Sunday, June 15, 2025
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प्रदेश के 145 सरकारी व निजी पॉलिटेक्निक संस्थानों में दाखिले शुरू

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देहरादून, प्रदेश के 145 सरकारी व निजी पॉलिटेक्निक संस्थानों में डिप्लोमा दाखिले के पहले चरण की काउंसिलिंग में सोमवार को सीटों का आवंटन कर दिया गया। आवंटित सीटों पर आज मंगलवार से दाखिले शुरू हो गये। पॉलिटेक्निक संस्थानों में डिप्लोमा की करीब 15 हजार सीटों पर दाखिले के लिए काउंसिलिंग का पहला चरण 11 जुलाई से शुरू हुआ था। 14 जुलाई तक ऑनलाइन पंजीकरण व विकल्प भरने का मौका दिया गया। इसके बाद सोमवार को उत्तराखंड प्राविधिक शिक्षा परिषद ने पहले चरण की काउंसिलिंग का सीट आवंटन कर दिया है। विकल्प भरने वाले छात्र परिषद की वेबसाइट पर लॉगिन करके अपना अलॉटमेंट लेटर डाउनलोड कर सकते हैं।

इसी आधार पर संबंधित पॉलिटेक्निक संस्थान में दाखिला मिलेगा। पहले चरण की आवंटित सीटों पर 18 जुलाई से 21 जुलाई के बीच दाखिला ले सकते हैं। इसके बाद बची हुईं सीटों पर दाखिले के लिए 25 जुलाई से 27 जुलाई के बीच पंजीकरण व विकल्प भरे जाएंगे। 31 जुलाई को सीट आवंटन होगा। आवंटित सीटों पर एक अगस्त से चार अगस्त के बीच दाखिले किए जाएंगे। ऑनलाइन काउंसिलिंग का कोई शुल्क नहीं होगा।

पर्यावरण के संरक्षण एवं संवर्द्धन के लिए वृहद स्तर पर वृक्षारोपण किया जाना आवश्यक : कैंबिनेट मंत्री धन सिंह रावत

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रुद्रप्रयाग, प्रदेश के चिकित्सा स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा, सहकारिता, उच्च शिक्षा, विद्यालयी शिक्षा एवं संस्कृति शिक्षा मंत्री डॉ. धन सिंह रावत एक दिवसीय रुद्रप्रयाग जनपद भ्रमण पर पहुंचे। जनपद आगमन पर शिक्षा मंत्री का मुख्य शिक्षा अधिकारी व प्रधानाचार्य ने पुष्पगुच्छ भेंट कर स्वागत किया।

इस अवसर पर शिक्षा मंत्री ने राजकीय बालिका इंटर कॉलेज रुद्रप्रयाग में आंवले के पौध का रोपण किया। इस अवसर पर शिक्षा मंत्री ने कहा कि सरकार द्वारा पूरे प्रदेश में हरेला पर्व के अवसर पर पर्यावरण के संरक्षण एवं संवर्द्धन के लिए वृहद स्तर पर वृक्षारोपण कार्यक्रम किया जा रहा है जिससे कि कम हो रहे जल स्रोतों के संरक्षण एवं संवर्द्धन की दिशा में वृक्षारोपण अभियान चलाया जा रहा है। जिसमें छात्र-छात्राओं को भी पर्यावरण के संरक्षण एवं संवर्द्धन के लिए प्रेरित एवं जागरूक किया जा रहा है। उन्होंने सभी से अपेक्षा की है कि प्राकृतिक जल स्रोतों एवं जल धाराओं के संरक्षण के लिए जो भी वृक्ष लगाए जा रहे हैं उनकी भी सुरक्षा की जिम्मेदारी सभी को लेनी जरूरी है जिससे कि हम अपनी धरा को हरा-भरा कर पर्यावरण को संरक्षित कर सकें।

कैबिनेट मंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने यह भी कहा कि पर्यावरण के संरक्षण व संवर्द्धन के लिए बच्चों के लिए पाठ्यक्रम में लाया जा रहा है। साथ ही सभी बच्चों को अनिवार्य रूप से एक वृक्ष अवश्य लगाएं तथा सभी शिक्षकों व स्टाफ अनिवार्य रूप से एक वृक्ष लगाते हुए उसका संरक्षण एवं संवर्द्धन अवश्य करें। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि प्रदेश में शिक्षा की गुणवत्ता को बेहतर करने की दिशा में सरकार द्वारा निरंतर प्रयास किया जा रहा है तथा शिक्षकों की कमी को दूर करने के लिए आठ हजार शिक्षकों की भर्ती की जा रही है। इसके साथ ही चतुर्थ श्रेणी के 2500 पदों पर भी भर्ती की जाएगी। साथ ही 4500 शिक्षकों का स्थानातंरण किया गया है तथा उनके द्वारा दिए गए विकल्प के आधार पर शिक्षकों का स्थानातंरित किया गया है। उन्होंने कहा कि मानव संपदा पोर्टल बनाया जा रहा है जिसमें शिक्षक अपने अवकाश सुविधा, चरित्र प्रविष्टि, पदोन्नति आदि के लिए अब पोर्टल के माध्यम से अपनी शिकायत एवं समस्याएं दर्ज करा सकेंगे।
इस अवसर पर मंत्री द्वारा विद्यालय में कार्यरत अध्यापकों एवं रिक्त पदों के संबंध में भी जानकारी प्राप्त की गई तथा छात्राओं से भी उन्हें उपलब्ध कराई जा रही किताबों, ड्रेस, बस्ता, जूते आदि के संबंध में भी जानकारी प्राप्त की। इस अवसर पर प्रभारी प्रधानाचार्य ममता रावत ने अवगत कराया कि विद्यालय में वर्तमान समय में प्रवक्ता के तीन पद रिक्त हैं। छात्राओं द्वारा अवगत कराया गया कि उन्हें किताबें, ड्रेस, बस्ता, जूते आदि उपलब्ध कराए गए है। साथ ही मिडडे मील भी उपलब्ध कराया जा रहा है। इस अवसर पर अध्यक्ष जिला पंचायत अमरदेई शाह, विधायक भरत सिंह चौधरी, जिलाध्यक्ष भाजपा महावीर सिंह पंवार, मंडल अध्यक्ष सुरेंद्र जोशी, भूपेंद्र भंडारी, पूर्व सभासद अजय सेमवाल, प्रधान मयकोटी अमित प्रदाली, उप जिलाधिकारी रुद्रप्रयाग अपर्णा ढौंडियाल, मुख्य शिक्षा अधिकारी विनोद प्रसाद सिमल्टी, शिक्षा अधिकारी (बेसिक) जितेंद्र सक्सेना, शिक्षक अंजू बिष्ट, सुषमा चौधरी, गार्गी नैनवाल सहित अन्य शिक्षिकाएं, कर्मचारी एवं छात्राएं मौजूद रहे।

बालश्रम व भिक्षावृति से मुक्त हुए बच्चों का अपने परिवारों में ही पुनर्वास को प्राथमिकता दी जाए : राधा रतूड़ी

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जल्द से जल्द बने बालश्रम, भिक्षावृति तथा बाल विवाह समाप्त करने हेतु ठोस एक्शन प्लान : एसीएस

राज्य में आउट ऑफ स्कूल बच्चों का एक सटीक डाटाबेस जल्द तैयार किया जाएगा

शासन स्तर पर एक हाई पॉवर कमेटी के गठन पर भी चर्चा

कमजोर परिवारों (वलरेनबल फैमिली) को सरकारी योजनाओं का लाभ सुनिश्चित करवा कर ही भिक्षावृति एवं बालश्रम का स्थायी समाधान संभव : एसीएस

देहरादून, अपर मुख्य सचिव श्रीमती राधा रतूड़ी ने सम्बन्धित विभागों को एनजीओ के साथ मिलकर राज्य से जल्द से जल्द बालश्रम, भिक्षावृति तथा बाल विवाह समाप्त करने हेतु सटीक एक्शन प्लान बनाने के निर्देश दिए हैं। एसीएस श्रीमती राधा रतूड़ी ने कहा कि बालश्रम व भिक्षावृति से मुक्त हुए बच्चों का संस्थागत पुनर्वास के स्थान पर अपने परिवारों में ही पुनर्वास को प्राथमिकता दी जाए। बालश्रम व बाल भिक्षावृति को रोकने के लिए सम्बन्धित विभागों व एनजीओं को स्थायी समाधान (सस्टेनबल सोल्यूशन) पर काम करना होगा। मंगलवार को अपर मुख्य सचिव श्रीमती राधा रतूड़ी ने सचिव समाज कल्याण, सचिव विद्यालयी शिक्षा, सचिव श्रम, पुलिस अधिकारियों सहित राज्य में बाल संरक्षण एवं कल्याण के लिए कार्य कर रहे विभिन्न गैर सरकारी संगठनों (एनजीओ) के प्रतिनिधियों के साथ राज्य में बालश्रम, भिक्षावृति एवं बाल विवाह को समाप्त करने के लिए एक ठोस कार्ययोजना बनाने के सम्बन्ध में बैठक लेते हुए निर्देश दिए कि प्रदेश में ऐसे कमजोर परिवारों (वलरेनबल फैमिली) को चिन्हित किया जाना जरूरी हैं जिनकी खराब आर्थिक स्थिति के कारण बच्चें बालश्रम व भिक्षावृति की ओर बढ़ रहे हैं। ऐसे चिन्हित परिवारों को सरकार द्वारा संचालित सभी सामाजिक एवं कल्याणकारी योजनाओं का लाभ सुनिश्चित करवाया जाना चाहिए। इसके साथ ही एसीएस ने स्कूलों से ड्रॉप आउट बच्चों, स्कूलों में गैरहाजिर रहने वाले बच्चों, आउट ऑफ स्कूल बच्चों का एक सटीक डाटाबेस भी जल्द ही तैयार करने के निर्देश दिए।ब्रेकिंग: उत्तराखंड में जल्द बनेगा बाल विवाह (Child marriage), बालश्रम व  भिक्षावृत्ति समाप्त करने को ठोस एक्शन प्लान - Mukhyadhara

