Thursday, June 19, 2025
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सीएम धामी ने रामनगर परिवहन कार्यालय का औचक निरीक्षण किया

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रामनगर, मुख्यमंत्री  पुष्कर सिंह धामी ने शुक्रवार को सहायक सम्भागीय परिवहन कार्यालय रामनगर का औचक निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान उन्होंने कार्यालय के अभिलेखों का अवलोकन किया। उन्होंने परिवहन विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिये कि ओवललोडिंग,हाईस्पीड, नशे और गलत तरीके से वाहन चलाने वालों के खिलाफ चालान की कार्यवाही की जाए ताकि दुर्घटनाओं पर लगाम लगाई जा सके।

मुख्यमंत्री ने कहा कि जन सुविधाओं के दृष्टिगत सरकार द्वारा ऑनलाइन सिस्टम को मजबूत बनाने के लिए विशेष ध्यान दिया जा रहा है। लोगों को घर पर बैठे ही अधिकांश सुविधाएं उपलब्ध हो, इस दिशा में सभी विभागों द्वारा तेजी से कार्य किए जा रहे हैं। सभी विभागों को जन सुविधा के दृष्टिगत नई कार्य संस्कृति से कार्य करने के निर्देश दिए गए हैं। सरलीकरण, समाधान, निस्तारण और संतुष्टि के मूल मंत्र के साथ कार्य किए जा रहे हैं।

सोलह वर्षीय नाबालिग दुष्कर्म पीड़िता ने बच्चे को दिया जन्म, अज्ञात के विरुद्ध मुदकमा, महिला आयोग ने आरोपी के खिलाफ दिए कड़ी कार्यवाही करने के निर्देश

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ऋषिकेश की 16 वर्षीय नाबालिक के साथ दुष्कर्म और गर्भवती होने के मामले में उत्तराखण्ड राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष कुसुम कण्डवाल ने स्वतः संज्ञान लिया है।

जानकारी के अनुसार ऋषिकेश की रहने वाली एक 16 वर्षीय नाबालिक के पेट में दर्द होने की शिकायत लेकर परिजनों अस्पताल पहुंचे थे तब जांच के दौरान डॉक्टर ने बताया कि यह दर्द सामान्य नहीं है बल्कि नाबालिक के गर्भवती होने की वजह से हो रहा है। जिसपर डॉक्टरों की टीम ने नाबालिक की हालत को नाजुक बताते हुए हायर सेंटर रेफर कर दिया था हायर सेंटर में चिकित्सकों के परामर्श पर पीड़िता ने बच्चे को जन्म दिया है। पीड़िता के अनुसार जनवरी महीने में उसके साथ अज्ञात युवक ने दुष्कर्म किया है। जिसपर महिला आयोग की अध्यक्ष कुसुम कण्डवाल ने स्वतः संज्ञान लेते हुए एसओ ऋषिकेश खुशीराम पांडेय से फोन पर बात करते हुए सख्ताई से अतिशीघ्र कार्यवाही के लिए कहा है। अध्यक्ष कुसुम कण्डवाल ने कहा कि मामला बहुत ही संवेदनशील और चिंताजनक है किसी बालिका के साथ इस प्रकार की घटना होना बहुत ही शर्मनाक व निंदनीय है। उन्होंने कहा कि ऐसी घिनौनी हरकत करने वाले अपराधी को बिल्कुल भी बक्शा नहीं जाना चाहिए उसे जल्द से जल्द ढूंढ कर पुलिस उसके विरुद्ध कड़ी से कड़ी कार्रवाई करें।

कोतवाल खुशीराम पांडे ने बताया कि मामले में परिजनों की शिकायत पर अज्ञात के खिलाफ दुष्कर्म करने की धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया गया, पीड़िता के अनुसार घटना जनवरी की है इसके अतिरिक्त वह जानकारी देने की स्तिथि में नही है, मामले की जांच महिला उपनिरीक्षक सरोज नौटियाल को सौंपी गई है।

वहीं एसओ खुशीराम पाण्डेय ने कहा कि जल्द ही बच्चे का DNA टेस्ट करा कर संदिग्धों को जांच के दायरे में रखते हुए आरोपी को जल्द से जल्द गिरफ्तार किया जाएगा।

उत्तराखंड के सभी जनपदों में होगी स्पेशलिस्ट डॉक्टरों की तैनाती, जल्द शुरू होगा यू कोट वी पे का चौथा चरण- डॉ आर राजेश कुमार

