पति पत्नी के बीच आया “वो” तो हो गया कत्लेआम, 24 घण्टे में ही हुए गिरफ्तार
फिर बजा पीएम मोदी का डंका, दुनियाभर के नेताओं में रहे टॉप पर, बाइडेन और सुनक काफी पीछे
नई दिल्ली, पिछले साल की तरह इस साल भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को दुनिया के सबसे लोकप्रिय नेता के तौर पर चुना गया है। अमेरिकी डेटा इंटेलिजेंस फर्म ‘द मॉर्निंग कंसल्ट’ के सर्वे में पीएम मोदी अप्रूवल रेटिंग में दुनिया के 22 देशों के शीर्ष नेताओं को पीछे छोड़ पहले नंबर पर काबिज हैं। उन्होंने अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन और ब्रिटिश पीएम ऋषि सुनक को भी पीछे छोड़ दिया है।
सर्वे के मुताबिक, 22 नेताओं में से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 78 प्रतिशत के साथ लिस्ट में सबसे ऊपर हैं। इसके बाद मैक्सिकन राष्ट्रपति एंड्रेस मैनुअल लोपेज ओब्रेडोर 68 प्रतिशत और स्विस राष्ट्रपति एलेन बेर्सेट 62 प्रतिशत के साथ तीसरे स्थान पर हैं। अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन और कनाडा के जस्टिन ट्रूडो ने 40 प्रतिशत की रेटिंग हासिल हुई है, जिन्हें सातवां और नौवां स्थान हासिल हुआ है। जबकि ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक ने 30 प्रतिशत रेटिंग हासिल की है और 13वां स्थान हासिल किया।
पीएम मोदी की रेटिंग 2 मई, 2020 को 84 प्रतिशत के उच्च स्तर पर पहुंच गई थी। जब देश में कोविड-19 की दूसरी लहर अपने चरम पर थी तब 7 मई, 2021 को उनकी रेटिंग 63 प्रतिशत के साथ सबसे कम थी। हालिया रेटिंग मॉर्निंग कंसल्ट की तरफ से इस साल 26 से 31 जनवरी के बीच एकत्र किए गए डेटा से है। रेटिंग प्रत्येक देश में वयस्क निवासियों के सात-दिवसीय मूविंग एवरेज पर आधारित होती है, जिसमें सैंपल का आकार एक देश से दूसरे देश में भिन्न होता है।
बता दें कि मॉर्निंग कंसल्ट प्रतिदिन 20,000 से अधिक ग्लोबल इंटरव्यू आयोजित करता है। वयस्कों के राष्ट्रीय स्तर पर सैंपल कलेक्ट करने के बीच सभी इंटरव्यू ऑनलाइन आयोजित किए जाते हैं। प्रत्येक देश में आयु, लिंग, क्षेत्र और कुछ देशों में आधिकारिक सरकारी स्रोतों के आधार पर और शिक्षा के आधार पर सर्वेक्षणों को महत्व दिया जाता है।
पांच जजों की सुप्रीम कोर्ट में नियुक्ति को केंद्र ने दी हरी झंडी, अब शीर्ष अदालत में जजों की कुल संख्या 32 हो जाएगी
नई दिल्ली, जजों की नियुक्ति को लेकर सरकार और न्यायपालिका के बीच बीते दो महीने से चल रही खींचतान के बीच केंद्र ने शनिवार को पांच जजों की नियुक्ति को हरी झंडी दे दी है, कॉलेजियम के नाम से जाने जाने वाले जजों के पैनल ने, जो सिफारिशें करता है, ने दिसंबर में हाई कोर्ट के तीन मुख्य न्यायाधीशों और दो जजों के नाम सुप्रीम कोर्ट में पदोन्नति के लिए भेजे थे, जिससे शीर्ष अदालत में जजों की कुल संख्या 32 हो जाएगी |
यह हैं पांच न्यायाधीश जिनकी नियुक्ति को केंद्र ने मंजूरी दे दी है:
न्यायमूर्ति पंकज मित्तल :
साल 1982 में इलाहाबाद विश्वविद्यालय से ग्रेजुएट और मेरठ कॉलेज से एलएलबी पास करने के बाद, न्यायमूर्ति पंकज मिथल ने 1985 से इलाहाबाद उच्च न्यायालय में प्रक्टिस किया है. जनवरी 2021 में, उन्हें जम्मू और कश्मीर उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश के रूप में प्रमोट किया गया था |
