Tuesday, April 29, 2025
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सावधान! जल्दी पतले होने की दवा से लकवा मारने का भी खतरा, क्या है चेतावनी

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नई दिल्ली,(आरएनएस)।  दुनिया की एक बड़ी अबादी बढ़ते वजन से परेशान है। हर कोई तेजी से पतला होने के शार्टकट्स खोजने में लगा हुआ है। ऐसे में सबसे पहला तरीका जो दिमाग मे आता है, वह है मोटापे से निजात दिलाने वाली दवाओं का सेवन। लेकिन इसके बहुत गंभीर साइड इफैक्ट्स भी हो सकते हैं। हाल ही में अमेरिका में हुए एक अध्ययन में इस बात की पुष्टि हुई है। अध्ययन में बताया गया है कि तेजी से मोटापा घटाने में इस्तेमाल होने वाली वेगोवी और ओजेम्पिक जैसी दवाओं के लगातार सेवन के गंभीर दुष्परिणाम हो सकते हैं। इसमें पेट के लकवे जैसे रोग शामिल हैं।
दरअसल पेट के लकवा मारने पर वजन में तेजी से कमी आने लगती है। इसके साथ ही कुपोषण और अन्य जटिल रोगों का खतरा भी बढ़ जाता है। कई बार तो इसके इलाज के लिए सर्जरी तक का सहारा लेना पड़ सकता है। हालांकि अध्ययन में यह भी साफ किया गया है कि इन साइड इफैक्ट्स के होने की संभावना बहुत कम है।
भारत की बात करें तो ये दोनों ही दवाएँ कानूनी तौर पर यहाँ उपलब्ध नहीं हैं। लेकिन कुछ रिपोर्ट्स की मानें तो ग्रे मार्केट के जरिए प्रीमियम पर इन दवाओं को उपलब्ध कराया जा रहा है। हाल ही में डेनमार्क की एक कंपनी नोवो नोरडिस्क ने डायबिटिज के लिए एक दवा को लाँच किया है। ‘रेबेल्सस’ नाम की इस दवा में ओजेम्पिक की कुछ मात्रा पायी गई है। डॅाक्टर्स का कहना है कि इस दवा का इस्तेमाल वजन घटाने के लिए भी किया जा रहा है। बता दें कि वेगोवी और ओजेम्पिक को पहले शुगर की दवा के रूप में ही अप्रूव किया गया था। लेकिन कुछ रिपोर्ट्स सामने आईं जिनमें दावा किया गया कि इनकी मदद से साल भर के अंदर ही 10-15% वजन घटाया जा सकता है। इसके बाद यूएस एफडीए ने मोटापे से ग्रसित लोगों के लिए भी इसके सीमित उपयोग की मंजूरी दे दी थी। कुछ ही दिनों में ये दवाएँ इतनी मशहूर हो गईं कि बड़े बड़े सेलिब्रिटी जैसे एलोन मस्क और ओपरा विनफ्रे तक इनका इस्तेमाल करते देखे गए।

सीएम ने ऋषिकेश पहुंचकर चारधाम यात्रा रजिस्ट्रेशन कार्यालय का किया स्थलीय निरीक्षण, श्रद्धालुओं से लिया व्यवस्थाओं को फीडबैक

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देहरादून, प्रदेश के मुखिया पुष्कर सिंह धामी ने सोमवार को ऋषिकेश पहुंचकर चारधाम यात्रा रजिस्ट्रेशन कार्यालय एवं श्रद्धालुओं के लिए की गई व्यवस्थाओं का स्थलीय निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान मुख्यमंत्री ने देश के विभिन्न क्षेत्रों से आये श्रद्धालुओं से बातचीत कर उनसे व्यवस्थाओं का फीडबैक भी लिया।

मुख्यमंत्री ने निरीक्षण के दौरान अधिकारियों को आवश्यक मूलभूत सुविधाओं समेत पेयजल, भोजन, स्वच्छता एवं स्वास्थ्य व्यवस्थाओं को और अधिक सुदृढ बनाने के निर्देश दिए। निरीक्षण के दौरान उन्होंने श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए बनाए गए विश्राम स्थल, स्वास्थ्य केन्द्र एवं यात्रा नियंत्रण कक्ष में सभी सुविधाओं का भी जायजा लिया। उन्होंने संबंधित अधिकारियों को यात्रियों को किसी भी प्रकार की असुविधा न होने एवं व्यवस्थित यात्रा के लिए आपसी सामंजस्य से कार्य करने के निर्देश दिये।

मुख्यमंत्री ने कहा कि विभिन्न क्षेत्रों से उत्तराखण्ड आने वाले श्रद्धालुओं की सुगमए सुरक्षित एवं सुविधाजनक चारधाम यात्रा के लिए राज्य सरकार लगातार कार्य कर रही है। इस अवसर पर आयुक्त गढ़वाल विनय शंकर पाण्डेय, आईजी के.एस. नगन्याल एवं जिला प्रशासन के अधिकारी उपस्थित थे।

 

तान्या सिंह के सिर सजा मिस उत्तराखंड़ का ताज, शिवांगी फर्स्ट तो वंशिका बनी सेकेंड रनरअपतान्या सिंह के सिर सजा मिस उत्तराखंड का ताज - Prabhat Chingari

देहरादून, सिनमिट कम्युनिकेशन्स की ओर से कमल ज्वेलर्स- ब्लेंडर्स प्राइड मिस उत्तराखंड-2024 के ग्रैंड फिनाले का आयोजन किया गया। इस मौके पर मॉडल्स ने अलग -अलग राउंड में कैटवॉक कर दर्शकों का दिल जीत लिया। इस मौके पर मिस उत्तराखंड 2024- तान्या सिंह, फर्स्ट रनरअप- शिवांगी रावत, सेकेंड रनरअप- वंशिका नेगी, थर्ड रनरअप- काव्या सती, फोर्थ रनरअप-कशिश गोयल बनी।

सिनमिट कम्युनिकेशन्स की ओर से रविवार को हयात सेंट्रिक में मिस उत्तराखंड-2024 का आयोजन किया गया। इस कांटेस्ट में 30 प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया। कांटेस्ट में प्रतिभागियों ने आकर्षक ड्रेसेस पहनी हुई थी। इसमें तीन राउंड का आयोजन हुआ। पहले में मॉडल्स में वेस्टर्न ड्रेसेस जैसे कि लेंथ ड्रेसेज, कॉकटेल वाइब, मटेरियल- सैटिन/सिक्वेंस, अच्छी फिटिंग व डार्क येट येल्लो कलर पहनकर रैम्प वॉक की। छाप की ओर से दूसरे ट्रेडिशनल राउंड में टाई, साड़ी व ट्रेडिशनल गहने पहने हुए मॉडल्स ने कैट वॉक की।
तीसरे राउंड में एनआईएफडी की ओर से डिजाइन किए गए गाउन व मैचिंग गहने पहनकर मॉडल्स ने रैम्प वॉक कर अपना जलवा बिखेरा । साथ ही उन्होंने जजेज के सवालों के जवाब भी दिए। इस मौके पर देहरादून सहित हल्द्वानी, हरिद्वार, ऋषिकेश, पौड़ी और रुड़की की प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया।
इस मौके पर सिनमिट कम्युनिकेशन्स के डायरेक्टर और आयोजक दलीप सिंधी और राजीव मित्तल ने बताया कि प्रतिभागियों की लगातार ग्रूमिंग के बाद ग्रैंड फिनाले आयोजित हुआ। बताया कि कांटेस्ट कमल ज्वैलर्स और ब्लेंडर्स प्राइड की ओर से प्रेजेंट किया गया।आयोजकों ने बताया कि हयात सेंट्रिक, न्यू इरा फ़ोटो स्टूडियो और इंस्पिरेशन पीआर की ओर से इवेंट में विशेष सहयोग मिला। कांटेस्ट की पूरी कोरियोग्राफी जेश पुष्कर सोनी और स्टाइलिंग अदिति की ओर से गई। इस मौके पर जजेस की भूमिका में मॉडल एवं बॉलीवुड एक्टर- प्रियंका कंडवाल, विनर ऑफ नेशनल ब्यूटी पेजेंट मिसिज़ इंडिया वन इन अ मिलियन 2021 एंड सब टाइटल होल्डर ऑफ मिसिज़ बोल्ड एंड ब्यूटीफुल- चांदनी देवगन, मिस उत्तराखंड-2017 एंड मिस दिवा यूनिवर्स फाइनलिस्ट् 2019- शिवांगी शर्मा, कॉउंसिलिंग साइकोलॉजिस्ट- ऐनी सिंह, सीईओ ऑफ मिस एशिऐटिक पेजेन्ट्- अशोक गुलाबानी, और एशियन स्कूल की प्रिंसिपल- रुचि प्रधान दत्ता, मिस उत्तराखंड-2022 ऐश्वर्या बिष्ट, मिस उत्तराखंड-2022 फर्स्ट रनर अप हिमानी रावत, मिस उत्तराखंड-2022 सेकंड रनर अप मान्सी ग्रेवाल, मिस उत्तराखंड-2022 थर्ड रनर अप- राजश्री डोभाल, मिस उत्तराखंड-2022 फोर्थ रनर अप- खुशी कुठाल, और रेडियो जॉकी- अखिल जोशी रहे ।

