मुनस्यारी, जिला पंचायत सदस्य जगत मर्तोलिया ने अपने जिला पंचायत निर्वाचन क्षेत्र की जनता को नव वर्ष के पहले दिन एक साथ दो तोहफे दिए। उन्होंने बताया कि नौ लाख रुपए की लागत से दो आधुनिक तकनीकी से लैस पुस्तकालय, स्टडी एवं शोध केंद्र बनेंगे। जहां प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करने वाले यूथ को वर्ष भर कैरियर गाइडेंस की सुविधा उपलब्ध रहेगी।
जिपंस जगत मर्तोलिया ने बताया कि पिथौरागढ़ जिला पंचायत बोर्ड ने ग्राम पंचायत दरांती में राजकीय बालिका इंटर कालेज नमजला में प्रस्तावित पुस्तकालय स्टडी एवं शोध केंद्र हेतु पांच लाख रुपए तथा ग्राम पंचायत मल्ला घोरपट्टा में राजकीय प्राथमिक विद्यालय तिकसैन में प्रस्तावित पुस्तकालय स्टडी एवं शोध केंद्र हेतु चार लाख रुपए स्वीकृत कर दिया गया है।
जिला पंचायत द्वारा इसकी निविदा भी स्वीकृत कर दी गई है। उन्होंने कहा कि इसी माह दोनों सेन्टरो को विधिवत रूप से शुरू कर दिया जाएगा। उन्होंने बताया कि इसके बाद राजकीय इंटर कालेज बांसबगड, राजकीय बालिका इंटर कालेज धारचूला, राजकीय इंटर कालेज बरम, राजकीय इंटर कालेज उच्छैती, राजकीय इंटर कालेज नाचनी, राजकीय इंटर कालेज डोर में द्वितीय चरण में तथा तृतीय चरण में शेष इंटर कालेजों में इसी तरह से सेंटर संचालित किया जाएगा।
उन्होंने बताया कि इन सेंटरों को संचालित करने के लिए समुदाय आधारित सहयोग की भी कार्य योजना तैयार की गई है। इन सेंटरों में वर्ष भर गतिविधियां आयोजित की जाएगी,इसके लिए बकायदा कलैण्डर तैयार किया जा रहा है।
जिपंस जगत मर्तोलिया ने कहा कि इन सेंटरों के माध्यम से युवाओं को नशा की प्रवृत्ति से दूर रखते हुए आत्मनिर्भर बनाने की ओर ले जाना प्रमुख लक्ष्यों में एक है। इसके लिए जिला प्रशासन तथा शिक्षा विभाग को सहयोगी पार्टनर बनाया गया है।
नववर्ष का तोहफा : पंचायत दरांती में आधुनिक तकनीकी से लैस पुस्तकालय, स्टडी एवं शोध केंद्र बनेंगे
Hero Motocorp के पहले इलेक्ट्रिक स्कूटर की डिलीवरी शुरू, जानें डीटेल्स
Hero VIDA V1 Electric Scooter: हीरो मोटोकॉर्प (Hero Motocorp) ब्रांड के पहले इलेक्ट्रिक व्हीकल (Electric Vehicle) ‘विडा वी1’ (VIDA V1) की डिलीवरी शुरू हो गई है.इसके बाद जयपुर और दिल्ली में डिलीवरी शुरू होगी.
वाहन विनिर्माता कंपनी हीरो मोटोकॉर्प ने अपने पहले इलेक्ट्रिक स्कूटर ‘विडा वी1’ की ग्राहकों को आपूर्ति शुरू कर दी है. कंपनी ने एक बयान में कहा कि ब्रांड के पहले इलेक्ट्रिक वाहन (ईवी) की बेंगलुरु में आपूर्ति की गई. इसके बाद जयपुर और दिल्ली में आपूर्ति शुरू होगी. हीरो मोटोकॉर्प के चेयरमैन और मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) पवन मुंजाल ने कहा, विडा के साथ हमारा उद्देश्य भविष्य के लिए अत्यधिक रुझान स्थापित करना है जो ग्राहकों के लिए लाभ के साथ ही वातानुकूलित है. ग्राहकों को मॉडल की आपूर्ति शुरू करने के साथ ही हम अपने लक्ष्य को साकार करने लगे हैं.
