देहरादून, पर्यटन विकास के सभी प्रोजेक्ट में स्थानीय आमजन की ऑनरशिप एवं भागीदारी सुनिश्चित होनी चाहिये, इसके साथ ही पर्वतीय क्षेत्रों में पर्यटन विकास की गतिविधियों में सोलिड वेस्ट मेनेजमेंट को शीर्ष प्राथमिकता एवं टूरिज्म एवं इकोलॉजी में संतुलन रखने की नीति का पालन करते हुए सभी टूरिज्म प्रोजेक्ट पर कार्य करने के भी मुख्य सचिव ने निर्देश दिए, स्थानीय लोगों को कितना लाभ मिला इस आधार पर हो सभी टूरिज्म प्रोजेक्ट का मूल्यांकन किया जाय, मुख्य सचिव श्रीमती राधा रतूड़ी ने टिहरी झील तथा इसके कैचमेंट एरिया के सम्पूर्ण विकास हेतु एडीबी (एशियन डेवलपमेंट बैंक ) की गाइडलाइन्स के अनुसार तैयार डीपीआर पर कार्य करने के साथ ही इस तरह के प्रोजेक्ट में सभी स्टेकहोल्डर्स विशेषकर स्थानीय ग्रामीणों की भागीदारी सुनिश्चित करते हुए उनके सुझाव लेने के निर्देश दिए हैं। सीएस ने निर्देश दिए कि राज्य में संचालित पर्यटन विकास से सम्बन्धित सभी प्रोजेक्ट में स्थानीय आमजन की ऑनरशिप एवं भागीदारी सुनिश्चित होनी चाहिए। उन्होंने सभी प्रोजेक्ट में हितधारकों एवं स्थानीय लोगों के साथ विचार विमर्श करने व सुझाव लेने की संस्कृति अपनाने के निर्देश दिए हैं। मुख्य सचिव श्रीमती राधा रतूड़ी ने निर्देश दिए हैं कि पर्यटन विकास के सभी प्रोजेक्ट में पर्यावरणीय हितों का विशेष ध्यान रखा जाए। विशेषरूप से पर्वतीय क्षेत्रों में पर्यटन विकास की गतिविधियों में सोलिड वेस्ट मेनेजमेंट को शीर्ष प्राथमिकता दी जाए। उन्होंने चारधाम यात्रा मार्ग पर भी ठोस अवशिष्ट प्रबन्धन हेतु पुख्ता व्यवस्थाएं सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं।
इसके साथ ही श्रीमती राधा रतूड़ी ने ग्रामीण क्षेत्रों में संचालित होम स्टे हेतु भी कूड़ा प्रबन्धन की व्यवस्थाएं करने के निर्देश दिए हैं। सीएस ने टूरिज्म एवं इकोलॉजी में संतुलन रखने की नीति का पालन करते हुए सभी टूरिज्म प्रोजेक्ट पर कार्य करने के निर्देश दिए हैं। मुख्य सचिव ने कहा कि राज्य में पर्यटन के विकास से सम्बन्धित सभी प्रोजेक्ट का इस आधार पर मूल्यांकन किया जाए कि इससे कितने स्थानीय लोगों को रोजगार, विकास एवं कल्याण से सम्बन्धित लाभ पहुंचा है |
मुख्य सचिव श्रीमती राधा रतूड़ी ने सोमवार को सचिवालय में टिहरी झील विकास परियोजना पर सतत्, समावेशी तथा जलवायु अनुकूल पर्यटन विकास से सम्बन्धित द्वितीय उच्चाधिकार प्राप्त समिति ( एचपीसी) बैठक के दौरान निर्देश दिए हैं कि इस प्रोजेक्ट के तहत स्थानीय समुदायों को विकास का भागीदार बनाते हुए टिहरी को एक ब्राण्ड पर्यटन गंतव्य के रूप में विकसित किया जाना चाहिए।
सीएस ने निर्देश दिए कि प्रोजेक्ट के तहत टिहरी शहर के ऐतिहासिक महत्व को पुनः स्थापित करने, पर्यटन की बुनियादी सुविधाओं को मजबूत करने, क्षेत्र में सत्त एवं रिस्पॉन्सिबल टूरिज्म को प्रोत्साहित करने, पलायन रोकने, स्थानीय लोगों की आजीविका के अवसर बढ़ाने तथा क्षेत्र में आने वाले पर्यटकों को कम से कम 3 तीन दिन तक यहां रहने के लिए प्रोत्साहित करने के निर्देश दिए हैं।
