देहरादून, उत्तराखंड में बीस लोगों को धामी सरकार ने दायित्व सौंप दिये हैं। यह जानकारी सूचना महानिदेशक बंशीधर तिवारी ने दी।
उन्होंने बताया कि सौंपे गये विभागीय दायित्वों से प्रदेश में विभागीय जन कल्याणकारी योजनाओं के क्रियान्वयन में तेजी आयेगी तथा उनके प्रभावी अनुश्रवण में भी मदद मिलेगी।
सूचना महानिदेशक बंशीधर तिवारी ने बताया कि मुख्यमंत्री द्वारा जिन महानुभावों को दायित्व सौंपे गये हैं उनमें हरक सिंह नेगी जनपद चमोली को उपाध्यक्ष वरिष्ठ नागरिक कल्याण परिषद, सुश्री ऐर्श्वया रावत रूद्रप्रयाग को उपाध्यक्ष राज्य महिला आयोग, श्रीमती गंगा विष्ट जनपद अल्मोडा को उपाध्यक्ष राज्य महिला उद्यमिता परिषद, श्याम अग्रवाल जनपद देहरादून को उपाध्यक्ष उत्तराखण्ड आवास सलाहकार परिषद, श्रीमती शांति मेहरा जनपद नैनीताल को उपाध्यक्ष वरिष्ठ नागरिक कल्याण परिषद, भगवत प्रसाद मकवाना जनपद देहरादून को उपाध्यक्ष उत्तराखण्ड सफाई कर्मचारी आयोग, हेमराज विष्ट जनपद पिथौरागढ को उपाध्यक्ष उत्तराखण्ड राज्य स्तरीय खेल परिषद, रामचंन्द्र गौड जनपद चमोली को अध्यक्ष वरिष्ठ नागरिक कल्याण परिषद, पूरन चंद नैलवाल जनपद अल्मोडा को उपाध्यक्ष प्रवासी उत्तराखण्ड परिषद, रामसुन्दर नौटियाल जनपद उत्तरकाशी उपाध्यक्ष भागीरथी नदी घाटी प्राधिकरण, श्रीमती सायरा बानो जनपद ऊधम सिंह नगर उपाध्यक्ष उत्तराखण्ड राज्य महिला आयोग, श्रीमती रेनू अधिकारी जनपद नैनीताल को अध्यक्ष राज्य महिला उद्यमिता परिषद, सुश्री रजनी रावत जनपद देहरादून उपाध्यक्ष समाज कल्याण योजनाएं अनुश्रवण समिति, ओम प्रकाश जमदग्नि जनपद हरिद्वार उपाध्यक्ष उत्तराखण्ड पारिस्थितिकीय पर्यटन सलाहकार परिषद, भूपेश उपाध्याय जनपद बागेश्वर उपाध्यक्ष उत्तराखण्ड जैविक उत्पाद परिषद, कुलदीप कुमार जनपद देहरादून अध्यक्ष उत्तराखण्ड वन पंचायत सलाहकार परिषद, ऋषि कण्डवाल जनपद पौडी उपाध्यक्ष सिंचाई सलाहकार समिति, वीरेन्द्र दत्त सेमवाल जनपद टिहरी उपाध्यक्ष उत्तराखण्ड हतकरघा एवं हस्तशिल्प विकास परिषद, अजय कोठियाल जनपद टिहरी अध्यक्ष उत्तराखण्ड राज्य पूर्व सैनिक कल्याण सलाहकार समिति, श्याम नारायण पाण्डे जनपद नैनीताल उपाध्यक्ष उत्तराखण्ड वन एवं पर्यावरण सलाहकार समिति का दायित्व सौंपा गया है।
प्रदेश की धामी सरकार ने की दायित्वधारियों की घोषणा
प्रेस क्लब अध्यक्ष धर्मेन्द्र चौधरी, महासचिव दीपक मिश्रा व कार्यकारिणी ने ली शपथ
पत्रकार समाज निर्भीकता से अपने मिशन को निभाता है-स्वामी रूपेंद्र प्रकाश
हरिद्वार,(कुलभूषण)। प्रेस क्लब सभागार में आयोजित शपथ ग्रहण समारोह में नवनिर्वाचित प्रेस क्लब अध्यक्ष धर्मेन्द्र चौधरी, महामंत्री दीपक मिश्रा व कार्यकारिणी को बुधवार को मुख्य चुनाव अधिकारी प्रदीप गर्ग एवं मुख्य अतिथी महामंडलेश्वर स्वामी रूपेंद्र प्रकाश, मेयर किरण जैसल एवं विधायक रवि बहादुर ने पद के प्रति निष्ठा की शपथ दिलायी।
कार्यक्रम का शुभारंभ अतिथीयों ने दीप प्रज्वलित कर किया। नवनिर्वाचित प्रेस क्लब अध्यक्ष धर्मेंद्र चौधरी व महामंत्री दीपक मिश्रा ने अतिथीयों का फूलमाला पहनाकर व स्मृति चिन्ह प्रदान कर स्वागत किया।
