Thursday, June 19, 2025
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यूपीजेईए की केन्द्रीय कार्यकारणी की बैठक : सहायक अभियंता के रिक्त पदों पर प्रोन्नति एवं सदस्यों की डीपी निस्तारण नहीं होने पर यूपीसीएल प्रबन्धन के खिलाफ किया गया आक्रोश व्यक्त

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देहरादून, यूपीजेईए की केन्द्रीय कार्यकारणी की बैठक में यूपीसीएल के सहायक अभियंता वरिष्ठता सूची प्रकरण में यूपीसीएल पर एक लाख रुपये जुर्माना लगाये जाने एवं प्रोन्नति नहीं किये जाने पर यूपीसीएल प्रबन्धन के खिलाफ जमकर रोष जाहिर किया गया |

उत्तराखंड पावर जूनियर इंजीनियर एसोसिएशन की केन्द्रीय कार्यकारणी की प्रथम बैठक शनिवार शाम को संगठन भवन माजरा में सम्पन्न हुई। बैठक में समस्त नए पदाधिकारियों का स्वागत एवं सम्मान किया गया एवं यूपीसीएल से मनीष पांडे एवं यूजेवीएन से राकेश नेगी को केन्द्रीय कार्यकारणी सदस्य नामित करते हुए पद की शपथ दिलाई गयी।

बैठक में सदस्यों द्वारा मा०उच्च न्यायालय द्वारा दिनाँक09/06/2023 को यूपीसीएल के सहायक अभियंता वरिष्ठता सूची प्रकरण पर दिए निर्णय पर विस्तारपूर्वक चर्चा की गयी। सदस्यों द्वारा यूपीसीएल प्रबन्धन के बेवजह सहायक अभियंता के रिक्त पदों पर प्रोन्नति नहीं किये जाने एवं सदस्यों की डीपी निस्तारण नहीं होने पर भारी आक्रोश व्यक्त किया गया।

केन्द्रीय अध्यक्ष आनन्द रावत ने नई कार्यकारणी की बधाई देते हुए सभी को संवर्ग के हितों के लिए समर्पित भाव से कार्य करने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि यूपीसीएल प्रबन्धन द्वारा संवर्ग के साथ सदैव ही भेदभाव किया जाता रहा है। उन्होंने कहा कि एसोसिएशन प्रतिनिधिमण्डल द्वारा कई बार प्रबन्धन से मुलाक़ात कर अधिशासी अभियंता के पदों पर प्रोन्नति की माँग की गयी पर प्रबन्धन द्वारा हर बार टालमटोल का रवैया अपनाया गया। प्रबन्धन को मा०उच्च न्यायालय द्वारा दिनाँक 31.03.2023 एवं 19.04.2023 के निर्णय से भी अवगत कराया गया एवं पुनः प्रोन्नति की माँग की गयी परन्तु प्रबन्धन द्वारा एसोसिएशन की माँग पर कोई भी कार्यवाही नहीं की गई। अब दिनाँक 09.06.2023 को मा०उच्च न्यायालय द्वारा यूपीसीएल पर एक (01) लाख रुपये जुर्माना लगाया गया है एवं समस्त आपत्तियों पर एक सप्ताह में निर्णय लिए जाने को कहा गया है। मा०न्यायालय द्वारा स्पष्ट किया गया है कि अबकी बार समयावधि को आगे नहीं बढ़ाया जाएगा एवं इस आदेश का अनुपालन नहीं होने पर प्रबन्ध निदेशक यूपीसीएल व्यक्तिगत रूप से दिनाँक 23.06.2023 को न्यायालय में उपस्थित रहेंगे। केन्द्रीय अध्यक्ष ने कहा कि अब मा०उच्च न्यायालय द्वारा जब यूपीसीएल प्रबन्धन पर जुर्माना लगाया गया है अतः यूपीसीएल प्रबन्धन को निश्चित समयावधि में मा०उच्च न्यायालय के निर्णय का अनुपालन सुनिश्चित करते हुए अग्रिम कार्यवाही कर अपनी भूल सुधार करनी चाहिए। साथ ही वर्षो से न्याय के लिए लड़ रहे यूपीजेईए के सदस्यों को न्याय प्रदान करना चाहिए।

केन्द्रीय उप महासचिव के डी जोशी ने कहा कि प्रबन्धन को हमेशा न्याय का तराजू सीधा पकड़ना चाहिए। प्रबन्धन को संगठन से सदैव संवाद कायम रखते हुए बिना किसी एक तरफ झुकाव के न्यायपूर्ण कार्यवाही करनी चाहिए। उन्होंने सदस्यों से आह्वान किया की अबकी बार संवर्ग को न्याय दिलाने हेतु आर – पार की लड़ाई के लिए तैयार रहें।

यूपीजेईए के संस्थापक अध्यक्ष एवं आजीवन संरक्षक जी एन कोठियाल ने नई कार्यकारणी को बधाई देते हुए सदैव विभागीय एवं संवर्ग हित में कार्य करने की सलाह दी।

विशेष आमंत्रित सदस्य रविन्द्र सैनी ने माँग करते हुए कहा कि जिन अधिकारियों की वजह से निगम पर जुर्माना पड़ा है उन पर अनुशासनात्मक कार्यवाही की जानी चाहिए।

केन्द्रीय महासचिव पवन रावत ने कहा कि संवर्ग की अन्य विभिन्न मांगों पर प्रबन्धन द्वारा कई बार आश्वासन दिए जाने के बाद भी अभी तक कोई कार्यवाई नहीं हुई है जिनमें से कुछ मुख्य मांगों जैसे कि- अवर अभियंता से सहायक अभियंता के रिक्त पदों पर प्रोन्नति किये जाना, सदस्यों की विभागीय जांचों का निस्तारण किया जाना, अवर अभियन्ताओं को पूर्व की भाँति दो वेतनवृद्धि दिए जाना, 4600 ग्रेड पे का लाभ 01.01.2009 से दिए जाने, अवर अभियंता का प्रोन्नति कोटा 58.33% किये जाने, सदस्यों को जीपीएफ एवं पेंशन सुविधा प्रदान किये जाने आदि पर चर्चा की गयी।

बैठक में आजीवन संरक्षक जे सी पंत, केन्द्रीय उपाध्यक्ष वी एस बिष्ट , केन्द्रीय उप महासचिव बबलू सिंह , प्रान्तीय अध्यक्ष यूपीसीएल-पिटकुल सुनील उनियाल प्रान्तीय अध्यक्ष यूजेवीएन अतुलकान्त शर्मा एवं प्रान्तीय महासचिव यूजेवीएन भूपेंद्र फर्त्याल आदि ने भी अपने विचार रखे।

बैठक का संचालन केन्द्रीय वरिष्ठ उपाध्यक्ष राहुल अग्रवाल ने किया। बैठक में प्रमोद भंडारी, राजीव खर्कवाल, मनोज कंडवाल, आर पी नौटियाल, विमल कुलियाल, नवनीत चौहान, विनीत गुप्ता, विकास कुमार , राहुल सोनकर, दिग्विजय रावत आदि मौजूद रहे।

जेईई एडवांस 2023 का रिजल्ट हुआ घोषित, वेबसाइट पर जाकर करे चेक

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नई दिल्ली, इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी, गुवाहाटी की ओर आज यानी कि 18 जून 2023 को जेईई एडवांस 2023 का रिजल्ट घोषित कर दिया गया है। रिजल्ट सुबह 10 बजे घोषित किया गया है। जिन अभ्यर्थियों ने इस एग्जाम में भाग लिया था वे ऑनलाइन माध्यम से अपने नतीजे चेक कर सकते हैं। रिजल्ट आईआईटी गुवाहाटी की ऑफिशियल वेबसाइट jeeadv.ac.in पर घोषित किया गया है। JEE Advanced Result देखने के लिए उम्मीदवारों को रोल नंबर, डेट ऑफ बर्थ एवं रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर दर्ज करना होगा। जेईई अडवांस्ड 2023 में भाग लेने वाले स्टूडेंट्स यहां दिए गए बिंदुओं को फॉलो कर आसानी से अपना परिणाम चेक कर सकते हैं। रिजल्ट चेक करने के लिए उम्मीदवारों को सबसे पहले आधिकारिक वेबसाइट jeeadv.ac.in पर जाना होगा।