राजकोट गेमिंग जोन अग्निकांड पर बार एसोसिएशन का बड़ा फैसला, आरोपियों का केस नहीं लड़ेगा कोई वकील

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राजकोट, गुजरात में एक गेमिंग जोन में भीषण आग लगने से 28 लोगों की मौत के बाद घोर लापरवाही के लिए पांच अधिकारियों को निलंबित कर दिया गया है। दो पुलिस निरीक्षकों और तीन नागरिक अधिकारियों को आवश्यक अप्रूवल के बिना इस खेल क्षेत्र को संचालित करने की अनुमति देने में घोर लापरवाही के लिए निलंबित कर दिया गया है। वहीं अब खबर है कि राजकोट गेमिंग जोन अग्निकांड के आरोपियों का केस कोई वकील नहीं लड़ेगा। बार एसोसिएशन की तरफ से ये फैसला लिया गया है।

गेमिंग जोन में गंभीर खामियां सामने आईं :

25 मई शाम की त्रासदी से गुजरात के राजकोट में टीआरपी कहे जाने वाले गेमिंग जोन में गंभीर खामियां सामने आईं। ऐसा पता चला है कि मनोरंजन केंद्र अग्नि निकासी के लिए अनापत्ति प्रमाण पत्र (एनओसी) के बिना चल रहा था और उसके पास केवल एक निकास द्वार था।आशंका है कि आग शॉर्ट सर्किट की वजह से लगी होगी, लेकिन अधिकारियों ने कहा कि सही कारण जांच के बाद ही पता चलेगा। सरकार की यह बड़ी कार्रवाई मुख्यमंत्री भूपेन्द्र पटेल द्वारा घटनास्थल का दौरा करने और अधिकारियों को भयावह घटना के लिए जिम्मेदार लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने का निर्देश देने के एक दिन बाद आई है। निलंबित किए गए लोगों में राजकोट नगर निगम के टाउन प्लानिंग विभाग के सहायक अभियंता जयदीप चौधरी, सहायक टाउन प्लानर आरएमसी गौतम जोशी, राजकोट सड़क और भवन विभाग के उप कार्यकारी अभियंता एमआर सुमा और पुलिस निरीक्षक वीआर पटेल और एनआई राठौड़ शामिल हैं।

‘गेम जोन’ में आग लगने से 27 लोगों की मौत के बाद पुलिस ने इसके छह साझेदारों और एक अन्य के खिलाफ गैर इरादतन हत्या के आरोप में प्राथमिकी दर्ज की है और दो लोगों को गिरफ्तार किया है। गुजरात उच्च न्यायालय ने ‘गेम जोन’ में आग लगने की घटना का स्वत: संज्ञान लेते हुए इसे प्रथम दृष्टया ‘‘मानव निर्मित आपदा’’ बताया। पीठ ने कहा कि ‘गेम जोन’ में पेट्रोल, फाइबर और फाइबरग्लास शीट जैसी अत्यधिक ज्वलनशील सामग्री को रखा गया था। गुजरात के गृह मंत्री हर्ष सांघवी ने कहा कि अग्निकांड की जांच कर रहे विशेष जांच दल (एसआईटी) को जल्द से जल्द रिपोर्ट सौंपने को कहा गया है। राजकोट की मेयर नयना पेधड़िया ने पहले फायर एनओसी न होने की पुष्टि की थी। सुश्री पेधदिया ने कहा कि हम जांच करेंगे कि इतना बड़ा गेम जोन बिना फायर एनओसी के कैसे काम कर रहा था और हम इसके परिणाम देख रहे हैं। इस मुद्दे पर किसी भी राजनीति की अनुमति नहीं दी जाएगी।

बैंकर्स प्रीमियर लीग का चैम्पियन बना एसबीआई, फाइनल में कैनरा बैंक को तीन विकेट से हराया

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“कांग्रेस प्रवक्ता अभिनव थापर ने मुख्य अतिथि के रूप पुरस्कार वितरण कर समारोह का किया समापन”

देहरादून, दून में बैंकर्स क्रिकेट प्रीमियर लीग का समापन हो गया, इस प्रीमियर लीग में 8 राष्ट्रीय बैंको की क्रिकेट टीमों एसबीआई, आईसीआईसीआई, केनरा बैंक, बैंक आफ इंडिया, उत्तरांचल ग्रामीण बैंक, युनियन बैंक आफ इंडिया, एचडीएफसी व बैंक ऑफ़ बड़ौदा ने प्रतिभाग किया। 11 मई से आरंभ हुये लीग राउंड के बाद अंततः दो टीम द मौंक एसबीआई व केन11ने फाइनल में प्रवेश किया।
बीपीएल क्रिकेट टूर्नामेंट के फाइनल में कांग्रेस प्रवक्ता अभिनव थापर ने मुख्य अतिथि के रूप में भागीदारी कर खिलाड़ियों का उत्साह वर्धन किया और उनको “पुरस्कार वितरण कर समारोह का समापन” किया।
बीपीएल के मुख्य अतिथि उत्तराखंड कांग्रेस के प्रवक्ता अभिनव थापर ने कहा कि खेल जिंदगी का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है और क्रिकेट या अन्य किसी भी खेल से युवाओं की भागीदारी सुनिश्चित होती है और इससे समाज में युवाओं के लिए प्रोत्साहन होता है और आगे भविष्य बनाने की भी संभावना उपलब्ध होती है।
दून में बैंकर्स प्रीमियर लीग प्री क्रिकेट टूर्नामेंट में फाइनल मैच अपने आर्यन छेत्री ग्राउंड में द मौंक एसबीआई और केनरा11 के बीच खेला गया। टूर्नामेंट का ऑनलाइन लाईव प्रसारण व स्कोर बोर्ड की व्यवस्था की गयी। इस टूर्नामेंट के फाइनल में एसबीआई ने केनरा11 को रोमांचक मुकाबले में 3 विकेट से परस्त किया। मैन ऑफ़ द मैच रोहित उपाध्याय ने 73 रन बनाये, राहुल उनियाल को सर्वश्रेष्ठ गेंदबाज और मुकेश राठौड़ को मैन ऑफ़ द सीरीज का पुरस्कार मिला।
समापन कार्यक्रम में अतिथियों के रूप में अभिनव थापर, डॉ. नितेंद्र डंगवाल, पंकज असवाल, नमन अरोड़ा, अविनाश भट्ट, इरफान जैदी, जितेन्द्र यादव, विजेंद्र सिंह कालूड़ा, प्रवीण शर्मा आदि ने भाग लिया। बैंक प्रीमियर लीग की ओर से आयोजन समिति के अध्यक्ष जसवीर सिंह चौहान (एजीएम एसबीआई ) ने सभी अतिथियों का धन्यवाद किया।

