देहरादून(आरएनएस)। पीएम आवास योजना (शहरी) के तहत आवास विकास परिषद द्वारा निर्माणाधीन पांच आवासीय परियोजना के लाभार्थियों को बुधवार को ऑनलाइन लॉटरी के माध्यम से आवास आवंटित किए गए। आवास मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल ने विधानसभा स्थित कार्यालय में आयोजित कार्यक्रम में लाभार्थियों को आवंटन पत्र सौंपे। इस मौके पर अग्रवाल ने कहा कि आवास विभाग द्वारा योजना के तहत कुल 20 परियोजनाओं पर कार्य किया जा रहा है। इसके तहत बुधवार को मंगलौर रुड़की आवासीय परियोजना में 542, अनेकीहेत्तमपुर परियोजना हरिद्वार में 845, महुवाखेड़ागंज उधमसिंह नगर में 98, मानपुर आवासीय परियोजना काशीपुर में 108 और उमेधपुर-रामनगर आवासीय परियोजना, नैनीताल में 390 इकाईयों सहित कुल 1983 लाभार्थियों को आवास आवंटित किए गए। उन्होंने बताया कि आवास आवंटन की प्रक्रिया को पारदर्शी बनाए जाने के लिएऑनलाईन लॉटरी के माध्यम से आवास आवंटन किए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि आवास आवंटन के समय वरिष्ठ नागरिकों एवं दिव्यांगजनों को प्राथमिकता प्रदान करते हुए भूतल में आवास आवंटन किए जा रहे हैं।
मंत्री ने कहा कि उत्तराखंड आवास विकास परिषद द्वारा अब तक विभिन्न परियोजनाओं में कुल लगभग 6463 आवासों का आवंटन किया जा चुका है। उन्होंने कहा कि शेष परियोजनाओं के आवंटन के लिए भी आवेदन पत्रों का सत्यापन किया जा रहा है।
आवास मंत्री ने बताया कि उक्त परियोजनाओं में निजी निवेशकों द्वारा अपनी जमीन पर छह लाख प्रति आवास की दर से फ्लैट तैयार कर आवास परिषद को उपलब्ध कराए जा रहे हैं। इसमें सरकार द्वारा लाभार्थी को ढाई लाख की सब्सिडी प्रदान करने के बाद लाभार्थी को मात्र साढ़े तीन लाख रुपए में छत मिल रही है। इस अवसर पर विधायक आदेश चौहान, दिवान सिंह बिष्ट, अपर आवास आयुक्त प्रकाश चन्द्र दुम्का उपस्थित रहे।
पीएम आवास योजना के लाभार्थियों को ऑनलाइन लॉटरी के माध्यम से आवास आवंटित किए
खुदरा, सेवा क्षेत्रों को ऋण देने से बैंकों में दोहरे अंक की वृद्धि हुई : आरबीआई रिपोर्ट
मुंबई । वित्तवर्ष 2022-23 में अनुसूचित वाणिज्यिक बैंकों (एससीबी) की समेकित बैलेंस शीट में 12.2 प्रतिशत की वृद्धि हुई, जो खुदरा और सेवा क्षेत्रों को दिए गए ऋण से प्रेरित है, जबकि जमा वृद्धि में भी वृद्धि हुई है, हालांकि यह ऋण वृद्धि से पीछे है। यह जानकारी भारत में बैंकिंग रुझानों पर बुधवार को जारी आरबीआई की नवीनतम रिपोर्ट दी गई।
सितंबर 2023 के अंत में एससीबी का जोखिम भारित संपत्ति अनुपात (सीआरएआर) 16.8 प्रतिशत था, जिसमें सभी बैंक समूह नियामक न्यूनतम आवश्यकता और सामान्य इक्विटी टियर 1 (सीईटी1) अनुपात आवश्यकता को पूरा करते थे। 2018-19 में शुरू हुआ बैंकों की संपत्ति की गुणवत्ता में सुधार 2022-23 और ॥1:2023-24 के दौरान जारी रहा, सितंबर 2023 के अंत में सकल गैर-निष्पादित संपत्ति (जीएनपीए) अनुपात 3.2 प्रतिशत था।
रिपोर्ट जो 2022-23 और 2023-24 के दौरान अब तक सहकारी बैंकों और गैर-बैंकिंग वित्तीय संस्थानों सहित बैंकिंग क्षेत्र के प्रदर्शन को प्रस्तुत करती है, यह भी उजागर करती है कि उच्च शुद्ध ब्याज आय और कम प्रावधान ने शुद्ध ब्याज मार्जिन (एनआईएम) और 2022-23 में लाभप्रदता को बढ़ावा दिया है। शहरी सहकारी बैंकों (यूसीबी) की संयुक्त बैलेंस शीट में 2022-23 में 2.3 प्रतिशत की वृद्धि हुई, जो ऋण और अग्रिमों से प्रेरित थी और उनके पूंजी बफर और लाभप्रदता में 2022-23 और 2023-24 की पहली तिमाही के दौरान सुधार हुआ।
गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनियों (एनबीएफसी) की समेकित बैलेंस शीट में दोहरे अंक की ऋण वृद्धि के कारण 2022-23 में 14.8 प्रतिशत की वृद्धि हुई। रिपोर्ट में कहा गया है कि 2022-23 और 2023-24 की पहली छमाही में सेक्टर की लाभप्रदता और संपत्ति की गुणवत्ता में भी सुधार हुआ, भले ही सेक्टर नियामक जरूरत से ज्यादा सीआरएआर के साथ अच्छी तरह से पूंजीकृत रहा।
प्रॉपर्टी कारोबारी के ऑफिस में घुसकर 3 बदमाशों ने मारी गोली
रुडक़ी (आरएनएस)। उत्तराखंड के रुडक़ी में बदमाशों के हौसले इतने बुलंद हैं कि उन्हें पुलिस का भी ख़ौफ़ नहीं। रुडक़ी में बीती रात बदमाशों ने बीजेपी पार्षद के भाई की गोली मारकर हत्या कर दी।