वेबसाइट के होम पेज पर रिजल्ट घोषित होने के बाद लिंक एक्टिवेट हो जायेगा इस पर क्लिक करें। इसके बाद आपको मांगी गयी जानकारी जैसे रोल नंबर, डेट ऑफ बर्थ एवं रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर दर्ज करके सबमिट करना होगा। अब आपका रिजल्ट एक नए पेज पर ओपन हो जाएगा जहां से आप इसे डाउनलोड करके इसका प्रिंटआउट भी निकाल सकते हैं। रिजल्ट जारी होने के साथ ही उम्मीदवारों के लिए फाइनल आंसर की भी जारी की जा सकती है। जेईई एडवांस रिजल्ट 2023 जारी होने के साथ आईआईटी गुवाहाटी की ओर से टॉपर्स की लिस्ट भी जारी की कर दी गयी है। इसके अलावा उम्मीदवारों की ऑल इंडिया रैंक एवं कैटेगरी वाइज रैंकर्स की लिस्ट भी जारी की गयी है।

रैंक के अनुसार अभ्यर्थियों को टॉप संस्थानों में दाखिला दिया जाएगा। आपको बता दें इस वर्ष 1 लाख 90 हजार स्टूडेंट्स ने जेईई एडंवास की परीक्षा में भाग लिया था। जेईई एडवांस 2023 का आयोजन 4 जून को दो शिफ्ट में निर्धारित परीक्षा सेंटर्स पर किया गया था।

उच्च न्यायालय के निर्देश पर न्यायालय ऋषिकेश ने चलाया सघन स्वचछता अभियान चलाया

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ॠषिकेश, उत्तराखण्ड़ उच्च न्यायालय के निर्देश पर न्यायालय ऋषिकेश के न्यायिक अधिकारी गण, अधिवक्ता गण, न्यायिक कर्मचारी गण के द्वारा एक सघन स्वचछता अभियान चलाया गया और विभिन्न स्थानों पर सफाई की गयी |

अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश द्वितीय श्रीमती विजयलक्ष्मी विहान, अपर पारिवारिक जज श्रीमती ललिता सिंह, अपर मुख्य न्यायिक मैजिस्टे्ट भवदीप रावते, ने कहा कि उच्च न्यायालय उत्तराखण्ड नैनीताल के निर्देश पर न्यायालय ऋषिकेश के बार एवं बेंच ने मिलकर स्वच्छता अभियान चलाया और उच्च न्यायालय के निर्देशों के अनुपालन में स्वच्छता अभियान चलाया गया और समय समय पर चलता रहेगा |

बार एसोसिएशन के अध्यक्ष राजेंद्र सिंह सजवान ने बताया उच्च न्यायालय के निर्देशानुसार आज तहसील परिसर, गौरा देवी चौक, नटराज चौक, पुराना रेलवे स्टेशन, बस अड्डे, के आसपास ऋषिकेश के न्यायिक अधिकारी और अधिवक्ता साथियों के साथ सफाई अभियान चलाया गया और सभी लोगों को अपने घरों के आसपास सफाई कर सफाई कर्मचारियों को सहयोग करना चाहिए, और आज शहर के बीचों बीच जो कूड़े का पहाड़, गंगा जी के ऊपर खड़ा हो गया है माननीय उच्च न्यायालय संज्ञान लेकर इसे भी हटाने के आदेश करें जिसके हम सब अधिवक्तागण न्यायालय के आभारी रहेगें और ऋषिकेश के नागरिकों का बीमारी से बचाव होगा और हमारा शहर कूड़ा मुक्त होगा।
सफाई अभियान में अपर पारिवारिक जज श्रीमती ललिता सिंह, अपर मुख्य न्यायिक मैजिस्टे्ट भवदीप रावते, सचिव नरेश शर्मा, पूर्व सचिव बार राकेश सिंह मियां,”पार्षद” जय सिंह रावत, वरिष्ठ एडवोकेट शीशराम कंसवाल, लक्ष्मीप्रसाद सेमवाल, अतुल यादव जी, कृष्ण केशव शर्मा, प्रदीप वर्मा, मोहन पैन्यूली, देवेन्द्र सेमवाल, राज कौशिक, पूर्व सचिव खुशहाल सिंह कलूड़ा, अजय ठाकुर, सुनील नवानी, सहायक नगर आयुक्त रमेश रावत, विजेन्द्र कोठियाल,भूपेन्द्र कुकरेती, शरद कुमार, आरती, बबीता, शैलेन्द्र सेमवाल, अभिषेक प्रभाकर, धर्मपाल, ज्योति, विक्रम, संजय, भूपेंद्र शर्मा, मनोज पंवार, सुनील पयाल, संजय उनियाल, स्वरूप सिंह खरोला, लाल सिंह मटेला,अशोक कुमार, रमन, संजय, सुजीत, राम अवतार, पवन कुमार, विशाल मणी चमोली, नवीन रतूड़ी, कमलेश कुमार, चन्दन राणा, हरीश राणा, सहित सभी न्यायिक कर्मचारी नवीन रावत,मनीष,विज्लवाण, विशाल, सुन्दर उनियाल आदि शामिल थे |

 

संकल्प लेकर स्वच्छता सप्ताह का समापन, पर्यावरण मित्रों को भी किया गया सम्मानित

टिहरी, नरेन्द्रनगर विधानसभा क्षेत्र के नगर पंचायत गजा में स्वच्छता अभियान चलाकर कूड़ा एकत्रीकरण करते हुए समापन पर स्वच्छता का संकल्प लिया गया | इस अवसर पर नगर पंचायत गजा अध्यक्ष मीना खाती व अधिशासी अधिकारी हरेंद्र सिंह चौहान ने क्षेत्र के पर्यावरण मित्रों को सम्मानित किया। स्वच्छता सप्ताह के अंतिम दिवस पर पुलिस चौकी गजा में नगर पंचायत के सभी कार्मिक, पर्यावरण मित्र, व्यापार सभा के सदस्य सामाजिक सरोकारों से जुड़े लोग , राजस्व विभाग कर्मचारी, पुलिस चौकी गजा के पुलिस कर्मी होमगार्ड जवान एकत्रित हुए और वहां से पूर्व निर्धारित योजना के तहत कालेज रोड पर सफाई की गई । सफाई अभियान में कूड़ा एकत्रीकरण किया गया जो कि निस्तारण हेतु कूडा घर में डाला गया।

समापन पर उपस्थित सभी लोगों ने सफाई का संकल्प लिया तथा पर्यावरण मित्रों को सम्मानित भी किया गया। इस अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में नगर पंचायत गजा अध्यक्ष मीना खाती अधिशासी अधिकारी हरेंद्र सिंह चौहान तहसीलदार गजा रेनु सैनी पुलिस चौकी प्रभारी नवीन नौटियाल व्यापार सभा अध्यक्ष विनोद सिंह चौहान स्वच्छता ब्रांड एंबेसडर दिनेश प्रसाद उनियाल राजेन्द्र सिंह खाती गजेन्द्र सिंह खाती रमेश नौटियाल अजय सिंह मान सिंह चौहान लखन पाल सिंह महेश सिंह गजे सिंह विधिक सेवा प्राधिकरण सदस्य कु.रमा सुरेश मोहन डोगरा धन सिंह उनियाल सहित दर्जनों लोग शामिल हुए। समापन अवसर पर नगर पंचायत की ओर से जलपान कराया गया ।

