हरिद्वार,(कुलभूषण) अखाड़ा परिषद एवं मनसा देवी मंदिर ट्रस्ट के अध्यक्ष श्रीमहंत रविंद्रपुरी महाराज ने कहा कि नवरात्र का पर्व सनातन धर्म संस्कृति और समाज में महिलाओं के गरिमामय स्थान को प्रदर्शित करता है। अश्विन और चैत्र माह में आने वाले नवरात्र मां भगवती की आराधना का श्रेष्ठ समय है। उन्होंने कहा कि नवरात्रों में नौ दिनों तक सात्किक जीवन व्यतीत करते हुए मां भगवती की उपासना, व्रत करने से तन और मन दोनों की शुद्धि होती है और अंतःकरण में ज्ञान का प्रकाश होता है। जिसके प्रभाव से व्यक्ति सद्मार्ग पर अग्रसर होता है। सद्मार्ग ही कल्याण का मार्ग है। उन्होंने कहा कि मां दुर्गा संसार की परम शक्ति है। परम शक्ति की आराधना से समस्त रोग, दोष आदि समस्त व्याधियां दूर होती हैं। जीवन में आने वाली सभी बाधाएं दूर हो जाती हैं। परिवार में खुशहाली आती है और समाज में सद्भाव का वातावरण बनता है। श्रीमहंत रविंद्रपुरी महाराज ने कहा कि जीवन को गति प्रदान करने के लिए शक्ति की आराधना जरूरी है। देवी आदि शक्ति की कृपा प्राप्त करने के लिए नवरात्र में प्रतिदिन दुर्गा सप्तशती का पाठ करें। उन्होंने कहा कि महिलाओं और बालिकाओं के प्रति समाज में अत्याचार बढ़ रहे हैं। ऐसे में नवरात्र साधना करते हुए बालिकाओं के संरक्षण संवर्द्धन और महिलाओं की रक्षा करने का संकल्प भी लें।
ज्वालापुर की प्रसिद्ध चौक बाजार में सीता हरण लीला का हुआ मंचन
हरिद्वार (कुलभूषण) ज्वालापुर की प्रसिद्ध चौक बाजार की रामलीला के रंगमंच पर बुधवार की रात सीता हरण एवं जटायु वध लीला का भव्य मंचन किया गया रंगमच पर दिखाये दृश्य के अनुसार खर दूषण का वध एवं बहन सूर्पनखा की नाक कटने के बाद क्रोधित रावण राम लक्ष्मण से बदला लेने के लिए जंगल में रूप बदलकर साधु के वेश में सीता मईया की कुटिया के पास आता है और उन को आवाज देकर उनसे भिक्षा की मांग करता है जिस पर सीता मईया अपनी कुटिया से बाहर आने में असमर्थता जताती है और साधु के वेश में आये रावण को भिक्षा के लिए मना करती हैं परन्तु हट धर्मी रावण माता सीता को अंततः भिक्षा देने के लिए मना लेता है दृश्य के अनुसार जैसे ही सीता जी अपनी कुटिया की लक्ष्मण रेखा को लांघकर भिक्षा देने के लिए बाहर आती है त्यौ ही रावण साधु का वेश त्याग कर अपने असली रूप में आ जाता है और उनको अपने साथ जबरदस्ती पुष्पक विमान में बैठाकर लंका की ओर उड़ा कर ले जाता है इस बीच माता सीता की करुण आवाज को सुनकर उनकी रक्षा के लिए जटायु रावण को रोकने का भरसक प्रयास करता है परन्तु बलशाली रावण के हाथों मारा जाता है इस मौके पर राम का अभिनय कौशल लक्ष्मण का सर्वेश एवं माता सीता जी का अभिनय अर्चित की ओर से किया गया वही रावण का दमदार अभिनय विभोर कौशिक बेगम पुरिये की ओर से किया गया रंगमंच पर अपनी बेहतरीन संवाद अदायगी और अपने दमदार अभिनय से विभोर कौशिक ने रामलीला में दर्शकों की जमकर तालियां बटोरी हजारों