Monday, May 12, 2025
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AI से शिपिंग क्षेत्र में क्रांतिकारी बदलाव: डा0 मीनाक्षी सुन्दरम

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अन्तर्राष्ट्रीय मैरिन टाइम कांफ्रेंस में विषेषज्ञों, उद्यमियों ने चुनौतियों, संभावनाओं पर किया मंथन
देहरादून , आर्टिफीशियल इंटेलीजेंस (AI) तकनीक ने शिपिंग क्षेत्र में क्रांतिकारी बदलाव ला दिये है और अब बैहतर तरीके से शिपिंग उद्योग अपार समानताओं के साथ सभी देशों में पावं जमा रहे है। यह बात राजपुर रोड़ नियत एक होटल में प्रमुख सचिव ऊर्जा डा0 मीनाक्षी सुन्दरम ने अर्न्तराष्ट्रीय मैरिनटाइम कांफ्रेंस आरोहण अर्न्तराष्ट्रीय मैरिनटाइम कांफ्रेंस आरोहण  में बतौर मुख्य अतिथि शामिल हुए
ऊर्जा सचिव डा0 सुन्दरम ने अपने अनुबन्ध साझा करते हुए देश-विदेश में बड़े शिप मालिक ट्रेडर्स माइनर्स नीति नियंता को इस क्षेत्र मे आगे भी पूरे उत्साह से कार्य करते हुए उत्तराखण्ड सरकार की तरफ से सभी जरूरी सहयोग उपलब्ध कराने का आश्वासन दिया। उन्होने कहा मौसम का पुर्व अनुमान सही, जल मार्ग का चयन और बहुत सी और भी चुनौतियां शिपिंग क्षेत्र में मौजुद थी ।प् तकनीक के प्रचार प्रसार के कारण अब सुगम एवं त्रुटि रहित हो गई है और इस कारण यह क्षेत्र अब सुनुयोजित तरीके से बेहत तेजी से देश की अर्थव्यवस्था में महत्वपूर्ण योगदान दे रहा है।
इससे पूर्व उन्होने आई एम ई के संस्थपक कैप्टन कुनाल उनियाल की स्वय लिखित पुस्तक का विमोचन किया। कांफ्रेंस में सयुक्त निदेशक उद्योग उत्तराखण्ड डा. दीपक मुरारी ने शिपिंग कंपनियो का स्वगत करते हुए कहा उत्तराखंण्ड नये स्टार्टअप को सपोर्ट कर रहा है, इसके लिए सरकार फंडिंग भी दे रही है। उन्होंने शिपिंग कंपनियो के प्रतिनिधियों का आहवान किया कि उत्तराखंण्ड में अपने स्टार्टअप की शुरूआत करें। उन्हें सरकार की ओर से हर प्रकार का सहयोग प्रदान किया जाएगा।
आई एम ई के सह संस्थापक कैप्टन कुनाल उनियाल ने कहा दुनिया भर में शिंपिग के क्षेत्र में काम करने वालों में भारत मे सबसे ज्यादा संख्या देहरादून के युवाओं की है। उन्होंने कहा कांफ्रेंस के जरिए हमने यह प्रयास किया है कि एक प्लेटफार्म से ओर केवल अपने लैपटाप के माध्यम से ही उत्तराखण्ड का युवा शिपिंग के क्षेत्र में आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस तकनीक से नाम रोशन कर सके। इसके साथ ही सहसंथापक विकास गड्डू ने भी शिपिंग के क्षेत्र की तकनीकी जानकारी साझा की।
इंस्टीट्यूट ऑफ चार्टर्ड शिपब्रोकर्स यूके के अध्यक्ष पुनीत ओझा ने कहा आरोहण एक ऐसा ही मंच है और यह एक महत्वपूर्ण मंच है। वीसी विशेषज्ञ अनिल तनेजा ने कहा कि मुझे यकीन है कि वैश्विक समुद्री पेशेवरों श्री कुणाल और विकास द्वारा स्थापित प्डम् गति निर्धारित करेगा और इस क्षेत्र में और अधिक पेशेवरों को शामिल होने के लिए प्रोत्साहित करेगा।
शिपफिनेक्स (यूएई) के संस्थापक और सीईओ कैप्टन विकास पांडे, पंकज कपूर ने आरोहण 2025 समुद्री नवाचार और सहयोग को महत्वपूर्ण रूप से प्रभावित करने के लिए तैयार है, जो दुनिया भर में समुद्री विशेषज्ञों और विचारकों के बीच आवश्यक संवादों को बढ़ावा देगा।
निदेशक, स्किल्सप्लस लिमिटेड और स्वतंत्र अंतर्राष्ट्रीय मध्यस्थ जगमीत मक्कड़, FICS ने कहा वैश्विक स्तर पर प्रतिस्पर्धा करने के लिए, भारत को बंदरगाहों का आधुनिकीकरण करना होगा, नीतियों को सुव्यवस्थित करना होगा और कौशल विकास में निवेश करना। कांफ्रेंस में ग्राफिक एरा की तकनीकि प्रमुख (सीईओ) सरिश्मा डांगी ने इस दिशा में विश्वविद्यालय में चल रहे कार्य योजनाओं की जानकारी दी। इस अवसर पर शिपिंग क्षेत्र से जुडे़ कई गणमन्य लोग उपस्थित रहे।

इण्डियन मास्टरमाइंडस संस्था ने उत्तराखंड गुड गवर्नेंस अवॉर्ड्स 2025 कार्यक्रम का किया आयोजन

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प्रमुख सचिव (कार्मिक एवं सामान्य प्रशासन)  मीनाक्षी आर. सुंदरम ने पूर्व स्वास्थ्य महानिदेशक सुनीता टम्टा सहित शासन की कई विभूतियां को उत्कृष्ट कार्य करने पर अवार्ड देकर सम्मानित किया