बैठक के दौरान राज्य में बालश्रम, भिक्षावृति एवं बाल विवाह को जल्द से जल्द समाप्त करने के लिए शासन स्तर पर एक हाई पॉवर कमेटी के गठन पर भी चर्चा की गई। इस कमेटी में बाल संरक्षण के लिए कार्य कर रहे गैर सरकारी संगठनों की भी महत्वपूर्ण भूमिका होगी। इसके साथ ही बैठक में भिक्षावृति में लिप्त आउट ऑफ स्कूल बच्चों के लिए स्पेशल स्कूलों व मोबाइल स्कूलों को प्रोत्साहित करने पर भी विचार किया गया।

बैठक में सचिव श्रीमती राधिका झा, डा. रविनाथ रमन, मेजर योगेन्द यादव, विशेष सचिव गृह श्रीमती रिद्धिम अग्रवाल, अपर सचिव गृह श्रीमती निवेदिता कुकरेती, अपर सचिव श्रीमती अमनदीप कौर, श्री आनंद स्वरूप, डीआईजी श्रीमती पी रेणुका देवी, बचपन बचाओं आंदोलन से श्री मनीष शर्मा, श्री सुरेश उनियाल तथा विभिन्न एनजीओं के प्रतिनिधि मौजूद रहे।

भारी बारिश को देखते हुये जिलाधिकारी ने दिये सतर्क रहने के निर्देश

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रुद्रप्रयाग- जिलाधिकारी ने आपदा से जुड़े अधिकारियों के साथ बैठक करते हुए सभी अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि जनपद में हो रही भारी बारिश के दृष्टिगत सभी अधिकारी सतर्क एवं अलर्ट रहें तथा किसी भी प्रकार से कहीं आपदा एवं भू-स्खलन की घटना घटित होने पर सभी संबंधित अधिकारी तत्परता से राहत एवं बचाव कार्य करना सुनिश्चित करें।
उन्होंने सड़क मार्ग से जुड़े अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि जनपद में जो भी संवेदनशील क्षेत्र एवं जिन क्षेत्रों में भू-स्खलन की स्थिति निरंतर बनी रहती है ऐसे स्थानों में जेसीबी मशीन के साथ ऑपरेटर 24 घंटे तैनात रहें तथा सड़क मार्ग बाधित होने पर मार्ग को खुलवाने की कार्यवाही त्वरित गति से की जाए ताकि आम जनमानस एवं केदारनाथ यात्रा पर आ रहे तीर्थ यात्रियों को परेशानी एवं असुविधा न हो। इसके साथ ही संबंधित अधिकारी एवं सभी जेसीबी ऑपरेटरों के मोबाइल नंबर भी तहसील मुख्यालयों, पुलिस थाना, चौकियों एवं आपदा कंट्रोल रूम को भी उपलब्ध कराएं ताकि कोई घटना घटित होने पर इसकी सूचना संबंधित क्षेत्र के अधिकारी एवं जेसीबी ऑपरेटर को उपलब्ध कराई जा सके।
सभी उप जिलाधिकारियों को भी निर्देश दिए हैं कि सभी अधिकारी अपने-अपने क्षेत्रों में सतर्क रहें तथा किसी भी क्षेत्र में किसी भी प्रकार की घटना घटित होने की सूचना मिलने पर त्वरित स्थलीय निरीक्षण करते हुए राहत एवं बचाव कार्य करने के निर्देश दिए। इसके साथ ही क्षति का आंकलन करते हुए पीड़ित को नियमानुसार मुआवजा उपलब्ध कराए जाने की कार्यवाही सुनिश्चित की जाए।
इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी नरेश कुमार, अपर जिलाधिकारी दीपेंद्र सिंह नेगी, जिला विकास अधिकारी अनिता पंवार, उप जिलाधिकारी जखोली परमानंद राम, जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी नंदन सिंह रजवार, अधिशासी अभियंता लोनिवि जेएस रावत, मनोज भट्ट, ग्रामीण निर्माण विभाग हितेश पाल सिंह, सहायक अभियंता एनएच नंदिता सहित संबंधित अधिकारी मौजूद रहे।

 

भारी बारिश के कारण जनपद में 14 सड़क मार्ग अवरुद्ध

रुद्रप्रयाग, जनपद में हो रही भारी बारिश के कारण जनपद में 14 सड़क मार्ग अवरुद्ध हो गए हैं जिन्हें यातायात हेतु सुचारू करने की कार्यवाही गतिमान है। अवरुद्ध सड़क मार्ग में 04 सड़कें लोक निर्माण विभाग रुद्रप्रयाग, 03 सड़कें लोक निर्माण विभाग ऊखीमठ, 06 सड़कें पीएमजीएसवाई रुद्रप्रयाग तथा 01 सड़क राष्ट्रीय राजमार्ग की अवरुद्ध है।

जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी नंदन सिंह रजवार ने अवगत कराया है कि जनपद में हो रही भारी बारिश के कारण 14 मोटर मार्ग अवरुद्ध हो गए हैं जिनमें 04 सड़कें लोनिवि विभाग रुद्रप्रयाग, 03 सड़कें, लोनिवि ऊखीमठ, 06 सड़कें पीएमजीएसवाई रुद्रप्रयाग तथा 01 सड़क राष्ट्रीय राजमार्ग की अवरुद्ध है जिन्हें यातायात हेतु खोलने की कार्यवाही गतिमान है। उन्होंने अवगत कराया है कि जो सड़क मार्ग अवरुद्ध हैं उनमें अमसारी-त्यूंखर मोटर मार्ग, किमी 6 में पूर्ण रूप से क्षतिग्रस्त हो गया है जिसके खुलने की संभावित तिथि 25 जुलाई, 2023 तक है। गहड़-दानकोट-नौना मोटर मार्ग किमी 01 में मलवा आने एवं दीवार क्षतिग्रस्त होने से मार्ग क्षतिग्रस्त होने से यातायात हेतु अवरुद्ध हो गया है जिसे खोलने का प्रयास किया जा रहा है। छेनागाड़-वासिल मोटर मार्ग किमी 01 व 03 में मलवा बोल्डर आने से मार्ग यातायात हेतु अवरुद्ध है जिसे जेसीबी मशीन द्वारा खोला जा रहा है। इसके साथ ही एनएच 107 तरसाली में अवरुद्ध है।
उन्होंने अवगत कराया है कि सारी-बिजराकोट मोटर मार्ग किमी 02 में बोल्डर आने से यातायात हेतु अवरुद्ध हो गया है। रैतोली-जसोली-पाबौ मोटर मार्ग यातायात हेतु अवरुद्ध है। जावरी से जयकंडी मोटर मार्ग यातायात हेतु अवरुद्ध है। रुद्रप्रयाग-पोखरी मोटर मार्ग यातायात हेतु अवरुद्ध है। पल्द्वाडी-डूंगर-सेमल मोटर मार्ग यातायात हेतु अवरुद्ध है। जुगासू से बुरूवा मोटर मार्ग तथा गुलाबराय-तूना किमी 02 से चिनग्वाड़ मोटर मार्ग यातायात हेतु अवरुद्ध है l सोनप्रयाग-त्रियुगीनारायण मोटर मार्ग, ऊखीमठ-मनसूना-जुगासू-राउंलेक-उनियाणा मोटर मार्ग अवरुद्ध है। जिन्हें यातायात हेतु खुलवाने की कार्यवाही संबंधित विभागों द्वारा गतिमान है। इसके साथ ही विभिन्न क्षेत्रों में अवरुद्ध हुए 15 मोटर मार्गों को यातायात हेतु खोल दिया गया है।