न्यायमूर्ति संजय करोल :
न्यायमूर्ति संजय करोल को
11 नवंबर, 2019 को पटना उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश के रूप में नियुक्त किया गया था. इससे पहले, उन्होंने त्रिपुरा उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश के रूप में काम किया था. न्यायमूर्ति करोल ने त्रिपुरा राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण के संरक्षक-इन-चीफ के साथ-साथ त्रिपुरा न्यायिक अकादमी के अध्यक्ष के रूप में काम किया है. उनका जन्म 23 अगस्त 1961 को शिमला में हुआ था |
न्यायमूर्ति पीवी संजय कुमार :
न्यायमूर्ति संजय कुमार ने
वर्ष 2021 में मणिपुर उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश के रूप में शपथ ली और इससे पहले पंजाब और हरियाणा उच्च न्यायालय के न्यायाधीश थे. उनका जन्म 14 अगस्त, 1963 को पी. रामचंद्र रेड्डी के घर हुआ था, जो आंध्र प्रदेश के पूर्व महाधिवक्ता (वर्ष1969 से 1982) थे |
न्यायमूर्ति अहसानुद्दीन अमानुल्लाह :
न्यायमूर्ति अहसानुद्दीन अमानुल्लाह का जन्म 11 मई, 1963 को हुआ था और 27 सितंबर, 1991 को बिहार स्टेट बार काउंसिल में उनका नामांकन हुआ था. उन्हें 20 जून, 2011 को पटना उच्च न्यायालय के न्यायाधीश के रूप में पदोन्नत किया गया और फिर 10 अक्टूबर, 2021 को आंध्र प्रदेश उच्च न्यायालय में स्थानांतरित कर दिया गया. उन्हें पिछले साल 20 जून को पटना उच्च न्यायालय में स्थानांतरित कर दिया गया |
न्यायमूर्ति मनोज मिश्रा :
इन्होंने साल 1988 में अलाहाबाद यूनिवर्सिटी से लॉ में स्नातक किया औक 12 दिसंबर, 1988 में बतौर वकील पंजीकृत हुए. इलाहाबाद उच्च न्यायालय में सिविल, राजस्व, आपराधिक और संवैधानिक पक्षों में अभ्यास करने के बाद, उन्हें 21 नवंबर, 2011 को अतिरिक्त न्यायाधीश के रूप में पदोन्नत किया गया. उन्होंने 06 अगस्त, 2013 को स्थायी न्यायाधीश के रूप में शपथ ली |
अभिनेता रितेश देशमुख और जेनेलिया डिसूजा अपनी शादी की सालगिरह मनाने पहुंचे मसूरी
मसूरी, बॉलीवुड के स्टार कपल रितेश देशमुख और जेनेलिया डिसूजा देशमुख अपनी शादी की सालगिरह मनाने पहाड़ों की रानी मसूरी पहुंचे। ये कपल चार दिन तक मसूरी रोड पर बने एक रिजॉर्ट में रुके। यहां पर इन्होंने सुकून भरे चार दिन बिताए और पहाड़ों की वादियों का आनंद लिया। चार फरवरी को यह कपल मुंबई वापस हो गया। रितेश देशमुख और जेनेलिया डिसूजा की तीन फरवरी को शादी की सालगिरह होती है। इस कपल ने इस बार अपनी शादी की ग्यारहवीं सालगिरह मनाई है।
इस दौरान देहरादून में प्रोड्यूसर सुमित अदलखा के साथ रितेश देशमुख और जेलिनिया डिसूजा देशमुख की मुलाकात हुई। सुमित ने बताया कि रितेश और जेलिनिया उत्तराखंड अपनी शादी की सालगिरह मनाने देहरादून आए हुए थे और यहां एक निजी रिजॉर्ट में चार दिन से ठहरे थे। रितेश जेलिनिया ने मसूरी की वादियो का आनंद लिया, ट्रैकिंग की, उत्तराखंड के व्यंजन खाए।
उत्तराखंड में लगातार हो रही शूटिंग्स के लिए उत्तराखंड की खूबसूरती और उत्तराखंड में पुष्कर सिंह धामी सरकार की फिल्म नीति की तारीफ की। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड की एक टूरिज्म वाला राज्य है और ज्यादा से ज्यादा फिल्म की शूटिंग यहां होने से लोगों को इसका लाभ मिलेगा।
