Monday, June 16, 2025
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खिलाड़ियों के लिए स्वास्थ्य बीमा और उनकी स्वास्थ्य सुरक्षा का जल्द लाया जाएगा प्रस्ताव : रेखा आर्या

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खेल मंत्री रेखा आर्या ने खेल एवं युवा कल्याण विभाग से संबंधित घोषणाओं की कि समीक्षा, सभी घोषणाओं को जल्द पूरा करने के दिये निर्देश

देहरादून, रायपुर स्थित स्पोर्ट्स कॉलेज में खेल एवं युवा कल्याण मंत्री रेखा आर्या ने आज खेल एवं युवा कल्याण विभाग की समीक्षा की।बैठक में मंत्री रेखा आर्या ने मुख्यमंत्री जी द्वारा खेल एवं युवा कल्याण विभाग से संबंधित घोषणाओं की समीक्षा की जिसमे सभी घोषणाओं को जल्द पूर्ण करने के निर्देश दिए गए।वही खेल मंत्री ने हल्द्वानी में प्रस्तावित खेल विश्वविद्यालय की प्रगति के संबंध में जानकारी ली और कहा कि खेल विश्वविद्यालय की यथाशीघ्र स्थापना हेतु समस्त आवश्यक कार्यवाही जल्द ही पूरी कर ली जाए।

इस दौरान खेल मंत्री रेखा आर्या ने राज्य में प्रस्तावित 38वें राष्ट्रीय खेलों के आयोजन के संबंध अधिकारियों को दिशा निर्देश दिए कि जहां-जहां पर खेलों की प्रतियोगिताओ का आयोजन होना है वहां पर चल रहे निर्माण कार्यों को तय समय पर पूरा कर लिया जाए।

खेल मंत्री रेखा आर्या ने कहा कि खिलाड़ियों के हितों को सुरक्षित करने के लिए विभाग को खिलाड़ियों के लिए स्वास्थ्य बीमा और उनकी स्वास्थ्य सुरक्षा का प्रस्ताव बनाने के निर्देश दिए गए हैं साथ ही निर्देश दिए कि उधमसिंह नगर जिले में बनने जा रहे महिला स्पोर्ट्स कॉलेज के कार्य की प्रगति में तेजी लाया जाए जिससे उसका निर्माण कार्य जल्द पूर्ण हो।वहीं बैठक में माननीय मुख्यमंत्री जी की घोषणाओं की समीक्षा पर खेल मंत्री रेखा आर्या ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि खेल मैदान या फिर स्टेडियम निर्माण के परिपेक्ष्य में आ रही वन पंचायत या वन विभाग की दिक्कतों को संबंधित जनप्रतिनिधियों को अवगत कराएं जिससे उनका निर्माण कार्य हो सके।

इस अवसर पर विशेष प्रमुख सचिव खेल एवं युवा कल्याण श्री अभिनव कुमार जी,निदेशक खेल एवं युवा कल्याण श्री जितेंद्र सोनकर जी,उपसचिव(शासन) खेल एवं युवा कल्याण श्री धीरेंद्र जी,संयुक्त निदेशक खेल श्री धर्मेंद्र भट्ट जी,संयुक्त निदेशक खेल श्री एस. के. शार्की जी,संयुक्त निदेशक युवा कल्याण श्री अजय अग्रवाल जी,सहायक निदेशक युवा कल्याण श्री नीरज गुप्ता जी,सहायक निदेशक खेल श्री एस. के. डोभाल जी सहित अधिकारीगण उपस्थित रहे।

बागेश्वर में पहली बार आयोजित होने वाली पैराग्लाइडिंग चैंपियनशिप का शुभारंभ

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डीएम बोली मैने भी किया था प्रयास, लेकिन हो गया फ्रैक्चर’

बागेश्वर, उत्तराखंड पर्यटन विकास बोर्ड और जिला प्रशासन बागेश्वर की ओर से आयोजित होने वाली पहली पैराग्लाइडिंग एक्यूरेसी चैंपियनशिप का शुभारंभ बुधवार को किया गया। चैंपियनशिप का शुभारंभ करते हुए जिलाधिकारी बागेश्वर अनुराधा पाल ने कहा कि इसका उद्देश्य बागेश्वर में साहसिक गतिविधियों को बढ़ावा देना है।
बागेश्वर के कपकोट में इस चैंपियनशिप का आयोजन 12 से 14 अप्रैल तक किया जा रहा है। है। जो कि बुधवार को केदारीबगड़ मैदान में शुभारंभ के बाद जालेख से शुरू हुई। चैंपियनशिप का उद्घाटन बागेश्वर की जिलाधिकारी अनुराधा पाल और जिला पंचायत अध्यक्ष बसंती देव ने संयुक्त रूप से किया। इस मौके पर सभी पायलेट ने केदारीबागड में लैंडिंग की। बागेश्वर की जिलाधिकारी अनुराधा पाल ने बताया कि उनको भी पैराग्लाइडिंग का शौक था और उन्होंने भी इसके लिए कोशिश की थी लेकिन तब उनका पैर फ्रैक्चर हो गया था।
जिला पंचायत अध्यक्ष ने कहा कि इससे देश भर में संदेश जाएगा की बागेश्वर भी साहसिक गतिविधियों के लिए बेहतर जगह है। जिला पर्यटन अधिकारी कीर्ति आर्य ने बताया कि इस पहली बार होने वाली चैंपियनशिप में आर्मी, नेवी उत्तर प्रदेश,हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड,मेघालय,आसाम रेजिमेंट,हरियाणा सहित सिक्किम के 31 पायलेट हिस्सा ले रहे हैं। इस मौके पर बागेश्वर के सीएमओ डॉक्टर डीपी जोशी ने कहा कि इस पैराग्लाइडिंग चैंपियनशिप के लिए हमारी ओर से हर तरह की स्वास्थ्य सुविधाएं दी जा रही हैं। वहीं इस प्रतियोगिता को लेकर ग्रामीणों में भी बेहद उत्साह दिखाई दिया। उनके लिए भी ये बेहद ही रोमांचक भरे क्षण हैं।

