देहरादून। सेना में नौकरी दिलाने का झांसा देकर हरियाणा के युवकों से 14.75 लाख रुपये हड़प लिए गए। रकम पिछले साल जनवरी से लेकर बीते फरवरी के बीच ली गई। मुख्य आरोपी ने खुद को सेना में सूबेदार बताया। उसने केस दर्ज करने वाले से पांच युवकों की नौकरी के झांसे में यह रकम ली। सीओ कैंट अभिनय चौधरी ने बताया कि पानीपत, हरियाणा कचहरी के वकील राजेश कौशिक ने डीजीपी कार्यालय में तहरीर दी। तहरीर के आधार पर कैंट थाने में राम गुप्ता निवासी आर-1, चितपुर लक्सा सिटी औरंगाबाद यूपी, दिनेश निवासी धनीराम बाड़ा जिला बाराबंकी यूपी, शुभम पटेल निवासी भंगार मउ, उन्नाव यूपी, विनीत यादव, साहिल शर्मा, हरि भाई आसरू के खिलाफ केस दर्ज किया गया है। पीड़ित का आरोप है कि जनवरी 2022 में उनके परिचित शिवम कुमार निवासी दिल्ली ने फोन किया। कहा कि उसका परिचित राम गुप्ता देहरादून में आर्मी अफसर है। वहां फौजी में भर्ती चल रही है। उनके कुछ बच्चों को सेना में नौकरी दिला देगा। पीड़ित के संपर्क होने पर राम गुप्ता से मिलने दून आए। उन्होंने दो बच्चों के कागजात और 40 हजार रुपये शुरू में दिए। इसके कुछ दिन बाद आरोपी ने दोनों युवकों को मेडिकल के लिए दून बुलाया। यहां आरोपी दोनों ने सैन्य एरिया गढ़ी में मिला। साथ में दिनेश नाम का व्यक्ति था। कहा कि पांच लाख रुपये में टेरिटोरियल आर्मी और तीन लाख रुपये में एमटीएस में नौकरी मिलेगी। इसके बाद आरोपी ने पांच युवकों को नौकरी लगाने का झांसा दिया। आरोप है कि उनके मेडिकल कराने के साथ ही गढ़ी सैन्य एरिया में बुलाकर मैरिट लगी दिखाई। जिस पर पांचों के नाम थे। उसके बाद ज्वाइनिंग के लिए पहले रुड़की, फिर बिहार और लखनऊ भेजा। इसके बाद भी ज्वाइनिंग नहीं हुई। इस तरह झांसे में आरोपी ने पीड़ित पक्ष से कुल 14.75 लाख रुपये लिए। तहरीर पर पुलिस ने केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
सीएम धामी ने दिए प्रदेश में सरकारी जमीन पर सभी अवैध अतिक्रमण शीघ्र हटाने के निर्देश
देहरादून। प्रदेश की सरकारी जमीन के सभी अवैध अतिक्रमण शीघ्र हटाये जाएं। प्रदेश में अतिक्रमण वाली भूमि पर राज्य के बाहर के कितने लोगों का कब्जा है और राज्य के कितने लोगों का कब्जा है, इसका डाटा शीघ्र प्रस्तुत किया जाए। सरकारी जमीन से अतिक्रमण हटाने के शासन स्तर पर आज ही शासनादेश जारी किया जाए। उत्तराखण्ड के स्थानीय युवाओं को कौशल विकास विभाग के माध्यम से तकनीकि प्रशिक्षण की व्यवस्था की जाए। प्लम्बर, कारपेंटर, इलेक्ट्रिशियन एवं अन्य क्षेत्रों में राज्य के स्थानीय लोगों को बेहतर प्रशिक्षण की व्यवस्था की जाए, इसके लिए आवश्यक धनराशि की व्यवस्था भी की जाए। इसके लिए जल्द शासनादेश निकाला जाए। सभी जिलाधिकारी अपने जनपदों की शत्रु सम्पतियों का अपनी टीम के साथ स्थलीय निरीक्षण करें। जिन शत्रु सम्पतियों को अभी तक जिला प्रशासन द्वारा अपने अधीन नहीं लिया गया है, उन्हें शीघ्र अपने अधीन लिया जाए। जिन शत्रु सम्पतियों को अपने अधीन लिया जा चुका है, उनमें क्या पब्लिक प्रोजक्ट बन सकते हैं, इसका प्रस्ताव भी जिलाधिकारियों द्वारा शीघ्र शासन को भेजा जाए। सभी जिलाधिकारी अपने जनपदों की अवशेष शत्रु सम्पतियों का जल्द चिन्हीकरण कर आवश्यक कार्यवाही करें। यह निर्देश मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सचिवालय में राज्य की सरकारी भूमि से अतिक्रमण हटाने के सबंध में बैठक लेते हुए अधिकारियों को दिये। बैठक में जानकारी दी गई कि वन विभाग द्वारा 455 हेक्टेयर क्षेत्र में अवैध अतिक्रमण को हटाया जा चुका है।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने अधिकारियों को सख्त निर्देश दिये कि सरकारी भूमि पर अतिक्रमण को न रोकने वाले अधिकारियों की जिम्मेदारी तय की जायेगी और कड़ी कार्रवाई भी की जायेगी। सरकारी भूमि से विशुद्ध रूप से अतिक्रमण हटना है। इसके लिए शासन से जो आदेश जारी होंगे, उस पर सभी जनपदों को तेजी से कार्य करना है। मुख्यमंत्री ने गृह विभाग को आदेश दिये कि बाहरी व्यक्तियों का लगातार सत्यापन अभियान चलाया जाए एवं किरायेदारों का भी नियमित सत्यापन किया जाए, इस कार्य में लापरवाही करने वालों पर भी सख्त कार्रवाई की जाए। अवैध अतिक्रमण को हटाने के लिए सभी विभाग आपसी समन्वय से कार्य करें और एक दूसरे का सहयोग करें।
