Tuesday, May 13, 2025
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गुड न्यूज : इस साल 9.6 प्रतिशत तक बढ़ सकती है आपकी सैलरी, रिपोर्ट में खुलासा

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नई दिल्ली  । एक रिपोर्ट में जानकारी सामने आई है कि भारत में कंपनियों को 2024 में औसतन 9.6 प्रतिशत वेतन वृद्धि की उम्मीद है, जो पिछले साल देखी गई वास्तविक वृद्धि के समान है। कंसल्टेंसी फर्म ईवाई ने रिपोर्ट में यह भी कहा कि कुल मिलाकर नौकरी छोडऩे की दर पिछले साल 2022 में 21.2 फीसदी से घटकर 18.3 फीसदी हो गई और अगले कुछ वर्षों में इसमें धीरे-धीरे गिरावट आने की संभावना है। ई-कॉमर्स में 2024 में सबसे अधिक वेतन वृद्धि 10.9 प्रतिशत होने की उम्मीद है, इसके बाद वित्तीय सेवाओं में 10.1 प्रतिशत की अनुमानित वृद्धि होगी।
बुधवार को आई एक प्रेस रिलीज में पता चला है कि पेशेवर सेवाओं का वेतन 2024 में 10 प्रतिशत बढऩे वाला है, जो एक बदलाव का संकेत देता है क्योंकि कंपनियां वैश्विक व्यापार जटिलताओं से निपटने के लिए रणनीति संरेखण में निवेश करती हैं। एक उभरते क्षेत्र के रूप में रियल एस्टेट और बुनियादी ढांचे का प्रभाव भी दिखाई दे रहा है, क्योंकि इस क्षेत्र में बतन वृद्धि 10 प्रतिशत पर स्थिर रहेगी।
यह रिपोर्ट विभिन्न क्षेत्रों की 80 फर्मों के इनपुट पर आधारित है और उनके कर्मचारियों का औसत आकार 5,000 से 10,000 के बीच था।
इसमें कहा गया है कि इंडिया 2024 में औसतन 9.6 प्रतिशत वेतन वृद्धि के लिए तैयार है, जो 2023 में वास्तविक वृद्धि के समान है।
रिपोर्ट के अनुसार, नियोक्ताओं के लिए फोकस के शीर्ष तीन क्षेत्र लाभ लागत योजना (43 प्रतिशत), कर्मचारी कल्याण (29 प्रतिशत), और उद्योग मानकों के साथ मूल्यांकन और संरेखित करना (20 प्रतिशत) हैं। परिवर्तनीय वेतन योजना (गैर-बिक्री) संगठन में दी जाने वाली सबसे आम प्रकार की प्रोत्साहन योजनाएं हैं जिसमें 43 प्रतिशत पर दिया जाता है। इसके बाद विवेकाधीन प्रोत्साहन (32 प्रतिशत) और बिक्री प्रोत्साहन योजना (21 प्रतिशत) को रखा गया है।

उपभोक्ता हर खरीद का बिल जरूर लें: वित्त मंत्री

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देहरादून(आरएनएस)। वित्त मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल ने बिल लाओ-ईनाम पाओ योजना के तहत गुरूवार को 15 वें और 16 वें लकी ड्रा की घोषणा की। इस योजना के तहत अब तक 14 ड्रा निकाले जा चुके हैं। हर ड्रा में पंद्रह सौ चुने गए उपभोक्ताओं को पुरस्कार दिए जाते हैं। विधानसभा में आयोजित कार्यक्रम में वित्त मंत्री ने बताया कि इस योजना के तहत अब तक 83 हजार 325 उपभोक्ता रजिस्टर्ड हुए है। इन उपभोक्तओं द्वारा करीब 241.76 करोड़ मूल्य के 5.73 लाख बिल राज्य कर विभाग के एप पर अपलोड किये गये। इस मौके पर वित्त मंत्री ने सभी उपभोक्ताओं से अपील की कि हर खरीद का बिल जरूर लें। कर चुकाकर भी वो और व्यापारी राज्य की सेवा और राज्य के विकास में योगदान देने का काम कर रहे हैं। वित्त मंत्री राजस्व प्रगति के आंकड़े भी साझा किया। कहा कि पिछले साल वर्ष 2022-23 में फरवरी तक 6807 करोड़ राजस्व मिला था। जो कि इस साल इसी अवधि में बढ़कर 7623 करोड़ हो चुका है। यह पिछले साल के मुकाबले 12 फीसदी ज्यादा है। उन्होंने कहा कि वर्ष 2023-24 के लिए राज्य कर विभाग के लिए राजस्व लक्ष्य 8787 करोड़ रखा गया है। अब तक 7623 करोड़ रुपये प्राप्त किए जा चुके हैं। यह राजस्व लक्ष्य का 94.68 प्रतिशत है।
लकी ड्रा के दौरान राज्य कर आयुक्त डॉ. अहमद इकबाल, अपर आयुक्त आईएस बृजवाल, अपर आयुक्त अनिल सिंह, अमित गुप्ता, संयुक्त आयुक्त अनुराग मिश्रा, एसएस तिरुवा, संयुक्त आदि मौजूद रहे।

यात्रा के दौरान बीते सालों की कमियों एवं आई समस्याओं को इस वर्ष दूर किया जाए : मुख्यमंत्री

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देहरादून, मुख्यमंत्री  पुष्कर सिंह धामी ने गुरुवार को सचिवालय देहरादून में चारधाम यात्रा – 2024 की तैयारियों के सम्बन्ध में आयोजित बैठक में प्रतिभाग करते हुए आगामी चारधाम यात्रा की तैयारियों एवं मॉनिटरिंग हेतु कमिटी गठित किए जाने के निर्देश दिए।