बैठक में जानकारी दी गई कि 1294 करोड़ रूपये लागत के एडीबी सहायता प्राप्त टिहरी लेक प्रोजेक्ट के तहत 52 वर्ग किलोमीटर क्षेत्र के लगभग 103 गांवों की लगभग 96875 आबादी को लाभ पहुंचेगा। प्रोजेक्ट के तहत डोबरा चांटी, तिवार गांव, कोटी कॉलोनी, न्यू टिहरी, मदन नेगी तथा झील कलस्टर में विभिन्न पर्यटन सुविधाओं को विकास किया जाएगा।…बैठक में सचिव श्री आर मीनाक्षीसुन्दरम, श्री सचिन कुर्वे, श्री दिलीप जावलकर, श्री पंकज कुमार पाण्डेय सहित अन्य अधिकारी मौजूद रहे।
टिहरी लेक डेवलपमेंट प्रोजेक्ट पर स्थानीय लोगों के सुझाव लिए जाए : मुख्य सचिव
देहरादून विकास भवन में हुआ “प्लास्टिक बैंक” का विधिवत शुभारंभ
देहरादून, प्लास्टिक कचरे के निपटान के लिए देहरादून स्थित सोशल डेवलपमेंट फॉर कम्युनिटीज (एसडीसी) फाउंडेशन का जन समुदाय आधारित प्लास्टिक बैंक जनपद देहरादून के विकास भवन में भी स्थापित किया गया है।
देहरादून की मुख्य विकास अधिकारी झरना कामठान ने इसे जनपद के विकास खण्डों के साथ मिलकर अमलीजामा पहनाने की बात कही है। उन्होंने बल दिया की आने वाले दिनों में देहरादून के विकास खण्ड मुख्यालयों में भी प्लास्टिक बैंक से संबंधित जन जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किये जाएं
जनपद देहरादून के विकास भवन के सभागार में प्लास्टिक वेस्ट मैनेजमेंट पर आयोजित कार्यक्रम में प्लास्टिक वेस्ट मैनेजमेंट, क्लाइमेट चेंज और उत्तराखंड प्रदेश के समसामयिक मुद्दों पर कार्यरत एसडीसी फाउंडेशन के संस्थापक अनूप नौटियाल ने प्लास्टिक बैंक अभियान को लेकर एक विस्तृत प्रस्तुतीकरण दिया।
इस कार्यक्रम में मुख्य विकास अधिकारी, जिला विकास अधिकारी, जिला पंचायत राज अधिकारी एवं विकास भवन में स्थापित विभिन्न विभागीय अधिकारी एवं कर्मचारियों ने भारी संख्या में हिस्सा लिया।
कार्यक्रम में अनूप नौटियाल ने कहा कि प्लास्टिक बैंक अभियान के माध्यम से उनकी संस्था द्वारा देहरादून में पिछले 8 महीनों में 140 प्लास्टिक बैंकों की स्थापना की गयी है। उन्होंने अपने अनुभवों को साझा करते हुए कहा कि वर्तमान में एसडीसी फाउंडेशन 41 स्कूलों के 25,000 से ज्यादा छात्र- छात्राओं, 37 मैगी प्वाइंट, 31 हॉस्टल, 7 रेजिडेंट वेलफेयर एसोसिएशन, 7 शोरूम, 6 विश्वविद्यालयों, महाविद्यालयों और बहुत से अन्य संस्थानों के साथ प्लास्टिक बैंकों को संचालित कर रही है।
अनूप नौटियाल ने अपने प्रस्तुतीकरण में प्लास्टिक बैंक प्रोजेक्ट को प्लास्टिक कचरे से सेग्रेगेशन, कलेक्शन और रीसाइक्लिंग की दिशा में एक सकारात्मक प्रयास बताया और कहा कि स्कूलों, विश्वविद्यालय, दुकानों और शोरूम, दफ्तरों, हॉस्टल, अस्पताल और सरकारी विभागों के माध्यम से इस अभियान को जन समुदाय तक पहुंचाने की जरूरत है। उन्होंने आश्वासन दिया कि यदि विकास भवन अथवा विकास खण्ड मुख्यालयों को इस अभियान को लागू करने में एसडीसी फाउंडेशन की जरूरत हो तो उनकी संस्था हर संभव सहायता उपलब्ध करवाने के लिए तैयार है।