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देहरादून, कुमांउ मंडल के चार दिवसीय दौरे से लौटने के बाद राज्य सचिवालय में आज स्वास्थ्य सचिव डॉ आर राजेश कुमार ने स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण समिति की 38वीं कार्यकारिणी समिति की बैठक ली। सचिव चिकित्सा स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा डॉ. आर. राजेश कुमार की अध्यक्षता में संपन्न हुई कार्यकारिणी की बैठक में कई बड़े फैसलों पर मुहर लगी। राज्य के कई अस्पतालों में अभी भी स्पेशलिस्ट डॉक्टरों की कमी है जिसको देखते हुए यू कोट वी पे का चौथा चरण जल्द शुरू होगा ताकि सभी जनपदों में प्राथमिकता के आधार पर स्पेशलिस्ट डॉक्टरों की तैनाती हो सके।

जल्द शुरू होगा यू कोट वी पे का चौथा चरण
स्वास्थ्य सचिव डॉ. आर. राजेश कुमार द्वारा बताया गया कि प्रदेश के चिकित्सा इकाइयों में विशेषज्ञ चिकित्सकों की नियुक्ति हेतु संचालित यू कोट वी पे मॉडल का चौथा चरण जल्द शुरु किया जाएगा। जिसमें सर्जन, गायनोलॉजिस्ट, रेडियोलॉजिस्ट, ऑर्थाेपेडिक, एनेस्थेटिक, पैथोलॉजिस्ट, पीडियाट्रिशन, मनोवैज्ञानिक आदि पदों पर विशेषज्ञ चिकित्सकों को नियुक्त कर सीमांत जनपदों में आमजन को स्वास्थ्य लाभ हेतु सेवाएं दी जाएगी।

एनएचएम के कर्मचारियों को तोहफा
स्वास्थ्य सचिव ने दीपावली से पहले एनएचएम कर्मियों को बड़ा तोहफा दिया है। राज्य के विभिन्न अस्पतालों में भ्रमण के दौरान एनएचएम कर्मियों ने स्वास्थ्य सचिव के सामने यह मांग रखी थी। जिस पर आज उन्होंने अपनी मुहर लगा दी। कार्यकारिणी समिति की बैठक में प्रेदश में राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन में कार्यरत पात्र कार्मिकों को पितृत्व अवकाश, बाल्य देखभाल अवकाश व बाल दत्तक अवकाश का लाभ उत्तराखंड शासन नियमावली के अनुसार दिए जाने पर सहमति प्रदान की गई।

वहीं स्वास्थ्य सचिव डॉ. आर. राजेश कुमार ने बताया कि निशुल्क जांच योजना के अंतर्गत सभी 266 जांचों की गुणवत्ता की जांच करने हेतु गढ़वाल क्लस्टर के देहरादून मेडिकल कॉलेज व कुमांऊ क्लस्टर के हल्द्वानी मेडिकल कॉलेज की जाएगी।

बैठक में श्रीमती स्वाति भदौरिया मिशन निदेशक राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन, श्रीमती अमनदीप कौर अपर सचिव स्वास्थ्य, श्रीमती सुनीता टम्टा निदेशक स्वास्थ्य, प्रभारी अधिकारी डॉ अमित शुक्ला, डॉ राजन अरोड़ा, डॉ पकंज कुमार, डॉ फरीदुज़फ़र, डॉ मुकेश रॉय, श्री महेंद्र मौर्य राज्य कार्यक्रम अधिकारी एन.एच.एम., सुश्री कविता कौशल कंसल्टेंट मानव संसाधन सहित अन्य अधिकारी/कर्मचारी मौजूद रहे।

क्रिकेट प्रतिभाए राष्ट्रीय, अंतर्राष्ट्रीय, स्तर पर प्रदेश का नाम रोशन कर रही हैं-विशाल गर्ग

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हरिद्वार, ( कुलभूषण)। आरका क्रिकेट अकादमी द्वारा हरिद्वार क्रिकेट क्लब मैदान पर आयोजित आरका गोल्ड कप कॉर्पोरेट क्रिकेट टूर्नामेंट का अंतिम मैच एचआरडीए और हरिद्वार सुपर किंग्स के बीच खेला गया। टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करते हुए एचआरडीए की टीम ने 20 ओवर में 133 रन बनाए। इसके जवाब में सुपर किंग्स 20 ओवर में 9 विकेट खो कर 130 रन बना पायी। एचआरडीए की तरफ से अंशुल सिंह ने सर्वाधिक 33 रन बनाए। हरिद्वार सुपर किंग्स की ओर से कन्हैया ने 3 विकेट लिए। 4 ओवर में 11 रन देकर 7 विकेट लेने वाले एचआरडीए के गेंदबाज विशाल सैनी मैन आॅफ द मैच चुने गए। महामंडलेश्वर स्वामी रूपेंद्र प्रकाश महाराज ने खिलाड़ियों का उत्साहवर्द्धन किया और पुरूस्कार वितरित किए। उन्होंने कहा कि खेल प्रतियोगिताओं में प्रतिभाग करने से जहां शारीरिक व मानसिक विकास होता हैं। वहीं टीम भावना व आपसी सद्भाव भी बढ़ता है। डा.विशाल गर्ग ने खिलाड़ियों को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि हरिद्वार की कई क्रिकेट प्रतिभाएं राष्ट्रीय अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर प्रदेश का नाम रोशन कर रही हैं। इस अवसर पर मिहिर दिवाकर, संजीव चैधरी, पुष्पेंद्र चैधरी सहित कई लोग मौजूद रहे।