मुख्यमंत्री ने चारों धामों में यातायात प्रबंधन के सुगम संचालन हेतु एसपी/ एडिशनल एसपी रैंक के आधिकारी को नियुक्त किए जाने, सभी अधिकारी एवं विभागों में आपसी समन्वय से कार्य किए जाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा बीते सालों की यात्रा में जो कमी एवं समस्याएं सामने आई हैं, उनके अनुभवों से, प्लानिंग से काम कर उन समस्याओं को इस वर्ष दूर किया जाए। संपूर्ण पैदल मार्गो एवं संवेदनशील इलाकों में सीसीटीवी लगाए जाए। उन्होंने कहा यात्रियों के साथ ही स्थानिय लोगों के हितों का भी ध्यान रखा जाए। उन्होंने कहा शासन स्तर से चारों धामों की लाइव मॉनिटरिंग की जाए साथ ही आपदा कंट्रोल रूम का सुचारू संचालन किया जाए।

मुख्यमंत्री ने कहा कि खराब मौसम पूर्वानुमान की सूचना यात्रियों तक समय से पहुंचे। जिसके लिए यात्रियों के मोबाईल पर अलर्ट मैसेज की व्यवस्था की जाए। पैदल मार्गो की नियमित सफ़ाई हो। यात्रा मार्ग पर बने शौचालयों में विशेष तौर पर साफ सफाई रखी जाए। यात्रा मार्गो पर शौचालय की संख्या भी बढ़ाई जाए।उन्होंने मिशन मोड पर प्लास्टिक फ्री चार धाम पर काम करने के निर्देश दिए। यात्रा प्रारंभ होने से पूर्व ही चारों धामों में 24 घंटे विद्युत आपूर्ति की व्यवस्था सुनिश्चित कर ली जाए। पैदल मार्गो में स्ट्रीट लाइट भी लगाई जाए। साथ ही यात्रा मार्ग पर सुचारू पेयजल आपूर्ति व्यवस्था की जाए।

मुख्यमंत्री ने कहा कि चार धाम मार्गों का सुधारीकरण यात्रा से पूर्व कर लिया जाए। जिन स्थानों पर अधिकांश मार्ग अवरूद्ध होते है ऐसे स्थानों का चिन्हीकरण कर जे.सी.बी / मशीन आदि की व्यवस्था की जाए। यात्रा के दौरान कोई भी मार्ग बंद होने पर उसे तुरंत खोले जाने की व्यवस्था की जाए। उन्होंने चारधाम यात्रा हेतु बसों व टैक्सियों आदि की आवश्यकता के सम्बन्ध में आंकलन कर पूर्व में व्यवस्था किए जाने के निर्देश दिए।

मुख्यमंत्री ने यात्रा मार्ग पर स्वास्थ संबंधित व्यवस्थाओं का विस्तार जल्द किए जाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा चारधाम यात्रा मार्गों पर अस्थाई चिकित्सा केन्द्रों में चिकित्सा व अपेक्षित स्टाफ की तैनाती के साथ जीवनरक्षक दवाई, उपकरण, पोर्टेबल आक्सीजन सिलेण्डर एवं एम्बुलेन्स / एयर एम्बुलैन्स की व्यवस्था की जाए। उन्होंने कहा घोडे खच्चरों को होने वाली बीमारियों की रोकथाम हेतु पैदल मार्गों पर पशुचिकित्सकों की तैनाती की जाए।

मुख्यमंत्री ने कहा कि यात्रा सीजन में धामों एवं यात्रा मार्गो पर एस०डी०आर०एफ०, पुलिस बल, जल पुलिस, गोताखोर, ट्रैफिक पुलिस की तैनाती का प्रबन्धन किया जाए साथ ही जहां आवश्यकता हो वहां अस्थाई पुलिस चौकी की स्थापना भी की जाए । उन्होंने कहा यात्रा के दौरान अच्छा कार्य करने वाले लोगों / विभागो को सम्मानित किए जाएगा।

इस दौरान बैठक में कैबिनेट मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल, मुख्य सचिव राधा रतूड़ी, बी.के.टी.सी अध्यक्ष अजेंद्र अजय, प्रमुख सचिव आर.के सुधाशु, डीजीपी अभिनव कुमार, सचिव शैलेश बगौली, वर्चुअल माध्यम से विभिन्न जिलों के जिलाआधिकारी, एवं अधिकारीगण उपस्थित रहे।

मुख्यमंत्री ने प्रदेशवासियों को दी अन्तर्राष्ट्रीय महिला दिवस की शुभकामनाएं

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देहरादून, मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि मातृ शक्ति के सहयोग के बिना किसी भी समाज अथवा राष्ट्र का संपूर्ण विकास नहीं हो सकता। भारत वर्ष में अनादिकाल से महिलाओं की शक्ति के रूप में पूजा की जाती रही है, महिला समाज की मार्ग दर्शक के साथ ही प्रेरणा का स्त्रोत भी है।

अन्तर्राष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर प्रदेशवासियों के साथ विशेष रूप से मातृशक्ति को शुभकामनायें देते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि महिला शक्ति राष्ट्र शक्ति है। नारी को हमारे शास्त्रों में महिलाओं के सम्मान में कहा गया है कि यत्र नार्यस्तु पूज्यंते, रमंते तत्र देवता यानि जहां नारियों की पूजा होती है वहां देवताओ का वास होता है। महिलाओ के बेहतर भविष्य के लिए उनका वर्तमान संवारने के लिए राज्य सरकार द्वारा कारगर प्रयास किये जा रहे हैं।

मुख्यमंत्री ने कहा कि 8 मार्च का दिन दुनिया की आधी आबादी के नाम समर्पित है। यह दिन समाज के उस बडे हिस्से के लिए महत्वपूर्ण है जिसके बिना संसार की कल्पना अधूरी रह जाती है। हमारी सरकार मातृशक्ति के उत्थान को समर्पित है। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के मार्गदर्शन में सरकार द्वारा महिलाओं के कल्याण हेतु अनेक योजनाएं संचालित किये जा रहे हैं। केंद्र सरकार द्वारा जल जीवन मिशन, बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ, उज्जवला योजना समेत अनेक योजनाएं संचालित की जा रही हैं। उसी दिशा में राज्य सरकार भी महिलाओं के हितों में अनेक योजनाएं संचालित कर रही है। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार ने सरकारी नौकरियों में महिलाओं को 30 प्रतिशत आरक्षण का प्रावधान किया गया है ताकि विषम भौगोलिक परिस्थितियों वाले इस राज्य में महिलाओं को बराबरी के अवसर प्राप्त हो सके। इसके साथ ही प्रदेश सरकार ने मुख्यमंत्री नारी सशक्तिकरण योजना, मुख्यमंत्री महालक्ष्मी योजना, लखपति दीदी योजना, मुख्यमंत्री आंचल अमृत योजना, मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना, मुख्यमंत्री अल्पसंख्यक मेधावी योजना, नंदा गौरा मातृवंदना योजना और महिला पोषण अभियान जैसी योजनाएं प्रारंभ की हैं।