अवधूत मंडल आश्रम के महंत रूपेंद्र प्रकाश ने कहा कि पत्रकार समाज निर्भीकता से अपने मिशन को निभाता है। सरकार की उपलब्धियों के साथ साथ कमीयों को भी खबरों के माध्यम से उजागर करता है। प्रदेश की भौगोलिक परिस्थितयों को खबरों के माध्यम से प्रदर्शित कर जनता को आईना दिखाने का काम भी करता है।
विधायक रवि बहादुर ने कहा कि जनता की समस्याओं को शासन प्रशासन तक पहुंचाने में मीडिया का अहम रोल है। विपरीत परिस्थितियों में भी पत्रकार जिम्मेदारी से अपने दायित्व को निभा रहे हैं। प्रेस क्लब के माध्यम से आम जनता को अपनी राय और विचारों को व्यक्त करने का अवसर मिलता है।
महापौर किरन जैसल ने नवनिर्वाचित पदाधिकारियों और कार्यकारिणी सदस्यों का बधाई देते हुए कहा कि जनहित के मुद्दों को उठाने और जनसमस्याओं का समाधान करने में चौथे स्तंभ मीडिया की निर्णायक भूमिका है।
नवनिर्वाचित प्रेस क्लब अध्यक्ष अध्यक्ष धर्मेंद्र चौधरी एवं महासचिव दीपक मिश्रा ने सभी का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि प्रेस क्लब और पत्रकारों के हितों में योगदान करेंगे। उन्होंने कहा कि सच्चाई के साथ खबरों को प्रकाशित करना ही पत्रकारों का दायित्व होता है। उन्होंने कहा कि प्रेस क्लब के हितों को ध्यान में रखकर ईमानदारी से काम किया जाएगा। वरिष्ठ पत्रकार रामचंद्र कन्नौजिया, रजनीकांत शुक्ल, सुनील दत्त पांडे, आदेश त्यागी, बृजेंद्र हर्ष, गुलशन नैय्यर, संजय आर्य, इंडिया टीवी के स्टेट हेड संजय श्रीवास्तव, पूर्व अध्यक्ष अमित शर्मा, महासचिव डा.प्रदीप जोशी ने भी विचार रखे।
इस अवसर पर मनोज खन्ना, संजीव शर्मा, रतनमणि डोभाल, कौशल सिखोला, विक्रम छाछर, अहसान अंसारी, कृष्णकांत त्रिपाठी, दीपक नौटियाल, सुनील पाल, अविक्षित रमन, राव रियासत पुंडीर, संदीप शर्मा, संदीप रावत, विकास झा, श्रवण झा, रोहित सिखौला, कुलभूषण शर्मा, शैलेंद्र ठाकुर, राधिका नागरथ, कुमकुम शर्मा, हिमांशु द्विवेदी, सुभाष कपिल, महेश पारिख, मयूर सैनी, संजय रावल, अमित गुप्ता, शिवा अग्रवाल, नरेश गुप्ता, वैभव भाटिया, अमरीश, राजकुमार, जहांगीर मलिक, हरीश, पूर्व सभासद हेमा मिश्रा, भाजपा नेता डा.विशाल गर्ग, पार्षद भूपेंद्र कुमार, सपनाश्री, ओमपाल राठीसहित बड़ी संख्या में पत्रकार व अतिथी मौजूद रहे।
हरिद्वार कुंभ-2027 की तैयारियों को लेकर एक्शन में मुख्य सचिव आनंद वर्धन
हरिद्वार(कुलभूषण), आगामी कुंभ मेला 2027 की तैयारी नव नियुक्त मुख्य सचिव आनंद वर्धन, हरिद्वार ने आगामी कुंभ-2027 के मेले को लेकर मेला अधिकारी कर्मेन्द्र सिंह से मायापुर स्थित कैंप कार्यालय में विचार विमर्श किया।
उन्होंने जिलाधिकारी एंव जनपदीय अधिकारीयों से आगामी कुंभ-2027 की तैयारियों के सम्बंध में निर्देश दिए कि शासन स्तर पर भी आगामी सात-आठ दिन में बैठक की जाएगी जिसमें कुंभ- 2027 में सरकार द्वारा सुचारू व्यवस्था की जाएगी, साधु संतों और महात्माओं को साथ में लेकर और उनके मार्गदर्शन से उनके आशीर्वाद से उनसे विचार विमर्श कर आगे की कार्यवाही अमल में लाई जाएगी। आगामी कुंभ-2027 को लेकर हमारी योजनाएं गतिशील है जो भी योजनाएं बनेगी वह हरिद्वार शहर कुंभ नगरी के लिए अच्छी होगी।
