देहरादून, सचिव डॉक्टर आर राजेश कुमार ने महानिदेशक, चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण, उत्तराखण्ड, देहरादून. निदेशक, चिकित्सा शिक्षा विभाग, उत्तराखण्ड, देहरादून को आदेश जारी करते हुए मतदान दिवस पर सभी स्वास्थ्य सेवाएं जारी रखने के निर्देश दिए हैं।
चिकि० स्वा० एवं चिकि० शिक्षा अनु0-1 देहरादून: दिनांक अप्रैल, 2024 विषय-सामान्य निर्वाचन लोक सभा चुनाव दिनांक 19 अप्रैल, 2024 को समस्त चिकित्सा ईकाइयों को खोले जाने के सम्बन्ध में।
महोदय,
उपर्युक्त विषयक चिकित्सा स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा अनुभाग-3, उत्तराखण्ड शासन के ई-शासनादेश संख्या-197503/XXVIII-3-24-e file-13055/2022 दिनांक 11 मार्च, 2024 का सन्दर्भ ग्रहण करने का कष्ट करें, जिसके द्वारा राज्य विधानसभा निर्वाचन, 2022 की भांति लोक सभा सामान्य निर्वाचन, 2024 में निर्वाचन प्रक्रिया के दौरान मतदान दल एवं सुरक्षा कर्मियों को समस्त राजकीय चिकित्सालयों में कैशलेस (निःशुल्क) उपचार की सुविधा उपलब्ध कराये जाने के संबंध में आवश्यक कार्यवाही किये जाने हेतु निर्देशित किया गया है।
आप अवगत हैं कि उत्तराखण्ड की समस्त लोक सभा सीटों / निर्वाचन क्षेत्रों में दिनांक 19 अप्रैल, 2024 को मतदान निर्धारित है। उपरोक्त के कम में मुझे यह कहने का निदेश हुआ है कि सामान्य निर्वाचन लोक सभा चुनाव दिनांक 19 अप्रैल, 2024 को उत्तराखण्ड की समस्त चिकित्सा इकाइयाँ/मेडिकल कॉलेज एवं उनसे सम्बन्धित समस्त चिकित्सा इकाइयाँ खुली रहेंगी। इन चिकित्सा इकाइयों में कार्यरत कार्मिकों का मतदान रोटेशन के आधार पर सम्बन्धित चिकित्सा इकाई के चिकित्सा अधीक्षक / नियंत्रक अधिकारी द्वारा सुनिश्चित कराया जायेगा।
मतदान दिवस पर सभी स्वास्थ्य सेवाएं जारी रखने के दिए निर्देश
लोकसभा चुनाव को लेकर परिक्षेत्र एवं जनपद प्रभारियों के साथ अपर पुलिस महानिदेशक ने की वीडियो कांफ्रेसिंग
देहरादून, अपर पुलिस महानिदेशक, अपराध एवं कानून व्यवस्था/राज्य पुलिस नोडल अधिकारी, निर्वाचन, उत्तराखण्ड ए.पी. अंशुमान द्वारा लोक सभा सामान्य निर्वाचन-2024 को सकुशल सम्पन्न कराये जाने हेतु समस्त परिक्षेत्र एवं जनपद प्रभारियों के साथ वीडियो कांफ्रेसिंग की गयी ।
वीडियो कांन्फ्रेसिंग के दौरान सभी जनपद प्रभारियों से निर्वाचन हेतु मतदान दिवस की कार्यवाही एवं तैयारियों के सम्बन्ध में विस्तार से चर्चा की गई । बैठक के दौरान जनपद प्रभारियों के द्वारा यह बताया गया कि समस्त पुलिस बल की ब्रीफिंग, ऑबजर्वरों के साथ मीटिंग, पोलिंग पार्टियों द्वारा प्रस्थान कर लिया गया है तथा भारत निर्वाचन आयोग द्वारा दिये गये निर्देशों का पालन किया जा रहा है । इस सम्बन्ध में अपर पुलिस महानिदेशक अपराध एवं कानून व्यवस्था/राज्य पुलिस नोडल अधिकारी, निर्वाचन, उत्तराखण्ड द्वारा निर्देशित किया गया कि पोलिंग पार्टियों की पोलिंग स्टेशनों पर पहुंचने की सम्पूर्ण रिपोर्ट आज सांय तक उपलब्ध करायी जाय । यह भी निर्देशित किया गया किः-
1- आज मा0 चुनाव आयोग के निर्देशों के क्रम में रात्रि गश्त, चैकिंग/फ्रीस्किंग इत्यादि सुनिश्चित की जाय एवं आचार संहिता के उल्लंघन सम्बन्धी शिकायत प्राप्त होने पर तुरन्त निकटवर्ती थाने द्वारा विधिक कार्यवाही की जाय ।
2- शैडो एरिया में पड़ने वाले पोलिंग स्टेशनों पर संचार की सुचारू व्यवस्था हेतु कोई व्यवधान न हो यह सुनिश्चित किया जाय ।
