Tuesday, April 29, 2025
Home Blog Page 467

जेल में भाईयों को राखी बांध भावुक हुईं महिला बंदी

0

हल्द्वानी। हल्द्वानी उप कारागार में रक्षाबंधन के त्योहार पर कई महिला बंदी उस समय फफक-फफक कर रो पड़ीं, जब उनके भाई राखी बंधवाने के लिए जेल पहुंचे। जेल में 1702 बंदी हैं, इसमें 93 महिला बंदी शामिल हैं। गुरुवार को 325 बहनें अपने भाइयों को राखी बांधने पहुंची। वहीं 82 भाई भी अपनी बहनों से राखी बंधवाने पहुंचे थे। जेल प्रशासन की ओर से भी मिठाइयां और राखी की व्यवस्था की गई थी।  कोरोना महामारी के बाद हल्द्वानी जेल में पिछले चार साल से जेल में बंद कैदियों की अपनी बहनों से मिलकर राखी बंधवाने की चाहत गुरुवार को पूरी हुई। पिछले तीन रक्षाबंधन में कोरोना की पाबंदियों की वजह से भाई-बहनें आपस में मिल नहीं पाए थे। दो वर्ष तो जेल में रक्षाबंधन पर्व मनाया ही नहीं जा सका, जबकि तीसरे साल बहनों को गेट के बाहर से ही कैदी भाइयों को राखी बांधनी पड़ी थी। इस बार जेल में ऐसी कोई पाबंदी नहीं थी। रक्षाबंधन को लेकर गुरुवार को जेल प्रबंधन की ओर से व्यवस्था की गई थी। इससे सुबह से ही कारागार के बाहर भीड़ जुटनी शुरू हो गई थी। जेल प्रबंधन से इजाजत मिलते ही बंदी भावुक हो गए। सभी को अपनी बारी का बेसब्री से इंतजार हो रहा था। करीब 11 बजे से मुलाकात शुरू हुई जो शाम 4 बजे तक चली। इस बीच करीब 235 बहनों ने अपने भाइयों और 82 भाइयों ने अपनी बहनों से राखी बंधवाई। इस बीच कई महिलाएं फफककर रोने लगीं। इस पर कारागार में बंद अन्य महिलाओं की आंखें भी छलक आईं।
1295 बंदियों ने नहीं मनाई राखी
जेल प्रशासन के अनुसार गुरुवार को जेल में बंद 1702 बंदियों में से 407 के परिजन ही राखी मनाने आए थे। इसके अलावा 1295 बंदी ऐसे भी थे, जिनके लिए जेल प्रशासन सहारा बना। हालांकि, इसमें अधिकतर दूसरे धर्मों के बंदी भी थे, जो राखी का त्योहार नहीं मनाते हैं। 93 महिला बंदियों के परिजन नहीं आए थे तो उनके लिए जेल प्रशासन की ओर से मिठाई आदि की व्यवस्था की गई थी।
कुमाऊं कमिश्नर ने महिला बंदियों के साथ मनाया रक्षाबंधन पर्व
उप कारागार हीरानगर में 11 बंदी महिलाओं के परिजन नहीं पहुंचे थे। राखी के दिन बहनों के लिए कमिश्नर दीपक रावत ने भाई का फर्ज निभाया। जेल में महिला बंदियों से अपनी कलाई पर राखी बंधवाकर रक्षा बंधन का पर्व मनाया। आयुक्त दीपक रावत ने भाई-बहन के अटूट बंधन की सभी को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि यह पर्व भाई-बहन के स्नेह के साथ-साथ सामाजिक संबंधों को मजबूती प्रदान करता है। इससे पूर्व रामपुर हल्द्वानी से ब्रह्मकुमारी नीलम ने भी हल्द्वानी बंगले में आयुक्त को राखी बांधी। यहां जेल अधीक्षक प्रमोद कुमार, तहसीलदार सचिन आदि मौजूद रहे।
कोट –
जेल में करीब 325 बंदियों और 82 महिला बंदियों के परिजन राखी पर्व मनाने आए थे। इसके अलावा 1295 बंदियों के परिजन नहीं आए, क्योंकि इसमें अधिकतर अलग-अलग धर्म से हैं, जो राखी का पर्व नहीं मनाते हैं। जेल की ओर से सभी के लिए मिठाई और राखी की व्यवस्था की गई थी। – प्रमोद पांडेय, जेल अधीक्षक हल्द्वानी

सीएम धामी ने किया चंपावत के देवीधुरा स्थित मां वाराही धाम में लगने वाले प्रसिद्ध बगवाल मेले में प्रतिभाग

