Monday, May 5, 2025
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सहारा इंडिया की 544 बीघा जमीन की खरीद-फरोख्त पर रोक, प्रापर्टी डीलरों और खरीदारों में हड़कंप

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हरिद्वार, बहादराबाद में हाइवे किनारे बडे स्तर पर चल रहा था प्लॉटिंग का खेल, चंद महीनों में बिके 387 प्लॉट, डीएम हरिद्वार विनय शंकर पांडेय ने बड़ा एक्शन लेते हुए सहारा इंडिया समूह की इस जमीन की बिक्री पर रोक लगा दी है | निवेशकों की खून पसीने की कमाई वापस लौटाने के बजाय प्रॉपर्टी डीलरों के साथ मिलकर अरबों रुपये की जमीन ठिकाने लगाने की सहारा इंडिया कंपनी की कोशिशें नाकाम हुयी, जिलाधिकारी विनय शंकर पांडेय ने बहादराबाद बाईपास पर हाईवे किनारे सहारा इंडिया कंपनी की 544 बीघा जमीन की खरीद-फरोख्त पर तत्काल प्रभाव से रोक लगा दी है
निवेशकों द्वारा शासन में शिकायत कर सहारा इंडिया कंपनी पर कई गंभीर आरोप लगाए गए है निवेशकों का आरोप है कि उनके पैसे लौटाने की बजाय सहारा इंडिया कंपनी उन्हें गुमराह कर उनका धन हड़पने की फिराक में है, आरोप है की कंपनी के अधिकारी निवेशकों के पैसे से खरीदी गई जमीन को औने पौने दामों में बेचकर भागने की फिराक में है |

निवेशकों की शिकायत पर संज्ञान लेते हुए राजस्व विभाग के संयुक्त सचिव कृष्ण सिंह ने जिलाधिकारी को आवश्यक कार्रवाई के लिए निर्देशित किया था | जिलाधिकारी हरिद्वार विनय शंकर पांडेय की ओर से सहारा इंडिया की जमीन की खरीद-फरोख्त पर रोक लगाने के आदेश जारी कर दिए गए हैं।

कंपनी की इस जमीन को खरीद-फरोख्त कर प्लॉटिंग की योजना बना रहे प्रॉपर्टी डीलरों और साथ ही साथ कुछ सफेदपोशो में भी हड़कंप मच गया है | जिलाधिकारी विनय शंकर पांडेय ने गुरुवार को जमीन की खरीद-फरोख्त पर रोक लगाने के आदेश जारी कर दिए। जिससे खरीद-फरोख्त से जुड़े प्रापर्टी डीलरों में हड़कंप मच गया। पिछले कुछ दिनों से इस जमीन पर प्लाटिंग का कार्य युद्ध स्तर पर चल रहा था। कई निवेशकों ने शासन में इसकी शिकायत की। जिसमें कंपनी पर कई गंभीर आरोप लगाते गए। निवेशकों का आरोप उन्हें धन लौटाने के बजाए गुमराह कर उनका धन हड़पने की कोशिश की जा रही है।

आरोप है कि उनकी गाढ़ी कमाई से ली गई जमीन को कंपनी के अधिकारी औने-पौने दामों में बेचकर भागने की फिराक में हैं। निवेशकों ने शासन को भेजे शिकायती पत्र में जमीन से जुड़े हुए दस्तावेज भी पेश किए। जिस पर राजस्व अनुभाग के सयुंक्त सचिव कृष्ण सिंह ने जिलाधिकारी को आवश्यक कार्रवाई के लिए निर्देशित किया था।

जिलाधिकारी विनय शंकर पांडेय की ओर से जमीन की तत्काल प्रभाव से खरीद-फरोख्त पर रोक लगाने के आदेश जारी कर दिए हैं। वहीं, सेबी को इस बारे में जानकारी भेजी जा रही है। कार्रवाई से कंपनी की जमीन को खरीदकर प्लाटिंग करने की योजना बना रहे प्रोपर्टी डीलरों में भी हड़कंप मच गया। जिलाधिकारी विनय शंकर पांडेय ने कहा कि किसी को भी कानून के उल्लंघन की अनुमति नहीं होगी। चाहे कोई कितना भी प्रभावशाली क्यों न हो। उन्होंने बताया कि लगभग 544 बीघा जमीन की खरीद-फरोख्त पर रोक लगा दी गई है।

जमीन पर प्लाटिंग और खरीद-फरोख्त का काम इतनी तेज रफ्तार से चल रहा था कि डीलरों ने चंद महीनों के भीतर 387 प्लाट भी बेच डाले। जबकि चार-चार बीघा की कई डील हो चुकी थी।
ऐसा बताया जा रहा है कि लगभग 250 बीघा जमीन तो पहले चरण में ही बिक चुकी थी। बाकी जमीन में लगभग आधी की सौदेबाजी चल रही थी। कंपनी अधिकारी और डीलरों की तैयारी थी कि चार महीने के भीतर पूरी जमीन बेचकर अरबों रुपये समेट लिया जाए।

नकल कानून के बाद, भर्तियों में इंटरव्यू समाप्त : गड़बड़ी की संभावनाओं पर धामी का डबल अटैक