तीन बाइक सवार बदमाश कारोबारी के ऑफिस में घुसे और उन पर गोलियां चला दी और फिर वहां से फरार हो गए।
गोलियों की आवाज सुनकर आसपास के क्षेत्र में अफरा-तफरी का माहौल हो गया। सूचना के बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।
पुलिस पूरे मामले की छानबीन में जुट गई है। हादसे के बाद लोगों की भीड़ सिविल अस्पताल में जुट गई।
दरअसल, 40 वर्षीय जोगेंद्र अपने ऑफिस में बैठे थे। जोगिंदर प्रॉपर्टी का काम करते थे। बाइक सवार बदमाश उनके कार्यालय पर पहुंचे और उन्होंने जोगिंदर पर ताबड़तोड़ गोलियां चला दी।
गोली लगने से जोगेंद्र की मौके पर ही मौत हो गई। वहीं गोली चलने की आवाज सुनकर अन्य लोग ऑफिस की तरफ आए लेकिन तब तक हमलावर मौके से फरार हो गए थे।
परिजन जोगिंदर को निजी हॉस्पिटल में ले गए जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
सूचना मिलते ही मौके पर पहुंचीं पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। फिलहाल पुलिस आसपास लगे सीसीटीवी कैमरे खंगालने में जुटी है।
मृतक जोगेंद्र पार्षद गीता चौधरी के पति मांगेराम चौधरी के छोटे भाई हैं। इसके साथ ही लोगों की भीड़ भी घटनास्थल और सिविल अस्पताल में जुट गई।
एसएसपी हरिद्वार प्रमेन्द्र सिंह डोभाल ने बताया कि दीवार फांदकर घर में घुसे तीन बदमाशों ने जोगिंदर पर ताबड़तोड़ गोलियां चलाकर हत्या की घटना को अंजाम दिया है। जल्द ही घटना का खुलासा किया जाएगा।
कोरोना ने फिर डराया, एक दिन में कोविड के 6 मरीजों की मौत; 702 नए केस आए सामने
नई दिल्ली (आरएनएस)। देश में कोरोना एक बार फिर तेजी से कोरोना पांव पसारने लगा है। स्वास्थ्य मंत्रालय ने जानकारी दी है कि देश में एक दिन में कोविड 19 के 702 मामले सामने आए हैं। इस आंकड़े को मिलाकर देश भर में कोरोना संक्रमण के मामलों की संख्या बढक़र 4,097 हो गई है। ऐसे में स्वास्थ्य मंत्रालय ने लोगों को विशेष सतर्क रहने को कहा है।
स्वास्थ्य मंत्रालय ने सुबह 8 बजे तक के जो आंकड़े जारी किये हैं उसके मुताबिक पिछले 24 घंटे की अवधि में छह नये मरीजों की मौत हो गई है। इनमें दो महाराष्ट्र से वहीं कर्नाटक, केरल, पश्चिम बंगाल और दिल्ली में एक-एक मरीज की मौत हो गई है। दिल्ली में स्वास्थ्य मंत्री सौरभ भारद्वाज ने बीमार लोगों को भीड़ में जाने से बचने को कहा है।
इससे पहले 22 दिसंबर को देश में कोविड के सबसे ज्यादा 752 नए मामले दर्ज किए गए थे। हालांकि 5 दिसंबर तक कोविड के रोजाना मामलों की संख्या घटकर घटने लगी थी लेकिन बढ़ती सर्दी के चलते नए वैरिएंट के संक्रमण के मामले फिर से बढ़ गए हैं।
कोविड की नई दहशत के बीच दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सौरभ भारद्वाज ने कहा है उन्होंने पॉजीटिव केस की जानकारी के लिए जीनोम सिक्वेंसिंग का निर्देश दिया है ताकि छ्वहृ।1 मामले की पुष्टि हो सके। दिल्ली सरकार ने कहा है कि राजधानी में कोविड टेस्ट को बढ़ा दिया गया है। बुधवार को 636 टेस्ट किए गए हैं। बुधवार को ही दिल्ली में छ्वहृ।1 के पहले मामले की पुष्टि हुई है।
उत्तराखंड की अनुसूचित जाति / जनजाति समुदाय की मूल भूत समस्याओ पर वैज्ञानिक अनुप्रयोगों के माध्यम से समाधान पर मंथन किया
देहरादून, उत्तराखंड राज्य के सभी 13 जिलों में रह रहे अनुसूचित जाति एव जनजाति समुदाय की मूल भूत समस्याओ का वैज्ञानिक अनुप्रयोगों के माध्यम से समाधान करने हेतु आज दिनांक 28 दिसम्बर 2023 को उत्तराखंड राज्य विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी परिषद में एक बैठक का आयोजन किया गया जिसका मुख्य विषय “उत्तराखंड के अनुसूचित जाति एव जनजाति समुदाय की आजीविका में बढ़तरी में मीडिया की भूमिका” रहा।
इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य अनुसूचित जाति एव जनजाति समुदायों को कौशल विकास एवं उद्यमिता प्रशिक्षण के माध्यम से सशक्त बनाना है।
इस बैठक के दौरान महानिदेशक यूकॉस्ट प्रो दुर्गेश पंत ने कहा कि विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग भारत सरकार के सहयोग से वैज्ञानिक अनुप्रयोगों के माध्यम से अनुसूचित जाति एवं जन जाति समुदायों की आजीविका में सुधार हेतु परिषद् द्वारा प्रयास किये जा रहे हैं। उन्होंने बताया की अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति समुदाय के लोगों के जीवन में सुधार के लिए मीडिया की महत्वपूर्ण भूमिका है .
