Tuesday, May 20, 2025
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आईएसबीटी पर निर्मित 04 कलर्ड पार्किंग, फ्लाई ओवर सुधारीकरण कार्य जल्द किए जाएंगे पब्लिक को समर्पित

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-फ्लाईओवर का लेफ्टटर्न कारगी की ओर खोलने की प्रक्रिया, सुरक्षा कार्य पूर्ण

-आईएसबीटी पर ड्रेनेज समस्या से निजात को कार्य गतिमान

देहरादून, शहर की यातायात व्यवस्था में सुधार लाने हेतु जिलाधिकारी पार्किंग एवं यातायात प्रबन्धन हेतु निरंतर प्रयासरत हैं। डीएम एवं एसएसपी के शहर भ्रमण उपरान्त सड़क सुधार एवं यातायात प्रबन्धन तथा बाजारों जनमानस की सुरक्षा के दृष्टिगट निंरतर सुधारात्मक कार्य गतिमान है।
डीएम ने अधिकारियों को न्यायालय द्वारा सड़क सुरक्षा समिति को सुधार हेतु प्रदान की गई असीम शक्तियों तथा आपदा प्रबन्धन अधिनियम 2005 में वर्णित शक्तियों का प्रयोग करते हुए सड़क सुधार कार्य किये जाने को निर्देशित किया गया है। जिला प्रशासन द्वारा प्रत्येेक जीवन अमूल्य है के डीएम के मंत्र के साथ सड़क पर तेज रफ्तार पर ब्रेक के लिए निरंतर सुधार किये जा रहे हैं।
आईएसबीटी क्षेत्र आवागमन हेतु 02 गेट होने के उपरान्त भी 01 गेट से बसों का संचालन किया जा रहा है था, अब ऋषिकेश, हरिद्वार, कोटद्वार व गढवाल तथा कुमाऊ के क्षेत्रों में जाने वाले वाहन का निकास व प्रवेश गेट न0 2 के कट से तथा सहारनपुर, दिल्ली जाने वाले वाहनों का निकास गेट 01 के कट से किये जाने एवं प्रवेश गेट 2 से करने की व्यवस्था बनाई गई है।
आईएसबीटी क्षेत्र के बाहर वाहनों द्वारा यात्रियों को बैठाने तथा उतारने से भी यातायात प्रभावित हो रहा था, जिसे अब बंद करने का निर्णय लिया गया है, वाहन में यात्रियों को बैठाने व उतारने हेतु स्थल निर्धारित किए गए हैं। नियमों का पालन न करने वालों निरंतर कार्रवाई गतिमान है। इसके लिए पुलिस अधीक्षक यातायात व सहायक संभागीय परिवहन अधिकारी की जिम्मेदारी तय की गई है।
आईएसबीटी फ्लाई ओवर के नीचे जंक्शन प्वांईट पर निरंजनपुर मण्डी की तरफ आने वाले ट्रेफिक क कारगी चौक एवं टर्नर रोड की तरफ जाने के कारण तथा टर्नर रोड से जाने वाले वाहनों के कारगी एवं निरंजनपुर मण्डी से वाहनों को निरंजनपुर मण्डी की तरफ जाने के कारण उत्पन्न जाम की स्थिति में सुधार करते हुए निरंजनपुर मण्डी से दुपहिया एवं चार पहिया हल्के वाहनों को निरंजनपुर मण्डी की तरफ से फ्लाई आवेर के माध्यम से जंक्शन आईएसलैण्ड से कारगी चौक की तरफ संचालित डायवर्ट कर, आईएसबीटी फ्लाईओवर के नीचे सर्विस रोड़ एवं जंक्शन प्वांईट पर यातायात दबाव कम करने का प्रयास किया गया है। वहीं फ्लाई ओवर का कारगी की ओर लेफ्टटर्न पूर्ण सुरक्षा उपाय कर लिए गए हैं, अब इसे पब्लिक को समर्पित करने की तैयारी है। आईएसबीटी पर 4 कलर्ड पार्किंग का कार्य पूर्ण हो गया शीघ्र ही जनमानस को समर्पित की जाएंगी।
आईएसबीटी क्षेत्र में बस अड्डे के आसपास व्यवसायिक प्रतिष्ठानों के स्वामियों के वाहन/ई रिक्शा/छोटे हाथी/टाटा मैजिक व अन्य सवारी वाहनों के समुचित पार्किंग न होने के कारण वाहन मुख्य मार्ग पर पार्क किये जा रहे थे, जो अब फ्लाई ओवर के नीचे उपलब्ध स्थानों में अलग अलग वाहनों के लिए 4 कलरकोड पार्किंग की व्यवस्था की गई है। वहीं आईएसबीटी पर ड्रेनेज समस्या निस्तारण कार्य बरसात से पूर्व करने हेतु टैंडर प्रक्रिया उपरांत कार्य प्रारंभ हो गया है।

अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस :  – मुख्यमंत्री ने विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्ट कार्य करने वाली महिलाओं को सम्मानित किया