साइबरी ठगी का नया तरीका डिजिटल अरेस्ट

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देहरादून(आरएनएस)।  साइबरी ठगी का नया तरीका डिजिटल अरेस्ट सामने आया है। इसमें साइबर ठग हूबहू थाने या कोतवाली की तरह दिखने वाला सेटअप तैयार कर रहे हैं। ठग भी बकायदा थानाध्यक्ष या कोतवाल जैसी ड्रेस में रहता है। इसके बाद वह लोगों को वीडियो काल कर धमकाकर उनसे ठगी कर रहे हैं।  इसमें पीड़ित पुलिस की वर्दी देख और वहां का माहौल देख यह विश्वास कर लेता है कि उसे जो वीडियो काल आई है वह किसी थाने से ही है। जब पीड़ित के बैंक खाते से रकम निकाल ली जाती है तो तब उसे ठगी का एहसास होता है। देहरादून स्थित साइबर थाने के पास डिजिटल अरेस्ट कर खाते साफ करने के चार मामले सामने आ चुके हैं। यह गिरोह कनाडा से संचालित हो रहा है।
कनाडा में ठगों को ट्रांसफर की जाती है रकम
भारत में गिरोह ने केवल बैंक खाते खोलने के लिए कुछ युवकों को अपने साथ शामिल किया है। इन खातों में ठगी का रकम डाली जाती है और इसके बाद यह रकम कनाडा में ठगों को ट्रांसफर की जाती है। इन ठगों से निपटना पुलिस के लिए भी चुनौती बना हुआ है। हाल ही में ही एक कारोबारी से एक करोड़ 13 लाख रुपये की ठगी करने वाले तीन साइबर ठगों को गिरफ्तार किया जा चुका है।
एम्स ऋषिकेश में तैनात चिकित्सक से भी डिजिटल अरेस्ट कर 23 लाख रुपये की ठगी करने का मामला सामने आया है। घटनाक्रम के मुताबिक चिकित्सक को एक व्यक्ति का फोन आया। यह काल उन्हें इंटरनेशनल कुरियर कंपनी के कर्मचारी के नाम से की गई। चिकित्सक को बताया कि उनके नाम से 58 एटीएम कार्ड, 16 पासपोर्ट व नशे से भरा पार्सल दिल्ली से मलेशिया भेजा जा रहा है।  चिकित्सक ने जब इस तरह के किसी भी भी पार्सल की जानकारी न होाने की बात कही। इसके बाद ठगों ने चिकित्सक को वीडियो काल किया, जिसने खुद को पुलिस अफसर बताया। जहां वह बैठा था उसके पीछे का दृश्य भी किसी पुलिस स्टेशन का लग रहा था। ठग ने पुलिस अफसर बनकर वीडियो काल पर चिकित्सक को धमकाकर 23 लाख रुपये अपने खाते में ट्रांसफर करवाए।
सतर्कता व सावधानी से ही हो सकता है बचाव
– इस तरह की फोन काल से आपको सावधान रहने की जरूरत है।
– इसके साथ ही आनलाइन स्कैम और धोखाधड़ी के तरीकों की जानकारी आपको होनी चाहिए।
– आपको यह भी ध्यान में रखना चाहिए कि सरकार, बैंक या फिर कोई भी जांच एजेंसी काल पर आपको धमका नहीं सकती है।
– आप काल काट कर संबंधित के खिलाफ शिकायत दर्ज करा सकते हैं।
पहचान जरूर करें
– किसी को भी काल पर पर्सनल या फाइनेंशियल जैसी जानकारी बिल्कुल भी साझा न करें।
– अगर इस तरह की जानकारी आपको भेजनी भी पड़ी तो पहले काल करने वाले की पहचान जरूर कर लें।
– बैंक या कोई आफिशियल संस्था आपसे फोन पर पिन या आपसे जुड़ी निजी जानकारी नहीं पूछती है।
संदिग्ध गतिविधियां प्रतीत होने पर करें शिकायत
– अगर आपको किसी भी तरह से स्कैमर्स की काल या मैसेज आते हैं तो इन्हें रिपोर्ट करें।
– इसके साथ ही बैंक एकाउंट में कुछ भी संदिग्ध अगर आपको लगता हैं तो पुलिस से शिकायत करें।

डिजिटल अरेस्ट के कुछ मामले सामने आ चुके हैं। इनकी जांच की जा रही है। आमजन से अपील है कि साइबर ठगों के बहकावे में न आएं। किसी के खाते में बिना जांचें रकम न डालें। मामला संदिग्ध लग रहा है तो फोन काल काटकर पुलिस से शिकायत करें।-  – आयुष अग्रवाल, एसएसपी, एसटीएफ

लिव इन रिलेशनशिप के लिए हैं ये नियम , पालन न करने पर  हो सकती है जेल

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देहरादून(आरएनएस)।   समान नागरिक संहिता कानून लागू करने वाला उत्तराखंड पहला राज्य बन गया है। 13 मार्च 2024 बुधवार को राष्ट्रपति ने नागरिक संहिता विधेयक को मंजूरी दे दी है। इस कानून में लिव इन रिलेशनशिप के लिए भी कई नियम बनाए गए हैं। जिनका पालन न करने पर जेल हो सकती है और जुर्माना देना पड़ सकता है।
लिव इन रिलेशनशिप का पंजीकरण अनिवार्य
– समान नागरिक संहिता कानून का तीसरा खंड सहवासी (लिव इन रिलेशनशिप) पर केंद्रित किया गया है।
– इसमें लिव इन रिलेशनशिप के लिए पंजीकरण अनिवार्य किया गया है।
– यह स्पष्ट किया गया है कि इस अवधि में पैदा होने वाला बच्चा वैध संतान माना जाएगा। उसे वह सभी अधिकार प्राप्त होंगे, जो वैध संतान को प्राप्त होते हैं।
– इसमें निषेध डिग्री के भीतर वर्णित संबंधों को लिव इन में रहने की अनुमति नहीं दी जाएगी।
– यह उन पर लागू नहीं होगा, जिनकी रूढ़ी और प्रथा ऐसे संबंधों में उनके विवाह की अनुमति देते हों। यद्यपि ऐसी रूढ़ी और प्रथा लोकनीति और नैतिकता के विपरीत नहीं होनी चाहिए।
– युगल में से किसी एक पक्ष के नाबालिग होने अथवा विवाहित होने की स्थिति में लिव इन की अनुमति नहीं दी जाएगी।
– लिव इन संबंध कोई भी पक्ष समाप्त कर सकता है। यद्यपि, इस स्थिति में उसे संबंधित क्षेत्र के निबंधक को जानकारी उपलब्ध करानी होगी। साथ ही दूसरे सहवासी को भी इसकी जानकारी देनी होगी।
– राज्य के भीतर लिव इन रिलेशनशिप में रहने वाले चाहे उत्तराखंड के निवासी हों अथवा नहीं, उन्हें निबंधक के पास अनिवार्य रूप से पंजीकरण कराना होगा।
– पंजीकरण के बाद निबंधक सबंधित युगल को इसका प्रमाणपत्र जारी करेगा। इसके आधार पर संबंधित युगल किराये पर घर, हास्टल अथवा पीजी में रह सकेगा।
– लिव इन में रहने वालों में से यदि किसी एक की उम्र 21 वर्ष से कम होने पर इसकी सूचना उसके माता-पिता एवं अभिभावकों को निबंधक द्वारा दी जाएगी।
– यही नहीं, यदि कोई युगल संबंध विच्छेद करता है तो इसका भी उसे पंजीकरण कराना होगा।

