Wednesday, April 30, 2025
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पांच दिवसीय ग्रीष्म कला उत्सव का समापन : अंतिम दिन नगीन तनवीर के सुरों से महक उठी शास्त्रीय संगीत की महफिल

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देहरादून(एल मोहन लखेड़ा), दून पुस्तकालय एवं शोध केंद्र’ की ओर से आयोजित पांच दिवसीय ‘ग्रीष्म कला उत्सव’ के समापन का दिन लोक गीत व शास्त्रीय संगीत के नाम रहा। साहित्य, कला गीत-संगीत और सिनेमाई कला के विविध पक्षों पर केन्द्रित इस आयोजन की श्रृंखला के तहत आज के प्रातःकालीन में सत्र कहानी वाचन और अभिनय का प्रस्तुतिकरण किया गया। इस सत्र में युवा रंगकर्मी सिद्धांत अरोड़ा व उनके साथियों ने हबीब तनवीर के नाटक चरणदास चोर का परिचय दिया और उस कहानी से उद्धरित प्रमुख अंशो वाचन किया। कहानी के इन अंशों में नाटकीय प्रभाव का समावेश बहुत शानदार ढंग से किया गया।
चरणदास चोर यह नाटक सत्य के लिए मनुष्य को अडिग रहने का संदेश देता है। सुपरिचित पटकथा लेखक नाट्य निर्देशक हबीब तनवीर ने इस नाटक का लेखन किया है। चरणदास चोर एक ऐसे चोर की कहानी है जो आदतन चोर है। सोने की प्लेट चोरी करने से नाटक की कहानी शुरू होती है। चरनदास किसी गांव से सोने की थाली चोरी करके फरार हुआ है । पुलिस से बचने के लिए या यूं चरणदास एक गुरुजी के आश्रम में प्रवेश कर उनका शिष्य बनने की इच्छा प्रकट करता है। गुरुजी मान जाते हैं, और शर्त लेते हैं कि चरणदास हमेशा सच बोलने का प्रण लेगा। एक बात गुरु जी की भी माननी पड़ेगी कि तुम्हें झूठ बोलना छोड़ना होगा। पहले तो चरनदास इस प्रण के लिए ना-नुकुर करने लगता है, पर पुलिस से बचने के चक्कर मे यह प्रण कर लेता है कि मैं कभी झूठ नही बोलूंगा। चरनदास के इन्हीं वचनों पर नाटक के कथानक का ताना-बाना बुना गया मरते दम तक चरनदास अपने वचनों के पालन में खरा उतर जाता है।
वहीं दूसरी ओर सांध्यकालीन सत्र संगीत कार्यक्रम पर केन्द्रित रहा। इसमें छत्तीसगढ़ी लोक गीत एवं सुगम शास्त्रीय संगीत की बेहतरीन प्रस्तुतियां सुपरिचित कलाकार नगीन तनवीर ने दी। उन्होनें छत्तीसगढ़ी लोक संगीत की एक से बढ़कर एक प्रस्तुति देकर उपस्थित संगीत प्रेमियों की वाहवाही बटोर ली। उन्होंने छत्तीसगढ़ी लोक संगीत की प्रस्तुति के बाद उन्होनें सुगम शास्त्रीय संगीत की सुर प्रस्तुतियों से संगीत की महफिल को यादगार बनाकर उसे महका दिया।
उल्लेखनीय है कि नगीन तनवीर सुपरिचित पटकथा लेखक नाट्य निर्देशक व कवि हबीब तनवीर की बेटी हैं। नगीन तनवीर का दिल और आत्मा हमेशा महत्वपूर्ण, संगीत के साथ जुड़े रहे हैं। उन्होंने शास्त्रीय और हल्के शास्त्रीय संगीत का प्रशिक्षण लिया है और यह दुर्लभ और मूल्यवान है। छत्तीसगढ़ी लोक संगीत का भंडार जिसे वह संगीत समारोहों में प्रस्तुत करती है। जब उनके पिता ने एक बार उनसे पूछा था कि क्या वह एक नाटक का निर्देशन करना चाहेंगी, तो उन्होंने मना कर दिया था। हालाँकि, उनकी मृत्यु के बाद उन्होंने नया थिएटर की कमान संभाली है।

कार्यक्रम के आरम्भ में दून पुस्तकालय के अध्यक्ष प्रो. बी. के. जोशी ने मंचासीन अतिथियों और सभागार में उपस्थित लोगों का स्वागत किया। कार्यक्रम में दीपक नागलिया, विजय भट्ट, हिमांशु आहूजा, कल्याण बुटोला,इरा चौहान अरुण कुमार, देहरादून के अनेक संगीत प्रेमी, साहित्यकार, बुद्धजीवी, पत्रकार, साहित्य प्रेमी और पुस्तकालय के पाठकगण उपस्थित रहे।

सरकारी बैंक में जॉब करने के चाहवानों के लिए गूड न्यूज , 12 हजार कर्मचारियों की भर्ती करेगा एसबीआई

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नई दिल्ली  ।  भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) 12 हजार कर्मचारियों की भर्ती करने वाली है जिन्हें आईटी सहित विभिन्न भूमिकाओं के लिए प्रशिक्षित किया जाएगा। बैंक के चेयरमैन दिनेश खारा ने गुरुवार को यह जानकारी दी।
देश के सबसे बड़े बैंक में वित्त वर्ष 2023-24 की समाप्ति पर 2,32,296 कर्मचारी थे जो वित्त वर्ष 2022-23 के 2,35,858 कर्मचारियों की तुलना में कम है। खारा ने आज बैंक के वित्तीय परिणामों की घोषणा के मौके पर कहा, करीब 11-12 हजार कर्मचारियों को रखने की प्रक्रिया चल रही है। ये आम कर्मचारी हैं, लेकिन हमारे पास ऐसा सिस्टम है जिसमें एसोसिएट स्तर और अधिकारी स्तर में करीब 85 प्रतिशत इंजीनियर हैं।
वित्त वर्ष 2023-24 की चौथी तिमाही में बैंक का शुद्ध लाभ 24 प्रतिशत बढक़र 20,698 करोड़ रुपये पर पहुंच गया। उन्होंने कहा कि नये भर्ती किये गये लोगों को बैंकिंग की समझ विकसित करने के लिए अवसर किया जायेगा और इसके बाद बैंक उन्हें एसोसिएट की विभिन्न भूमिकाओं में नियुक्त करेगा। उनमें से कुछ को आईटी में भी रखा जायेगा।
बैंक ने वित्त वर्ष 2023-24 के लिए प्रत्येक इक्विटी शेयर पर 13.70 रुपये के लाभांश की घोषणा की है। उसने बताया कि 31 मार्च 2024 को उसका शुद्ध एनपीए एक साल पहले के 0.67 प्रतिशत से घटकर 0.57 प्रतिशत पर आ गया। चौथी तिमाही में कंपनी का राजस्व एक साल पहले के 1.06 लाख करोड़ रुपये से बढक़र 1.28 लाख करोड़ रुपये पर पहुंच गया।