विद्यालय के पूर्व छात्रों ने लगाया डेंगू से बचाव का कैंप

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हरिद्वार( कुलभूषण) मायापुर स्थित डा. हरिराम आर्य इंटर कॉलेज के पुरातन छात्रों ने विद्यालय परिसर में पढ़ रहे छात्र छात्राओं और विद्यालय स्टाफ को डेंगू से बचाव हेतु एक मेडिकल कैम्प का आयोजन किया।
कैम्प जिला अस्पताल हरिद्वार की होम्योपैथी चिकित्सक डॉ दीपा चौधरी की अगुवाई में चार सदस्यीय दल द्वारा किया गया।कैम्प में लगभग 350 छात्र छात्राओं और 20 अध्यापकों को
डेंगू एवं अन्य रोगों से बचाव हेतु दवा वितरित किया गया। कैम्प विद्यालय के पूर्व छात्र नीरज गुप्ता के संयोजन में आयोजित किया गया। कैंप में विद्यालय के प्रधानाचार्य अरविंद शर्मा एवं विद्यालय के शिक्षकों और स्टाफ का पूर्ण सहयोग रहा। छात्र नीरज गुप्ता ने कहा कि माता पिता की प्रेरणा से यह कैंप आयोजित किया।
कैंप में पूर्व छात्र जितेन्द्र वीर सैनी, सत्यदेव राठी,सत्यप्रकाश, नन्दकिशोर काला, प्रदीप चौहान, संदीप शर्मा, प्रमोद कुशवाहा शामिल रहे।
विद्यालय के एनसीसी कैडेट्स ने कैंप में सभी छात्रों में अनुशासन बनाने में अहम भूमिका निभाई।
विद्यालय के प्रधानाचार्य अरविंद शर्मा और शिक्षक पी के त्यागी ने पूर्व छात्रों द्वारा विद्यालय हित किए जा रहे कार्यों की काफी प्रशंसा की।

बाबा केदार का आशीर्वाद लेने केदारनाथ पहुंची बॉलीवुड अभिनेत्री रानी मुखर्जी, बीकेटीसी के सदस्यों ने किया स्वागत

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जोशीमठ, मशहूर बॉलीवुड अभिनेत्री रानी मुखर्जी आज सुबह बद्रीनाथ-केदारनाथ दर्शन के लिए केदारनाथ धाम पहुंची। यहां पहुंचकर उन्होंने सबसे पहले बाबा केदार नाथ के दर्शन किए जहां बद्रीनाथ केदारनाथ समिति द्वारा उनका स्वागत किया गया। रानी मुखर्जी ने मंदिर में विधि विधान से पूजा अर्चना की और इसके बाद बद्रीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति की ओर से उन्हें भगवान केदारनाथ का प्रसाद भी भेंट किया गया।


अभिनेत्री की झलक पाने के लिए उमड़ी भीड :

बॉलीवुड अभिनेत्री रानी मुखर्जी केदारनाथ पहुंची जहां उनके साथ फोटो खिंचवाने और उनकी एक झलक पाने के लिए उनके प्रशंसकों की भीड़ लग गई। केदारनाथ में रानी मुखर्जी BKTC के सदस्यों के साथ फोटो खिंचवाते हुए नजर आई हैं. इस दौरान कई लोग उनके साथ सेल्फी लेते हुए भी नजर आए |Rani Mukerji at Kedarnath Dham : बाबा केदार का आशीर्वाद लेने केदारनाथ  पहुंची बॉलीवुड अभिनेत्री रानी मुखर्जी, BKTC के सदस्यों ने किया स्वागत -  Hillvani
आपको बता दे की रानी मुखर्जी केदारनाथ दर्शन के बाद बद्रीनाथ धाम दर्शन के लिए पहुंची यहां BKTC उपाध्यक्ष किशोर पवार, प्रभाकारी अधिकारी अनिल ध्यान और मंदिर अधिकारी राजेंद्र चौहान ने उनका स्वागत किया।
बीते दिन उद्योगपति मुकेश अंबानी अपने परिवार के साथ केदारनाथ दर्शन के लिए पहुंचे जहां उन्होंने बद्रीनाथ केदारनाथ समिति को 5 करोड रुपए दान स्वरूप दिए। वहीं दो दिन पहले क्रिकेटर सुरेश रैना भी बाबा बद्रीनाथ-केदारनाथ के आशीर्वाद लेने पहुंचे।

