देहरादून, प्रेमनगर के मिठीबेरी में पति ने पत्नी को गला घोंटकर मार डाला। दो महीने पहले ही फरवरी में दोनों की शादी हुई थी। रविवार रात को दोनों में किसी बात को लेकर झगड़ा हुआ था। अब तक मिली जानकारी के अनुसार महिला का नाम प्रतिभा और हत्यारोपी पति का नाम दीपक शर्मा है।
दीपक दिहाड़ी मजदूरी करता है। पत्नी का गला घोंटकर मार डालने के बाद दीपक खुद ही उसे अस्पताल ले गया था। सुबह पुलिस को डेथ मेमो मिला तो सारी बात सामने आई। पुलिस ने दीपक शर्मा को हिरासत में ले लिया है।
पति ने पत्नी की गला रेतकर की ह्त्या, दो महीने पहले ही हुई थी शादी
पीआरएसआई देहरादून चैप्टर द्वारा मनाया गया राष्ट्रीय जनसंपर्क दिवस-2024, सनातन मूल्य और उभरता भारत में जनसंपर्क की भूमिका पर हुई चर्चा
देहरादून। पब्लिक रिलेशंस सोसाइटी ऑफ इंडिया (पीआरएसआई) देहरादून चैप्टर के सदस्यों द्वारा देहरादून में राष्ट्रीय जनसंपर्क दिवस-2024 धूमधाम के साथ मनाया गया। अतिथियों ने इस वर्ष जनसंपर्क दिवस पर सनातन मूल्य और उभरता भारत मे जनसंपर्क की भूमिका पर अपने वक्तव्य दिए।
सनातन मूल्यों के जानकार, नीरज पांडे ने सनातन मूल्य और उभरता भारत में जनसम्पर्क की भूमिका विषय पर अपने व्याख्यान देते हुए कहा कि वैज्ञानिक सिद्धांतों में निहित सनातन मूल्य, भारत और दुनिया के सामने आने वाली समकालीन चुनौतियों पर सुसंगत हल देने की क्षमता रखते हैं। हम सनातन मूल्य की बात करते हैं तो उसका तात्पर्य उस हिन्दू धर्म से जिसका पालन सामान्य हिंदू परिवार करते हैं। वैदिक ग्रंथों में जीवन मूल्य शब्द नहीं है, मूल शब्द अंग्रेजी की वैल्यू के कारण आ गया है। ग्रंथों में तो जीवन मूल्य का अर्थ पुरुषार्थ। वैदिक ग्रंथों में जीवन मूल्य का अर्थ पुरुषार्थ की बात कही है ये 4 प्रकार के है धर्म, अर्थ, काम और मोक्ष। यही हमारे सारे संघर्ष के आधार हैं। जीवन की इच्छा और जीवनभोग इसी पर हमारा इमरजिंग इंडिया भी आधारित है। हमारी क्या जीवन इच्छा है और क्या जीवन भोग करना चाहते हैं। इसी आधार पर हम इमर्जिंग भारत की बात करते हैं। उन्होंने ऐसा सुनियोजित निरंतर प्रयास करना है जिसके द्वारा किसी संगठन या सत्ता और उसकी जनता के बीच परस्पर सम्बन्ध स्थापित विकसित होती है और इसके लिए अच्छे चरित्र दायित्वपूर्ण बगैर अच्छे चरित्र के हम जनसंपर्क नहीं कर सकते।
पीआरएसआई के राष्ट्रीय अध्यक्ष अजीत पाठक ने विभिन्न गतिविधियों, सेमिनारों और कार्यशालाओं के माध्यम से संचार और जनसंपर्क पेशेवरों की क्षमता को आगे बढ़ाने के प्रयासों के लिए देहरादून चौप्टर की सराहना की। इस दौरान उन्होंने सनातन मूल्यों पर आधारित कविता का पाठ भी किया।
देहरादून चौप्टर के उपाध्यक्ष डॉ. ए.एन त्रिपाठी ने सनातन मूल्यों के आधार पर भारत की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने की क्षमता पर प्रकाश डाला और सुझाव दिया कि युवाओं को सनातन मूल्यों में शिक्षित करने के लिए पीआरएसआई को पूरे उत्तराखंड में कार्यशालाएँ आयोजित करनी चाहिए।
