उत्तरकाशी, जनपद सिलक्यारा टनल के अंदर दो दिन से फंसे मजदूरों को सुरक्षित निकालने के लिये सरकार हर तरह की जद्दोजहद कर रही है, इसके लिए ऑगर मशीन की सहायता से बड़े व्यास के एमएस पाईप डालने की तैयारी अंतिम दौर में है, कुछ ही देर में अवरुद्ध हिस्से में पाईप डालने की कार्रवाई शुरू हो जाएगी। घटना स्थल पर जरूरी साजो सामान के साथ विशेषज्ञ व इंजीनीयर्स मौजूद। राज्य सरकार ने गाज़ियाबाद से भी पाइप मंगाकर रेस्क्यू स्थल पर भेजे हैं।
वहीं शासन के द्वारा सिलक्यारा सुरंग में हुए भूस्खलन के अध्ययन एवं कारणों की जांच के लिए निदेशक उत्तराखंड भूस्खलन न्यूनीकरण एवं प्रबंधन केंद्र की अध्यक्षता में गठित समिति में शामिल विशेषज्ञों ने स्थल का निरीक्षण कर जांच की कार्रवाई शुरू कर दी है।
जांच समिति में शामिल विशेषज्ञों का यह दल बीते दिन ही घटनास्थल पर पहुँच गया था। दल के द्वारा सुरंग एवं इसके ऊपर की पहाड़ी का सर्वेक्षण किया जा रहा है।
विशेषज्ञों के इस दल यूएसडीएमए देहरादून के निदेशक डॉ. शांतनु सरकार, वाडिया इंस्टिट्यूट ऑफ हिमालय जियोलॉजी के वैज्ञानिक डॉ. खइंग शिंग ल्युरई, जीएसआई के वैज्ञानिक सुनील कुमार यादव, वरिष्ठ वैज्ञानिक सीबीआरआई रुड़की कौशिल पंडित, उपनिदेशक भूतत्व एवं खनिजकर्म विभाग जी.डी प्रसाद और भूवैज्ञानिक यूएसडीएमए देहरादून तनड्रिला सरकार शामिल हैं, एसडीआरएफ के कमान्डेंंट मणिकांत मिश्रा ने श्रमिकों से बात कर सुरक्षित रेस्क्यू का दिया आश्वसन, रसद व आवश्यक दवाईयां भी पहुंचाई गई | वहीं टनल में फंसे श्रमिकों से कमान्डेंट SDRF द्वारा अभी अभी वॉकी-टॉकी के माध्यम से बात कर उनकी कुशलता ली गयी है।
श्रमिकों द्वारा बताया गया कि वे सब ठीक है और शीघ्र ही रेस्क्यू किये जाने हेतु आशाप्रद है। कमान्डेंट SDRF द्वारा उनका होंसला बढाते हुए धैर्य और हिम्मत बनाये रखने हेतु प्रेरित किया गया व उन्हें शीघ्र ही सुरक्षित रेस्क्यू किये जाने का भरोसा दिलाया गया। साथ ही कम्प्रेसर के माध्यम से आज उन्हें आवश्यक खाद्य सामग्री( चना, बादाम, बिस्कुट, ओ०आर०एस, ग्लूकोस इत्यादि) व कुछ दवाइयां (सरदर्द, बुखार) भी पहुंचाई गई।
टनल में फंसे श्रमिकों को सुरक्षित बाहर निकालने हेतु राहत एवं बचाव अभियान गतिमान है। कमान्डेंट SDRF स्वयं मौके पर राहत एवं बचाव कार्यों का नेतृव कर रहे हैं
मजदूरों को सुरक्षित निकालने की जद्दोजहद जारी, साईट पर ऑगर मशीन की स्थापना का कार्य प्रगति पर, अभी भी चल रहा रेस्क्यू
पी एम श्री केन्द्रीय विद्यालय बीरपुर में धूमधाम मनाया गया बाल दिवस
पी एम श्री केन्द्रीय विद्यालय बीरपुर में आज बड़े हर्षोल्लास के साथ बाल दिवस मनाया गया, कार्यक्रम की शुरुआत प्राचार्या बसंती खम्पा द्वारा देश के प्रथम प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू को पुष्पांजली अर्पित कर की गई l इसके बाद विद्यालय में खेलकूद एवं रंगारंग कार्यक्रम शुरु हुए कार्यक्रम का प्रारम्भ बाल वाटिका के नन्हें मुन्हे बच्चों के लिये चम्मच रेस , बेलेंसिंग रेस ,म्यूजिकल चेयर एवं बैलून ब्लास्टिंग रेस आदि प्रतियोगिता से हुआ !
