Monday, April 28, 2025
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यात्रा मार्ग पर सात हजार से अधिक यात्रियों ने ली ओपीडी की सुविधा

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देहरादून,  प्रदेश में चारों धामों सहित यात्रा मार्गों पर स्वास्थ्य सुविधाओं की उपलब्धता को लेकर राज्य सरकार गंभीर है। यही वजह है कि तीर्थ यात्रियों को स्वास्थ्य सेवाओं का लाभ बखूबी मिल रहा है। अब तक यात्रा मार्गों पर स्थापित विभिन्न चिकित्सा इकाईयों में 37 हजार से अधिक तीर्थ यात्रियों का स्वास्थ्य परीक्षण किया जा चुका है जबकि सात हजार से अधिक यात्रियों को ओपीडी की सुविधा मुहैया कराई गई है। आपात स्थिति में तीर्थ यात्रियों को तत्काल चिकित्सकीय सुविधा उपलब्ध हो सके इसके लिये मुख्य चिकित्साधिकारियों को एम्बुलेंस का रिस्पॉस टाइम कम से कम करने के निर्देश दे दिये गये है। इसके अलावा चिन्हित स्थानों पर आवश्यकता अनुरूप अतिरिक्त एम्बुलेंस तैनात करने सहित आवश्यक जीवन रक्षक उपरकण एवं दवाओं की उपलब्धता भी सुनिश्चित करने को कहा गया है।

सूबे में लागू आदर्श आचार संहिता के बीच निर्वाचन आयोग की अनुमति के उपरांत प्रदेश के चिकित्सा स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा मंत्री डा. धन सिंह रावत ने आज स्वास्थ्य महानिदेशालय स्थित सभागार में चार धाम यात्रा को लेकर विभागीय समीक्षा बैठक ली। जिसमें उन्होंने यात्रा मार्गों पर तीर्थ यात्रियों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं मुहैया कराने के लिये विभागीय अधिकारियों को जरूरी-दिशा निर्देश दिये। डा. रावत ने बताया कि राज्य में चार धाम यात्रा शुरू हो गई है, जिसमें देश-विदेश से लाखों तीर्थ यात्री शामिल हो रहे हैं। उन्होंने बताया कि चारों धामों सहित यात्रा मार्गों पर राज्य सरकार द्वारा तमाम स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराई गई है, इसके साथ ही स्वास्थ्य महकमे को अलर्ट मोड़ पर रखा गया है। जिसके फलस्वरूप विभाग ने अबतक चार धाम आने वाले 37 हजार से अधिक यात्रियों की स्वास्थ्य जांच कर दी है। इसके अलावा यात्रा मार्गों पर स्थापित विभिन्न चिकित्सा इकाईयों में सात हजार से अधिक यात्रियों को ओपीडी की सुविधा मुहैया कराई जा चुकी है। डा. रावत ने बताया कि यात्रा मार्गों पर स्वास्थ्य सेवाओं को और अधिक सुदृढ करने के दृष्टिगत इस वर्ष 49 स्थाई तथा 56 अस्थाई चिकित्सा इकाई स्थापित की गई है। जिनमें रोटेशन के आधार पर 80 विशेषज्ञ चिकित्सक तथा 465 चिकित्साधिकारियों की तैनाती की गई है। इसके अलावा 337 पैरामेडिकल स्टॉफ की भी तैनाती की गई है। चार धाम यात्रा में कुल 156 एम्बुलैंस तैनात की गई है, जिसमें 77 आपातकालीन सेवा 108 एम्बुलेंस तथा 79 विभागीय एम्बुलेंस शामिल है। विभागीय मंत्री डा. रावत ने बताया कि यात्रा मार्गों पर एम्बुलेंस का रिस्पॉंस टाइम कम से कम करने के निर्देश संबंधित जनपदों के मुख्य चिकित्साधिकारियों को दे दिये गये हैं ताकि आपात स्थिति में तीर्थ यात्रियों को समय पर चिकित्सकीय सुविधा मुहैया कर उनकी जान बचाई जा सके। उन्होंने बताया कि यात्रा मार्गों पर 50 हेल्थ एटीएम एवं पीओसीटी डिवाइसेज उपलब्ध कराई गई है ताकि यात्रियों की ईसीजी के साथ ही ऑक्सीजन लेवल व रक्तचाप सहित अन्य जरूरी जांचे की जा सके। इसके अलावा किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिये यात्रा मार्गों पर 08 ब्ल्ड बैंक व 02 ब्ल्ड संग्रहण केन्द्र भी संचालित किये जा रहे हैं।

बैठक में डा. रावत ने विभगाय अधिकारियों को तीर्थ यात्रियों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं मुहैया करने, स्थानीय प्रशासन के साथ मिलकर शत-प्रतिशत यात्रियों का मेडिकल स्क्रीनिंग करने, स्वास्थ्य संबंधी गाइडलाइन का पालन करने एवं स्वास्थ्य संबंधी जानकारियों का अधिक से अधिक प्रचार-प्रसार करने के निर्देश दिये। इसके अलावा उन्होंने टोल फ्री नम्बर 104 को और अधिक सक्रिय रखने के निर्देश भी बैठक में दिये।

बैठक में स्वास्थ्य सचिव डा. आर. राजेश कुमार, स्वास्थ्य महानिदेशक डा. विनीता शाह, निदेशक स्वास्थ्य डा. सुनीता टम्टा, डा. तारा आर्य, डा. सबिता हयांकी, डा. भागीरथी जंगपांगी, डा. सुनीता चुफाल, सीएमओ देहरादून डा. संजय जैन सहित अन्य विभागीय अधिकारी उपस्थित रहे, जबकि सभी जनपदों के मुख्य चिकित्साधिकारियों ने वर्चुअल माध्यम से बैठक में प्रतिभाग किया।

यात्रा मार्ग पर स्वास्थ्य व्यवस्था परखेंगे आलाधिकारी
बैठक में स्वास्थ्य मंत्री डा. धन सिंह रावत ने चार धाम यात्रा मार्गों पर स्वास्थ्य सुविधाओं को परखने के लिये विभागीय आलाधिकारियों को धरातल पर उतरने के निर्देश दिये हैं। उन्होंने अधिकारियों को यात्रा मार्गों पर स्थित चिकित्सा इकाईयों का भ्रमण कर वहां की स्वास्थ्य सुविधाओं को परखने को कहा है। विभागीय मंत्री ने बैठक में स्वास्थ्य सचिव डा. आर राजेश कुमार को केदारनाथ धाम, अपर सचिव स्वास्थ्य अमनदीप कौर को बदरीनाथ धाम, संयुक्त सचिव अरविंद पांगती को गंगोत्री तथा स्वास्थ्यय महानिदेशक डा. विनीता शाह को यमुनोत्री धाम सहित यात्रा मार्गों पर स्वास्थ्य सेवाओं को परखने की जिम्मेदारी सौपी है। इसके साथ ही वह तीर्थ यात्रियों से संवाद स्थापित कर राज्य सरकार द्वारा उपलब्ध कराई जा रही स्वास्थ्य सुविधाओं का भी फीडबैक लेंगे।

