Monday, April 28, 2025
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*उत्तराखण्ड श्री अन्न (मिलेट) महोत्सव के तीसरा दिन : पूर्व मुख्यमंत्री भगत सिंह कोश्यारी, डा0 अनिल जोशी ने किया प्रतिभाग

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देहरादून, अंतर्राष्ट्रीय मिलेट वर्ष के उपलक्ष में कृषि विभाग उत्तराखण्ड द्वारा देहरादून में आयोजित उत्तराखण्ड श्री अन्न महोत्सव 2023 के तीसरे दिन कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में महाराष्ट के पूर्व राज्यपाल एवं उत्तराखण्ड के पूर्व मुख्यमंत्री भगत सिंह कोश्यारी तथा विशिष्ट अतिथि के तौर पर पर्यावरणविद डा0 अनिल जोशी ने प्रतिभाग कर शुभांरभ किया। इस अवसर पर महोत्सव में उपस्थित सभी अतिथियों ने मिलेट्स पर आधारित विभिन्न स्टालों का निरीक्षण किया। कृषि मंत्री गणेश जोशी ने सभी अतिथियों का पहाड़ी टोपी, शाल और पुष्पगुच्छ देकर स्वागत किया।

कार्यक्रम के मुख्य अतिथि और प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री भगत सिंह कोश्यारी ने कहा कि मुझे यहां आकर सबसे अच्छा यह लगा कि यहां के स्टॉल बहुत सुन्दर हैं और सभी स्टॉलों पर महिलाओं ने इसका प्रतिनिधित्व किया। उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी का आभार जताया कि उन्होंने इसे श्रीअन्न का नाम दिया। उन्होंने अपने गांव की याद ताजा करते हुए कहा कि बचपन में मुझे गेहूं की रोटी मिलती थी और मेरी बहनों को मड़ूवे की रोटी, जिस कारण मेरा पेट हमेशा ही खराब रहता था और आज भी है। उन्होंने कहा कि यह मातृशक्ति के लिए बहुत ही अच्छा अनाज है और इसके लिए हमारा पहाड़ी क्षेत्र बहुत उपयोगी है। उन्होंने कहा कि माणा और गूंजी में सिर्फ मोटा अनाज ही पैदा होता है। उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र राजभवन में मैंने सिर्फ मड़वे के बिस्कुट अनिवार्य कर दिये थे ताकि सभी को उत्तम स्वास्थ्य मिले। उन्होंने कृषि मंत्री ने अपेक्षा की कि उत्तराखण्ड में भी मड़वे के बिस्कुटों को अनिवार्य किया जाए ताकि इसका प्रचार-प्रसार सहित उत्तम स्वास्थ्य मिल सके। उन्होंने कहा कि आंकड़ों पर बात न करते हुए मैं यह अनुरोध करुंगा कि कृषि और बागवानी की ओर आप सभी को अग्रसर होना चाहिए। उन्होंने कहा कि प्रदेश के किसानों को सशक्त करना हमारी प्राथमिकता होना चाहिए। उन्होंने नया नारा देते हुए कहा कि कौंदा-झिंगौरा खाऐंगे, आत्मनिर्भर उत्तराखण्ड बनाऐंगे।
कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि पद्मश्री एवं पद्मभूषण डा0 अनिल जोशी ने कहा कि उत्तराखण्ड प्रदेश की तरक्की के लिए सिर्फ खेती-बाड़ी ही एक अच्छा साधन है और इसके लिए एक नये सिरे से सोचने की आवश्यकता है। उन्होंने कौंदा-झिंगौरा खाऐगे, पहाड़ी राज्य बनाऐंगे के नोर को दोहराया। उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी का आभार प्रकट करते हुए कहा कि मैं प्रधानमंत्री मोदी का आभार प्रकट करता हॅू कि उन्होंने इसे श्रीअन्न का नाम दिया। उन्होनें कहा कि मिलेट और माइनर फसलों के लिए उत्तराखण्ड विश्व स्तर पर प्रख्यात है। उन्होंने कहा कि जापान वाले भी मानते हैं कि उत्तराखण्ड का मोटा अनाज बेबी फुड के लिए अत्यधिक फायदेमंद है क्योंकि इसमें प्रचुर मात्रा में केल्शियम है। उन्होंने कृषि मंत्री को कार्यक्रम के लिए बधाई दी।कृषि मंत्री गणेश जोशी ने अपने संबोधन में कहा श्री अन्न उत्तराखंड की परंपरागत खेती में है। श्री अन्न स्वास्थ्य की दृष्टि से इतना लाभदायक है कि जो कभी गरीबों का खाद्यान्न हुआ करता था, आज अमीरों की थाली में शामिल हो गया है। जोशी ने कहा श्री अन्न के प्रोत्साहन और उसके प्रचार-प्रसार के लिए प्रदेश के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के नेतृत्व में लगातार विशेष प्रयास किए जा रहे हैं। राज्य में स्टेट मिलेट मिशन के अंतर्गत 73 करोड़ रूपए की बजट में प्रावधान किया गया है। कृषि मंत्री ने मडुंवा, झिंगौरा जैसी फसलों को पर्वतीय क्षेत्रों में बढ़ावा देकर कृषकों की आर्थिक स्थिति में सुधार के लिए भी विभाग के संकल्प को दोहराया।
इस अवसर पर कृषि निदेशक गौरीशंकर, ग्राम्य विकास आयुक्त आनन्द स्वरुप, जिला पंचायत उपाध्यक्ष दीपक पुण्डीर, आदित्य चौहान, जोगेन्द्र पुण्डीर ज्योति कोटिया, वीर सिंह, प्रदीप पाण्डे, विवके उपाध्याय, मोहम्मद असलम, अपर निदेशक केसी पाठक, संयुक्त निदेशक दिनेश कुमार, जैविक उत्पाद परिषद के एमडी विनय कुमार सहित कई अन्य अधिकारी एवं प्रदेश के सभी जनपदों से आये हुए कृषक भाई-बहन उपस्थित रहे।