सामाजिक कार्यकर्ता अनूप नौटियाल ने हिमालयी क्षेत्र में पर्यावरणीय सुरक्षा को बढ़ावा देने के लिए प्रभावी जनसंपर्क के महत्व पर जोर दिया। उन्होंने सनातन मूल्यों के परिप्रेक्ष्य में पर्यावरणीय चुनौतियों से निपटने की आवश्यकता पर बल दिया। नौटियाल ने मानवविज्ञानी लोकेश ओहरी के शोध का हवाला देते हुए कहा कि रुद्रप्रयाग में हरियाली देवी के प्रति श्रद्धा भाव ने क्षेत्र में 98 पौधों की प्रजातियों को संरक्षित करने में उपयोगी साबित हुआ।
उप-निदेशक सूचना रवि बिरजानिया ने भी जनसंपर्क दिवस पर सनातन मूल्य और उभरता भारत में जनसंपर्क की भूमिका पर अपने विचार ब्यक्त किये। इसके साथ ही सचिव अनिल सती, कोषाध्यक्ष सुरेश भट्ट, फिल्मकार निर्माता, वैभव गोयल, फिल्मनिर्देशक कांता प्रसाद ने भी अपनी बात रखी।
पीआरएसआई देहरादून चैप्टर द्वारा जनसम्पर्क के क्षेत्र में विशिष्ट योगदान के लिए विभूतियों को सम्मानित भी किया गया।
पुस्तकें, बदलाव का अच्छा, सस्ता एवं स्थायी माध्यम- पद्मश्री डॉ.बीकेएस. संजय
मसूरी(दीपक सक्सेना)। संजय ऑर्थाेपीडिक, स्पाइन एवं मैटरनिटी सेंटर दून विहार, जाखन, में विश्व पुस्तक दिवस के अवसर पर कार्यक्रम का आयोजन किया गया जिसका शुभारंभ मुख्य अतिथि लोकसभा सांसद व पूर्व केंद्रीय मानव संसाधन मंत्री एवं पूर्व मुख्यमंत्री उत्तराखण्ड डॉ. रमेंश पोखरियाल ‘निशंक, औरोवैली आश्रम के संस्थापक अध्यक्ष स्वामी ब्रह्मदेव, विशिष्ट अतिथि पर्यावरणविद् पद्मश्री कल्याण सिंह रावत, यूकॉस्ट के महानिदेशक प्रो. दुर्गेश पंत, देहरादून महानगर बीजेपी. अध्यक्ष सिद्धार्थ उमेश अग्रवाल, झांसी विश्वविद्यालय के प्रो. पुनीत बिसारिया एवं कार्यक्रम के आयोजक पद्मश्री डॉ. बी केएस. संजय ने दीप प्रज्वलित कर किया।
इस मौके पर पद्मश्री डॉ. बीकेएस. संजय ने कहा कि पुस्तकें ऐसी दोस्त हैं कि जब भी आप उनका साथ चाहते हो वह आपके साथ हो जाती हैं और अपने पूरे कर्तव्य और जिम्मेदारी निभाती हैं। उनके लिए समय और परिस्थितियों की बाधता नहीं होती है। लेखक लिखने के बाद मर जाते हैं पर पुस्तकें अमर रहती हैं जैसे हमारे ग्रंथ रामायण, महाभारत, कुरान, बाइबल, गुरु ग्रंथ साहब, आगाम और पिटिक इत्यादि। जब हम कोई पुस्तक पढ़ते हैं तो ऐसा लगता है मेरा लेखक से सीधा साक्षात्कार हो रहा है और यही भावना उसमें लेखकों की लेखन के साथ अमर बनाती हैं। डॉ. संजय ने आहवान किया कि सभी को बचपन से ही पढ़ने की आदत डालनी चाहिए और बच्चों को पढ़ने के लिए प्रेरित करना चाहिए। कार्यकम में स्वामी ब्रह्मदेव ने कहा कि चाहे हम किताबें कितना भी पढ़ लें लेकिन अपनी जिंदगी को पढ़ना सबसे बडा काम है। अपने आप को समझें, जानें और खुद को पहचानें। पुस्तकों से ही जीवन का विकास होता है इसलिए पढ़ते रहें। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि डाा. रमेश पोखरियाल निशंक ने कहा कि पुस्तकों का महत्व असीमित है। आज हम जो भी हैं, जहा भी हैं, यह सब पुस्तकों की ही देन है। हम जैसा सोचते हैं, वैसा बोलते हैं और हम जैसा बोलते हैं, वैसा करते हैं इसलिए अच्छा सोचें, अच्छा करें और अच्छे बनें। डॉ. योगेंद्र नाथ अरुण ने कहा कि पुस्तकें आपकी सबसे अच्छी दोस्त हैं, बशर्तें तुम्हें चुनना आता हो। आज संस्कारों एवं संस्कृति को बचाने की आवश्यकता है और पुस्तकें ही इस कार्य को करने में महत्त्वपूर्ण योगदान देती हैं। डॉ. सुधा रानी पांडे ने कहा कि हम सभी पुस्तकें पढ़ कर ही आगे बढ़े हैं। पुस्तकें हमारी मानसिक, वैचारिक, बौद्धिक एवं सैद्धांतिक विचारों की अवधारणा को प्रभावित करते हैं। प्रो. प्रियदर्शन पात्रा ने कहा कि हमें स्वयं पढ़ना चाहिए और दूसरों को पढ़ने के लिए प्रेरित करना चाहिए। विश्वंबर नाथ बजाज ने कहा कि हमारे जीवन में धार्मिक ग्रंथों का महत्वपूर्ण योगदान है। प्रो सुशील उपाध्याय ने कहा कि बहुत सारे शैक्षणिक संस्थानों एवं पुस्तकालयों में बहुत सारी पुस्तकें हैं परंतु पुस्तकें केवल अलमारियों तक पहुंची हैं। रूबा बिजनौरी ने शायरी एवं गजल गायन से सबका मनोरंजन किया। डॉ. एसएन सिंह ने कहा कि हमें अनावश्यक खर्चों के बजाय पुस्तकें खरीदनी चाहिए जो हमारे जीवन को बनाए और संवारे। हास्य कवि राकेश एवं अरुण भट्ट ने कविता का पाठ किया। रजनीश त्रिवेदी ने कहा कि किताबें अंधकार में उजाला होती हैं और हमारे जीवन का उद्धार करती हैं। कार्यक्रम का संचालन योगेश अग्रवाल ने किया। ऑर्थाेपीडिक एवं स्पाइन सर्जन डॉ. गौरव संजय ने कार्यक्रम में आये सभी अतिथियों, वक्ताओं, छात्र-छात्राओं, संस्था के सभी कर्मचारियों, सहित सभी का आभार व्यक्त किया। इस मौके पर प्रो. पीके गर्ग, जे.एस. हलधर, भागीरथ शर्मा, बैचेन कंडियाल, असीम शुक्ला, डॉ. सुजाता संजय, डॉ. गौरव संजय, डॉ. प्रतीक, आर.पी. गौतम, शिव मोहन, सपना पांडे, हरिओम सिंह आदि मौजूद रहे।
प्रतिवर्ष अपने गांव के तीन होनहारों को छात्रवृति देंगे जिपंस मर्तोलिया
“अपने माता, पिता की स्मृति में जिपंस जगत मर्तोलिया देंगे यह छात्रवृति”
“आओं अपने गांव से जुड़े” अभियान के तहत हुई यह सार्थक पहल”
मुनस्यारी, “आओं अपने गांव से जुड़े” अभियान के तहत जिला पंचायत सदस्य जगत मर्तोलिया ने अपने स्वर्गीय माता तथा पिता के स्मृति में अपने गांव के राजकीय प्राथमिक विद्यालय में प्रतिवर्ष होनहार तीन विद्यार्थियों को छात्रवृति के रूप में पारितोषिक दिए जाने की घोषणा की है। उन्होंने कहा कि छात्रवृत्ति दिए जाने के दौरान विद्यालय में एक दिन उत्सव के रूप में इस कार्यक्रम को आयोजित किया जाएगा।
चीन सीमा क्षेत्र के जिला पंचायत सदस्य तथा इस अभियान के जनक जगत मर्तोलिया ने एक वर्ष पूर्व “आओं अपने गांव से जुड़े” अभियान के लांच करते हुए इस अभियान से जुड़ने की सार्वजनिक अपील की थी। उन्होंने बताया कि इस अभियान से दर्जनभर स्थानीय तथा प्रवासी लोग जुड़े चुके है।