सजा व जुर्माना, दोनों का प्रविधान
–  लिव इन में पंजीकरण न कराने पर अधिकतम तीन माह का कारावास और 10 हजार रुपये तक के जुर्माने का प्रविधान है।
–  वहीं गलत जानकारी देने अथवा नोटिस देने के बाद भी जानकारी न देने पर अधिकतम छह माह के कारावास अथवा अधिकतम 25 हजार रुपये जुर्माना अथवा दोनों हो सकते हैं।
–   यदि कोई पुरुष महिला सहवासी को छोड़ता है तो महिला सहवासी उससे भरण पोषण की मांग कर सकती है।
–   विधेयक में लिव इन के लिए अलग से नियम बनाने के लिए राज्य सरकार को अधिकृत किया गया है।

6 फरवरी को सीएम धामी ने पेश किया था विधेयक
बता दें कि 6 फरवरी 2024 को विधानसभा में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने समान नागरिक संहिता, उत्तराखंड-2024 विधेयक पेश कर दिया था। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी द्वारा सदन में पेश किए गए विधेयक में 392 धाराएं थीं, जिनमें से केवल उत्तराधिकार से संबंधित धाराओं की संख्या 328 थी।

महिला अधिकारों पर केंद्रित था विधेयक
विधेयक में मुख्य रूप से महिला अधिकारों के संरक्षण को केंद्र में रखा गया है। कुल 192 पृष्ठों के विधेयक को चार खंडों विवाह और विवाह विच्छेद, उत्तराधिकार, सहवासी संबंध (लिव इन रिलेशनशिप) और विविध में विभाजित किया गया है।

श्री श्री बालाजी सेवा समिति ने धूमधाम से संपन्न कराया 7 निर्धन कन्याओं का विवाह

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-विगत 13 वर्षों में समिति अबतक 364 कन्याओं का कर चुकी विवाह संपन्न |

-समिति का अगला लक्ष्य 151 कन्याओं का सामूहिक विवाह करने का है, जिसके लिये रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया शुरु हो चुकी

देहरादून, सामाजिक सरोकार से जुड़ी संस्था श्री श्री बालाजी सेवा समिति के तत्वाधान में सात निर्धन कन्याओं का सामूहिक विवाह भाऊवाला स्थित अतुल्य रिजॉर्ट में संपन्न हुआ | रविवार की सुबह 10 बजे सात कन्याओं की बारात बैंड बाजों के साथ सजधज कर अतुल्य रिजॉर्ट पहुंची, जहां दुल्हन पक्ष की ओर से श्री श्री बालाजी सेवा समिति के सदस्यों बारातियों का स्वागत किया, उसके बाद विधि विधान के साथ दूल्हा दुल्हन ने एक दूसरे को वर माला पहनाकर एकसूत्र में बंधने का संकल्प लिया |
इस अवसर पर सात फेरों में सातों वचन निभाने का दूल्हा एवं दुल्हन ने संकल्प लिया, इस दौरान समिति के सदस्यों ने उपस्थित लोगों के साथ दूल्हा दुल्हन को फूल मालाओं से उनके मंगल में सुखमय जीवन को साथ-साथ निभाने का आशीर्वाद दिया | सायं 6:30 बजे गृहस्थी के साज सामान के साथ कन्याओं की विधिवत विदाई की गई |

आपको बता दें कि विगत 13 वर्षों में श्री श्री बालाजी सेवा समिति अब तक 357 कन्याओं का विवाह संपन्न कर चुकी है | समिति इन सात विवाहों को जोड़कर अब तक कुल 364 कन्याओं का विवाह संपन्न कर चुकी है | अब समिति का अगला लक्ष्य 151 कन्याओं का सामूहिक विवाह करने का है जिसके लिए समिति के अध्यक्ष अखिलेश अग्रवाल ने बताया कि अभी से कन्याओं के रजिस्ट्रेशन चालू हो चुके हैं | उन्होंने आम जनता से अपील की है कि आपके आस पास अगर कोई निर्धन कन्या जिसके मां-बाप उसका विवाह का संपन्न कराने में आर्थिक दिक्कतों का सामना कर रहे हो, वह समिति से संपर्क कर सकते हैं और उन निर्धन कन्याओं का विवाह के खर्च का संपूर्ण दायित्व समिति उठाने के लिए तैयार है |

अग्रवाल ने यह भी बताया कि समिति प्रत्येक सप्ताह गौ सेवा और समाज के निर्धन व्यक्तियों तथा परिवारों को राशन वितरण का काम भी पिछले कई वर्षों से करती चली आ रही है, यह कार्य भी समिति निरंतर जारी रखेगी, इससे पूर्व समिति ने 25 मई को अतुल्य रिजॉर्ट में मेहंदी कार्यक्रम तथा श्री खाटू श्याम का कीर्तनभी आयोजित किया जिसमें तमाम भक्तों व समिति के सदस्यों ने बढ़ चढ़कर भागीदारी की |
आज के सामूहिक विवाह कार्यक्रम में समिति के संरक्षक श्रवण वर्मा, कुलभूषण अग्रवाल, दीपक सिंघल, आरके गुप्ता, महासचिव मनोज खंडेलवाल, कोषाध्यक्ष चंद्रेश अरोड़ा, समिति की महिला अध्यक्ष ममता गर्ग सहित समिति के महिला एवं पुरुष सेवादार शामिल रहे |

 

‘चलो टपकेश्वर’ अभियान के तहत स्वयंसेवी संस्थाओं ने की मंदिर परिसर में साफ सफाईMay be an image of 5 people, tree and text that says 'Bali प (जल जंगल'

देहरादून, राजधानी के वरिष्ठ नागरिकों के साथ युवाओं, छात्र छात्राओं के संगठन ने मैड की पहल पर ‘चलो टपकेश्वर’ अभियान के तहत साफ सफाई की मुहिम चलायी, सामाजिक संस्थाओं के 300 से ज्यादा स्वयंसेवकों ने टपकेश्वर मंदिर के चारों ओर जमीन पर गिरे पॉलिथीन के बैग, कागज, प्लास्टिक की बोतल, कपडे सहित सडे़ हुए कूड़ा करकट को अपने हाथों से उठाकर इकट्ठा किया। इसमें नदी क्षेत्र में विसर्जित खंडित मूर्तियां कपड़े, गंदगी से भरे थैले आदि भी थे। इन सफाई प्रहरियों उठाया गया कूड़ा करगट की 8 ट्रैक्टर ट्रालियों के माध्यम से डंपिंग जोन पहुंचाया गया। अभियान में मैड समेत सिटीजन फॉर ग्रीन दून, बीन देयर दून देट, पराशक्ति, पंख, एनएसएस, एमसीडी, तारा फाउंडेशन, आसरा, द ह्यूमैनिटेरियन क्लब, ग्राफिक एरा, आगाज, प्राउड पहाड़ी, आरंभ, संयुक्त नागरिक संगठन आदि संस्थाएं शामिल थी।
इस अवसर पर नगर निगम के निवर्तमान मेयर सुनील गामा ने अभियान के आयोजक मैड को प्रोत्साहित करते हुए कहा कि पर्यावरण के संरक्षण के लिये सफाई स्वच्छता को सफल बनाने में मैड के प्रयासों को आम नागरिकों से जोड़ा जाना जरूरी है । उन्होंने कहा जब तक सभी नागरिक अपने कर्तव्यों का पालन करते हुए खुद जागरूक नहीं होंगे तब तक पूर्ण सफलता असंभव है। अन्य वक्ताओं ने कहा रिस्पना बिंदाल को पुनर्जीवित और स्वच्छ बनाने के लिए यहां विगत वर्षों की तरह रिवर फ्रंट डेवलपमेंट योजना में विकसित किया जाना चाहिए, मानसून से पहले वृहद स्तर पर दोनों नदियों के किनारे वृक्षारोपण किया जाना जरूरी है। इसमें सरकारी तथा सामाजिक संस्थाओं को भी शामिल किया जाए।
इस दौरान टेली प्लांटेशन संस्था के तनवीर सिंह द्वारा मैड के संस्थापक उच्च न्यायालय के अधिवक्ता अभिजयनेगी को हाथ से बनाए मोमेंटो को भेंट किया गया।वरिष्ठ प्रतिष्ठित पर्यावरण प्रेमियो ने कहा युवाओ के भावी अभियान को सफल बनाने के लिए वे सभी समभव मदद प्रदान करेगे वक्ताओं में ब्रिगेडियर के जी बहल, चौधरी ओमवीर सिंह, तनवीर सिंह, लेफ्टिनेंट कर्नल बीएम थापा,आर्ची बिष्ट,महन्त भवानी गिरी, सुशील त्यागी मुकेश नारायण शर्मा, संजय अमन अभिजय नेगी,जगदम्बा प्रसाद मैठानी आदि थे।