 

 

श्रीअन्न महोत्सव में जौनसारी लोकगायिका रेशमा शाह ने “ले भुजी जाला ले चूड़ा “जैसे गीतों ने बांधा समां

देहरादून, उत्तराखण्ड श्रीअन्न महोत्सव के तीसरे दिवस को आयोजित सांस्कृतिक संध्या में केन्द्रीय रक्षा राज्य मंत्री अजय भट्ट ने बतौर मुख्य अतिथि शिरकत की और सभी लोक गायकों और कलाकारों को स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया। श्री अन्न महोत्सव में गुराँस सांस्कृतिक कला केंद्र देहरादून गोरखली सुधार सभा के टीम ने प्रसिद्ध लोक नृत्य “नृत्यशाला” की प्रस्तुति और रेशमा शाह के “ले भूजी जाला ले चूड़ा ” जैसे गीतों का उपस्थित लोगों ने जमकर लुफ्त उठाया।
दीप प्रज्जवलन के बाद जनसमूह को सम्बोधित करते हुए केन्द्रीय मंत्री ने कहा कि ये बहुत बड़ी बात है जो श्री अन्न की बात यहां चल रही है, पूरी देश को एक श्री अन्न के बारे में जानकारी हुई है तो वो मोदी जी की वजह से हुआ। उन्होंने कहा मोटे अनाज को कभी गरीबों का भोजन कहा जाता था, लेकिन जब सबको पता चला इसके कई स्वास्थ्य को देखते हुए आज अमीरों की थाली का हिस्सा बन गया है। श्री अन्न को आर्मी में 25 प्रतिशत अनिवार्य कर दिया गया है। केन्द्रीय मंत्री ने आहवान किया कि जो अपने घरों को छोड़कर बाहर नौकरी कर रहे है, वे अपने गांव लोटें और मोटे अनाज की पैदावार बढ़ाने को लेकर कार्य करें। मंत्री ने सभी से श्री अन्न को अपने भोजन में शामिल करने का आग्रह भी किया। केन्द्रीय मंत्री ने कार्यक्रम के आयोजन के लिए कृषि मंत्री गणेश जोशी को बधाई भी दी।