0

देहरादून। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने गुरुवार को चंपावत जिले के देवीधुरा स्थित मां वाराही धाम में लगने वाले प्रसिद्ध बगवाल मेले में प्रतिभाग किया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने माँ वाराही मंदिर में विधि विधान से पूजा अर्चना कर राज्य की खुशहाली की कामना की एवं मां वाराही धाम में चार खाम सात थोक के बीच खेले जाने वाले प्रसिद्ध पाषाण युद्ध के साक्षी बने।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि यह स्थान आध्यात्मिक रूप से जितना समृद्ध है प्राकृतिक रूप से उतना ही अधिक मनोरम है। इस अलौकिक भूमि का न केवल ऐतिहासिक महत्व रहा है बल्कि इस क्षेत्र का पौराणिक महत्व भी किसी से छिपा नहीं है। उन्होंने कहा कि संस्कृति की महानता के विषय में आम लोगों को जागृत करने का काम हमारे ऐतिहासिक मेले करते हैं और बगवाल का यह ऐतिहासिक मेला भी इसी का एक अनुपम उदाहरण है। इस प्रकार के मेले से हमारी लोक संस्कृति और लोक परंपराओं को बढ़ावा देने के साथ-साथ हमारे लोक कलाकारों को भी बढ़ावा मिलता है। इस विरासत को संभाले रखना हम सभी का परम कर्तव्य है। उन्होंने कहा कि मेले हमारे समाज को जोड़ने तथा हमारी प्राचीन संस्कृति और परंपराओं के बारे में नई पीढ़ी को जागरूक करने में भी अपनी अहम भूमिका निभाते हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि आज देश में एक सशक्त नेतृत्व वाली सरकार है, जिसके साथ दुनिया का हर देश खड़ा होने को आतुर है। एक ओर जहां हमारा देश जी-20 जैसे शक्तिशाली समूह की अध्यक्षता कर रहा है वहीं संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में स्थाई सीट के लिए अनेक देश भारत का समर्थन भी कर रहे हैं। आज दुनिया के देश भारतीय नीतियों का अनुसरण कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के मार्गदर्शन में देश एक विश्व शक्ति व विश्व गुरु की ओर अग्रसर है। प्रधानमंत्री जी के मार्गदर्शन पर चलकर प्रदेश सरकार भी उत्तराखंड में धार्मिक स्थलों के पुनर्निर्माण और अस्मिता को बचाने के लिए कृत संकल्पित है। सरकार केदारनाथ खंड की भांति कुमाऊं में मानस खंड कॉरिडोर बनाने की दिशा में आगे बढ़ रही हैं, जिसके अंतर्गत कुमाऊं क्षेत्र के सभी प्राचीन मंदिरों का विकास किया जा रहा है। मानसखंड मंदिर माला के अंतर्गत चंपावत के लगभग सभी मंदिर भी शामिल हैं।
इससे पूर्व देवीधुरा आगमन पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने मेला स्थल में लगाए गए विभिन्न विभागों के सरकारी स्टालों का निरीक्षण किया। उन्होंने अधिकारियों से जानकारी लेते हुए निर्देश दिये कि प्रत्येक जनमानस तक सरकार की विभिन्न विकास योजनाओं का लाभ पहुंचे। उन्होंने सभी अधिकारियों से तत्परता से कार्य करने के लिये कहा।
गुरुवार को पाटी ब्लॉक के मां बाराही धाम देवीधुरा खोलीखांड डुवाचौड़ मैदान पर सुबह प्रधान पुजारी द्वारा पूजा अर्चना की गई। एक-एक कर सभी चारों खामों तथा सात थोक के बगवालियों का आगमन हुआ। सबसे पहले सफेद पगड़ी में वालिक खाम ने मंदिर में प्रवेश किया। उसके बाद गुलाबी पगड़ी पहने चम्याल खाम ने प्रवेश किया। उसके बाद गहड़वाल खाम ने मंदिर में प्रवेश किया। सबसे आखरी में पीली पगड़ी पहने लमगड़िया खाम ने प्रवेश किया। सभी खामों के प्रवेश के बाद प्रधान पुजारी द्वारा मंदिर से शंखनाद किया गया जिसके बाद बगवाल शुरू हुई। बगवाल शुरू होते ही माँ के जयकारों से पूरा खोलीखाण दुवाचौड़ मैदान के साथ पूरा मंदिर गुंजियमान हो गया। पीठाचार्य पंडित श्री कीर्ति बल्लभ जोशी का कहना है कि फल फूलों से चार खाम और सात थोकों के बीच खेली जाने वाली यह बगवाल देखने वालों के लिए भी फलदाई है। उन्होंने बताया कि इस बार 10 क्विंटल से अधिक फलों से बगवाल खेली गई।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने अनेक घोषणांए की। जिसमें प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पाटी का उच्चीकरण-मानकों का परिक्षण कर टाइप ए से टाइप बी में किया जाएगा। प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र देवीधुरा में सुविधाओं का उच्चीकरण, एम्बुलेंस की तैनाती, व आवासीय परिसर का सुधारीकरण किया जाएगा। नगर पंचायत पाटी की स्थापना की जाएगी। कालसन ठाठा मोटर मार्ग से बनोली सुदर्का ठाठा मार्ग का सुधारीकरण किया जाएगा। देवीधुरा मेला बगवाल हेतु यथोचित धनराशि दी जाएगी। चौड़ाख्याली सीम मोटर मार्ग, पनियां रीठाखाल मोटर मार्ग 02 किमी का निर्माण किया जाएगा। भींगराड़ा मंदिर स्थल का सौन्दर्यकरण किया जाएगा। मेरौली से करौली मोटर मार्ग सुधारीकरण व मेरौली में रतिया नदी में पुल निर्माण किया जाएगा। तुंगीधार सकदेना टाकबलवाड़ी अ0जा0 बस्ती में 3 किमी सड़क के निर्माण के साथ ही ज्योसुड़ा से निलोटी से क्विडागांव 02 किमी मोटरमार्ग का निर्माण किया जाएगा।
इस अवसर पर पूर्व मुख्यमंत्री भगत सिंह कोश्यारी ने भी मां बाराही के दर्शन कर प्रदेश की खुशहाली की कामना की तथा जनता को संबोधित किया।
इस अवसर पर जिला पंचायत अध्यक्ष ज्योति राय, भाजपा जिलाध्यक्ष निर्मल मेहरा, ब्लॉक प्रमुख सुमनता, पूर्व विधायक पूरन सिंह फर्त्याल, बाराही मंदिर समिति संरक्षक लक्ष्मण सिंह लमगड़िया, जिलाधिकारी नवनीत पांडे, पुलिस अधिक्षक देवेन्द्र पींचा सहित विभिन्न क्षेत्रों से आये जनप्रतिनिधि आदि उपस्थित थे।

धामी सरकार की ‘यू कोट-वी पे’ योजना के तहत उत्तराखण्ड को मिले 24 स्पेशलिस्ट और सुपर स्पेशलिस्ट डॉक्टर

0

स्वास्थ्य सचिव डॉक्टर राजेश कुमार बोले पहाड़ों में डॉक्टरों की कमी होगी दूर, स्वास्थ्य सेवाएं होंगी मजबूत