देहरादून,आज का दिन वास्तव में शासन प्रशासन में बैठी ऐसी कई हस्तियां को उनके उल्लेखनीय एवं उत्कृष्ट कार्यों को सिर आंखों पर बैठाकर उनको सम्मानित करने का रहा है, जिन्होंने न सिर्फ अपने महत्वपूर्ण ओहदों पर रहकर अपने कर्तव्यों का पूरी ईमानदारी के साथ निर्वहन किया बल्कि अच्छे कार्यों के लिए अपनी छाप भी छोड़ी है I अवार्ड 2025 के किस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि प्रमुख सचिव श्री आर मीनाक्षी सुंदरम ने पूर्व स्वास्थ्य महानिदेशक सुनीता तमता सहित कई को विभिन्न क्षेत्रों में सराहनीय योगदान देने पर अवार्ड देकर सम्मानित किया I सुंदरम ने यह अवार्ड देते हुए कहा कि हम सभी का पैरामीटर विकास होना चाहिए I उत्कृष्टता के सम्मान से नमस्ते हुए नवाज होते हुए प्रमुख सचिव ने इस बात पर विशेष जोर दिया कि अधिकारियों को सदैव हुई सही दिशा में अपने कर्तव्यों का निर्वहन करना चाहिए I उत्तराखंड गुड गवर्नेंस अवॉर्ड्स 2025 में बेहतरीन प्रशासनिक नेतृत्व को सम्मानित किए जाने के इस सुनहरे अवसर पर उत्तराखंड राज्य की जूरी माने गए पूर्व मुख्य सचिव इंदु कुमार पांडे, पूर्व मुख्य सचिव शत्रुघ्न सिंह तथा पूर्व डीजीपी एम ए गणपति के कार्यों को बखूबी सराहा गया I अवार्ड सेरेमनी में यह अवॉर्ड्स विशेष रूप से उन जिलों को मिले, जिन्होंने स्वास्थ्य, शिक्षा, कानून व्यवस्था और महिला सशक्तिकरण में बेहतरीन प्रदर्शन किया, जिससे विकास के नए मापदंड स्थापित हुए।

इस साल के अवॉर्ड्स में खासतौर से उत्तराखंड के प्रशासनिक बदलावों को सराहा गया, जिसने राज्य को एक बेहतर शासन व्यवस्था और स्थायी विकास का मॉडल बनाया। इस मौके पर नीति-निर्माता, कई जाने माने प्रशासनिक अधिकारी और विशेषज्ञ एक साथ आए और उत्तराखंड के विकास पर चर्चा करते हुए उसमें उत्तराखंड राज्य की भौगोलिक आपदा ग्रस्त एवं आर्थिक परिस्थितियों पर गहन चर्चा एवं मंथन करते हुए चुनौतियां को देखते हुए पूरी मुस्तादी के साथ कार्य करने पर बोल दिया गया इस चर्चा एवं मंथन में वरिष्ठ पत्रकार एसएमए काज़मी, सौरभ इंडियन ऑयल के क्षेत्र में विशेष कार्य करने वाले कृष्ण कुमार गुप्ता आदि ने प्रतिभाग किया और अपने अनुभव एवं सुझाव देते हुए राज्य एवं देश को विकास की दिशा में और आगे ले जाने पर बल दिया I उत्तराखंड का चमकता सितारा नैनीताल इस साल के अवॉर्ड्स में सबसे आगे रहा। नैनीताल ने सभी प्रमुख श्रेणियों में शीर्ष स्थान हासिल कर इतिहास रचा। देहरादून ने चार अलग-अलग श्रेणियों में पुरस्कार जीतकर उपविजेता का स्थान प्राप्त किया। वहीं, ऊधमसिंहनगर और हरिद्वार को दो-दो श्रेणियों में अवॉर्ड मिले।

उत्कृष्टता के उत्सव में कभी ‘मनी-ऑर्डर इकोनॉमी’ से जूझ रहे उत्तराखंड ने 2000 में अपने गठन के बाद से जबरदस्त बदलाव देखा है। आर्थिक चुनौतियों से निकलकर यह राज्य आज विकास का प्रतीक बन चुका है। इंडियन मास्टरमाइंड्स, इंडियन मास्टरमाइंड रिसर्च एंड वेलफेयर फाउंडेशन, सेंटर फॉर पब्लिक पॉलिसी एंड गुड गवर्नेंस और श्रेष्ठ उत्तराखंड ने इस अवॉर्ड समारोह की शुरुआत की, ताकि उन लोगों को सम्मानित किया जा सके जिन्होंने राज्य को इस मुकाम तक पहुंचाया आईआरडीटी ऑडिटोरियम में आयोजित किए गए इस कार्यक्रम में उत्तराखंड के विकास में योगदान देने वाले प्रमुख अधिकारियों और विशेषज्ञों की मौजूदगी रही।

समारोह की शुरुआत ‘उत्तराखंड के विकास की दृष्टि’ पर एक विशेष पैनल चर्चा से हुई, जिसमें राज्य के भविष्य और विकास रणनीतियों पर गहन विचार-विमर्श किया गया। इस चर्चा में प्रमुख वक्ताओं के रूप में सौरभ तिवारी (हेड और डायरेक्टर, ब्यूरो ऑफ इंडियन स्टैंडर्ड – BIS, देहरादून), कृष्ण कुमार गुप्ता (डिविजनल रिटेल सेल्स हेड, इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन लिमिटेड), राजेंद्र पी. ममगैन (विकास अर्थशास्त्री), और एस.एम.ए. काज़मी (पूर्व संपादक, द ट्रिब्यून, देहरादून) ने भाग लिया। चर्चा का संचालन वरिष्ठ पत्रकार मनोज सिंह ने किया। इस विचार-विमर्श में आधुनिक प्रशासनिक मॉडल, सतत विकास की संभावनाएं, और पब्लिक-प्राइवेट पार्टनरशिप की भूमिका पर विस्तार से चर्चा की गई, जिससे उत्तराखंड के समग्र विकास की दिशा में नए विचारों और योजनाओं को प्रेरणा मिली। महिला सशक्तिकरण पुरस्कार में नैनीताल ने स्कोर 74 के साथ पहला स्थान प्राप्त किया, जहाँ महिला स्वयं सहायता समूहों और वित्तीय साक्षरता कार्यक्रमों को विशेष बढ़ावा दिया गया। इस श्रेणी में पौड़ी गढ़वाल दूसरे स्थान पर और अल्मोड़ा एवं बागेश्वर संयुक्त रूप से तीसरे स्थान पर रहे। कानून व्यवस्था उत्कृष्टता पुरस्कार में नैनीताल ने स्कोर 80 के साथ प्रभावी पुलिसिंग और सामुदायिक पुलिसिंग के क्षेत्र में बेहतरीन प्रदर्शन किया, जबकि ऊधम सिंह नगर और देहरादून क्रमशः दूसरे और तीसरे स्थान पर रहे। उत्तराखंड राज्य की राजधानी में आयोजित किए गए इस अवार्ड कार्यक्रम में इंडियन मास्टरमाइंड्स द्वारा प्रस्तुत यह कार्यक्रम उत्तराखंड की नवाचार, नेतृत्व और विकास की भावना का प्रमाण बनाकर सभी के सामने उभरा है।