कंपनी ने इस साल अक्टूबर में विडा वी1 की पेशकश के साथ ईवी खंड में कदम रखा. यह मॉडल दो संस्करण- विडा वी1 प्लस और विडा वी1 प्रो में उपलब्ध है. इनकी दिल्ली में कीमतें क्रमश: 1,35,705 रुपये और 1,46,880 रुपये है. (भाषा इनपुट के साथ)
एटीएम यूज करते हैं तो भूलकर भी न करें यह गलतियां, कुछ ही मिनटों में अकाउंट हो जाएगा खाली
बदलते वक्त के साथ ही भारत में बैंकिंग (Banking System) के तरीकों में कई बड़े बदलाव आ चुके हैं. आजकल लोग कैश निकालने (Cash Withdrawal) के लिए बैंक की लंबी-लंबी लाइनों में लगने के बजाय एटीएम से कैश विड्रॉल करना ज्यादा पसंद करते हैं.
जैसे-जैसे एटीएम (ATM) का यूज बढ़ा है, वैसे-वैसे एटीएम से जुड़े फ्रॉड के मामलों में भी तेजी देखने को मिली है. कई बार लोगों की छोटी सी गलती उन्हें कंगाल बना सकती है. आज हम आपको उन कॉमन गलतियों के बारे में बताने वाले हैं जिसे किसी भी एटीएम कार्ड यूजर को करने से बचना चाहिए. इससे आप एटीएम फ्रॉड से सुरक्षित (ATM Fraud Prevention Tips) रहेंगे. आइए जानते हैं इस बारे में-
1. किसी अनजान व्यक्ति से मदद लेना पड़ सकता है भारी
अक्सर देखा गया है कि जब लोगों को एटीएम मशीन (ATM Machine) से पैसे विड्रॉल करने में दिक्कत होती हैं तो वह आसपास खड़े किसी भी अनजान व्यक्ति से कैश विड्रॉल के लिए मदद मांग लेते हैं. ऐसे में फ्रॉड करने वाले लोग मदद की आड़ में एटीएम कार्ड को बदलकर आपसे पिन की जानकारी ले लेते हैं. इसके बाद वह आपके खाते को खाली कर देते हैं. ऐसे में आप किसी भी अनजान व्यक्ति से एटीएम यूज करने के लिए मदद लेने से बचें.
2. सुनसान जगह के एटीएम को यूज करने से बचें
ध्यान रखें कि आप केवल ऐसे एटीएम का ही यूज करें जो ज्यादा भीड़भाड़ वाली जगह पर लगा हो. सुनसान जगहों पर लगे एटीएम पर जालसाज लोग एटीएम का डाटा चोरी करने के लिए स्कीमर नाम की डिवाइस लगा देते हैं. इससे आपके कार्ड के सारे डिटेल्स चोरी हो जाता है. वहीं भीड़भाड़ वाले एटीएम में लोगों की आवाजाही के कारण इस डिवाइस को लगाना मुश्किल होता है. ऐसे में आप सुनसान एटीएम को यूज करने से बचें.
3. किसी को अपने एटीएम कार्ड की न दें जानकारी
आजकल कई साइबर अपराधी बैंक डिटेल्स (Bank Details), लॉटरी (Lottery), केवाईसी (KYC) के नाम पर कॉल करके लोगों से उनके पर्सनल डिटेल्स जैसे आधार नंबर, पैन नंबर, एटीएम कार्ड का सीवीवी नंबर, ओटीपी आदि की जानकारी मांगते हैं. ऐसे में हमेशा ध्यान रखें कि आप ऐसी डिटेल्स किसी के साथ भी शेयर न करें.
4. लंबे वक्त तक पिन अपडेट न करना
बहुत से लोगों की आदत होती है कि वह अपने डेबिट कार्ड (Debit Card) यानी एटीएम कार्ड (ATM Card) का पिन लंबे वक्त तक नहीं बदलते हैं. ऐसा करने से आपको बचना चाहिए. कोशिश करें कि हर कुछ दिन के बाद आप अपने पिन को बदलते रहें. इससे आप एटीएम फ्रॉड की संभावना को कई गुना तक कम कर सकते हैं.