प्राथमिक विभाग के बच्चों ने फैन्सी ड्रेस प्रतियोगिता में भाग लिया जिसमें छोटे-छोटे बच्चों ने बड़े उत्साहपूर्वक प्रतिभाग करते हुए चन्द्रयान से लेकर देश के महापुरुषों के साथ-साथ अपनी गढ़वाली, कुमाऊँनी, नेपाली संस्कृति की छटा बिखेरी ।
इसके बाद माध्यमिक विभाग के रंगारंग कार्यक्रम प्रारम्भ हुए जिनमें गायन प्रतियोगिता, नृत्य प्रतियोगिता आदि का आयोजन हुआ इस दौरान पूरे विद्यालय के बच्चों में हर्ष का माहौल बना रहा। दिनभर चले बालदिवस कार्यक्रम में लगभग 150 बच्चों ने विभिन्न गतिविधियों में भाग लिया ,फैंसी ड्रेस में और नृत्य प्रतियोगिता में क्रमश विजेता हिमानी, श्रुति,यशिका,भव्यता, अग्न्या एवं जियाना को पुरष्कृत किया गया, कार्यक्रम का समापन्न पूरे विद्यालय द्वारा गीतों पर थिरकते हुए मिष्ठान वितरण के साथ किया गया !
इस अवसर पर विद्यालय की प्राचार्या बसंती खम्पा, मुख्य अध्यापिका आरती उनियाल, सीमा श्रीवास्तव, राना कादिर , प्रमोद थपलियाल , डी. एम. लखेड़ा, उर्मिला बामरु , अन्नू थपलियाल , अनुज कुमार , वन्दना धस्माना आदि शिक्षक उपस्थित रहे।
पटाखे फोड़ने पर दो पक्षों के बीच खूनी संघर्ष, कई लोग घायल
विकासनगर(आरएनएस)। सहसपुर थाना क्षेत्र के अंतर्गत फतेपुर हरबर्टपुर में पुरानी रंजिश को लेकर कुछ लोगों ने एक घर की खिड़कियों पर पटाखे फोड़े। पटाखों की आवाज से घर के अंदर सो रहे लोग दहशत में आ गए। जिसके बाद परिजन अपने परिचितों को बुलाकर घर से बाहर निकले। तभी दूसरे पक्ष के लोग भी लाठी-डंडे हाथ में लेकर मौके पहुंचे और दोनों पक्षों में जमकर लाठी डंडे चले। जिसमें दोनों पक्षों के आधा दर्जन लोग घायल हो गए। यही नहीं पटाखों से पीड़ित पक्ष जब उप जिला चिकित्सालय विकासनगर उपचार कराने पहुंचे तो पटाखे फोड़ने वाले पक्ष के लोगों ने अस्पताल पहुंचकर उनकी पिटाई कर अस्पताल में तोड़फोड कर दी। दोनों पक्षों ने एक दूसरे के खिलाफ धर्मावाला पुलिस चौकी में तहरीर दी है। रविवार को सहसपुर थाने के धर्मावाला चौकी क्षेत्र में फतेपुर गांव में एक पक्ष के लोग दीपावली मनाकर अपने बच्चों के साथ सो गये। तभी दूसरे पक्ष के कुछ युवा पुरानी रंजिश को लेकर परिवार की खिड़की पर पटाखे रखकर फोड़ने लगे। पटाखों की आवाज सुनकर घर में सो रहे लोगों की नींद ही नहीं टूटी बल्कि खिड़की पर हो रहे धमाकों से उनमें दहशत पैदा हो गई। पीड़ित परिवार ने अपने आसपास के पडोसिंयों, परिजनों व परिचितों को मौके पर बुला लिया। करीब सात आठ लोग परिवार के पक्ष में बाहर निकल गये। तभी पटाखे फोड़ने वाले सात-आठ लोग भी लाठी डंडों व लोहे की रोड़ लेकर मौके पर आ धमके। जिसके बाद दोनों पक्षों के बीच पहले नोंकझोंक और बाद में जमकर लाठी-डंडे, लात-घूंसे चले। जिसमें दोनों पक्षों के आधा दर्जन से अधिक लोग घायल हो गये। स्थानीय लोगों की सूचना पर मौके पर पहुंची चीता पुलिस और लोगों ने किसी तरह से मामले को शांत कराया। जिसके बाद प्रथम पक्ष के लोग उपजिला चिकित्सालय घायलों का उपचार कराने व मेडिकल बनाने पहुंचे। तभी पटाखा