अब Windows 7 कीज के साथ Windows 11 को एक्टिवेट नहीं कर पाएंगे यूजर्स, माइक्रोसॉफ्ट ने किया ब्लॉकं

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नई दिल्ली। अब आप विंडोज 7 की पुरानी कीज के साथ विंडोज 11 को एक्टिवेट नहीं कर पाएंगे, क्योंकि माइक्रोसॉफ्ट ने अब उन्हें लेटेस्ट विंडोज 11 की कॉपी को एक्टिवेट करने से पूरी तरह से रोक दिया है। यह खामी सालों तक मौजूद रही और लोगों ने विंडोज 7 या 8 से विंडोज 10 या 11 में फ्री में अपग्रेड किया। पिछले महीने, कंपनी ने विंडोज 7 और विंडोज 8 कीज को विंडोज 11 को एक्टिवेट करने से रोकने की घोषणा की थी।
कंपनी ने एक अपडेट में कहा था, विंडोज 10 और 11 के लिए माइक्रोसॉफ्ट का फ्री अपग्रेड ऑफर 29 जुलाई को समाप्त हो गया। विंडोज 7 और 8 फ्री अपग्रेड प्राप्त करने के लिए इंस्टॉलेशन पाथ भी अब हटा दिया गया है। विंडोज 10 से विंडोज 11 में अपग्रेड अभी भी फ्री हैं।  द वर्ज की रिपोर्ट के अनुसार, अब विंडोज 7 कीज को विंडोज 11 के क्लीन इंस्टाल से पूरी तरह से ब्लॉक कर दिया गया है। एरर मैसेज में लिखा है, हम इस डिवाइस पर विंडोज एक्टिवेट नहीं कर सकते क्योंकि आपके पास वैलिड डिजिटल लाइसेंस या प्रोडक्ट की नहीं है।
अगर आपने विंडोज 7 या विंडोज 8 से विंडोज 11 में अपग्रेड किया है या इनमें से किसी पुरानी की का इस्तेमाल किया है, तो आपका एक्टिवेशन स्टेट, नहीं बदलेगा। विंडोज 11 में अपग्रेड करने के लिए, डिवाइस को विंडोज 11 मिनिमम सिस्टम रिक्वायरमेंट्स को पूरा करना होगा। माइक्रोसॉफ्ट के अनुसार, विंडोज 10 के कुछ फीचर्स विंडोज 11 में उपलब्ध नहीं हैं। कुछ विंडोज 11 फीचर्स और ऐप्स का अनुभव करने के लिए सिस्टम जरुरतें विंडोज 11 की मिनिमम सिस्टम रिक्वायरमेंट्स से अधिक होंगी।

क्यूआर कोड में इन्वेंटरी के प्रारंभ से लेकर निष्प्रयोज्य होने तक की जानकारी उपलब्ध होगी

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देहरादून(आरएनएस)। राजभवन में आईटी और एआई के माध्यम से पारदर्शिता एवं जवाबदेही सुनिश्चित किए जाने के उद्देश्य से इन्वेंटरी मैनेजमेंट सिस्टम तैयार किया गया है। राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (से नि) के निर्देशन में तैयार किए गए इन्वेंटरी मैनेजमेंट सिस्टम में राजभवन देहरादून और राजभवन नैनीताल में मौजूद सामान (इन्वेंटरी) की सूची तैयार कर उनमें क्यूआर कोड लगाया गया है। इस क्यूआर कोड को स्कैन करने पर उस सामान या इन्वेंटरी का पूरी जानकारी आ जाएगी।
क्यूआर कोड में इन्वेंटरी के प्रारंभ से लेकर निष्प्रयोज्य होने तक की जानकारी उपलब्ध होगी। इस सिस्टम के माध्यम से मैनुअल स्टॉक भरने की जरूरत नहीं पड़ेगी वहीं इसमें त्रुटि की संभावना भी न्यून रहेगी। इसमें गृह अधिष्ठान, आईटी सेक्शन, लाइब्रेरी, अवार्ड, पीडब्ल्यूडी, विद्युत एवं सिविल में उपलब्ध इन्वेंटरी को शामिल किया गया है। इन्वेंटरी मैनेजमेंट सिस्टम के अंतर्गत राज्यपाल को उनके कार्यकाल के दौरान विभिन्न समारोह एवं कार्यक्रमों में प्राप्त उपहार भी शामिल हैं जिन पर क्यूआर कोडिंग किया गया है।
वीर माधो सिंह भंडारी उत्तराखण्ड प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय द्वारा तैयार किए गए इन्वेंटरी मैनेजमेंट सिस्टम के संबंध में कुलपति प्रो. ओंकार सिंह ने राजभवन में इस पर राज्यपाल के समक्ष प्रस्तुतिकरण दिया। राज्यपाल ने कहा कि इस सिस्टम के प्रारंभ होने से डिजिटल पारदर्शिता एवं जवाबदेही सुनिश्चित की जा सकेगी। उन्होंने कहा कि संपूर्ण इन्वेंटरी के डिजिटलीकरण के लिए एआई आधारित एकीकृत इन्वेंटरी प्रबंधन प्रणाली को विकसित किया गया है। उन्होंने कहा कि नैनीताल के ऐतिहासिक राजभवन में 100 वर्षों से भी अधिक पुराने सामान के लेखे-जोखे का प्रबंधन किया जाना एक मुश्किल कार्य है जो इसके माध्यम से आसान हो जाएगा वहीं राजभवन की अन्य इन्वेंटरी का प्रबंध भी आसानी से हो सकेगा।
उन्होंने कहा कि आईटी और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस पर आधारित इस एप को राजभवन से प्रारंभ किये जाने से प्रदेश के अन्य विभागों को भी इससे प्रेरणा मिलेगी। उन्होंने बताया कि इस एप का शुभारंभ 17 अक्टूबर को राजभवन में किया जाएगा। इस कार्यक्रम में विभिन्न विभागों के सचिवों को भी आमंत्रित किया गया है ताकि वे अपने विभागों में इस तरह की अभिनव पहल को अपना सकें। इस अवसर पर सचिव रविनाथ रामन, अपर सचिव स्वाति एस. भदौरिया, वित्त नियंत्रक डॉ. तृप्ति श्रीवास्तव भी मौजूद रहीं।