लोगों ने देर रात्रि तक चली रामलीला का आनंद लिया वहीं इससे पूर्व मुख्य अतिथि नगर निगम हरिद्वार की पार्षद श्रीमती बबीता वशिष्ठ तीर्थ पुरोहित पंडित चंद्र मोहन विद्याकुल एवं सुनील मिश्रा ने भगवान राम लक्ष्मण जी की आरती कर मंचन का शुभारंभ किया श्री रामलीला समिति के अध्यक्ष शशिकांत वशिष्ठ महामंत्री शिवम अंगार सोडिया संयोजक सुबोध बंसल ईश्वर चंद जैन चंद्र मोहन विद्याकुल बक्शी चौहान शिवम बंसल लव चौहान शिवम मिश्रा गजेंद्र वर्मा सागर वशिष्ठ सुरेंद्र वर्मा पवन विजय गुप्ता सिद्धांत मिश्रा मनोज चौहान वीरेंद्र कुमार झा सुधीर शर्मा हरि ओम जयवाल प्रदीप जयवाल बब्बू चौहान वासु चौहान कृष्ण कीर्तिपाल शिवांग कौशिक आदि ने अतिथियों का माल्यार्पण एवं स्मृति चिन्ह देकर सम्मान किया
निवेशकों का उत्तराखण्ड़ आने के लिए और निवेश के लिए मन में है आकर्षण : मुख्यमंत्री धामी
+इन्वेस्टर्स समिट से पहले 55 हजार करोड़ के करार
+लंदन, दुबई और आबू धाबी में हजारों करोड़ के करार
+यूएई दौर के बाद दिल्ली पहुंचे सीएम धामी ने मीडिया को दी जानकारी
नई दिल्ली, मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने नई दिल्ली में मीडिया से वार्ता करते हुए कहा कि उत्तराखण्ड ग्लोबल इन्वेस्टर समिट के तहत पहले लंदन, बर्मिंघम, दिल्ली में तथा अभी दुबई और अबू धाबी में विभिन्न निवेशक समूहों के साथ बैठकें हुई। पर्यटन, स्वास्थ्य, शिक्षा, फार्मा, कृषि, एग्रो के क्षेत्र में निवेशकों से काफी करार हुए हैं। निवेशकों का उत्तराखण्ड आने के लिए और निवेश के लिए मन में आकर्षण है।
उन्होंने कहा कि हजारों करोड़ के निवेश पर दुबई और आबू धाबी में करार हुआ है। इसके अलावा काफी प्रस्ताव भी प्राप्त हुए हैं। देश के अन्य शहरों में भी निवेशकों के साथ संवाद और रोड शो किये जायेंगे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार का प्रयास है कि 08-09 दिसम्बर 2023 को देहरादून में प्रस्तावित इन्वेस्टर्स समिट तक अभी तक हुए सभी करारों को धरातल पर उतारने का कार्य हो। उन्होंने कहा कि विभिन्न बैठकों में जो भी सुझाव प्राप्त हो रहे हैं, उन सुझावों पर भी अमल किया जायेगा। जो भी करार हुए हैं और प्रस्ताव आये हैं, राज्य के लिए कौन से उपयोगी हैं और भविष्य में फायदेमंद हो सकते हैं, उनका पूरा आंकलन कर आगे कार्य किये जायेंगे। निवेश के साथ-साथ स्थानीय लोगों को रोजगार उपलब्ध कराने वाले और प्राथमिक सेक्टर को मजबूत बनाने वाले प्रस्तावों एवं करारों को प्राथमिकता के आधार पर प्रोत्साहित किया जायेगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार ने जो भी नीतियां बनाई हैं, निवेशकों, उद्योगों एवं उत्तराखण्ड के लोगों के हितों को ध्यान में रखकर बनाई हैं।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने बताया कि दो दिवसीय यूएई दौरे के दौरान कुल मिलाकर पंद्रह हजार चार सौ पच्चहत्तर करोड़ (15475 करोड) के इन्वेस्टमेंट एमओयू किए गए। जिसके तहत पहले दिन दुबई में 11925 करोड़ एवं दूसरे दिन अबू धाबी में 3550 करोड़ के इन्वेस्टमेंट एमओयू शामिल हैं।