फोड़ने वाले दूसरे पक्ष के लोग भी अस्पताल में पहुंच गये। जहां उन्होंने प्रथम पक्ष के लोगों की पिटाई करने के साथ ही अस्पताल में तोड़फोड़ की। सूचना मिलने पर विकासनगर चौकी पुलिस ने मौके पर पहुंचकर दोनों पक्षों को शांत किया। सोमवार को प्रथम पक्ष के लोग विकासनगर पुलिस चौकी व दूसरा पक्ष धर्मावाला चौकी मुकदमा दर्ज कराने पहुंचा। विकासनगर पुलिस की सलाह पर दोनों पक्षों के लोगों को धर्मावाला चौकी क्षेत्र का मामला बताकर वहां भेज दिया। दोनों पक्षों के लोगों ने एक दूसरे के खिलाफ पुलिस को तहरीर दी है। धर्मावाला चौकी के इंचार्ज भारत सिंह रावत का कहना है कि मामले की जांच की जा रही है। कहा कि जांच के बाद आवश्यक कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
निर्माणाधीन सिलक्यारा सुरंग में फंसे मजदूरों की सूची
देहरादून(आरएनएस)। यमुनोत्री हाईवे पर निर्माणाधीन सिलक्यारा सुरंग में भूस्खलन से 40 मजदूर पिछले 34 घंटे से फंसे हुए हैं जिन्हें बचाने के लिए रेस्क्यू ऑपरेशन सोमवार को दूसरे दिन भी जारी है। सुखद खबर है कि मजदूरों से वॉकी-टॉकी पर बात हुई है जिसमें उन्होंने बताया कि वे सभी सुरक्षित हैं। सिलक्यारा सुरंग में भूस्खलन के चलते फंसे सर्वाधिक मजदूर झारखंड व उत्तर प्रदेश राज्य के हैं। इनमें उत्तराखंड के पौड़ी व पिथौरागढ़ के 2 व बिहार के 4, पश्चिम बंगाल के 3, असम के 2, झारखंड के 15, उत्तरप्रदेश के 8, हिमाचल का एक व ओडिशा के पांच शामिल हैं।
फंसने वाले मजदूरों की सूची
1. गब्बर सिंह नेगी पुत्र उदय सिंह निवासी ग्राम बिशनपुर कुंभीचौड़ कोटद्वार।
2. पुष्कर पुत्र नमालूम निवासी पिथौरागढ़
3. सोनू शाह पुत्र स्वालिया शाह निवासी ग्राम साहनी बिहार।
4. वीरेंद्र किसकू पुत्र मुन्नी लाल निवासी तेतरिया कटोरिया बिहार।
5. सुशील कुमार पुत्र राजदेव विश्वकर्मा निवासी ग्राम चंदनपुर बिहार।
6. सबाह अहमद पुत्र मिसबाह अहमद ननासी ग्राम पेउर भोजपुर बिहार।
7. जयदेव परमानिक पुत्र तापश परमानिक निवासी निमडांगी हुगली पश्चिम बंगाल।
8. मानिर तालुकदार पुत्र केतालुकदार निवासी पश्चिम बंगाल।
9. सेविक पखेरा पुत्र असिंध पखेरा निवासी हरीनाखली पश्चिम बंगाल।
10. संजय पुत्र वीरेन निवासी कोकराझार असम।
11. राम प्रसाद पुत्र रूपेन नरजरी कोकराझार असम।
12. विश्वजीत कुमार पुत्र हेमलाल महतो ग्राम सिमराधाब झारखंड।
13. सुबोध कुमार पुत्र बुधन कुमार ग्राम सिमराधाब झारखंड।
14. अनिल बेदिया पुत्र चकरू बेदिया निवासी खिराबेरा रांची झारखंड।
15. श्राजेंद्र बेदिया पुत्र श्रवण बेदिया निवासी खिराबेरा रांची झारखंड।
16. सुकराम पुत्र वढन बेदिया निवासी खिराबेरा रांची झारखंड।
17. टिंकू सरदार पुत्र बोनू सरदार निवासी दुमरिया झारखंड।
18. गुनोधर पुत्र रिसपाल निवासी बाराबोतला झारखंड।
19. रणजीत पुत्र रिसपाल निवासी बाराबोतला झारखंड।
20. रविंद्र पुत्र धनंजलय नायक निवासी दुमरिया झारखंड।
21. समीर पुत्र संतोष निवासी दुमरिया झारखंड।
22. महादेव पुत्र घासी राम नायक निवासी सिंहभूम झारखंड।