उन्होंने कहा कि आज इस अभियान को धरातल में उतारने की शुरुआत वह स्वयं से कर रहे है ताकि इसका व्यापक असर समाज में जा सके। उन्होंने बताया कि उनकी स्वर्गीय माता श्रीमती लीला मर्तोलिया तथा स्वर्गीय पिता श्री कुंदन सिंह मर्तोलिया की स्मृति पर अपने पैत्रिक गांव सुरिंग के प्राथमिक विद्यालय में इस शिक्षा सत्र से सबसे अधिक अंक लाने वाले से तीन विद्यार्थियों को पारितोषिक देकर सम्मानित करने के साथ ही इस अभियान को शुरू कर रहे है।इसकी तिथि विद्यालय से बात करने के बाद शीघ्र घोषित की जाएगी।
उन्होंने कहा कि सीमांत क्षेत्र में चारों तरफ शैक्षिक माहौल तैयार हो इसके लिए इस अभियान के शिक्षा वाले पार्ट को सबसे पहले शुरु किया जा रहा है। उन्होंने स्थानीय तथा प्रवासी लोगों से अनुरोध किया है कि सभी अपने गांव विद्यालय में होनहार छात्रों को सम्मानित करने तथा उनके मनोबल को आगे बढ़ाने के लिए इस तरह के कार्यक्रमों को आयोजित करने के लिए आगे आए। इससे विद्यार्थियों में प्रतियोगिता की भावना पैदा होगी।
इससे समाज का अपने गांव के प्रति लगाव भी बढ़ेगा, उन्होंने कहा कि “आओं अपने गांव से जुड़े” अभियान के तहत शिक्षा, स्वास्थ्य, स्वरोजगार सहित विभिन्न क्षेत्रों में आगे अनेकानेक कार्य करने की योजना है।
खास खबर : केदारनाथ, बद्रीनाथ, गंगोत्री, यमनोत्री यात्रा रूट पर तैनात होगें 267 डॉक्टर
* चारधाम यात्रा में यात्रियों की स्वास्थ्य सेवा के लिए रोटेशन पर चुनाव आयोग की अनुमति उपरांत ही तैनात होगे 267 डॉक्टर: स्वास्थ्य मंत्री
* 100 से अधिक एम्बुलेंस के साथ-साथ अति गंभीर मरीजों के लिए करेगे हेली एम्बुलेंस की सेवा शुरु
* चारधाम यात्रा में स्वास्थ्य सेवाओं को लेकर ली स्वास्थ्य मंत्री ने विभागीय समीक्षा
* हेल्थ एटीएम मशीनों को यात्रा रूटों पर सुचारू रूप से संचालित करने के दिये निर्देश
श्रीनगर, प्रदेश के चिकित्सा स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा मंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने शनिवार को चारधाम यात्रा रूटों पर स्वास्थ्य सेवाओं को लेकर स्वास्थ्य विभाग की समीक्षा बैठक ली। बैठक में स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि चुनाव आयोग से अनुमति लेकर ही जल्द यात्रा रूटों पर 267 डॉक्टरों की नियुक्ति रोटेशन के आधार पर लगाई जायेगी। जिसमें फिजिशियन, सर्जन, पीजी चिकित्सक एवं टैक्नीशियन, नर्सिंग स्टाफ तैनात रहेगे। उन्होंने कहा कि केदारनाथ एवं बद्रीनाथ में निर्माणाधीन 50 बेड के अस्पताल का निर्माण कार्य अगस्त माह तक पूरा हो जायेगा, जिससे यात्रियों को स्वास्थ्य संबंधी किसी भी प्रकार की दिक्कतें नहीं होने दी जायेगी।
श्रीनगर मेडिकल कॉलेज के सभागार में चारधाम यात्रा की बैठक लेते हुए चिकित्सा स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा मंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने कहा कि यात्रा सीजन में यात्रा रूटों पर 100 से अधिक एम्बुलेंस तैनात होगी और एम्बुलेंस की सुविधा 15 मिनट के भीतर यात्रियों को उपलब्ध होगी। इसके साथ ही अति गंभीर केस वाले मरीजों के लिए हेली एम्बुलेंस की सुविधा भी शुरु होगी। जबकि