मुख्यमंत्री ने सभी जिलाधिकारियों को निर्देश दिये कि यह सुनिश्चित किया जाए कि जनपदों में जो नई प्लाटिंग हो रही हैं, उनमें नियमानुसार सभी कार्यवाही हो, यदि कहीं भी कोई शिकायत आ रही है, तो संबंधित अधिकारियों पर सख्त कार्रवाई की जाए। मुख्यमंत्री ने निर्देश दिये कि चारधाम यात्रा एवं अन्य धार्मिक स्थलों पर जो भी बाहरी लोग कार्य कर रहे हैं, यह सुनिश्चित किया जाए कि उन सभी का सत्यापन पूरा हो। उन्होंने गढ़वाल कमिश्नर एवं कुमायूं कमिश्नर को निर्देश दिये कि अपने कमीश्नरी क्षेत्र में अतिक्रमण हटाने से सबंधित सभी गतिविधियों पर पूरी निगरानी रखें और जिलाधिकारियों के साथ इसके लिए नियमित बैठकें भी करें। कार्य के प्रति लापरवाही करने वाले अधिकारियों की जिम्मेदारी भी तय करें। उन्होंने जिलाधिकारियों को निर्देश दिये कि यह सुनिश्चित किया जाए कि ग्राम समाज की जमीनों पर भी अतिक्रमण न हो, यदि कहीं ऐसा हो रहा है, तो संबंधितों पर कड़ी कार्रवाई की जाए। यह सुनिश्चित किया जाए कि कानून का पूरी सख्ती से पालन हो। मुख्यमंत्री ने सभी जिलाधिकारियों को निर्देश दिये कि यह सुनिश्चित किया जाए कि प्रदेश में किसी भी व्यक्ति के जाली प्रमाण पत्र न बनें, यदि ऐसी कोई शिकायत आती है तो, सबंधितों पर सख्त कार्रवाई की जाए। उन्होंने सभी जिलाधिकारियों को निर्देश दिये कि विभागों द्वारा सरकारी जमीन से अवैध अतिक्रमण हटाने की जो रिपोर्ट दी जा रही है, उनका क्रॉस वेरिफिकेशन भी कराया जाए, गलत सूचना देने वालों पर कार्रवाई भी की जाए।
मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए कि सभी सरकारी भूमि का अपना यूनिक नंबर होगा। सभी विभाग अपनी सरकारी संपत्ति का रजिस्टर मेंटेन करेंगे। इसकी डिजिटल इन्वेंटरी होगी। सरकारी भूमि की समय समय पर सेटेलाइट पिक्चर ली जाएगी। राज्य की सरकारी जमीन से अवैध अतिक्रमण हटाने के लिए जनपद स्तर पर जिलाधिकारी की अध्यक्षता में कमेटी बनाई गई है। इसके लिए राजस्व परिषद् में तकनीकि सहायता के लिए एक सेल बनाया गया है। राज्य स्तर पर मुख्य सचिव की अध्यक्षता में कमेटी का गठन किया गया है। जनपद और राज्य स्तरीय समिति अतिक्रमण हटाने के लिए की गई कार्यवाही की नियमित निगरानी रखेगी। सभी जनपदों में सरकारी भूमि से अतिक्रमण हटाने की कार्यवाही गतिमान है।
बैठक में मुख्य सचिव डॉ.एस.एस.संधु, अपर मुख्य सचिव राधा रतूड़ी, आनन्द बर्द्धन, सचिव आर. मीनाक्षी सुंदरम, डॉ. पंकज कुमार पाण्डेय, एच.सी. सेमवाल, विनय शंकर पाण्डेय, प्रमुख वन संरक्षक अनूप मलिक, एडीजी वी. मुरूगेशन, ए.पी अंशुमान, विशेष सचिव रिद्धिम अग्रवाल, मुख्य वन संरक्षण वन पंचायत पराग मधुकर धकाते, अपर सचिव रोहित मीणा, उपाध्यक्ष एम.डी.डी.ए. बंशीधर तिवारी, अपर सचिव नवनीत पाण्डे वर्चुअल माध्यम से गढ़वाल कमिश्नर सुशील कुमार, कुमायूं कमिश्नर दीपक रावत, सभी जिलाधिकारी एवं पुलिस अधीक्षक उपस्थित थे।
एमडीडीए के नियमों के विपरीत धड़ल्ले से जारी है राजधानी में अवैध निर्माण
देहरादून, स्मार्ट सिटी के नाम पर जहाँ सरकार देहरादून के सौन्दर्यकरण में लगी हुई है वहीं दूनघाटी में आजकल ऊंचे ऊंचे अपार्टमेंट बनाने के लिये एमडीडीए के नियमों को धत्ता दिखाकर विभिन्न क्षेत्रों में बहुमंजिला निर्माण जारी है !
