Sunday, June 22, 2025
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मानसून के पहले चरण में हुई बरबादी ने सिद्ध कर दिया है कि सरकार आपदा प्रबंधन में पूरी तरह असफल रही : यशपाल आर्य

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“प्रभारी मंत्री भी अपने-अपने प्रभार वाले जिलों में “आपदा प्रबंधन” के बजाय “आपदा पर्यटन” की औपचारिकता पूरी करके राजधानी वापस आ गए”

देहरादून, नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य ने कहा कि , मानसून के पहले चरण में हुई बरबादी ने सिद्ध कर दिया है कि सरकार आपदा प्रबंधन में पूरी तरह असफल है। उन्होंने कहा कि , पहली बारिश में देहरादून सहित मैदानी जिलों का जल भराव हो या पहाड़ी जिले चमोली में बिजली के करंट की मानव जनित आपदा से 16 निरीह लोगों की मौत हर घटना में सरकार की घनघोर लापरवाही और कर्तव्यहीनता उजागर हुई है।
नेता प्रतिपक्ष ने आरोप लगाया कि आपदा को लेकर सरकार की संवेदनशीलता इस बात से परखी जा सकती है कि , राज्य आपदा प्रबंधन समिति की बैठक लगभग एक साल से नहीं हुई है। उन्होंने बताया कि , राज्य स्तर में मुख्यमंत्री की अध्यक्षता वाली राज्य आपदा प्रबंधन समिति ही आपदा प्रबंधन और आपदा के समय समन्वय और नीतिगत निर्णयों के लिए जिम्मेदार होती है।
नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि , विधानसभा अध्यक्ष के कोटद्वार के मालन पुल से संबंधित वायरल वीडियो ने सिद्ध किया है कि , आपदा में भी राज्य की विधानसभा की अध्यक्ष को एक बेपरवाह नौकरशाह के सामने मदद के लिए गुहार लगानी पड़ रही है । इससे कोई भी जान सकता है कि इस राज्य में अन्य जान प्रतिनिधियों और आम लोगों की क्या हालत होगी।
उन्होंने कहा कि , हाल की आपदा के बाद मुख्यमंत्री को बाकायदा आदेश जारी कर जिलों के प्रभारी मंत्रियों को उन जिलों में भेजना पड़ा जंहा के वे प्रभारी मंत्री हैं। प्रभारी मंत्री भी अपने-अपने प्रभार वाले जिलों में “आपदा प्रबंधन” के बजाय “आपदा पर्यटन” की औपचारिकता पूरी करके वापस राजधानी आ गए हैं।
यशपाल आर्य ने आरोप लगाया कि , मानसून की पहली बारिश में मेट्रो शहर देहरादून की पोल पूरी तरह खुल गयी थी , सारा शहर तालाबों में बदल गया था। उन्होंने कहा कि जो सरकार घोषित स्मार्ट सिटी राजधानी देहरादून के जल भराव की समस्या का हल नही खोज पा रही है उससे बाकी राज्य में राहत की क्या आशा करें।
नेता प्रतिपक्ष ने बताया कि , मैदानी जिला हरिद्वार हाल की बारिश में पूरी तरह डूब गया था यही हाल उधम सिंह नगर का भी था । इन मैदानी जिलों में किसानों की फसलें तबाह हो गयी हैं।
उन्होंने कहा कि मैदानों की तरह पर्वतीय जिलों की हालत भी चिंताजनक हैं। चमोली में करेंट से 16 लोगों की मौत को नेता प्रतिपक्ष ने लापरवाही के कारण हुई मौतें बताते हुए कहा कि अगर प्रशासन सजग होता तो ये लोग बचाए जा सकते थे।
नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि , हाल के दिनों में आपदा के पूर्वानुमान , समय पर बचाव , राहत और पुनर्वास इन सभी मामलों में सरकार असफल दिखी है । उन्होंने कहा इस सरकार से इस साल की आपदा में हुए नुकसान की भरपाई करना बेकार है जब अभी तक पिछले साल पानी भरने से बरबाद हुई किसानों की फसलों का मुआवजा नही मिल पाया है। उन्होंने आरोप लगाया कि, बीमा कंपनियां किसानों से फसलों का प्रीमियम तो वसूल कर रही हैं पर आपदा मेंफसलों के बरबाद होने पर क्षति पूर्वक मुआवजा नही दे रही हैं।
नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि , यही हाल पहाड़ी जिलों के हैं वँहा सेब , टमाटर आदि फसलें आपदा मके कारण बाजार न् आने पर खेतों ही में सड़ रही हैं । उन्होंने कहा कि , जगह-जगह भू-धंसाव , पानी घुसने के कारण पेयजल लाइनों ,आवासीय मकानों , मुख्य सड़कों तथा सम्पर्क मार्गों को भारी नुक़सान हुआ है। बिना अंतरविभागीय समन्वय और केंद्र की सहायता के इन सभी अवस्थापनाओँ को पुनर्स्थापित करना असंभव है।
नेता प्रतिपक्ष ने सरकार को चेताते हुए कहा कि, अभी भी भारी बरसात का समय बाकी है इसलिए संभावित आपदाओं में प्रभावी प्रबंधन और समन्वय के लिए मुख्यमंत्री को जल्दी से जल्दी राज्य आपदा प्रबंधन समिति की बैठक बुलानी चाहिए और जिन जिलों में जिला आपदा प्रबंधन समिति की बैठक नही हुई है वँहा भी संभावित आपदाओं में बेहतर समन्वय के लिए जिला आपदा प्रबंधन समिति की बैठक आयोजित करनी चाहिए।

उत्तराखण्ड @25 ‘बोधिसत्व विचार श्रृंखला एक नई सोच-एक नई पहल’ पुस्तक का मुख्यमंत्री धामी ने किया विमोचन