दवाईयों की किसी भी प्रकार की कमी नहीं होगी। श्रीनगर, हल्द्वानी एवं देहरादून मेडिकल कॉलेज के डॉक्टरों के अलावा चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण से विशेषज्ञ चिकित्सक भी डॉक्टर रोटेशन पर यात्रा रूटों पर तैनात होगे। मा. स्वास्थ्य मंत्री ने यात्रा रूटों पर दिये गये हेल्थ एटीएम मशीनों को सुचारू रूप से संचालित करने के दिये निर्देश स्वास्थ्य महानिदेशक एवं संबंधी जिलों के सीएमओ को मौके पर दिये।
इस मौके पर स्वास्थ्य महानिदेशक डॉ. विनीता शाह एवं निदेशक स्वास्थ्य डॉ. भागीरथी जंगपांगी ने वर्चुवल माध्यम से जुड़े रहे, जबकि बैठक में मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ. सीएमएस रावत, एडी चिकित्सा शिक्षा डॉ. रविन्द्र बिष्ट, चिकित्सा अधीक्षक डॉ. अजेय विक्रम सिंह, सीएमओ चमोली डॉ. राजीव शर्मा, सीएमओ पौड़ी डॉ. प्रवीन कुमार, सीएमओ रूद्रप्रयाग डॉ. एचसी एस मर्तोलिया, सीएमओ उत्तरकाशी डॉ. बीएस रावत, सीएमओ टिहरी डॉ जैन एवं विभागीय अधिकारी मौजूद थे।
कैथ लैब का जून द्वितीय सप्ताह में होगा उद्घाटन :
चारधाम यात्रा को देखते हुए बेस चिकित्सालय में बनकर तैयार हो रही कैथ लैब का स्वास्थ्य मंत्री ने निरीक्षण किया। कहा कि जून द्वितीय सप्ताह में कैथ लैब बनकर तैयार हो जायेगी। जिससे कैथ लैब की सेवाएं भी यात्रियों के साथ ही स्थानीय लोगों को मिलेगी। जबकि बेस चिकित्सालय श्रीनगर में चारधाम यात्रा के मध्येनजर यूरोलॉजी की सुविधा हफ्ते में दो दिन की शुरु की जायेगी।
दान कर दी 200 करोड़ की संपत्ति, भावेश दंपत्ति ने लिया संन्यासी बनने का फैसला, अब भीख मांग भरेंगे पेट
साबरकांठा, गुजरात के एक बिजनेसमैन और उनकी पत्नी ने अपनी 200 करोड़ की संपत्ति त्याग कर संन्यासी बनने का फैसला लिया है। ये दंपत्ति साबरकांठा जिले के हिम्मतनगर का रहने वाला है। इन बिजनेसमैन का नाम भावेश भाई भंडारी बताया जा रहा है। उनके पास 200 करोड़ से ज्यादा की सपंत्ति बताई ज रही है जिसे अब उन्होंने दान में दे दिया है और सांसारिक मोह का त्याग कर संन्यास लेने का फैसला कर लिया है। भावेश भाई भंडारी का जन्म गुजरात के संपन्न परिवार में हुआ। सोशल मीडिया पर हर कोई इसके बारे में जानकर हैरान है। मोह-माया और ऐशो-आराम की जिंदगी छोड़कर अब ये दंपति सन्यासी की जिंदगी बिताएंगे।
भावेश भाई भंडारी के परिवार का हमेशा से जैन समाज की ओर झुकाव रहा है। अक्सर इनके परिवार की मुलाकात दीक्षार्थियों और गुरुजनों से होती रहती थी। भावेश भाई और उनकी पत्नी ने जैन समाज में दीक्षा ली है। अब दीक्षा लेने के बाद ये अपना बाकी का जीवन भिक्षा मांगकर गुजारा करेंगे। इतना ही नहीं इनको पंखा, एसी, मोबाइल फोन जैसी सारी सुख-सुविधाएं भी त्यागनी पड़ेगी। इतना ही नहीं अब इन्हें पूरे भारत में भी नंगे पांव घूमना होगा।
भावेश भाई और उनकी पत्नी से पहले साल 2022 में उनके 16 साल के बेटे और 19 साल की बेटी ने भी जैन समाज में दीक्षा ली है। दोनों भाई-बहनों ने संयमित जीवन जीने का फैसला किया है। अपने बेटा और बेटी से प्रेरित होकर भावेश भाई और उनकी पत्नी ने सन्यासी बनने का फैसला कर लिया है।
