Sunday, June 22, 2025
Home Blog Page 534

वीआईपी रोड़ हाथी बड़कला क्षेत्र में अज्ञात मृतका की हत्या : दून पुलिस ने 24 घंटे के अन्दर किया खुलासा

0

देहरादून, दून की वीआईपी रोड़ हाथी बड़कला क्षेत्र में अज्ञात मृतका की हत्या का दून पुलिस ने 24 घंटे के अन्दर खुलासा कर अभियुक्त को गिरफ्तार कर लिया। सोमवार 31 जुलाई की प्रातः नगर निगम के सफाई कर्मी के द्वारा 112 पर सूचना दी गयी कि सेन्टिरियो मॉल के पास कूडेदान के निकट एक अज्ञात महिला की लाश पड़ी हुयी है। सूचना पर कोतवाली डालनवाला और शहर कोतवाली का पुलिस बल मौके पर पहुँचा । महिला को देखकर स्पष्ट हो रहा था कि उसकी हत्या कर शव को छिपाने के उद्देश्य से कूडेदान के पास डाला गया है । मौके पर फील्ड यूनिट की टीम बुलाकर साक्ष्य संकलन आदि की कार्यवाही की गयी । उच्चाधिकारियों द्वारा मौके पर आकर निरीक्षण घटनास्थल किया गया । शव की बरामदगी का स्थल धारा-चौकी होने के कारण संबंधित चौकी द्वारा शव के शिनाख्त के काफी प्रयास किये, परन्तु शिनाख्त नही हो पायी। कोतवाली नगर की महिला उप-निरीक्षक के द्वारा शव का पंचायतनामा भरकर पोस्टमार्टम हेतु भिजवाया गया तथा शव की शिनाख्त प्रयास करते हुये शव को 72 घंटे के लिये सुरक्षित रखने हेतु संबंधित कर्मचारियों को निर्देशित किया गया । जांच में हत्या की पुष्टि होने के उपरांत उप-निरीक्षक आशीष रावत चौकी प्रभारी धारा द्वारा कोतवाली डालनवाला पर इस संबंध में मु0अ0सं0 154/2023 धारा: 302 , 201 भादवि बनाम अज्ञात पंजीकृत कराया , जिसकी विवेचना व0उ0नि0 डालनवाला प्रदीप नेगी द्वारा प्रारंभ की गयी ।
वीआईपी क्षेत्र में मुख्य सडक के पास हुई इस प्रकार की घटना की संवेदनशीलता को देखते हुये उप-महानिरीक्षक/वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक देहरादून द्वारा घटना के यथाशीघ्र अनावरण एवं अभियुक्त की गिरफ्तारी हेतु पुलिस अधीक्षक नगर श्रीमती सरिता डोभाल के निर्देशन में तथा पुलिस उपाधीक्षक डालनवाला श्री अभिनय चौधरी के पर्यवेक्षण में तत्काल अलग-अलग टीमों का गठन कर आवश्यक दिशा निर्देश दिये गये। पुलिस द्वारा मृतका की शिनाख्त हेतु शव के फोटोग्राफ सोशल मीडिया व अन्य माध्यमों से प्रसारित किये गये । मृतका की शिनाख्त मूल निवासी- बिजनौर उत्तरप्रदेश हाल निवासी नालापानी रोड डालनवाला उम्र- 35 वर्ष के रुप में हुयी है। मृतका के परिजनों ने बताया कि उक्त महिला पूर्व में भी समय-समय पर बिना बताये अपने घर से बाहर चली जाया करती थी और काफी समय बाद वापस आया करती थी। गठित पुलिस टीम द्वारा घटनास्थल के आस पास के सीसीटीवी कैमरों का अवलोकन करते हुए मुखबिर तंत्र को भी सक्रिय किया गया, इसी बीच सीसीटीवी फुटेजों के अवलोकन के दौरान टीम को प्रात: करीब 03 बजे के आस-पास एक व्यक्ति उक्त महिला के शव को घसीटते हुये रोड के विपरीत साईड से लाकर कूडेदान के पास छोडकर जाता हुआ दिखाई दिया। फुटेज से प्राप्त व्यक्ति के हुलिये के मिलान हेतु टीमों द्वारा आस-पास के लोगों से पूछताछ करने पर ज्ञात हुआ कि फुटेज में दिखाई दे रहा व्यक्ति वहीं पास में ही स्थित सुलभ शौचालय के बगल में बने एक कच्चे के मकान में रहने वाला तथा सुलभ शौचालय का कर्मचारी राजेश पुत्र मुन्नू उम्र 37 वर्ष निवासी कैनाल रोड, बॉडीघाट नदी किनारे, थाना राजपुर, जनपद देहरादून है। बताये गये हुलिये के व्यक्ति के पास टीम पहुंची तो वो पुलिस को देखकर घबरा गया, जिस पर पुलिस को उस व्यक्ति की भूमिका संदिग्ध लगी। उसके शरीर पर काफी खरौंच के निशान थे, जिनके बारे मे उसने बताया कि झाडियों से उसके शरीर पर खरोंचे आयी है। दौराने विवेचना जब संदिग्ध राजेश के कमरे की तलाशी ली गयी तो उसके कमरे में खून के दाग दीवार पर पडे मिले तथा रक्तरंजित लोअर और कंबल तथा खून लगा हुआ एक छोटा एलपीजी सिलेण्डर बरामद हुआ । इसके बाद संदिग्ध राजेश का घटना में सम्मिलित होने का शक यकीन में बदलने पर पुलिस टीम द्वारा उससे गहरायी से पूछताछ की गयी तो उसने अपना अपराध कबूल कर लिया । अभियुक्त को अन्तर्गत धारा- 302, 201 भादवि में रात्रि 09.02 बजे गिरफ्तार किया गया।