कसीगा स्कूल में 5वां अखिल भारतीय पी.सी बत्ता मेमोरियल क्रिकेट टूर्नामेंट का 15 अप्रैल से होगा आयोजन

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देहरादून, विश्वभर के क्रिकेट प्रेमी मौसम के बदलते तेवर और बढ़ते तापमान में इन दिनों आई.पी.एल 20-20 मैच का आनंद उठा रहें हैं। वहीं नई पहल करने वाला कासीगा स्कूल ने भी देश को होनहार खिलाड़ी प्रदान करने की मंशा से और खिलाडियों को ऊर्जावान बनाने के उद्देश्य से अखिल भारतीय पी.सी. बत्ता मेमोरियल क्रिकेट टूर्नामेंट का आयोजन किया जा रहा है। क्योंकि प्रत्येक व्यक्ति में कुछ अलग करने की इच्छा शक्ति होती है। जो उसे नींद से जगाये रखती है और चैम्पियन बनने की दिशा में सार्थक पहल करता है।

दून स्थित कासीगा स्कूल में अखिल भारतीय पाँचवा पी.सी. बता मेमोरियल क्रिकेट टूर्नामेंट का आयोजन 15 अप्रैल से हो रहा है।
यह टूर्नामेंट कासीगा स्कूल के चेयरमैन श्री रमेश बता के सपनों का प्रतिफलन है, जिसे उन्होंने अपने पिता स्वर्गीय प्रकाश चंद बत्ता की स्मृति के रूप में स्थापित किया है। बहुमुखी प्रतिभा के धनी श्री रमेश बता स्वयं एक उत्साही खिलाड़ी हैं और उनकी संकल्पना यह है कि छात्रों को टूर्नामेंट में प्रतिभाग कराकर, उनकी क्षमता एवं दक्षता को उन्नति देकर देश को उत्कृष्ट खिलाड़ी प्रदान किये जायें।
क्रिकेट की दुनिया में अपने ५० वर्षों के सुदीर्घ अनुभव को एक साक्षात्कार में साझा करते हुए श्री रमेश बता ने बताया कि टीम की सफलता का दारोमदार किसी एक व्यक्ति पर नहीं, अपितु सबकी सहभागिता पर टिका होता है और कोई भी टीम जीतने के लिए ही खेला करती है। उनका मानना है कि वही खिलाड़ी मैदान में अपनी सफलता के परचम लहरा सकता है जो एकाग्र भाव से सकारात्मक सोच के साथ अपने लक्ष्य को ध्यान में रखकर पिच पर खेलता है। अखिल भारतीय पी. सी बता मेमोरियल क्रिकेट टूर्नामेंट इसी सृजनात्मक सोच का सुनहरा क्रियान्वयन है।

आधुनिक सुविधाओं से संपन्न कासीगा स्कूल का क्रिकेट मैदान द ओवल अपनी विशेषताओं के लिए विख्यात हैं। यह क्रिकेट मैदान अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट मैच की मेजबानी की क्षमता एवं गुणवत्ता रखता है और अरुण जेटली मैदान, दिल्ली तथा आई एस बिन्द्रा मैदान, मोहाली से भी बड़ा है। इन्ही विशेषताओं के कारण बी सी सी आई से प्रमाणित इस मैदान ने विजय हजारे तथा रणजी ट्रॉफी क्रिकेट मैच की मेजवानी की है। राष्ट्रीय स्तर के अनेक नामचीन खिलाडियों ने इस पिच पर खेलने का आनंद उठाया है और स्टूडेंट ऑफ द ईयर व जर्सी फिल्मों में भी इसकी खूबसूरती को प्रदर्शित किया गया है। चेयरमैन श्रीरमेश बता के संरक्षण में कासीगा स्कूल का यह क्रिकेट मैदान स्तरीयता में देशभर के सभी विद्यालयों में अपना अन्यतम स्थान रखता है तथा हमेशा मैचों की मांग में बना रहता है।