हिमालयन टूरिज्म सम्मान और कॉन्क्लेव 2025: पर्यटन उत्कृष्टता के लिए पुरस्कार और सम्मान के साथ संपन्न

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देहरादून, हिमालयन टूरिज्म सम्मान और कॉन्क्लेव 2025 आज उत्तराखंड में पर्यटन के विकास का जश्न मनाते हुए पुरस्कार सम्मानों की एक श्रृंखला के साथ संपन्न हुआ। इस कार्यक्रम में पर्यटन, आतिथ्य और यात्रा क्षेत्रों के प्रमुख हितधारक एक साथ आए।
कार्यक्रम की शुरुआत पीएचडीसीसीआई उत्तराखंड के अध्यक्ष श्री हेमंत कोचर के स्वागत भाषण के साथ हुई, जिसके बाद कश्मन वेकफील्ड की सुश्री दीपाली धुलिया द्वारा टिकाऊ पर्यटन पर और उत्तराखंड पर्यटन विकास बोर्ड की श्रीमती पूनम चंद द्वारा पर्यटन में सरकारी पहलों पर ज्ञानवर्धक सत्र आयोजित किए गए। सुश्री श्वेता बिष्ट, स्वतंत्र सलाहकार, ने राज्य में साहसिक पर्यटन के महत्व पर चर्चा की, जबकि श्रीमती हनी भारद्वाज ने कर्नल अश्विनी पुंडीर, उत्तराखंड पर्यटन विकास बोर्ड के पूर्व अतिरिक्त मुख्य कार्यकारी अधिकारी, के साथ उत्तराखंड में साहसिक पर्यटन की भूमिका पर एक सत्र का संचालन किया।
इको-टूरिज्म, ग्रामीण पर्यटन, होमस्टे और कौशल विकास पर एक पैनल चर्चा में लर्ननेट स्किल्स के श्री रमेश पेटवाल और एफसीआई इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट के श्री अंशु सक्सेना जैसे उद्योग विशेषज्ञों ने भाग लिया।
पीएचडीसीसीआई हिट्स जूरी 2025 ने विभिन्न श्रेणियों में पर्यटन में उत्कृष्ट योगदान को पुरस्कारों के साथ मान्यता दी। विजेताओं में नमाह नैनीताल को सर्वश्रेष्ठ सुपर लग्जरी प्रॉपर्टी, गंगा किनारे को सर्वश्रेष्ठ प्रीमियम प्रॉपर्टी और कैंप निर्वाण को सर्वश्रेष्ठ कैंप रिज़ॉर्ट के रूप में चुना गया। अन्य उल्लेखनीय सम्मानों में सर्वश्रेष्ठ साहसिक पर्यटन प्रदाता के लिए डीस्प्लैश बंजी और ट्रेक द हिमालय शामिल थे।
कार्यक्रम में स्थिरता उपलब्धियों को भी उजागर किया गया, जिसमें फंटो इको-टूरिज्म ज़ोन को प्रकृति संरक्षण के लिए, आरोही सोसाइटी को गंतव्य विकास के लिए और ट्रेक द हिमालय को जिम्मेदार नियोक्ता के लिए पुरस्कार दिए गए। जूरी चॉइस रिकॉग्निशन में उत्तराखंड सरकार के वन विभाग को वर्ष का स्थिरता चैंपियन, चोपता-तुंगनाथ-चंद्रशिला हिमालयन ट्रेक को पर्यटन पथप्रदर्शक और देहरादून शहर को वर्ष का गंतव्य के रूप में चुना गया।
माननीय न्यायमूर्ति राजेश टंडन की अध्यक्षता वाली जूरी में भारत सरकार के पर्यटन मंत्रालय के पूर्व सचिव श्री विनोद जुत्शी और यूएनडीपी के उत्तराखंड राज्य प्रमुख डॉ. प्रदीप मेहता जैसी उल्लेखनीय हस्तियां शामिल थीं।
हिमालयन टूरिज्म सम्मान और कॉन्क्लेव 2025 ने टिकाऊ पर्यटन विकास, कौशल वृद्धि और जिम्मेदार पर्यटन प्रथाओं के लिए राज्य की प्रतिबद्धता को मजबूत किया।