पूछताछ का विवरण : पूछताछ करने पर अभियुक्त ने बताया कि दिनांक 30-07-2023 की रात को करीब 09.00 बजे जब वह रेलवे स्टेशन के पास शराब के ठेके के बाहर शराब पी रहा था तो मृतका भी उसे वहीं पर मिली थी, वह भी वहीं पर शराब पी रही थी । दोनों के बीच बातचीत होने के बाद उक्त महिला को वह अपने साथ अपने सुलभ शौचालय के बगल वाले कमरे में लेकर आ गया । कमरे में आने के बाद भी अभियुक्त व मृतका दोनों ने साथ बैठकर फिर से शराब पी । नशे में आने के बाद जब अभियुक्त ने उक्त महिला के साथ जबरदस्ती करने की कोशिश की तो महिला ने विरोध किया और अभियुक्त को काट दिया, जिसके बाद अभियुक्त को बहुत गुस्सा आ गया और नशे में होने के कारण महिला के सिर को 3-4 बार दीवार पे मारा और कमरे में रखे छोटे एलपीजी सिलेण्डर से महिला के सिर व चेहरे पर वार किये, जिससे वह अचेत हो गयी थी । फिर नशे की हालत में ही अभियुक्त ने उसके साथ दुष्कर्म किया । बाद में नशा कम होने पर देखा कि महिला की मौत हो गयी है तो साक्ष्य छिपाने व बचने के लिए उसने शव को सड़क दुर्घटना की भांति दिखाने के लिए सड़क के किनारे रख दिया था । पकड़े गये अभियुक्त राजेश उपरोक्त के द्वारा उक्त महिला के साथ दुष्कर्म करने की बात स्वीकार की गई, जिस पर उक्त अभियोग में धारा 376 भादवि की बढोतरी की गयी है ।

नाम व पता अभियुक्त : राजेश पुत्र मुन्नू नि0 कैनाल रोड, बॉडीघाट नदी किनारे, थाना राजपुर, जनपद देहरादून उम्र 37 वर्ष
पर्यवेक्षण व निर्देशन :
श्रीमती सरिता डोभाल, पुलिस अधीक्षक नगर
श्री अभिनय चौधरी, पुलिस उपाधीक्षक, डालनवाला,
पुलिस टीम :
श्री राजेश साह, प्रभारी निरीक्षक कोतवाली डालनवाला देहरादून
व0उ0नि0 श्री प्रदीप नेगी, कोतवाली डालनवाला देहरादून
उ0नि0 श्री ओम प्रकाश, चौकी प्रभारी हाथीबड़कला, कोतवाली डालनवाला देहरादून
उ0नि0 श्री आशीष रावत चौकी प्रभारी धारा, कोतवाली नगर जनपद देहरादून ।
हे0का0 417 ना0पु0 भगवान सिंह कठैत, का0 917 ना0पु0 विजय सिंह, का0 1403 ना0पु0 गजेन्द्र सिंह, का0 चालक मोहन राम, कोतवाली डालनवाला देहरादून

फ्रिज के करंट लगने से विवाहिता की मौत   

0
संदिग्ध परिस्थितियों में करंट लगने से विवाहिता की मौत 
सितारगंज(नारायण सिंह रावत)। संदिग्ध परिस्थितियों में करंट लगने से 25 वर्षीय एक महिला की मौत हो गई। सूचना पर मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। हालांकि मायके वालों की तरफ से पुलिस  कोई शिकायत नहीं की गई है। वार्ड नं0 2 निवासी 25 वर्षीय जेबा मायका पंडरी में था। करीब डेढ़ वर्ष पहले उसकी शादी वार्ड संख्या 2 निवासी नाजिम मलिक के साथ हुई थी। नाजिम और जेबा ने परिवार वालों की मर्जी से प्रेम विवाह किया था। मंगलवार को जेबा फ्रिज से पानी की बोतल निकालने गई। इस दौरान करंट लगने से जेबा की मौके पर हो मौत गई। परिवार वालों ने देखा तो उनके पैरों तले जमीन खिसक गई । उन्होंने मामले की जानकारी मायके वालों को दी।सूचना पर मायके वाले भी मौके पर पहुंच गए। घटना की जानकारी पुलिस को दी गई। पुलिस मौके पर पहुंची और शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। हालांकि मायके वालों की तरफ से अभी तक पुलिस को कोई शिकायत पत्र नहीं दिया गया है। पुलिस का कहना है पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।

