रुद्रप्रयाग- विधान सभा में मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल द्वारा पहाडी समुदाय के लिये कहे गये अपशब्द ओर सदन में विधान सभा अध्यक्ष के रवैये से आक्रोसित उत्तराखंड क्रान्ति दल ने सभी विधायकों से इस प्रकरण में अपनी स्थिति स्पष्ट करने को कहा अन्यथा उक्रांद 10 मार्च से प्रदेश के सभी विधायकों का घेराव कर जबाब माँगेगा।
आज रुद्रप्रयाग में उत्तराखंड क्रान्ति दल के केन्द्रीय अध्यक्ष पूरण सिंह कठैत ने पत्रकारों से वार्ता कर विधान सभा में घटित प्रकरण को पहाड के लोगों का कपमान बताया। उन्होनें सत्तारुड़ भाजपा व विपक्ष काँग्रेस पर आरोप लगाते हुये कहा कि 42 शहादतों पर बना उत्तराखंड दोनों राष्ट्रीय दलों के अंहकार की भेंट चढ़ गया। सत्तारुड़ सरकार के मंत्री वेलगाम होकर पहाडी जनमानस का अपमान कर रहे है ओर विपक्षी पार्टी काग्रेस इनके कृत्य पर मौन बैठी है। विपक्ष के एक नव निर्वाचित विधायक ने सदन में आवाज उठाने का प्रयास तो किया लेकिन विधान सभा अध्यक्ष ने धमका कर उनकी आवाज को दबाने का प्रयास किया ओर संम्पूर्ण विपक्ष इस पर मौन साथे रहा। उन्होने कहा कि पहाड बचाने के लिये उक्रांद लगातार संघर्ष करता रहेगा।
दल के केन्द्रीय कार्यकारी अध्यक्ष ए पी जुयाल ने कहा कि दोनों राष्ट्रीय दल पर्वतीय राज्य मे अराजकता फैला रहे है व लोगों को पहाड़ मैदान के नाम पर बाँटने का प्रयास कर रहे है। पत्रकार वार्ता में केन्द्रीय युवाध्यक्ष आशीष नेगी, वरिष्ठ राज्य आंदोलनकारी जबर सिंह पावेल, युवा रुद्रप्रयाग अध्यक्ष अजीत भंडारी आदि मौजूद थे।
सदन में गाली प्रकरण पर अपनी स्थिति स्पष्ट करें उत्तराखंड के विधायक- उक्रांद
पीएम मोदी के दौरे को लेकर उत्तरकाशी जिले के सीमावर्ती क्षेत्र में गजब का उत्साह एवं उल्लास
पीएम मोदी के स्वागत के लिए हर्षिल-मुखवा क्षेत्र सज-संवर कर पूरी तरह से तैयार
-हर्षिल (उत्तरकाशी), प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के स्वागत के लिए हर्षिल-मुखवा क्षेत्र सज-संवर कर पूरी तरह से तैयार है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के आग्रह पर शीतकालीन पर्यटन को प्रोत्साहित करने के लिए प्रधानमंत्री वृहस्पतिवार को हर्षिल-मुखवा क्षेत्र के भ्रमण पर आ रहे हैं। जिसे देखते हुए उत्तरकाशी जिले के इस सीमावर्ती क्षेत्र में गजब का उत्साह एवं उल्लास देखने को मिल रहा है। प्रधानमंत्री की आगवानी के लिए हर्षिल क्षेत्र के निवासी बड़ी संख्या में निचली घाटियों के शीतकालीन प्रवास स्थलों से अपने मूल घरों को लौट आए हैं और पिछले दिनों हुई बर्फबारी से सराबोर हर्षिल घाटी में ठिठुरन की बजाय गर्मजोशी का माहौल है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी वृहस्पतिवार 6 मार्च के हर्षिल-मुखवा क्षेत्र के प्रस्तावित दौरे तहत सबसे पहले गंगा जी के शीतकालीन प्रवास स्थल मुखवा (मुखीमठ) जाकर गंगा मंदिर में दर्शन-जून करने का कार्यक्रम है। प्रधानमंत्री के आगमन को देखते हुए मुखवा स्थित गंगा मंदिर एवं स्थानीय भवन शैली से बने पौराणिक भवनों को भव्य तरीके से सजाने के साथ ही समूचे मुखवा गांव को भी सजाया-संवारा गया है।