विधायक ने सुनी क्षेत्र की समस्याएं, समस्याओं का हर संभव होगा निराकरण

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रुद्रप्रयाग–विकासखण्ड अगस्त्यमुनि के तल्लानागपुर क्षेत्र के चोपता में केदारनाथ विधायक शैलारानी रावत ने स्थानीय जनप्रतिनिधियों एवं जनता के साथ क्षेत्रीय जन समस्याओं के संबंध में बैठक की। इस दौरान विधायक ने क्षेत्रीय जनता द्वारा उनके सामने रखी समस्याओं का हर संभव निराकरण का आश्वासन दिया।
सतेराख़ाल-चोपता भाजपा मण्डल के अध्यक्ष त्रिलोचन भट्ट ने क्षेत्रीय समस्याओं से संबधित प्रस्ताव पत्रों को विधायक के सामने रखा। बैठक में पॉलिटेक्निक संस्थान चोपता के नव निर्माण का मुद्धा प्रमुखता से छैत्रीय जनप्रतिनिधियों द्वारा उठाया गया।
व्यापार संघ चोपता के अध्यक्ष योगम्बर कुनियाल, व ग्राम सभा कुंडा दानकोट के प्रधान सुरजीत राज, पूर्व कैप्टन दलबीर राणा,जीत सिंह मेवाल ने पॉलिटेक्निक संस्थान के निर्माण कार्य मैं जो रुकावटें आ रही हैं उन दिक्कतों को विधायिका को अवगत कराते हुए, कहां कि इस संस्थान से सभी स्थानीय या अन्य सभी छात्र पॉलिटेक्निक कोर्स करके सभी का भविष्य उज्जवल होगा यह शिक्षा का संस्थान है इसलिए इस संस्थान का निर्माण कार्य होना बहुत जरूरी है
केदारनाथ विधायक शैलारानी रावत ने क्षेत्र की सभी समस्याओं, जन मुद्दों को सुनते हुए कहा, उनका सदैव प्रयास रहा है कि उनकी विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत पूरे क्षेत्र का विकास हो इस पॉलिटेक्निक संस्थान पर निर्माण कार्य मैं जो रुकावटें आ रही हैं उन सभी बिंदुओं पर जांच की जा रही है और सरकार के द्वारा निरंतर प्रयास किया जा रहा है कि जल्द से जल्द इस पॉलिटेक्निक संस्थान का निर्माण कार्य शुरू कराया जाएगा, इसके तत्पश्चात इस क्षेत्र में डिग्री कॉलेज का मुद्दा भी कई सालों से बना हुआ है सभी क्षेत्रीय बच्चों को कॉलेज की पढ़ाई करने के लिए दूर जाना पड़ता है जमीन चयनित करके डिग्री कॉलेज की समस्या को भी दूर किया जाएगा
रुद्रप्रयाग से मोहनखाल के बीच की इस रोड का भी नवीनीकरण कराया जाएगा रोड की स्थिति दयनीय है जगह जगह गड्ढों की स्थिति बनी हुई है। उन्होने अवगत कराया कि सब कुछ ठीक ठाक रहा तो जल्द ही सरकार के द्वारा कार्तिक स्वामी मंदिर को पांचवें धाम के रूप में पहचान मिलेगी। जल्द ही कार्तिक स्वामी मंदिर को भव्य रूप दिया जाएगा जिससे देश विदेश के लोग भगवान कार्तिक स्वामी के दर्शन करने आएंगे स्थानीय लोगों को रोजगार के अवसर प्राप्त होंगे, साथ ही यह क्षेत्र पर्यटन स्थल के रूप में विकसित हो पायेगा।, बैठक का संचालन ग्राम प्रधान मयकोटी अमित प्रदाली ने किया।
इस अवसर पर, लक्ष्मण बर्तवाल्, हिम्मत सिंह रावत, क्षेत्र पंचायत सदस्य अर्जुन नेगी, सह सोशल मीडिया प्रभारी भाजपा रुद्रप्रयाग मानेंद्र कुमार, प्रधान दिलीप राणा, पंचम नेगी, रामेश्वर सेमवाल, मुरली टम्टा, राकेश रावत, महेंद्र नेगी,प्रताप सिंह मेवाल, प्रेम नेगी, आदि क्षेत्रीय सभी वरिष्ठ जन, बड़े बुजुर्ग माताएं बहने उपस्थित रहे

35 छात्राओं को दिखाई द केरला स्टोरी फ़िल्म मुस्कुराया इंडिया संस्था की ओर से अब तक 80 छात्राओं को दिखाई गई  फ़िल्म

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सितारगंज। टीम मुस्कुराया इंडिया की ओर से 35 छात्राओं को द केरल स्टोरी  मुफ्त में दिखाई गई। संस्था अब तक 80 छात्राओं को यह फ़िल्म दिखा चुकी है। सभी छात्राओं को बस से रुद्रपुर ले जाकर यह फ़िल्म दिखाई गई।
हाल ही में रिलीज हुई फिल्म द केरला स्टोरी में प्रस्तुत कहानी का व्यापक स्तर पर प्रचार प्रसार होना बेहद जरूरी है। केरल की वास्तविकता पर आधारित इस कहानी को देश की हर बहन बेटी को अवश्य देखना चाहिए। जिससे वह अपने साथ होने वाले किसी धोखे से पहले ही सतर्क रह सकें। ये बातें मुस्कुराएगा इंडिया के संयोजक एवम भाजपा नेता दयानंद तिवारी ने कहीं। उन्होंने कहा कि उनकी टीम द्वारा निर्णय लिया गया है कि जो भी बहने इस फिल्म को देखना चाहती हैं उन्हें टीम द्वारा निःशुल्क टिकट उपलब्ध कराए जाएंगे। उन्होंने बताया की फिल्म में जिस तरह चार छात्राएं केरल के कासरगोड में एक नर्सिंग स्कूल में एडमिशन लेती हैं, जिसमें शालिनी अपनी रूममेट्स गीतांजलि (सिद्धि इदनानी), निमाह (योगिता बिहानी) और आसिफा (सोनिया बलानी) के साथ एक रूम शेयर करते हुए गहरी दोस्त बन जाती हैं। शालिनी, गीतांजलि और निमाह आसिफा के खौफनाक इरादों से पूरी तरह नावाकिफ है।
असल में आसिफा के पास अपने रूममेट्स को अपने परिवार और धर्म से दूर ले जाकर और इस्लाम में परिवर्तित करने का एक गुप्त एजेंडा है। इसके लिए वो अपने दो नकली भाइयों का सहारा लेती है और ऐसा जाल बिछाती है कि लड़कियों को कट्टरपंथी बनाया जाए। उन्होंने सभी बहनों से अपने आस पास के वातावरण के प्रति सजग रहने की अपील की। वहीं  टीम के सदस्य मोहित बिष्ट ने कहा कि हाईस्कूल से इंटर तक की सभी छात्राओं के लिए यह फिल्म देखना ज्यादा जरूरी है। उम्र के इस पड़ाव पर ही व्यक्ति को मानसिक परिपक्वता की सबसे अधिक जरूरत होती है। उन्होंने कहा की हमारे धर्म में इस तरह के क्रिया कलाप नहीं होते। जिस वजह से हमारी बहनों को ऐसे मामलों की समझ भी नही होती। जिसका उदाहरण इस फिल्म में स्पष्ट है। जिस तरह फिल्म में शालिनी को अपने प्यार के जाल में फंसाने वाला रमीज उसे गर्भवती कर देता है और समाज का डर दिखाकर शालिनी से इस्लाम क़ुबूल कराया जाता है, किसी अनजान मर्द से निकाह कर भारत छोड़ कर पाकिस्तान और अफगानिस्तान के रास्ते सीरिया भगा दिया जाता है। आगे का सफर शालिनी के लिए और भी भयानक साबित होता है, यहां इंडिया में उसकी दोनों सहेलियों गीतांजलि और निमाह को भी नर्क से गुजरना पड़ता है। जिस तरह के अनेकों मुद्दों को इस फिल्म में दिखाया गया है। उसका उद्देश्य केवल जागरूकता लाना ही है। उन्होंने फिल्म के निर्देशक सुदीप्तो सेन का भी आभार व्यक्त किया को उन्होंने इस तरह सामाजिक जागरूकता को प्राथमिकता दी। इस दौरान राकेश बिष्ट, शोवित बिष्ट, मोहित बिष्ट, अजय कठायत, दीपांशु रावत, सतीश शर्मा, गोविंद सामंत, हरजीत कम्बोज, दीपू बिष्ठ,अंकित दास, विक्रम भण्डारी आदि उपस्थित रहे!

