Saturday, June 14, 2025
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श्री श्री बालाजी सेवा समिति ने धूमधाम से संपन्न कराया 7 निर्धन कन्याओं का विवाह

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-विगत 13 वर्षों में समिति अबतक 364 कन्याओं का कर चुकी विवाह संपन्न |

-समिति का अगला लक्ष्य 151 कन्याओं का सामूहिक विवाह करने का है, जिसके लिये रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया शुरु हो चुकी

देहरादून, सामाजिक सरोकार से जुड़ी संस्था श्री श्री बालाजी सेवा समिति के तत्वाधान में सात निर्धन कन्याओं का सामूहिक विवाह भाऊवाला स्थित अतुल्य रिजॉर्ट में संपन्न हुआ | रविवार की सुबह 10 बजे सात कन्याओं की बारात बैंड बाजों के साथ सजधज कर अतुल्य रिजॉर्ट पहुंची, जहां दुल्हन पक्ष की ओर से श्री श्री बालाजी सेवा समिति के सदस्यों बारातियों का स्वागत किया, उसके बाद विधि विधान के साथ दूल्हा दुल्हन ने एक दूसरे को वर माला पहनाकर एकसूत्र में बंधने का संकल्प लिया |
इस अवसर पर सात फेरों में सातों वचन निभाने का दूल्हा एवं दुल्हन ने संकल्प लिया, इस दौरान समिति के सदस्यों ने उपस्थित लोगों के साथ दूल्हा दुल्हन को फूल मालाओं से उनके मंगल में सुखमय जीवन को साथ-साथ निभाने का आशीर्वाद दिया | सायं 6:30 बजे गृहस्थी के साज सामान के साथ कन्याओं की विधिवत विदाई की गई |

आपको बता दें कि विगत 13 वर्षों में श्री श्री बालाजी सेवा समिति अब तक 357 कन्याओं का विवाह संपन्न कर चुकी है | समिति इन सात विवाहों को जोड़कर अब तक कुल 364 कन्याओं का विवाह संपन्न कर चुकी है | अब समिति का अगला लक्ष्य 151 कन्याओं का सामूहिक विवाह करने का है जिसके लिए समिति के अध्यक्ष अखिलेश अग्रवाल ने बताया कि अभी से कन्याओं के रजिस्ट्रेशन चालू हो चुके हैं | उन्होंने आम जनता से अपील की है कि आपके आस पास अगर कोई निर्धन कन्या जिसके मां-बाप उसका विवाह का संपन्न कराने में आर्थिक दिक्कतों का सामना कर रहे हो, वह समिति से संपर्क कर सकते हैं और उन निर्धन कन्याओं का विवाह के खर्च का संपूर्ण दायित्व समिति उठाने के लिए तैयार है |

अग्रवाल ने यह भी बताया कि समिति प्रत्येक सप्ताह गौ सेवा और समाज के निर्धन व्यक्तियों तथा परिवारों को राशन वितरण का काम भी पिछले कई वर्षों से करती चली आ रही है, यह कार्य भी समिति निरंतर जारी रखेगी, इससे पूर्व समिति ने 25 मई को अतुल्य रिजॉर्ट में मेहंदी कार्यक्रम तथा श्री खाटू श्याम का कीर्तनभी आयोजित किया जिसमें तमाम भक्तों व समिति के सदस्यों ने बढ़ चढ़कर भागीदारी की |
आज के सामूहिक विवाह कार्यक्रम में समिति के संरक्षक श्रवण वर्मा, कुलभूषण अग्रवाल, दीपक सिंघल, आरके गुप्ता, महासचिव मनोज खंडेलवाल, कोषाध्यक्ष चंद्रेश अरोड़ा, समिति की महिला अध्यक्ष ममता गर्ग सहित समिति के महिला एवं पुरुष सेवादार शामिल रहे |

 

‘चलो टपकेश्वर’ अभियान के तहत स्वयंसेवी संस्थाओं ने की मंदिर परिसर में साफ सफाईMay be an image of 5 people, tree and text that says 'Bali प (जल जंगल'

देहरादून, राजधानी के वरिष्ठ नागरिकों के साथ युवाओं, छात्र छात्राओं के संगठन ने मैड की पहल पर ‘चलो टपकेश्वर’ अभियान के तहत साफ सफाई की मुहिम चलायी, सामाजिक संस्थाओं के 300 से ज्यादा स्वयंसेवकों ने टपकेश्वर मंदिर के चारों ओर जमीन पर गिरे पॉलिथीन के बैग, कागज, प्लास्टिक की बोतल, कपडे सहित सडे़ हुए कूड़ा करकट को अपने हाथों से उठाकर इकट्ठा किया। इसमें नदी क्षेत्र में विसर्जित खंडित मूर्तियां कपड़े, गंदगी से भरे थैले आदि भी थे। इन सफाई प्रहरियों उठाया गया कूड़ा करगट की 8 ट्रैक्टर ट्रालियों के माध्यम से डंपिंग जोन पहुंचाया गया। अभियान में मैड समेत सिटीजन फॉर ग्रीन दून, बीन देयर दून देट, पराशक्ति, पंख, एनएसएस, एमसीडी, तारा फाउंडेशन, आसरा, द ह्यूमैनिटेरियन क्लब, ग्राफिक एरा, आगाज, प्राउड पहाड़ी, आरंभ, संयुक्त नागरिक संगठन आदि संस्थाएं शामिल थी।
इस अवसर पर नगर निगम के निवर्तमान मेयर सुनील गामा ने अभियान के आयोजक मैड को प्रोत्साहित करते हुए कहा कि पर्यावरण के संरक्षण के लिये सफाई स्वच्छता को सफल बनाने में मैड के प्रयासों को आम नागरिकों से जोड़ा जाना जरूरी है । उन्होंने कहा जब तक सभी नागरिक अपने कर्तव्यों का पालन करते हुए खुद जागरूक नहीं होंगे तब तक पूर्ण सफलता असंभव है। अन्य वक्ताओं ने कहा रिस्पना बिंदाल को पुनर्जीवित और स्वच्छ बनाने के लिए यहां विगत वर्षों की तरह रिवर फ्रंट डेवलपमेंट योजना में विकसित किया जाना चाहिए, मानसून से पहले वृहद स्तर पर दोनों नदियों के किनारे वृक्षारोपण किया जाना जरूरी है। इसमें सरकारी तथा सामाजिक संस्थाओं को भी शामिल किया जाए।
इस दौरान टेली प्लांटेशन संस्था के तनवीर सिंह द्वारा मैड के संस्थापक उच्च न्यायालय के अधिवक्ता अभिजयनेगी को हाथ से बनाए मोमेंटो को भेंट किया गया।वरिष्ठ प्रतिष्ठित पर्यावरण प्रेमियो ने कहा युवाओ के भावी अभियान को सफल बनाने के लिए वे सभी समभव मदद प्रदान करेगे वक्ताओं में ब्रिगेडियर के जी बहल, चौधरी ओमवीर सिंह, तनवीर सिंह, लेफ्टिनेंट कर्नल बीएम थापा,आर्ची बिष्ट,महन्त भवानी गिरी, सुशील त्यागी मुकेश नारायण शर्मा, संजय अमन अभिजय नेगी,जगदम्बा प्रसाद मैठानी आदि थे।

 

 

मिस उत्तराखंड के ग्रैंड फिनाले में मॉडल्स ने बिखेरे जलवे

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देहरादून, सिनमिट कम्युनिकेशन्स की ओर से कमल ज्वेलर्स-ब्लेंडर्स प्राइड मिस उत्तराखंड-2024 के ग्रैंड फिनाले का आयोजन किया गया। इस मौके पर मॉडल्स ने अलग -अलग राउंड में कैटवॉक कर दर्शकों का दिल जीत लिया।