दून में फर्जी कॉल सेंटर का भंडाफोड़, दो गिरफ्तार

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देहरादून(आरएनएस)। पुलिस ने पटेलनगर क्षेत्र में शनिवार को एक फर्जी कॉल सेंटर का भंडाफोड़ करते हुए युवती समेत दो लोगों को गिरफ्तार किया है। यहां काम कर रहे 15 युवक-युवतियों को भी नोटिस जारी किए गए हैं। कॉल सेंटर से विदेशों में कॉल कर लोगों से लैपटॉप, कंप्यूटर ठीक करने के नाम पर धोखधड़ी की जाती थी। एसएसपी अजय सिंह ने बताया कि उन्हें पटेलनगर में महंत इंद्रेश अस्पताल के पास रिद्धिम टॉवर में अवैध इंटरनेशनल कॉल सेंटर के संचालन की सूचना मिली थी। इसपर सीओ सदर के नेतृत्व में एसओजी की एक टीम गठित की गई। टीम ने शनिवार को कॉल सेंटर में दबिश दी। यहां प्रथम तल पर बड़े हॉल में कुछ युवक, युवतियां लैपटॉप और कम्पयूटर के सामने बैठकर हैडफोन लगाकर कॉल पर बात कर रहे थे। जो स्वंय को माइक्रोसॉफ्ट ऑनलाइन सपोर्ट कंपनी का प्रतिनिधि बताकर लोगों से उनके कम्पयूटर सिस्टम से वायरस/ बग हटाकर उनके बैंक खातों की जानकारी मांग रहे थे। पुलिस के पूछताछ करने पर उन्होंने बताया कि वो विवेक निवासी ग्राम अगरोहा, हिसार, हरियाणा और निकिता निवासी सोनादा दार्जलिंग, पश्चिम बंगाल के लिए काम करते हैं। पुलिस ने विवेक और निकिता को गिरफ्तार कर लिया है। वहीं, 15 युवक-युवतियों को 41 सीआरपीसी के नोटिस जारी किए गए हैं।
ऐसे करते थे ठगी:  कॉल सेंटर के कर्मचारी अपना नाम बदलकर स्वयं को माइक्रोसॉफ्ट का प्रतिनिधि बताकर विदेशी कॉल आने पर लोगों से बात करते थे। आरोपी खुद ही उनके सिस्टम में बग या वायरस भेजते थे और बाद में उसे ही ठीक करने के नाम पर अल्ट्रा व्यूवर का प्रयोग कर सिस्टम की एक्सेस प्राप्त कर लेते थे। इसके बाद गिफ्ट कार्ड और क्रिफ्टो करेंसी में उनसे पेमेंट ली जाती थी।
धोखाधड़ी से मिलती थी अच्छी सेलरी:  कर्मचारियों ने बताया कि विवेक और निकिता द्वारा उन्हें धोखाधड़ी करने के लिए अच्छी सेलरी दी जाती थी। पुलिस ने मौके से 14 लैपटॉप, हेड फोन, सात मोबाइल फोन, ब्रॉडबैन्ड कनैक्शन से सम्बन्धित उपकरण आदि बरामद किए हैं।

महिला के घर से 90 हजार की नकदी और जेवर चोरी

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काशीपुर(आरएनएस)। बीमार देवर को लेकर भाई के घर गई एक महिला के मकान की ममटी का शीशा तोड़कर चोरों ने 90 हजार रुपये की नकदी और करीब तीन तोले सोने के जेवर चोरी कर लिए। चोरी की घटना 8 मई को हुई। कुंडा पुलिस ने केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। सूर्या चौकी क्षेत्र के ग्राम गंगापुर निवासी मीना पत्नी स्व. सुनील ने कहा है कि वह अपने देवर मनोज कुमार के साथ रहती है। देवर मनोज कुमार तबियत खराब होने के कारण 3 मई को वह अपने घर पर ताला लगाकर इलाज कराने के लिए अपने भाई संजय विज के घर आ गई। इस दौरान वह बीच-बीच में घर जाकर देखती रही। 8 मई को पड़ोस में चक्की चलाने वाले व्यक्ति ने उसके घर के अंदर खटपट की आवाजें सुनीं। उसने फोन कर उसे इस बारे में जानकारी दी। उसने घर आकर देखा तो ममटी का शीशा और मेन दरवाजा टूटा हुआ था। घर के अंदर सामान बिखरा पडा था। चोर कमरे की अलमारी में रखी 90 हजार रुपये की नकदी और सोने के जेवर आदि चोरी कर ले गए। सूचना पर पहुंचे सूर्या चौकी प्रभारी मनोज धौनी ने घटनास्थल का मौका मुआयना किया। तहरीर पर पुलिस ने केस दर्ज कर लिया है।

ग्रीष्म कला उत्सव का चौथा दिन : सत्ता संघर्ष के इतिहास को बखूबी से बयां करता है हरिसुमन बिष्ट का उपन्यास

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देहरादून, दून पुस्तकालय एवं शोध केंद्र’ की ओर से आयोजित पांच दिवसीय ‘ग्रीष्म कला उत्सव’ का चौथा दिन साहित्यिक विमर्श के नाम रहा।
सांध्यकालीन सत्र में आज प्रतिष्ठित उपन्यासकार हरिसुमन बिष्ट के उपन्यास ‘बत्तीस राग गाओ मोला’ पर सुप्रसिद्ध साहित्यकार पद्मश्री लीलाधर जगूड़ी की अध्यक्षता में शानदार बातचीत हुई। बीज वक्तव्य कवि प्रो. शैलेय ने दिया। बातचीत में मुख्य वक्ता के तौर पर आलोचक एवं शिक्षाविद प्रो. धीरेन्द्र नाथ तिवारी, वरिष्ठ कथाकार एवं शिक्षाविद प्रो. नवीन कुमार नैथानी, शिक्षाविद डा. सविता मोहन और वरिष्ठ रंगकर्मी डा. सुवर्ण रावत थे। मंच का संचालन भारती आनंद ने सफलतापूर्वक किया।
‘बत्तीस राग गाओ मोला’ लेखक हरिसुमन बिष्ट का हिंदी साहित्य में लीक से हटकर लिखा गया एक बेहतरीन उपन्यास है। यह उपन्यास अठारहवीं सदी के महान चित्रकार, गढ़वाल चित्र शैली के जनक कवि और गढ़ राज्य के मुद्राधिपति मोला राम तोमर के जीवन के एक विशेष कालखंड की एक ऐसी अवधि पर प्रकाश डालता है, जब दो भाई महराज प्रद्युम्न्न शाह और कुंवर पराक्रम शाह के बीच खूनी संघर्ष चल रहा था और इसका फायदा गोरखा सैनिक ले रहे थे। कुमाऊँ के बाद गढ़ राज्य भी गोरखाओं के अधीन हो जाता है। उपन्यास तत्कालीन इतिहास को बयां करने के साथ उस समय के सामाजिक, राजनैतिक, धार्मिक और दोनों राज्यों की बदहाल आर्थिक स्थिति का भयावह चित्र खींचता है। बावजूद इसके लेखक ने इस उपन्यास को ‘मोला राम का अधूरा किस्सा’ कहा है। उपन्यास ‘बत्तीस राग गाओ मोला’ के सन्दर्भ में हरिसुमन बिष्ट ने अपने वक्तव्य में दून पुस्तकालय एवं शोध केंद्र का आभार व्यक्त करते हुए कहा, यह एक इतिहास नहीं अपितु पूर्ण रूप से मेरा एक उपन्यास है। यह उपन्यास सत्ता के संघर्षों और उन संघर्षों के बीच उपजे पारिवारिक कलह, गोरखा सैनिकों के आतंक व लूट के सामानांतर शौकीन मिजाज के मोला राम के कवि और चित्रकार रूप को बड़ी खूबसूरती के साथ सामने रखता है।
उल्लेखनीय है कि हरिसुमन बिष्ट हिंदी साहित्य में एक प्रतिष्ठित उपन्यासकार, कथाकार के रूप में जाने जाते हैं. उनके अब तक आठ उपन्यास, आठ कहानी संग्रह,तीन यात्रावृतांत और कई नाटक प्रकाशित हुए हैं।वे कई फिल्मों की पटकथा, संवाद लिख चुके हैं। उनके उपन्यासों और कहानियों का अंग्रेजी सहित अन्य भारतीय भाषाओँ में अनुवाद हो चुका है. डाॅ. बिष्ट हिंदी पाठकों में जितने चर्चित हैं उतने ही दूसरी भाषाओं में भी पढ़े जाते हैं। उनकी रचनाओं का देश भर में मंचन हुआ है।
पहाड़ के जीवन को उन्होंने अपने उपन्यासों और कहानियों की पृष्ठभूमि में प्रमाणिकता के साथ रखा है। ‘आसमान झुक रहा है’, ‘आछरी माछरी’, ‘होना पहाड़’ और ‘अपने अरण्य की ओर’ उपन्यास उत्तराखंड के जन जीवन को लेकर हैं। दूसरी ओर ‘बसेरा’ भारतीय जीवन में भू मंडलीकरण के बाद आये सामाजिक बदलाव का जीता जागता उदाहरण है, जिसे निठारी कांड का वीभत्स रूप में देख सकते हैं। ‘भीतर कई एकांत’ भी इसी भू मंडलीकरण से उपजी विकट परिस्थियों में एक वृद्ध की मनोदशा का चित्र खींचता है जो देश की आजादी के लिए संघर्ष का गवाह भी है। हरिसुमन बिष्ट को कई राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय पुरस्कार प्राप्त हुए हैं। अपनी घुमक्कड़ वृति के लिए लेखक खूब जाने जाते हैं। साहित्य के क्षेत्र में आपको कई प्रतिष्ठित पुरस्कार प्राप्त हो चुके हैं।
कार्यक्रम में दून पुस्तकालय के प्रोग्राम एसोसिएट ने प्रारम्भ में मंचासीन अतिथियों और सभागार में उपस्थित लोगों का स्वागत किया।