भीमगौड़ा बैराज का गेट टूटने से किसी प्रकार का कोई खतरा नहीं: महाराज

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देहरादून। प्रदेश के लोक निर्माण, पर्यटन, सिंचाई, लघु सिंचाई, पंचायतीराज, ग्रामीण निर्माण, संस्कृति, जलागम प्रबन्धन एवं भारत-नेपाल उत्तराखण्ड नदी परियोजना मंत्री एवं जनपद हरिद्वार के प्रभारी मंत्री सतपाल महाराज ने कहा है कि भीमगौड़ा बैराज के गेट टूटने से किसी प्रकार का कोई खतरा नहीं है। बरसात होने के साथ-साथ पानी की निकासी लगातार हो रही है। गेट को ठीक करने के लिए मैंने उत्तर प्रदेश के जल शक्ति एवं बाढ़ नियंत्रण मंत्री स्वतंत्र देव सिंह से भी कहा है। उन्होने कहा कि मानसून अवधि में हो रही भारी वर्षा के कारण अभी तक 274 मार्ग बन्द थे जिसमें से 37 मार्ग खोले जा चुके हैं तथा शेष 237 मार्गों को खोलने हेतु 213 जे0सी0बी0 मशीनें लगाई गई हैं। अधिकत्तर मार्गों को कल तक खोल दिया जायेगा।

जनपद हरिद्वार के प्रभारी मंत्री एवं प्रदेश के लोक निर्माण, पर्यटन, सिंचाई, लघु सिंचाई, पंचायतीराज, ग्रामीण निर्माण, संस्कृति, जलागम प्रबन्धन व भारत-नेपाल उत्तराखण्ड नदी परियोजना मंत्री सतपाल महाराज ने मंगलवार को भीमगौड़ा बैराज (हरिद्वार) का स्थलीय निरीक्षण
करने के साथ-साथ रोशनाबाद-बिहारीगढ़ मोटर मार्ग पर अनेकी के पास क्षतिग्रस्त सेतु का भी स्थलीय निरीक्षण किया।
भीमगौड़ा बैराज (हरिद्वार) के स्थलीय निरीक्षण के दौरान उन्होने कहा कि भीमगौड़ा बैराज का गेट टूटने से किसी प्रकार का कोई खतरा नहीं है। बरसात होने के साथ-साथ पानी की निकासी लगातार हो रही है। गेट को ठीक करने के लिए श्री महाराज ने उत्तर प्रदेश के जल शक्ति एवं बाढ़ नियंत्रण मंत्री स्वतंत्र देव सिंह को लिखे पत्र में कहा है कि 16 जुलाई को रात्रि में भीमगौड़ा बैराज का गेट नंबर 10 का रस्सा टूट गया है जिससे बैराज के परिचालन एवं संचालन में कठिनाई होने से गंग नहर में पानी डार्वट करने एवं बाढ़ नियंत्रण में भारी कठिनाई उत्पन्न हो रही है। इसलिए इसको यथाशीघ्र ठीक कराया जाना जरुरी है।

लोक निर्माण मंत्री श्री महाराज ने 13 जुलाई को हुई अतिवृष्टि के कारण रोशनाबाद-बिहारीगढ़ मार्ग पर स्थिति अनेकी नामक स्थान पर धसे बाक्स सेतु का निरीक्षण करते हुए कहा कि सेतु को यातायात हेतु बन्द कर क्षतिग्रस्त भाग पर वैली ब्रिज लगाने हेतु कार्य प्रारम्भ कर दिया गया है। अगले तीन सप्ताह में हल्के वाहन हेतु सेतु को खोल दिया जायेगा। वर्तमान में अनेकी-पूरनपुर-पथरी मार्ग होते हुए बाहदराबाद जाया जा सकता है।

कैबिनेट मंत्री श्री महाराज ने कहा कि 13 जुलाई को कोटद्वार क्षेत्र में हुई अतिवृष्टि के कारण मालन नदी पर निर्मित सेतु के पियर न० 09 में झुकाव आने के कारण सेतु का एक पैनल क्षतिग्रस्त होने के कारण यातायात बन्द है। वैकल्पिक मार्ग के रूप में कर्णाश्रम-मवाकोट-डिग्री कॉलेज होते हुए हल्का वाहन हेतु मार्ग सुचारू है। सेतु के डाउन स्ट्रीम में पूर्व कन्डी मार्ग को भारी वाहन हेतु मालन नदी में हयूम पाईप डालकर मार्ग को तीन सप्ताह के अन्दर यातायात हेतु खोल दिया जायेगा। मालन नदी पर वैली ब्रिज लगाने हेतु कार्य प्रारम्भ कर दिया गया है।

केदार घाटी में बारिश का कहर, फाटा के पास उफनते गदेरे की चपेट में आया होटल

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(देवेंन्द्र चमोली)
रूद्रप्रयाग- कल रात केदार घाटी में आई तेज वारिस ने एक बार फिर विकराल रुप ले लिया। मंदाकिनी नदी उफान पर है व राष्ट्रीय राजमार्ग सहित ब्रांच रोडो पर जगह जगह मलबा व बोल्डर आने की खबर है। केदारनाथ यात्रा मार्ग में फाटा के पास आज सुबह उफनते गदेरे की चपेट में आने से एक होटल छतिग्रस्त हो गया, राहत की बात यह रही कि होटल में मौजूद दो कर्मचारियों का सकुशल रेस्क्यू कर लिया गया है। दोनों युवक सुरक्षित बताये जा हैं।
घटना आज सुबह लगभग 7 बजे की बतायी जा रही है केदारनाथ यात्रा मार्ग में फाटा से कुछ आगे जामू के रास्ते में होटल केदारवाटिका उफनते गदेरे की चपेट में आ गया, इस दौरान वहां मौजूद दो लोग भी गदेरे की चपेट में आ गये,। सूचना मिलने के बाद एसडीआरएफ व डीडीआरएफ की टीम मौके पर पहुची, रेस्क्यू टीम ने दोनों लोगों का सुरक्षित रेस्क्यू कर लिया है, दोनों घायलों को उपचार के लिए अस्पताल भेज दिया गया है।
जिला आपदा प्रबन्धन अधिकारी नन्दन सिंह रजवार ने बताया कि भारी बारिश के कारण जामू के पास गदेरा उफान पर आ गया था, जिसकी चपेट में जामू के पास केदारनाथ एनएच में एक कच्चा मकान पर चल रहा होटल आ गया, होटल में कार्य कर रहे दो लोग गदेरे की चपेट में आए दोनों लोगों को सुरक्षित बचा लिया गया है, उन्होने बताया कि आपदा प्रबंधन की टीमें मौके पर ही मौजद हैं।

 

 

रक्षा क्षेत्र में तरक्की और सैन्य सम्मान में वृद्धि से कांग्रेस विचलित : भट्ट

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‘अग्निवीर जैसी रोजगारपरक और रक्षा ताकत बढाने वाली योजना के खिलाफ बना रही वातावरण’

देहरादून, भाजपा ने कहा कि अग्निवीर योजना पर लगातार भ्रामक वातावरण बनाने की फिराक में लगी कांग्रेस की सच्चाई यह है कि लगातार 70 सालों से सेना को हाशिये पर रखकर उनकी जरूरत और रक्षा क्षेत्र की अनदेखी करती रही। लेकिन जिस तरह से रक्षा क्षेत्र में देश और सैनिकों की ताकत मे इजाफ़ा करने की दिशा मे मोदी सरकार लगातार कार्य कर रही है उससे कांग्रेस विचलित है और उसे कुछ नही सूझ रहा है।

पत्रकारों के सवालों का जवाब देते हुए प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट ने कहा कि अग्निवीर योजना की सबसे बड़ी खूबी यह है कि इस योजना से युवाओं को रोजगार के चौगुने अवसर हासिल होंगे। इससे सैन्य क्षमता में वृद्धि के साथ ही अधिक सक्षम जवानों और जागरूक नागरिक देश को मिलेंगे। सेना की औसत आयु को कम कर यह योजना भारतीय सेना की क्षमता में वृद्धि करने वाली है। अग्निवीर योजना को लेकर भी बिना किसी तथ्यात्मक जानकारी, तकनीकी ज्ञान और व्यवहारिक अनुभव के कांग्रेस महज हौव्वा खड़ा करने की फिराक में है। विशेषज्ञों के लंबे विमर्श के बाद इस योजना को अमल में लाया गया है और अभी इसके नतीजे आने है।
भट्ट ने कहा कि अग्निवीर जैसी योजनाएं यूरोप, अमेरिका, चीन आदि तमाम देशों में लागू है और किसी भी आधुनिक सैन्य मजबूती की अहम कड़ी है । निर्णायक सैन्य सुधार की जरूरत को कांग्रेस की सरकारों में भी महसूस किया गया था लेकिन उनमें नैतिक बल नहीं था।
प्रदेश अध्यक्ष भट्ट ने कहा कि कांग्रेस ने अपने शासन के 70 वर्षों में कभी वन रैंक वन पेंशन को लागू नही किया। भारतीय सेना आज साधन संपन्न और हथियारों से सुस्सजित होने के साथ निर्णय लेने में भी सक्षम है। शरहदों पर रहने वाले सैनिकों को लेकर सरकार फ़िक्रमंद है। परिजनों को तमाम सुविधाएं देने की दिशा में जमीनी स्तर पर कार्य होता है, जबकि पूर्व में सैनिकों को वह सम्मान नही मिलता था जिसके वह हकदार थे। कांग्रेस ने एक नही कई मौकों पर सैनिकों का अपमान और मनोबल को तोड़ने का कार्य किया। आज यही वजह है कि सैनिकों और देश सहित पूरे विश्व मे भारत का सम्मान बढ़ा है। कांग्रेस इस उपलब्धि को पचा नही पा रही है और देश की छवि को खराब करने के लिए हथकंडे अपना रही है। जनता इसे स्वीकार नही करेगी। कांग्रेस को देश की रक्षा से जुड़े मामलों को राजनीति की परिधि से बाहर रखना चाहिए