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–  महिला सारथी (पायलट प्रोजेक्ट) के तहत महिला ड्राइवरों को भी हरी झंडी दिखाकर रवाना किया
देहरादून(आरएनएस)।  मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने शनिवार को आई.आर.डी.टी ऑडिटोरियम, देहरादून में अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर आयोजित कार्यक्रम में प्रतिभाग किया। इस दौरान मुख्यमंत्री ने विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्ट कार्य करने वाली महिलाओं को सम्मानित किया। जिसमें सुश्री रेशमा शाह, सुश्री भारती, पार्षद अंजना रावत, श्रीमती बीना, श्रीमती रेखा पांडे, श्रीमती ममता, श्रीमती सरिता पंवार सहित अन्य कई महिलाएं शामिल रहीं। मुख्यमंत्री ने इस दौरान महिला सारथी (पायलट प्रोजेक्ट) के तहत महिला ड्राइवरों को भी हरी झंडी दिखाकर रवाना किया।
मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि शिक्षा, चिकित्सा, राजनीति, खेल, विज्ञान, सेना, कृषि उद्योग जैसे हर क्षेत्र में महिलाएँ आगे बढ़ कर देश का नेतृत्व कर रही हैं। उत्तराखंड राज्य की महिलाओं में विशेष प्रकार का आत्मविश्वास और नेतृत्व क्षमता है, महिलाओं में कौशल और परिश्रम में कोई कमी नहीं है। राज्य की महिलाएं स्वयं आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर बनकर अपने परिवार और समाज को भी सशक्त बना रही हैं।  उन्होंने कहा विकसित भारत के संकल्प को पूरा करने में सबसे बड़ा योगदान महिलाओं का होगा। राज्य सरकार, प्रदेश की मातृ शक्ति के सशक्तिकरण हेतु भविष्य में भी पूरी दृढ़ता के साथ कार्य करते रहेगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार ने महिलाओं के हितों को आगे रखते हुए देश में सबसे पहले समान नागरिक संहिता लागू उत्तराखंड में किया है। जिसमें महिला सुरक्षा के विशेष प्रावधान किए गए हैं। यह आधी आबादी का पूरा कानून है। उन्होंने कहा लिव इन रिलेशनशिप हमारी संस्कृति का हिस्सा नहीं है। लिव इन रिलेशनशिप में रहने वाले युवाओं की जानकारी उनके माता पिता और प्रशासन के पास होनी आवश्यक है। जिससे किसी भी तरह की घटना से भी बचा जा सकता है।
मुख्यमंत्री ने कहा प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में देश में मातृशक्ति के उत्थान एवं सशक्तिकरण के लिए हर स्तर पर प्रयास किए जा रहे हैं। बीते 11 वर्षों में 30 करोड़ से अधिक महिलाओं के जन-धन बैंक खाते खोले गए, 12 करोड़ से अधिक शौचालय बनाकर माताओं बहनों के मान-सम्मान की रक्षा सुनिश्चित किया गया है। लखपति दीदी योजना के माध्यम से 1 करोड़ से अधिक महिलाओं को लखपति दीदी बनाने का कार्य किया जा रहा है। 30 करोड़ से अधिक महिलाओं को मुद्रा योजना के अंतर्गत लोन देकर सशक्त एवं आत्मनिर्भर बनाया जा रहा है। देश की संसद में  लोकसभा एवं विधानसभा में महिलाओं को 33 प्रतिशत का आरक्षण देने का ऐतिहासिक कानून पास किया है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री के मार्गदर्शन में राज्य सरकार पढ़ाई, सरकारी नौकरी, उद्यम, खेल हर क्षेत्र में महिलाओं की अधिक से अधिक भागीदारी आगे बढ़ा रही है। राज्य में सशक्त नारी सशक्त समाज की परिकल्पना को साकार करते हुए नंदा गौरा योजना के अंतर्गत बालिकाओं के जन्म लेने पर 11 हजार रूपए तथा 12वीं उत्तीर्ण करने पर 51 हजार रूपए की प्रोत्साहन राशि दी जा रही है। सशक्त बहना उत्सव योजना, मुख्यमंत्री महिला स्वयं सहायता समूह सशक्तिकरण योजना, जैसी कई योजनाएं संचालित है। महिलाओं की सुरक्षा, सहायता, एवं संरक्षण सुनिश्चित करने के उद्देश्य से वन स्टॉप सेंटर, महिला हेल्पलाइन 181 और महिला कल्याण एवं पुनर्वास केंद्र स्थापित करने एवं महिलाओं हेतु महिला छात्रावास भी संचालित किए जा रहे हैं। राज्य सरकार द्वारा सरकारी नौकरियों में राज्य की बेटियों को 30 प्रतिशत का क्षैतिज आरक्षण देने का भी कार्य किया गया है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि महिलाओं को आर्थिक रूप से सशक्त एवं आत्मनिर्भर बनाने के उद्देश्य से महिला स्वयं सहायता समूहों को 5 लाख रुपए तक का ऋण बिना ब्याज के मुहैया करवाया जा रहा है। लखपति दीदी योजना के अंतर्गत प्रदेश की 1 लाख से अधिक बहनों ने लखपति दीदी बनने में सफलता प्राप्त की है। उन्होंने कहा प्रदेश के स्वयं सहायता समूहों द्वारा बनाए गए उत्पादों को हाउस ऑफ हिमालयाज ब्रांड के माध्यम से आज देश-विदेश तक पहुंचाया जा रहा है। हमारी बहनों द्वारा बनाए गए उत्पाद आज मल्टीनेशनल कंपनियों को भी टक्कर दे रहीं हैं।
कैबिनेट मंत्री श्रीमती रेखा आर्य ने अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि महिलाए ने अपने बारे में आंकलन करना होगा है। अपनी क्षमताओं को आगे लाना होगा। पहले से समय काफी बदलाव आया है। महिलाएं अब आगे बढ़ गई हैं। महिलाओं को समाज में बराबरी का ओहदा प्राप्त है। उन्होंने कहा महिलाओं ने आत्मनिर्भर बनकर स्वयं के साथ समाज को आगे बढ़ाना है। चुनौतियों से निपटने में भी स्वयं से निर्णय करना है। उन्होंने कहा समाज में महिलाएं आगे बढ़ रही है, जिससे आगे परिणाम और अच्छे होंगे। उन्होंने कहा मुख्यमंत्री जी के नेतृत्व में मातृशक्ति के लिए ऐतिहासिक फैसले लिए गए हैं।
इस अवसर पर विधायक श्री खजान दास, राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग अध्यक्ष डॉ. गीता खन्ना, सचिव श्री चंद्रेश यादव, निदेशक श्री प्रशांत आर्य, एवं अन्य लोग मौजूद रहे।

ग्राफिक एरा में महिला दिवस पर विस अध्यक्ष रितु खण्डूरी, आईएएस नमामी व डा. दिव्या सम्मानित

ग्राफिक एरा में महिला दिवस पर स्पीकर खण्डूरी, आईएएस नमामी व डा. दिव्या  सम्मानित – South Asia24x7
देहरादून, उत्तराखण्ड़ की विधानसभा अध्यक्ष ऋतु खण्डूरी ने कहा कि ज्यादा से ज्यादा महिलाओं को राजनीति में आना चाहिये। वे समाज की दशा और दिशा दोनों बदल सकती हैं।
विस अध्यक्ष ऋतु खण्डूरी आज ग्राफिक एरा में अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर आयोजित समारोह को मुख्य अतिथि के रूप में सम्बोधित कर रही थी उन्होंने कहा कि महिलाओं को साल के पूरे 365 दिन सम्मान मिलना चाहिये। आज की महिलाएं चाय बेचने से लेकर, रिक्शा चलाकर भी अपना परिवार चला रहीं हैं। वे बड़ी से बड़ी उपलब्धि हासिल करने की क्षमता रखती हैं।
उन्होंने कहा कि विभिन्न क्षेत्रों में महिलाओं की भागेदारी को बढ़ावा देने के लिये पंचायत में 50 प्रतिशत आरक्षण, विधानसभा में 33 प्रतिशत आरक्षण व लड़कियों की पढ़ाई से लेकर कौशल जागृत करने तक की योजनाएं राज्य में चलाई जा रहीं हैं। श्रीमती खण्डूरी ने गृहणियांे को कामकाजी महिलाओं के जितना ही सम्मान देने का आह्वान किया।
देहरादून की नगर आयुक्त आईएएस नमामी बंसल ने अपने अनुभव साझा करते हुए कहा कि महिलाओं को परिवार के साथ खुद पर भी ध्यान देना चाहिये क्योंकि उनके विकसित होने से समाज और भी ज्यादा विकसित होगा। महिलाओं को वित्तीय रूप से आत्मनिर्भर होने के साथ ही खुश होना भी जरूरी है। उन्होंने कहा कि जिन्दगी में सफलता पाने के लिये छोटे-छोटे लक्ष्यों को भी सेलिब्रेट करना चाहिये व ऐसे कार्य करने चाहिये जिससे माता-पिता गौरान्वित महसूस करें। समारोह में ग्राफिक एरा ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशन्स की वाईस चेयर पर्सन डा. राखी घनशाला ने महिलाओं को खुद पर भरोसा रखने और आगे बढ़ते रहने के लिये प्रेरित किया। ग्राफिक एरा अस्पताल की प्रसूति व स्त्री रोग विशेषज्ञ डा. दिव्या मिश्रा ने महिलाओं के स्वास्थ्य की महत्वता पर प्रकाश डाला।
समारोह में विधानसभा अध्यक्ष ऋतु खण्डूरी, आईएएस नमामी बंसल व डा. दिव्या मिश्रा के साथ ही ग्राफिक एरा में दो दशक से सेवा करने वाली महिलाओं को सम्मानित किया गया। इसमें रूचिरा रावत, डा. किरण शर्मा, डा. शालिनी सिंह व अन्य महिलाएं शामिल हैं। इस अवसर पर ग्राफिक एरा की 250 से ज्यादा महिला कर्मियों को पुरूस्कृत किया गया।
समारोह में ग्राफिक एरा डीम्ड यूनिवर्सिटी व ग्राफिक एरा हिल यूनिवर्सिटी की महिला पदाधिकारी, शिक्षिकाएं व छात्र-छात्राएं मौजूद रहे। संचालन डा. भारती शर्मा व डा. ताहा सिद्धकी ने किया।