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश सरकार द्वारा उत्तराखंड में समान नागरिक संहिता को विधानसभा में पारित कर जनता से किया वादा पूरा किया है। यह महिलाओं के सम्मान से जुड़ा कानून भी हैं। समान नागरिक संहिता किसी जाति, धर्म-समुदाय के लिए न होकर पूरे राज्यवासियों के हितों के लिए है। आज प्रदेश के दुर्गम क्षेत्रों तक गांव-गांव में महिलाएं सेल्फ हेल्प ग्रुप बनाकर कुटीर उद्योगों के जरिए ग्रामीण अर्थव्यवस्था को गति प्रदान कर रही हैं। महिलाओं के पास कौशल की कभी कोई कमी नहीं रही और अब यही कौशल उनकी आर्थिकी को मजबूती प्रदान कर रहा है।

 

मुख्यमंत्री ने दी प्रदेशवासियों को महाशिवरात्रि की शुभकामनाएं

मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने प्रदेशवासियों को महाशिवरात्रि के पावन पर्व पर बधाई और शुभकामनाएं दी है। इस अवसर पर जारी अपने संदेश में मुख्यमंत्री ने कहा कि यह पावन पर्व शिव एवं शक्ति की आराधना का पर्व है। समाज को प्रेम एवं सद्भाव का संदेश भी यह पर्व देता है। मुख्यमंत्री ने इस पावन पर्व पर प्रदेशवासियों की खुशहाली एवं समृद्धि की भी कामना की है।

हमारी सरकार उत्तराखंड के हर जिले को “विकसित जिला” बनाने के लिए दिन रात कार्य कर रही है : धामी

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-मुख्यमंत्री ने ‘नारी शक्ति महोत्सव’ में किया प्रतिभाग

-जनपद के लिए एक हजार करोड़ से ज्यादा की विभिन्न योजनाओं का किया लोकार्पण एवं शिलान्यास