प्रस्तावित कार्यक्रम के अनुसार मुखबा मंदिर के बाद प्रधानमंत्री पूर्वाह्न 10.30 बजे हर्षिल पहुंचकर उत्तराखंड शीतकालीन पर्यटन और स्थानीय उत्पादों की प्रदर्शनी का अवलोकन करने के बाद जादुंग व पीडीए के लिए मोटर बाईक व एटीवी-आरटीवी रैलियों तथा जनकताल एवं मुलिंगला के लिए ट्रैकिंग अभियानों को झंडी दिखाकर शुभारंभ करेंगे। सीमावर्ती नेलांग-जादुंग-पीडीए क्षेत्र का मनमोहक शीत मरूस्थली पठार का क्षेत्र अभी तक पर्यटन की गतिविधियों से अछूता रहा है। प्रधानमंत्री के हाथों इन क्षेत्रों के लिए साहसिक पर्यटन अभियानों के शुभारंभ से इस क्षेत्र में पर्यटन विकास के नए द्वार खुल जाएंगे।
प्रस्तावित कार्यक्रम के अनुसार प्रधानमंत्री के द्वारा हर्षिल में जनसभा को भी संबोधित किया जाएगा। हर्षिल में जनसभा के लिए बड़ा पंडाल स्थापित करने के साथ ही साज-सज्जा कर सभी जरूरी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। जिलाधिकारी डॉ. मेहरबान सिंह बिष्ट, पुलिस अधीक्षक सरिता डोबाल सहित प्रशासन व पुलिस के तमाम अधिकारी इन दिनों हर्षिल में ही डेरा डाले हुए हैं। प्रधानमंत्री के दौरे की व्यवस्थाओं को लेकर अन्य जिलों से भी बड़ी संख्या में पुलिस एवं प्रशासनिक अधिकारियों को हर्षिल क्षेत्र में तैनात किया गया है। क्षेत्र में सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं और बड़ी संख्या में पुलिस बलों की तैनाती करने के साथ ही विभिन्न सुरक्षा एजेंसियों द्वारा क्षेत्र के चप्पे-चप्पे पर नजर रखी जा रही है। प्रधानमंत्री के दौरे को लेकर आज पर्यटन सचिव सचिन कुर्वे, सचिव गृह शैलेश बगोली, आयुक्त गढवाल मंडल एवं सचिव मुख्यमंत्री विनय शंकर पाण्डेय, पुलिस महानिदेशक दीपम सेठ, अपर पुलिस महानिदेशक डॉ. वी मुरूगेशन व ए.पी. अंशुमान, महानिदेशक सूचना वंशीधर तिवारी सहित अनेक वरिष्ठ अधिकारियों ने भी आज हर्षिल क्षेत्र का भ्रमण कर प्रधानमंत्री के कार्यक्रम की तैयारियों का जायजा लिया।
जिलाधिकारी डॉ. मेहरबान सिंह बिष्ट ने हर्षिल-मुखवा क्षेत्र में की गई विभिन्न व्यवस्थाओं की जानकारी देते हुए बताया कि प्रधानमंत्री के दौरे को लेकर जिला प्रशासन की सभी तैयारियां पूरी हैं और उत्तरकाशी जिला प्रधानमंत्री के स्वागत हेतु पूरी तरह से तैयार है।
स्वास्थ्य मंत्री डॉ. रावत ने किया अहमदाबाद के चिकित्सा संस्थानों का भ्रमण
-यू.एन. मेहता अस्पताल व बी.जे. मेडिकल कॉलेज में परखी स्वास्थ्य सुविधाएं
-स्टेट मेडिकल कॉलेजों में बाल हृदय रोगियों के उपचार की होगी विशेष व्यवस्था
अहमदाबाद/देहरादून, चिकित्सा स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा मंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने अपने गुजरात भ्रमण के दौरान आज अहमदाबाद में यू.एन. मेहता इंस्टीट्यूट ऑफ कार्डियोलॉजी एंड रिसर्च सेंटर तथा बी.जे. मेडिकल कॉलेज का दौरा किया। जहां उन्होंने चिकित्सा संस्थानों के प्रशासनिक अधिकारियों के साथ बैठक कर शैक्षणिक, प्रशासनिक व स्वास्थ्य सेवाओं के बारे में विस्तृत चर्चा की। उन्होंने कहा कि यू.एन. मेहता इंस्टीट्यूट ऑफ कार्डियोलॉजी एंड रिसर्च सेंटर की मदद से प्रदेश के मेडिकल कॉलेजों में बाल हृदय रोगियों के उपचार के लिये विशेष व्यवस्था की जायेगी।