संन्यासी बनने जा रहे भावेश भाई भंडारी और उनकी पत्नी की साबरकांठा जिले के हिम्मतनगर में धूमधाम से शोभायात्रा निकाली गई थी। ये यात्रा लगभग 4 किलोमीटर लंबी थी। इसी शोभा यात्रा में भावेश भाई ने अपनी सारी संपति 200 करोड़ रुपये दान में दे दी है। उन्होंने अचानक दीक्षार्थी बनने का फैसला किया है। रिपोर्ट के मुताबिक 22 अप्रैल को हिम्मतनगर रिवर फ्रंट पर भावेश भाई और उनकी पत्नी समेत 35 लोग संयमित जीवन जीने का संकल्प लेने वाले हैं।
नौकर ने 13 महीने के बच्चे का गला रेतकर फेंका झाड़ियों में, मचा हड़कंप
रुद्रपुर, ऊधमसिंह नगर के काशीपुर से दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है। जहां मेले में दुकान लगा रहे जूस कारोबारी के 13 महीने के बच्चे को नौकर घुमाने के बहाने ले गया और वही गला रेतकर झाड़ियों में फेंक दिया। लोगों ने आनन-फानन में बच्चे को अस्पताल में भर्ती कराया। जहां बच्चे का इलाज चल रहा है।
आरोपी मासूम बच्चे को लाड़ -प्यार के बहाने घुमाने ले गया था। लहूलुहान बच्चे को आनन-फानन में अस्पताल में भर्ती कराया गया। जहां बच्चे का इलाज चल रहा है। पुलिस आरोपी युवक को हिरासत में लेकर घटनाक्रम के संबंध में पूछताछ कर रही है।
बीते रविवार की रात लगभग आठ बजे आशू उसके बेटे मोहम्मद आहद को अपने साथ घुमाने की बात कहकर साथ ले गया। देर रात तक जब वह वापस नहीं लौटा तब उसने उसको फोन किया पूछा। काफी देर तक उसने संतोषजनक जवाब नहीं दिया। रात लगभग तीन बजे वह अकेला नशे की हालत में आ गया। जब उसने बेटे के संबंध में पूछा तो उसने कहा मुझे नहीं पता वह कहां रह गया। नदीम ने इस घटना की जानकारी पुलिस को दी।
सोमवार की सुबह लगभग छह बजे बाजपुर रोड पर एक दुकान के पीछे झाड़ियों में किसी ने बच्चे के रोने की आवाज सुनी। तब लोगों ने लहूलुहान बच्चे को उठाकर सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया। बच्चे का एक साइड से गला रेता हुआ था। साथ ही पूरे शरीर पर मच्छरों के काटने के निशान थे।
सूचना मिलने पर परिजन भी अस्पताल पहुंच गए और उसकी हालत गंभीर देखते हुए डॉक्टर ने उसे हायर सेंटर रेफर कर दिया। तब परिजनों ने आहद को मुरादाबाद रोड स्थित एक निजी अस्पताल में आईसीयू में भर्ती कराया। जहां उसका इलाज चल रहा है। सीओ अनुषा बडोला ने बताया पुलिस आरोपी युवक को हिरासत में लेकर बच्चे के साथ की गई बर्बरता की जानकारी ली जा रही है।
विवाह समारोह में दूल्हा और दुल्हन पक्ष के लोग आपस में भिड़े, कई घायल, दुल्हन ने शादी से किया इनकार
ऊधमसिंह नगर, रुद्रपुर बरात में डीजे और शादी की रस्म को लेकर दूल्हा और दुल्हन पक्ष के लोग आपस में भिड़ दिए जिसमें चार लोगों के सिर फट गए और दूल्हा सहित 14 लोग चोटिल हो गए। घटना से नाराज दुल्हन ने शादी से इनकार कर दिया। मामला पुलिस चौकी तक जा पहुंचा। दोनों पक्षों में समझाैते के बाद वर पक्ष बिना दुल्हन के ही बैरंग लौट गया।