खुश हो जाएं, क्योंकि सस्ते होंगे महंगे-महंगे स्मार्टफोन! इतना माल आखिर कहां बेचेंगी कंपनियां
मोबाइल खरीदने की प्लानिंग कर रहे ग्राहकों के लिए अच्छी खबर है. अगर आप भी नया स्मार्टफोन लेने की सोच रहे हैं तो थोड़े दिन और रुक जाइए. दरअसल नए साल के बाद स्मार्टफोन पर बड़ी छूट मिलने की उम्मीद की जा रही है.
खबर है कि स्मार्टफोन कंपनियों के पास काफी ज़्यादा स्टॉक बच गया है. विशेषज्ञों का मानना है कि इंडस्ट्री के लिए यह सबसे खराब चौथी तिमाही होने की संभावना है. इस वजह से माना जा रहा है कि में मोबाइल बनाने वाली ज़्यादातर कंपनियां मुख्य रूप से एंट्री-लेवल और बजट स्मार्टफोन्स पर नए साल में बड़ी छूट दे सकती हैं. बता दें कि इन सेगमेंट में उम्मीद से कम मांग और सबसे बड़ी गिरावट देखी गई है.
ET के मुताबिक मार्केट एनैलिस्ट ने बताया कि ज़्यादा स्टॉक और कम डिमांड की वजह से नवंबर के शिपमेंट में महीने दर महीने गिरावट की उम्मीद है. विश्लेषक ने कहा कि इस साल स्मार्टफोन ब्रांड्स के लिए यह अब तक की सबसे खराब तिमाही हो सकती है. अक्टूबर का स्टॉक अब भी पाइपलाइन में अटका हुआ है.
प्रिंट करने के दौरान इन तरीकों का इस्तेमाल ज़रूर करें, खूब बचेगी Ink
ज़्यादा स्टॉक होने के कारण, ऑफलाइन और ऑनलाइन दोनों चैनल पार्टनर मौजूदा स्टॉक को खत्म करने के लिए नया स्टॉक लेना बंद कर देंगे. ध्यान देने वाली बात यह है कि इन प्रोडक्ट पर भारी छूट होने के बावजूद ये स्टॉक खत्म नहीं हो पाया है.
हर प्लैटफॉर्म पर चल रही है ईयर एंड सेल
मौजूदा समय में Xiaomi, Samsung और Realme सहित लगभग हर बड़े स्मार्टफोन ब्रांड अपनी ऑफिशियल वेबसाइट पर मुख्य रूप से अपने बजट फोन पर छूट दे रहा है.
काउंटरप्वाइंट रिसर्च ने अपने पूर्वानुमान को घटाकर 163 मिलियन कर दिया है, जो इसके पहले के पूर्वानुमान 175 मिलियन से काफी कम है, जबकि IDC इंडिया ने इस साल की शुरुआत में अनुमानित 160 मिलियन यूनिट से लगभग 150 मिलियन यूनिट तक शिपमेंट की भविष्यवाणी की है. हालांकि, काउंटरपॉइंट के अनुसार, वर्ष 2023 की दूसरी छमाही में बाजार के ठीक होने की उम्मीद है, क्योंकि मैक्रोइकॉनॉमिक हेडविंड्स आसान हैं. रिसर्च फर्म ने भविष्यवाणी की है कि 2022 में 5% की सालाना गिरावट के बाद 2023 में स्मार्टफोन बाजार 175 मिलियन यूनिट बेचेगा. इसके अलावा 5जी नेटवर्क के आने के बाद लोग नया 5जी स्मार्टफोन खरीदने की सोच रहे हैं, और ऐसे में पुराना 4जी का स्टॉक निकालना कंपनी के लिए ज़रूरी हो गया है. इसलिए उम्मीद है कि नए साल में स्मार्टफोन पर बड़ी छूट पेश की जाए.