अहमदाबाद के राजकीय प्रवास के दौरान स्वास्थ्य मंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने आज प्रतिष्ठित यू.एन. मेहता इंस्टीट्यूट ऑफ कार्डियोलॉजी एंड रिसर्च सेंटर का भ्रमण किया। जहां उन्होंने अधिकारियों के साथ बैठक कर संस्थान के चिकित्सकीय एवं प्रशासनिक व्यवस्थाओं के बारे में विस्तृत जानकारी ली। इस दौरान अस्पताल प्रबंधन ने पावर प्वांइट प्रस्तुति के माध्यम से हृदय रोग देखभाल, उपचार सेवाओं और नवीनतम चिकित्सा प्रणालियों के बारे में जानकारी दी।
डॉ. रावत ने बताया पीडियाट्रिक कार्डियोवैस्कुलर सिस्टम के उपचार में यह चिकित्सा संस्थान अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपनी अलग पहचान बना चुका है। जहां प्रत्येक वर्ष विभिन्न देशों से सैकड़ों हृदय रोगी उपचार के लिये आते हैं। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड के राजकीय मेडिकल कॉलेजों में भी इसी स्तर की बाल हृदय चिकित्सा सुविधाएं विकसित की जायेंगी, जिससे नवजातों में हृदय रोग की समय पर पहचान और उपचार संभव हो सके। इसके लिये यू.एन. मेहता इंस्टीट्यूट ऑफ कार्डियोलॉजी एंड रिसर्च सेंटर की मदद से एक ठोस कार्ययोजना बनाकर उत्तराखंड के राजकीय मेडिकल कॉलेजों में भी बाल हृदय रोगियों के उपचार की व्यवस्था की जायेगी।
डॉ. रावत ने इसके उपरांत बी.जे. मेडिकल कॉलेज का दौरा किया। जहां उन्होंने विशेषज्ञ चिकित्सकों, मेडिकल स्टॉफ और छात्र-छात्राओं से मुलाकात कर कॉलेज की शिक्षा प्रणाली, स्वास्थ्य सुविधाएं और चिकित्सा क्षेत्र में हो रहे नवाचारों को लेकर विस्तृत चर्चा की। उन्होंने सिविल अस्पताल का भी दौरा किया और मरीजों को दी जा रही स्वास्थ्य सुविधाओं के बारे में जानकारी ली। अस्पताल भ्रमण के दौरान डॉ. रावत ने मरीजों व उनके तीमारदारों से मिलकर उनके अनुभवों के बारे में जानकारी ली। डॉ. रावत ने बताया कि अहमदाबाद का सिविल अस्पताल अंग दान के क्षेत्र में देशभर में अग्रणी है और यहां चिकित्सा सेवाएं अत्यधिक उन्नत है।
सोनप्रयाग से केदारनाथ तक 12.9 किलोमीटर लंबी रोपवे परियोजना को केंद्र से मिली मंजूरी
देहरादून, केदारनाथ रोपवे प्रोजेक्ट और हेमकुंड रोपवे प्रोजेक्ट को केंद्र से मंजूरी मिल गई है। केंद्रीय मंत्रिमंडल ने राष्ट्रीय रोपवे विकास कार्यक्रम की पर्वतमाला परियोजना के तहत उत्तराखंड में सोनप्रयाग से केदारनाथ तक 12.9 किलोमीटर लंबी रोपवे परियोजना को मंजूरी दे दी है। केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा, इसका बड़ा फायदा यह होगा वर्तमान में यात्रा में 8-9 घंटे का समय लगता है, लेकिन रोपवे बनने के बाद यह समय घटकर 36 मिनट रह जाएगा। इसमें 36 लोगों के बैठने की क्षमता होगी।