3- निर्वाचन के दौरान सतर्क दृष्टि रखते हुये अपराध एवं शान्ति व्यवस्था को नियंत्रण में रखा जाय । किसी भी प्रकार की घटना होने पर तुरन्त उचित वैधानिक कार्यवाही की जाय ।
4- सीमावर्ती राज्यों के पुलिस अधिकारियों के साथ मतदान दिवस हेतु शान्ति एवं कानून व्यवस्था बनाये रखने के सम्बन्ध में टेलीफोनिक वार्त्ता एवं लगातार समन्वय रखा जाय ।
5- मतदान दिवस (19 अप्रैल) पर पोलिंग स्टेशन/पोलिंग बूथ एवं उसके आस-पास के क्षेत्र में भारत निर्वाचन आयोग द्वारा जारी गाइड लाईन का अक्षरशः पालन कराया जाय ।
6- अभिसूचना तंत्र को सतर्क करते हुये सोशल मीडिया के विभिन्न प्लेट फॉर्मों पर सतर्क दृष्टि रखी जाय तथा अफवाहों एवं कानून व्यवस्था को प्रभावित करने वालों के विरूद्ध विधिक कार्यवाही की जाय ।
7- निर्वाचन में लगे पुलिस बल,अर्द्ध सैनिक बल एवं अन्य सहायक बलों के रहने, खाने आदि की अच्छी व्यवस्थाएं सुनिश्चित की जाय ।
8- स्ट्रांग रूम की सुरक्षा व्यवस्था राजपत्रित अधिकारी की निगरानी में सुनिश्चित की जाय तथा सुरक्षा व्यवस्था भारत निर्वाचन आयोग के निर्देशों के अनुरूप सुनिश्चित की जाय ।
अपर पुलिस महानिदेशक, अपराध एवं कानून व्यवस्था/राज्य पुलिस नोडल अधिकारी, निर्वाचन, उत्तराखण्ड एपी अंशुमान ने बताया कि लोक सभा की पांचों सीटों में स्थापित कुल 11729 पोलिंग स्टेशनों को 274 जोन, 1462 सैक्टर में विभक्त किया गया है, जिनकी निगरानी हेतु 252 एसएसटी एवं 293 एफएसटी नियुक्त की गयी है । 11729 पोलिंग स्टेशनों में से 934 पोलिंग स्टेशनो को क्रिटिकल की श्रेणी में रखा गया है जिस पर सतर्क दृष्टि रखने हेतु वेबकास्टिंग एवं वीडियोग्राफी निरन्तर मतदान दिवस हेतु की जायेगी ।
राज्य में सभी अन्तर राष्ट्रीय बैरियर, अन्तर राज्यीय बैरियर एवं अन्तर जनपदीय बैरियरों पर रात्रि एवं दिन में निरन्तर चैकिंग की जा रही है ।
लोक सभा निर्वाचन-2024 को शान्ति पूर्वक सम्पन्न कराये जाने हेतु लगभग 40 हजार पुलिस बल के साथ 20 कम्पनी पीएसी तथा 65 कम्पनी केन्द्रीय अर्द्ध सैनिक बल निर्वाचन ड्यूटी में नियुक्त की गयी है, जिसमें उत्तर प्रदेश, दिल्ली, हरियाणा एवं हिमाचल प्रदेश से कुल 14300 होमगार्डों को भी सम्मिलित किया गया है ।
भारत निर्वाचन आयोग की दिशा-निर्देशों के अनुरूप राज्य में कुल 56 हजार शस्त्र धारकों का सत्यापन कर आदर्श आचार संहिता प्रभावी होने के पश्चात् 48 हजार लाईसेंसी शस्त्र जमा किये गये हैं।
निरोधात्मक कार्यवाही के अन्तर्गत राज्य में 809 संवेदनशील क्षेत्र चिन्हित किये गये है, ऐसे क्षेत्र में रहने वाले 3907 व्यक्तियों को चिन्हित किया गया है जो निर्वाचन को प्रभावित कर सकते है तथा उनके विरूद्ध दण्ड प्रक्रिया संहिता के अन्तर्गत कार्यवाही कर पाबन्द किया गया है । साथ ही दण्ड प्रक्रिया संहिता 107/116 के अन्तर्गत कुल 6567 मामले दर्ज किये गये तथा जिनमे से कुल 39946 असामाजिक तत्वों का चालान किया गया, तथा 33013 व्यक्तियों को पाबन्द किया गया है ।
अवैध सामग्री की बरामदगी के अन्तर्गत सम्पूर्ण निर्वाचन अवधि में 45000 लीटर अवैध शराब जिसकी कुल कीमत 2.14 करोड़ एवं 131 कि0ग्रा0 मादक पदार्थ कीमत 3.8 करोड़ तथा 2.74 करोड़ अवैध कैश एवं अवैध सामाग्री कुल 0.25 करोड़ की बरामद की गयी ।
