Thursday, May 15, 2025
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“धामी सरकार की दिशा में चारधाम यात्रा 2025 के लिए स्वास्थ्य सेवाओं में बड़े सुधार, श्रद्धालुओं को मिलेगा बेहतरीन इलाज“

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154 एम्बुलेंस तैनात, हेलीकॉप्टर और बोट एम्बुलेंस सेवाएं उपलब्ध, ई-स्वास्थ्य धाम पोर्टल के माध्यम से स्वास्थ्य निगरानी

देहरादून : मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की सरकार चारधाम यात्रा 2025 के दौरान तीर्थयात्रियों को बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराने के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध है। स्वास्थ्य सचिव डॉ. आर. राजेश कुमार ने कहा कि मुख्यमंत्री धामी और स्वास्थ्य मंत्री डॉ. धन सिंह रावत के मार्गदर्शन में विभाग ने यात्रा को और अधिक सुगम, सुरक्षित और स्वास्थ्य के दृष्टिकोण से मजबूत बनाने के लिए कई महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं। स्वास्थ्य विभाग ने इस बार यात्रा के दौरान श्रद्धालुओं की सुरक्षा और स्वास्थ्य के मद्देनजर व्यापक तैयारियां की हैं। इस बार चारधाम और यात्रा मार्गों पर स्वास्थ्य सेवाओं में अभूतपूर्व विस्तार किया जा रहा है।

केदारनाथ और बद्रीनाथ में नए अस्पतालों की शुरुआत
स्वास्थ्य सचिव ने बताया कि इस बार केदारनाथ और बद्रीनाथ धाम में दो नए अस्पताल खोले जा रहे हैं। केदारनाथ में 17 बेड और बद्रीनाथ में 45 बेड के अस्पताल स्थापित किए जाएंगे, जो तीर्थयात्रियों को बेहतरीन स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करेंगे। इसके अलावा, यात्रा मार्ग पर 25 विशेषज्ञ डॉक्टरों की तैनाती की जाएगी, ताकि श्रद्धालुओं को त्वरित चिकित्सा सहायता मिल सके।

नई स्वास्थ्य सुविधाओं का विस्तार
इस साल यात्रा मार्ग में 20 मेडिकल रिलीफ पोस्ट (एमआरपी) और 31 स्वास्थ्य जांच केंद्र स्थापित किए जाएंगे, जो तीर्थयात्रियों की उच्च ऊंचाई से जुड़ी स्वास्थ्य समस्याओं की जांच करेंगे। देहरादून, हरिद्वार, पौड़ी और टिहरी जैसे ट्रांजिट जिलों में 37 स्थायी स्वास्थ्य केंद्रों को सुदृढ़ किया गया है और नई स्क्रीनिंग इकाइयों की स्थापना की योजना बनाई गई है।

154 एम्बुलेंस तैनात, हेलीकॉप्टर और बोट एम्बुलेंस सेवाएं उपलब्ध
स्वास्थ्य विभाग ने यात्रा मार्ग पर 154 एम्बुलेंस तैनात करने का निर्णय लिया है, जिनमें 17 एडवांस लाइफ सपोर्ट एम्बुलेंस शामिल हैं। इसके अलावा, एम्स ऋषिकेश द्वारा संचालित हेलीकॉप्टर एम्बुलेंस और टिहरी झील में बोट एम्बुलेंस भी उपलब्ध रहेंगी, ताकि आपातकालीन स्थिति में श्रद्धालुओं को त्वरित चिकित्सा सहायता मिल सके।

सुरक्षा को लेकर नई रणनीतियाँ
पिछले साल 34,000 से अधिक मेडिकल आपातकालीन मामले सामने आए थे, जिसमें 1,011 मरीजों को एम्बुलेंस द्वारा और 90 मरीजों को हेलीकॉप्टर से रेस्क्यू किया गया था। स्वास्थ्य सचिव डॉ. आर. राजेश कुमार ने कहा कि इस साल स्वास्थ्य मित्रों (फर्स्ट मेडिकल रिस्पॉन्डर) की संख्या बढ़ाई जा रही है, ताकि यात्रा के दौरान श्रद्धालुओं को तत्काल चिकित्सा सहायता मिल सके।

ई-स्वास्थ्य धाम पोर्टल के माध्यम से स्वास्थ्य निगरानी
स्वास्थ्य सेवाओं को तकनीकी रूप से उन्नत किया जा रहा है। इस वर्ष ई-स्वास्थ्य धाम पोर्टल को अपग्रेड किया जाएगा, जिसमें एक ैव्ै बटन जोड़ा जाएगा, ताकि तीर्थयात्री आपात स्थिति में तुरंत सहायता प्राप्त कर सकें। इसके अलावा, प्वाइंट ऑफ केयर टेस्टिंग डिवाइस के माध्यम से तीर्थयात्रियों की 28 महत्वपूर्ण स्वास्थ्य मापदंडों की तुरंत जांच की जाएगी।

धामी सरकार की प्रतिबद्धता
स्वास्थ्य सचिव डॉ. आर. राजेश कुमार ने कहा कि पिछले वर्ष लाखों श्रद्धालुओं ने चारधाम यात्रा की थी। उच्च ऊंचाई से जुड़ी स्वास्थ्य समस्याओं के कारण महज कुछ श्रद्धालुओं को स्वास्थ्य संबधी दिक्कते हुईं। इस बार स्वास्थ्य सेवाओं में व्यापक सुधार किया गया है। इसके लिए केंद्र सरकार से धनराशि स्वास्थ्य कर्मियों को प्रोत्साहन के रूप में मंजूर की गई है और गुप्तकाशी में 50 बेड के अस्पताल के लिए बजट स्वीकृत किया गया है।