चार करोड़ कांवड़ियों के उत्तराखंड आने की संभावना, पीएचक्यू ने कसी कमर, ड्रोन कैमरों से चप्पे-चप्पे पर रहेगी नजर

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‘डीजीपी अशोक कुमार ने विभिन्न प्रदेशों के आला अफसरों के साथ की समन्वय बैठक’

देहरादून, आगामी माह 4 जुलाई से शुरू होने जा रही कावड़ यात्रा के लिए उत्तराखंड पुलिस मुख्यालय ने तैयारियां शुरू कर दी हैं। विभिन्न प्रदेशों के आला अफसरों के साथ बैठक में कांवड़ियों की सुरक्षित यात्रा को लेकर कई महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए।

पुलिस महानिदेशक, उत्तराखण्ड
अशोक कुमार की अध्यक्षता में शुक्रवार को 18 वीं अन्तर्राज्यीय व अन्तरइकाई समन्वय बैठक (18th Inter State & Inter Agencies Co-ordination Meeting) का आयोजन पुलिस मुख्यालय स्थित सभागार में किया गया, जिसमें उत्तरप्रदेश, दिल्ली, हरियाणा, पंजाब, हिमाचल प्रदेश, राजस्थान, सीआरपीएफ, रेलवे सुरक्षा बल, आसूचना ब्यूरो के अधिकारियों ने प्रत्यक्ष एवं ऑनलाइन प्रतिभाग किया।

अशोक कुमार ने अपने उद्बोधन में कहा कि दिनांक 04 से 15 जुलाई तक कांवड़ यात्रा है। कांवड़ एक बहुत बड़ा धार्मिक आयोजन है। कुम्भ/अर्द्धकुम्भ की तुलना में कांवड़ यात्रा में युवाओं की संख्या अधिक होने से इसकी संवेदनशीलता बढ़ जाती है।
इस बैठक का उद्देश्य उत्तर प्रदेश, हरियाणा, दिल्ली, हिमाचल, पंजाब, राजस्थान व अन्य एजेन्सियों के पारस्परिक सहयोग से कांवड़ यात्रा को सकुशल व शान्तिपूर्वक सम्पन्न कराना है।
उन्होंने अधिकारियों से अभी से कांवड़ यात्रा हेतु पुलिस प्रबन्ध किये जाने की तैयारियों में लगने की अपेक्षा की, ताकि कांवड़ यात्रा के दौरान श्रद्धालुओं को किसी भी समस्या का सामना ना करना पड़े।
सुरक्षा व्यवस्था एवं भीड़ प्रबन्धन हेतु ड्रोन, सीसीटीवी का प्रयोग और सोशल मीडिया मॉनिटरिंग को बढ़ाया जाएगा। साथ ही शिवभक्तों से सोशल मीडिया के माध्यम से अपील की जायेगी की कांवड़ यात्रा को शान्तिपूर्वक सम्पन्न कराने में पुलिस प्रशासन का सहयोग करें।
बैठक में अपर पुलिस महानिदेशक अभिसूचना एवं सुरक्षा- श्री ए पी अंशुमान ने प्रस्तुतिकरण के माध्यम से कांवड़ यात्रा के साम्प्रदायिक दृष्टि से संवेदनशील होने और राष्ट्र विरोधी तत्वों पर सतर्क दृष्टि रखने के सम्बन्ध में बताया।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक, हरिद्वार- श्री अजय सिंह ने कांवड़ मेले के दौरान किए जाने वाली पुलिस व्यवस्थाओं, यातायात प्रबन्धन, भीड़ नियन्त्रण, यात्रा रूट पर किये जाने वाले पुलिस प्रबन्ध, कावड़ यात्रा के दौरान विगत वर्षाे में होने वाली दुर्घटनाओं व पार्किंग आदि के बारे में प्रस्तुतिकरण किया।
उन्होंने बताया की विगत 15-20 वर्षों से प्रत्येक वर्ष कांवड़ियों की संख्या में भारी वृद्धि हो रही है। इस वर्ष लगभग 4 करोड़ कांवड़ियों के उत्तराखण्ड आने की सम्भावना है। इस वर्ष सम्पूर्ण कांवड़ क्षेत्र को 12 सुपर जोन, 32 जोन और 130 सैक्टर में विभाजित किया गया है, जिसमें पुलिस व्यवस्था में लगेंगे।
उन्होंने कांवड़ यात्रा की व्यवस्था में लगे सभी नोडल अधिकारियों का व्हाटसएप ग्रुप बनाने, अन्तर्राज्यीय बैरियरों पर संयुक्त पुलिस चैकिंग करने, सोशल मीडिया पर भेजे जाने वाले संदेशों की निगरानी रखने आदि के सम्बन्ध में सभी अधिकारियों से सहयोग की अपील की।
उन्होंने बताया कि कांवड़ यात्रियों की सुविधा हेतु हरिद्वार पुलिस ने QR Code जारी किया गया है, जिसमें वाहन पार्किंग, रूट डायवर्जन, खोया-पाया सेल सहित सभी महत्वपूर्ण जानकारी है। सम्पूर्ण कांवड़ मेला क्षेत्र 333 सीसीटीवी से कवर है, जिसमें Public Address System भी लगे हैं। घाटों पर जल पुलिस की तैनाती सहित थाना स्तर पर सघन सत्यापन अभियान चलाया जा रहा है।
श्री राजीव सभरवाल- अपर पुलिस महानिदेशक अपराध एवं कानून व्यवस्था, मेरठ जोन उत्तर प्रदेश ने अपने प्रस्तुतिकरण के माध्यम से भीड़ और यातायात प्रबन्धन पर प्रस्तुतिकरण दिया गया। उन्होंने बताया कि Eastern Peripheral Expressway और Delhi-Meerut Expressway को ध्यान में रखते हुए कांवड़ यात्रा के दौरान ट्रैफिक डायवर्जन प्लान बनाया जाए। प्रमुख चौराहों एवं कांवड़ यात्रा मार्गों पर साइन बोर्ड लगाए जाएं। सम्पूर्ण कांवड़ यात्रा मार्ग को सीसीटीवी एवं डायल 112 से कवर किया गया है।
प्रमुख चौराहों एवं मार्गों पर इलैक्ट्रॉनिक साईन बोर्ड एवं संकेतक लगाये जा रहे है। शरारती तत्वों एवं अनावश्यक रूप से उपद्रव करने वाले कारकों को रोकने में एक दूसरे का पूरा सहयोग किया जाएगा और संयुक्त अभिसूचना तंत्र विकसित कर लाभप्रद सूचनाओं का आदान-प्रदान किया जाएगा।
बैठक में ऑनलाइन प्रतिभाग कर रहे स्पेशल पुलिस महानिदेशक अपराध एवं कानून व्यवस्था, उत्तर प्रदेश- प्रशांत कुमार ने परस्परिक समन्वय हेतु सीमवर्ती जनपदों का व्हाट्सएप ग्रुप बनाये जाने पर जोर दिया।
उन्होने सूचनाओं के आदान-प्रदान हेतु संयुक्त वायरलैस कन्ट्रोल रूम बनाने एवं अन्तर्राज्यीय बैरियरों/चैक पोस्टों पर संयुक्त पुलिस बल नियुक्त करने की बात कही। कांवड़ क्षेत्र में कोई घटना दुर्घटना न हो इसके प्रयास किये जाए।
श्रीमती ममता सिंह- अपर पुलिस महानिदेशक, अपराध एवं कानून व्यवस्था, हरियाणा ने कांवड़ यात्रा संचालन हेतु पूर्ण सहयोग का आश्वासन दिया। उन्होंने कहा कि कांवड़ अयोजन समितियों से वार्ता कर कांवड़ यात्रा में डीजे की ध्वनि को नियंत्रित करने व लाठी डन्डे, नुकीले भाले व अन्य हथियार साथ न ले जाने हेतु अनुरोध किया जाएगा।
विवेक किशोर- Joint C.P. Northern Region Delhi व श्रीमती छाया शर्मा Joint C.P. Eastern Region Delhi ने कहा कि हमारा ट्रांजिट का कार्य है। शिवभक्तों को कावंड़ यात्रा हेतु सेफ और सुरक्षित मार्ग उपलब्ध कराया जाएगा।
गुरिन्दर सिंह- अपर पुलिस महानिदेशक, अपराध एवं कानून व्यवस्था, पंजाब ने नियमित सहयोग और समन्वय पर जोर दिया। साथ ही भीड़ नियंत्रण हेतु ड्रोन के इस्तमाल, सुरक्षित व तेज कम्यूनिकेशन के लिए वायरलैस का प्रयोग करने पर जोर दिया।
एस सैंगाथिर- अपर पुलिस महानिदेशक, अभिसूचना, राजस्थान ने बताया कि कांवड़ यात्रा में मुख्यतः पूर्वोत्तर राजस्थान से लोग आते हैं। कांवड़ यात्रा संचालन हेतु बैठक में जारी सभी निर्देशों का अनुपालन कराया जाएगा।
भानु प्रताप सिंह- पुलिस महानिरीक्षक, सीआरपीएफ ने कांवड़ यात्रा में सुरक्षा व्यवस्था हेतु सीआरपीएफ की अतिरिक्त कम्पनी भेजने का आश्वासन दिया।
श्री शनमुगा वेदीवेल एस- Sr. DSC आरपीएफ ने सुरक्षा इनपुट पर कार्य करने और रेलवे का सुरक्षा स्टेटस बढ़ाने पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि सभी छोटे और बड़े रेलवे स्टेशनों को सीसीटीवी से कवर किया जाएगा। साथ ही आरपीएफ और जीआरपी द्वारा संयुक्त पेट्रोलिंग और एस्कॉट किया जाएगा।
श्रीमती सतवंत अटवल त्रिवेदी- अपर पुलिस महानिदेशक अभिसूचना एवं श्री रमन कुमार मीणा- पुलिस अधीक्षक सिरमौर, हिमाचल प्रदेश ने बताया कि प्रदेश से कुल्हाल के रास्ते कांवड़िये उत्तराखण्ड में प्रवेश करते हैं। इस सम्बन्ध में वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक, देहरादून के साथ समय-समय सूचना साझा की जाएगी।
बैठक में निम्न बिन्दुओं पर भी विचार विमर्श किया गयाः-
1. DGsP/IGsP सम्मेलन में निर्देशों के क्रम में पुलिस महानिदेशक उत्तराखण्ड ने सभी प्रदेशों के अधिकारियों ने अपने-अपने प्रदेश से युवा अधिकारियों को कांवड़ यात्रा ड्यूटी का अनुभव लेने हेतु उत्तराखण्ड भेजने का अनुरोध किया।