यात्रा मार्गों पर होगी 100 स्वास्थ्य मित्रों की तैनातीः डा. धन सिंह रावत
स्वास्थ्य मंत्री डा. धन सिंह रावत ने बताया कि चार धाम यात्रा मार्गों पर तीर्थयात्रियों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं मुहैया कराई जायेगी। इसके लिये स्वास्थ्य विभाग पूरी तरह से अलर्ट मोड पर है। उन्होंने बताया कि यात्रा मार्गों पर सौ स्वास्थ्य मित्रों की तैनाती की जायेगी, जिसके निर्देश मुख्य चिकित्साधिकारियों को दे दिये गये हैं। ये सभी स्वास्थ्य मित्र यात्रियों की किसी भी स्वास्थ्य संबंधी समस्या के लिये तुरंत नजदीकी स्वास्थ्य इकाईयों में पहुंचाने का कार्य करेंगे।

7 जून को होगा श्रीनगर मेडिकल कॉलेज की कैथ लैब का उद्घाटन
सूबे के स्वास्थ्य मंत्री डा. धन सिंह रावत ने बताया कि चार धाम यात्रा को देखते हुये आगामी 07 जून को श्रीनगर मेडिकल कॉलेज में नवनिर्मित कैथ लैब का उद्घाटन किया जायेगा। इसके लिये विभागीय अधिकारियों को सभी तैयारी पूरी करने के निर्देश दे दिये गये हैं। उन्होंने बताया कि कैथ लैब के शुरू होने से हृदय संबंधी रोगों का पता लगाया जा सकेगा। जिसका लाभ चार धाम यात्रा पर आने वाले तीर्थ यात्रियों सहित स्थानीय लोगों को मिलेगा और स्थानीय स्तर पर ही हृदय रोगियों को उपचार देकर उनकी जान बचाई जा सकेगी। रावत ने बताया कि कैथ लैब के संचालन के लिये दो कार्डियोलॉजिस्ट एवं तीन टेक्नीशियन की नियुक्ति की गई है जिसके लिये हाल ही में निर्वाचन आयोग से विशेष अनुमति मांगी गई।

द पैसल वीड स्कूल ने AISSCE और AISSE परीक्षा – 2024 में उत्कृष्ट प्रदर्शन किया

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देहरादून- – ऑल इंडिया सीनियर स्कूल सर्टिफिकेट एग्जामिनेशन और ऑल इंडिया सेकेंडरी स्कूल एग्जामिनेशन 2024 में द पेसल वीड के छात्रों ने कक्षा 10वीं और 12वीं में उत्कृष्ट अंक हासिल कर अपना, अपने स्कूल तथा अपने परिवार का नाम रोशन किया ।

सुश्री अंजलि ने अंग्रेजी में 97% अंक, रसायन विज्ञान में 93% अंक प्राप्त किए और अपनी एन डी ए लिखित परीक्षा भी उत्तीर्ण की, राहुल ने गणित में 92% अंक हासिल किए और पेंटिंग में 100% ने एन डी ए लिखित परीक्षा भी उत्तीर्ण की, जया ने अंग्रेजी में 99% अंक और पेंटिंग में 100% अंक हासिल करके स्कूल का नाम रोशन किया, जबकि आदित्य ने अंग्रेजी में 95% अंक और पेंटिंग में 96% अंक हासिल किए, जबकि सुमित ने अंग्रेजी में 93% अंक और पेंटिंग में 99% अंक हासिल किए। विज्ञान संकाय में कुल 75 डिस्टिंक्शन प्राप्त किए गए हैं, जबकि आर्ट और वाणिज्य स्ट्रीम में विनीत प्रताप सिंह ने राजनीति विज्ञान में उत्कृष्ट प्रदर्शन करते हुए अंग्रेजी में 95% और अंग्रेजी में 90% अंक और चित्रकला में 98% अंक प्राप्त किए। शमशीर ने अर्थशास्त्र, लेखा और शारीरिक शिक्षा में उत्कृष्ट प्रदर्शन किया।

अखिल भारतीय माध्यमिक परीक्षा 2024 में राघव बिल्लोरे ने अंग्रेजी और सामाजिक अध्ययन में 98% अंक, हिंदी में 95% अंक, विज्ञान में 91% अंक जबकि मुदित गुप्ता ने सामाजिक अध्ययन में 97% अंक, सूचना प्रौद्योगिकी में 96% अंक, अंग्रेजी में 95% अंक, गणित में 92% अंक और विज्ञान में 91% अंक प्राप्त किए, जबकि शिवानी ने हिंदी में 90% और सूचना प्रौद्योगिकी में 95% अंक प्राप्त किए। अखिल भारतीय परीक्षा 2024 में में कुल 96 डिस्टिंक्शन प्राप्त किए गए हैं,

डॉ. प्रेम कश्यप, अध्यक्ष, द पेसल वीड स्कूल और श्री जतिन सेठी, प्रिंसिपल, द पेसल वीड स्कूल ने छात्रों द्वारा किए गए पूरी मेहनत से की गई प्रयास के कारण इस तरह के उत्साहजनक परिणाम निकालने के लिए शिक्षकों द्वारा किए गए प्रयासों की सराहना की।

 

CBSE 12th Result,सीबीएसई 12 वीं का रिजल्ट किया घोषित

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सीबीएसई 12वीं का रिजल्ट जारी कर दिया गया है। सीबीएसई रिजल्ट आधिकारिक वेबसाइट cbseresults.nic.in, results.cbse.nic.in और cbse.gov.in पर

पहले सीबीएसई ने कहा था कि 10वीं 12वीं का रिजल्ट 20 मई के बाद आएगा। लेकिन बोर्ड ने 12वीं का रिजल्ट पहले ही जारी कर दिया। सीबीएसई 12वीं रिजल्ट DigiLocker कोड्स और उमंग एप से भी चेक किया जा सकता है। वर्ष 2023 की 10वीं की परीक्षा में कुल 93.12 फीसदी विद्यार्थी पास हुए थे। लड़कियों का रिजल्ट लड़कों से बेहतर रहा था। लड़कियां 94.25 फीसदी और लड़के 92.72 फीसदी पास हुए थे। सीबीएसई ने अनहेल्दी कॉम्पिटिशन से बचने के लिए इस वर्ष 10वीं और 12वीं दोनों कक्षाओं की मेरिट लिस्ट व टॉपरों की लिस्ट जारी नहीं की थी। स्टूडेंट्स की फर्स्ट,सेकेंड और थर्ड डिवीजन की जानकारी भी नहीं दी गई थी

 

लग्जरी घर खरीद रहे भारतीय, बजट होम की मांग में आई कमी!