देहरादून, मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने गुरुवार को देहरादून के बन्नू मैदान में आयोजित नारी शक्ति महोत्सव में प्रतिभाग किया। इस अवसर पर उन्होंने 1055.57 करोड़ रुपये की कुल 600 योजनाओं का लोकार्पण एवं शिलान्यास किया। इनमें 617.05 करोड़ की 270 योजनाओं का लोकार्पण एवं 438.52 करोड़ की 330 योजनाओं का शिलान्यास किया गया।
कार्यक्रम स्थल पर मुख्यमंत्री ने सिलाई-कड़ाई का प्रदर्शन कर रही महिलाओं के बीच जाकर उनका उत्साहवर्धन किया। मुख्यमंत्री ने कार्यक्रम की शुरुआत में कन्या पूजन किया, जिसके बाद उन्होंने विभिन्न क्षेत्रों में स्थान बनाने वाली महिलाओं की भी हौसलाअफजाई की।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने कार्यक्रम में पहुँची माताओं-बहनो का वंदन करते हुए कहा कि आज इस कार्यक्रम के माध्यम से द्रोणनगरी के विकास के लिए एक हजार करोड़ से अधिक की विकास योजनाओं का शिलान्यास व लोकार्पण किया गया है। उन्होंने कहा कि ये योजनाएं देहरादून ही नहीं बल्कि आसपास के क्षेत्रों के विकास में मील का पत्थर साबित होंगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तराखंड राज्य निर्माण से लेकर विकसित उत्तराखंड के स्वप्न को साकार करने में मातृशक्ति का महत्वपूर्ण योगदान है। उत्तराखंड में महिलाओं की वीरता, साहस, शौर्य और संघर्ष के रूप में तीलू रौतेली, राजमाता कर्णावती, विशनी देवी शाह आदि को याद किया जाता है और हमारी सरकार “सशक्त नारी – समृद्ध नारी” की संकल्पना को आगे बढ़ाते हुए महिलाओं के विकास के लिए प्रतिबद्ध है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारी सरकार न केवल महिलाओं के कल्याण और विकास की योजनाएं संचालित कर रही है बल्कि प्रत्येक विभाग के स्तर से महिलाओं को केंद्रित करते हुए विकास की रूपरेखा तैयार की जा रही है। उन्होंने कहा कि हमारी सरकार उत्तराखंड के हर जिले को “विकसित जिला” बनाने के लिए दिन रात कार्य कर रही है।
उन्होंने कहा कि मेरा मानना है कि महिलाएं यदि हाथ में लेखनी ले लें, तो वेदों की रिचाएं तक रच दें और तलवार ले लें तो धरा का मानचित्र बदल दें। इसलिए हमारे शास्त्रों में कहा गया है कि जिस स्थान पर नारी की पूजा की जाती है, वहां स्वयं भगवान का निवास होता है। यही कारण है कि हमारी भारतीय सनातन संस्कृति में नारी को देवी का दर्जा प्राप्त है और वेदों में भी महिलाओं से आह्वान करते हुए कहा गया है कि वे सक्षम हों, समर्थ हों और राष्ट्र को दिशा दें।
मुख्यमंत्री ने कहा कि आज महिलाएं किसी भी क्षेत्र में पुरुषों से कम नहीं हैं, वह हर जगह पुरुषों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़ी हैं। चाहे घर हो या युद्ध का मैदान, राजनीति हो या सिनेमा, वैज्ञानिक क्षेत्र हो या कृषि और शिक्षा का क्षेत्र महिलाओं ने हर जगह अपने आपको साबित किया है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि मुझे प्रसन्नता है कि आज प्रदेश के दुर्गम गांव-गांव में महिलाएं सेल्फ हेल्प ग्रुप बनाकर कुटीर उद्योगों के जरिए ग्रामीण अर्थव्यवस्था को गति प्रदान कर रही हैं। महिलाओं के पास कौशल की कभी कोई कमी नहीं रही और अब यही कौशल उनकी और उनके परिवारों की आर्थिकी को शक्ति प्रदान कर रहा है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्वकाल में आज देशभर में करीब 23 करोड़ महिलाओं को जन धन खातों के जरिए बैंकों से जोड़ा जा चुका है।
आज प्रधानमंत्री जी के नेतृत्व में सरकार ने प्रत्येक क्षेत्र में महिलाओं को आगे बढाने का कार्य किया है। वित्तीय स्वावलंबन से लेकर सामाजिक सुरक्षा, गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवा से लेकर आवास, शिक्षा से लेकर उद्यमिता तक, हमारी नारी शक्ति को भारत की विकास यात्रा में सबसे आगे रखने के लिए कई प्रयास किए गए हैं। ये प्रयास आने वाले समय में और भी अधिक उत्साह के साथ जारी रहेंगे। उज्ज्वला योजना, हर घर नल से जल, शौचालयों का निर्माण यह सभी कार्य इसके उदाहरण हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारी सरकार ने सरकारी नौकरियों में महिलाओं को 30 प्रतिशत आरक्षण का संपूर्ण लाभ देने के लिए जिस तेज गति से काम किया, उससे हमारी सरकार की प्रतिबद्धता को समझ सकते हैं।उन्होंने कहा कि आज प्रदेश की समस्त माताओं और बहनों ने अपने अथक परिश्रम से जहां एक ओर आर्थिक रूप से अपने आपको आत्मनिर्भर बनाने का कार्य किया है वहीं देवभूमि की सभ्यता और संस्कृति को भी जीवंत रखा है।
प्रधानमंत्री मोदी जी ने 140 करोड़ देशवासियों को एक परिवार की तरह हर योजना का लाभ दिया। पूरा उत्तराखंड मोदी जी का परिवार है। देश की 140 करोड़ की जनता मोदी जी का परिवार है। इस देश का बच्चा-बच्चा मोदी जी का परिवार है। आप सभी माताएं-बहनें मोदी जी का परिवार है। उत्तर से लेकर दक्षिण तक हर व्यक्ति मोदी जी का परिवार है।
अटक से कटक और कश्मीर से कन्याकुमारी तक हर एक परिवार, मोदी जी का परिवार है।
और यह परिवार यूं ही नही है मोदी जी का परिवार है, इसके लिए मोदी जी की गारंटी हमारे साथ है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि यदि मैं, कहूँ कि ”जब सभी से उम्मीद खत्म हो जाती है, तब ‘मोदी की गारंटी’ शुरू होती है तो इसमें कोई अतिश्योक्ति नही होगी। मोदी की गारंटी चुनाव जीतने के लिए तैयार कोई फॉर्मूला नहीं है, मोदी की गारंटी गरीबों का विश्वास है। आज देश का हर गरीब व्यक्ति जानता है कि मोदी जी अपने कर्तव्य से पीछे नहीं हटेंगे। आज देश के हर गरीब व्यक्ति को पता है कि मोदी की गारंटी पर विश्वास किया जा सकता है। गरीबों के इस विश्वास से ही हमें और आप सभी को ऊर्जा मिलती है। क्योंकि मोदी जी की गारंटी यानी आत्मनिर्भर भारत की गारंटी। मोदी की गारंटी यानी विकसित भारत की गारंटी। मोदी की गारंटी यानी गरीबों को निशुल्क स्वास्थ्य सेवाओं की गारंटी। मोदी की गारंटी यानी महिलाओं को इज्जत घर की गारंटी। मोदी की गारंटी यानी अयोध्या में राम मंदिर निर्माण की गारंटी। मोदी की गारंटी यानी कश्मीर से धारा 370 के खत्म होने की गारंटी और मोदी की गारंटी यानी भारत को पुनः विश्व गुरु बनाने के संकल्प की गारंटी और मोदी जी की इसी गारंटी के बल पर हम भी उत्तराखंड को विकसित उत्तराखंड बनाने के लिए दिनरात कार्य कर रहे हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारा लक्ष्य उत्तराखण्ड को देश का सर्वश्रेष्ठ राज्य बनाने का है और इस लक्ष्य की प्राप्ति के लिए हमें आपका आशीर्वाद और समर्थन चाहिए। मुख्यमंत्री ने कहा कि यह महिला सुरक्षा सप्ताह कार्यक्रम हमारी सरकार के सशक्त मातृशक्ति सशक्त राज्य के संकल्प को पूर्ण करने में सहायक सिद्ध होगा। उन्होंने कहा कि माताओं-बहनों के उत्साह को देखकर मुझे पूर्ण विश्वास है कि जिस प्रकार आपने समय-समय पर अपनी क्षमताओं से प्रदेश का गौरव और सम्मान बढ़ाने का कार्य किया है, उसी प्रकार हमारी सरकार के सर्वश्रेष्ठ उत्तराखण्ड निर्माण के “विकल्प रहित संकल्प” की सिद्धि के लिए भी आप अपना योगदान सुनिश्चित करेंगी।
इस अवसर पर टिहरी सांसद श्रीमती माला राज्य लक्ष्मी शाह ने कहा कि केंद्र एवं राज्य की सरकार आज महिलाओं के हित में दिन रात काम कर रही हैं। उन्होंने कहा कि आदरणीय प्रधानमंत्री जी एवं मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी की ओर से महिलाओं के उत्थान के लिए विभिन्न योजनाओं का संचालन किया जा रहा है।
इस अवसर पर राज्यसभा सांसद श्री नरेश बंसल, कैबिनेट मंत्री श्री प्रेम चंद अग्रवाल, विधायक खजान दास, उमेश शर्मा काऊ, सहदेव सिंह पुंडीर, सविता कपूर, बृज भूषण गैरोला, भाजपा महानगर अध्यक्ष सिद्धार्थ अग्रवाल, गढ़वाल कमिश्नर श्री विनय शंकर पांडेय आदि उपस्थित रहे।