सोनप्रयाग से बनाए जाने वाले केदारनाथ रोपवे या केबिल कार परियोजना का जिम्मा भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) के नेशनल हाईवे लॉजिस्टिक मैनेजमेंट लि. को दिया गया है। एजेंसी परियोजना की डीपीआर तैयार कर रही है। जानकारों का कहना है कि केदारनाथ यात्रा को सुरक्षित बनाने के लिए दो ही विकल्प हैं। पहला पैदल यात्रा का है, लेकिन यह बुजुर्गों, बच्चों और दिव्यांगों के लिए दुष्कर है। दूसरा विकल्प रोपवे या केबिल कार का है, जो बच्चों, वृद्धों, जवानों व दिव्यांगों सभी की यात्रा को सुगम बनाने वाला है।
केदारनाथ रोपवे बनने के बाद राज्य में हेली सेवाएं सीमित हो जाएंगी। हिमालय की सर्वाधिक खतरनाक घाटियों में से एक केदारनाथ के लिए हेली टैक्सी यात्रा बेहद जोखिम भरी मानी जाती है। रोपवे बनने के बाद हेली सेवा से केदारनाथ की यात्रा करने का क्रेज कम हो जाएगा। सुरक्षित और किफायती होने की वजह से यात्री रोपवे या केबिल कार के माध्यम से यात्रा करना ज्यादा पसंद करेंगे। ऐसी स्थिति में हेली सेवाएं सीमित हो जाएंगी।
जल संस्थान में बिना कर्मचारी के बिल जमा करने पहुंचे ग्रामीण इंतजार के बाद वापस लौटे
नैनबाग (शिवांश कुंवर), तहसील नैनबाग के जल संस्थान में बिल जमा करने आए ग्रामीण बिना बिल जमा किए लौटना पड़ा, सुबह जब कुछ लोग पानी का बिल जमा करने पहुंचे लेकिन घंटों तक इंतजार करने पर भी जल संस्थान का कोई भी कर्मचारी कार्यालय नहीं पहुंचा, जिस कारण कई लोग वापस गए और कई ने इंतजार किया लेकिन कोइ भी कर्मचारी कार्यालय में मौजूद नहीं रहा, ग्रामीण किशोरी लाल नैनगांव निवासी जल संस्थान में पानी का बिल जमा करने आए लेकिन एक घंटे के बावजूद भी कार्यालय में कोई भी कर्मचारी नहीं आया और ना ही दिखा जब कर्मचारी बिल जमा के दौरान अपने विभाग में मौजूद नहीं रहते तो आए दिन की स्थिति क्या रहती होगी l किशोरी लाल का कहना है कि अपने निजी कार्यों को छोड़कर नैनबाग जल संस्थान में बिल जमा करने आए थे लेकिन एक घंटे होने के बावजूद भी ना तो कोई कर्मचारी आया और ना ही किसी प्रकार का मोबाइल नंबर कार्यालय में लिखा है, जिससे किसी को संपर्क किया जा सके, जल संस्थान में नैनबाग द्वारा बड़ी लापरवाही देखी गई है l
स्थानीय निवासी सागर तोमर का कहना है कि विभाग को अपने कार्य के प्रति जिम्मेदार होना चाहिए और आम जनता के लिए समय पर उपलब्ध रहना चाहिए और जनता की सुविधा के लिए विभाग को तत्पर होना चाहिए, नैनबाग जेई जल संस्थान साधना राणा का कहना है कि आगे से इस तरह की लापरवाही विभाग द्वारा नहीं बरती जाएगी।
डबल इंजन सरकार ने उत्तराखंड को दी ₹6,811.41 करोड़ के रोपवे की ऐतिहासिक सौगात
सीएम धामी के विजन को पीएम मोदी ने दिए पंख, आसान होगा केदारनाथ धाम और हेमकुंड साहिब का सफर*
*मुख्यमंत्री धामी की नीति और प्रधानमंत्री मोदी की सहमति से मिली उत्तराखंड को बड़ी सौगात*
*तीर्थयात्रियों के लिए बड़ी खुशखबरी ! अब मिनटों में पहुंचे केदारनाथ और हेमकुंड साहिब….*
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की दृढ़ इच्छाशक्ति और दूरदर्शी सोच ने उत्तराखंड को एक और ऐतिहासिक सौगात दी है। पर्वतमाला परियोजना के तहत ₹4,081.28 करोड़ की लागत से सोनप्रयाग-केदारनाथ (12.9 किमी) और ₹2,730.13 करोड़ की लागत से गोविंदघाट-हेमकुंड साहिब (12.4 किमी) रोपवे परियोजनाओं को मंजूरी मिली, जो राज्य में कनेक्टिविटी और पर्यटन को नया आयाम देंगी।
*मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने अपनी पिछली मुलाकात में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से इन रोप-वे परियोजनाओं को लेकर विस्तार से चर्चा की थी।* उन्होंने प्रधानमंत्री से अनुरोध किया था कि केदारनाथ और हेमकुंड साहिब जैसे महत्वपूर्ण तीर्थस्थलों तक तीर्थयात्रियों और पर्यटकों की सुविधा के लिए रोप-वे परियोजनाओं को स्वीकृति दी जाए। मुख्यमंत्री धामी ने इस दौरान राज्य में रोप-वे की आवश्यकता, इससे होने वाले लाभ और पर्यटन एवं अर्थव्यवस्था पर इसके सकारात्मक प्रभाव को विस्तार से प्रस्तुत किया। उनकी इस पहल और प्रधानमंत्री मोदी की उत्तराखंड के प्रति विशेष संवेदनशीलता का ही परिणाम है कि ये ऐतिहासिक परियोजनाएं अब धरातल पर उतरने जा रही हैं।
इन रोप-वे परियोजनाओं के माध्यम से तीर्थयात्रियों और पर्यटकों के लिए अंतिम मील तक कनेक्टिविटी सुनिश्चित होगी, जिससे यात्रा तेज, सुगम और सुरक्षित बनेगी। मुख्यमंत्री धामी की सक्रिय भागीदारी और उनकी केंद्र सरकार से मजबूत समन्वय का ही परिणाम है कि यह ऐतिहासिक परियोजना स्वीकृत हुई।
ये रोप-वे सिर्फ धार्मिक पर्यटन को ही नहीं, बल्कि राज्य की अर्थव्यवस्था, रोजगार और बुनियादी ढांचे के विकास को भी नई ऊंचाई देंगे। प्रधानमंत्री मोदी का उत्तराखंड से विशेष लगाव और मुख्यमंत्री धामी की मेहनत एवं सतत प्रयासों का ही नतीजा है कि ये ऐतिहासिक रोप-वे परियोजनाएं अब साकार होने जा रही हैं, जो भविष्य में राज्य के विकास की दिशा में मील का पत्थर साबित होंगी।
ऊर्जा संरक्षण के प्रति प्रतिबद्धता के साथ ‘सक्षम 2024-25’ पखवाड़े का विधिवत् समापन
“पखवाड़े के दौरान विभिन्न प्रतियोगिताओं के विजेता प्रतिभागियों दिये गये पुरस्कार”
देहरादून, तेल एवं गैस संरक्षण को लेकर चलाये गये जागरूकता पखवाड़ा “सक्षम 2024-25” का ऊर्जा संरक्षण के प्रति प्रतिबद्धता के साथ समापन हो गया।ओएनजीसी तकनीकी सेवाओं ने द्वारा 14 फरवरी से आरंभ हुये इस आयोजन के तहत मूल्यवान प्राकृतिक संसाधनों, तेल और गैस के संरक्षण के महत्व के बारे में जन जागरूकता बढ़ाने के साथ साथ “हरे और स्वच्छ ऊर्जा अपनाएं, पर्यावरण को स्वच्छ बनाएं” विषय पर विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए गए। ओएनजीसी, केडीएमआईपीई परिसर के मिनी ऑडिटोरियम में आयोजित समापन समारोह की शुरुआत ओएनजीसी गीत, सुरक्षा ब्रीफिंग और सक्षम 2024-15 की शपथ के साथ मुख्य अतिथि डॉ. आनंद गुप्ता, कार्यकारी निदेशक – प्रमुख पी एंड डी, देहरादून द्वारा की गई।
इस अवसर पर बोलते हुए, डॉ. आनंद गुप्ता ने दर्शकों को तेल और गैस के संरक्षण की आवश्यकता के बारे में जागरूक किया। उन्होंने बताया कि यह हर किसी की जिम्मेदारी है कि वे उपलब्ध संसाधनों का विवेकपूर्ण तरीके से उपयोग करने के लिए प्रयास करें और वैकल्पिक संसाधनों का विकास करें।