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देहरादून, मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने शनिवार को मुख्यमंत्री आवास स्थित मुख्य सेवक सदन में उत्तराखण्ड @25 ‘बोधिसत्व विचार श्रृंखला एक नई सोच-एक नई पहल’ पुस्तक का विमोचन किया। प्रदेश के समग्र विकास हेतु पिछले एक वर्ष में बोधिसत्व विचार श्रृंखला के तहत आयोजित विभिन्न विषयों पर आधारित 12 सत्रों में वैज्ञानिकों, समाजसेवियों बुद्धिजीवियों एवं विषय विशेषज्ञों द्वारा व्यक्त विचारों का संकलन इस पुस्तक में किया गया है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि बोधिसत्व विचार श्रृंखला के माध्यम से राज्य की विषम भौगोलिक परिस्थितियों के अनुरूप विभिन्न क्षेत्रों की समस्याओं के समाधान की राह आसान बनाने का हमारा प्रयास रहा है। राज्य के विकास की दीर्घकालिक योजनाओं पर कार्य किया जा रहा है। इसके लिये सभी विभागों का 10 साल का रोड़ मैप तैयार किया जा रहा है। अब तक 20 विभागों की समीक्षा की जा चुकी है। बोधिसत्व विचार श्रृंखला में प्राप्त सुझावों को इसमें सामिल किया जा रहा है। हमारा प्रयास राज्य के विकास में सभी संस्थानों का सहयोग प्राप्त करने का रहा है। पंत नगर कृषि विश्व विद्यालय को पशुपालन एवं कृषि विकास तथा तकनीकि विश्व विद्यालय को विज्ञान एवं तकनीकि का राज्य के दूरस्थ क्षेत्रों तक पहुंच बनाने में सहयोगी बनाया जायेगा। उन्होंने कहा कि आदर्श चम्पावत के लिये बनायी जा रही योजनायें प्रदेश के सभी जनपदों के लिये आधार बनेगी।

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने 21 वीं सदी के तीसरे दशक को उत्तराखण्ड का दशक बताया है। हम इस दिशा में रोड मैप बना कर कार्य कर रहे हैं। राज्य के विकास में जन भागीदारी को बढ़ावा दिया जा रहा है। नीति आयोग से हिमालयी राज्यों के लिये अलग से विकास का मॉडल तैयार करने की अपेक्षा की गई है। राज्य में स्थित सभी वैज्ञानिक संस्थानों को साथ लाकर समग्र एवं सर्वागीण विकास का एकीकृत मॉडल विकसित करना हमारी प्राथमिकता है जिसके माध्यम से हम प्रदेश के सुदूरवर्ती ग्रामीण इलाकों को विकास की मुख्यधारा के जोड़ते हुए इकोलॉजी एवं इकोनॉमी में बराबर संतुलन बनाते हुए इस दशक को उत्तराखण्ड का दशक बनाने की हमारी माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी की आंकाशाओं को मूर्त रूप दे सकें। विज्ञान एवं तकनीक के माध्यम से उत्तराखण्ड@25 की अवधारणा के अनुरूप एक सशक्त, सक्षम एवं समृद्ध उत्तराखण्ड राज्य के निर्माण के लिए उन्होंने राज्य स्थित सभी प्रतिष्ठित संस्थानों की सक्रिय भागीदारी की अपेक्षा भी की।

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में नई कार्य संस्कृति विकसित करने के लिये 10 से 5 तक कार्य करने की व्यवस्था में बदलाव लाया जा रहा है। राज्य के विकास में प्रवासी उत्तराखंडी भी अब सहयोगी बनने लगे है। लोग उत्तराखण्ड आ रहे है। राज्य में निवेश व विकास का वातावरण बन रहा है। इस वर्ष ग्लोगल इन्वेस्टर समिट का आयोजन राज्य में किया जायेगा। जिसमें प्रधानमंत्री जी को भी आमंत्रित किया गया है। बडी संख्या में उद्यमी देश विदेश से यहां निवेश की सोच रहे है। इसके लिये राज्य सरकार द्वारा पूरा सहयोग दिया जा रहा है तथा अनुकूल वातावरण का सृजन किया जा रहा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में चारधाम एवं हेमकुंड साहिब यात्रा, कांवड यात्रा, हरिद्वार में होने वाले स्नान, पर्वों, पूर्णागिरी सहित अन्य मेलों में लगभग 8 करोड लोग प्रतिवर्ष उत्तराखण्ड आते हैं। इस आबादी की व्यवस्थाओं के लिये भी योजनायें बनायी जानी होती है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि अनुकूल औद्योगिक नीति और उदार कर लाभों से उत्पन्न पूंजी निवेश में भारी वृद्धि के कारण उत्तराखंड अब भारत में सबसे तेजी से बढ़ते राज्यों में से एक के रूप में उभर रहा है। इसने राज्य में निवेश करने और पहाड़ी राज्य के निरंतर विकास का हिस्सा बनने के लिए उद्योगों के लिए अपने दरवाजे खोल दिए हैं। राज्य के यह समावेशी विकास का लक्ष्य आईटी क्षेत्र के बिना हासिल नहीं किया जा सकता। डिजिटल उत्तराखंड का उद्देश्य राज्य में रोजगार सृजन, स्वास्थ्य, शिक्षा और औद्योगिक विकास में नए आयाम हासिल करना है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि वस्तुतः यह संवाद श्रृंखला हम सबकी विचार यात्रा है, सामूहिक विचार यात्रा अपनी समस्याओं का समाधान अपने लोगों से विचार विमर्श कर ढूँढ़ने और जन-जन के बीच सशक्त संवाद करने की यह यात्रा लोकतंत्र का आधार तत्व है। लोक की समस्याओं का समाधान उनकी अपेक्षानुसार तभी संभव होगा जब उनसे संवाद किया जायेगा। इकोलॉजी, इकोनॉमी, टैक्नोलॉजी, एकाउंटिबिलिटी और सस्टेनबिलिटी के पाँच सशक्त स्तंभों पर व्यवस्थित मॉडल हमारे उत्तराखण्ड @25 के संकल्प के लिए आवश्यक है। हमारा संकल्प है कि उत्तराखण्ड राज्य अपने सृजन की रजत जयंती वर्ष 2025 तक एक श्रेष्ठ राज्य बनकर उभरे तथा माननीय प्रधानमंत्री जी की घोषणानुरूप् इक्कीसवीं सदी के इस तीसरे दशक में समृद्ध और सशक्त रूप में स्थापित हो। उत्तराखण्ड का यह विकास मूलक मॉडल देश के अन्य हिमालयी राज्यों के लिये भी मार्गदर्शक मॉडल बने।