कार्यक्रम के दौरान विकास भवन में स्थित विभिन्न विभागीय अधिकारियों के द्वारा अपशिष्ट प्रबंधन पर विभाग के द्वारा किये जा रहे प्रोग्राम के बारे में भी विस्तृत जानकारी साझा की गयी। उक्त कार्यक्रम में प्रतिभाग करने वाले प्रतिनिधियों के द्वारा प्लास्टिक बैंक अभियान की अवधारणा की सराहना करते हुए इसे विस्तार देने हेतु अभिरुचि व्यक्त की गयी। उपस्थित अधिकारियों एवं कर्मचारियों के द्वारा इस अभियान के बारे में कई अन्य जानकारियां लेने के साथ ही अपने विभागों के अंतर्गत इसे तत्काल शुरू करने की भी बात की गई।
कार्यक्रम का संचालन एसडीसी फाउंडेशन के दिनेश सेमवाल ने किया। उन्होंने कहा कि इस प्लास्टिक बैंक में विकास भवन में संचालित विभिन्न विभागों से निकलने वाले प्लास्टिक कचरे के अलावा इस परिसर में कार्यरत समस्त कार्मिकों के घरों का प्लास्टिक कचरा भी कलेक्ट एवं रीसायकल किया जायेगा। इस कार्यक्रम में एसडीसी फाउंडेशन से प्यारे लाल एवं गौतम भी मौजूद रहे ।
बंद सड़कों को यथाशीघ्र खोला जाएः विनोद कुमार सुमन
सचिव आपदा प्रबंधन ने की जनपदों की स्थिति की समीक्षा
देहरादून। मौसम विभाग द्वारा रविवार को उत्तराखंड के अधिकांश जनपदों में भारी से बहुत भारी बारिश के पूर्वानुमान को देखते हुए सचिव आपदा प्रबंधन एवं पुनर्वास श्री विनोद कुमार सुमन ने उत्तराखंड राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के आईटी पार्क स्थित राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र (कंट्रोल रूम) से जनपदों की स्थिति की समीक्षा की। इस दौरान उन्होंने सभी जिलों के जिला आपदा प्रबंधन अधिकारियों को एलर्ट पर रहने तथा हालात पर नजर बनाए रखने के निर्देश दिए। रविवार को सचिव आपदा प्रबंधन एवं पुनर्वास श्री विनोद कुमार सुमन राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र पहुंचे और वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिये सभी जिलों के आपदा प्रबंधन अधिकारियों से वर्तमान स्थिति तथा जिलों में हो रही बारिश को लेकर जानकारी ली।
उन्होंने नेशनल हाईवे, स्टेट हाईवे के साथ ही ग्रामीण सड़कों को लेकर निर्देश दिए कि जो भी मार्ग बंद हैं, उन्हें जल्द से जल्द खुलवाना सुनिश्चित किया जाए ताकि आम जनता को किसी प्रकार की दिक्कत न हो। इस दौरान सचिव आपदा प्रबंधन एवं पुनर्वास ने स्टेट तथा नेशनल हाईवे में यातायात संचालन की भी जानकारी ली। उन्होंने कहा कि यदि मार्ग बंद हैं तो साइनेज लगाए जाएं तथा लोगों तक इसकी जानकारी पहुंचाई जाए। साथ ही मार्ग खुलने की भी जानकारी आम जनमानस तक विभिन्न माध्यमों से पहुंचाना सुनिश्चित किया जाए। उन्होंने ग्रामीण सड़कों को भी जल्द से जल्द खोलने के लिए जरूरी कदम उठाने के निर्देश दिए।