देहरादून। उत्तराखण्ड में स्पेशलिस्ट और सुपर स्पेशलिस्ट डॉक्टरों की पहली तैनाती कर दी गई है। डॉक्टरों को ‘यू कोट-वी पे‘ योजना के तहत संविदा पर तैनाती दी गई है। स्पेशलिस्ट और सुपर स्पेशलिस्ट
डॉक्टरों को 4 लाख से 6 लाख रुपये महीने का वेतन दिया जाएगा। स्वास्थ्य सचिव डा. आर राजेश कुमार ने कहा कि स्पेशलिस्ट और सुपर स्पेशलिस्ट डॉक्टरों की तैनाती से राज्य के दूरस्थ क्षेत्रों में ​स्वास्थ्य सुविधाओं का लाभ मिल पाएंगी।

स्वास्थ्य विभाग लम्बे समय से राज्य के पर्वतीय जिलों में स्पेशलिस्ट और सुपर स्पेशलिस्ट डाक्टरों की कमी को दूर करने की कवायद कर रहा है। जिसके पहले चरण में 24 डॉक्टरों का चयन किया गया है। इनमें
पैथोलॉजिस्ट, गायनोलॉजिस्ट, एनेस्थेटिक, सर्जन, पीडियाट्रिश, ऑर्थाेपेडिक डॉक्टरों को तैनाती दी गई है। राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन की लोकप्रिय योजना ‘यू कोट-वी पे’ के माध्यम से स्पेशलिस्ट डॉक्टरों की संविदा पर तैनाती की गई है। सभी डॉक्टरों को तैनाती के ऑडर जारी कर दिए गए हैं।

सचिव स्वास्थ्य डा. आर राजेश कुमार ने बताया कि यह सारी भर्तियां राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के तहत संविदा पर की जा रही हैं। उन्होंने बताया कि प्रदेश के पहाड़ी जिलों में स्वास्थ्य विभाग की ओर से बेहतर इंफ्रास्ट्रक्चर, दवाईयां, आधुनिक चिकित्सा उपकरण की सुविधाएं तो है, लेकिन प्रदेश के कुछ स्थानों पर स्पेशलिस्ट डाक्टरों के रिक्त पदों के कारण आमजन को पूर्णता सुविधाओं का लाभ नही मिल पा रहा था। रिक्त पदों पर स्पेशलिस्ट डॉक्टरों की नियुक्ति होने से आम जन को गुणवत्ता पूर्ण उच्च स्वास्थ्य सुविधा अपने नजदीकी चिकित्सालय में दी गई है। आवश्यकतानुसार ‘यू कोट, वी पे’ मॉडल के अन्य चरण भी आयोजित किये जा सकते हैं।

गौरतलब है कि उत्तराखंड के पहाड़ी जनपदों में स्पेशलिस्ट डॉक्टरों की कमी दूर करने के लिए धामी सरकार ने यू कोट वी पे फार्मूले के तहत प्लान बनाया है। इस योजना के तहत विशेषज्ञ डाक्टरों को 4 लाख और सुपर स्पेश्यलिस्ट डाक्टरों को 6 लाख रुपये तक प्रति माह वेतन देने की योजना है। योजना का असर रहा कि बड़ी सँख्या में डॉक्टर अपनी सेवाएं देने राज्य के पर्वतीय जिलों में तैयार हुए हैं।