मिट्टी से हमें जो लाभ मिलते हैं, वे प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से स्वच्छ हवा, पानी और खाद्य उत्पादन से जुड़े होते हैं : डॉ. रेनू सिंह

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“मिट्टी में पोषक तत्वों की कमी और उसकी पूर्ति’पर हुआ सेमिनार”

देहरादून, आईसीएफआरई-वन अनुसंधान संस्थान (एफआरआई) ने “मृदा पोषक तत्वों की कमी और इसकी पुनःपूर्ति” पर एक सेमिनार का आयोजन किया। सेमिनार का उद्देश्य मृदा प्रबंधन में बढ़ती चुनौतियों का समाधान करके स्वस्थ पारिस्थितिकी तंत्र और मानव कल्याण को बनाए रखने के महत्व के बारे में जागरूकता बढ़ाना, मृदा जागरूकता बढ़ाना और विभिन्न माध्यमों से पोषक तत्वों की पुनःपूर्ति द्वारा मृदा स्वास्थ्य में सुधार के लिए समाज को प्रोत्साहित करना था।
डॉ. रेनू सिंह, आईएफएस निदेशक, एफआरआई और कुलपति एफआरआई डीम्ड यूनिवर्सिटी मुख्य अतिथि थीं और उन्होंने पोषक तत्वों की कमी और इसकी पुनःपूर्ति के महत्व और विभिन्न प्रकार के जंगलों और भूमि उपयोगों के लिए इसकी भूमिका पर जोर दिया। उन्होंने विस्तार से बताया कि मिट्टी बड़ी संख्या में पारिस्थितिकी तंत्र सेवाएं प्रदान करती है और विनियमित करती है और मानवता को बनाए रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। मिट्टी से हमें जो लाभ मिलते हैं, वे प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से स्वच्छ हवा, पानी और खाद्य उत्पादन से जुड़े होते हैं और गरीबी उन्मूलन और जलवायु परिवर्तन शमन के लिए महत्वपूर्ण हैं। हर साल लगभग 5 बिलियन टन से अधिक ऊपरी मिट्टी का क्षरण हो रहा है, जबकि लगभग 30% मिट्टी (लगभग 1.6 बिलियन टन) नदियों के माध्यम से समुद्र में खो जाती है। बड़े पैमाने पर वनों की कटाई और अपर्याप्त भूमि प्रबंधन के परिणामस्वरूप भारत की लगभग 175 मिलियन हेक्टेयर भूमि गंभीर मिट्टी के कटाव का सामना कर रही है। राष्ट्रीय कृषि विज्ञान अकादमी के अनुसार भारत की वार्षिक मिट्टी की क्षति लगभग 15.35 टन प्रति हेक्टेयर है। कटाव के कारण लगभग 74 मिलियन टन प्रमुख पोषक तत्व नष्ट हो जाते हैं। देश में क्रमशः 0.8, 1.8 और 26.3 मिलियन टन एन, पी और के का नुकसान होता है। एसडीजी के बीच, लक्ष्य संख्या 15 “भूमि पर जीवन: स्थलीय पारिस्थितिक तंत्र के स्थायी उपयोग की रक्षा, पुनर्स्थापित और बढ़ावा देना, जंगलों का स्थायी प्रबंधन करना, मरुस्थलीकरण का मुकाबला करना, और भूमि क्षरण को रोकना और जैव विविधता के नुकसान को रोकना” के लिए समर्पित है। इस लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए मिट्टी के पोषक तत्वों को फिर से भरने और हमारे पारिस्थितिकी तंत्र के पुनर्वास पर ध्यान केंद्रित करने की आवश्यकता है। इसे वास्तव में व्यवहार्य मृदा संशोधनों का उपयोग करके प्राप्त किया जा सकता है जो मिट्टी के पोषक चक्र में हेरफेर करेगा और पौधों में उपलब्ध पोषक तत्वों को स्थिर करेगा।
इस अवसर पर डॉ. रमेश चंद्रा, प्रोफेसर एवं प्रमुख (सेवानिवृत्त) जी.बी. पंत कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय में मिट्टी में खोए पोषक तत्वों की जैविक एवं अकार्बनिक तरीकों से पूर्ति विषय पर व्याख्यान दिया गया। उन्होंने बायोमास को बढ़ाने के लिए पोषक तत्वों के विभिन्न स्थायी स्रोतों पर चर्चा की। डॉ. श्रीधर पात्रा, वरिष्ठ वैज्ञानिक, आईआईएसडब्ल्यूसी, और देहरादून ने टेंशन इन्फिल्ट्रोमेट्री का उपयोग करके वन मृदा जल विज्ञान संबंधी जांच पर विचार-विमर्श किया। डॉ. एस.के. मिजोरम विश्वविद्यालय के प्रोफेसर त्रिपाठी ने पोषक चक्र और विभिन्न भूमि उपयोगों से पोषक तत्वों की कमी के विभिन्न कारणों के बारे में बात की। उन्होंने वन मिट्टी, विशेष रूप से जैव-भू-रासायनिक चक्र, भारतीय उष्णकटिबंधीय क्षेत्रों में परिदृश्य परिवर्तन, विभिन्न वन प्रकारों में पोषक तत्वों और मिट्टी कार्बन के स्थानांतरण पर जोर दिया।
डॉ. एन.के. उप्रेती समूह समन्वयक (अनुसंधान), प्रभागों के प्रमुख, रजिस्ट्रार एफआरआईडीयू, डॉ. एन. बाला, डॉ. विजेंद्र पंवार, डॉ. पारुल भट्ट कोटियाल, डॉ. तारा चंद, डॉ. अभिषेक कुमार वर्मा, वैज्ञानिक/तकनीकी पेशेवर, पीएचडी विद्वान और इस सेमिनार में अन्य 115 प्रतिभागियों ने भाग लिया।

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने दी उत्तराखण्ड को लगभग 04 हजार 200 करोड़ रूपये की सौगात

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– प्रधानमंत्री ने राज्य की 23 महत्वपूर्ण परियोजनाओं का लोकार्पण एवं शिलान्यास किया