आगे की योजना और यात्रियों की सुरक्षा
इस बार तीर्थयात्रियों के लिए अनिवार्य स्वास्थ्य घोषणा को बढ़ावा दिया जाएगा, ताकि यात्रा से पहले ही हाई-रिस्क तीर्थयात्रियों की पहचान की जा सके। इसके अलावा, आपातकालीन कॉल सेंटर को और मजबूत किया जाएगा और यात्रा मार्ग पर होटल, धर्मशाला, खच्चर चालकों और अन्य स्थानीय सेवाओं से जुड़े लोगों को भी प्रशिक्षित किया जाएगा, ताकि तीर्थयात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके।

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की नेतृत्व में राज्य सरकार का यह प्रयास है कि चारधाम यात्रा 2025 को श्रद्धालुओं के लिए न केवल आध्यात्मिक बल्कि स्वास्थ्य के दृष्टिकोण से भी सुरक्षित और सुकूनदायक बनाया जाए।

केंद्र एवं प्रदेश सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं को जन-जन तक पहुंचाएं

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​हरिद्वार (कुलभूषण) भाजपा जिला कार्यालय हरिद्वार पर नवनिर्वाचित भाजपा जिला अध्यक्ष आशुतोष शर्मा की अध्यक्षता में नवनिर्वाचित मंडल अध्यक्षों की बैठक संपन्न हुई।
जिसमें नवनिर्वाचित मंडल अध्यक्षों ने जिला अध्यक्ष आशुतोष शर्मा का अंग वस्त्र पहनाकर एवं पुष्प गुच्छ भेट कर स्वागत अभिनंदन किया।
जिसके उपरांत जिला अध्यक्ष ने भी सभी मंडल अध्यक्षों का पार्टी का पटका पहनाकर स्वागत अभिनंदन किया।
प्रथम बैठक में मंडल अध्यक्षों को संबोधित करते हुए जिला अध्यक्ष आशुतोष शर्मा ने कहा कि हम सभी को पार्टी की रीति-नीति के अनुसार चलकर संगठन द्वारा दिए गए कार्यों को महत्व देते हुए बूथ स्तर तक ले जाकर बूथ को मजबूत करने का काम करना है पार्टी संगठन द्वारा हमें जो कार्य दिए जाएंगे उन्हें हमें पूरी निष्ठा के साथ सफल बनाकर करना चाहिए।
इसी के साथ-साथ केंद्र एवं प्रदेश सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं को जन-जन तक पहुंचाने का कार्य करें।
हम सभी को मिलकर देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 2047 तक भारत को विकसित राष्ट्र बनाने के संकल्प को आत्मसात करते हुए आगे बढ़ाने का काम करना है और हम जिस क्षेत्र में भी कार्य कर रहे हैं उस क्षेत्र में देश की उन्नति को ध्यान में रखते हुए अपना योगदान देने का काम करना है।
बैठक का संचालन जिला महामंत्री आशु चौधरी ने किया। इस अवसर पर जिला उपाध्यक्ष लव शर्मा, कार्यालय प्रभारी नकली राम सैनी, मंडल अध्यक्ष किशन बजाज ,प्रशांत शर्मा बिंदरपाल ,वरुण वशिष्ठ, कैलाश भंडारी, अश्विनी कंबोज ,पृथ्वी सिंह राणा ,चित्र कुमार सैनी ,रीता सैनी ,विवेक चौहान, सुशील पवार ,राकेश सैनी, विक्रम सिंह चौहान, राजेश शर्मा, नागेंद्र सिंह राणा उपस्थित रहे।

मुक्केबाजी खेल को बढ़ावा देने के लिए स्थापित किया जाए प्रशिक्षण केंद्र-डा.विशाल गर्ग