एमडीडीए के नियमों के मुताबिक 20 से 25 फ़ीट चौड़े मार्ग पर 4 मंजिला इमारत ही नियमों के तहत बनाई जा सकती है परंतु संज्ञान में आया है कि राजपुर रोड पर इंद्र बाबा मार्ग पर स्थिति आर आर अग्रवाल कॉलोनी में 25 फ़ीट रोड़ पर 5 मंजिला अपार्टमेंट बनकर तैयार हो रहा है और भवन की छत डालने की तैयारी चल रही है ! जबकि इससे पूर्व इसी कॉलोनी में एमडीडीए द्वारा 4 मंजिला इमारतों को ही इस क्षेत्र में निर्माण की अनुमति प्रदान की गई है !
क्षेत्र वासियों में इस बात को लेकर रोष वयाप्त है उनका कहना है एक ही जगह के लिये एमडीडीए को दो दो मानक नहीं बनाने चाहिये , उनका कहना है कि यदि 5 मंजिला भवन बनाने की इस क्षेत्र में छूट है तो उन्हें भी छूट मिलनी चाहिये ताकि वह भी अपने निर्माण कर सके !
लापरवाही से काम करने वाली आशाओं को करें सस्पेंड– डीएम
रुद्रपुर (विजय आहुजा ) । जिलाधिकारी युगल किशोर पन्त ने सोमवार को जिला कार्यालय सभागार में आकांक्षी जनपद के अन्तर्गत चल रहे कार्यों की विस्तार से समीक्षा की। जिलाधिकारी ने कार्य में लापरवाही बरतने वाली एवं सही से कार्य न करने वाली आशाओं को सस्पैण्ड करने एवं सख्ती से कार्यवाही करने के निर्देश मुख्य चिकित्साधिकारी को दिये। समीक्षा के दौरान जिलाधिकारी ने जन्म के समय लिंगानुपात कम होने पर चिन्ता व्यक्त करते हुए कहा कि यदि लिंगानुपात में सुधार नहीं हुआ तो बारात ले जाने का सपना, सपना न रह जाये। जिलाधिकारी ने क्षेत्रवार लिंगानुपात का डाटा उपलब्ध कराने तथा घट रहे लिंगानुपात वाले क्षेत्रों में विशेष तौर पर जन जागरूकता अभियान चलाने के निर्देश दिये। उन्होंने प्रेग्नेन्ट महिलाओं की शतप्रतिशत संस्थागत डिलीवरी कराने, शतप्रतिशत एनएनसी रजिस्टर्ड कराने, शतप्रतिशत टीकाकरण कराने, प्रेग्नेंट महिलाओं का निमयानुसार हीमोग्लोबिन टेस्ट कराने के स्पष्ट निर्देश स्वास्थ्य विभाग को दिये।
जिलाधिकारी ने जनपद में ड्रॉप आउट बच्चों को चिन्हित करते हुए विद्यालयों में प्रवेश दिलाने के स्पष्ट निर्देश शिक्षा विभाग के अधिकारियों को दिये। उन्होंने जनपद में ड्रिप तथा स्प्रिंकलर सिंचाई को बढ़ावा देने, अधिक से अधिक किसानों को पीएम फसल बीमा योजना से जोड़ने के निर्देश कृषि विभाग के अधिकारियों कोे दिये। उन्होंने उच्च मूल्य के उत्पादों को बढ़ावा देने के निर्देश कृषि तथा उद्यान विभाग के अधिकारियों को दिये। जिलाधिकारी ने बाल विकास, अवस्थापन विकास तथा कौशल विकास आदि से सम्बन्धित विभागों की भी विस्तार से समीक्षा की। उन्होंने समीक्षा के दौरान सभी सम्बन्धित विभागों के अधिकारियों को निर्देश दिये कि एस्पीरेशनल डिस्ट्रिक्ट के अन्तर्गत सभी इण्डीकेटर्स में शतप्रतिशत कार्य हेतु विस्तृत कार्य योजना तैयार करते हुए प्रस्तुत की जाये।
बैठक में मुख्य विकास अधिकारी विशाल मिश्रा, महाप्रबन्धक मण्डी निर्मला बिष्ट, जिला विकास अधिकारी तारा ह्यांकी, जिला अर्थ एवं संख्याधिकारी नफील जीमल, जिला सेवायोजन अधिकारी आरके पन्त, जिला पंचायतराज अधिकारी आरसी त्रिपाठी, मुख्य शिक्षा अधिकारी आरसी आर्य, मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ.मनोज शर्मा, मुख्य कृषि अधिकारी एके वर्मा, जिला कार्यक्रम अधिकारी उदय प्रताप सिंह आदि उपस्थित थे।