पिछली गलतियों से सबक लेकर हो कोरोना से बचाव के उपाय : महेश जोशी
देहरादून, कांग्रेस के पूर्व सचिव महेश जोशी ने प्रदेश वासियों को नव वर्ष की शुभकामनाएं दी ।
उन्होंने कहा कि एक तरफ कोरोना चुनौती है जिसका सामूहिक प्रयासों जन जागरण से ही खात्मा करने की आवश्यकता है, लेकिन नव वर्ष पर मसूरी नैनीताल एवं अन्य पर्यटन स्थल में पर्यटकों का जमावड़ा लग रहा लेकिन प्रदेश सरकार कोरोना नियमों के प्रति गंभीर नहीं दिखी । केंद्र सरकार के स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया द्वारा कांग्रेस सांसद राहुल गांधी को पत्र लिखकर इतिश्री कर दी । अच्छा होता कि प्रदेश सरकारें भी नव वर्ष में कोरोना गाइड लाइन का पालन करती । उन्होंने कहा कि कोरोना महामारी के विकराल रूप के दृष्टिगत सरकार को पिछली गलतियों से सबक लेना चाहिए और कोरोना से बचाव को युद्धस्तर पर प्रबंध होने चाहिए जिससे कोरोना महामारी से बचा जा सके । विश्व स्वास्थ्य संगठन ने कोरोना के बढ़ते स्वरूप पर चिंता जाहिर की है और अगले चालीस दिनों तक इसके असर की बात कही है ऐसे में इससे बचने को सामूहिक प्रयास होने चाहिए |
भारी पुलिस फोर्स के साथ अतिक्रमण भूमि का सर्वे, जिला प्रशासन और रेलवे ने की पिलर बंदी
(मुन्ना अंसारी)
हल्द्वानी, बनभूलपुरा क्षेत्र रेलवे की भूमि पर किये गए अतिक्रमण के सीमांकन का सर्वे किया गया साथ ही पुलिस, प्रशासन और रेलवे द्वारा पिलर बंदी भी की गई | हाईकोर्ट के निर्देश के बाद रेलवे ने भारी फोर्स के साथ अतिक्रमण हटाने की प्रथम कार्रवाई को अंजाम दिया। उधर रेलवे के अतिक्रमण क्षेत्र में रह रहे हजारों लोगों ने बनभूलपुरा थाने के बाहर शांतिपूर्ण विरोध प्रदर्शन कर उनको विस्थापित करने की मांग की। वहीं प्रशासन ने भारी फोर्स के साथ रेलवे की 78 एकड़ भूमि पर किए गए पिलर बंदी का सर्वे किया, बनभूलपुरा क्षेत्र में चप्पे-चप्पे पर भारी पुलिस फोर्स तैनात की गई है, इसके अलावा रेलवे स्टेशन में भी सुरक्षा व्यवस्था बढ़ा दी गई है।
एडीएम अशोक जोशी का कहना है कि हाईकोर्ट के निर्देश के बाद रेलवे की भूमि से अतिक्रमण हटाने की प्रक्रिया शुरू की गई है जिसमें सीमांकन के साथ ही अगले एक-दो दिनों में मुनादी और नोटिस देने की प्रक्रिया शुरू की जाएगी और एक हफ्ते बाद अतिक्रमण हटाओ अभियान चलाया जाएगा। वही कानून व्यवस्था का पालन हो इसके लिए एसपी क्राइम डॉ. जगदीश चंद्र ने बताया कि सभी जगह भारी पुलिस फोर्स तैनात की गई है, इसके अलावा अतिक्रमण हटाने के दौरान ड्रोन और वीडियो कैमरे से भी पूरी निगरानी की जाएगी, पुलिस और प्रशासन की कोशिश है कि शांतिपूर्ण तरीके से अतिक्रमण हटाया जाए, लोगों से भी शांति व्यवस्था बनाए रखने की अपील की जा रही है।