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देहरादून, मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने रामलीला मैदान हल्द्वानी, में नकल विरोधी कानून लागू करने के उपलक्ष में भारतीय जनता युवा मोर्चा द्वारा आयोजित आभार रैली में प्रतिभाग कर जनसभा को संबोधित किया।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने इस अवसर पर घोषणा की कि समूह ’ग’ की कोई भी परीक्षा चाहे वह लोक सेवा आयोग से बाहर की हो या लोक सेवा आयोग के द्वारा कराई जा रही हो। सभी परीक्षाओं में साक्षात्कार की व्यवस्था तत्काल प्रभाव से समाप्त कर दी जाय। इसमें तकनीकी और गैर तकनीकी पद भी सम्मिलित होंगे अर्थात् जेई जैसे तकनीकी पदों में भी साक्षात्कार की व्यवस्था पूर्ण रूप से समाप्त कर दी जाएगी। उच्च पदों में जहाँ साक्षात्कार आवश्यक हो, जैसे- पीसीएस या अन्य उच्च पद वहां भी साक्षात्कार का प्रतिशत कुल अंकों के 10 प्रतिशत से ज्यादा नहीं रखा जाएगा। साक्षात्कार के अकों को भी पारदर्शी प्रक्रिया के तहत साक्षात्कार में किसी भी अभ्यर्थी को यदि 40 प्रतिशत से कम और 70 प्रतिशत से अधिक दिए जाते हैं तो साक्षात्कार लेने वाले व्यक्ति या बोर्ड को इसका स्पष्ट कारण बताना होगा।
हजारों की संख्या में मौजूद युवाओं का अभिनंदन स्वीकार करते हुए मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि हल्द्वानी में युवाओं द्वारा किए गए इस भव्य स्वागत से मैं अभिभूत हूं। उन्होंने कहा कड़ी मेहनत के दम पर परीक्षा देने वाले नौजवान के हक पर कोई डाका न डाले सके। युवाओं के हिस्से की सफलता का कोई और लाभ न उठा सके इसके लिए राज्य सरकार कड़े से कड़ा कदम उठाने के लिए प्रतिबद्ध हैं। इन्हीं कदमों के अंर्तगत प्रतियोगी परीक्षाओं में नकल रोकने के लिए सरकार ने देश का सबसे कड़ा नकल विरोधी कानून बनाया है। ये कानून नकल माफिया को काल कोठरी के अंदर तक ले जायेगा। राज्य सरकार किसी भी युवा साथी के भविष्य से खिलवाड़ नहीं होने देगी।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि सरकार के लिए राज्य की जनता सर्वोपरि है और हमारा हर एक फैसला जन भावनाओं के आधार पर लिया जा रहा है। समाज के हर वर्ग के जीवन स्तर को ऊंचा उठाए जाने पर कार्य किया जा रहा है। उन्होंने कहा प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी ने पिछले वर्ष केदारनाथ की पुण्य भूमि से कहा था कि 21वी सदी का तीसरा दशक उत्तराखंड का दशक होगा। इसी संकल्प को धरातल पर उतारने के लिए आप और हम मिलकर काम कर रहे हैं। राज्य सरकार जनता के हित में सदैव कार्य करने का प्रयास करता रहेगा। राज्य सरकार का प्रयास है कि आने वाला बजट युवा और रोजगार केंद्रित बजट हो। हम ऐसा बजट लाने का प्रयास करेंगे जो प्रदेश के युवाओं की आशाओं और आकांक्षाओं के अनुरूप होगा। हम आने वाला बजट में प्रदेश की माताओं और बहनो को आत्मनिर्भर बनाने का कार्य करेंगे और प्रदेश के किसानों को खुशहाली प्रदान करने का भी प्रयास करेंगे।
पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि राज्य सरकार का निरंतर प्रयास है कि आम लोगों का जीवन सुगम बनाया जा सके। आम जन की प्रगति, विकास से ही उत्तराखंड को सर्वश्रेष्ठ राज्य बनाना है। उन्होंने कहा उत्तराखण्ड की सेवा करने का मुझे जितना भी अवसर मिला है, मैंने उसका एक- एक पल राज्य के लिए समर्पित करने का प्रयास किया है। राज्य सरकार ने प्रदेश की महिलाओं के हितों को ध्यान में रखते हुए उन्हें सरकारी नौकरियों में 30 प्रतिशत आरक्षण देने का अपना फैसला, धरातल पर उतारा वहीं खेल कोटा भी पुनः प्रारंभ किया। सरकार ने उत्तराखंड में सबसे पहले नई शिक्षा नीति को लागू किया। नई खेल नीति लाकर युवा खिलाड़ियों से किए गए वादे को भी पूरा करने का प्रयास किया। इसी प्रकार से हम प्रदेश में पर्यटन नीति, ऊर्जा नीति सहित विभिन्न विभागों से संबंधित नीतियां लाने का कार्य कर रहे हैं, ये नीतियां भविष्य में रोजगार को बढ़ावा देने में सहायक सिद्ध होंगी।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि राज्य सरकार द्वारा राज्य में लागू किए गए नकल विरोधी कानून का कठोर निर्णय नकल माफियाओं को नेस्तनाबूद करने का काम करेगा। पहली बार नकल करने वालों ,कराने वालों और प्रक्रियाओं को सही प्रकार से लागू न करने वालों को जेल की काल कोठरी में डालने का काम किया है। उन्होंने कहा वर्तमान में भर्ती घोटाले की जो भी जाँच हमारी सरकार करवा रही है वह जाँच निष्पक्ष हो और किसी भी माफिया या अपराधी को छोड़ा न जाय यह सुनिश्चित करने के लिए मैं स्वयं निरन्तर जाँच और कार्यवाही का पर्यवेक्षण कर रहा हूँ। जाँच में किसी भी प्रकार की कोई कमी न रहे, कोई पक्षपात न हो, कोई माफिया या अपराधी छूटे नहीं, इसके लिए सरकार ने माननीय उच्च न्यायालय के न्यायमूर्ति से पूरी जाँच की निगरानी करने का अनुरोध भी किया है। इस कानून में हमने प्रतियोगी परीक्षाओं में नकल करवाने वाले और नकल करने वाले दोनों को ही कठोतम् सजा का प्रावधान किया है। जहाँ नकल में शामिल अपराधियों को आजीवन कारावास भी होगा, 10 करोड़ तक जुर्माना भी होगा और घोटाले से अर्जित सम्पत्ति को भी जब्त कर लिया जाएगा। सरकार ने हाल ही में पीसीएस परीक्षा को सफलतापूर्वक संपन्न कराने का कार्य किया है, इस परीक्षा में करीब एक लाख से अधिक युवाओं ने प्रतिभाग किया।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि नकल विरोधी कानून केवल और केवल प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए है न कि किसी स्कूल और कॉलेज की परीक्षाओं के लिए। केन्द्र एवं राज्य सरकार की नीतियां सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास और सबका प्रयास की भावना से प्रेरित हैं। उन्होंने कहा प्रतियोगी परीक्षाओं को पारदर्शी बनाने के लिए भविष्य में भी जो सुझाव आएंगे उन्हें भी हमारी सरकार आवश्यकतानुसार लागू करेगी। राज्य सरकार अंत्योदय के मंत्र पर कार्य करते हुए अंतिम व्यक्ति को मुख्य धारा से जोड़ रही है। विकसित उत्तराखंड का जो स्वप्न हमने देखा है, उसके लिए हम एक विजन को लेकर आगे बढ़ रहे हैं। हमारा संकल्प है राज्य स्थापना के रजत जयंती वर्ष तक उत्तराखंड को भारत का सर्वश्रेष्ठ राज्य बनाना है।
इस दौरान केंद्रीय रक्षा राज्य मंत्री अजय भट्ट, केबिनेट मंत्री सौरभ बहुगुणा, विधायक अरविंद पांडे, दीवान सिंह, मोहन सिंह बिष्ट, श्रीमती सरिता आर्या, राम सिंह कैड़ा, शिव अरोड़ा, त्रिलोक सिंह चीमा, पूर्व कैबिनेट मंत्री बंशीधर भगत, भाजपा महामंत्री संगठन अजेय कुमार, जिला अध्यक्ष भाजपा प्रताप बिष्ट, भा.ज.यु.मो प्रदेश अध्यक्ष शशांक रावत एवं अन्य जनप्रतिनिधिगण उपस्थित थे।

 

अंतर्राष्ट्रीय योग महोत्सव : योग संस्थानों के ट्रेनर और योग साधकों ने योगा सेशन में किया प्रतिभाग

अंतर्राष्ट्रीय योग महोत्सव के दूसरे दिन विशेषज्ञों ने अनेक विषयों पर दी  जानकारी

ऋषिकेश, अंतर्राष्ट्रीय योग महोत्सव 2023 के दूसरे दिन गुरुवार सुबह विभिन्न योग संस्थानों के ट्रेनर और योग साधकों ने योगा सेशन में प्रतिभाग किया ।
ऋषिकेश के मुनिकीरेती स्थित गंगा रिसॉर्ट में पर्यटन विभाग द्वारा आयोजित इस योग महोत्सव
के दूसरे सत्र में आर्ट ऑफ़ लिविंग संस्था द्वारा मुख्य पंडाल में ध्यान सत्र आयोजित किया गया। कार्यक्रम के तीसरे सत्र में कॉस्मिक हीलिंग”एक्सपर्ट डॉ. उर्मिला पांडेय ने शारीरिक एवं मानसिक रोग सम्बन्धी नकारात्मक ऊर्जा को योग एवं कॉस्मिक हीलिंग के जरिए खत्म कर सकारात्मक ऊर्जा में बदलने का व्याख्यान दिया।

 

दोपहर में आयोजित सत्र के दौरान विशेषज्ञ डॉ. बेरोनिक निकोलई द्वारा शरीर और मन को शांति प्रदान करने के साथ ही निरोगी रहने हेतु प्राणायाम एवं आसन की विस्तृत जानकारी दी गई। मध्यान सत्र के बाद आयोजित परिचर्चा में योग विशेषज्ञों की उपस्थिति में “उत्तराखण्ड – विश्व की योग राजधानी“ विषय पर एक पैनल परिचर्चा सत्र का आयोजन किया गया, जिसमें उत्तराखंड राज्य की योग ब्रांड एंबेसडर दिलराज प्रीत कौर, शिवानंद आश्रम की मारिया पॉली, योग एवं कॉस्मिक हीलिंग विशेषज्ञ डॉ उर्मिला पांडेय तथा अष्टावक्र योग में विश्व कीर्तिमान धारक डॉ प्रिया अहूजा ने शिरकत की।

इस एक घंटे की परिचर्चा सत्र में विशेषज्ञों ने उत्तराखंड की अनोखी योग विरासत पर प्रकाश डाला। परिचर्चा के दौरान योग नगरी ऋषिकेश में देश-विदेश से योग ध्यान के लिए ऋषिकेश के ऐतिहासिक योग स्थल चौरासी कुटी ( बीटल्स आश्रम ) के बारे में योग साधकों को जानकारी दी गई साथ ही योग से रोजगार सृजन आदि के विषय पर प्रकाश डाला।

 

योग महोत्सव के दूसरे दिन देर शाम कार्यक्रमों में भव्य गंगा आरती के बाद संगीतमय गाथा के जरिए कलाकारों द्वारा सीता स्वयंवर की भक्तिमय प्रस्तुति की गई। रंगारंग कार्यक्रम में युवा कलाकारों द्वारा पंजाबी गटका की रोमांचकारी प्रस्तुति दी जिसमें नृत्य एवं भारतीय मार्शल आर्ट का समावेश नजर आया।

 

महिला कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने रसोई गैस के बढ़ते दामों के विरोध में किया विरोध प्रदर्शन

