Wednesday, May 14, 2025
Home Blog Page 651

निरंकारी भक्तों ने चमकाया तमसा नदी टपकेश्वर महादेव मंदिर के परिसर को

0

देहरादून –  संत निरंकारी मिशन द्वारा अमृत परियोजना के अंतर्गत स्वच्छ जल स्वच्छ मन जन जागरूकता अभियान में निरंकारी भक्तों ने टपकेश्वर महादेव मंदिर तमसा नदी से कई कुंतल कचरा साफ करके चमकाया l
इस अभियान में मंदिर के महंत श्री दिगंबर भरत गिरी जी महाराज एवं श्री हरीश चंद्र सेमवाल जी सचिव संस्कृति मंत्रालय उत्तराखंड वह पदम सिंह थापा जी अध्यक्ष गोरखाली सुधार सभा का जोनल इंचार्ज हरभजन सिंह जी स्थानीय संयोजक नरेश वीरमानी जी संचालक मनजीत सिंह जी ने बुका देकर हार्दिक स्वागत किया सभी ने अपने उद्गार रखें और निरंकारी मिशन की भूरी भूरी प्रशंसा की श्री हरभजन सिंह जी ने कहा कि बाबा हरदेव सिंह जी महाराज का जन्म दिन 23 फरवरी को निरंकारी भक्त मनाया करते हैं कुछ वर्ष पहले बाबा जी ने कहा कि अब दास के जन्म दिन को पूरे विश्व में सफाई अभियान करके मनाए, और कहा कि प्रदूषण बाहर का हो या अंदर का दोनों ही हानिकारक है I
आज वर्तमान निरंकारी सतगुरु माता सुदीक्षा जी महाराज वा राज पिता रमित चांदना जी के भरपूर आशीर्वाद से पूरे भारतवर्ष में लगभग 1100 स्थानों के 730 शहरों 27 राज्यों में यह अभियान चलाया गया I
इसी श्रृंखला में उत्तराखंड राज्य के 19 स्थानों पर यह अभियान चला ज्ञात हो जहां स्वच्छ जल स्वच्छ मन सतगुरु माता जी का संदेश शरीर के लिए स्वच्छ जल और ब्रह्मज्ञान मन को स्वच्छ करता है, जो ब्रह्म ज्ञान निरंकारी मिशन प्रदान करता है I
सेवादल के भाई बहन एवं संतों का अच्छा खासा उत्साह देखा गया निरंकारी सतगुरु माता सुदीक्षा जी महाराज एवं राज पिता रमित चांदना जी की गरिमामयी उपस्थित मे दिल्ली यमुना नदी पर भी आयोजन चलाया गया I
आजादी के 75वें ‘अमृत महोत्सव’ के तत्वावधान् में सत्गुरु माता सुदीक्षा जी महाराज एवं निरंकारी राजपिता जी के पावन कर कमलों द्वारा आज प्रातः 8.00 बजे ‘अमृत परियोजना’ के अंतर्गत ‘स्वच्छ जल स्वच्छ मन’ का शुभारम्भ यमुना छठ घाट (आई. टी. ओ.) से किया गया। इसके साथ ही सत्गुरु माता जी के पावन आशीर्वाद से यह परियोजना समूचे भारतवर्ष के 1100 से अधिक स्थानों के 730 शहरों, 27 राज्यों और केन्द्रशासित प्रदेशों में विशाल रूप से एक साथ आयोजित की गई।

बाबा हरदेव सिंह जी की शिक्षाओं से प्रेरणा लेते हुए संत निरंकारी मिशन द्वारा निरंकारी सत्गुरु माता सुदीक्षा जी महाराज के दिव्य निर्देशन में ‘अमृत परियोजना’ का आयोजन हुआ।

इस अवसर पर संत निरंकारी मिशन के सभी अधिकारीगण, केन्द्रीय एवं राज्य सरकार के मंत्री, गणमान्य अतिथि तथा हजारों की संख्या में स्वयंसेवक और सेवादल के सदस्य सम्मिलित हुए। कार्यक्रम का सीधा प्रसारण संत निरंकारी मिशन की वेबसाईट के माध्यम से किया गया जिसका लाभ देश एवं विदेशों में बैठे सभी श्रद्धालुओं एवं निरंकारी भक्तों ने प्राप्त किया।

इस परियोजना का शुभारम्भ करते हुए सत्गुरू माता सुदीक्षा जी महाराज ने जल की महत्ता पर प्रकाश डालते हुए कहा कि परमात्मा ने हमे यह जो अमृत रूपी जल दिया है तो हम सभी का कर्त्वय बनता है कि हम सब उसकी उसी तरह संभाल करे। स्वच्छ जल के साथ साथ मनों का भी स्वच्छ होना अत्यंत आवश्यक है क्योंकि इसी भाव के साथ हम संतो वाला जीवन जीते हुए सभी के लिये परोपकार का ही कार्य करते है।

संत निरंकारी मण्डल के सचिव आदरणीय श्री जोगिन्दर सुखीजा जी ने विस्तृत जानकारी दी कि ‘अमृत परियोजना’ के अंतर्गत दिल्ली एवं ग्रेटर दिल्ली के लगभग सभी क्षेत्रों की स्वच्छता की गई जिनमें अशोक विहार का संजय झील, कैनल सोर यमुना, दिल्ली का आई. टी. ओ. छट घाट, दिल्ली के निगम बोध घाट, भलस्वा झील, यमुना का सुर घाट, यमुना का राम घाट, दिल्ली का कालिंदी कुंज घाट इत्यादि स्थान प्रमुख है। इसके अतिरिक्त ग्रेटर दिल्ली से मुख्यतः ब्रजघाट गढ़, मुक्तेश्वर गंगा, सूरजपुर, गाजियाबाद का हिण्डन घाट, मण्डोरा तालाब, संकहोल गांव, गुरूग्राम के सोहना रोड पर स्थित दम दमा झील, सोनीपत का गोरीपुर, अशानध रोड नदी इत्यादि की स्वच्छता सभी स्वयंसेवको द्वारा पूरे उत्साह के साथ की गई।