केदारनाथ विधायक आशा नौटियाल ने क्षेत्र भ्रमण कर सुनी जनसमस्याएं

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रुद्रप्रयाग – केदारनाथ विधायक आशा नोटियाल ने तल्लानागपुर क्षेत्र में पहुँचकर जन समस्यायें सुनी चोपता बाजार में भाजपा मंडल अध्यक्ष अर्जुन सिंह नेगी की अध्यक्षता में आयोजित जनता मिलन कार्यक्रम में क्षेत्र के विभिन्न गाँवों से फरियादी पहुँचे। इससे पूर्व बड़ी संख्या में भाजपा कार्यकर्ताओं और ग्रामीणों ने फूलमालाओं से विधायक का भव्य स्वागत किया।
जनता मिलन कार्यक्रम में केदारनाथ विधायक आशा नौटियाल ने कहा, कि उनके स्तर की समस्याओं का शीघ्र निस्तारण करने को वो प्रयासरत है। इसीलिए आज का कार्यक्रम रखा गया है,जो छोटी-छोटी समस्याएं होंगी, उन समस्याओं को भी क्षेत्र की जनता और सभी जनप्रतिनिधियों के साथ समन्वय तालमेल बिठाकर कार्य किया जाएगा, इस क्षेत्र की सबसे बड़ी समस्याएं, जैसे पेयजल योजना, सड़क निर्माण कार्य, रोड़ों का डामरीकरण, पॉलिटेक्निक संस्थान निर्माण कार्य, चांद धार में मिनी स्टेडियम,का निर्माण कार्य है, मुख्यमंत्री की घोषणा एक बड़ा अस्पताल, इन सभी समस्याओं पर शासन स्तर पर कार्य चल रहा है, केदारनाथ विधायक ने सभी को अवगत कराया, क्षेत्र का विकास होगा तभी युवाओं को रोजगार के अवसर प्राप्त होंगे, जैसे होमस्टे, व होटल बनेंगे, कार्तिक स्वामी मंदिर में काम जोरों पर चल रहा है, चार धाम यात्रा में श्रद्धालु आएंगे, स्थानियों को रोजगार के अवसर प्राप्त होंगे, और सर्व प्रथम कि यहां पर कहीं पर भी जमीन उपलब्ध होती है, पूर्व सैनिकों के लिए एक सामुदायिक केंद्र और एक बड़ा अस्पताल बनाने की भी योजना है, चोपता बाजार में सुलभ शौचालय बनाने की घोषणा करती हूं,
कार्यक्रम के शुभ अवसर पर मण्डल अध्यक्ष अर्जुन सिंह नेगी,जिला पंचायत की पूर्व सदस्य सुनीता बर्तवाल, जिला युवा मोर्चा मंत्री अमित प्रदाली, जिला सहसंयोजक सोशल मीडिया मानेंद्र कुमार, मंडल महिला मोर्चा की अध्यक्ष, दुर्गा करासी, अनु० मोर्चा के अध्यक्ष अमित कुंजवाल, मंडल कोषाध्यक्ष राकेश रावत, मंडल महिला मोर्चा उपाध्यक्ष राखी गुसाई, मंडल मंत्री मीनाक्षी बर्तवाल, हर्ष लाल,दीपक नेगी, मण्डल युवा मोर्चा उपाध्यक्ष योगंबर रावत, लक्ष्मण बर्तवाल, पूर्व प्रधानाचार्य सूरजपाल सिंह गुसाई, भागचंद लाल, यशपाल रावत, आदि सभी कार्यकर्ता व ग्रामीण उपस्थित रहे।

धामी सरकार का तीन वर्ष का कार्यकाल निराशाजनक – सूरज नेगी

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रुद्रप्रयाग- काग्रेस ने भाजपा सरकार के तीन साल को निरास जनक बताया। भ्रष्टाचार बिगड़ती कानून व्यवस्था बेलगाम नौकरशाही सरकार की तीन साल की उपलब्धियां रही यह कहना है काँग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता सूरज नेगी का।
उन्होने सरकार के तीन साल के कार्यकाल पर कहा कि जहाँ राज्य की भाजपा सरकार राज्य में जहां अपनी उपलब्धियां को सेवा दिवस के नाम पर झूठे ढोल पीट कर जनता को गुमराह करने की कोशिश कर रही है वहीं सरकार की कलई खोलने वाले कई मुद्दे राज्य में चर्चा का विषय बने हुए हैं। राज्य की भाजपा सरकार को घेरते हुए उत्तराखंड कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता सूरज नेगी ने सरकार पर आरोपी कहाँ झड़ी लगाते हुए कहा कि जहां भाजपा सरकार अपनी उपलब्धियां के नाम पर जनता को गुमराह करने का प्रयास कर रही है वही आज उत्तराखंड भ्रष्टाचार के रूप में एक मॉडल राज्य की तरह हो गया है राज्य में कई अधिकारी और राजनेता अकूत संपत्ति के मालिक मालिक बन बैठे हैं जनपद स्तरों पर भ्रष्टाचार चरम पर है उन्होंने कहा किआज उत्तराखंड आई ए एस और पीसीएस अधिकारियों का चाहिता राज्य बन गया है व राज्य के बड़े नेताओं के साथ लाबिंग कर अपना ताना-बाना बुनकर करोड़ों रुपए कमा कर दूसरे प्रदेशों में संपत्ति अर्जित कर कारोबार कर रहे हैं और राज्य को चूना लगा लगाने पर लगे श्री नेगी ने कहा कि एक और सरकार विपक्षी दलों के नेताओं पर ई डी और सीबीआई के छापे मरवा कर डरा और धमका रही है वहीं सत्ताधारी दल के नेताओं और भ्रष्ट्र अधिकारियों को बचाया जा रहा है उन्होंने कहा कि प्रदेश में भ्रष्टाचार का बोलबाला इतना हो गया है कि बिना पैसे लिए दिए आम आदमी के कार्य नहीं हो पा रहे हैं कमीशन खोरी खुलेआम हो रही है यहां तक कि भ्रष्टाचार गूगल पे और पेटीएम के माध्यम से भी कमीशन का पैसा अधिकारी और कर्मचारियों के माध्यम से चलाया जा रहा है बड़ी-बड़ी कंपनियों ने छोटे-छोटे व्यवसायों के रोजगारों के अवसर बंद कर दिए हैं निर्माण कार्य मानकों को ठेंगा दिखाकर किया जा रहे हैं उन्होंने कहा कि सड़कों की दुर्दशा किसी से छिपी नहीं है सड़कों पर डामरीकरण दो माह भी नहीं टिक पा रहा है जनता की गाड़ी कमाई पर अधिकारियों ने ग्रहण लगा दिया है बिना गुणवत्ता के लगाए पुस्ते बरसात में भर भरा कर गिर रहे हैं प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता सूरज नेगी ने राज्य सरकार की नाकामियों को गिनाते हुए कहा कि मुख्यमंत्री शिकायत प्रकोष्ठ 1905 निष्क्रिय पड़ा है जिस पर आम जनमानस की शिकायतों की सुनवाई तक भी नहीं है अधिकारी शिकायतों का निवारण किए बिना ही शिकायतों को डिलीट कर रहे हैं और सरकार उनकी पीठ थपथपा रही है उन्होंने कहा कि प्रदेश में कानून व्यवस्थाएं चौपट हैं शराब और खनन माफिया को कानून के रखवालो का खुलेआम संरक्षण प्राप्त है जहां चारों धामों में राज्य की पुलिस अनैतिक गतिविधियों को रोकने में विफल रही है वही समय-समय पर ऐसे लोगों को संरक्षण देने के आरोप भी पुलिस प्रशासन पर लगाते रहे हैं जिसे रोकने में सरकार पूर्ण रूप से विफल रही है
श्री नेगी ने कहा कि राज्य में बेरोजगारों को रोजगार देने में भी सरकार विफल रही है रोजगार के लिए निकल रही विज्ञप्तियों में भी बार-बार धांधलीयया हो रही है जिसके चलते राज्य के बेरोजगार नौजवानों में निराशा का माहौल है पेपर लीक मामले में भी प्रदेश अब्बल नंबर पर है और सरकार अपनी पीठ थपथपाए नहीं थक रही है उन्होंने कहा कि यू सी सी कानून पर भी सरकार ने देवभूमि की संस्कृति के साथ खिलवाड़ किया है जिसमे कि लिविंग रिलेशनशिप पाश्चात्य संस्कृति को उत्तराखंड की जनता पर थोपा जा रहा है जो आम जन मानस के बीच स्वीकार नहीं है श्री नेगी ने कहा कि भाजपा के नाम पिछले 8 वर्षों में भ्रष्टाचार सबसे बड़ी उपलब्धि रही है और आज उत्तराखंड वासी अपने को ठगा महसूस कर रहे हैं