 

 

आप ने किया गांधी पार्क में पौधा रोपण, आमजन को भी वितरित किये पौधे

देहरादून, आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने गाँधी पार्क पर लोकपर्व ‘हरेला’ के अवसर पर पौधारोपण किया गया। जिसके उपरांत समस्त कार्यकर्ताओं द्वारा आमजन को पौधे वितरित कर अपने क्षेत्रों में रोपने की अपील की गई।
इस अवसर पर पूर्व प्रदेश महासचिव विशाल चौधरी जी ने कहा कि उत्तराखंड का लोकपर्व हरेला का जागरूकता व सजगता के दृष्टिकोण से अपना एक विशेष महत्व है। उत्तराखंड का नाम भारत के मानचित्र पर अपना एक अलग स्थान रखना है, यहां की लोह महिलाओं द्वारा जनहित में किये गये जनान्दोलन संपूर्ण राष्ट्र को एक संदेश देते है चाहे गौरा देवी जी हो या तीलू रौतेली व स्व• सुन्दरलाल बहुगुणा ऐसी महान विभूतियों से सदैव समाज को प्रेरणा मिलती है। मेरा राज्य के मुख्यमंत्री धामी जी से अनुरोध है कि देवभूमि मे परियोजनाओं के नाम पर हो रहे अनियोजित विकास के कारण निरंतर पर्यावरण का ह्रास हो रहा है जिसकी वजह से आऐ दिन राज्य मे भूस्खलन व देवीय आपदाऐं विकराल रूप लेती दिख रही है। सरकार को हरेला पर जागरूकता अभियान चलाने चाहिए जिससे भविष्य में राज्य का नागरिक पर्यावरण संरक्षण के दृष्टिगत आगे आकर कार्य कर सके।
इस अवसर पर पूर्व प्रदेश उपाध्यक्ष अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ डाॅ. अंसारी ने कहा कि हरेला पर्व हमें पर्यावरण को सुरक्षित व संतुलित रखने की प्रेरणा देता है, राज्य का नागरिक सदैव से अपनी नैतिक जिम्मेदारियों से सभी को प्रेरित करता रहा है। सरकार को भी हरेला के दृष्टिगत प्रकृति संरक्षण की मुहिम चलाई जानी चाहिए।
इस अवसर पर जिला महासचिव शरद जैन, श्यामलाल नाथ, जितेन्द्र पंत, मनोज चौधरी, संजीव शर्मा,श्यामबाबू पाण्डे, राजेन्द्र सिंह, मनीष छाछरा, मुकुल बिडला, योगेन्द्र चौहान, थाॅमस मैसी हरीसिमरन, एडवोकेट आशा राजवंशी, कासिम, ऊषा शर्मा, रोशनी रावत, अर्शी, भरत थपलियाल, आरती राणा, महिपाल, पंकज अरोड़ा, जसबीर सिंह, राघव दुआ, हारून मिर्जा, विक्की ठाकुर, ऋतु डिमरी, जसबीर सिंह, प्रवेश कुमार, संदीप गागट, एम एल कनौजिया,हरिसीमरन सिंह, महिपाल सिंह,सुशांत थापा,प्रकाश शर्मा,सुमित महारथी, सतीश कुमार, नैनीताल राजौरिया आदि उपस्थित रहे।

 

महिला आयोग की अध्यक्षा ने महिलाओं के साथ वीरभद्र मंदिर में भगवान शिव को जल चढ़ा कर बांटा प्रसाद

ॠषिकेश, उत्तराखंड राज्य महिला आयोग की अध्यक्षा ने सावन के पवित्र माह के दूसरे सोमवार व अमावस्या के अवसर पर ऋषिकेश स्थित प्राचीन सिद्धपीठ महादेव के वीरभद्र मंदिर में वीरभद्र जनकल्याण समिति की महिलाओं के साथ पूजा अर्चना कर भगवान शिव के शिवलिंग पर जल चढ़ाया और सभी भक्तजनों को श्रावण माह के दूसरे सोमवार व सोमवती अमावस्या की शुभकामनाएं दी तथा इस अवसर पर समस्त प्रदेशवासियों के हित की मंगलकामना की।

पूजा अर्चना के बाद महिला आयोग की अध्यक्षा ने मन्दिर पहुंचे सभी भक्तजनों को वीरभद्र जनकल्याण समिति की ओर से खीर वितरण कर भंडारे की शुरुआत की गई।

महिला आयोग की अध्यक्षा श्रीमती कण्डवाल ने कहा कि हमें अपने संस्कृति और संस्कारों से जुड़े रहना चाहिए और उन्होंने कहा कि हमारा धर्म हमे सिखाता है कि हमें समाज से जुड़ कर समाज सेवा का कार्य भी लगातार करते रहना चाहिए।

इस अवसर पर वीरभद्र जनकल्याण समिति की सदस्य और मीरा नगर पार्षद सुन्दरी कंडवाल ने बताया कि समिति अपनी संस्कृति अपने धर्म के उत्थान व जनसेवा के लिए लगातार प्रयासरत है।

कार्यकर्म में अरविंद चौधरी, रमेश चंद शर्मा, वेद प्रकाश कपरवान, रविंद्र कश्यप, दिनेश शर्मा, विवेक चतुर्वेदी, लता राणा, विनता, शशि राणा, शोभा कोठियाल, पार्वती रनाकोटी, चंद्रकांता देवी, रीना उनियाल, भावना भट्ट, सुनीता बिष्ट, जानकी देवी, राजी देवी आदि का ने धर्मलाभ उठाया।

 

श्रावणी मेले का विधिवत् शुभारंभ : जागेश्वर धाम राज्य ही नहीं सम्पूर्ण देश में प्रसिद्ध धाम है : सांसद अजय टम्टा

 

अल्मोड़ा ( जागेश्वर), प्रसिद्ध जागेश्वर धाम में लगने वाले श्रावणी मेले का शुभारंभ आज बड़ी धूमधाम से हुआ। शुभारंभ कार्यक्रम में मुख्यातिथि सांसद अजय टम्टा समेत विधायक अल्मोड़ा मनोज तिवारी, जिलाध्यक्ष भाजपा रमेश बहुगुणा, जिलाधिकारी/अध्यक्ष जागेश्वर मंदिर प्रबंधन समिति विनीत तोमर समेत अनेक गणमान्य व्यक्ति रहे। इस दौरान शुभारंभ कार्यक्रम में पहुंचे अतिथिगणों ने जागेश्वर धाम में पूजा अर्चना कर आशीर्वाद लिया। इसके पश्चात सांसद अजय टम्टा समेत अन्य गणमान्यों ने रिबन कटकर श्रावणी मेले का विधिवत उद्घाटन किया। इस दौरान मा0 सांसद अजय टम्टा ने सभी प्रदेशवासियों को श्रावणी मेला एवं हरेला पर्व की शुभकामनाएं प्रेषित करते हुए कहा कि जागेश्वर धाम राज्य ही नहीं सम्पूर्ण देश में प्रसिद्ध धाम है। देश विदेश से लोग यहां श्रद्धा के साथ आकर शीश झुकाते हैं। उन्होंने कहा कि मेले को भव्य बनाने के लिए जिलाप्रशासन तथा मंदिर समिति पूरे मंतव्य से तथा पूरी श्रद्धा से जुटी हुई है। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए सांसद अजय टम्टा ने कहा कि जागेश्वर धाम सबकी श्रद्धा का केंद्र हैं। यहां आकर खोए हुए आत्मविश्वास को पुनर्जीवित करने की अनुभूति होती है। उन्होंने कहा कि मानसखंद मंदिर माला में भी जागेश्वर को रखा गया है तथा मास्टर प्लान के तहत जागेश्वर का विकास किया जाएगा। उन्होंने सभी श्रृद्धालुओं के लिए मंगलकामनें की।
इस दौरान मेले के शुभारंभ अवसर पर विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रम भी आयोजित किए गए। जिसमे स्कूली बच्चों तथा सांस्कृतिक दलों ने विभिन्न सांस्कृतिक छटाओं से सभी को मंत्रमुग्ध किया।

मेले में श्रृद्धालुओं के लिए सुगम एवं सुलभ सुविधाओं को बनाए रखने की है पूरी व्यवस्था : जिलाधिकारी