 

 

बुद्धिजीवी फाउंडेशन ने दिया 12 उत्कर्ष्ठ महिलाओं को उत्तराखंड़ रत्न सम्मान

देहरादून, इंटेलेक्चुअल्स फाउंडेशन ने अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर राजकीय औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान के प्रेक्षागृह में महिलाओं को उनकी सेवाओं और समाज में योगदान के लिए सम्मानित किया।
इस मौके पर सेक्रेटरी जनरल हर्ष निधि शर्मा ने अतिथियों का स्वागत करते हुए कहा कि इस विशेष दिन को यादगार बनाने और महिलाओं के प्रति सम्मान प्रकट करने के लिए हमें अपनी जिम्मेदारी समझनी चाहिए। हमें अपनी महिलाओं को पहचानना चाहिए और उनका सम्मान करना चाहिए।
बुद्धिजीवी फाउंडेशन के अध्यक्ष डॉ. एस. फारू क ने कहा कि महिला सशक्तिकरण समय की मांग है। हमें समाज के विकास के लिए लड़कियों को शिक्षित करना चाहिए। और कहा कि विकसित देशों में महिलाएं अपने देश के लिए अच्छे व्यवसाय का नेतृत्व कर रही हैं।
मुख्य अतिथि न्यायमूर्ति राजेश टंडन ,पूर्व न्यायाधीश, उत्तराखंड उच्च न्यायालय, पूर्व अध्यक्ष, साइबर अपीलीय न्यायाधिकरण, भारत सरकार ,पूर्व अध्यक्ष, उत्तराखंड विधि आयोग पूर्व सदस्य, मानवाधिकार आयोग, उत्तराखंड ने कहा कि महिलाएं सम्पूर्ण परिवार हैं और आज महिलाएं समाज के विकास में प्रमुख भूमिका निभा रही हैं।
इंजीनियर नरेंद्र सिंह ने कहा कि महिलाएं संपूर्ण घर बनाने की हमारी शाश्वत शक्ति हैं। उनके योगदान के बिना यह असंभव है l ब्रिगेडियर के.जी. बहल ने धन्यवाद प्रस्ताव प्रस्तुत किया l
इस अवसर पर डॉ. ज्योति शर्मा प्रसिद्ध सामाजिक कार्यकर्ता देहरादून ,डॉ भावना पंत प्रोफ़ेसर राजकीय दून मेडिकल कॉलेज देहरादून ,श्रीमती शारदा अधिकारी प्रसिद्ध सामाजिक कार्यकर्ता उत्तराखंड देहरादून , इंद्राणी पांधी अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक हिमाचल टाइम्स ग्रुप उत्तराखंड ,डॉ दिव्या जुयाल डीन, फार्मास्युटिकल साइंसेज, निदेशक, आंतरिक गुणवत्ता आश्वासन प्रकोष्ठ,एसजीआरआर यूनिवर्सिटी देहरादून ,श्रीमती वैशाली सिंह प्रिंसिपल सैग्रेस अकादमी इंटरनेशनल उत्तराखंड देहरादून ,प्रोफ़ेसर कविता शर्मा प्रसिद्ध एक्यूपंक्चरिस्ट उत्तराखंड देहरादून ,डॉ. गगनदीप कौर एसोसिएट प्रोफेसर स्कूल ऑफ लॉ यू.पी.ई.एस. देहरादून ,श्रीमती कशिश गगन मेहता मोटर स्पोर्ट्स महिला उत्तराखंड,श्रीमती ममता नागर ,प्रसिद्ध महिला बाइक सवार उत्तराखंड देहरादून ,श्रीमती सोनाली सिन्हा प्रसिद्ध सामाजिक कार्यकर्ता उत्तराखंड देहरादून ,श्रीमती निशा अतुल्य प्रसिद्ध लेखिका एवं सामाजिक कार्यकर्ता उत्तराखंड को सम्मानित किया गया। कार्यक्रम का संचालन ऋषिता ने किया l इस अवसर प्रेक्षागृह में बड़ी संख्या में विभिन्न संगठनों से जुड़े लोग महिलायें उपस्थित रही l

 

अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस की पूर्व संध्या पर ‘पर्यावरण सखी तुझे सलाम’ कार्यक्रम का हुआ आयोजन

देहरादून, अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस की पूर्व संध्या पर पंचायती राज निदेशालय में ‘पर्यावरण सखी तुझे सलाम’ कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम का उद्घाटन निदेशक पंचायती राज श्रीमती निधि यादव ने किया।
इस विशेष आयोजन में वेस्ट वॉरियर्स संस्था से जुड़ी 36 पर्यावरण सखियों ने भाग लिया, जो उत्तराखंड के रामनगर, उत्तरकाशी और धनौला क्षेत्रों में कचरा प्रबंधन और स्वच्छता अभियान में महत्वपूर्ण योगदान दे रही हैं।
कार्यक्रम का संचालन डॉ. विनीता सिंह द्वारा किया गया, जिसमें पर्यावरण सखियों ने अपनी प्रेरणादायक कहानियाँ साझा कीं और अपने अनुभवों को प्रस्तुत किया। इन सखियों ने कचरा प्रबंधन से जुड़े विभिन्न नवाचारों और समाधानों पर आधारित अपने मॉडल भी प्रदर्शित किए।
इस अवसर पर निदेशक पंचायती राज श्रीमती निधि यादव ने कहा,
“पर्यावरण सखियों द्वारा किए जा रहे कार्य समाज के लिए प्रेरणादायक हैं। उनका समर्पण न केवल स्वच्छता अभियान को सशक्त बना रहा है, बल्कि सतत विकास के लक्ष्यों को भी पूरा करने में सहायक सिद्ध हो रहा है।”

महत्वपूर्ण योगदान:

रामनगर की 7 पंचायतों से 23 पर्यावरण सखियों द्वारा दिसंबर 2021 से दिसंबर 2024 तक 271134 किलो सुखा कचरा एकत्र किया गया है। साथ ही इनके द्वारा 5 वेस्ट बैंक का भी संचालन किया जा रहा है. रामनगर पर्यटन की दृष्टि से अति महत्वपूर्ण है और पर्यावरण सखी वहां स्वच्छता हेतु कार्य कर रही है l
गोविंद वन्यजीव एवं पशु विहार, उत्तरकाशी की 7 पंचायतों में भी पर्यावरण सखियां सक्रिय रूप से कार्यरत हैं। केदार कण्ठा और हर की दून ट्रेकिंग स्थल होने के कारण बहुत बड़ी मात्रा में यहां सैलानी हर वर्ष आते है, धनौला, रायपुर ब्लॉक की 6 पंचायतों से 6 पर्यावरण सखियां कचरा प्रबंधन में प्लास्टिक कचरा प्रबंधन केंद्र चला कर योगदान दे रही हैं।
इस कार्यक्रम में संस्था की प्रतिनिधि मिताली रावत ने बताया कि वेस्ट वॉरियर्स द्वारा रामनगर क्षेत्र से वार्षिक रूप से हजारों किलो सूखा कचरा एकत्र कर रीसाइक्लिंग हेतु भेजा जा रहा है।
इस आयोजन ने महिला सशक्तिकरण और पर्यावरण संरक्षण में पर्यावरण सखियों की भूमिका को रेखांकित किया तथा उनके सराहनीय कार्यों को सम्मानित किया।
कार्यक्रम में संयुक्त निदेशक राजीव त्रिपाठी, हिमाली जोशी एवं संयुक्त निदेशक मनोज तिवारी, नवीन कुमार सडाना, भास्कर पिचाई ,सदस्य विनोद सोलंकी, स्वाति, वीर पाल, असलम खान आदि उपस्थित रहे l