उत्तराखंडः-महिला कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने देहरादून में रसोई गैस के बढ़ते  दामों के विरोध में किया विरोध प्रदर्शन - संवाद जान्हवी

देहरादून, उत्तराखण्ड प्रदेश कांग्रेस महिला की अध्यक्षा ज्योति रौतेला के नेतृत्व में महिला कांग्रेस कार्यकर्ताओं द्वारा रसोई गैस सिलेण्डर के लगातार बढते दामों के विरोध में कांग्रेस मुख्याल से घण्टाघर तक विरोध-प्रदर्शन करते हुए भाजपा सरकार का पुतला दहन कार्यक्रम आयोजित किया गया।
इस असवर पर महिला कांग्रेस की अध्यक्षा ज्योति रौतेला ने कहा कि केन्द्र में भारतीय जनता पार्टी की सरकार लगभग 8 वर्ष से अधिक का कार्यकाल पूर्ण कर चुकी है,परन्तु लगातार महंगाई में बढोतरी कर देश की जनता के साथ अन्याय किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि देश की प्रचण्ड बहुमत वाली भाजपा सरकार ने जनता के विश्वास पर चोट करते हुए अपने इस कार्यकाल में पेट्रोल,डीजल एवं रसोई गैस सिलेण्डर के दामों में बेतहाशा वृद्धि कर आम आदमी का जीना दूभर कर दिया है।
उन्होंने कहा कि पेट्रोलियम पदार्थों (डीजल,पेट्रोल,रसोई गैस) के दामों में लगातार हो रही वृद्धि से आम जरूरत की चीजों के दामों में कई-कई गुना वृद्धि के कारण आम जन पीड़ित है। मंहगाई की मार से पीड़ित जनता के ऊपर रसोई गैस सिलेण्डर के दाम 1,150 रूपये पार कर चुकी हैं। इस मंहगाई का बोझ आम आदमी के जीने की राह को कठिन बना रहा है। गैस सिलेण्डर के दामों में लगातर की जा रही भारी वृद्धि से केन्द्र की मोदी सरकार ने एकबार फिर साबित कर दिया है कि यह सरकार आम जनता की न होकर कुछ देश की कुछ चुनिंदा लोगों की होकर रह गई है |
उन्होंने कहा कि मंहगाई की मार झेल रही गरीब जनता पर केन्द्र सरकार द्वारा लगातार मंहगाई का बोझ डालकर उनके पेट पर लात मारने का काम किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि केन्द्र की भाजपा सरकार मंहगाई पर लगाम लगाने में पूरी तरह नाकाम हो चुकी है तथा मंहगाई के नाम पर जनता की जेब पर डाका डालने का काम कर रही है। रसोई गैस के बढते दाम अब आम आदमी की बर्दास्त से बाहर होते जा रहे हैं। चुनावों में बड़े-बड़े वादे करने वाले प्रधानमंत्री मोदी तथा उनके सहयोगी देश की गरीब जनता का मजाक उड़ा रहे हैं। केन्द्र में सत्तारूढ़ होने के बाद से ही भारतीय जनता पार्टी की सरकार कुछ बड़े घरानों को पल्लवित व पोषित कर रही है। भारतीय जनता पार्टी की सरकार को आम जनता के दुःख दर्द से दूर-दूर तक कोई सरोकार नहीं है। ज्योति रौतेला ने कहा कि कांग्रेस पार्टी आम आदमी के साथ उसके हर दुःख-दर्द में खडी है तथा उसकी लडाई सड़क से लेकर सदन तक लडती रहेगी।
इस असवर पर आशा मनोरमा डोबरियाल,डॉ.जसविन्दर सिंह गोगी,उर्मिला थापा,चन्द्रकला नेगी,अनुराधा तिवाड़ी,रेखा ढीगरा,सविता सोनकर,कविता माहूर,रामव्यारी,शान्ति रावत,शाशिबाला कन्नौजिया, गायत्री,गुड्डी देवी,संगीता,जस्सी,निर्मला,विरेन्द्र सिंह पंवार आदि उपस्तिथ थे

 

वर्षों से कुंडली मारे अभियंताओं के फेरबदल को मोर्चा ने दी शासन में दस्तक

‘लोक निर्माण विभाग में कई कई वर्षों से एक ही स्थान पर जमे हैं अभियंता’

‘नेताओं अधिकारियों के गठजोड़ से हो रहा कमीशन खोरी का खेल’

वर्षों से कुंडली मारे अभियंताओं के फेरबदल को मोर्चा ने दी शासन में दस्तक –  Idea for News

देहरादून, जन संघर्ष मोर्चा अध्यक्ष एवं जीएमवीएन के पूर्व उपाध्यक्ष रघुनाथ सिंह नेगी ने प्रमुख सचिव, लोक निर्माण विभाग श्री आर.के. सुधांशु से मुलाकात कर वर्षों से एक ही स्थान (खंड) में कुंडली मारे अधिशासी अभियंताओं, सहायक अभियंताओं एवं अवर अभियंताओं के तबादले / कार्यक्षेत्र में बदलाव को लेकर ज्ञापन सौंपा | श्री सुधांशु ने अपर सचिव, लोक निर्माण विभाग को अधिकारियों का पूरा डाटा/ रिपोर्ट एवं उस पर कार्यवाही के निर्देश दिए | नेगी ने कहा कि वर्षों से एक ही स्थान पर जमे होने के कारण भ्रष्ट अधिकारियों -नेताओं- ठेकेदारों (…बड़े वाले) की सांठगांठ के चलते कार्य की गुणवत्ता प्रभावित हो रही है एवं कमीशन खोरी का भारी खेल हो रहा है | अधिकारियों, नेताओं एवं ठेकेदारों की मिलीभगत के चलते निविदाओं में जहां 20 से 30 फ़ीसदी न्यून (बिलो) दर पर टेंडर स्वीकृत होने चाहिए थे वहां 2- 4 फ़ीसदी बिलो दर पर टेंडर स्वीकृत हो जाते हैं तथा इसी प्रकार वर्क आर्डर में भी भारी घालमेल किया जाता है | इस सांठगांठ के चलते सरकार को भारी राजस्व का नुकसान उठाना पड़ता है| आलम यह है कि इस सांठगांठ ने ईमानदारी से काम करने वाले ठेकेदार हाशिए पर डाल दिए हैं |

योजनाओं के क्रियान्वयन में विलम्ब होने पर तय होगी अधिकारियों की जिम्मेदारी

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‘विधायकगणों द्वारा अपनी विधानसभा क्षेत्रों की जो समस्याएं रखी गई, अधिकारी उनका प्राथमिकता के आधार पर समाधान करें’

‘मुख्यमंत्री ने की गढ़वाल लोकसभा की सभी विधानसभाओं की कार्यप्रगति की समीक्षा’

देहरादून, प्रदेश के समग्र विकास के लिए राज्य के पर्वतीय क्षेत्रों के विकास पर विशेष ध्यान दिया जाए। विधायकगणों द्वारा अपने क्षेत्रों की जिन जन समस्याओं को रखा जा रहा है, अधिकारी उनको गंभीरता से लेते हुए जल्द समाधान करें। विभाग कार्यों को एक दूसरे पर थोपे जाने के बजाय उनके निस्तारण पर ध्यान दें। विभागीय अधिकारी आपसी समन्वय के साथ समस्याओं का समाधान निकालें। दीर्घकालिक एवं अल्पकालिक योजनाओं के अलग-अलग रोस्टर बनाये जाएं। जिन जन समस्याओं का समाधान जल्दी हो सकता है, उन्हें शीघ्रता से पूर्ण किया जाए। शुक्रवार को मुख्यमंत्री आवास में विधानसभा क्षेत्र थराली, कर्णप्रयाग, केदारनाथ, रूद्रप्रयाग, देवप्रयाग, यमकेश्वर, श्रीनगर, चौबट्टाखाल, नरेन्द्रनगर, पौड़ी, लैंसडाउन एवं रामनगर में संचालित विकासपरक कार्यों की समीक्षा के दौरान मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने अधिकारियों को उक्त निर्देश दिये।

 