मुख्यमंत्री ने कहा कि आज प्रौद्योगिकी के प्रयोग से पारस्परिक दूरियों कम हुई। इस बदलाव ने भी हमारे संकल्प को सिद्धि प्रदान की और हमने ऐसी संवाद श्रृंखलाएँ आयोजित करने की पहल का मन बनाया जो नियोजनकर्ताओं, नीति निर्धारको प्रशासकों और आमजन के बीच की संवादहीनता की खाइयों को पाट सकें। यह बोधिसत्व विचार श्रृंखला ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों माध्यमों के संयोजन से आयोजित की गई।

मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में हमें अपनी पारिस्थितिकी और आर्थिकी के संतुलन को बनाए रखना है। विज्ञान और प्रौद्योगिकी के सार्थक प्रयोग हेतु लोगों में वैज्ञानिक दृष्टिकोण को बढ़ाना है। नैसर्गिक प्राकृतिक सौन्दर्य युक्त उत्तराखण्ड की सभी प्राकृतिक, ऐतिहासिक और धार्मिक विरासतों का संरक्षण करके इसे देश-विदेश में विशिष्ट पहचान दिलाने, अपनी संस्कृति, परम्पराओं जनजातीय विशिष्टताओं, बोलियों लोककलाओं, लोकगीतों और साहित्य, तीर्थाटन, पवित्र चारधाम यात्रा, मानसखण्ड आदि को नई पहचान देने का भी हमारा प्रयास है।

कार्यक्रम के संयोजक एवं यूकास्ट के महानिदेशक प्रो. दुर्गेश पंत ने कहा कि उत्तराखण्ड को अपनी स्थापना के रजत जयंती कालखण्ड में भारत के श्रेष्ठ एवं अग्रणी राज्यों के रूप में विकसित करना माननीय मुख्यमंत्री जी के चिन्तन के केन्द्र में रहा है। उनकी अवधारणा रही है कि उत्तराखण्ड की विकास-यात्रा हम सब की सामूहिक यात्रा है, और उसे साक्षात में भी एक सामूहिक यात्रा का ही स्वरूप लेना चाहिए। उन्होंने यह भी देखा कि लोक और तंत्र के बीच संवादहीनता हमारी लोकतांत्रिक व्यवस्था की आधारगत दुर्बलता रही है, जो कालान्तर में अनेक समस्याओं का कारण बनती रही है। इसलिए, लोक के साथ संवाद स्थापित करने से ही यह सामूहिक यात्रा चरितार्थ हो सकेगी। इसी लक्ष्यपूर्ति हेतु माननीय मुख्यमंत्री जी द्वारा बोधिसत्व विचार श्रृंखला प्रारम्भ की गयी है। बोधिसत्व का उद्देश्य विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी केन्द्रित एक ऐसे मंच की स्थापना है जहाँ देश के मूर्धन्य मनीषी, वैज्ञानिक, युवा उद्यमी एवं जन-प्रतिनिधि एक साथ एकत्र होकर राज्य के विकास के सभी आयामों पर गहन विचार-विमर्श कर उत्तराखण्ड /25 की एक ऐसी कार्य-योजना तैयार कर सकें जो राज्य का भविष्य उत्तरोत्तर स्वर्णिम बनाने में सहायक सिद्ध हो सके। इन श्रृंखलाओं से प्राप्त सुझावों को इस पुस्तक में समाहित किया गया है।

इस अवसर पर सचिव वित्त श्री दिलीप जावलकर, पद्यमश्री अनिल जोशी, कल्याण सिंह रावत ‘मैती’, कुलपति दून विश्व विद्यालय प्रो. सुरेखा डंगवाल, भाभा रिसर्च सेन्टर के डॉ. डी. के. असवाल, कुलपति जी.बी.पंतनगर कृषि विश्व विद्यालय मनमोहन सिंह चौहान, तकनीकि विश्व विद्यालय के कुलपति प्रो. ओंकार सिंह, निदेशक वाडिया इन्सटिट्यूट डॉ. कला चंद, सुश्री कमला पंत, डॉ. मनोज पंत, डॉ. अंजन रे सहित विभिन्न संस्थानों से जुडे विषय विशेषज्ञों ने अपने विचार एवं सुझाव रखे।