इस कार्यक्रम की प्रबंध व्यवस्था बहुत ही उत्तम रूप से की गई जिसमें सभी सेवादारों एवं आंगतुको के बैठने, जलपान, पार्किंग, मेडिकल इत्यादि का समुचित प्रबंध किया गया। अमृत प्रोजेक्ट के मध्य सुरक्षा व्यवस्था के अंतर्गत विभिन्न जल निकायों हेतु समूचे देश में दिये गये दिशा निर्देशों का उचित रूप से पालन किया गया जिसमे रेड ज़ोन सभी के लिए पूर्णतः वर्जित था। कार्यक्रम का मुख्य स्थल येलो ज़ोन था और इसके अतिरिक्त ग्रीन ज़ोन में सुरक्षा हेतु महिलाओं एवं बालको के प्रवेश की अनुमति दी गयी।

इस परियोजना में अधिक से अधिक युवाओं का सक्रिय योगदान रहा। कार्यक्रम के मध्य केवल पर्यावरण अनुकूल उपकरणों का ही प्रयोग किया गया। प्लॉस्टिक की बोतलों, थर्माकॉल इत्यादि का प्रयोग सभी के लिए पूर्णतः वर्जित था।

कार्यक्रम के समापन पर सम्मिलित हुए अतिथि गणों ने मिशन की भूरी भूरी प्रशंसा की और साथ ही निरंकारी सत्गुरु माता जी का हृदय से आभार व्यक्त करते हुए कहा कि मिशन ने जल संकट से बचाव हेतु ‘जल संरक्षण’ एवं ‘जल निकायो’ की स्वच्छता जैसी इस कल्याणकारी परियोजनाओं को क्रियान्वित स्वरूप दिया है जो निश्चित रूप से समाज के उत्थान हेतु एक अहम कदम है। संत निरंकारी मिशन समय समय पर ऐसी ही अनेक परियोजनाओं में सक्रिय रूप से सम्मिलित रहा हैै जिनमें विशेषतः पर्यावरण संरक्षण हेतु ‘वननेस वन परियोजना’ और उसके उपरांत जल संरक्षण हेतु ‘अमृत प्रोजेक्ट’ प्रमुख है।

 

संत निरंकारी मिशन ने जल संरक्षण के लिए शुरू किया प्रोजेक्ट अमृत

हरिद्वार, 26 फरवरी। आजादी की 75वी वर्षगांठ पर मनाए जा रहे ‘अमृत महोत्सव’ के तहत निरंकारी मिशन ने प्रोजेक्ट अमृत का शुभारंभ किया। हरकी पैड़ी, लकसर ओर गुरूकुल नारसन में शुरू किए गए प्रोजेक्ट अमृत के तहत संत निरंकारी मिशन और संत निरंकारी चैरिटेबल फाउंडेशन के सेवादारों द्वारा हरकी पैड़ी और आसपास के घाटों व मैदानों में स्वच्छता अभियान चलाते सफाई की गयी। संत निरंकारी चैरिटेबल फाउंडेशन की टीम द्वारा नुक्कड़ नाटक के माध्यम से लोगों को स्वच्छता के लिये जागरूक भी किया गया। हरिद्वार में पूर्व कैबिनेट मंत्री स्वामी यतिश्वरानंद एवं रेल मंत्रालय के सदस्य मनोज गौतम भी कार्यक्रम में सम्मिलित हुए। कार्यक्रम का आयोजन देश के 27 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के 730 शहरों में ग्यारह सौ स्थानों पर एक साथ आयोजित किया गया। दिल्ली में परियोजना का शुभारम्भ करते हुए सत्गुरू माता सुदीक्षा महाराज ने जल की महत्ता पर प्रकाश डालते हुए कहा कि परमात्मा ने मानव को अमृत रूपी जल दिया है। सभी का कर्त्वय है कि उसकी उसी तरह संभाल करे। स्वच्छ जल के साथ मन का स्वच्छ होना भी अत्यंत आवश्यक है। स्वच्छ मन के साथ ही परोपकार का कार्य किया जा सकता है।
जोनल इंचार्ज हरभजन सिंह ने कहा कि मिशन ने जल संकट से बचाव हेतु ‘जल संरक्षण’ एवं ‘जल निकायो’ की स्वच्छता की कल्याणकारी परियोजनाओं को क्रियान्वित स्वरूप दिया है। निश्चित रूप से समाज को इसका लाभ मिलेगा। संत निरंकारी मिशन समय समय पर ऐसी ही अनेक परियोजनाओं में सक्रिय रूप से सम्मिलित रहा हैै जिनमें विशेषतः पर्यावरण संरक्षण हेतु ‘वननेस वन परियोजना’ और उसके उपरांत जल संरक्षण हेतु ‘अमृत प्रोजेक्ट’ प्रमुख है।

 

संत निरंकारी मिशन के स्वच्छ जल, स्वच्छ मन रैली निकाल जल संरक्षण के प्रति जागरूक किया