पी.सी. बता क्रिकेट टूर्नामेंट के इस महाकुम्भ में कासीगा की टीम सहित देश के विभिन्न प्रान्तों से आई हुई १८ टीमें भाग ले रही हैं। उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र हिमाचल और हरियाणा से आने वाली टीमों की मेजबानी करने वाले कासीगा स्कूल के लिए यह गौरव की बात है कि कोरोना काल के बाद भी प्रतिभागी टीमों की संख्या में कोई कमी नहीं आई है। टीमों के उत्साह को देखकर ऐसा लगता है कि चेयरमैन श्री रमेश बता की संकल्पना को स्वरूप मिल रहा है।

१५ अप्रैल २०२३ को कासीगा स्कूल के विशाल प्रांगण में ओपनिंग मैच की शुरुआत के लिए वेल्हम बॉयज एवं वाइनवर्ग एलेन स्कूल की टीम मैदान पर उतरेंगी ।

आम जनमानस को कोविड के प्रति जागरूक करने में मीडिया की अहम भूमिका: स्वास्थ्य सचिव

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देहरादून।
उत्तरांचल प्रेस क्लब कार्यकारिणी ने डाॅ. आर राजेश कुमार, सचिव, स्वास्थ्य से मुलाकात की। प्रेस क्लब अध्यक्ष अजय राणा ने प्रेस क्लब में आयोजित हुए स्वास्थ्य शिविर के लिए सचिव स्वास्थ्य का आभार जताया और क्लब की ओर से स्मृति चिह्न भेंट किया। डाॅ. आर राजेश कुमार ने कहा कि पत्रकारों का स्वास्थ्य विभाग को हमेशा सहयोग मिलता रहता है। कोविड काल में भी पत्रकारों ने स्वास्थ्य विभाग के साथ मिलकर अच्छा कार्य किया। इसके लिए उन्होंने पत्रकारों का आभार जताया। सचिव स्वास्थ्य द्वारा आम जनमानस से कोविड-19 का पालन करने की अपील की साथ ही उन्होंने मीडिया से अपील की है कि वे लोगों को कोविड नियमों का पालन करने के लिए ज्यादा से ज्यादा जागरूक करें।
इस अवसर पर स्वास्थ्य सचिव ने अधिकारियों निर्देशित किया कि पत्रकारों व उनके परिवारों के लिए वर्ष में दो बार प्रेस क्लब में स्वास्थ्य शिविर लगाया जाये और इसके लिए एक निर्धारित कैलेंडर तिथि के साथ जारी किया जाए, ताकि हर वर्ष निर्धारित समय पर स्वास्थ्य कैंप लग सके।
इस अवसर पर प्रेस क्लब अध्यक्ष अजय राणा, क्लब महामंत्री विकास गुसाईं, कोषाध्यक्ष मनीष चंद्र भट्ट, वरिष्ठ उपाध्यक्ष रश्मि खत्री, कनिष्ठ उपाध्यक्ष दरवान सिंह के साथ ही दून मेडिकल काॅलेज के प्राचार्य डाॅ. आशुतोष सयाना, डाॅ. अजय नगरकर, कार्यक्रम अधिकारी एनएचएम व अनिल सती आईईसी अधिकारी, एनएचएम मौजूद थे।

 

उत्तराखण्ड की महिलाओं द्वारा निर्मित उत्पाद मल्टीनेशनल कम्पनियों के उत्पादों से बेहतर-सीएम धामी

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देहरादून ,मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने बुधवार को सर्वे ऑफ इण्डिया सभागार, देहरादून में भारत सरकार द्वारा वित पोषित ए हेल्प (Accredited Agent For Health and Extension of Livestock Production) योजनान्तर्गत पशु सखी के प्रशिक्षण कार्यक्रम का शुभारम्भ किया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री द्वारा 23 ए हेल्प कार्यकत्रियों को ए हेल्प किट वितरित किए गए।

पशु सखी प्रशिक्षण के पश्चात ए हेल्प कार्यकत्री पशुपालन विभाग एवं पशुपालकों के बीच संयोजक कड़ी का काम करेंगी तथा पशुपालकों को सरकार की सभी योजनाओं की जानकारी भी उपलब्ध करायेगी। ए हेल्प योजना द्वारा राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के स्वयं सहायता समूह की महिला सदस्यों को विभिन्न योजनाओं में भारत सरकार द्वारा निर्धारित मानदेय प्राप्त करने का अवसर मिलेगा। ए हेल्प कार्यकत्री, क्षेत्र के समस्त पशुधन और कुक्कुट संख्या का रिकॉर्ड भी ब्लॉक स्तर के पशु चिकित्सकों के साथ साझा करेंगी। इससे पशुपालन गतिविधियों का क्रियान्वयन आसान तो होगा ही दुग्ध उत्पादन पर भी सीधा असर पड़ेगा। इसके अलावा वे चारा उत्पादन के लिये पशुपालकों को प्रोत्साहित भी करेंगी जिससे वे चारे की पूर्ति के लिए आत्मनिर्भर बनें। प्रत्येक ए-हेल्प कार्यकत्री को फर्स्ट-एड किट भी दी जायेगी जिससे वे पशुपालकों की प्रारंभिक स्वास्थ्य आवश्यकताओं की पूर्ति कर सकें।