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हरिद्वार, (कुलभूषण)। जिला हरिद्वार मुक्केबाजी संघ के रानीपुर मोड़ स्थित कार्यालय पर हुई बैठक में वर्ष 2025 में होने वाले विभिन्न प्रतियोगिताओं एवं अन्य योजनाओं के लिए खिलाड़ियों एवं अभिभावको को जागरूक करने के संबंध में चर्चा हुई। वर्ष 2025 में उत्तराखंड सरकार द्वारा संचालित खिलाड़ी उदयमान एवं प्रोत्साहन योजना की सभी खिलाड़ियों तक सूचना पहुंचाने तथा विभिन्न आयु वर्गों में भविष्य में होने वाले होने वाली प्रतियोगिताओं की जानकारी भी खिलाड़ियों को देने का निर्णय लिया। जिससे कि सभी खिलाड़ी सरकार द्वारा संचालित योजनाओं का लाभ ले सकें।
संरक्षक रोहन सहगल ने कहा कि उत्तराखंड राज्य में 38वंे राष्ट्रीय खेल का आयोजन मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के नेतृत्व और मार्गदर्शन में सफलता पूर्वक सम्पन हुआ तथा हरिद्वार जिले के रोशनाबाद स्टेडियम में भी विभिन्न खेलो का आयोजन किया गया। हरिद्वार जिले में खेलों के प्रति रुझान एवं सोच तथा खेलों के प्रति क्रांति लाने के लिए हमें और अधिक प्रयास करने चाहिए। जिससे कि अभिभावक अपने बच्चों को पढ़ाई के साथ खेलों में भी भेजने हेतु प्रेरित हो। अध्यक्ष डा.विशाल गर्ग ने कहा कि हरिद्वार शहर के सभी खिलाड़ियों के बीच एक सर्व सुविधा संपन्न मुक्केबाजी प्रशिक्षण केंद्र स्थापित किया जाए और इच्छुक बालक बालिकाओं को मुक्केबाज़ी खिलाड़ी बनने हेतु प्रचार प्रसार कर उन्हें बॉक्सिंग खेल में लाया जाए। डा.प्रदीप चौधरी ने बताया कि मुक्केबाजी खेल सर्वांगिण विकास करने हेतु अच्छा माध्यम है। मुक्केबाजी खेल में बालिकाओं को अधिक प्रतिभाग करने के लिए एक छात्रवृत्ति की योजना बनाई जाएगी। जिसमें खेल में प्रवीण बालिकाओं को प्रतिमाह 1,000 रूपए की छात्रवृत्ति प्रदान की जायेगी। बैठक में संरक्षक रोहन सहगल, अध्यक्ष डा.विशाल गर्ग, उपाध्यक्ष डा.प्रदीप कुमार, उपाध्यक्ष विपिन चौधरी, कोषाध्यक्ष सुधीर जोशी, सचिव नवीन चौहान, सह सचिव राकेश चौधरी तथा सदस्य आदित्य शर्मा, विक्रम सिंह आदि मौजूद रहे।