तीन दिवसीय ‘हिमालय सांस्कृतिक उत्सव’ आज से शुरू

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देहरादून, ‘कलाश्रय’ सांस्कृतिक एवं सामाजिक राष्ट्रीय संस्था पिछले एक दशक से भारतीय शास्त्रीय संगीत का प्रचार, प्रसार एवं उसके संवर्धन का कार्य कर रही है। संस्था द्वारा प्रतिवर्ष किये जा रहे विभिन्न संगीत कार्यक्रमों तथा कार्यशालाओं में नवोदित प्रतिभाशाली कलाकारों को राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय स्तर के शीर्ष कलाकारों के समकक्ष मंच प्रदान करने का प्रतिबद्धता से पालन किया जा रहा है, जिससे ये कलाकार राष्ट्रीय स्तर पर स्वयं को स्थापित कर सकें। इसी कड़ी में कलाश्रय संस्था आज 21 मार्च से 23 मार्च तक दून के “लीची बाग” में “हिमालय सांस्कृतिक उत्सव” का आयोजन कर रही है।
यह तीन दिवसीय हिमालय सांस्कृतिक उत्सव में भारतीय हिमालय प्रांतो की विभिन्न लोक कलाओं, पारंपरिक संस्कृति, हस्तशिल्प कला, चित्रकला, ग्रामीण जैविक उत्पाद,खाद्यान इत्यादि को प्रदर्शित करने का सुदृढ़ प्रयास किया जाएगा।इसके साथ इस भव्य कार्यक्रम में हिमालय प्रांतों के लोक एवं शास्त्रीय कलाकार अपनी लोक कलाओं का प्रदर्शन करेंगे ।इस महोत्सव में उत्तराखंड सरकार एवं भारत सरकार के विभिन्न विभागों एवं संस्थाओं को स्टॉल हेतु आमंत्रित किया गया है। इस तीन दिवसीय महोत्सव में विभिन्न हिमालय राज्यों के कलाकारों के मध्य सांस्कृतिक संबंध स्थापित होंगे।यहाँ परिचर्चा,रंगमंच सांगीतिक एवं हिमालय दर्शन चित्रकला प्रदर्शनी को प्रदर्शित और प्रस्तुत किया जाएगा। अध्यक्ष हिमांशु दरमोड़ा ने सभी को इस भव्य सांस्कृतिक आमंत्रित किया।
प्रेस वार्ता में आयोजन समिति के सचिव श्रीमति अंबुजा थपलियाल, अरमान कपूर, सीमा सिंघा, राहुल शर्मा, सुरेंद्र अंथवाल आदि शामिल रहे।

