Monday, June 9, 2025
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नेता प्रतिपक्ष के नेतृत्व में सीएम धामी से मिले बाजपुर के किसान जनप्रतिनिधि व चीनी मिल के श्रमिक

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देहरादून, मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से गुरूवार को मुख्यमंत्री कैम्प कार्यालय में नेता प्रतिपक्ष श्री यशपाल आर्य के नेतृत्व में बाजपुर के किसान जनप्रतिनिधि व चीनी मिल के श्रमिकों के एक प्रतिनिधि मंडल ने भेंट की। उन्होंने मुख्यमंत्री से बाजपुर चीनी मिल की सह ईकाई असवानी को लीज रेंट/पीपीपी मोड पर न दिये जाने का अनुरोध किया एवं इस सबंध में ज्ञापन भी दिया।

मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि बाजपुर चीनी मिल की सह ईकाई असवानी को लीज/ रेंट/पीपीपी मोड पर दिये जाने से पूर्व किसानों के हितों को लेकर सभी पहलुओं को ध्यान में रखा जायेगा। इसका पूरा परीक्षण करने के बाद आगे की कार्यवाही की जायेगी। उन्होंने कहा कि सरकार किसानों की आय में बढ़ाने के लिए निरन्तर प्रयासरत है। किसानों के सभी हितों को ध्यान में रखते हुए निर्णय लिये जा रहे हैं।

 

सांख्यिकीविद प्रशांत चंद्र महालनोबिस के 130 वें जन्मदिवस पर मनाया गया 17वां सांख्यिकी दिवस

अल्मोड़ा, विकास भवन स्थित जिला अर्थ एवं संख्या अधिकारी कार्यालय में आज सांख्यिकीविद प्रशांत चंद्र महालनोबिस के 130 वे जन्मदिवस पर 17 वां सांख्यिकी दिवस मनाया गया। सर्वप्रथम अर्थ एवं संख्या अधिकारी द्वारा पीसी महालनोविस की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर द्वीप प्रज्वलित किया गया। तत्पश्चात गोष्ठी का प्रारंभ करते हुए उदित कुमार वर्मा, अपर सांख्यिकी अधिकारी द्वारा पीसी महालनोविस के जीवन परिचय पर प्रकाश डाला गया। जिला अर्थ एवं संख्या अधिकारी रेनू भंडारी द्वारा देश के आर्थिक विकास तथा तकनीकी के क्षेत्र में पीसी महालनोविस द्वारा दिए गए योगदान तथा अर्थ एवं संख्या विभाग द्वारा देश प्रदेश के विकास हेतु किए जा रहे सर्वेक्षण एवं आंकड़ों की महत्ता से अवगत कराया गया। शासन द्वारा इस वर्ष सांख्यिकी दिवस के अवसर पर ” एलाइनमेंट ऑफ स्टेट इंडिकेटर फ्रेमवर्क विद नेशनल इंडिकेटर फ्रेमवर्क फॉर मॉनिटरिंग सस्टेनेबल डेवलपमेंट गोल” विषय पर विचार विमर्श किए जाने हेतु निर्देशित किया गया था। जिसके अनुपालन में आज कार्यालय में विचार गोष्ठी का आयोजन किया गया ।
इस अवसर पर सर्वेक्षक रमेश चंद्र, दयाकृष्ण परगई समेत अन्य स्टाफ उपस्थित रहे।

 

पंडित उदय भवालकर के धुप्रदगायन से शुरू होगा तीन दिवसीय अल्मोड़ा लिट्रेचर फैस्टिवल

अल्मोडा़, तीन दिवसीय अल्मोड़ा लिट्रेचर फैस्टिवल कार्यक्रम का शुभारंभ पं. उदय भवालकर के धुप्रदगायन से किया जायेगा। उद्घाटन समारोह के मुख्य अतिथि उत्तराखंड सेवा निधि के निदेशक पद्म श्री डा. ललित पांडे होंगे, 30 जून से शुरू होने वाले इस तीन दिवसीय फेस्टिवल के प्रथम सत्र में “पर्यावरण संरक्षण में साहित्य का योगदान “पर डा. ललित पाँडे, रीमा पंत के साथ वसुधा पंत की परिचर्चा होगी। पुस्तक लोकार्पण सत्र में प्रो. क्वीनीप्रधान की पुस्तक लोकार्पण के साथ लेखक की डा. ओ. सी. हान्डा के साथ चर्चा होगी। “कथा और कथेतर”में कितने दूर कितने पास हिंदी साहित्य व कविता सत्र में डा. साधना अग्रवाल, कृष्णा कल्पित, की अनिल कार्की के परिचर्चा होगी। “आपदा या अवसर”विषय पर दिनेश काँडपाल, रमेश भट्ट, कुल्सुम तल्लहा, की आशुतोष पंत के साथ वार्ता होगी। फोटोग्राफी इन हिमालिया “पर फोटो प्रर्दशनी का लोकार्पण के साथ प्रतिभागियों के साथ वार्ता होगी। पुलिस महा निर्देशक अशोक कुमार की पुस्तक “साईवर इनकाउंटर”पर अशोक कुमार, व ओ. पी. मंनचंददा लेखक के परिपेक्ष में उच्च न्यायालय नैनीताल की वरिष्ठ अधिवक्ता ममता बिष्ट के साथ वार्ता होगें इसके साथ साथ ठुमरी इन हिल सम्राट पंडित, के साथ हिमांशु बाजपेयी दास्तानगोई की प्राचीन कला के माध्यम से 1925 की काकोरी काँड को जीवंत करेंगे। कार्यक्रम आयोजन समिति की तरफ से संस्था की सचिव डा. वसुधा पंत व मीडिया सैल प्रभारी, संजय अग्रवाल, आयोजन समिति के विनायक पंत, मनोजगुप्ता, कल्याण मनकोटी, भूपेन्द्र सिंह वल्दिया, डा. दीपा गुप्ता, जय मित्र सिंह बिष्ट, राजेश बिष्ट, आदि ने अधिक से भागीदारी की अपील की है।

 

सुशासन गरीब कल्याण के 9 वर्ष पूरे होने पर भाजपा कार्यकर्ताओं ने चलाया महा जनसंपर्क अभियान