मसूरी। संत निरंकारी मिशन के अमृत महोत्सव प्रोजेक्ट के अंतर्गत स्वच्छ जल स्वच्छ मन परियोजना के तहत संत निरंकारी मिशन मसूरी ने गांधी चौक से मालरोड होते हुए शहीद भगत सिंह चौक तक रैली निकाली जिसमें जल संरक्षण के प्रति जनता को जागरूक किया गया। वहीं कैमलस बैक रोड पर सफाई अभियान चलाया। जिसमें बड़ी संख्या में स्वयं सेवकों ने प्रतिभाग किया। संत निरंकारी मिशन के तत्वाधान में आजादी के 75वें ‘अमृत महोत्सव’ के अवसर पर देश भर में सत्गुरु माता सुदीक्षा जी महाराज एवं निरंकारी राजपिता के पावन सानिध्य में कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं इसी कड़ी में मसूरी संत निरंकारी मिशन ने रविवार को ‘अमृत परियोजना’ के अंतर्गत स्वच्छ जल स्वच्छ मन जागरूकता रैली का आयोजन किया गया। जिसमें बड़ी संख्या में स्वयंसेवकों ने प्रतिभाग किया व जनता को जल सरंक्षण के प्रति जागरूक किया। इस परियोजना का मुख्य उद्देश्य जल संरक्षण तथा इसके बचाव हेतु अपनायी जाने वाली विभिन्न गतिविधियों की योजना बनाना एवं उन्हें क्रियान्वित रूप देना है। इस परियोजना का मुख्य बिन्दु जल निकायों की स्वच्छता एवं स्थानीय जनता के बीच जागरूकता अभियान के माध्यम से उन्हें प्रोत्साहित करना है। इस मौके पर सेवादल अधिकारी सुमित कंसल ने बताया कि संत निरंकारी मिशन मसूरी जोन के जोनल इंचार्ज हरभजन सिंह के निर्देश पर रविवार को स्वच्छ जल स्वच्छ मन के अंतर्गत किताब घर से शहीद भगत सिह चौक तक रैली निकाली गई। उसके पश्चात संत निरंकारी सत्संग भवन बाबा हरदेव सिंह मार्ग कैमल बैक रोड भवन पर सफाई अभियान चलाया गया। इस मौके पर संत निरंकारी मिशन मसूरी यूनिट ने. 561 के सेवादल अधिकारी सुमित कंसल डॉ. प्रेमचंद सहित समस्त साध संगत, सेवादल के स्वयं सेवक भाई व बहने एवं बाल संगत के बच्चे रैली में मौजूद रहे। मालूम हो कि संत निरंकारी मिशन पूरे देश के 27 राज्यों व केंद्र शासित प्रदेशों के 730 शहरों के 1100 स्थानों पर स्वच्छ जल स्वच्छ मन कार्यक्रम आयोजित कर रहा है। जिसमें करीब डेढ़ लाख स्वयं सेवक समुद्र तट, नदियों, झीलों, तालाबों, कुओं, पोखरों, जोहड़ों, पानी की टंकियों, नालियों और जल धाराओं को स्वच्छ एवं निर्मल बनायेंगे।

बर्खास्त सचिवालय कर्मचारियों की लड़ाई लड़ेंगे : सुब्रमण्यम स्वामी

0

हरिद्वार 26 फरवरी (कुलभूषण) अपनी बेबाक टिप्पणीयो के लिए देष में अपनी विषेश पहचान रखने वाले पूर्व केन्द्रीय वाणिज्य ,कानून व न्याय मंत्री व पूर्व लोकसभा राज्य सभा सांसद डा. सुब्रमण्यम स्वामी ने हरिद्वार पहुच प्रदेष सचिवालय से बर्खास्त चल रहे 228 कर्मचारियो के पक्ष में कानूनी लडाई लड उनका हक दिलाने की बात कही है
रविवार को हरिद्वार स्थित राज्य अतिथि गृह अटल बिहारी बाजपेयी अतिथि गृह में पत्रकारो को सम्बोधित करते हुए उन्होने कहा कि वह सचिवालय सेवाओ से बर्खास्त कर्मचारीयो को उनका अधिकार दिलाने के लिए प्रदेष सरकार से बात करेगें तथा प्रदेष के मुख्यमंत्री से अनुरोध करेगें की वह सभी बर्खास्त कर्मचरियो को पुन सेवा में बहाल करने का निर्णय ले यह उनके अधिकार क्षेत्र में आता है उन्होने कहा कि संविधान की धारा 14 के अन्तर्गत मिले अधिकार का उल्लघन नही होने दिया जायेगा यदि समय रहते कर्मचारियो को सरकार से न्याय नही मिला तो वह उनका पक्ष लेकर सर्वोच्च न्यायलय में जायेगें।
उन्होने कहा कि उन्हे पता चला की 2001 से 2015 तक की नियुक्तियो संरक्षण दिया जा रहा है वही अचानक 2016 से 2022 से रखे गये कर्मचारियो को बर्खास्त कर दिया गया है जो संविधान की धारा 14 का उल्लघंन करता है जो व्यक्ति को समानता का अधिकार देता है।
उन्होने कहा कि उन्हे पूर्ण विष्वास है कि सर्वोच्च न्यायालय से कर्मचारियो के पक्ष में निर्णय आयेगा
वही उन्होने यहा पर कोरिडोर बनाये जाने पर भी प्रदेष सरकार के निर्णय पर असहमति जताते हुए अपना विरोध स्पश्ट किया उन्होने कोरिडोर के मामले पर बोलते हुए कहा कि प्रदेष में इस प्रकार की योजना की प्रदेष में आवष्यकता नही है मै इसका विरोध करता हू इस बारे में मै मुख्यमंत्री को पत्र लिखूगा उन्होने कहा मै कहता हू उत्तराखंण्ड में क्या जरूरत है कोरिडोर बनने की सरकार को यहा पर अच्छी सडके बननी चाहिए पहाडो को तोडना नही चाहिए प्रदेष की सुन्दरता को कायम रखना चाहिए उन्होने कहा की पूर्व में भी मैने प्रदेष में सरकार द्वारा मन्दिरो की व्यवस्था को अपने हाथ में लेने का निर्णय लिया था जिसके चलते मैं प्रदेष के उच्च न्यायाल में गया था जहा यह निर्णय हुआ था कि मन्दिरों की गुल्लक पर मंिदरो का अधिकार रहेगा बाद में प्रदेष सरकार ये ेयह निर्णय वापिस ले लिया।
प्रेसवार्त्ता से पूर्व प्रेस वार्ता स्थल पर पहुचने पर कर्मचारियो की तरफ से गिरीष सिंह ने डा. सुब्रमण्यम स्वामी का स्वागत करते हुए अपने पक्ष से उन्हे अवगत कराया इस मौके पर विभिन्न बर्खास्त कर्मचारी उपस्थित रहे।