रिपोर्टस के मुताबिक जेनेलिया डिसूजा और रितेश देशमुख की पहली मुलाकात 2003 में फिल्म तुझे मेरी कसम के सेट पर हुई थी।दोनों ने इस फिल्म से बॉलीवुड में कदम रखा था। यहीं से इनकी लव स्टोरी शुरू हुई थी। इसके बाद दोनों ने 2012 में शादी कर ली।
पिटकुल के प्रबंध निदेशक ध्यानी के दमदार फैसलों पर मुख्यमंत्री धामी की मुहर, मिला एक साल का सेवा विस्तार
“ईमादार और पारदर्शी फैसलों से पीसी ध्यानी ने जीता सबका दिल”
देहरादून, ऊर्जा क्षेत्र में पारदर्शिता और स्वस्थ कार्यप्रणाली प्रबंधन विकसित करने की कवायद में जुटे हैं पिटकुल के प्रबंध निदेशक पीसी ध्यानी। अपनी माटी और थाती को समर्पित पीसी ध्यानी एक अच्छे टीम लीडर और बेहद संवेदनशील अफसर हैं। वह अपने छोटे से छोटे कर्मचारी की बात को भी गंभीरता से सुनते हैं। उनकी समस्याओं का निराकरण करने की कोशिश करते हैं। उनके कार्य करने का तरीका पारदर्शी है। उनकी कर्तव्यनिष्ठा, ईमानदारी और समर्पण भाव को देखते हुए सरकार ने उन्हें एक साल का सेवा विस्तार दिया है। इसके लिए उनको प्रदेशभर से बधाई सन्देश मिल रहे हैं।
उत्तराखंड़ शासन के ऊर्जा विभाग के द्वारा पिटकुल के प्रबन्ध निदेशक पी.सी. ध्यानी के द्वारा कारपोरेशन कार्यहित में किये जा रहे विशिष्ट कार्यों एवं प्रदेश हित में प्राप्त की गयी उपलब्धियों के दृष्टिगत निदेशक (मा.सं.) के पद पर एक वर्ष का समय-विस्तार प्रदान किया गया, जिसके क्रम में पिटकुल में कार्यरत कार्मिकों में उल्लास का वातावरण बना हुआ है। इस अवसर पर पिटकुल के विभिन्न विभागों में कार्यरत कार्मिक एवं एसोसिएशनों द्वारा उन्हें पुष्पगुच्छ भेंट करते हुए उनके उज्जवल भविष्य की कामना की गयी। इसके साथ ही उनके द्वारा मुख्यमंत्री धामी, उत्तराखण्ड सरकार का धन्यवाद एवं आभार व्यक्त किया गया।
प्रबन्ध निदेशक द्वारा सभी कार्मिकों को धन्यवाद पे्रषित करते हुए उनसे यह आहवान किया गया कि प्रदेश एवं कारपोरेशन हित में कड़ी मेहनत एवं टीम भावना से काम करें जिससे पिटकुल अग्रणी ट्रांसमिशन यूटीलिटी बन सके।
इस अवसर पर उत्तरांचल पावर इंजनियर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष कार्तिकेय दुबे, अधीक्षण अभियन्ता, नीरज पाठक आदि, विद्युत डिप्लोमा इंजीनियर्स एसोसिएशन की ओर से अध्यक्ष पंकज सैनी एवं अन्य पदाधिकारी उपस्थित रहे।
एमबीपीजी कालेज की नाराज छात्रसंघ अध्यक्षा कॉलेज की छत पर चढ़ी, करीब साढ़े छह घंटे तक चला हाईवोल्टेज ड्रामा
हल्द्वानी, कुमाऊं के सबसे बड़े कॉलेज एमबीपीजी की छात्रसंघ अध्यक्ष बगैर जानकारी दिए एबीवीपी को जिला सम्मेलन की अनुमति देने से नाराज हो गईं और साथियों संग कॉलेज की छत पर चढ़ गईं। अपनी मांगों को लेकर करीब साढ़े छह घंटे तक कॉलेज की छत पर रहीं। प्रशासन की मानमनौउव्वल और आश्वासन के बाद देर शाम वह नीचें उतरीं।
यह हाईवोल्टेज ड्रामा दिन में 1:42 बजे से शुरू हुआ शाम करीब आठ बजे थमा। छात्रसंघ अध्यक्षा रश्मि लमगड़िया, सचिव निहित नेगी, कोषाध्यक्ष करन सिंह बिष्ट, संयुक्त सचिव सौरभ कुमार, छात्र नेता संजय जोशी कॉलेज परिसर में बने बहुउद्देशीय भवन की छत का ताला तोड़कर चढ़ गए और अंदर से दरवाजे पर कुंडी लगा दी। कॉलेज प्रशासन के साथ पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष लाल सिंह पवार, हर्षित जोशी ने भी उनसे नीचे उतरने के लिए कहा। इस बीच पुलिस और कॉलेज प्रशासन जेब में हाथ डालकर परिसर में घूमते रहा। छत से रश्मि बोलती रही।