इस अवसर पर मुख्यमंत्री श्री धामी ने कहा कि यह गर्व का विषय है कि उत्तराखण्ड, मध्य प्रदेश और कश्मीर के बाद पशु सखी टै्रनिंग प्रोग्राम शुरू करने वाला देश का तीसरा राज्य बन गया है। यह प्रशिक्षण कार्यक्रम महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने में मील का पत्थर साबित होगी। मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि उत्तराखण्ड को हर क्षेत्र में मॉडल स्टेट बनाया जा सकता है। भारत सरकार की विभिन्न क्षेत्रों की योजनाओं का उत्तराखण्ड में शत प्रतिशत लक्ष्य प्राप्त करने की अच्छी संभावनाएं हैं। यह देश के लिए हर क्षेत्र में एक मॉडल राज्य बन सकता है।

मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि एक बेटे व भाई के रूप में वह राज्य की मातृ शक्ति का आत्मविश्वास बनाये रखने व सेवा के लिए सदैव तत्पर है। किसी भी समाज की रीढ़ उसकी सशक्त महिलाएं ही हैं, यदि किसी राज्य की नारी शक्ति प्रगति कर रही है तो उस राज्य का विकास सुनिश्चित है, उसे कोई रोक नहीं सकता। हमारे प्रदेश के निर्माण में महिलाओं ने अपना विशेष योगदान दिया है। एक ओर जहां प्रदेश की मातृशक्ति ने पूरे समाज को विपरीत परिस्थितियों में जीना सिखाया, जूझना सिखाया, वहीं दूसरी ओर हर परिस्थिति में जीतना भी सिखाया है। मुझे प्रसन्नता है कि आज प्रदेश के दुर्गम गांव-गांव में महिलाएं सेल्फ हेल्प ग्रुप बनाकर कुटीर उद्योगों के जरिए ग्रामीण अर्थव्यवस्था को गति प्रदान कर रही हैं। महिलाओं के पास कौशल की कभी कोई कमी नहीं रही और अब यही कौशल उनकी और उनके परिवारों की आर्थिकी को शक्ति प्रदान कर रहा है। उन्होंने कहा कि उत्तराखण्ड की महिलाएं मल्टीनेशनल कम्पनियों के उत्पादों से भी बेहतर उत्पादों का निर्माण कर रही है।

मुख्यमंत्री श्री धामी ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के नेतृत्वकाल में आज देशभर में करीब 23 करोड़ महिलाओं को जन धन खातों के साथ ही सर्वाधिक विभिन्न योजनाओं का लाभ सीधे महिला शक्ति को मिल रहा है। आज प्रधानमंत्री जी के नेतृत्व वाली सरकार ने प्रत्येक क्षेत्र में महिलाओं को आगे बढाने का कार्य किया है। आज वित्तीय समावेश से लेकर सामाजिक सुरक्षा, गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवा से लेकर आवास, शिक्षा से लेकर उद्यमिता तक, हमारी नारी शक्ति को भारत की विकास यात्रा में सबसे आगे रखने के लिए कई प्रयास किए गए हैं। यह प्रयास आने वाले समय में और भी अधिक उत्साह के साथ जारी रहेंगे।

मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि उत्तराखण्ड सरकार ने भी सरकारी नौकरियों में महिलाओं को 30 प्रतिशत आरक्षण का संपूर्ण लाभ देने के लिए जिस तेज गति से काम किया, उससे आप राज्य सरकार की प्रतिबद्धता को समझ सकते हैं। आज प्रदेश की समस्त माताओं और बहनों ने अपने अथक परिश्रम से जहां एक ओर आर्थिक रूप से अपने आपको आत्मनिर्भर बनाने का कार्य किया है वहीं देवभूमि की सभ्यता और संस्कृति को भी जीवंत रखा है। पूर्ण विश्वास है कि आज प्रारंभ हो रही यह विशिष्ट योजना हमारी सरकार के “सशक्त मातृशक्ति सशक्त राज्य“ के संकल्प को और अधिक मजबूत करेगी। जिस प्रकार मातृ शक्ति ने समय-समय पर अपनी क्षमताओं से प्रदेश का गौरव और सम्मान बढ़ाने का कार्य किया है, उसी प्रकार हमारी सरकार के सर्वश्रेष्ठ उत्तराखण्ड निर्माण के “विकल्प रहित संकल्प“ की सिद्धि के लिए भी मातृ शक्ति अपना योगदान सुनिश्चित करेंगी।

इस अवसर पर कैबिनेट मंत्री श्री सौरभ बहुगुणा ने कहा कि प्रधानमंत्री जी के किसानों, पशुपालकों की आय दुगुनी करने के लक्ष्य को प्राप्त करने में यह एक बड़ा कदम हैं। केन्द्र सरकार द्वारा उत्तराखण्ड सरकार को हर क्षेत्र की भांति पशुपालन में भी अभूतपूर्व सहयोग मिल रहा है। यह योजना मातृ शक्ति के सशक्तीकरण तथा स्वालम्बन हेतु महत्वपूर्ण है।