2. पुलिस महानिदेशक उत्तराखण्ड द्वारा समन्वय बैठक में सम्मिलित सभी अधिकारियों से कांवड़ मेले को सकुशल सम्पन्न करने हेतु सक्रिय सहयोग व निरंतर सूचनाओं के अदान-प्रदान की अपेक्षा की गयी तथा वर्तमान सुरक्षा परिदृश्य में और अधिक व्यवसायिक दक्षता और सहयोग से कार्य करने की आवश्यकता व्यक्त की।
3. कांवड़ियों पर सीसीटीवी और ड्रोन से नजर रखी जाएगी ताकि कोई अनहोनी न हो।
4. आगामी सावन माह की अवधि के दृष्टिगत कांवड़ यात्रा के समापन उपरान्त भी प्रत्येक सोमवार, सोमवती अमावस्या, एवं मोहर्रम को देखते हुए वर्तमान प्रबन्धों को बनाए रखने के निर्देश दिए गए।
5. उच्चतम न्यायालय द्वारा ध्वनि विस्तारकों से ध्वनि प्रदूषण के नियंत्रित करने हेतु आम जन को जागरूक करते हुए डीजे के प्रयोग को नियंत्रित करने में सहयोग करने की अपील की गयी, जिससे कि कांवड़ यात्रा के दौरान डीजे युक्त कांवड़ के प्रचलन को नियंत्रित किया जा सके।
6. विगत में कांवड़ की ऊँचाई अधिक होने के कारण घटित दुर्घटनाओं को रोकने हेतु प्रतिभागी अधिकारियों से अपने-अपने प्रदेश क्षेत्रों में कांवड़ की ऊँचाई 12 फीट से कम रखे जाने सम्बन्धी परामर्श का व्यापक प्रचार-प्रसार किये जाने के निर्देश दिये गये।
बैठक में कहां गया क्योंकि रेलवे लाइनों का विधुतिकरण हो गया है और ऊँची कांवड़ से दुर्घटना होने की सम्भावना बनी रहती है। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक हरिद्वार को निर्देशित किया गया कि कांवड़ बनाने वाले व्यक्तियों को भी इस बिन्दु से अवगत कराते हुए अनुपालन सुनिश्चित किया जाए।
7. सुरक्षा संवेदनशीलता के दृष्टिगत कांवड़ यात्रा क्षेत्र एवं शिविरों में कार्यरत व्यक्तियों का गहन सत्यापन कराया जाना आवश्यक है।
8. कांवड़ यात्रा के दौरान चारधाम यात्रा पर आने वाले तीर्थ यात्रियों की सुविधाओं का ध्यान रखते हुए उनके लिए पृथक मार्गों का निर्धारण करते हुए दिल्ली से ही चारधाम यात्रा मार्ग का व्यापक प्रचार-प्रसार किया जाए।
9. कांवड़ यात्रा के दौरान सोशल मीडिया पर भ्रामक व असत्य प्रचार-प्रसार की कानून व्यवस्था विषयक संवेदनशीलता को देखते हुए सभी राज्यों से सोशल मीडिया मॉनिटरिंग को और अधिक फोक्सड किये जाने का आह्वाहन करते हुए इस प्रकार के भ्रामक प्रचार एवं अफवाहों की तत्काल शेयरिंग करने का अनुरोध किया गया, जिससे कि सत्यता का परीक्षण कर तदानुसार काउन्टर एवं खण्डन की प्रक्रिया प्रारम्भ की जा सके।
10. हरिद्वार से दिल्ली/मेरठ वापस जाने हेतु कांवड़ियों हेतु हाईवे के बाएं ओर को उपयोग करने का निर्णय लिया गया। साथ ही इस दौरान लगने वाले शिविर एवं भण्डारे हाईवे के बाएं ओर ही मुख्य मार्ग से 20 से 30 फीट दूर लगाने हेतु अनुमित प्रदान करने का निर्णय लिया गया।
11. कांवड़ यात्रा के दौरान कांवडियों को अपना साथ पहचान पत्र रखने का भी निर्णय लिया गया, जिससे किसी भी घटना-दुर्घटना में पहचान करने में सहायता हो।
12. रेल की छतों पर यात्रा ना करने हेतु व्यापक प्रचार-प्रसार किया जाये। साथ ही शराब एवं मादक पदार्थों के सेवन न करने के सम्बन्ध में कांवड़ियों को जागरुक किया जाये।
13. अन्तर्राज्यीय बैरियरों/चैक पोस्ट- चिड़ियापुर बैरियर, नारसन चैक पोस्ट, लखनौता चैक पोस्ट, काली नदी बैरियर एवं गौवर्धन चैक पोस्ट पर संदिग्ध व्यक्तियों एवं वाहनों की सीमावर्ती प्रदेशों के साथ संयुक्त चैकिंग।
14. हरिद्वार पुलिस द्वारा कांवड़ यात्रा से सम्बन्धित सभी सूचनाओं के लिए QR Code बनाया गया है। इसका सभी प्रदेशों में प्रचार-प्रसार किया जाएगा।
15. अति आवश्यक सेवाओं के वाहनों एवं भारी वाहनों के संचालन हेतु अलग से यातायात प्लान बनाया जाने का निर्णय लिया गया।
16. सम्पूर्ण कांवड़ यात्रा मार्ग पर मेडिकल कैम्प और एम्बुलेंस की पर्याप्त व्यवस्था करने का निर्णय लिया गया।
बैठक के समापन में अशोक कुमार ने कहा कि सीमावर्ती प्रदेशों से अपेक्षा की जाती है कि कांवड़ यात्रा के मार्गों का अपने-अपने जनपदों में व्यापक प्रचार-प्रसार करें। साथ ही कांवड़ यात्रा के दौरान चारधाम/मसूरी एवं देहरादून आने वाले यात्रियों को लिए हरिद्वार से हटकर तैयार किये गये अलग रुट का भी प्रचार-प्रसार किया जाये।
घटनाओं एवं तत्काल सूचनाओं के आदान-प्रदान करने हेतु मुख्यालय स्तर पर एवं सीमावर्ती जनपदों के जनपद, सर्किल, थाना एवं चौकी स्तर पर संयुक्त व्हट्सएप ग्रुप बना लिए जाएं।
नवीन तकनीकों का उपयोग करते हए सम्पूर्ण कांवड मेला क्षेत्र में Public Address System का प्रयोग किया जाए। कांवड़ियों को डूबने से बचाने के लिए घाटों पर एसडीआरएफ और जल पुलिस सुरक्षा उपकरणों के साथ तैनात रहे। मुझे पूर्ण विश्वास है कि हम सभी आपसी समन्वय एवं सहयोग से कांवड़ यात्रा 2023 को और अधिक बेहतर, सफल व शांतिपूर्वक संपन्न करायेगें।
बैठक में अपर पुलिस महानिदेशक, प्रशासन- अभिनव कुमार, अपर पुलिस महानिदेशक, अपराध एवं कानून व्यवस्था- वी मुरूगेशन, पुलिस महानिरीक्षक, फायर- श्रीमती नीरू गर्ग, पुलिस महानिरीक्षक, दूरसंचार- कृष्ण कुमार वीके, पुलिस महानिरीक्षक/निदेशक यातायात- मुख्तार मोहसिन, पुलिस महानिरीक्षक, गढ़वाल परिक्षेत्र- करन सिंह नगन्याल, पुलिस उप महानिरीक्षक, अभिसूचना एवं सुरक्षा- योगेन्द्र सिंह रावत, पुलिस उप महानिरीक्षक, अपराध एवं कानून व्यवस्था- सुश्री पी. रेणुका देवी, पुलिस उप महानिरीक्षक/वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक देरहादून- श्री दलीप सिंह कुंवर, पुलिस अधीक्षक पानीपत, यमुनानगर, पुलिस अधीक्षक नगर बिजनौर, पुलिस अधीक्षक यातायात, सहारनपुर, सहित अन्य पुलिस अधिकारी उपस्थित रहे आदि अधिकारी उपस्थित रहे। पुलिस अधीक्षक, अभिसूचना- श्रीमती तृप्ति भट्ट ने बैठक का संचालन किया।