जिलाधिकारी (अध्यक्ष मंदिर समिति) विनीत तोमर ने कहा कि मेले में आने वाले सभी भक्तगणों का स्वागत है। उन्होंने कहा कि मेले के दौरान श्रृद्धालुओं को किसी प्रकार की कोई परेशानी न हो इसके लिए साफ सफाई, कूड़ा प्रबंधन, पेयजल व्यवस्था तथा ट्रैफिक नियंत्रण की सभी व्यवस्थाएं की गई हैं। मेला अवधि के दौरान जल संस्थान द्वारा पेयजल व्यवस्था के लिए टैंकर के द्वारा भी उपलब्धता सुनिश्चित की गई है तथा पेयजल आपूर्ति की व्यवस्था में 7 कर्मचारी तैनात किए गए हैं।

हरेला पर्व के अवसर पर श्रावणी मेला शुभारंभ में वृक्षारोपण भी किया गया

इस दौरान जागेश्वर परिसर में भंडारा स्थल के किनारे सभी गणमान्यों द्वारा पौधारोपण भी किया गया। पौधारोपण कर सभी गणमान्यों ने सभी लोगों से वृक्षारोपण कर प्रकृति संरक्षण करने की अपील की गई।
इस दौरान उपजिलाधिकारी गोपाल सिंह चौहान, प्रबंधक जागेश्वर मंदिर समिति ज्योत्सना पंत,
बीजेपी जिला महामंत्री धर्मेंद्र बिष्ट समेत अन्य गणमान्य एवं अधिकारी तथा श्रृद्धालु गण उपस्थित रहे।

 

हरेला धरती के श्रृंगार और पर्यावरण संरक्षण का पर्व है : डाॅ. धन सिंह रावत

ॠषिकेश, राज्य भर में मनाए जा रहे हरेला पर्व के तहत एम्स ऋषिकेश परिसर में विभिन्न प्रजातियों के 100 से अधिक पौधे रोपे गए। इस अवसर पर मुख्य अतिथि राज्य के चिकित्सा स्वास्थ्य और उच्च शिक्षा मंत्री डाॅ. धन सिंह रावत ने कहा कि हरेला धरती के श्रृंगार और पर्यावरण संरक्षण का पर्व है। इस परम्परा को आगे बढ़ाना प्रत्येक राज्यवासी की जिम्मेदारी है।

सोमवार को एम्स ऋषिकेश परिसर में आयोजित हरेला पर्व पर आयोजित कार्यक्रम के दौरान मुख्य अतिथि सूबे के स्वास्थ्य चिकित्सा और उच्च शिक्षा मंत्री डाॅ. धन सिंह रावत की मौजूदगी में संस्थान के अधिकारियों तथा फेकल्टी सदस्यों द्वारा चम्पा, कीनू, कनेर, गोगनबेलिया आदि प्रजातियों के फलदार और छायादार पौधे रोपे गए। एम्स के मिलेट कैफे स्थल के निकट केबिनेट मंत्री डाॅ. धन सिंह रावत द्वारा चम्पा का पौधा रोपा गया। इस मौके पर उन्होंने कहा कि धरती में पर्यावरण संतुलन और जीवन चक्र के लिए जरूरी है कि प्रत्येक व्यक्ति पौधारोपण कर वृक्षों को संरक्षित करने का संकल्प ले। ताकि लोक परम्परा को जीवित रखा जा सके और हमारी नई पीढ़ी को इससे जुडी़ रहे।

उल्लेखनीय है कि राज्य में आम जनमानस को पर्यावरण के प्रति जागरूक करने के उद्देश्य से 16 जुलाई से 23 जुलाई तक हरेला सप्ताह मनाया जा रहा है। कार्यक्रम के दौरान एम्स की कार्यकारी निदेशक प्रोफेसर (डॉक्टर) मीनू सिंह ने वृक्षों को प्रकृति का संतुलन बनाए रखने के लिए अत्यन्त महत्वपूर्ण बताया। उन्होंने कहा कि वृक्ष प्रकृति का वरदान है और इनसे हमें प्राण वायु प्राप्त होती है। उन्होंने पृथ्वी के पर्यावरण को सुरक्षित और बचाए रखने के लिए वृक्षों को अति महत्वपूर्ण बताया। केबिनेट मंत्री डाॅ. धन सिंह रावत ने एम्स परिसर में की जा रही आर्गेनिक खेती का निरीक्षण भी किया। उन्होंने इसकी सराहना करते हुए कहा कि मोटा अनाज को बढ़ावा देने के लिए एम्स का यह प्रयास प्रशंसनीय है। बता दें कि एम्स परिसर में 5 बीघा से अधिक भूमि पर कोदा, मक्का और मंडुए की उपज की जा रही है।

इस मौके पर डीन एकेडेमिक प्रोफेसर जया चतुर्वेदी, चिकित्सा अधीक्षक प्रो. संजीव कुुमार मित्तल, उप निदेशक (प्रशासन) कर्नल राकेश कुमार, रजिस्ट्रार राजीव चौधरी, विधि अधिकारी प्रदीप चन्द्र पाण्डेय, अधीक्षण अभियंता ले. कर्नल राजेश जुयाल, प्रशासनिक अधिकारी गौरव बडोला, काॅलेज ऑफ नर्सिंग की प्रिंसिपल प्रो. स्मृति अरोड़ा, नगर निगम महापौर अनीता ममगाईं, डाॅ. विनोद कुमार, डाॅ. अनीसा आतिफ सहित संस्थान के कई फेकल्टी मेम्बर और अधिकारीगण मौजूद रहे।

अगले 25 साल का रोडमैप तैयार करे एम्स

ऋषिकेश, पौधरोपण कार्यक्रम के बाद केबिनेट मंत्री डाॅ. धन सिंह रावत ने एम्स के अधिकारियों के साथ बैठक की और हाल ही में देहरादून में संपन्न हुए स्वास्थ्य चिंतन शिविर के निर्णयों की जानकारी दी। उन्होंने कहा कि केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने काला ज्वर मुक्त भारत और एनीमिया मुक्त भारत बनाने के लिए राज्य के स्वास्थ्य मंत्रालय को भी लक्ष्य सौंपे हैं। इसके अन्तर्गत राज्य के प्रत्येक मेडिकल काॅलेज को कुछ जनपद सौंपे जाने हैं। जिसके तहत हरिद्वार जनपद की जिम्मेदारी लेने के लिए उन्होंने एम्स से अपेक्षा जताई। यह भी कहा कि स्वास्थ्य के क्षेत्र में राज्य को एम्स ऋषिकेश से बहुत अपेक्षाएं हैं। ऐसे में एम्स को चाहिए कि स्वास्थ्य सुविधाओं की दृष्टि से वह अगले 25 वर्षों का रोडमैप तैयार करे। कहा कि राज्य के सभी सरकारी मेडिकल कॉलेज के छात्र- छात्राओं को लाभ मिले इसके लिए ई-ग्रंथालय की स्थापना तथा फैकल्टी एक्सचेंज प्रोग्राम तैयार किया जा रहा है। इसके लिए उन्होंने एम्स के सहयोग और इसमें महत्वपूर्ण भूमिका निभाने की आवश्यकता बताई। डाॅ. रावत ने नेशनल इंस्टीट्यूशनल रैंकिग फ्रेमवर्क (एनआइआरएफ) की सूची में देश के सभी एम्स संस्थानों में एम्स ऋषिकेश को चौथा स्थान मिलने पर राज्य के लिए गौरव की बात कही।

 

आईडीपीएल के अनशनकारियों ने पौधे रोप कर क्रमिक अनशन शुरू किया

ऋषिकेश, आईडीपीएल काली मंदिर के पास चल रहा धरना 31 वें दिन व क्रमिक अनशन 8वें दिन भी जारी रहा।
आज उत्तराखंड के पर्व हरेला पर्व पर धरने के 31वें दिन क्रमिक अनशनकारियो ने पौधे रोप कर क्रमिक अनशन शुरू किया ।अनशन पर बुद्धदेवी,गीता,माया,अरुणा,और सविता थापा बैठीं।
क्रमिक अनशन पर बैठी महिलाओं ने मांग की कि जिस भू माफिया,उद्योगपति या नेता की वजह से हमे घर से बेघर किया जा रहा है उसका नाम उजागर होना चाहिए,बारह सौ परिवारों को बेघर करने का जो कूकृत्य जिसके द्वारा किया जा रहा है उसका नाम ऋषिकेश की जनता के सामने आना ही चाहिए।
इस अवसर पर रामेश्वरी चौहान ,संदीप कुमार,सुनील कुटलैहडिया,हेमंत,सजल,सजीव,नन्दनी,सुकुमारी,सुचित्रा,कविता,सावित्री,हेमा पांडे आदि उपस्थित थे।

 

हरेला पर गोष्ठी : पर्यावरण पृष्ठभूमि में हरेला पर्व के औचित्य व उसकी प्रासंगिकता को विस्तार से किया गया रेखांकित