मुख्यमंत्री ने निर्देश दिये कि मुख्यमंत्री द्वारा की गई घोषणाओं को पूर्ण करने में लेटलतीफी होने पर अधिकारियों की जिम्मेदारी तय की जाए। सभी कार्य निर्धारित समयावधि में पूर्ण किये जाएं। कार्यों के प्रति किसी भी प्रकार की शिथिलता बर्दाश्त नहीं की जायेगी। उन्होंने कहा कि जो अधिकारी 05 साल या उससे अधिक समय से एक ही स्थान पर जमे हैं, उनकी लिस्ट बनाई जाए। उन्होंने कहा कि जनप्रतिनिधि गणों द्वारा विधानसभा क्षेत्रों में विभिन्न घोषणाओं के लिए जो भी प्रस्ताव आते हैं, उनका पहले भली भांति परीक्षण कर लिया जाए। यह भी स्पष्ट किया जाए कि यह घोषणा कितनी समयावधि में पूर्ण हो जायेगी। उन्होंने कहा कि राज्य में एक नई कार्य संस्कृति लागू करनी है। जन समस्याओं के शीघ्र समाधान के लिए अधिकारी संवादहीनता को दूर कर आपसी समन्वय बढ़ाकर कार्य करें।

मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिये कि विधायकगणों द्वारा अपनी विधानसभा क्षेत्रों की जिन जन समस्याओं को बैठक में रखा गया है, सभी विभागीय सचिव उनको प्राथमिकता में लेते हुए यथाशीघ्र समाधान करें। जल जीवन मिशन के कार्यों में और तेजी लाई जाए। निर्धारित प्रक्रिया के तहत टोंगिया ग्रामों को राजस्व ग्राम में परिवर्तित करने के लिए मुख्य सचिव की अध्यक्षता में राजस्व विभाग एवं समाज कल्याण विभाग की मीटिंग की जाए। राज्य के पर्वतीय जनपदों में पर्यटन को बढ़ावा देने, स्वास्थ्य सुविधाओं एवं अन्य मूलभूत सुविधाओं के लिए जो घोषणाएं की गई हैं, उनको निर्धारित समयावधि में पूर्ण किया जाए।

 

बैठक में विधायकगणों द्वारा सड़कों के निर्माण एवं सुधारीकरण, नहरों के मरमत्तीकरण, बाढ़ नियंत्रण से संबिधत कार्य, सीवरेज एवं ड्रेनेज सिस्टम को मजबूत करने, पर्यटक स्थलों के विकास एवं एवं विधानसभा क्षेत्रों की अन्य समस्याओं से मुख्यमंत्री को अवगत कराया गया। मुख्यमंत्री ने कहा कि विधायकगणों द्वारा जो भी जन समस्याएं रखी गई हैं, उनका हर संभव समाधान किया जायेगा।

बैठक में कैबिनेट मंत्री सतपाल महाराज, सुबोध उनियाल, डॉ. धन सिंह रावत, विधायक दीवान सिंह बिष्ट, अनिल नौटियाल, भूपाल राम टम्टा, श्रीमती शैलारानी रावत, भरत सिंह चौधरी श्रीमती रेनू बिष्ट, राजकुमार पोरी, दलीप सिंह कुंवर, अपर मुख्य सचिव श्रीमती राधा रतूड़ी, प्रमुख सचिव आर.के सुधांशु, सचिव शैलेश बगोली, नितेश झा, डॉ. बी.वी.आर.सी पुरुषोत्तम एच.सी. सेमवाल, एस. एन पाण्डेय, अपर सचिव श्रीमती रंजना राजगुरू, डॉ. अहमद इकबाल, योगेन्द्र यादव, ललित मोहन रयाल, बंशीधर तिवारी, नवनीत पाण्डे, जगदीश चन्द्र काण्डपाल एवं विभिन्न विभागों के विभागाध्यक्ष उपस्थित थे।

 

अच्छी खबर : गरीबों के लिये वरदान शहरी स्वास्थ्य मिशन : एक साल में 4 लाख से अधिक शहरी गरीबों ने उठाया योजना का लाभ

‘ई-संजीवनी के माध्यम से दी गई 1 लाख से अधिक लोगों को टेलीकांसल्टेंसी सुविधा’

देहरादून, सूबे में स्वास्थ्य व्यवस्थाओं को लगातार मजबूत किया जा रहा है। राज्य सरकार विभिन्न स्वास्थ्य योजनाओं के माध्यम से दूरस्थ क्षेत्रों से लेकर शहरी इलाकों में आम लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराने में जुटी है। इसी क्रम में राष्ट्रीय शहरी स्वास्थ्य मिशन कार्यक्रम के तहत प्रदेश के पांच जनपदों के 38 शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों पर शहरी गरीब आबादी को स्वास्थ्य सेवाएं मुहैया कराई जा रही हैं। योजना के अंतर्गत पिछले वित्तीय वर्ष में चार लाख से अधिक मरीजों को निःशुल्क उपचार दिया गया जबकि ई-संजीवनी के माध्यम से 1 लाख 16 हजार से अधिक लोगों को टेलीकांसल्टेंसी सुविधा दी गई।

चिकित्सा स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा मंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने मीडिया को जारी एक बयान में बताया कि राज्य में राष्ट्रीय शहरी स्वास्थ्य मिशन के माध्यम से प्रदेश के शहरी क्षेत्रों की गरीब आबादी को स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराई जा रही है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार प्रदेश में स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिये दृढ संकल्पित है। प्रदेश के पर्वतीय क्षेत्रों से लेकर शहरी इलाकों में स्वास्थ्य सुविधाओं को लगातार मजबूत किया जा रहा है।

डॉ. रावत ने बताया कि प्रदेश के पांच जनपदों देहरादून, हरिद्वार, पौड़ी, नैनीताल एवं ऊधमसिंह नगर की शहरी आबादी के लिये राष्ट्रीय शहरी स्वास्थ्य मिशन के तहत स्वास्थ्य सेवाएं संचालित की जा रही है। योजना के तहत 38 शहरी प्राथमिक केन्द्र संचालित किये जा रहे हैं, जिसमें देहरादून, हरिद्वार, रूड़की एवं हल्द्वानी में लोक निजी सहभागिता (एनजीओ) के माध्यम से प्राथमिक केन्द्र स्थापित किये गये हैं जबकि 11 प्राथमिक केन्द्र राजकीय सहभागिता से संचालित किये जा रहे हैं। इन शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों पर अप्रैल 2022 से जनवरी 2023 तक चार लाख 19 हजार 714 मरीजों का इलाज किया गया। इसके साथ ही ए.एन.सी. के लिये 23 हजार 456 गर्भवतियों का पंजीकरण कराया गया, जबकि एक लाख 72 हजार 654 विभिन्न पैथालोजी जांच की जा चुकी है।

विभागीय मंत्री ने बताया कि शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर के रूप में भी काम कर रही हैं, जिसमें स्वास्थ्य गतिविधियों के साथ-साथ योग सत्र भी शुरू कर दिये गये हैं। इसके अलावा स्वास्थ्य केन्द्रों पर ई-संजीवनी रेफरल संचालित की जा रही है, जिसके अंतर्गत अबतक 1 लाख 16 हजार 555 टेलीकांसल्टेंसी प्रदान की जा चुकी है। शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों पर 1114 महिला आरोग्य समितियां कार्यरत हैं जो शहर की मलिन बस्तियों में महिला स्वास्थ्य जागरूकता, सशक्तिकरण, आजीविका संवर्धन आदि विभिन्न गतिविधियों के संचालन में सहयोग करेंगी।

विभागीय मंत्री ने बताया कि प्रदेश में शहरी स्वास्थ्य मिशन के अंतर्गत बेहतर कार्य करने के लिये सेलमपुर, रूड़की के शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र को वर्ष-2022 के लिये कायाकल्प गुणवत्ता पुरस्कार भी मिल चुका है। इसी योजना के अंतर्गत भूपतवाला, जनपद हरिद्वार तथा मेहूंवाला जनपद देहरादून में 30-30 बेड के शहरी सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों की स्थापित की जा रही है जिसका निर्माण कार्य अंतिम चरण में है। उन्होंने बताया कि 15वें वित्त आयोग के अंतर्गत यूपीएचसी में निःशुल्क डायग्नोस्टिक सेवाएं भी शुरू कर दी गई है, जिसके तहत 53 जांचों का अतिरिक्त लाभ शहरी गरीब आबादी को मिल सकेगा।

शहरी स्वास्थ्य मिशन के उद्देश्य
सूबे में संचालित शहरी स्वास्थ्य मिशन के अंतर्गत शहरी आबादी में प्राथमिक स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराना, गर्भवती महिलाओं एवं बच्चों की देखभाल, टीकाकरण, ए.एन.सी., पी.एन.सी की सेवाएं देना तथा परिवार कल्याण की स्थाई एवं अस्थाई विधियों हेतु पात्र दम्पतियों संदर्भित करना है। इसके अलावा अपने-अपने क्षेत्रों राष्ट्रीय कार्यक्रमों को संचालित कराना, सभी शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों को हेल्थ एवं वेलनेस सेंटर के रूप में भी संचालित करना है।