अल्मोड़ा, भारतीय जनता पार्टी जनपद अल्मोड़ा में जिलाध्यक्ष के नेतृत्व मे मोदी जी के सुशासन गरीब कल्याण के 9 वर्ष पूरे होने पर आज महा जनसंपर्क अभियान के तहत अल्मोड़ा नगर के बाजार का भ्रमण किया गया और आम जनमानस से मोदी जी के समर्थन में 90909 02024 मैं कॉल करा कर समर्थन करने के लिए अपील की 30 मई से 30 जून तक चल रहे अभियान के तहत बाजार भ्रमण किया गया जिसमें मोदी सरकार द्वारा 9वर्ष में किए गए विकास कार्यों की विशेष जानकारी दी गई। जिसके अंतर्गत पीएम गरीब कल्याण योजना के माध्यम से 80 करोड से अधिक लोगों को मुफ्त में राशन उपलब्ध कराया जा रहा है।किसान सम्मान निधि के माध्यम से देश के 11 करोड़ से अधिक किसानों को किसान सम्मान निधी के माध्यम से वार्षिक ₹6000-00 वार्षिक दिया जा रहा है।उज्जवला योजना के माध्यम से 10 करोड़ से अधिक लोगों को उज्जवला गैस के कनेक्शन दिए गए हैं। तथा प्रधानमंत्री आवास योजना के अंतर्गत बेघरों को आवास देने का काम निरंतर किया जा रहा है मोदी सरकार में एम्स की संख्या में देखने की वृद्धि की गई है तथा आयुष्मान भारत योजना के अंतर्गत 24 करोड़ से अधिक स्वास्थ्य बीमा कार्ड जारी किए गए हैं देशभर में 220 करोड़ से अधिक कोविड वैक्सीन आज तक लगाई जा चुकी है सड़क परिवहन और राजमार्ग के बजट में 500% की वृद्धि की गई जिससे पूरे देश में सड़कों का जाल बीछा पाया हैं । प्रत्येक दुकान में जाकर मोदी जी के समर्थन की अपील की जनसंपर्क कार्यक्रम में जिलाध्यक्ष रमेश बहुगुणा जी के नेतृत्व में प्रदेश उपाध्यक्ष व पूर्व विधायक कैलाश शर्मा,पूर्व उत्तराखन्ड सरकार मे विधानसभा उपाध्यक्ष रघुनाथ सिंह चौहान,पूर्व दर्जा राज्य मंत्री गोविन्द पिलख्वाल,प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य व पूर्व जिलाध्यक्ष रवि रौतेला, पूर्व जिलाध्यक्ष अरविंद बिष्ट वरिष्ठ नेता रणजीत सिंह भंडारी,जिला उपाध्यक्ष कैलाश गुरुरानी,बीना नयाल,मीना भैसोडा़,जिला महामंत्री धर्मेन्द्र बिष्ट,जिला मंत्री महेश बिष्ट,देवाशीष नेगी,मिडिया प्रभारी राजेन्द्र बिष्ट,आई टी शैल के जिला संयोजक गोविन्द मटेला, जिला कोषाध्यक्ष मनोज वर्मा सह प्रभारी जगत तिवारी ,नगरध्यक्ष अमित साह मोनू, मनोज जोशी मनीष जोशी अर्जुन बिष्ट महिला मोर्चा की जिला अध्यक्ष लीला बोरा,महिला मोर्चा की जिला उपाध्यक्ष तारा जीना,महिला मोर्चा की नगर अध्यक्ष भावना तिवारी लता पांडे नीमा आर्य निर्मला जोशी युवामोर्चा के जिला महामंत्री प्रकाश बिष्ट,युवा मोर्चा नगर अध्यक्ष चंदन बहुगुणा,नगर उपाध्यक्ष जगत भट्ट,आशीष गुरुरानी,नमन गुरुरानी,ओबीसी मोर्चा के प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य अजय वर्मा, ओबीसी मोर्चा के पूर्व प्रदेश महामंत्री अजय वर्मा,आशीष कुमार,अल्पसंख्यक मोर्चा के जिला सोशल मिडिया प्रभारी सलमान अंसारी,तस्लीम अंसारी कंचन कुमार,धर्मवीर आर्य आनंद कनवाल,नरेंद्र सिंह बिष्ट,भुवन वर्मा,रमेश मेर,आदि उपस्थित थे।

 

जैविक कृषि को प्रोत्साहित करेगी पीएम प्रणाम योजना : भट्ट

देहरादून, भाजपा ने पीएम प्रणाम योजना को किसान और खेती किसानी के लिए क्रांतिकारी बदलाव लाने वाला बताते हुए कहा कि यह योजना धरती की सेहत के लिए रिटर्न गिफ्ट और राज्य की जैविक कृषि को प्रोत्साहित करेगी।

प्रदेश भाजपा अध्यक्ष श्री महेंद्र भट्ट ने कहा कि 3.70 लाख करोड़ की इस योजना को मंजूरी देकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कृषि भूमि व कृषकों को बड़ी सौगात देने का काम किया है । उन्होंने कहा कि पीएम प्रणाम योजना का मकसद वैकल्पिक उर्वरकों को बढ़ावा देना और रासायनिक उर्वरकों के प्रयोग को कम करना हैं ।