कार्यक्रम में कार्यक्रम समन्वय निकोलस हॉफ़लैंड व बिजू नेगी, साहित्यकार जितेन्द्र शर्मा, दिनेश जोशी, मुकेश नौटियाल,डाॅ. नन्द किशोर हटवाल,समदर्शी बड़थ्वाल, अरुण कुमार असफल,सुन्दर सिंह बिष्ट सहित देहरादून के अनेक साहित्यकार, बुद्धजीवी, पत्रकार, साहित्य प्रेमी और पुस्तकालय के पाठकगण उपस्थित रहे।

 

व्यापारी हितों व व्यापारी एकता के लिए भारतीय व्यापार मण्डल उत्तराखंड में करेगा सुरक्षा कवच का कार्य : वैभव जैन

देहरादून, उत्तराखंड के व्यापारियों को एक मंच पर लाने के लिए भारतीय व्यापार मंडल ने प्रयास शुरू कर दिए हैं। यह व्यापारियों का एक ऐसा संगठन है जो की पूरे भारतवर्ष में कार्य कर रहा है यह संगठन व्यापारियों के हित के लिए लगभग 18 राज्यों में व्यापारियों को एक को मंच पर ला चुका है ।

देहरादून में एक पत्रकार वार्ता के दौरान भारतीय व्यापार मंडल के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष वैभव जैन ने कहा कि वैसे तो देश में बहुत सारे उद्योग और व्यापारी संगठन बने है, लेकिन वह व्यापारियों का हित नही कर पाए, इन व्यापार मंडल की विफलता रही कि ये सरकार के साथ कोई सामंजस्य नही स्थापित कर पाए,…यही कारण रहा कि सरकारी योजनाओं का व्यापारियों को लाभ नही मिल पाया और ना ही उनकी समस्याओं का निराकरण हो पाया ।

प्रदेश स्तर पर तो बहुत सारे व्यापारी संगठन हैं मगर राष्ट्रीय स्तर पर कोई भी व्यापारी संगठन नहीं था जिसके लिए भारतीय व्यापार मंडल का गठन किया गया ।

भारतीय व्यापार मंडल का कार्य क्षेत्र संपूर्ण भारत है जिसके चलते देश के सभी व्यापारी वर्ग को जोड़ने का काम किया जा रहा हैं और अब तक 18 राज्यों के व्यापारियों को इस संगठन से जोड़ा जा चुका है इस संगठन का मुख्य कार्य छोटे-बड़े व्यापारियों की समस्याओं को लेकर एक मंच पर साझा करने का है जिससे कि व्यापारियों की समस्या का निराकरण किया जा सके और व्यापारियों के मुद्दों को सरकार तक आसानी से पहुंचाया जा सके।

वैभव जैन कहा कि आज का व्यापारी बहुत सारी दिक्कतों का सामना कर रहा है जिसमें सेल्स टैक्स, इनकम टैक्स, जीएसटी तो कभी प्रदूषण के नाम पर तो कभी लेबर एक्ट को लेकर ऑनलाइन मार्केट जैसे मामले मुख्य रूप से सामने आ रहे हैं, वहीं कुछ छोटे व्यापारियों को व्यवसाय में घाटा होने पर किसी भी तरीके की आर्थिक मदद नहीं मिल पाती है, जिसमें यह संगठन आगे आकर अपने व्यापारी भाइयों की मदद कर सकेगा |

भारतीय व्यापार मंडल के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष वैभव जैन ने कहा कि अभी हम देहरादून के समस्त व्यापारियों से मिल रहे हैं उसके बाद हम पहाड़ के जितने भी व्यापारी हैं सभी से मिलकर उन सबको एक मंच पर लाने का काम करेंगे, जिससे कि भारतीय व्यापार मंडल की नीतियां और लाभ के बारे में उनको अच्छे से जानकारी साझा की जाएगी।
उन्होंने कहा कि देश की अर्थव्यवस्था में सबसे बड़ी भागीदारी व्यापारियों की है। देश में कोई भी संकट या महामारी हो, हमारे देश का व्यापारी सबसे पहले आगे आकर मदद करता है, पर दुःख का विषय है कि वो आज भी अपने अधिकारों के लिए अकेला लड़ रहा है, भारतीय व्यापार मंडल व्यापारी की समस्याओं के समाधान के लिए सदैव तत्पर है।

इस संगठन के राष्ट्रीय संरक्षक जफर सरेशवाला जी है और दूसरे संरक्षक डॉ. अनंत भागवत जी है जिनके मार्गदर्शन में ये संगठन काम कर रहा है।
भारतीय व्यापार मंडल राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री अंकुर सिंघल जी और राष्ट्रीय प्रवक्ता अजय जनमेजय जी की दूरदर्शिता से भी यह संगठन दिन और रात बढ़ रहा है।
पहाड़ में काम कर रही उद्यमी महिलाओं के लिए भी भारतीय व्यापार मंडल ने सुशीला खत्री को मंडल का महिला मोर्चा अध्यक्ष नियुक्त किया है…जो की महिलाओं के बीच में जाकर उनके व्यापार को आगे लाने का प्रयास करेंगी साथ ही महिलाओं के उत्थान के लिए महिलाओं को रोजगार से जोड़ा जाएगा |
इस अवसर पर एसपी नौटियाल को भी गढ़वाल मंडल अध्यक्ष की महत्वपूर्ण जिम्मेदारी दी गई।

 

अशासकीय महाविद्यालयों की सम्बद्धता में शिक्षा विभाग की हरकत से सरकार की छवि धूमिल : जुगरानउत्तराखंड: भाजपा नेता जुगरान ने कॉलेजों को असंबद्ध करने पर खड़े किए सवाल -  BJP leader Ravindra Jugran raised many questions on Union Ministry of  Education