मामले को सुलझाने के लिए कोई त्वरित कार्रवाई नहीं हुई। एमबीपीजी कॉलेज के प्रभारी प्राचार्य डॉ. महेश कुमार ने बताया कि छात्रसंघ अध्यक्ष की अवकाश की मांग को मान लिया गया है। शनिवार को कॉलेज में अवकाश रहेगा। छात्र सम्मेलन का कार्यक्रम आयोजित होगा।
गैरसैंण विधानसभा गेट पर पूर्व सीएम हरीश रावत ने किया उपवास, गैरसैंण को राजधानी बनाने का मुद्दा अगली पीढ़ी को सौंपने की कही बात
चमोली, कांग्रेस के कद्दावर नेता और प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने गैरसैंण को राजधानी बनाने का मुद्दा अगली पीढ़ी को सौंपने की बात कही। उन्होंने कहा कि बीते वर्ष उत्तराखंड सरकार की ओर से गैरसैंण में बजट सत्र आयोजित करने का निर्णय टालना दुर्भाग्यपूर्ण है।
संवाद सूत्र, गैरसैंण (चमोली): ‘कल और आएंगे नगमों की खिलती कलियां चुनने वाले, मुझसे बेहतर कहने वाले, तुमसे बेहतर सुनने वाले…” पद्मश्री रचनाकार साहिर लुधियानवी की पंक्तियां गुनगुनाकर पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने गैरसैंण को राजधानी बनाने का मुद्दा अगली पीढ़ी को सौंपने की बात कही।
पहाड़ को लेकर अपनी पीड़ा बयां करते हुए उन्होंने कहा कि मैंने अपने सामर्थ्य के अनुरूप पूरा प्रयास किया, कुछ आज भी दिख रहा है, लेकिन काफी कुछ बिखर गया है, शनिवार को तय कार्यक्रम के अनुरूप पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ग्रीष्मकालीन राजधानी भराड़ीसैंण पहुंचे। वहां हरदा पूर्व विधानसभा अध्यक्ष गोविंद सिंह कुंजवाल, पूर्व राज्य सभा सदस्य प्रदीप टम्टा समेत कांग्रेस कार्यकर्त्ताओं के साथ विधानसभा गेट पर एक घंटे उपवास पर बैठे।
इस दौरान हरीश रावत ने कहा कि बीते वर्ष उत्तराखंड सरकार की ओर से गैरसैंण में बजट सत्र आयोजित करने का निर्णय टालना दुर्भाग्यपूर्ण है। उन्होंने अपनी पार्टी को भी गैरसैंण का मुद्दा लेकर चुनाव में उतरने की सलाह दी थी, जिस पर नहीं चलने का खामियाजा 2017 और 2022 में भुगतना पड़ा। पूर्व सीएम के काफिले को विधानसभा परिसर स्थित पुलिस कैंप के समीप रोकने को लेकर पुलिस व कांग्रेस कार्यकर्त्ताओं के बीच हल्की नोकझोंक हो गई। नौक -झोंक हुई।
हरीश रावत ने कहा कि पूर्व सीएम व पूर्व विधानसभा अध्यक्ष को विधानसभा परिसर में जाने से रोकने को लेकर वह आगामी विधानसभा सत्र के दौरान देहरादून में गिरफ्तारी देंगे। वहीं पुलिस ने उच्चाधिकारियों से मिले आदेशों का पालन करने की बात कही। इसके बाद सभी लोग विधानसभा के मुख्य द्वार पर ही उपवास पर बैठ गए। इस अवसर पर पृथ्वीपाल सिंह, मुकेश नेगी, हरिकृष्ण भट्ट, संदीप पटवाल, कमल सिंह रावत, दान सिंह नेगी, सोबन सिंह आदि मौजूद रहे।
विज्ञान व प्रौद्योगिकी की शिक्षा बहुत जरूरी है। कोई भी देश इसके बिना विकास की राह पर नहीं चल सकता : ॠतु खंडूड़ी
देहरादून, विद्यार्थी विज्ञान मंथन का राज्य स्तरीय मेगा शिविर डीएवी पब्लिक स्कूल में आयोजित किया गया, जिसमें विधानसभा अध्यक्ष ऋतु खंडूड़ी भूषण ने प्रतिभाग किया है।