मौत के बाद 6 लोगों को नई जिंदगी दे गया 10वीं का टॉपर, नाम लेते ही शिक्षा मंत्री भी नहीं रोक सके आंसू
केरल, तिरुवनंतपुरम में एक दुखद घटना सामने आई है। यहां एक छात्र की रिजल्ट घोषित होने से पहले मौत हो गई। जब रिजल्ट की घोषणा की गई तो पता चला कि छात्र ने टॉप किया है। रिजल्ट की घोषणा के दौरान मामला जान राज्य के शिक्षा मंत्री के भी आंख में आंसू आ गए थे। इतना ही नहीं सडक़ दुर्घटना में मारे गए 10वीं के टॉपर ने अपने अंगों का दान कर 6 मरीजों की जान बचाई।
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, टॉपर के माता-पिता बिनीश कुमार और रजनीश ने अपने बेटे की मौत की खबर सुन टूट से गए थे, इसके बाद उन्होंने अपने बेटे के अंगों को दान करने का फैसला किया। 16 वर्षीय बेटे बीआर सारंग के अंग दान करने के कारण 6 लोगों की जान बचाई गई। जानकारी दे दें कि गवर्नमेंट बॉयज एचएसएस, एटिंगल के एक छात्र सारंग की 6 मई को वह अपनी मां के साथ एक ऑटोरिक्शा में यात्रा कर रहे थे, उसी दौरान वडक्कोट्टुकव में कुनंथुकोणम पुल के पास एक दुर्घटना में घायल हो गए थे। जिसके बाद उन्हें अस्पताल ले जाया गया जहां सांरग ने दम तोड़ दिया।
एसएसएलसी रिजल्ट घोषित होने से पहले बुधवार की सुबह उसकी मौत हो गई, जब रिजल्ट जारी हुआ तो पता चला कि सांरग ने 10वीं के बोर्ड एग्जाम में फुल ए+ ग्रेड हासिल किया है। राज्य के शिक्षा मंत्री वी शिवनकुट्टी ने रिजल्ट जारी किया जब वे टॉपर की लिस्ट जारी कर रहे थे तो प्रेस कॉन्फ्रेंस में वे भावुक हो गए थे।
प्रेस वार्ता के दौरान मंत्री की आंखों में आंसू आ गए जब उन्होंने बताया कि सारंग ने टॉप ग्रेड हासिल किया था, जिसकी हाल ही में एक दुर्घटना में मौत हो गई थी। शिवनकुट्टी ने कहा कि, तिरुवनंतपुरम में एक दुर्घटना में मारे गए 10वीं कक्षा के छात्र सारंग ने सभी विषयों के लिए फुल ए प्लस ग्रेड हासिल किया है। उन्होंने कहा कि अंगदान करने के परिवार के फैसले से समाज को समाज सेवा के लिए प्रोत्साहन मिलेगा।
आंचलिक विज्ञान केंद्र में मनाया गया ‘अंतर्राष्ट्रीय जैव विविधता दिवस’ समारोह
देहरादून, उत्तराखंड विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी परिषद (यूकाॅस्ट) द्वारा आज आंचलिक विज्ञान केंद्र (आर0एस0सी0) देहरादून में अंतर्राष्ट्रीय जैव विविधता दिवस मनाया गया। इस वर्ष जैव विविधता दिवस के उत्सव का विषय था “फ्रॉम एग्रीमेंट टू एक्शनः बिल्ड बैक बायोडायवर्सिटी” इस अवसर पर डॉ. साकेत बडोला (आइर्0एफ0एस0), निदेशक, राजाजी टाइगर रिजर्व, उत्तराखंड ने लोकप्रिय व्याख्यान दिया। उन्होंने जीवों की जैव विविधता पर विचार रखे, और उन्होंने भारत में जैव विविधता संरक्षण को शामिल करने वाली कई सफल कहानियों का उदाहरण दिया, और छात्रों को शौक के रूप में जैव विविधता के संरक्षण को अपनाने और संबंधित विषयों में रुचि विकसित करने के लिए कहा। प्रोफेसर दुर्गेश पंत, महानिदेशक, यूकाॅस्ट ने विभिन्न प्रजातियों के संरक्षण के महत्व और मानवीय गतिविधियों के कारण पर्यावरण को होने वाले नुकसान के बारे मे चर्चा की। श्री जी.एस.