देहरादून, दून पुस्तकालय एवं शोध केन्द्र की ओर से अपने कार्यक्रमों की श्रृंखला में आज उत्तराखण्ड के लोक पर्व हरेला पर विविध कार्यक्रम आयोजित किये गये उत्तराखण्ड के पर्वतीय क्षेत्रों विशेषकर कुमाऊं अंचल में हरेला मनाने की परम्परा सदियों से चली आ रही है उमंग और उत्साह के साथ मनाये जाने वाले इस पर्व को ऋतु उत्सवों में सर्वोच्च स्थान प्राप्त है। हरेला पर्व सौरमास श्रावण के प्रथम दिन यानि कर्क संकान्ति को मनाया जाता है। परम्परानुसार हरेला पर्व से नौ अथवा दस दिन पूर्व पत्तों से के दोनों या रिंगाल की टोकरियों में पांच, सात अथवा नौ प्रकार के धान्य बीजों को बोकर घर के देवस्थान में रखा जाता है। हरेला पर्व के दिन टोकरियों में उगे इन हरेले के तृणों को काटकर देवताओं को चढ़ाने के बाद बाद घर-परिवार के सभी सदस्यों के सिर पर रखा जाता है। इस दौरान सयानी महिलाएं अशीष के आंखर भी देती है हरेले के दिन विविध पहाड़ी व्यंजन यथा बड़े पूर्वे, पूरी, खीर आदि बनाये जाते हैं और पास-पड़ोस में प्रेम से इन्हें एक दूसरे के यहां बांटने की परम्परा है।

संस्थान के सभागार में आयोजित कार्यक्रमों के तहत एक विचार गोष्ठी भी रखी गयी। इसमें कुमाउनी भाषा व संस्कृति की विशेषज्ञ श्रीमती कमला ने पर्वतीय खेती-बाड़ी और स्थानीय पर्यावरण पृष्ठभूमि में हरेला पर्व के औचित्य व उसकी प्रासंगिकता को विस्तार से रेखांकित किया। अपने वक्तव्य में श्रीमती पंत ने कहा कि हरेला पर्व सीधे तौर पर प्रकृति के साथ जुड़कर समन्वय बैठाने की भूमिका में नजर आता है। मानव समाज के तन-मन में हरियाली हमेशा से ही प्रफुल्लता का भाव संचारित करती रही है। उन्होंने कहा कि हरेला पर्व लोक विज्ञान और जैव विविधता से भी सीधे तौर पर जुड़ा हुआ है। हरेला बोने की प्रक्रिया को एक तरह से बीज परीक्षण के रूप में देखा जा सकता है। इससे यह सहज अनुमान लग जाता है आगामी फसल कैसी होगी। हरेले में मिश्रित बीजों के बोने की परम्परा भी मिश्रित खेती पद्धति के महत्व को भी दर्शाती है।

साहित्यकार व लोक संस्कृतिविद डॉ. नन्दकिशोर हटवाल ने हरेला पर्व के सामाजिक व सांस्कृतिक महत्व पर गहन प्रकाश डाला। उन्होने कहा कि मानव के तन-मन में हरियाली हमेशा से ही प्रफुल्लता का भाव संचारित करती आयी है। परिवार व समाज में सामूहिक और एक दूसरे की भागीदारी से मनाये जाने वाला यह लोक पर्व सामाजिक समरसता और एकता का भी प्रतीक है। हरेला पर्व में लोक कल्याण की एक महान अवधारणा निहित है ऐसे में निश्चित तौर पर लोक के बीच मनाया जाने वाला यह पर्व हमें प्रकृति व समाज के करीब आने का सार्थक संदेश देता है।

विचार गोष्ठी में इतिहासकार डॉ. योगेश धस्माना ने हिमालय के परिवेश में हरेला पर्व को केन्द्रित करते हुए उसके पर्यावरण के अलावा घर-परिवार और गांव समाज में सामूहिक मान्यता और उसकी उपादेयता पर सार्थक जानकारी प्रदान की।

इसके बाद दूसरे सत्र में लोकगीत व संगीत के विविध कार्यक्रम हुए। जिसमें रामचरण जुयाल ने अपनी संगीत की प्रस्तुति दी। वरिष्ठ कुमाउनी कवि श्री गोपाल सिंह बिष्ट ने अपनी कविताओं के माध्यम से पहाड़ की संस्कृति और रितिरिवाज से जुड़े प्रसंगों को सुनाया। श्री सुरेन्द्र कोहली व श्रीमती अर्चना सती ने भी पहाड़ के जनजीवन व हरियाली से संबंधित कई लोकगीतों की बेहतरीन प्रस्तुति दी। श्रीमती शोभा शर्मा ने भी कविता पाठ किया जिसे श्रोताओं ने खूब सराहा कार्यक्रम से पूर्व श्रीमती भारती पाण्डे व श्रीमती कमला पंत ने मंगल गीत व अंत में हरेले के आशीष के आंखर भी गाये। हरेले के इस कार्यक्रम में सुप्रसिद्ध लोकगायक व संगीतकार गढ़रत्न श्री नरेंद्र सिंह नेगी मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थिति रहे। कार्यक्रम का संचालन श्री बिजू नेगी ने किया। धन्यवाद ज्ञापन दून पुस्तकालय एवं शोध केन्द्र के प्रोग्राम एसोसिएट श्री चन्द्रशेखर तिवारी ने दिया।

इस दौरान देहरादून के अनेक लेखक, साहित्यकार और संस्कृति प्रेमी, युवा पाठक सहित अतुल शर्मा,रविन्द्र जुगरान, ज्योतिष घिल्डियाल, सुंदर सिंह, मदन बिष्ट, जगदीश महर सहित अनेक लोग उपस्थित रहे।

 

ऑल इंडिया मास्टर्स क्लासिक पावरलिफ्टिंग चौंपियनशिप 2023 में अपर पुलिस महानिदेशक अमित सिन्हा ने जीता स्वर्ण पदक

 

देहरादून, जीएमआर स्पोर्ट्स एरेना, राजम, विशाखापत्तनम, आंध्र प्रदेश में 12 से 16 जुलाई तक आयोजित ऑल इंडिया मास्टर्स क्लासिक पावरलिफ्टिंग चौंपियनशिप 2023 में श्री अमित सिन्हा, अपर पुलिस महानिदेशक, पुलिस दूरसंचार/वरिष्ठ उपाध्यक्ष उत्तराखण्ड पुलिस स्पोटर्स कंट्रोल बोर्ड ने 120 किग्रा भार वर्ग में कुल 435 किलोग्राम वजन (180 स्क्वाट, 95 बेंच प्रेस, 160 डेड लिफ्ट) के साथ स्वर्ण पदक अर्जित कर प्रदेश और उत्तराखण्ड पुलिस का मान बढ़ाया है। प्रतियोगिता में 23 राज्यों से कुल 456 भारोत्तोलकों ने प्रतिभाग किया।

इसके साथ ही श्री अमित सिन्हा दिनांक 8-15 अक्टूबर 2023 तक उलान बातर मंगोलिया में आयोजित होने वाली विश्व चौंपियनशिप के लिए भी चयनित हो गये हैं।

श्री अशोक कुमार, पुलिस महानिदेशक उत्तराखण्ड ने श्री अमित सिन्हा की इस उपलब्धी के लिए उन्हें शुभकामनाएं दी है।

 

हरेला पर्व पर लोक पर्यावरण शिक्षा संस्थान ने किया चंद्रभागा नदी के तट पर वृक्षारोपण

ॠषिकेश, चंद्रभागा नदी के तट पर हरेला पर्व पर लोक पर्यावरण शिक्षा संस्थान ने नदी के संरक्षण के लिए वृक्षारोपण कार्यक्रम का आयोजन किया। वृक्षारोपण कार्यक्रम में मुख्य अतिथि नगर आयुक्त ऋषिकेश और लोक पर्यावरण शिक्षा संस्थान के अध्यक्ष श्यामलाल भाई पर्यावरणविद् मौजूद रहे। संस्थान के द्वारा स्वच्छ गंगा नदी बचाओ अभियान के तहत चंद्रभागा नदी के संरक्षण में 1500 पौधों का रोपण विगत वर्ष भी किया था | आज ‘हरेला पर्व’ के उपलक्ष में 50 फलदार व औषधि पौधों का वृक्षारोपण किया गया | इस अलसर पर नगर आयुक्त द्वारा स्वच्छ गंगा नदी बचाओ अभियान के तहत चंद्रभागा नदी संरक्षण के प्रयास की सराहनीय करते हुए कहा कि हम सभी लोगों को चंद्रभागा नदी संरक्षण के लिए सहयोग करना होगा और नदी के तटों को स्वच्छ रखकर उन पर वृक्षारोपण करने का प्रण लेना होगा, स्वच्छ गंगा नदी बचाओ अभियान के प्रमुख श्यामलाल भाई पर्यावरणविद् ने नगर आयुक्त ऋषिकेश के समक्ष चंद्रभागा नदी संरक्षण आ रही कठिनाइयों की जानकारी दी और संस्था द्वारा किए गए प्रयासों से वृक्षारोपण स्थल का निरीक्षण करवाया | उन्होंने जनता से चंद्रभागा नदी के तट पर वृक्षारोपण करने की अपील की, ताकि चंद्रभागा नदी के तटों को प्लास्टिक कचरे से निजात मिल सके साथ ही नदी के तट का कटाव भी कम होगा और चंद्रभागा नदी के तटों पर कचरा नहीं होगा l संस्था चंद्रभागा नदी संरक्षण के लिए हम स्वच्छता अभियान के माध्यम से तो वर्ष 2016 से प्रयासरत हैं |