राज्य में उपलब्ध समस्त पुलिस बल को अपने मत का प्रयोग किये जाने हेतु प्रेरित कर लगभग 16438 पुलिस कार्मिकों द्वारा पोस्टल बैलेट के माध्यम से, 7296 कार्मिकों द्वारा ई0डी0सी0 के माध्यम से अपने मत का प्रयोग किया गया है एवं 673 कार्मिकों द्वारा स्वंय बूथ पर जाकर अपने मत का प्रयोग किया जायेगा ।
बैठक में श्री कृष्ण कुमार वी0के0, पुलिस महानिरीक्षक, अभिसूचना, श्री नीलेश आनन्द भरणे, पुलिस महानिरीक्षक, पी0 एण्ड एम0 एवं सुश्री पी0 रेणुका देवी, पुलिस उप महानिरीक्षक, अपराध एवं कानून व्यवस्था सहित समस्त वरिष्ठ/पुलिस अधीक्षक उपस्थित रहे ।
सिविल सोसायटी की जनता के नाम अपील
देहरादून, सिविल सोसायटी ने मतदाताओं से अपील की है कि वे देश और राज्य के बेहतर भविष्य के लिए उत्तराखंड की पांचों सीटों पर इंडिया अलायंस के उम्मीदवारों को वोट दें। अपील में कहा गया है कि सिविल सोसायटी से जुड़े विभिन्न जनसंगगठनों ने जनता के मुद्दों को लेकर राज्यभर में 2 लाख से ज्यादा लोगों से संपर्क किया। ज्यादातर लोग बेतहाशा बढ़ती महंगाई और बेराजगारी से हताश और निराश हैं।
हारेगी नफरत जीतेगा भारत, भारत जोड़ो अभियान, उत्तराखंड महिला मंच, उत्तराखंड इंसानियत मंच, जनवादी महिला समिति, सर्वोदय मंडल, चेतना आंदोलन, भारत ज्ञान विज्ञान समिति और किसान सभा जैसे संगठनों की ओर से जारी इस अपील में कहा गया है कि भाजपा सरकार भ्रष्टाचार समाप्त करने के अश्वासन के साथ सत्ता में आई थी, लेकिन इलेक्टोरल बॉण्ड के नाम पर डरा-धमकाकर मोटा पैसा उसी ने वसूला गया। चंदा लेकर घटिया दवाइयां तक बनाने की छूट दी गई और हमारे कई अपनों की मौत हो गई।
बेटी बचाओ और महिला सुरक्षा का नारा भी भाजपा ने दिया। लेकिन, अंकिता भंडारी की हत्या के मामले में 20 महीने बाद भी किसी को सजा नहीं हुई। केस अभी चल रहा है, लेकिन सत्ता के संरक्षण में वीआईपी का नाम उजागर नहीं हुआ। बीजेपी के राज में घसियारी महिलाओं का उत्पीड़न हुआ। दलित और अन्य महिलाओं के साथ बलात्कार और हिंसक घटनाएं हुई। महिलाओं पर अत्याचार की कई घटनाओं में सरकार आरोपियों के पक्ष में खड़ी नजर आती है।
अपील में बेरोजगारी का जिक्र करते हुए कहा गया है कि भाजपा ने हर वर्ष 2 करोड़ रोजगार का वायदा किया था, लेकिन मौजूदा समय में बेरोजगारी अपने सर्वोच्च स्तर पर है। सरकारी नौकरियां बेची जा रही हैं और प्रतियोगी परीक्षाओं के पेपर लीक किये जा रहे हैं। नौकरी मांगने वालों पर लाठियां भांजी गई। फौज में अग्निवीर व्यवस्था की और युवाओं का भविष्य चौपट कर दिया। निराश युवा नशे की चपेट में आ रहा है। नशा रोकने के बजाय खुलेआम नशा बेचा जा रहा है। शराब और ड्रग्स गांव-गांव पहुंच गई है।
भूकानून की मांग करते हुए अपील में कहा गया है कि उत्तराखंड में जमीनों की बड़ी खरीद-फरोख्त पर पाबंदी थी। भाजपा ने 2018 में यह पाबंदी हटा दी। नतीजा यह है कि आज ज्यादातर पहाड़ धन्नासेठों ने खरीद लिये हैं। भूकानून की मांग को सरकार सुन नहीं रही है। राज्य की संपत्तियां कारपोरेट जगत को बेची जा रही हैं। इस अपील में पर्यावरण का मुद्दा भी उठाया गया है। कहा गया है कि मौजूदा सरकारें राज्य में पर्यावरण के विनाश में भागीदार रही हैं। जोशीमठ इसका उदाहरण है। सुरंगों से पूरे पहाड़ का खोखला किया जा रहा है। देहरादून शहर और पूरे पहाड़ में पेड़ों का अंधाधुंध कटान हो रहा है। इससे भावी पीढ़ी का जीवन संकट में है। लेकिन, इस खतरे की तरफ कोई ध्यान नहीं किदया जा रहा है।