एकल महिलाओं को स्वरोजगार हेतु सस्ती दरों पर दिया जाएगा ऋण ,जल्द कैबिनेट में आएगा प्रस्ताव : रेखा आर्या

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‘महालक्ष्मी किट का भी बढ़ेगा दायरा अब पहले बालक के जन्म पर भी मिलेगी किट’

देहरादून, दून स्थित शासकीय आवास पर महिला सशक्तिकरण एवं बाल विकास विभाग मंत्री रेखा आर्या ने विभागीय अधिकारियों के साथ महत्वपूर्ण विषयों के संबंध में बैठक की। बैठक में मंत्री रेखा आर्या ने विभाग में अभी तक किये जा रहे कार्यो और प्रस्तावित प्रस्तावों की प्रगति रिपोर्ट के बारे में जानकारी प्राप्त की।

कैबिनेट मंत्री ने बताया कि एकल महिला स्वरोजगार योजना की घोषणा में यह निर्णय लिया गया कि अब महिलाओं को स्वरोजगार हेतु बेहद सस्ती दरों पर ऋण उपलब्ध कराया जाएगा जिससे कि वह अपना कोई भी स्वरोजगार शुरू करने के साथ ही अपनी आर्थिकी को मजबूत कर सकें।उन्होंने कहा कि इसका प्रस्ताव बना कर अगली कैबिनेट बैठक में लाने के निर्देश अधिकारियों को दिए गए हैं।

इसके साथ ही आंगनबाड़ी केंद्रों में कार्यरत बहनों,वन स्टॉप सेंटर,महालक्ष्मी किट, सहित कई अन्य विषयों पर विस्तृत चर्चा हुई।मंत्री रेखा आर्या ने कहा कि हमारी आंगनबाड़ी बहने लगतार आंगनबाड़ी केंद्रों में गैस चूल्हे की व्यवस्था होने की बात उठाती रही हैं जिसके लिए आज की बैठक में हमने निर्णय लिया है कि हम इसका भी प्रस्ताव बनाकर मुख्यमंत्री जी के सम्मुख इसे रखेंगे जिससे कि हमारी आंगनबाड़ी बहनों को समस्याओं का सामना ना करना पड़े।

साथ ही उन्होंने कहा कि महालक्ष्मी किट को लेकर लगातार मांग उठती रही है कि जिसप्रकार यह प्रथम लड़की के जन्म पर दिया जाता है ठीक उसी प्रकार यह लड़के के जन्म पर भी दी जाए ऐसे में आज की बैठक में यह भी निर्णय लिया गया कि अब महालक्ष्मी किट लड़कियों के साथ प्रथम जन्मे लड़कों भी दिया जाएगा, जिसका कि जल्द प्रस्ताव बनाकर कैबिनेट में लाया जाएगा ,इसके दिशा निर्देश भी विभागीय अधिकारियों को दिए गए।

इस अवसर पर विभागीय सचिव श्री हरिचंद सेमवाल जी,उपनिदेशक श्री विक्रम सिंह जी,मुख्य परिवीक्षा अधिकारी श्री मोहित चौधरी जी सहित अन्य विभागीय अधिकारी उपस्थित रहे।