इस पुनीत कार्य के लिए सहयोग ORBIS Financial Corporation, वन प्रभाग नरेंद्र नगर, भारतीय स्टेट बैंक रेलवे रोड, नगर निगम ऋषिकेश, हेमंत गुप्ता, हितेंद्र सिंह पंवार गढ़वाल ज्वेलर्स, विनोद जुगरान,पर्यावरणविद् प्रीतम विश्वकर्मा, शशि पांडे, संगीता तिवारी, नवीन नेगी, दान स्वरूप आदि से सकरात्मक सहयोग प्राप्त हुआ है।

जीआईसी,बीईओ सहित तीन संस्थानों की वित्तीय अनियमितता की होगी जांच, चार सदस्यीय दल करेगा जांच

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’10 दिन में सौंपी जाएगी रिपोर्ट, जिपंस मर्तोलिया की शिकायत पर सीईओ का आदेश’

मुनस्यारी, जिला पंचायत सदस्य जगत मर्तोलिया द्वारा राजकीय इंटर कॉलेज, खंड शिक्षा अधिकारी कार्यालय,तथा खंड शिक्षा अधिकारी कार्यालय मुनस्यारी में हुई वित्तीय अनियमितताएं किए जाने की शिकायत पर सीईओ ने चार सदस्य जांच समिति बना दी है। जांच कमेटी को 10 दिवस के भीतर अपनी जांच रिपोर्ट प्रस्तुत करनी है।
जिला पंचायत सदस्य ने दावा किया है कि जांच रिपोर्ट में चौंकाने वाले आंकड़े सामने वाले है। निदेशक माध्यमिक शिक्षा सीमा जौनसारी के क्षेत्र भ्रमण के दौरान जिला पंचायत सदस्य द्वारा इन तीनों संस्थानों में वर्ष 2016-17 से वर्ष 2023-24 तक वित्तीय अनियमितताएं किए जाने की मौखिक शिकायत की गई थी।
बाद में जिला पंचायत सदस्य मर्तोलिया द्वारा मुख्य शिक्षा अधिकारी को लिखित रूप में इसकी शिकायत की गई।
मुख्य शिक्षा अधिकारी अशोक कुमार जुकरिया द्वारा इसकी जांच के लिए चार सदस्य कमेटी बनाई गई है।
जिसमें जिला शिक्षा अधिकारी प्राथमिक शिक्षा,खंड शिक्षा अधिकारी,वित्त अधिकारी विद्यालय शिक्षा, सहायक वित्त अधिकारी समग्र शिक्षा पिथौरागढ को शामिल किया गया है।
इस प्रकरण में जांच आख्या मय साक्ष्यों एवं स्पष्ट मंतव्य सहित जांच रिपोर्ट उपलब्ध कराने की बात कही गई है।
जिला पंचायत सदस्य जगत मर्तोलिया ने कहा कि जांच रिपोर्ट के आने के बाद इस जांच रिपोर्ट का अध्ययन किया जाएगा।
उसके बाद ही इस मामले में कुछ कहा जा सकता है।
उन्होंने कहा कि एक ही व्यक्ति द्वारा तीनों पदों में एक समय पर रहने के कारण वित्तीय अनियमितताएं हुई है। उन्होंने कहा कि इन अनियमितताओं से विद्यार्थियों को भी शैक्षिक नुकसान होने की संभावना जताई जा रही है। उन्होंने कहा कि शिक्षा विभाग द्वारा पारदर्शी एवं निष्पक्ष जांच नहीं की गई थी वह फिर आंदोलन का रास्ता नहीं है अपनाएंगे।

चारधाम यात्रा हेतु हैली सेवा के नाम पर ठगी : गिरोह का मुख्य सरगना को पीओएस मशीन के साथ गिरफ्तार

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‘बिहार में बैठकर उत्तराखंड में संचालित कर रहे थे दर्शनों के हवाई फर्जीवाड़े’

“स्पेशल टास्क फोर्स ने चार धाम हेली सेवा से जुड़ी 41 फर्जी वेबसाइटों को भी ब्लॉक कर भारत में सेकड़ो लोगों को आस्था से जुड़ी साईबर ढगी होने से बचाया”

देहरादून, वर्तमान समय में उत्तराखण्ड राज्य में चारधाम यात्रा प्रचलित है, जिस कारण विभिन्न राज्यों से श्रद्धालुओं द्वारा श्री केदानाथ धाम दर्शन हेतु हैलीकॉप्टर सेवा प्राप्त करने हेतु ऑनलाईन टिकट बुक करवाये जा रहे है। साईबर अपराधियों द्वारा भी साईबर अपराध करने हेतु समय के साथ-साथ धोखाधड़ी करने हेतु नये-नये तरीके अपनायें जाते रहे हैं व चारधाम यात्रा हेतु हैली सेवा ऑनलाईन टिकट बुकिंग के नाम पर भी देश के विभिन्न राज्यों से हैली सेवा टिकट ऑनलाईन बुक करवाने वालों के साथ भी साईबर ठगी की जा रही है।

श्रद्धालुओं से ठगी करने वालों पर सख्त कार्यवाही करने की दिशा में
ccps.deh@uttarakhandpolice.uk.gov.in पर उत्तराखण्ड राज्य के साथ-साथ विभिन्न राज्यों से पीड़ितों द्वारा हैली सेवा बुकिंग के नाम पर उनके साथ हुयी धोखाधड़ी के संबंध में ई-मेल प्राप्त हुयी, जिस के आधार पर एसटीएफ उत्तराखण्ड द्वारा साईबर क्राईम पुलिस स्टेशन देहरादून पर अभियोग पंजीकृत कर विवेचना प्रारम्भ की गई।

सभी शिकायतों की प्रारंभिक जांच की गई जिसके बाद 41 वेबसाइटें भी ब्लॉक की गई।
एसटीएफ द्वारा इस गिरोह का पर्दाफाश किया गया था व विवेचना के दौरान हैली सेवा के नाम पर देश भर में धोखाधड़ी करने वाले गिरोह के दो सदस्यों
सन्नी राज पुत्र उमेश दास निवासी ग्राम मोहब्बतपुर, पोस्ट पन्हेसा, थाना शेखोपुर सराय, जनपद शेखपुरा, बिहार और
बॉबी रविदास पुत्र उमेश दास निवासी ग्राम मोहब्बतपुर, पोस्ट पन्हेसा, थाना शेखोपुर सराय, जनपद शेखपुरा, बिहार को गैर राज्य बिहार के जिला शेखपुरा से गिरफ्तार किया गया था।

गिरोह के एक मुख्य सरगना नीरज कुमार पुत्र अवधेश प्रसाद निवासी ग्राम पोक्सी, पोआ. केसोरी, थाना पकरीबरवां, जनपद नवादा, बिहार को भी बिहार के जनपद नवादा से गिरफ्तार करने में सफलता प्राप्त की गई है, जिसके द्वारा विभिन्न फर्जी वेबसाईट्स बनाकर, मोबाईल नम्बरों, मोबाईल हैण्डसैटों व बैंक खातों का प्रयोग कर स्वयं को पवनहंस हैली सर्विस का कर्मचारी दर्शाकर, पीड़ितों के व्हट्सएप पर सम्पर्क स्थापित कर पवनहंस हैली सर्विस के कर्मचारी बनकर फर्जी आईडी भेजकर शिकायतकर्ता श्रीमती श्रीकोटी कल्याणी पत्नी श्री जगदेश्वर रॉव निवासी नारसीपट्नम, जिला अंकापल्ली, आंध्रा प्रदेश, से चारधाम यात्रा हेतु हैली सेवा टिकट बुकिंग हेतु फर्जी वेबसाईट https://pawanhanshtravels.in* का प्रयोग कर स्वयं को पवनहंस हैली सर्विस का कर्मचारी बताकर श्रीमती श्रीकोटी से केदारनाथ जाने के लिए पैसा स्थानान्तरित करवा कर धोखाधड़ी की गई थी।
एक अन्य शिकायतकर्ता अशोक प्रजापति पुत्र शान्तिलाल निवासी ए 33, निकट कैडिला ब्रिज, अहम्दाबाद, गुजरात मोबाईल नम्बर 9898000561 से केदारनाथ यात्रा के नाम पर अभियुक्त द्वारा स्वयं को पवन हंस हैली सर्विस का प्रतिनिधी बताकर बात की गई थी तथा व्हाट्सएप पर चैटिंग कर 11 लोगों का हैली सेवा टिकट बुक करवाने के लिए 77,000/- स्थानान्तरित करवा लिये।
अभियुक्त ने अपने अन्य साथियों के साथ मिलकर शिकायतकर्ता राजेन्द्र महाजन निवासी ग्राम गुमहारविन, हमीरपुर रोड़, हिमाचल प्रदेश रू 33,000/- संदिग्ध बैंक खातों में स्थानान्तरित करवाये गये। गिरोह के अन्य सदस्यों की तलाश जारी है।
अभियुक्त द्वारा अपने अन्य साथियों के साथ मिलकर पूरे भारत में हैली सेवा के नाम पर अपराध करने के लिए अलग-अलग मोबाईल फोन, सिमकार्डो व बैंक खातों का इस्तेमाल किया गया। अभियुक्त से बरामद उपकरणों का प्रयोग कर पूरे भारत में कई पीड़ितों से हैली सेवा टिकट बुकिंग के नाम पर पैसा लेकर धोखाधड़ी की गई है। अभियुक्त ने प्रतिरूपण, फिशिंग, फर्जी हैली सेवा कम्पनियों के अधिकारी बनकर और पहचान की चोरी के जरिए पूरे भारत में लोगों को ठगा है।