प्रदेश में कार्यदायी संस्थाओं पर नई नीति लागू करने का उच्च स्तरीय निर्णय जल्द

0

चमोली, चमोली जैसे हादसों की पुनरावृत्ति ना हो इसके लिए प्रदेश में कार्यरत समस्त कार्यदायी संस्थाओं की एक उच्च स्तरीय बैठक मा0 मुख्यमंत्री जी के निर्देश पर अपर मुख्य सचिव श्रीमती राधा रतूड़ी ने सचिवालय में ली । बैठक में यह तथ्य संज्ञान में आया कि कार्यदायी संस्थाएं इलैक्ट्रिकल वर्क को सिविल वर्क के साथ जोड़ देती हैं। जबकि कार्यदायी संस्थाओं के पास इलैक्ट्रिकल वर्क के लिए पृथक से इंजीनियर उपलब्ध रहते हैं। एक ही एस्टीमेट बनाने तथा एक साथ कार्य कराने से इलैक्ट्रिकल वर्क के लिए अच्छे से कार्य करने तथा सुरक्षा के मानकों का पालन करने में समझौते की स्थिति आती है। सिविल कॉन्टै्रक्टर्स ही इलैक्ट्रिकल कार्य को करवाते है। बैठक में इस व्यवस्था में परिवर्तन लाने के लिए समस्त कार्यदायी संस्थाओं से सुझाव लिये गए। कार्यदायी संस्थाओं से सुरक्षा मानकों पर चर्चा करते हुए एसीएस श्रीमती राधा रतूड़ी ने सख्त हिदायत दी कि सुरक्षा मानकों के लिए उच्चतम स्तर के मानदंड हैं, उन मानदण्डों के अनुसार ही उपकरणों का प्रयोग किया जाना चाहिए। एसीएस ने कड़े निर्देश दिए कि प्रोजेक्ट या कार्य पूर्ण होने के उपरान्त भी सुरक्षा मानक निर्धारित मानदण्डों के अनुरूप बने रहने चाहिए। उन्होंने निर्देश दिए कि वर्तमान में कार्यरत मजदूरों के अलावा उस भवन, प्रोजेक्ट या मशीनरी में कार्य पूर्ण होने के बाद लगाये जाने वाले श्रमिकों या कार्मिकों को उचित प्रशिक्षण दिया जाना तथा सुरक्षा मानकों का समय समय पर परीक्षण करवाया जाना आवश्यक है। बैठक में इसे सुनिश्चित किये जाने का निर्णय लिया गया।

बैठक में यह तथ्य भी संज्ञान में आया कि सिविल और इलैक्ट्रिकल वर्क का एक ही एस्टीमेट बन जाने से इलैक्ट्रिकल कॉन्ट्रेक्टर्स जो छोटे ठेकेदार है या अपने क्षेत्रों के विशेषज्ञ है, उनके कार्य से वंचित होने की भी समस्या आती है। इस व्यवस्था में परिवर्तन से उनकी दक्षताओं का उपयोग भी इलैक्ट्रिकल कार्यो में किया जा सकेगा। एसीएस श्रीमती राधा रतूड़ी ने कहा कि जल्द से जल्द प्रदेश में कार्यदायी संस्थाओं के लिए सिविल वर्क एवं इलैक्ट्रिकल वर्क के लिए स्पष्ट अलग अलग व्यवस्था, सुरक्षा मानकों के लिए उच्चतम स्तर के मानदण्डों का पालन, मजदूरों व कार्मिकों के प्रशिक्षण एवं सुरक्षा मानकों के परीक्षण से सम्बन्धित नई नीति तैयार करते हुए उसे समस्त कार्यदायी संस्थाओं पर लागू किया जाने का उच्च स्तरीय निर्णय लिया जाएगा।

बैठक में सचिव श्री वी षणमुगम, अपर सचिव श्री जगदीश कांडपाल, श्री थपलियाल तथा विभिन्न कार्यदायी संस्थाओं के प्रतिनिधि मौजूद रहे।

फैसले पर अडिग मर्तोलिया, तीन अगस्त को जिला पंचायत में करेंगे धरना प्रदर्शन, शेष सदस्यों से मांगा समर्थन और सहयोग

0

पिथौरागढ़, जिला पंचायत सदस्य जगत मर्तोलिया मुनस्यारी तथा धारचूला क्षेत्र की उपेक्षा तथा जिला पंचायत सदन की अवमानना के खिलाफ 3 अगस्त को जिला पंचायत सदन में धरना प्रदर्शन करने के लिए अपने फैसले पर अडिग है।