चार धाम यात्रा को लेकर अवगत कराया कि राज्य सरकार की व्यवस्थाएं सुचारू रूप से सम्पन्न करने की तैयारी शुरू हो चुकी है स्थानीय जिला प्रशासन के स्तर पर भी और शासन के स्तर पर भी जहां-जहां जो आवश्यकता है वह पूरी की जा रही है, चाहे बजट की हो या कार्यों की हो इसके लिए रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया भी चालू हो चुकी हैं राज्य धारकों के साथ भी विचार विमर्श शुरू हो चुका है और जिला स्तर के अधिकारियों द्वारा मौकों पर निरीक्षण किया जा रहा है चारों धाम पर जहां-जहां उनके यात्रा मार्ग पर जो आवश्यकता होगी वो पूरी किए जाने की कोशिश की जाएगी।
चार धाम यात्रा के अगामी दिनों अधिक से अधिक दर्शनार्थी पहुँते हैं अतः हम सभी राज्यों से व प्रमुख व्यक्तियों और अति विशिष्ट व्यक्तियों से अनुरोध करते हैं कि इस दौरान यात्रा न करंे, लगातार श्रद्धालुओं की संख्या बड़ रही है राज्य सरकार द्वारा समुचित व्यवस्थाएं की जाएगी जिससे चार घाम यात्रा सकुशल सम्पन्न हो सके।
इसके पश्चात जुना अखाड़ा स्थित श्री माया देवी मंदिर, कनखल स्थित दक्ष प्रजापति मंदिर के बाद गंगा आरती में प्रतिभाग किया।
इस दौरान जिलाधिकारी कर्मेंन्द्र सिंह, एसएसपी प्रमेंद्र सिंह डोभाल, मुख्य विकास अधिकारी आकांक्षा कोण्डे, एचआरडीए उपाध्याय अंशुल सिंह, मुख्य नगर आयुक्त नंदन सिंह, एचआरडीए सचिव मनीष कुमार सिंह, सिटी मजिस्ट्रेट कुश्म चौहान, डिप्टी कलेक्ट्रेट लक्ष्मी राज चौहान, एसपी सिटी पंकज गैरोला, उप जिलाधिकारी अजयवीर सिंह आदि उपस्थित थे।
शिविर में बच्चों के दांतों की जांच कर सही देखभाल की जानकारी दी
देहरादून: हिमडेंट फाउंडेशन द्वारा स्माइलिंग स्कूल कार्यक्रम के तहत आसरा ट्रस्ट, आराघर में निःशुल्क दंत चिकित्सा शिविर आयोजित किया गया। इस दौरान डॉ. आदित्य वोहरा एवं उनकी टीम की ओर से बच्चों को दांतों के स्वास्थ्य के बारे में जागरूक किया गया तथा उनकी जांच व उपचार किया गया।
शिविर के दौरान 8 बच्चों के 20 पक्के दांतों में पक्की भराई की गई। बच्चों को सही ब्रश करने की तकनीक, दांतों की सफाई का महत्व और स्वस्थ दंत आदतों के बारे में भी जानकारी दी गई।
इस अवसर पर आसरा ट्रस्ट के मेडिकल हैड श्री ध्रुव जी तथा वार्डन श्री हेम कुमार जी सहित अन्य गणमान्य लोग उपस्थित रहे। हिमडेंट फाउंडेशन की टीम ने बच्चों को निःशुल्क दंत परामर्श और उपचार देकर उनके स्वस्थ भविष्य की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाया।
आज से बदल जाएंगे इनकम टैक्स के कई नियम, 12 लाख रुपये तक की रकम होगी टैक्स फ्री
नई दिल्ली, । नया वित्त वर्ष आज से शुरू हो रहा है. इसके साथ ही इनकम टैक्स से जुड़े कई नियम बदलने जा रहे हैं. आम बजट 2025 में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कई अहम घोषणाएं कीं, जो 1 अप्रैल से लागू हो रही हैं, जिसका सीधा असर नौकरीपेशा लोगों की जेब पर पड़ेगा. इन नए नियमों में आयकर में अधिक छूट और टीडीएस नियमों में बदलाव शामिल हैं.