अबतक 54 हजार करोड से अधिक के एमओयू
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के नेतृत्व में अब तक संयुक्त अरब अमीरात, ब्रिटेन एवं दिल्ली में कुल मिलाकर अब तक चौवन हजार पांच सौ पचास करोड़ (54550 करोड) के इन्वेस्टमेंट एमओयू साइन किए जा चुके हैं। जिसमें यूएई में 15475 करोड, ब्रिटेन में 12500 करोड़ एवं ब्रिटेन में 12 हज़ार 500 करोड़ एवं दिल्ली में आयोजित दो अलग-अलग कार्यक्रमों में 26,575 करोड़ के एमओयू (4 सितंबर को 7600 करोड़ एवं 4 अक्टूबर को दिल्ली रोड शो के दौरान 18975 हजार करोड़ रूपये ) किये जा चुके हैं।
बीकेटीसी अध्यक्ष ने भगवान वेंकटेश्वर तिरूपति बालाजी जी के दर्शन किये
तिरूपति, श्री बदरीनाथ- केदारनाथ मंदिर समिति ( बीकेटीसी) अध्यक्ष अजेंद्र अजय ने गुरुवार को तिरूपति( आंध्रप्रदेश) पहुंच कर भगवान वेंकटेश्वर तिरूपति बालाजी के दर्शन किये, इससे पूर्व उन्होंने देवी पद्मावती मंदिर (माता लक्ष्मी जी मंदिर) में पूजा अर्चना की। इस दौरान उन्होंने तिरूपति मंदिर की पूजा, भोग,दर्शन, भंडारा,प्रसाद आदि व्यवस्थाओं का भी अवलोकन किया। उनके साथ बीकेटीसी उपाध्यक्ष किशोर पंवार भी तिरूमाला तिरूपति पहुंचे, तथा मां पद्मावती तथा भगवान तिरमाला तिरूपति बालाजी के दर्शन किये।
इस दौरान बीकेटीसी अध्यक्ष अजेंद्र अजय ने तिरूमला तिरूपति देवस्थानम् पदाधिकारियों तथा सेवादारों से मंदिर व्यवस्थाओं के बावत चर्चा की। तथा देवस्थानम पदाधिकारियों को बताया कि किस तरह प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के मार्गदर्शन तथा उत्तराखंड प्रदेश के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के नेतृत्व में देवभूमि उत्तराखण्ड के देव धामों का कायाकल्प किया जा रहा है। श्री केदारनाथ धाम में पुनर्निर्माण कार्य अंतिम चरण में चल रहा है तथा बदरीनाथ धाम में मास्टर प्लान का भी कार्य गतिमान है।
बीकेटीसी उपाध्यक्ष किशोर पंवार ने बताया कि इस दौरान तिरूपति देवस्थानम पदाधिकारियों को बदरी- केदार आने का भी आमंत्रण दिया गया। इस दौरान श्रीबदरीनाथ- केदारनाथ मंदिर समिति के पूर्व सदस्य प्रवर शर्मा भी मौजूद रहे।
टिहरी- देवप्रयाग क्षेत्र में ट्रक हुआ दुर्घटनाग्रस्त, एसडीआरएफ ने किया शव बरामद
टिहरी, टिहरी- देवप्रयाग क्षेत्र में एक ट्रक दुर्घटना का शिकार हो गया, ट्रक अनियंत्रित होकर सड़क से लगभग 100 मीटर नीचे गहरी खाई में जा गिरा, जिससे मौके पर ही ट्रक चालक की घटनास्थल पर मृत्यु हो गई। जिला नियन्त्रण कक्ष, टिहरी गढ़वाल द्वारा SDRF को घटना की सूचना दी गई, उक्त सूचना मिलते ही पोस्ट ब्यासी से HC जितेंद्र सिंह नेगी रेस्क्यू टीम के साथ तत्काल घटनास्थल के लिए रवाना हुए।