सूबे में समग्र शिक्षा के तहत पहली बार लगेगा रोजगार मेला

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-शिक्षा मंत्री डॉ. रावत की पहल पर युवाओं को मिलेगा सुनहरा अवसर
-आगामी 23 मार्च को देहरादून में जुटेंगी कई बहुराष्ट्रीय कम्पनियां
देहरादून(आरएनएस)।   प्रदेश के विद्यालयी शिक्षा मंत्री डॉ. धन सिंह रावत की एक और पहल प्रदेश की शिक्षा व्यवस्था को नया आयाम देगी। इस महत्वकांक्षी पहल के तहत पहली बार समग्र शिक्षा के तहत आगामी 23 मार्च को रोजगार मेला का आयोजन किया जायेगा। जिसमें एक दर्जन राष्ट्रीय और बहुराष्ट्रीय कंपनियां की भागीदारी सुनिश्चित की गई है। इस आयोजन में प्रदेश के 559 राजकीय माध्यमिक विद्यालयों में व्यावसायिक शिक्षा ग्रहण कर रहे छात्र-छात्राओं को रोजगार के बेहतर अवसर मिलेंगे।
समग्र शिक्षा उत्तराखंड के अपर राज्य परियोजना निदेशक कुलदीप गैरोला के मुताबिक प्रदेश के विद्यालयी शिक्षा मंत्री डॉ. धन सिंह रावत के निर्देश पर विद्यालयी शिक्षा विभाग के अंतर्गत पहली बार रोजगार मेले का आयोजन किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि आगामी 23 मार्च को देहरादून के हिन्दू नेशनल इण्टर कॉलेज में आयोजित रोजगार मेला विशेष रूप से प्रदेश के राजकीय माध्यमिक विद्यालयों में व्यावसायिक शिक्षा ग्रहण कर रहे छात्र-छात्राओं के जॉब प्लेसमेंट के लिये आयोजित किया जा रहा है। अब तक 600 से अधिक छात्र-छात्राओं ने रोजगार मेले हेतु पंजीकरण करा लिया है। उन्होंने बताया कि रोजगार मेले में प्रतिष्ठित व्यावसायिक व औद्योगिक फर्म भाग ले रही हैं। जिसमें अशोक लेलैंड, हीरो मोटोकॉर्प, वीएलसीसी, पतंजलि, जुबिलैंट, ग्रीन कॉल, नॉर्थस्टार, रिलाइंस रिटेल, सोडेक्सो, जेना रिजॉर्ट और श्नाइडर इलेक्ट्रिक कम्पनी शामिल है, जो इन कुशल युवाओं के लिये विविध रोजगार के अवसर प्रदान करेगी। उन्होने कहा कि इस ऐतिहासिक पहल का मकसद छात्र-छात्राओं को व्यावसायिक शिक्षा से जोड़कर उन्हें उद्योगों की आवश्यकताओं के अनुरूप प्रशिक्षित कर आत्मनिर्भर बनाना है।
एपीडी समग्र शिक्षा ने बताया कि नई शिक्षा नीति-2020 के प्रावधानों के तहत प्रदेश के 559 राजकीय माध्यमिक विद्यालयों में कक्षा-9 से 12 तक व्यावसायिक शिक्षा प्रदान की जा रही है। जिसके तहत कृषि, ऑटोमेटिव, आईटी, पलम्बरिंग, रिटेल, टूरिज्म एंड हॉस्पिटैलिटी, ब्यूटी एंड वेलनेस तथा इलेक्ट्रॉनिक्स एंड हार्डवेयर के कोर्स संचालित किये जा रहे हैं। जिससे लगभग 42000 छात्र-छात्राएं लाभान्वित हो रहे हैं। उन्होंने बताया कि व्यावसायिक शिक्षा को विषय के रूप में अंगीकृत करते हुये वर्तमान शैक्षिक सत्र में कक्षा-12 का पहला बैच उत्तराखंड बोर्ड परीक्षा में शामिल किया गया।
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समग्र शिक्षा के तहत आयोजित रोजगार मेला राज्य सरकार की गुणवत्तापूर्ण शिक्षा और युवाओं को रोजगार के अवसर प्रदान करने की प्रतिबद्धता को दर्शाता है। हमें विश्वास है कि यह पहल हमारे छात्र-छात्राओं के उज्ज्वल भविष्य का मार्ग प्रशस्त करेगा- डॉ. धन सिंह रावत, विद्यालयी शिक्षा मंत्री, उत्तराखण्ड।

चारधाम यात्रा के दौरान खाद्य सुरक्षा पर धामी सरकार सख्त

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  –  स्वच्छ और सुरक्षित खाद्य आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए धामी सरकार ने शुरू किया विशेष अभियान
देहरादून। धामी सरकार ने आगामी चारधाम यात्रा, हेमकुंड साहिब यात्रा और पर्यटन सीजन के मद्देनजर खाद्य सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता पर रखते हुए व्यापक अभियान शुरू किया है। खाद्य संरक्षा एवं औषधि प्रशासन विभाग के आयुक्त डा० आर० राजेश कुमार ने बताया कि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी व स्वास्थ्य मंत्री डॉ धन सिंह रावत के निर्देश पर यात्रियों और आम जनता को स्वच्छ, सुरक्षित और गुणवत्ता युक्त खाद्य पदार्थ उपलब्ध कराने के लिए खाद्य पदार्थों की सघन जांच, मिलावट पर सख्ती और स्वच्छता अभियान को तेज कर दिया गया है। इसको लेकर अधिकारियों की तैनाती कर दी गई है।

खाद्य सुरक्षा अधिकारियों की तैनाती और सख्त जांच
राज्य सरकार ने चारधाम यात्रा और पर्यटन स्थलों पर खाद्य सुरक्षा को बनाए रखने के लिए विशेष कार्ययोजना तैयार की है। हरिद्वार, नैनीताल, देहरादून, टिहरी, ऊधमसिंह नगर जैसे जिलों में स्थायी खाद्य सुरक्षा अधिकारियों की तैनाती की गई है। उत्तरकाशी, चमोली, रुद्रप्रयाग, पिथौरागढ़ जैसे जिलों में अन्य जिलों से अतिरिक्त अधिकारियों की तैनाती की जाएगी। यात्रा मार्गों और प्रमुख तीर्थस्थलों के होटल, ढाबों, रेस्टोरेंट, मिठाई विक्रेताओं और खाद्य विक्रेताओं की नियमित जांच होगी। फूड सेफ्टी टीमों को हाईवे और यात्रा मार्गों पर मोबाइल टेस्टिंग लैब के माध्यम से तैनात किया जाएगा। आयुक्त डा० आर० राजेश कुमार ने स्पष्ट किया कि “यात्रियों को किसी भी हाल में अस्वच्छ और मिलावटी खाद्य पदार्थ नहीं परोसे जाने देंगे। खाद्य सुरक्षा मानकों का उल्लंघन करने वालों पर कड़ी कार्रवाई होगी।”

मिलावट पर कड़ी कार्रवाई और गुणवत्ता की सख्त जांच
दुग्ध उत्पाद, मसाले, तेल, आटा, मैदा, मिठाई, शीतल पेय और पैक्ड फूड जैसे उत्पादों की प्रयोगशाला जांच होगी। मिलावट पाए जाने पर FSSAI एक्ट 2006 के तहत कानूनी कार्रवाई होगी।बिना लाइसेंस और पंजीकरण के खाद्य व्यापार करने वालों पर सीधी कार्रवाई होगी। खाद्य कारोबारियों को स्वच्छता और गुणवत्ता बनाए रखने के लिए विशेष निर्देश दिए गए हैं।
आयुक्त ने कहा, “हमारी प्राथमिकता यात्रियों और श्रद्धालुओं को शुद्ध और सुरक्षित खाद्य उत्पाद उपलब्ध कराना है। किसी भी स्तर पर लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।”