बजट में वित्त मंत्री द्वारा घोषित नई कर व्यवस्था के तहत आयकर में बढ़ी हुई छूट 1 अप्रैल से लागू हो रही है. अब 12 लाख रुपये तक की सालाना आय वाले लोग आयकर छूट के दायरे में आएंगे. पहले यह आंकड़ा 7 लाख रुपये था.
इसके अलावा अगर वेतनभोगियों को दी जाने वाली 75,000 रुपये की मानक कटौती को जोड़ दिया जाए तो आयकर छूट बढक़र 12.75 लाख रुपये हो जाती है. हालांकि आयकर छूट में पूंजीगत लाभ को शामिल नहीं किया गया है. इस पर अलग से टैक्स लगेगा.
सरकार ने नई कर व्यवस्था के तहत नए टैक्स स्लैब भी पेश किए हैं, जबकि पुरानी कर व्यवस्था में कोई बदलाव नहीं किया गया है. अब नई कर व्यवस्था के तहत 4 लाख रुपये तक की आय कर मुक्त होगी, जबकि 4 लाख रुपये से 8 लाख रुपये तक की आय पर 5 फीसदी टैक्स लगेगा. जैसे-जैसे आय बढ़ेगी, कर की दरें धीरे-धीरे बढ़ेंगी और 24 लाख रुपये से अधिक की आय पर यह 30 फीसदी तक पहुंच जाएगी.
केंद्र सरकार ने बजट में धारा 87ए के तहत कर छूट को 25,000 रुपये से बढ़ाकर 60,000 रुपये कर दिया है, जिससे नई कर व्यवस्था में 12 लाख रुपये तक की आय कर-मुक्त हो जाएगी.
बैंक जमा पर मिलने वाले ब्याज पर टीडीएस कटौती की सीमा 40,000 रुपये से बढ़ाकर 50,000 रुपये कर दी गई है. इसका मतलब है कि अब बैंक जमा पर मिलने वाली 50,000 रुपये तक की राशि पर कोई टीडीएस नहीं काटा जाएगा.
भारत शिक्षा लोक परिषद, एकल शिक्षा अभियान के अन्तर्गत उत्तराखंड के सूदूर गाँवो मे कर रहा उत्कृष्ट कार्य- विदुषी निशंक
देहरादून, दस दिवसीय प्रशिक्षण वर्ग जो कि चकराता के माख्टी पोखरी गांव के सरस्वती शिशु मंदिर एकल अभियान के आचार्य प्राथमिक प्रशिक्षण के तहत विगत दस दिवसों से चल रहा था, उसके समापन समारोह मे मुख्य अतिथी विदुषी निशंक, अधिवक्ता, अध्यक्ष सनराइज एकेडमी, निदेशक स्पर्श हिमालय फाउंडेशन व अध्यक्ष कुसुम कांता फाउंडेशन ने कहा कि भारत लोक शिक्षा परिषद देशभर मे सुदूर ग्रामीण क्षेत्र की महिलाओं को शिक्षा के लिए प्रशिक्षित कर बहुत अच्छा कार्य कर रहा है, हमारे देश की सनातन संस्कृति पर हमे गर्व होना चाहिए और मुझे प्रसन्नता है कि इस अभियान के तहत सनातन संस्कृति के साथ वैज्ञानिक चेतना पर भी कार्य हो रहा जो निश्चित ही हमारे देश को विश्वगुरु बनाने की ओर ले जाएगा. इस कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि अमित पोखरियाल, प्रबन्धक जनसम्पर्क, यूकॉस्ट ने राज्य विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी परिषद के कार्यकलापों की विस्तृत जानकारी उपलब्ध करायी साथ ही समाज मे विज्ञान आधारित सोच की महत्वता के बारे मे बताया.
पूजा पोखरियाल, प्रबन्ध निदेशक सनराइज एकेडमी व सचिव, मंथन वेलफेयर सोसाइटी ने समाज मे आगे बढ़ने के लिए शिक्षा कितनी महत्वपूर्ण है इसके बारे मे बताया.
दस दिवसीय प्रशिक्षण मे संच चकराता, सहिया, और कोटि कनासर के 30 महिला आचार्यों ने भाग लिया है इस केंद्रों को चलाने के लिए हर गांव से एक एक पढ़ी लिखी महिला रखी जाती है जो की उन बच्चो को संस्कार के साथ बौद्धिक ज्ञान और शारीरिक ज्ञान भी देती है .