23. भुक्तू मुर्मु पुत्र बसेत मुर्मु बांकीसोल झारखंड।
24. चमरा उरांव पुत्र भगतु उरांव ग्राम लरता कुर्रा झारखंड।
25. विजय होरो पुत्र अर्जुन होरो ग्राम गुमड लरता झारखंड।
26. गणपति पुत्र खिदुवा ग्राम मदुगामा कुर्रा झारखंड।
27. संजय पुत्र बीरेन निवासी कोकराझार झारखंड।
28. विशाल पुत्र नामालूम निवासी मंडी हिमाचल प्रदेश।
29. धीरेन पुत्र नामालूम निवासी बडाकुदर ओडिशा।
30. विशेषर नायक पुत्र महेश्वर नायक निवासी मयूरभंज ओडिशा।
31. भगवन बत्रा पुत्र मंतू बत्रा ग्राम नवरंगपुर ओडिशा।
32. तपन मंडल पुत्र मंतू लाल निवासी सनकरसनापुर ओडिशा।
33. राजू नायक पुत्र नामालूम निवासी मयूरभंज ओडिशा।
34. अखिलेश कुमार पुत्र रमेश कुमार निवासी कोलाना मिर्जापुर उत्तरप्रदेश।
35. अंकित पुत्र नामालूम निवासी ग्राम मोतीपुर उत्तरप्रदेश।
36. राम मिलन पुत्र सुख सागर निवासी मोतीपुर उत्तरप्रदेश।
37. सत्यदेव पुत्र रामसागर निवासी मोतीपुर उत्तरप्रदेश।
38. संतोष पुत्र विशेश्वर निवासी मोतीपुर उत्तरप्रदेश।
39. जय प्रकाश पुत्र गनू निवासी मोतीपुर उत्तरप्रदेश।
40. राम सुंदर पुत्र मनीराम मोतीपुर उत्तरप्रदेश।
पूज्य मोरारी बापू ने ज्ञान और शांति के संदेश के साथ दिवाली की दी शुभकामनाएं
पूज्य मोरारी बापू ने दिवाली एवं नए साल का प्रेरणादायक संदेश दिया
नई दिल्ली। विश्व प्रसिद्ध आध्यात्मिक गुरु और रामचरितमानस के व्याख्याता पूज्य मोरारी बापू ने हर्षोल्लास की भावना से त्यौहार मनाने के संदेश के साथ देशवासियों को शुभकामनाएं दी हैं।
मोरारी बापू ने दिवाली और नए साल के शुभ अवसर पर लोगों को प्रकाश का मार्ग अपनाने के लिए प्रेरित करते हुए हार्दिक शुभकामनाएं दीं। ऋग्वेद का हवाला देते हुए पूज्य बापू ने जीवन में प्रकाश के महत्व पर जोर देते हुए ज्ञान के गहन शब्दों को साझा किया।
मोरारी बापू ने कहा कि, “ऋग्वेद की शुरुआत ‘अग्निमीले पुरोहितम्’ श्लोक से होती है, जो अग्नि का आह्वान है, जो अग्नि को प्रकाश के वाहक के रूप में दर्शाता है। हमारे ऋषि मुनियों की शिक्षाएं प्रकाश में रहने पर जोर देती हैं। जैसा कि उपनिषद मंत्र ‘तमसो मा ज्योतिर्गमय’ में प्रतिध्वनित होता है, जो हमें अहंकार, बुराइयों और अज्ञानता से दूर रहते हुए प्रकाश की ओर जाने का आग्रह करता है।”
मोरारी बापू ने कहा कि दिवाली का त्योहार चंद्रविहीन रात्रि, अमावस्या पर आता है और अंधेरे पर प्रकाश की विजय का प्रतीक है। उन्होंने सभी को भौतिक लाभ, धन या पद के बजाय आत्म-ज्ञान प्राप्त करने के लिए प्रोत्साहित किया।
उन्होंने भगवान हनुमान के चरणों में प्रार्थना करते हुए प्रत्येक व्यक्ति के जीवन में उत्साह और खुशी की हार्दिक कामना की।
वैश्विक कल्याण के लिए चिंता व्यक्त करते हुए पूज्य बापू ने निर्दोष लोगों के दुख और उनके जीवन की क्षति के मद्देनज़र सभी युद्धों के अंत के लिए प्रार्थना की।
उन्होंने आगे कहा कि, “भारत ऋषि-मुनियों, राम, कृष्ण और भगवान बुद्ध की भूमि है। आइए, हमारे महान देश ‘वसुधैवकुटुंबकम’ की भावना को अपनाए और खुशी, अखंडता और पवित्रता के मूल्यों का प्रसार करे और दुनिया में सद्भाव और शांति को प्रोत्साहन दें।”