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नई दिल्ली , । भारत में लग्जरी और प्रीमियम घरों की मांग में पिछले पांच वर्षों में बड़ा उछाल देखने को मिला है। 2019 की पहली तिमाही में बिकने वाली घरों में लग्जरी होम की संख्या 7 प्रतिशत थी, जो कि 2024 की पहली तिमाही में बढक़र 21 प्रतिशत हो चुकी है।
इस दौरान बजट घरों या अफोर्डेबल होम की बिक्री में 20 प्रतिशत की गिरावट हुई है। यह जानकारी जारी रिपोर्ट में सामने आई।
प्रॉपर्टी कंसल्टेंट फर्म एनारॉक की रिपोर्ट में बताया गया कि जनवरी से मार्च की अवधि में देश के सात बड़े शहरों में कुल 1.30 लाख घर बिके थे, जिसमें से 27,070 यूनिट्स (21 प्रतिशत) लग्जरी घर थे। वहीं, 2019 की पहली तिमाही में ये आंकड़ा 7 प्रतिशत पर था, यानी, पिछले पांच वर्षों में इसमें 3 गुना का इजाफा देखने को मिला है।
2024 की पहली तिमाही में 26,545 अफोर्डेबल होम बिके थे, जो कि कुल घरों की बिक्री का 20 प्रतिशत था। पांच वर्ष पहले यह संख्या 37 प्रतिशत पर थी।
एनारॉक ग्रुप के चेयरमैन अनुज पुरी ने कहा, लग्जरी घरों की मांग और आपूर्ति दोनों में इजाफा देखने को मिल रहा है। वहीं, अफोर्डेबल होम की मांग फिलहाल कम है। अच्छी लोकेशन पर ब्रांडेड डेवलपर्स के लग्जरी घरों की मांग तेजी से बढ़ रही है।
पहली तिमाही में दिल्ली-एनसीआर में कुल 15,645 घरों की बिक्री हुई थी, जिसमें से 6,060 यूनिट्स या 39 प्रतिशत घर लग्जरी थे और इनकी कीमत 1.5 करोड़ रुपए से अधिक थी।
पांच वर्ष पहले दिल्ली-एनसीआर में कुल 13,740 घरों की बिक्री हुई थी, जिसमें से 4 प्रतिशत ही लग्जरी घर थे। 2024 की पहली तिमाही में बेंगलुरु, मुंबई मेट्रोपॉलिटन रीजन (एएमआर), चेन्नई, पुणे और हैदराबाद में बिकने वाले ज्यादातर घर मिड-रेंज और प्रीमियम सेगमेंट (40 लाख से लेकर 1.5 करोड़ रुपए तक) के थे।
2024 की पहली तिमाही में अफोर्डेबल घरों की बिक्री कुल बिक्री में घटकर 18 प्रतिशत रह गई है। यह पांच वर्ष पहले समान अवधि में 40 प्रतिशत पर थी।
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खलंगा युद्ध स्मारक के आसपास पेड़ों की प्रस्तावित कटाई का पर्यावरण प्रेमियों ने किया विरोध

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“हृदयस्पर्शी गीतों से प्रकृति माँ को दी श्रद्धांजलि, कटाई के लिए चिह्नित पेड़ों को बांधा रक्षासूत्र और रक्षा करने की खाई कसम”

देहरादून(एल मोहन लखेड़ा), सौग बांध परियोजना में वाटर ट्रीटमेंट प्लांट के निर्माण हेतु खलंगा वन क्षेत्र में साल प्रजाति के हजारों पेड़ों के प्रस्तावित विनाश पर पर्यावरण प्रेमियों ने आवाज बुलंद करते हुये रोष जताया | दून के पर्यावरण प्रेमी ऐतिहासिक खलंगा युद्ध स्मारक के आसपास के प्राचीन जंगल में 2000 से अधिक साल के पेड़ों की प्रस्तावित कटाई का विरोध कर रहे थे।
खलांगा स्मारक के पास रविवार की सुबह जुटे दूनवासियों ने कहा ट्रीटमेंट प्लांट हेतु साल प्रजाति के हजारों पेड़ों का कटान दून के पर्यावरण को गंभीर आघात पहुंचायेगा। इनका कहना था की पेयजल आपूर्ति हेतु प्रस्तावित बांध के हम विरोधी नहीं है। पर पेडों का विनाश बिल्कुल मंजूर नही है जबकी अन्य विकल्प मौजूद हैं। प्लांट को अन्यत्र भी बनाया जा सकता है।उनका कहना था देहरादून में पहले ही ग्रीन क्षेत्र घटकर केवल एक प्रतिशत रह गया है और जो बचा है उसको भी खत्म करके रेगिस्तान बनाया जा रहा है। इसे रोका जाना जरूरी है। प्रदूषण के बढ़ते स्तर, तापमान में बढोतरी और पर्यावरण को पहुंचने वाले गंभीर खतरे को नजरअंदाज करके भावी पीढियों को मौत के मुंह में धकेला जाना असहनीय होगा। पर्यावरण प्रेमियों ने निश्चय किया कि इस संबंध में जल्द ही सार्थक सुझाव परियोजना अधिकारियों तक पहुंचाये जायेंगे, अन्यथा जनहित में विरोध दर्ज कराने के अन्य विकल्प भी मौजूद हैं।May be an image of 16 people, tree and text that says 'मन्दिर विश्कसरि स नी SOIL SOL SAVES SAVE SAME SUL'

क्या है मामला :