 

 

मिस उत्तराखंड के ग्रैंड फिनाले में मॉडल्स ने बिखेरे जलवे

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देहरादून, सिनमिट कम्युनिकेशन्स की ओर से कमल ज्वेलर्स-ब्लेंडर्स प्राइड मिस उत्तराखंड-2024 के ग्रैंड फिनाले का आयोजन किया गया। इस मौके पर मॉडल्स ने अलग -अलग राउंड में कैटवॉक कर दर्शकों का दिल जीत लिया।

सिनमिट कम्युनिकेशन्स की ओर से रविवार को हयात सेंट्रिक में मिस उत्तराखंड-2024 का आयोजन किया गया।इस कांटेस्ट में 30 प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया। कांटेस्ट में प्रतिभागियों ने आकर्षक ड्रेसेस पहनी हुई थी। इसमें तीन राउंड का आयोजन हुआ।
पहले में मॉडल्स में वेस्टर्न ड्रेसेस जैसे कि लेंथ ड्रेसेज, कॉकटेल वाइब, मटेरियल- सैटिन/सिक्वेंस, अच्छी फिटिंग व डार्क येट येल्लो कलर पहनकर रैम्प वॉक की। छाप की ओर से दूसरे ट्रेडिशनल राउंड में टाई, साड़ी व ट्रेडिशनल गहने पहने हुए मॉडल्स ने कैट वॉक की। तीसरे राउंड में एनआईएफडी की ओर से डिजाइन किए गए गाउन व मैचिंग गहने पहनकर मॉडल्स ने रैम्प वॉक कर अपना जलवा बिखेरा । साथ ही उन्होंने जजेज के सवालों के जवाब भी दिए।
इस मौके पर देहरादून सहित हल्द्वानी, हरिद्वार, ऋषिकेश, पौड़ी और रुड़की की प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया।
इस मौके पर सिनमिट कम्युनिकेशन्स के डायरेक्टर और आयोजक दलीप सिंधी और राजीव मित्तल ने बताया कि प्रतिभागियों की लगातार ग्रूमिंग के बाद ग्रैंड फिनाले आयोजित हुआ। बताया कि कांटेस्ट कमल ज्वैलर्स और ब्लेंडर्स प्राइड की ओर से प्रेजेंट किया गया।May be an image of ‎3 people and ‎text that says '‎LENDERS PRIDE ociation With tarakhap ST20 2 0 T RADU OANGIE mAT ANGIA لة AT20 AR T IC D NAISMA 2 AISHA AUHAN 2024 BirdAut Bird Aut MIT UNICATIONS‎'‎‎
आयोजकों ने बताया कि हयात सेंट्रिक, न्यू इरा फ़ोटो स्टूडियो और इंस्पिरेशन पीआर की ओर से इवेंट में विशेष सहयोग मिला। कांटेस्ट की पूरी कोरियोग्राफी जेश पुष्कर सोनी और स्टाइलिंग अदिति की ओर से गई।
इस मौके पर जजेस की भूमिका में मॉडल एवं बॉलीवुड एक्टर- प्रियंका कंडवाल, विनर ऑफ नेशनल ब्यूटी पेजेंट मिसिज़ इंडिया वन इन अ मिलियन 2021 एंड सब टाइटल होल्डर ऑफ मिसिज़ बोल्ड एंड ब्यूटीफुल- चांदनी देवगन, मिस उत्तराखंड-2017 एंड मिस दिवा यूनिवर्स फाइनलिस्ट् 2019- शिवांगी शर्मा, कॉउंसिलिंग साइकोलॉजिस्ट- ऐनी सिंह, सीईओ ऑफ मिस एशिऐटिक पेजेन्ट्- अशोक गुलाबानी, और एशियन स्कूल की प्रिंसिपल- रुचि प्रधान दत्ता, मिस उत्तराखंड-2022 ऐश्वर्या बिष्ट, मिस उत्तराखंड-2022 फर्स्ट रनर अप हिमानी रावत, मिस उत्तराखंड-2022 सेकंड रनर अप मान्सी ग्रेवाल, मिस उत्तराखंड-2022 थर्ड रनर अप- राजश्री डोभाल, मिस उत्तराखंड-2022 फोर्थ रनर अप- खुशी कुठाल, और रेडियो जॉकी- अखिल जोशी रहे ।

प्रशासन की पाबंदियों के विरुद्ध में यात्रा व्यवसाय से जुड़े लोगों ने किया धरना प्रदर्शन

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उत्तरकाशी(जानकीचट्ठी), उत्तराखंड चारधाम यात्रा के प्रथम धाम यमुनोत्री में शासन प्रशासन द्वारा किये गये नियमों के बदलाव से यात्रा व्यवसाय से जुड़े लोगों में आक्रोश ब्याप्त है, हालांकि प्रशासन का कहना है कि सुगम व सुरक्षित यात्रा संचालन के लिए ब्यवस्था बनाई गई है।
यमुनोत्री धाम के आखिरी पड़ाव जानकीचट्टी में यात्रा व्यवसाय से जुड़े लोगों ने स्थानीय प्रतिनिधियों के साथ आज रविवार सुबह धरना प्रदर्शन किया |
प्रदर्शनकारियों ने यमुनोत्री धाम से धारा 144 हटाने, ऑफलाइन पंजीकरण शुरू करने, गेट सिस्टम बंद कर जगह-जगह वाहनों को रोकने के विरोध में बस पार्किंग के पास धरना पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष स्व राजेंद्र सिंह रावत की मूर्ति के समक्ष प्रदर्शन कर शासन प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की।
यात्रा व्यवसाय से जुड़े प्रदर्शनकारियों का आरोप है कि यमुनोत्री धाम जाने वाले श्रद्धालुओं को जगह-जगह रोक कर परेशान किया जा रहा है, जबकि जानकीचट्टी की बस पार्किंग में सन्नाटा पसरा हुआ है। कुछ समय नारेबाजी करने के बाद उप जिलाधिकारी बड़कोट मुकेश रमोला व पुलिस उपाधीक्षक सुरेन्द्र सिंह भंडारी के आश्वासन पर श्रमिकों व ब्यवसाइयो ने अपना धरना प्रदर्शन समाप्त किया ।तथा विभिन्न मांगो के समाधान को लेकर मुख्यमंत्री को स्म्भोदित् ज्ञापन भी दिया।

आंदोलन में यमुनाघाटी होटल ऐशोसियेशन के अध्यक्ष सोबन सिंह राणा , महाबीर पंवार माही,आनंद राणा ,नारायण पुरी ग्राम प्रधान नितिन रावत, भगवती प्रसाद बिजलवान, घनश्याम नौटियाल, रणबीर राणा, संदीप राणा, चैन सिंह रावत, शैलेंद्र राणा, पंकज रावत, पपीन तोमर, दीपक रावत,सहित सैकड़ों लोग मौजूद रहे।

उत्तराखंड़ के पेंशनर्स संगठनों की बैठक : कम्यूटेड पेंशन की अवधि 15 की जगह 11 साल किये जाने की रखी मांग