फ्यूज़न माइक्रो फाइनेंस लिमिटेड ने आयोजित किया निःशुल्क स्वास्थ्य शिविर

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सितारगंज – फ्यूज़न माइक्रो फाइनेंस ने उत्तराखंड के सितारगंज में ग्रामीण लोगों के लिए निशुल्क स्वास्थ्य जाँच शिविर का आयोजन किया। इस कार्यक्रम में डॉ. अभिलाषा पांडे (चिकित्साधिकारी-सितारगंज) और श्री नवल किशोर (क्षय रोग के जिला समन्वयक) ने अतिथियों के रूप में भाग लिया। वहीं कंपनी की ओर से श्री सुन्नी कश्यप (डी.एम), श्री अशोक कुमार (ए.एम), श्री दीपक सोनी (एस.बी.एम), श्री इंद्रेश (प्रशासन) एवं समस्त शाखा कर्मचारियों ने कार्यक्रम में भाग लिया। इस शिविर में लगभग 150 महिलाओं, पुरुषों और बच्चों ने हिस्सा लिया।
यह कार्यक्रम कंपनी के कॉर्पोरेट सोशल रिस्पांसिबिलिटी (सी.एस.आर) गतिविधियों का हिस्सा था। फ्यूजन माइक्रो फाइनेंस सामुदायिक स्वास्थ्य सेवा में सुधार के उद्देश्य से समाज की जरूरतों को पूरा करने के साथ उनके स्वास्थ्य जीवन में सकारात्मक बदलाव लाने का प्रयास करता है। शिविर में आए महिला रोग विशेषज्ञ और सामान्य चिकित्सक ने महिलाओं, पुरुषों और बच्चों की जाँच की और परीक्षण के बाद विभिन्न प्रकार के टेस्ट जैसे शुगर हीमोग्लोबिन, ब्लड प्रेशर आदि का भी परीक्षण किया। जाँच के बाद आवश्यकता अनुसार दवाई का वितरण भी किया गया।
कंपनी के श्री सुन्नी कश्यप (डी.एम) ने कहा, “फ्यूज़न माइक्रो फाइनेंस अपनी सामाजिक जिम्मेदारियों के प्रति सजग है और इसके निर्वाहन के लिए निरंतर प्रयत्नशील रहता है। इस कार्यक्रम का आयोजन इसी प्रयास का एक हिस्सा है।
कार्यक्रम में उपस्थित गणमान्य व्यक्तियों और अतिथियों ने कंपनी के इस निःशुल्क स्वास्थ्य जाँच और दवाई वितरण कार्य की सराहना करी। कार्यक्रम में आए अतिथियों ने लोगों को नियमित रूप से स्वास्थ्य की जाँच करवाने की सलाह दी। साथ ही स्वास्थ्य की किसी भी समस्या के लिए चिकित्सक सहायता लेने के लिए प्रेरित किया।
फ्यूज़न माइक्रो फाइनेंस ने अपनी जिम्मेदारियों को केवल वित्तीय लेन−देन तक ही सीमित नहीं रखा है, बल्कि यह अन्य सामाजिक गतिविधियों में भी कॉर्पोरेट सोशल रिस्पांसिबिलिटी (सी.एस.आर) के द्वारा अपना निरंतर योगदान दे रही है।

सेलाकुई इंटरनेशनल स्कूल में दो दिवसीय मॉडल यूनाइटेड नेशन समारोह का आयोजन

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देहरादून, सेलाकुई इंटरनेशनल स्कूल सेलाकुई द्वारा दो दिवसीय मॉडल यूनाइटेड नेशन का उद्घाटन समारोह शनिवार को संपन्न हुआ। इस कांफ्रेंस का शुभारम्भ विद्यालय में प्रधानाध्यापक श्री राशिद शफरुद्दीन तथा बतौर मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित विद्या देवी जिंदल स्कूल, हिसार, हरियाणा की प्राचार्या श्रीमती नैना ढिल्लों की अध्यक्षता में दीप प्रज्वलन के साथ हुआ।

इस आयोजन ने सहयोग और बौद्धिक आदान-प्रदान के माहौल को बढ़ावा दिया, जहाँ छात्र विभिन्न देशों का प्रतिनिधित्व कर सकते हैं और जटिल वैश्विक समस्याओं का समाधान खोजने के लिए राजनयिक चर्चा में शामिल हो सकते हैं। युवा प्रतिनिधियों का लक्ष्य कठोर बहसों, प्रस्तावों और वार्ताओं के माध्यम से अंतर्राष्ट्रीय सहयोग और समझ को बढ़ावा देना है ।देश-विदेश से जुड़े ज्वलंत मुद्दों के बारे में युवाओं के विचार जानने के लिए युवा स्टूडेंट्स द्वारा ही ‘मॉडल यूनाइटेड नेशन कॉन्फ्रेंस 2023’के युवा अधिवेशन के लिए प्लेटफॉर्म दिया जा रहा है।
यह कार्यक्रम एक महत्वपूर्ण अवसर है क्योंकि इसे कोविड-19 महामारी के कारण लंबे अंतराल के बाद आयोजित किया गया है, जो शैक्षिक गतिविधियों की बहाली और व्यक्तिगत कार्यक्रमों की वापसी का प्रतीक है।कॉन्फ्रेंस में हिस्सा लेने के लिए वेल्हम बॉयज़ स्कूल देहरादून, यूनिसन वर्ल्ड स्कूल देहरादून, वैंटेज हॉल गर्ल्स रेजिडेंशियल स्कूल देहरादून, राष्ट्रीय इंडियन मिलिट्री कॉलेज देहरादून, वेल्हम गर्ल्स स्कूल देहरादून, पाइनग्रोव स्कूल सोलन, डेली कॉलेज इंदौर,इकोले ग्लोबल स्कूल देहरादूनसरीखे देश के 14प्रतिष्ठित संस्थानों से प्रतिभागी शिरकत कर चुके हैं, जो यूनाइटेड नेशन की तर्ज पर विभिन्न मुद्दों पर चर्चा कर हल निकालने की कोशिश करेंगे। कुल पाँच कमेटियाँ बनाई गई हैं जो विभिन्न विषयों पर चर्चा करवाएंगी। कार्यक्रम का मुख्य मकसद युवाओं में ग्लोबल नेशनल ईशूज के बारे में सोचने, समाज में पॉजीटिव बदलाव लाने के लिए आगे आने के लिए प्रेरित करना है।

इसमें क्यूएमयूएन, यूनाइटेड नेशन कॉरेस्पोंडेंस असोसिएशन, यूनाइटेड नेशन सिक्यूरिटी काउंसिल,युनाइटेड नेशंस ऑफिस ऑन ड्रग एंड क्राइम, डीआईएसईसीऔरऑल इंडिया पॉलिटिकल पार्टिज़ मीट, कमेटियों ने कई मुद्दों पर अपने विचार व्यक्त करके रिपोर्ट प्रस्तुत की।