सरकार द्वारा इस क्षेत्र में एक जल उपचार संयंत्र स्थापित किया जाना है। शुरुआत में डब्ल्यूटीपी कुल्हान मानसिंह में बनना था लेकिन किसी अज्ञात कारण से साइट को बदलकर खलंगा कर दिया गया है। नागरिक उक्त हरे-भरे वन क्षेत्र के चयन पर सवाल उठा रहे हैं। “एक बंजर क्षेत्र का चयन क्यों नहीं किया गया, यह बार-बार पूछा गया? हम मेगा परियोजनाओं की योजना बनाने के बजाय मौजूदा प्राकृतिक जल स्रोतों का संरक्षण क्यों नहीं कर रहे हैं जो अंततः बड़े संकटों को जन्म देगा?” विभिन्न समूहों के प्रतिनिधियों ने इस मुद्दे पर जागरूकता फैलाने और सभी से व्यवहार्य समाधानों के बारे में सोचने का आग्रह किया।

हृदयस्पर्शी गीतों से प्रकृति माँ को दी श्रद्धांजलि :

‘मातृ दिवस’ का वास्तविक जश्न मनाते हुए सभी ने प्रकृति माँ को श्रद्धांजलि अर्पित की और कटाई के लिए चिह्नित पेड़ों को रक्षासूत्र बांधा और उनमें से प्रत्येक की रक्षा करने की कसम खाई। प्रेम पूर्ण नारों और मधुर हृदयस्पर्शी गीतों से प्रकृति माँ की जय जयकार की गई।

इस अवसर पर गोरखाली सुधार सभा, सिटिजन फॉर ग्रीन दून, क्षत्रीय चेतना मंच, खंलगा विकास समिति, रोड स्पिन वारियर्स, पहाडी पैडलरस, नेचरबड़ी, मैड, टाय फाउंडेशन, संयुक्त नागरिक संगठन, क्षत्रिय चेतना मंच, दून यूनिवर्सिटी के छात्र, पूर्व सैनिक संगठन आदि संस्थाओं के साथ पर्यावरणप्रेमी मौजूद थे। वक्ताओं में विक्रम सिंह थापा, शशिकांत, अनिल गुरुंग, कैप्टन गोपाल सिंह, शशिकांत शाही, मनोज ध्यानी, सुशील त्यागी, चौ.ओमवीर सिंह, हिमांशु अरोड़ा, जयासिंह, ईरा चौहान, प्रभा शाह, कर्नल कोठियाल आदि शामिल थे।

कांग्रेस ने बेशकीमती पेड़ों की बलि देने पर जताया पुरजोर विरोध

देहरादून, उत्तराखंड प्रदेश कांग्रेस के चीफ मीडिया कोऑर्डिनेटर राजीव महर्षि ने खलंगा क्षेत्र के नौ हजार बेशकीमती साल के वृक्षों को काटने का तीव्र विरोध करते हुए प्रदेश की धामी सरकार को अब तक की सबसे बड़ी नासमझी और चूक करने वाली सरकार बताया है।
महर्षि ने कहा कि हम विकास के विरोधी नहीं हैं लेकिन देहरादून में जिस तेजी से प्रदूषण बढ़ रहा है, उसकी रोकथाम यही जंगल कर रहे हैं और सरकार की नासमझी इसी से स्पष्ट हो जाती है कि वह इस जंगल को नेस्तनाबूत करने पर आमादा है।
महर्षि रविवार को खलंगा के लोगों द्वारा चलाए जा रहे विरोध प्रदर्शन को समर्थन देने मौके पर पहुंचे और उन्होंने लोगों को भरोसा दिया कि उनके आंदोलन में कांग्रेस पार्टी हरसंभव सहयोग देगी, क्योंकि यह सवाल देहरादून के अस्तित्व से जुड़ा हुआ है।
महर्षि ने जोर देकर कहा कि राज्य सरकार बेशकीमती वृक्षों के बलिदान से पूर्व एक बार पुनर्विचार करने का कष्ट करे।
महर्षि के साथ राम सिंह थापा पूर्व अध्यक्ष बलभद्र थापा स्मारक समिति, प्रभा शाह महासचिव बलभद्र समिति, बीना गुरुग उपाध्यक्ष बलभद्र समिति, सचिन त्रिवेदी पूर्व उपाध्यक्ष डीएवी पीजी कॉलेज, परितोष सिंह उपाध्यक्ष देव पीजी कॉलेज, विकास नेगी सचिव, युवा कांग्रेस के सागर सेमवाल विधानसभा अध्यक्ष राजपुर यूथ कांग्रेस, पुलकित चौधरी, हरीश जोशी, अभिनय बिष्ट अखिल, शरद, आदर्श सचिन डोभाल अंकित सिसोदिया आदि शामिल थे।

सनातन धर्म प्रहरी के रूप में सहायक निदेशक डॉ. घिल्डियाल को मिला परशुराम सम्मान

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देहरादून, सनातन धर्म के संरक्षण के लिए सहायक निदेशक शिक्षा एवं संस्कृत शिक्षा डॉ चंडी प्रसाद घिल्डियाल को वैदिक ब्राह्मण सभा ने परशुराम सम्मान से सम्मानित किया है।

भगवान परशुराम जन्मोत्सव समारोह के स्वर्ण जयंती समारोह के समापन अवसर पर राजधानी के आई आरटीसी सभागार में आयोजित राष्ट्रीय अलंकरण समारोह में उपस्थित विधानसभा अध्यक्ष रितु खंडूरी एवं टपकेश्वर महादेव पीठाधीश्वर स्वामी कृष्णानंद गिरी महाराज ने उन्हें यह महत्वपूर्ण सम्मान प्रदान करते हुए कहा कि वास्तव में डॉक्टर घिल्डियाल शिक्षा एवं संस्कृत शिक्षा के सहायक निदेशक होने के साथ-साथ ज्योतिष एवं श्रीमद् भागवत के अद्भुत विद्वान है, और वह अपनी विद्वत्ता से उत्तराखंड ही नहीं अपितु देश एवं विदेशों में भी सनातन धर्म प्रहरी के रूप में धर्म की पताका फहराने का कार्य कर रहे हैं।

सम्मान मिलने पर डॉक्टर घिल्डियाल ने वैदिक ब्राह्मण सभा का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि उनका निरंतर प्रयास वैदिक धर्म को नई पीढ़ी में हस्तांतरित करने के लिए विभिन्न माध्यमों से जारी रहेगा, उन्होंने कहा कि इस प्रकार के सम्मान मिलने से जिम्मेदारी का अधिक बोध होने लगता है।