स्वच्छता सर्वेक्षण-2023 के दृष्टिगत आयोजित प्रतियोगिता में सफल होने वाली संस्थाओं को किया गया सम्मानित

0

जहां स्वच्छता होती है, वहां ईश्वर का वास होता है : जिलाधिकारी

हरिद्वार, मेयर नगर निगम हरिद्वार सुश्री अनीता शर्मा, रानीपुर विधायक श्री आदेश चैहान, जिलाधिकारी श्री विनय शंकर पाण्डेय ने शनिवार को ऋषिकुल आॅडिटोरियम में आजादी के अमृत महोत्सव के तहत नगर निगम हरिद्वार द्वारा स्वच्छता सर्वेक्षण-2023 के दृष्टिगत आयोजित प्रतियोगिता में सफल होने वाली संस्थाओं-स्वच्छ होटल, स्वच्छ विद्यालय, स्वच्छ अस्पताल, स्वच्छ आर.डब्लू.ए., स्वच्छ एस.एच.जी. स्वच्छ आश्रम/धर्मशाला, स्वच्छ वार्ड एवं स्वच्छ मार्केट एसोसिएशन को सम्मानित किये जाने हेतु, आयोजित सम्मान समारोह में प्रतिभाग किया।
सम्मान समारोह को सम्बोधित करते हुये जिलाधिकारी श्री विनय शंकर पांडे ने स्वच्छता का उल्लेख करते हुये कहा कि जहां स्वच्छता होती है, वहां ईश्वर का वास होता है। उन्होंने कहा कि घर परिवार और पास पड़ोस में स्वच्छता होगी, तो इससे आसपास का वातावरण अलग ही नजर आता है, जिससे वहां रहने वाले एक अलग प्रकार की अनुभूति का अनुभव करते हैं। उन्होंने कहा कि स्वस्थ शरीर में ही स्वस्थ मस्तिष्क का निवास होता है।
जिलाधिकारी ने नगर आयुक्त श्री दयानन्द सरस्वती के कार्य करने की प्रणाली की प्रशंसा करते हुये कहा कि वे समय-समय पर नये-नये सकारात्मक प्रयोग करते रहते हैं। उन्होंने कहा कि सभी के प्रयासों से स्वच्छता में हरिद्वार को बेस्ट टाउन सिटी का पुरस्कार प्राप्त हुआ है।
नगर आयुक्त श्री दयानन्द सरस्वती ने कहा कि नगर निगम की टीम आपसी समन्वय बनाते हुये काफी अच्छा कार्य कर रही है तथा आगे चलकर इससे भी अच्छी रैंकिम लाने के लिये कार्य किया जायेगा। उन्होंने कहा कि नगर निगम के साथ-साथ जल संस्थान भी हमारे हर कार्य में पूरा सहयोग प्रदान करते रहता है।
कार्यक्रम को रानीपुर विधायक श्री आदेश चौहान ने भी सम्बोधित किया।

आज के सम्मान समारोह में पुरस्कृत होने वालों में-होटल की श्रेणी में प्रथम, द्वितीय, तृतीय पुरस्कार क्रमशः पार्क ग्रैंड, क्रिस्टल गंगा हाइटेज, पीलीभीत हाउस को दिया गया। हॉस्पिटल की श्रेणी में प्रेम हॉस्पिटल रिसर्च सेंटर को प्रथम, रामकृष्ण मिशन सेवा आश्रम को द्वितीय तथा सिटी हॉस्पिटल, मातृछाया मेडिकल सेंटर, डाॅ0 मेहरा नर्सिंग होम को तृतीय पुरस्कार दिया गया, स्कूलों की श्रेणी में- प्रथम पुरस्कार विजकिड इण्टरनेशनल स्कूल, द्वितीय शिवडेल स्कूल, तृतीय धूम सिंह मैमोरियल पब्लिक स्कूल को दिया गया। स्वच्छ मोहल्ले के अन्तर्गत जूर्स कंट्री को प्रथम, साधुबेला अपार्टमेंट को द्वितीय, हरीलोक आवासीय कॉलोनी को तृतीय पुरस्कार दिया गया।
मार्केट श्रेणी में मोती बाजार व्यापार मंडल को प्रथम, भल्ला रोड विष्णु घाट को द्वितीय और भीमगौड़ा खड़खड़ी व्यापार मण्डी को तृतीय पुरस्कार, हास्पिटल/स्वच्छ कार्यालय की श्रेणी में जिला महिला हाॅस्पिटल/कार्यालय को प्रथम, कोतवाली नगर हरिद्वार को द्वितीय पुरस्कार दिया गया।
ड्राइंग कंपटीशन में जूनियर कैटेगरी में प्रथम पुरस्कार देव सिंह, द्वितीय पुरस्कार सैयद अंसारी, तृतीय पुरस्कार कार्तिक शर्मा को दिया गया। इसी तरह सीनियर कैटेगरी में कु. आकांक्षा को प्रथम, विवेक भारद्वाज को द्वितीय, रोहित यादव को तृतीय पुरस्कार दिया गया। स्वच्छता वार्ड श्रेणी में प्रथम पुरस्कार वार्ड नंबर 20, द्वितीय में वार्ड नंबर 19, तृतीय में वार्ड नंबर 02 तथा प्रोग्रशिव वार्ड में वार्ड नंबर 32 और 60 को पुरस्कृत किया गया। इसके अतिरिक्त नगर निगम कार्मिकों के ऐसे बच्चों को भी पुरस्कृत किया गया, जिनके विभिन्न परीक्षाओं में 75 प्रतिशत से अधिक अंक प्राप्त हुये थे, जिन्हें प्रतीक चिन्ह तथा प्रमाण पत्र देकर प्रोत्साहित किया गया।
मंच का सफल संचालन सचिव रेड क्रास डा0 नरेश चैधरी ने किया। इस अवसर पर विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रमों की भी प्रस्तुति दी गयी।
इस अवसर पर अपर जिलाधिकारी(वित्त एवं राजस्व) श्री बीर सिंह बुदियाल, एसडीएम श्री पूरण सिंह राणा, विजयपाल बघेल, निशा नौटियाल, सुश्री पिंकी चैधरी, सुश्री मोनिका सैनी, सुश्री अमरजीत कौर, सुश्री निकिता बिष्ट सहित सम्बन्धित अधिकारी/पदाधिकारी तथा अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।