उत्तराखंड़ राज्य आंदोलनकारी कर्मचारी कल्याण परिषद का प्रादेशिक सम्मेलन सम्पन्न

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देहरादून, उत्तराखंड़ राज्य आंदोलनकारी कर्मचारी कल्याण परिषद का प्रादेशिक सम्मेलन नगर निगम सभागार देहरादून में संपन्न हुआ। कार्यक्रम मेँ मुख्य अतिथि विनोद चमोली विधायक धरमपुर, अति विशिष्ट अतिथि सूचना आयुक्त उत्तराखण्ड योगेश भट्ट, एवं रविंद्र रविन्द्र जुगरान पूर्व अध्यक्ष राज्य आंदोलनकारी सम्मान परिषद के साथ ही प्रेस क्लब कें पूर्व अध्यक्ष अजय राणा द्वारा कार्यक्रम का दीप जलाकर शुभारंभ किया गया। इस महाधिवेशन में पूरे प्रदेश भर से सभी जिलों के लगभग 150 से ज्यादा राज्य आन्दोलनकारी कर्मचारियों ने प्रतिभाग किया।
कार्यक्रम की अध्यक्षता प्रदेश अध्यक्ष राज्य आंदोलनकारी कर्मचारी कल्याण परिषद के प्रदेश अध्यक्ष यशवंत रावत एवं संचालन महासचिव जीतमणि पैन्यूली एवं श्री भानु रावत के द्वारा किया गया। नई कार्यकारिणी के गठन हेतु निर्वाचन अधिकारी के रूप में राकेश जोशी महासचिव, सचिवालय संघ एवं पंचम सिंह बिष्ट संरक्षक, पर्वतीय कर्मचारी शिक्षक संगठन उपस्थित थे।
उत्तराखंड राज्य आंदोलनकारी कर्मचारी कल्याण परिषद के इस अधिवेशन में अध्यक्ष पद के श्री संतन सिंह रावत, महासचिव पद के लिए श्री संजय तिवारी, कोषाध्यक्ष पद के लिए ललित चंद्र जोशी, वरिष्ठ उपाध्यक्ष के लिए उमादत्त जुगरान, उपाध्यक्ष गढ़वाल पूरन सिंह राणा तथा उपाध्यक्ष कुमाऊं भूपेंद्र सिंह देव ताऊ का चयन किया गया।
कार्यक्रम में राज्य आंदोलनकारी मंच की प्रदेश अध्यक्ष श्री जगमोहन सिंह नेगी, प्रदीप कुकरेती रामलाल खंडूरी पुष्पलता सिलमाना सुलोचना भट्ट राधिका तिवारी सहित वृंदावन पांडे पूरन सिंह लिंगवाल , पुर्बानंद बंगंवाल खिलाप सिंह बिष्ट चंद्रपाल सिंह राणा राधा कृष्ण तिवारी किशन सिंह रावत पूरन सिंह राणा, अजय खण्डूरी, सुरेन्द्र बिष्ट सहित अनेक राज्य आन्दोलनकारी कर्मचारी उपस्थित रहे।

महिला सशक्तिकरण की मिसाल बना सखा क्लब का ‘महिला सम्मान कार्यक्रम

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देहरादून। अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर “सखा क्लब” द्वारा एक भव्य महिला सम्मान कार्यक्रम का आयोजन किया गया, जिसमें समाज के विभिन्न क्षेत्रों में योगदान देने वाली महिलाओं को सम्मानित किया गया।

 *मुख्य अतिथियों की गरिमामयी उपस्थिति*कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में आंगनवाड़ी अध्यक्षा रेखा नेगी और नन्हीं आशाएं चैरिटेबल ट्रस्ट की अध्यक्ष नेहा शर्मा शामिल हुईं। इसके अलावा, उत्तराखंड के महान आंदोलनकारी श्री मनोज ध्यानी जी और वार्ड नंबर 74, ब्रह्मपुरी के पार्षद श्री सतीश कश्यप ने भी कार्यक्रम की शोभा बढ़ाई।

*महिला शक्ति को सलाम*इस विशेष अवसर पर उत्तराखंड आंदोलन की प्रमुख महिलाएं, जिनमें श्रीमती आशा नौटियाल, तारा पांडे, सुलोचना मेंडोलिया और सुलोचना बिष्ट जी शामिल थीं, को भी सम्मानित किया गया। सामाजिक कार्यकर्ता जीनत जी और शाइना जी की उपस्थिति ने इस आयोजन को और प्रेरणादायक बना दिया।

*सखा क्लब का सशक्त नेतृत*कार्यक्रम का सफल आयोजन सखा क्लब के अध्यक्ष देव सिंह चौहान, सचिव मधुर माथुर, उपाध्यक्ष नरेश कुमार प्रजापति, उपसचिव संगीता नेगी, कोषाध्यक्ष मनोज कुमार और कार्यक्रम अध्यक्ष सिमरन ठाकुर के नेतृत्व में हुआ।

*महिलाओं की भागीदारी और प्रेरक संदेश*कार्यक्रम में विभिन्न क्षेत्रों की महिलाओं और बालिकाओं ने भाग लिया। सखा क्लब के वॉलंटियर्स ने अपने कौशल और नेतृत्व क्षमता का शानदार प्रदर्शन किया। इस पूरे आयोजन का संचालन महिला सदस्यों द्वारा किया गया, जिससे महिलाओं की नेतृत्व क्षमता को और अधिक बल मिला।

मुख्य अतिथियों ने अपने संबोधन में महिला सशक्तिकरण, समाज में महिलाओं की भूमिका और उनके अधिकारों पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि सशक्त महिलाएं ही सशक्त समाज की नींव होती हैं और ऐसे आयोजनों से महिलाओं को आगे बढ़ने की प्रेरणा मिलती है।

*संवाद और सम्मान का मंच*यह आयोजन न केवल सम्मान और प्रेरणा का अवसर था, बल्कि यह एक ऐसा मंच भी बना, जहां महिलाओं ने अपने अनुभव साझा किए और एक-दूसरे को आगे बढ़ने के लिए प्रेरित किया। सखा क्लब के इस प्रयास ने महिला दिवस को खास बना दिया और यह आयोजन महिला सशक्तिकरण की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम साबित हुआ।

होली से पहले मिलावटखोरों पर खाद्य सुरक्षा विभाग की बड़ी कार्रवाई, शिकंजे में मिलावखोर

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बॉर्डर एरिया में सघन चेकिंग अभियान, 3 कुंतल पनीर व 60 किलो मावा किया मोके पर नष्ट

हरिद्वार-देहरादून में सक्रिय तस्कर, ग्रामीण इलाकों में मिलावटी खाद्य पदार्थों की आपूर्ति का खुलासा