दहशत का पर्याय बना गुलदार पकड़ा गया, दो बच्चों को बना चुका था अब तक निवाला

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देहरादून, जनपद में दहशत का पर्याय बने गुलदार को वन विभाग की टीम आखिरकार पकड़ने में कामयाब हुई है। गुलदार के पकड़े जाने के बाद स्थानीय निवासियों एवं वन विभाग के अधिकारियों ने राहत की सांस ली है। मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने जनपद में बढ़ते गुलदार के हमलों के मद्देनजर वन विभाग को जल्द से जल्द गुलदार को पकड़ने के सख्त निर्देश दिए थे।
गौरतलब है कि करीब दो माह पूर्व सिगली गांव में घर के आंगन से गुलदार ने एक चार वर्षीय बच्चे को उठाकर निवाला बना लिया था। इसके कुछ समय बाद ही सोंधोवाली क्षेत्र में रिस्पना नदी के पास भी गुलदार ने एक बालक पर हमला कर उसे गंभीर रूप से घायल कर दिया था। अभी कुछ दिन पहले गलजवाड़ी गांव में भी गुलदार ने एक 9 वर्षीय बच्चे पर हमला कर उसे अपना निवाला बना लिया था। इसे लेकर क्षेत्रवासियों में आक्रोश व्याप्त था।
वन विभाग की ओर से लगातार गुलदार को पकड़ने के प्रयास किये जा रहे थे। मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने भी गुलदार के बढ़ते हमलों के मद्देनजर वन विभाग के अधिकारियों को जल्द से जल्द गुलदार को पकड़ने के निर्देश दिए थे। मसूरी वन प्रभाग में रेंजर राकेश नेगी ने बताया कि गुलदार को किमाड़ी गांव में लगाए गए पिंजड़े में कैद कर लिया गया है। उन्होंने बताया कि पिछले काफी समय से इस गुलदार की तलाश की जा रही थी।

राज्य आंदोलनकारी हरी कृष्ण जुयाल का निधन, शुक्रवार को होगा अन्तिम संस्कार

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देहरादून, उत्तराखण्ड राज्य आंदोलनकारी मंच द्वारा वरिष्ठ राज्य आंदोलनकारी रहे हरी कृष्ण जुयाल के निधन पर गहरा शोक व्यक्त कर श्रद्धा सुमन अर्पित किये। वे इसी माह 1 मार्च को मॉर्निंग वाक करते समय किसी वाहन की टक्कर में घायल हो गये थे तत्पश्चात उन्हें मेक्स अस्पताल में भर्ती कराया था, गुरुवार सुबह उनका देहान्त हो गया। पोस्टमार्टम होने के उपरांत कल शुक्रवार को अन्तिम संस्कार किया जायेगा। प्रदेश अध्यक्ष जगमोहन सिंह नेगी व प्रदेश प्रवक्ता प्रदीप कुकरेती ने बताया कि दोनों पति पत्नि राज्य आंदोलन में बहुत सक्रिय रहे, वह हमेशा धरना प्रदर्शन व चक्का जाम व बैठकों में बराबर शामिल होते थे। कलम सिंह गुसाईं व रामलाल खंडूड़ी ने दुख जताते कहा कि एक एक करके हमारे बीच आंदोलनकारी दिवंगत होते जा रहे औऱ हमारे राज्य आंदोलनकारियों की आर्थिक स्तिथि भी ठीक नहीं है, सरकार को जल्द इसके के लिये आयोग या परिषद का गठन करना चाहिये | जो अभी तक अस्तित्व में नहीं आया जबकि अन्य आयोग व परिषद बराबर कार्य कर रहे है।
उनके निधन पर शोक व्यक्त करने वालों में जगमोहन सिंह नेगी , रामलाल खंडूड़ी , सतेन्द्र भण्डारी , प्रदीप कुकरेती , कलम सिंह गुसांई , जयदीप सकलानी , चन्द्र किरण राणा , राकेश नौटियाल , राजेश पान्थरी , विरेन्द्र गुसाईं , बीर सिंह रावत , सतेन्द्र नौगाँई , विनोद असवाल , प्रेम सिंह नेगी , सुमित थापा , सुलोचना भट्ट , पुष्पलता सिलमाना , प्रभा नैथानी , राधा तिवारी , सुलोचना गुसांई अरुणा थपलियाल , मोहन सिंह रावत , रामेश्वरी रावत , प्रभात डण्डरियाल , सुशील चमोली व सुलोचना गुसाईं , अनूप कुमार व प्रभात बडथ्वाल आदि थे।