जानकारी के अनुसार रविंद्रनगर निवासी एक महिला की बेटी का शुक्रवार रात विवाह होना था। किच्छा की पंत काॅलोनी निवासी दूल्हा 70 बरातियों के साथ रात करीब दस बजे रवींद्रनगर पहुंचा। वधु पक्ष ने बरातियों का स्वागत किया। रात में समय अधिक होने से डीजे बंद करने पर वर पक्ष के लोग नाराज हो गए और हंगामा शुरू कर दिया।डीजे का मामला जैसे तैसे शांत हो गया।
लेकिन विवाह से पहले आयोजित रस्म में वर और वधु पक्ष के बीच फिर विवाद हो गया। मामला इतना बढ़ गया कि दोनों पक्षों में हाथापाई और मारपीट हो गई जिससे विवाह में अफरातफरी मच गई।वधु पक्ष का आरोप है कि बरातियों ने मंडप तोड़ दिया। खानपान के सारे बर्तन फेंक दिए और टेंट भी तहस नहस कर डाला। मारपीट में वधु पक्ष के आशीष, कपिल, मिलन समेत तीन अन्य लोग घायल हो गए।
वर पक्ष से दूल्हा शनी सागर, उसके भाई पवन, राकेश, मुकेश, रिक्की, बहन कविता, सुनीता, चचेरे भाई राजन, राजा, सुमित, प्रदीप और मौसेरा भाई दीपक को चोटें लगीं थीं। सूचना पर आवास विकास चौकी प्रभारी अरविंद बहुगुणा टीम के साथ मौके पर पहुंचे और मामले की जानकारी ली। घायलों का अस्पताल में इलाज कराया गया।इधर, शनिवार को दोनों पक्षों के बीच समझौता हो गया लेकिन दुल्हन ने शादी से इनकार कर दिया। इसके बाद वर पक्ष बिना दुल्हन के बैरंग लौट गया।
केदारनाथ हेली सेवा की टिकट बुकिंग हुई शुरू, आईआरटीसी वेबसाइट से ऐसे कराएं रजिस्ट्रेशन
देहरादून(आरएनएस)। चारधाम यात्रा को लेकर तीर्थ यात्रियों में काफी उत्साह दिखाई दे रहा है। चारधाम रजिस्ट्रेशन 2024 को लेकर तीर्थ यात्री बढ़-चढ़कर रजिस्ट्रेशन करवा रहे हैं। केदारनाथ धाम को लेकर एक बहुत बड़ा अपडेट सामने आया है। केदारनाथ धाम के लिए हेली सेवा बुकिंग शुरू हो गई है। इस बार भी बुकिंग रेलवे की कंपनी आईआरसीटीसी के जरिए ऑनलाइन माध्यम से हो रही है। उत्तराखंड नागरिक उड्डयन विकास प्राधिकरण (यूकाडा) की ओर से इस बार भी टिकट बुकिंग की जिम्मेदारी रेलवे की कंपनी आईआरसीटीसी को दी गई है। कंपनी ने शनिवार दोपहर 12 बजे से बुकिंग प्रारंभ की। गत वर्ष एक-एक सप्ताह के स्लॉट पर बुकिंग की गई थी, लेकिन इस बार कंपनी ने एक साथ 10 मई से 20 जून और फिर बरसात के बाद 15 सितंबर से 31 अक्तूबर की तक की बुकिंग खोल दी है। यूकाडा के सीईओ सी रविशंकर ने बताया कि इस बार भी केदारघाटी के तीन हेलीपैड के जरिए नौ हेलीऑपरेटर अपनी सेवाएं देंगे। गत वर्ष केदारनाथ में हुई हेली दुघर्टना के बाद प्रतिबंधित कर दी गई।क्रेस्टल एविएशन भी इसमें शामिल है, सी रविशंकर ने बताया कि डीजीसीए ने कंपनी को सिरसी हेलीपैड से उड़ान संचालन की अनुमति दे दी है।
केदारनाथ हेली सेवा के लिए यहां करें टिकट बुक: केदारनाथ हेली सेवा टिकट की बुकिंग शुरू हो गई है। तीर्थ यात्रियों में हेली सेवा टिकट बुकिंग को लेकर काफी उत्साह दिखाई दे रहा है। हेलीकॉप्टर से केदारनाथ जाने वाले तीर्थ यात्री https://www.heliyatra.irctc.