सिनमिट कम्युनिकेशन्स की ओर से रविवार को हयात सेंट्रिक में मिस उत्तराखंड-2024 का आयोजन किया गया।इस कांटेस्ट में 30 प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया। कांटेस्ट में प्रतिभागियों ने आकर्षक ड्रेसेस पहनी हुई थी। इसमें तीन राउंड का आयोजन हुआ।
पहले में मॉडल्स में वेस्टर्न ड्रेसेस जैसे कि लेंथ ड्रेसेज, कॉकटेल वाइब, मटेरियल- सैटिन/सिक्वेंस, अच्छी फिटिंग व डार्क येट येल्लो कलर पहनकर रैम्प वॉक की। छाप की ओर से दूसरे ट्रेडिशनल राउंड में टाई, साड़ी व ट्रेडिशनल गहने पहने हुए मॉडल्स ने कैट वॉक की। तीसरे राउंड में एनआईएफडी की ओर से डिजाइन किए गए गाउन व मैचिंग गहने पहनकर मॉडल्स ने रैम्प वॉक कर अपना जलवा बिखेरा । साथ ही उन्होंने जजेज के सवालों के जवाब भी दिए।
इस मौके पर देहरादून सहित हल्द्वानी, हरिद्वार, ऋषिकेश, पौड़ी और रुड़की की प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया।
इस मौके पर सिनमिट कम्युनिकेशन्स के डायरेक्टर और आयोजक दलीप सिंधी और राजीव मित्तल ने बताया कि प्रतिभागियों की लगातार ग्रूमिंग के बाद ग्रैंड फिनाले आयोजित हुआ। बताया कि कांटेस्ट कमल ज्वैलर्स और ब्लेंडर्स प्राइड की ओर से प्रेजेंट किया गया।May be an image of ‎3 people and ‎text that says '‎LENDERS PRIDE ociation With tarakhap ST20 2 0 T RADU OANGIE mAT ANGIA لة AT20 AR T IC D NAISMA 2 AISHA AUHAN 2024 BirdAut Bird Aut MIT UNICATIONS‎'‎‎
आयोजकों ने बताया कि हयात सेंट्रिक, न्यू इरा फ़ोटो स्टूडियो और इंस्पिरेशन पीआर की ओर से इवेंट में विशेष सहयोग मिला। कांटेस्ट की पूरी कोरियोग्राफी जेश पुष्कर सोनी और स्टाइलिंग अदिति की ओर से गई।
इस मौके पर जजेस की भूमिका में मॉडल एवं बॉलीवुड एक्टर- प्रियंका कंडवाल, विनर ऑफ नेशनल ब्यूटी पेजेंट मिसिज़ इंडिया वन इन अ मिलियन 2021 एंड सब टाइटल होल्डर ऑफ मिसिज़ बोल्ड एंड ब्यूटीफुल- चांदनी देवगन, मिस उत्तराखंड-2017 एंड मिस दिवा यूनिवर्स फाइनलिस्ट् 2019- शिवांगी शर्मा, कॉउंसिलिंग साइकोलॉजिस्ट- ऐनी सिंह, सीईओ ऑफ मिस एशिऐटिक पेजेन्ट्- अशोक गुलाबानी, और एशियन स्कूल की प्रिंसिपल- रुचि प्रधान दत्ता, मिस उत्तराखंड-2022 ऐश्वर्या बिष्ट, मिस उत्तराखंड-2022 फर्स्ट रनर अप हिमानी रावत, मिस उत्तराखंड-2022 सेकंड रनर अप मान्सी ग्रेवाल, मिस उत्तराखंड-2022 थर्ड रनर अप- राजश्री डोभाल, मिस उत्तराखंड-2022 फोर्थ रनर अप- खुशी कुठाल, और रेडियो जॉकी- अखिल जोशी रहे ।

प्रशासन की पाबंदियों के विरुद्ध में यात्रा व्यवसाय से जुड़े लोगों ने किया धरना प्रदर्शन

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उत्तरकाशी(जानकीचट्ठी), उत्तराखंड चारधाम यात्रा के प्रथम धाम यमुनोत्री में शासन प्रशासन द्वारा किये गये नियमों के बदलाव से यात्रा व्यवसाय से जुड़े लोगों में आक्रोश ब्याप्त है, हालांकि प्रशासन का कहना है कि सुगम व सुरक्षित यात्रा संचालन के लिए ब्यवस्था बनाई गई है।
यमुनोत्री धाम के आखिरी पड़ाव जानकीचट्टी में यात्रा व्यवसाय से जुड़े लोगों ने स्थानीय प्रतिनिधियों के साथ आज रविवार सुबह धरना प्रदर्शन किया |
प्रदर्शनकारियों ने यमुनोत्री धाम से धारा 144 हटाने, ऑफलाइन पंजीकरण शुरू करने, गेट सिस्टम बंद कर जगह-जगह वाहनों को रोकने के विरोध में बस पार्किंग के पास धरना पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष स्व राजेंद्र सिंह रावत की मूर्ति के समक्ष प्रदर्शन कर शासन प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की।
यात्रा व्यवसाय से जुड़े प्रदर्शनकारियों का आरोप है कि यमुनोत्री धाम जाने वाले श्रद्धालुओं को जगह-जगह रोक कर परेशान किया जा रहा है, जबकि जानकीचट्टी की बस पार्किंग में सन्नाटा पसरा हुआ है। कुछ समय नारेबाजी करने के बाद उप जिलाधिकारी बड़कोट मुकेश रमोला व पुलिस उपाधीक्षक सुरेन्द्र सिंह भंडारी के आश्वासन पर श्रमिकों व ब्यवसाइयो ने अपना धरना प्रदर्शन समाप्त किया ।तथा विभिन्न मांगो के समाधान को लेकर मुख्यमंत्री को स्म्भोदित् ज्ञापन भी दिया।

आंदोलन में यमुनाघाटी होटल ऐशोसियेशन के अध्यक्ष सोबन सिंह राणा , महाबीर पंवार माही,आनंद राणा ,नारायण पुरी ग्राम प्रधान नितिन रावत, भगवती प्रसाद बिजलवान, घनश्याम नौटियाल, रणबीर राणा, संदीप राणा, चैन सिंह रावत, शैलेंद्र राणा, पंकज रावत, पपीन तोमर, दीपक रावत,सहित सैकड़ों लोग मौजूद रहे।

उत्तराखंड़ के पेंशनर्स संगठनों की बैठक : कम्यूटेड पेंशन की अवधि 15 की जगह 11 साल किये जाने की रखी मांग