श्री भट्ट ने पीएम प्रणाम योजना को उत्तराखंड की कृषि के परिप्रेक्ष्य में भी बेहद लाभकारी बताया । उन्होंने कहा कि इस योजना में यूरिया पर निर्भरता को जैविक खाद में बदलने वाले राज्य कि बची सब्सिडी उन्हे अलग से देने का प्रावधान किया गया हैं । इसी तरह गोबर संयंत्रों व अन्य माध्यमों से जैविक खाद को बढ़ावा देने के लिए 1,451 करोड़ रुपये की सब्सिडी के परिव्यय का भी अधिक से अधिक लाभ राज्य लेने का प्रयास करेगा । लिहाजा राज्य में भाजपा सरकार की जैविक कृषि को बढ़ावा देने की नीति और पारंपरिक खेती में वृद्धि की संभावनाओं को इस योजना से जबरदस्त लाभ मिलना तय है । चूंकि आने वाला समय ऑर्गेनिक खेती का है, ऐसे में आने वाले समय में हमारा इस क्षेत्र में देश का नेतृत्व करना तय है ।
उन्होंने बताया कि इस योजना के तहत मौजूदा यूरिया सब्सिडी योजना को मार्च 2025 तक जारी रखने का भी फैसला किया गया है । साथ ही मिट्टी में सल्फर की कमी को दूर करने के लिए पहली बार देश में सल्फर-लेपित यूरिया पेश करने का निर्णय भी ऐतिहासिक साबित होगा । इस योजना के तहत प्राकृतिक व ऑर्गेनिक खेती, वैकल्पिक फर्टिलाइजर, नैनो फर्टिलाइजर और जैव फर्टिलाइजर को बढ़ावा देने से हमारी धरती माता की उर्वरता को बहाल करने में मदद मिलेगी। मोदी सरकार ने बजट में वैकल्पिक फर्टिलाइजर और रासायनिक फर्टिलाइजर के संतुलित उपयोग को बढ़ावा देने और राज्यों को प्रोत्साहित करने के लिए PM PRANAM योजना के अपने वादे को शुरू किया है।

श्री भट्ट ने पीएम मोदी का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि यह योजना सर्वोत्कृष्ट उदाहरण है कि कैसे किसी सरकारी योजना से तात्कालिक लाभ के साथ साथ भविष्य की संभावनाओं को भी बेहतर किया जा सकता है । इस योजना में धरती की पुनर्स्थापना, जागरूकता, सृजन, पोषण और सुधार के लिए कार्यक्रम आदि विषयों से ही “पीएम-प्रणाम” की सार्थकता स्पष्ट हो जाती है । उन्होंने विश्वास जताया कि इस योजना और जनसहभागिता से हम प्रदेश में भी मिट्टी को बचाने और उर्वरकों के निरंतर संतुलित उपयोग की दिशा में तेजी से आगे बढ़ेंगे ।

फिल्म ‘मोती बाग’ उत्तराखंड के तेजी से खाली हो रहे गांवों की चिंताओं को करती है प्रदर्शित

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दून पुस्तकालय एवं शोध केंद्र में फ़िल्म ‘मोतीबाग’ का प्रदर्शन

देहरादून, दून लाइब्रेरी एवं रिसर्च सेंटर के सभागार में पुरस्कार विजेता वृत्तचित्र ‘मोती बाग’ का दर्शकों के लिए प्रदर्शन किया गया। मोती बाग हिन्दी फ़िल्म की अवधि एक घण्टे के करीब थी।
मोती बाग दअरसल 83 वर्षीय बुजुर्ग किसान विद्यादत्त शर्मा के खेती-पाती वाले जीवन कहानी है। अपनी जमीन पर वे विशाल आकार की मूली उगाते हैं। उन्हें कविता लिखने का भी शौक है। शर्मा उत्तराखंड के पौडी गढ़वाल क्षेत्र के संगुड़ा गांव में रहते हैं। खेती को वह एक जुनून मानते हैं और इसे एक कठिन परिश्रम के रूप में देखते हैं। विद्यादत्त ने अपनी जड़ों से जुड़े रहने और अपनी पारिवारिक ज़मीन की देखभाल के लिए अपनी सरकारी नौकरी छोड़ दी और गांव में ही रहने की ठान ली।
कुल मिलाकर ‘मोती बाग’ उत्तराखंड के तेजी से खाली हो रहे गांवों की चिंताओं को प्रदर्शित करती है, यहां के निवासी अपने रोजी-रोटी की तलाश में राज्य के भीतर बड़े शहरों और राज्य से बाहर दूर शहरों में चले जाते हैं। यहां के गाँव भुतहा बस्तियाँ बनती जा रही हैं। इन गावों में अधिकांशतः बुजुर्ग ही रह रहे हैं।

फिल्म निर्माता ने यह सुनिश्चित करने के लिए काम किया कि एक आम आदमी की कहानी जिसे अन्य लोग बड़ी आसानी से बिसरा देते हैं, उसे एक बड़े मंच पर लाया जाना चाहिए। निर्मल चंदर टिप्पणी करते हुए कहते हैं, “हम प्रमुख हस्तियों के बारे में बहुत सारी फिल्में देखते हैं, लेकिन ऐसे कई लोग हैं जिनके समृद्ध योगदान पर किसी भी तरह से ध्यान नहीं दिया जाता है। इस फिल्म के माध्यम से, मैंने अपने चाचा विद्यादत्त जी की इसी सक्रियता, ताकत और जुनून को गहराई से चित्रित करने की कोशिश की है।उनका यह एक सुंदर, हास्य और कलात्मकता से भरा प्यारा चरित्र है, मुझे यकीन है कि सभी को यह पसंद आएगा।”

उल्लेखनीय है कि यह फिल्म पीएसबीटी की सहायता से बनाई गई थी और केरल के अंतर्राष्ट्रीय वृत्तचित्र और लघु फिल्म महोत्सव (आईडीएसएफएफके) में इसने सर्वश्रेष्ठ लॉन्ग डॉक्यूमेंटा पुरस्कार जीता था। इससे 92वें अकादमी पुरस्कार – अर्थात् ऑस्कर – में सीधे ही इस फ़िल्म का प्रवेश सुनिश्चित हो गया। फ़िल्म के बारे में शाश्वती तालुकदार ने परिचय भी दिया। खचाखच भरे सभागार में
फ़िल्म प्रदर्शन के दौरान अतुल शर्मा,निकोलस हॉफ़लैंड,गणेश खुगसाल गणि,मनीष ओली,सुंदर बिष्ट,अजय शर्मा,अरुण असफल, जगदीश सिंह महर,आशीष गर्ग, सुरेंद्र सजवाण, हेमा, देहरादून शहर के अनेक फ़िल्म प्रेमी, फिल्मकार, साहित्यकार, बुद्धिजीवी युवा पाठक सहित अनेक लोग उपस्थित रहे।

निर्देशक के बारे में :