एकल अभियान के संच प्रभारी श्री कुन्दन सिंह चौहान जी ने बताया है की एकल अभियान उन बच्चो को बेसिक शिक्षा,शारीरिक शिक्षा और बौद्धिक शिक्षा देते है जिनके माता पिता अपने बच्चों की अच्छे स्कूलों में शिक्षा नही दे सकते है जिसके कारण वह बच्चे आगे नही बढ़ पाते है और एकल अभियान उन्ही बच्चो को आगे बढ़ाने का कार्य करते है।इसके साथ एकल अभियान गांव में रहने वाले किसानों को जैविक खेती,जागरण शिक्षा,स्वास्थ्य शिक्षा और ग्रामोथान शिक्षा के बारे में भी जानकारी देते क्योंकि पहाड़ी क्षेत्रों में शिक्षा का अभाव को देखते हुए एकल अभियान ने पूरे देश में एक लाख से ज्यादा गांवों में संस्कार केंद्र संचालित कर रहा है जिससे की बच्चो को को शिक्षा के साथ संस्कार भी मिलते रहे. समापन समारोह मे सत्यवीर सिंह चौहान प्रवक्ता,श्री रणवीर सिंह चौहान पूर्व प्रधान,और कार्यक्रम अध्यक्ष अमर सिंह चौहान.
इस वर्ग में एकल अभियान के कार्यकर्ता भी उपस्थित रहे जिनके नाम इस प्रकार से है विशन सिंह अभियान प्रमुख ,,महावीर सिंह शारीरिक प्रमुख और पिंकी शर्मा जी संच प्रमुख अंचल अट्टाल आदि उपस्थित थे.
पुलिस महानिदेशक ने की राज्यपाल से भेंट
देहरादून(आरएनएस)। राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (से नि) से मंगलवार को राजभवन में पुलिस महानिदेशक श्री दीपम सेठ ने भेंट की। इस दौरान कई महत्वपूर्ण विषयों पर चर्चा हुई, जिनमें पुलिस प्रशिक्षण, नशामुक्ति अभियान, लोकल उत्पादों को बढ़ावा देने और चारधाम यात्रा की तैयारियों सहित अन्य विषय शामिल रहे।
राज्यपाल ने पुलिस महानिदेशक को पुलिस ट्रेनिंग कॉलेज (पीटीसी) नरेंद्र नगर को उच्चीकृत किए जाने के निर्देश देते हुए इसे हिमालयी राज्यों के लिए सेंटर ऑफ एक्सीलेंस के रूप में विकसित किए जाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि इसमें आपदा प्रबंधन, साइबर क्राइम, भीड़ प्रबंधन जैसी पुलिस संबंधी चुनौतियों से निपटने के लिए विशेष प्रशिक्षण कार्यक्रम भी संचालित किए जाएं। उन्होंने इसके लिए विशेष कार्ययोजना तैयार किए जाने के निर्देश दिए।
राज्यपाल ने पुलिस विभाग द्वारा राज्य में नशे के विरुद्ध चलाए जा रहे जन-जागरूकता अभियान को व्यापक स्तर पर संचालित किए जाने की बात भी कही। उन्होंने कहा कि इस अभियान में विश्वविद्यालयों, कॉलेजों, स्कूलों, छात्रों, अभिभावकों, शिक्षाविदों, मनोवैज्ञानिकों, डॉक्टरों और रिहैब सेंटरों सहित सभी हितधारकों को भी सम्मिलित किया जाए, ताकि नशे के दुष्प्रभावों के प्रति समाज को जागरूक किया जा सके। उन्होंने प्रदेश की सभी पुलिस कैंटीनों में सहकारी समितियों के सहयोग से स्थानीय उत्पादों, विशेषकर वाइब्रेंट विलेज के उत्पादों को प्राथमिकता दिए जाने की बात कही। उन्होंने कहा कि इससे स्थानीय अर्थव्यवस्था को भी सशक्त बनाया जा सकेगा।
राज्यपाल ने उत्तराखण्ड पुलिस द्वारा गुमशुदा बच्चों, महिलाओं और पुरुषों की तलाश के लिए चलाए जा रहे ‘ऑपरेशन स्माइल‘ की सराहना की। उन्होंने इस अभियान में कार्यरत पुलिस टीम से संवाद करने के लिए राजभवन, देहरादून में एक विशेष कार्यक्रम आयोजित किए जाने की बात भी कही।
इस अवसर पर पुलिस महानिदेशक ने राज्यपाल को चारधाम यात्रा की तैयारियों और सुरक्षा व्यवस्था के बारे में विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने पुलिस द्वारा की जा रही व्यवस्थाओं पर चर्चा करते हुए यात्रा को सुरक्षित और सुगम बनाने के लिए उठाए गए कदमों की जानकारी भी दी।