इस अवसर पर वैदिक ब्राह्मण सभा द्वारा न्याय, व्यापार, प्रशासन, चिकित्सा जैसे क्षेत्रों से भी कुछ विशिष्ट लोगों को सम्मानित किया गया ।
मौके पर कैंट विधायक सविता कपूर, भूतपूर्व मेयर सुनील उनियाल, प्रसिद्ध कथावाचक सुभाष जोशी,पूर्व प्राचार्य ओमप्रकाश भट्ट ,आचार्य पवन कुमार शर्मा, इंजीनियर ओमप्रकाश वशिष्ठ, भरत राम तिवारी, उत्तराखंड विद्वतसभा के प्रदेश अध्यक्ष विजेंद्र मंमगाई सहित दिल्ली ,उत्तर प्रदेश और हरियाणा,पंजाब से भी सैकड़ो लोग उपस्थित थे।

खास खबर : शिक्षा विभाग के पांच सीईओ और 12 बीईओ पर बड़ी कार्यवाही

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देहरादून, प्रधानमंत्री मोदी के ड्रीम प्रोजेक्ट पीएम श्री स्कूलों को लेकर आयोजित कार्यशाला में न आने वाले 5 सीईओ, 12 बीईओ पर शनिवार को कार्रवाई की गई। डीजी शिक्षा बंशीधर तिवारी ने सभी 17 अफसरों को वर्ष 2024-25 के लिए प्रतिकूल प्रविष्टि दे दी।
यह कार्यशाला इसी माह छह से आठ मई तक देहरादून में हुई थी। केंद्र सरकार के निर्देश के अनुसार सभी शिक्षा अफसरों का आना अनिवार्य था। डीजी का कहना है कि कार्यशाला से गैरहाजिरी विभागीय कार्य के प्रति उदासीनता को दर्शाता है। इससे राष्ट्रीय स्तर पर राज्य की छवि भी धूमिल हुई है।

इन पर हुई कार्रवाई…

सीईओ: अंबादत्त बलोदी अल्मोड़ा, गजेंद्र सौन बागेश्वर, अशोक कुमार जुकारिया पिथौरागढ़, कुंवर सिंह रावत यूएस नगर, जगमोहन सोनी नैनीताल।
बीईओः हरेन्द्र शाह, डीसी सती, हेमलाता गौड़, अयाजुद्दीन, कैना, सुलोहिता नेगी, दीप्ति यादव, गणेश ज्याला, अतुल सेमवाल, मोनिका बम, दमयन्ती रावत, पूनम चौहान।

 

विवेक अग्रवाल बने जनरल मर्चेंट एसोसिएशन के प्रधान

देहरादून, जनरल मर्चेंट्स एसोसिएशन की एक आम सभा जैन धर्मशाला गांधी रोड पर आज संपन्न हुई जिसमें नई कार्य करणी का चुनाव हुआ चुनाव अधिकारी श्री सुधीर जैन एवं महावीर प्रसाद गुप्ता ने चुनाव संपन्न करवाया |
नवनिर्वाचित कार्यकारिणी में प्रधान विवेक अग्रवाल उप प्रधान सुधीर अग्रवाल महामंत्री अशोक ठाकुर कोषाध्यक्ष अजय गर्ग उप मंत्री आयुष जैन सर्व समिति से चुने गए। इसके अलावा सम्मानित कार्यकारिणी सदस्य निम्न प्रकार से चुने गए
संरक्षक श्री सुधीर कुमार जैन एवं पूर्व प्रधान श्री महावीर प्रसाद गुप्ता के साथ स्टोर्स इंचार्ज राजकुमार गोयल सदस्य कार्यकारिणी मोहनलाल विरमानी ज्ञान प्रकाश, मनीष विरमानी, राजेंद्र वाधवा,मोहित मित्तल, अनिल गोयल, हरि ओम महावर, दीपक तायल, सौरव भटनागर, सुरेंद्र गोयल, प्रदीप नागलिया इसके अलावा दो सदस्य विशेष आमंत्रित में धन प्रकाश गोयल और राजकुमार अरोड़ा को लिया गया।
आज के सभा में फूड सेफ्टी डिपार्टमेंट से पीसी जोशी एवं उनकी टीम उपस्थित थी, जिन्होंने सभा में उपस्थित सभी सदस्यों को फूड सेफ्टी के बारे में बहुत महत्वपूर्ण जानकारी दी और भविष्य में भी इस प्रकार के आयोजन और कैंप में उन्होंने शामिल रहने की बात कही चुनाव के बाद नवनिर्वाचित प्रधान विवेक अग्रवाल ने बताया कि इस साल जनरल मर्चेंट एसोसिएशन अपने मेंबर्स के लिए मेडिकल फ्री चेकअप कैंप लगाएगी, पांच दिवसीय योगा कैंप का भी आयोजन किया जाएगा जिसमें मधुमेय और उच्च रक्तचाप से संबंधित योगासन सदस्यों एवं उनके परिवारों को सिखाए जाएंगे। 20 सितंबर को अयोध्या में रामलला जी के दर्शन कराने की भी व्यवस्था संस्था करेगी।

 

 

परिवार को बचाए रखने के लिए धैर्य संयम की नितांत आवश्यकता रहती है : आचार्य पवन नंदन

 