इस अवसर पर भारत सरकार से अपर सचिव सुश्री वर्षा जोशी, सचिव पशुपालन उत्तराखण्ड डा. बी वी आर सी पुरूषोत्तम, उत्तराखण्ड गौ सेवा आयोग के अध्यक्ष श्री राजेन्द्र अंथवाल व विभिन्न महिला स्वयं सहायता समूहों व महिला मंगल दलों के सदस्य व महिलाएं मौजूद रही।

शनि सेवा समिति 15 अप्रैल को मनायेगी श्री शनिदेव भगवान का 17वां वार्षिक उत्सव

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16 अप्रैल को 11 बजे होगा विशाल भण्डारा

देहरादून, हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी शनि सेना सेवा समिति दून द्वारा श्री शनिदेव भगवान का 17वाँ वार्षिक उत्सव समारोह 15 अप्रैल को मनाया जा रहा, समारोह सायं 9 बजे एवं विशाल भण्डारा 16 अप्रैल को प्रातः 11:00 बजे से सहारनपुर रोड़ स्थित श्री शिवाजी धर्मशाला में होगा, स्थानीय प्रेस क्लब में आयोजित प्रेस वार्ता में शनि सेना सेवा समिति के पदाधिकारियों ने पत्रकारों से कहा कि इस वर्ष के वार्षिक उत्सव समारोह में गायक विक्की फिरोजपुरिया (कैथल-हरियाणा), इति वर्मा (बठिंडा- पंजाब), पवन कपूर (पानीपत हरियाणा ) अपनी हाजिरी लगायेगें एवं कार्यक्रम में मंच का संचालन अनिल अनुरागी (यमुनानगर ) द्वारा किया जायेगा।
इस बार के वार्षिक उत्सव समारोह में विशेष आकर्षण का केन्द्र न्याय प्रिय श्री शनिदेव महाराज झुलें पर विराजमान होगें तथा तीन फुट के बाल रूप श्री हनुमान जी महाराज भक्तों को आकर्षित करेंगें दिनांक 16 अप्रैल 2023 को होने वाले भण्डारें में लगभग दस हजार व्यक्तियों के भण्डारे का आयोजन किया गया हैं। इस मौके पर समिति के अध्यक्ष रामकुमार गुप्ता, सचिव केवल सिंह पुण्डीर एवं कोषाध्यक्ष श्रवण कुमार तथा राजेश गुप्ता, सन्नी कंसल, ललित माटा, विशाल शर्मा, दिनेश तिवारी, लोकेश सकलानी, सतीश कश्यप, महेन्द्र मल्हौत्रा, संजीव सिंघल, अनन्त सागर गिरि, संजय मुनियाल, प्रेम कश्यप, आकाश गुप्ता, निशान्त गुप्ता, अमन गुप्ता, निहाल धीमान, विरल चौहान, अमन जैन, हन्नु, विनय, सावन, नवीन, सुमित, सचिन, राहुल आदि उपस्थित रहें।

देश की चार प्रमुख भांग कंपनियों ने भांग की खेती एवं प्रोसेसिंग की तकनीकी पर किया कार्यशाला आयोजन

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प्रदेश में हेम्पउद्योग को आगे बढ़ाने के लिए इंस्टीटूशन्स एवं इंडस्ट्री की पार्टनरशिप पर दिया गया जोर’

चमोली, उत्तराखंड राज्य सरकार ने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के नेतृत्व में औद्योगिक, चिकित्सा और वैज्ञानिक उपयोग हेतु भांग की खेती की नयी ड्राफ्ट नीति 2023 की घोषणा कर सक्रिय कदम उठाया है।
इस प्रयास के तहत वीर माधो सिंह भंडारी विश्वविद्यालय, उत्तराखंड के नेतृत्व में भारत की चार प्रमुख भांग कंपनियों ने, रेशे और संबद्ध उद्योगों के लिए भांग की खेती एवं प्रोसेसिंग की तकनीकी पर एक अभूतपूर्व कार्यशाला का आयोजन किया।
वर्कशॉप में मुख्य अतिथि के रूप में भरसर विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. परविंदर कौशल, कैप उत्तराखंड के निदेशक डॉ. नृपेंद्र चौहान, वीर माधो सिंह भंडारी विश्वविद्यालय के कुलपति डॉक्टर ओंकार सिंह सहित हेम्प इंडस्ट्री के सम्मानित गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे। कार्यक्रम में झारखंड के पूर्व मुख्य वन सरक्षक आशीष रावत, एफआरआई से डॉ. विनीत कुमार, निनफेट पश्चिम बंगाल से वैज्ञानिक डॉक्टर कार्तिक सामंत, एक्साइज उत्तराखंड के तकनीकी अधिकारी डॉक्टर शिवेंद्र चौहान,भरसार से अनुसंधान निदेशक डॉ. अमोल वशिष्ठ, एवं डायरेक्टर एक्सटेंशन डॉक्टर अरविंद बिजल्वान जैसे अन्य प्रतिष्ठित दिग्गजों की उपस्थिति ने इस आयोजन को और भी यादगार बना दिया।

ERB टेक्सटाइल द्वारा विकसित भांग और कंडाली का रेशा निकलने वाली मशीन का प्रदर्शन.