मुख्यमंत्री ने की वन एवं ऊर्जा विभाग की गेम चेंजर योजनाओं की समीक्षा
– वनों के संरक्षण के साथ वन सम्पदाओं से राजस्व वृद्धि के लिए और प्रभावी प्रयास किये जाएं
– राज्य में ऊर्जा उत्पादन बढ़ाने की दिशा में तेजी से किये जांए कार्य
-वन विभाग के गेस्ट हाउस के आधुनिकीकरण पर दिया जाए विशेष ध्यान-मुख्यमंत्री
देहरादून(आरएनएस)। वनों के संरक्षण के साथ वन सम्पदाओं से राजस्व वृद्धि के लिए और प्रभावी प्रयास किये जाएं। वन विभाग के गेस्ट हाउस के आधुनिकीकरण पर विशेष ध्यान दिया जाए। जड़ी-बूटियों, कृषिकरण तथा विपणन के क्षेत्र में कार्य के लिए और अधिक संभवनाएं तलाशी जाए। मानव वन्यजीव संघर्ष को कम करने के लिए कारगर उपाय किए जाएं। वनाग्नि प्रबंधन, जैव विविधता संरक्षण एवं ईको -टूरिज्म पर विशेष ध्यान दिया जाए। ये निर्देश मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने मंगलवार को सचिवालय में वन विभाग की गेम चेंजर योजनाओं की समीक्षा के दौरान अधिकारियों को दिये।
मुख्यमंत्री ने कहा कि वन सम्पदाओं का बेहतर उपयोग के साथ ही प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रोजागार को बढ़ावा दिया जाए। ग्रीष्मकाल के दृष्टिगत वनाग्नि की रोकथाम के लिए प्रभावी कार्ययोजना के साथ रणनीति बनाई जाए, ताकि वनाग्नि से होने वाले नुकसान से बचा जा सके। यह सुनिश्चित किया जाए कि ऐसे प्रयास केवल कागजों तक सीमित न रहे, धरातल पर दिखाई दें। मानव वन्यजीव संघर्ष की घटनाओं को रोकने के लिए अन्य राज्यों की बेस्ट प्रैक्टिस का अध्ययन किया जाए और राज्य में इसके लिए बेहतर कार्य योजना बनाई जाए।
बैठक में जानकारी दी गई कि इको टूरिज्म के अंतर्गत इको कैंपिंग इन्फ्रास्ट्रक्चर का विकास, पुराने फॉरेस्ट रेस्ट हाउस के रिस्टोर, स्थानीय युवाओं को विभिन्न गतिविधियों जैसे नेचर गाइड का प्रशिक्षण और क्षमता विकास कार्यक्रमों पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। इको टूरिज्म के लिए समर्पित एक वेबसाइट बनाई जाएगी। अभी तक विभिन्न क्षेत्रों में संचालित इको टूरिज्म क्षेत्र से स्थानीय युवाओं को लगभग रुपए 5 करोड़, जिप्सी संचालन से 17 करोड़ और स्वयं सहायता समूह को 30 लाख की आय सृजित हुई है।
ऊर्जा विभाग की समीक्षा के दौरान भी मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए कि राज्य में ऊर्जा उत्पादन बढ़ाने की दिशा में तेजी से कार्य किये जाएं। लघु जल विद्युत परियोजनाओं पर विशेष ध्यान दिया जाए। उन्होंने कहा कि उत्तराखण्ड राज्य की मुख्य अवधारणा में ऊर्जा और पर्यटन प्रदेश था। पर्यटन के क्षेत्र में राज्य में तेजी से कार्य हो रहे हैं, लेकिन ऊर्जा के क्षेत्र में अनेक संभावनाओं पर कार्य करने की जरूरत है।
उन्होंने कहा कि ऊर्जा के क्षेत्र में राज्य की क्षमताओं के हिसाब से कार्य करने की जरूरत है। शहरी क्षेत्रों में पावर लाइन के अंडरग्राउडिंग का कार्य वर्षाकाल शुरू होने से पहले पूर्ण किया जाए। सरकारी भवनों में सोलर रूफ टॉप से आच्छादित करने का कार्य जल्द पूर्ण किया जाए। यूजेवीएनएल, यूपीसीएल की जो परिसम्पतियां उपयोग में नहीं हैं, उनको उपयोग में लाने के लिए प्रभावी कार्य योजना बनाई जाए। नवीकरणीय ऊर्जा संवर्धन योजना, विद्युत वितरण सुधार योजना और स्मार्ट मीटर की योजनाओं में तेजी लाने के निर्देश मुख्यमंत्री ने दिये।