राज्य स्तरीय शिविर में प्रथम स्तर की परीक्षा उत्तीर्ण करने वाले सभी छात्र-छात्रों ने भी भाग लिया। कार्यक्रम में स्कूल के छात्र छात्राओं द्वारा सुंदर प्रस्तुतियां दी गई। विद्यार्थी विज्ञान मंथन की शुरूआत का मूल उद्देश्य भारतीय विज्ञान के महत्व और उसके मूलभूत सैद्धांतिक मूल्यों को व हमारे वैज्ञानिक सोच को आधारभूत बनाकर नन्हें वैज्ञानिकों की खोज की बड़ी परिकल्पना है।
कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि उपस्थित विधानसभा अध्यक्ष ऋतु खंडूरी भूषण ने आयोजकों को ऐसे कार्यक्रम करने के लिए उनकी सराहना की उन्होंने कहा कि ऐसे कार्यक्रम करने से बच्चों को विज्ञान के बारे में ज्ञान प्राप्त होता है और वे विज्ञान को जान पाते हैं।
उन्होंने कहा की विज्ञान के क्षेत्र में राज्य सरकार बच्चों को उत्तराखंड विज्ञान शिक्षा एवं अनुसंधान केंद्र (यूसर्क),(यूसैक) हो या यूकॉस्ट हो उसके माध्यम से जोड़ रही है। बच्चों को विज्ञान में आगे बढ़ाने की कोशिश कर रही है।
उन्होंने कहा की भारत के वैज्ञानिक उन्नत बुद्धिमता से परिपूर्ण हैं जिस प्रकार हमने कोविड के टीके की खोज और उसके वितरण का मैनेजमेंट के अलावा आपदा से मुकाबला किया है ये विज्ञान का ही परिणाम है । विज्ञान व प्रौद्योगिकी की शिक्षा बहुत जरूरी है। कोई भी देश इसके बिना विकास की राह पर नहीं चल सकता। विश्व के सभी विकसित देशों का मुख्य आधार वहां की विज्ञान व प्रौद्योगिकी है।
कार्यक्रम में अध्यक्ष विज्ञान भारती प्रोफेसर के०डी पुरोहित, डायरेक्टर आई ०आई ०आर ०एस डा आरपी सिंह, डायरेक्टर युसर्क अनीता रावत, जोनल निदेशक (ROCBSE) रणवीर सिंह, संयुक्त सचिव माध्यमिक शिक्षा उत्तराखंड जे०एल शर्मा, सचिव विज्ञान भारती प्रोफेसर हेमवंती नंदन, वॉइस प्रधानाचार्य मीनाक्षी सहोदया , प्रधानाचार्य डीएवी पब्लिक स्कूल शालिनी समादिया आदि मौजूद रहे |
प्रीतम भरतवाण के संग झूम उठे दूनवासी, दा मलंग में शहरवासियों ने खूब की खरीददारी
देहरादून, दा मलंग आर्ट की ओर से ग्यारह दिवसीय सांस्कृतिक मेले के दूसरे दिन लोगों ने मेले का खूब लुफ्त उठाया। रविवार होने के कारण लोगों ने जमकर खरीदारी की। देर शाम उत्तराखंड के लोक प्रसिद्व जागर सम्राट प्रीतम भरतवाण के गानों में लोग झूमते हुए नजर आए। वहीं देर शाम को पहली सांस्कृतिक संध्या में जागर, लोकगीत, लोकनृत्य की धूम मची। मैदान में बड़ी संख्या में श्रोता अद्र्धरात्रि तक पांडाल में डटे रहे। दा मलंग शिल्प,व्यंजन और म्यूजिक प्रदर्शनी का श्री गुरु नानक पब्लिक महिला इंटर कॉलेज ग्राउंड रेस कोर्स में आयोजित मेला आगामी 14 फरवरी तक प्रदर्शनी में सुबह दस से रात्रि दस बजे तक अलग अलग कार्यक्रमों का आनंद लेने के साथ ही यहां शिल्प कलाओं की खरीददारी भी की जा सकेगी। विभिन्न राज्यों से आए हस्तशिल्पकारों मे खरीदारी पर खुशी का माहौल देखने को मिला। जगह-जगह लगे स्टॉलों में उत्तराखंड के व्यंजनों का भी लोगों ने खूब लुत्फ उठाया। दा मलंग प्रदर्शनी के आयोजक ऋषि कुमार झा ने बताया कि यहां आयोजित होने वाला दा मलंग इवेंट वोकल फॉर लोकल और आत्मनिर्भर भारत के मंत्र को आगे बढ़ाते हुए स्वदेशी शिल्पकार एवं दस्तकारों का प्लेटफार्म है। उन्होंने बताया कि मेला निशुल्क किया गया है। रविवार को उत्तराखंड के जाने माने जागार और संगीतकार प्रीतम भरत्वाण ने मेले में अपनी गीतों की प्रस्तुति दी। इस मौके पर लोकल कॉर्डिनेशन करने वाले सिनमिट कम्युनिकेशंस के डायरेक्टर दलीप सिंधी और राजीव मित्तल ने बताया कि इसके बाद अन्य 40 बडे शहरों में दा मलंग प्रदर्शनी आयोजित की जाएगी।