इस बैठक के दौरान डा. मनमोहन सिंह रावत वैज्ञानिक अधिकारी द्वारा परियोजना का विस्तृत प्रस्तुतीकरण किया गया जिसमे पारम्परिक ज्ञान प्रणाली आजीविका सुधार एवं सुदूर संवेदन प्रणाली के माध्यम से संसाधनों का मानचित्रीकरण जैसे विषयों को बताया गया ।
इस दौरान मीडिया के प्रतिनिधि, विषय विशेषज्ञ, वैज्ञानिक एवं शोधार्थी उपस्थित थे। इस अवसर पर मीडिया के प्रतिनिधियों द्वारा अपने विचार रखे गए।
इस बैठक में मुख्य अतिथि माननीय विधायक गंगोलीहाट फकीर राम टम्टा उपस्थित थे। माननीय विधायक गंगोलीहाट फकीर राम टम्टा ने कहा कि हमें हिमाचल की तर्ज पर उत्तराखण्ड राज्य में भी उद्यानकी, कृषि, बागवानी , फूलों की खेती जैसे रोजगार परक उद्यमों को अपनाकर रोजगार के साधन विकसित किये जा सकते हैं।
डॉ जी एस रावत, विशिष्ठ वैज्ञानिक ने कहा कि उत्तराखण्ड की अनुसूचित जाति एवं जन जाति के पारम्परिक ज्ञान प्रणाली का दस्तावेजीकरण करना अत्यंत आवश्यक है।
अमित पोखरियाल, कार्यक्रम समन्वयक ने यूकॉस्ट के कार्यकलापों की विस्तृत जानकारी दी. इस दौरान डॉ पूनम गुप्ता, डॉ अजय त्यागी, संतोष रावत , सुरेंद्र मनराल आदि उपस्थित थे।
ब्रैकिंग : पैरामैडिकल कोर्स के फर्जी डिप्लोमा देने वाला संचालक गिरफ्तार, एसएसपी ने किया खुलासा
नैनीताल, जनपद में अनैतिक गतिविधि अथवा धोखाधडी करने वाले व्यक्तियों के विरूद्व कठोर वैधानिक कार्यवाही कारवाई के तहत हिमांशु नेगी पुत्र गोपाल सिंह नेगी निवासी मुखानी हल्द्वानी (DPMI खेडा, गौलापार काठगोदाम का वर्ष 2019 का छात्र ) की तहरीर मुकदमा दर्ज किया गया जिसमें DPMI काठगोदाम के MD डाँ प्रकाश सिंह मेहरा और प्रधानाचार्य डाँ पल्लवी मेहरा व तनुजा गंगोला ( रिसेप्निस्ट ) के द्वारा राज्य में पंजीकरण के सम्बन्ध में लाखों रुपये हड़प लेने की शिकायत की गई है।
थाना काठगोदाम में पंजीकृत उपरोक्त धोखाधडी के मामले में DPMI काठगोदाम के संचालक/आरोपी द्वारा पुलिस को पूछताछ में बताया गया कि उसके द्वारा वर्ष 2018 में DPMI दिल्ली की फ्रैंचाईजी ली गयी, और पूर्वी खेडा गौलापार में DPMI काठगोदाम कालेज का संचालन शुरु कर पैरामेडिकल के विभिन्न कोर्सो शुरु कर छात्रों को एडमिशन दिया गया।
DPMI काठगोदाम द्वारा वर्ष 2018 के 08 छात्र छात्राओ, वर्ष 2019 के 37 छात्र छात्राओ, वर्ष 2020 के 21 छात्र छात्राओ को पैरामेडिकल कोर्स का डिप्लोमा दिया गया और वर्ष 2021 के 30 छात्र छात्राओ को डिप्लोमा देना शेष है। दौराने विवेचना के क्रम में क्च्डप् काठगोदाम की मुख्य शाखा DPMI दिल्ली जाकर पता चला कि DPMI दिल्ली द्वारा DPMI काठगोदाम के वर्ष 2018 के 08 छात्र छात्राओ को ही अब तक डिप्लोमा प्रदान किया गया है व वर्ष 2019 के 37 छात्र छात्राओ के प्रथम वर्ष की परीक्षा कराकर प्रथम वर्ष की मार्कशीट दी गयी है।
उसके बाद डीपीएमआई काठगोदाम के संचालक/आरोपी प्रकाश मेहरा (जोकि उक्त संस्थान का प्रबन्ध निदेशक है) द्वारा फीस जमा न करने पर डीपीएमआई दिल्ली द्वारा डीपीएमआई
काठगोदाम को Fee डिफाल्टर घोषित कर कार्यक्रम बन्द कर दिया गया। वर्ष 2019 में कार्यक्रम बन्द होने के बाद भी आरोपी प्रकाश मेहरा द्वारा छात्र छात्राओ को अपने काँलेज में लाखों रुपये की फीस लेकर दाखिला दिया गया व विवेचना से वर्ष 2019 के 37 व 2020 के 21 कुल 58 छात्र छात्राओ को फर्जी डिप्लोमा प्रदान किया जाना प्रकाश में आया।
-गिरफ्तार अभियुक्त
डाँ प्रकाश मेहरा (मैनेजिंग डायरैक्टर) पुत्र श्री खुशाल सिंह मेहरा नि0 पूर्वी खेडा गोलापार, काठगोदाम हाल गिरजा विहार, कमलुवागांजा, थाना–मुखानी मूल निवासी-ग्राम कैथी, थाना मुन्स्यारी जिला पिथौरागढ, उम्र-36 वर्ष
स्वतंत्रता संग्राम सेनानी चिनदिरिया लाल राही के निधन पर दूनवासियों ने अर्पित किये श्रद्धासुमन