अनुशासन हेतु सर्वोत्तम माध्यम है खेल : श्री महन्त रामरतन गिरि

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​हरिद्वार (कुलभूषण)एस.एम.जे.एन.पी.जी. कॉलेज की वार्षिक खेलकूद प्रतियोगिता का आयोजन मुख्य अतिथि कॉलेज प्रबन्ध समिति के सचिव श्रीमहन्त राम रतन गिरि जी महाराज, प्राचार्य प्रो. सुनील कुमार बत्रा व मुख्य खेलकूद अधीक्षक डा तेजवीर सिंह तोमर द्वारा रंग-बिरंगे गुब्बारों को छोड़कर किया गया। सर्वप्रथम अतिथियों का पुष्प माला व स्मृति चिन्ह भेंटकर स्वागत किया गया। मुख्य अतिथि द्वारा खिलाड़ी छात्र-छात्राओं को खेल कूद भावना की शपथ दिलायी गयी, उसके पश्चात प्रतियोगिता प्रारम्भ करने की घोषणा की गयी। पूर्व छात्र चैम्पियन आलोक व छात्रा चैम्पियन प्रीति एवं कीर्ति ने मशाल लेकर खेलकूद मैदान का चक्कर लगाया।
​इस अवसर पर मुख्य अतिथि कॉलेज प्रबन्ध समिति के सचिव श्री महन्त राम रतन गिरि जी महाराज ने खिलाड़ी छात्र-छात्राओं को अपनी शुभकामनायें देते हुए कहा कि खेल हमारे जीवन के लिए बहुत आवश्यक है। खेल से ही खिलाड़ी को अनुशासन की प्रेरणा मिलती है। उन्होंने कहा कि पूरी एकाग्रता के साथ अपनी खेल प्रतिभा का प्रदर्शन करने पर ही हम अपने प्रतिद्वन्दियों से आगे निकलकर उन पर विजय प्राप्त कर सकते हैं।
​ प्राचार्य प्रो. सुनील कुमार बत्रा ने महाविद्यालय के छात्र छात्राओं की प्रशंसा करते हुए कहा कि अभी हाल में ही संपन्न हुए राष्ट्रीय खेलों में जो उत्तराखंड में आयोजित किए गए थे राजकीय स्तर पर हमारे कॉलेज के 50 छात्र छात्राओं ने वॉलेंटियर्स के रूप में अपनी उत्कृष्ट सेवाएँ प्रदान की । प्रोफ़ेसर बत्रा ने कहा कि हमारे देश के यशस्वी प्रधानमंत्री माननीय नरेंद्र मोदी जी एवं राज्य के यशस्वी मुख्यमंत्री माननीय पुष्कर सिंह धामी के विकसित भारत के तहत फ़िट इंडिया मूवमेंट की सराहना की उन्होंने युवाओं से आग्रह किया कि वे योग को अपने प्रतिदिन की आदत में सम्मिलित करें । डॉक्टर बत्रा ने हरिद्वार को योग नगरी के रूप में विकसित करने के लिए युवाओं का आह्वान किया । उन्होंने आगे कहा कि खेलों से हमारे जीवन में अनेक प्रकार के गुणों का विकास होता है। इससे जहाँ एक ओर शरीर स्वस्थ रहता है वहीं दूसरी ओर प्रतियोगिता तथा संघर्ष की भावना, सामूहिक जिम्मेदारी सहयोग, अनुशासन की भावना का कोषागार तो खेलो के माध्यम से ही विकसित होता है। उन्होंने आशा व्यक्त की कि हमारे खिलाड़ी छात्र-छात्रायें स्पोर्टिंग कल्चर को अपनायें जिससे वे पढ़ें भी तथा शारीरिक रूप से मजबूत भी बनें।
​महाविद्यालय के मुख्य खेलकूद अधीक्षक प्रो. तेजवीर सिंह तोमर ने सभी प्रतिभागियों को अपनी शुभकामनायें देते हुए कहा कि कॉलेज की खेलकूद प्रतियोगिता 20 मार्च, 2025 तक चलेंगी जिसमें कॉलेज के छात्र चैम्पियन व छात्रा चैम्पियन का चयन होगा। उन्होंने बताया कि इस वर्ष छात्र-छात्राओं में खेलकूद प्रतियोगिता हेतु लेकर काफी उत्साह है प्रत्येक प्रतियोगिताओं में छात्र-छात्रा बड़े ही जोश के साथ प्रतिभाग कर रहे हैं ।
उन्होंने खेलकूद अधीक्षक डा सुषमा नयाल व खेलकूद प्रशिक्षिका कु. रंजीता आदि के सक्रिय सहयोग की मुक्तकंठ से प्रशंसा की। ​खेलकूद अधीक्षक सुषमा थपलियाल ने बताया कि आज वार्षिक खेलकूद प्रतियोगिताओं के उद्घाटन अवसर पर विभिन्न प्रतियोगिताओंका आयोजन किया गया जिसमें 100 मीटर फर्राटा दौड़ (छात्र वर्ग) प्रतियोगिता में बी.ए. चतुर्थ सेम के आलोक ने प्रथम, बी.काम. द्वितीय सेम के खुशहाल ने द्वितीय व बी.ए. द्वितीय सेम के आकाश ने तृतीय स्थान प्राप्त किया। 100 मीटर फर्राटा दौड़ (छात्रा वर्ग) प्रतियोगिता में बी.काम चतुर्थ सेम की कीर्ति ने प्रथम, बी.काम. द्वितीय सेम की खुशी ने द्वितीय व बी.काम द्वितीय सेम की दीक्षा शर्मा ने तृतीय स्थान प्राप्त किया।
​गोला फेंक (छात्र वर्ग) प्रतियोगिता में बी.काम चतुर्थ सेम के पार्थ वर्मा ने प्रथम, बी.ए. द्वितीय सेम के चंदन ने द्वितीय व बी.काम षष्टम् सेम के प्रांजल ने तृतीय स्थान प्राप्त किया। गोला फेंक (छात्रा वर्ग) प्रतियोगिता में बी.ए. षष्टम् सेम की प्रीति ने प्रथम, बी.एससी. चतुर्थ सेम की मुस्कान सिंह ने द्वितीय व बी.ए. द्वितीय सेम की दीक्षा रावत ने तृतीय स्थान प्राप्त किया। लम्बी कूद (छात्र वर्ग) प्रतियोगिता में बी.ए. चतुर्थ सेम के आलोक ने प्रथम, बी.काम. द्वितीय सेम के खुशहाल ने द्वितीय व बी.काम. चतुर्थ सेम के तरूण उपाध्याय ने तृतीय स्थान प्राप्त किया। लम्बी कूद (छात्रा वर्ग) प्रतियोगिता में बी.काम चतुर्थ सेम की कीर्ति ने प्रथम, बी. कॉम
द्वितीय सेम की खुशी ने द्वितीय व बी.ए. द्वितीय सेम की दीक्षा यादव ने तृतीय स्थान प्राप्त किया। भाला फेंक(छात्र वर्ग) प्रतियोगिता में बी.ए. द्वितीय सेम के आकाश ने प्रथम, बी.काम चतुर्थ सेम के पार्थ शर्मा ने द्वितीय व बी.काम चतुर्थ सेम के सुमित जोशी ने तृतीय स्थान प्राप्त किया। भाला फेंक (छात्रा वर्ग) प्रतियोगिता में बी.ए. षष्टम सेम की प्रीति ने प्रथम, बी.काम द्वितीय सेम की दीक्षा शर्मा ने द्वितीय व बी.ए. षष्टम सेम की खुशी ठाकुर ने तृतीय स्थान प्राप्त किया।
​प्रतियोगिताओं को सम्पन्न कराने मुख्य रूप से में डा मन मोहन गुप्ता, डा संजय कुमार माहेश्वरी, प्रो. जगदीश चन्द्र आर्य, डा नलिनी जैन, डा आशा शर्मा, डा मोना शर्मा, डा रेनू सिंह, डा अनुरिषा, डा मीनाक्षी शर्मा, डा वन्दना सिंह, कु. योगेश्वरी, श्रीमती रूचिता सक्सेना, भव्या भगत, साक्षी गुप्ता, प्रियंका चढढा, डा पल्लवी राणा, डॉ रजनी सिंघल, डा सरोज शर्मा, डा लता शर्मा, डा विनीता चौहान, हरीश चन्द्र जोशी, डा विजय शर्मा, वैभव बत्रा, दिव्यांश शर्मा, विनीत सक्सेना, डा पुनीता शर्मा, डा पूर्णिमा सुन्दरियाल, डॉक्टर पदमावती तनेजा, डा यादवेन्द्र सिंह, श्रीमती रिंकल गोयल, श्रीमती रिचा मिनोचा, श्रीमती आस्था आनन्द, डा गीता शाह, अंकित बंसल, विवेक मित्तल, कार्यालय अधीक्षक एम.सी. पाण्डेय, शिव प्रसाद डंगवाल, मोनू राणा, सुशील राठौर, अशोक कुमार व विशाल सहित कॉलेज के अनेक छात्र-छात्राओं का विशेष योगदान रहा।

औरंगजेब कब्र विवाद : हिंसा के बाद नागपुर के 10 इलाकों में कर्फ्यू, 65 उपद्रवी हिरासत में; 25 पुलिसवाले घायल