निर्मल चन्द्र डंडरियाल एक स्वतंत्र फिल्म निर्माता और एक कुशल संपादक, निर्देशक और लेखक हैं। उन्हें उनकी फिल्मों ड्रीमिंग ताज महल (2010), और मोती बाग (2019) के लिए जाना जाता है।
निर्मल चंद्र ने फिल्म में ‘मदर टेरेसा का पहला प्यार’ वृत्तचित्र के लिए एक सहयोगी निर्देशक और संपादक के रूप में शुरुआत की। उनकी अन्य वृत्तचित्रों में फ्रॉम डस्ट, इट्स क्रिकेट, नो?, व्हाई नॉट, सेलिंग चिल्ड्रेन, सत्यार्थी और अन्य शामिल हैं। उनकी 2008 की डॉक्यूमेंट्री ‘ऑल द वर्ल्ड्स ए स्टेज’ – गुजरात के सिद्दी समुदाय के सिदी गोमा नामक प्रदर्शन समूह के बारे में है। इनकी डॉक्यूमेंट्री ‘ड्रीमिंग ताज महल’ की शूटिंग बतौर सदस्य पाकिस्तान यात्रा के दौरान की गई थी।
भारत-पाक श्रृंखला के दौरान टेन स्पोर्ट्स टीवी टीम में वहां उसकी मुलाकात एक युवा हैदर से हुई
पाकिस्तानी व्यक्ति जिसने ताज महल देखने का सपना देखा था लेकिन भारतीय वीज़ा पाने के असंभव संघर्ष में फंस गया। उन्होंने फिल्म की शूटिंग अचानक कर दी। इसने 60वें राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार में दो राष्ट्रीय पुरस्कार जीते। उन्होंने ग़ज़ल साम्राज्ञी बेगम अख्तर पर एक डॉक्यूमेंट्री भी बनाई है। ‘ज़िक्र उस बदलाव का’, जो संगीत नाटक अकादमी द्वारा निर्मित थी; जिसने उन्हें सर्वश्रेष्ठ ऐतिहासिक पुनर्निर्माण/संकलन फिल्म के लिए तीसरा राष्ट्रीय पुरस्कार दिलाया। अपने चाचा विद्यादत्त शर्मा की कहानी से प्रेरित होकर, निर्मल चन्द्र ने मोतीबाग फिल्म बनाने का फैसला किया
जिसने सर्वश्रेष्ठ पुरस्कार जीता
निर्मल चंद्र डंडरियाल का विवाह संपादक-फिल्म निर्माता और वृत्तचित्र के क्षेत्र में लाइफटाइम अचीवमेंट पुरस्कार विजेता रीना मोहन से हुआ है, जिन्होंने 10 वृत्तचित्र बनाए हैं और 50 से अधिक फिल्मों का संपादन किया है।

वन विभाग और प्रशासन से खफ़ा हुए पंचायत प्रतिनिधि, आंदोलन की दी धमकी

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सोमवार को मिलेंगे डीएम से, वन पंचायत सरमोली जैती का मामला

पिथौरागढ़ (मुनस्यारी), वन पंचायत सरमोली जैती में हुई गंभीर अनियमितताओं की जांच की फाइल प्रशासन तथा वन विभाग ने दबा दी है। इससे नाराज क्षेत्र के पंचायत प्रतिनिधियों ने प्रशासन तथा वन विभाग के खिलाफ आंदोलन की धमकी दी है। इस संदर्भ में तीन जुलाई को एक प्रतिनिधिमंडल पिथौरागढ़ जाकर जिला अधिकारी से मुलाकात करेगा।
वन पंचायत सरमोली जैती में बिना माइक्रोप्लान पास किए वन पंचायत की जैव विविधता को नुकसान पहुंचाते हुए एक भवन तथा खंडजा बना दिया गया। जांच में भी इसकी पुष्टि हुई है। भवन निर्माण की धनराशि को अपनी मर्जी से खर्च करने के लिए वन पंचायत के बैंक खाते से अलग एक नया बैंक खाता खोलकर उसका संचालन किया गया है, क्षेत्र के त्रिस्तरीय पंचायत प्रतिनिधियों द्वारा अंतरिम कार्यवाही के लिए लगातार पत्र लिखा जा रहा है, लेकिन जांच को दबा दिया गया है।

जिला पंचायत सदस्य जगत मर्तोलिया, सरमोली के ग्राम प्रधान नवीन राम, जैती की ग्राम प्रधान पुष्पा रावत ने बताया कि पंचायत प्रतिनिधियों द्वारा की गयी शिकायत को दबा कर पंचायतों का अपमान किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि इस मामले की फाइल को दबा कर गैर कानूनी कार्यों को बढ़ावा दिया जा रहा है।

जिपंस जगत मर्तोलिया ने कहा कि सोमवार को पिथौरागढ़ में जिला अधिकारी के सामने इस मामले को उठाया जाएगा।
उन्होंने कहा कि ठोस कार्यवाही नहीं होती है तो वे प्रशासन तथा वन विभाग के कार्यालयों में धरना प्रदर्शन करेंगे।

केंद्र सरकार ने 16 राज्यों में 56,000 करोड़ रुपये के निवेश प्रस्तावों को दी मंजूरी

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नई दिल्ली, केंद्र सरकार ने वित्त वर्ष 2023-24 के लिए 16 राज्यों में 56,415 करोड़ रुपये के निवेश प्रस्तावों को मंजूरी दी है। पूंजी निवेश के लिए राज्यों को विशेष सहायता 2023-24 नामक योजना के तहत इसे मंजूरी दी गई है।
आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि स्वास्थ्य, शिक्षा, सिंचाई, जलापूर्ति, बिजली, सडक़, पुल और रेलवे सहित विभिन्न क्षेत्रों में पूंजी निवेश परियोजनाओं को मंजूरी दी गई है।

इन क्षेत्रों में परियोजनाओं की गति बढ़ाने के लिए इस योजना के तहत राज्यों को जल जीवन मिशन और प्रधानमंत्री ग्राम सडक़ योजना के राज्य के हिस्से को पूरा करने के लिए धन भी प्रदान किया गया है। पूंजीगत व्यय के उच्च गुणक प्रभाव को देखते हुए और राज्यों द्वारा पूंजीगत व्यय को बढ़ावा देने के लिए, केंद्रीय बजट 2023-24 में इस योजना की घोषणा की गई थी।