देहरादून, स्थानीय गांधीपार्क में उत्तरकाशी के स्वतंत्रता संग्राम सेनानी चिनदिरिया लाल राही के निधन पर गणमान्य दूनवासियों ने श्रद्धासुमन अर्पित किए, इस मौके पर वक्ताओं ने सरकार से मांग की कि उत्तरकाशी में इस सेनानी की याद में आदमकद प्रतिमा लगायी जानी चाहिए, जिससे भावी पीढ़ी को देशप्रेम त्याग और समाज सेवा की प्रेरणा मिल सके। वक्ताओं ने कहा श्रीदेव सुमन से प्रेरणा लेकर टिहरी रियासत की गुलामी से मुक्ति पाने के लिए संघर्ष करने का फैसला इस सेनानी ने बचपन मे ही कर लिया था और प्रजामंडल के साथ संघर्ष करते हुए राजशाही के जुल्मों का शिकार बने और गिरफ्तार हुए। प्रजामंडल के वृंदा प्रसाद सेमवाल ने उन्हें मुखवा गांव में पहुंचाकर महीनों तक गुप्तवास में रखा था। बताया गया जब श्रीदेव सुमन जेल में शहीद हुए थे तो टिहरी में राजशाही के खिलाफ व्यापक विद्रोह खड़ा हो गया था और सैकड़ों लोगों को इस सेनानी के साथ टिहरी के राजा ने जेल में डाल दिया था।यहां उन्हें यातनॎयें दी गयी। डा. मुनिराम सकलानी ने कहा आजादी के बाद भी उन्होंने सामाजिक समानता, डोला- पालकी आंदोलन, शराबबंदी आदि समाप्ति के लिए आन्दोलन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी।ब्रिगेडियर केजीबहल ने कहा गांधीजी के सत्य और अहिंसा को हथियार बनाकर विपरीत व कठिन परिस्थितियों में ब्रिटिश हुकूमत के खिलाफ भी इन्होंने संघर्ष जारी रखा। निवर्तमान मेयर सुनील उनियाल ‘गामा’ ने बताया आजादी के अमृत महोत्सव के पर्व पर उन पर एक पुस्तक भी लिखी गई। शोक सभा में आजादी के योद्धा को दो मिनट मौन रखकर श्रद्धांजली दी गयी। शोक व्यक्त करने वालो में राज्य आन्दोलनकारी मंच के प्रदीप कुकरेती, दून सिख वेलफेयर सोसाइटी के खुशवीर सिंह, उत्तराखंड गवरमैंट पैंशनरस, वेलफेयर, संगठन, चौ.ओमवीर सिंह, अनिल पैन्यूली, दीपचंद शर्मा, आर पी एस रावत, वीरेंद्र कुमार, संयुक्त नागरिक संगठन के ब्रिगेडियर के जी बहल,दून रेजिडेंट्स वेलफेयर फ्रंट के मोंटी, स्वतंत्रता सेनानी उत्तराधिकारी संगठनो के शक्ति प्रसाद डिमरी,प्रमोद डोरा,अवधेश पंत,आशालाल टमटा,एसपी चौहान,गोवर्धन शर्मा,ललित पंत आदि थे। संचालन संयुक्त नागरिक संगठन के सुशील त्यागी ने किया।
ईम्बेलिश मिसेज इंडिया के ग्रैंड फिनाले में 20 महिलाओं ने किया प्रतिभाग
देहरादून,हमेशा काम -काज के बीच उलझी महिलाएं जब अलग-अलग फैंसी पोशाक पहन कर मंच पर उतरी तो उनके परिवार वाले उन्हें देख चौंक गए। मौका था ईम्बेलिश मिसेज इंडिया सीजन -2(2024) के ग्रैंड फिनाले का। जिसमें देशभर से 20 महिलाओं ने प्रतिभाग किया।
इमबेलिश टैलेंट मैनेजमेंट की ओर से बुधवार को रिस्पना पुल के समीप स्थित संस्कृति विभाग के ऑडिटोरियम में ईम्बेलिश मिसेज इंडिया सीजन -2(2024) के ग्रैंड फिनाले का आयोजन किया गया। इस मौके पर प्रतिभागियो में गजब का आत्मविश्वास दिखाई दिया।
इमबेलिश टैलेंट मैनेजमेंट की डायरेक्टर ख्याति शर्मा ने बताया कि ये पांच साल पुरानी कंपनी है। हमारी ओर से ये सेकेंड सीजन करवाया जा रहा है। बताया कि
ग्रैंड फिनाले में सिल्वर, गोल्ड और प्लेटिनम कैटेगरी के अनुसार कुल तीन-तीन राउंड हुए। जिसमें वेस्टर्न, इंडियन और गाउन राउंड के साथ ही प्रतिभागियों से सवाल जवाब किये गए। इस दौरान प्रतिभागियों ने भी हर सवाल का बखूबी जवाब दिया। ख्याति ने बताया कि जो महिलाएं कुछ समय पहले तक अपने नाते-रिश्तेदारों से छिपकर इवेंट में हिस्सा लेने पहुंची थी। वो ग्रूमिंग क्लासेज लेने के बाद ग्रैंड फिनाले में अलग ही उत्साह से भरी हुई दिखी। बताया कि हर कैटेगिरी में तीन-तीन विनर्स चुनी गयी।
इवेंट की कोरियोग्राफी प्रशांत रावत, पर्सनालिटी ग्रूमिंग सूची अग्रवाल और मेकअप टीम न्यू अट्रैक्शन सैलून की ओर से किया गया। इवेंट कॉर्डिनेटर सारिका सिंह रही।
अलग-अलग देशों में करेंगी रिप्रेजेंट :
ख्याति शर्मा ने बताया कि यहां से चुनी गई विनर्स आगे चलकर अलग-अलग कंट्री में होने वाले ब्यूटी पीजेंट में अपने देश को रिप्रेजेंट करेंगी।
इन कैटेगिरी में लिया हिस्सा :
सिल्वर कैटेगिरी में 18 से 35, गोल्ड में 35 से 40 और प्लेटिनम में 45 वर्ष से अधिक आयु वर्ग के प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया।
ये रहे सब-कांटेस्ट विनर्स :
सब कांटेस्ट मिसेज पॉपुलर अनिता नौटियाल, मिसेज टैलेंटेड अर्चना पॉल अरोड़ा, मिसेज टैलेंटेड लक्ष्मी उनियाल, मिसेज फ्रेश फेस अनिता, ब्यूटीफुल स्माइल प्रीति, मिसेज कैटवॉक हिमांशु और अर्चना पॉल, मिसेज डांसिंग दिवा मधु और काव्या, मिसेज ब्यूटीफुल हेयर सोनिया, मिसेज फोटोजेनिक पूनम, मिसेज स्टाइल दिवा रजनी गिरी और प्रियंका, मिसेज ग्लोइंग स्किन तन्वी गुप्ता, मिसेज कॉंफिडेंट तनु और मेघा, मिसेज बॉडी ब्यूटीफुल दीप्ति, मिसेज एक्टिव लक्ष्मी उनियाल, मिसेज परफेक्ट दीपा के नाम रहा।