अपने स्वागत भाषण के दौरान डॉक्टर ओंकार सिंह ने हेम्प के साथ काम कर रहे विभिन्न स्टार्टअप संस्थापकों के साथ बातचीत करने के अपने विस्मयकारी अनुभव के बारे में बताया। उन्होंने भांग के पौधे की बहुमुखी प्रकृति और राज्य के लिए इसके अपार आर्थिक लाभों पर जोर दिया, एवं तकनीकी प्रगति के माध्यम से भांग उद्योग को आगे बढ़ाने के लिए विश्वविद्यालय की प्रतिबद्धता स्थापित की |
मुख्य अतिथि डॉ. परविंदर कौशल ने अपने संबोधन में भांग के कई लाभकारी उपयोगों की जानकारी द्वारा लोगों की धारणा को बदलने की आवश्यकता पर जोर दिया। उन्होंने हेम्प स्टार्टअप्स के प्रयासों की भी सराहना की और डॉक्टर ओंकार सिंह की भावनाओं को प्रतिध्वनित करते हुए प्रदेश में हेम्पउद्योग को आगे बढ़ाने के लिए इंस्टीटूशन्स एवं इंडस्ट्री की पार्टनरशिप को ज़ोर दिया।
कैप के निदेशक डॉ. निरपेंद्र चौहान ने उत्तराखंड राज्य की प्रगतिशील नीतियों की प्रशंसा की, जो औद्योगिक, चिकित्सा और वैज्ञानिक उपयोग जैसे विभिन्न उद्देश्यों के लिए भांग की व्यावसायिक खेती का समर्थन करती हैं। उन्होंने राज्य के अनूठे गुणों पर भी प्रकाश डाला, जो इसे भारतीय भांग उद्योग में एक संभावित अग्रणी राज्य बनाते हैं ।
इस कार्यक्रम में हेम्प उद्योग के लीडर्स एवं विशेषज्ञों द्वारा प्रेजेंटेशन प्रस्तुत की गईं। नम्रता हेम्पको लिमिटेड के संस्थापक श्री हर्षवर्धन रेड्डी ने उत्तराखंड के दूरदराज के गांवों में किसानों के लिए एक स्थायी आय का सृजन करते हुए बीज से उत्पादों तक एक मूल्य श्रृंखला बनाने का अपना विज़न प्रस्तुत किया।

आई.आई.टी रूड़की में इनक्यूबेटेड पौड़ी जिले के स्टार्टअप गोहेम्प एग्रोवेन्चर्स की कोफाउंडर श्रीमती नम्रता कंडवाल ने उत्तराखंड में ईको सेंसिटिव ज़ोन्स में भांग से सस्टेनेबल बिल्डिंग्स के निर्माण की महती आवश्यकता पर ज़ोर दिया। हिमाचल प्रदेश से कार्यक्रम में शामिल हुए इट्स हेम्प के संस्थापक सृजन शर्मा ने कंस्यूमर टेक्नोलॉजी के माध्यम से हेम्प के उत्पादों को उपभोगताओं तक पहुंचाने एवं उनको जागरूक करने के अपने प्रयासों को साझा किया। ओडिशा से कार्यक्रम में शामिल हुए डेल्टा बॉटनिकल्स के संस्थापक विक्रम मित्र ने उत्तराखंड की पारम्परिक भांग की नस्लों की वैज्ञानिक रूप से जीनोटाइपिंग और फीनोटाइपिंग की आवश्यकता पर ज़ोर दिया एवं अपनी प्रतिबद्धता जाहिर की |

कार्यशाला में हेम्प जगत के विभिन्न उद्यमियों ने भांग की खेती एवं प्रोसेसिंग की तकनीकी प्रगति पर चर्चा की। यह कार्यशाला भारत में भांग उद्योग के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है एवं सस्टेनेबल एवं इस प्रकार के कार्यक्रम, भांग की लाभप्रद कृषि को बढ़ावा देने के लिए उत्तराखंड की प्रतिबद्धता की पुष्टि करता है । राज्य सरकार की प्रगतिशील नीतियां, इंस्टीटूशन्स एवं इंडस्ट्री के प्रयासों के साथ मिलकर,भांग के बारे में जनता की धारणा को बदलने और राज्य के आर्थिक विकास को गति प्रदान करने का काम कर रही हैं. कार्यक्रम में आगाज फेरेरेशन, पीपलकोटी ,चमोली के जे. पी मैठाणी, देहरादून के ओद्योगिक भांग के किसान श्री संकेत जैन, ई आर बी टेक्सटाइल के प्रशांत अग्रवाल आदि शामिल थे |