अदीश्वर ऑटो राईड इंडिया ने देहरादून में खोला ‘मोटो वॉल्ट’ सुपरबाईक शोरूम

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देहरादून,  अपनी प्रीमियम मोबिलिटी पेशकश का विस्तार करते हुए महावीर ग्रुप की कंपनी अदीश्वर ऑटो राईड इंडिया प्रा. लिमिटेड (एएआरआई) ने अपने नए वेंचर -मोटो वॉल्ट का लॉन्च किया है, जो देहरादून में मल्टी-ब्राण्ड सुपरबाईक फ्रैंचाइज़ है। हर उपभोक्ता को सुपरबाईक का सर्वश्रेष्ठ अनुभव प्रदान करने के लिए देश भर में कई टच-पॉइन्ट्स खोलने की प्रतिबद्धता के तहत कंपनी ने यह घोषणा की है।

यह नया शोरूम 14, ग्राउण्ड फ्लोर, कमला बिज़नेस सेंटर, चकशाहनगर, हरिद्वार रोड़, देहरादून पर स्थित है। शोरूम में मोटो मोरिनी, ज़ोन्टेस और हाल ही में लॉन्च किए गए इंटरनेशनल ब्राण्ड क्यूजे मोटर सहित सुपरबाइकों की ग्लोबल रेंज को डिस्प्ले किया जाएगा। आने वाले समय में एएआरआई ने अपने मल्टी-ब्राण्ड फ्रेंचाइज़ के माध्यम से कई विश्वस्तरीय ब्राण्ड्स पेश करने की योजना बनाई है। इन आउटलेट को इस तरह से डिज़ाइन किया गया है कि यह आधुनिक सेल्स, सर्विस एवं स्पेयर्स सपोर्ट के साथ-साथ परिधानों एवं एक्सेसरीज़ की एक्सक्लुज़िव रेंज को भी प्रदर्शित करेगा।

इस अवसर पर श्री विकास झबख, मैनेजिंग डायरेक्टर, अदीश्वर ऑटो राईड इंडिया ने कहा, ‘‘अदीश्वर ऑटो राईड इंडिया में हम अपने उपभोक्ताओं के साथ मजबूत रिश्तों के माध्यम से उन्हें उत्कृष्ट सेवाएं प्रदान करने के लिए प्रयासरत हैं। इस दिशा में अपनी प्रतिबद्धता को और अधिक मजबूत बनाते हुए, हमें गर्व है कि हम देहरादून में अपनी तरह के पहले मल्टी-ब्राण्ड सुपरबाईक फ्रेंचाइज़- मोटो वॉल्ट का लॉन्च करने जा रहे हैं। यह लॉन्च हमारे उपभोक्ताओं को प्रोडक्ट्स की व्यापक रेंज, सेल्स एवं सर्विस सपोर्ट उपलब्ध कराने की हमारी प्रतिबद्धता को और अधिक सशक्त बनाता है। देश भर में मोटो वॉल्ट शोरूमों के लॉन्च के साथ हम यह सुनिश्चित करना चाहते हैं कि सुपरबाईक प्रेमी विश्वविख्यात ब्राण्ड्स एवं अपने पसंदीदा प्रोडक्ट्स का प्रत्यक्ष अनुभव पा सकें।’’

नई डीलरशिप के उद्घाटन पर बात करते हुए श्रीमति आशा ढॉन्डियाल, डीलर पिं्रसिपल, मोटो वॉल्ट, देहरादून ने कहा, ‘‘मोटो वॉल्ट इंडिया के साथ साझेदारी करते हुए हमें बेहद खुशी का अनुभव हो रहा है। अपने उपभोक्ता-उन्मुख दृष्टिकोण के साथ हम उन्हें प्रीमियम सेल्स एवं सर्विस का सहज अनुभव प्रदान करना चाहते हैं। इसके लिए कंपनी ने मोटो वॉल्ट देहरादून के पेशेवरों को विश्वस्तरीय मानकों के अनुसार प्रशिक्षित किया है, ताकि वे उपभोक्ताओं को स्वामित्व का सर्वश्रेष्ठ अनुभव प्रदान कर सकें।’’

मोटो मोरिनी रेंज में 650 सीसी रेंज में 4 मॉडल्स शामिल हैं, जिनकी शुरूआती कीमत रु 6,89,000 (एक्स-शोरूम, भारत) है। इनमें सीम्मेज़ो रेट्रो स्ट्रीट और स्क्रैम्बलर तथा एक्स-केप 650 और एक्स-केप 650 एक्स शामिल हैं।

ज़ोन्टेस रेंज की शुरूआती कीमत रु 3,15,000 (एक्स-शोरूम, भारत) है और इसमें 350 सीसी कैटेगरी में 5 मॉडल्स शामिल हैं- 350आर, 350एक्स, जीके350, 350टी और 350टी एडीवी।

क्यूजे मोटर रेंज की शुरूआती कीमत 1,99,000 (एक्स-शोरूम, भारत) है और इसमें 250 सीसी कैटेगरी में 4 मॉडल्स शामिल हैं- एसआरसी250, एसआरसी500, एसआरवी300 और एसआरके400।

सरोज द्विवेदी, दुर्गा उप्रेती,चंद्रा आर्या को मिला ‘जिपंस पुरस्कार 2022’

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-आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों ने अपनी समस्याओं को भी उठाया