रौतेला, सलाहकार साइंस सिटी और पूर्व महानिदेशक, एन0सी0एस0एम0 लुप्तप्राय प्रजातियों के संरक्षण के लिए जैव विविधता संरक्षण और फ्यूचरिस्टिक प्रजाति के डीएनए पार्क विकसित करने के संकेत दिए। उन्होंने आग्रह किया छात्रों को अपने दैनिक जीवन में जैव विविधता के संरक्षण के लिए शपथ लेे। डॉ उनियाल, संयुक्त निदेशक, यूकाॅस्ट जलवायु परिवर्तन पर जैव विविधता के प्रभाव और जानवरों के संरक्षण के लिए संरक्षित क्षेत्रों के महत्व के बारे में चर्चा की। डॉ. पीयूष जोशी, एस0एस0ओ0 और प्रभारी आर0एस0सी0, पारिस्थितिकी तंत्र के संरक्षण में विज्ञान और प्रौद्योगिकी की भूमिका के बारे में बात की और लोगों के बीच जागरूकता पैदा करने के लिए उत्तराखंड में आने वाले विज्ञान केंद्रों के बारे में जानकारी दी, उन्होंने सत्र का समन्वय भी किया और धन्यवाद प्रस्ताव दिया। कार्यक्रम के दौरान विभिन्न स्कूलों और कॉलेजों के कई छात्र, वैज्ञानिक और यूकाॅस्ट और आरएससी के कर्मचारी उपस्थित रहे।
मदोला में ग्राम जलागम समिति का गठन : सरिता देवी बनीं अध्यक्ष
रुद्रप्रयाग-अगस्त्यमुनि विकास खण्ड की न्याय पंचायत चोपड़ा के अंतर्गत भौंसारी गदेरे के पुनर्जीवन कार्यक्रम के दूसरे चरण का कार्य शीघ्र ही आरम्भ होने जा रहा है।
₹ 37.70 लाख की इस परियोजना में क्वीली, मदोला व कोठगी ग्राम पंचायतों के मध्य बहने वाले भौंसारी गदेरे के जलागम क्षेत्र में वर्षा जल संग्रहण, वृक्षारोपण और मृदा संरक्षण के कार्य किये जायेंगे।
भौंसारी वाटरशेड फाउंडेशन द्वारा ग्राम पंचायत मदोला के सहयोग से आयोजित बैठक में फाउंडेशन के निदेशक पर्यावरण-प्रेमी शिक्षक सतेंद्र सिंह भण्डारी ने कार्यक्रम की रूपरेखा से अवगत कराते हुए कहा कि पहले पूरे इलाके को पानी की आपूर्ति करने वाला भौंसारी गदेरे का जलागम क्षेत्र वानस्पतिक आवरण समाप्त होने के कारण सूख गया है। पूर्व जिलाधिकारी मंगेश घिल्डियाल जी के प्रयासों से इसके पुनर्जीवन का कार्य 2019 में जल संरक्षण-संवर्द्धन न्यास, रुद्रप्रयाग द्वारा आरम्भ किया गया था। इसमें क्वीली, कुरझण, ढोंढ़िक और आगर के लोगों की सहभागिता और सिंचाई खण्ड रुद्रप्रयाग तथा सामाजिक कार्यकर्ताओं की भागीदारी द्वारा खन्तियों व चाल-खाल का निर्माण व बांज के पौधों का रोपण किया गया है। इसे भौंसारी के अंतिम छोर तक बढ़ाने के दूसरे चरण का कार्य मनरेगा के माध्यम से किया जा रहा है। इसमें सभी ग्रामवासियों के सक्रिय सहयोग की आवश्यकता उन्होंने बताई।
विभिन्न संस्थाओं को ग्रामीण विकास व कौशल विकास का प्रशिक्षण दे रहे फाउंडेशन के निदेशक सुभाष पुरोहित ने कहा कि सरकारी कार्यक्रमों में स्थानीय लोगों की मनोयोगपूर्ण भागीदारी से ही सफलता प्राप्त हो सकती है। उन्होंने कहा कि भौंसारी गदेरे के पुनर्जीवन का कार्य यदि हम सबने पूरी निष्ठा से किया तो पहाड़ों में जल का संकट दूर हो सकता है और हम सबकी यह मेहनत जलस्रोतों के पुनर्जीवन का एक बेहतरीन नमूना बन सकती है।
उत्तराखण्ड में पानी की भरपूर उपलब्धता की चर्चा करते हुए प्रबन्ध निदेशक रमेश पहाड़ी ने कहा कि यदि वर्ष जल को थोड़ा भी संग्रहीत करने में सफलता मिल जाये तो हिमालयी क्षेत्रों में पीने और सिंचाई के पानी की कोई कमी नहीं हो सकती। उन्होंने ग्रामीणों से अनुरोध किया कि श्री घिल्डियाल ने इसकी एक अभिनव पहल की है और इससे ही जल-संकट का निवारण हो सकता है। दुनिया और देश में अनेकों उदाहरणों ने इसे सिद्ध कर दिखाया है। फाउंडेशन की निदेशक और ग्राम जलागम समिति कुरझण की अध्यक्ष बिंदी देवी ने ग्राम जलागम समितियों द्वारा किये जा रहे कार्यों की जानकारी दी।