नवजात का शव कूड़े के ढेर में मिलने से फैली सनसनी, जांच में जुटी पुलिस
हरिद्वार, सिडकुल थाना क्षेत्र में एक महीने की नवजात का शव कूड़े के ढेर में मिलने से सनसनी फैल गई। पुलिस ने शव को जिला अस्पताल की मोर्चरी में भिजवा दिया गया। थाना प्रभारी मनोहर सिंह भंडारी ने बताया शव 10-15 दिन पुराना प्रतीत हो रहा है। बीमारी से मौत होने के बाद शव को कूड़े में फेंक दिया गया होगा। पुलिस के अनुसार, शनिवार की सुबह सूचना मिली कि ग्राम आन्नेकी में कूड़े के ढेर में एक नवजात का शव पड़ा हुआ है।
पुलिस ने मौके पर पहुंचकर शव के शिनाख्त के प्रयास किए, लेकिन पहचान नहीं हो पाई। पड़ताल में शव एक माह की नवजात का प्रतीत हो रहा है। 10-15 दिन पुराने शव से बदबू उठने पर लोगों ने देखा और फिर पुलिस को सूचना दी थी। थाना प्रभारी ने बताया कि शव को जिला अस्पताल की मोर्चरी में भिजवा दिया गया है। शव किसने फेंका है, इस संबंध में जांच की जा रही है
यमुनोत्री हाईवे पर निर्माणाधीन सुरंग में हुआ हादसा, 40 मजदूर फंसे, राहत और बचाव कार्य जारी
देहरादून, उत्तरकाशी के यमुनोत्री हाईवे पर निर्माणाधीन सुरंग में 12 घंटे की शिफ्ट खत्म कर मजदूर दीपावली की छुट्टी मनाने वाले थे, सुबह 8 बजे शिफ्ट खत्म होने वाली थी कि उससे पहले हादसा हो गया। सुरंग के सिलक्यारा वाले मुहाने से 250 मीटर आगे सुरंग का 30 से 35 मीटर हिस्सा टूट गया। जिसके चलते निर्माण कार्य में लगे 30 से 35 मजदूर सुरंग के अंदर ही फंस गए। ताजा रिपोर्ट के मुताबिक, उत्तरकाशी-यमनोत्री मार्ग पर सिल्क्यारा टनल में राहत और बचाव कार्य चल रहा है। घटना पर जानकारी देते हुए प्रांतीय रक्षक दल (पीआरडी) जवान रणवीर सिंह चौहान ने बताया कि काम बहुत तेजी से चल रहा है। हर कोई बहुत मेहनत कर रहा है। हम कल दुखी थे क्योंकि हम फंसे हुए लोगों से बात नहीं कर पा रहे थे। लेकिन अब हम उनसे बात कर रहे हैं, लोडर ऑपरेटर मृत्युंजय कुमार ने बताया कि मकिंग का काम चल रहा है। लोडर और एक्सकेवेटर से मलबा हटाने का काम किया जा रहा है। सुरंग का लगभग 30-35 मीटर हिस्सा टूट गया है। घटना रविवार की सुबह 5:30 बजे के आसपास हुई थी। हमारे पास लगभग 40-45 लोगों के फंसे होने की जानकारी है। सभी सुरक्षित हैं। उत्तरकाशी सुरंग हादसे पर उत्तरकाशी के सर्किल ऑफिसर प्रशांत कुमार का कहना है, “सुरंग के अंदर 40 लोग फंसे हुए हैं। सभी सुरक्षित हैं, हमने उन्हें ऑक्सीजन और पानी उपलब्ध कराया है। वर्तमान स्थिति यह है कि कल हमने सुरंग के अंदर फंसे लोगों के साथ संचार स्थापित किया था। हम सुरंग के अंदर लगभग 15 मीटर तक चले गए हैं, और लगभग 35 मीटर अभी भी तय करना बाकी है। हर कोई सुरक्षित है, हमने ऑक्सीजन और पानी उपलब्ध कराया है। हम सुरंग के अंदर जाने के लिए बगल में अपना रास्ता बना रहे हैं।