सिविल सोसायटी ने राज्य में बढ़ते साम्प्रदायिक उन्माद की घटनाओं में चिन्ता जताई है। अपील में कहा गया है कि उत्तराखंड प्राकृतिक रूप से शांतिप्रिय समाज रहा है। लेकिन बीजेपी ने राजनीतिक रोटियां सेंकने के लिए जातीय और धार्मिक उन्माद की घटनाओं को हवा देने के प्रयास किया है। राज्य में सरेआम साम्प्रदायिक जहर फैलाने वालों के खिलाफ राज्य सरका ने कोई कार्रवाई नहीं की। अपील में मजदूर बस्तियों पर बुल्डोजर फेरने की सरकार की मंशा पर भी सवाल उठाया गया है।
बनभूलपुरा में खेलते-खेलते लापता हो गए तीन दोस्त, पांच दिन बाद भी नहीं चला पता
हल्द्वानी, हल्द्वानी में घर के पास खेल रहे तीन दोस्त लापता हो गए। परिजनों के गुमशुदगी लिखाने के पांच दिन बाद भी तीनों का पता नहीं चला है। उधर परिजनों ने पुलिस पर ढूंढ-खोज नहीं करने का आरोप लगाया है। दीपेश (13) पुत्र सेवक राम, रोहित (12) पुत्र विनय और शेखर (12) पुत्र धर्मेंद्र वार्ड 14 जवाहरनगर बनभूलपुरा के रहने वाले हैं।
दिपेश आठवीं और रोहित, शेखर कक्षा सात में पढ़ते हैं और अच्छे दोस्त हैं। रोहित की बुआ ने बताया तीनों रविवार दोपहर मोहल्ले में खेल रहे थे। दोपहर में तीनों अचानक लापता हो गए। देर शाम तक नहीं लौटने पर पुलिस को सूचना दी। पुलिस ने कार्रवाई की बात तो कही। साथ ही यह भी कहा कि दो दिन पुलिस चुनाव ड्यूटी में व्यस्त है।
पुलिस की प्राथमिक जांच में तीनों दोस्त एक साथ सीसीटीवी में देखे गए। फुटेज में रोहित के कंधे पर एक बैग टंगा नजर आया। वह घर से तीन सौ रुपये भी ले गया है। बनभूलपुरा थानाध्यक्ष नीरज भाकुनी का कहना है कि तीनों की तलाश की जा रही है। अंतिम बार वह सीसीटीवी में रेलवे स्टेशन रोड पर दिखाई दिए हैं। कहा कि जल्द ही तीनों को बरामद कर लिया जाएगा।
बद्रीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति की पहल: श्री त्रियुगीनारायण के बाद उषा-अनिरूद्ध विवाह मंडप भी बना वेडिंग डेस्टिनेशन
* दिल्ली निवासी युवक की शादी श्री ओंकारेश्वर मंदिर उखीमठ स्थित उषा- अनिरूद्ध विवाह मंडप में हुई संपन्न
रुद्रप्रयाग (ऊखीमठ), श्री त्रियुगीनारायण मंदिर को वेडिंग डेस्टिनेशन के रूप में मिली प्रसिद्वि के बाद श्री बदरीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति अध्यक्ष अजेंद्र अजय की उषा- अनिरूद्ध विवाह स्थली श्री ओंकारेश्वर मंदिर उखीमठ को वेडिंग डेस्टिनेशन बनाने की पहल के बाद पहली बार उषा- अनिरूद्ध विवाह मंडप श्री ओंकारेश्वर मंदिर में आज दिल्ली के एक जोड़े की शादी संपन्न हुई। भविष्य में श्री ओंकारेश्वर मंदिर स्थित उषा अनिरूद्ध विवाह मंडप के वेडिंग डेस्टिनेशन के रूप में विकसित होने का मार्ग प्रशस्त हो गया है।
रोहिणी दिल्ली निवासी लखन चंदेला (44) तथा संगीता सिंह (41) आज उषा-अनिरूद्ध विवाह मंडप में सात फेरे लेकर शादी के बंधन में बंध गये है। विवाह संबंधी रस्मों, पूजा- पाठ का कार्य मंदिर समिति के आचार्यगणों द्वारा संपन्न करवाया गया स्थानीय महिलाओं तथा महिला मंगल दल ने मंगल गान का आयोजन कर नवविवाहित जोड़े को शुभकामनाएं दी साथ ही स्थानीय बाजीगरों ने ढ़ोल- दमाऊं की थाप से मंगल जागरों का गायन किया।
दूल्हे -दुल्हन के परिजनों ने बताया कि वे लोग पिछले यात्रावर्ष केदारनाथ यात्रा पर आये थे तथा श्री ओंकारेश्वर मंदिर उखीमठ भी दर्शन को आये उन्होंने भगवान कृष्ण के पोते श्री अनिरूद्ध तथा बाणासुर पुत्री उषा के विवाह मंडप एवं श्री ओंकारेश्वर मंदिर के महात्म्य को सुना। तथा इसी विवाह मंडप में विवाह का संकल्प किया।