अधिवेशन का प्रारंभ स्कूल ऑर्केस्ट्रा के साथ रंगारंग कार्यक्रम प्रस्तुत करते हुए विभिन्न देशों और पार्टियों के प्रतिनिधियों के बीच गरमागरम बहस, विचार-विमर्श और समस्याओं के समाधान की दिशा में बढ़ते हुए हुआ, जिसमें विभिन्न स्कूलों के छात्र और शिक्षक कूटनीति और अंतरराष्ट्रीय संबंधों की भावना में शामिल होने के लिए एक साथ आए।

देहरादून में “वूमेन ट्रांसफॉर्मिंग उत्तराखंड” कार्यशाला का आयोजन किया गया

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कार्यशाला में मुख्य अतिथि माननीय श्री गणेश जोशी, कृषि एवं कृषक कल्याण, सैनिक कल्याण, ग्राम्य विकास मंत्री उत्तराखंड सरकार रहे ।

 

देहरादून, त्रिकोण सोसायटी, फिक्की फ्लो, उत्तराखंड, फोरेस ग्रुप ऑफ इंडस्ट्रीज और उत्तराखंड उद्योग विभाग द्वारा संयुक्त रूप से उत्तराखंड की व्यवसायी और कारोबारी महिलाओं के लिए ” महिलाएं बदल रही हैं उत्तराखंड (वूमेन ट्रांसफॉर्मिंग उत्तराखंड) ” विषय पर एक कार्यशाला का राजपुर रोड स्थित होटल में आयोजन किया गया।

कार्यक्रम में मुख्य अतिथि माननीय श्री गणेश जोशी, कृषि एवं कृषक कल्याण, सैनिक कल्याण, ग्राम्य विकास मंत्री उत्तराखंड सरकार रहे। कार्यशाला को सबोधित करते हुए उन्होने कहा उत्तराखंड आंदोलन से लेकर उत्तराखंड बनाने तक महिलाओं की बहुत बड़ी भागीदारी रही है और आज उत्तराखंड इन्ही महिलाओं की वजह से ही प्रगति कर रहा है। आज की कार्यशाला महिला उद्यमियों को सरकार द्वारा चालयी जा रही उद्योगिक नीतियों के बारे में जानकारी के लिए आयोजित की गयी है। मुझे पूर्ण आशा है कि वे सरकार द्वारा महिला उद्यमियों के लिए चलायी जा रही योजनाओं का लाभ ले सकेगी और प्रदेश को एक विकसित अग्रणी प्रदेशों में शामिल करने में सहायक होगी।

त्रिकोण सोसायटी की डायरेक्टर डॉ नेहा शर्मा ने कहा मुझे बहुत ख़ुशी है आज उत्तराखंड की महिलायें स्वंतंत्र रुप से प्रदेश में कई उद्योगों को सफलता पूर्वक संचालित कर रही है। “वूमेन ट्रांसफॉर्मिंग उत्तराखंड” कार्यशाला का आयोजन महिला उद्यमियो को उत्तराखंड सरकार के उद्योग विभाग द्वारा चलायी जा रही विभिन्न योजनाओं की जानकारी देने के लिए आयोजित की गयी है। जिसके लिए उत्तराखंड सरकार के उद्योग विभाग/ स्टेट जीएसटी के अधिकारियो द्वारा पूर्ण जानकारी प्रदान की जा रही है। इन जानकारियों से महिला उधमी अपने उद्योगों को और भी आगे बड़ा पाएंगी।

राजेंद्र कुमार, उपनिदेशक, उद्योग विभाग, उत्तराखंड ने महिला उद्यमियों को राज्य सरकार द्वारा चलायी जा रही औद्योगिक नीतियों के बारे में जानकारी देते हुए बताया की कैसे राज्य सरकार स्टार्टअप , महिला उद्यमियों के लिए फंडिंग कर रही है और उनको कारोबार चलाने के लिए प्रोत्साहित कर रही है। उद्योग विभाग द्वारा समय समय पर प्रदेश में कई अभियान चलाये जा रहे है जिससे दूरस्थ क्षेत्रों में रह रहे लोगों को भी इन योजनाओं का लाभ मिल पा रहा है।

अमित गुप्ता, उत्तराखंड के राज्य जीएसटी के सहायक आयुक्त ने बताया की किस प्रकार उत्तराखंड में अब सर्विस सेक्टर बढ़ रहा है जहाँ पहले एग्रीकल्चर और मैग्निफक्चर सेक्टर आगे था। आज पुरे देश में सामान जीएसटी होने से पहले के विभिन्न प्रकार टैक्स से बिज़नेस में दिक्कतों का सामना करना पड़ता था और अब ईज ऑफ़ बिज़नेस के अनुकूल माहौल है। जिसे व्यवसायी और कारोबारियों को काफी राहत है।

इस अवसर पर आशा नौटियाल, प्रदेश अध्यक्ष, भाजपा महिला मोर्चा, रुचि भट्ट, प्रदेश उपाध्यक्ष, भाजपा महिला मोर्चा, सोनिया गर्ग, निदेशक, फोरेस ग्रुप ऑफ इंडस्ट्रीज, अनुराधा मल्ला, चेयरपर्सन फिक्की, फ्लो उत्तराखंड चैप्टर, सदस्य फिक्की, फ्लो उत्तराखंड चैप्टर और आई एम एस कॉलेज के छात्र छात्राएं भी मौजूद रही।

टाटा 1mg लैब्स ने 10,000 महिलाओं व बच्चों की अनेमिया स्क्रिनिंग का किया प्रबंध

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देहरादून- हर साल जेआरडी टाटा के जन्मदिन के विशेष अवसर पर टाटा ग्रुप की कंपनियां साझा रूप से महान उद्योगपति और दूरदर्शी लीडर के रूप में अपनी पहचान रखने वाले जेआरडी टाटा की अनूठी विरासत का जश्न मनाती हैं. इस साल टाटा 1mg लैब्स अमेनिया (रक्ताल्पता) से जुड़ा एक बेहद अहम अभियान शुरू करने जा रही है जिसके तहत इसके शिकार लोगों को ज़रूरी स्वास्थ्य सेवाएं मदद भी प्रदान की जाएंगी. जेआरडी टाटा हमेशा से एक सेहतमंद राष्ट्र की परिकल्पना किया करते थे. उनकी इसी उदात्त भावना को ध्यान में रखते हुए 10,000 महिलाओं व बच्चों का मुफ़्त में अनेमिया संबंधी परीक्षण व इलाज किया जाएगा और यह सुनिश्चित किया जाएगा कि वे आगे चलकर स्वस्थ जीवन बिता सकें.