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नागपुर, महाराष्ट्र के नागपुर में औरंगजेब की कब्र को लेकर हुए विवाद ने सोमवार को हिंसक रूप ले लिया। नागपुर के महाल में सोमवार रात दो गुटों के बीच हिंसा भड़क गई थी। महाल के बाद देर रात हंसपुरी में भी हिंसा हुई। अज्ञात लोगों ने दुकानों में तोड़फोड़ की और वाहनों में आग लगा दी। प्रशासन ने हिंसा के बाद कई इलाकों में कर्फ्यू लगा दिया गया है। महाल में हुई हिंसा में कई लोग घायल हुए। इनमें पुलिसकर्मी भी शामिल हैं। उग्र भीड़ ने 25 से अधिक बाइक और 3 कारों को आग के हवाले कर दिया। अब तक 60 से 65 दंगाइयों को हिरासत में लिया गया है जबकि 25 से 30 पुलिसकर्मी घायल हुए हैं।

यह हिंसा समभाजी नगर में औरंगजेब की कब्र को लेकर विवाद के बीच हुई। बजरंग दल और विश्व हिंदू परिषद ने इस कब्र को ध्वस्त करने की मांग की थी। दोनों समूहों ने सोमवार सुबह नागपुर में भी प्रदर्शन किया था, इसके कुछ ही घंटों बाद हिंसा भड़क उठी। नागपुर पुलिस का कहना है कि अफवाहों की वजह से झड़प हुई। नागपुर पुलिस के डीसीपी (ट्रैफिक) अर्चित चांडक ने बताया कि घटना गलतफहमी की वजह से हुई लेकिन स्थिति अब नियंत्रण में है। पत्थरबाजी हो रही थी, इसलिए हमने बल प्रयोग किया और आंसू गैस का भी इस्तेमाल किया। अपराधियों की पहचान करने के लिए सीसीटीवी फुटेज खंगाली जा रही है। नागपुर के पुलिस आयुक्त डॉ. रविंदर सिंघल ने आश्वस्त किया है कि हालात नियंत्रण में हैं। वहीं सीएम फडणवीस ने लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की है।

हिंसा भड़कने के बाद नागपुर के कई इलाकों में कर्फ्यू लगा दिया गया है। भारतीय न्याय संहिता (BNS) की धारा 163 लागू की गई है। यह कर्फ्यू कोतवाली, गणेशपेठ, तहसील, लकड़गंज, पचपाओली, शांतिनगर, शक्करदारा, नंदनवन, इमामवाड़ा, यशोधरानगर और कपिलनगर में लागू किया गया है।

 

*दो समुदायों में पथराव आगजनी, डीसीपी पर कुल्हाड़ी से हमला :*

 

नागपुर के महाल इलाके में सोमवार शाम 7:30 बजे हिंसा भड़क गई। इसके बाद पथराव और तोड़-फोड़ शुरू हो गई। नागपुर के महाल इलाके में सोमवार शाम 7:30 बजे हिंसा भड़क गई। इसके बाद पथराव और तोड़-फोड़ शुरू हो गई।

औरंगजेब की कब्र हटाने की मांग को लेकर सोमवार को महाराष्ट्र में हिंदू संगठनों ने प्रदर्शन किया। इस दौरान नागपुर में विश्व हिंदू परिषद ने गोबर के कंडों से भरा एक हरे रंग का कपड़ा जला दिया। बीएचपी के मुताबिक, ये औरंगजेब की प्रतीकात्मक कब्र थी।

इस घटना का वीडियो वायरल हो गया। देर शाम 7:30 बजे नागपुर के महाल इलाके में हिंसा भड़क गई। इसके बाद पथराव और तोड़फोड़ शुरू हो गई। उपद्रवियों ने घरों पर पथराव किया और सड़क पर खड़े दर्जनों वाहनों में तोड़फोड़-आगजनी की।

पुलिस पर भी हमला किया गया। डीसिपी निकेतन कदम कुल्हाड़ी के हमले से घायल हो गए। पुलिस ने आंसू गैस के गोले छोड़े। रात 10.30 बजे से 11.30 बजे के बीच ओल्ड भंडारा रोड के पास हंसपुरी इलाके में एक और झड़प हुई।

मंगलवार को सीएम देवेंद्र फडणवीस ने विधानसभा में बताया कि नागपुर हिंसा को लेकर 5 एफआईआर दर्ज की गई है। वहीं, 31 पुलिसकर्मी और 7 नागरिक घायल हुए हैं।

पुलिस कमिश्नर रविंद्र सिंघल ने बताया कि 11 इलाकों कोतवाली, गणेशपेठ, तहसील, लकड़गंज, पचपावली, शांतिनगर, सक्करदरा, नंदनवन, इमामवाड़ा, यशोधरानगर और कपिलनगर में में कर्फ्यू लगाया गया है।

महाराष्ट्र के मंत्री योगेश कदम ने मंगलवार को बताया कि 47 लोगों को हिरासत में लिया गया है। 12 से 14 पुलिस कर्मियों को चोटें आई हैं, 2-3 नागरिक भी घायल हैं। हिंसा के कारणों की जांच की जा रही है।

मुंबई के मुस्लिम बहुल इलाकों में भी सुरक्षा बढ़ी हिंसा के बाद शहर के गणेशपेठ, लकड़गंज, पचपावली, शांतिनगर, सक्करदरा, नंदनवन, इमामवाड़ा, यशोधरा नगर और कपिल नगर में कर्फ्यू लगाया गया है। इसके अलावा मुंबई में भी पुलिस सुरक्षा बढ़ा दी गई है।