इस हेतु उन्होंने श्री बदरीनाथ- केदारनाथ मंदिर समिति से संपर्क किया। विवाह कार्यक्रम हेतु मुख्य कार्याधिकारी योगेंद्र सिंह तथा कार्याधिकारी आरसी तिवारी, वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी यदुवीर पुष्पवान ने उन्हे यथोचित सहयोग प्रदान किया जिसके लिए वह मंदिर समिति की प्रशंसा करते है।
इस अवसर पर कार्याधिकारी आरसी तिवारी,वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी यदुवीर पुष्पवान, वेदपाठी विश्वमोहन जमलोकी, वेदपाठी नवीन मैठाणी, पुजारी शिवशंकर लिंग, टी गंगाधर लिंग, बागेश लिंग, कुलदीप धर्म्वाण, दफेदार विदेश शैव आदि मौजूद रहे। विवाह पक्ष दिल्ली से सोनिया सोनी, नीलिमा सिंह, अवधेश कुमार,पूनम सूद, आरूषि आदि भी इस अवसर पर मौजूद रहे।
जनपद में 5295 युवा मतदाता पहली बार करेंगे अपने मताधिकार का प्रयोग
(देवेंन्द्र चमोली)
रुद्रप्रयाग- जनपद में 19 अप्रैल को होने वाले प्रथम चरण का मतदान कुल 362 मतदेय स्थलों पर संपन्न कराया जाएगा। मतदान को निष्पक्ष एवं सफलतापूर्वक संपन्न कराए जाने के लिए जिले को 5 जोन एवं 50 सेक्टरों में बांटा गया है। लोकतंत्र के इस महापर्व पर इस बार जनपद में 5292 नये युवा मतदाता पहली बार अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगें
(02)गढ़वाल संसदीय क्षेत्र के अंतर्गत जनपद की दो विधान सभा है। (07-)केदारनाथ विधान सभा में 173 पोलिंग बूथ व (08) रुद्रप्रयाग में 189 पोलिंग बूथ हैं
विधान सभा केदारनाथ में कुल 90839 मतदाता हैं जिसमें महिला मतदाता 45962 हैं तथा पुरुष मतदाता 44877 हैं जबकि विधान सभा रुद्रप्रयाग में कुल 104784 मतदाता हैं जिसमें महिला मतदाता 52411 तथा पुरुष मतदाता 52373 हैं। इस बार 18 से 19 वर्ष वाले 5295 युवा मतदाता हैं जो पहली बार अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे।
जनपद में 7 माॅडल पोलिंग बूथ बनाए गए हैं। जिसमें राजकीय प्राथमिक विद्यालय तोषी तथा राजकीय इंटर काॅलेज रामाश्रम जखोली में यूथ पोलिंग बूथ बनाए गए हैं। राजकीय प्राथमिक विद्यालय भवन भीरी तथा राजकीय इंटर काॅलेज अगस्त्यमुनि में दिव्यांग पोलिंग बूथ बनाए गए हैं। राजकीय बालिका इंटर काॅलेज अगस्त्यमुनि एवं श्री 108 स्वामी सच्चिदानंद राजकीय इंटर काॅलेज में महिला पोलिंग बूथ बनाया गया है। राजकीय प्राथमिक विद्यालय गौंडार में यूनिक पोलिंग बूथ तैयार किया गया है।
निर्वाचन को निष्पक्ष एवं सफलता पूर्वक संपादित कराने के लिए रिजर्व सहित 399 पीठासीन अधिकारी तैनात किए गए हैं तथा रिजर्व सहित 1197 मतदान अधिकारी प्रथम, द्वितीय, तृतीय तैनात किए गए हैं।
लोकसभा सामान्य निर्वाचन को शांतिपूर्ण एवं निष्पक्ष ढंग से संपादित कराने के लिए पुलिस के 312 कार्मिक जनपद के लगाए गए हैं। वन विभाग के 29, पीआरडी के 280, होमगार्ड के 110, गैर प्रांत दिल्ली के 500 होमगार्ड, उत्तराखंड पीएसी की एक कंपनी, केंद्रीय पैरामिलिट्री फोर्स की एक कंपनी निर्वाचन ड्यटी में तैनात किए गए हैं। आज सभी पोलिगं पार्टियाँ गन्तब्य के लिये रवाना हो गई है।
रोचक मुकाबले का संकेत दे रहा गढ़वाल लोकसभा क्षेत्र