मानवता को शर्मसार करने वाली घटना आई सामने, नेत्रहीन महिला से चार दरिंदों ने की हैवानियत

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उज्जैन, उन्हेल थाना क्षेत्र से मानवता को शर्मसार करने वाली एक घटना सामने आई है। दरअसल, यहां पर चार दरिंदों ने एक नेत्रहीन महिला को अपनी हैवानियत का शिकार बना लिया है। हालांकि, चारों आरोपियों को गिरफ्तार किया जा चुका है और आगे की कार्रवाई की जा रही है। उन्हेल थाना क्षेत्र में रहने वाली एक 45 वर्षीय नेत्रहीन महिला के साथ इसके तीन पड़ोसी और एक रिश्तेदार ने मिलकर सामूहिक दुष्कर्म किया। दरअसल, तीन दिन पहले पीड़िता अपने घर से बाहर निकली थी, उसी दौरान ताक में बैठे तीन पड़ोसी और एक रिश्तेदार उसके घर में घुस गए। इसके बाद चारों ने मिलकर महिला के साथ कुकर्म किया। जब पीड़िता खुद को बचाने में नाकाम होने लगी, तो उसने जोर-जोर से चिल्लाने लगी।

इसके बाद पीड़िता की भतीजा आया, जिसने उसे बचाने और सभी आरोपियों को पकड़ने की कोशिश की। हालांकि, सभी आरोपी पीड़िता के भतीजे को धक्का देकर भाग निकले। दरअसल, महिला अपने रिश्तेदारों के साथ रहती थी। इसके बाद घटना की जानकारी पीड़िता के बेटे को दी गई, जो पुणे में नौकरी करता था। इसके बाद बेटा घर लौटा और उसने पुलिस में अपनी मां के साथ हुई घटना की शिकायत दर्ज कराई और आरोपियों के बारे में बताया। फिलहाल, पुलिस ने शुक्रवार को आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है और उनके खिलाफ कार्रवाई कर रही है। पुलिस ने बताया कि आरोपियों में एक नाबालिग भी शामिल है।

सरकार बताएं, आपराधिक मामलों वाले कितने लोगों को सुरक्षा दी- हाईकोर्ट

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पुलिस का काम जनता की सुरक्षा करना

निर्दलीय विधायक उमेश कुमार को वाई प्लस सुरक्षा देने पर हाईकोर्ट गंभीर

खुफिया रिपोर्ट के अनुसार उमेश कुमार को जान का कोई खतरा नहीं

जुलाई के दूसरे सप्ताह तक सुरक्षा लेने वालों की सूची कोर्ट को दे राज्य सरकार

नैनीताल, हाईकोर्ट में खानपुर हरिद्वार से निर्दलीय विधायक उमेश शर्मा को वाई प्लस सुरक्षा दिए जाने को लेकर दायर जनहित याचिका पर सुनवाई के बाद राज्य सरकार से पूछा है कि ऐसे कितने लोगों को सुरक्षा प्रदान की गई है, जिनके खिलाफ आपराधिक मामले दर्ज हैं। कोर्ट ने सरकार को ऐसे लोगों का पूरा रिकॉर्ड जुलाई दूसरे सप्ताह तक पेश करने के निर्देश दिए हैं। पूर्व में भी कोर्ट ने अपने एक आदेश में कहा था कि पुलिस का कार्य जनता की सुरक्षा करना है। जिन लोगों को जानमाल का खतरा है जांच करने के बाद ही उन्हें सुरक्षा दी जाए। मुख्य न्यायाधीश विपिन सांघी एवं वरिष्ठ न्यायमूर्ति मनोज कुमार तिवारी की खंडपीठ के समक्ष मामले एस्कॉर्ट भी है।