शरीर में हीमोग्लोबिन का स्तर कम होने से व्यक्ति में अमेनिया के लक्षण पाए जाते हैं. यह बीमारी मूलत: आयरन की‌ कमी के चलते होती है. इसका शरीर पर गंभीर दुष्परिणाम देखने को मिलता है जिससे व्यक्ति बेहद कमज़ोर व थका हुआ महसूस करता है. उल्लेखनीय है कि भारत में 15-49 आयु वर्ग की 57% महिलाएं अनेमिया का शिकार हैं जिनकी संख्या विश्व भर में इसी बीमारी से ग्रसित लोगों के मुक़ाबले कहीं अधिक है. भारत में महिलाओं के इसके शिकार होने की मुख्य वजह है अनेमिया संबंधी जांच का अभाव और इस बीमारी के बारे में उचित समय पर पता ना चल पाना, ख़ासकर महिलाओं को होने वाली अनेमिया के बारे में.

टाटा 1mg लैब्स द्वारा प्रायोजित अनेमिया स्क्रीनिंग अभियान के तहत पिछड़े इलाकों में रहने वाली 10,000 महिलाओं व बच्चों की मुफ़्त में अनेमिया संबंधी जांच की जाएगी. साथ ही उनमें समयबद्ध तरीके से परीक्षण कराये जाने संबंधी जागरुकता लाने‌ का भी प्रयास किया जाएगा. इस पहल के अंतर्गत बीमारी का जल्दी पता लगाने से लेकर इसके दुष्प्रभाव से बचने तक के उपाय पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा.

ग़रीब व पिछड़े लोगों के जीवन में सार्थक बदलाव लाने के लिए प्रतिबद्ध इस अभियान की कामयाबी को सुनिश्चित करने के लिए टाटा 1mg लैब्स कई संगठनों के साथ हाथ मिलाने‌ जा रहे है. इन साझेदारियों के तहत अगले 6 महीनों में विभिन्न शिविरों का आयोजन किया जाएगा और कई शहरों में अनेमिया संबंधी परीक्षण किये जाएंगे. इसके माध्यम से ज़रूरतमंद लोगों तक ज़रूरी स्वास्थ्य सेवाओं को आसानी से पहुंचाने की कोशिश की जाएगी.

टाटा 1mg के सह-संस्थापक गौरव अग्रवाल ने व्यापक तौर पर चलाये जाने वाले इस अभियान पर बात करते हुए कहा, “अनेमिया देश के लोगों के लिए एक गंभीर ख़तरे के रूप में सामने आया है. ग़ौरतलब है कि दुनिया के मुक़ाबले भारत में महिलाओं व बच्चों को होने वाली अनेमिया की दर कहीं अधिक है जो एक गहरी चिंता का विषय है. हमारी तरफ़ से आर्थिक रूप से क़मजोर और ज़रूरतमंद लोगों का अनेमिया संबंधी जांच के बाद ज़रूरी इलाज किया जाएगा व इससे बचने के उपाय बताए जाएंगे ताकि फ़िलहाल के लिए 10,000 लोगों के जीवन में एक सकारात्मक बदलाव लाया जा सके”.

टाटा 1mg लैब्स द्वारा चलाया जा रहा अनेमिया संबंधी यह अभियान जेआरडी टाटा द्वारा पोषित मूल्यों की एक छोटी सी बानगी है. यह अभियान टाटा समूह द्वारा समाज की बेहतरी के लिए कुछ कर दिखाने का भी एक उत्तम उदाहरण है. इस अभियान के अंतर्गत टाटा 1mg लैब्स का लक्ष्य एक स्वस्थ भारत के निर्माण में अपना अहम योगदान देते हुए ब्रांड की प्रतिबद्धता के अनुसार कमज़ोर‌ तबके से संबंध रखने वाले लोगों को किफ़ायती ढंग से चिकित्सा सुविधा मुहैया कराना है.

उत्तराँचल प्रदेश अग्रवाल महासभा आयोजित करेगी मेधावी छात्र सम्मान समारोह

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’10वीं एवं 12वीं के 100 मेघावी विद्यार्थियों का होगा सम्मान’