 

पर्यावरण संरक्षण व संवर्धन के लिए सभी को आना होगा आगे : रेखा आर्या

पर्यावरण संरक्षण व संवर्धन के लिए सभी को आना होगा आगे :Rekha Arya -  Mukhyadhara

‘ग्रीनाथान’ कार्यक्रम में बोली कैबिनेट मंत्री, प्रकर्ति से बढककर अमूल्य धरोहर नही कोई

देहरादून, प्रदेश की कैबिनेट मंत्री रेखा आर्या पवेलियन मैदान पहुंची जहां उन्होंने आज अमर उजाला के 26वें स्थापना दिवस के सुअवसर पर आयोजित “ग्रीनाथाॕन”(एक कदम पर्यावरण के नाम) कार्यक्रम में प्रतिभाग किया। कार्यक्रम में शहर के विभिन्न उम्र और वर्गों के लोगों ने पर्यावरण को बचाने व उसके संकल्प के साथ मैराथन में प्रतिभाग किया।यह मैराथन 5 किमी लंबी थी जिसमें अलग अलग उम्र वर्ग के लोगों ने प्रतिभाग किया।

कैबिनेट मंत्री रेखा आर्या ने कहा कि इस मैराथन का उद्देश्य पर्यावरण संरक्षण के लिए प्रोत्साहित करना है जो कि बेहद प्रशंसनीय है।पर्यावरण के संवर्धन व उसे बचाने के लिए ऐसे कार्यक्रमों का होना जरूरी है साथ ही हमें पर्यावरण को बचाने के लिए आगे आना चाहिए। कहा कि प्रकर्ति से बढ़कर अमूल्य धरोहर कुछ नही है । हम सबको इसे बचाने के लिए व इसके संवर्धन के लिए आगे आने की आवश्यकता है।

उन्होंने कहा कि जब हमारा पर्यावरण स्वच्छ रहेगा तो हम सब भी स्वस्थ्य रहेंगे। आज जिस तरह से लोगों की जिंदगी में बीमारियों का मकड़जाल फैल रहा है यह चिंतनीय है। ऐसे में हम सबकी यह जिम्मेदारी बन जाती है कि हम एक जिम्मेदार नागरिक का फर्ज निभाते हुए अपने पर्यावरण को बचाएं। मंत्री रेखा आर्या ने कहा कि इस प्रकार के आयोजन होते रहने चाहिए ताकि ज्यादा से ज्यादा लोग इससे प्रेरित हो।इस अवसर पर कैबिनेट मंत्री ने मैराथन में प्रथम, द्वितीय व तृतीय स्थान प्राप्त करने वाले प्रतिभागियों को सम्मानित किया।

दिल दे बैठी पत्नि, प्रेमी संग पति के मर्डर की रच डाली खौफनाक साजिश, अब खुला राज

0

चमोली। गांव में एक युवक को पत्नी अपना दिल दे बैठी थी। पति काे रास्ते से हटाने लिए पत्नी ने अपने प्रेमी संग खौफनाक साजिश रच डाली। पति का गला दबाकर मर्डर करने के बाद दोनों के पति का शव चट्टान से नीचे फेंक दी थी। इस मामले में कोर्ट ने पत्नी-प्रेमी को उम्र कैद की सजा सुनाने के साथ ही आर्थिक दंड भी लगाया है। पति की हत्या में कोर्ट ने पत्नी और एक अन्य को दोषी ठहराते हुए आजीवन कारावास की सजा सुनाई है। जिला एवं सत्र न्यायाधीश धनंजय चतुर्वेदी की अदालत ने दोनों पर दस-दस हजार रुपये का अर्थदंड और अर्थदंड नहीं चुकाने पर तीन महीने अतिरिक्त सजा सुनाई। मृतक गुड्डू सिंह के दोनों नाबालिग पुत्रों को प्रतिकर देने के आदेश भी दिए।

जिला शासकीय अधिवक्ता प्रकाश भण्डारी और सहायक जिला शासकीय अधिवक्ता कुलदीप सिंह बर्त्वाल ने बताया कि मृतक के बड़े भाई गौर सिंह ने 20 सितम्बर 2018 को राजस्व पुलिस को गड्डू के 7 अगस्त से लापता होने की सूचना दी। बताया कि गुड्डू की शादी तुलसी देवी ग्राम पाणा के साथ हुयी है। बताया कि गुड्डू अपनी ससुराल में ही रह रहा था। आरोप लगाया था कि गुड्डू की पत्नी के पाणा गांव के ही रहने वाले खिलाफ सिंह के साथ नाजायज सम्बन्ध हैं। खिलाफ सिंह ने गुड्डू को जान से मारने की धमकी दी थी। तुलसी देवी और खिलाफ सिंह के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू की। तुलसी देवी से पूछताछ में खुलासा हुआ था कि उसने खिलाफ सिंह के साथ मिलकर गुड्डू की गला दबाकर हत्या कर दी और शव रोलधार चट्टान से नीचे फेंक दिया।