 

नयागांव में 224.53 लाख की लागत से बनने वाले नलकूप का कैबिनेट मंत्री ने किया शिलान्यासगुड न्यूज:- गरीबों के लिये वरदान है शहरी स्वास्थ्य मिशन, 1 साल में 4 लाख से अधिक  शहरी गरीबों ने उठाया योजना का लाभ | India Times

देहरादून, कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी ने शुक्रवार को नयागांव में अनारवाला पेयजल योजना के अन्तर्गत रू 224.53 लाख की लागत से निर्मित होने वाले मिनी ट्यूबवैल का शिलान्यास किया। इस अवसर पर मंत्री गणेश जोशी ने क्षेत्रवासियों को बधाई एवं शुभकामनाएं भी दी। उन्होंने कहा लंबे समय से क्षेत्रवासियों की ओर से पेयजल की मांग की जा रही थी। मंत्री गणेश जोशी ने कहा कि आज ट्यूबवैल का भूमि पूजन किया गया है। उन्होंने संबंधित विभाग के अधिकारियों को शीघ्र तय समय के भीतर कार्य पूर्ण करने के भी निर्देश दिए। मंत्री गणेश जोशी ने कहा इस ट्यूबवैल के निर्माण के बाद निश्चित ही नयागांव के लोगों को पानी की समस्या से निजात मिलेगी। मंत्री कहा कि आम जनमानस को मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध कराना सरकार की प्राथमिकता है और इस दिशा में प्रदेश में धामी सरकार निरंतर प्रयासरत है। मंत्री ने कहा प्रदेश के चौमुखी विकास के लिए राज्य सरकार संकल्पबद्ध है। इस अवसर पर मंत्री गणेश जोशी ने नलकूप निर्माण के लिए भूमि दानदाता आशा देवी प्रधान को शॉल ओढ़ाकर सम्मानित भी किया।
शिलान्यास कार्यक्रम के दौरान बीजेपी मंडल अध्यक्ष ज्योति कोटिया, मंडल अध्यक्ष प्रदीप रावत, कैलाश पंत, अधिशासी अभियंता मोनिका वर्मा, कैप्टन दिनेश प्रधान, कर्नल बी.एस खत्री, कर्नल दलीप प्रधान, कैप्टन दरबान सिंह बिष्ट,आशा देवी, गुलशन चोना कई लोग उपस्थित रहे।

प्रेमी के शहर पहुंची युवती की 3 दोस्तों के साथ मिलकर कर डाली इज्जत तार-तार, पुलिस ने जीरो एफआईआर की दर्ज

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रामनगर, कहते हैं प्यार अंधा होता है और एक साथ जीने मरने की कसमें खाकर प्रेमी एक दूसरे पर अपना प्यार लुटाते है, परन्तु जब प्यार में धोखा कर दोस्तों के साथ मिलकर कर डाला दुष्कर्म, ऐसा ही एक मामला नैनीताल के रामनगर शहर का सामने आया, यहां की रहने वाली एक युवती को मुरादाबाद के लड़के से प्यार हो गया। दोनों ने संग जीने-मरने की कसमें खा लीं। युवती को अपने प्रेमी पर भरोसा था। प्रेमी ने कहा था कि वो उससे शादी करेगा, लेकिन बाद में लड़का मुकर गया। युवती बेहद परेशान हो गई। प्रेमी से बातचीत करने के लिए जब वो उसके शहर पहुंची तो प्रेमी ने न सिर्फ युवती के भरोसे, बल्कि उसकी इज्जत को भी तार-तार कर दिया। प्रेमी ने अपने तीन दोस्तों संग मिलकर युवती के साथ गैंगरेप किया। अब पीड़ित ने पुलिस से मदद की गुहार लगाई है। यह घटना क्योंकि उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद जिले में हुई है, इसलिए पुलिस ने जीरो एफआईआर दर्ज कर केस को संबंधित थाने को स्थानांतरित कर दिया है। पीड़ित युवती उत्तराखंड के रामनगर के ग्रामीण क्षेत्र में रहती है। पुलिस को दी तहरीर में उसने बताया कि उसका मुरादाबाद के पागवाड़ा के रहने वाले सलमान अंसारी से प्रेम प्रसंग था | सलमान ने कहा था कि वो युवती से शादी करेगा, लेकिन बाद में वो आनाकानी करने लगा। युवती ने सलमान को बहुत समझाने की कोशिश की, लेकिन वह नहीं माना। घटना वाले दिन पीड़ित युवती सलमान से बातचीत करने के लिए उसके घर पहुंची थी। युवती का आरोप है कि वहां सलमान और उसके 3 साथियों ने मिलकर उसके साथ गैंगरेप किया और फिर मारपीट की। बाद में पीड़ित किसी तरह अपने घर पहुंची। अब पीड़ित ने पागवाड़ा मुरादाबाद उत्तर प्रदेश निवासी सलमान अंसारी, सरफराज, नदीम और वसीम के खिलाफ केस दर्ज कराया है। पुलिस ने आगे की कार्रवाई के लिए मामला पागवाड़ा पुलिस को ट्रांसफर कर दिया है।

03 दिवसीय अंतरराष्ट्रीय सेमिनार के दूसरे दिन प्रथम सत्र में शव विच्छेदन

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हरिद्वार (कुलभूषण ) उत्तराखंड आयुर्वेद विश्वविद्यालय एवं हेमवती नन्दन बहुगुणा चिकित्सा विश्वविद्यालय के संयुक्त तत्वाधान में 03 दिवसीय अंतरराष्ट्रीय सेमिनार ’प्रत्याशा-2023’ के दूसरे दिन मानव शव विच्छेदन करते विशेष रूप से मर्माें का ज्ञान दिया गया।
ऋषिकुल राजकीय आयुर्वेद महाविद्यालय में उत्तराखण्ड आयुर्वेद विश्वविद्यालय एवं हेमवती नन्दन बहुगुणा चिकित्सा विश्वविद्यालय के संयुक्त तत्वाधान में 03 दिवसीय अंतरराष्ट्रीय सेमिनार के दूसरे दिन प्रथम सत्र में शव विच्छेदन करते हुए थोरेक्स रीजन में स्थित फैफडे (लंग्स),हृदय का डिसेक्सन किया गया। शव विच्छेदन डिसेक्सन करते हुए आधुनिक चिकित्सा पद्धति के अनुसार भी हृदय और फैफडों की सामान्य स्थिति एवं असामान्य स्थिति होने का विशेष रूप से प्रतिभागियों को डिमोन्सटे सन किया गया।

साथ ही साथ आयुर्वेद के अनुसार मर्मों का भी तुलनात्मक डिमोन्स्ट्रैसन करते हुए प्रतिभागियों को यह भी प्रदर्शित किया गया कि किन किन मर्मो पर आघात लगने से मृत्यु का कारण बन सकता है यदि शरीर के सभी अंगों विशेषकर मर्मों की सामान्य स्थितियों का ज्ञान होगा तो समय रहते हुए प्राथमिक उपचार करते हुए उचित चिकित्सा करायी जा सकती है। आधुनिक एैलोपैथिक पद्धति के तहत दून मेडिकल कालेज के एनाटामी विभाग से प्रोफेसर डा0 पियूष वर्मा एवं उनकी तकनीकी सहायक एवं पी0जी0 स्कोलर लाइव डिसेक्सन डिमोन्स्ट्रैसन कर रहे हैं और साथ ही साथ आयुर्वेद चिकित्सा पद्धति से ऋषिकुल राजकीय आयुर्वेदिक कालेज के रचना शारीर विभागाध्यक्ष/आयोजन सचिव प्रो0 (डा0)नरेश चौधरी एवं उनकी स्नात्कोत्तर छात्रों के द्वारा आयुर्वेद के अनुसार तुलनात्मक आयुर्वेद शास्त्रों में जो वर्णन है उसका शवविच्छेदन के माध्यम से विशेष रूप से प्रदर्शन किया जा रहा है।