मर्तोलिया ने आज जिला पंचायत के अन्य सम्मानित सदस्यों से सहयोग हेतु संपर्क किया। उन्होंने कहा कि जिले के जिन छह विभागों ने क्षेत्र की समस्याओं तथा शिकायत के मामलों को 3 सालों से दबा के रखा है, उनके खिलाफ आंदोलन की गूंज देहरादून मुख्यमंत्री कार्यालय तक जाएगी। जिला पंचायत सदस्य जगत में जनपद के कुछ नौकरशाहों के खिलाफ आंदोलन का बिगुल बजाया है।
उन्होंने कहा कि सदन की अवमानना होते-होते जब सिर से पानी ऊपर निकल गया है तब जाकर आंदोलन का सहारा लिया गया है।
उन्होंने कहा कि जनपद में मुख्य शिक्षा अधिकारी, मुख्य चिकित्सा अधिकारी, जिला खाद्य आपूर्ति विभाग, वन विभाग, उत्तराखंड जल निगम, पर्यटन विभाग अलग-अलग मामलों में 3 साल से शिकायत एवं समस्याओं से के निराकरण की मांग की जा रही है। जिला पंचायत सदन में अधिकारी झूठ बोलकर सदन को गुमराह कर रहे है।
उन्होंने कहा कि आम जनता के सवालों को एक निर्वाचित जनप्रतिनिधि के द्वारा उठाए जाने के बाद भी समस्याओं का समाधान हो रहा है और ना ही शिकायतों पर अंतिम निर्णय लिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि जनपद के नौकरशाह बेलगाम होकर कार्य कर रहे है।
इन पर विधायी व्यवस्था का कोई अंकुश नहीं रह गया है। उन्होंने कहा कि जिला पंचायत सदन की अवमानना की जा रही है, पंचायत को प्राप्त अधिकारों का हनन किया जा रहा है।
जिला पंचायत सदस्य मर्तोलिया ने सदन के सदन के सभी सदस्यों से व्यक्तिगत संपर्क कर सहयोग एवं समर्थन देने की अपील की।
उन्होंने कहा कि जिला पंचायत पंचायती राज व्यवस्था में उच्च सदन है, इसका मान सम्मान रखना सदस्य होने के नाते सभी का कर्तव्य है। उन्होंने कहा कि सजन में धरना प्रदर्शन करने के बाद भी जिला पंचायत की अवमानना जारी रही तो वह देहरादून जाकर मुख्यमंत्री कार्यालय के आगे धरना प्रदर्शन करेंगे।

जिला पंचायत सदस्य द्वारा 6 विभागों के खिलाफ मोर्चा खोला गया है। उनसे संबंधित मांगे इस प्रकार है :

1- वन पंचायत सरमोली जैती में अवैध खड़ंजा, भवन तथा बिना अनुमति के गैर सीजन में हुए मेसर वन कौथिक के दोषियों पर कोई कार्रवाई नहीं होने पर।
2- निर्माणाधीन मुनस्यारी पेयजल योजना की जांच के बाद अंतरिम कार्यवाही को ठंडे बस्ते में डालने पर।
3- वर्ष 2020 -21 के बूर्फू गल्ला गोदाम के ठेकेदार पर डीएम के आदेश के बाद भी अंतरिम कार्रवाई नहीं होने पर।
4- मुख्य शिक्षा अधिकारी द्वारा तीन विकास खंडों के छात्र संख्या तथा तैनात शिक्षकों का डाटा उपलब्ध नहीं कराए जाने पर।
5- मुख्य चिकित्सा अधिकारी द्वारा एक वर्ष के भीतर डॉक्टर, स्टाफ नर्स, एएनएम की नव नियुक्ति का डाटा उपलब्ध नहीं कराने पर।
6- मदकोट तथा सेरा स्थित गंधक के जल स्रोत पर गौरीकुंड की तर्ज पर कुंड नहीं बनाए जाने पर कोई कार्यवाही नहीं होने पर।

छत्तीसगढ़ चुनाव के लिए प्रीतम सिंह पर्यवेक्षक नियुक्त, निवर्तमान मीडिया प्रभारी राजीव महर्षि ने जताया हर्ष

0

देहरादून, नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य ने पूर्व कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष, पूर्व नेता प्रतिपक्ष एवं विधायक प्रीतम सिंह को अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी द्वारा आगामी छत्तीसगढ़ चुनाव के लिए वरिष्ठ पर्यवेक्षक नियुक्त होने के लिए उन्हें बधाई एवं शुभकामनाएं दी।

प्रदेश कांग्रेस निवर्तमान मीडिया प्रभारी राजीव महर्षि ने भी प्रीतम सिंह जी की नियुक्ति पर हर्ष जाहिर करते हुए उन्हें बधाई दी। श्री महर्षि ने कहा कि प्रीतम सिंह कांग्रेस के वरिष्ठ नेता है और पार्टी का यह निर्णय संगठन को मजबूती प्रदान करेगा |

जंगली मशरूम खाने से आठ मजदूरों की तबीयत बिगड़ी, अस्पताल में चल रहा है इलाज…

0

देहरादून, जंगली मशरूम खाने से 8 मजदूरों की हालत बिगड़ गई। जिसके बाद इन मजदूरों को अस्पताल में भर्ती कराया गया। जहां इन सब का इलाज चल रहा है। मिली जानकारी के मुताबिक देवप्रयाग ब्लाक के अंतर्गत सिलोड गांव में देर रात कुछ मजदूरों ने जंगली मशरूम खा लिया था। इसके खाने के बाद सभी को उल्टी-दस्त शुरू हो गए। और सभी मजदूर बेसुध हो गए। जैसे ही इसकी सूचना आस-पड़ोस को मिली तो उन्होंने इस स्थिति को देखकर इसकी सूचना गांव के ही पूर्व प्रधान को दी।
सूचना मिलते ही पूर्व प्रधान ने तत्काल कांडीखाल स्थित निजी क्लिनिक से डॉक्टर को बुलाकर मजदूरों का उपचार शुरू करवाया। लेकिन फिर से उन्हें उल्टी दस्त शुरू हो गए, और उनकी ताबियत ज्यादा ही बिगड़ गई। जिसके बाद पूर्व प्रधान ने एबुलेंस बुलाकर सभी को सीएचसी पिलखी में भर्ती कराया गया है।
बता दें कि ये सारे मजदूर देवप्रयाग ब्लॉक के सिलोड़ गांव में बगवान हिंडोलाखाल पंपिंग योजना में काम कर रहे थे। और देर रात उन लोगों ने मशरूम की सब्जी बनाकर खा ली। जिसकी बाद उनकी ताबियत ज्यादा खराब हो गई।
इसमें सुषमा व उसका पति केशव बहादुर, प्रेम बहादुर, शिव बहादुर, अवतारी, भीम बहादुर, घनश्याम, दीपक कुमार आदि शामिल हैं।