योजना के तहत, राज्य सरकारों को 2023-24 के दौरान 1.3 लाख करोड़ रुपये की कुल राशि तक 50-वर्षीय ब्याज मुक्त ऋण के रूप में विशेष सहायता प्रदान की जा रही है। इस योजना का उद्देश्य शहरी क्षेत्रों में पुलिस स्टेशनों के भीतर पुलिस कर्मियों और उनके परिवारों के लिए आवास स्टॉक को बढ़ाना भी है। योजना का एक अन्य उद्देश्य राष्ट्रीय एकता को बढ़ावा देना, मेक इन इंडिया की अवधारणा को आगे बढ़ाना और प्रत्येक राज्य में यूनिटी मॉल के निर्माण के माध्यम से एक जिला, एक उत्पाद (ओडीओपी) की अवधारणा को बढ़ावा देना है।

कल के लिए जल उत्सव यात्रा नौगांव विकास खंड़ के मांजियाली गांव पहुंची, ग्रामीणों ने किया स्वागत

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उत्तरकाशी, लाखामंडल से शुरू हुई यात्रा आज सुबह जनपद उत्तरकाशी के नौगांव विकास खंड के मांजियाली गांव पहुंची। गांव में ग्राम प्रधान श्री प्रकाश रावत एवं राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के ब्लाक मिशन प्रबंधक श्री रवीन्द्र नौटियाल के साथ ग्रामीणों ने यात्रा का स्वागत किया ।
यात्रा के संयोजक द्वारिका प्रसाद सेमवाल का ग्रामीणों के द्वारा फावड़ा भेंट कर स्वागत किया गया। इस दौरान द्वारिका प्रसाद सेमवाल ने ग्रामीणों को जल की महत्ता बताते हुए लोगों को अपने जन्मदिन व प्रियजनों की याद में कच्चे जल कुंड, तालाब बनाने का अनुरोध किया, कहा कि आज मानव और वन्य जीवों के बीच में बढ़े संघर्ष का सबसे बड़ा कारण जंगलों में पानी और भोजन का न होना है। जो बचे जल स्रोत है उन्हीं पर मानव और वन्य जीव निर्भर है। इस समस्या का एक ही निदान है जंगलों में जल कुंड बना कर बारिश के बहते पानी को रोकना व जंगलों में बीज बम फेंकना।
इस दौरान गांव से लगे गांव में जल कुंड बनाने के साथ पौधा रोपण किया गया।
यात्रा का स्वागत करते हुए श्री रवीन्द्र नौटियाल ने कहा कि कल के लिए जल उत्सव यात्रा के माध्यम से भविष्य में पानी की किल्लत को दूर करने का संदेश दिया जा रहा है। जिसमें सभी लोगो को बढ़ चढ़ कर भाग लेना है। इस दौरान ग्रामीणों के अपने जन्मदिन पर और प्रियजनों की याद में जल कुंड बनाने की शपथ ली।

शाम को यात्रा कोटियाल गांव पहुंची। ग्राम कोटियाल गांव में ग्राम पंचायत प्रधान श्रीमती सीना देवी , समृद्धि ग्राम संगठन के सदस्यों ब्लाक मिशन प्रबंधक श्री रवीन्द्र नौटियाल ने यात्रा का स्वागत किया। इस अवसर पर ग्रामीणों के साथ 50 से अधिक जल कुण्ड बनाए गए।
यात्रा के संयोजक द्वारिका प्रसाद सेमवाल ने कहा कि पानी को बचाने के लिए साझी पहल का हिस्सा बनना होगा। ग्राम पंचायत कोटियाल गांव ने भविष्य में वन पंचायत की भूमी पर जल कुंड कलस्टर बनाने का निर्णयलिया। ग्रामीणों के जल संरक्षण के बीज बम की जानकारी दी है। साथ ही जन्मदिन एवं प्रियजनों की याद में जल कुंड बनाने की शपथ दिलाई गई।
कल के लिए जल उत्सव यात्रा में आज प्रभारी खंड विकास अधिकारी श्री लोकेंद्र नेगी, विपिन भट्ट , रीना, कविता सेमवाल, लोकेश बधानी, संध्या , रवीन्द्र नौटियाल, मुकेश बंधानी रामपति, रेखा राणा सहित समस्त ग्रामवासी शामिल रहे।

लाल हुआ टमाटर : घरों का बिगाडा बजट, 6 गुना बढ़े दाम,120 रु. के हुआ पार

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‘देश के कई शहरों में 100 रुपए और उससे भी अधिक दाम पर टमाटर बिकने की खबरें’

नई दिल्ली, हरी सब्जियों के रेट आसमान छूने लगे हैं। वहीं टमाटर की बात करें तो महज एक हफ्ते पहले तक 40 रुपये किलो बिकने वाले टमाटर के भाव 6 गुना बढक़र 120 रुपये पर पहुंच गए हैं। टमाटर की कीमतों में आए तेज उछाल को सरकार ने अस्थायी और मौसम-जनित परिस्थिति बताते हुए मंगलवार को कहा कि इसके दाम जल्द ही नीचे आ जाएंगे। देश के कई शहरों में 100 रुपए और उससे भी अधिक दाम पर टमाटर बिकने की खबरें आ रही हैं। उत्तर प्रदेश में तो कीमतें लगभग 200 रुपए तक पहुंच गईं हैं और इसी वजह से खाना बनाने में प्रमुखता से इस्तेमाल होने वाले टमाटर ने घरों का बजट बिगाडऩे का काम किया है।

उत्तर प्रदेश के गोरखपुर में तो मंगलवार को टमाटर की कीमत खुदरा बाजार में 160 रुपए से लेकर 180 रुपए प्रति किलो तक पहुंच गई। आलम यह है कि जो लोग टमाटर खरीदने के लिए आ रहे हैं, वो दाम सुनकर ही वापस हो जाते हैं और जिन्हें टमाटर ही चाहिए वो सिर्फ 100 से 200 ग्राम टमाटर खरीदने को मजबूर हैं।