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देहरादून(एल मोहन लखेड़ा), उत्तराखंड़ के पेंशनर्स संगठनों के प्रतिनिधियों ने रिटायरमेंट के समय निर्धारित कम्यूटेड पेंशन की अवधि को 15 की जगह 11 साल किये जाने की मांग पर सहमति जतायी और सामुहिक रूप से संघर्ष करने के लिए उत्तराखंड सचिवालय सेवा निवृत पैंशनर्स एसोसियेशन के अध्यक्ष सुमन सिंह वाल्दिया के नेतृत्व में एक संयोजन समिति बनाई, जिसका इसका विस्तार अगली बैठक में किया जायेगा।बैठक में पैंशनर्स ने रोष व्यक्त करते हुए कहा सेवा निवृत्ति पर पेंशनरों को राज्य में जारी कम्यूटेड नीति से भारी आर्थिक नुकसान हो रहा है। उन्होने कहा कम्युटेड पेंशन योजना की शुरुआत के समय बैंक की ब्याज दर 12% थी और इसी दर पर आज तक ब्याज की राशि को शामिल कर किस्तो की कटौती की जा रही है जो सरासर अन्याय है। वकताओं ने कहा बैंको की ब्याज दरों में 2006 से लगातार गिरावट आई है जो घटकर लगभग 6 प्रतिशत रह गयी है।ब्याज दरों में लगातार गिरावट के आधार पर ही कम्युटेड पैंशन की कटौती किये जाने के पंजाब हरियाणा उच्च न्यायालय के फैसले को भी तर्कसंगत बताया गया, जिसमें कम्यूटेड पैंशन की अवधि को घटाकर 15 से 11 साल कर दिया गया है। बताया गया गुजरात सरकार ने भी कम्युटेड पैंशन की अवधि को 2022 में संशोधन करके 13 साल कर दिया है। उत्तर प्रदेश में भी संगठन के लोग इस बारे में अपनी आवाज बुलंद कर रहे है।वकताओं का सुझाव था कि सभी संगठन मिलकर या अलग-अलग भी इस सम्बन्ध में सरकार पर दबाव डाल सकते है। चाय पर चर्चा के माध्यम से पेंशनर समन्वय अभियान ग्रुप द्वारा आयोजित यह विचार विमर्श होटल द्रोण में सम्पन्न हुआ।
इसमें सेवानिवृत्त राजकीय पेंशनरस संगठन, गवर्नमेंट पेंशनर्स वेलफेयर संगठन,राज्य कर्मचारी पैंशनरस परिषद,पेयजल पैंशनरस एशोसियेशन, वन विभाग सेवानिवृत अधिकारी कर्मचारी कल्याण समिति,उत्तराखंड विद्युत अधिकारी कर्मचारी संयुक्त मोर्चा, उत्तराखंड अधिकारी कर्मचारी शिक्षक समन्वय समीति, सचिवालय सेवानिवृत पैशनरस संगठन के प्रतिनिधिगण शामिल हुए।

संयोजन समिति का हुआ गठन :

गोष्ठी में आम सहमति व्यक्त करते हुए कहा गया कि उत्तराखंड सरकार से कम्यूटेड पेंशन की अवधि 15 साल से 11 साल किए जाने की मांग की जायेगी। इसके लिए संयोजन समिति का भी गठन किया गया, जिसमें पंचम सिंह बिष्ट, गिरीश चंद्र भट्ट, ठाकुर शेर सिंह, महेन्द्र सिंह तोमर, नवीन नैथानी और सुशील त्यागी शामिल किये गये।
पैंशनर्स का यह भी सुझाव था कि पैंशनर्स व कार्मिक संगठन संयुक्त रूप से यदि संघर्ष करेंगे तो परिणाम जल्द सामने आ सकेंगे।
वक्ताओं में संयोजन समिति के सदस्यों के अलावा दिनेश भंडारी,चौधरी चंद्रपाल सिंह, इंसास लहक, रामेंद्र सिंह पुंडीर,महिधर सिंह तोमर आदि भी शामिल थे।

सत्येंद्र साहनी आत्महत्या कांड में मुख्य अभियुक्त अजय गुप्ता व अनिल गुप्ता को किसका है संरक्षण : धस्माना

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बिल्डर्स व खनन माफियाओं का राजधानी में बोलबाला : सूर्यकांत धस्माना

देहरादून, शुक्रवार को राजधानी में देहरादून के जाने माने प्रतिष्ठित बिल्डर सदरार सत्येंद्र सिंह साहनी की आत्महत्या के पीछे उनको आत्महत्या के लिए मजबूर करने वाले अजय गुप्ता व अनिल गुप्ता को किन लोगों का संरक्षण प्राप्त है इसकी उच्च स्तरीय जांच होनी चाहिए क्यूंकि ये दोनों लोग दक्षिण अफ्रीका में वांछित थे व इनकी गतिविधियां हमेशा संदिग्ध रही हैं और ये अन्य बड़े अपराधों में शामिल हो सकते हैं यह बात आज उत्तराखंड प्रदेश कांग्रेस कमेटी के वरिष्ठ उपाध्यक्ष सूर्यकांत धस्माना ने अपने कार्यालय में पत्रकारों से वार्ता करते हुए कही।
धस्माना ने कहा कि गुप्ता बंधुओं की पहुंच बड़ी राजनैतिक हस्तियों से है और एक जमाने में उत्तराखंड राज्य सरकार में उनको मंत्री का दर्जा व जेड सुरक्षा भी मुहैय्या करवाई गई थी । धस्माना ने कहा कि देहरादून में गुप्ता बंधुओं के घर इनकम टैक्स के छापे व दक्षिण अफ्रीका में उनके खिलाफ कार्यवाही के बावजूद वे भारत व उत्तराखंड तथा उत्तरप्रदेश में लगातार सक्रिय रह कर जिस प्रकार की गतिविधियां कर रहे हैं यह बिना राजनैतिक व प्रशासनिक संरक्षण के संभव नहीं है। श्री धस्माना ने कहा की सत्येंद्र साहनी आत्महत्या पूरे राज्य के लिए एक चेतावनी है क्यूंकि इस वक्त देहरादून व उत्तराखंड में देश व दुनिया के अनेक अपराध जगत के लोग सफेदपोश बन कर बिल्डर व खनन का काम कर रहे हैं ।
धस्माना ने कहा कि हाल ही में देहरादून में खनन का बड़ा काम बाहर के लोगों की कंपनी को पीछे के दरवाजे से दे दिया गया और इसी रकार जमीनों व बिल्डर का काम भी स्थानीय लोगों के साथ मिल कर अनेक कुख्यात लोग कर रहे हैं इसका एक उदाहरण सत्येंद्र साहनी प्रकरण में सामने आया है। श्री धस्माना ने कहा कि राज्य की सरकार को व पुलिस तथा खुफिया तंत्र को सतर्क रह कर ऐसे लोगों के खिलाफ अपराध घटित होने से पहले करवाही करनी चाहिए अन्यथा किसी भी वक्त कोई बड़ी दुर्घटना घट सकती है।

 

क्रांतिकारी रासबिहारी बोस के योगदान को किया गया याद, फिल्म ‘अनबीटन हीरो रास बिहारी बोस‘ भी दिखाई गयी