घटनास्थल पर एक ट्रक (GJ 27 TD -4402) अनियंत्रित होने से लगभग 100 मीटर गहरी खाई में दुर्घटनाग्रस्त हुआ था जिसमें केवल चालक ही सवार था जिसकी घटनास्थल पर ही मृत्यु हो गयी थी। SDRF टीम द्वारा मौके पर पहुँचकर खाई में उतरकर शव तक पहुँच बनाई व कड़ी मशक्कत करते हुए रोप स्ट्रैचर व बॉडी बैग के माध्यम से मुख्य मार्ग तक पहुँचाकर जिला पुलिस के सुपर्द किया गया।
मृतक का विवरण:- प्रमोद पुत्र रामस्वरूप, निवासी- भरतपुर, उत्तर प्रदेश।
हिमाचल प्रदेश के दो दिवसीय दौरे पर कैबिनेट मंत्री डॉ. धन सिंह रावत
देहरादून, कैबिनेट मंत्री डॉ. धन सिंह रावत हिमाचल प्रदेश के दो दिवसीय भ्रमण पर हैं। अपने दो दिवसीय भ्रमण के दौरान डॉ. रावत आज करसोग तहसील के कलाशन पहुंचे। जहां उन्होंने उत्तराखंड में एप्पल फार्मिंग को बढ़ावा देने के दृष्टिगत वहां के सेब बागानों का निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने सेब काश्तकारों से भी मुलाकात की। डॉ. रावत अपने भ्रमण के दौरान शिमला में प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना के संबंध में आयोजित कार्यशाला में भी प्रतिभाग करेंगे। इससे पहले हिमाचल प्रदेश पहुंचने पर डॉ. रावत का वहां के पूर्व मुख्यमंत्री व नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर सहित भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश पदाधिकारियों एवं कार्यकर्ताओं ने उनका भव्य स्वागत किया।
संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) प्रवास से लौटने के उपंरात सूबे के कैबिनेट मंत्री डॉ. धन सिंह रावत दिल्ली से सीधे हिमाचल प्रदेश के दो दिवसीय दौरे पर निकले हैं। मीडिया को जारी बयान में डॉ. रावत ने बताया कि वह गुरूवार 19 अक्टूबर एवं शुक्रवार 20 अक्टूबर को देवभूमि हिमाचल में आयोजित विभिन्न कार्यक्रमों में प्रतिभाग करेंगे। डॉ. रावत ने बताया कि वह शुक्रवार को शिमला में प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना के संबंध में आयोजित विशेष कार्यशाला में प्रतिभाग करेंगे। इस अवसर पर वह लाभार्थियों को पीएम विश्वकर्मा योजना से होने वाला फायदों से अवगत करायेंगे। उन्होंने बताया कि पीएम विश्वकर्मा योजना भारत सरकार की एक महत्वकांक्षी योजना है। जिसकी घोषण प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने विश्वकर्मा जयंती की। इस योजना का उद्देश्य देश के करोड़ों कारीगरों को मुख्यधारा से जोड़ना है। इसके तहत 18 पारंपरिक पेशों से जुड़े कारीगरों का चयन किया जायेगा और उन्हें पांच से सात दिन का प्रशिक्षण दिया जाएगा। प्रशिक्षण के दौरान पांच सौ रुपये प्रतिदिन भत्ता, प्रशिक्षण के बाद टूलकिट की खरीद के लिए पंद्रह हजार रुपये और पांच प्रतिशत की ब्याज दर पर दो किश्तों में तीन लाख रुपये का गारंटी मुक्त ऋण दिया जाएगा। इससे पहले गुरूवार (आज) को शिमला पहुंचने पर डॉ. रावत का हिमाचल प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री व नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर सहित भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश पदाधिकारियों एवं कार्यकर्ताओं ने जोरदार स्वागत किया। शिमला पहुंचने के उपरांत डॉ. रावत हिमालच प्रदेश के कलाशन पहुंचे। जहां उन्होंने कलाशन सेब बागान का भ्रमण किया और सेब की खेती से संबंधित विभिन्न पहलुओं पर चर्चा की। इस दौरान उन्होंने सेब काश्तकारों से भी मुलाकात की और सेब उत्पादन को लेकर उनके अनुभवों को जाना। डॉ. रावत ने कहा कि उत्तराखंड सरकार राज्य में एप्पल फार्मिंग को बढ़ावा दे रही है और सहकारिता के माध्यम से प्रदेश के पर्वतीय जनपदों उत्तरकाशी, चमोली, अल्मोड़ा, पिथौरागढ़ सहित अन्य पर्वतीय क्षेत्रों में किसानों एवं काश्ताकरों को सेब की खेती का प्रशिक्षण दे रही है। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड में सेब उत्पादन की असीम सम्भावनाएं हैं और राज्य सरकार प्रदेश के युवाओं को औद्यानिकी की ओर आकर्षित कर स्वरोजगार को बढ़ावा दे रही है।
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केंद्रीय कर्मचारियों के लिए खुशखबरी, दिवाली पर मिलेगा एक महीने की सैलरी के बराबर बोनस
नई दिल्ली । केंद्रीय कर्मचारियों के लिए अच्छी खबर है। सरकारी कर्मचारियों को दिवाली से पहले केन्द्र सरकार की ओर से बड़ी सौगात मिलने जा रही है। वित्त मंत्रालय ने केंद्र सरकार के कर्मियों को दीपावली के मौके पर नॉन-प्रोडक्टिविटी लिंक्ड बोनस (एडहॉक बोनस) देने की घोषणा की है। इसके तहत सभी पात्र कर्मियों को 30 दिन के वेतन जितनी राशि मिलेगी।
केंद्र सरकार के ग्रुप बी और ग्रुप सी के अंतर्गत आने वाले वे अराजपत्रित कर्मचारी, जो किसी प्रोडक्टिविटी लिंक्ड बोनस स्कीम के तहत नहीं आते हैं, उन्हें भी यह बोनस दिया जाएगा। एडहॉक बोनस का फायदा केंद्रीय अर्धसैनिक बलों के सभी योग्य कर्मियों को भी मिलेगा।
वित्त मंत्रालय द्वारा जारी आदेश के अनुसार, एडहॉक बोनस के तहत जो रकम दी जाती है, उसका निर्धारण करने के लिए एक नियम बनाया गया है। कर्मियों का औसत वेतन, गणना की उच्चतम सीमा के अनुसार, जो भी कम हो, उसके आधार पर बोनस जोड़ा जाता है। यदि किसी कर्मी को सात हजार रुपये मिल रहे हैं, तो उसका 30 दिनों का मासिक बोनस लगभग 6907 रुपये रहेगा।
इस तरह के बोनस का फायदा, केंद्र सरकार के उन कर्मचारियों को ही मिलेगा, जो 31 मार्च 2023 को सेवा में रहे हैं। उन्होंने साल 2022-23 के दौरान कम से कम छह महीने तक लगातार ड्यूटी दी है। वित्त मंत्रालय के आदेश में कहा गया है, जो कर्मचारी अस्थायी तौर से एडहॉक बेस पर नियुक्त हुए हैं, उन्हें भी ये बोनस मिलेगा, बशर्ते उनकी सेवा के बीच कोई ब्रेक न रहा हो।