उन्होंने नदियों के जलस्तर को लेकर भी डीडीएमओ से जानकारी ली और किसी भी आपात स्थिति को लेकर तुरंत राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र में सूचना भेजने के निर्देश दिए। साथ ही उन्होंने नदियों का जलस्तर बढ़ने पर लोगों को सुरक्षित स्थानों पर भेजने और लोगों को नदी-नालों से दूर रहने को लेकर जागरूक करने को कहा। इस दौरान यूएसडीएमए के संयुक्त मुख्य कार्यकारी अधिकारी मो0 ओबैदुल्लाह अंसारी, ड्यूटी ऑफिसर आलोक कुमार सिंह, एसईओसी के दिवस प्रभारी रोहित कुमार आदि मौजूद थे।
सचिव आपदा प्रबंधन एवं पुनर्वास श्री विनोद कुमार सुमन ने कहा कि सोशल मीडिया पर विभिन्न आपदाओं को लेकर भ्रामक तथा फर्जी पोस्ट डाले जाने की सूचना मिली है। पुराने वीडियो तथा फोटो को वर्तमान का बताकर गलत तरीके से प्रसारित किया जा रहा है। उन्होंने सभी डीडीएमओ से कहा कि आम जनता में भय और डर का माहौल न रहे, इसलिए ऐसे भ्रामक सोशल मीडिया पोस्ट का तुरंत खंडन किया जाए।
सचिव आपदा प्रबंधन एवं पुनर्वास श्री विनोद कुमार सुमन ने प्रदेशभर में सूखी नदियों पर खास तौर पर नजर रखने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि भारी बारिश के चलते सूखी नदियों में भी खतरा उत्पन्न हो सकता है। उन्होंने लोगों से भी सूखी नदियों में न जाने तथा वाहन इत्यादि न खड़े करने की अपील की है।
सचिव आपदा प्रबंधन एवं पुनर्वास श्री विनोद कुमार सुमन ने सभी जिलों को निर्देश दिए कि आपदा प्रभावितों को राहत राशि वितरित करने में किसी प्रकार का विलंब नहीं होना चाहिए। उन्होंने 15 जून से लेकर अब तक कितनी राहत राशि बंट चुकी है तथा कितने मामले लंबित हैं, इसकी रिपोर्ट प्रस्तुत करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि जिन लोगों को अभी तक राहत राशि नहीं बांटी गई है, उन तक हर हाल में जल्द से जल्द राहत राशि पहुंचाई जाए।
जिलों के कंट्रोल रूम में इंटरनेट की सुविधा तथा कनेक्टिविटी सुचारु तथा निर्बाध रूप से बनी रहे, इसे लेकर सचिव आपदा प्रबंधन एवं पुनर्वास श्री विनोद कुमार सुमन ने सभी जिला आपदा प्रबंधन अधिकारियों को निर्देश दिए कि सिर्फ एक नेटवर्क के भरोसे न रहें और अन्य कंपनियों के नेटवर्क की भी सेवाएं लें ताकि यदि किसी एक की कनेक्टिविटी बाधित हो तो दूसरे नेटवर्क का प्रयोग किया जा सके। उन्होंने कहा कि किसी भी आपदा से प्रभावी तरीके से निपटने के लिए यह जरूरी है कि सूचनाओं का आदान-प्रदान समय पर हो।
कश्मीर घाटी में सुरक्षा बलों का आतंकियों को मुंहतोड़ जवाब, कुलगाम में 6 दहशतगर्दों को उतारा मौत के घाट
श्रीनगर, (आरएनएस)। कश्मीर घाटी में इनदिनों सुरक्षा बलों ने आतंकियों के खिलाफ अभियान तेज कर दिया है. शनिवार को कुलगाम जिले में शुरू हुए दो एनकाउंटर में सेना के जवानों ने अब तक छह आतंकियों को मौत के घाट उतार दिया है. जबकि सेना के दो जवान शहीद भी हुए हैं. अधिकारियों के मुताबिक, ये मुठभेड़ शनिवार दोपहर कुलगाम के मोदरगाम और चिनिगाम गांवों में शुरू हुई थी. मारे गए इन 6 आतंकवादियों में से दो मदारगाम में मारे गए हैं जबकि बाकी चार आतंकियों को चिनिगाम में मार गिराया है.