देहरादून, याचिकाकर्ता व भाजपा नेता रवीन्द्र जुगरान ने कहा है की उनकी जनहित याचिका पर वर्ष 2021 में ही उत्तराखंड उच्च न्यायालय ने हेमवती नंदन बहुगुणा गढ़वाल केंद्रीय विश्वविद्यालय से संबद्ध सभी अशासकीय महाविद्यालयों के पक्ष में निर्णय देते हुए स्पष्ट कर दिया था कि सभी अशासकीय महाविद्यालयों की संबद्धता हेमवती नंदन बहुगुणा गढ़वाल केंद्रीय विश्वविद्यालय में यथावत बनी रहेगी। रवीन्द्र जुगरान ने कहा कि इसके उपरांत भी उच्च शिक्षा विभाग उत्तराखंड शासन लगातार इन अशासकीय महाविद्यालयों पर श्रीदेव सुमन विश्वविद्यालय की संबद्धता लेने के लिए जो दवाब बना रहा है वह उच्च न्यायालय उत्तराखंड के आदेश/ निर्णय की अवमानना की श्रेणी में आता है। रवीन्द्र जुगरान ने कहा कि केंद्रीय विश्वविद्यालय की डिग्री की मान्यता विश्व व्यापी होती है जबकि राज्य के विश्व विद्यालय की नहीं। रवीन्द्र जुगरान ने कहा कि उत्तराखंड शासन को चाहिये की श्रीदेव सुमन विश्वविद्यालय के आधार भूत ढांचे को सुदृढ़ करने में अपनी शक्ति लगाये और ध्यान केंद्रित करे क्योंकि श्री देव सुमन विश्वविद्यालय की स्थापना को एक दशक से भी ज्यादा हो गया है और आज भी यह आउट सोर्सिंग कर्मचारीयों के भरोसे चल रहा है और स्थायी कर्मचारियों की कमी के चलते अपने उत्तरदायित्व का निर्वहन करने में असफल साबित हुआ है और वर्तमान बोझ भी नहीं झेल पा रहा है। रवीन्द्र जुगरान ने कहा कि उच्च शिक्षा विभाग उत्तराखंड शासन की इन हरकतों के कारण भाजपा सरकार की छवि भी धूमिल हो रही है।
रवीन्द्र जुगरान ने कहा कि बार बार वेतन देने की बात कर रहा है जबकि उनकी रवीन्द्र जुगरान की जनहित याचिका पर निर्णय सुनाते हुए उच्च न्यायालय उत्तराखंड ने स्पष्ट किया है कि संबद्धता तो हेमवती नंदन बहुगुणा गढ़वाल केंद्रीय विश्वविद्यालय में ही बनी रहेगी और वेतन का मसला राज्य और केंद्र सरकार मिलकर तय करें की वेतन देने का उत्तरदायित्व किसका रहेगा।

 

छात्रा प्रकाम्या का भारतीय खेल प्राधिकरण (साई) थालासेरी, केरल के लिए हुआ चयन

– अंडर-15 में हासिल है आल इंडिया में पांचवीं रैकिंग

देहरादून, सोशल बलूनी पब्लिक स्कूल (एसबीपीएस) फेंसिंग एकादमी की छात्रा प्रकाम्या कोठारी का चयन भारतीय खेल प्राधिकरण (साई) थालासेरी, केरल के लिए हुआ है। प्रकाम्या एसबीपीएस में सातवीं कक्षा की छात्रा है। उसका चयन नेशनल लेवल पर उसके उत्कृष्ट प्रदर्शन के आधार पर हुआ है। बलूनी ग्रुप के एमडी विपिन बलूनी ने प्रकाम्या की इस उपलब्धि पर उसे सम्मानित किया और उसके उज्ज्वल भविष्य की कामना की है। उन्होंने कहा कि स्कूल के कई खिलाड़ी राष्ट्रीय स्तर पर अच्छा प्रदर्शन कर रहे है। उन्होंने उम्मीद जतायी कि प्रकाम्या की इस उपलब्धि से अन्य खिलाड़ियों को प्रोत्साहन मिलेगा।
प्रकाम्या कोठारी सोशल बलूनी पब्लिक स्कूल में सातवीं कक्षा की छात्रा है। उसने तलवारबाजी में महाराष्ट्र के नासिक में आयोजित राष्ट्रीय तलवारबाजी अंडर-10 और अंडर -12 में दो बार गोल्ड मेडल हासिल किया है। इसके अलावा आंध्र प्रदेश में आयोजित प्रतियोगिता अंडर-14 में उसे देश भर में पांचवीं रैंक हासिल हुई।
सोशल बलूनी पब्लिक स्कूल फेंसिंग एकादमी के कोच प्रदीप कोठारी के अनुसार केरल स्थित थालासेरी केंद्र फेंसिंग के लिए देश भर में अग्रणी संस्थान है। यहां से देश के कई ओलपिंयन खिलाड़ियों को प्रशिक्षण मिला है। प्रख्यात तलवार भवानी देवी ने भी इसी संस्थान से प्रशिक्षण हासिल किया है। स्कूल के शिक्षक, प्रशिक्षक और समस्त स्टाफ ने प्रकाम्या की उपलब्धि पर हर्ष जताया है और उसे शुभकामनाएं दी हैं।

 

सिद्धार्थ के सहयोग से हुआ निर्धन परिवार की बेटी का विवाह संपन्न

देहरादून, महानगर अध्यक्ष सिद्धार्थ उमेश अग्रवाल ने पिछले दिनों शिवाजी नगर वार्ड 24 में भीषण अग्निकांड हुआ था जिसमें कई परिवार के घर जल गए थे। उस समय मौके पर महानगर के अध्यक्ष सिद्धार्थ उमेश अग्रवाल के द्वारा सभी परिवारों से मिलकर उनकी स्थिति का जायजा लिया था। तभी मौके पर एक रविंद्र साहनी के परिवार जिसमें उनकी बेटी का विवाह होना था परिवार के द्वारा विवाह के लिए धनराशि एकत्र की गई थी जो की आग में जलकर राख हो गई थी। महानगर अध्यक्ष के इस बात को लेकर उनके परिवार के प्रति संवेदना रखते हुए उनकी बेटी सकीना का विवाह मोनी साहनी से करवा कर दोनों जनों को वैवाहिक जीवन की शुभकामनाएं दी।

इस अवसर पर अनुसूचित मोर्चे के अध्यक्ष विशाल कुमार पूर्व सभासद मुरली शर्मा जितेंद्र मिश्रा दशरथ सनी तुलसी साहनी रणजीत सिंह राजेश दास संजय वाल्मीकि अंकित वाल्मीकि हरि सिंह अनूप दयाल राकेश कोटियाल आदि स्थानीय क्षेत्रवासी उपस्थित रहे।

 

छात्र छात्राओं को वितरित की गयी लेखन सामग्री, मानवाधिकार एवं सामाजिक न्याय संगठन ने उठाया बीड़ा

देहरादून, मानवाधिकार एवं सामाजिक न्याय संगठन द्वारा वार्ड 35 राजकीय प्राथमिक विद्यालय सरस्वती नगर में स्कूल में शिक्षा ग्रहण कर रहे छात्र एवं छात्राओं को दानदाताओं के सहयोग से लेखन सामग्री वितरित की गयी |
कार्यक्रम में मुख्य रूप से समाजसेवी वैभव गोयल, मीनू गोयल चौधरी, हिमांशु कपूर रहे… कार्यक्रम के अध्यक्षता सचिन जैन ने की | इस अवसर पर मीनू गोयल चौधरी ने कहा कि यह संगठन निरंतर निस्वार्थ भाव से जन सेवा में लगा रहता है संगठन के सभी सदस्य भी इसमें बढ़ चढ़कर हिस्सा लेते हैं यह संगठन निरंतर समाजिक कार्यो मे अपनी अग्रणी भूमिका निभा रहा है जिसका हिस्सा बनने का सौभाग्य मुझे भी प्राप्त होता रहता है