उत्तराखंड शासन ने देर रात में किया बड़ा प्रशासनिक फेरबदल, आदेश हुए जारी

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देहरादून। शासन ने 13 आईएएस और पांच आईपीएस अफसरों समेत 26 अधिकारियों के कार्यक्षेत्र में फेरबदल किया है। सोमवार देर रात इस संबंध में आदेश किए गए।  सचिव युगल किशोर पंत को भाषा विभाग का दायित्व दिया गया है, जबकि उनके शेष विभाग यथावत रहेंगे। अपर सचिव सोनिका को नागरिक उड्डयन की जिम्मेदारी दी गई है। अपर सचिव विनित कुमार से नियोजन हटा दिया गया है।
अपर रीना जोशी को मुख्य कार्यकारी अधिकारी राज्य स्वास्थ्य प्राधिकरण का अतिरिक्त प्रभार दिया गया है। अपर सचिव आनंद श्रीवास्तव से चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मुख्य कार्यकारी अधिकारी राज्य स्वास्थ्य प्राधिकरण का प्रभार हटा दिया गया है, वह कृषि व कृषक कल्याण विभाग देखेंगे। अपर सचिव मनुज गोयल से ग्राम्य विकास, कृषि व कृषक कल्याण, निदेशक रीप का दायित्व हटा दिया गया है, वह सैनिक कल्याण और उच्च शिक्षा का प्रभार देखेंगे।
अपर सचिव हिमांशु खुराना को वित्त का प्रभार भी दिया गया है। अपर सचिव अभिषेक रुहेला कौशल विकास एवं सेवा योजन विभाग भी देखेंगे। अपर सचिव निकिता खंडेलवाल से ग्राम्य विकास व निदेशक शहरी विकास का दायित्व हटा दिया गया है, वह सूचना प्रौद्योगिकी, सूराज और विज्ञान प्रौद्योगिकी का दायित्व भी देखेंगी। अपर सचिव अनुराधा पाल को एपीडी, आईएलएसपी, परियोजना निदेशक यूजीवीएस-रीप का अतिरिक्त प्रभार दिया गया है। अपर सचिव गौरव कुमार से सूचना प्रौद्योगिकी सूराज तथा विज्ञान प्रौद्योगिकी हटा दिया गया है, उन्हें निदेशक शहरी विकास का दायित्व दिया गया है।

वहीं, नगर आयुक्त हरिद्वार चौधरी का तबादला अपर सचिव चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण के पद पर किया गया है। मुख्य विकास अधिकारी नंदन कुमार का तबादला नगर आयुक्त हरिद्वार के पद पर किया गया है। निदेशक पंचायतीराज निधि यादव अपर सचिव कृषि एवं कृषक कल्याण का भी दायित्व देखेंगी। सचिवालय सेवा के अपर सचिव महावीर सिंह चौहान को सामान्य प्रशासन और प्रोटोकॉल का दायित्व दिया गया है। सचिवालय सेवा के अपर सचिव श्याम सिंह गन्ना विकास एवं चीनी उद्योग का दायित्व देखेंगे।

 

केंद्रीय बैंकों और गोल्ड ईटीएफ की खरीद से 2025 में जारी रहेगी सोने के दाम में तेजी!

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नई दिल्ली । केंद्रीय बैंकों और गोल्ड एक्सचेंज ट्रेडेड फंड (ईटीएफ) की खरीद के कारण 2025 में सोने की कीमतों में तेजी जारी रहेगी। यह जानकारी एक रिपोर्ट में दी गई।
मोतीलाल ओसवाल प्राइवेट वेल्थ रिपोर्ट में बताया गया कि भू-राजनीतिक तनाव और आर्थिक अनिश्चितताओं के कारण सोने की कीमतों में बढ़ोतरी होने की उम्मीद है। वहीं, केंद्रीय बैंकों की खरीद सोने के मार्केट को आकार देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी।
रिपोर्ट में कहा गया कि 2024 में सोना भारत में सबसे अच्छा प्रदर्शन करने वाला एसेट क्लास था। इसने सालाना आधार पर 21 प्रतिशत का रिटर्न दिया है।
भारतीय बाजारों में सोने में मजबूत निवेश देखने को मिला है।
2024 में देश में गोल्ड ईटीएफ में 112 अरब रुपये का निवेश हुआ और गोल्ड होल्डिंग में 15 टन का इजाफा हुआ, जिसके कारण वर्ष के अंत में कुल गोल्ड होल्डिंग बढक़र 57.8 टन हो गई है।
रिपोर्ट में कहा गया कि रिटेल और संस्थागत निवेशकों दोनों से मजबूत मांग देखने को मिल रही है।
भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने 2024 में भी सोने की खरीद को जारी रखा। पिछले वर्ष केंद्रीय बैंक ने 72.6 टन सोना खरीदा, जिसके कारण देश का गोल्ड रिजर्व बढक़र 876 टन हो गया है।
यह लगातार सातवां वर्ष था, जब आरबीआई सोने का शुद्ध खरीदार रहा है। भारत के विदेशी मुद्रा भंडार में सोने की हिस्सेदारी 10.6 प्रतिशत है।
सोने की अधिक कीमतों का असर ज्वेलरी की मांग पर पड़ता है, जबकि गोल्ड बार और कॉइन में निवेश बढ़ रहा है।
मोतीलाल ओसवाल की रिपोर्ट के अनुसार, हालांकि 2024 में अधिक कीमतों के कारण मांग कम रही, लेकिन शादी सीजन में खरीदारी के कारण जनवरी के मध्य में धीरे-धीरे इसमें सुधार हुआ है।
चांदी पर रिपोर्ट में कहा गया है कि पिछले चार वर्षों में आपूर्ति में लगातार कमी रही है और मांग आपूर्ति से अधिक रही है, जिसके कारण चांदी की कीमतों को समर्थन मिला है।
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लंबी बीमारी के चलते प्रो0 महावीर अग्रवाल का निधन