ग्राम प्रधान रोशनी देवी की अध्यक्षता में सम्पन्न बैठक में ग्राम जलागम समिति मदोला का गठन किया गया, जिसमें अध्यक्ष सरिता देवी के अलावा सदस्य कुसुम देवी, सरोजनी देवी, अर्चना देवी, दीपा देवी, उत्तिमा देवी और कुंवरी देवी चुने गए।
इसके उपरांत ग्राम जलागम समिति द्वारा सर्वसम्मति से लता देवी और सुनीता देवी को जलागम संरक्षक मनोनीत किया गया।
बैठक में महिलाओं के साथ ही गाँव के पुरुषों ने भी उत्साहपूर्ण भागीदारी की। ग्राम विकास अधिकारी सुशील मैठाणी , मनरेगा इंजीनियर हिमांशु पंवार, आशा सुपरवाइजर सुशीला सेमवाल सहित ग्रामस्तरीय सरकारी कर्मचारियों ने भी बैठक में भागीदारी की और भौंसारी गदेरे के पुनर्जीवन के कार्यों में हर सम्भव सहायता का विश्वास दिलाया।
जिलाधिकारी ने किया हिमाद्रि इम्पोरियम आउटलेट का शुभारंभ
रुद्रप्रयाग- स्थानीय स्तर पर उत्पादित होने वाले उत्पादों की बिक्री हेतु उचित स्थान उपलब्ध कराए जाने तथा राष्ट्रीय स्तर पर जनपद में उत्पादित उत्पादों को एक उचित पहचान उपलब्ध कराए जाने के उद्देश्य से जिलाधिकारी मयूर दीक्षित ने आज रुद्रा काॅम्पलेक्स जीएमवीएन परिसर में अवस्थित उद्योग विभाग, कृषि विभाग एवं ग्राम्य विकास विभाग के संयुक्त तत्वाधान में संचालित हिमाद्री इम्पोरियम आउटलेट का शुभारंभ किया।
इस अवसर पर जिलाधिकारी ने कहा कि जनपद में स्थानीय स्तर पर उत्पादित होने वाले उत्पादों को एक उचित पहचान उपलब्ध कराए जाने तथा उनकी बिक्री कराए जाने के उद्देश्य से उद्योग, कृषि एवं ग्राम्य विकास विभाग के संयुक्त तत्वाधान में संचालित हिमाद्री इम्पोरियम आउटलेट का शुभारंभ किया। उन्होंने कहा कि जीएमवीएन रुद्रा कांम्पलेक्स शहर के बीचों बीच है तथा जनपद में आने वाले तीर्थ यात्रियों को स्थानीय स्तर एवं उत्तराखंड के अन्य स्थानों पर उत्पादित होने वाले उत्पादों को यहां उपलब्ध कराया गया है जिससे यहां आने वाले तीर्थ यात्री यहां के स्थानीय उत्पादों को खरीद सकें जिससे कि महिला समूहों द्वारा तैयार उत्पादों की उचित बिक्री हो सकेगी तथा उनकी आजीविका में भी वृद्धि होगी। उन्होंने कहा कि हिमाद्री इम्पोरियम आउटलेट में स्थानीय स्तर पर उत्पादित होने वाले मोटे अनाज जिसमें झंगोरा, मंडुवा, चौलाई (रामदाना), बुरांश, माल्टा आदि जूस भी उपलब्ध होगा। इसके साथ ही केदारनाथ धाम सोविनियर तथा स्थानीय स्तर पर तैयार धूप, अगरबत्ती, रिंगाल आदि से तैयार उत्पाद बिक्री के लिए उपलब्ध होंगे जिससे कि यहां की महिलाओं एवं युवाओं को रोजगार के अवसर भी उपलब्ध होंगे।
इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी नरेश कुमार, महाप्रबंधक जिला उद्योग एचसी हटवाल, मुख्य कृषि अधिकारी लोकेंद्र सिंह बिष्ट, जिला पर्यटन अधिकारी राहुल चौबे, जिला परियोजना प्रबंधक ग्रामीण उद्यम वेग वृद्धि परियोजना बीके भट्ट सहित संबंधित अधिकारी मौजूद रहे।
मंत्री रेखा आर्या ने किया वैज्ञानिकों से जंक फूड का विकल्प देने का आह्वाहन
‘ग्राफिक एरा में आयोजित हुआ न्यूट्रास्युटिकल एंड फंक्शनल फूड पर अन्तर्राष्ट्रीय सम्मेलन’
मंत्री रेखा आर्या ने किया वैज्ञानिकों से जंक फूड का विकल्प देने का आह्वाहन