ग्रीन यात्रा और पर्यावरण संरक्षण को मिलेगा बढ़ावा
पर्यटन और चारधाम यात्रा के दौरान पर्यावरण को सुरक्षित रखने के लिए राज्य सरकार ने सख्त कदम उठाए हैं।Single-use plastic (एकल उपयोग वाली प्लास्टिक) पर पूर्ण प्रतिबंध लगाया जाएगा। यात्रा मार्गों पर गीले और सूखे कचरे के लिए अलग-अलग डस्टबिन अनिवार्य किए जाएंगे। होटल, ढाबों और रेस्टोरेंट में कचरा प्रबंधन के कड़े नियम लागू होंगे। RUCO (Re-Purpose of Used Cooking Oil) अभियान के तहत उपयोग किए गए खाद्य तेल को पुनर्चक्रित किया जाएगा।

जागरूकता अभियान और सख्त दिशा-निर्देश
यात्रियों को FSSAI लाइसेंस प्राप्त प्रतिष्ठानों से ही खाद्य पदार्थ खरीदने की अपील की गई है। अस्वच्छ या संदिग्ध खाद्य पदार्थ की शिकायत हेल्पलाइन नंबर 18001804246 पर की जा सकती है। खाद्य कारोबारियों को स्वच्छता मानकों का पालन करना अनिवार्य होगा। मिलावटी और खराब गुणवत्ता वाले खाद्य पदार्थ बेचने वालों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी। आयुक्त डा० आर० राजेश कुमार ने सभी यात्रियों और स्थानीय निवासियों से अपील करते हुए कहा, “सुरक्षित और स्वच्छ खाद्य पदार्थों का ही सेवन करें। किसी भी संदिग्ध खाद्य पदार्थ की जानकारी तत्काल हेल्पलाइन पर दें ताकि कार्रवाई की जा सके।”

सख्त नियमों के तहत कार्रवाई
बिना लाइसेंस के खाद्य व्यापार करने वालों पर चालान और प्रतिष्ठान सील किए जाएंगे। मिलावटी या खराब गुणवत्ता वाला भोजन बेचने पर FSSAI एक्ट 2006 के तहत कड़ी सजा दी जाएगी। अस्वच्छ वातावरण में खाद्य निर्माण और बिक्री करने पर जुर्माना लगाया जाएगा।

सरकार की अपील–सुरक्षित यात्रा, स्वच्छ यात्रा
राज्य सरकार और खाद्य संरक्षा एवं औषधि प्रशासन विभाग ने  सभी श्रद्धालुओं, पर्यटकों और स्थानीय निवासियों से स्वस्थ, स्वच्छ और गुणवत्तापूर्ण खाद्य पदार्थों के सेवन की अपील की है। आयुक्त डा० आर० राजेश कुमार ने कहा, “हमारी सरकार पूरी तरह प्रतिबद्ध है कि चारधाम यात्रा और पर्यटन सीजन के दौरान किसी भी यात्री को खाद्य सुरक्षा संबंधी कोई असुविधा न हो। आम जनता की सतर्कता और सहयोग से ही हम इस लक्ष्य को प्राप्त कर सकते हैं।”

बेरहम पत्नि की खौफनाक वारदात, पति के टुकड़े कर ड्रम में भर दिया सीमेंट

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मेरठ, यूपी के मेरठ जिले के थाना ब्रह्मपुरी क्षेत्र में दिल दहलाने वाली घटना हुई है, मर्जेन्ट नेवी में कार्यरत अमेरिका से लौटे युवक का शव एक ड्रम में मिला है, यही नहीं शव रखने के बाद ड्रम को सीमेंट डालकर पैक कर दिया गया था, सूचना मिलने पर मंगलवार को मौके पर पहुंची पुलिस को शव को ड्रम से निकालने में काफी मशक्कत करनी पड़ी, मूल रूप से ब्रह्मपुरी के इंद्रानगर सेकेंड के रहने सौरभ का आए दिन किसी न किसी बात पर अपने परिजनों से विवाद रहता था l जिसके बाद परिवार वालों ने बेदखल कर दिया था. पिछले तीन साल से सौरभ और उसकी पत्नी मुस्कान इंद्रानगर कॉलोनी में किराए पर रह रहे थे, सौरभ अमेरिका में पानी के जहाज पर काम करता था और वर्तमान में वह लंदन में था, लगभग एक माह पूर्व ही सौरभ छुट्टियां लेकर अपनी पत्नी मुस्कान का जन्मदिन मनाने इंडिया आया था l

पति के टुकड़े कर ड्रम में भर दिया सीमेंट :