” गढ़वाल संसदीय छैत्र पर मुख्य मुकाबला भाजपा व काँग्रेस के बीच सिमटता नजर आ रहा है। एक ओर भाजपा के कद्दावर नेता अनिल बलूनी प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की छबि व राज्य सभा सांसद रहते अपनी उपलब्धियों को मुद्धा बनाते हुये जनता का विश्वास हासिल करने में जुटे हैं वहीं दूसरी ओर राजनैतिक सुचिता, नैतिकता, ब्यक्तित्व में निश्चल सेवाभाव , ग्राम से लेकर प्रदेश, व देश के समसामयिक विषयों की पकड़, के साथ जनता से अपनी दुधबोली भाषा ठेठ गढवाली में वार्तालाप के चलते आज काग्रेस के विघ्नहर्ता के रूप मे दिख रहे गणेश गोदियाल की नुक्कड सभाओं में जुटी स्वस्पूर्त भीड ओर उनके नांमकन में उमडे अपार जनसमूह के बाद चुनाव प्रचार थमने तक आम जनता के बीच गणेश गोदियाल की चर्चा सारे राजनैतिक कयासों को क्षुटलाती नजर आ रही है। एक मँझे हुये राजनेता की तरह जनता के दिलों मे जगह बनाने में कामयाब रहे गणेश गोदियाल की बढ़ती लोकप्रियता के चलते भाजपा के स्टार प्रचारकों को मोर्चा संभालने को मजबूर होना पडा।जनता की चुप्पी व काँग्रेस कार्यकर्ताओं के उत्साह को देखते हुये कहा जा सकता है कि गढ़वाल लोकसभा क्षेत्र में इस बार रौचक मुकाबला होने के आसार है”।
(देवेंन्द्र चमोली)
19 अप्रैल को प्रथम चरण में होने वाले लोक सभा चुनाव के प्रचार का शोरगुल आज शाँय थम गया। नेता हो या पार्टी के कार्यकर्ता सबने अपने अपने प्रतिनिधियों को देश की महा पंचायत में भेजने के लिये खूब पसीना बहाया। प्रदेश की पाँच लोक सभा सींटो पर प्रथम चरण मे 19 अप्रैल को मतदान होना है, जिसके लिये चुनाव प्रचार आज थम गया। चुनावी शोरगुल के बीच गढ़वाल संसदीय छैत्र व टिहरी संसदीय छैत्र खूब चर्चाओं में रहा। गढ़वाल लोक सभा सीट से काँग्रेस प्रत्यासी गणेश गोदियाल व टिहरी लोक सभा छैत्र से निर्दलीय प्रत्यासी बाँबी पँवार ने जिस तरह से जनता के बीच अपनी उपस्थिति दर्ज करायी एकाएक दोनो सीटें राष्ट्रीय स्तर पर चर्चा का विषय बन गई।
बात गढ़वाल संसदीय क्षेत्र की करें तो यहाँ मुख्य मुकाबला भाजपा के राष्ट्रीय मीडिया प्रभारी अनिल बलूनी एवं काग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष गणेश गोदियाल के बीच है। 14 विधान सभा समेटे इस संसदीय क्षेत्र में भारतीय जनता पार्टी के प्रत्यासी अनिल बलूनी सहित भाजपा के नेता व कार्यकर्ता प्रधान मंत्री नरेन्द्र मोदी के नाम व बलूनी के राज्य सभा सांसद रहते किये गये विकास कार्यो के बलबूते अपनी जीत को सुनिश्चित करने का दावा कर रहे है, वहीं काँग्रेस प्रत्यासी गणेश गोदियाल पहाड़ की ज्वलन्त समास्याओं , पहाड़ के स्थानीय मुद्दों जैसे आपदा, वेरोजगारी के साथ साथ अग्निबीर योजना व चर्चित अंकिता भंडारी हत्या कांड, पर भाजपा को घेरने में जुटे है।
भाजपा की ओर से अनिल बलूनी के पक्ष में प्रदेश के मुख्य मंत्री पुष्कर धामी, प्रदेश अध्यक्ष महेन्द्र भट्ट, सहित उत्तर प्रदेश के मुख्य मंत्री योगी आदित्य नाथ, केन्द्रीय मंत्री स्मृति ईरानी, राजनाथ सिंह सहित केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह ही नहीं प्रधानमधत्री नरेन्द्र मोदी की भी ऋषिकेश में जनसभायें हुई। वहीं गणेश गोदियाल के पक्ष में काँग्रेश के स्टार प्रचारको में केवल प्रिंयंका गाँधी ने ही रामनगर मे चुनावी जनसभा को सम्बोधित किया। इसके बाबजूद भी गढ़वाल संसदीय छैत्र का देश में चर्चा का विषय बनना रौचक मुकाबले का संकेत दे रहा है।