देहरादून, दून पुस्तकालय एवं शोध केन्द्र की ओर से महान क्रांतिकारी व स्वतंत्रता सेनानी रास बिहारी बोस को उनके भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन में दिये गये योगदान को याद किया गया। संस्थान के सभागार में पत्रकार राजू गुसाईं, सामाजिक कार्यकर्ता व शोधार्थी मुकेश सेमवाल तथा सामाजिक इतिहासकार डाॅ. योगेश धस्माना ने उनके स्वतंत्रता संग्राम में दिये गये क्रांतिकारी योगदान व देहरादून से जुड़े अनेक महत्वपूर्ण प्रसंगों पर प्रमाणिक दस्तावेजों व स्लाइड के माध्यम से प्रकाश डाला। कार्यक्रम के प्रारम्भ में दूरदर्शन के डीडी भारती द्वारा रास बिहारी बोस पर 22 मिनट की फिल्म ‘अनबीटन हीरो रास बिहारी बोस‘ दिखाई गयी।
उल्लेखनीय है कि स्वतंत्रता सेनानी रास बिहारी बोस के भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन में चार दशक समय की लंबी भूमिका देहरादून और जापान में रही, जहां उन्होंने आईएनए की स्थापना की थी। वह 1906 से 1913 तक देहरादून में रहे। उन्होंने एफआरआई में हेड क्लर्क के रूप में काम किया और पूरे उत्तर भारत में स्वतंत्रता आंदोलन का बीजारोपण किया और कई क्रांतिकारियों की भर्ती की और उन्हें प्रशिक्षित किया। 23 दिसंबर, 1912 को दिल्ली में वायसराय लॉर्ड हार्डिंग के काफिले पर बमबारी की योजना बनाने और उसे क्रियान्वित करने का श्रेय उन्हें दिया जाता है। ब्रिटिश सरकार ने बमबारी के लिए चार क्रांतिकारियों को फाँसी पर लटका दिया था, हालाँकि, रासबिहारी बोस, जिन्हें मास्टरमाइंड के रूप में नामित किया गया था पर वे इस जाल से बच गए। उन्हें बंगाल क्रांतिकारी आंदोलन और उत्तर भारत के बीच एक महत्वपूर्ण कड़ी के रूप में देखा जाता है। प्रथम विश्व युद्ध के दौरान प्रसिद्ध गदर विद्रोह को कुचलने के बाद, रासबिहारी बोस 1915 में जापान चले गए और अपना अंतर्राष्ट्रीय नेटवर्क विकसित किया। द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान, उन्होंने आईएनए का गठन किया और बाद में इसे नेताजी सुभाष बोस को सौंप दिया।
पत्रकार राजू गुसाईं ने कहा कि प्रसिद्ध स्वतंत्रता सेनानी और आजाद हिंद फौज के संस्थापक अध्यक्ष रास बिहारी बोस देहरादून में रहे और यहां वन अनुसंधान संस्थान में अपनी सेवाएं दीं। उन्होंने अपनी क्रांतिकारी गतिविधियों को चुपचाप संचालित किया और इसके लिए वे लाहौर और पंजाब जैसे दूरदराज के स्थानों पर चले जाते थे। रास बिहारी बोस के देहरादून से सम्बन्ध और उनकी गतिविधियों के बारे में बहुत कम जानकारी उपलब्ध है। उन्होंने बातचीत में बोस के दून में बिताए समय, वन अनुसंधान संस्थान में उनके दस्तावेज और अन्य जुड़ी घटनाओं पर बुनियादी जानकारी श्रोताओं की दी। जापान में रास बिहारी बोस के परिवार के सदस्यों से जुड़ने के प्रयासों पर भी उन्होंने प्रकाश डाला।

सामाजिक कार्यकर्ता और शोधकर्ता मुकेश सेमवाल ने उनके दिल्ली षड्यंत्र मामले का विस्तृत विवरण दिया जिसने रास बिहारी बोस को भारत में नायक बना दिया। उन्होंने अपनी बात दिल्ली-लाहौर साजिश मामले पर केन्द्रित की। उन्होंने कहा कि 23 दिसंबर 1912 को जब अंग्रेजों ने अपनी राजधानी बंगाल से दिल्ली स्थानांतरित कर दी थी, तब रासबिहारी बोस और बसंत बिश्वास द्वारा वायसराय लॉर्ड हार्डिंग पर बम फेंका गया था। यह ब्रितानी पुलिस के लिए सिरदर्द बन गया था कि क्रांतिकारियों का पता लगाए। अंततः कुछ अंदरूनी लोगों की मदद से अंग्रेजों ने पकड़ लिया और क्रांतिकारियों पर मुकदमा चलाया गया और चार लोगों को फाँसी पर लटका दिया गया। इस मामले में व गदर आंदोलन के बाद अंग्रेजों ने निष्कर्ष निकाला कि इस विद्रोह के प्रमुख नेता रासबिहारी बोस थे।

डाॅ. योगेश धस्माना ने कहा कि रासबिहारी बोस राष्ट्रीय आंदोलन के ऐसे क्रांतिकारी राष्ट्रवादी नेता थे,जिन्होंने देहरादून को अपनी कर्मभूमि बनाते हुए पहले इंडियन इंडिपेंस लीग की स्थापना की फिर जापान में आजाद हिंद फौज का गठन कर देश की आजादी में महत्वपूर्ण योगदान दिया था।
उन्होंने कहा कि देश के राष्ट्रीय आंदोलन में रास बिहारी के योगदान को पर्याप्त स्थान नही मिल सका।एफआरआई घोसी गली और दर्शन लाल चौक सहित टैगोर विला में बम बनाने की प्रयोगशाला से जुड़ी उनकी स्मृतियों को युवा पीढ़ी तक पहुंचाने के प्रयास होने चाहिए।उन्होंने कहा कि रास बिहारी बोस ने देश की आजादी के लिए आर्य समाज,अरविंदो और खुदीराम बोस के सिद्धांतो को लेकर अंग्रेजो की साम्राज्यवादी नीतियों और विघटनकारी ताकतों के विरुद्ध देश में युवाओं को संगठित किया। इस काम में उन्हें दून घाटी में रह रहे राजा महेंद्र प्रताप का भी सक्रिय सहयोग मिला था।

कार्यक्रम के प्रारम्भ में दून पुस्तकालय एवं शोध केन्द्र के प्रोग्राम एसोसिएट चन्द्रशेखर तिवारी ने अतिथि वक्ताओं व सभागार में उपस्थित लोगों का अभिनंदन किया।इस अवसर पर सभागार में इतिहास के रुचिवान लोग, लेखक, साहित्यकार, साहित्य प्रेमी, सामाजिक कार्यकर्ता, बुद्विजीवी और पुस्तकालय के युवा पाठक सदस्य उपस्थित रहे।

 

यूसर्क द्वारा विद्यार्थियों के लिए दो दिवसीय “वॉटर साइंस एंड टेक्नोलॉजी” कार्यशाला का समापन

उत्तराखंड विज्ञान शिक्षा एवं अनुसंधान केंद्र (यूसर्क) द्वारा स्कूल के विद्यार्थियों के लिए आयोजित की जा रही दो दिवसीय “वॉटर साइंस एंड टेक्नोलॉजी” कार्यशाला का शनिवार को समापन हो गया ।
कार्यक्रम में यूसर्क की निदेशक प्रो (डॉ.) अनीता रावत ने अपने संबोधन में कहा कि यूसर्क द्वारा निरंतर विभिन्न विषयों पर प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैँ जिससे विद्यार्थियों के कौशल विकास के साथ साथ अच्छे करियर की दिशा भी प्राप्त हो रही है साथ ही प्रयोगात्मक रूप से सीखने से उनमें वैज्ञानिक अभिरुचि भी बढ़ रही है। उन्होंने कहा कि जल विज्ञान के महत्त्व को देखते हुए इस प्रशिक्षण कार्यशाला का आयोजन विद्यार्थियों के लिए किया गया है।

तकनीकी सत्र में यूसर्क वैज्ञानिक डॉ. भवतोष शर्मा ने “ग्राउंड वाटर मैनेजमेंट एवं रिचार्ज में आईसोटोप टेक्नोलॉजी के अनुप्रयोग” विषय पर व्याख्यान दिया तथा बताया कि प्रदूषण के स्रोत का पता भी इस तकनीकी की सहायता से किया जा सकता है। पानी में हाइड्रोजन, ऑक्सीजन के अलावा कार्बन, नाइट्रोजन, क्लोरीन के विभिन्न आइसोटोप की उपस्थिति एवं उनके भिन्न भिन्न अनुपातों के अध्ययन जल विज्ञान के क्षेत्र बहुत उपयोगी सिद्ध हो रहे हैं।

कार्यशाला के दूसरे तकनीकी सत्र में डॉ. भवतोष शर्मा ने विभिन्न शिक्षण संस्थानों से आए 25 प्रतिभागी छात्र छात्राओं द्वारा अपने अपने शिक्षण संस्थान एवं घरों से लाए गए जल नमूनों का विभिन्न वैज्ञानिक उपकरणों की सहायता से परीक्षण करना सिखाया। जल की गुणवत्ता के विभिन्न मानकों नाइट्रेट, फ्लोराइड, कैलसियम, हार्डनेस, क्लोराइड, रेसीडुअल फ्री क्लोरीन, फीकल कोलिफॉर्म, आयरन आदि का परिक्षण करना बताया एवं मानव स्वास्थ्य पर इनके प्रभाव बताये तथा वॉटर ट्रीटमेंट की विधियाँ समझाई।
उपस्थित प्रतिभागियों ने अपने अपने प्रश्नों का समाधान प्राप्त किया।