ये रहे विनर्स :
सिल्वर कैटेगिरी में :
विनर- पूनम
फर्स्ट रनरअप- दीपा
सेकंड रनरअप- अर्चना पॉल
गोल्ड कैटेगिरी में :
विनर- मेघा
फर्स्ट रनरअप- प्रियंका
सेकंड रनरअप – ममता गोला
प्लैटिनम कैटेगिरी में :
विनर- दीप्ति पंत
फर्स्ट रनरअप- एंजेला
सेकंड रनरअप – लक्ष्मी
श्रद्धा पूर्वक मनाया गया छोटे साहिबजादो व माता गुजर कौर का शहीदी दिवस
देहरादून, प्रात: नितनेम के पश्चात हज़ूरी रागी भाई कवरपाल सिंह जी ने आसा दी वार का शब्द “पहिला मरण कबूल जीवण की छडि आस” व “मन रे कउन कुमत तै लीनी” का गायन किया,
कार्यक्रम में विशेष रूप से गुरुद्वारा साहिब जी के हैंड ग्रंथी ज्ञानी शमशेर सिंह जी ने कहा गुरु गोविन्द सिंह जी के छोटे साहिबजादो ने सुंबा सरहिंद की गुलामी नहीं स्वीकार की, हमें सबको अपने धर्म में पके रहने की शिक्षा दी, हंसते हुए दीवार में चिनवा कर देश धर्म के लिए शहादत दी। विशेष रूप से आए हुए भाई जगजीत सिंह जी के जत्थे ने ‘मरन मुणसा सुरिआ हक है जो होइ मरन परवाणो’ व ‘ऐसी मरनी जो मरै बहुरि न मरना होइ’ का शब्द तथा सिमरन गायन किया।
हैंड ग्रंथी भाई शमशेर सिंह जी ने सरबत के भले के लिए अरदास की, प्रधान, गुरबख्श सिंह राजन जी व जनरल सेक्रेटरी गुलज़ार सिंह जी द्वारा संगतों के साथ मिलकर साहिबजादो व माता गुजर कौर जी की शहादत को प्रणाम किया।
कार्यक्रम के पश्चात संगत ने गुरु का लंगर व प्रशाद ग्रहण किया, इस अवसर पर सरदार गुरबख्श सिंह जी राजन अध्यक्ष, गुलज़ार सिंह महासचिव, चरणजीत सिंह उपाध्यक्ष,सेवा सिंह मठारु,गुरप्रीत सिंह जौली, सतनाम सिंह जी, विजय पाल सिंह,तिलक राज कालरा, दविंदर सिंह सहदेव,राजिंदर सिंह राजा, गुरनाम सिंह, अविनाश सिंह, अरविंदर सिंह आदि उपस्थित रहे।।
अगले वित्त वर्ष में होगा जीएसटी की दरों में बदलाव, अंतरिम बजट में मिल सकता है साफ-साफ इशारा
नईदिल्ली, । माल एवं सेवा कर यानी जीएसटी की दरों में बदलाव का सालों से इंतजार कर रहे लोगों को जल्दी ही खुशखबरी मिल सकती है. ऐसा कहा जा रहा है कि अगले साल जीएसटी की दरों को रैशनल बनाने का काम किया जा सकता है और सरकार आगामी अंतरिम बजट में इस बारे में साफ-साफ संकेत दे सकती है.
अब हर साल फरवरी महीने की शुरुआत में बजट पेश होता है. इस बार फरवरी में अंतरिम बजट पेश होने वाला है, क्योंकि मई में लोकसभा के चुनाव हो सकते हैं. आसन्न लोकसभा चुनाव के चलते इस बार के बजट पर भी असर दिख सकता है. ऐसे में बजट में नीतिगत मोर्चे पर बहुत ज्यादा बदलाव की उम्मीद कम ही है. चुनाव के बाद केंद्र में आने वाली नई सरकार पूर्ण बजट लेकर आएगी.
जीएसटी की दरों को रैशनल बनाने की मांग लंबे समय से उठती आई है. विभिन्न स्टेकहोल्डर इस बात की वकालत करते रहे हैं कि जीएसटी के स्लैब कम किए जाने चाहिए. इस दिशा में मंत्रियों के एक समूह ने जून 2022 में अंतरिम रिपोर्ट सौंप दी थी, जिसमें जीएसटी की व्यवस्था को रैशनल बनाने के लिए कई बदलावों की सिफारिश की गई है. सुझाई गई सिफारिशों में कुछ वस्तुओं व सेवाओं पर टैक्स की दरों में बदलाव करना भी शामिल है.
सरकार ने इस साल नवंबर में जीएसटी रेट रैशनलाइजेशन पर मंत्रियों के समूह का पुनर्गठन किया है. इस जीओएम में उत्तर प्रदेश के वित्त मंत्री सुरेश कुमार खन्न को कंवेनर बनाया गया है, जबकि कर्नाटक के राजस्व मंत्री केबी गौड़ा जीओएम के सदस्य हैं. जीओएम के अन्य सदस्यों में गोवा के परिवहन मंत्री माउविन गोदिन्हा, बिहार के वित्त मंत्री विजय कुमार चौधरी, पश्चिम बंगाल की वित मंत्री चंद्रिमा भट्टाचार्य और केरल के वित्त मंत्री केएन बालागोपाल शामिल हैं.
अभी जीएसटी के पांच स्लैब हैं, जिनकी दरें जीरो, 5 पर्सेंट, 12 पर्सेंट, 18 पर्सेंट और 28 पर्सेंट हैं. उनके ऊपर कई मामलों में सेस का प्रावधान ऐसी मांग उठती रही है कि जीएसटी के स्लैब की संख्या घटाकर 3 या 4 की जानी चाहिए. रिपोर्ट के अनुसार, जीएसटी रेट रैशनलाइजेशन पर बने जीओएम की फिलहाल कोई बैठक शेड्यूल्ड नहीं है. ऐसे में यही उम्मीद की जा रही है कि सरकार अंतरिम बजट में संकेत दे सकती है और अगले वित्त वर्ष में इस दिशा में काम हो सकता है.