पीएम मोदी की अप्रूवल रेटिंग फरवरी में बढक़र 75% हो गई : सर्वेक्षण

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नई दिल्ली , (आरएनएस)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने प्रधानमंत्री के रूप में अपना काम संभालते हुए फरवरी में 75 फीसदी की अप्रूवल रेटिंग हासिल की, जबकि सितंबर 2023 (आखिरी लहर) में यह 65 फीसदी थी। यह आंकड़ा इप्सोस इंडियाबस पीएम अप्रूवल रेटिंग सर्वे में सामने आया है।
दिलचस्प बात यह है कि कुछ शहरों और समूहों ने पीएम मोदी को पीएम के रूप में उनके प्रदर्शन के लिए अत्यधिक उच्च रेटिंग दी – उत्तर क्षेत्र (92 प्रतिशत), पूर्वी क्षेत्र (84 प्रतिशत) और पश्चिम क्षेत्र (80 प्रतिशत); टियर 1 (84 प्रतिशत), टियर 3 (80 प्रतिशत) शहर; 45+ आयु वर्ग (79 प्रतिशत), 18-30 वर्ष (75 प्रतिशत), 31-45 वर्ष (71 प्रतिशत); सेक्टर बी (77 प्रतिशत), सेक्टर ए (75 प्रतिशत), सेक्टर सी (71 प्रतिशत); महिलाएं (75 प्रतिशत), पुरुष (74 प्रतिशत), माता-पिता/गृहिणी (78 प्रतिशत), नियोजित अंशकालिक/पूर्णकालिक (74 प्रतिशत) आदि।
सर्वेक्षण में महानगरों (64 प्रतिशत), टियर 2 (62 प्रतिशत) शहरों और स्व-रोजगार वाले (59 प्रतिशत) लोगों में थोड़ी कम रेटिंग दर्ज की गई। सबसे कम रेटिंग देश के दक्षिण क्षेत्र (35 प्रतिशत) से आई।
इप्सोस इंडिया कंट्री सर्विस लाइन लीडर – सार्वजनिक मामले, कॉर्पोरेट प्रतिष्ठा, ईएसजी और सीएसआर पारिजात चक्रवर्ती ने सर्वेक्षण के निष्कर्षों पर टिप्पणी करते हुए कहा, अयोध्या में राम मंदिर का उद्घाटन (92 प्रतिशत) जैसी कुछ बड़ी पहल उत्तरी क्षेत्र में अनुमोदन रेटिंग इसे मान्य करती है, संयुक्त अरब अमीरात में मंदिर, किसी भी पश्चिमी शक्ति के प्रभाव से स्वतंत्र वैश्विक मुद्दों पर रुख अपनाना, अंतरिक्ष में पहल, भारत में जी20 शिखर सम्मेलन की सफलतापूर्वक मेजबानी करना और मेक इन इंडिया को बढ़ावा देना, सभी ने प्रधानमंत्री की अनुमोदन रेटिंग में बढ़ोतरी में योगदान दिया है।
मोदी सरकार ने विभिन्न क्षेत्रों में कैसा प्रदर्शन किया है?
सर्वेक्षण से पता चलता है कि जिन क्षेत्रों में मोदी सरकार ने अच्छा प्रदर्शन किया है, वे मुख्य रूप से शिक्षा, स्वच्छता और स्वच्छता और स्वास्थ्य देखभाल प्रणाली के क्षेत्र में हैं। अन्य क्षेत्रों में सरकार असफल हुई है, मगर विफल नहीं हुई है।
उत्तरदाताओं द्वारा दिए गए अंक – प्रदूषण और पर्यावरण (56 प्रतिशत), गरीबी (45 प्रतिशत), मुद्रास्फीति (44 प्रतिशत), बेरोजगारी (43 प्रतिशत) और भ्रष्टाचार (42 प्रतिशत)।
बिदुवार विवरण :
* शिक्षा व्यवस्था : 76 फीसदी
* स्वच्छता एवं साफ-सफाई : 67 प्रतिशत
* स्वास्थ्य सेवा प्रणाली : 64 प्रतिशत
* प्रदूषण एवं पर्यावरण : 56 प्रतिशत
* गरीबी : 45 फीसदी
*मुद्रास्फीति : 44 फीसदी
* बेरोजग़ारी : 43 प्रतिशत
* भ्रष्टाचार : 42 फीसदी
चक्रवर्ती ने कहा, स्वास्थ्य, शिक्षा, स्वच्छता, लिंग, कौशल विकास आदि से जुड़ी पहल रंग ला रही हैं और पहले से ही सकारात्मक माहौल में मजबूत हवाएं प्रदान कर रही हैं।
कार्यप्रणाली
इप्सोस इंडियाबस एक मासिक अखिल भारतीय ऑम्निबस है (कई ग्राहक सर्वेक्षण भी चलाता है) जो एक संरचित प्रश्नावली का उपयोग करता है और इप्सोस इंडिया द्वारा सेक्टर ए, बी और सी घरों के 2,200+ उत्तरदाताओं के बीच विविध विषयों पर आयोजित किया जाता है, जिसमें देश के सभी चार जोन में दोनों लिंगों के वयस्कों को शामिल किया जाता है। .
सर्वेक्षण महानगरों, टियर 1, टियर 2 और टियर 3 शहरों में आयोजित किया जाता है, जो शहरी भारतीयों के बारे में अधिक मजबूत और प्रतिनिधि दृष्टिकोण प्रदान करता है। उत्तरदाताओं से आमने-सामने और ऑनलाइन सर्वेक्षण किया गया।
सर्वेक्षण में प्रत्येक जनसांख्यिकीय खंड के लिए शहर-स्तरीय कोटा शामिल है, जो सुनिश्चित करता है कि लहरें समान हैं और कोई अतिरिक्त नमूना त्रुटियां नहीं हैं। राष्ट्रीय औसत पर पहुंचने के लिए डेटा को जनसांख्यिकी और शहर-वर्ग की आबादी के आधार पर महत्व दिया जाता है।

कमाई का झांसा दे जालसाज ने लगाया लाखों का चूना

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देहरादून(आरएनएस) कमाई का झांसा देकर एक जालसाल ने दंपति को लाखों रुपये का चूना लगा दिया। धोखाधड़ी में महिला की तहरीर पर आरोपी के खिलाफ प्रेमनगर थाना पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। श्योमली पत्नी अपरजित निवासी विंग एक, प्रेमनगर ने तहरीर दी। कहा कि उन्हें अमन जायसवाल निवासी वसंत कुंज, ठाकुरपुर रोड प्रेमनगर पास के किराना की दुकान में मिला। उसका उक्त दुकान में रोज का आना जाना था। अमन ने खुद को वाहन सेल परचेस कम्पनी का मालिक बताया। पीड़ित दंपति को रकम निवेश का झांसा दिया। मोटे रिटर्न का झांसा देकर अलग-अलग समय पर कुल 2.54 लाख रुपये ले लिए। इतना ही पीड़िता के पति के नम पर एक एक्टिवा, चार मोबाइल फोन और एक टेबलेट फाइनेंस कराकर फरार हो गया। आरोपी के संपर्क नंबर भी बंद है। एसओ प्रेमनगर गिरीश नेगी ने बताया कि आरोपी के खिलाफ धोखाधड़ी की धाराओं में केस दर्ज कर जांच की जा रही है।