उनकी निशानदेही पर शव के अवशेष बरामद हुए। दोनों के खिलाफ न्यायालय में आरोप पत्र प्रेषित किए गए। अभियोजन ने 14 गवाहों को घटना के समर्थन में न्यायालय में पेश किया। तथ्यों और साक्ष्यों के आधार पर कोर्ट ने तुलसी देवी और खिलाफ सिंह को हत्या का दोषी पाते हुए सजा सुनाई।

सात करोड़ लागत की योजना से बुझेगी दस हजार आबादी की प्यास

0

देहरादून (विकासनगर), सहसपुर क्षेत्र के तीन गांवों के ग्रामीणों की प्यास बुझाने के लिए सात करोड़ की नई पेयजल योजनाओं का कार्य शुरू किया गया। विधायक सहदेव पुंडीर ने योजनाओं के लिए भूमि पूजन कर निर्माण कार्य शुरु करा दिया। विधायक ने कहा कि जल जीवन मिशन के तहत अटकफार्म, जगतपुर खादर, दूधई में अलग अलग तीन योजनाओं का निर्माण कार्य शुरू कराया गया है, जिससे करीब दस हजार की आबादी की पेयजल किल्लत दूर होगी। अटकफार्म में 494.51 की लागत से बनने वाली पेयजल योजना अटकफार्म, कैंचीवाला, तेलपुरा अपर, तेलपुरा लोअर की सात हजार की आबादी को पीने का शुद्ध पानी मुहैया कराएगी।

जगतपुर खादर में 107.76 लाख की लागत से बनने वाली योजना से तीन हजार की आबादी को लाभ मिलेगा, जबकि दूधई में बनने वाली 92.74 लाख की लागत से बनने वाली योजना एक हजार की आबादी की पेयजल किल्लत दूर करेगी। उन्होंने बताया कि सभी योजनाओं के तहत जलाशय निर्माण, पाइप लाइन बिछाने के साथ ही घरेलू जल संयोजन कराए जाएंगे। उन्होंने कहा कि वर्ष 2024 तक पूरे सहसपुर क्षेत्र से पेयजल किल्लत को समाप्त कर दिया जाएगा। हर घर में पीने का पर्याप्त पानी मुहैया कराना केंद्र सरकार की भी प्राथमिकता है। इसके साथ ही पूरे क्षेत्र में सड़कों की मरम्मत, क्षतिग्रस्त स्कूल भवनों की मरम्मत भी कराई जा रही है। इस दौरान जल संस्थान के अधिशासी अभियंता राजेंद्र पाल, एसडीओ बीएस रावत, जिला पंचायत सदस्य खेमलता नेगी, यशपाल नेगी, ग्राम प्रधान सुनीता देवी, ताराचंद, धीरज रावत, मदन मोहन खंतवाल, राजू थापा, शरद रावत, रघुवीर सिंह, महिपाल सिंह आदि मौजूद रहे।

अब मुख्य सड़क मार्ग से जुड़ सकेंगे कम आबादी वाले गांव, मुख्यमंत्री ग्राम सड़क योजना का खाका हुआ तैयार

0

देहरादून, राज्य की छोटी-छोटी बसावट के कम आबादी वाले गांव भी मुख्य सड़क मार्ग से जुड़ सकेंगे। इसके लिए ग्राम्य विकास विभाग की ओर से मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के निर्देश पर मुख्यमंत्री ग्राम सड़क योजना का खाका तैयार किया गया है। करीब सौ करोड़ रुपये की इस योजना के लागू होने से ऐसे गांवों तक एक से दो किमी तक की पक्की सड़क बनाई जा सकेगी। अभी तक प्रदेश में प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क योजना (पीएमजीएसवाई) के तहत करीब 668 गांवों को सड़क मार्ग से जोड़ा गया है। इसके तहत करीब 1472 किमी लंबाई की सड़कें बनाई गई हैं। पीएमजीएसवाई की सड़कों के निर्माण के लिए पर्वतीय क्षेत्रों में 250 से अधिक की आबादी वाले गांवों को जोड़े जाने की ही बाध्यता है।

ऐसे में सैकड़ों गांव जो इस मानक को पूरा नहीं करते हैं, पक्की सड़क से आज भी दूर हैं। इसके अलावा प्रदेश में संचालित मेरा गांव, मेरी सड़क योजना भी संचालित की जा रही है, लेकिन इसमें भी मात्र एक किमी तक ही सड़क बनाई जाती है। इसके देखते हुए ग्राम्य विकास विभाग की ओर से मुख्यमंत्री सड़क योजना का प्रस्ताव तैयार किया गया है। योजना के तहत छोटी-छोटी बसावटों को लिंक मार्ग के जरिये लोनिवि, पीएमजीएसवाई की सड़कों से जोड़ा जाएगा। प्रस्ताव के तहत योजना का क्रियान्वयन मनरेगा के साथ ही केंद्र से मिलने वाली सहायता और राज्य सेक्टर में मिलने वाली वित्त पोषण योजना से किया जाएगा।

प्रदेश के पर्वतीय क्षेत्रों में तमाम गांव ऐसे हैं, जहां किसान अपनी नकदी फसलों को सिर्फ इसलिए बाजार तक नहीं पहुंचा पाते, क्योंकि उनके गांव में सड़क नहीं है। ऐसे गांव के सड़क मार्ग से जुड़ जाने से वह आसानी से अपने उत्पाद बाजार तक पहुंचा सकेंगे। इससे रोजगार के नए द्वार खुलेंगे और पलायन को रोकने में भी मदद मिलेगी। योजना के तहत ग्राम पंचायतों और क्षेत्र पंचायतों के स्तर पर सड़क निर्माण का प्रस्ताव विकासखंड अधिकारी को भेजा जाएगा। इसके बाद विकासखंड में संकलित प्रस्तावों को जिलाधिकारी की समिति के समक्ष रखा जाएगा। जिलाधिकारी नियमानुसार प्रस्तावों को अनुमोदित करते हुए शासन को धनराशि अवमुक्त किए जाने के लिए प्रस्ताव भेजेंगे।