देहरादून(आरएनएस)। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने उत्तराखण्ड को लगभग 04 हजार 200 करोड़ रूपये की सौगात दी। पिथौरागढ़ में आयोजित कार्यक्रम में प्रधानमंत्री ने राज्य की 23 महत्वपूर्ण परियोजनाओं का लोकार्पण एवं शिलान्यास किया। राज्य की जिन योजनाओं का शिलान्यास किया गया उनमें 21 हजार 398 पॉलीहाउस निर्माण, उच्च घनत्व वाले सघन सेब बागानों की योजना, राष्ट्रीय राजमार्गों पर 02 लेन एवं ढलान उपचार के 05 कार्य, राज्य में 32 पुलों का निर्माण, एसडीआरएफ के तहत अग्नि सुरक्षा बुनियादी ढांचे और बचाव उपकरणों को मजबूत करना, देहरादून में राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र का अपग्रेडेशन, बलियानाला, जनपद नैनीताल में भूस्खलन की रोकथाम हेतु उपचार, 20 मॉडल डिग्री कॉलेजों में हॉस्टल और कंप्यूटर लैब का निर्माण, सोमेश्वर, अल्मोडा में 100 बिस्तरों वाला उप जिला अस्पताल, चंपावत में 50 बिस्तरों वाले अस्पताल ब्लॉक का निर्माण, रूद्रपुर में वेलो-ड्रोम निर्माण कार्य, स्पोर्ट्स स्टेडियम, हल्द्वानी में एस्ट्रो टर्फ हॉकी मैदान का निर्माण, चार धाम की भांति मानसखंड के मंदिर क्षेत्रों का विकास, मानसखंड मंदिर माला मिशन के अंतर्गत जागेश्वर धाम, हाट कालिका एवं नैना देवी मंदिर में अवस्थापना सुविधाओं का विकास शामिल हैं।
प्रधानमंत्री द्वारा जिन योजनाओं का लोकार्पण किया गया उनमें पीएमजीएसवाई के तहत 76 सड़कें, पीएमजीएसवाई के तहत ग्रामीण क्षेत्रों में 25 पुल, 09 जिलों में 15 ब्लॉक कार्यालय भवन, केन्द्रीय सड़क निधि के अन्तर्गत 03 सड़क सुदृढ़ीकरण कार्य, कौसानी – बागेश्वर रोड, धारी – डोबा – गिरेचिना रोड, नगला – किच्छा एस एच रोड डबल लेन, राष्ट्रीय राजमार्गों को 2 लेन एवं सुदृढ़ीकरण करने का कार्य, एन एच 309 बी-अल्मोड़ा- पेट्सल -पनुआनौला – दन्या एन एच – टनकपुर – चल्थी, प्रदेश में 39 पुल एवं देहरादून में यूएसडीएमए भवन, 38 ग्रामीण पंपिंग पेयजल योजनाएं और 03 ट्यूबवेल आधारित पेयजल योजनाएं, 419 ग्रामीण ग्रेविटी पेयजल योजनाएं, थरकोट, पिथौरागढ़ में कृत्रिम झील, 132 केवी पिथौरागढ़-लोहाघाट-चंपावत ट्रांसमिशन लाइन के कार्य शामिल हैं।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने उत्तराखण्ड की सवा करोड़ देवतुल्य जनता की ओर से दो अन्तरराष्ट्रीय सीमाओं से लगे सीमान्त जनपद पिथौरागढ़ में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का स्वागत एवं अभिनंदन किया। उन्होंने कहा कि जिस प्रकार प्रधानमंत्री जी के नेतृत्व में केदारखंड में मंदिरों तथा पौराणिक स्थलों का विकास हो रहा है। उनकी