सहायक अभियंता के 8.33 प्रतिशत कोटे के अंतर्गत प्रोन्नति आदेश जारी किए जाने पर यूपीसीएल प्रबन्धन का जताया आभार

देहरादून, उत्तराखण्ड पावर जूनियर इंजीनियर एसोसिएशन ने सहायक अभियंता के 8.33 प्रतिशत कोटे के अंतर्गत प्रोन्नति आदेश जारी किए जाने पर यूपीसीएल प्रबन्धन का आभार जताया है। यूपीजेईए प्रतिनिधिमंडल द्वारा ऊर्जा भवन मुख्यालय में प्रबन्ध निदेशक एवं अधिशासी निदेशक मानव संसाधन से मुलाक़ात की गयी। माँगपत्र के बिंदु संख्या 01 पर कार्यवाही करते हुए सहायक अभियन्ताओं की प्रोन्नति सूची जारी करने पर प्रतिनिधिमंडल ने प्रबन्धन से मिलकर धन्यवाद व्यक्त किया।

यूपीजेईए प्रतिनिधिमंडल द्वारा प्रबन्ध निदेशक अनिल कुमार एवं अधिशासी निदेशक आर जे मालिक से मिलकर सहायक अभियंता प्रोन्नति सूची जारी करने पर पुष्प गुच्छ भेंट करते हुए एसोसिएशन की तरफ से धन्यवाद ज्ञापित किया गया।

केन्द्रीय महासचिव पवन रावत ने कहा कि यूपीजेईए एवं यूपीसीएल प्रबन्धन के बीच 03 फरवरी को हुई वार्ता के क्रम में जारी कार्यवृत्त पर कार्यवाही करते हुए प्रबन्धन द्वारा सहायक अभियन्ताओं की प्रोन्नति सूची जारी कर दी गयी है। प्रबन्धन द्वारा कार्यवृत्त पर की जा रही सकारात्मक कार्यवाही के मध्यनजर यूपीजेईए द्वारा 05 मार्च को प्रस्तावित सत्याग्रह एवं सांकेतिक ध्यानाकर्षण कार्यक्रम को अग्रिम आदेशों तक स्थगित कर दिया गया है। उन्होंने आशा व्यक्त की कि शीघ्र ही प्रबन्धन द्वारा अन्य माँगो से सम्बंधित आदेश निर्गत कर दिए जाएंगे।

केन्द्रीय महासचिव ने कहा कि अवर अभियंता संवर्ग का प्रत्येक सदस्य सदैव ही सम्पूर्ण निष्ठा एवं समर्पण के साथ निगम एवं प्रदेश के सम्मानित विधुत उपभोक्ताओं के हित में कार्यरत है। यूपीजेईए द्वारा संवर्ग की जायज माँगो पर कार्यवाही किये जाने हेतु वर्षों से गुहार लगायी जा रही है। उन्होंने कहा कि प्रबन्धन द्वारा 03 फरवरी को हुई वार्ता के अनुसार कार्यवृत्त के बिंदु संख्या 01 पर आदेश जारी कर दिए गए हैं। एसोसिएशन को उम्मीद है कि शीघ्र ही प्रबन्धन द्वारा सदस्यो की एसीपी, डीपी सहित अन्य बिंदुओं पर आदेश जारी किये जायेंगे।उन्होंने सदस्यों से निगमहित में अपने दायित्वों पर शत प्रतिशत योगदान देने एवं एकजुटता बनाये रखने की अपील की।

आजीवन संरक्षक एवं संस्थापक अध्यक्ष जी एन कोठियाल ने कहा कि प्रबन्धन को समयबद्ध एवं समयसीमा के अंतर्गत एसोसिएशन की मांगों पर आदेश जारी करना सुनिश्चित करना चाहिए जिससे निगम में सकारात्मक वातावरण बना रहे।

प्रतिनिधिमण्डल में आजीवन संरक्षक एवं संस्थापक अध्यक्ष जी एन कोठियाल, केन्द्रीय महासचिव पवन रावत, प्रान्तीय अध्यक्ष सुनील उनियाल, वरिष्ठ केन्द्रीय उपाध्यक्ष राहुल अग्रवाल सहित वरिष्ठ सदस्य मनोज प्रकाश सिंह रावत, संजय कुमार, मनीष पांडे, नवनीत चौहान, मनमोहन बागड़ी, अंजुला सिंह आदि मौजूद रहे।

युवा पाठकों के लिए प्रदर्शित की भारत की प्राचीन सभ्यता पर आधारित वेब श्रंखला

भारत की प्राचीन सभ्यता पर आधारित वेब श्रृंखला युवाओं के लिए प्रदर्शित -  हिन्दुस्थान समाचार

देहरादून, दून पुस्तकालय एवं शोध केन्द्र की ओर से आज पूर्वाह्न 11ः30 बजे ‘द रजा फाउंडेशन’ के सहयोग से नमित अरोड़ा द्वारा प्रस्तुत की गई तीन लघु वेब श्रंखलाओं का निशुल्क प्रदर्शन पुस्तकालय में अध्ययन करने वाले युवा पाठकों के लिए किया गया। यह तीन वेब श्रंखलाएं थीं ‘द हडप्पन्स’ (24 मिनट),’द आर्यन्य एण्ड वैदिक ऐज’ (27 मिनट) तथा ‘द मौर्यन्स एण्ड मेगस्थनीज’ (28 मिनट)। यह तीनों वेब श्रंखलाएं ‘द इंडियंस ए ब्रीफ हिस्ट्री आॅफ ए सिविलाइजेशन’ पुस्तक पर आधारित हैं, और भारत के ऐतिहासिक स्थलों की सभ्यता के साथ ही भारत में प्राचीन और मध्यकालीन विदेशी यात्रियों द्वारा की गई यात्राओं की शानदार कहानी बतलाती हैं।