इस बीच, उपभोक्ता मामलों के विभाग के सचिव रोहित कुमार सिंह ने इस संदर्भ में कहा कि टमाटर की कीमतों में तीव्र वृद्धि एक अस्थायी समस्या है। उन्होंने कहा, ‘हर साल इस समय ऐसा होता है। दरअसल टमाटर बहुत जल्द खराब होने वाला खाद्य उत्पाद है और अचानक बारिश होने से इसकी ढुलाई पर असर पड़ता है।’
“मैं लोगों को आश्वस्त करना चाहता हूं कि अगले कुछ दिनों में कीमतें कम होने वाली हैं, दिल्ली में सोलन और हिमाचल प्रदेश के अन्य केंद्रों से ताजा आपूर्ति की उम्मीद है, जिससे टमाटर की कीमतों को नियंत्रित करने में मदद मिलेगी।’ अधिकारी ने आगे कहा, ‘मुझे लगता है कि 10 से 15 दिनों के भीतर टमाटर की कीमत कम होनी शुरू हो जाएगी।’

उपभोक्ता मामलों के विभाग के पास उपलब्ध आंकड़ों के मुताबिक, 27 जून को अखिल भारतीय स्तर पर टमाटर की औसत कीमत 46 रुपये प्रति किलो रही। हालांकि इसकी अधिकतम कीमत 122 रुपये प्रति किलो भी दर्ज की गई है। देश के चार मेट्रो शहरों की बात करें तो दिल्ली में टमाटर की खुदरा कीमत 60 रुपए प्रति किलो, मुंबई में 42 रुपए प्रति किलो, कोलकाता में 75 रुपए प्रति किलो और चेन्नई में 67 रुपए प्रति किलो रही।

हालांकि सरकारी आंकड़ों का कहना है कि कर्नाटक के बेल्लारी में टमाटर का भाव 122 रुपए प्रति किलो दर्ज किया गया है। दिल्ली-एनसीआर क्षेत्र में दूध एवं फल-सब्जियों की बिक्री करने वाली मदर डेयरी के स्टोर पर भी टमाटर का भाव एक हफ्ते में ही दोगुना होकर करीब 80 रुपए प्रति किलो हो चुका है। प्रमुख उत्पादक क्षेत्रों में बारिश होने से टमाटर की आपूर्ति बाधित होने से इसके दाम में उछाल आया है।

राजधानी दिल्ली में सब्जी विक्रेता अलग-अलग जगहों पर टमाटर को 80-120 रुपए प्रति किलो की दर से बेच रहे हैं। पश्चिम विहार इलाके में सब्जियों के विक्रेता बब्लू ने कहा, ‘हम 15 जून तक 25-30 रुपये प्रति किलो के भाव पर टमाटर बेच रहे थे। कुछ दिनों में ही यह 40 रुपए प्रति किलो हो गया और फिर 60 और 80 रुपए प्रति किलो के भाव तक पहुंच गया है।’ सरकारी आंकड़ों के मुताबिक फसल सत्र 2022-23 में टमाटर का उत्पादन 2.062 करोड़ टन रहने का अनुमान है, जबकि इसके एक साल पहले यह 2.069 करोड़ टन रहा था।

इस बीच तमिलनाडु में सरकार ने टमाटर के बढ़ते दामों पर लगाम लगाना शुरू भी कर दिया है। यहां फार्म फ्रेश आउटलेट्स (एफएफओ) पर टमाटर बेचे जाएंगे। एफएफओ में टमाटर 68 रुपये प्रति किलो बिकेगा। एफएफओ में 60 रुपये प्रति किलोग्राम पर टमाटर बेचने के लिए भी कदम उठाए जा रहे हैं। तमिलनाडु सहकारिता, खाद्य और उपभोक्ता संरक्षण विभाग के मंत्री पेरियाकरुप्पन ने बताया कि गरीब और मध्यम वर्ग के लोगों को राहत देने के लिए, टमाटर की कीमतों को नियंत्रित करने के लिए सरकार ने यह कदम उठाया है।

श्री आर.के. विश्नोई, अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक, टीएचडीसी इंडिया लिमिटेड ने टीएचडीसी अमेलिया कोयला खदान परियोजना से कोयले की एतिहासिक पहली खेप के डिस्पैच को हरी झंडी दिखाई

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ऋषिकेश, विद्युत क्षेत्र की अग्रणी कंपनी टीएचडीसी इंडिया लिमिटेड ने अपने विकास पथ पर आगे बढ़ते हुए उस समय एक और महत्वपूर्ण उपलब्धि अपने नाम कर ली है जब टीएचडीसी इंडिया लिमिटेड के अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक श्री आर. के. विश्नोई ने मध्य प्रदेश के सिंगरौली जिले में टीएचडीसी अमेलिया कोयला खदान, देवग्राम रेलवे साइडिंग से कोयले की पहली खेप को वस्तुत: हरी झंडी दिखाकर रवाना किया।

श्री विश्नोई ने टीएचडीसी अमेलिया कोयला खदान परियोजना की टीम को बधाई देते हुए कहा कि यह समारोह टीएचडीसीआईएल के लिए एक बड़ी उपलब्धि है क्योंकि यह बिजली परियोजनाओं की ऊर्जा जरूरतों को पूरा करने के लिए अमेलिया कोयला खदान परियोजना से कोयला परिवहन की सफल शुरुआत का प्रतीक है। उन्होंने बताया कि कोयला मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा टीएचडीसी इंडिया लिमिटेड को जनवरी-2017 में अमेलिया कोयला खदान का आबंटन किया गया था जिससे कि उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर जिले में टीएचडीसीआईएल के खुर्जा सुपर थर्मल पावर प्रोजेक्ट की कोयला आवश्यकता को पूरा किया जा सके।

श्री आर.के. विश्नोई, अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक ने कहा कि अमेलिया कोयला खदान का वाणिज्यिक प्रचालन निर्धारित समय से छह महीने पहले शुरू हो गया है जो कि एक विशिष्ट उपलब्धि है। इसके लिए उन्होंने अमेलिया कोयला खदान परियोजना में टीएचडीसी की टीम के समर्पित प्रयासों की सराहना करते हुए कहा कि यह उपलब्धि उनके समग्र समर्पण एवं उन्हें प्रदान किए गए रणनीतिक मार्गदर्शन का संयुक्त प्रमाण है जिसके परिणामस्वरूप यह शानदार सफलता प्राप्त हुई है। उन्होंने प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा कि खुर्जा परियोजना की ऊर्जा आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए कोयले की सतत और विश्वसनीय आपूर्ति सुनिश्चित करने में यह पहला कदम महत्वपूर्ण होगा।