कार्यक्रम का संचालन डॉ. भवतोष शर्मा ने किया तथा धन्यवाद ज्ञापन वैज्ञानिक डॉ. ओम प्रकाश नौटियाल ने किया।

कार्यक्रम में वैज्ञानिक डॉ मंजू सुन्दरियाल, इं. ओम जोशी, राज दीप जंग, राजीव बहुगुणा, सुषमा कोहली, रुचिका रावत, डॉ. प्रियंका त्यागी तथा फूल चंद्र नारी शिल्प गर्ल्स इंटर कॉलेज, एमकेपी इंटर कॉलेज, द ओएसिस शिक्षण संस्थान देहरादून, डी ए वी सैंटेनरी पब्लिक स्कूल हरिद्वार के 25 प्रतिभागियों सहित कार्यक्रम में कुल 40 लोग उपस्थित थे।

 

जी डी गोयंका विद्यालय में ग्रीष्मकालीन शिविर का शुभारंभ

देहरादून, जीडी गोयंका विद्यालय में ग्रीष्मकालीन शिविर का शुभारंभ हो गया। 8 जून तक चलने वाले इस शिविर में बच्चों के दृष्टिकोण को ध्यान में रखते हुए उनकी रुचि के अनुसार के विभिन्न गतिविधियां का आयोजन किया गया है। इसमें भाग लेने वाले सभी बच्चों के लिए आकर्षक संगीत, नृत्य, स्केटिंग, लॉन टेनिस, ताइक्वांडो, क्रिकेट, तैराकी, पोटरी, बास्केटबाल एवं फुटबॉल आदि विविध प्रकार की गतिविधियों को सिखाया जाना निश्चित किया गया है।
कार्यक्रम का शुभारंभ सरस्वती वंदना एवं आकाश में गुब्बारे छोड़कर किया गया। प्रधानाचार्य अनंत वी.डी. थपलियाल ने बच्चों को संबोधित करते हुए गीष्मकालीन शिविर किस प्रकार बच्चों में आत्मविश्वास को भरने एवं स्वतंत्रता विचारों को विकसित करने में मददगार साबित होगा इस बात को उजागर किया।

 

सिखों के पवित्र तीर्थ श्री हेमकुण्ट साहिब जी के कपाट खुले, हजारों की संख्या में पहुंचे श्रद्धालु

चमोली (हेमकुंट), सिखों का विश्व प्रसिद्ध गुरूद्वारा श्री हेमकुण्ट साहिब जी के कपाट शनिवार को विधिवत् अरदास के साथ श्रृद्धालुओं के लिये खोल दिए गए हैं। इसके साथ ही आज इस शुभ अवसर पर लगभग दो हजार संगतों की उपस्थिति में श्री हेमकुण्ट साहिब जी की पावन यात्रा का भव्य रूप से शुभारंभ हो गया है।मऋषिकेश गुरूद्वारा परिसर से पहले जत्थे के प्रस्थान करने के साथ ही हो गया था। 22 मई को उत्तराखण्ड राज्य के राज्यपाल ने धार्मिक अनुयायियों के साथ मिलकर जत्थे को रवाना किया था जो कि 23 मई को गुरूद्वारा गोबिंद घाट में ठहरकर 24 मई को पैदल चलते हुए गोबिंद धाम (घांघरिया) पहुंचा था ।
रात्रि विश्राम करके आज जत्थे ने हेमकुण्ट साहिब के लिए प्रस्थान किया। प्रातःकाल से ही हजारों की संख्या में देश विदेश से श्रृद्धालु हेमकुण्ट साहिब पहुंचने लगे थे। इस विशेष अवसर पर पंज प्यारों की अगुवाई में जत्थे ने ‘‘जो बोले सो निहाल’’ के जयकारों व ंबैंड बाजों की धुनों के साथ कीर्तन करते हुए यात्रा के अंतिम पड़ाव श्री हेमकुण्ट साहिब पहुंचकर गुरू महाराज के श्री चरणों में अपनी हाजिरी भरी। गुरूद्वारा प्रबंधक सरदार गुरनाम सिंह व मुख्य ग्रंथी भाई मिलाप सिंह द्वारा संगतों के साथ मिलकर प्रातः 9ः30 बजे पवित्र गुरू ग्रंथ साहिब जी के पावन स्वरूपों को सुखासन स्थल से दरबार साहिब में लाया गया तथा पावन प्रकाश करते हुए अरदास की और गुरू महाराज का पहला हुकमनामा जारी किया गया। मुख्य ग्रंथी द्वारा प्रातः 10.15 बजे सुखमनी साहिब जी का पाठ किया गया। इसके पश्चात प्रातः 11.30 बजे से रागी जत्थों द्वारा गुरबाणी कीर्तन का गुणगान किया गया जिससे कि दरबार साहिब में उपस्थित संगतें प्रसन्नचित्त होकर निहाल हो गईं। साथ ही निशान साहिब जी के चोले की सेवा भी चलती रही। समस्त गुरूद्वारा परिसर व दरबार हॉल को फूलों व अन्य साजों सामान से सजाया गया।
भारतीय सेना के 418 इंडीपेंडेंट कोर के कर्नल विरेन्द्र ओला जी एवं ब्रिगेडियर एम. एस. ढिल्लों जी भी हेमकुण्ट साहिब में उपस्थित रहे। यात्रा हेतु उनका व साथियों का विशेष योगदान रहा। प्रशासन के साथ गुरूघर सेवादारों ने भी यात्रा की आरंभता के लिए बहुत सहयोग किया। कपाट खुलने के पावन अवसर पर गुरूद्वारा ट्रस्ट के अध्यक्ष सरदार नरेन्द्रजीत सिंह बिन्द्रा जी व गुरूद्वारा गोबिन्द घाट के प्रबंधक सरदार सेवा सिंह जी भी मौजूद रहे। बिन्द्रा जी ने अपने संबोधन में कहा कि हेमकुण्ट साहिब में बर्फ अधिक है इसलिए बुजुर्ग, छोटे बच्चे व बीमार व्यक्ति कुछ समय के लिए यात्रा पर आने से परहेज करें तथा सरकार द्वारा भी दिशा निर्देश जारी किए गए हैं कि यू-ट्यूबर व ब्लॉगर धार्मिक स्थलों पर वीडियोग्राफी या रील्स न बनाएं जिससे कि श्रृद्धालुओं को परेशानी न हो।
गुरूद्वारा ट्रस्ट का कहना है कि श्रृद्धालु निःसंकोच यात्रा पर आएं और गुरू महाराज का आशीर्वाद प्राप्त करें। इसके अलावा जो श्रृद्धालु यात्रा पर आने में असमर्थ हैं वे हेमकुण्ट साहिब जी से सीधा प्रसारण पी.टी.सी. सिमरन पर प्रतिदिन प्रातः10 बजे से दोपहर 1 बजे तक देख सकते हैं। साथ ही ट्रस्ट आशा करता है कि आने वाले सभी श्रद्धालु पवित्र भावना व आपसी सौहार्द के साथ प्रशासन एवं गुरूघर सेवादारों को सहयोग करते हुए यात्रा को निर्विघ्न सफल बनाएंगे।