सर्किल ऑफिसर प्रशांत कुमार ने कहा कि मलबा लगभग 60 मीटर तक है। जैसे हम मलबा हटा रहे हैं, ऊपर से मलबा गिर रहा है। हमने लगभग 15-20 मीटर तक मलबा हटा लिया है। सभी लोग सुरक्षित हैं। आपको बता दें कि चारधाम सड़क परियोजना के तहत यमुनोत्री हाईवे पर सिलक्यारा से पोलगांव के बीच राज्य की सबसे लंबी (4.5 किमी) सुरंग बनाई जा रही है। जिसमें अब करीब 500 मीटर हिस्सा ही सुरंग के आर-पार होने के लिए बचा है। दिन-रात दो शिफ्ट में मजदूर इस सुरंग का निर्माण कार्य कर रहे हैं। बीते शनिवार रात आठ बजे शिफ्ट शुरू हुई थी। जिसमें 40 से 50 मजदूर काम पर गए थे। यह शिफ्ट रविवार को बड़ी दीपावली के दिन सुबह 8 बजे खत्म होने वाली थी। जिसके बाद सभी मजदूर दीपावली की छुट्टी मनाने के लिए उत्साहित थे। लेकिन इससे पहले ही सुरंग के सिलक्यारा वाले मुहाने से 230 मीटर अंदर सुरंग टूट गई। पहले धीरे-धीरे मलबा गिरा। जिसे सभी ने हल्के में लिया।
फिर अचानक भारी मात्रा में मलबा आया और सुरंग बंद हो गई। इस दौरान 3-4 मजदूरों ने भाग कर अपनी जान बचाई। लेकिन अन्य सुरंग के अंदर ही फंस गई। जिनकी संख्या 35 से 40 के करीब बताई जा रही है। सुरंग के निर्माणकार्य में लगे झारखंड निवासी मजदूर हेमंत नायक ने बताया कि 12 घंटे की शिफ्ट में करीब 65 से 70 मजदूर काम करते हैं।
शनिवार रात को शिफ्ट मजदूर काम करने के लिए गए थे। जिनकी शिफ्ट रविवार सुबह 8 बजे खत्म होने वाली थी। लेकिन ढाई घंटे पहले करीब 5:30 बजे सुरंग में हादसा हो गया। बताया कि शिफ्ट खत्म होने के बाद सभी मजदूर दिनभर दीपावली की छुट्टी मनाने वाले थे। सुरंग में रात-दिन दो शिफ्ट में काम चल रहा था। जिसमें दिन की शिफ्ट सुबह 8 से रात 8 बजे तक और फिर रात की शिफ्ट रात 8 बजे से सुबह 8 बजे तक चलती थी। शिफ्ट में चार कंपनी के अलग-अलग मजदूर कार्य करते थे। इनमें नवयुगा, श्री सांई कंस्ट्रक्शन, नव दुर्गा व पीबी चंडा कंपनी शामिल है।
आपको बता दें कि यमुनोत्री हाईवे पर निर्माणाधीन सुरंग में दीपावली के दिन बड़ा हादसा हो गया। सुरंग के सिलक्यारा वाले मुहाने के पास सुरंग का 30 से 35 मीटर हिस्सा टूट गया। जिससे सुरंग में मलबा आने के कारण मजदूर सुरंग के अंदर फंसे हैं। घटना की सूचना पर निर्माण एजेंसी के साथ पुलिस, एसडीआरएफ, एनडीआरएफ, आईटीबीपी, बीआरओ व आपदा प्रबंधन विभाग की टीम मौके पर रेस्क्यू कार्य में जुटी हुई है। घटना की सूचना पर दीपावली की छुट्टी पर गए डीएम अभिषेक रूहेला भी हेलीकॉप्टर से पहुंचे। जो रेस्क्यू कार्य की निगरानी कर रहे हैं। यमुनोत्री हाईवे के निकट निर्माणाधीन सुरंग में हादसे के बाद डीएम अभिषेक रूहेला ने जनपद के सभी अधिकारियों की छुट्टी रद्द कर दी है। सभी अधिकारियों से तत्काल अपने-अपने कार्यस्थल पर लौटने और राहत एवं बचाव कार्यों के लिए चौबीसों घंटे तत्पर रहने के निर्देश दिए गए हैं।