उत्तराखण्ड आयुर्वेद विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो(डा0) सुनील कुमार जोशी ने भी सेमिनार में प्रतिभाग कर रहे सभी प्रतिभागियों को सम्बोधित करते हुए कहा कि आयुर्वेद में शरीर रचना सम्बन्धी सम्पूर्ण वर्णन सुश्रुत संहिता में किया गया है। डिसेक्सन(शव विच्छेदन) की विधि अत्यन्त प्राचीन है आयुर्वेद के अनुसार शरीर में 700 मांस पेसिया ,300 अस्थियां ,107 मर्म स्थान और विभिन्न अंग और कौष्टांग है। डा0 सुनील जोशी ने कहा कि इस सेमिनार से प्रतिभागियों को मर्म स्थान चिकित्सा का ज्ञान भी दिया जा रहा है जिससे सभी प्रतिभागियों को सम्पूर्ण चिकित्सीय जीवन में विशेष रूप से तुलनात्मक ज्ञान मिल रहा है जिसका लाभ वह अपनी चिकित्सीय सेवा में जनमानस को दे पायेंगें। द्वितीय सत्र में एबडोमन (पेट)में स्थित सभी अंगों का शव विच्छेदन के माध्यम से प्रदर्शन किया गया। तृतीय सत्र में तीन जापानी डेलिगेट्स- हिरोयुकी बेनिया, शिघो निसिडी, युकी किकुची और दो जर्मनी के डेलिगेट्स -टकाओ ओसिबुची, राजकुमार सम्बन्धम ने भी प्रतिभाग किया गया। जापानी एवं जर्मनी डेलीगेटस ने अपने सम्बोधन में कहा कि हमारे देश में आयुर्वेद चिकित्सा की विशेष जरूरत है। हम भविष्य में शीघ्र ही उत्तराखण्ड आयुर्वेद विश्वविद्यालय के छात्र- छात्राओं का डेलीगेट्स जर्मनी एवं जापान में भी आमंत्रित करेंगे और आयुर्वेद चिकित्सा पद्धति का लाभ अपने अपने देश के नागरिकों को दिलाएंगें। सेमिनार के आयोजन सचिव शरीर रचना विभागाध्यक्ष प्रो(डा0) नरेश चौधरी ने अंतिम सत्र में विदेशी प्रतिभागियों को प्रतीक चिह्न देकर सम्मानित किया गया और दूसरे दिन के सभी सत्रों के लिये रिसोर्स पर्सन एवं व्यवस्था में लगे सभी सहयोगियों तथा प्रतिभागियों का धन्यवाद ज्ञापित किया गया।

युवाओं की जागरुकता से समाज में फैल रहे नशे जैसी कुरीति को दूर करने में सक्षम : डाॅ. माहेश्वरी

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हरिद्वार (कुलभूषण )। एस.एम.जे.एन.पी.जी. काॅलेज में आज एंटी ड्रग्स क्लब, राष्ट्रीय सेवा योजना (छात्र व छात्रा इकाईं) एवं आन्तरिक गुणवत्ता आश्वासन प्रकोष्ठ के संयुक्त तत्वाधान में ‘नशा मुक्त भारत-संस्कार युक्त भारत’ अभियान के अन्तर्गत व्यसन मुक्ति एवं तम्बाकू निषेध जन-जागरूकता रैली का आयोजन किया गया जिसमें काॅलेज के अनेक छात्र-छात्रा नितिश पाण्डेय, रोमिल भारद्वाज, नेहा राठौर, रीतू, प्रियंका, नीशू, सलोनी, ममता, खुशी, मेघा, अर्शिका, आकाश, रोहित, मनीष, शंकर, मालती, निशा जोशी, आयुष सिंह, आशीष रावत, हर्षित, संतोष जुयाल, मुकुल सिंह आर्यन शर्मा, मनीष, विनय चौहान, अभिषेक सती आदि छात्र-छात्राओं सहित कार्यक्रम समन्वयक डाॅ. मनोज कुमार सोही, रासेयो छात्र इकाई के कार्यक्रम अधिकारी डाॅ. विजय शर्मा, डाॅ. पूर्णिमा सुन्दरियाल, विनीत सक्सेना, डाॅ. पुनीता शर्मा, डाॅ. प्रज्ञा जोशी, डाॅ. सुरभि प्रधान, नेहा गुप्ता, रचना गोस्वामी, प्रिंस श्रोत्रिय, दीपिका आनन्द सम्मिलित थे। रैली काॅलेज से परशुराम घाट से होते हुए राजीव बस्ती काॅलोनी पहुंची, जहां जाकर रैली ने लोगों को नशे से होने वाले खतरे के बारे में जागरूक किया।
आन्तरिक गुणवत्ता आश्वासन प्रकोष्ठ के समन्वयक व अधिष्ठाता छात्र कल्याण डाॅ. संजय कुमार माहेश्वरी ने जागरूकता रैली को रवाना करते हुए कहा कि युवाओं का योगदान ही समाज में फैल रहे नशे जैसी कुरीति को दूर करने में सक्षम है। उन्होंने छात्र-छात्राओं से नशे को समाज से मुक्त करने का आह्वान करते हुए कहा कि किसी भी प्रकार का नशा मनुष्य को अन्दर ही अन्दर खोखला करता है, नशे से बचें तथा इससे होने वाले शारीरिक, मानसिक व आर्थिक नुकशान से परिवार व पड़ौसियों को भी अवगत करा, एक नशा मुक्त समाज बनाने में अपना योगदान दें।
काॅलेज के प्राचार्य प्रो. सुनील कुमार बत्रा अपने संदेश में कहा कि नशा व्यक्ति को मानसिक व शारीरिक रूप से कमजोर करता है और नशे से मुक्त होने के लिए परिवार एवं सहयोगियों का सहयोग जरूरी है अन्यथा वह अपराध की ओर बढ़ता है। प्राचार्य डाॅ. सुनील कुमार बत्रा ने एंटी ड्रग्स क्लब के समस्त सदस्यों, राष्ट्रीय सेवा योजना (छात्र व छात्रा इकाईं) के कार्यक्रम अधिकारी एवं आन्तरिक गुणवत्ता आश्वासन प्रकोष्ठ के समन्वयक डाॅ. संजय कुमार माहेश्वरी की रैली के माध्यम से लोगों को जागरूक करने हेतु धन्यवाद भी प्रेषित किया।

 वसन्तोत्सव-2023 का शुभारम्भ : महोत्सव के जरिए उत्तराखण्ड में कृषि एवं उद्यानीकरण के उत्पादों को बढ़ावा मिलेगा : राज्यपाल

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देहरादून, राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह(से नि) एवं मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने शुक्रवार को राजभवन के प्रागंण में वसन्तोत्सव-2023 का शुभारम्भ किया। इस अवसर पर कृषि मंत्री गणेश जोशी, प्रथम महिला श्रीमती गुरमीत कौर, मुख्यमंत्री की धर्मपत्नी श्रीमती गीता धामी भी मौजूद रहे।

राज्यपाल एवं मुख्यमंत्री ने पुष्पों की लड़ी काटकर एवं शांति के प्रतीक रंगीन गुब्बारों को हवा में छोड़कर वसंतोत्सव का विधिवत उद्घाटन किया। राज्यपाल ने राजभवन परिसर स्थित नक्षत्र वाटिका पर बनी लघु फिल्म का विमोचन किया। इस अवसर पर डाक विभाग द्वारा इस वर्ष के लिये चयनित तिमरू के विशेष डाक आवरण का विमोचन किया गया साथ ही डाक टिकट प्रदर्शनी का उद्घाटन किया गया। इस अवसर पर उद्यान विभाग द्वारा किसानों की समस्याओं के समाधान के लिए टोल फ्री किसान हेल्प लाइन नम्बर 18003135685 लांच किया गया। कार्यक्रम में उद्यान विभाग की पुस्तक ‘शुष्क पुष्प व्यावसायिक’ हस्त पुस्तिका का विमोचन भी किया गया। इस अवसर पर राज्यपाल एवं मुख्यमंत्री ने अपना फैमली फॉर्मर सदस्यता का लोकार्पण भी किया।

आज प्रथम दिवस के कार्यक्रमों में आईएमए के बैंड ने अपनी मधुर धुनों से सभी को मंत्र मुग्ध कर दिया। वहीं गोरखा राइफल्स के जवानों द्वारा किए गए खुखरी नृत्य का लोगों ने खूब लुत्फ उठाया। देव संस्कृति विश्वविद्यालय, हरिद्वार के छात्रों ने योगा के बेहतरीन करतब दिखाये। इस दौरान आईटीबीपी के जवानों ने कराटे का अदभुत प्रदर्शन कर दर्शकों को रोमांचित किया।