अधिकारियों के मुताबिक, कुलगाम के मोदरगाम में दो से तीन आतंकियों के छिपे होने की खबर मिली थी. इस पर सुरक्षा बलों ने तुरंत एक्शन लिया और तलाशी अभियान शुरू कर दिया. इसके अलावा चिनिगाम फ्रिसल में एक और आतंकवादी के छिपे होने की संभावना पर सुरक्षा बलों ने सर्च ऑपरेशन चलाया. इस दौरान आतंकियों ने सुरक्षा बलों पर गोलियां चला दी. उसके बाद सुरक्षा बलों ने भी आतंकियों को मुंहतोड़ जवाब दिया और छह आतंकियों को मार गिराया. फिलहाल सेना के जवान आतंकियों के खिलाफ ऑपरेशन चला रहा है.
बता दें कि शनिवार को सबसे पहले मोदरगाम गांव में मुठभेड़ शुरू हुई थी. इस मुठभेड़ में पैरा कमांडो लांस नायक प्रदीप नैन शहीद हो गए. सुरक्षा बलों को यहां दो से तीन आतंकियों के छिपे होने की सूचना मिली थी. इसके बाद सेना के जवानों ने सर्च ऑपरेशन चलाया और आतंकी ठिकानों को घेर लिया. इसके बाद फ्रिसल चिनिगाम गांव में सुरक्षा बलों और आतंकियों के बीच मुठभेड़ हो गई. इस ऑपरेशन के दौरान प्रथम राष्ट्रीय राइफल्स के हवलदार राज कुमार शहीद हो गए.
22 जुलाई से शुरू होगा संसद का बजट सत्र, 23 जुलाई को बजट पेश करेंगी वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण
नईदिल्ली, । संसदीय कार्य मंत्री किरेन रीजीजू ने कहा कि संसद का बजट सत्र 22 जुलाई से शुरू होगा और 12 अगस्त को समाप्त होगा। केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण 23 जुलाई को बजट पेश करेंगी।
रीजीजू ने कहा, “भारत की माननीय राष्ट्रपति ने भारत सरकार की अनुशंसा पर बजट सत्र, 2024 के लिए 22 जुलाई, 2024 से 12 अगस्त, 2024 तक संसद के दोनों सदनों की बैठक बुलाने के प्रस्ताव को मंजूरी दी है।”
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व वाली तीसरी सरकार का यह पहला बजट होगा।
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने संसद की संयुक्त बैठक में अपने संबोधन में कहा था कि बजट में प्रमुख सामाजिक व आर्थिक फैसले लिए जाने की उम्मीद है।
अप्रैल-जून में हुए लोकसभा चुनाव के कारण फरवरी में अंतरिम बजट पेश किया गया था।
फील्ड मार्शल दिवाकर भट्ट और महंत रघुवीर दास महाराज ने किया पहाड़ी महासभा कार्यालय का उद्घाटन
हरिद्वार (कुलभूषण) पूर्व घोषित कार्यक्रम अनुसार आज सबसे पहले ब्राह्मण महोदय द्वारा पूजा अर्चना कर हवन किया गया जिसमें अध्यक्ष सुभाष पुरोहित महामंत्री इंदर सिंह रावत संरक्षक हरिनारायण जोशी, गोपाल बडोला, दिनेश लखेडा, राकेश नोडियाल,दीपक पांडेय, एस पी चमोली, तरूण व्यास इत्यादि ने हवन में आहुति दी ।