सीएम ने किया नव सृजित विद्युत वितरण मण्डल चंपावत के कार्यालय भवन का शिलान्यास
-चम्पावत की विद्युत संबंधी समस्याओं का होगा समाधान
चम्पावत, मुख्यमंत्री धामी ने बुधवार को चम्पावत के नवसृजित विद्युत वितरण मण्डल के कार्यालय भवन का शिलान्यास किया। उन्होंने कहा कि नवसृजित विद्युत वितरण खण्ड के कार्यालय भवन बनने से क्षेत्र की विद्युत समस्याओं का त्वरित समाधान होगा। जनपद चम्पावत को आदर्श बनाये जाने की राह में विद्युत समस्याओं के शीघ्र समाधान हेतु उत्तराखण्ड पॉवर कॉरपोरेशन लि. द्वारा उठाया गया यह एक प्रभावी कदम है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि जनपद चम्पावत को आदर्श जनपद बनाने की अवधारणा को साकार करने के लिए लगातार विकास कार्य कराए जा रहे हैं। इसी कड़ी में जनपद के लोगों की विद्युत सम्बन्धी समस्याओं के त्वरित निस्तारण और विद्युत व्यवस्थाओं को बेहतर करने हेतु प्रदेश के उत्तराखंड पावर कारपोरेशन लिमिटेड द्वारा नव सृजित विद्युत वितरण मंडल, चंपावत के कार्यालय भवन का शिलान्यास एवं भूमि पूजन किया गया है। इस मंडल के अंतर्गत तीन विद्युत वितरण खण्ड चंपावत,खटीमा एवं सितारगंज शामिल होंगे। जिससे अब नए सर्किल खुलने के बाद लोगों को अपनी विद्युत समस्याओं को लेकर उच्च अधिकारियों तक पहुंचाने के लिए अधिक दूरी तय नहीं करनी होगी। इसके अलावा इन क्षेत्र में बिजली की समस्याओं के समाधान को लेकर भी लोगों को आसानी होगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि जनपद चम्पावत का विकास हमारी प्राथमिकता में शामिल है। विद्युत वितरण मंडल चंपावत के कार्यालय भवन के निर्माण से चम्पावत के विद्युत संबंधित सभी कार्यो का निष्पादन स्थानीय स्तर पर हो पाएगा।
इस अवसर पर अध्यक्ष जिला पंचायत ज्योति राय, जिलाध्यक्ष भाजपा निर्मल महरा,ब्लॉक प्रमुख चंपावत रेखा देवी, बाराकोट विनीता फर्त्याल, विधायक प्रतिनिधि चंपावत प्रकाश तिवारी, जिलाधिकारी नवनीत पाण्डे,पुलिस अधीक्षक देवेन्द्र पींचा, उत्तराखंड पावर कॉर्पोरेशन एम डी अनिल कुमार यादव, मुख्य विकास अधिकारी संजय सिंह, विद्युत विभाग के निदेशक परिचालन एम एल प्रसाद, मुख्य अभियंता आशीष अरोरा सहित अन्य अधिकारी एवं गणमान्य लोग उपस्थित थे।
विकसित भारत संकल्प यात्रा’ के लाभार्थियों से बातचीत से कार्यक्रम में वर्चुअल माध्यम से जुड़े सीएम धामी
गौसीकुआं, मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी बुधवार को गौसीकुआं लोहियाहेड में विडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी़ द्वारा ’विकसित भारत संकल्प यात्रा’ के लाभार्थियों से बातचीत से संबंधित कार्यक्रम में वर्चुअल माध्यम से जुडे। कार्यक्रम के पश्चात आयोजित कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने कहा कि जहां से लोगों की उम्मीदें खत्म हो जाती हैं वहां से प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी की गारंटी शुरू होती है। उन्होंने कहा कि विकसित भारत के संकल्प के साथ प्रधानमंत्री श्री मोदी की गारंटी की गाड़ी देश के हर कोने तक पहुंच रही है। एक महीने के अंतराल में ही विकसित भारत संकल्प यात्रा हजारों गांवों और शहरों, विशेषकर छोटे शहरों में पहुंच गई है।
प्रधानमंत्री द्वारा देश के हजारों भारत संकल्प यात्रा के लाभार्थियों से बातचीत के दौरान हरिद्वार के लाभार्थी गुरूदेव सिंह से भी बात कर कृषि, पशुपालन, मत्स्य पालन, शहद उत्पादन के द्वारा आय के संसाधनों में वृद्धि पर ध्यान देने पर बल दिया गया। मुख्यमंत्री ने कहा कि हरिद्वार के गरूदेव सिंह एक किसान हैं तथा मत्स्य पालन से जुड़े हैं, मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री द्वारा सरकारी योजनाओं का लाभ लेकर इस नवाचार के लिये हरिद्वार के किसान गुरूदेव सिंह की सराहना करना अन्य किसानों के लिये भी प्रेरणादयी बताया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्तमान में देश में विकसित भारत संकल्प यात्रा का व्यापक अभियान चल रहा है, जोकि उम्मीदों का एक जीवंत कारवां है। उन्होंने कहा कि विकसित भारत संकल्प यात्रा का उद्देश्य विभिन्न जन कल्याणकारी योजनाओं के बारे में नागरिकों के बीच जागरूकता पैदा करना और योजनाओं के शत प्रतिशत संतृप्ति के लिए “जनभागीदारी“ की भावना में उनकी भागीदारी को सुनिश्चित करना है। उन्होंने कहा कि यह देश की अब तक की सबसे बड़ी पहल है।