इस मौके पर वैभव गोयल ने अपने विचार रखते हुए कहा कि संगठन का कार्य वास्तव में सराहनीय है बच्चों के लिए वह हर वह सुविधा उपलब्ध कराने की कोशिश करते हैं जिससे उनको उनके जो भविष्य में कोई बाधा ना आए और वह अपनी पढाई पूरी कर सके..इस अवसर पर प्रदेश अध्यक्ष मधु जैन राजकुमार तिवारी विशंभर नाथ बजाज माधवी शर्मा प्रीति थपलियाल पूनम रानी मीरा शर्मा पाखी आदि लोग मौजूद रहे |

बिना विस्थापन बेकसूर लोगों को उजाड़ने पर आमादा है भाजपा सरकार : राजीव महर्षि

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“आरोप-भाजपा ने आठ साल तक वोटों की फसल काटी, अब उजाड़ने पर आमादा”

देहरादून, उत्तराखंड़ प्रदेश कांग्रेस के चीफ मीडिया कोऑर्डिनेटर राजीव महर्षि ने बिना विस्थापन नदी-नालों के किनारे स्थित बस्तियों में रह रहे लोगों को उजाड़ने की तैयारी को लेकर भारतीय जनता पार्टी की सरकार को आड़े हाथ लेते हुए कहा है कि राज्य सरकार सिर्फ लोकसभा चुनाव संपन्न होने का इंतजार कर रही थी। चुनाव होते ही भाजपा की जनविरोधी चेहरा सामने आ गया है।
महर्षि ने आज जारी बयान में कहा कि वर्ष 2016 में कांग्रेस सरकार ने अनेक कालोनियों को नियमित करने का निर्णय लिया था, यह प्रस्ताव विधानसभा से पारित हुआ था लेकिन अगले साल भाजपा की सरकार आने के बाद उस प्रस्ताव को ठंडे बस्ते में डाल दिया था। उसी का नतीजा है कि वर्षों से इन बस्तियों में रहने वाले लोगों का भविष्य आज दांव पर है। सरकार के पास कोई वैकल्पिक प्लान नहीं है जबकि उन बस्तियों में रह रहे लोग इस प्रदेश के नागरिक हैं।
उन्होंने कहा कि आज एनजीटी और हाईकोर्ट के नाम पर गरीब बेसहारा लोगों को उजाड़ने की तैयारी हो रही है, उन्होंने सवाल किया कि जब ये बस्तियां अस्तित्व में आ रही थी, तब सरकारी तंत्र क्यों सोया रहा। महर्षि ने साथ ही यह भी पूछा कि यदि उक्त बस्तियां अवैध हैं तो ऊर्जा निगम और जल निगम ने किस आधार पर वहां बिजली पानी के कनेक्शन दिए। उन्होंने कहा कि बिजली, पानी, सड़क की सुविधा अपने आप तो हुई नहीं, पिछले आठ साल से प्रदेश में भाजपा की सरकार है तो जाहिर है कि भाजपाइयों ने ही वोट की फसल काटने के लिए यह कुचक्र रचा और अब जिम्मेदारी लेने की बात आई तो बेकसूर लोगों को सड़क पर लाने की तैयारी की जा रही है।
महर्षि ने कहा कि वर्ष 2017 से लोकसभा, विधानसभा से लेकर नगर निगम तक के आधा दर्जन चुनाव हो चुके हैं, उन्होंने पूछा कि सबका साथ सबका विकास का राग अलापने वाली भाजपा ने पिछले आठ साल में क्यों नहीं इस मुद्दे का समाधान किया? उन्होंने कहा कि कांग्रेस किसी को अंधेरे में नहीं रखना चाहती और न ही एनजीटी अथवा अदालत की अवमानना का इरादा है, सवाल सिर्फ इतना है कि पिछले आठ साल से भाजपा सरकार ने क्यों अवैध बस्तियों के लोगों को अंधेरे में रखा।
राजीव महर्षि ने कहा कि पहले चरण में देहरादून नगर निगम द्वारा रिस्पना नदी के किनारे काठ बंगला से मोथरोवाला तक की 27 अवैध बस्तियां चिन्हित की गई हैं। उन्होंने पूछा कि सरकार बताए कि इन लोगों के भविष्य का क्या होगा? उनके बच्चों का क्या होगा और सबसे बड़ा सवाल यह है कि तपते मौसम ने वे लोग कहां जायेंगे जबकि इसी सरकार के कार्यकाल में स्थिति विकराल हुई है।
उन्होंने कहा कि यह तो पहले चरण का मामला है जबकि देहरादून नगर निगम क्षेत्र में इस तरह की कुल 129 बस्तियां हैं उनमें करीब 40 हजार से अधिक भवन हैं। यदि प्रत्येक घर में पांच लोगों की संख्या भी मान ली जाए तो इस तरह करीब दो लाख की आबादी पर बर्बादी की तलवार लटकी हुई है।
कांग्रेस के चीफ मीडिया कोऑर्डिनेटर ने आरोप लगाया कि वोट की खातिर भाजपाइयों ने अवैध बस्तियों को मौका दिया और अब चुनाव निपट जाने के बाद उन्हें उजाड़ने की साजिश की जा रही है। उन्होंने कहा कि यह प्रभावित होने वाले लोगों के जीवन जीने के अधिकार का हनन है और सरकार को इन बस्तियों को उजाड़ने से पहले उनके पुनर्वास का प्रबंध करना चाहिए, वरना कांग्रेस प्रभावित होने वाले लोगों के पक्ष में संघर्ष से पीछे नहीं रहेगी।

राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी दिवस के अवसर पर किया गया वेबिनार

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*टेक्नोलॉजी व्यक्ति और समाज के बीच संचार को सुगम बनाती है : डॉ उनियाल*

*प्रभावी जनसंपर्क के लिए टेक्नोलॉजी के नए तरीकों की जानकारी जरूरी: तोमर*

देहरादून, पब्लिक रिलेशन सोसायटी ऑफ इंडिया के देहरादून चैप्टर द्वारा शनिवार को राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी दिवस के अवसर पर जनसंपर्क में टेक्नोलॉजी की भूमिका विषय पर वेबिनार का आयोजन किया गया।

यूकॉस्ट में संयुक्त निदेशक (साइंस एंड टेक्नोलॉजी) देवी प्रसाद उनियाल ने कहा कि पब्लिक रिलेशन में टेक्नोलॉजी का महत्व विशेष है क्योंकि यह व्यक्ति और समाज के बीच संचार को सुगम और तेज़ बनाता है। इसके माध्यम से हम विभिन्न क्षेत्रों में जानकारी, विचार और अनुभव साझा कर सकते हैं, जो सामाजिक संबंधों को मजबूत करता है। साइंटिफिक एप्रोच को बढ़ावा देने में स्कूल और कॉलेज महत्वपूर्ण हैं। बच्चों के बीच कम्युनिकेशन पर चर्चा की जाए। श्री उनियाल ने कहा कि लोगों को स्वस्थ दिनचर्या और नियमित व्यायाम के प्रति भी जागरूक करना बहुत जरूरी है। सोशल मीडिया के सभी प्लेटफार्म का उपयोग कर ये संदेश दूर दूर तक दिया जा सकता है।