पहली वेब श्रंखला में हड़प्पावासियों ने भारतीय उपमहाद्वीप में पहले शहरों और एक भौतिक संस्कृति का निर्माण किया जिसमें उन्नत शहरी डिजाइन, शहर-व्यापी स्वच्छता और दुनिया में पहला इनडोर शौचालय शामिल थे। इस एपिसोड में नमित अरोड़ा शानदार तरीके से पश्चिमी भारत और पाकिस्तान के स्थलों पर, 2600-1900 ईसा पूर्व, इसकी परिपक्व अवधि की खोज करते हैं। वे हड़प्पा की जीवनशैली और कलाकृतियों, मिट्टी के बर्तनों, मुहरों, मूर्तियों, खिलौनों, आभूषणों, परिधान फैशन, सामाजिक संगठन, आहार मानदंडों से उभरने वाली कहानियों को अपनी ऐतिहासिक नजरों से देखते हैं और उनके धातु विज्ञान, उपकरण, वस्त्र, जहाज, व्यापार और दफन रीति-रिवाजों पर भी गहन तरीके से चर्चा करते हैं।
दूसरी वेब श्रंखला में हमें जानकारी मिलती है कि आर्य और वैदिक युग हड़प्पा सभ्यता के पतन के बाद, 2000-1500 ईसा पूर्व के बीच मध्य एशिया से आर्य प्रवासी आये। ये लोग हल्की त्वचा वाले
खानाबदोश-पशुपालक लोग, आर्य उपमहाद्वीप के बसे हुए किसानों और गहरे रंग की वन जनजातियों से सांस्कृतिक रूप से भिन्न थे। अपने साथ आर्य लोग प्रारंभिक संस्कृत, प्रोटो-वेद, वैदिक देवताओं, अग्नि अनुष्ठानों और मौखिक मंत्रों के शौकीन पुजारी वर्ग, नए सामाजिक और लैंगिक पदानुक्रम, घोड़े और रथ को लाए। भरत और पुरु जैसी आर्यकृत जनजातियों के बीच युद्ध आम तौर पर हो गए थे। इसी सामाजिक संघर्षों से महाभारत जैसी शुरुआती कहानियां सामने आईं।
तीसरी वेब श्रंखला में अमित अरोड़ा मौर्य और मेगस्थनीज के युग का वर्णन करते हैं। उनके अनुसार मौर्य दरबार में यूनानी राजदूत मेगस्थनीज ने भारत के बारे में एक आकर्षक विवरण दिया था। मेगस्थनीज ने पाटलिपुत्र के विशाल शहर, उसके लकड़ी के घरों, दीवारों और वॉच टावरों का वर्णन किया है। बाद में अशोक आये जिन्होंने एक विस्तारित कृषि राज्य की बागडोर संभाली । अहिंसा के प्रति उनका सार्वजनिक आलिंगन दुनिया के सम्राटों के बीच महत्वपूर्ण और अद्वितीय था। उन्होंने बौद्ध धर्म को अपना लिया और इसे दूर-दूर तक फैलाया। मौर्य काल में हमें अनेक प्रस्तर कला और आश्चर्यजनक मूर्तिकलाएं मिलती है। इनमें सांची और भरहुत स्तूप जैसे कुछ महत्वपूर्ण धरोहर शामिल हैं।
कार्यक्रम के प्रारम्भ में दून पुस्तकालय एवं शोध केन्द्र के प्रोग्राम एसोसिएट चनद्रशेखर तिवारी ने इस बेब श्रंखला पर संक्षिप्त जानकारी दी और कहा कि संस्थान की ओर से पुस्तकालय में विविध प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे युवा पाठकों के लिए समय-समय पर इस तरह के कार्यक्रम करने के प्रयास किये जाते रहेगें।
इतिहासकार डॉ. योगेश धस्माना ने भारत के प्राचीन ऐतिहासिक स्थलों व सभ्यता पर संक्षिप्त जानकारी भी दी।इस अवसर पर ब्रिगेडियर भारत भूषण,कर्नल अरुण ममगाईं, शैलेन्द्र नौटियाल, पूर्व निदेशक राज्य अभिलेखागार, डॉ.लालता प्रसाद, जगदीश बाबला,पर्यावरण मित्र चनन्दन नेगी, दून पुस्तकालय एवं शोध केन्द्र के सुन्दर सिंह बिष्ट, जगदीश सिंह महर, सुमन भारद्वाज, मधन सिंह,विजय बहादुर सहित पुस्तकालय में अध्ययनरत बड़ी संख्या में युवा पाठक अपस्थित रहे।

इंजीनियरिंग मैनेजर के बंद घर से लाखों की चोरी

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देहरादून(आरएनएस) इंजीनियरिंग मैनेजर के बंद घर में लाखों की चोरी हो गई। चोर घर से करीब चार लाख रुपये के गहने और 12 हजार रुपये नगदी चुरा ले गए। तहरीर पर पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। मयंक भुगल निवासी चकशाह नगर इंजीनियरिंग मैनेजर की नौकरी करते हैं। वह निजी काम से एक मार्च को घर का ताला लगाकर परिवार समेत दिल्ली चले गए। चार मार्च की सुबह पड़ोसी से पता लगा कि उनके घर में चोरी हो गई है। वापस आकर देखा तो चोर घर से करीब चार लाख रुपये के गहने और नगदी ले गए। सीसीटीवी फुटेज चेक किए तो पता लगा कि चार मार्च की रात 1:40 बजे तीन चोर घर के पास पहुंचे। इनमें एक बाहर बाइक पर खड़ा रहा। अन्य दो घर में घुसे। उन्होंने तसल्ली से उनका घर खंगाला। घर से तड़के 3:20 बजे बाहर निकले। चोर फुटेज में नशेड़ी प्रतीत हो रहे हैं। वह अपने साथ लाया डंडा भी घर में छोड़ गए। घटनाक्रम को लेकर मयंक ने नेहरू कॉलोनी थाने में तहरीर दी। एसओ नेहरू कॉलोनी मोहन सिंह बताया कि पुलिस ने बताया कि अज्ञात चोरों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई है।