उन्होंने कहा कि केन्द्र तथा राज्य सरकार परिवार के सदस्य की भांति जनता की चिंता कम करने का प्रयास कर रही है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के विजन के अनुरूप 2047 में देश विकसित होकर रहेगा, इस विचार को लेकर सभी को आगे बढ़ना होगा। उन्होंने कहा कि देश को विकसित बनाने में यह संकल्प बहुत काम आयेगा। उन्होंने सभी से विकसित भारत के संकल्प को आगे बढ़ाने का आह्वान भी किया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने देश को एक विकसित राष्ट्र बनाने का सपना देखा है और एक विकासशील राष्ट्र को विकसित राष्ट्र बनाने के लिए क्या-क्या आवश्यकताएं होती है, इसको एक विजन के रूप में प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी पूरा कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि जब देश अपनी आजादी के 100 वर्ष पूर्ण कर रहा होगा तब निश्चित ही हमारा देश विकसित राष्ट्र के रूप में अपनी पहचान बनायेगा। उन्होंने कहा कि विकसित भारत की संकल्पना के साथ कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं, इसमें गरीबों के लिए संचालित सेवाओं के साथ कृषि, स्वास्थ्य, आधार सहित अन्य सेवाएं पात्र व्यक्तियों तक पहुंचाने का अभिनव प्रयास किया जा रहा है। उन्होंने सभी लोगों को योजनाओं का लाभ लेने की अपील करते हुए सभी जिला स्तरीय अधिकारियों को बेहतर कार्य करते हुए जन कल्याण हेतु चलाई जा रही सभी योजनाओं का लाभ दूरस्थ क्षेत्रों के पात्र व्यक्तियों तक पहुंचाने के निर्देश दिए।
इस अवसर पर जिलाधिकारी उदयराज सिंह एसएसपी मंजूनाथ टीसी, मुख्य विकास अधिकारी विशाल मिश्रा, अपर जिलाधिकारी अशोक कुमार जोशी, ब्लॉक प्रमुख रणजीत सिंह नामधारी, बीजेपी जिलाध्यक्ष कमल जिंदल, मुख्य कृषि अधिकारी एके वर्मा, मुख्य उद्यान अधिकारी भावना जोशी, जिला समाज कल्याण अधिकारी अमन अनिरुद्ध, महाप्रबंधक उद्योग विपिन कुमार सहित बड़ी संख्या में क्षेत्रीय जनता उपस्थित रही।
एम्स में शुरू हुई कोविड स्क्रीनिंग ओपीडी : सुबह 9 से सांय 5 बजे तक होगी जांच, संभावित संक्रमण को देखते हुए संस्थान ने उठाया कदम
ऋषिकेश,कोरोना वायरस के संभावित संक्रमण को देखते हुए एम्स ऋषिकेश में कोविड स्क्रीनिंग ओपीडी की शुरुआत कर दी गई है। संस्थान के ट्राॅमा सेन्टर के सम्मुख स्थापित इस ओपीडी एरिया में फ्लू क्लीनिक के माध्यम से प्रत्येक संदिग्ध रोगी की कोविड जांच भी की जाएगी।
कोरोना वायरस संक्रमण के संभावित प्रसार से लड़ने के लिए एम्स ऋषिकेश पूरी तरह तैयार है। संस्थान ने इस सम्बन्ध स्क्रीनिंग ओपीडी की शुरुआत करने के साथ-साथ आपात स्थिति वाले कोविड संक्रमित मरीजों के लिए 6 बेड भी रिजर्व किए हैं।
उल्लेखनीय है कि पिछले कुछ दिनों के दौरान देश के विभिन्न क्षेत्रों में कोरोना वायरस के उप-स्वरूप जेएन.1 के कुछ नए मामले सामने आए हैं। हालांकि उत्तराखंड में कोरोना के नए वायरस से ग्रसित मरीज का एक भी मामला अभी प्रकाश में नहीं आया है। लेकिन एतिहातन स्वास्थ्य सुरक्षा उपायों को तेज करते हुए एम्स ऋषिकेश द्वारा संदिग्ध मरीजों की कोविड जांच सुविधा शुरू कर दी है।
इस बाबत एम्स के जनसंपर्क अधिकारी संदीप कुमार सिंह ने बताया कि संस्थान की निदेशक प्रोफेसर मीनू सिंह के दिशा-निर्देशों के अनुरूप अस्पताल प्रशासन द्वारा कोविड संदिग्ध मरीजों की स्क्रीनिंग करने हेतु यह कदम उठाया गया है। उन्होंने बताया कि एम्स के चिकित्सा अधीक्षक प्रोफेसर आर.बी. कालिया ने इस बारे में एक रोज पूर्व ही सम्बन्धित विभागों की बैठक ली थी। बैठक के दौरान प्रो. कालिया ने अस्पताल पहुंचने वाले प्रत्येक कोविड संदिग्ध व्यक्ति की स्क्रीनिंग करने को कहा था। अनुपालन में कोरोना संक्रमण जांच हेतु ट्राॅमा सेन्टर के सम्मुख कोविड स्क्रीनिंग ओपीडी एरिया बनाया गया है। इस ओपीडी में सुबह 9 बजे से सांय 5 बजे तक दैनिक तौर से कोविड संदिग्ध और फ्लू से ग्रसित मरीजों की स्वास्थ्य जांच की जाएगी। इसे ’फ्लू क्लीनिक’ का नाम दिया गया है। उन्होंने बताया कि कोरोना की पिछली लहर के दौरान देखा गया कि कोरोना वायरस अपना स्वरूप बदलने में माहिर है, इसलिए फ्लू क्लीनिक में प्रत्येक ऐसे मरीज की जांच की जाएगी जो खांसी, बुखार, सर्दी और जुकाम जैसे लक्षणों से प्रभावित हो। आवश्यकता पड़ी तो ऐसे संदिग्ध मरीज का कोविड सैम्पल लेकर जांच हेतु भी भेजा जाएगा।
जनसंपर्क अधिकारी ने बताया कि फ्लू क्लीनिक में निर्धारित ओपीडी टाईम सांय 5 बजे के बाद अस्पताल पहुंचने वाले आपात स्थिति के कोविड संदिग्ध लोगों को अस्पताल की मेडिसिन इमरजेंसी में जांच कराने की सुविधा होगी। उन्होंने यह भी बताया कि कोरोना वायरस के संभावित संक्रमण के चलते अस्पताल के जिरियाट्रिक वार्ड में 6 बेड कोविड संदिग्ध मरीजों के लिए आरक्षित किए गए हैं। यहां आपात स्थिति के कोविड संदिग्ध मरीजों को उपचार हेतु भर्ती किया जाएगा।
दीक्षांत समारोह में मेधावियों को मिले मेडल : राज्यपाल व सीएम ने सराहा ओपन यूनिवर्सिटी का कांसैप्ट