तकनीकी विशेषज्ञ आईटीडीए आलोक तोमर ने कहा कि टेक्नोलॉजी बहुत ही विस्तृत क्षेत्र है। पूरी दुनिया टेक्नोलोजी के माध्यम से आपस में जुड़ी है। आज के जमाने में विभिन्न योजनाओं और सूचनाओं की जानकारी आमजन तक तुरंत पहुंचाई जा सकती है। बिना टेक्नोलॉजी के जनसंपर्क के बारे में सोचा भी नहीं जा सकता है। तमाम सोशल मीडिया प्लेटफार्म का उपयोग सूचनाएं साझा करने में किया जा सकता है। विस्तार से जानकारी देते हुए श्री तोमर ने कहा कि डिजिटल मार्केटिंग, एसईओ, यूट्यूब, डाटा एनालिस्ट टेक्नोलॉजी, पॉडकास्ट, इंटरनेट रेडियो आदि का उपयोग लाभदायी हो सकता है। आजकल डाटा संग्रह करने के लिए क्लाउड कम्प्यूटिंग की जाती है। रोबोटिक प्रोसेस इनफॉर्मेशन, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, मशीन लर्निंग, वर्चुअल रियलिटी इन सभी का अच्छा उपयोग पब्लिक रिलेशन में किया जा सकता है। सोशल लिसनिंग, ऑनलाइन सर्वे टूल्स, इंटरनेट ऑफ थिंग्स भी महत्वपूर्ण हैं। श्री तोमर ने कहा कि सोशल मीडिया का दुरुपयोग न हो, इसके लिए कई प्रयास किए जा रहे हैं। आपका डाटा सुरक्षित रहे इसके लिए डिजिटल पर्सनल डाटा प्रोटेक्शन लॉ बनाया गया है।

नीरज पांडे ने कहा कि सामाजिक मुद्दों पर परिचर्चाएं आयोजित कर इनमें निकल कर आने वाली बातों को संचार तकनीक के माध्यम से लोगों तक पहुंचाना चाहिए। संजय भार्गव ने कहा कि फेक न्यूज और गलत सूचनाओं के प्रति भी लोगों को सचेत करना जरूरी है। संजय पांडे ने कहा कि विभिन्न क्षेत्रों की गुड प्रैक्टिस को भी आधुनिक टेक्नोलॉजी का उपयोग कर प्रसारित किया जाए।
ज्योति नेगी ने कहा कि जनसंपर्क में टेक्नोलॉजी के उपयोग के लिए तमाम विभाग और संगठनों में रणनीतिक साझेदारी हो। इसमें पीआरएसआई सकारात्मक भूमिका निभा सकता है। महिला सहभागिता को प्रोत्साहित किया जाना चाहिए।
वेबीनार का संचालन पीआरएसआई के सचिव अनिल सती ने किया जबकि कोषाध्यक्ष सुरेश भट्ट ने धन्यवाद ज्ञापित किया। वेबीनार में पीआरएसआई देहरादून चैप्टर के अध्यक्ष रवि बिजारनिया, संयुक्त सचिव राकेश डोभाल, नवीन कंडारी, संजय पांडेय, दीपक शर्मा, जितेंद्र सिन्हा, वैभव गोयल, अमित धस्माना, पुष्कर नेगी, मनोज सती, आकाश, प्रियांक, अनिल दत्त, डॉ आशा बाला असवाल, पवन डबराल, प्रताप बिष्ट, पूरन कापड़ी, सुशील सती आदि उपस्थित थे।

गौरतलब है कि 11 मई 1999 को पोखरण में सफल परमाणु परीक्षण की याद में प्रतिवर्ष 11 मई को राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी दिवस मनाया जाता है।

कारगिल शहीद कैप्टन के परिवार से ठगी, एसटीएफ ने किया खुलासा, पांच को किया गिरफ्तार

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-अभियुक्तगण द्वारा शहीदों के परिजनों को कॉल कर स्वयं को मुख्य सतर्कता अधिकारी (रक्षा मंत्रालय) एवं सैनिक कल्याण बोर्ड का अधिकारी बताकर की गयी थी, लाखों की धोखाधडी।

-गिरफ्तार किये गये साईबर अपराधियों द्वारा विगत 06 माह से दिल्ली एनसीआर में एक कॉल सेन्टर संचालित कर शहीदों के परिजनों एवं सेवानिवृत्त वरिष्ठ नागरिकों से की जा रहीं थी ठगी।

-शहीदों एवं सेवानिवृत्त वरिष्ठ नागरिकों के नाम व मोबाईल नम्बरों की जानकारी गूगल व अन्य माध्यम से प्राप्त कर, अंजाम देते थे धोखाधड़ी

देहरादून, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक आयुष अग्रवाल द्वारा जानकारी देते हुये बताया कि कुछ दिवस पूर्व साइबर क्राईम पुलिस स्टेशन उत्तराखण्ड देहरादून पर गुमानीवाला निवासी वरिष्ठ नागरिक द्वारा सूचना दर्ज कराई कि मेरा बेटा जो आर्मी में कैप्टन था, कारगिल की लड़ाई में शहीद हो गया था तथा उनको मरणोपरान्त कीर्ति चक्र से सम्मानित किया गया था। शिकायतकर्ता को माह फरवरी 2024 में अज्ञात व्यक्ति के द्वारा मोबाइल से कॉल कर स्वंय को सैनिक कल्याण बोर्ड का अधिकारी व मुख्य सतर्कता अधिकारी (रंक्षा मंत्रालय) कार्यालय भारत सरकार से बताकर कहा कि आपके बेटे के कीर्ति चक्र की ग्रान्ट के साथ-साथ आपको अतिरिक्त धनराशि प्रदान की जानी थी, लेकिन आपकी तरफ से फार्म-॥, दिनांक 31 दिसम्बर 2023 तक जमा नहीं किया गया था. जिस कारण आपका कीर्तिचक्र का ग्रान्ट निरस्त हो गया है। जिसका निरस्त आर्डर नम्बर जे०आर० 00439 है जिसकी फाईल मेरे पास आयी है। उक्त अज्ञात व्यक्ति द्वारा यह भी बताया गया कि उक्त फाईल में अग्रिम कार्यवाही चीफ सर्तकता अधिकारी रक्षा मंत्रालय पी०एन० गुलाटी द्वारा की जानी है, जिनके सचिव विवेक राजपुत का मोबाइल नम्बर 729790726 शिकायतकर्ता को देकर सम्पर्क करने को कहा गया। शिकायतकर्ता द्वारा कथित विवेक राजपूत से सम्पर्क किया तो उन्होने बताया कि आपका ग्रान्ट निरस्त कर दिया गया है अब गुलाटी साहब ही इस पुनः एक्टिवेट कर सकते है। जिसके बाद श्री पी०एन० गुलाटी द्वारा शिकायतकर्ता को यह बताया गया कि यह शिकायतकर्ता को मिलने वाली कीर्ति चक्र की ग्रान्ट करीब 12 लाख रुपये प्रतिवर्ष को फिर से शुरू कर रहा है तथा यह भी बताया कि इनको यह ग्रान्ट 2021 से 2037 तक मिलनी है। कुछ दिन बाद कथित पी०एन० गुलाटी ने शिकायतकर्ता को फोन पर बताया कि उसने ग्रान्ट स्वीकृत कर दी है जिसके लिये शिकायतकर्ता से 1,98,000/- रुपये की रकम उनके द्वारा बताये गये खाते में आरटीजीएस से जमा करा दिये गये इसके अतिरिक्त उपरोक्त अज्ञात व्यक्तियों द्वारा भिन्न-भिन्न तिथियों पर शिकायताकर्ता से एन०ओ०सी० व अन्य फाईल प्रोसेस चार्जेज आदि के नाम पर विभिन्न बैंक खातों में अलग-अलग किस्तों में दिनांक 22.04.2024 तक कुल 44,46,080/- रुपये पोसापही से जमा करा दिये गये। परन्तु कोई भी रकम शिकायकर्ता के खाते में जमा नहीं करायी गयी। शक होने पर शिकायतकर्ता द्वारा सैनिक कल्याण बोर्ड उत्तराखण्ड देहरादून से सम्पर्क किया गया तो इस फर्जीवाडे का पता चला। इस सूचना पर थाना साइबर क्राइम पुलिस स्टेशन पर मु०अ०सं०-25/2024 धारा 420/120बी भादवि व 66-डी आई०टी० एक्ट के अन्तर्गत अभियोग पंजीकृत किया गया।
चूंकि यह प्रकरण शहीद के परिजनों को मिले सम्मान की एवज में धोखाधडी किये जाने को लेकर था जोकि गम्भीर एवं संवेदनशील प्रकरण था। ऐसी धोखाधडी प्रथम बार उत्तराखण्ड साईबर पुलिस स्टेशन को प्राप्त हुई थी जिसका अनावरण उत्तराखण्ड एसटी०एफ० को एक चुनौतीपूर्ण कार्य था।
गठित टीम द्वारा घटना में प्रयुक्त मोबाईल नम्बर व सम्बन्धित खातों आदि की जानकारी व तकनिकी विश्लेषण किया गया तो उक्त अपराध में संलिप्त अपराधियों का दिल्ली से सम्बन्ध होना पाया गया। जिसमें टीम को सम्बन्धित स्थानों को रवाना किया गया। पुलिस टीम द्वारा अथक मेहनत एवं प्रयास से अभियुक्तों द्वारा वादी मुकदमा को जो खाता संख्या व मोबाईल नम्बर दिये गये थे व धोखाधडी से प्राप्त की गयी धनराशि फर्जी आईडी पर खोले गये बैंक खातों में प्राप्त की गयी थी।
उक्त खातों के खाताधारकों की जानकारी प्राप्त की गयी व महत्वपूर्ण साक्ष्य एकत्रित करते हुये अभियोग में संलिप्त 05 अभियुक्तगण कपिल अरोड़ा, राहुल कुमार दता, रवि सैनी, राजेश कुमार यादव व अनुराग शुक्ला को लक्ष्मी नगर क्षेत्र नई दिल्ली से गिरफ्तार किया गया, जिनके कब्जे से 20 मोबाईल फोन, 02 लैपटॉप, 42 सिम कार्ड, 42 डेविट/ क्रेडिट कार्ड, फर्जी पहचान पत्र आधार कार्ड, पेन कार्ड आदि व 1,07,500/- रुपये नगद बरामद किये गये।