डॉक्टरों की तैनाती स्थल

1 :- ऑर्थो सर्जन महेश चंद्र, एसडीएच काशीपुर उधमसिंह नगर ।

2 :- एनेस्थेटिक रोहित, सीएचसी बेतालघाट नैनीताल ।

3 :- एनेस्थेटिक संजय कूट, सीएचसी सितारगंज उधमसिंह नगर ।

4 :- ईएनटी विपिन सेघल, एसडीएच रुड़की

5 :- ईनएटी तोषी जर्नाधन एसडीएच रानीखेत अल्मोड़ा ।

6 :- एमडी मेडिसन संदीप टंडन, डीएच हरिद्वार ।

7 :- एमडी मेडिसन प्रीति यादव, डीएच चंपावत ।

8 :- एमडी मेडिसन शैलेंद्र कुमार, एसडीएच कोटद्वार ।

9 :- जनरल सर्जन राजीव गर्ग, एसडीएच ऋषिकेश ।

10 :- जनरल सर्जन कुमार सेन नंदकर्णी, सीएचसी थलीसैंण ।

11 :- जनरल सर्जन सुरेश वशिष्ट, हरिद्वार ।

12 :- जनरल सर्जन प्रणाम सिंह प्रताप, एसडीएच रुड़की ।

13 :- जनरल सर्जन पुनीत बंसल, एसडीएच बाजपुर ।।

14 :- जनरल सर्जन भानूप्रताप शर्मा, फीमेल हॉस्पिटल शिमली चमोली ।।

15 :- गायनोलॉजिस्ट अनुराधा ​कुशवाहा, ​सीएचसी सितारगंज ।

16 :-ऑप्थेल्मोलॉजिट सुमन शर्मा, एसडीएच कर्णप्रयाग चमोली ।

17 :- पैथोलॉजिस्ट रश्मि संजय कूट, एसडीएच टनकपुर चंपावत ।

18 :- पेडेयेट्रिक प्रकाश चंद्र सिंह, सीएचसी डीडीहाट पिथौरागढ ।

19 :- पेडयेट्रिक भारत गुफ्ता, एसडीएच रुड़की ।।

20 :- पेडयेट्रिक ओमप्रकाश, सीएचसी बेरीनाग पिथौरागढ ।।

21 :- पेडयेट्रिक उमाशंकर सिंह रावत, सीएचसी अगस्तयमुनि रुद्रप्रयाग ।।

22 :- पेडयेट्रिक कनिका मेहता, सीएचसी सितारंगज उधमसिंहनगर ।।

23 :- रेडियोलोजिस्ट शंभू कुमार झा, एसडीएच हरिद्वार ।।

24 :- रेडियोलॉजिसट देवेंद्र शर्मा, सीएचसी सितारगंज उधमसिंह नगर ।।

निकोलस हाॅफलैण्ड ने दिया ‘‘ “रागदेश की आवाज” पर एक वीडियो व्याख्यान

0

देहरादून, दून पुस्तकालय एवं शोध केन्द्र की ओर से संस्थान के सभागार में गुरूवार को पाश्चात्य एवं हिन्दुस्तानी संगीत के जानकार श्री निकोलस हाॅफलैण्ड द्वारा अपराह्न 5 बजे ‘‘ रागदेश की आवाज” पर एक विडियो व्याख्यान दिया गया।
अपने व्याख्यान के माध्यम से उन्होंने राग देश के विविध रूपों को वीडियो क्लिप के माध्यम से बेहतरीन तरीक़े से प्रस्तुत कर उन रागों की खासियत व प्रकार के बारे में उपस्थित कोगों सहज रूप से जानकारी देने का प्रयास किया। इस दौरान लोगों ने वीडियो के माध्यम से राग देश पर आधारित विविध गीतों के गायन के श्रवण का आनन्द उठाया। खासकर आम लोगों और युवा वर्ग को इस शास्त्रीय राग के इस अनुपम संगीत रूपों की प्रारंभिक जानकारी प्राप्त हुई।
राग देश के तथ्यों में इसकी उत्पत्ति का पता उत्तर भारतीय शास्त्रीय संगीत परंपरा से लिया जा सकता है। भारतीय शास्त्रीय संगीत के कई अन्य रागों की तरह यह राग भी देश सदियों से प्राचीन संगीत प्रथाओं, वैदिक मंत्रों और क्षेत्रीय लोक संगीत से विकसित हुआ है। राग देश एक पारंपरिक भारतीय शास्त्रीय राग है, जो किसी विशिष्ट व्यक्ति द्वारा रचित नहीं है।
लोकप्रिय राग देश पर कुछ लोकप्रिय फिल्मी गीत भी बने हैं इनमें फिल्म शहीद का ऐ वतन ए वतन और फिल्म गुलामी का जागृति के दाता गीत जन-जन में लोकप्रिय रहे हैं। राग देश देश के प्रति देशभक्ति और भक्ति की भावना को प्रेरित करता है।भारत का राष्ट्रीय गीत वंदे मातरम भी राग देश पर आधारित है।
यह बात उल्लेखनीय है कि दून पुस्तकालय एवम शोध केंद्र द्वारा समय-समय पर गीत-संगीत की तमाम विषयों और उनकी विविध श्रेणियों से रू-ब-रू कराने के प्रयास किये जा रहे हैं।
आज के कार्यक्रम के दौरान मदन मोहन चड्ढा, संजीव शर्मा,विजयशंकर शुक्ल, प्रेम पंचोली, बिजू नेगी, दीपा कौशलम, सुंदर सिंह बिष्ट, विजय बहादुर, डॉ.मनोज पँजानी सहित संगीत और कला में रूचि रखने वाले प्रबुद्वजन, पुस्तकालय के युवा पाठक, साहित्यकार व अनेक लोग उपस्थित रहे।

रक्षाबंधन पर पेट्रोल-डीजल के दाम हुए अपडेट, जानिए क्या है आपके शहर में लेटेस्ट रेट

0

नई दिल्ली  । बीपीसीएल , एचपीसीएल और इंडियन ऑयल द्वारा पेट्रोल-डीजल के अपडेट कर दिए गए हैं। बुधवार को रक्षाबंधन के दिन वाहन चालकों के लिए राहत जारी है। पेट्रोल-डीजल के दाम में कोई बदलाव नहीं हुआ है। कीमतें यथावत बनी हुई हैं। आखिरी बार राष्ट्रीय स्तर पर पेट्रोल-डीजल की कीमतों में बदलाव मई 2022 में हुआ था।
कच्चे तेल की कीमत में उतार-चढ़ाव जारी है। यह एक बार फिर 85 डॉलर के पार चला गया है। ब्रेंट क्रूड का रेट 85.68 डॉलर प्रति बैरल और डब्लूटीआई क्रूड का रेट 81.41 डॉलर प्रति बैरल चल रहा है। करीब एक महीने से कच्चा तेल एक सीमित दायरे में कारोबार कर रहा है।
बड़े महानगरों में पेट्रोल-डीजल के दाम
दिल्ली:पेट्रोल 96.72 रुपये और डीजल 89.62 रुपये प्रति लीटर
कोलकाता: पेट्रोल 106.03 रुपये और डीजल 92.76 रुपये प्रति लीटर
मुंबई : पेट्रोल 106.31 रुपये और डीजल 94.27 रुपये प्रति लीटर
चेन्नई: पेट्रोल 102.63 रुपये और डीजल 94.24 रुपये प्रति लीटर
अन्य शहरों में पेट्रोल-डीजल की कीमत
नोएडा में पेट्रोल 96.77 रुपये और डीजल 89.94 रुपये प्रति लीटर
गुरुग्राम में पेट्रोल 97.10 रुपये और डीजल 89.96 रुपये प्रति लीटर
बेंगलुरु में पेट्रोल 101.94 रुपये और डीजल 87.89 रुपये प्रति लीटर
चंडीगढ़ में पेट्रोल 96.20 रुपये और डीजल 84.26 रुपये प्रति लीटर
हैदराबाद में पेट्रोल 109.66 रुपये और डीजल 97.82 रुपये प्रति लीटर
जयपुर में पेट्रोल 108.08 रुपये और डीजल 93.36 रुपये प्रति लीटर
पटना में पेट्रोल 107.24 रुपये और डीजल 94.04 रुपये प्रति लीटर
इंदौर में पेट्रोल 108.50 रुपये और डीजल 93.79 रुपये प्रति लीटर
भोपाल में पेट्रोल 108.65 रुपये और डीजल 93.90 रुपये प्रति लीटर