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देहरादून(एल मोहन लखेड़ा), उत्तराखंड़ के पेंशनर्स संगठनों के प्रतिनिधियों ने रिटायरमेंट के समय निर्धारित कम्यूटेड पेंशन की अवधि को 15 की जगह 11 साल किये जाने की मांग पर सहमति जतायी और सामुहिक रूप से संघर्ष करने के लिए उत्तराखंड सचिवालय सेवा निवृत पैंशनर्स एसोसियेशन के अध्यक्ष सुमन सिंह वाल्दिया के नेतृत्व में एक संयोजन समिति बनाई, जिसका इसका विस्तार अगली बैठक में किया जायेगा।बैठक में पैंशनर्स ने रोष व्यक्त करते हुए कहा सेवा निवृत्ति पर पेंशनरों को राज्य में जारी कम्यूटेड नीति से भारी आर्थिक नुकसान हो रहा है। उन्होने कहा कम्युटेड पेंशन योजना की शुरुआत के समय बैंक की ब्याज दर 12% थी और इसी दर पर आज तक ब्याज की राशि को शामिल कर किस्तो की कटौती की जा रही है जो सरासर अन्याय है। वकताओं ने कहा बैंको की ब्याज दरों में 2006 से लगातार गिरावट आई है जो घटकर लगभग 6 प्रतिशत रह गयी है।ब्याज दरों में लगातार गिरावट के आधार पर ही कम्युटेड पैंशन की कटौती किये जाने के पंजाब हरियाणा उच्च न्यायालय के फैसले को भी तर्कसंगत बताया गया, जिसमें कम्यूटेड पैंशन की अवधि को घटाकर 15 से 11 साल कर दिया गया है। बताया गया गुजरात सरकार ने भी कम्युटेड पैंशन की अवधि को 2022 में संशोधन करके 13 साल कर दिया है। उत्तर प्रदेश में भी संगठन के लोग इस बारे में अपनी आवाज बुलंद कर रहे है।वकताओं का सुझाव था कि सभी संगठन मिलकर या अलग-अलग भी इस सम्बन्ध में सरकार पर दबाव डाल सकते है। चाय पर चर्चा के माध्यम से पेंशनर समन्वय अभियान ग्रुप द्वारा आयोजित यह विचार विमर्श होटल द्रोण में सम्पन्न हुआ।
इसमें सेवानिवृत्त राजकीय पेंशनरस संगठन, गवर्नमेंट पेंशनर्स वेलफेयर संगठन,राज्य कर्मचारी पैंशनरस परिषद,पेयजल पैंशनरस एशोसियेशन, वन विभाग सेवानिवृत अधिकारी कर्मचारी कल्याण समिति,उत्तराखंड विद्युत अधिकारी कर्मचारी संयुक्त मोर्चा, उत्तराखंड अधिकारी कर्मचारी शिक्षक समन्वय समीति, सचिवालय सेवानिवृत पैशनरस संगठन के प्रतिनिधिगण शामिल हुए।

संयोजन समिति का हुआ गठन :

गोष्ठी में आम सहमति व्यक्त करते हुए कहा गया कि उत्तराखंड सरकार से कम्यूटेड पेंशन की अवधि 15 साल से 11 साल किए जाने की मांग की जायेगी। इसके लिए संयोजन समिति का भी गठन किया गया, जिसमें पंचम सिंह बिष्ट, गिरीश चंद्र भट्ट, ठाकुर शेर सिंह, महेन्द्र सिंह तोमर, नवीन नैथानी और सुशील त्यागी शामिल किये गये।
पैंशनर्स का यह भी सुझाव था कि पैंशनर्स व कार्मिक संगठन संयुक्त रूप से यदि संघर्ष करेंगे तो परिणाम जल्द सामने आ सकेंगे।
वक्ताओं में संयोजन समिति के सदस्यों के अलावा दिनेश भंडारी,चौधरी चंद्रपाल सिंह, इंसास लहक, रामेंद्र सिंह पुंडीर,महिधर सिंह तोमर आदि भी शामिल थे।

सत्येंद्र साहनी आत्महत्या कांड में मुख्य अभियुक्त अजय गुप्ता व अनिल गुप्ता को किसका है संरक्षण : धस्माना

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बिल्डर्स व खनन माफियाओं का राजधानी में बोलबाला : सूर्यकांत धस्माना

देहरादून, शुक्रवार को राजधानी में देहरादून के जाने माने प्रतिष्ठित बिल्डर सदरार सत्येंद्र सिंह साहनी की आत्महत्या के पीछे उनको आत्महत्या के लिए मजबूर करने वाले अजय गुप्ता व अनिल गुप्ता को किन लोगों का संरक्षण प्राप्त है इसकी उच्च स्तरीय जांच होनी चाहिए क्यूंकि ये दोनों लोग दक्षिण अफ्रीका में वांछित थे व इनकी गतिविधियां हमेशा संदिग्ध रही हैं और ये अन्य बड़े अपराधों में शामिल हो सकते हैं यह बात आज उत्तराखंड प्रदेश कांग्रेस कमेटी के वरिष्ठ उपाध्यक्ष सूर्यकांत धस्माना ने अपने कार्यालय में पत्रकारों से वार्ता करते हुए कही।
धस्माना ने कहा कि गुप्ता बंधुओं की पहुंच बड़ी राजनैतिक हस्तियों से है और एक जमाने में उत्तराखंड राज्य सरकार में उनको मंत्री का दर्जा व जेड सुरक्षा भी मुहैय्या करवाई गई थी । धस्माना ने कहा कि देहरादून में गुप्ता बंधुओं के घर इनकम टैक्स के छापे व दक्षिण अफ्रीका में उनके खिलाफ कार्यवाही के बावजूद वे भारत व उत्तराखंड तथा उत्तरप्रदेश में लगातार सक्रिय रह कर जिस प्रकार की गतिविधियां कर रहे हैं यह बिना राजनैतिक व प्रशासनिक संरक्षण के संभव नहीं है। श्री धस्माना ने कहा की सत्येंद्र साहनी आत्महत्या पूरे राज्य के लिए एक चेतावनी है क्यूंकि इस वक्त देहरादून व उत्तराखंड में देश व दुनिया के अनेक अपराध जगत के लोग सफेदपोश बन कर बिल्डर व खनन का काम कर रहे हैं ।
धस्माना ने कहा कि हाल ही में देहरादून में खनन का बड़ा काम बाहर के लोगों की कंपनी को पीछे के दरवाजे से दे दिया गया और इसी रकार जमीनों व बिल्डर का काम भी स्थानीय लोगों के साथ मिल कर अनेक कुख्यात लोग कर रहे हैं इसका एक उदाहरण सत्येंद्र साहनी प्रकरण में सामने आया है। श्री धस्माना ने कहा कि राज्य की सरकार को व पुलिस तथा खुफिया तंत्र को सतर्क रह कर ऐसे लोगों के खिलाफ अपराध घटित होने से पहले करवाही करनी चाहिए अन्यथा किसी भी वक्त कोई बड़ी दुर्घटना घट सकती है।

 

क्रांतिकारी रासबिहारी बोस के योगदान को किया गया याद, फिल्म ‘अनबीटन हीरो रास बिहारी बोस‘ भी दिखाई गयी