इस अवसर पर नीराज कुमार शर्मा, मुख्य महाप्रबंधक – कॉर्पोरेट प्रशासन, जे.पी. डोबारियाल, कार्यकारी निदेशक- प्रमुख ईएनडी, बी.एस. बिष्ट, पूर्व जीजीएम और प्रोफेसर, ग्राफिक एरा विश्वविद्यालय भी मंच पर उपस्थित थे।
पहले, श्री जेड.एस. अलारिया, महाप्रबंधक (ई) तकनीकी सेवाएं, और नोडल अधिकारी सक्षम 2024-25 ने अपने स्वागत संबोधन में सक्षम 2024-25 के दौरान तकनीकी सेवाओं द्वारा किए गए विभिन्न गतिविधियों का वर्णन किया।
एक पखवाडे चले इस कार्यक्रम के बीच ओएनजीसी की तकनीकी सेवाओं ने वैन प्रचार, बैनर, पोस्टर, क्विज , चित्रण, बहस, भाषण प्रतियोगिताएं, वॉकाथॉन, साइक्लोथॉन और स्कूल के बच्चों, महिलाओं और कर्मचारियों के लिए एलपीजी कार्यशालाओं के माध्यम से संदेश फैलाने के लिए विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया।
मुख्य अतिथि डॉ. आनंद गुप्ता, कार्यकारी निदेशक – (पी एंड डी) ने सक्षम 2024-25 पखवाड़े के दौरान विभिन्न प्रतियोगिताओं जैसे चित्रण, क्विज, बहस और भाषण के विजेताओं को पुरस्कार प्रदान किए, जो विभिन्न स्कूलों, विश्वविद्यालय और महिला पॉलीटेक्निक में आयोजित किए गए, और ओएनजीसी कर्मचारियों और गृहिणियों को भी सम्मानित किया।
पांच शादियों का रचा इतिहास
देहरादून, उत्तराखंड़ को प्रकृति ने खूबसूरती के कई अदभुत खजाने दिये हैं, यहां की पर्वतीय अंचल की प्राकृतिक छटायें और रीति रिवाज जहां सार्थकता से परिलक्षित हैं, इसी कड़ी में राज्य का जौनसार बाबर क्षेत्र भी अपने खूबसूरती, रीति रिवाज एवं संयुक्त परिवार के लिए बहुत प्रसिद्ध है, जो भी एक बार इस क्षेत्र का भ्रमण करने आता हैं वह यहां की सुंदरता रीति रिवाज के कायल हो जाते हैं l
आजादी के समय ग्राम पंजिया के एक वीर योद्धा ( स्वतंत्रता सेनानी पुनकु जी) ने अपना सब कुछ न्योछावरकर आजादी की जंग में कूद पड़े थे, उन्होंने उसे समय एक मिसाल कायम की थी, आज 2 मार्च 2025 को इस परिवार के परपोतों द्वारा भी एक मिसाल कायम कर दी l वह है एक ही परिवार के पांच पुत्रों की शादी एक साथ, एक स्थान पर l
शिवरात्रि पर्व दिनांक 26 फरवरी 2025 से 2 मार्च की शाम तक रिश्तेदारों आने का सिलसिला जारी रहाl इस शादी समारोह में दाई-भाई लोग पुश्तेनी ग्राम कांति-मशवा, टीटीयाना, हिमाचल प्रदेश, जौनसार-बावर से आये तथा मेहमान व रिश्तेदार कानपुर, देहरादून, दुबई आदि स्थानों से शादी की शोभा बढ़ाने के लिए पहुंचे तथा इस अनूठी शादी के प्रत्यक्षदर्शी बने l
दिनांक 2 मार्च 2025 को एक अनूठी शादी का आयोजन शर्मा वेडिंग पॉइंट जीवनगढ़, जनपद देहरादून में किया गया जिसमें एक ही परिवार के पांच लड़कों की शादी एक ही दिन हुईl
इस संदर्भ में श्री बलराम सिंह चौहान ने अवगत कराया कि आज आज ही के दिन 2 मार्च सन 2000 में मेरी भी शादी इसी दिन हुई थी, आज हमारी शादी को 25 वर्ष पूरे हुए हैं अर्थात आज “सिल्वर जुबली” है l
आज हमें बहुत खुशी है कि एक ही परिवार में हुई पांच शादियों ने पूरे जौनसार बाबर में एक इतिहास रच दिया है, अभी तक जौनसार बाबर में एक परिवार में केवल तीन शादियों का ही रिकॉर्ड बना हुआ था l एक परिवार में अभी तक पांच शादियां कभी नहीं हुई है, शायद ही कोई इस प्रकार की शादी करने का रिकॉर्ड तोड़ पाए l