गौरतलब है कि नैनीताल हाईकोर्ट ने रेलवे की अतिक्रमण की गई भूमि को 1 सप्ताह के भीतर नोटिस देकर खाली कराने के निर्देश दिए हैं, 78 एकड़ भूमि पर लगभग 4365 घरों को तोड़कर यह अतिक्रमण हटाया जाना है जिसमें हजारों लोग प्रभावित होंगे। साथ ही अतिक्रमण की जद में आए लोगों के धरने को समर्थन देने के लिए स्थानीय विधायक सुमित हृदयेश सहित कई नेता भी पहुंचे।
उत्तराखंड में नहीं है वैक्सीन की कोई कमी, जल्द मिलेगी 91 हजार कोविशील्ड वैक्सीन, बूस्टर डोज लगाने के लिए लगाए जा रहे हैं विशेष कैंप
देहरादून, कोरोना संक्रमण की चौथी लहर की आहट को देखते हुए सरकार सतर्क हो गई है। साथ ही संक्रमण से बचाव के लिए लोगों को कोविड वैक्सीन की बूस्टर डोज लगवाने के लिए प्रेरित कर रही है। प्रदेश में अब तक 65 लाख लोग ऐसे हैं, जिन्होंने वैक्सीन की दोनों खुराक ली है, लेकिन बूस्टर डोज नहीं लगवाई। विशेषज्ञों की मानें तो बूस्टर डोज लगवाने से संक्रमण का प्रभाव कम घातक साबित होगा।
अब तक 22.13 लाख लोगों ने लगवाई बूस्टर डोज
स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक, प्रदेश की अनुमानित आबादी 1.21 करोड़ आंकी गई है। इसमें 12 वर्ष से अधिक आयु वालों की आबादी 89.35 लाख से अधिक है। जिन्हें कोविड वैक्सीन लगाने का लक्ष्य रखा गया। प्रदेश में लक्ष्य के सापेक्ष 91.15 लाख लोगों को पहली और 87.23 लाख से अधिक को वैक्सीन की दूसरी डोज लग चुकी है। राज्य में पहली डोज शत प्रतिशत लाभार्थियों को लगाई गई है।
जल्द मिलेगी 91 हजार कोविशील्ड वैक्सीन
बूस्टर डोज लगाने के लिए राज्य में कोविशील्ड वैक्सीन का स्टॉक खत्म हो गया है। हरियाणा से राज्य को कोवॉक्सिन की 30 हजार वैक्सीन उपलब्ध हुई है। इसके अलावा 40 हजार डोज और मिलने वाली है। केंद्र सरकार से जल्द 91 हजार कोविशील्ड वैक्सीन उपलब्ध होगी। वैक्सीन मिलने के बाद बूस्टर डोज लगाने के अभियान में तेजी आएगी।
बूस्टर डोज में ऊधमसिंह नगर पीछे
पात्र लाभार्थियों को बूस्टर डोज लगाने में ऊधमसिंह नगर जिला सबसे पीछे है। जिले में लक्ष्य के सापेक्ष 18 प्रतिशत को तीसरी खुराक लगाई गई, जबकि उत्तरकाशी जिला बूस्टर डोज लगाने में 47 प्रतिशत के साथ पहले स्थान पर है। चमोली जिला 39.4 प्रतिशत के साथ दूसरे और टिहरी 33 प्रतिशत के साथ तीसरे स्थान पर है।
डॉ. एनएस बिष्ट बोले वैक्सीन की खुराक अवश्य लें
जिला अस्पताल कोरोनेशन के वरिष्ठ फिजीशियन डॉ. एनएस बिष्ट ने कहा ऐसा नहीं है कि बूस्टर डोज लगाने से कोरोना संक्रमण नहीं होगा, लेकिन वैक्सीन लगाने से संक्रमण का प्रभाव कम घातक होगा। कोरोना की तीसरी लहर में यह देखा गया कि वैक्सीन की दूसरी या बूस्टर लगवाने वाले डॉक्टर भी संक्रमण की चपेट में आए थे, लेकिन संक्रमण का प्रभाव कम होने से जल्द स्वस्थ हो गए। जिन लोगों ने अभी तक बूस्टर डोज या दूसरी डोज नहीं लगवाई, वे अवश्य वैक्सीन की खुराक लें।
नहीं है वैक्सीन की कोई कमी -डॉ आर राजेश कुमार