देहरादून, उत्तराँचल प्रदेश अग्रवाल महासभा दून में मेधावी छात्र सम्मान समारोह आयोजित करेगी, महासभा के प्रदेश कार्यकारी अध्यक्ष अनिल गुप्ता ने स्थानीय प्रेस क्लब में आयोजित पत्रकार वार्ता में कहा कि उत्तरांचल प्रदेश अग्रवाल महासभा प्रदेश की सभी अग्रवाल सभाओं एवं संस्थाओं की एकमात्र प्रतिनिधि संस्था है और जिसके दिशा निर्देशन में रविवार 30 जुलाई को मेघावी विद्यार्थियों के सम्मान में दून के त्यागी रोड़ के एक होटल में यह समारोह आयोजित किया जा रहा है। यह संस्था द्वारा आयोजित किया जाने वाला पाँचवा मेघावी छात्र सम्मान समारोह है। श्री अनिल गुप्ता ने कहा कि हमारे बच्चे हमारे देश एवं उत्तराखण्ड का भविष्य हैं उनके भविष्य निर्माण में शिक्षा का क्षेत्र एक महत्वपूर्ण अंग है। इस कड़ी में हमारी संस्थान ने 10वीं एवं 12वीं की परीक्षा में पास मेघावी छात्र / छात्राओं का सम्मान एवं उनका उत्साहवर्धन करने का निर्णय किया है, जिसमें सीबीएसई, आईसीएससी एवं आईएससी के विद्यार्थियों का जो 80 प्रतिशत से ज्यादा अंक लाने वाले विद्यार्थी हैं एवं उत्तराखण्ड बोर्ड के विद्यार्थियों का जो 70 प्रतिशत से अधिक अंक प्राप्त करने वाले विद्यार्थी हैं उनमें 100 बच्चों का सम्मान करने का निर्णय लिया गया है। 10वीं की परीक्षा विद्यार्थी के जीवन में एक महत्वपूर्ण कड़ी है तथा 12वीं की परीक्षा के बाद तो उन्हें निर्णय लेना पड़ता है कि भविष्य को किस क्षेत्र में ले जाना है तथा उसमें सहयोग करना है।
उक्त आयोजन में प्रेमचन्द्र अग्रवाल केबिनेट मंत्री एवं नरेश बंसल सांसद, राज्य सभा, सुनील उनियाल गामा मेयर, खजानदास विधायक, अशोक कुमार पुलिस महानिदेशक, अनिल गोयल प्रदेश अध्यक्ष, अनिल गुप्ता, कार्यकारी अध्यक्ष सिद्धार्थ अग्रवाल महामंत्री एवं अन्य विशेष रूप से उपस्थित रहेंगे। इस कार्यक्रम का आयोजन उत्तरांचल प्रदेश महासभा महानगर देहरादून के समस्त पदाधिकारी एवं कार्यकारिणी सदस्य आयोजित कर रहे हैं।

पत्रकार वार्ता में आदेश मंगल महानगर अध्यक्ष मुकेश कुमार गोयल वरिष्ठ उपाध्यक्ष अमित गुप्ता महामंत्री इन्द्रेश गोयल कोषाध्यक्ष, अजय सिंघल, रतनलाल जिन्दल, उपाध्यक्ष, शोभित जिन्दल संगठन मंत्री विनय बंसल, सचिव एवं अन्य पदाधिकारी उपस्थित रहे।

फोन किया… और जब जवाब से संतुष्ट नहीं हुए तो फिर हुई धरना देने की बात, पर अपर सचिव ने विवाद बना दिया

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पहाड़ विरोधी होंगे अधिकारी तो पहाड़ी भाषा में समझाया भी जायेगा : दीपक बिज्जलवाण

देहरादून, उत्तराखंड के सबसे चर्चित विवादित व हमेशा खबरों में बने रहने वाले उत्तरकाशी जिले के पंचायत अध्यक्ष दीपक बिज्जलवाण एक बार फिर से चर्चाओं में है, इस बार दीपक बिज्जलवाण की शिकायत प्रशासन तक पहुंची है जिसमें उनपर आरोप लगे हैं कि उन्होंने पंचायती राज के अपर सचिव को धमकाया है, जिसके चलते अपर सचिव ने प्रशासन से सुरक्षा की मांग की है।
जिसके कारण एक बार फिर से पंचायत अध्यक्ष दीपक बिज्जलवाण चर्चाओं में हैं, और तरह-तरह की खबरें सोशल मीडिया में तैर रही है | इस विषय पर अपना पक्ष रखने के लिये जिला पंचायत अध्यक्ष दीपक बिज्जलवाण ने उत्तरांचल प्रेस क्लब में पत्रकारों से रूबरू हुये, पत्रकारों से बातचीत करते हुये दीपक बिज्जलवाण ने बताया की अपर सचिव द्वारा आनन-फानन में एक व्यक्ति को एक आउट सोर्स कंपनी के माध्यम से नियुक्ति दी गई है, लेकिन यह प्रक्रिया इतनी आनन-फानन में की गई है कि इसमें सब गड़बड़झाला लग रहा है, दूसरी तरफ जिस पद पर नियुक्ति दी गई है उस पद के लिए उन्होंने शासन प्रशासन से पहले ही आख्या मांगी हुई है, परंतु उनकी आख्या का जवाब उन्हें अभी तक नहीं मिला लेकिन दूसरी तरफ आनन-फानन में सचिव द्वारा एक व्यक्ति की नियुक्ति कर दी गई है |
उन्होंने आरोप लगाया कि अपर सचिव के आदेश होते ही आउट सोर्स कंपनी द्वारा भी उक्त तिथि में ही व्यक्ति को नियुक्ति दे दी जाती है, जिससे यह पूरा मामला संदिग्ध हो जाता है, इसी मामले को समझने के लिए उन्होंने अपर सचिव को फोन किया था और जब अपर सचिव के जवाब से वो संतुष्ट नहीं हुए तो उन्होंने अपर सचिव के इस कुकर्त्य पर धरना देने की बात कही थी, जिस पर अपर सचिव ने विवाद बना लिया है और कब अनर्गल बयानबाजी कर रहे हैं | आईएएस ओमकार सिंह के आरोपों पर पलटवार करते हुये पंचायत अध्यक्ष उत्तरकाशी दीपक बिज्जलवाण ने स्पष्ट किया कि पहाड़ विरोधी होंगे अधिकारी तो उन्हें पहाड़ी भाषा में भी समझाया जायेगा |

पंचायत अध्यक्ष दीपक बिज्जलवाण ने कहा कि मेरे और अपर सचिव ओमकार सिंह के बीच में हुई जो वार्ता हुये उसको सार्वजनिक करें, ताकि उसमें धमकी जैसा कोई शब्द तो बतायें मैं माफी मांगने को तैयार हूं, श्री बिज्जलवाण ने कहा कि लोकतंत्र में धरना प्रदर्शन करना कोई अपराध नहीं है और अगर अपराध तो राज्य हो रहे धरने प्रदर्शन पर रोक लगा देनी चाहिये |