ऐन चुनाव वक्त एक के बाद एक अपनों का साथ छोड़ने के बाबजूद हार न मानने वाले गणेश गोदियाल के मनोबल व दृढ़निश्चय ने अकेले दम पर काँग्रेस कार्यकर्ताओं सहित काँग्रेस के कैडर व छैत्र की जनता में नया उत्साह भरने का काम किया। जनता से मिल रहे समर्थन से उत्साहित कार्यकर्ताओ ने उनके चुनाव के लिये खुलकर चन्दा भी दिया। विधान सभा छैत्रों की बात करें तो गढ़वाल संसदीय छैत्र मे वर्तमान मे भाजपा का दबदबा है। बद्रीनाथ क्षेत्र से काग्रेस के टिकट से जीत हासिल करने वाले एक मात्र विधायक के विधायिका से त्यागपत्र देकर ऐन चुनाव के वक्त भाजपा में जाने के बाद पूरे संसदीय क्षेत्र में काग्रेस की बचीखुची आस को बडा क्षटका लगा। ऐसे में संसदीय क्षेत्र में भाजपा की एकतरफा जीत के कयास राजनैतिक विश्लेसक लगा रहे थे। लेकिन बद्रीनाथ विधायक के ऐन चुनाव वक्त पाला बदलने के बाद गणेश गोदियाल ने एक निर्भीक योद्धा की तरह दोगुने जोश के साथ जनता के बीच जिस तरह अपनी उपस्थिति दर्ज करायी उससे काँग्रेस कार्यकर्ताओं में एक नया उत्साह देखने को मिला।
काग्रेस प्रत्यासी गणेश गोदियाल की नुक्कड सभाओं व रोड शौ में उमडी स्वस्फूर्त भीड ने इस सीट पर मुकाबला रौचक बना दिया है , जनता से मिल रहे अपार जन समर्थन से गदगद गणेश गोदियाल भी एक मक्षें हुए राज नेता की तरह अपनी बेदाग छबि निश्चल सेवाभाव व ठेठ गढवाली में जनता से संवाद के चलते जनता के दिलों में जगह बनाने में कामयाब दिख रहे है। 27 अप्रैल को उनके नांमकन में पौडी में उमडा अपार जन समूह गढवाल संसदीय क्षेत्र में रौचक मुकाबले की आधारसिला रख गया।
उसके बाद गणेश गोदियाल को मिल रहे जनसमर्थन से चिन्तित भाजपा के प्रदेश व राष्ट्रीय नेताओं को मोर्चा संभाला। एक के बाद एक बडे नेताओं की जनसभाओं के बाबजूद गढ़वाल संसदीय छैत्र में मुकाबला रौचक नजर आ रहा है। अब देखना यह है कि गणेश गोदियाल को जनता काँग्रेस के विघ्नहर्ता का आशीर्वाद देगी या एक बार पुनः प्रधान मंत्री नरेन्द्र मोदी के नाम पर अनिल बलूनी को अपना आशीर्वाद देगी। बहरहाल 19 अप्रैल को गढ़वाल संसदीय छैत्र के भावी प्रतिनिधि का फैसला ईवीएम में कैद हो जायेगा।
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू का उतराखंड दौरा : मुख्य सचिव राधा रतूडी ने ली अधिकारियों की बैठक
देहरादून, मुख्य सचिव राधा रतूड़ी ने सचिवालय में मंगलवार को राष्ट्रपति के आगामी 23 में 24 अप्रैल 2024 को उत्तराखंड भ्रमण कार्यक्रम की तैयारियो के संबंध में समीक्षा बैठक ली।
मुख्य सचिव राधा रतूड़ी ने राष्ट्रपति के आगमन से पूर्व संबंधित विभागों को सभी व्यवस्थाएं दुरुस्त करने के निर्देश दिए। मुख्य सचिव ने सुरक्षा एवं सड़क मार्गो की व्यवस्था, ट्रैफिक प्लान, परिवहन व स्वास्थ्य आदि व्यवस्थाओं को समयबद्धता से पुख्ता करने के निर्देश दिए हैं।
मुख्य सचिव ने राष्ट्रपति के विभिन्न स्थानों पर सभी कार्यक्रमों में त्रुटिरहित व्यवस्थाएं सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं। बैठक में गृह विभाग द्वारा राष्ट्रपति के भ्रमण कार्यक्रम से संबंधित विस्तृत जानकारी दी गई।
इस अवसर पर सचिव आर मीनाक्षी सुंदरम, दिलीप जावलकर, सचिन कुर्वे सहित सभी सम्बंधित विभागों के अधिकारी, जिलाधिकारी व वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक देहरादून तथा जिलाधिकारी एवं वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक टिहरी एवं पौड़ी वर्चुअल माध्यम से मौजूद रहे।