मामले के अनुसार हरिद्वार निवासी भगत सिंह ने हाईकोर्ट में जनहित याचिका दायर कर कहा था कि विधायकों की सुरक्षा के नाम पर उन्हें एक सुरक्षाकर्मी दिया जाता है। इसके अलावा यदि किसी विधायक को जान का खतरा है तो उन्हें एक अतिरिक्त सुरक्षा कर्मी दिया जाता है। किसी विधायक को सुरक्षा कवर देने से पहले एलआईयू द्वारा रिपोर्ट विभाग को दी द जाती है। उन्होंने शर्मा के मामले का उदारहण देते हुए कहा कि उन्हें ल सुरक्षा देते वक्त अपनाई जाने वाली प्रक्रिया का पालन किए बिना उनके प्रार्थनापत्र के आधार पर उन्हें वाई प्लस सुरक्षा प्रदान की गई है। यही नहीं उनके पास अपनी पर्सनल एस्कॉर्ट भी है। याचिकाकर्ता का कहना था कि स्थानीय खुफिया इकाई ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि उनके जीवन को कोई खतरा नहीं है। इसलिए उनकी वाई प्लस सुरक्षा हटाई जाए। ऐसे ही कितने लोगों की सुरक्षा में पुलिस लगी है जबकि उनको किसी से कोई खतरा नहीं है। यह पुलिस का दुरुपयोग है। पुलिस का कार्य जनता की सुरक्षा करना है।

राज्य में चारधाम यात्रा पूरे वर्ष संचालित हो सके इस विजन पर कार्य करें विभाग : सीएम धामी

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देहरादून, मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने यात्रियों की सुविधाओं के लिए टनकपुर बस स्टेशन को कुमाऊँ क्षेत्र के आधुनिकतम सुख-सुविधाओं वाले मॉडल बस स्टेशन के रूप में जल्द विकसित हेतु इस कार्ययोजना पर गम्भीरता से कार्य करने के निर्देश परिवहन विभाग को दिए हैं । इसके साथ ही उन्होंने कोटद्वार बस स्टेशन सहित राज्य में सभी 30 निर्माणधीन बस स्टेशनों के निर्माण कार्यों को जल्द पूरा करने के निर्देश दिए। शुक्रवार को सचिवालय में परिवहन विभाग की समीक्षा के दौरान मुख्यमंत्री धामी ने स्पष्ट किया कि राज्य की जनता के साथ ही पर्यटक, तीर्थ यात्री अधिक से अधिक सार्वजनिक परिवहन का उपयोग करें इस विजन के साथ उत्तराखण्ड के परिवहन विभाग को अपनी कार्ययोजनाएं तथा नीतियां बनानी होगी।

सीएम धामी ने राज्य के पर्वतीय क्षेत्रों में सड़क दुर्घटनाएं रोकने के लिए सड़क किनारे वृक्षारोपण की योजना पर कार्य करने के निर्देश भी सम्बन्धित अधिकारियों को दिए। उन्होंने कहा कि राज्य में चारधाम यात्रा पूरे वर्ष संचालित हो सके इस विजन पर भी परिवहन, पर्यटन एवं संस्कृति विभाग को कार्य करना होगा। देश-विदेश से उत्तराखण्ड की चारधाम यात्रा पर आए यात्री राज्य में अधिक से अधिक समय बिताए इसके लिए एक प्रभावी कार्ययोजना सम्बन्धित विभागों को जल्द बनानी होगी।

बैठक के दौरान परिवहन विभाग ने जानकारी दी कि विभाग द्वाराएमएसटीसी के माध्यम से वाहनों का ई ऑक्शन, एएनपीआर कैमरों के माध्यम से वाहनों की निगरानी, ऑनलाइन सेवाओं का अधिकाधिक प्रयोग, व्हीकल लोकेशन ट्रैकिंग डिवाइस, वाहन चालकों हेतु ऑटोमेटिड ड्राइविंग टेस्ट टै्रक की स्थापना तथा वर्कशॉप के आधुनिकीकरण जैसी योजनाओं पर गम्भीरता से कार्य किया जा रहा है। बैठक में सचिव डा0 आर मीनाक्षी सुन्दरम, अरविन्द सिंह हयांकि तथा परिवहन विभाग के उच्चाधिकारी उपस्थित थे।

 

प्रदेश के 10 जनपदों के दूरस्थ क्षेत्रों में 55 पुलों का वर्चुअल माध्यम से उद्घाटन

देहरादून, मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने आज कैंप कार्यालय में प्रदेश के 10 जनपदों के दूरस्थ क्षेत्रों में हेस्को एवं ICICI बैंक के सहयोग से निर्मित 55 पुलों का वर्चुअल माध्यम से उद्घाटन किया। इन पुलों के निर्माण से निश्चित तौर पर आवागमन सुगम होगा और स्थानीय जनता को इसका लाभ मिलेगा। प्रदेश सरकार अनेकों योजनाओं के माध्यम से ग्रामीण क्षेत्रों को विकास की धारा से जोड़ने हेतु निरंतर क्रियाशील है।
उन्होंने कहा प्रधानमंत्री Narendra Modi के कुशल मार्गदर्शन में ₹750 करोड़ की लागत से केदारनाथ पुनर्निर्माण हेतु कार्य किए जा रहे हैं। हमारी सरकार द्वारा पूरे प्रदेश में धर्म, संस्कृति एवं धार्मिक स्थलों का पुनरुत्थान किया जा रहा है।

 

राजनैतिक व सामाजिक कार्यकर्ताओं का भाजपा में शामिल होने का सिलसिला लगातार जारी

देहरादून, लोकसभा चुनावों में एकतरफा जीत के लक्ष्य के साथ, राजनैतिक व सामाजिक कार्यकर्ताओं का भाजपा में शामिल होने का सिलसिला लगातार जारी है । मुख्यालय में आयोजित इस कार्यक्रम में पार्टी का दामन संभालने वाले वालों में कांग्रेस चिकित्सा प्रकोष्ठ के प्रदेश अध्यक्ष, महिला कांग्रेस की प्रदेश महामंत्री समेत बड़ी संख्या में ग्राम प्रधान व सामाजिक कार्यकर्ता के नाम शामिल थे ।

प्रदेश अध्यक्ष श्री महेंद्र भट्ट ने काशीपुर, जसपुर समेत विभिन्न क्षेत्रों से आये लोगों को पार्टी की सदस्यता दिलाते हुए कहा, आप सही समय पर सही जगह आए हैं । प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी एवं मुख्यमंत्री श्री पुष्कर धामी के नेतृत्व में देश व प्रदेश तीव्र गति से विकास पथ पर आगे बढ़ रहा है ऐसे में राजनीति के माध्यम से राष्ट्र सेवा के लिए भाजपा से सही विकल्प कोई हो नही सकता । आप लोगों का पार्टी में शामिल होने का समय भी सही है क्योंकि इस समय मोदी सरकार के 9 सालों की उपलब्धियों को जन जन तक पहुंचाने के लिए पार्टी द्वारा महा जनसंपर्क अभियान चलाया जा रहा है । लिहाज़ा आपसे भी अपील है कि भारत के स्वर्णिम कल के लिए मात्र 10 दिन आप इस अभियान में मोदी जी के लिए दें । आज प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में तरक्की के मार्ग पर आगे बढ़ते हुए, प्रत्येक देशवासी का स्वाभिमान बढ़ा है साथ ही दुनिया में देश का सम्मान भी शीर्ष की और बढ़ रहा है । लिहाज़ा अब हम सबको मिलकर मोदी जी को 2024 में पुनः प्रधानमंत्री बनाने के लिए आगे बढ़ना है ।

कार्यक्रम का संचालन करते हुए प्रदेश महामंत्री श्री आदित्य कोठारी ने कहा, भट्ट जी के प्रदेश अध्यक्ष बनने के बाद से पार्टी में शामिल होने का अंतहीन श्रृंखला जारी है । इस मौके पर टिहरी सांसद महारानी माला राज्य लक्ष्मी शाह ने सभी लोगों का स्वागत करते हुए उन्हें भाजपा परिवार का सदस्य बनने पर बधाई दी । इस मौके पर श्रीमती मधु भट्ट, सुभाष बड़थ्वाल, राजेन्द्र नेगी समेत अनेक पार्टी पदाधिकारी मौजूद थे ।