राज्य में अस्पतालों के बाहर चल रहे ब्लड बैकों का नहीं होगा लाइसेंस नवीनीकरण

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देहरादून, केंद्रीय औषधि मानक नियंत्रण संगठन (सीडीएससीओ) के रक्त केंद्र प्रभाग ने ब्लड बैकों को लेकर नई गाईडलाइन जारी की है। इस गाईडलाइन के जारी होने के बाद खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन आयुक्त कार्यालय, उत्तराखंड ने रक्त केंद्रों के लाइसेंस के संबंध में एक महत्वपूर्ण अपडेट की घोषणा की है।
अपर आयुक्त खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन व ड्रग कंट्रोलर ताजबर सिंह जग्गी ने कहा कि अस्पताल से बाहर खुले ब्लड सेंटरों के लाइसेंसों का अब नवीनीकरण नहीं होगा। उन्होंने कहा कि केंद्रीय औषधि मानक नियंत्रण संगठन (सीडीएससीओ) के रक्त केंद्र प्रभाग के पत्र के अनुसार तत्काल प्रभाव से, जो रक्त केंद्र अस्पताल परिसर के भीतर स्थित नहीं हैं, उन्हें अब लाइसेंस देने या नवीनीकरण के लिए विचार नहीं किया जाएगा। ऐसे रक्त केंद्रों के लिए आवेदन अनुमोदन के लिए केंद्रीय लाइसेंसिंग अनुमोदन प्राधिकरण (सीएलएए) को नहीं भेजे जाएंगे।

अपर आयुक्त खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन व ड्रग कंट्रोलर ताजबर सिंह जग्गी ने कहा कि खाद्य एवं औषधि प्रशासन नई दिल्ली द्वारा हाल ही में जारी एक परिपत्र में स्पष्ट किया गया है कि जो अस्पताल परिसर के बाहर स्थित रक्त केंद्रों को अब से कोई भी अनुदान या नवीनीकरण प्राप्त करने से बाहर करने की सिफारिश करता है। राज्य औषधि प्रशासन औषधि नियम, 1945 के नियम 122जी के तहत इस नीति को लागू कर रहा है। इस नियम के अनुसार, रक्त केंद्रों के संचालन या मानव रक्त घटकों की तैयारी के लिए लाइसेंस देने या नवीनीकरण के लिए आवेदन उन संगठनों द्वारा प्रस्तुत किया जाना चाहिए जो अस्पताल परिसर के भीतर स्थित होने सहित निर्दिष्ट मानदंडों को पूरा करें।

अपर आयुक्त खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन व ड्रग कंट्रोलर ताजबर सिंह जग्गी ने कहा कि प्रशासन के संज्ञान में आया है कि कुछ ब्लड सेंटर वर्तमान में अस्पताल परिसर से बाहर संचालित हो रहे हैं। उपरोक्त नियमों के मद्देनजर यह स्पष्ट किया जाता है कि केवल अस्पताल परिसर के भीतर स्थित रक्त केंद्र ही लाइसेंस देने या नवीनीकरण के लिए विचार के पात्र होंगे। आयुक्त खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन, उत्तराखंड का कार्यालय रक्त केंद्रों के संचालन में सुरक्षा और नियामक अनुपालन के उच्चतम मानकों को सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध है। इस उपाय का उद्देश्य राज्य भर में रक्तदान और आधान सेवाओं की गुणवत्ता और सुरक्षा को बढ़ाना है। अधिक जानकारी या स्पष्टीकरण के लिए आयुक्त खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन, उत्तराखंड के कार्यालय से संपर्क किया जा सकता है।

नये कलेवर के साथ 30 साल बाद फिर “सौं खैकि बोल मेरि” गीत मचा रहा धूम

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देहरादून, उत्तराखंड़ की वादियां और यहां का लोक संगीत हमेशा से ही देश दुनिया के सांस्कृतिक पटल पर अपनी अमिट छाप छोड़ता चला आ रहा है, यहां बर्फीली चोटियाँ, असंख्य झीलें, हरे-भरे हरियाली क्षेत्र और सांस्कृतिक विरासत को निहारती यहां की अनुपम छटा जहां पर्यटकों के लिये एक साकार आनंद की अनुभूति कराती है। देवभूमि इस खूबसूरती को बखूबी से छायांकित किया गया है गढ़वाली वीडियो “सौं खैकि बोल मेरि’ जो आजकल यूट्यूब पर खूब देखा जा रहा है |
उत्तरकाशी जनपद के रैथल, मुखबा और हर्षिल आदि पर्यटक स्थलों में छायांकन किये गये इस सारगर्भित ‘सौं खैकि बोल’ गीत को श्रद्धा कुहूप्रिया पांडेय और संकल्प खेतवाल ने स्वरबद्ध किया है | आपको बताते चलें कि वर्ष 1992-93 में अविनाश विवेक द्वारा लिखित यह गीत लोकगायक संतोष खेतवाल और दुर्गा पांडेय ने स्वरबद्ध किया था, उस समय भी इस गीत ने लोगों की जुबान पर सहसा अपनी पकड़ बनायी थी, लेकिन अब 30 सालबाद दुर्गा पांडेय की पुत्री श्रद्धा कुहूप्रिया पांडेय ने संतोष खेतवाल की स्वरबद्ध धुन उनके पुत्र संकल्प के साथ मिलकर आवाज दी है, श्रद्धा ने नये कलेवर के साथ 5 मिनट 43 सैकेंड़ के इस वीडियो गीत को म्युजिकल रब्ता प्रोडक्शन हाऊस के तहत फिर से नये रुप में प्रस्तुत कर गाने की आत्मा को बनाए रखने की कौशिश की है | गायिका श्रद्धा कुहूप्रिया का इससे पहले भी जीतू बग्डवाल पर धुंयाल पण्डौ काफी लोकप्रिय रहा |
वीडियो का संगीत हैदर अली ने दिया है, इस वीडियो में गोविन्द नेगी और तमन रतूड़ी का भी सार्थक सहयोग रहा है |

वीडियो में इनकी रही भूमिका :

प्रोडक्शन : म्युजिकल राब्ता
सिनेमाग्राफी/एडिटिंग : गोविन्द नेगी
गायक : श्रद्धा कुहूप्रिया, संकल्प खेतवाल
गीतकार : अविनाश विवेक
काम्पोजिशन : संतोष खेतवाल
म्यूजिक : हैदर अली
फीचरिंग : तमन रतूड़ी
गिटार/बेस : विजय सचदेवा, मनीष कुलकर्णी
रिद्म/ फ्लूट :सुभाष पांडेय, पंकज नाथ
मिक्सिंग : देव बसक

वीडियो टीम : शैलेन्द्र पटवाल, अंकित सेनवल

 

 

भारतीय व्यापार मण्डल ने किया संगठन विस्तार

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देहरादून, भारतीय व्यापार मण्डल व्यापारियों के उत्थान व नवनिर्माण में निरन्तर आगे बढ़ रहा है, दून के एक होटल में संगठन का द्वितीय विस्तार समारोह आयोजित किया | जिसमें भारतीय व्यापार मंडल के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री अंकुर सिंघल जी, राष्ट्रीय उपाध्यक्ष श्री वैभव जैन जी व राष्ट्रीय प्रवक्ता अजय जनमेजय मुख्य अथिति के रूप में रहे |
इस मौके पर भारतीय व्यापार मण्डल के शपथ ग्रहण समारोह में संजीव शर्मा प्रदेश महामंत्री, श्रीमती सुशीला खत्री भारतीय व्यापार मंडल महिला मोर्चा का प्रदेश अध्यक्ष, सत्य प्रकाश नौटियाल को गढ़वाल मंडल का अध्यक्ष, श्री बेणी राम उनियाल प्रदेश मीडिया प्रभारी, अनिल कुमार प्रदेश मंत्री, धर्मपुर विधानसभा अध्यक्ष अनमोल बिंजोला पार्षद, महानगर उपाध्यक्ष विपुल शर्मा, पवन सैनी जिला उपाध्यक्ष, गगन शर्मा जिला मंत्री, श्याम मोहन अग्रवाल जिला उपाध्यक्ष, राजीव भार्गव प्रदेश मंत्री, विपुल शर्मा महानगर युवा उपाध्यक्ष, करन चौधरी जिला उपाध्यक्ष, राहुल सैनी को महानगर देहरादून उपाध्यक्ष, कुसुम सिद्धू उत्तराखंड प्रदेश मंत्री महिला मोर्चा, कविता पाल ब्लॉक अध्यक्ष ढोई वाला, मनिंदर कौर ब्लॉक संरक्षक ढोई वाला, कृष्ण तड़ियाल ब्लॉक महामंत्री डोईवाला बनाए गए |
राष्ट्रीय अध्यक्ष अंकुर सिंघल एवं राष्ट्रीय उपाध्यक्ष व उत्तराखण्ड प्रभारी वैभव जैन ने कहा कि हमारे संगठन का उद्देश्य सभी व्यापारियों को साथ लेकर चलने का है और किसी का भी कोई भी समस्या व्यापारियों की होगी तो उसके साथ कंधे से कंधा मिलाकर हमारा संगठन काम करेगा |
कार्यक्रम में मातृ शक्ति रेणु डी सिंह, रजनी सिन्हा, कुसुम सिद्धू, प्रीति शुक्ला, एकता त्रिपाठी, मनिंदर कौर, प्रेम लता, गुड्डी पॉल, कविता पॉल, रीना चौहान, विनिता किशाली, बीना भट्ट, मानसी खत्री ने भी शपथ ली, विस्तार समारोह में उत्तराखण्ड के सैकड़ों की संख्या में व्यापारी उपस्थित रहे |