अभियुक्त द्वारा अपने अन्य साथियों के साथ मिलकर फर्जी आईडी पर मोबाईल हैण्डसेट व सिमकार्ड प्राप्त कर हैली सेवा कम्पनियों की फर्जी आई0डी0 बनाकर हैली सेवा कम्पनियों के नाम से वेबसाईट्स बनावा कर हैली सेवा टिकट की ऑनलाईन बुकिंग हेतु अपने मोबाईल नम्बर को व्हट्सएप्प एपीआई के जरिये उस वेबसाईट से कनेक्ट कर देते है। पीड़ितों द्वारा हैली सेवा टिकट की ऑनलाईन बुकिंग हेतु उक्त वेबसाईट पर विजिट करने पर व क्लिक करने पर अभियुक्त के व्हट्सएप्प से सम्पर्क हो जाता है, जिस पर अभियुक्त द्वारा पीड़ितों को हैली सेवा कम्पनियों की फर्जी आईडी भेजकर टिकट बुकिंग हेतु विश्वास दिलाकर अभियुक्त द्वारा प्रयोग किये जा रहें फर्जी बैंक खातों में पैसा डलवा कर धोखाधड़ी की जाती है।
अभियुक्त द्वारा विभिन्न मोबाईल हैण्डसेट, सिम कार्ड व फर्जी बैंक खातों का प्रयोग किया जाता है। कुछ पिडितों से एक मोबाईल फोन, सिम कार्ड व बैंक खाते का प्रयोग कर धोखाधड़ी करने के बाद इनके द्वारा नये सिम, मोबाईल हैण्डसैट व बैंक खातों का प्रयोग किया जाता है, गिरफ्तार आरोपी फर्जी हेली वेबसाइट बनाने का मास्टरमाइंड था |

साइबर अपराधी अपराध के दौरान पीओएस मशीनों का उपयोग कैसे करते हैं :

इस मामले में साइबर अपराधी ने FINO पेमेंट बैंक POS मशीन का इस्तेमाल किया है, अपराधी फिनो मित्रा ऐप इंस्टॉल करता है और फिर किसी भी बैंक के एटीएम कार्ड को पीओएस मशीन से स्वाइप कर लेता है. पैसा तुरंत फिनो पेमेंट बैंक खाते में स्थानांतरित कर दिया जाता है। उनके अपराधी से आगे विभिन्न बैंक खातों में स्थानांतरण और अंत में एटीएम निकासी। पूरी प्रक्रिया में केवल कुछ मिनट लगते हैं।

पूर्व गिरफ्तार अभियुक्तगण :
-सन्नी राज पुत्र उमेश दास निवासी ग्राम मोहब्बतपुर, पोस्ट पन्हेसा, थाना शेखोपुर सराय, जनपद शेखपुरा, बिहार।
-बॉबी रविदास पुत्र उमेश दास निवासी ग्राम मोहब्बतपुर, पोस्ट पन्हेसा, थाना शेखोपुर सराय, जनपद शेखपुरा, बिहार।

विवेचना के दौरान प्रकाश में आयीं 41 ऑनलाईन हैली सेवा टिकट बुकिंग करने हेतु साईबर ठगों द्वारा प्रयोग की जा रहीं फर्जी वेबसाईट्स को बंद करवाया गया है जिनके पीछे मुख्य सरगाना का हाथ था।

गिरफ्तार अभियुक्त :
-नीरज कुमार पुत्र अवधेश प्रसाद निवासी ग्राम पोक्सी, पो0आ0 केसोरी, थाना पकरीबरवां, जनपद नवादा, बिहार।
आपराधिक इतिहास :
इसके द्वारा बताया गया है कि दिसंबर वर्ष 2021 में कोतवाली जयपुर राजस्थान पुलिस द्वारा जेल भेजा गया था इनके द्वारा फोन पर लड़की बनकर लोगों को ठगा जाता था जिस मामले में कोतवाली जयपुर ने इनको पकड़ा था यह वहां से जमानत में बाहर है। गिरफ्तार अभियुक्त के पास 04 आधार कार्ड है जिसमें 01 आधार कार्ड अलग-अलग नाम व पते का भी है।

कृषि के क्षेत्र में सराहनीय कार्य करने वाले किसानों को मुख्यमंत्री ने किया सम्मानित

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देहरादून, मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने निरंजनपुर स्थित नवीन मण्डी में आयोजित कार्यक्रम में कृषि के क्षेत्र में सराहनीय कार्य करने वाले किसानों को सम्मानित किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि मण्डी से जुड़ी विभिन्न समस्याओं के समाधान के लिए जो भी सुझाव प्राप्त हुए हैं, इनका परीक्षण काराकर प्रस्ताव बनाये जायेंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि कुआंवाला-डोईवाला मार्ग पर दण्डेश्वर मंदिर का सौन्दर्यीकरण किया जायेगा। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने वृक्षारोपण कर लोगों को वृक्षारोपण के लिये प्रेरित भी किया।

मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने हजारों की संख्या में आये किसानों को संबोधित करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में 21वीं सदी का भारत पूरी दुनिया को दिशा देने का कार्य कर रहा है। सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास और सबका प्रयास की भावना से कार्य हो रहे हैं। उनकी प्रेरणा से कृषि के क्षेत्र में तमाम अनुसंधान हो रहे हैं। ‘वोकल फॉर लोकल’ को बढ़ावा दिया जा रहा है। राज्य में भी ‘एक जिला और दो उत्पाद’ पर कार्य किया जा रहा है। प्रधानमंत्री मोदी के प्रयासों से यह वर्ष अन्तरराष्ट्रीय मिलेट वर्ष के रूप में मनाया जा रहा है। हमारे श्री अन्न को वैश्विक स्तर पर पहचान मिली है। नवाचार के क्षेत्र में देश में अनेक कार्य हो रहे हैं। स्वरोजगार के प्रति लोगों का रूझान बढ़ा है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि भारत इस वर्ष जी-20 की अध्यक्षता कर रहा है। उत्त्राखण्ड को जी-20 की तीन बैठकें आयोजित करने का अवसर मिला। देश के 50 से अधिक शहरों में इन बैठकों का आयोजन किया जा रहा है। इन बैठकों के माध्यम से अन्तरराष्ट्रीय स्तर पर देश के छोटे शहरों को अन्तरराष्ट्रीय मंच पर नई पहचान मिली है। मुख्यमंत्री ने कहा कि कृषि क्षेत्र देश की बैक बोन की तरह है। देश को मजबूती से आगे बढ़ाने में हमारे किसानों की महत्वपूर्ण भूमिका रहती है। किसानों को सशक्त बनाने के लिए केन्द्र एवं राज्य सरकार द्वारा अनेक योजनाएं चलाई जा रही है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में किसानों को 03 लाख और महिला स्वयं सहायता समूहों को 05 लाख रूपये तक का ब्याज मुक्त ऋण दिया जा रहा है। फार्म मशनरी बैंक के तहत 80 प्रतिशत की सब्सिडी दी जा रही है। एप्पल, कीवी, तेजपत्ता, तिमूर मिशन पर कार्य किये जा रहे हैं। सगंध खेती को बढ़ावा देने के लिए 06 ऐरोमा वैली विकसित की जा रही हैं। काशीपुर में ऐरोमा पार्क बनाया जा रहा है। राज्य में कलस्टर आधारित खेती को बढ़ावा दिया जा रहा है। 01 साल में 18 हजार पॉलीहाउस बनाने का लक्ष्य रखा गया है। इससे एक लाख लोगों का रोजगार उपलब्ध होगा।

इस अवसर पर विधायक श्री विनोद चमोली , श्री खजानदास, श्रीमती सविता कपूर, मेयर श्री सुनील उनियाल गामा, भाजपा के महानगर अध्यक्ष श्री सिद्धार्थ अग्रवाल, भाजपा नेता श्री अनिल गोयल, अध्यक्ष मण्डी समिति श्री कुलदीप बुटोला, उपाध्यक्ष श्री त्रिलोक सिंह बिष्ट, किसान मोर्चा के अध्यक्ष श्री योगेन्द्र सिंह पुण्डीर आदि उपस्थित थे।