तत्पश्चात दिवाकर भट्ट ,मुख्य संरक्षक महंत रघुवीर दास महाराज द्वारा फीता काटकर पहाड़ी महासभा के कार्यालय का उद्घाटन किया उसके बाद पहाड़ी महासभा की बैठक मुख्य निर्वाचन अधिकारी एवं अन्य मांगों को लेकर प्रारम्भ हुई जिसकी अध्यक्षता दिवाकर भट्ट ने की संचालन अध्यक्ष सुभाष पुरोहित ने किया।
बैठक में हरिनारायण जोशी,गोपाल कृष्ण बडोला, सौरभ कंडवाल, त्रिलोक चंद्र भट्ट, दीपक जखमोला, एस पी चमोली, तरुण व्यास ,दीपक नोटियाल ने फील्ड मार्शल दिवाकर भट्ट ने उत्तराखंड आंदोलन के लिए अपना सर्वस्व न्योछावर कर दिया किंतु उनको वो सम्मान नही मिला है जो उन्हें मिलना चाहिए था।हम हमेशा सम्मान करते हैं करते रहेंगे।
फील्ड मार्शल के नाम से मशहूर माननीय दिवाकर भट्ट ने कहा आज तक हम संगठित नही हो पाए हैं उन्होंने कहा कि जब उन्होंने उत्तराखंड बनाने के लिए आंदोलन किया तो उत्तराखंड की समस्त जनता सड़को पर आ गईकिंतु हमारे आंदोलन को दबाने के लिए कई कुचक्र और हमारे साथ छल किया गया हमे एक बार फिर से जैसे उत्तराखंड बनाने के लिए लड़ाई लड़ी थी वैसे ही अब एक लड़ाई उत्तराखंड बचाने के लिए लड़ने की जरूरत है।
सर्व सम्मति से मुख्य निर्वाचन अधिकारी के लिए महंत रघुवीर दास महाराज द्वारा चुनाव अधिकारियों के नाम की घोषणा की गई जिसमें त्रिलोक चन्द्र भट्ट को मुख्य चुनाव अधिकारी सहायक चुनाव अधिकारी मनीष काला, कमल मिश्रा को बनाया गया जो जल्द ही सभी व्यवस्थाएं बनाकर चुनाव तिथि की घोषणा करेंगे,
बैठक में दिवाकर भट्ट, महंत रघुवीर दास महाराज, हरिनारायण जोशी, गोपाल कृष्ण बडोला,सुभाष पुरोहित,सरिता पुरोहित, इंदु बहुखंडी,इंदर सिंह रावत, दिनेश लखेडा,बीर सिंह असवाल, अजय घनसेला, सोमप्रकाश, दीपक नोटियाल, तरुण व्यास, डा संतोष चमोला, दिनेश सकलानी,त्रिलोक चंद्र भट्ट, संजय नैथानी, शैलेन्द्र बोखण्डी, अजय नेगी, दीपक पांडेय, गंगा पाठक, दीपक जखमोला,एस पी चमोली,कमल मिश्रा, दीपक मिश्रा,राकेश नोडियाल, अरुण मिश्रा, आनन्द भट्ट, विजय गवाड़ी,रमेश चंद्र पंत, सतीश रावत,भगवत सिंह, भगवती पंत,भुवनेश पाठक, जसवंत सिंह बिष्ट,ललित पांडेय, डी पी थपलियाल,श्री प्रसाद कुकरेती, मनीष रावत, रितेश नोडियाल,सौरभ कंडवाल,टी एस रावत, प्रकाश चंद्र भट्ट,यू एस रावत, गंगा शर्मा,दिनेश चंद्र नोडियाल, महावीर गुसाईं,नंदन सिंह, नारायण सिंह,नरेंद सिंह, शिव सिंह,मोहन सिंह बुटोला,अनुराग बधानी, सुमन पंत,एम सी काला,रत्नमणि डोभाल, गिरीश घिंगड़ियाल,कमल सिंह राणा, बीरेंद्र,रविन्द्र, कुलभूषण,शैलेन्द्र,हिमांशु राणा, राजेश पंत, महावीर चौहान उपस्थित थे।
बड़कोट में पेयजल संकट : पम्पिंग योजना स्वीकृति की मांग को लेकर संत केशवगिरी महाराज की भूख हड़ताल दूसरे दिन जारी