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डीएम एडीएम परिवार सहित पहुंचे मेले में
मेले में जिलाधिकारी, एडीएम प्रशासन व एडीएम एफआर परिवार के साथ पहुंचे ,जहां उन्होंने खूब खरीददारी भी की। उन्होंने आयोजकों से कहा कि मेला आमजन के लिए खरीदारी का अच्छा माध्यम है। मेले की गतिविधियों से लोगों को एक ही जगह पर विभिन्न प्रकार की वस्तुएं उपलब्ध हो जाती हैं। साथ ही बच्चों का भी मनोरंजन होता है। स्थानीय उत्पादों को बढ़ावा देने के लिए शहर में समय-समय पर इस प्रकार के आयोजन होते रहने चाहिए। उन्होंने दा मलंग के लिए आयोजकों को बधाई दी।
नवनियुक्त जिलाध्यक्ष डॉ प्रदीप कुमार अध्यक्ष को किया गया सम्मानित
हरिद्वार (कुलभूषण), भारतीय जनता पार्टी ओबीसी मोर्चा के तत्वाधान में ओबीसी मोर्चा हरिद्वार द्वारा केंद्रीय बजट 2022-23 का अभिवादन एवं नवनियुक्त जिला अध्यक्ष अध्यक्ष डॉ प्रदीप कुमार का सम्मान समारोह किया गया। जिसमें मुख्य अतिथि प्रदेश अध्यक्ष ओबीसी मोर्चा राकेश गिरी एवं भाजपा जिला अध्यक्ष हरिद्वार संदीप गोयल रहे बजट के अभिवादन प्रस्ताव के संदर्भ में मुख्य वक्ता पूर्व जिलाध्यक्ष डॉक्टर जयपाल सिंह चौहान रहे साथ में विशेष अतिथि डॉ विशाल गर्ग प्रदेश सदस्य भाजपा, मुनेश पाल प्रदेश मंत्री ओबीसी मोर्चा जयध्वज सैनी प्रदेश सह कोषाध्यक्ष , लव शर्मा जिला उपाध्यक्ष , मोहित वर्मा जिला मंत्री भाजपा रहे।
सन्दीप गोयल जिला अध्यक्ष भाजपा द्वारा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में चल रही केंद्र सरकार एवं पुष्कर धामी जी के नेतृत्व में चल रही भाजपा सरकार के कार्यकाल की उपलब्धियों पर प्रकाश डाला गया। ओबीसी मोर्चा को मजबूती से आगे बढ़ने और सहयोग करने का आश्वासन दिया गया।
जयपाल चौहान द्वारा लोककल्याणकारी एवं सभी वर्गो के हित को ध्यान में रखते हुए बजट 2023-24 की मुख्य विशेषताओं पर प्रकाश डालते हुए माननीय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी एवं वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण जी का धन्यवाद ज्ञापित किया गया। प्रदेश अध्यक्ष राकेश गिरी ने भाजपा के कार्यकाल मे ओबीसी समाज के हितों के लिए किए गए कार्यो का विवरण साझा किया एवं मोर्चे के आगामी कार्यक्रमों पर प्रकाश डाला।
कार्यक्रम की अध्यक्षता डॉ प्रदीप कुमार जिलाध्यक्ष ओबीसी मोर्चा एवं संचालन सन्दीप सिंहानिया प्रजापति ने किया।
कार्यक्रम में पूर्व जिलाध्यक्ष प्रदीप पाल, अनिता वर्मा पूर्व विधानसभा सह प्रभारी लक्सर, राजबीर कश्यप, लोकेश पाल, संजय वर्मा, पवनदीप कुमार, आदित्य गिरी, मनमीत चौधरी, राजीव चौधरी, अशोक चौहान, वीरेन्द्र चौधरी, रामकुमार प्रजापति, विपिन सैनी, सतीश आर्य, रामलाल प्रजापति, सर्वेश प्रजापति, आशीष चौधरी, सन्दीप आर्य, शिवम तावनी, प्रदीप प्रजापति, संजय सैनी, दीपांकर, एड० धर्मेंद्र आर्य, बबली देवी, बबीता योगाचार्य, नरेश भारद्वाज, दीपक नेगी, चंद्रपाल सिंह प्रजापति, वीरपाल सिंह प्रजापति, सुनील दत्त प्रजापति, बिन्दर पाल, नरेन्द्र वर्मा, सुखबीर सिंह प्रजापति, अनिल प्रजापति, विजय, रामपाल रावत, इन्द्र शर्मा, मोहित पहलवान, प्रदीप प्रजापति, अरुण प्रजापति, रवि प्रजापति, अनिल राणा, हरिओम बंसल, प्रेम शर्मा, पिन्टू प्रधान, सुरेन्द्र इत्यादि उपस्थित रहें।