यह कार्यक्रम श्री शैलेन्द्र सिंह, निदेशक (कार्मिक), श्री भूपेन्द्र गुप्ता, निदेशक (तकनीकी), श्री एल. पी. जोशी, कार्यपालक निदेशक (टिहरी काम्प्लेक्स), श्री अतुल जैन, कार्यपालक निदेशक (तकनीकी), श्री ए. बी. गोयल, कार्यपालक निदेशक(वित्त), श्री. ए.के. शर्मा, मुख्य महाप्रबंधक, अमेलिया कोयला खदान परियोजना की गरिमामयी उपस्थिति में संपन्न हुआ । इस अवसर पर टीएचडीसी इंडिया लिमिटेड के अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी उपस्थित थे।
श्री विश्नोई ने कहा कि देश में कोयले की आवश्यकता को पूरा करने के लिए अमेलिया कोयला खदान परियोजना में श्री ए.के. शर्मा, मुख्य महाप्रबंधक (एसीएमपी) के नेतृत्व में टीम द्वारा 17 नवंबर, 2022 को खदान की शुरूआत की गई थी और यह 17 नवंबर, 2022 से प्रचालनीय है।

अमेलिया कोयला खदान की पीआरसी (पीक रेटेड क्षमता) 5.6 एमटीपीए है। अमेलिया कोयला खदान एमडीओ मोड (खदान विकासक सह ऑपरेटर) में चल रही है जिसके लिए मैसर्स एसीएमएल (अमीलिया कोल माइनिंग लिमिटेड) को खदान के विकास और प्रचालन के लिए एमडीओ के रूप में नियुक्त किया गया है। मैसर्स एसीएमएल, मैसर्स आदित्य बिरला समूह की एक शाखा ईएसएसईएल की सहायक कंपनी है।

श्री विश्नोई ने कहा कि अमेलिया कोयला खदान से कोयले की पहली खेप डिस्पेच करना राष्ट्र की ऊर्जा सुरक्षा में योगदान देने में टीएचडीसीआईएल के प्रयासों में एक और महत्वपूर्ण कदम है। टीएचडीसीआईएल ऊर्जा क्षेत्र में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने के लिए प्रतिबद्ध है जिसके लिए वह विविधतायुक्त रास्तों की तलाश कर रहा है और टिकाऊ समाधान कार्यान्वित कर रहा है।

इस अवसर पर श्री शैलेन्द्र सिंह, निदेशक (कार्मिक) ने कहा कि यह ऐतिहासिक उपलब्धि टीएचडीसीआईएल के कार्यबल के सहयोगात्मक प्रयासों और हितधारकों की प्रतिबद्धता का परिणाम है। श्री सिंह ने इस उपलब्धि पर स्थानीय जनता और स्थानीय प्रशासन के सकारात्मक योगदान की भी सराहना की। श्री भूपेन्द्र गुप्ता, निदेशक (तकनीकी) ने अपने संबोधन के दौरान कहा कि इस महत्वपूर्ण उपलब्धि के साथ हम विकास के एक नए चरण की शुरुआत कर रहे हैं, जो भारत के लिए उज्जवल तथा और अधिक समृद्ध भविष्य सुनिश्चित करेगा।

श्री शैलेंद्र सिंह, निदेशक (कार्मिक) और श्री भूपेन्द्र गुप्ता, निदेशक (तकनीकी) ने अमेलिया कॉल माइन परियोजना के सभी वरिष्ठ अधिकारियों के साथ-साथ परियोजना के अन्य हितधारकों यानी एनटीपीसी और बिरला समूह के साथ एक विस्तृत समीक्षा बैठक भी की, जिसमें परियोजना से संबंधित विभिन्न पहलुओं पर चर्चा की गई।

टीएचडीसीआईएल 1587 मेगावाट की संस्थापित क्षमता प्राप्‍त कर देश का अग्रणी विद्युत उत्पादक है, उत्तराखंड में टिहरी बांध और एचपीपी (1000 मेगावाट), कोटेश्वर एचईपी (400 मेगावाट), गुजरात के पाटन में 50 मेगावाट और द्वारका में 63 मेगावाट की पवन ऊर्जा परियोजना, उत्तर प्रदेश के झांसी में 24 मेगावाट की ढुकुवां लघु जल विद्युत परियोजना और केरल के कासरगोड में 50 मेगावाट की सौर ऊर्जा परियोजनाओं की सफलतापूर्वक कमीशनिंग को इसका श्रेय जाता है।

 

गैस सिलिंडर से भरे ट्रक में हुआ जबरदस्त ब्लास्ट, ट्रक जलकर राख, कांडीखाल के नजदीक हुई घटना

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टिहरी, श्रीनगर- टिहरी मोटर मार्ग पर एक दुर्घटना की खबर है, मिली जानकारी के मुताबिक आज सुबह कांडीखाल के समीप गैस सिलिंडर से भरे एक ट्रक में जबरदस्त ब्लास्ट हो गया। जिससे पूरे क्षेत्र में दहशत है, प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार गैस सिलिंडर हवा में उड़कर ब्लास्ट हो रहे थे। हालांकि जानमाल का नुकसान नहीं हुआ।

पालीखाल गांव के लोगों ने बताया कि ट्रक गैस सिलिंडर लेकर श्रीनगर से टिहरी की ओर आ रहा था। कांडीखाल के समीप गैस सिलिंडर में ब्लास्ट होने से पूरा ट्रक जलकर राख हो गया है। ट्रक में सिर्फ चालक था उसने भागकर जान बचाई।

ट्रक में आग लगने से टिहरी-श्रीनगर कांडीखाल के पास बंद है। बताया ब्लास्टिंग से पूरे क्षेत्र में धुएं का गुबार फैल गया। इधर जिला आपदा प्रबंधन कार्यालय को भी सूचना देने पर हाइवे खोलने की कार्रवाई की जा रही है। ट्रक में आग लगने की कुछ देर बाद बारिश होने से आग बुझ गई।