राज्यपाल, मुख्यमंत्री एवं कृषि मंत्री ने वसंतोत्सव की प्रदर्शनी में लगाये गये विभिन्न स्टॉलों का भ्रमण किया। उन्होंने पेन्टिंग प्रतियोगिता में प्रतिभाग करने वाले बच्चों से मुलाकात की। इस अवसर पर राज्यपाल ने कहा कि इस वर्ष तीन दिवसीय वसंतोत्सव को लेकर लोगों में अलग उत्साह देखने को मिल रहा है। उन्होंने कहा कि पिछले वर्ष प्रतियोगिता में 200 व्यावसायिक प्रतिष्ठानों/स्वयं सहायता समूहों द्वारा प्रतिभाग किया जिनकी संख्या इस वर्ष बढ़कर 535 हो गयी है। उन्होंने कहा कि इस महोत्सव के जरिए उत्तराखण्ड में कृषि एवं उद्यानीकरण के उत्पादों को बढ़ावा मिलेगा।

राज्यपाल ने कहा कि यहां के पुष्पों में अलग ही सौंदर्य और दिव्यता है जो उत्तराखण्ड को आने वाले समय में पुष्प प्रदेश बनाने की ओर ले जायेगा। उन्होंने कहा कि पुष्पों से आने वाला समय खुशहाली और समृद्धि का होने वाला है। राज्यपाल ने मुख्यमंत्री और कृषि मंत्री की सराहना की और कहा कि प्रदेश के लिए उन्होंने जो योजनाएं बनायी हैं और उसमें प्रत्येक की भागीदारी सुनिश्चित की है जिससे इस क्षेत्र में एक नई क्रांति आना तय है। उन्होंने इस पुष्प प्रदर्शनी में अधिक से अधिक लोगों से प्रतिभाग की अपील की।

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने वसंतोत्सव की सभी को बधाई दी और कहा कि वसंतोत्सव लोगों को प्रकृति से जुड़ने का भी संदेश देता है और लोगों को पर्यावरण संरक्षण के लिये प्रोत्साहित करता है। उन्होंने कहा कि इस प्रकार के उत्सव से कृषि, उद्यान सहित विभिन्न क्षेत्रों में अच्छा कार्य करने वाले लोगों को अपने उत्पाद दिखाने का अवसर प्राप्त होता है। उन्होंने कहा कि वसन्तोत्सव के माध्यम से किसानों को भी प्रोत्साहन के साथ-साथ स्थानीय उत्पादों को बढ़ावा मिलेगा।

वसंतोत्सव के आयोजन में कट फ्लावर(पारम्परिक) प्रतियोगिता में 698 प्रतिभागी, कट फ्लावर (गैर पारम्परिक) श्रेणी में 191 प्रतिभागी, पॉटेड प्लान्ट श्रेणी(प्राइवेट नर्सरी) में 22, लूज फ्लावर श्रेणी में 42, पॉटेड प्लान्ट(गैर पुष्प) श्रेणी में 17, कैक्टस एवं सेकुलेंट श्रेणी में 13, हैंगिंग पॉट श्रेणी में 27, ऑन स्पॉट फोटोग्राफी में 22, लॉन श्रेणी में 17, फ्रेश पेटल रंगोली में 08 और पेंटिंग प्रतियोगिता में 946 प्रतिभागियों द्वारा हिस्सा लिया गया है। इस वर्ष प्रारंभ की गई नवीन प्रतियोगिताओं यथा छतों पर सब्जी उत्पादन की श्रेणी में 12, बोनसाई की श्रेणी में 23, टेरेरियम की क्षेणी में 7 एवं शहद की श्रेणी में 33 प्रतिभागियों ने प्रतिभाग किया। आज के आयोजन में कुल 16 श्रेणियों की 62 उपश्रेणियों में कुल 2076 प्रतिभागियों द्वारा प्रतिभाग किया गया। इन प्रतियोगिताओं में प्रथम, द्वितीय व तृतीय पुरस्कार निर्णायक मण्डल के निर्णय के उपरान्त दिनांक 05 मार्च, 2023 को प्रदान किये जायेगे।

राजभवन परिसर में राजकीय व निजी संस्थानों/व्यक्तियों द्वारा कुल 413 स्टॉल लगाये गये जिसमें विभिन्न राजकीय संस्थानों द्वारा 18 स्टॉल पर अपनी गतिविधियों का प्रदर्शन किया गया एवं 395 व्यावसायिक प्रतिष्ठानों/स्वयं सहायता समूहों द्वारा अपने स्टॉल भी लगाए गए। जिसमें औद्यानिक यन्त्र, बायोफर्टिलाइजर, जैविक कीटव्याधि नियंत्रक उत्पादन करने वाली विभिन्न फर्मों एवं औद्यानिक गतिविधियों से जुड़े गैर सरकारी संस्थाओं/स्वयं सहायता समूहों/स्थानीय उत्पादक संगठनों द्वारा अपने कार्यक्रमों/उत्पादों का प्रदर्शन किया गया। रेड क्रॉस सोसाइटी द्वारा निशक्त जनों के सहायतार्थ व्हील चेयर की सुविधा उपलब्ध करायी गई।

पुष्प उत्पादकों व पुष्प क्रेताओं के मध्य सीधे सामन्जस्य स्थापित करने हेतु उत्तराखण्ड औद्यानिक बोर्ड द्वारा क्रेता-विक्रेता सभा का आयोजन भी इस दौरान किया गया। आज के कार्यक्रम में प्रदेश के समस्त जनपदों से किसानों द्वारा प्रतिभाग किया गया एवं समस्त जनपदों से विभागीय अधिकारियों/कर्मचारियों के साथ ही आमजन द्वारा भी बढ़-चढ़ कर भागेदारी की गयी। वसंतोत्सव में आमजन के खान-पान की सुविधा के लिए विभाग द्वारा गतवर्षों की भांति आई0एच0एम0 एवं जी0आई0एच0एम0 एवं अन्य संस्थाओं के द्वारा फूड कोर्ट में विभिन्न प्रकार के स्वादिष्ट, पौष्टिक, गुणवत्तायुक्त व्यंजनों के पैक्ड फूड की व्यवस्था की गयी, जिसमें हाईजीन एवं सैनिटाइजेशन का विशेष ध्यान रखा गया।

इस अवसर पर सचिव श्री राज्यपाल रविनाथ रामन, सचिव कृषि एवं कृषक कल्याण डा. बीवीआरसी पुरूषोत्तम, संयुक्त सचिव कृषि एवं कृषक कल्याण सुश्री महिमा, निदेशक उद्यान डा0 एच0एस0 बवेजा, निदेशक सगंध पादप केन्द्र डॉ. निपेन्द्र चौहान, निदेशक रेशम ए.के.चौहान, अपर निदेशक डॉ.जे.सी.केम, संयुक्त निदेशक डॉ. रतन कुमार, डॉ.सुरेश राम, डॉ.बृजेश गुप्ता सहित उद्यान विभाग के अधिकारी व अन्य गणमान्य लोग उपस्थित थे।

वसन्तोत्सव 2023 में युवा चित्रकारों की प्रदर्शनी को देख गदगद हुये कला प्रेमी

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देहरादून, दून में आज से राजभवन में वसन्तोत्सव शुरू हो गया है, 5 मार्च तक चलने वाले इस बसंत उत्सव में पुरोहित जनकल्याण भातृ समिति की ओर से पुरोहित परिवार के बच्चों की पेंटिंग प्रदर्शनी लगाई गयी है, प्रदर्शनी का नेतृत्व
चित्रकार लेखक सुनील पुरोहित पुत्र उमेश पुरोहित गांव कोठा कर रहे हैं। जिसमें सार्थक सहभागिता के साथ कु. प्रज्ञा पुरोहित एवं जन्मेजय पुरोहित गांव सुनाऊं ने अपनी पेंटिंग भी लगाई हैं |
युवा चित्रकार, सुनील पुरोहित जो कि लेखक, जागर गायन, जैसे विषयों पर भी अपनी मजबूत पकड़ बनाते हैं। जिला चमोली के गांव कोठा में रहकर अपने बचपन से ही चित्रकारी लेखन गायन में अपनी रुचि दिखाकर आज भावी पीढ़ी के बच्चों को भी प्रोत्साहित कर रहे हैं |