ऐसे कर्मचारी जो, 31 मार्च 2023 को या उससे पहले सेवा से बाहर हो गए, उन्होंने त्यागपत्र दे दिया हो या सेवानिवृत हुए हों, उसे स्पेशल केस माना जाएगा। इसके तहत वे कर्मी, जो अमान्य तरीके से मेडिकल आधार पर 31 मार्च से पहले रिटायर हो गए या दिवंगत हो गए हैं, लेकिन उन्होंने वित्तीय वर्ष में छह माह तक नियमित ड्यूटी की है तो उसे एडहॉक बोनस के योग्य माना जाएगा। इसके लिए संबंधित कर्मचारी की नियमित सेवा की निकटवर्ती संख्या को आधार बनाकर ‘प्रो राटा बेसिस’ पर बोनस तय होगा।
वे कर्मचारी, जो प्रतिनियुक्ति, विदेश सेवा, केंद्र शासित प्रदेश या किसी पीएसयू में 31 मार्च 2023 को कार्यरत हैं तो उन्हें लेंडिंग डिपार्टमेंट यानी उधार देने वाला विभाग, यह बोनस नहीं देगा। ऐसे केस में उधार लेने वाले संगठन की जिम्मेदारी बनती है कि वह एडहॉक बोनस, पीएलबी, एक्सग्रेसिया और इंसेंटिव स्कीम आदि प्रदान करे, बशर्तें वहां ऐसे प्रावधान चलन में हों।
यदि कोई कर्मचारी ‘सी’ या इससे ऊपर के ग्रेड में है और उसे वित्तीय वर्ष के दौरान बीच में ही विदेश सेवा से वापस बुला लिया जाता है, तो इस बाबत एडहॉक बोनस का नियम बनाया गया है। इसके तहत वित्तीय वर्ष में विदेशी विभाग से यदि उस कर्मी के मूल विभाग को बोनस और एक्सग्रेसिया राशि मिली है, तो संबंधित कर्मी को वह राशि दे दी जाएगी। रिवर्ट होने के बाद भी यदि कर्मी का केंद्र सरकार की तरफ बोनस बकाया है ऐसी स्थिति में केंद्र सरकार उसके एडहॉक बोनस पर प्रतिबंध लगा सकती है।
छात्र-छात्राओं को मुख्यमंत्री धामी का तोहफा, भोजन भत्ते में की गई दोगुनी बढ़ोत्तरी
देहरादून। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने प्रदेश के आवासीय छात्रावासों में रहने वाले छात्र-छात्राओं को बड़ा तोहफा दिया है। मुख्यमंत्री धामी के निर्देशों पर इन आवासीय छात्रावासों में रहने वाले छात्र-छात्राओं के भोजन भत्ते में दोगुनी बढ़ोत्तरी की गई है। भोजन भत्ते में हुई यह अब तक की सर्वाधिक बढ़ोत्तरी भी है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी का बच्चों से विशेष लगाव है। अक्सर वे जब भी किसी विद्यालय या आवासीय विद्यालय परिसर में जाते हैं तो बच्चों के साथ हल्के फुल्के पल बिताते हुए नजर आ जाते हैं। अभी हाल ही में मुख्यमंत्री धामी ने अपना जन्मदिन भी विशेष तौर से बनियावाला में स्थित आवासीय छात्रावास में बच्चों के बीच जाकर मनाया था। मुख्यमंत्री ने राज्य के शिक्षा विभाग के अधिकारियों को भी निर्देश दिए हुए हैं कि इन आवासीय विद्यालयों में अध्ययनरत बच्चों का विशेष ख्याल रखा जाए। अब मुख्यमंत्री ने राज्य के कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका छात्रावास, नेताजी सुभाष चंद्र बोस छात्रावास एवं राजीव गांधी नवोदय विधायक में अध्ययनरत तमाम छात्र-छात्राओं को तोहफा देने का काम किया है। मुख्यमंत्री के निर्देशों पर इन आवासीय विद्यालयों में पढ़ रहे बच्चों के दैनिक भोजन भत्तों में ऐतिहासिक दोगुना दर से वृद्धि की गई है। दैनिक भोजन के लिए छात्रों हेतु 150 रुपये प्रतिदिन की धनराशि को मंजूरी प्रदान की गई है।