देहरादून, श्रीमद् भागवत सेवा जनकल्याण समिति क्लेमेंट टाउन सुभाष नगर देहरादून में आचार्य पवन नंदन जी महाराज के मुखारविंद द्वारा कथा के तीसरे दिन कथा सुनाते हुए कथा वाचक आचार्य पवन नंदन जी महाराज ने बताया कि किसी भी स्थान पर बिना निमंत्रण जाने से पहले इस बात का ध्यान जरूर रखना चाहिए कि जहां आप जा रहे है वहां आपका, अपने इष्ट या अपने गुरु का अपमान हो। यदि ऐसा होने की आशंका हो तो उस स्थान पर जाना नहीं चाहिए। चाहे वह स्थान अपने जन्म दाता पिता का ही घर क्यों हो। कथा के दौरान सती चरित्र के प्रसंग को सुनाते हुए भगवान शिव की बात को नहीं मानने पर सती के पिता के घर जाने से अपमानित होने के कारण स्वयं को अग्नि में स्वाह होना पड़ा। जीवन का लक्ष्य परमात्मा प्राप्ति हैं, भगवान से अपनापन से भगवान की प्राप्ति की जा सकती हैं
कथा में उत्तानपाद के वंश में ध्रुव चरित्र की कथा को सुनाते हुए समझाया कि ध्रुव की सौतेली मां सुरुचि के द्वारा अपमानित होने पर भी उसकी मां सुनीति ने धैर्य नहीं खोया जिससे एक बहुत बड़ा संकट टल गया। परिवार को बचाए रखने के लिए धैर्य संयम की नितांत आवश्यकता रहती है। भक्त ध्रुव द्वारा तपस्या कर श्रीहरि को प्रसन्न करने की कथा को सुनाते हुए बताया कि भक्ति के लिए कोई उम्र बाधा नहीं है। भक्ति को बचपन में ही करने की प्रेरणा देनी चाहिए क्योंकि बचपन कच्चे मिट्टी की तरह होता है उसे जैसा चाहे वैसा पात्र बनाया जा सकता है। कथा के दौरान उन्होंने बताया कि पाप के बाद कोई व्यक्ति नरकगामी हो, इसके लिए श्रीमद् भागवत में श्रेष्ठ उपाय प्रायश्चित बताया है। अजामिल उपाख्यान के माध्यम से इस बात को विस्तार से समझाया गया साथ ही प्रह्लाद चरित्र के बारे में विस्तार से सुनाया और बताया कि भगवान नृसिंह रुप में लोहे के खंभे को फाड़कर प्रगट होना बताता है कि प्रह्लाद को विश्वास था कि मेरे भगवान इस लोहे के खंभे में भी है और उस विश्वास को पूर्ण करने के लिए भगवान उसी में से प्रकट हुए एवं हिरण्यकश्यप का वध कर प्रह्लाद के प्राणों की रक्षा की।
श्रीमद् भागवत कथा ज्ञान यज्ञ महोत्सव के दौरान सकीर्तन में भक्त भक्ति में सराबोर हो गए, आज के कार्यक्रम में अध्यक्ष प्रेम सिंह भंडारी, सचिव नवीन जोशी, अभिषेक परमार, विनोद राई, प्रदीप राई, कैलाश चंद भट्ट, सुमित मेहता, केवलानंद लोहानी, प्रमिला नेगी, मालती राई, कैलाश भट्ट, गीता, विमला, ईश्वर सिंह नेगी, धन सिंह फर्त्याल, दीपक सिंह गोसाई आदि मौजूद रहे |

आरती की हत्या का सवाल : क्या शैलेंद्र की मौत के साथ दफन हो गया, पुलिस हर एंगल पर कर रही जांच

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देहरादून, आजकल की भौतिक वादी जिन्दगी में हर कोई अपने सपनों को पंख लगाने की भागदौड़ में लगा है, वहीं इस भागदौड़ में कई युवा जी तोड़ मेहनत में कर अपनी मंजिल पा रहे हैं वहीं कई ऐसे युवा हैं रास्ते से भटक कर अपनी जीवनलीला समाप्त कर देते हैं, ऐसी ही एक घटना दून में घटित हुयी जिसने सभी को अचंभित कर दिया, यह ऐसी घटना थी कि जिस उम्र में युवा अपना कॅरियर बनाने की होड़ में लगे रहते हैं, वहीं शैलेंद्र भट्ट नामक युवा ने ऐसी घटना को अंजाम दे डाला, जिसे सुनकर ही दिल दहल उठता है। मूलरूप से टिहरी निवासी शैलेंद्र भट्ट ने ना सिर्फ दरोगा की बेटी आरती डबराल का बेरहमी से गला काटा, बल्कि उसके बाद खुद भी ऋषिकेश क्षेत्र की चीला नहर में कूदकर जान दे दी। जबतक शैलेंद्र भट्ट का शव बरामद नहीं हो पाया था तो पुलिस उसके कहीं भाग जाने के कयास भी लगा रही थी। शैलेंद्र के विरुद्ध आरती की हत्या का मुकदमा दर्ज करने के साथ ही पुलिस एक तरफ चीला में उसके शव की तलाश कर रही थी, तो दूसरी तरफ अन्य विकल्पों पर भी आगे बढ़ रही थी। आरती की हत्या को लेकर जो सवाल दोनों के परिजनों से लेकर आमजन के मन में कौंध रहे थे, उनके जवाब तलाशने के लिए पुलिस भी निरंतर प्रयास में लगी रही। लेकिन शुक्रवार को चीला नहर से शैलेंद्र भट्ट का शव बरामद कर लिए जाने के बाद हत्या के असल कारणों और शैलेंद्र के हैवान बनने और उसके बाद खुद की जान लेने जैसे सवाल भी हमेशा के लिए गुम हो गए हैं।
दूसरी तरफ दून पुलिस के दरोगा शिव प्रसाद डबराल की बेटी आरती की शैलेंद्र के जन्मदिन के बहाने हुई मुलाकात एक की जघन्य हत्या और दूसरे की आत्महत्या की वजह बन जाएगी। दरअसल, हत्या और आत्महत्या की इस दुःखद कहानी की शुरुआत सोमवार 06 मई 2024 की सुबह तब हुई, जब हरिद्वार राजमार्ग पर छिद्दरवाला स्थित तीन पानी पुल के पास 26 वर्षीय आरती डबराल का खून से सना हुआ शव मिला। आरती का बेरहमी से गला काटा गया था, सिर्फ गर्दन का आखिरी हिस्सा ही शरीर से चिपका हुआ था।

आरती की हत्या की गुत्थी सुलझाते हुए दून पुलिस आगे बढ़ी तो पता चला कि 20 बीघा (आइडीपीएल) ऋषिकेश निवासी आरती डबराल रविवार 05 मई को शाम करीब 06 बजे अपने मित्र शैलेंद्र भट्ट के जन्मदिन की पार्टी के लिए घर से निकली थी। पुलिस ने जांच की दिशा जन्मदिन की तरफ मोड़ी तो पता चला कि उसी दिन मूल रूप से भद्रास्यूं पुजारगांव टिहरी गढ़वाल निवासी शैलेंद्र भट्ट (26 वर्ष) अपने हाल निवास बसंत कॉलोनी श्यामपुर से शाम 5 बजे निकला था। यहां शैलेंद्र की बहन का घर है और वह पिछले 07-08 साल से यहीं रहकर प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहा था।