अपराध का तरीका :

पूछताछ में अभियुक्तगणों द्वारा बताया गया कि उनके द्वारा कारगिल युद्ध में शहीदों की सूची एवं उनके मोबाईल नम्बरों की जानकारी हेतु गूगल पर सर्च कर प्राप्त की गयी। उसके बाद शहीदों के परिजनों से सम्पर्क कर शहीदों को मिलने वाली ग्राण्ट के नाम पर शहीदों के परिजनों के साथ धोखाधड़ी की जाती है, जिसके लिये उनके द्वारा स्वयं को मुख्य सतर्कता अधिकारी (रंक्षा मंत्रालय) से व सैनिक कल्याण बोर्ड के अधिकारी के रूप में परिचय देकर एवं मरणोपरान्त प्राप्त कीर्ति चक की एकमुश्त ग्रान्ट के साथ साथ अतिरिक्त धनराशि 12 लाख रुपये प्रति वर्ष के हिसाब से वर्ष 2021 से वर्ष 2037 तक प्रदान करने का झांसा देकर शहीद के परिजनों से भिन्न भिन्न एकाउन्ट में धनराशि जमा कराकर ठगी की गई है। इनके द्वारा देशभर में सरकारी सेवानिवृत्त वरिष्ठ नागरिकों की जानकारी गूगल व अन्य माध्यम से प्राप्त की जाती व उनकी पेंशन / फण्ड / ग्रेज्युटी बन्द/ चालू करने अथवा बढ़ाने का झाँसा देकर कई लाखों रूपये की ठगी की गई है। उक्त अपराधियों द्वारा यह गिरोह दिल्ली/एन०सी०आर० क्षेत्र में विगत 5-6 माह से संचालित किया जा रहा था।

गिरफ्तार अभियुक्तगण का नाम :

-कपिल अरोड़ा पुत्र स्व० श्री हरीचन्द नि043 ए रशीद मार्केट गली नं0- 7 बाना जगतपुरी नियर भगत सिंह रोड़ दिल्ली 51, उम्र 33 वर्ष
-राहुल कुमार दत्ता पुत्र श्री अजीत कुमार दत्ता नि० न्यू स्टेट बैंक कालोनी निवर शिव मन्दिर धामपुर बिजनौर उम्र 34 वर्ष
-रवि सैनी पुत्र श्री राम अवतार सिंह नि० एम-8 ब्लाक निकट डीएवी चौक सेक्टर 12 प्रताप विहार गाजियाबाद उम्र 33 वर्ष
-राजेश कुमार यादव पुत्र रविन्द्र यादव नि० ग्राम गोरखपुर थाना रसड़ा जिला बलिया उम्र 32 वर्ष
-अनुराग शुक्ला पुत्र विनोद कुमार शुक्ला नि० 135 रामपुरम श्याम नगर थाना चकेरी निकट सरयु प्रसाद स्कूल जिला कानपुर उ0प्र0, उम्र 33 वर्ष वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक एसटीएफ उत्तराखण्ड श्री आयुष अपवाल उक्त टीम को 10,000 रु० ईनाम से पुरुस्कृत किया गया।

दो पंचायतें होंगी निगम में शामिल, अधिसूचना हुई जारी

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देहरादून, उत्तराखंड शासन ने पूर्व में कुछ नगर पंचायतों को नगर निगम में शामिल करने के तहत शुक्रवार को दो नगर पंचायतों को नगर निगम में शामिल करने की अधिसूचना जारी कर दी, इनमें पुरोला और कालाढूंगी शामिल है |
ज्ञात हो कि सीएम पुष्कर सिंह धामी ने पुरोला और कालाढूंगी नगर पंचायत को अपग्रेड कर नगर पालिका बनाने की घोषणा की थी। उसी क्रम में आज अधिसूचना जारी की गई है। वहीं बता दें की शासन ने अधिसूचना जारी कर सुझाव एवं आपत्तियां दर्ज करवाने के लिए एक सप्ताह का समय दिया है।।

 

सांसदों की भूमिका निभाते दिखे युवा ग्राफिक एरा में ’राष्ट्रवाद’