देहरादून। होली के मद्देनजर खाद्य संरक्षा एवं औषधि प्रशासन विभाग द्वारा मिलावटखोरों के खिलाफ बड़े पैमाने पर सघन अभियान चलाया जा रहा है। आयुक्त व स्वास्थ्य सचिव डॉ. आर. राजेश कुमार के निर्देशानुसार, प्रदेशभर में खाद्य सुरक्षा विभाग की टीमें मिलावटी खाद्य पदार्थों पर कड़ी नजर रख रही हैं और लगातार छापेमारी कर रही हैं। इसी क्रम में धुलकोट, विकासनगर में बड़ी कार्रवाई करते हुए 3 कुंतल पनीर एवं 60 किलोग्राम मावा जब्त किया गया। यह माल हरिद्वार (मंगलौर) से लाया गया था और इसे प्रेमनगर, धुलकोट, सेलाकुई एवं सहसपुर में आपूर्ति किया जाना था।

मिलावटी खाद्य पदार्थों पर कड़ी कार्रवाई

खाद्य संरक्षा एवं औषधि प्रशासन के अपर आयुक्त ताजबर सिंह जग्गी ने बताया कि आयुक्त एवं स्वास्थ्य सचिव डॉ. आर. राजेश कुमार के निर्देशों पर पूरे प्रदेश में सघन चेकिंग अभियान चलाया जा रहा है। बॉर्डर क्षेत्रों पर विशेष निगरानी रखी जा रही है, ताकि बाहरी राज्यों से मिलावटी और घटिया खाद्य सामग्री की आपूर्ति को रोका जा सके। छापेमारी के दौरान पकड़े गए संदिग्ध खाद्य पदार्थों के सैंपल लिए गए, जिन्हें जांच के लिए प्रयोगशाला भेजा गया है। इसके साथ ही शेष सामग्री को शिशमबाड़ा डंपिंग ज़ोन में नष्ट कराया गया। जांच रिपोर्ट आने के बाद दोषियों के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

मिलावटखोरों पर विभाग की पैनी नजर

प्रदेश के हर जिले में विशेष टीमें सक्रिय हैं, जो होली से पहले मिठाइयों, दूध, मावा, पनीर, खाद्य तेल, मसाले एवं अन्य खाद्य पदार्थों की गहन जांच कर रही हैं। देहरादून, हरिद्वार, उधमसिंह नगर और नैनीताल जैसे जिलों में खास सतर्कता बरती जा रही है, क्योंकि यहां मिलावटी खाद्य सामग्री की आपूर्ति अधिक होती है।

खाद्य संरक्षा एवं औषधि प्रशासन विभाग के अपर आयुक्त ताजबर सिंह जग्गी ने बताया कि हाल ही में हुई छापेमारी में कई अन्य स्थानों पर भी संदिग्ध खाद्य पदार्थ पाए गए हैं, जिनके सैंपल लैब जांच के लिए भेजे गए हैं। रिपोर्ट आने के बाद दोषियों के खिलाफ भोजन सुरक्षा मानक अधिनियम (FSSA), 2006 के तहत कड़ी कार्रवाई की जाएगी।

जनता से अपील: मिलावटखोरों की दें सूचना

खाद्य संरक्षा एवं औषधि प्रशासन विभाग के अपर आयुक्त ताजबर सिंह जग्गी ने आम जनता से अपील की है कि यदि कहीं भी मिलावटी खाद्य सामग्री बेची या वितरित की जा रही हो, तो इसकी सूचना तुरंत विभाग को टोल फ्री नंबर पर दें। मिलावटी खाद्य पदार्थों का सेवन स्वास्थ्य के लिए बेहद हानिकारक हो सकता है, और इसे रोकने के लिए प्रशासन व जनता के बीच सहयोग आवश्यक है। विभाग ने स्पष्ट किया है कि मिलावटखोरों को किसी भी सूरत में बख्शा नहीं जाएगा और दोषियों पर कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जाएगी।

एमडीडीए उपाध्यक्ष ने विभिन्न परियोजनाओं की समीक्षा

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आवसीय मानचित्रों के निस्तारण की प्रगति पर जताया संतोष

सिटी पार्क में वरिष्ठ जनों एवं बच्चों के लिए निशुल्क रहेगा प्रवेश

एमडीडीए उपाध्यक्ष बंशीधर तिवारी ने विभिन्न परियोजनाओं की समीक्षा दिए  निर्देश - Khabar Sameeksha (ख़बर समीक्षा)देहरादून, मसूरी देहरादून विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष महोदय श्री बंशीधर तिवारी ने शुक्रवार को प्राधिकरण की विभिन्न परियोजनाओं की समीक्षा की। इस दौरान उन्होंने आवासीय नक्शों के निस्तारण की स्थिति पर संतोष प्रकट किया। साथ ही उन्होंने सख्त निर्देश दिए कि आवासीय मानचित्रों के निस्तारण के लिए और भी प्रयास किए जाएं।
प्राधिकरण सभागार में हुई समीक्षा बैठक में उपाध्यक्ष महोदय ने आढ़त बाजार परियोजना की समीक्षा की जिस पर अधीनस्थ अधिकारियों द्वारा अवगत कराया गया कि परियोजना का कार्य अंतिम चरण में है। उपाध्यक्ष महोदय ने निर्देश दिए कि होली के तत्काल बाद इस बाजार के व्यापारियों के साथ वार्ता बुलाई जाए और सहमति के लिहाज से होली के बाद यहां पर दुकानों के आवंटन की प्रक्रिया को प्रारंभ किया जाए। उपाध्यक्ष महोदय ने सिटी पार्क परियोजना की समीक्षा करते हुए जल्द से जल्द पार्क के कार्य पूर्ण करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि सीनियर सिटीजन व बच्चों के लिए पार्क में प्रवेश पूरी तरह से निशुल्क रहेगा। उन्होंने पार्क में खुलने वाली कैंटीन को भी पूर्ण रूप से शाकाहारी रखने के निर्देश दिए।
गंगोत्री विहार में जहां पर माननीय मुख्यमंत्री महोदय द्वारा एक पेड़ मां के नाम अभियान की शुरुआत की गई थी, उस स्थान पर लगाए गए पेड़ों को संरक्षित करते हुए एक शानदार पार्क विकसित करने के भी उपाध्यक्ष महोदय ने निर्देश अधिकारियों को दिए।
इंदिरा मार्किट परियोजना की प्रगति पर असंतोष प्रकट करते हुए उपाध्यक्ष महोदय ने ठेकेदार को अंतिम नोटिस जारी करने और इस कार्य को प्राधिकरण द्वारा स्वयं करने का प्रारूप तैयार करने के भी निर्देश दिए।
बैठक में उपाध्यक्ष महोदय ने कहा कि पूर्व में साडा के अधीन रहे डोईवाला, ऋषिकेश, विकासनगर का भी नियोजित विकास सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि इन इलाकों में अवस्थापना व पार्क आदि के कार्य शीर्ष प्राथमिकता पर करें। विकासनगर में उन्होंने लैंड बैंक बनाने के भी उन्होंने निर्देश दिये। इस दौरान लैंड बैंक हेतु जो भूमि चिन्हित की गई, उन पर भी चर्चा की गई। उपाध्यक्ष महोदय ने प्राधिकरण में हाल में तैनात हुए नए अवर अभियंताओं को कार्यभार आवंटन के निर्देश दिए।
उपाध्यक्ष महोदय ने कहा कि जल्द देहरादून की पुरानी तहसील एवं ऋषिकेश में पार्किंग का कार्य प्रारंभ किया जाए ताकि इन क्षेत्रों में जाम की समस्या को दूर किया जा सके। बैठक में सचिव, मोहन सिंह बर्निया, सीएफओ संजीव कुमार, चीफ इंजीनियर, हरीश चंद्र राणा, अधिशासी अभियंता सुनील कुमार एवं अन्य अभियंता गण उपस्थिति रहे।