उत्तरकाशी (बड़कोट), यमुनोत्री धाम के मुख्य पड़ाव नगर पालिका परिषद बड़कोट में इन दिनों पेयजल की किल्लत के कारण स्थानीय लोग आंदोलित हैं और सरकार के प्रति आक्रोशित होने के कारण लगातार अनिश्चित कालीन धरने पर हैं, इस बीच अभी भी जनपद के नगर पालिका बड़कोट में भीषण पेयजल संकट कम होने का नाम नही ले रहा है । पानी के लिए अनिश्चितकालीन धरना देने वालों की संख्या में इजाफा होने लगा है। साधु समाज भी समर्थन में आने लगा है। हिन्दू जागृति संगठन के अध्यक्ष स्वामी केशवगिरी महाराज जी प्राण जाये पर प्रण न जाये के ऐलान पर दूसरे दिन भी भूख हड़ताल पर डटे रहे।
नगरवासियों ने तहसील परिसर में चार सूत्रीय मांगो के निस्तारण के लिए अनिश्चितकालीन धरना जारी रखा। भूख हड़ताल को सभी वार्ड वासी भारी संख्या में समर्थन देने पहुँचे। नगरवासियों का कहना है कि जब तक पेयजल पम्पिंग योजना की स्वीकृति नही मिल जाती तब तक भूख हड़ताल व अनिश्चितकालीन धरना जारी रहेगा।
आंदोलनकारियों का कहना है कि यमुना नदी से पेयजल पम्पिंग योजना एक मात्र उपाय है। शनिवार से अनिश्चितकालीन धरना और भूख हड़ताल शुरू हो गयी है |
वहीं धरना स्थल पर स्वामी केशवगिरी महाराज ने सरकार से नगरीय पम्पिंग पेयजल योजना स्वीकृत करने का आग्रह किया, उन्होंने कहा कि जन जन पानी के लिए महीने से पानी की बूंद बूंद के लिए अस्त व्यस्त है और जनता की पीड़ा को समझते हुए भूखहड़ताल का प्रण किया ,अब प्राण जाय पर बचन न जाये, पेयजल योजना की वित्तीय स्वीकृति देकर जल्द विचार करे। इस मौके पर सोबेन्द्र सिंह चौहान, विजय सिंह रावत भक्त, केदार सिंह बर्तवाल, जय हो ग्रुप संयोजक सुनील थपलियाल, सहकारी समिति अध्यक्ष अजय सिंह रावत,पूर्ण सिंह रावत,स्वामी नरेन्द्र ,योगी बाबा भोलेनाथ, नरोत्तम दत्त,ताजीराम,प्रवीन सिंह,नीरज रावत,जय सिंह,शिवान्स, एस एस रावत,अंकित,दिपेंद्र मिश्रवान, देवेंद्र रावत,राम प्रसाद बहुगुणा,शान्ति प्रसाद जगूड़ी,जगेंद्र सिंह,प्रदीप ,मदन जोशी,जयराम,सरत रावत,बलदेव सिंह,जगेंद्र सिंह,मनीषा ठाकुर,मीनाक्षी,झावर सिंह,बलबीर असवाल, यशवंत सिंह रावत,चन्द्रमणि जोशी,रमेश,अनिल,गिरिराज,साकम देई,बचन देई,रजमा देई सुंदरा देई,सुमित्रा देई, कमली देवी, आशीष पंवार,विनोद कुमार,लोकेंद्र रतूडी,जगदीश रतूडी,राकेश,अभिषेक, आलोक,चतरी देवी,स्वतंत्री देवी,खजान सिंह सहित सैकड़ों लोग मौजूद थे।
शिक्षा विभाग में शिकायतों के निवारण को बना कंट्रोल रूम
* विभाग ने टोलफ्री नम्बर जारी कर तैनात किये नोडल अधिकारी
* विभागीय मंत्री की दो टूक, समस्या का समय पर हो समाधान