पटियाला में शंभू बॉर्डर पर किसानों ने रेलवे ट्रैक किया ब्लॉक, 11 ट्रेनें रद्द कर दी गईं,
पटियाला, किसानों ने एक बार फिर प्रदर्शन किया, जिसके कारण 11 ट्रेनें रद्द कर दी गईं और 24 अन्य प्रभावित हुईं, हाल ही में गिरफ्तार किए गए तीन किसान कार्यकर्ताओं की रिहाई की मांग को लेकर किसान यूनियनों ने पंजाब के पटियाला जिले में शंभू सीमा पर रेलवे ट्रैक अवरुद्ध कर दिया। रेलवे अधिकारियों ने शंभू स्टेशन पर नाकाबंदी को ध्यान में रखते हुए कुछ ट्रेनों के रूट को छोटा करने के अलावा विभिन्न ट्रेनों के रूट को डायवर्ट कर दिया है। किसान यूनियनें अपने तीन कार्यकर्ताओं – अनीश खटकर, नवदीप सिंह जलवेदा और गुरकीरत सिंह की रिहाई की मांग कर रही हैं।
अनीश खटकर पंजाब की जींद जेल में बंद हैं, जबकि अन्य दो अंबाला सेंट्रल जेल में बंद हैं। किसान नेता जगजीत सिंह दल्लेवाल ने कहा कि हम रेलवे ट्रैक को अवरुद्ध करने के लिए मजबूर हुए हैं क्योंकि अधिकारियों ने तीन कार्यकर्ताओं को रिहा करने की समय सीमा पूरी नहीं की। हमारा विरोध तब तक जारी रहेगा जब तक उन्हें रिहा नहीं किया जाता। शंभू पाउडर में दो प्वाइंट पर भारी पुलिस तैनाती थी। हालांकि, प्रदर्शनकारी किसानों ने पटरियों पर पहुंचने से पहले रेलवे स्टेशन की ओर जाने वाली सड़क पर लगे बैरिकेडिंग हटा दिए।
पंजाब पुलिस ने भी पानी की बौछारें कीं, लेकिन आंदोलनकारी किसानों को रेलवे स्टेशन में प्रवेश करने से रोकने के लिए उनका इस्तेमाल नहीं किया। पुलिस ने महिला पुलिसकर्मियों को तैनात करके प्रदर्शनकारियों को रोकने की कोशिश की, लेकिन किसानों की संख्या अधिक होने के कारण वे असफल रहे।
भाजपा राज्य की पांचों सीट रिकार्ड मतों से जीतेगी : दुष्यंत गौतम
देहरादून(आरएनएस)। भारतीय जनता पार्टी के लोकसभा चुनाव प्रभारी और राष्ट्रीय महामंत्री दुष्यंत गौतम ने कहा कि पार्टी राज्य की पांचों लोकसभा सीटों को रिकार्ड मतों से जीतेगी। उन्होंने कहा कि राज्य में भाजपा को कांग्रेस की तुलना में 20 से 25 लाख मत अधिक मिलेंगे। लोकसभा चुनाव प्रचार अभियान के आखिरी दिन बुधवार को भाजपा प्रदेश कार्यालय में पत्रकार वार्ता करते हुए दुष्यंत गौतम ने कहा कि उत्तराखंड के लोगों ने डबल इंजन सरकार के फायदे देखे हैं। पिछले दस सालों में राज्य में तेजी से विकास हुआ है। राज्य और केंद्र की सरकार ने कई ऐसे कार्य किए जो पहले असंभव लगते थे। उन्होंने कहा कि स्थानीय लोगों ने जिस तरह के अलग राज्य का सपना देखा था, भाजपा की सरकारों ने उसे पूरा करने के लिए गंभीर प्रयास किए हैं। जो कुछ समस्याएं अभी बनी हुई हैं उन्हें दूर करने के प्रयास धामी सरकार लगातार कर रही है।
स्थानीय मुद्दों की बजाए प्रधानमंत्री के लिए वोट:
दुष्यंत गौतम ने कहा कि राज्य के लोग लोकसभा चुनावों में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के चेहरे पर वोट कर रहे हैं। जोशीमठ में भाजपा प्रदेश अध्यक्ष के भावुक होने के संबंध में पूछे गए सवाल के जबाव में गौतम ने कहा कि स्थानीय मुद्दों पर लोग वोट नहीं कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि चुनावों में किसी भी सीट पर मतदाता स्थानीय मुद्दों की बात नहीं कर रहे। लोग प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विजन और विकसित भारत के लिए मतदान करने वाले हैं।