राज्यसभा सांसद नरेश बंसल बने भाजपा की नई टीम में सह कोषाध्यक्ष

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देहरादून, आगामी लोकसभा चुनाव की तैयारियों में जुटी भाजपा ने शनिवार को अपनी नई टीम की घोषणा कर दी है। राज्यसभा सांसद नरेश बंसल को इस टीम में सह कोषाध्यक्ष बनाया गया है। भाजपा की राष्ट्रीय टीम में स्थान पाने वाले उत्तराखंड से वह एकमात्र नेता है। इस टीम में सर्वाधिक महत्व उत्तर प्रदेश को दिया गया है। भाजपा की इस राष्ट्रीय टीम की घोषणा दिल्ली में भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने की। उनकी इस टीम में कुल मिलाकर 13 लोगों को राष्ट्रीय उपाध्यक्ष तथा 8 लोगों को राष्ट्रीय महामंत्री तथा एक महामंत्री संगठन व एक सह महामंत्री संगठन, 13 को राष्ट्रीय सचिव और राजेश अग्रवाल को राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष के अलावा सांसद नरेश बंसल को सह कोषाध्यक्ष बनाया गया है।
नरेश बंसल को भाजपा के राष्ट्रीय संगठन में शामिल किए जाने से प्रदेश भाजपा में खुशी की लहर है। नरेश बंसल को सह कोषाध्यक्ष बनाए जाने पर प्रदेश भाजपा संगठन के पदाधिकारियों द्वारा भव्य स्वागत किया गया और बधंाइयां दी गई। उल्लेखनीय है कि नरेश बंसल को संगठन में काम करने का लंबा अनुभव है उन्हे प्रदेश संगठन में महामंत्री रहने से लेकर कई महत्वपूर्ण पदों पर काम करने का अनुभव है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने उन्हें सह कोषाध्यक्ष बनाए जाने पर खुशी जाहिर की है। भाजपा ने अपने राष्ट्रीय संगठन में उत्तर प्रदेश के 5 नेताओं को जगह दी है जो सबसे अधिक है।
यहां यह भी उल्लेखनीय है कि 2014 और 2019 के लोकसभा चुनाव में भाजपा राज्य की सभी 5 सीटों पर जीत दर्ज कर इतिहास रच चुकी है और अब 2024 के चुनाव में वह हैट्रिक लगाने की तैयारियों में जुटी हुई है।

उत्तराखण्ड से राज्यसभा सांसद श्री narehbansal जी को भाजपा राष्ट्रीय सह कोषाध्यक्ष बनाए जाने पर श्री बंसल जी के आवास पर भाजपा कार्यकर्ताओं का बधाई देने वालों का लगा तांता I इस अवसर पर भाजपा कार्यकर्ताओं ने केंद्रीय नेतृत्व का आभार भी प्रकट किया
इस अवसर पर प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य सचिन गुप्ता, राजकुमार तिवारी, प्रमोद थापा, सचिन जैन,श्रीमती मधु जैन, सुरेश कुमार. राहुल चौहान, संदीप पठान, आयुष खोलिया, वंश शर्मा, श्रीकांत त्यागी आदि ने सांसद नरेश बंसल को बधाई दी |

मुख्यमंत्री द्वारा की गई घोषणाओं की अपर मुख्य सचिव राधा रतूड़ी ने की प्रगति समीक्षा

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‘जिलाधिकारियों से विधायकों के प्रस्तावों की उपयुक्तता के संबंध में प्राप्त आख्याओं के आधार पर तत्काल कार्यवाही के निर्देश दिए’

 

देहरादून, अपर मुख्य सचिव श्रीमती राधा रतूड़ी ने सचिवालय में माननीय मुख्यमंत्री जी द्वारा सभी विधायकों से अपने-अपने क्षेत्रों के सर्वांगीण विकास के लिए मांगे गए 10-10 प्रस्तावों तथा माननीय मुख्यमंत्री द्वारा की गई कुल 110 घोषणाओं की प्रगति की समीक्षा की |

एसीएस श्रीमती रतूड़ी ने उक्त प्रस्तावों एवं माननीय मुख्यमंत्री जी की घोषणाओं पर शीर्ष प्राथमिकता के अनुसार कार्यवाही करने के निर्देश दिए हैं | अपर मुख्य सचिव ने समस्त जिलाधिकारियों से माननीय विधायकों के प्रस्तावों की उपयुक्तता के संबंध में प्राप्त आख्याओं के आधार पर तत्काल कार्यवाही के निर्देश दिए हैं |

इसके साथ एसीएस श्रीमती राधा रतूड़ी ने समस्त जिलाधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि माननीय विधायकों के जिन प्रस्तावों के संबंध में प्रारंभिक परीक्षण में कुछ तकनीकी दिक्कतें परिलक्षित हुई हैं, उनके संबंध में संबंधित मा. विधायकों से चर्चा करते हुए तत्काल यथोचित प्रस्ताव प्रस्तुत किया जाए | उन्होंने स्पष्ट किया कि माननीय मुख्यमंत्री जी के निर्देशानुसार तथा माननीय विधायकों की अपेक्षानुसार जनकल्याण के उक्त अति महत्वपूर्ण प्रस्तावों को गंभीरता से लेते हुए यथासंभव त्वरित कार्यवाही सुनिश्चित की जाए |

बैठक में सचिव श्री अरविन्द सिंह हयांकी, श्री हरीचंद सेमवाल, अपर सचिव श्री विनीत कुमार, डा0 अमनदीप कौर, श्री सी रविंशकर, श्री जगदीश काण्डपाल तथा सम्बन्धित विभागों के अन्य उच्चाधिकारी उपस्थित थे।