प्राधिकरण का पूरा प्रयास रहता है कि शहर का सुनियोजित विकास सुनिश्चित हो। इसी के दृष्टिगत आज प्राधिकरण की विभिन्न परियोजनाओं की समीक्षा की गई, जिसमें अधिकारियों को जनहित सरवोपरी के भाव के साथ कार्य करने के निर्देश दिए हैं।

राजभवन फूल प्रदर्शनी में प्रदर्शित हुआ प्रभु श्रीराम सांस्कृतिक पुष्प घाटी

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देहरादून। राजभवन फूल प्रदर्शनी, देहरादून में प्रभु श्रीराम सांस्कृतिक पुष्प घाटी का उद्घाटन उत्तराखंड के माननीय राज्यपाल, लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (से.नि.) द्वारा किया गया। इस अवसर पर उत्तराखंड सरकार के कृषि एवं बागवानी मंत्री गणेश जोशी सहित कई प्रतिष्ठित गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे।

प्रभु श्रीराम सांस्कृतिक पुष्प घाटी भारत की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत को पुष्प सज्जा और सुगंधित अनुभवों के माध्यम से प्रस्तुत करने की एक अभिनव पहल है। यह एक अद्वितीय प्रयास है, जो रामायण की अनंत कथाओं को सुगंध और कलात्मक पुष्प विन्यास के माध्यम से जीवंत करता है।

फूल प्रदर्शनी के मौके पर माननीय राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (से.नि.) ने अपने विचार साझा करते हुए कहा, यह अभिनव प्रस्तुति भारत की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत को सुगंध और पुष्पों के माध्यम से अनूठे तरीके से प्रस्तुत करती है। हमारी परंपराओं को इस प्रकार संरक्षित और प्रचारित करना सराहनीय प्रयास है।

प्रभु श्रीराम लक्ज़री अगरबत्ती समूह के सीएमडी, प्रशांत कुमार, ने इस पहल के पीछे अपनी दृष्टि साझा करते हुए कहा, हमारा उद्देश्य एक ऐसा अनुभव प्रदान करना है जो भारत की सांस्कृतिक विरासत को सुगंध और पुष्पों के माध्यम से लोगों से जोड़ता है। माननीय राज्यपाल एवं अन्य गणमान्य व्यक्तियों से मिली सराहना हमारे प्रयासों को और अधिक सशक्त बनाएगी। हमारा प्रयास है कि हम इस अनूठी पहल को भारत और विदेशों में फैलाएं।

इस अवसर पर बड़ी संख्या में दर्शकों ने भाग लिया और रामायण की कथाओं को जीवंत करने वाली इस पुष्प प्रदर्शनी को देखकर अभिभूत हुए। प्रभु श्रीराम लक्ज़री टीम की इस अनूठी सांस्कृतिक पहल की व्यापक रूप से सराहना की गई।

प्रभु श्रीराम सांस्कृतिक पुष्प घाटी 7 मार्च से 9 मार्च 2025 तक राजभवन, देहरादून में आगंतुकों के लिए खुली रहेगी। सभी को इस अद्वितीय कला, सुगंध और कथा-संगम का अनुभव करने के लिए आमंत्रित किया जाता है।

विद्या समीक्षा केन्द्र से जुड़ेंगे सभी आवासीय विद्यालय : डॉ. धन सिंह रावत

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-आईआईएम काशीपुर से प्रबंधन के गुर सीखेंगे प्रधानाचार्य व वार्डन

-कहा, प्रत्येक माह आवासीय विद्यालयों में लगेंगे स्वास्थ्य शिविर

देहरादून, विद्यालयी शिक्षा विभाग के अंतर्गत प्रदेशभर में संचालित आवासीय विद्यालयों एवं छात्रावासों को विद्या समीक्षा केन्द्र से जोड़ा जायेगा। इन विद्यालयों में उच्च स्तरीय प्रबंधन एवं शैक्षणिक गतिविधियों को और सुदृढ़ बनाने के लिये प्रधानाचार्य एवं वार्डन को आईआईएम काशीपुर में तीन दिवसीय प्रशिक्षण दिया जायेगा साथ ही सैनिक स्कूल घोड़ाखाल का शैक्षिक भ्रमण भी कराया जायेगा। आवासीय विद्यालयों में छात्र-छात्राओं के स्वास्थ्य देखभाल के दृष्टिगत प्रत्येक माह स्वास्थ्य शिविर लगाये जायेंगे, जिसमें निकटतम स्वास्थ्य केन्द्र के चिकित्सक व स्टॉफ शामिल होंगे। इसके लिये विभागीय अधिकारियों को निर्देश दे दिये गये हैं।
सूबे के विद्यालयी शिक्षा मंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने आज विद्यालयी शिक्षा महानिदेशलय स्थित राज्य शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद सभागर में गढ़वाल मण्डल के आवासीय विद्यालयों की समीक्षा की। जिसमें उन्होंने आवासीय विद्यालयों राजीव गांधी नवोदय विद्यालय, कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय, राजीव गांधी अभिनव आवासीय विद्यालय तथा नेताजी सुभाष चन्द्र बोस छात्रावासों को विद्या समीक्षा केन्द्र से जोड़ने के निर्देश विभागीय अधिकारियों को दिये। उन्होंने कहा कि विद्या समीक्षा केन्द्र से जुड़ने पर आवासीय विद्यालय ऑनलाइन मोड़ में आ जायेंगे, जिससे उनकी मॉनिटिरिंग के साथ ही समस्याओं का भी शीघ्र निस्तारण किया जा सकेगा।
डा. रावत ने कहा कि इन विद्यालयों के प्रधानाचार्य एवं वार्डन को प्रबंधन कौशल विकास के लिये आईआईएम काशीपुर में तीन दिवसीय प्रशिक्षण दिया जायेगा, इसके साथ ही इन्हें चरणबद्ध तरीके से सैनिक स्कूल घोड़ाखाल, नैनीताल का शैक्षणिक भ्रमण भी करवाया जायेगा। ताकि आवासीय विद्यालयों में प्रबंधन एवं शैक्षणिक गतिविधियों को और सुदृढ़ किया जा सके। बैठक में विभागीय मंत्री ने छात्र-छात्राओं के स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं को दूर करने के लिये आवासीय विद्यालय एवं छात्रावासों में प्रत्येक माह स्वास्थ्य शिविर लगाने तथा सप्ताह में फार्मासिस्ट अथवा नर्सिंग अधिकारी की रूटीन ड्यूटी लगाने के निर्देश विभागीय अधिकारियों को दिये।
बैठक में विभागीय मंत्री ने आवासीय विद्यालयों का पृथक कैडर बनाने, प्रधानाचार्य के रिक्त पदों को भरने के लिये भर्ती विज्ञापन जारी करने, पांच वर्ष से अधिक समय से प्रतिनियुक्ति पर तैनात प्रधानाचार्य व वार्डन को वापस मूल पद पर भेजने तथा नई तैनाती करने के निर्देश दिये। उन्होंने छात्र नामांकन को बढ़ाने तथा कक्षा-7,8 व 11 में रिक्त सीटों को भरने के लिये लिटरल इंट्री के माध्यम से प्रवेश देने, चार नये नेताजी सुभाष चंद्र बोस छात्रावास का प्रस्ताव भेजने तथा समय-समय पर जनप्रतिनिधियों व प्रशासनिक अधिकारियों को आमंत्रित कर विद्यालय की गतिविधियों से अवगत कराने के निर्देश विभागीय अधिकारियों को दिये।
बैठक में प्रभारी निदेशक बेसिक शिक्षा अजय कुमार नौडियाल, प्रभारी निदेशक माध्यमिक शिक्षा डॉ. मुकुल सती, एपीडी समग्र शिक्षा कुलदीप गैरोला, उप राज्य परियोजना निदेशक समग्र शिक्षा पल्लवी, स्टॉफ ऑफिसर समग्र शिक्षा बी.पी मंदोली सहित गढ़वाल मंडल के आवासयी विद्यालयों के प्राचार्य व वार्डन सहित अन्य विभागीय अधिकारी उपस्थित रहे।