-उच्च शिक्षा मंत्री बोले, डीजी लॉकर से मिलेंगी छात्रों को डिग्रियां
-विश्वविद्यालयों में लागू होगी केन्द्रीय मूल्यांकन व्यवस्था, मिलेंगे 20-20 करोड़
हल्द्वानी/ देहरादून, उत्तराखंड मुक्त विश्वविद्यालय के अष्टम दीक्षांत समरोह में राज्यपाल (रि.) लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह, मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी एवं उच्च शिक्षा मंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने 21 छात्रों को विश्वविद्यालय स्वर्ण पदक, दो छात्रों को कुलाधिपति स्वर्ण पदक एवं तीन प्रायोजक स्वर्ण पदक प्रदान किये। इसके साथ ही पांच छात्रों को पीएचडी की उपाधि तथा विभिन्न विद्याशाखाओं में 15417 को स्नातक और स्नाकोत्तर की उपाधि प्रदान की गई। इस दौरान राज्यपाल एवं मुख्यमंत्री ने मुक्त विश्वविद्यालय के कॉसैप्ट की सराहना की, साथ ही उन्होंने सभी छात्रों के उज्ज्वल भविष्य की कामना की। उच्च शिक्षा मंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने कहा कि उच्च शिक्षा के क्षेत्र में राज्य सरकार ने तीन बड़े कदम उठाये हैं जिसमें प्रत्येक छात्र-छात्राओं का अब डीजी लॉकर के माध्यम से डिग्रियां दी जायेगी। दूरस्थ शिक्षा में एडमिशन लेने वाले छात्र-छात्राओं को निःशुल्क पुस्तकें वितरित की जायेंगी। परीक्षा परिणाम समय पर घोषित हों इसके लिये प्रत्येक विश्वविद्यालयों में केन्द्रीय मूल्यांकन व्यवस्था लागू की जायेगी इसके लिये पीएम-रूसा से तहत विश्वविद्यालयों को 20-20 करोड़ की धनराशि आवंटित की जायेगी।
उत्तराखंड मुक्त विश्वविद्यालय के आठवें दीक्षांत समारोह को बतौर मुख्य अतिथि सम्बोधित करते हुये विश्वविद्यालय के कुलाधिपति व राज्यपाल (रि.) लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह ने कहा कि ओपन यूनिवर्सिटी डिस्टेंस एजूकेशन में बेहतर कार्य कर रही है। उन्होंने कहा कि यह खुशी की बात है, कि बेटियों ने एक बार फिर से अव्वल काम किया है। उन्होंने नई शिक्षा प्रणाली को बेहतर ढंग से लागू करने और 2047 तक विकसित भारत के लक्ष्यों को पूरा करने का छात्र-छात्राओं से आहवान किया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने उत्तराखंड छात्र-छात्राओं व शिक्षकों को बधाई देते हुए उनके उज्जवल भविष्य की कामना की। कहा कि उच्च शिक्षा उत्तराखंड में एक सेतु का काम कर रही है।
दीक्षांत समारोह को सम्बोधित करते हुये प्रदेश के उच्च शिक्षा मंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने कहा कि सरकार प्रदेश में परिणाम आधारित गुणवत्तापरक शिक्षा के लिये दृढ़ संकल्पित है। इसके लिये सरकार ने उच्च शिक्षा के अंतर्गत विश्वविद्यालयों एवं महाविद्यालयों में एक प्रदेश, एक प्रवेश, एक परीक्षा, एक परिणाम, एक दीक्षांत व एक चुनाव का कॉसेप्ट लागू किया है। जिसके नतीजे सामने आने लगे हैं। उच्च शिक्षा मंत्री ने कहा कि सरकार ने तीन बड़े निर्णय लिये हैं जिसमें विश्वविद्यालयों एवं महाविद्यालयों में अध्ययनरत छात्र-छात्राओं को अब डीजी लॉकर के माध्यम से शैक्षिक प्रमाण पत्र दिये जायेंगे इससे छात्र-छात्राओं को विश्वविद्यालयों के अनावश्यक चक्कर नहीं काटने पड़ें और उनका समय भी बर्बाद नहीं होगा। उन्होंने कहा कि समय पर परीक्षा परिणाम घोषित हो सके इसके लिये प्रत्येक विश्वविद्यालय में केन्द्रीय मूल्यांकन की व्यवस्था की जायेगी। इसके लिये विश्वविद्यालयों को पीएम-रूसा के तहत 20-20 करोड़ की धनराशि आवंटित की जायेगी। डॉ. रावत ने कहा कि इससे विश्वविद्यालयों एवं महाविद्यालयों की शैक्षिक गतिविधियों में सुधार होगा और शिक्षण संस्थानों में 180 दिवस पढ़ाई हो सकेगी। इसके अलावा राज्य सरकार ने दूरस्थ शिक्षा में एडमिशन लेने वाले छात्र-छात्राओं को निःशुल्क पुस्तक उपलब्ध कराने का निर्णय लिया है। शिक्षा मंत्री डॉ. रावत ने कहा कि प्रदेश में शैक्षिक कैलेण्डर में समानता लाने के लिये विद्यालयी शिक्षा विभाग के अंतर्गत अभी से 10वीं व 12वीं कक्षाओं की बोर्ड परीक्षाओं के परिणाम घोषित करने की तिथि 30 अप्रैल 2024 नियत कर दी गई है, ताकि छात्र-छात्राएं उच्च शिक्षण संस्थानों में प्रवेश के लिय समय पर अवेदन कर सके।
इस अवसर पर यूओयू के कुलपति ओपीएस नेगी, लालकुआं विधायक मोहन सिंह बिष्ट, नैनीताल विधायक सरिता आर्या, भीमताल विधायक राम सिंह कैड़ा, निवर्तमान मेयर जोगेन्द्र पाल सिंह रौतेला, भाजपा जिलाध्यक्ष प्रताप बिष्ट, समेत कई लोग मौजूद रहे। इस दौरान कुमाऊँ आयुक्त दीपक रावत, पुलिस उपमहानिरीक्षक कुमाऊँ डॉ. योगेंद्र रावत, जिलाधिकारी नैनीताल वंदना सिंह, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक नैनीताल प्रहलाद नारायण मीणा सहित कई प्रशासनिक अधिकारी उपस्थित थे।