 

मेल पर आयी स्कूल को बम से उड़ाने धमकी, बम निरोधक दस्ते और डॉग स्क्वायड टीम ने की स्कूल की चेकिंग, नहीं मिला कहीं कोई विस्फोटक

देहरादून, जनपद के डोईवाला विधानसभा इलाके में चल रहे एक स्कूल को बम से उड़ाने की धमकी मिली है। यह धमकी स्कूल की मेल पर आई है। जिसकी सूचना स्कूल प्रबंधन ने पुलिस को दी, पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर जांच शुरूकर दी, आज सोमवार को पुलिस बम निरोधक दस्ते और डॉग स्क्वायड टीम ने स्कूल पहुंचकर चेकिंग की। चेकिंग के दौरान कहीं कोई विस्फोटक नहीं मिला। डोईवाला प्रभारी कोतवाली मुकेश त्यागी ने बताया कि ‘द प्रेसीडेंसी इंटरनेशनल स्कूल’ भानियावाला को रविवार को मेल पर धमकी मिली है। विद्यालय के डायरेक्टर मनिंदर एस जुनैजा ने तहरीर देकर इसकी जानकारी दी है। डायरेक्टर ने बताया है कि 30 जुलाई रविवार को शाम 5.30 बजे विद्यालय की ईमेल पर एक मैसेज आया। जिसके कुछ देर बाद 7.42 बजे फिर एक ओर मैसेज विद्यालय की ईमेल पर आया। जिसमें कहा गया था कि 31 जुलाई सोमवार के दिन विद्यालय को बम से उड़ा देंगे। कोतवाल मुकेश त्यागी ने बताया कि तहरीर मिलने के बाद मामला दर्ज कर छानबीन शुरू कर दी गई है।

पुलिस मेल कहां से आई है उसकी जांच में जुट गयी है। बम निरोधक दस्ते और डॉग स्कवाड ने भी विद्यालय आकर समूचे विद्यालय की छानबीन की, विद्यालय प्रबंधन की ओर से सतर्कता को बढ़ा दी है। उधर पुलिस स्कूल को भेजे गये मेल की जांच कर रही, मेल कहां से आयी और किसने भेजी और क्यों भेजी यह प्रश्न अभी जांच के दायरे में है |

कूड़ेदान में महिला के शव मिलने के मामले में महिला आयोग की अध्यक्ष ने लिया संज्ञान, एसएसपी से कहा मामले की करें जांच

0

देहरादून, हाथीबड़कला कैन्ट क्षेत्र मे 35 वर्षीय महिला का शव कूड़ेदान में मिलने की खबर के बाद महिला आयोग की अध्यक्ष ने मामले में स्वतः संज्ञान लेते हुए जानकारी ली और इस प्रकरण में उन्होंने तत्काल एसएसपी देहरादून से फोन पर वार्ता की | अध्यक्ष कुसुम कण्डवाल ने कहा कि उन्हें शक है कि शायद उस महिला के साथ गलत किया गया है और उसके बाद उसकी हत्या हुई है।
इस मामले में महिला आयोग ने पुलिस को जांच व कार्यवाही के लिये निर्देशित किया है। तथा उन्होंने कहा है कि यदि मृतका के साथ किसी भी प्रकार की गलत हरकत को अंजाम दिया गया है तो उसके आरोपी को कड़ी से कड़ी सजा मिलनी चाहिए।
मामले में एसएसपी ने बताया की जिस महिला का शव मिला है वो निराश्रित (कूड़ा इत्यादि बीनने वाली) थी और वहीं पास के एक सुलभ शौचालय के कर्मचारी ने उसे वहां आश्रय दे रखा था जो कि महिला के साथ गलत करता था जिसे गिरफ्तार कर लिया गया है तथा कार्यवाही की जा रही है
महिला आयोग की अध्यक्ष ने कहा है कि ऐसी घटना का होना अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण है। पुलिस को ऐसे प्रकरणों में कठोरतम कार्यवाही करनी चाहिए जिससे कि कोई और व्यक्ति इस प्रकार की घटना को अंजाम न दे सके।

लिफ्ट के बाहर गर्भवती की डिलीवरी के मामले में आयोग की अध्यक्ष ने उठाया सवाल – दून अस्पताल के निदेशक/प्राचार्य को लिखा पत्र