स्वास्थ्य सचिव डॉ आर राजेश कुमार ने कहा प्रदेश में कोवॉक्सिन की कमी नहीं है। जल्द ही केंद्र सरकार से 91 हजार कोविशील्ड वैक्सीन मिलेगी। प्रदेश में शत-प्रतिशत लोगों को वैक्सीन की पहली और दूसरी डोज लगाई जा चुकी है। बूस्टर डोज लगाने के लिए विशेष कैंप लगाए जा रहे हैं।
डोज वैक्सीन लगवाने वालों की संख्या
पहली डोज 91,15,331
दूसरी डोज 87,23,295
बूस्टर डोज 22,13,516
अब तक बूस्टर डोज लगवाने वालों की संख्या (प्रतिशत में)
जिला प्रतिशत में
उत्तरकाशी 47.1
चमोली 39.4
टिहरी 33.1
रुद्रप्रयाग 32.8
बागेश्वर 32.1
पौड़ी 29.4
नैनीताल 23.9
अल्मोड़ा 23.1
देहरादून 25.5
चंपावत 22.9
हरिद्वार 22.1
पिथौरागढ़ 20.7
यूएस नगर 18.0
नए साल में सीएम धामी का मंत्रियों-आईएएस को टास्क, विकास की नब्ज टटोलने ब्लाकों में करें रात्रि प्रवास
देहरादून, उत्तराखंड के विकास और योजनाओं का सच जानने और जन समस्याओं का निपटारा करने के लिए सरकार के मंत्री और आईएएस अधिकारी एक जनवरी से हर महीने विकासखंड वार भ्रमण करेंगे। इस बाबत मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने मंत्रियों, मुख्य सचिव और प्रभारी सचिवों को पत्र लिखा है। सभी से भ्रमण, योजनाओं की समीक्षा के साथ ही रात्रि प्रवास करने को भी कहा गया है।
मुख्यमंत्री ने मंत्री-अधिकारियों को अलग-अलग पत्र लिखे हैं। पत्र में सरकार जनता के द्वार, हमारा संकल्प अनुशासित प्रदेश और हमारा संकल्प भयमुक्त समाज कार्यक्रम का जिक्र है। पत्र में कहा गया है कि जनकल्याणकारी योजनाओं का लाभ आम जनमानस तक पहुंचाए जाने की अपेक्षा है।
प्रदेश सरकार के सरलीकरण, समाधान और निस्तारण के तहत भ्रमण एवं रात्रिप्रवास के दौरान ये कार्य होंगे। सभी प्रभारी मंत्री, मुख्य सचिव और प्रभारी सचिव मासिक भ्रमण और प्रवास की रिपोर्ट तैयार करेंगे और इसे कार्यक्रम क्रियान्वयन विभाग को उपलब्ध कराएंगे। विभाग इन रिपोर्ट की सूचना मुख्यमंत्री को देगा और उसके आधार पर मुख्यमंत्री कार्यालय संबंधित विभागों को दिशा-निर्देश जारी करेगा।
विकास की टटोलेंगे नब्ज, करेंगे समाधान
1. प्रदेश और केंद्र की योजनाओं की प्रगति जांचेंगे
2. योजनाओं में आ रहीं व्यावहारिक दिक्कतों का समाधान सुझाएंगे
3. ग्रामीणों की समस्याओं का मौके पर ही निपटारे के निर्देश देंगे
4. आजीविका व स्वरोजगार से जुड़ीं योजनाओं की जानकारी देंगे
5. सरकार की सर्वाेच्च प्राथमिकता वाली योजनाओं के बारे में बताएंगे
6. सड़क, पानी, शिक्षा, स्वास्थ्य और पलायन जैसे मुद्दों पर सुझाव लेंगे
7. क्षेत्र की प्रगति के लिए संभावित विकास योजनाओं के बारे में चर्चा करेंगे
सीएम की ये है अपेक्षा
मुख्यमंत्री ने मंत्रियों को उनके प्रभारी जिलों में सुविधा के अनुसार हर महीने विकाखंडवार निरीक्षण, भ्रमण और रात्रि प्रवास की अपेक्षा की है।
कौन मंत्री किस जिले का प्रभारी