सौरभ का भाई राहुल बीते कई दिन से अपने भाई का नंबर मिलाकर बात करने की कोशिश कर रहा था, लेकिन उसकी बात नहीं हो पा रही थी, जिसकी वजह से वह बेहद परेशान था. राहुल अपने भाई के बारे में जानकारी करने बीते मंगलवार को किराए के घर पर पहुंचा. लेकिन किराए पर लिए घर पर कोई नहीं मिला, जिस पर उसने भाभी को कॉल कर भाई के बारे में पूछा. इस पर भाई ने कहा कि वह तो मायके में आई हुई है, उसे कोई जानकारी नहीं है. राहुल को अपने भाई की और भी ज्यादा चिंता सताने लगी. राहुल किराए के मकान के पास में ही था तभी अचानक उसकी भाभी किसी युवक के साथ वहां पहुंच गई l
इसके बाद देवर ने भाभी से पुनः अपने भाई के बारे में जानकारी की, जिस पर वह कोई संतोषजनक जवाब नहीं दे पाई l इस पर राहुल ने भाभी को अन्य युवक के साथ देखकर कुछ अजीब सा लगा, और राहुल ने अपनी भाभी मुस्कान से उसके साथ आए युवक के रिश्ते के बारे में पूछने की कोशिश की, जिस पर वह चुप्पी साध गई, इसके बाद राहुल ने दोनों को पकड़ लिया और उनसे अपने भाई के बारे में पता करने लगा. मुस्कान कुछ देर तक तो अपने पति के कहीं गायब होने की बात कहकर गुमराह करती रही. लेकिन बाद में घर में से आ रही बदबू की वजह से राहुल के होश उड़ गये. एक बड़े ड्रम में भाई के शव को होने का अंदेशा जताया. ड्रम को लोहे का बड़ा सा ढक्क्न लगाकर सीमेंट डालकर पूरी तरह से पैक किया हुआ था, इसके बार राहुल ने शोर मचा दिया, जिससे आसपास के लोग भी वहां एकत्र हो गये और मुस्कान और उसके साथ आए युवक को दबोच लिया l
इसी बीच पुलिस को भी सूचना दे दी गई, पुलिस ने सौरभ की पत्नी मुस्कान और उसके साथी से जब सख्ती से पूछताछ की तो पूरे रहस्य से पर्दा उठ गया. पूछताछ में मुस्कान ने सौरभ की हत्या के बाद उसे ड्रम में बंद करने की बात कबूल की है, पुलिस ने दोनों को हिरासत में लिया है. जबकि ड्रम से शव निकालने के लिए पुलिस काफी कोशिश करनी पड़ी. एक घंटे से अधिक समय तक काफी मशक्कत के बाद शव को ड्रम से निकाला जा सका l एसपी सिटी ने बताया कि ड्रम में सीमेंट जमा हुआ था, ऐसे में पुलिस को शव को निकालने के लिए काफी मशक्कत करना पड़ा, पुलिस ने ड्रिल मशीन से ड्रम को तोड़कर शव को बाहर निकाला l अब तक यही बात सामने आई है कि अवैध संबंधों में बाधक बनने पर पत्नी ने अपने प्रेमी के साथ मिलकर पति की हत्या को अंजाम दिया है, मुस्कान ने पड़ोसियों से बताया था कि वह पति के साथ टूर पर जा रही है l
एसपी सिटी आयुष विक्रम सिंह ने बताया कि देर शाम को पुलिस को इंदिरापुरम में हत्या की सूचना मिली थी, सूचना पर मौके पर पहुंची पुलिस ने जांच पड़ताल और पूछताछ की तो पता चला कि मर्चेंट नेवी में कार्यरत सौरभ राजपूत 4 मार्च को अपने घर आए थे l इसके बाद से लापता था, शक के आधार पर सौरभ की पत्नी मुस्कान और उसके प्रेमी साहिल से पूछताछ की तो उन्होंने अपना जुर्म कबूल लिया l पूछताछ के दौरान बताया कि साहिल ने 4 मार्च को ही चाकू से गोदकर सौरभ की हत्या कर दी थी l हत्या करने के बाद शव के टुकड़े कर एक ड्रम में भर कर सीमेंट से पैक कर दिया था. शव को बरामद कर पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है, इसके साथ मुस्कान और साहिल को गिरफ्तार कर लिया गया है. परिजनों की तहरीर पर मुकदमा दर्ज कर लिया गया है l

पुस्तक अनुदान की आय सीमा बढ़ाने के पीछे है बड़ा खेल

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-उत्तराखंड भाषा संस्थान से जुड़े जुगाड़ुओं की नींद उड़ी

-साहित्य गौरव पुरस्कार में कथित गड़बड़झाले पर तीखी प्रतिक्रिया से बौखलाहट

(लक्ष्मी प्रसाद बडोनी)

देहरादून, उत्तराखंड भाषा संस्थान की ओर से वितरित साहित्य गौरव पुरस्कार में कथित गड़बड़झाले से संबंधित खबरों पर तमाम साहित्यकारों की तीखी प्रतिक्रिया आने के बाद संस्थान से जुड़े जुगाड़ुओं की नींद उड़ गई है। पहली बार सोशल मीडिया में तमाम ऐसी खबरें आ रही हैं, जिनसे इन जुगाड़ु किस्म के व्यक्तियों के हित प्रभावित हो सकते हैं।
दरअसल, उत्तराखंड भाषा संस्थान न केवल पुस्तकों के लिए अनुदान देता है, बल्कि खुद अपनी किताबें भी प्रकाशकों से छपवाता है। यही नहीं, तमाम प्रकाशकों के जरिए किताबें मंगवाता है, जिनमें संबंधित लोगों का मोटा कमीशन बंधा होता है। हाल ही में उत्कृष्ट पुस्तक योजना के अंतर्गत पात्रता के लिए आय सीमा बढ़ाना भी एक ‘बड़े खेल’ का हिस्सा है। अब ऐसे लोग भी किताबें प्रकाशित करा सकेंगे, जो थोक के भाव लिखते हैं, लेकिन वार्षिक आमदनी अधिक होने के कारण अनुदान पाने से वंचित रह जाते थे। आय सीमा बढ़ने से अब तीन साल के अंतराल में वह अनुदान लेकर आसानी से अपनी और रिश्तेदारों की किताबें छपवा सकेंगे। इसका फायदा सीधे प्रकाशकों को भी होगा। इनमें कई प्रकाशन संस्थान बाहरी राज्यों से भी हैं।
उत्कृष्ट पुस्तक अनुदान योजना में पात्रता की आय सीमा बढ़ाने को लेकर कई लोगों ने सवाल उठाए हैं, जिससे कई लोग तिलमिला गए हैं। बता दें कि अनुदान के लिए पात्र व्यक्ति की आय सीमा पहले पांच लाख रुपए सालाना होती थी, जिसे अब बढ़ा दिया गया है। वरिष्ठ साहित्यकार प्रेम साहिल का तो साफ कहना है कि पुस्तक के लिए अनुदान उसी व्यक्ति को दिया जाना चाहिए, जो आर्थिक रूप से कमजोर होने के कारण अपनी किताब प्रकाशित कराने में सक्षम न हो। आय सीमा बढ़ाने की बजाय इस बजट से साहित्य की अच्छी किताबें खरीदी जाएं और ऐसी लाइब्रेरी बनाई जाए, जहां बच्चे और युवक पढ़ सकें। इस बजट से बच्चों के लिए कार्यशाला आयोजित की जाएं, जहां उनमें साहित्य के प्रति समझ पैदा हो।