मानसंखंड की इस यात्रा द्वारा इस क्षेत्र का भी संपूर्ण विकास सुनिश्चित होगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री जी के नेतृत्व में आज भारत पुनः विश्वगुरू बनने की ओर अग्रसर है। आज जहां एक ओर देश में आंतरिक सुरक्षा मजबूत हुई है, वहीं विश्व में भारत का मान-सम्मान बढ़ रहा है। रूस और यूक्रेन के बीच हुए युद्ध के समय भारत द्वारा दिखाई गई कूटनीतिक परिपक्वता हो या जी-20 सम्मेलन के अध्यक्ष के रूप में विश्व के सभी प्रमुख देशों को एक मंच पर लाकर दिल्ली घोषणा पत्र पर सहमति स्थापित करना हो।
मुख्यमंत्री ने कहा कि पिछले 09 वर्षों में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में देश ने हर क्षेत्र में तेजी से प्रगति की। यह स्वर्णिम कालखंड भारत की सांस्कृतिक और आध्यात्मिक चेतना के पुनरुत्थान का कालखंड भी है। आज नया भारत न केवल एक राष्ट्र के रूप में संपन्न और समर्थ बन रहा है, बल्कि विश्व का नेतृत्व करने के लिए भी तैयार हो रहा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री जी का उत्तराखण्ड से विशेष लगाव किसी से छुपा नहीं है। पिछले 09 वर्षों में केन्द्र सरकार द्वारा राज्य के लिए 01 लाख 50 हजार करोड़ रूपये से अधिक की परियोजनाएं स्वीकृत की गई, जिनमें से अनेक योजनाओं पर तेजी से कार्य चल रहा है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री के नेतृत्व और मार्गदर्शन में राज्य सरकार द्वारा उत्तराखण्ड को देश का श्रेष्ठ राज्य बनाने का विकल्प रहित संकल्प के साथ कार्य किये जा रहे हैं।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने इस अवसर पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को नारायण आश्रम की प्रतिकृति, ऐपण स्टॉल और बोधिसत्व विचार श्रृंखला- एक नई सोच, एक नई पहल पुस्तक भेंट की।
इस अवसर पर केंद्रीय राज्य मंत्री अजय भट्ट, कैबिनेट मंत्री उत्तराखण्ड सतपाल महाराज, गणेश जोशी, प्रेमचंद अग्रवाल, सुबोध उनियाल, डॉ. धन सिंह रावत, रेखा आर्या, सौरभ बहुगुणा, सांसद डॉ. रमेश पोखरियाल निशंक, अजय टम्टा, राज्यसभा सांसद नरेश बंसल, कल्पना सैनी, भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष श्री महेन्द्र भट्ट उपस्थित थे।

 

“प्रधानमंत्री के आगमन पर स्थानीय लोगों में दिखा गजब का उत्साह, कैलाश आगमन पर किया जोरदार स्वागत”

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किए आदि कैलाश के विराट दर्शन - Janta Se  Rishta: Hindi News, Chhattisgarh News, Chhattisgarh Samachar, Breaking  News, Hindi Samachar, MP, CG, Sports, India, Education, India ...