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​हरिद्वार (कुलभूषण) गुरुकुल कांगड़ी समविश्वविद्यालय के पूर्व आचार्य एवं उपकुलपति व पूर्व कुलसचिव जाने-माने संस्कृत के वैदिक विद्वान प्रो0 महावीर अग्रवाल का आज लम्बी बीमारी के चलते निधन हो गया है। यह जानकारी उनके बड़े पुत्र डा0 रजत अग्रवाल ने दी। प्रो0 महावीर अग्रवाल के निधन की सूचना मिलते ही समूचे शिक्षा जगत में शोक की लहर व्याप्त हो गयी। विदित हो कि पिछले कुछ समय से अस्वस्थता के चलते प्रो0 महावीर अग्रवाल का इलाज बैंगलोर स्थित चिकित्सालय में चल रहा था। डा0 रजत अग्रवाल ने बताया कि कल बैंगलोर से उनका पार्थिव शरीर हरिद्वार उनके निवास स्थान पर मंगलवार को लाया जाएगा।
इस सूचना के मिलते ही शिक्षा जगत व आर्य जगत के विभिन्न विद्वानों ने प्रो0 महावीर अग्रवाल के निधन को शिक्षा जगत व आर्य जगत के लिए अपूर्णीय क्षति बताया है। समविश्वविद्यालय की कुलपति प्रो0 हेमलता के0 व कुलसचिव प्रो0 सुनील कुमार ने प्रो0 महावीर अग्रवाल के निधन को विश्वविद्यालय के लिए अपूर्णीय क्षति बताते हुए उनके द्वारा शिक्षा जगत व आर्य जगत में किए गए कार्यों को अविस्मरणीय व बहुमूल्य बताते हुए ईश्वर से उनके परिजनों के इस कष्ट को सहन करने की प्रार्थना की। उन्होंने कहा कि प्रो0 महावीर अग्रवाल शिक्षा के क्षेत्र में किए गए कार्यों के लिए हमेशा याद किए जायेंगे। विदित हो कि शिक्षा के क्षेत्र में किए गए बहुमूल्य योगदान के लिए प्रो0 महावीर अग्रवाल को राष्ट्रपति द्वारा शिक्षा के क्षेत्र में सम्मानित किया गया वहीं वह विभिन्न विश्वविद्यालयों की समितियों के सदस्य भी रहे इसके साथ ही वह उत्तराखण्ड संस्कृत अकादमी के सचिव, उत्तराखण्ड संस्कृत विश्वविद्यालय के कुलपति तथा पतंजलि विश्वविद्यालय के प्रति कुलपति के रूप में भी अपनी सेवाएं दे चुके हैं। परिवार में उनकी धर्मपत्नी तथा दो पुत्र तथा पुत्री हैं।

महाविद्यालय में किया गया समान नागरिक संहिता हेतु बैठक का आयोजन

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यादवेन्द्र सिंह एवं डा पल्लवी राणा नोडल अधिकारी नियुक्त