0

देहरादून, शनिवार को सुबह दून अस्पताल के प्रसूति विभाग में भर्ती हुई एक गर्भवती महिला की लिफ्ट के बाहर अचानक हुई डिलीवरी के मामले ने महिला आयोग की अध्यक्ष कुसुम कण्डवाल ने सवाल उठाया है और इस पर नाराजगी जाहिर करते हुए कहा कि राजधानी के सबसे बड़े अस्पताल में इस प्रकार की घटना होना संवेदनशील है।
हांलाकि महिला आयोग की अध्यक्ष कुसुम कण्डवाल ने बताया कि वो कल अस्पताल के प्रसूति गृह में गयी थी और इसके अतिरिक उन्होंने लेबर रूम आदि का निरीक्षण भी किया तथा वहाँ उपस्थित सभी गर्भवती महिलाओं व जच्चा – बच्चा और से मिलकर उनका हाल व अस्पताल के स्वास्थ्य कर्मियों के व्यवहार की जानकारी ली ।
उन्होंने इस प्रकरण को जोड़ते हुए कहा कि अस्पताल में सरकार की ओर से पूर्ण सहयोग दिया जा रहा है नए भवन का निर्माण भी किया गया है फिर भी ऐसी लापरवाही होना गलत है। उन्होंने अस्पताल के निदेशक डॉ आशुतोष सयाना से मामले में फोन पर वार्ता भी की और पत्र लिख कर अस्पताल की व्यवस्था व कार्यरत स्वास्थ्य कर्मियों के व्यवहार को ठीक करने लिए निर्देश दिया है।

इस मामले में डॉ आशुतोष सयाना ने बताया कि गर्भवती महिला को जब प्रसव हुआ उस समय वो अपने परिजनों के साथ बाहर बैठी थी। गर्भवती को अचानक प्रसव पीड़ा हुई तब जब तक कोई वहां पहुँच पाते तब तक गर्भवती की डिलीवरी हो चुकी थी तभी अस्पताल में तैनात स्वास्थ्यकर्मी तत्काल महिला और बच्चे को अंदर ले गए थे और उन्हें तत्काल ही उपचार दिया गया तथा दोनों स्वस्थ है।

 

बेरोजगार संघ के धरने को 150 दिन पूरे : भर्तियों में गड़बड़ी और भाई भतीजावाद बदस्तूर जारी : बॉबी पंवार

बॉबी पंवार का आरोप, पॉलिटेक्निक में भर्तियों का ठेका कंस्ट्रक्शन कंपनी को  दिया गया,13 नम्बर लाकर भी मंत्री की बेटी बनी चिकित्सा अधिकारी ...
लिखित परीक्षा में आए 13 नंबर, फिर भी चिकित्सा अधिकारी बनी मंत्री की बेटी

देहरादून, भर्ती घोटालों की सीबीआई जांच की मांग को लेकर बेरोजगार संघ के धरने को 150 दिन पूरे हो गए हैं। इस अवसर पर बेरोजगार संघ के अध्यक्ष बॉबी पंवार ने आरोप लगाया है कि भर्तियों में गड़बड़ी और भाई भतीजावाद बदस्तूर जारी है। बॉबी पंवार का आरोप है कि पॉलिटेक्निक संस्थानों में विभिन्न पदों में जो भर्तियां आउटसोर्सिंग से की गई हैं, उसमें भी अपनों को फायदा पहुंचाया गया है। परीक्षा कराने का ठेका एक ऐसी कंपनी को दिया गया है जो कंस्ट्रक्शन का काम देखती है। बेरोजगार संघ के अध्यक्ष बॉबी पंवार ने कहा कि मुख्यमंत्री द्वारा पूर्व में कहा गया था कि जब उत्तराखंड लोक सेवा आयोग और उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग द्वारा परीक्षाएं पूर्ण हो जाएंगी तो उत्तराखंड में पूर्व में धांधली की भेंट चढ़ी भर्ती परीक्षाओं की सीबीआई जांच कराई जाएगी, लेकिन सरकार सीबीआई जांच से बच रही है।

बॉबी पंवार ने राजकीय पॉलिटेक्निक विद्यालयों में आउटसोर्सिंग एजेंसी से नियुक्तियां कराने पर भी सवाल उठाए। बॉबी पंवार ने कहा कि एक बिल्डिंग निर्माण कंपनी को पॉलीटेक्निक विद्यालयों में प्रवक्ता एवं अन्य पदों पर नियुक्ति का ठेका दे दिया गया है जबकि लम्बे समय से पॉलिटेक्निक विद्यालयों में स्थाई नियुक्तियां नहीं हो पाई है और अब सरकार बिल्डिंग निर्माण कम्पनी से नियुक्तियां करा रही है। बॉबी पंवार ने आरोप लगाते हुए कहा कि उत्तराखण्ड चिकित्सा सेवा चयन बोर्ड द्वारा चिकित्साधिकारी (आयुर्वेद एवं यूनानी) जिसका ग्रेड पे 5400 है की भर्ती में भी भ्रष्टाचार हुआ है। बॉबी पंवार ने कहा कि जिन अभ्यर्थियों के लिखित परीक्षा में 70 से 80 प्रतिशत अंक थे, उनका चयन नहीं हो पाया।
जबकि इंटरव्यू के दौरान अपने चेहतों को फायदा पहुंचाने के लिए लिखित परीक्षा में के बावजूद भी 5 से 6 फीसदी अंक लाने वालों को नियुक्ति दी गई। बॉबी पंवार ने कहा कि सरकार में मंत्री पद पर रहे एक भाजपा नेता की पुत्री के लिखित परीक्षा में मात्र 13.25 अंक थे, लेकिन उनका भी चयन किया गया है। बॉबी पंवार ने सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि मुख्यमंत्री ने एक कर्मचारी की पत्नी के पत्र पर उनके पति को 5400 के ग्रेड पर नियुक्ति दी थी। जब बेरोजगार संघ ने इस मामले को उजागर किया तो संघ को आश्वासन दिया गया कि उन्हें हटाया जाएगा मगर ऐसा हुआ नहीं, बल्कि उन्हें एक साल का और सेवा विस्तार दे दिया गया।