सुरंग में फंसे मजदूर उत्तराखंड सहित झारखंड, बिहार, उत्तरप्रदेश व हिमाचल, ओडिशा राज्यों के हैं। फंसने वाले मजदूरों में उत्तराखंड के कोटद्वार व पिथौराढ़ के दो समेत बिहार के 4, पश्चिम बंगाल के 3, असम के 2, झारखंड के 15, उत्तरप्रदेश के 8, हिमाचल का एक और ओडिशा के पांच शामिल हैं। सिलक्यारा टनल में फंसे मजदूरों को सुरक्षित बाहर निकलने के लिए एसपी उत्तरकाशी, अर्पण यदुवंशी ने मौके पर पुलिस फोर्स, राहत और बचाव दलों को 24 घंटे के लिए तैनात कर दिया है। एसपी ने कहा कि टनल में फंसे लोगों को जल्द से जल्द सुरक्षित बाहर निकलना हमारी प्राथमिकता है। इसके लिए पुलिस बल और राहत एवं बचाव दल की टीमें 24 घंटे मौके पर रेस्क्यू कार्य में जुटी रहेंगी। रेस्क्यू की अपडेट और सहायता के लिए उत्तरकाशी पुलिस की हेल्पलाइन नंबर +917455991223 भी जारी किया गया है।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी पहुंचे टनल घटना स्थल पर
उत्तरकाशी (डॉक्टर उनियाल) उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सिल्कयारा हुई टनल दुर्घटना स्थल में पहुंचकर राहत और बचाव कार्यों की संख्या की मुख्यमंत्री ने कहा कि रंग में फंसे मजदूरों को जल्द सुरक्षित निकलने सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है जिसके लिए हर संभव प्रयास किया जा रहा है मुख्यमंत्री ने राहत और बचाव अभियान में जुटे अधिकारियों और विभिन्न एजेंसी को परस्पर बेहतर समन्वय और तत्परता के साथ राहत और बचाव कार्य पूरी तेजी से चलाllने के निर्देश देते हुए कहा है कि अभियान के लिए बाहर से जिस तरह की भी सामग्री और विशेषज्ञता की आवश्यकता होगी उसे सरकार शीघ्र उपलब्ध करवाएगी l
मुख्यमंत्री ने राहत और बचाव कार्यों के लिए सभी संभव विकल्पों पर विचार किया जा रहा है बचाव कार्य के लिए बड़ी व्यास के ह्युम पाइप हरिद्वार और देहरादून से भेजे जाने की व्यवस्था कर दी गई है, मुख्यमंत्री ने भरोसा जताया कि ईश्वर की कृपा और बचावअभियान में जुड़े लोगों के अथक प्रयासों के चलते अंग के अंदर फंसे मजदूरों को जल्दी सुरक्षित
निकाल लिया जाएगा l मुख्यमंत्री के साथ घटनास्थल पर स्थल पर निरीक्षण के लिए निरीक्षण के लिए आए गढ़वाल मंडल की आयु विनय शंकर पांडे ने भी राहत और बचाए कार्यों की जानकारी लेते हुए अधिकारियों से आवश्यक सामग्री की समय से प्रोक्योर करने की व्यवस्था कर ली जाए l
निवेश को बढ़ावा देने के लिए नीतियों में सरलीकरण की जरूरत: धामी
देहरादून(आरएनएस)। मुख्यमंत्री पुष्कर धामी ने राज्य में निवेश को बढ़ावा देने के लिए नीतियों में सरलीकरण की नितांत जरूरत है। उन्होंने अफसरों को अब तक हुए निवेश के एमओयू की ग्राउंडिंग में तेजी लाने के निर्देश दिए। मुख्यमंत्री आवास में शनिवार को विकास कार्यों में तेजी लाने एवं रोजगार सृजन बढ़ाने को लेकर वरिष्ठ अफसरों के साथ हुई बैठक में उन्होंने कहा कि उत्तराखंड ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट के तहत अब तक हुए रोड शो में जो करार हुए हैं, उन करारों की ग्राउंडिंग को सर्वोच्च प्राथमिकता दी जाए। देहरादून में आठ और नौ दिसंबर को होने वाले आयोजन से पहले अधिकांश कार्य धरातल पर उतरें, इसके लिए तेजी से कार्य करने होंगे। उन्होंने कहा कि जिन निवेश प्रस्तावों से अधिक रोजगार सृजन हो सकता है और राज्य की परिस्थितियों के हिसाब से जो प्रस्ताव अधिक अनुकूल हैं, उनको शीर्ष प्राथमिकता दी जाए। कहा कि औद्योगिक निवेश को बढ़ावा देने के लिए हवाई कनेक्टिविटी को और विस्तार देना होगा। उन्होंने कहा कि जौलीग्रांट और पंतनगर को अंतर्राष्ट्रीय एयरपोर्ट बनाने की दिशा में राज्य स्तर से लंबित काम को जल्द पूरा करें।