-संवाद कार्यक्रम में समाज जागरण पर भी दिया जोर

-मुनस्यारी की आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों कर रहे बेहतरीन कार्य

मुनस्यारी, विकास खंड मुनस्यारी की आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों से संवाद कार्यक्रम में ब्लाक की तीन आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों बमनगांव की सरोज द्विवेदी, मदकोट की दुर्गा उप्रेती,जैती की चंद्रा आर्या को जिला पंचायत सदस्य पुरस्कार 2022 से सम्मानित किया गया।
आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों से इस अवसर पर ग्रामीण समाज में रचनात्मक कार्य तथा संस्कार युक्त समाज के निर्माण में अहम भूमिका निभाने का आव्हान किया गया।
विकास खंड सभागार में आयोजित आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों से संवाद कार्यक्रम में ब्लाक के दुरदराज क्षेत्रों में पहुंची आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों ने अपनी समस्याओं को भी जोरदार ढंग से उठाया। उन्होंने कहा कि मंहगाई के इस दौर में उन्हें मानदेय की जगह अब वेतनमान दिया जाना चाहिए।उन्होंने कहा कि टीएचआर का स्वरूप पूर्व की तरह रखने या बच्चों के खाते में रुपए डालने की व्यवस्था की जाय। उन्होंने कहा कि शीत कालीन तथा ग्रीष्म कालीन अवकाश, आंगनबाड़ी गणवेश,मिनी आंगनबाड़ी केंद्र को अपग्रेड करने, बैठक का टीए व डीए देने, पेंशन देने सहित कई मांगों को उठाया।
वर्ष 2022 का वेस्ट आंगनबाड़ी कार्यकत्री के रूप में आंगनबाड़ी केंद्र बमनगांव की कार्यकत्री सरोज द्विवेदी, मदकोट की आंगनबाड़ी कार्यकत्री दुर्गा उप्रेती, मल्ला जैती की आंगनबाड़ी कार्यकत्री चन्द्रा आर्या को जिला पंचायत सदस्य पुरस्कार से सम्मानित किया गया। सम्मान भी विकास खंड की वरिष्ठ आंगनबाड़ी कार्यकत्री अमृता बिष्ट, पार्वती धामी, नंदी कोरंगा ने तीनों सम्मान पाने वाली आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों को शाल ओढ़ाकर सम्मानित किया। का जिला पंचायत सदस्य पुरस्कार से जिला पंचायत सदस्य जगत मर्तोलिया ने बताया कि जिला पंचायत सदस्य सम्मान की घोषणा का आज मूर्तरूप दिया गया। उन्होंने कहा कि कठिन परिस्थितियों तथा अल्प मानदेय के बाद भी आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों द्वारा उल्लेखनीय कार्य किया जा रहा है। इसलिए इस सम्मान की परिपाटी शुरू की गई है।
खंड शिक्षा अधिकारी विनोद सिंह ने बताया कि आंगनबाड़ी केंद्र के बेहतरीन संचालन पर जानकारी दी। कहा कि बच्चों के निर्माण में आंगनबाड़ी केंद्र की अहम भूमिका है। उन्होंने कहा कि बच्चों को खेल खेल में शिक्षा देने वाली पद्धति का विकास किया जाना आवश्यक है। ब्लाक के भीतर चल रही शैक्षिक गतिविधियों के बारे में जानकारी देते हुए ज्ञान वर्धक बातें बताई।
संचालन प्रभारी बाल विकास अधिकारी तुलसी ऐरी ने किया।

खराब नतीजे देने वाले अटल उत्कृष्ट स्कूलों के शिक्षकों पर लटकी कार्रवाई की तलवार

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देहरादून, उत्तराखंड के अटल उत्कृष्ट स्कूलों के शिक्षकों को शासन की ओर से प्रोत्साहन के रूप में पांच साल के लिए अनिवार्य तबादले से छूट दी गई है, लेकिन खराब नतीजे देने वाले शिक्षकों पर कार्रवाई की तलवार लटक गई है। रिजल्ट खराब रहा तो इन स्कूलों के शिक्षकों के पांच साल से पहले ही दुर्गम में तबादले हो सकते हैं। शिक्षा महानिदेशक बंशीधर तिवारी के मुताबिक, खराब रिजल्ट वाले अटल उत्कृष्ट स्कूलों की जांच के आदेश दिए गए हैं। पता किया जा रहा है कि किस वजह से रिजल्ट खराब रहा है। उन्होंने कहा कि यदि शिक्षकों की कार्यशैली में कमी रही होगी तो प्रशासनिक आधार पर कभी भी किसी भी शिक्षक का तबादला किया जा सकता है।