राज वभवन देहरादून में अपनी पहली प्रदर्शनी लगाकर एवं उन्होंने कला प्रेमियों का मन मोह लिया है उन्होंने अपने साथ-साथ कु प्रज्ञा पुरोहित एवं मास्टर जन्मेजय की भी पेंटिंग लगाकर नई पीढ़ी के लिए भी प्रेरणा स्रोत बन गए हैं | लॉकडाउन के समय में अपने परिवार के बच्चों को चित्रकारी का हुनर सिखा कर उन्होंने कु. प्रज्ञा पुरोहित एवं मास्टर जन्मेजय पुरोहित को भी इस योग्य बनाया कि वह अपने साथ-साथ उनकी पेंटिंग से भी कला प्रेमियों को आश्चर्यचकित कर रहे हैं, वहीं प्रज्ञा पुरोहित इस समय लाॕ फोर्थ ईयर की छात्रा यूनिवर्सिटी चंडीगढ़ में है एवं मास्टर जन्मेजय पुरोहित अभी कक्षा आठ के छात्र स्कॉलर्स होम देहरादून में है दोनों भाई- बहनों की पेंटिंग से सुनील पुरोहित भी गदगद दिखाई दे रहे हैं |
समिति के पूर्व महासचिव मनोज पुरोहित ने बताया कि सामाजिक सरोकार से जुड़े कार्यो में पुरोहित जनकल्याण भातृ समिति बढ़ चढ़ कर अपनी भागीदारी निभाती है, बच्चों के उत्साहवर्धन के लिये समिति विभिन्न शिक्षाप्रद कार्य कर रही है, उसी कड़ी में बच्चों की पेंटिंग प्रदर्शनी राजभवन में आयोजित की गयी है |

दहेज लोभियों ने शादी के कुछ दिन पूर्व की दहेज की मांग, नहीं मिलने पर तोड़ दिया रिश्ता

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हल्द्वानी, लड़की शादी में दहेज की मांग करना वर पक्ष के लिये आम हो गया, ऐसी ही एक घटना हल्द्वानी में हुयी जहां वधुपक्ष द्वारा लाखों रूपये खर्च कर अपनी लाडली की शादी की सभी तैयारियां पूर्ण कर ली थी लेकिन दहेज लोभियों ने मन मुताबिक दहेज न मिलने पर शादी के कुछ दिन पूर्व ही रिश्ता तोड़ दिया। इतना ही नहीं वह बारात लेकर भी नहीं पहुंचे। इसके चलते सभी तैयारियां धरी की धरी रह गई। वधु पक्ष ने वर पक्ष के परिजनों के खिलाफ पुलिस में मुकदमा दर्ज कराया है, बरेली रोड स्थित उत्तर उजाला निवासी अमन द्वारा पुलिस को सौंपी तहरीर में बताया कि उसकी बड़ी बहन 26 वर्षीय चांदनी का विवाह बिचौलिया इस्लाम के माध्यम से समीर चमोली के थराली स्थित देवराड़ा निवासी समीर के साथ तय हुआ था। 22 अगस्त 2022 को सगाई वनभूलपुरा में ही हुई। सगाई में समीर का पिता नसीर अहमद व उसकी पत्नी गुडिया व पुत्र समीर तथा छोटा पुत्र आरीश तथा पुत्री सेहरीन भी शामिल हुए थे। सगाई में चांदनी के परिजनों के लगभग एक लाख रुपये खर्च हुए। दोनों पक्षों की सहमति से विवाह की तिथि 1 मार्च तय की गई। इसके बाद बराबर फोन पर बात होती रही तथा प्रार्थी ने अपनी बहन चाँदनी के विवाह के लिए शादी के कार्ड भी छपवा लिए थे, तथा घुंघट बैंकट बरेली रोड, हल्द्वानी में बुकिंग के लिए एडवांस एक लाख रूपये की धनराशि माह दिसम्बर 2022 में जमा करा दी गई। भेंट स्वरूप विवाह के समय फर्नीचर जिसमें टेबल, सोफा, पलंग, गद्दे आदि सामान के लिए 1 लाख साठ हजार रूपये भी दिए गए। लगभग 39 हजार रुपये का इलेक्ट्रोनिक सामान व बर्तन 17,745 रूपये में खरीदे गए। खाना बनाने वाले को 70 हजार रुपये एडवांस भी दिया गया। इन सभी तैयारियों में चांदनी के परिजनों के लगभग 3,86,745 रूपये खर्च हुए।
लेकिन अचानक समीर के पिता नसीर ने उनसे स्विफ्ट डिजायर की मांग की गयी। अमन ने गाड़ी देने में असमर्थता व्यक्त करने पर उसकी बुआ ने नई वेगनार देन का दवाब बनाया। पुनः मना करने पर नसीर अहमद तथा उसकी पत्नी गुड़िया ने घर वापस पहुँचने पर मोबाईल के माध्यम से आगे के कार्यक्रम बावक्त बताने के लिए कहा गया। लेकिन सात दिन बाद उन्होंने शादी से इंकार कर दिया। अमन ने बताया कि समीर उसके पिता नसीर अहमद उसकी माता गुड़िया उसकी बड़ी बहन सेहरीन (शादी शुदा) छोटा भाई आरीश निवासी ने एक षड़यंत्र कर चाँदनी का भविष्य अंधकार में कर दिया। आज तक उन्हें उम्मीद थी कि समीर के परिजन बारात लेकर आएंगे लेकिन ऐसा नहीं हुआ और चांदनी की बारात नहीं आई। अमन के अनुसार इन लोगों ने पूर्व पूर्व में भी समीर का रिश्ता लगभग 4 बार तोड़ा गया है। अब उसने पुलिस ने न्याय की गुहार लगाई है। तहरीर के आधार पर पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर अपनी कार्रवाई शुरू कर दी है।

पुरानी पेंशन स्कीम पर सरकार का ये है इरादा, हो गया खुलासा, इन पर पड़ेगा असर

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इन दिनों ओल्ड पेंशन स्कीम को लेकर काफी चर्चाएं हो रही हैं. कई राज्य पुरानी पेंशन स्कीम को अपना चुके हैं. वहीं दूसरे राज्य के लोग भी अब पुरानी पेंशन योजना को फिर से अपनाने को लेकर सरकारों पर दबाव बना रहे हैं.

इस बीच उत्तर प्रदेश सरकार ने पुरानी पेंशन योजना को फिर से लागू करने के इरादे पर अपनी चुप्पी तोड़ी है. समाजवादी पार्टी के जरिए पुरानी पेंशन योजना को लागू करने पर पूछे गए सवाल के जवाब में सरकार ने कहा है कि मौजूदा नई पेंशन योजना को लागू करने पर पुनर्विचार करने की उसकी कोई योजना नहीं है.

पेंशन स्कीम
यूपी सरकार ने कहा कि जब एनपीएस लागू किया गया था तब राज्य में समाजवादी पार्टी सत्ता में थी. सपा सदस्यों ने कहा कि राज्य सरकार को यह विश्वास करके गुमराह किया गया था कि यह योजना लाभकारी होगी. स्वास्थ्य राज्य मंत्री मयंकेश्वर शरण सिंह ने कहा कि योजना के तहत अब तक 5.95 लाख सरकारी कर्मचारियों और 3.5 लाख शिक्षकों का पंजीकरण किया जा चुका है और अब तक क्रमश: 28,536 करोड़ रुपये और 14,262 करोड़ रुपये का भुगतान किया जा चुका है. उनके खातों में जमा करा दिया गया है.

कई राज्यों में लागू
स्वास्थ्य राज्य मंत्री ने कहा कि इस योजना को समाप्त करना संभव नहीं है और न ही सरकार इस पर विचार कर रही है. एसपी एमएलसी मान सिंह यादव ने तब कई राज्यों का उल्लेख किया, जिन्होंने कर्मचारियों के विरोध के कारण योजना को वापस ले लिया है. इनमें राजस्थान, छत्तीसगढ़ और हिमाचल प्रदेश शामिल हैं, जबकि पंजाब सरकार ने इसकी घोषणा कर दी है और पश्चिम बंगाल ने इसे लागू भी नहीं किया है.

ओल्ड पेंशन स्कीम
मान सिंह ने कहा कि जब सरकारी कर्मचारी इस नई योजना को नहीं चाहते हैं, तो आप कितना भी अच्छा सोच सकते हैं, सरकार उन्हें इसे अपनाने के लिए क्यों मजबूर कर रही है. उनका पैसा कॉरपोरेट्स में जा रहा है और फंड श्रमिकों या सरकारों के किसी काम का नहीं है. जब इतने सारे राज्य इसे वापस ले रहे हैं, यूपी इस पर विचार क्यों नहीं कर सकता?