देहरादून, प्रदेश की खाद्य, नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता मामलों की मंत्री रेखा आर्या ने वैज्ञानिकों से युवाओं को जंग फूड का विकल्प देने का आह्वान किया,जहां वह आज ग्राफिक एरा में न्यूट्रास्युटिकल एंड फंक्शनल फूड पर आयोजित अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन को मुख्य अतिथि के रूप में संबोधित कर रहीं थीं। रेखा आर्या ने कहा कि मोटा अनाज परम्परागत रूप से हमारे खानपान में शामिल रहा है। बाजरा, मंडवा, झंगोरा, कोट्टू, चीना, कंगनी ऐसे ही अनाज हैं। कोविड-19 के समय दुनिया के उन देशों में ज्यादा जनहानि हुई है, जहां जीवनशैली और खानपान की आदतें प्रकृति से जुड़ी नहीं हैं। उस समय हम आबादी के हिसाब से दुनिया में दूसरे नंबर पर थे, लेकिन जीवन शैली और खानपान प्रकृति से जुड़े होने के कारण देश में विदेशों जितनी जनहानि नहीं हुई।
खाद्य मंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने पूरे वर्ष को मिलेट्स से जोड़ दिया है। मोटे अनाज को थाली से जोड़ने का प्रधानमंत्री जी का यह कदम लोगों के स्वास्थ्य और ग्रामीण अर्थ व्यवस्था के लिए बहुत महत्वपूर्ण है। मोटे अनाज को थाली से जोड़ना मन और मस्तिष्क के लिए बहुत जरूरी है। यह एक पुराना सिद्धांत है कि जो आप खाते हैं, वही आप होते हैं। इस सिद्धांत को जीवन में उतारा जाए, तो मन, मस्तिष्क और शरीर स्वस्थ रहेंगे।
खाद्य मंत्री ने कहा कि मोटापा एक बड़ी समस्या है और इसका सबसे बड़ा कारण फास्ट फूड है। उन्होंने वैज्ञानिकों को फास्ट फूड से युवाओं को बचाने के लिए इसका विकल्प देने का आह्वान किया। साथ ही इस दिशा में जागरुकता लाने और शोध को बढ़ावा देने के ग्राफिक एरा के प्रयासों की सराहना की। इस अवसर पर प्रबंधक रिसैला ग्रुप श्री राम शर्मा जी,प्रोफेसर श्री निसिनारी (जापान), प्रोफेसर श्रीदेवी अन्नपूर्णा,चैयरमेन विश्वविद्यालय श्री कमल घनशाला, वाईस चांसलर श्री नरपिंदर सिंह जी सहित अन्य गड़मान्य लोग उपस्थित रहे।
गढ़वाल भवन में हुआ उत्तराखंडी धार्मिक फीचर फिल्म ‘जय मां धारी देवी’ के पोस्टर एवं ट्रेलर का लोकार्पण
नई दिल्ली, उत्तराखंड की धार्मिक फिल्म जय मां धारी देवी के पोस्टर एवं ट्रेलर को रविवार को नई दिल्ली के गढ़वाल भवन में लॉच किया गया। इस मौके पर उत्तराखंड समाज से जुडे कई गणमान्य लोगों के साथ इस फिल्म के कलाकार भी उपस्थित रहे। जिन्होंने फिल्म के पोस्टर और ट्रेलर का लोकार्पण कर फिल्म के महत्व के बारे में बताया।
आपको बता दें कि धार्मिक पृष्ठ भूमि पर आधारित बनी जय मां धारी देवी फिल्म में धारी देवी की महिमा के बारे में बताया गया है कि किस तरह से एक निसंतान दम्पति पर भगवती की कृपा होती है और उन्हें एक पुत्री प्राप्त होती है। जय मां धारी देवी फिल्म में उस पुत्री के संघर्ष को दिखाया गया है। जिसमें मां भगवती किस तरह उसकी मदद करती है। फिल्मी की कहानी इसी ताने-बाने पर बुनी गई है। जय मां धारी देवी की महिमा को दर्शाती यह फिल्म मुख्यधारा से विमूख होते युवाओं की मनस्थिती व उत्तराखण्ड की कुछ गंम्भीर समस्याओं पर भी ध्यान आकृष्ट करती है।
फिल्म के निर्माता-निर्देशक एवं लेखक है देबू रावत,फिल्म में राजेश मालगुड़ी और गीता उनियाल मुख्य भूमिका में है। इसी के साथ सुमन गौड़,अजय सिंह बिष्ट,विनीता नेगी,आनन्द सिल्स्वाल भी फिल्म के कलाकारों में शामिल है। फिल्म में गीत-संगती गढरत्न नरेन्द्र सिंह नेगी का है।