सीबीएसई पैटर्न वाले इन स्कूलों में शिक्षकों की तैनाती को लेकर 23 जुलाई 2021 के शासनादेश में भी कहा गया है कि शिक्षकों, प्रधानाचार्य और कर्मचारियों की पांच साल के लिए इन स्कूलों में तैनाती की गई है। इन शिक्षकों के स्टाफ को अनिवार्य तबादलों से मुक्त रखा गया है, लेकिन इससे पहले भी इनकी तैनाती की तय तिथि समाप्त की जा सकती है। वहीं, इन स्कूलों में तैनाती की अवधि फिर से पांच साल बढ़ाने के लिए शिक्षक का विषय विशेष में परीक्षा परिणाम 90 प्रतिशत या परिषदीय परीक्षा के औसत से अधिक होना चाहिए। इन स्कूलों के प्रधानाचार्य के मामले में भी स्कूल का परीक्षाफल 90 प्रतिशत से अधिक होना चाहिए। परीक्षाफल के साथ ही पीटीए की सहमति से सरकार उनकी तैनाती अवधि को पांच साल बढ़ा सकती है।

उत्तराखण्ड़ की बेटी बनी लखनऊ की मेयर, पैतृक गांव में जश्न

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पौड़ी, यूपी में हुये निकायों के चुनाव में उत्तराखंड़ के पौड़ी गढ़वाल की बेटी सुषमा खर्कवाल राजधानी लखनऊ की मेयर निर्वाचित होने से उनके मायके और ससुराल में खुशी की लहर है। कोटद्वार भाबर में उनके रिश्तेदारों में भी खुशी का माहौल है। वर्तमान में उनके मायके के लोग कोटद्वार के हल्दूखाता भाबर में निवास कर रहे हैं। सुषमा की शादी 1984 में दुगड्डा के कलढुंगा निवासी प्रेमलाल खर्कवाल के साथ हुई। उनका परिवार लंबे समय से लखनऊ में ही रह रहा है। उनके निर्वाचन से यमकेश्वर के भट्टगांव, दुगड्डा के कलढुंगा स्थित ससुराल और कोटद्वार भाबर में खुशी की लहर है। उनके मेयर बनने से दुगड्डा में भी खुशी की लहर है। स्थानीय लोगों का कहना है कि सुषमा खर्कवाल ने गढ़वाल का नाम रोशन कर दिया है।

डीजीपी प्रवीण सूद सीबीआई के नए डायरेक्टर बने, केंद्र सरकार ने लगाई मुहर

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नई दिल्ली, कर्नाटक के डीजीपी प्रवीण सूद को सेंट्रल ब्यूरो ऑफ इन्वेस्टिगेशन के नए डायरेक्टर बनाए गए है। प्रवीण सूद 1986 बैच के अधिकारी है, जिनका नाम सीबीआई डायरेक्टर बनाए जाने की सूची में सबसे आगे था। उन्हें दो वर्ष के लिए इस पद की जिम्मेदारी सौंपी गई है।
बता दें कि वर्तमान में सीबीआई के डायरेक्टर सुबोध कुमार जायसवाल है जिनका कार्यकाल 25 मई को समाप्त होने जा रहा है। संभावना है कि इसी दिन प्रवीण सूद भी अपना पदभार ग्रहण कर सकते है। बता दें कि प्रवीण सूद के नाम पर मुहर लगने से पहले सिलेक्शन कमेटी की बैठक शनिवार को हुई थी। माना जा रहा है कि इस बैठक में तीन नाम फाइनल हुए थे जिसमें डीजीपी सुधीर सक्सेना और सीनियर आईपीएस ताज हासन का नाम शामिल था। वहीं रविवार को प्रवीण सूद के नाम पर मुहर लगी है। कहा जा रहा है कि तीनों में सूद सबसे वरिष्ठ थे।
जानकारी के मुताबिक प्रवीण सूद को दो साल के निश्चित समय के लिए ये टर्म मिला है। उन्हें सीबीआई डायरेक्टर बनाए दाने के बाद उनका कार्यकाल 2025 तक फिक्स हो जाएगा। उन्हें 31 मई 2025 को इस पद से रियाटर किया जाएगा। वैसे सीबीआई के डायरेक्टर का कार्यकाल पांच वर्षों तक बढ़ाया जा सकता है। गौरतलब है कि ये पहला मौका है जब प्रवीण सूद सीबीआई के साथ जुड़ेंगे। अपने इतने लंबे कार्यकाल के दौरान प्रवीण सूद ने सीबीआई के साथ कोई काम नहीं किया है। सीबीआई के डायरेक्टर के पद के लिए नियुक्ति करने का फैसला समिति द्वारा किया जाता है। इस समिति में प्रधानमंत्री, सीजेआई और लोकसभा के नेता प्रतिपक्ष जैसे दिग्गज शामिल होते है। पीएम मोदी की अध्यक्षता वाली उच्च स्तरीय कमेटी ने प्रवीण सूद का नाम तय किया है।

 

कांग्रेस ने कहा था नालायक

बता दें कि कर्नाटक विधानसभा चुनावों से पहले प्रदेश अध्यक्ष डीके शिवकुमार ने कर्नाटक के डीजीपी प्रवीण सूद को लेकर विवादित बयान दिया था। उन्होंने प्रवीण सूद को नालायक कहा था। उन्होंने कहा था की डीजीपी नालायक है जो कि इस पद के लायक नहीं है। उन्होंने आरोप लगाया था कि डीजीपी भाजपा कार्यकर्ता के तौर पर काम करते है, जिनके खिलाफ एफआईआर दर्ज होनी चाहिए।