डॉलर के मुकाबले रुपये में 7 पैसे की बढ़त, जानिए क्या है लेटेस्ट रेट

0

नई दिल्ली , । डॉलर के मुकाबले रुपया में बुधवार को शुरुआती कारोबार में 7 पैसे की तेजी आई है और यह 82.73 के स्तर पर बना हुआ है। रुपये में सकारात्मक रुझान की वजह भारतीय शेयर बाजार में तेजी कायम रहना है। हालांकि, कच्चे तेल और डॉलर इंडेक्स की मजबूत के कारण डॉलर के मुकाबले रुपये की चाल एक सीमित दायरे में बनी हुई है।
कैसा है डॉलर के मुकाबले रुपये में कारोबार?
इंटरबैंक फॉरेन एक्सचेंज के मुताबिक, डॉलर के मुकाबले रुपया 82.67 पर खुला था और फिर 82.74 के स्तर पर पहुंच गया था। हालांकि, बाद में इसमें गिरावट आई और यह 7 पैसे बढक़र 82.73 पर सेटल हुआ। मंगलवार को डॉलर को मुकाबले रुपया 82.80 पर बंद हुआ।
कल शाम के कारोबारी सत्र में अमेरिकी मुद्रा पर दबाव देखा गया और इस कारण डॉलर में अन्य बड़ी मुद्राओं के मुकाबले कमजोरी देखी गई।
डॉलर के मुकाबले रुपये की चाल आने वाले समय में ब्याज दरों और कच्चे तेल की कीमत पर निर्भर करेगी। हाल ही में अमेरिकी फेड की ओर से कहा गया था कि वे महंगाई को काबू में करने के लिए ब्याज दरों में इजाफा कर सकते हैं।
डॉलर इंडेक्स का हाल?
डॉलर इंडेक्स में उतार-चढ़ाव जारी है। यह 0.08 प्रतिशत बढक़र 103.61 अंक पर बना हुआ है। डॉलर इंडेक्स अमेरिकी मुद्रा की मजबूती दुनिया की अन्य करेंसी के मुकाबले दिखाता है। ब्रेंट क्रूड 0.08 प्रतिशत बढक़र 103.61 डॉलर प्रति बैरल पर है।
भारतीय बाजार में तेजी
इक्विटी बाजार बढ़त के साथ कारोबार कर रहा है। 30 शेयरों वाला सेंसेक्स 291.53 अंक या 0.45 प्रतिशत बढक़र 65,367.35 अंक और एनएसई निफ्टी 78.20 अंक या 0.40 प्रतिशत बढक़र 19,420.85 अंक पर है। एफआईआई की ओर से मंगलवार को खरीदारी की गई थी और 61.51 करोड़ रुपये के शेयर खरीदे थे।

तीर्थ पुरोहितों के द्वारा हेमाद्रि संकल्प स्नान किया

0

हरिद्वार, (कुलभूषण शर्मा )। श्रीगंगा सभा के तत्वावधान में बड़ी संख्या में तीर्थपुरोहितों ने हर की पैड़ी पर पूरे विधि विधान के साथ श्रावणी उपाकर्म हेमाद्रि संकल्प स्नान कर देवऋषि एवं पित्तरों के निमिृत्त तर्पण परिवार एवं समाज के कल्याण की कामना की। इस दौरान गंगा जी की विशेष पूजा अर्चना भी की गयी। बुधवार को श्रावणी पूर्णिमा के मौके पर श्रीगंगासभा के तत्वावधान में बड़ी संख्या में हरिद्वार,ज्वालापुर तथा कनखल के तीर्थपूरोहितों ने श्रावणी उपाकर्म सम्पन्न किए। इस दौरान तीर्थपूरोहितों द्वारा वर्षभर उपयोग में लाये जाने वाले यज्ञोपवीत एवं रक्षा सूत्र का अनुसंधान किया। हेमाद्रि संकल्प स्नान कर देव ऋषि एवं पित्तरों का तपर्ण कर्म आदि सम्पन्न किए। मान्यता है कि श्रावण पूर्णिमा पर यज्ञोपवीत धरण करने,रक्षासूत्र का अनुसंधान कर रक्षा सूत्र बॉधने,पवित्र नदियों में स्नान आदि कर तर्पण करने तथा तप करने से पूण्य फल प्राप्त होते है। हेमाद्रि स्नान के निमित्त गोमूत्र,गाय का गोबर,गौमृत्तिका,भस्मी,पफलो का रस,हल्दी,चंदन सहित दस सामग्रियों से स्नान करने से आत्मशुद्वि होती है और पितरों के निमिृत तर्पण से उन्हे भी तृप्ति होती है। श्रावणी पूर्णिमा के मौके पर बुधवार को श्रीगंगा सभा की अगुवाई में तीर्थ पूरोहितो सहित बड़ी संख्या में श्रद्वालुओं से हर की पैड़ी पर श्रावणी उपाकर्म सम्पन्न किए। इसके तहत वर्षभर उपयोग में लाये जाने यज्ञोपवीत एवं रक्षा सूत्र का अनुसंधान किया। हेमाद्रि संकल्प स्नान कर देवऋषि एवं पित्तरों के निर्मित तपर्ण कर सुख समृद्वि तथा समाज के कल्याण की कामना की। श्रीगंगा सभा अध्यक्ष नितिन गौतम,महामंत्राी तन्मय वशिष्ठ,उपसभापति यतीन्द्र सिखौला,स्वागत मंत्री सिद्वार्थ चक्रपाणि,प्रचार मंत्री गोपाल प्रधान,प्रचार सचिव शैलेष गौतम,वीरेन्द्र कौशिक, गंगा सेवक दल सचिव उज्जवल पण्डित के अलावा शिवांकर चक्रपाणि,अमित झा,डॉ.प्रशांत पालीवाल,सुभाष दलाल,भूपेंद्र पटुवर,दीपकांत सरायवाले,विशाल सिखौला,अरूण शर्मा,राजीव शर्मा सहित बड़ी संख्या में श्रीगंगा सभा के पदाधिकारी एवं तीर्थपूरोहितों ने पूर्ण विधि विधान के साथ गंगा पूजन ,गंगा स्नान कर श्रावणी उपाकर्म आदि पूजन सम्पन्न किए।