शिक्षा सचिव रविनाथ रमन की ओर से आज इस बाबत आदेश जारी कर दिए गए हैं। महानिदेशक विद्यालयी शिक्षा बंशीधर तिवारी ने अवगत कराया है कि यह वृद्धि कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका छात्रावास, नेताजी सुभाष चन्द्र बोस छात्रावास एवं राजीव गांधी नवोदय विद्यालय के छात्रावासों में पंजीकृत विद्यार्थियों हेतु भोजन भत्ता मद में की गई है। इस संबंध में समस्त जनपदों के अधिकारियों को पत्र जारी कर दिए गए हैं।
सीएम धामी ने की अबू धाबी में निर्माणाधीन बीपीएस हिन्दू मन्दिर में ईंट रखकर कारसेवा
देहरादून। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने यूएई दौरे के दौरान बुधवार को अबू धाबी में निर्माणाधीन बीपीएस हिन्दू मन्दिर में ईंट रखकर कारसेवा की। मुख्यमंत्री ने कहा कि अबू धाबी में यह अदभुत हिन्दू मन्दिर बन रहा है। यहां पर हिन्दू धर्म को स्थापित करने और मंदिर का निर्माण का जो कार्य चल रहा है, यह हम सबके लिए गौरव के क्षण हैं। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी की प्रेरणा से इस मंदिर का कार्य हो रहा है। उनके नेतृत्व में भारत को विश्व के अन्दर मान-सम्मान और अलग पहचान मिल रही है।
मुख्यमंत्री ने इस भव्य हिन्दू मन्दिर के निर्माण के लिए लगे सभी संयोजनकर्ताओं और निर्माणकर्ताओं का भी आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि यह हिन्दू मन्दिर सांस्कृतिक विरासत, मूल्यों, सद्भाव और हिन्दू परंपराओं को बढ़ावा देने का कार्य भी करेगा।
इस अवसर पर कैबिनेट मंत्री डॉ. धन सिंह रावत भी उपस्थित थे।
विद्यालयों में अब हर महीने नहीं देनी होगी मासिक परीक्षा, ये निर्देश हुए जारी
देहरादून, प्रदेश में सरकारी विद्यालयों में कक्षा तीन से 12वीं तक के छात्र-छात्राओं की अब हर महीने मासिक परीक्षा के स्थान पर साल में चार परीक्षाएं होंगी। दो परीक्षाएं अर्द्धवार्षिक परीक्षा से पहले और दो इसके बाद होंगी। शिक्षा निदेशक सीमा जौनसारी ने इस संबंध में सभी मुख्य शिक्षा अधिकारियों को निर्देश जारी किया है। शिक्षा निदेशक ने परीक्षा कार्यक्रम जारी करते हुए कहा, कक्षा तीन से पांचवीं तक के छात्रों की पहली परीक्षा मई माह में मासिक परीक्षा के स्थान पर पहली इकाई परीक्षा होगी। इसके बाद अगस्त में दूसरी इकाई परीक्षा होगी।
अक्तूबर में अर्द्धवार्षिक परीक्षा के बाद नवंबर व दिसंबर में तीसरी और चौथी परीक्षा होगी। इसी तरह कक्षा छह से 10वीं तक के छात्र-छात्राओं की अक्तूबर में अर्द्धवार्षिक परीक्षा से पहले मई व अगस्त में परीक्षा होगी, जबकि दो अन्य परीक्षाएं नवंबर व दिसंबर में होगी। वहीं, कक्षा 11वीं एवं 12 वीं के छात्रों की पहली परीक्षा जुलाई एवं दूसरी परीक्षा अगस्त में होगी। अक्तूबर में अर्द्धवार्षिक परीक्षा के बाद तीसरी परीक्षा नवंबर व चौथी दिसंबर में होगी। निर्देश में अधिकारियों को कहा गया कि मासिक, अर्द्धवार्षिक व वार्षिक परीक्षाएं तय समय में कराई जाएं।