​हरिद्वार(कुलभूषण) उत्तराखण्ड उच्च शिक्षा निदेशालय के निर्देशानुसार आज महाविद्यालय के प्राचार्य कक्ष में समान नागरिक संहिता (यू.सी.सी.) के व्यापक प्रचार एवं सफल सम्पादनार्थ हेतु एक आवश्यक बैठक का आयोजन किया गया।
​बैठक को सम्बोधित करते हुए महाविद्यालय के प्राचार्य प्रो. सुनील कुमार बत्रा ने बताया कि उत्तराखण्ड सरकार द्वारा लागू समान नागरिक संहिता के तहत सभी नागरिकों, जिनका विवाह 26 मार्च, 2010 के पश्चात हुआ है, के विवाह का पंजीकरण अनिवार्य किया गया है। इस महत्वपूर्ण कार्य को युद्धस्तर पर पूर्ण किये जाने हेतु निर्देश जारी किये गये हैं। प्रो. बत्रा ने बताया कि यू.सी.सी. के प्रचार प्रसार हेतु शीघ्र ही सेमिनार अथवा वर्कशॉप आयोजित करायी जायेगी, जिसके लिए विभिन्न समितियों का गठन कर दिया गया है, जिसमें यादवेन्द्र सिंह, डा पूर्णिमा सुन्दरियाल, डा पल्लवी राणा तथा विनीत सक्सेना को जिम्मेदारी दी गयी है।
​अधिष्ठाता छात्र कल्याण डा संजय कुमार माहेश्वरी ने बताया कि महाविद्यालय के विवाहित कार्मिकों का विवाह पंजीकरण कराना सुनिश्चित किया जाना है, जिसके लिए महाविद्यालय द्वारा नोड़ल अधिकारी यादवेन्द्र सिंह व डा पल्लवी राणा को नियुक्त किया गया है। डा माहेश्वरी ने बताया कि शीघ्र ही समस्त प्राध्यापक व कर्मचारी शीघ्र ही अपने विवाह का पंजीकरण यू.सी.सी. पोर्टल पर अनिवार्य रूप से करवाना सुनिश्चित करें।
​प्राचार्य प्रो. सुनील कुमार बत्रा के आदेशों को त्वरित गति से पालन करते हुए नोडल अधिकारी यादवेन्द्र सिंह व डा पल्लवी राणा द्वारा समस्त विवाहित कार्मिकों को यू.सी.सी. पोर्टल पर विवाह के पंजीकरण हेतु शपथ पत्र का प्रारूप तैयार कर लिया गया है तथा जो अविवाहित कार्मिक हैं, उनकी सूची तैयार कर, उनको यू.सी.सी. प्रयोगार्थ शपथ-पत्र का प्रारुप उपलब्ध करा दिया गया है।
​इस अवसर पर मुख्य रूप से डा मन मोहन गुप्ता, प्रो. जगदीश चन्द्र आर्य, डा नलिनी जैन, डॉ मिनाक्षी शर्मा, डा मोना शर्मा, डा लता शर्मा, डा गीता शाह, डा पदमावती तनेजा, अंशु सिंह, दीपिका आनन्द, डा विनीता चैहान, डा रजनी सिंघल, श्रीमती रिचा मिनोचा, श्रीमती रिंकल गोयल, श्रीमति आस्था आनन्द, डा आशा शर्मा, दिव्यांश शर्मा, डा रेनू सिंह, डा लता शर्मा, डा सरोज शर्मा, डा विजय शर्मा, वैभव बत्रा, विनीत सक्सेना, अंकित बंसल, विवेक मित्तल, विनीत सक्सेना आदि उपस्थित रहे।

एनएपीएसआर बुक बैंक के आठवें स्थापना दिवस पर लगभग 100 बच्चों को मिलेगी निःशुल्क बैग और स्टेशनरी

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देहरादून, नैशनल एसोसिएशन फॉर पैरेंट्स एंड स्टूडेंट्स राइट्स (NAPSR) द्वारा बुक बैंक के आठवें स्थापना दिवस के अवसर पर निर्धन एवं जरूरतमन्द बच्चों कोनिःशुल्क स्टेशनरी एवं बैग वितरित किये जायेंगे साथ ही बुक बैंक मे जरूरतमंद बच्चों के लिए किताबें दान करने वालों को भी सम्मानित किया जाएगा ।
एसोसिएशन के रायपुर रोड़ स्थित कार्यालय मे एक विशेष बैठक का आयोजन किया गया जिसकी अध्यक्षता सेवानिवृत्त ब्रिगेडियर के०जी०बहल ने एवं संचालन एसोसिएशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष आरिफ खान ने किया ।
एनएपीएसआर के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं बुक बैंक के संस्थापक आरिफ खान ने बताया कि जिस प्रकार से प्रत्येक वर्ष फीस व्रद्धि हो रही है उसके चलते अभिभावकों को अपने बच्चे पढ़ा पाना बहुत मुश्किल होता जा रहा है ऐसे में बुक बैंक द्वारा अभिभावकों के आर्थिक व मानसिक बोझ कम करने के लिए नित नए प्रयास किये जाते हैं जैसे बुक बैंक द्वारा बच्चों को नि:शुल्क किताबें देना साथ ही साल मे दो बार मार्च और अक्टूबर में निःशुल्क स्टेशनरी बांटना ।
इसी क्रम मे अपनी मुहिम मिशन फ्री एजुकेशन के अंतर्गत इस माह 30 मार्च को अपने बुक बैंक के आठवें स्थापना दिवस के अवसर पर एनएपीएसआर द्वारा भव्य कार्यक्रम का आयोजन साहनी मार्केट रायपुर रोड़ स्थित बुक बैंक मे किया जा रहा है । जिसमे एसोसिएशन द्वारा लगभग 100 बच्चों को निःशुल्क स्टेशनरी के साथ स्कूल बैग भी वितरित किये जायेंगे और बुक बैंक मे किताबें दान करने वाले जागरूक नागरिकों को भी सम्मानित किया जाएगा । आरिफ खान के अनुसार देहरादून के अंदर उनके बुक बैंक की 13 शाखाएं हैं और सम्पूर्ण भारत मे 15 शाखाएं निःशुल्क शिक्षा देने का काम कर रही हैं और अप्रैल तक देहरादून मे दो नई शाखाओं के शुभारंभ होने जा रहा है । उनकी मुहिम मिशन फ्री एजुकेशन के अंतर्गत एनएपीएसआर द्वारा आगे भविष्य मे भी इस प्रकार के आयोजन किये जाते रहेंगे ।
बैठक में संरक्षक सरदार जी०एस०जस्स,तारा फाउंडेशन की मैडम शेरिंग लुडिंग,शिक्षिका व समाज सेविका श्रीमती विभा नौडियाल, श्रीमती किरन रौथान, मस्तीजादे फाउंडेशन से श्रीमती सीमा कटारिया, शांति प्रसाद जखमोला,श्रीमती मीरा तिवारी,संरक्षक विश्वम्भर नाथ बजाज, बीना शर्मा, श्रीमती कविता खान, अमर सिंह, रितेश रावत,कोमलपथ फाउंडेशन के विकास यादव आदि ने अपने विचार एवं सुझाव रखे ।