चीला नहर से शैलेंद्र भट्ट का शव बरामद करने के बाद अग्रिम कार्रवाई के लिए ले जाते एसडीआरएफ के जवान।
पुलिस की जांच तब फिर से ठिठक गई, जब पता चला कि शैलेंद्र भी 5 मई की शाम से घर नहीं लौटा है। जिस पर उसकी बहन ने ऋषिकेश कोतवाली में शैलेंद्र की गुमशुदगी की सूचना दर्ज कराई है। जांच में सामने आया कि शैलेंद्र आखिरी समय तक अपने दोस्त मनीष के साथ था। मनीष ने पुलिस को बताया कि उसका दोस्त चीला नहर में कूदने की बात कह रहा था। संभवतः वह नहर में कूद गया है। पुलिस ने तत्काल एसडीआरएफ के गोताखोरों को शैलेंद्र का शव बरमाद करने के लिए चीला नहर में उतारा।
जब अगले दिन भी शव नहीं मिल पाया तो पुलिस आरती की हत्या और शैलेंद्र की स्थिति को लेकर अलग-अलग एंगल से जांच में जुट गई। शैलेंद्र के विरुद्ध आरती की हत्या का मुकदमा दर्ज किया गया। साथ ही चीला नहर में भी निरंतर अभियान जारी रखा गया। इस दौरान पुलिस को जानकारी मिली कि जो चाकू आरती के शव के पास से बरामद किया गया था, उसे शैलेंद्र ने हत्या से 02 दिन पहले पीजी कॉलेज के पास की दुकान से खरीदा था। तब वह इस चाकू से जन्मदिन के दिन मुर्गा काटने की बात कह रहा था।
वहीं शुक्रवार को चीला नहर से एसडीआरएफ ने शैलेंद्र भट्ट का शव बरामद किया तो कहानी का एक पहलू साफ हो गया। पर अब उन सवालों के जवाब नहीं मिल पाएंगे, जो आरती की हत्या की वजह बने। रायवाला के थानाध्यक्ष जितेंद्र चौधरी के मुताबिक यह अपनी तरह का विरला मामला है, जिसमें आरोपी ने बिना ठोस कारण के हत्या को अंजाम दिया है। आरती और शैलेंद्र के बीच इतना गंभीर कुछ भी नहीं पाया गया, जो हत्या जैसे जघन्य अपराध करने को विवश कर दे।

शैलेंद्र ने आरती के मोबाइल में देखा अमन का नम्बर :

पुलिस की जांच में एक बात यह भी सामने आई है कि शैलेंद्र ने आरती के मोबाइल में किसी अमन का नम्बर देखा था। उसने इस बात पर एक दफा गुस्सा भी किया था। यह बात पुलिस को शैलेंद्र के दोस्त मनीष ने बताई। उसने यह भी बताया कि शैलेंद्र प्रतियोगी परीक्षाओं में सफल न होने को लेकर परेशान रहता था। वह आरती को लेकर गंभीर था और चिंतित भी। उसे लगता था कि उसकी असफलता कहीं आरती को दूर न कर दे। शैलेंद्र ने मनीष से यह भी कहा था कि उसे किसी को मारना है। वह किसे मारने की बात कहता था और आरती की हत्या क्यों कर दी, इस कहानी के असल पहलू से शायद ही अब पर्दा उठ पाए। लेकिन अभी पुलिस हर एंगल से जांच का दायरा बढ़ा रही है |

शैलेन्द्र बैग के साथ नहर में कूदा था :

वहीं पुलिस के मुताबिक शैलेंद्र जब चीला नहर में कूदा था, तब उसके पास एक बैग भी था। चीला नहर से शैलेंद्र का शव तो बरामद कर लिया गया है, लेकिन अभी तक बैग नहीं मिल पाया है। पुलिस उसी बैग की तलाश में जुटी है, पुलिस मानती है कि बैग में कुछ ऐसा मिल जाए, जो आरती की मौत की वजह को लेकर कुछ तस्वीर साफ कर सके। हो सकता है कि बैग में शैलेंद्र और आरती के बीच के संबंध को लेकर कुछ और जानकारी मिल सके। लेकिन अभी इस संबंध में दोनों की मौत के बाद गुत्थी अभी उलझी है पुलिस जांच में जुटी है और देर सवेर तस्वीर साफ हो जायेगी |

श्री महंत इन्दिरेश अस्पताल में धूमधाम से मनाया गया अन्तर्राष्ट्रीय नर्सेज़ दिवस

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“सिस्टर गुरप्रीत कौर, सिस्टर पूर्णिमा, सिस्टर शारदा, सिस्टर प्रेमलता व सिस्टर सोनम लाइफटाइम अचीवमेंट अवार्ड से सम्मानित”

देहरादून, श्री महंत इन्दिरेश अस्पताल में अन्तर्राष्ट्रीय नर्सेज दिवस 12 मई धूमधाम के साथ मनाया गया। नर्सिंग स्टाफ ने एक दूसरे को इस विशेष दिवस की बधाईयां एवम् शुभकामनाएं दीं। इस अवसर पर सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया गया। श्री महंत इन्दिरेश अस्पताल में 20 से अधिक वर्षों से लगातार सेवाएं दे रहीं नसिंग स्टाफ सिस्टर गुरप्रीत कौर, सिस्टर पूर्णिमा, सिस्टर शारदा, सिस्टर प्रेमलता, सिस्टर सोनम को लाइफटाइम अचीवमेंट पुरस्कार से सम्मानित किया गया। 500 से अधिक नर्सिंग स्टाफ ने कार्यक्रम में प्रतिभाग किया। श्री महंत इन्दिरेश अस्पताल के चेयरमैन श्रीमहंत देवेन्द्र दास जी महाराज ने सभी नसिंग स्टाफ को अन्तर्राष्ट्रीय नर्सेज़ दिवस की बधाई व शुभकामनाएं प्रेषित कीं।
रविवार को श्री गुरु राम राय इंस्टीट्यूट आॅफ मेडिकल एण्ड हैल्थ साइंसेज़ के सभागार में अन्तर्राष्ट्रीय नर्सेज़ दिवस 12 मई का शुभारंभ श्री महंत इन्दिरेश अस्पताल के चिकित्सा अधीक्षक डाॅ अजय पंडिता, डाॅ गौरव रतूड़ी, नर्सिंग अधीक्षक अनीष नेे संयुक्त रूप से दीप प्रज्जवलन कर किया। काबिलेगौर है कि 12 मई को हर साल इंटरनेशनल नर्सेज दिवस के रूप में मनाया जाता है। 12 मई को विश्व प्रसिद्ध नर्स एवम् नर्सिंग की प्रणेता फ्लोरेंस नाइटिंगेल के जन्मदिवस के रूप में मनाया जाता है। अन्तर्राष्ट्रीय नर्सेज़ दिवस विश्व भर में कार्यरत समस्त नर्सिंग परिवार के प्रति सम्मान, उनके योगदान एवम् समर्पण को सम्मानित करने का भी दिवस है।
रविवार को सिस्टर एंंजिल व सिस्टर आराधना के स्वागत उद्बोधन से कार्यक्रम का आगाज हुआ। सिस्टर अक्षिता ने कृष्ण वन्दना के द्वारा मनमोहक प्रस्तुति दी। एजनस एण्ड ग्रुप के मैशअप ग्रुप डांस को दर्शकों का भरपूर समर्थन मिला। एलन के सोलन डांस ने भरपूर तालियां बटोरीं। सिस्टर तेंजिंग के सोलो डांस एवम् साक्षी के क्लासिकल डांस ने दर्शकों को स्तब्ध कर दिया। निकिता एण्ड ग्रुप ने पंजाबी एवम् बालीवुड धुनों पर जोरदार प्रस्तुति दी। तिब्बतन पारंपरिक डांस कार्यक्रम का मुख्य आकर्षण रहा.
पल्लवी, मिनी, अंकित एण्ड ग्रुप एवम् प्रिंयका के सोलो डांस को भी दर्शकों ने खूब पसंद किया। नर्सिंग स्टाफ ने फैशन शो के माध्यम से देश के विभिन्न राज्यों की सांस्कृतिक विरासत एवम् वेशभूषा को रैंप पर आकर्षक ढंग से प्रस्तुत किया।
श्री महंत इन्दिरेश अस्पताल में उत्कृष्ट सेवाएं देने वाले 8 नर्सिंग स्टाफ को कार्यक्रम में विशेष रूप से पुरस्कार देकर सम्मानित किया गया। इन नर्सिंग स्टाफ ने विगत एक वर्ष में नर्सिंग केयर में विशेष योगदान एवम् उल्लेखनीय सेवा कार्य किए हैं।
कार्यक्रम को सफल बनाने में डिप्टी नर्सिंग अधीक्षक विशाल राज एवम् डिप्टी नर्सिंग अधीक्षक गुरप्रीत काैर, अंजु बाला, ए.एन.एस. सिस्टर अर्चना राय, डी.एन.एस., सिस्टर शैली पाॅल, सिस्टर सिजा, ए.एन.एस. ब्रदर एल्डो, ए.एन.एस. जोयना सोनी का विशेष सहयोग रहा।