हंस महाराज राजकीय इन्टर कालेज पोखड़ा में प्रवेशोत्सव धूमधाम से मनाया गया

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पौड़ी,( कुलभूषण शर्मा) हंस महाराज राजकीय इन्टर कालेज पोखड़ा पौड़ी गढ़वाल में प्रवेशोत्सव धूमधाम से मनाया गया। प्रभारी प्रधानाचार्या ममता चतुर्वेदी द्वारा कार्यक्रम में सीमेट देहरादून से आये विशिष्ट अतिथि डॉ जगमोहन सिंह बिष्ट, विकासखंड के सामाजिक कार्यकर्ता एवं राजनीतिक प्रतिनिधि पुष्कर जोशी, क्षेत्र के पूर्व खंड विकास अधिकारी राम रत्न कंडारी एवं उपस्थित अभिभावकों का अभिवादन एवं स्वागत किया गया। पूरे विद्यालय परिवार ने मिलकर प्रवेश के लिए आए छात्रों एवं उनके अभिभावकों का टीका एवं माल्यार्पण कर स्वागत किया साथ ही छात्रों को उपहार भी प्रदान किए। डॉ जगमोहन सिंह बिष्ट ने सरकारी विद्यालयों में दी जाने वाली निशुल्क पुस्तकें, गणवेश, छात्रवृति, प्रतियोगी परीक्षाओं, कुशल शिक्षकों द्वारा अध्यापन करनेआदि के विषय में जानकारी दी और अभिभावकों को प्रेरित किया कि वह अपने बच्चों का विद्यालय में नामांकन कर उक्त सुविधाओं का लाभ उठाए। कार्यक्रम में उपस्थित अन्य अतिथियों ने भी अपने अपने विचार रखे। इस अवसर पर छात्रों के लिए विशेष भोज की भी व्यवस्था की गयी।रंजीत सिंह, सर्वेन्द सिंह नेगी, हरेंद्र रावत, संजीव कुमार, नीलम चौधरी सुमन शाह, प्रमोद डिमरी, पंचदेव, मनोज मंमगाई, गिरिश पुंडीर आदि ने कार्यक्रम को सफल बनाने में अपना योगदान दिया। प्रभारी प्रधानाचार्य ममता चतुर्वेदी ने विशिष्ट अतिथियों, अभिभावकों का आभार व्यक्त किया एवं अपने समस्त स्टाफ का भी कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए धन्यवाद दिया।

भाजपा ओबीसी मोर्चा हरिद्वार ने लक्सर में भव्य रूप से मनाई महात्मा ज्योतिबा फुले जयंती

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हरिद्वार, (कुलभूषण शर्मा ) ज्योतिबा फुले जी की जयंती के अवसर पर लक्सर में भारतीय जनता पार्टी ओबीसी मोर्चा हरिद्वार द्वारा एक भव्य कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जिसकी अध्यक्षता ओबीसी मोर्चा के जिला अध्यक्ष डॉ प्रदीप कुमार जी ने की व संचालन जिला महामंत्री पवनदीप कुमार एवं मोहित वर्मा ने किया। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि डॉ रमेश पोखरियाल निशंक जी एवं मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष राकेश गिरी रहें। डॉ निशंक ने अपने विचार व्यक्त करते हुए भारतीय जनता पार्टी द्वारा ओबीसी समाज को दी जा रही सुविधा और सम्मान के बारे में जनता को बताया एवं महात्मा ज्योतिबा फुले जी के जीवन पर प्रकाश डाला। विशेष अतिथि प्रदेश अध्यक्ष माननीय राकेश गिरी जी में अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा की भारतीय जनता पार्टी आज ओबीसी समाज के लिए बहुत सारी योजनाएं चला रही है जिसका लाभ ओबीसी समाज के वर्गों को हो रहा है। कार्यक्रम में उपस्थित सभी कार्यकर्ताओं का आभार व्यक्त किया कार्यक्रम में पूर्व विधायक संजय गुप्ता एवं जिला प्रभारी शैलेंद्र बिष्ट जी ने भी अपने विचारों को व्यक्त करते हुए कार्यकर्ताओं को 2024 चुनाव के लिए तैयार रहने का आह्वान किया कार्यक्रम में जिलाध्यक्ष संदीप गोयल ने भी अपने विचार व्यक्त किए।

कार्यक्रम में पूर्व जिलाध्यक्ष डॉ जयपाल चौहान, कविन्द्र चौधरी, जगपाल सैनी, जयध्वज सैनी, आशु चौधरी, नृपेंद्र चौधरी, लव शर्मा, मोहित वर्मा, सन्दीप सिंहानिया प्रजापति, राजबीर कश्यप, नकली सैनी, बिशनपाल कश्यप, संजय शर्मा, शोभना कश्यप, रवि कश्यप, आदित्य गिरी, सन्दीप अरोड़ा, विपिन चौधरी, कुलदीप सैनी, आशीष चौधरी, रविन्द्र कुमार, सर्वेश प्रजापति, सचिन सैनी, मंडल अध्यक्ष मिथुन कुमार, ग्राम प्रधान नरेंद्र चौधरी, आजाद वीर, विवेक कश्यप इत्यादि पदाधिकारी एवं सैंकड़ों कार्यकर्तागण उपस्थित रहे।

राष्ट्रीय सुरक्षित मातृत्व दिवस मातृ एवं शिशु स्वास्थ्य के लिए वरदान ‘‘ईजा-बोई शगुन योजना‘‘-डाॅ0 आर0 राजेश कुमार, सचिव स्वास्थ्य