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के निर्देश में मुख्यमंत्री ग्राम सड़क योजना का प्रस्ताव तैयार किया गया है। प्रस्ताव को अनुमोदन के लिए कैबिनेट में भेजा जाएगा। उद्देश्य यही है कि प्रदेश के ऐसे गांवों को भी मुख्य मार्गों से जोड़ा जाए, जो अब तक सड़क विहिन हैं। इससे ऐसे गांवों में कृषि एवं लघु कुटीर उत्पादों को भी बाजार तक पहुंचाने में आसानी होगी। स्थानीय आजीविका में सुधार होगा और पलायन को रोकने में मदद मिलेगी।

उमेश पाल हत्याकांड : बदमाशों ने की थी फुलप्रूफ प्लानिंग, कचहरी से ही पीछे लगे थे बदमाश

0

प्रयागराज, यूपी के राजूपाल हत्याकांड के गवाह उमेश पाल और उनके गनर की हत्या की वारदात जिस तरीके से अंजाम दी गई, उससे यह तय है कि इसके लिए फुलप्रूफ प्लानिंग की गई थी। यह भी कहा जा रहा है कि जिस तरह से उमेश के कार से घर के बाहर पहुंचने पर यह वारदात की गई, उससे यह भी आशंका जताई जा रही है कि शायद हत्यारे कचहरी से ही उनके पीछे लगे थे।
इस हत्याकांड के पीछे फुलप्रूफ प्लानिंग की बात कही जा रही है तो इसकी अपनी वजहें भी हैं। पहली वजह यह है कि उमेश के गाड़ी से उतरते ही हत्यारों ने उन पर हमला बोल दिया। यानी उन्हें यह पता था कि उमेश घर कब आने वाले हैं और इसके लिए वह पहले से ही तैयार थे। यही वजह थी कि उन्हें संभलने का भी मौका नहींं मिला। दूसरी वजह यह है कि हत्यारों को यह पता था कि गाड़ी से उतरते वक्त सुरक्षाकर्मियों को भी पोजीशन लेने में कुछ वक्त जरूर लगेगा और हुआ भी ठीक ऐसा ही।
जब तक उमेश के गनर पोजीशन ले पाते, हमलावर उन्हें भी निशाना बना चुके थे। तीसरी वजह यह है कि बदमाश पिस्टल ही नहीं बल्कि बमों का जखीरा लेकर भी पहुंचे थे। यानी उनकी प्लानिंग यह भी थी कि फायरिंग में किसी तरह उमेश बच भी गए तो कम से बम के हमले से वह ना बच सकें। यही वजह है कि अन्य बदमाशों के ताबड़तोड़ फायरिंग करने के साथ ही एक बदमाश लगातार बम चलाता रहा।
बताया जा रहा है कि वारदात से करीब आधे घंटे पहले ही उमेश कोर्ट से निकले थे। वहां से सीधे वह निकलकर घर ही पहुंचे थे। ऐसे में इस बात की भी आशंका जताई जा रही है कि हत्या से पहले न सिर्फ उनकी रेकी हुई बल्कि घटना के दौरान एक -एक पल की लोकेशन भी शूटरों को दी जा रही थी। यानी कोई ऐसा जरूर था तो कचहरी से ही उमेश पर लगातार नजर बनाए रखे हुए था।
जिस वक्त उमेश पर हमला हुआ, वह किसी से फोन पर बातें कर रहे थे। दरअसल घटना का जो सीसीटीवी फुटेज वायरल हुआ है, उसमें साफ दिख रहा है कि अपनी कार से उतरते वक्त उमेश किसी से फोन पर बातें कर रहे थे। अब यह शख्स कौन था, इसके बारे में उनके मोबाइल की जांच के बाद ही कोई जानकारी मिल सकेगी। घटना के बाद एसओजी ने सुलेमसराय से लेकर कचहरी तक लगे दो दर्जन से ज्यादा सीसीटीवी कैमरों केफुटेज खंगाले। आईट्रिपलसी में पहुंचकर घटना से एक घंटे पहले व एक घंटे बाद तक का फुटेज चेक किया। फिलहाल देर रात तक पुलिस को हत्यारों के बारे में कोई सुराग नहीं मिल सका |
इस घटना के बाद हत्यारों की तलाश में एसओजी की 10 टीमें लगा दी गई हैं। इसके साथ ही इस मामले में एसटीएफ को भी लगाया गया है। एसटीएफ प्रयागराज के साथ ही वाराणसी इकाई की भी मदद ली जा रही है। उधर प्रयागराज से सटे जनपदों मसलन कौशाम्बी, प्रतापगढ़ जौनपुर, मिर्जापुर आदि की भी पुलिस को अलर्ट किया गया है।

‘मन की बात’ 98वां एपिसोड : तेजी से आगे बढ़ते हमारे देश में डिजिटल इंडिया की ताकत कोने-कोने में दिख रही है : पीएम मोदी