बैठक में जानकारी दी गई कि 2023 में संशोधित जल विद्युत नीति के अनुसार वन टाइम एमनेस्टी के तहत कुल 160.80 मेगावाट के 8 प्रॉजेक्ट को मंजूरी दी गई हैं। ये प्रॉजेक्ट 2030 तक 1790 करोड़ की लागत से पूरे होंगे। इसके साथ ही 121 मेगावाट के 6 प्रोजेक्ट्स को मंजूरी मिली है। इस नीति से क्षेत्र का सामाजिक आर्थिक विकास होगा। यूजीवीएनएल 2028 से 03 पंप स्टोरेज का कार्य शुरू कर 2031 में पूरा करेगा। लगभग 5660 करोड़ की लागत इन तीनों पंप स्टोरेज में इच्छारी , लखवार-व्यासी और व्यासी-कटापत्थर प्रोजेक्ट शामिल हैं।
बैठक में वन मंत्री श्री सुबोध उनियाल, अवस्थापना अनुश्रवण परिषद के उपाध्यक्ष श्री विश्वास डाबर, मुख्य सचिव श्री आनन्द बर्द्धन, प्रमुख सचिव श्री आर.के सुधांशु, श्री आर.मीनाक्षी सुंदरम, प्रमुख वन संरक्षक डॉ. धनंजय मोहन, अपर सचिव श्रीमती रंजना राजगुरु, उत्तराखण्ड जल विद्युत निगम के प्रबंध निदेशक श्री संदीप सिंघल, यूपीसीएल के प्रबंध निदेशक श्री अनिल कुमार, पिटकुल के प्रबंध निदेशक श्री पी.सी.ध्यानी और संबंधित अधिकारी उपस्थित थे।
डीएम के निर्देशों पर सीडीओ ने की स्कूलों में फीस स्ट्रक्चर की समीक्षा
देहरादून(आरएनएस)। जिले में निजी स्कूलों द्वारा मनमानी फीस बढ़ाने की शिकायतों को लेकर जिलाधिकारी सविन बंसल के निर्देशों पर मंगलवार को मुख्य विकास अधिकारी अभिनव शाह ने विभिन्न निजी स्कूल संचालकों के साथ वार्ता की। इस दौरान निजी विद्यालयों के विगत पांच वर्षों के फीस स्टक्चर की जांच की गई। मुख्य विकास अधिकारी ने निजी स्कूल संचालकों को सख्त हिदायत दी कि स्कूल फीस के लिए आरटीई एक्ट और प्रोविजन के अनुसार ही काम करना सुनिश्चित करें। अभिभावक और बच्चों को किसी एक निश्चित दुकान से किताबें और ड्रेस खरीदने के लिए भी बाध्य न किया जाए।
मुख्य विकास अधिकारी ने निजी स्कूल संचालकों को जानकारी देते हुए बताया कि एक्ट के अनुसार विद्यालय तीन वर्ष में अधिकतम 10 प्रतिशत से अधिक फीस नही बढ़ा सकते। स्कूल प्रशासन के व्यय निकालने के बाद स्कूल की कुल जमा 20 प्रतिशत से अधिक नही होनी चाहिए। शिक्षा विभाग के संज्ञान में लाए बिना कोई भी निजी स्कूल अपनी मनमानी से फीस नही बढ़ा सकते है और यदि 10 प्रतिशत तक फीस बढ़ानी आवश्यक हो तो स्कूल को इसके औचित्यपूर्ण कारण भी शिक्षा विभाग को बताने होंगे। मुख्य विकास अधिकारी ने शिक्षा विभाग के अधिकारियों को निजी स्कूल संचालकों के साथ नियमों की जानकारी साझा करने के निर्देश भी दिए। निजी स्कूल संचालकों को हिदायत दी कि इसके बावजूद भी कही से मनमानी फीस बढ़ाने की शिकायत मिली तो स्कूल के विरूद्व कड़ी कार्रवाई अमल में लाई जाएगी। इसके अलावा सभी निजी स्कूल संचालकों को राज्य सरकार के नियमों और एनसीईआरटी की किताबों को लगाने सहित कई बिन्दुओं पर निर्देश दिए गए।