‘द्वी होला जब साथ’ अप्रैल में होगी रिलीज, 9 मार्च को होगा ट्रेलर और पोस्टर लाँच

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देहरादून, उत्तराखंडी सिनेमा अब लगातार आंचलिक फिल्मों का निर्माण हो रहा है, हालांकि यह अभी प्रारंभिक चरण है फिर भी अलग-अलग आंचलिक बोलियों, शैलियों और विविध विषयों पर फिल्में रिलीज हुई हैं।

इसी कड़ी में नई गढ़वाली फीचर फिल्म ‘द्वी होला जब साथ’ (दोनों होंगे जब साथ) के टीज़र ने अपनी बॉलीवुड शैली की रूपरेखा और पकड़ के कारण सिनेमा प्रेमियों का ध्यान आकर्षित कर रही है। स्थानीय प्रेस क्लब में एक पत्रकार वार्ता में फिल्म के निर्माता ने बताया कि डीपविज़न के बैनर तले निर्मित यह फिल्म की अप्रैल में रिलीज होने की संभावना है, वहीं इसके ट्रेलर और पोस्टर 9 मार्च को दून लाइब्रेरी एंड रिसर्च सेंटर, देहरादून में लॉन्च किए जाएंगे।
फिल्म का निर्माण और निर्देशन टेलीविज़न के दिग्गज रवि दीप ने किया है, जिन्होंने इसकी पटकथा भी लिखी है। गढ़वाली रूपांतरण शोभना रावत स्वामी द्वारा किया गया है और रचनात्मक निर्देशक अमित दीक्षित हैं। जैसा कि शीर्षक से पता चलता है, फ़िल्म ‘द्वी होला जब साथ’ का विषय वस्तु पारस्परिक संबंधों के ताने बाने पर आधारित है। फिल्म में रिश्तों की गहराई को कई रूपों में दर्शाया गया है, प्रेमियों के बीच, दो दोस्तों के बीच और दो बहनों के बीच का बंधन। प्यार, दोस्ती, पारिवारिक बंधन और त्याग के अलावा, कहानी सामाजिक मूल्यों और सोच में उन सकारात्मक बदलावों को भी रेखांकित करती है जो बदलते समय के साथ हो रहे हैं। उत्तराखंड की समृद्ध संस्कृति और परंपराओं से सजी यह फिल्म आकर्षक गीतों और नृत्यों के अलावा देशभक्ति, एक्शन, रोमांस और कोमल भावनाओं को भी समाहित करती है।

फिल्म का मुख्य शूटिंग स्थान ग्राम रौतू की बेली और उसके आसपास का क्षेत्र है। निर्माताओं द्वारा क्षेत्र के अधिकतम कलाकारों और तकनीशियनों को शामिल करने का प्रयास किया गया है।
‘द्वी होला जब साथ’ के निर्माताओं का मानना है कि स्थानीय कलाकारों की प्रतिबद्धता और प्रदेश सरकार के प्रोत्साहन की बदौलत अगले कुछ वर्षों में उत्तराखंडी सिनेमा अपने चरम पर होगा। उन्हें विश्वास है कि इस कायाकल्प में उनका भी एक सार्थक योगदान रहेगा।
फिल्म के कलाकारों में मनीष डिमरी, कल्याणी गंगोला, अंकिता परिहार, अमित भट्ट, रमेश रावत, विमल उनियाल, सुषमा व्यास, रिया शर्मा, रोशन उपाध्याय और बाल कलाकार आरव बिजल्वाण शामिल हैं। संगीत अमित वी कपूर और वी कैश ने तैयार किया है। नीलेश बाबू फ़िल्म के छायाकार हैं जबकि दिव्य दीप महाजन ने फिल्म का संपादन किया है।