0

नई दिल्ली, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 26 फरवरी को अपने मासिक रेडियो कार्यक्रम मन की बात को संबोधित किया। इस 98वें एपिसोड के जरिए उन्होंने खिलौने से लेकर यूपीआई तक का जिक्र किया। उन्होंने भारत की डिजिटल ताकत का भी जिक्र किया। उन्होंने भारतीय यूपीआई की ताकत का बखान करते हुए बताया कि दुनिया के कई देश इससे आकर्षित हुए है। कुछ दिन पहले ही भारत और सिंगापुर के बीच UPI-Pay Now Link launch किया गया। उन्होंने कहा कि तेजी से आगे बढ़ते हमारे देश में डिजिटल इंडिया की ताकत कोने-कोने में दिख रही है। डिजिटल इंडिया की शक्ति को घर-घर पहुंचाने में अलग-अलग एप्स की भूमिका होती है। ऐसा ही एक ऐप है- eSanjeevani भी है।
उन्होंने कहा कि पुरस्कार के एक और विजेता राज कुमार नायक जी ने तेलंगाना के 31 जिलों में, 101 दिन तक चलने वाली पेरिनी ओडिसी का आयोजन किया। ‘पेरिनी नाट्यम’ भगवान शिव को समर्पित एक नृत्य है। बहन उप्पलपू नागमणि जी का प्रयास भी बहुत ही प्रेरक है, जिन्हें Mandolin में Carnatic Instrumental के लिए यह पुरस्कार दिया गया है। जॉयदीप जी भी उस्ताद बिस्मिल्लाह खान पुरस्कार से सम्मानित युवाओं में शामिल हैं। जॉयदीप ‘सुर सिंगार’ को फिर से Popular बनाने में जुटे हैं। कुछ दिन पहले ‘उस्ताद बिस्मिल्लाह खान युवा पुरस्कार’ दिए गए। ये पुरस्कार music और performing arts के क्षेत्र में उभर रहे प्रतिभाशाली कलाकारों को दिए जाते हैं।

उन्होंने कहा कि ‘मन की बात’ में जब भारतीय खिलौनों की बात हुई तो देश के लोगों ने इसे भी हाथों हाथ बढ़ावा दिया। जब ‘मन की बात’ की बात में हमने story telling की भारतीय विधाओं पर बात की तो इनकी प्रसिद्धि भी दूर दूर तक पहुंच गई। मुझे वो दिन याद है,जब हमने ‘मन की बात’ में भारत के पारंपरिक खेलों को प्रोत्साहन की बात की थी। उस समय देश में एक लहर सी उठ गई भारतीय खेलों के जुड़ने की, इनमें रमने की, सीखने की।

इस महीने पश्चिम बंगाल के हुगली जिले के बांसबेरिया में ‘त्रिबेनी कुम्भो मोहोत्शौव’ का आयोजन किया गया, लेकिन क्या आप जानते हैं कि यह इतना विशेष क्यों है? विशेष इसलिए, क्योंकि इस प्रथा को 700 साल के बाद पुनर्जीवित किया गया है।

स्वच्छ भारत अभियान ने हमारे देश में जन भागीदारी के मायने ही बदल दिए हैं। हम अगर ठान लें तो स्वच्छ भारत अभियान में अपना बहुत बड़ा योगदान दे सकते हैं। स्वच्छ भारत अभियान का एक महत्वपूर्ण आयाम ‘वेस्ट टू वेल्थ’ भी है।

करोड़ों किसानों के लिए अच्छी खबर, पीएम मोदी जारी करेंगे किसान सम्मान निधि योजना की 13वीं किस्त

0

नई दिल्ली, 13वीं किस्त का इंतजार कर रहे करोड़ों किसानों के लिए बड़ी खुशखबरी है। सरकार ने पीएम किसान सम्मान निधि योजना के लाभार्थियों को होली से पहले 13वीं किस्त जारी करने का ऐलान कर दिया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कल 27 फरवरी सोमवार को कर्नाटक के बेलगावी में दोपहर तीन बजे प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना की 13वीं किस्त को जारी करेंगे।

पीएम 13वीं किस्त 8 करोड़ से अधिक किसानों के खाते में डीबीटी के जरिए ट्रांसफर करेंगे। बता दें कि कर्नाटक के पूर्व सीएम बीएस येदियुरप्पा के जन्मदिन के मौके पर पीएम किसान सम्मान निधि की नई किस्त (13वीं किस्त) जारी कर रहे हैं।

बता दें, अभी तक जिन किसानों ने प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना में अपनी ई-केवाईसी और भूलेखों का सत्पापन नहीं कराया है। उनके खाते में 13वीं किस्त के पैसे नहीं आएंगे। ऐसे में आपको जल्द से जल्द इन दोनों काम को करा लेना चाहिए।

पीएम किसान सम्मान निधि योजना
प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना भारत सरकार द्वारा चलाई जा रही एक महत्वाकांक्षी स्कीम है। इस स्कीम के अंतर्गत भारत सरकार हर साल किसानों के खाते में तीन किस्त के माध्यम से 6 हजार रुपये की आर्थिक सहायता प्रदान कर रही है। हर किस्त के अंतर्गत 2 हजार रुपये की राशि किसानों के खाते में भेजी जाती है। अब तक किसानों के खाते में कुल 12 किस्त के पैसों को ट्रांसफर किया जा चुका है।

पुलवामा में कश्मीरी पंडित की गोली मारकर हत्या, इस आतंकी संगठन ने ली जिम्मेदारी

0

श्रीनगर, जम्मू-कश्मीर के पुलवामा जिले में रविवार को आतंकवादियों ने एक नागरिक की हत्या कर दी। पुलिस ने नागरिक की पहचान अचन गांव के काशीनाथ पंडित के बेटे संजय पंडित के रूप में की है। इस हमले की जिम्मेदारी आतंकी संगठन टीआरएफ ने ली है।

संजय को उसके गांव में आतंकवादियों ने गोली मारकर गंभीर रूप से घायल कर दिया। उसे अस्पताल ले जाया गया, जहां गंभीर चोटों के चलते उसकी मौत हो गई। वह एक बैंक सुरक्षा गार्ड के रूप में काम करता था। पुलिस ने कहा, इलाके को तलाशी के लिए घेर लिया गया है।

भाजपा नेता अल्ताफ ठाकुर ने कहा कि पुलवामा के आचन निवासी संजय शर्मा की हत्या की वह निंदा करते हैं। आतंकवादियों ने एक बार फिर दिखा दिया है कि उनके लिए मानव जीवन कोई मायने नहीं रखता है। सुरक्षाबल दोषियों को उनके अंजाम तक पहुंचाएंगे। किसी को भी शांति भंग करने की इजाजत नहीं दी जाएगी।