80 किलो से अधिक वजन पर अतिरिक्त चार्ज: कंपनी ने वेबसाइट पर ही बुकिंग की शर्तें स्पष्ट कर दी है। एक आईडी पर अधिकतम 06 यात्रियों के लिए ही टिकट बुक हो पाएगी, साथ ही दो साल से अधिक उम्र के बच्चे का पूरा टिकट लगेगा। इससे कम उम्र के बच्चे का टिकट तो नहीं लगेगा। लेकिन बच्चे का वजन, किसी एक अभिभावक के साथ जोड़ा जाएगा, ऐसी स्थिति में यदि कुल वजन 80 किलो के पार गया तो फिर प्रति किलो 150 रुपए का अतिरिक्त चार्ज देना होगा। कंपनी ने साफ किया है कि लोगों को टिकट के साथ ऑरिजनल आईडी भी साथ रखनी होगी, यदि किसी तकनीकी वजह से उडान संभव नहीं हो पाई तो किराया पूरा रीफंड किया जाएगा।
किराया
गुप्तकाशी से 8126
फाटा से 5774
सिरसी से 5772
(प्रति व्यक्ति आना जाना)
चारधाम : 5 दिन में 10 लोख से ज्यादा लोगों ने कराया रजिस्ट्रेशन
गंगोत्री-यमुनोत्री, बदरीनाथ समेत चार धाम को लेकर तीर्थ यात्रियों में काफी उत्साह दिखाई दे रहा है। चारधाम के लिए पिछले पांच दिनों में 10 लाख से ज्यादा लोगों ने रजिस्ट्रेशन कराया है। चारों धामों में से केदारनाथ धाम के लिए सबसे अधिक साढ़े तीन लाख श्रद्धालुओं ने रजिस्ट्रेशन कराया है। विदित हो कि चारधाम यात्रा पर जाने से पहले तीर्थ यात्रियों के रजिस्ट्रेशन करवाना अनिवार्य है।
चार धाम यात्रा के लिए ऐसे कराएं रजिस्ट्रेशन: बदरीनाथ, गंगोत्री, केदारनाथ समेत चार धाम यात्रा पर आने वाले श्रद्धालु पर्यटन विभाग की वेबसाइट registrationandtouristcare.uk.
इसके अलावा पंजीकरण का एक और विकल्प व्हाट्सअप नंबर 8394833833 पर यात्रा टाइप कर पंजीकरण हो सकता है। टोल फ्री नंबर 01351364 नंबर पर भी पंजीकरण की सुविधा दी गई है।
चारों धामों के कपाट खुलने की तारीख
श्री केदारनाथ धाम — 10 मई
श्री बदरीनाथ धाम — 12 मई
श्री गंगोत्री धाम — 10 मई
श्री यमुनोत्री धाम — 10 मई
श्री हेमकुंड साहिब धाम — 25 मई
ऐप डाउनलोड करने पर उड़े 62 हजार रुपये
नैनीताल(आरएनएस)। मल्लीताल के एक युवक को अपने मोबाइल पर इंटरनेट से पेमेंट एप डाउनलोड करना महंगा पड़ गया। एप डाउनलोड करने के बाद जैसे ही युवक ने अपनी सारी जानकारी एप में डाली तो उसके खाते से पहले 12 और फिर दूसरी बार 50 हजार की रकम कट गई। युवक ने कोतवाली में शिकायत दर्ज कराई है। जानकारी के अनुसार मल्लीताल निवासी अनस ने शुक्रवार को इंटरनेट से एक पेमेंट एप डाउनलोड किया। एप डाउनलोड करने के बाद उसने नाम, फोन नंबर समेत मांगी गई अन्य जानकारियां भर दी। कुछ ही देर बाद उसके खाते से 12 हजार रुपये कट गए। ठगी का आभास होने पर उसने परिजनों को यह बात बताई। शिकायत लेकर कोतवाली पहुंचे तो एक बार फिर युवक के खाते से 50 हजार की रकम निकल गई। कोतवाल हरपाल सिंह ने बताया कि शिकायत साइबर सेल को हस्तांतरित कर दिया है।