दून विश्वविद्यालय में सीएम धामी ने किया राष्ट्रीय होम्योपैथिक सम्मेलन ‘होम्योकॉन- 2023’ का शुभारंभ

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देहरादून, मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने दून विश्वविद्यालय, देहरादून में राष्ट्रीय होम्योपैथिक सम्मेलन ‘होम्योकॉन- 2023’ का शुभारंभ किया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने होम्योपैथिक पर बनी डॉक्यूमेंट्री को लॉच किया। होम्योपैथी के क्षेत्र में सराहनीय कार्य करने वाले चिकित्सकों को मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर सम्मानित भी किया। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने होम्योपैथी के जन्मदाता सैमुअल क्रिश्चियन हैनिमैन का स्मरण करते हुए कहा कि उन्होंने होम्योपैथी के रूप में एक ऐसी उपचार पद्धति विकसित की, जो अत्यंत कारगर होने के साथ साथ किफायती भी थी। उन्होंने कहा कि शरीर ही सारे कर्तव्यों को पूर्ण करने का एकमात्र साधन है।

शरीर की रक्षा करना और उसे निरोगी बनाये रखना मनुष्य का सर्वप्रथम कर्तव्य है। यदि मनुष्य निरोगी होगा तो, वह जीवन में सब कुछ कर सकता है। जीवन शैली में तेजी से बदलाव हो रहा है, ऐसे में और भी अधिक आवश्यक हो जाता है कि हम अपने शरीर का जितना हो सके उतना ख्याल रखें। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अथक प्रयासों के कारण ही आज योग, आयुर्वेद और होम्योपैथी पद्धति समेत तमाम प्राचीन भारतीय चिकित्सा पद्धतियां अपना विलुप्त होता वैभव पुनः प्राप्त कर रही हैं। चाहे वो आयुष मंत्रालय का गठन हो या फिर अंतरराष्ट्रीय योग दिवस का आयोजन हो। प्रधानमंत्री की दूरदृष्टि के कारण ही आज पारंपरिक चिकित्सा पद्धति को लोग अपना रहे हैं। भारत में पारम्परिक चिकित्सा प्रणाली को बढावा देने के लिए प्रधानमंत्री ने वर्ष 2014 में पृथक से आयुष मंत्रालय का गठन किया था। राज्य सरकार प्रदेश में आयुष चिकित्सा को मुख्यधारा में लाने के लिए प्रयासरत है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि विश्व स्वास्थ्य संगठन द्वारा होम्योपैथी को विश्व की दूसरी सबसे बड़ी प्रचलित चिकित्सा पद्धति माना गया है। हम सभी ने कोरोना काल में होम्योपैथी की दवाइयों सहित पारंपरिक चिकित्सा के महत्व को बहुत करीब से देखा है, जिसके बाद होम्योपैथी की विश्वभर में स्वीकार्यता बड़ी है। इन सुखद परिणामों के चलते ही नई स्वास्थ्य नीति में होम्योपैथी को एक प्रमुख चिकित्सा पद्धति के रूप में स्थान मिला है। राज्य सरकार देवभूमि को एक महत्वपूर्ण आयुष प्रदेश के रूप में स्थापित करने हेतु कृत संकल्पित है। उन्होंने कहा कि उत्तराखण्ड जैसे विषम भौगोलिक परिस्थिति वाले राज्य में आयुष और विशेष रूप से किफायती और कारगर होने के कारण होमियोपैथी चिकित्सा पद्धति की महत्ता और बढ़ जाती है। उन्होंने आशा व्यक्त की कि इस कार्यशाला में होने वाले विचार-विमर्श एवं चिन्तन से होम्योपैथी के विकास में और अधिक गति मिलेगी।

केन्द्रीय राज्य मंत्री अश्विनी कुमार चौबे ने कहा कि उत्तराखण्ड में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के नेतृत्व में राज्य ने होम्योपैथी और आयुष को तेजी से आगे बढ़ाने का कार्य किया है। उन्होंने कहा कि होम्योपैथी जटिलतम रोगों के निदान का एक कारगर उपाय है। देवभूमि उत्तराखण्ड आयुष की प्रेरक रही है। होम्योपैथी हमारी परंपरागत चिकित्सा पद्धति रही है। होम्योपैथी पर अधिक से अधिक अनुसंधान होने चाहिए। उन्होंने कहा कि आयुष और योग के क्षेत्र में भी भारत की वैश्विक स्तर पर अलग पहचान है। इनको हमें अधिक से अधिक बढ़ावा देना होगा।

इस अवसर पर सचिव आयुष एवं आयुष शिक्षा डॉ. पंकज कुमार पाण्डेय, कुलपति दून विश्वविद्यालय प्रो. सुरेखा डंगवाल, निदेशक होम्योपैथिक डॉ. जे.एल. फिरमाल, डॉ. रामजी सिंह, डॉ. नितीष दुबे, डॉ. जसवंत पाटिल एवं होम्योपैथी से जुड़े चिकित्सक उपस्थित थे।