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देहरादून, राष्ट्रीय सुरक्षित मातृत्व दिवस प्रत्येक वर्ष 11 अप्रैल को मनाया जाता है जिसके माध्यम से सुरक्षित मातृत्व सुनिश्चित करने के लिए आवश्यक देखभाल, चिकित्सा जांच, स्वास्थ्य सहायता और सरकारी पहल के बारे में जागरूकता को बढ़ावा दिया जाता है। गर्भावस्था के दौरान महिलाओं को स्वास्थ्य के प्रति जागरूक करने के उद्देष्य से ही प्रत्येक वर्ष राष्ट्रीय सुरक्षित मातृत्व दिवस मनाया जा रहा है। इसका उद्देश्य गर्भवती महिलाओं को बच्चे के जन्म से पहले, जन्म के दौरान और बाद में देखभाल के बारे में जागरूक कराना है।

सुरक्षित मातृत्व दिवस के अवसर पर डा0 आर0 राजेश कुमार, सचिव, चिकित्सा, स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा विभाग, उत्तराखण्ड शासन द्वारा बताया गया कि प्रदेश में विभिन्न जन स्वास्थ्य प्रयासों के उपरान्त मातृ स्वास्थ्य संबंधित विभिन्न आंकड़ों में प्रगति दर्ज की गई है। हाल ही में जारी नेशनल फैमली हैल्थ सर्वे 2020-21 रिपोर्ट के अनुसार प्रदेश में गर्भवती महिलाओं को प्रथम तीमाही में पंजीकृत किए जाने में 22 प्रतिशत की बढ़ोतरी (68.8 प्रतिशत), 04 प्रसव पूर्व जांचों में 50 प्रतिशत बढ़ोतरी (61.8 प्रतिशत) एवं संस्थागत प्रसवों में 18 प्रतिशत बढ़ोतरी (83.2 प्रतिशत) दर्ज की गई है।
सचिव स्वास्थ्य द्वारा जानकारी साझा करते हुए कहा कि राष्ट्रीय सुरक्षित मातृत्व दिवस प्रदेश के विभिन्न चिकित्सालयों में मनाया गया है। साथ ही इस दिवस पर गर्भवती महिलाओं को चिकित्सकीय जांच, खान-पान तथा गर्भावस्था के दौरान एवं प्रसव के उपरान्त होने वाले जटिलताओं के सम्बन्ध में जानकारी प्रदान की गई।
डा0 आर0 राजेश कुमार, सचिव, चिकित्सा, स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा विभाग, उत्तराखण्ड ने मातृ एवं शिशु के बेहतर स्वास्थ्य से सम्बन्धित प्रयासों को साझा करते हुए कहा कि मातृ एवं शिशु स्वास्थ्य बेहतर करने हेतु जनपद हरिद्वार में 200 बेड एम.सी.एच. विंगचेनराय महिला चिकित्सालय, 50 बेड एम.सी.एच. विंग हल्द्वानी एवं 30 बेड अर्बन सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र, मेहुवाला जनपद देहरादून में शीघ्र स्थापित किया जा रहा है।
उन्होंने जानकारी दी कि मातृ एवं शिशु स्वास्थ्य में सुधार करना सरकार का प्राथमिक फोकस बना हुआ है इसी के दृष्टिगत प्रदेश में प्रसूता के लिए ईजा-बोई शगुन योजना लागू की गई है, जिसके अन्तर्गत सरकारी अस्पतालों में जच्चा-बच्चा के सुरक्षित स्वास्थ्य हेतु प्रसव उपरान्त सरकारी अस्पताल में 48 घण्टे तक रूकने वाली सभी पात्र प्रसूताओं को रू. 2000/- की एक प्रोत्साहन धनराशि के रूप में दी जानी है। जो कि जननी सुरक्षा योजना में दी जाने वाली प्रोत्साहन धनराशि रू. 1400/- (ग्रामीण क्षेत्र में रहने वाली गर्भवती महिला) एवं रू. 1000/- (शहरी क्षेत्र में रहने वाली गर्भवती महिला) के अतिरिक्त है। यह नीति सरकार की प्रतिबद्धता को मजबूत करने और मातृ एवं शिशु स्वास्थ्य में सुधार लाने के उद्देश्य से लागू की गई है।
डा0 आर0 राजेश कुमार, सचिव, चिकित्सा, स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा विभाग, उत्तराखण्ड शासन द्वारा बताया कि सुरक्षित प्रसव हेतु उच्च जोखिम वाली गर्भवती महिलाओं को जिला चिकित्सालय / स्वास्थ्य इकाइयों के नजदीक आश्रय प्रदान करने के लिए शीघ्र ही बर्थ वेटिंग होम वन स्टाॅप सेन्टर में संचालित कर दिया जायेगा
उन्होंने आम जन से आवाहन किया है कि हम सब मिलकर सुरक्षित मातृत्व के सन्देश को जन-जन तक पहुॅचाकर जननी एवं शिशु को स्वस्थ एवं सुरक्षित भविष्य देने में अपना योगदान दें।