बजट से कृषि और पर्यटन के क्षेत्र मे उतराखंड को मिलेगी मजबूती : रवि शंकर
देहरादून 5 फरवरी। भाजपा के वरिष्ठ नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री श्री रविशंकर प्रसाद ने कहा कि केंद्रीय बजट सर्वव्यापी व सर्वस्पर्शी है जो देश के गरीबों व किसानों के लिए कल्याणकारी और भारत को विकसित राष्ट्र बनाने वाला है । उन्होने विश्वास दिलाया कि श्री अन्न योजना, कृषि, पर्यटन, इन्फ्रास्टूक्चर में बजट के प्रावधान से उत्तराखंड के विकास को भी मजबूती मिलेगी।
भाजपा प्रदेश मुख्यालय में आयोजित देशव्यापी बजट चर्चा अभियान के तहत हुई पत्रकार वार्ता में श्री रविशंकर प्रसाद ने कहा कि 2023-24 का बजट देशवासियों के लिए हितकारी और आर्थिक उन्नति वाला है जिसके मूल में देश के गरीब और किसानों, युवाओं के साथ मातृशक्ति उत्थान का खाका है । उन्होने कहा बजट में मुख्य रूप से तीन सार हैं। इनमें पहले दो -बजट सर्वव्यापी, सर्व स्पर्शी है, जिसके मूल में देश के किसान और गरीब का कल्याण है। तीसरा बिंदु भारत को एक विकसित राष्ट्र बनाने का संकल्प का सार है और यह सार देश ही नहीं विश्व में भारत को सम्मान के साथ देखा जा रहा है। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी की सरकार जब कुछ कहती है तो करके दिखाती है। आज यूक्रेन-रूस युद्ध से पूरा विश्व प्रभावित है। फिर भी भारत अपने को संभाल कर विकास की ऊंचाइयों पर तेजी से छू रहा है। अंतरराष्ट्रीय निगरानी कोष ने अपने टिप्पणी में कहा है कि भारत की विकास दर 6.8 होने वाली है। उनका यह शब्द बताता है कि भारत विश्व की चमकती अर्थव्यवस्था है। भारत की विकास दर क़रीब 7 फीसद होने वाली है।
श्री रविशंकर प्रसाद ने जानकारी दी, इस बजट के केंद्र में भारत का कृषि विकास पर विशेष फोकस रहा है। इसके लिए 20 लाख करोड़ का क्रेडिट अब तक की सबसे अधिक व्यवस्था है। टेक्नोलाजी का प्रयोग अधिक हो इसके लिए स्टार्ट-अप मूवमेंट को कृषि में लाया जाएगा । स्टार्ट-अप 2015 से प्रारंभ हुआ, आज इनकी संख्या 90 हजार पहुँच गयी है। स्टार्ट-अप में भारत विश्व की तीसरी ताकत 100 यूनिकॉर्न है यानी सात हजार करोड़।
रविशंकर प्रसाद ने उम्मीद की, उत्तराखंड के प्रतिभा संपन्न नौजवान कृषि में सक्रिय होंगे और स्टार्ट-अप का लाभ उठाएंगे । उन्होंने बताया कि सहकारिकता के क्षेत्र में 63 हज़ार करोड़ की बजट में व्यवस्थता डिजिटलाइजेशन व अन्य योजनाओं के लिए की है, जिसका लाभ उत्तराखंड को भी मिलेगा । इस मौके पर उन्होने राज्य में समितियों के 100 फीसदी डिजिटलाइजेशन की तारीफ की | इसी तरह उन्होने बताया, मत्स्य पालन यानी ब्लू इकॉनोमी को 6000 करोड़, मोटा अनाज यानि श्री अन्न योजना के लिए भी बड़ा प्रावधान किया गया है। उन्होने विशेष तौर पर कहा, मोदी जी का भारत के मिलट को दुनिया भर में पहुंचाने के लक्ष्य का सबसे अधिक लाभ उत्तराखंड को मिलने जा रहा है क्यूंकी यहाँ के अधिकांश छोटे किसानों की अर्थिकी मंडवा, झुंगोरा, रामदाना जैसे अनेकों मोटे अनाज के उत्पादन पर टिका है |