देहरादून, दून पुस्तकालय एवं शोध केन्द्र की ओर से महान क्रांतिकारी व स्वतंत्रता सेनानी रास बिहारी बोस को उनके भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन में दिये गये योगदान को याद किया गया। संस्थान के सभागार में पत्रकार राजू गुसाईं, सामाजिक कार्यकर्ता व शोधार्थी मुकेश सेमवाल तथा सामाजिक इतिहासकार डाॅ. योगेश धस्माना ने उनके स्वतंत्रता संग्राम में दिये गये क्रांतिकारी योगदान व देहरादून से जुड़े अनेक महत्वपूर्ण प्रसंगों पर प्रमाणिक दस्तावेजों व स्लाइड के माध्यम से प्रकाश डाला। कार्यक्रम के प्रारम्भ में दूरदर्शन के डीडी भारती द्वारा रास बिहारी बोस पर 22 मिनट की फिल्म ‘अनबीटन हीरो रास बिहारी बोस‘ दिखाई गयी।
उल्लेखनीय है कि स्वतंत्रता सेनानी रास बिहारी बोस के भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन में चार दशक समय की लंबी भूमिका देहरादून और जापान में रही, जहां उन्होंने आईएनए की स्थापना की थी। वह 1906 से 1913 तक देहरादून में रहे। उन्होंने एफआरआई में हेड क्लर्क के रूप में काम किया और पूरे उत्तर भारत में स्वतंत्रता आंदोलन का बीजारोपण किया और कई क्रांतिकारियों की भर्ती की और उन्हें प्रशिक्षित किया। 23 दिसंबर, 1912 को दिल्ली में वायसराय लॉर्ड हार्डिंग के काफिले पर बमबारी की योजना बनाने और उसे क्रियान्वित करने का श्रेय उन्हें दिया जाता है। ब्रिटिश सरकार ने बमबारी के लिए चार क्रांतिकारियों को फाँसी पर लटका दिया था, हालाँकि, रासबिहारी बोस, जिन्हें मास्टरमाइंड के रूप में नामित किया गया था पर वे इस जाल से बच गए। उन्हें बंगाल क्रांतिकारी आंदोलन और उत्तर भारत के बीच एक महत्वपूर्ण कड़ी के रूप में देखा जाता है। प्रथम विश्व युद्ध के दौरान प्रसिद्ध गदर विद्रोह को कुचलने के बाद, रासबिहारी बोस 1915 में जापान चले गए और अपना अंतर्राष्ट्रीय नेटवर्क विकसित किया। द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान, उन्होंने आईएनए का गठन किया और बाद में इसे नेताजी सुभाष बोस को सौंप दिया।
पत्रकार राजू गुसाईं ने कहा कि प्रसिद्ध स्वतंत्रता सेनानी और आजाद हिंद फौज के संस्थापक अध्यक्ष रास बिहारी बोस देहरादून में रहे और यहां वन अनुसंधान संस्थान में अपनी सेवाएं दीं। उन्होंने अपनी क्रांतिकारी गतिविधियों को चुपचाप संचालित किया और इसके लिए वे लाहौर और पंजाब जैसे दूरदराज के स्थानों पर चले जाते थे। रास बिहारी बोस के देहरादून से सम्बन्ध और उनकी गतिविधियों के बारे में बहुत कम जानकारी उपलब्ध है। उन्होंने बातचीत में बोस के दून में बिताए समय, वन अनुसंधान संस्थान में उनके दस्तावेज और अन्य जुड़ी घटनाओं पर बुनियादी जानकारी श्रोताओं की दी। जापान में रास बिहारी बोस के परिवार के सदस्यों से जुड़ने के प्रयासों पर भी उन्होंने प्रकाश डाला।

सामाजिक कार्यकर्ता और शोधकर्ता मुकेश सेमवाल ने उनके दिल्ली षड्यंत्र मामले का विस्तृत विवरण दिया जिसने रास बिहारी बोस को भारत में नायक बना दिया। उन्होंने अपनी बात दिल्ली-लाहौर साजिश मामले पर केन्द्रित की। उन्होंने कहा कि 23 दिसंबर 1912 को जब अंग्रेजों ने अपनी राजधानी बंगाल से दिल्ली स्थानांतरित कर दी थी, तब रासबिहारी बोस और बसंत बिश्वास द्वारा वायसराय लॉर्ड हार्डिंग पर बम फेंका गया था। यह ब्रितानी पुलिस के लिए सिरदर्द बन गया था कि क्रांतिकारियों का पता लगाए। अंततः कुछ अंदरूनी लोगों की मदद से अंग्रेजों ने पकड़ लिया और क्रांतिकारियों पर मुकदमा चलाया गया और चार लोगों को फाँसी पर लटका दिया गया। इस मामले में व गदर आंदोलन के बाद अंग्रेजों ने निष्कर्ष निकाला कि इस विद्रोह के प्रमुख नेता रासबिहारी बोस थे।

डाॅ. योगेश धस्माना ने कहा कि रासबिहारी बोस राष्ट्रीय आंदोलन के ऐसे क्रांतिकारी राष्ट्रवादी नेता थे,जिन्होंने देहरादून को अपनी कर्मभूमि बनाते हुए पहले इंडियन इंडिपेंस लीग की स्थापना की फिर जापान में आजाद हिंद फौज का गठन कर देश की आजादी में महत्वपूर्ण योगदान दिया था।
उन्होंने कहा कि देश के राष्ट्रीय आंदोलन में रास बिहारी के योगदान को पर्याप्त स्थान नही मिल सका।एफआरआई घोसी गली और दर्शन लाल चौक सहित टैगोर विला में बम बनाने की प्रयोगशाला से जुड़ी उनकी स्मृतियों को युवा पीढ़ी तक पहुंचाने के प्रयास होने चाहिए।उन्होंने कहा कि रास बिहारी बोस ने देश की आजादी के लिए आर्य समाज,अरविंदो और खुदीराम बोस के सिद्धांतो को लेकर अंग्रेजो की साम्राज्यवादी नीतियों और विघटनकारी ताकतों के विरुद्ध देश में युवाओं को संगठित किया। इस काम में उन्हें दून घाटी में रह रहे राजा महेंद्र प्रताप का भी सक्रिय सहयोग मिला था।

कार्यक्रम के प्रारम्भ में दून पुस्तकालय एवं शोध केन्द्र के प्रोग्राम एसोसिएट चन्द्रशेखर तिवारी ने अतिथि वक्ताओं व सभागार में उपस्थित लोगों का अभिनंदन किया।इस अवसर पर सभागार में इतिहास के रुचिवान लोग, लेखक, साहित्यकार, साहित्य प्रेमी, सामाजिक कार्यकर्ता, बुद्विजीवी और पुस्तकालय के युवा पाठक सदस्य उपस्थित रहे।

 

यूसर्क द्वारा विद्यार्थियों के लिए दो दिवसीय “वॉटर साइंस एंड टेक्नोलॉजी” कार्यशाला का समापन

उत्तराखंड विज्ञान शिक्षा एवं अनुसंधान केंद्र (यूसर्क) द्वारा स्कूल के विद्यार्थियों के लिए आयोजित की जा रही दो दिवसीय “वॉटर साइंस एंड टेक्नोलॉजी” कार्यशाला का शनिवार को समापन हो गया ।
कार्यक्रम में यूसर्क की निदेशक प्रो (डॉ.) अनीता रावत ने अपने संबोधन में कहा कि यूसर्क द्वारा निरंतर विभिन्न विषयों पर प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैँ जिससे विद्यार्थियों के कौशल विकास के साथ साथ अच्छे करियर की दिशा भी प्राप्त हो रही है साथ ही प्रयोगात्मक रूप से सीखने से उनमें वैज्ञानिक अभिरुचि भी बढ़ रही है। उन्होंने कहा कि जल विज्ञान के महत्त्व को देखते हुए इस प्रशिक्षण कार्यशाला का आयोजन विद्यार्थियों के लिए किया गया है।

तकनीकी सत्र में यूसर्क वैज्ञानिक डॉ. भवतोष शर्मा ने “ग्राउंड वाटर मैनेजमेंट एवं रिचार्ज में आईसोटोप टेक्नोलॉजी के अनुप्रयोग” विषय पर व्याख्यान दिया तथा बताया कि प्रदूषण के स्रोत का पता भी इस तकनीकी की सहायता से किया जा सकता है। पानी में हाइड्रोजन, ऑक्सीजन के अलावा कार्बन, नाइट्रोजन, क्लोरीन के विभिन्न आइसोटोप की उपस्थिति एवं उनके भिन्न भिन्न अनुपातों के अध्ययन जल विज्ञान के क्षेत्र बहुत उपयोगी सिद्ध हो रहे हैं।