श्रीनगर को शीघ्र मिलेगी सीवर व गैस पाइप लाइन की सौगात: डॉ. धन सिंह रावत

0

देहरादून, श्रीनगर नगर निगम क्षेत्र में सीवरेज एवं घरेलू गैस पाइप लाइन की सुविधा उपलब्ध कराने के लिए शीघ्र प्रस्ताव तैयार करने के निर्देश अधिकारियों को दे दिए गए हैं। इसके अलावा नगर में सिटी बस एवं ई-रिक्शा संचालन के लिये भी नगर निगम प्रशासक को कार्रवाई के निर्देश दे दिये गये हैं।

सूबे के कैबिनेट मंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने आज अपने शासकीय आवास यमुना कलोनी देहरादून में श्रीनगर नगर निगम की समीक्षा बैठक ली। जिसमें उन्होंने नगर निगम क्षेत्र में बुनियादी सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिये अधिकारियों के साथ विस्तृत चर्चा कर जरूरी निर्देश दिये। डॉ. रावत ने बताया कि श्रीनगर नगर निगम क्षेत्र में सीवरेज एवं घरेलू गैस पाइप लाइन बिछाई जाएगी और शीघ्र ही इसकी सुविधा नगरवासियों को उपलब्ध कराई जायेगी। इसके लिये उन्होंने निगम के अधिकारियों को प्रस्ताव तैयार कर शासन को शीघ्र उपलब्ध कराने के निर्देश दिये। इसके अलावा डॉ रावत ने निगम क्षेत्र में विधुत लाइन को भूमिगत करने व नगर के सौंदर्यीकरण करने के निर्देश भी अधिकारियों को दिये। उन्होंने बताया कि नगर क्षेत्र में आम लोगों एवं विभिन्न शिक्षण संस्थानों में अध्ययनरत छात्र-छात्रों को आवागमन में असुविधा हो रही है, जिसे दूर करने के उद्देश्य से शीघ्र ही नगर में सिटी बस एवं ई-रिक्शा का संचालन किया जायेगा। इसके अलावा नगर निगम क्षेत्र का परिसीमन, निगम में रिक्त पदों के सापेक्ष आउट सोर्स से नियुक्ति करने एवं निगम के नये भवन का शीघ्र निर्माण करने के निर्देश भी अधिकारियों को दिये।
बैठक में कैबिनेट मंत्री डॉ. रावत ने नगर निगम क्षेत्र के अंतर्गत बहुउद्देश्यीय पार्क, ओपन एयर जिम, स्ट्रीट लाइट, सार्वजनिक शौचालय एवं पार्किंग के निर्माण कार्य शीघ्र पूर्ण करने को कहा। उन्होंने बताया कि धारी देवी मंदिर सम्पर्क मार्ग के सुदृढ़ीकरण एवं श्रीनगर में बस अड्डा के निर्माण कार्यों में तेजी लाने के निर्देश भी नगर निगम अधिकारियों को दिये।

बैठक में अपर सचिव एवं निदेशक शहरी विकास नितिन भदौरिया, अपर आयुक्त गढ़वाल मंडल, एमएनए एवं एसडीएम श्रीनगर नूपुर वर्मा, अपर सचिव परिवहन एवं कार्यदायी संस्थाओं के प्रतिनिधि उपस्थित रहे।

 

सभी राजकीय विद्यालयों में धूमधाम से मनाया जायेगा शिक्षक दिवस

देहरादून, प्रदेश के विद्यालयी शिक्षा के पाठ्यक्रम में भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संस्थान (इसरो) द्वारा संचालित चन्द्रयान अभियानों को शामिल किया जायेगा। इसके लिये विभागीय अधिकारियों को निर्देश दे दिये गये हैं। सभी राजकीय विद्यालयों में कार्यक्रमों का आयोजन कर शिक्षक दिवस को धूमधाम से मनाया जायेगा। इस अवसर पर राज्य से लेकर ब्लॉक स्तर पर उत्कृष्ट कार्य करने वाले शिक्षकों को सम्मानित भी किया जायेगा। हाल ही में चयनित एलटी शिक्षकों को आगामी 6 सितम्बर को नियुक्ति पत्र सौंपकर प्रथम तैनाती दी जायेगी।