यह कार्य सब परिवार के सहयोग से ही हो पाया हैl सबका बहुत-बहुत धन्यवाद
युवा आल स्टार्स चैम्पियनशिप की मेजबानी करेगा उत्तराखण्ड
हरिद्वार, (कुलभूषण)। आगामी 6 मार्च से स्पोर्ट्स स्टेडियम रोशनाबाद में “युवा आल स्टार्स चैम्पियनशिप’ का आयोजन किया जा रहा है। भारत में कबड्डी जगत में होने वाली यह अपनी तरह की पहली प्रतियोगिता है। युवा आल स्टार्स चैम्पियनशिप व युवा कबड्डी सीरिज के माध्यम से इलैवन 8 इण्डिया स्पोर्ट्स उत्तराखण्ड कबड्डी एसोसिएशन के सहयोग से यह लीग आयोजित कर रहा है। युवा कबड्डी प्रतिभाओं को निखारने व देश में कबड्डी खेल को प्रोत्साहित करने हेतु एक सार्थक पहल गंगा तट हरिद्वार से की जा रही है। आशा है यह भारतीय खेल की अविरल धारा काे देश में ले जाएगी।
युवा कबड्डी सीरीज के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) व उत्तराखण्ड कबड्डी एसोशिएशन के अध्यक्ष महेश जोशी ने संयुक्त वक्तव्य में कहा कि यह ऐसी प्रतिस्पर्धा है जो युवा खिलाड़ियों को उचित मंच, खेलों के प्रति उनका समर्पण व अवसर प्रदान करेगा। यह भारत में होने वाली ऐसी लीग है जिसका उद्देश्य कबड्डी के भविष्य को उज्जवल बनाना है और युवा खिलाड़ियों को वैश्विक स्तर पर प्रस्तुत करना है। इससे देश के युवा खिलाड़ियों को अपनी पहचान बनाने में सहायता मिलेगी।
श्री जोशी ने बताया कि इस लीग का उद्घाटन श्री अमित सिन्हा (IPS) विशेष प्रमुख सचिव खेल व युवा कल्याण, उत्तराखण्ड सरकार के कर-कमलों से 6 मार्च को प्रात: 9:30 बजे किया जाएगा। उन्होंने बताया कि इस लीग में युवा कबड्डी सीरीज के 11वें संस्करण की 6 टीमों के साथ-साथ प्रो-कबड्डी लीग के युवा खिलाड़ियों की 6 टीमें भी भाग लेंगी। लीग में भाग लेने वाली टीम में युवा कबड्डी सीरीज के 11वें संस्करण से पलानी टस्कर, सोनीपत स्पार्कर्स, कुरुक्षेत्र वारिसर्य, यू.पी. फाल्कन्स, चण्डीगढ़ चार्जर्स, वास्को वाइपर्स तथा प्रो-कबड्डी लीग के युवा वर्जन से युवा मुंबा, युवा पलटन, वारिसर्य के.सी., जयपुर कब्स, युवा योद्धा, जूनियर स्टीलर्स आदि प्रतिभाग करेंगी। श्री जोशी ने कहा कि उत्तराखण्ड कबड्डी संघ इलैवन 8 इण्डिया स्पोर्ट्स का धन्यवाद करती है कि एक छोटे से प्रदेश को इतने बड़े आयोजन हेतु सहर्ष स्वीकार किया।
कबड्डी एसोसिएशन के सचिव चेतन जोशी ने जानकारी देते हुए बताया कि उत्तराखण्ड राज्य के खिलाड़ियों को प्रोत्साहन हेतु इस लीग में 6 टीमें प्रतिभाग करेंगी जिनकी चयन प्रक्रिया चल रही है।
ज्ञात हो कि एक माह तक चलने वाली सीरीज का ग्रैंड फिनाले 4 अप्रैल को आयोजित किया जाएगा जिसके लिए उत्तराखण्ड के माननीय मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी व खेल मंत्री श्रीमति रेखा आर्य जी को आमंत्रित किया गया है। इस सीरीज की विजेता टीम को पन्द्रह लाख रुपए व उप-विजेता टीम को 5 लाख रुपए नकद पुरुस्कार राशि प्रदान की जाएगी। प्रत्येक मैच में एक लाख रुपए से अधिक प्रोत्साहन राशि खिलाड़ियों को प्रदान की जाएगी। उन्होंने बताया कि इस लीग में इस सीरीज में कुल 112 मैच खेले जाएँगे जिनमें मैच की विजेता टीम को 65,000 (पैंसठ हजार) तथा हारने वाली टीम को 30,000 (तीस हजार) रुपए की राशि के साथ-साथ तीन श्रेष्ठ खिलाड़यों को भी प्रत्येक मैच में पुरुस्कृत किया जाएगा।