कार्यशाला के दूसरे तकनीकी सत्र में डॉ. भवतोष शर्मा ने विभिन्न शिक्षण संस्थानों से आए 25 प्रतिभागी छात्र छात्राओं द्वारा अपने अपने शिक्षण संस्थान एवं घरों से लाए गए जल नमूनों का विभिन्न वैज्ञानिक उपकरणों की सहायता से परीक्षण करना सिखाया। जल की गुणवत्ता के विभिन्न मानकों नाइट्रेट, फ्लोराइड, कैलसियम, हार्डनेस, क्लोराइड, रेसीडुअल फ्री क्लोरीन, फीकल कोलिफॉर्म, आयरन आदि का परिक्षण करना बताया एवं मानव स्वास्थ्य पर इनके प्रभाव बताये तथा वॉटर ट्रीटमेंट की विधियाँ समझाई।
उपस्थित प्रतिभागियों ने अपने अपने प्रश्नों का समाधान प्राप्त किया।

कार्यक्रम का संचालन डॉ. भवतोष शर्मा ने किया तथा धन्यवाद ज्ञापन वैज्ञानिक डॉ. ओम प्रकाश नौटियाल ने किया।

कार्यक्रम में वैज्ञानिक डॉ मंजू सुन्दरियाल, इं. ओम जोशी, राज दीप जंग, राजीव बहुगुणा, सुषमा कोहली, रुचिका रावत, डॉ. प्रियंका त्यागी तथा फूल चंद्र नारी शिल्प गर्ल्स इंटर कॉलेज, एमकेपी इंटर कॉलेज, द ओएसिस शिक्षण संस्थान देहरादून, डी ए वी सैंटेनरी पब्लिक स्कूल हरिद्वार के 25 प्रतिभागियों सहित कार्यक्रम में कुल 40 लोग उपस्थित थे।

 

जी डी गोयंका विद्यालय में ग्रीष्मकालीन शिविर का शुभारंभ

देहरादून, जीडी गोयंका विद्यालय में ग्रीष्मकालीन शिविर का शुभारंभ हो गया। 8 जून तक चलने वाले इस शिविर में बच्चों के दृष्टिकोण को ध्यान में रखते हुए उनकी रुचि के अनुसार के विभिन्न गतिविधियां का आयोजन किया गया है। इसमें भाग लेने वाले सभी बच्चों के लिए आकर्षक संगीत, नृत्य, स्केटिंग, लॉन टेनिस, ताइक्वांडो, क्रिकेट, तैराकी, पोटरी, बास्केटबाल एवं फुटबॉल आदि विविध प्रकार की गतिविधियों को सिखाया जाना निश्चित किया गया है।
कार्यक्रम का शुभारंभ सरस्वती वंदना एवं आकाश में गुब्बारे छोड़कर किया गया। प्रधानाचार्य अनंत वी.डी. थपलियाल ने बच्चों को संबोधित करते हुए गीष्मकालीन शिविर किस प्रकार बच्चों में आत्मविश्वास को भरने एवं स्वतंत्रता विचारों को विकसित करने में मददगार साबित होगा इस बात को उजागर किया।

 

सिखों के पवित्र तीर्थ श्री हेमकुण्ट साहिब जी के कपाट खुले, हजारों की संख्या में पहुंचे श्रद्धालु

चमोली (हेमकुंट), सिखों का विश्व प्रसिद्ध गुरूद्वारा श्री हेमकुण्ट साहिब जी के कपाट शनिवार को विधिवत् अरदास के साथ श्रृद्धालुओं के लिये खोल दिए गए हैं। इसके साथ ही आज इस शुभ अवसर पर लगभग दो हजार संगतों की उपस्थिति में श्री हेमकुण्ट साहिब जी की पावन यात्रा का भव्य रूप से शुभारंभ हो गया है।मऋषिकेश गुरूद्वारा परिसर से पहले जत्थे के प्रस्थान करने के साथ ही हो गया था। 22 मई को उत्तराखण्ड राज्य के राज्यपाल ने धार्मिक अनुयायियों के साथ मिलकर जत्थे को रवाना किया था जो कि 23 मई को गुरूद्वारा गोबिंद घाट में ठहरकर 24 मई को पैदल चलते हुए गोबिंद धाम (घांघरिया) पहुंचा था ।
रात्रि विश्राम करके आज जत्थे ने हेमकुण्ट साहिब के लिए प्रस्थान किया। प्रातःकाल से ही हजारों की संख्या में देश विदेश से श्रृद्धालु हेमकुण्ट साहिब पहुंचने लगे थे। इस विशेष अवसर पर पंज प्यारों की अगुवाई में जत्थे ने ‘‘जो बोले सो निहाल’’ के जयकारों व ंबैंड बाजों की धुनों के साथ कीर्तन करते हुए यात्रा के अंतिम पड़ाव श्री हेमकुण्ट साहिब पहुंचकर गुरू महाराज के श्री चरणों में अपनी हाजिरी भरी। गुरूद्वारा प्रबंधक सरदार गुरनाम सिंह व मुख्य ग्रंथी भाई मिलाप सिंह द्वारा संगतों के साथ मिलकर प्रातः 9ः30 बजे पवित्र गुरू ग्रंथ साहिब जी के पावन स्वरूपों को सुखासन स्थल से दरबार साहिब में लाया गया तथा पावन प्रकाश करते हुए अरदास की और गुरू महाराज का पहला हुकमनामा जारी किया गया। मुख्य ग्रंथी द्वारा प्रातः 10.15 बजे सुखमनी साहिब जी का पाठ किया गया। इसके पश्चात प्रातः 11.30 बजे से रागी जत्थों द्वारा गुरबाणी कीर्तन का गुणगान किया गया जिससे कि दरबार साहिब में उपस्थित संगतें प्रसन्नचित्त होकर निहाल हो गईं। साथ ही निशान साहिब जी के चोले की सेवा भी चलती रही। समस्त गुरूद्वारा परिसर व दरबार हॉल को फूलों व अन्य साजों सामान से सजाया गया।
भारतीय सेना के 418 इंडीपेंडेंट कोर के कर्नल विरेन्द्र ओला जी एवं ब्रिगेडियर एम. एस. ढिल्लों जी भी हेमकुण्ट साहिब में उपस्थित रहे। यात्रा हेतु उनका व साथियों का विशेष योगदान रहा। प्रशासन के साथ गुरूघर सेवादारों ने भी यात्रा की आरंभता के लिए बहुत सहयोग किया। कपाट खुलने के पावन अवसर पर गुरूद्वारा ट्रस्ट के अध्यक्ष सरदार नरेन्द्रजीत सिंह बिन्द्रा जी व गुरूद्वारा गोबिन्द घाट के प्रबंधक सरदार सेवा सिंह जी भी मौजूद रहे। बिन्द्रा जी ने अपने संबोधन में कहा कि हेमकुण्ट साहिब में बर्फ अधिक है इसलिए बुजुर्ग, छोटे बच्चे व बीमार व्यक्ति कुछ समय के लिए यात्रा पर आने से परहेज करें तथा सरकार द्वारा भी दिशा निर्देश जारी किए गए हैं कि यू-ट्यूबर व ब्लॉगर धार्मिक स्थलों पर वीडियोग्राफी या रील्स न बनाएं जिससे कि श्रृद्धालुओं को परेशानी न हो।
गुरूद्वारा ट्रस्ट का कहना है कि श्रृद्धालु निःसंकोच यात्रा पर आएं और गुरू महाराज का आशीर्वाद प्राप्त करें। इसके अलावा जो श्रृद्धालु यात्रा पर आने में असमर्थ हैं वे हेमकुण्ट साहिब जी से सीधा प्रसारण पी.टी.सी. सिमरन पर प्रतिदिन प्रातः10 बजे से दोपहर 1 बजे तक देख सकते हैं। साथ ही ट्रस्ट आशा करता है कि आने वाले सभी श्रद्धालु पवित्र भावना व आपसी सौहार्द के साथ प्रशासन एवं गुरूघर सेवादारों को सहयोग करते हुए यात्रा को निर्विघ्न सफल बनाएंगे।