अतिक्रमण पर प्रशासन की सख्ती बेअसर, रात के अंधेरे में गदेरे पर अबैध खनन कर किया जा रहा है अतिक्रमण

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रुद्रप्रयाग- भले ही जिला प्रशासन जमीनों पर हुये अतिक्रमण हटाने की मशक्कत में जुटा हो लेकिन प्रशासन की ये सख्ती अतिक्रमण कारियों के हौसले के सामने बौनी नजर आ रही है। आलम यह है कि अतिक्रमणकारी गदेरों पर भी कब्जा करने मे जुटे है । ताजा मामला वार्ड न.( 3) बेला के खुरड़ का है यहां सैनिक कल्याण कार्यालय के आगे धड़ल्ले से रात के अंधेरे में बन पंचायत की भूमि जो कि गदेरा भी है पर अबैध खनन कर अतिक्रमण किया जा रहा है। स्थानीय लोगों का कहना है कि गदेरे के पास दो परिवारों ने जब से अपने आवासीय मकान बनाये है तब से ये आस पास गदेरे पर खनन करते आ रहे है। गदेरे की बनस्पतियों को नुकसान पंहुचाकर कर पर्यावरण को छति पहुंचाई जा रही है। रात के अंधेरे में गदेरे पर कब्जा कर वहां निर्माण कार्य किया जा रहा है काफी दिनों से ये सिलसिला जारी है। राजस्व विभाग के संज्ञान में होने के बाबजूद भी इन पर कोई कार्यवाही नहीं हो पा रही है। लोगों का कहना है कि एक ओर जिलाधिकारी के निर्देशों पर जनपद के विभिन्न झेत्रों में अतिक्रमण को ध्वस्त किया जा रहा है। वहीं प्रशासन के नाक तले अतिक्रमणकारी गदेरे को भी नहीं बख्स रहे है। बैखोफ एनजीटी मानको को धत्ता बताते हुये रात के अंधेरे में बन पंचायत की भूमि व गदेरों पर कब्जा कर रहे है। वार्ड न. (3) बेला खुरड मे सैनिक कल्याण कार्यालय के आगे कुन्दन गदेरे पर धडल्ले से अतिक्रमण किया जा रहा है। स्थानीय लोगों का कहना है कि वर्ष 2010 में अतिबृष्टि से गदेरे मे मलबा आने से कास्तकारों की भूमि को भारी नुकसान हुआ था आज यहां पर बसे दो परिवारों द्वारा अपने मकान का मलबा गदेरे में डाला गया व अब गदेरे की बनस्पतियों को नष्ट कर गदेरे पर अतिक्रमण किया जा रहा है। इस संदर्भ में जब उप जिलाधिकारी से पूछा गया तो उन्होने बताया कि अतिक्रमण कारियों को बख्सा नहीं जायैगा व अतिक्रमण को ध्वस्त करने की कार्यवाही की जायेगी।

जी-20 की बैठक में पधारे मेहमानों द्वारा त्रिवेणी घाट गंगा आरती में किया गया प्रतिभाग

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सूबे के मुख्यमंत्री और अन्य जनप्रतिनिधियों द्वारा विदेशी मेहमानों का गंगा आरती में किया गया स्वागत

-कल कल बहती व सुकून देने वाली गंगा की धारा के तट पर गंगा आरती और भजन संगीत में डूबे मेहमान

-शीतलता और सुरम्य शांत वातावरण में आध्यात्मिकता से ओतप्रोत दिखे जी 20 डेलीगेट्स

-रात्रि भोज में विदेशी मेहमानों का भारत की मोटा अनाज और उत्तराखंड की बारहअनाजा संस्कृति से भी हुआ परिचय

ऋषिकेश, त्रिवेणी घाट में जी20 के मेहमानों द्वारा गंगा आरती में प्रतिभाग किया गया। इस दौरान प्रदेश के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी, अन्य जनप्रतिनिधियों तथा स्थानीय लोगों द्वारा गर्मजोशी से विदेशी मेहमानों का स्वागत किया गया।

गंगा आरती और भजन संगीत से विदेशी मेहमान प्रभावित होकर आध्यात्मिकता में डूबे रहे। कल_कल बहती गंगा की शांत और सुरम्य वादियों को देखकर G_20 के डेलिगेट्स इतने जिज्ञासु, उत्सुक और प्रसन्न दिखे कि गंगा दर्शन के दौरान सेल्फी लेने की होड़ मची रही।

गंगा आरती में विदेशी मेहमानों को भारत की आध्यात्मिकता, योगा, मेडिटेशन, संस्कृति, रीति _नीति और भारत के आतिथ्य सत्कार सबसे एकसाथ साक्षात्कार भी हुआ। गंगा आरती के पश्चात विदेशी मेहमानों ने रात्रिभोज में स्थानीय व्यंजको का लुत्फ उठाया तथा भोज में उनको *भारत के मोटे अनाज की और उत्तराखंड की *बारहअनाजा संस्कृति* का भी परिचय हुआ। गंगा आरती के दौरान विदेशी मेहमानों को प्राकृतिक संसाधनों के संरक्षण के भारत के और उत्तराखंड के परंपरागत प्रयासों का भी परिचय हुआ।

इस दौरान गंगा आरती में उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री और वर्तमान लोकसभा सांसद हरिद्वार डॉ. रमेश पोखरियाल ’निशंक’, उत्तराखंड के कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी व प्रेमचंद अग्रवाल, विकासनगर विधायक मुन्ना सिंह चौहान व रायपुर रोड खजान दास, जिला पंचायत अध्यक्ष देहरादून मधु चौहान, महापौर देहरादून सुनील उनियाल व ऋषिकेश अनीता अनीता मंमगाई, पुलिस महानिरीक्षक के. एस. नग्नयाल, आयुक्त गढ़वाल मंडल सुशील कुमार, पुलिस उपमहानिरीक्षक डॉ. योगेंद्र सिंह रावत, सचिव एमडीडीए व महानिदेशक सूचना बशीधर तिवारी, जिलाधिकारी देहरादून श्रीमती सोनिका, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक देहरादून दिलीप सिंह कुंवर सहित स्थानीय जनप्रतिनिधि, महानुभाव और जनमानस उपस्थित थे।