उनके विरुद्ध मुकदमा दर्ज कर तत्काल गिरफ्तार करने और उन्हें विधानसभा की सदस्यता से बर्खास्त करने की मांग की है।
गुरुवार को आम आदमी पार्टी के एक प्रतिनिधिमंडल में प्रदेश उपाध्यक्ष नरेश शर्मा के नेतृत्व में नगर मजिस्ट्रेट अवधेश कुमार सिंह से मुलाकात की और महामहिम राज्यपाल को संबोधित एक ज्ञापन उन्हें सौंपा ज्ञापन में आरोप लगाया गया कि बंशीधर भगत में हिंदू देवी देवताओं के बारे में आपत्तिजनक टिप्पणियां करके उनका अपमान किया है जिससे हिंदू धर्मावलंबियों की भावनाएं आहत हुई हैं उन्होंने कहा कि यह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है एक तरफ तो धर्म की ठेकेदार बनने वाली भारतीय जनता पार्टी अपने आप को दुनिया की सबसे बड़ी पार्टी होने का दावा करती है वहीं उसके नेता हिंदू देवी देवताओं का अपमान कर लोगों की भावनाओं के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं। भारतीय जनता पार्टी के नेतृत्व को चाहिए कि वंशीधर भगत को तत्काल विधानसभा की सदस्यता से बर्खास्त किया जाए और मुकदमा दर्ज कर उनकी तत्काल गिरफ्तारी की जाए अगर ऐसा नहीं किया जाता है तो आम आदमी पार्टी उनके खिलाफ आंदोलन करेंगी।