प्रेसवार्ता में श्री महेश जोशी (कोषाध्यक्ष उत्तराखण्ड ओलम्पिक संघ), श्री विकास के. गौतम (सीइओ) युवा कबड्डी सीरीज, श्री बृज भूषण विद्यार्थी (अध्यक्ष जिला कबड्डी संघ), श्री ऋषिपाल, भारत भूषण, नरेन्द्र गिरी, नवीन चौहान आदि उपस्थित रहे।
दृष्टिकोण और अभ्यास” विषय पर एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया
हर्रावाला (कुलभूषण)। क्षेत्रीय आयुर्वेद अनुसंधान संस्थान, रानीखेत द्वारा उत्तराखण्ड आयुर्वेद विश्वविद्यालय, हर्रावाला, देहरादून के प्रशासनिक भवन के सभागार में “उत्तराखंड के पंजीकृत आयुर्वेदिक चिकित्सकों के बीच आयुर्वेदिक दवाओं की फार्माकोविजिलेंस के प्रति ज्ञान, दृष्टिकोण और अभ्यास” विषय पर एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यशाला के दौरान स्वागत भाषण एवं सभी अतिथियों का स्वागत के साथ-साथ विषय परिचय प्रभारी सहायक निदेशक, डॉ. ओम प्रकाश द्वारा किया गया। मुख्य अतिथि माननीय प्रो (डॉ.) अरूण कुमार त्रिपाठी, कुलपति, उत्तराखण्ड आयुर्वेद विश्वविद्यालय देहरादून, उत्तराखण्ड के द्वारा विशेष उद्बोधन दिया गया, जिसमें उन्होने संक्षिप्त परिचय के साथ कार्यक्रम की सफलता की कामना की। साथ ही विशिष्ट अतिथि श्री रामजीशरणशर्मा रजिस्ट्रार, उत्तराखण्ड आयुर्वेद विश्वविद्यालय देहरादून, उत्तराखण्ड; श्रीमती नर्वदा गुसांई, रजिस्ट्रार, भारतीय चिकित्सा परिषद्, देहरादून एवं डॉ. जी.सी.एस. जंगपांगी, जिला आयुर्वेद एवं यूनानी अधिकारी, देहरादून द्वारा कार्यशाला की उपयोगिता के विषय में उद्बोधन दिया गया। यह कार्यशाला उत्तराखंड राज्य के रजिस्टर्ड आयुर्वेदिक चिकित्सकों के लिए एक महत्वपूर्ण अवसर रहा । कार्यशाला का उद्देश्य आयुर्वेद के माध्यम से दी जा रही औषधियों की सुरक्षा, प्रभावकारिता और गुणवत्ता पर चर्चा करना रहा, ताकि मरीजों को सर्वोत्तम चिकित्सा सेवाएँ प्रदान कर सकें।इस कार्यक्रम के दौरान विषय विशेषज्ञ वक्ताओं ने निम्न विषय पर अपना सारगर्भित व्याख्यान प्रस्तुत किए -1. डॉ. तरूण कुमार, अनुसंधान अधिकारी (आयु.) द्वारा “ए.एस.यू एंड एच संबंधित ए.डी.आर और भ्रामक विज्ञापन की रिपोर्टिंग” विषय पर व्याख्यान दिया गया।2.डॉ. किरण वशिष्ट, सहायक प्रोफेसर, द्वारा आयु सुरक्षा पोर्टल पर ए.डी.आर. एवं भ्रामक विज्ञापन रिपोर्ट करने हेतु प्रदर्शन किया गया। कार्यशाला एवं कार्यक्रम के दौरान मंच का संचालन डॉ. तरूण कुमार, सलाहकार (आयु.) द्वारा किया गया। कार्यशाला में देहरादून जिले के कुल 58 पंजीकृत आयुर्वेदिक चिकित्सकों, चिकित्सा अधिकारीयों , विश्वविद्यालय के शिक्षकों डा0 नंदकिशोर दाधीचि, डा0राजीव कुरेले आदि द्वारा सक्रिय रूप से प्रतिभाग किया गया, जिन्हें कार्यशाला के उपरांत सभी प्रतिभागियों को प्रमाण पत्र प्रदान किया गया । कार्यक्रम का समापन धन्यवाद ज्ञापन व राष्ट्रगान से किया गया।