जय मां धारी देवी फिल्म 2 घंटे 19 मिनट की है। जो 2 जून 2023 से दिल्ली-एनसीआर में विभिन्न सिनेमाघरों में रिलीज होने जा रही है। गाजियाबाद इंदरापुरम के जयपुरिया मॉल,वेगास मॉल द्वारका एवं संगम विहार में भी फिल्म के शो लगने जा रहे है। जिसके टिकिट बुक माई शो पर भी उपलब्ध रहेंगे।
इस मौके पर वरिष्ठ कांग्रेस नेता हरपाल सिंह रावत,गौरव गैरोला,गौर शिवनी भंडारी,राज नेगी,राजेश जोशी,प्रदीप नैथानी,पूजा काला,पदम गुसाईं,ठाकुर जगमोहन सिंह बुहुगुणा सहित उत्तराखंड समाज से कई प्रबुद्धज उपस्थित थे।
एफसीआई अफसर की पत्नी की हत्या में आरोपी नौकर गिरफ्तार, साथी फरार
लखनऊ, एफसीआई अफसर की पत्नी अनामिका सिंह (35) हत्याकांड का पुलिस ने 24 घंटे के भीतर खुलासा कर एक आरोपी को गिरफ्तार कर लिया। साजिश के तहत अफसर के नौकर अर्जुन सोनी का साथी इटौंजा निवासी वीरेंद्र कुमार यादव लूट करने पहुंचा था। इस दौरान अनामिका ने मोर्चा ले लिया था। तब उसने चाकू से गोदकर मार दिया और फरार हो गया। पुलिस ने शनिवार को आरोपी नौकर को गिरफ्तार कर लिया है। दूसरे आरोपी की तलाश जारी है। गिरफ्तार आरोपी ने पूरी वारदात कुबूली है। हत्या के आरोपी वीरेंद्र यादव ने नृशंसता की सारी हदें पार कर दीं। अनामिका पर चाकू से 33 बार वार किए। शरीर का कोई ऐसा हिस्सा नहीं था जहां पर जख्म न हो। पूरा शरीर ही छलनी कर दिया। आखिरी सांस तक चाकू से गोदता रहा। सिर पर भी भारी चीज से एक बार वार किया। ये खुलासा अनामिका की पोस्टमार्टम रिपोर्ट से हुआ है। गर्दन, चेहरे व सिर पर ही 15 वार हैं, शरीर के बाकी हिस्सों पर जख्म के 18 निशान हैं। शनिवार को जब अनामिका के पिता दुबई से लखनऊ पहुंचे तब पोस्टमार्टम कराया।
जो नौकर अर्जुन सोनी ढाई साल से आदर्श के घर पर रह रहा था उसका पुलिस वेरिफिकेशन नहीं कराया गया। इसमें भी लापरवाही बरती। एडीसीपी पूर्वी सैयद अली अब्बास ने बताया कि बृहस्पतिवार को वीरेंद्र, अर्जुन साहू से मिलने पहुंचा था। तब उसका मकसद था रेकी करना। रेकी करने के दूसरे ही दिन वारदात को अंजाम दिया। वहीं जब वारदात को अंजाम देकर वीरेंद्र भाग गया था तब अर्जुन ने आदर्श को फोन कर बताया था कि अनामिका का कोई कत्ल करके चला गया है। अनामिका के परिजन वारदात के बाद से स्तब्ध हैं। परिजनों ने बताया कि जब इस घर में केवल नौकर अर्जुन रहता था तब आदर्श उससे मामूली किराया लेते थे। जब वह यहां रहने आए तो पहले तीसरी मंजिल पर उसका कमरा बनवाया। ताकि उसे कोई दिक्कत न हो। किराया भी माफ कर दिया था। मदद भी करते रहते थे।
एफसीआई अफसर की पत्नी अनामिका की हत्या करने के लिए आरोपियों ने नायाब तरीका अपनाया। एक दिन पहले एक फर्जी मैसेज अनामिका को भेजा। इसे टेलीकॉम कंपनी का दर्शाया। उसमें अपना नंबर भी लिखा। अनामिका ने मैसेज आदर्श को फॉरवर्ड कर दिया। तब आदर्श ने उस नंबर पर संपर्क किया। वीरेंद्र ने कॉल रिसीव कर खुद को कंपनी का कर्मचारी बता इंटरनेट प्लान अपग्रेड करनी की बात कही। इसके बाद दूसरे दिन यानी शुक्रवार को उसका उनके घर पर आना तय हुआ। ये पूरा खेल वीरेंद्र ने इसलिए किया जिससे वह अनामिका के घर के भीतर दाखिल हो सके। इसलिए जरूरत है कि सावधानी बरतें। इस तरह से कोई शख्स कंपनी का अधिकारी व कर्मचारी बनकर संपर्क करता है तो सत्यापन जरूर कर लें।