बैठक में निजी विद्यालयों में फीस बढ़ोत्तरी की गहन समीक्षा की गई। कई निजी प्रतिष्ठित स्कूलों स्कूलों मनमानी फीस बढ़ाए जाने की शिकायत सही मिलने पर स्कूल संचालकों को फीस स्ट्रक्चर संशोधित करने हेतु सख्त निर्देश दिए गए। जिसमें एनएन मैरी को फीस स्ट्रक्चर ठीक करने की हिदायत दी गई। वही जांच में ज्ञानंदा स्कूल एवं सेंट जोसेएफ स्कूल की फीस स्टक्चर में सही पाए गए। समरवैली एवं अन्य निजी स्कूलों की अगले दिन बुधवार को समीक्षा की जाएगी। बैठक में उप जिलाधिकारी हरिगिरी, मुख्य शिक्षा अधिकारी वीके ढौडियाल एवं खंड शिक्षा अधिकारी हेमलता गौड़ सहित निजी स्कूल एन मेरी के प्रधानाचार्य व प्रबन्धक,ज्ञानंदा के समन्वयक सेंड जोजफ के प्रतिनिधि, संचालक मौजूद थे।
मुख्य सचिव आनन्द बर्द्धन ने विभागों को बजट प्रावधान के अनुरूप राजस्व बढ़ाने के निर्देश दिए
– विभाग वित्तीय वर्ष के प्रस्ताव एवं वार्षिक कार्ययोजना करें तैयार: सीएस
– मा0 मंत्रिमण्डल के प्रस्ताव ससमय भेजे जाएं
– चारधाम यात्रा की समस्त व्यवस्थाओं हेतु अलग-अलग सचिवों का भ्रमण एवं निरीक्षण कार्यक्रम तय
देहरादून(आरएनएस)। नवनियुक्त मुख्य सचिव आनन्द बर्द्धन ने कार्यभार ग्रहण करने के बाद आज सचिवालय में आयोजित अपनी पहली सचिव समिति की बैठक में सभी विभागों को बजट प्रावधान के अनुरूप राजस्व बढ़ाने के निर्देश दिए हैं। इसके साथ ही सीएस ने पूंजीगत मद पर व्यय बढ़ाने के लिए प्रयास के साथ विभागों को अपनी वार्षिक कार्य योजना पहले से ही तैयार करने तथा प्रत्येक माह का लक्ष्य निर्धारित करने के निर्देश दिए हैं। सभी विभागों से अपेक्षा की गई है कि वार्षिक कार्ययोजना में भौतिक एवं वित्तीय, आउटकम एवं आउटपुट सम्बन्धित सूचनाएं समाहित करें। आज की बैठक में मुख्य सचिव ने वित्तीय वर्ष 2024-25 के आय-व्यय, लक्ष्यों की प्राप्ति की स्थिति की समीक्षा की। उन्होंने विभागों को स्पष्ट निर्देश दिए हैं कि विभाग आगामी वित्तीय वर्ष के प्रस्ताव पहले से तैयार रखे। उनके द्वारा विभिन्न परियोजनाओं एवं योजनाओं के अन्तर्गत स्वीकृत किये जाने वाले अवस्थापना विकास से सम्बन्धित परियोजनाओं का चिन्हांकन कर परियोजनाओं की सूची तैयार करने के भी निर्देश दिए गए हैं।
व्यय वित्त समिति (ईएफसी) गति शक्ति पोर्टल के माध्यम से किये जाने की हिदायत देते हुए मुख्य सचिव आनन्द बर्द्धन ने विभागों अपने प्रस्ताव गति शक्ति पोर्टल पर निरन्तर अपडेट करने के कड़े निर्देश दिए हैं। मुख्य सचिव के निर्देश पर परियोजनाओं के गठन से लेकर उसके कार्यान्वयन तक सभी गतिविधियाँ गतिशक्ति पोर्टल के माध्यम से किये जाएगें। मुख्य सचिव ने सम्बन्धित अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि प्रस्ताव मा0 मंत्रिमंडल में प्रस्तुत करने से पूर्व पूरी तरह से तैयार करने के साथ ही ससमय भेजे जाए। इसके साथ ही सीएस ने निर्देश दिए हैं कि लैण्ड बैंक ससमय तैयार रखा जाए ताकि प्रस्तावों पर अविलंब कार्य प्रारम्भ किया जा सके।
चारधाम यात्रा मार्ग की पुख्ता व्यवस्थाओं को लेकर मुख्य सचिव आनन्द बर्द्धन ने सचिव स्तर के अधिकारियों की जिम्मेदारी तय करते हुए निर्देश दिए हैं कि आगामी यात्रा सीजन के दृष्टिगत सभी विभागों को अभी से अपनी तैयारियां समयबद्धता से पूरी करनी हैं। उन्होंने यात्रा मार्ग पर सभी जरूरतों का अभी से आंकलन करते हुए सभी व्यवस्थाएं यात्रा आरम्भ से पहले दुरूस्त करने के निर्देश दिए हैं। सचिव युगल किशोर पंत को देहरादून से केदारनाथ, सचिव डा0 आर राजेश कुमार को बद्रीनाथ यात्रा मार्ग, सचिव डॉ बी वी आर सी पुरुषोत्तम को गंगोत्री धाम तथा डॉ नीरज खैरवाल को यमुनोत्री धाम की जिम्मेदारी दी गई है। बैठक में सभी प्रमुख सचिव एवं सचिव मौजूद रहे।