“आदि कैलाश यात्रा से प्रधानमंत्री मोदी ने दिया भक्ति और शक्ति का संदेश”

पिथौरागढ़, देश के यशस्वी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी वीरवार 12 अक्टूबर को भारत की आध्यात्मिक भूमि आदि कैलाश पहुंचे। यहां शिव मंदिर में पूजा करते हुए प्रधानमंत्री ने आदि कैलाश के विराट दर्शन किए और देश की सुख, समृद्धि एवं खुशहाली के लिए प्रार्थना की। शिव धाम आदि कैलाश आगमन पर प्रधानमंत्री मोदी का जोरदार स्वागत हुआ। इस दौरान उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी भी मौजूद रहे।
प्रधानमंत्री मोदी अपने निर्धारित कार्यक्रम के तहत 12 अक्टूबर, 2023 को सुबह 8.45 बजे हेलीकॉप्टर से पिथौरागढ़ जनपद में ज्योलिंगकांग हेलीपैड पर उतरे। यहां से दाहिनी ओर करीब डेढ़ किमी की दूरी कार से तय करते हुए हिमालय की चोटी पर स्थित पार्वती सरोवर और शिव मंदिर पहुॅचे। करीब 25 मिनट तक शिव की पूजा और ध्यान किया। आदि कैलाश मंदिर में रं-समुदाय के लामा पुजारियों ने पौराणिक काल से प्रसिद्ध शिव-पार्वती की ‘माटी पूजा’ पूरे विधि विधान के साथ संपन्न की।
इसके बाद पीएम मोदी ने आदि कैलाश पर्वत और पार्वती सरोवर के दर्शन भी किए। आदि कैलाश और पार्वती सरोवर के दर्शन कर प्रधानमंत्री अभीभूत हो उठे। उन्होंने कहा कि आदि कैलाश के दर्शन कर उनका मन प्रसन्न और जीवन धन्य हो गया।
पीएम ने कहा कि उत्तराखंड देव भूमि है। यहां कण-कण में देवी देवताओं का वास है। भगवान आदि कैलाश के दर्शन कर उन्हें परम आनंद की अनुभूति हुई है। उन्होंने कहा कि देवभूमि के मंदिर आस्था ही नही आर्थिकी का भी केंद्र हैं। इन मंदिरों से हजारों लोगों की आर्थिकी प्रत्यक्ष और परोक्ष रूप से जुड़ी है। धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए सभी मंदिरों को एक सर्किट के रूप में विकसित किया जा रहा है। इस दौरान मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री को आदि कैलाश और आसपास के क्षेत्र के बारे जानकारी दी।
प्रधानमंत्री के भ्रमण से चीन सीमा पर तैनात सेना के जवानों के साथ ही सीमा पर बसे गांव कुटी, नाबि, रोंगकांग, गुंजी, नपल्चयू, गर्व्यांग, बूंदी के ग्रामीणों में गजब उत्साह देखने को मिला। आदि कैलाश के दर्शन करने के बाद पीएम मोदी ज्योलिंगकांग हैलीपेड से गुंजी के लिए रवाना हुए।
प्रधानमंत्री मोदी आदि कैलाश की यात्रा करने वाले देश के पहले प्रधानमंत्री भी बन गए है। तीन देशों की अंतरराष्ट्रीय सीमाओं से लगी इस भूमि से प्रधानमंत्री ने पूरे विश्व को अध्यात्म और वैश्विक क्षेत्र में उभरती भारत की शक्ति का संदेश भी दिया। प्रधानमंत्री के भ्रमण से आदि कैलाश क्षेत्र में आध्यात्मिक पर्यटन की संभावनाएं बढ गई है।

पिथौरागढ़ जनपद में आदि कैलाश 14 हजार फुट से अधिक ऊॅचाई पर चीन और नेपाल की सीमा से सटा है और भारत की आध्यात्मिक भूमि है। आदि कैलाश के बारे में मान्यता है कि यह स्थान भगवान शिव के परिवार का निवास स्थान है। आदि कैलाश मार्ग पर मुख्य आकर्षण ओम पर्वत है। इस पर्वत पर ओम की आकृति उभरी हुई है। ओम पर्वत कैलाश यात्रा मार्ग में नावीढांगा में स्थित है। ओम पर्वत को आदि कैलाश का छोटा कैलाश भी कहा जाता है।