मुख्यमंत्री धामी ने पिथौरागढ़ के नैनीसैनी हवाई पट्टी से नियमित हवाई सेवा संचालित करने के लिए तेजी लाने, रोपवे निर्माणस मानसखंड मंदिर माला मिशन और अन्य सभी गतिविधियों को फास्ट ट्रेक मोड में कार्य करने की हिदायत दी। उन्होंने गढ़वाल और कुमांऊ मंडल आने वाले श्रद्धालुओं की सुविधा के मद्देनजर दोनों मंडलों में कनेक्टिविटी विस्तार के लिए भी तेजी से कार्य करने को कहा।
बैठक में मुख्य सचिव डॉ.एसएस संधु, अपर मुख्य सचिव राधा रतूड़ी, आनंद बर्द्धन, सचिव आर मीनाक्षी सुंदरम, शैलेश बगोली, विनय शंकर पाण्डेय, एसएन पाण्डेय, अपर पुलिस महानिदेशक एपी अंशुमन, अपर सचिव रणवीर सिंह चौहान, युगल किशोर पंत,सी रविशंकर, महानिदेशक उद्योग रोहित मीणा, महानिदेशक सूचना बंशीधर तिवारी, महानिदेशक यू कॉस्ट प्रो. दुर्गेश पंत, अपर सचिव जेसी कांडपाल आदि मौजूद रहे।
12 लाख की चरस पड़कर उत्तरकाशी पुलिस ने किया दिवाली धमाका
उत्तरकाशी (डॉक्टर उनियाल) 6 किलो 182 ग्राम चरस के साथ दो अंतर राज्य गैंग के तस्करों को गिरफ्तार कर मोरी पुलिस उत्तरकाशी ने दीपावली धमाका किया है l पकड़ी गई चरस की कीमत लगभग 12 लाख के आसपास बताई जा रही है,तस्करो को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया हैl, पुलिस टीम की इस कामयाबी पर एसपी अपर्ण यदुवंशी ने टीम को ₹5000 का पुरस्कार देकर सम्मानित किया l
पुलिस उपाधीक्षक ऑपरेशन प्रशांत कुमार ने निकट पर्यवेक्षण में मोरी में पुलिस ने अवैध नशे के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की l
थाना अध्यक्ष मोरी मोहन कटैत के नेतृत्व में मोरी पुलिस ने सटीक जानकारी जुटाते हुए त्यूणी मोताड को जाने वाले मार्ग के पास से अंतर राजयीय गिरोह के चlरस तस्कर देवेंद्र सिंह पुत्र बलवंत सिंह निवासी ग्राम पाकसमाजी, थाना सापला, जिला रोहतक हरियाणा उम्र 38 वर्ष तथा ईश्वर सिंह पुत्र रामलाल निवासी ग्राम चमरू, थाना जुब्बल जिला शिमला हिमाचल प्रदेश उम्र 47 वर्ष को 6 किलो 182 ग्राम अवैध चरस ले जाते हुए गिरफ्तार किया l
बरामदगी व गिरफ्तारी के आधार पर अभियुक्तों के विरुद्ध थाना मोरी मे एनडीपीएस एक्ट के तहत मुकदमा गया है पूछताव पूछता कि अभियुक्त होने बताया कि वह दीपावली के त्यौहार में पुलिस की व्यवस्था का फायदा उठाकर चरण को मोरी क्षेत्र के गांव से इकट्ठा कर रोहतक हरियाणा में अच्छे मुनाफे में बेचने के लिए जा रहे थे अभियुक्त देवेंद्र पूर्व में भी थाना चिरगांव हिमाचल में एनडीपीएस एक्ट में जेल जा चुका हैl
गिरफ्तार करने वाली पुलिस टीम में थाना अध्यक्ष मोरी मोहन कटैत अरविंद सिंह, अनिल तोमर अरविंद सिँह नितेश विजलवान आदि थे l