 

काव्य संकलन ‘कहे-अनकहे रंग जीवन के’ का हुआ लोकार्पण

देहरादून, दून पुस्तकालय एवं शोध केंद्र की ओर से युवा लेखिका एवं उद्घोषिका भारती आनन्द ‘अनन्ता’ के पहले काव्य संकलन ‘कहे-अनकहे रंग जीवन के’ का लोकार्पण किया गया। सुपरिचित कवि, साहित्यकार पद्मश्री लीलाधर जगूड़ी और प्रसिद्ध कहानीकार महाबीर रवांल्टा और प्रगतिशील किसान पद्मश्री प्रेम चंद शर्मा और डॉ.स्वराज्य विद्वान ने संस्थान के सभागार में इस पुस्तक का लोकार्पण किया। अपने वक्तव्य में इस अवसर पर पद्मश्री जगूड़ी ने कहा कि यह इक्कसवीं सदी की कवियत्री का पहला काविता संकलन है जिसमें आज की महिलाओं की स्वच्छन्दता का वर्णन किया है। कविताओं में पुरानी तुकबन्दी की को नये रूप में प्रस्तुत किया गया है। कविता की हर एक पंक्ति कुछ न कुछ बात कहती है। उन्होंने कहा कि महिला की स्वतन्त्रता पर और कई कविताएं पाठकों के बीच में है मगर भारती आनन्द अनन्ता ने स्वतन्त्रता की परिभाषा को कविता के रूप में प्रस्तुत किया है।

लोकार्पण समारोह में विशेष वक्ता वरिष्ठ कहानीकार व लोक साहित्यकार महाबीर रवांल्टा ने कहा कि भारती की कविता समाज में महिला प्रतिनिधि के रूप में प्रखरता से सामने आई है । कविता संकलन की शीर्षक कविता ‘जीवन है क्या? एक जलता दिया। जिसने जैसा समझा, वैसे ही जिया’। बहुत ही सरल ढंग से सहज शब्द विन्यास से मानव प्रवृति की बात प्रस्तुत की गई है। आम पाठकों के लिए लिखी गई कविताएं निश्चित समाज के काम आयेगी।

उल्लेखनीय है कि काव्य संकलन की सभी कविताएं कुछ न कुछ न कह रही है और चिन्तन के लिए बाध्य करती दिखती हैं। स्वतन्त्रता और परतन्त्रता को भारती ने अपनी कविताओं में प्रबलता से उठाया है। लोकार्पण कार्यक्रम के दौरान रंजना , अशिका और आकांक्षा ने ‘कहे अनकहे रंग जीवन के’ कविता संग्रह की कुछ कविताओं का पाठ भी किया। इस दौरान कई साहित्यकार,साहित्यिक प्रेमी, लेखक,रंगकर्मी सहित युवा पाठक उपस्थित थे।
कार्यक्रम का सफल संचालन वरिष्ठ कवियत्री और लेखिका बीना बेंजवाल ने किया। पुस्तक के प्रकाशक रानू बिष्ट व प्रवीन भट्ट,लोकेश नवानी, सुनील त्रिवेदी, चन्दन सिंह नेगी, गिरीश सुंदरियाल,डॉ.योगेश धस्माना, जगदीश सिंह महर, रमाकांत बेंजवाल,सुन्दर सिंह बिष्ट भी इस अवसर पर मौजूद थे।

काव्य संकलन पर एक नजर :