पार्टी में शामिल होने वाले प्रमुख नामों में शामिल हैं डॉक्टर एमपी सिंह प्रदेश अध्यक्ष कॉंग्रेस चिकित्सा प्रकोष्ठ उत्तराखंड, श्रीमती रीना सिंघल प्रदेश महामंत्री महिला प्रकोष्ठ कांग्रेस, दयाराम शर्मा नगर उपाध्यक्ष, श्री उपेंद्र शर्मा पूर्व मंडी अध्यक्ष जसपुर, श्री तरुण पंत पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष, श्री योगेश पंत संरक्षक भद्रकाली मंदिर बागेश्वर, देवी सिंह, महेंद्र शर्मा, दौलत सिंह, फखरुद्दीन ग्राम प्रधान, शाहनवाज अहमद ग्राम प्रधान, श्री नवीन चंद्र पांडे, बलवंत लाल एडवोकेट, प्रदीप कुमार एडवोकेट, डॉक्टर करलीकेश सिंह, कपिल कुमार, नरेश कुमार, शाहिद हुसैन, महेंद्र शर्मा ।

 

सुचारु और सुरक्षित यात्रा में व्यवधान डालने को कांग्रेस अपना रही हथकंडे : भट्ट

‘जोशीमठ आपदा के वक़्त भी कांग्रेस श्रदालुओं के बीच फैला चुकी है अफवाह’

देहरादून, भाजपा ने कहा कि कांग्रेस राज्य मे सुचारु और सुरक्षित चार धाम यात्रा को लेकर देश विदेश से आ रहे श्रद्धालुओं मे उत्साह है, लेकिन कांग्रेस इसे पचा नही पा रही है और इसमे व्यवधान डालने के लिए तरह तरह के हथकंडे अपना रही है।

प्रदेश अध्यक्ष श्री महेंद्र भट्ट ने कहा, पहले जोशीमठ व मसूरी में हुए राजनैतिक प्रदर्शन और अब कर्मचारियों को बरगलाने वाली उनके नेताओं की बयानबाजियां से तो यही साबित होता है ।

प्रदेश अध्यक्ष श्री भट्ट ने पार्टी मुख्यालय में पत्रकारों द्वारा पूछे गए कांग्रेस के आरोपों का जबाब देते हुए कहा कि वर्तमान 6 माह यात्रा व मानसून सीजन के चलते सभी लोगों के साथ सरकारी कर्मचारियों को भी अत्यधिक सतर्क होकर काम करने की जरूरत है । हाल में ही देश ने देखा कि किस तरह सावधानी और सतर्कता से विध्वंसकारी चक्रवात में भी सुरक्षित रहा जा सकता है । इसीलिए यात्रा को सुरक्षित और सफल बनाने के उद्देश्य से धामी सरकार ने कर्मचारियों पर हड़ताल व अन्य विरोध कार्यक्रमों पर रोक लगाई है । चूंकि इस वर्ष अब तक की यात्रा सुरक्षित चल रही है और सफलता के नए रिकॉर्ड बन रहे हैं । लेकिन लगता है कांग्रेस नेताओं को यह हज़म नही हो रहा है तभी वे कर्मचारियों को ढाल बनाकर अनर्गल आरोपों से उन्हें भड़काने का प्रयास कर रहे हैं । इससे पूर्व भी उनके द्वारा जोशीमठ आपदा को लेकर दुनिया भर में अफवाह फैलाकर पर्यटकों व तीर्थयात्रियों को रोकने का प्रयास किया, साथ ही पीक यात्रा सीजन में इनके वरिष्ठ नेता मसूरी में धरना कर यात्रा में बाधा डालने की कोशिश कर रहे थे ।

श्री भट्ट ने आरोप लगाते हुए कहा, क्या कांग्रेस नहीं चाहती है कि यात्रा सुरक्षित और सफल रहे ताकि आने वाले समय में एक बार फिर यह यात्रा उत्तराखंड की आर्थिकी की रीढ़ बने । लेकिन हमारी सरकार भयमुक्त व सफल चारधाम यात्रा व अन्य यात्राओं के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है । उन्होंने कांग्रेस को सलाह देते हुए कहा, उन्हें जिम्मेदारी से विपक्ष की भूमिका निभानी चाहिए ।

फेसबुक पर लाइव आकर कुल्हाड़ी से हमला कर की व्यक्ति की हत्या, आरोपी गिरफ्तार

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जम्मू-कश्मीर, डोडा जिले के एक गांव से सनसनीखेज खबर सामने आई है। फेसबुक पर लाइव नृशंस हत्या का मामला सामने आया है। सूचना के बाद पहुंची पुलिस ने जांच शुरू की। पुलिस ने हत्यारे को घटना के चार घंटे बाद ही गिरफ्तार कर लिया। जानकारी के अनुसार, डोडा के गांव भलेसा के चौवरी में पत्थर निकालने के विवाद में कुल्हाड़ी से हमला कर एक व्यक्ति की हत्या कर दी गई। मृतक नंदलाल पुत्र राम कृष्ण डोसा गंदोह का रहने वाला था। पुलिस ने आरोपी को चार घंटे में गिरफ्तार कर लिया और जांच शुरू कर दी। डोडा पुलिस के अनुसार, गुंदोह थाने से पता चला कि पवन कुमार निवासी चौवरी गुंदोह ने कुल्हाड़ी से हमला कर नंदलाल की हत्या कर दी है।

वारदात को अंजाम देते वक्त वह फेसबुक पर लाइव था। वारदात को कई लोगों ने लाइव देखा। वारदात में चौवरी गुंदोह निवासी अंजू देवी पत्नी चंद्र प्रकाश गंभीर घायल हो गई। उसे इलाज के लिए डोडा रेफर कर दिया गया है। सूचना पर एसडीपीओ गंडोह आदिल हुसैन और इंस्पेक्टर विक्रम सिंह, एसएचओ पीएस गुंदोह पुलिस के साथ घटनास्थल पर पहुंचे और आरोपी को वन क्षेत्र के गिरफ्तार किया। पुलिस का कहना है कि आरोपी ने खुद को भी कुल्हाड़ी से घायल कर लिया था। थाना गंडोह में आरोपी के खिलाफ धारा 302, 307, 342 के तहत प्राथमिकी दर्ज की है।
पुलिस का कहना है कि प्राथमिक जांच में वारदात पारिवारिक विवाद या दो गुटों में रंजिश की लगती है। क्योंकि, पहले पत्थर निकालने के विवाद को लेकर नोकझोंक हुई, जिसके बाद जानलेवा हमला कर हत्या कर दी गई। हालांकि, पुलिस का कहना है कि पूरी जांच के बाद ही मामले का पूरा खुलासा होगा।

उत्तराखंड के निजी कॉलेजों में पढ़ने वाले छात्रों की छात्रवृत्ति पर इस साल भी अड़ंगा

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देहरादून, उत्तराखंड के निजी कॉलेजों में पढ़ने वाले छात्रों की छात्रवृत्ति पर इस साल भी कॉलेजों की मान्यता व संबद्धता का अड़ंगा लग सकता है। समाज कल्याण विभाग ने पहले ही सभी कॉलेजों को इस बाबत पत्र जारी कर दिया है। उन्हें कहा गया है कि वह समय से अपने संबंधित प्रमाण विभाग में जमा करा दें। दरअसल, वर्ष 2019 में समाज कल्याण विभाग ने यह आदेश जारी किया था कि शैक्षणिक संस्थानों की मान्यता, संबद्धता का प्रमाण पत्र प्राप्त करने के बाद ही छात्रवृत्ति का भुगतान सुनिश्चित किया जाए। इस आदेश से कई कॉलेज अपने प्रमाण पत्र जमा नहीं कर पाए थे और उनके छात्रों को छात्रवृत्ति नहीं मिली थी। इसी आदेश का हवाला देते हुए समाज कल्याण विभाग ने सभी कॉलेजों को पत्र भेजा है।