प्रभारी मंत्री जिला
सतपाल महाराज हरिद्वार
प्रेमचंद्र अग्रवाल उत्तरकाशी व टिहरी
गणेश जोशी ऊधमसिंह नगर
डॉ.धन सिंह रावत अल्मोड़ा एवं चमोली
सुबोध उनियाल देहरादून
रेखा आर्य नैनीताल व चंपावत
चंदन रामदास पिथौरागढ़ एवं पौड़ी
सौरभ बहुगुणा रुद्रप्रयाग एवं बागेश्वर
शीतकालीन सत्र : सरकार पेश करेगी ये 16 बिल, विपक्ष भी तैयार, ठंड में भी गर्म रहेगी संसद
नई दिल्ली, संसद का शीतकालीन सत्र शुरू होने वाला है। इसी दिन दिल्ली नागरिक निकाय चुनावों के नतीजे घोषित किए जाने हैं और वोटों की गिनती जारी है। उसके बाद 8 दिसंबर को गुजरात और हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनावों के नतीजे आएंगे। 29 दिसंबर तक चलने वाले सत्र में संसद के दोनों सदनों की 17 बैठकें होंगी। सत्र पहले की तरह संसद के पुराने भवन में होगा, क्योंकि अभी नए भवन का निर्माण पूरा नहीं हुआ है। लोकसभा आज एक घंटे के लिए स्थगित होगी। अधीर रंजन चौधरी के नेतृत्व में विपक्षी सांसदों ने वरिष्ठ नेता और मौजूदा सांसद मुलायम सिंह यादव के सम्मान में स्पीकर से सदन को आधे दिन के लिए स्थगित करने का अनुरोध किया है। विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर आज शीतकालीन सत्र के पहले दिन संसद को संबोधित करेंगे।
परंपरा के अनुसार मंगलवार को सरकार ने रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के नेतृत्व में संसद पुस्तकालय भवन के अंदर सर्वदलीय बैठक बुलाई। सिंह के साथ राज्यसभा में सदन के नेता पीयूष गोयल और संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी और अन्य राजनीतिक दलों के नेताओं ने बैठक में भाग लिया। इस बीच, कांग्रेस ने शीतकालीन सत्र को क्रिसमस के बाद जारी रखने पर अपनी आपत्ति दर्ज कराई, जबकि पिछली बार इसे 25 दिसंबर से पहले स्थगित कर दिया गया था। कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी ने कहा कि सरकार को शीतकालीन सत्र की तारीखों की घोषणा करने से पहले क्रिसमस जैसे त्योहारों को ध्यान में रखना चाहिए था।
सरकार का एजेंडा :
सत्र के दौरान सरकार की कोशिश एक दर्जन से अधिक बिलों को पारित कराने और अनुदान की अनुपूरक भी मौजूद मांगों को पारित कराने की रहेगी। इनमें लोकसभा से पास हो चुके और राज्यसभा में लंबित चार बिल भी हैं। राज्यसभा में ऐसे तीन बिल और भी आ सकते हैं, जिनकी रिपोर्ट सदन में पेश हो चुकी है। वहीं बिजली संशोधन बिल, टेलिकॉम बिल और डेटा प्रोटेक्शन बिल जैसे तीन अहम बिल फिलहाल संसदीय समितियों के सामने विचारार्थ हैं। इस बार सदन में आने वाले अहम बिलों में बहु-राज्यीय सहकारी समितियों में जवाबदेही बढ़ाने और चुनावी प्रक्रिया में सुधार से संबंधित बिल, वन संरक्षण और संशोधन बिल भी शामिल हैं।
विपक्ष है तैयार :