कहे-अनकहे रंग जीवन के भारती आनन्द ‘अनन्ता’ का पहला कविता संग्रह है। इस संग्रह में 82कविताएं संकलित हैं।
कहे-अनकहे रंग जीवन के कविता संकलन की भूमिका में पद्मश्री व प्रतिष्ठित कवि लीलाधर जगूड़ी ने भूमिका में लिखा है कि अनुभव प्रायः सबके पास होते हैं, पर उसकी अभिव्यक्ति सबके पास नहीं होती। यह अलग ढंग से होती है। यह अलग होने का संघर्ष ही कविता को मौन कथन में बदल देता है। इसी कविता संकलन की अगली भूमिका में वरिष्ठ साहित्कार महाबीर रवांल्टा लिखते हैं कि पहाड़ में अपनी थाती-माटी के प्रति गहरे जुड़ाव के कारण भारती अपनी स्मृतियों में विचरण करती हैं। उनकी कविताओं में पलायन का दर्द भी दिखाई देता है। लेखिका भारती का कहना है कि अपने मन के भावों को कविता के रूप में लिख पाना माउंट एवरेस्ट को पार करने जैसा था। चूंकि पुस्तकों के प्रति बचपन से ही लगाव रहा है। तभी लेखन के बीज रोपित हुए है। किंतु कागज पर उन्हें उतारना इतना आसान नहीं था। स्त्री होने और घर की जिम्मेदारियों व जीवन को निभाने के बीच कितना कुछ खो देते हैं। हम स्वयं नहीं जान पाते। इसी इसी खोये हुए को समेटने का एक सूक्ष्म प्रयास है यह काव्य-संग्रह।
कुलमिलाकर भारती ने अपने मन के प्रश्नों, अनुभवों, जीवन के बदलाव को चिन्हित कर कविताओं के रूप में सहेजने का बेमिसाल प्रयास किया है।
लेखन के तौर पर भारती आनन्द की अनेक प्रतिष्ठित पत्र-पत्रिकाओं यथा युगवाणी, धाद, प्रेरणा अंशु, साहित्यनामा, सुवासित, देहरादून डिस्कवर तथा हिमांतर में कवितायें एवं रचनाएं प्रकाशित होती रहती हैं।अनेक साझा संग्रह में कविताएं प्रकाशित होती रही हैं। प्रतिष्ठित हिंदी हाइकु कोश व स्वप्नों की सेल्फी संग्रह में भी भारती की हाइकु विधा की रचनाएं संकलित हैं।

उत्तराखंड सचिवालय संघ का चुनाव : सुनील लखेड़ा अध्यक्ष, राकेश जोशी बने महासचिव

0

देहरादून, उत्तराखंड सचिवालय संघ के प्रतिष्ठापूर्ण चुनाव में सुनील लखेड़ा अध्यक्ष और राकेश जोशी महासचिव पद पर निर्वाचित हुए। चुनाव अधिकारी मस्तू दास ने देर शाम चुनाव परिणाम जारी किए।
सचिवालय संघ चुनाव को लेकर सोमवार सुबह दस बजे मतदान शुरू हुआ। शाम चार बजे तक चले मतदान में कुल 1056 वोटरों में से 994 ने मतदान किया। शाम साढ़े चार बजे से मतगणना प्रक्रिया शुरू हुई। अध्यक्ष पद पर सुनील कुमार लखेड़ा को 479 और निवर्तमान अध्यक्ष दीपक जोशी को 439 वोट मिले। लखेड़ा ने 40 वोट से जीत दर्ज की। तीसरे नंबर पर प्रदीप पपनै को 65 वोट मिले। 11 वोट रद्द किए गए। महासचिव पद पर राकेश चंद्र जोशी को 350 वोट, विमल जोशी को 324 वोट मिले। राकेश जोशी 26 वोट से जीते। तीसरे नंबर पर कमल कुमार को 297 वोट, जबकि 23 वोट रद्द हुए।
कोषाध्यक्ष में रमेश सिंह बर्त्वाल को 658 और भूपेंद्र नारायण जोशी को 322 वोट मिले। रमेश सिंह ने 336 वोटों के बड़े अंतर से जीत दर्ज की। 14 वोट रद्द घोषित किए गए। चुनाव परिणामों की घोषणा होते ही सचिवालय परिसर ढोल और रणसिंघा की आवाज से गूंज उठा। समर्थकों ने जमकर गुलाल उड़ा कर एक दूसरे को जीत की बधाई दी। समर्थक देर शाम तक थिरकते रहे।

कांग्रेस के वरिष्ठ नेता गजेंद्र विक्रम शाही को मिली आगमी चुनावों की मुख्य जिम्मेदारी

0

‘वरिष्ठ कांग्रेस नेता गजेंद्र विक्रम शाही बने आगामी निकाय व लोकसभा चुनावों के मद्देनजर सदस्यता अभियान, जनसंपर्क व बूथ कमेटियों के गठन के प्रभारी’

देहरादून, जिला परवादून अध्यक्ष मोहित उनियाल ने बताया कि द्वारा आगामी निकाय व लोकसभा चुनावों के मद्देनजर संगठनात्मक कार्य शैली को देखते हुए आपको कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा की संस्तुति पर जिला परवादून का सदस्यता अभियान, जनसंपर्क व बूथ कमेटियों के गठन का प्रभारी नियुक्त किया जाता है पूरी कांग्रेस पार्टी को आशा है कि आप कर्तव्य व निष्ठा से दी गई ज़िम्मेदारी का ईमानदारी से निर्वहन कर कांग्रेस पार्टी को मजबूत करने का काम करेंगे।

गजेंद्र विक्रम शाही ने कहा कि में केंद्र नेतृत्व व प्रदेश नेतृत्व का आभार व्यक्त करता हूं जिन्होंने मुझे यह जिम्मेदारी देने के लिए योग्य समझा और में इस जिम्मेदारी को बखूबी निभाऊंगा और सभी कांग्रेस जनों को साथ लेकर कार्य करूंगा ताकि आने वाले नगर निकाय व लोकसभा चुनाव में कांग्रेस पार्टी पूरी लहर के साथ वापसी करेगी और आमजन को साथ लेकर एक न्याय पूर्वक सरकार बनेगी।
गजेंद्र विक्रम शाही के मनोयन पर कांग्रेस नेताओं ने खुशी व्यक्त की।