राजभवन में वसंतोत्सव-2025 का भव्य शुभारंभ हुआ

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 –  राज्यपाल ने इस वर्ष के लिए चयनित विशेष पोस्टल कवर ‘‘जटामांसी’’ का किया विमोचन।
 –  वसंतोत्सव के पहले दिन में आईएमए, पीएसी और होमगार्ड के जवानों ने बैंड की मधुर धुनों से सभी लोगों को मंत्रमुग्ध कर दिया।
 –  वसंतोत्सव में हारूल, खुखरी डांस, भरतनाट्यम नृत्य एवं योगा करतबों ने लोगों को किया रोमांचित।
 –  वसंतोत्सव-2025 में तकनीकी और नवाचार जैसी पहल की हुई शुरूआत।
 –  उत्तराखण्ड के पुष्प न केवल सौंदर्य और विशिष्टता में अद्वितीय हैं, बल्कि राज्य को ‘पुष्प प्रदेश’ के रूप में स्थापित करने की असीम संभावनाएं भी रखते हैं- राज्यपाल
 –  तीन दिवसीय वसंतोत्सव में लोगों का अपार उत्साह देखने को मिल रहा है- राज्यपाल
 –  वसंतोत्सव में 15 विभिन्न श्रेणियों में कुल 2231 प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया, विभिन्न संस्थाओं/व्यक्तियों ने कुल 214 स्टॉल लगाए।
देहरादून।   राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (से नि) ने शुक्रवार को राजभवन में ‘वसंतोत्सव-2025’ का शुभारंभ किया। सांस्कृतिक प्रस्तुतियों और विभिन्न फूलों की भव्य प्रदर्शनी के साथ ही राजभवन के बहुप्रतीक्षित आयोजन वसंतोत्सव की शुरुआत हो गई। राज्यपाल ने इस अवसर पर डाक विभाग द्वारा इस वर्ष के लिए विशेष डाक आवरण के लिए चयनित औषधीय गुणों से भरपूर पौधे ‘’जटामांसी’’ का विमोचन किया, साथ ही डाक विभाग देहरादून द्वारा लगायी गयी भव्य डाक टिकट प्रदर्शनी का उद्घाटन किया गया।
कार्यक्रम की शुरुआत आकर्षक सांस्कृतिक प्रस्तुतियों के साथ ही आईएमए, पीएसी और होमगार्ड के जवानों ने बैंड की मधुर धुनों से समां बांध दिया। जौनसार से आए कलाकारों ने पारंपरिक हारूल नृत्य प्रस्तुत किया, जिसने दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। गोरखा राइफल्स के जवानों ने खुखरी नृत्य के माध्यम से अपनी अद्भुत शारीरिक और मानसिक शक्ति का प्रदर्शन किया। देव संस्कृति विश्वविद्यालय, हरिद्वार की छात्राओं ने योग प्रदर्शन के दौरान अद्भुत करतब दिखाए, निरामया योगम रिसर्च फाउंडेशन, हरिद्वार एवं उत्तरांचल आयुर्वेदिक कॉलेज, देहरादून द्वारा भरत नाट्यम आधारित योग नृत्य तथा शिव तांडव की मनमोहक प्रस्तुति की गई, जिसका निर्देशन योगाचार्य डॉ. उर्मिला पाण्डे द्वारा किया गया और उत्तरांचल आयुर्वेदिक कॉलेज, देहरादून के रोहित कुमार 38वें राष्ट्रीय खेल के गोल्ड मेडलिस्ट द्वारा एकल आर्टिस्टिक योगा का भव्य प्रदर्शन किया गया। वहीं आईटीबीपी के जवानों ने कराटे का शानदार प्रदर्शन कर रोमांच पैदा किया। राज्यपाल ने सभी प्रतिभागियों से मुलाकात कर उनकी प्रस्तुतियों की सराहना की।उत्तराखंड राजभवन में 'वसंतोत्सव-2025' का भव्य शुभारंभ - हिन्दुस्थान समाचार
राज्यपाल ने पेंटिंग प्रतियोगिता में भाग लेने वाले विभिन्न स्कूलों के बच्चों से मुलाकात की और उनके द्वारा बनाई जा रही पेंटिंग की प्रशंसा करते हुए उनका उत्साहवर्धन किया। उन्होंने वसंतोत्सव में लगी फूलों की भव्य प्रदर्शनी और विभिन्न स्टॉलों का भ्रमण कर उनके बारे में जानकारी ली। फूलों से सजे सेल्फी प्वाइंट को देखने के लिए लोगों में भारी उत्साह देखा गया और वहां फोटो खिंचवाने के लिए भीड़ उमड़ पड़ी।
राजभवन में ‘वसंतोत्सव-2025’ के भव्य शुभारंभ के अवसर पर राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (से नि) ने कहा कि उत्तराखण्ड को प्रकृति और सांस्कृतिक विरासत का अनमोल उपहार प्राप्त है। यहां के पुष्प न केवल सौंदर्य और विशिष्टता में अद्वितीय हैं, बल्कि राज्य को ‘पुष्प प्रदेश’ के रूप में स्थापित करने की असीम संभावनाएं भी रखते हैं। उन्होंने कहा कि उत्तराखण्ड में शहद, सुगंधित पौधों और फूलों के क्षेत्र में व्यापक संभावनाएं हैं, जो राज्य की आर्थिक समृद्धि और ग्रामीण विकास में क्रांतिकारी बदलाव ला सकती हैं।
राज्यपाल ने कहा कि वसंतोत्सव-2025 में इस बार आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) आधारित आगंतुक गणना और क्यूआर कोड फीडबैक सिस्टम जैसी नई पहल की गई हैं। उत्तराखण्ड तकनीकी विश्वविद्यालय और आईटीडीए के सहयोग से ये नवाचार उत्सव को अधिक प्रभावी और आकर्षक बनाएंगे। यह आयोजन न केवल पुष्प प्रेमियों के लिए बल्कि तकनीकी विकास के लिए भी एक नया आयाम स्थापित करेगा।
राज्यपाल ने कहा कि इस बार वसंतोत्सव में लोगों का अपार उत्साह देखने को मिल रहा है। यह महोत्सव उन सभी के लिए एक विशेष अवसर है, जो फूलों की सुंदरता से प्रेम करते हैं और प्रकृति से गहराई से जुड़े हैं। उन्होंने सभी लोगों से अपील की कि वे अधिक से अधिक संख्या में इस आयोजन में भाग लें, उत्तराखण्ड के पुष्पों की विलक्षणता का अनुभव करें और प्रकृति के इस अद्भुत उत्सव का आनंद लें।
वसंतोत्सव के आयोजन में कट फ्लावर(पारंपरिक) प्रतियोगिता में 621 प्रतिभागी, कट फ्लावर (गैर पारंपरिक) श्रेणी में 145 प्रतिभागी, कट फ्लावर (दिव्यांग श्रेणी) में 05 प्रतिभागी, महिला पुष्प उत्पादक 76 प्रतिभागी, पॉटेड प्लांट श्रेणी(प्राइवेट नर्सरी) में 18, लूज फ्लावर श्रेणी में 44, पॉटेड प्लांट(गैर पुष्प) श्रेणी में 19 प्रतिभागी, सब्जी उत्पादन 42, कैक्टस एवं सेकुलेंट श्रेणी में 22, बोनसाई श्रेणी में 17, टेरारियम श्रेणी में 02, हैंगिंग पॉट श्रेणी में 12, हाइड्रोपोनिक्स कल्टीवेशन श्रेणी में 05, पॉट्स फॉर गार्डनिंग 18, ऑन स्पॉट फोटोग्राफी में 42, शहद की श्रेणी में 53, फ्रेश पेटल रंगोली में 20 और पेंटिंग प्रतियोगिता में 1070 प्रतिभागियों द्वारा हिस्सा लिया गया है। आज के आयोजन में कुल 15 श्रेणियों की 55 उप श्रेणियों में कुल 2231 प्रतिभागियों द्वारा प्रतिभाग किया गया। इन प्रतियोगिताओं में प्रथम, द्वितीय व तृतीय पुरस्कार निर्णायक मण्डल के निर्णय के उपरांत दिनांक 09 मार्च, 2024 को प्रदान किए जाएंगे।
वसंतोत्सव में विभिन्न संस्थानों/व्यक्तियों द्वारा कुल 214 स्टॉल लगाए गए। इस दौरान राज्य के 26 विभिन्न राजकीय संस्थानों द्वारा स्टॉल पर अपनी गतिविधियों का प्रदर्शन किया गया। जिसमंे औद्यानिक यन्त्र, बायो फर्टिलाइजर एवं औद्यानिक गतिविधियों से जुड़े गैर सरकारी संस्थाओं/स्वयं सहायता समूहों/स्थानीय उत्पादक संगठनों द्वारा अपने कार्यक्रमों/उत्पादों का प्रदर्शन किया गया। वसंतोत्सव में आमजन के खान-पान की सुविधा के लिए विभाग द्वारा गत वर्षों की भांति आई0एच0एम0 एवं जी0आई0एच0एम0 और विभिन्न संस्थाओं के द्वारा फूड कोर्ट में विभिन्न प्रकार के स्वादिष्ट, पौष्टिक पैक्ड फूड की व्यवस्था की गई। देवभूमि विश्वविद्यालय द्वारा मिलेट पर आधारित स्टॉल लगाए है।
इस अवसर पर प्रथम महिला गुरमीत कौर, कृषि एवं कृषक कल्याण मंत्री गणेश जोशी, हंस फाउंडेशन के संस्थापक भोले जी महाराज, माता मंगला, सचिव राज्यपाल रविनाथ रामन, सचिव कृषि एवं कृषक कल्याण डॉ. एस.एन. पाण्डेय, महानिदेशक कृषि एवं उद्यान रणवीर चौहान, अपर सचिव राज्यपाल स्वाति एस. भदौरिया, निदेशक उद्यान दीप्ति सिंह सहित उद्यान विभाग के अधिकारी व अन्य गणमान्य लोग उपस्थित थे।