सूबे के विद्यालयी शिक्षा मंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने आज अपने शासकीय आवास पर विद्यालयी शिक्षा विभाग की बैठक ली। जिसमें कई महत्वपूर्ण निर्णय लिये गये। मीडिया को जारी बयान में डॉ. रावत ने बताया कि चन्द्रयान-3 अभियान की सफलता ने देश एवं दुनिया में भारतीय मेधा का परचम लहराया है। बच्चों में वैज्ञानिक दृष्टिकोण विकसित करने के उद्देश्य से राज्य के विद्यालयी शिक्षा पाठ्यक्रम में भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संस्थान (इसरो) द्वारा संचालित चन्द्रयान अभियानों को शामिल किया जायेगा। इसके लिये विभागीय अधिकारियों को विज्ञान वर्ग के अंतर्गत कक्षा 6वीं से 12वीं तक के लिये चरणवद्ध पाठ्यक्रम तैयार करने को कहा गया है। आगामी 5 सितम्बर को सभी राजकीय विद्यालयों में शिक्षक दिवस को धूमधाम से मनाया जायेगा। इसी के साथ उत्कृष्ट कार्य करने वाले शिक्षकों को राज्य से लेकर ब्लॉक स्तर पर सम्मानित किया जायेगा। इसके अलावा हाल ही में चयनित एलटी शिक्षकों को आगामी 6 सितम्बर को मुख्यमंत्री आवास स्थित मुख्य सेवक सदन में सूबे के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के हाथों नियुक्ति पत्र सौंपे जायेंगे। जिसकी तैयारी के निर्देश विभागीय अधिकारियों को दे दिये गये हैं। शिक्षा मंत्री ने कहा कि कतिपय विद्यालय ऐसे हैं जहां पर शिक्षक तैनात हैं लेकिन उनके विषय में छात्र-छात्राओं की संख्या शून्य है। ऐसे शिक्षकों को अन्यत्र विद्यालयों में जहां पर संबंधित विषय में छात्र पंजीकृत हों समायोजित किया जायेगा। इसके लिये विभागीय अधिकारियों को सूची तैयार कर कार्रवाई करने के निर्देश दिये गये हैं। उन्होंने बताया कि विभिन्न राजकीय विद्यालयों में कार्यरत संविदा शिक्षकों की समस्याओं के समाधान के लिये सितम्बर प्रथम सप्ताह में विभागीय अधिकारियों के साथ बैठक कर ठोस निर्णय लिया जायेगा ताकि उनकी समस्याओं का संतोषजनक समाधान निकाला जा सके। इसके साथ ही उन्होंने विभागीय अधिकारियों को आपदा से क्षतिग्रसत विद्यालयों के आपदा मद से शीघ्र मरम्मत एवं निर्माण कराने के भी निर्देश दिये।

बैठक में महानिदेशक विद्यालयी शिक्षा बंशीधर तिवारी, निदेशक माध्यमिक शिक्षा सीमा जौनसारी, निदेशक बेसिक शिक्षा आर.के. उनियाल सहित अन्य विभागीय अधिकारी उपस्थित रहे।

उत्तराखंड शासन का बड़ा फैसला, ध्वस्त होगा रूद्रपुर मेडिकल कॉलेज का करोड़ों की लागत से बना एक हिस्सा, रूड़की आईआईटी की जांच में पाई गई निर्माण कार्यों में खामियां

0

चिकित्सा शिक्षा सचिव डॉ आर राजेश कुमार ने जारी किये निर्देश, ब्लैक लिस्टेड हुई कंपनी, निर्माण कार्यों का पूरा पैसा करना होगा रिफंड

देहरादून। स्वास्थ्य महकमे की जिम्मेदारी संभालने के बाद से सचिव डॉ आर राजेश कुमार ने निर्माण कार्यों को गुणवत्तापूर्वक करने पर फोकस किया है। जहां भी उनको निर्माणकार्यों में लापरवाही मिली उन्होंने चेतावनी देने के साथ जांच के बाद कार्यदायी संस्थाओं पर कड़ी कार्रवाई की है। इसी कड़ी में निर्माण कार्य मानकों के अनुरूप नहीं होने पर रूद्रपुर मेडिकल कॉलेज का एक हिस्सा ध्वस्त करने के आदेश सचिव डॉ आर राजेश कुमार ने जारी किये। कार्यदायी संस्था द्वारा रूद्रपुर मेडिकल कॉलेज का निर्माण नियमों के अनुरूप नहीं होने पर उत्तराखंड शासन द्वारा रूड़की आईआईटी की टीम से इसकी जांच कराई गई। जांच रिपोर्ट में निर्माणाधीन मेडिकल कॉलेज के एक हिस्से का निर्माण नियमों के अनुरूप नहीं होने की बात कही गई। जिसके बाद लगभग 32 करोड़ की लागत से हुए निर्माण कार्य को ध्वस्त करने के आदेश जारी कर दिये गये। सचिव चिकित्सा शिक्षा राजेश कुमार ने बताया कि निर्माणाधीन बिल्डिंग के ध्वस्तीकरण के आदेश जारी कर दिये हैं। बिल्डिंग निर्माण में आए पूरा खर्च कार्यदाही संस्था से ब्याज समेत वसूला जायेगा। इसी के साथ कार्यदायी संस्था को ब्लैक लिस्टेड कर दिया गया है।

गौरतलब है कि निदेशक, चिकित्सा शिक्षा विभाग के पत्र संख्या-2972 दिनांक 14 अगस्त, 2023 के माध्यम से अवगत कराया गया है कि निर्माणाधीन राजकीय मेडिकल कॉलेज, रूद्रपुर के निर्माण कार्यों हेतु नामित कार्यदायी संस्था उत्तराखण्ड पेयजल संसाधन एवं निर्माण निगम द्वारा पूर्व कार्यदायी संस्था (EPIL) के द्वारा निर्मित कुल 14 नग निर्माणाधीन भवनों की गुणवत्ता जांच भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान, रूडकी से करायी गयी गुणवत्ता में प्रोफेसर सिविल अभियांत्रिकी विभाग भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान, रूडकी द्वारा निर्माण कार्यों को ध्वस्त करते हुए पुर्ननिर्माण का मंतव्य प्रदान किया गया है। उक्त के अतिरिक्त चिकित्सा शिक्षा निदेशालय स्तर से नियोजन विभाग द्वारा निर्माण कार्यों की तृतीय पक्ष गुणवत्ता जाँच हेतु नामित संस्था (Quality Austria Central Asia) से भी निर्माणाधीन भवनों की गुणवत्ता जांच करवायी गयी, उक्त संस्थान द्वारा भी जाँच आख्या पत्र दिनांक 14 अगस्त, 2023 के माध्यम से उपलब्ध करवायी गयी, जिसके अनुसार भी निर्माणाधीन भवनों को ध्वस्त करते हुए पुर्ननिर्माण किया जाना होगा। ई०पी०आई०एल० द्वारा किये गये निर्माण कार्यों की अत्यन्त न्यून गुणवत्ता होने के दृष्टिगत सम्पूर्ण निर्माणाधीन कार्य का ध्वस्तीकरण कर पुर्ननिर्माण किये जाने का निर्णय लिया गया है।