उन्होने कहा, इंफ्रास्ट्रक्चर के लिए 10 लाख करोड़, रेलवे के लिए 2 लाख 40 हज़ार करोड़। इसमें से 5004 करोड़ अकेले उत्तराखंड के लिए मिला है जिसमें हरिद्धार, देहरादून के रेलवे को अंतराष्ट्रीय स्तर का मॉडल स्टेशन बनाना, हर्रावाला स्टेशन समेत अनेक स्टेशनों का विस्तार आदि योजनाएँ शामिल हैं | बजट में नौजवानों के लिए 30 स्किल इंडिया डिजिटल सेंटर खुलेंगे, जिससे अगले 3 सालों में 47 लाख युवाओं को वजीफा मिलेगा। देश के 150 मेडिकल कॉलेज में नर्सिंग कॉलेज खुलेंगे। इसी के तहत 3 से 4 नर्सिंग कॉलेज उत्तराखंड को भी मिलेंगे। इसी क्रम में उन्होने टैक्सेशन प्रपोजल्स की बात करते हुए कहा, पहले 5 लाख तक टैक्स नहीं लगता था अब ये सीमा बढ़ाकर 7 लाख कर दी गई है।
उन्होंने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं को याद दिलाते हुए कहा कि देश के लिए अगले एक वर्ष तक 80 करोड़ लोगों को निशुल्क खाद्यान्न की व्यवस्था की गई है। देशभर में 220 करोड़ टीके मेक इन इंडिया मुहिम के तहत लगाए गए और 80 देशों को निर्यात भी किए । दुनिया भर की अनेक समस्याओं के बावजूद भारत में पूंजी निवेश आया। देश में मोबाइल निर्माण में हम दुनिया में दूसरे नंबर पर हैं । 2014 में दो मोबाईल फैक्ट्रीज से बढ़कर आज 270 मोबाइल फैक्ट्री हैं। प्रधानमंत्री के अगुवाई में लगातार देश की अर्थव्यवस्था को मजबूती मिल रही है।
पूर्व केंद्रीय मंत्री प्रसाद ने बताया कि देश की महिलाओं के लिए विशेष चिंता की गई है जिसके तहत अगले 2 वर्ष तक जमा राशि पर 7.5 फीसदी ब्याज देने की बजट में व्यवस्थता की गयी |
उन्होने कहा सबसे अच्छी बात है, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अपील पर ज़्यादा से ज़्यादा लोगों ने टैक्स पे करना शुरू किया। 20–21 में 6 करोड़ 97 लाख लोगों और 22–23 में 7 करोड़ से ज़्यादा लोगों ने इनकम टैक्स फाइल किया है ।
उन्होंने उत्तराखंड को ग्रीन बोनस नहीं मिलने के सवाल पर कहा कि इस बजट में 35 हजार करोड़ की हाइड्रोजन उर्जा को विकसित करने का प्लान है। योजना नोटिफाई होने पर हिमालयी राज्यों को लाभ मिलेगा। जोशीमठ पर उन्होंने कहा कि हिमालयी नीति पर सरकार काम कर रही है। जोशीमठ चुनौती है, इसे धामी सरकार ने गंभीरता से लिया है। जोशीमठ में सरकार तेज गति से काम कर रही है। कांग्रेस सरकार की कार्यालयी नीति थी बॉर्डर पर संसाधन को विकसित नहीं करेंगे क्योंकि चीन चिढ़ता है। आज मोदी सरकार के नीति का परिणाम है कि वहां पर तेजी से संसाधनों को विकसित किया जा रहा है।
इस मौके पर भाजपा प्रदेश अध्यक्ष श्री महेन्द्र भट्ट, कैबिनेट मंत्री श्री प्रेचचंद अग्रवाल, श्री धन सिंह रावत, प्रदेश मीडिया प्रभारी श्री मनवीर सिंह चौहान, प्रदेश उपाध्यक्ष श्री मुकेश कोली, प्रदेश कोषाध्यक्ष पुनीत मित्तल , विधायक श्री अनिल नौटियाल, प्रदेश सह मीडिया प्रभारी राजेन्द्र नेगी, माणिक निधि शर्मा, संजीव वर्मा, प्रदेश प्रवक्ता विनोद सुयाल, श्रीमति मधु भट्ट , हनी पाठक सहित अन्य पार्टी पदाधिकारी मौजूद रहे ।