15,000 रुपये तक का मिलेगा इंक्रीमेंट, परफॉरमेंस बोनस का भी ऐलान

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नईदिल्ली, । टाटा समूह की प्रमुख विमानन कंपनी एयर इंडिया के कर्मचारियों की सैलरी में बढ़ोतरी होने वाली है। इसके अलावा, कंपनी एम्प्लॉइज को उनके परफॉर्मेंस के आधार पर बोनस भी देगी। इस बात की घोषणा एयर इंडिया ने गुरुवार को।
रिपोर्ट के मुताबिक, एयर इंडिया सीनियर कमांडर, फर्स्ट ऑफिसर्स की सैलरी में हर महीने 5 हजार रुपये से लेकर 15000 रुपये तक का इजाफा करेगा। बता दें कि जनवरी 2022 में टाटा समूह द्वारा अधिग्रहण के बाद एयर इंडिया के कर्मचारियों का यह पहला अप्रैजल है।
एयर इंडिया के सीएचआरओ रवींद्र कुमार जीपी ने कहा कि सैलरी में वृद्धि 1 अप्रैल, 2024 से लागू मानी जाएगी। इसके साथ ही एयरलाइन ने कंपनी और पर्सनल परफॉरमेंस के आधार पर वित्त वर्ष 2023-24 के लिए परफॉरमेंस बोनस भी देगी।
उन्होंने बताया कि एयर इंडिया अगले पांच साल में खुद को पुनर्जीवित करने की प्रक्रिया में है, जिसे देखते हुए कर्मचारियों के हितों को देखते हुए प्रतिभा को आकर्षित करने के लिए प्रतिस्पर्धी वेतन वृद्धि दे रही है। एयर इंडिया में लगभग 18,000 कर्मचारी हैं।
विमानन कंपनी एयर इंडिया ने ग्राउंड स्टाफ, केबिन क्रू और पायलटों के अलावा जो कर्मचारी 31 दिसंबर, 2023 से पहले कंपनी में शामिल हुए हैं उन सभी के लिए वार्षिक मूल्यांकन शुरू कर दिया है।
टाटा समूह की विमानन कंपनी एयर इंडिया के मुख्य कार्य अधिकारी कैंपबेल विल्सन ने 13 मई को बताया था कि विस्तारा के करीब 7 हजार कर्मचारियों का एकीकरण अगले महीने से शुरू हो जाएगा। साथ ही एयर इंडिया में इसके मर्जर को दिसंबर 2024 तक पूरा करने का भी लक्ष्य रखा है।
इससे पता चलता है कि टाटा समूह ने अपनी दो पूर्ण सेवाओं वाली विमानन कंपनियों की विलय की प्रक्रिया तेज कर दी है और इससे पहले विस्तारा के मुख्य कार्य अधिकारी विनोद कन्नन ने भी इस साल जनवरी में कहा था कि उन्हें साल 2025 के मध्य तक एयर इंडिया के साथ परिचालन विलय की उम्मीद है।
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पंजाब चुनाव प्रचार छोड़ आपदा प्रभावित क्षेत्रों का भ्रमण करने पहुँचे कांग्रेस नेता गणेश गोदियाल

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पौड़ी, कांग्रेस नेता गणेश गोदियाल पंजाब चुनाव प्रचार छोड़कर बीरोंखाल ब्लॉक के आपदा प्रभावित क्षेत्रों का भ्रमण करने मौके पर पहुंच गए। उन्होंने वहां पहुंचकर नुकसान का जायजा लिया और लोगों को सरकार के अधिकारियों और मुख्यमंत्री से बात कर मदद पहुंचने का भरोसा दिय।
पौड़ी जिले के बीरोंखाल ब्लॉक के कुंणजोली, फरसाड़ी और सुखई गांव में बादल फटने से भारी तबाही हुई है। जहां लोगों की कृषि भूमि पूरी तरह से बर्बाद हो गई। वहीं, आपदा से बिजली और पानी जैसी मूलभूत सुविधाएं भी ठप हो गई हैं। अब तक गांव में पेयजल आपूर्ति पूर्ति भी बहाल नहीं हो पाई है।
कांग्रेस नेता गणेश गोदियाल ने कहा कि जिला अधिकारी और मुख्यमंत्री से बात कर लोगों को मदद पहुंचाई जाएगी। उन्होंने कहा कि आपदा जैसी स्थिति के लिए जिला अधिकारी के पास बजट की व्यवस्था होनी चाहिए, जिससे लोगों को तात्कालिक मदद की सके। लेकिन, अब तक प्रभावित क्षेत्रों ऐसा नजर नहीं आया है।
गोदियाल ने सरकार द्वारा किए गए राहत कार्यों को नाकाफी बताया। उन्होंने नाराज़गी व्यक्त करते हुए कहा कि आपदा के इस समय प्रभावित गांवों की पेयजल योजना ध्वस्त हो गई है।रास्ते बह गए हैं। SDRF को मौके पर पहुंच कर पीड़ितों की मदद करनी चाहिए थी। आपदा से निपटने का ग्रामीणों ने 2500 और 5000 की सहायता को नाकाफी है।
कांग्रेस प्रदेश महासचिव कवींद्र इष्टवाल ने कहा कि बीरोंखाल ब्लॉक के आपदा ग्रस्त गांव कुणजोली, फरसाड़ी और सुखई में गणेश गोदियाल के साथ स्थानीय लोगों से मुलाकात कर उनका हाल जाना। लोगों की मूलभूत सुविधाओं बिजली और पानी के लिए सम्बंधित अधिकारियों से वार्ता की।
उन्होंने कहा कि गोदियाल पंजाब चुनाव में प्रचार कर रहे थे, लेकिन जैसे ही उनको घटना की जानकारी लगी, वे तत्काल सारे कार्यक्रम छोड़कर लोगों के बीच पहुंच गए। यह साबित करता है कि वह कितने संवेदनशील हैं। उनको अपने लोगों की कितनी चिंता है।

 

 

मिस ट्रेडिशनल सब कांटेस्ट का आयोजन, 30 प्रतिभागियों ने लिया हिस्सा

देहरादून, सिनमिट कम्युनिकेशन्स की ओर से आयोजित कमल ज्वेलर्स- ब्लेंडर्स प्राइड मिस उत्तराखंड-2024 के मिस ट्रेडिशनल सब कांटेस्ट का आयोजन किया गया। इस मौके पर मॉडल्स ने कैटवॉक कर जजेज के सवालों के जवाब दिए।