पांच दिवसीय ग्रीष्म कला उत्सव का समापन : अंतिम दिन नगीन तनवीर के सुरों से महक उठी शास्त्रीय संगीत की महफिल

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देहरादून(एल मोहन लखेड़ा), दून पुस्तकालय एवं शोध केंद्र’ की ओर से आयोजित पांच दिवसीय ‘ग्रीष्म कला उत्सव’ के समापन का दिन लोक गीत व शास्त्रीय संगीत के नाम रहा। साहित्य, कला गीत-संगीत और सिनेमाई कला के विविध पक्षों पर केन्द्रित इस आयोजन की श्रृंखला के तहत आज के प्रातःकालीन में सत्र कहानी वाचन और अभिनय का प्रस्तुतिकरण किया गया। इस सत्र में युवा रंगकर्मी सिद्धांत अरोड़ा व उनके साथियों ने हबीब तनवीर के नाटक चरणदास चोर का परिचय दिया और उस कहानी से उद्धरित प्रमुख अंशो वाचन किया। कहानी के इन अंशों में नाटकीय प्रभाव का समावेश बहुत शानदार ढंग से किया गया।
चरणदास चोर यह नाटक सत्य के लिए मनुष्य को अडिग रहने का संदेश देता है। सुपरिचित पटकथा लेखक नाट्य निर्देशक हबीब तनवीर ने इस नाटक का लेखन किया है। चरणदास चोर एक ऐसे चोर की कहानी है जो आदतन चोर है। सोने की प्लेट चोरी करने से नाटक की कहानी शुरू होती है। चरनदास किसी गांव से सोने की थाली चोरी करके फरार हुआ है । पुलिस से बचने के लिए या यूं चरणदास एक गुरुजी के आश्रम में प्रवेश कर उनका शिष्य बनने की इच्छा प्रकट करता है। गुरुजी मान जाते हैं, और शर्त लेते हैं कि चरणदास हमेशा सच बोलने का प्रण लेगा। एक बात गुरु जी की भी माननी पड़ेगी कि तुम्हें झूठ बोलना छोड़ना होगा। पहले तो चरनदास इस प्रण के लिए ना-नुकुर करने लगता है, पर पुलिस से बचने के चक्कर मे यह प्रण कर लेता है कि मैं कभी झूठ नही बोलूंगा। चरनदास के इन्हीं वचनों पर नाटक के कथानक का ताना-बाना बुना गया मरते दम तक चरनदास अपने वचनों के पालन में खरा उतर जाता है।
वहीं दूसरी ओर सांध्यकालीन सत्र संगीत कार्यक्रम पर केन्द्रित रहा। इसमें छत्तीसगढ़ी लोक गीत एवं सुगम शास्त्रीय संगीत की बेहतरीन प्रस्तुतियां सुपरिचित कलाकार नगीन तनवीर ने दी। उन्होनें छत्तीसगढ़ी लोक संगीत की एक से बढ़कर एक प्रस्तुति देकर उपस्थित संगीत प्रेमियों की वाहवाही बटोर ली। उन्होंने छत्तीसगढ़ी लोक संगीत की प्रस्तुति के बाद उन्होनें सुगम शास्त्रीय संगीत की सुर प्रस्तुतियों से संगीत की महफिल को यादगार बनाकर उसे महका दिया।
उल्लेखनीय है कि नगीन तनवीर सुपरिचित पटकथा लेखक नाट्य निर्देशक व कवि हबीब तनवीर की बेटी हैं। नगीन तनवीर का दिल और आत्मा हमेशा महत्वपूर्ण, संगीत के साथ जुड़े रहे हैं। उन्होंने शास्त्रीय और हल्के शास्त्रीय संगीत का प्रशिक्षण लिया है और यह दुर्लभ और मूल्यवान है। छत्तीसगढ़ी लोक संगीत का भंडार जिसे वह संगीत समारोहों में प्रस्तुत करती है। जब उनके पिता ने एक बार उनसे पूछा था कि क्या वह एक नाटक का निर्देशन करना चाहेंगी, तो उन्होंने मना कर दिया था। हालाँकि, उनकी मृत्यु के बाद उन्होंने नया थिएटर की कमान संभाली है।

कार्यक्रम के आरम्भ में दून पुस्तकालय के अध्यक्ष प्रो. बी. के. जोशी ने मंचासीन अतिथियों और सभागार में उपस्थित लोगों का स्वागत किया। कार्यक्रम में दीपक नागलिया, विजय भट्ट, हिमांशु आहूजा, कल्याण बुटोला,इरा चौहान अरुण कुमार, देहरादून के अनेक संगीत प्रेमी, साहित्यकार, बुद्धजीवी, पत्रकार, साहित्य प्रेमी और पुस्तकालय के पाठकगण उपस्थित रहे।