सर्वदलीय बैठक में विपक्ष ने साफ किया कि महंगाई, बेरोजगारी, सरकारी एजेंसियों के कथित दुरुपयोग, सीमा पर तनाव, ईडब्ल्यूएस आरक्षण और साइबर क्राइम जैसे अहम मुद्दों को सदन में उठाएगा। विपक्ष के तेवर से लगता है कि पूर्वी लद्दाख में चीन से लगी सीमा की स्थिति और जांच एजेंसियों के कथित दुरुपयोग के मुद्दे पर सदन में टकराव की स्थिति पैदा हो सकती है। अधीर रंजन चौधरी का कहना था कि चीन से लगी सीमा पर स्थिति के बारे में हमें सही ढंग से जानकारी नहीं दी जा रही है। विपक्ष चाहता है कि सत्र के दौरान इस विषय पर भी चर्चा हो। बीजेडी की ओर महिला आरक्षण के मुद्दे को लेकर अपने सरोकार सामने रखे गए।
टीएचडीसी इंडिया लिमिटेड द्वारा टिहरी झील में आयोजित “4th रैंकिंग और ओपन कैनो स्प्रिंट सीनियर (पुरुष और महिला) चैंपियनशिप” (टिहरी वाटर स्पोर्ट्स कप) का समापन समारोह
टिहरी-गढ़वाल, टीएचडीसीआईएल द्वारा टिहरी झील में आयोजित “4th रैंकिंग और ओपन कैनो स्प्रिंट सीनियर (पुरुष और महिला) चैंपियनशिप” का समापन समारोह श्री सुबोध उनियाल, माननीय कैबिनेट मंत्री, उत्तराखंड सरकार की गरिमामयी उपस्थिति में आईटीबीपी कैंपस, कोटी कॉलोनी, टिहरी-गढ़वाल में सम्पन्न हुआ | इस अवसर पर माननीय कैबिनेट मंत्री ने सभी विजेताओं को बधाई दी व कहा कि पूरे देश के युवाओं को ऐसे खेलों में बढ़-चढ़ कर प्रतिभाग करना चाहिए जिससे देश का नाम रोशन होगा |
इस अवसर पर माननीय विधायक टिहरी, श्री किशोर उपाध्याय भी उपस्थित रहे साथ ही इस दौरान डॉ. डी. के. सिंह, सेक्रेटरी जनरल, उत्तराखंड ओलिम्पिक एसोसिएशन सहित उत्तराखंड ओलिम्पिक एसोसिएशन के कई अधिकारी उपस्थित रहे |
इस प्रतियोगिता मे कुल 195 points के साथ मध्य प्रदेश विजेता तथा 148 points के साथ ITBP उप-विजेता रहा | इस प्रतियोगिता में कुल 31 टीमों ने भाग लिया।
कार्यक्रम के समापन समारोह में श्री यू. के. सक्सेना, कार्यपालक निदेशक(टिहरी कॉम्प्लेक्स), श्री एल. पी. जोशी, कार्यपालक निदेशक (पीएसपी) एवं डॉ. ए. एन. त्रिपाठी, अपर महाप्रबंधक (मा. सं एवं प्रशा. & केन्द्रीय संचार) मुख्य तौर पर उपस्थित रहे |
उल्लेखनीय है कि टीएचडीसी इंडिया लिमिटेड, कयाकिंग एंड कैनोइंग एसोसिएशन ऑफ उत्तराखंड, इंडियन ओलिम्पिक एसोसिएशन, उत्तराखंड ओलिम्पिक एसोसिएशन के सहयोग से और आईटीबीपी के तकनीकी भागीदार के रूप में इस टिहरी वाटर स्पोर्ट्स कप का आयोजन 28 दिसम्बर से 30 दिसम्बर तक किया गया |
टीएचडीसीआईएल भारत की अग्रणी विद्युत उत्पादन कंपनियों में से एक है । टिहरी बांध एवं एचपीपी (1000मेगावाट), कोटेश्वर एचईपी(400 मेगावाट), गुजरात के पाटन में 50 मेगावाट एवं द्वारका में 63 मेगावाट की पवन विद्युत परियोजनाओं, उत्तर प्रदेश के झांसी में 24 मेगावाट की ढुकवां लघु जल विद्युत परियोजना एवं कासरगॉड केरल में 50 मेगावाट की सौर परियोजना के साथ टीएचडीसीआईएल की कुल संस्थापित क्षमता 1587 मेगावाट हो गई है ।