देहरादून, राष्ट्रवाद के नाम से आयोजित नेशनल यूथ पार्लियामेण्ट में सांसदों की भूमिका में किरदारों को बखूबी पेश किया गया। यह प्रतियोगिता आज ग्राफिक एरा हिल यूनिवर्सिटी में आयोजित की गई।
ग्राफिक एरा की पहली नेशनल यूथ पार्लियामेण्ट का उद्धघाटन कुलपति डा. संजय जसोला ने किया। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि छात्र-छात्राओं के लिए पढ़ाई के साथ-साथ अन्य गतिविधियों में भी भाग लेना जरूरी है। यह उनके बौद्धिक कौशल का विकास करता है। प्रतियोगिता का एजेंडा लोकसभा और आॅफ इण्डिया नेशनल पालिटिकल पार्टी मीट रखा गया है। छात्र-छात्राओं ने यूनिफार्म सिविल कोड और इण्डिया वर्सेज भारत विषय पर राजनैतिक और सामाजिक सूझ-बूझ का परिचय दिया। छात्र-छात्राएं प्रधानमंत्री, स्पीकर, मंत्रियों, नेता प्रतिपक्ष और अन्य सांसदों की भूमिका में नजर आये। कल प्रतियोगिता का फाइनल होगा।
कार्यक्रम का आयोजन स्कूल आॅफ लाॅ ने किया। कार्यक्रम में एचओडी अंकित पुरोहित, डा. अनुपमा ठाकुर और छात्र-छात्राएं भी मौजूद रहे।

 

विश्वविद्यालय स्तर की परेशानियों के निवारण हेतु परीक्षा नियंत्रक श्रीदेव सुमन विश्वविद्यालय को भेजा ज्ञापन

देहरादून, डिग्री कॉलेज मालदेवता में छात्र नेता देवांग रोहिला के नेतृत्व में प्राचार्य के माध्यम से परीक्षा नियंत्रक श्रीदेव सुमन विश्वविद्यालय को ज्ञापन भेजा गया।
जिसमें महाविद्यालय में हो विश्वविद्यालय स्तर की परेशानियों के निवारण हेतु आग्रह किया, साथ छात्र नेता देवांग रोहिला ने अवगत कराया की हालही में घोषित हुआ बैक परीक्षा परिणाम में सभी बैक परीक्षार्थी फेल हैं, तथा सभी परिक्षा परिणाम त्रुटिबध हैं जिसमे जिस छात्र छात्रा की जिस विषय में बैक नही है उस विषय को भी बैक परिणाम में दिखाया गया हैं, और किसी किसी छात्र छात्रा का जिस विषय में बैक हैं उन विषय को बैक रिजल्ट में दर्शाया ही नही गया हैं, जिसे साफ पता चलता हैं की एक राज्य स्तरीय विश्वविद्यालय किस प्रकार छात्र छात्राओं के भविष्य के साथ खिलवाड़ कर रही।
ज्ञापन के माध्यम से विश्विद्यालय को बताया गया हैं की अगर जल्द से जल्द इस समस्या का निवारण नही होता हैं, तो समस्त छात्र छात्राएं उग्र आंदोलन के लिए बाध्य होगे जिसकी पूरी जिम्मेदारी विश्वविद्याल की होगी ।
इस मौके पर छात्र नेता देवांग रोहिला सहित अंजली, स्वेता, प्रभजोत, हैदर, अनिल, दीपक, कुणाल व अनेक छात्र छात्राएं मौजूद रहे |

अक्षय तृतीया पर गंगोत्री एवं यमुनोत्री मंदिर के कपाट विधि-विधान के साथ श्रद्धालुओं के लिए खोल दिए गए

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उत्तरकाशी, अक्षय तृतीया के पावन पर्व पर गंगोत्री एवं यमुनोत्री मंदिर के कपाट धार्मिक विधि-विधान के साथ श्रद्धालुओं के लिए खोल दिए गए है। इस अवसर पर देश-विदेश से आए हजारों श्रद्धालु दिव्य धार्मिक परंपराओं की भव्यता के साथ ही गंगा व यमुना के उद्गम क्षेत्रों की सांस्कृतिक समृद्धि के साक्षी बने।

श्रद्धालुओं ने कपाटोद्घाटन के अवसर पर गंगा-यमुना में स्नान-पूजन करने के बाद मंदिर और अखंड ज्योति के दर्शन कर पुण्य अर्जित किया। यात्राकाल के शुभारंभ पर तीर्थ धामों का अभिषेक करने तथा तीर्थयात्रियों के स्वागत के लिए हेलीकॉप्टर से पुष्पवर्षा भी की गई और लोक कल्याण की मंगलकामना करने के साथ ही यात्रा के सुखद और सुरक्षित संपन्न होने की कामना की गई।
यमुनोत्री धाम में कपाटोद्घाटन के लिए प्रातः 6 बजकर 29 मिनट पर मां यमुना की उत्सव डोली अपने शीतकालीन प्रवास खरसाली (खुशीमठ) से अपने भाई शनिदेव की अगुवाई में कालिन्दी पर्वत की तलहटी में स्थित यमुनोत्री धाम के लिए रवाना हुई। खरसाली में ग्रामीणों एवं लोेक देवाताओं की डोलियों ने यमुना जी की डोली को भावुक कर देने वाले माहौल के बीच विदा किया।

डोली यात्रा में जिला कमांडेंट होमगार्ड रूद्रप्रयाग सुनील डंगवाल के नेतृत्व में शामिल 15 महिलाएं 8 पुरूष जवानों का बैगपाईपर बैंड भी आकर्षण का प्रमुख केन्द्र रहा। यमुनोत्री धाम में रोहिणी नक्षत्र की बेला पर वैदिक मंत्रोच्चार व विधि-विधान के साथ तीर्थ पुरोहितों के द्वारा पूर्वाह्न 10 बजकर 29 मिनट पर मंदिर केे कपाट श्रद्धालुओं के दर्शनार्थ खोले गए।

यमुनोत्री में कपाट खुलने के मौके पर छः हजार से अधिक श्रद्धालुओं के साथ ही एसपी विजिलेंस डॉ. मुरुगेशन, विधायक यमुनोत्री संजय डोभाल, यमुनोत्री मंदिर समिति के अध्यक्ष एवं एसडीएम बड़कोट मुकेश रमोला, सीओ सुरेन्द्र सिंह भण्डारी, मंदिर समिति के सचिव सुरेश उनियाल, पुरोहित महासभा के अध्यक्ष पुरूषोत्तम उनियाल, पवन उनियाल समेत तीर्थ पुराहित और अनेक गणमान्य लोग मौजूद थे।
इधर भैरोघाटी से चलकर गंगा जी की डोली हजारों श्रद्धालुओं के जलसे के साथ गंगोत्री धाम पहॅुची तो भागीरथी के उद्गम क्षेत्र में आस्था का समुद्र उमड़ पड़ा। हर-हर गंगे के उद्घोष और पूजा-अभिषेक के साथ गंगोत्री धाम में अभिजीत मूहूर्त पर अपराह्न 12.25 बजे कपाटोद्घाटन हुआ।
इस अवसर पर सेना की जेकेलाई रेजीमेंट के बैंड की स्वरलहरियों ने कपाटोद्घाटन के महोत्सव की भव्यता को नया आयाम दिया। रेजीमेंट के द्वारा श्रद्धालुओं के लिए लंगर की भी व्यवस्था की गई थी।
गंगोत्री मंदिर के कपाटोद्घाटन के अवसर पर अपर पुलिस महानिदेशक ए.पी. अंशुमान, जिलाधिकारी डॉ मेहरबान सिंह बिष्ट, पुलिस अधीक्षक अर्पण यदुवंशी, मुख्य विकास अधिकारी जय किशन, विधायक गंगोत्री सुरेश चौहान, जिला पंचायत अध्यक्ष दीपक बिजल्वाण, उप जिलाधिकारी बृजेश कुमार तिवारी, पुलिस उपाधीक्षक प्रशांत कुमार, तहसीलदार सुरेश सेमवाल, गंगोत्री मंदिर समिति के अध्यक्ष हरीश सेमवाल, सचिव सुरेश सेमवाल, ब्लॉक प्रमुख भटवाड़ी विनीता रावत सहित तीर्थ पुरोहित और लगभग आठ हजार श्रद्धालुजन उपस्थित रहे।