सिनमिट कम्युनिकेशन्स की ओर से शुक्रवार को वसंत विहार स्थित होटल रॉयल इन पैलेस में मिस ट्रेडिशनल सब टाइटल का आयोजन किया गया।इस सब कांटेस्ट में 30 प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया।
सब कांटेस्ट में प्रतिभागियों ने आकर्षक ड्रेसेस पहनी हुई थी । साथ ही उन्होंने जजेज के सवालों के जवाब भी दिए। इस दौरान मॉडल्स देशभर की अलग-अलग जगहों की ट्रेडिशनल ड्रेसेस पहन कर पहुंची हुई थी। इस मौके पर देहरादून सहित हल्द्वानी, हरिद्वार, ऋषिकेश, पौड़ी और रुड़की की प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया।
इस मौके पर सिनमिट कम्युनिकेशन्स के डायरेक्टर और आयोजक दलीप सिंधी और राजीव मित्तल ने बताया कि प्रतिभागियों की लगातार ग्रूमिंग के बाद 26 मई को ग्रैंड फिनाले का आयोजन होगा। बताया कि कांटेस्ट कमल ज्वैलर्स और ब्लेंडर्स प्राइड की ओर से प्रेजेंट किया जा रहा है।
आयोजकों ने बताया कि हयात सेंट्रिक, न्यू इरा फ़ोटो स्टूडियो और इंस्पिरेशन पीआर की ओर से इवेंट में विशेष सहयोग किया जा रहा है। कांटेस्ट की पूरी कोरियोग्राफी जेश पुष्कर सोनी और स्टाइलिंग अदिति की ओर से की जा रही है। इस मौके पर जजेस की भूमिका में मिस उत्तराखंड 2017 शिवांगी शर्मा, असिस्टेंट गवर्नर रोटरी क्लब पुनीत टंडन, एजुकेशनिस्ट और एंट्रेप्रेन्यौर- अजय कर्नवार, एवं रिटायर्ड कर्नल पीयूष खंडूरी उपस्थित थे ।

 

रं-कम्युनिटि स्कूल के टॉपर्स हुए सम्मानित, सामुदायिक पुस्तकालय तथा संडे क्लास पर कार्यशाला

“टॉपर्स ने बताई अपनी सफलता की कहानी”

धारचूला, सामुदायिक पुस्तकालय द्वारा शुक्रवार को रं- कम्युनिटी स्कूल के अपनी कक्षा में टॉपर्स आए विद्यार्थियों को जिला पंचायत सदस्य पुरस्कार 2023 देकर सम्मानित किया गया। इस अवसर पर सामुदायिक पुस्तकालय तथा संडे क्लास के कॉन्सेप्ट पर जानकारी दी गई।
रं-कम्युनिटी स्कूल में आयोजित एक दिवसीय कार्यशाला में सामुदायिक पुस्तकालय तथा संडे क्लास के बारे में चर्चा की गई। विद्यालय के प्रधानाचार्य हरीश नाथ के द्वारा आयोजन के लिए उपस्थित अतिथियों का स्वागत किया गया।
उन्होंने कहा कि इस आयोजन से विद्यार्थियों के भीतर अपना लक्ष्य निर्धारित करना और अनुशासित होकर अपनी प्लानिंग बनाने के लिए बहुत कुछ सीखने को प्राप्त हो रहा है। स्कूल के कक्षा एक के टॉपर से शौर्य पोरी, कक्षा 2 के टॉपर से कियांस दानू,कक्षा 3 के टॉपर से ख्वाईश उपाध्याय, कक्षा 4 के टॉपर्स प्रियांशी दानू, कक्षा 5 के टॉपर से यूना खेर, कक्षा 6 के टॉपर्स आदेश सिंह धामी कक्षा 7 के टॉपर से पीयूष सिंह धामी, कक्षा 8 के टॉपर से आराध्या खेर, कक्षा 9 के टॉपर्स अभिमन्यु गर्ब्याल को जिला पंचायत सदस्य पुरस्कार के रूप में डिक्शनरी तथा प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया।
इस अवसर पर जिला पंचायत सदस्य जगत मर्तोलिया ने कहा कि आज वह सामुदायिक पुस्तकालय तथा संडे क्लास के लिए विद्यार्थियों, शिक्षकों तथा अभिभावकों को निमंत्रण देने के लिए आए है।
उन्होंने कहा कि पुस्तकालय नगर क्षेत्र के विद्यार्थियों के लिए प्रतियोगिता परीक्षाओं की तैयारी करने के लिए एक विशेष केंद्र के रूप में सामने आएगा।
इसके लिए सभी विद्यार्थियों को अपने विद्यालय में अपना पंजीकरण कर लेना है।

यूसर्क द्वारा विद्यार्थियों के लिए दो दिवसीय “वॉटर साइंस एंड टेक्नोलॉजी” कार्यशाला प्रारंभ

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देहरादून, उत्तराखंड विज्ञान शिक्षा एवं अनुसंधान केंद्र (यूसर्क) देहरादून द्वारा दिनांक 24 मई 2024 को स्कूल के विद्यार्थियों के लिए दो दिवसीय “वॉटर साइंस एंड टेक्नोलॉजी” कार्यशाला प्रारंभ की गयी।

कार्यक्रम में यूसर्क की निदेशक प्रो (डॉ.) अनीता रावत ने अपने संबोधन में कहा कि आज समय आ गया है कि हमको अपने परम्परागत जल विज्ञान को समझना होगा। उन्होंने कहा कि जल स्रोतों का संरक्षण हमारी भविष्य की जरूरतों को पूरा करेगा। यूसर्क निरंतर विभिन्न कार्यक्रमों के द्वारा विद्यार्थियों में जल संरक्षण एवं गुणवत्ता हेतु प्रयोगात्मक प्रशिक्षण कार्यक्रमों के साथ साथ जागरुकता कार्यक्रमों का आयोजन कर रहा है। वैज्ञानिक डॉ. ओम प्रकाश नौटियाल ने यूसर्क के वैज्ञानिक कार्यक्रमों पर विस्तार से प्रकाश डाला।
तकनीकी सत्र में विषय विशेषज्ञ यूसर्क वैज्ञानिक डॉ भवतोष शर्मा ने “जलस्रोतों के संरक्षण की विधियां एवं प्रयोगशाला व फ़ील्ड में उनकी गुणवत्ता अध्ययन” विषय पर व्याख्यान दिया । उन्होंने बफर विलयन बनाना, स्टैंडर्ड विलयन, टाइट्रेशन, सूचक आदि के विषय में बताया तथा विद्यार्थियों को प्रैक्टिकल करना सिखाया। जल के पीएच एवं हार्डनेस को विद्यार्थियों ने स्वयं ज्ञात करना सीखा । उन्होंने कहा पानी की गुणवत्ता से हमारे शरीर का सीधा संबंध है तथा जल के भौतिक, रासायनिक एवं जैविक गुणों का ज्ञान होना बहुत जरूरी है।

कार्यक्रम में यूसर्क वैज्ञानिक डॉ. मंजू सुन्दरियाल, डॉ राजेंद्र राणा, इं. ओम जोशी, राज दीप जंग, राजीव बहुगुणा, सुषमा कोहली, रुचिका रावत तथा फूल चंद्र नारी शिल्प गर्ल्स इंटर कॉलेज, एम के पी इंटर कॉलेज, द ओएसिस शिक्षण संस्थानों के 25 प्रतिभागियों सहित कार्यक्रम में कुल 40 लोग उपस्थित थे।
कार्यक्रम का संचालन डॉ भवतोष शर्मा ने किया तथा धन्यवाद ज्ञापन डॉ. ओम प्रकाश नौटियाल ने किया।