राजकीय मेडिकल कॉलेज, रूद्रपुर के निर्माण कार्यों की जांच रिपोर्टो के परिपेक्ष्य में निर्माण कार्य की गुणवत्ता खराब होने के दृष्टिगत राज्य में ऐसी कार्यदायी संस्था को हतोत्साहित करने के उद्देश्य से इन्जीनियरिंग प्रोजेक्ट्स इण्डिया लिO (EMI) एन0आर0ओ0, कोर 3. स्कोप कॉम्पलैक्स-7 लोधी रोड़, नई दिल्ली को चिकित्सा स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा विभाग, उत्तराखण्ड शासन के अधीन समस्त निर्माण कार्यों हेतु काली सूची (Black List) में डाले जाने की श्री राज्यपाल सहर्ष स्वीकृति प्रदान करते हैं। अवशेष धनराशि र 31.78 करोड़ + अद्यतन ब्याज (वर्तमान में प्रचलित दरों पर) सहित निदेशक, चिकित्सा शिक्षा निदेशालय, उत्तराखण्ड देहरादून को हस्तान्तरित करना सुनिश्चित करें। अन्यथा की स्थिति में कार्यदायी संस्था के विरूद्ध विधिक कार्यवाही की जायेगी, जिसका उत्तरदायित्व कार्यदायी संस्था का होगा।

”हिलांस आउटलेट” का हुआ शुभारम्भ, विपणन हेतु होगा उपयोगी साबित होगा

0

देहरादून, उत्तराखण्ड ग्राम्य विकास समिति (UGVS), ग्राम्य विकास विभाग द्वारा संचालित ग्रामीण उद्यम वेग वृद्धि परियोजना के अन्तर्गत प्रायोजित ”हिलांस आउटलेट” का शुभारम्भ विकास भवन परिसर, सर्वेचौक, देहरादून में जनपद की मुख्य विकास अधिकारी सुश्री झरना कमठान के कर कमलों द्वारा किया गया।
विदित् हो कि ”हिलांस” द्वारा पर्वतीय क्षेत्रों के कृषि उपज का स्वयं सहायता समूहों एवं कृषक फेडरेशन के माध्यम से प्रसंस्करण एवं मूल्य संवर्द्धन कर पर्वतीय कृषकों की बाजार तक पहुॅच बनाने हेतु कार्य किया जा रहा है।
इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकरी सुश्री कमठान ने बताया कि ग्रामीण उद्यम वेग वृद्धि परियोजना एवं राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के तहत् स्वयं सहायता समूह एवं कृषक फेडरेशन के माध्यम से विभिन्न प्रकार के कृषि एवं गैर कृषि उत्पाद निर्मित किये जा रहे है, जिनके विपणन हेतु हिलांस आउटलेट उपयोगी साबित होगा। साथ ही साथ ग्राहकों को भी उत्पादों की शुद्धता एवं गुणवत्ता अनुभव करने का अवसर प्राप्त होगा।
”हिलांस आउटलेट” विकास भवन परिसर, सर्वेचौक, देहरादून का संचालन एवं प्रबन्धन ग्रामीण उद्यम वेग वृद्धि परियोजना द्वारा सहायतित कृषक फेडरेशन ”खतशैली स्वायत्त सहकारिता, माखटी” द्वारा किया जा रहा है। इस अवसर पर फेडरेशन की कोषाध्यक्ष द्वारा आउटलेट के माध्यम से फेडरेशन की महिला सदस्यों हेतु बेहतर बिजनेस अवसरों की आकांक्षा व्यक्त की।
आउटलेट के शुभारम्भ के अवसर पर ग्रामीण उद्यम वेग वृद्धि परियोजना, देहरादन के  जिला परियोजना प्रबन्धक, ने बताया कि हिलांस द्वारा Purity you deserve टैगलाइन से परियोजना सहायतित समुदाय आधारित संगठनों के उत्पादों को ब्राण्डिंग कर ऑनलाइन प्लेटफार्म htpps:@@hilans-org  से ग्राहकों को उपलब्ध कराया जाता रहा है। बताया गया कि देहरादून शहर के मुख्य बाजार में से एक सर्वे चौक में यह पहला अवसर है जब हिलांस द्वारा ऑफलाइन मोड में हिलांस उत्पादों का विपणन किया जा रहा है।
इस आउटलेट के माध्यम से देहरादून जनपद के समस्त छः विकासखण्डों में गठित 30 कृषक फेडरेशनों के अन्तर्गत आच्छादित 5000 स्वयं सहायता समूहों व उत्पादक समूहों के 35 हजार महिला कृषक सदस्यों को प्रत्यक्ष एवं अप्रत्यक्ष रूप से लाभ होगा साथ ही प्रदेष भर में हिलांस के माध्यम से राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिषन गठित स्वयं सहायता समूहों एवं पूर्व में संचालित एकीकृत आजीविका सहयोग परियोजना सहायतित उत्पादक समूहों के लगभग 5,60,000 महिला कृषक प्रत्यक्ष व अप्रत्यक्ष रूप से लाभान्वित होंगे।
”हिलांस आउटलेट” के उद्घाटन के अवसर पर जिला विकास अधिकारी सुशील मोहन डोभाल, अपर परियोजना निदेशक श्रीमती अपर्णा बहुगुणा,  जिला परियोजना प्रबन्धक कैलाश भट्ट, मुख्य पशु चिकित्साधिकारी डा. विद्यासागर कापड़ी, मुख्य कृषि अधिकारी श्रीमती लतिका सिंह, रेखीय विभागों के अधिकारीगणए REAP के सहायक प्रबन्धक, छत्स्ड एवं उपासक के स्टाफ उपस्थित रहे।