चिंताजनक बात ये है कि श्रीदेव सुमन विवि के तमाम कॉलेज ऐसे हैं, जिन्हें अभी तक मान्यता का पत्र जारी नहीं हो पाया है। कई साल से उनके मान्यता, संबद्धता के पत्र लटके हुए हैं। एसोसिएशन ऑफ सेल्फ फाइनेंस इंस्टीट्यूट के अध्यक्ष डॉ. सुनील अग्रवाल का कहना है कि कॉलेजों को मान्यता के पत्र जारी नहीं हुए हैं। इस संबंध में जल्द ही अधिकारियों से वार्ता करने के साथ ही राजभवन में राज्यपाल से भी अनुरोध किया जाएगा। पिछले साल भी कॉलेजों की मान्यता व संबद्धता का यह प्रकरण सामने आया था। इस वजह से प्रदेश के 12 हजार से ज्यादा छात्र-छात्राएं छात्रवृत्ति से वंचित रह गए थे। कई कॉलेजों की ओर से समय से यह प्रमाण पत्र उपलब्ध नहीं कराए गए थे।

युवा आत्म निर्भर भारत व विश्वगुरू भारत के लक्ष्यो को प्राप्त करने में समर्पण भाव से कार्य करे  राज्यपाल

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हरिद्वार ( कुलभूषण ) राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह से निद्ध ने शनिवार को हरिद्वार में उत्तराखण्ड संस्कृत विश्वविद्यालय के 10वें दीक्षांत समारोह में बतौर मुख्य अतिथि प्रतिभाग किया। इस अवसर पर उन्होंने विश्वविद्यालय के मेधावी छात्र.छात्राओं को पदक और शोधार्थियों को शोध उपाधियां प्रदान की। दीक्षांत समारोह में राज्यपाल द्वारा पतंजलि विश्वविद्यालय के कुलपति आचार्य बालकृष्ण को आयुर्वेद एवं भारतीय ज्ञान परम्परा के संरक्षण के लिए तथा शिक्षाविद् पद्मश्री डॉ पूनम सूरी को समाज सेवा एवं वैदिक शिक्षा के प्रचार.प्रसार के लिए डीण् लिट की मानद उपाधि प्रदान की गई। राज्यपाल ने इस अवसर पर विश्वविद्यालय की नई शोध पत्रिका देवभूमि जर्नल ऑफ मल्टीडिसीप्लिनरी रिसर्च का भी विमोचन किया।
दीक्षांत समारोह को संबोधित करते हुए राज्यपाल ने पदक एवं उपाधि प्राप्त करने वाले सभी छात्र.छात्राओं एवं उनके अभिभावकों को बधाई एवं शुभकामनाएं दी। उन्होंने उपाधि प्राप्त करने वाले छात्र.छात्राओं से कहा कि आप सभी संस्कृत के प्रचार एवं प्रसार में अपना योगदान दें। उन्होंने कहा कि संस्कृत को पूरे विश्व तक ले जाना आप सभी की जिम्मेदारी है। उन्होंने कहा कि युवा आने वाले 25 वर्ष विकसित भारत आत्मनिर्भर भारत समृद्ध भारत श्रेष्ठ भारत और विश्वगुरू भारत के लक्ष्यों को प्राप्त करने में पूर्ण उत्साह समर्पण और निष्ठा के साथ कार्य करें।
राज्यपाल ने युवाओं का आह्वान किया कि वे अपनी परम्पराओं का संरक्षण करते हुए भारत को  समृद्ध और दुनिया का सर्वश्रेष्ठ राष्ट्र बनाने के महान अभियान का हिस्सा बनें। उन्होंने कहा कि संस्कृत भाषा में उपलब्ध ज्ञान में सभी चुनौतियों का समाधान निहित है। देश की एकता में संस्कृत का महत्वपूर्ण योगदान है। उन्होंने कहा कि संस्कृत हमारी समृद्ध संस्कृति का आधार और भारत की आत्मा की वाणी है। उन्होने कहा कि संस्कृत भाषा भारतीयता की डीएनए है एवं प्राचीन के संरक्षण के साथ नवीन ज्ञान का प्रयोग भी आवश्यक है।
राज्यपाल ने संस्कृत विश्वविद्यालय की उपलब्धियों की प्रशंसा करते हुए संस्कृत के विकास एवं प्रचार.प्रसार के लिए सराहना की। उन्होंने संस्कृत के क्षेत्र में लड़कियों को ज्यादा अवसर व प्रोत्साहन देने पर जोर दिया ताकि संसकृत का ज्ञान प्रत्येक घरों तक पहुंचे। राज्यपाल ने विश्वविद्यालय में 04 शोध पीठों की स्थापना होने पर खुशी जताते हुए इसे विश्वविद्यालय के हित में सराहनीय कदम बताया।
अपने संबोधन में कुलपति प्रोफेसर दिनेश चंद्र शास्त्री ने विश्वविद्यालय की उपलब्धियों भविष्य की योजनाओं और चुनौतियों को विस्तार से सामने रखा। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि उत्तराखंड संस्कृत विश्वविद्यालय को शासन स्तर पर उच्च शिक्षा विभाग के अंतर्गत संचालित किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि संस्कृत विश्वविद्यालय की प्रकृति को देखते हुए यहां पर प्राचीन ज्ञान से संबंधित न्याय वैशेषिक सांख्य मीमांसा वेदांत धर्मशास्त्र और पुराणों आदि से संबंधित उच्च स्तरीय अनुसंधान होना जरूरी है। इसके लिए अपेक्षित संख्या में पद उपलब्ध न होने के कारण चुनौतियां बनी हुई हैं।
दीक्षांत समारोह के आधार संबोधन में केंद्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय नई दिल्ली के कुलपति प्रोफेसर श्रीनिवास बरखेड़ी ने कहा कि संस्कृत विश्वविद्यालयों को भारतीय ज्ञान प्रणाली के उल्लेखनीय केंद्रों के रूप में विकसित होना चाहिए। साथ ही संस्कृत को आधुनिक तकनीकों का प्रयोग करके लोगों तक पहुंचाना चाहिए। उन्होंने उत्तराखंड को ज्ञान की भूमि बताया और कहा कि यहां के छात्रों और शिक्षकों को अपनी मूल परंपरा का संरक्षण करते हुए अंतरविषयी ज्ञान को बढ़ावा देना चाहिए।
दीक्षांत समारोह के समापन से पूर्व कुलसचिव गिरीश कुमार अवस्थी ने धन्यवाद ज्ञापित किया। वरिष्ठ आचार्य प्रोफेसर दिनेश चमोला ने स्नातकों को उपाधि हेतु उपस्थित किया।कार्यक्रम का संचालन डॉ शैलेश तिवारी ने किया।
इस अवसर पर गुरुकुल कांगड़ी विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर सोमदेव शतांशु आयुर्वेद विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर सुनील जोशी उत्तराखंड मुक्त विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर ओम प्रकाश नेगी वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अजय सिंह मुख्य विकास अधिकारी प्रतीक जैन अपर जिलाधिकारी;प्रशासनद्ध पी0एल0 शाह एसडीएम पूरण सिंह राणा एसपी सिटी स्वतंत्र कुमार सिंह एस0एस0 जायसवाल डॉ0 सुशील उपाध्याय सहित अनेक विशिष्ट लोग उपस्थित थे।