देहरादून। सूबे के विद्यालयी शिक्षा विभाग ने बरसाती सीजन को देखते हुये समस्याओं के निवारण के लिये कंट्रोल रूम की स्थापना की है। इसके साथ ही विभाग ने टोलफ्री नम्बर भी जारी किया है। जिस पर छात्र-छात्राएं, अभिभावक व शिक्षक अपनी शिकायत दर्ज कर सकेंगे। जन समस्याओं के निराकरण के लिये विभाग ने नोडल अधिकारियों की तैनाती भी सुनिश्ति कर दी है ताकि शिकायतों व समस्याओं का समय पर समाधान हो सके।
विद्यालयी शिक्षा मंत्री डा. धन सिंह रावत के निर्देश पर शिक्षा विभाग ने मानसून सीजन को देखते हुये कांट्रोल रूम की स्थापना की है, ताकि बरसात के दौरान समाने आने वाली विभिन्न समस्या से तत्काल निपटा जा सके। इसके अलावा विभाग ने शिकायतों व समस्याओं के निराकरण के लिये टोलफ्री नम्बर 18001804132 भी जारी किया है। जिस पर छात्र-छात्राएं, अभिभावक व शिक्षक अपनी समस्याएं दर्ज करा सकेंगे। टोलफ्री नम्बर पर दर्ज शिकायतों व समस्याओं के तत्काल निवारण के लिये विभाग ने नोडल अधिकारी, सह नोडल अधिकारी व 10 कम्प्यूटर ऑपरेटर की तैनाती की है। जिसमें अजीत भण्डारी, प्रद्युमन रावत, पल्लवी नैन, अंजुम फातिमा, एम.एम. जोशी को नोडल जबकि हरीश नेगी, नूतन, विजयलक्ष्मी, पूनम व मुकेश कुमेड़ी सह नोडल होंगे। ये सभी कार्मिक 8 जुलाई से 10 अगस्त 2024 तक कंट्रोल रूम में बैठकर टोलफ्री नम्बर पर दर्ज समस्याओं व शिकायतों का गंभीरता से संज्ञान लेकर विभागीय स्तर पर निवारण करेंगे।
इस संबंध में विभागीय मंत्री डा. धन सिंह रावत ने विभागीय अधिकारियों को दो टूक निर्देश दिये हैं। उन्होंने अधिकारियों को टोलफ्री नम्बर पर आने वाली प्रत्येक कॉल को रिसीव करने तथा प्रत्येक समस्या का समय पर समाधान करने को कहा। इसके साथ ही कांट्रोल रूम के सफल संचालन को प्रत्येक दो सप्ताह में समीक्षा करने के निर्देश भी विभागीय अधिकारियां को दिये हैं।
मानसूनी सीजन में राजकीय विद्यालयों में शैक्षणिक गतिविधियों में व्यवधान उत्पन्न न हो इसके लिये शिक्षा विभाग में पहली बार कंट्रोल रूम की स्थापना की गई है। विभाग ने टोलफ्री नम्बर 18001804132 भी जारी किया है। जिस पर विद्यालयों से सम्बंधित शिकायत व समस्याएं दर्ज की जा सकेंगी। किसी भी समस्या का समय से समाधान करने के लिये कार्मिकों की तैनाती भी सुनिश्चित की गई है।
– डॉ. धन सिंह रावत, विद्यालयी शिक्षा मंत्री, उत्तराखंड सरकार।
खतरे की जद में पुल : हल्द्वानी-देहरादून हाईवे पर बने पुल के दोनों पिलर हुए क्षतिग्रस्त
नैनीताल (कालाढूंगी), उत्तराखंड़ में अब मानसून ने अपनी घमक दे दी है, पिछले तीन दिनों से हो रही बारिश से के कुमाऊं मंड़ल के पुलों को खतरा पैदा हो गया है। शनिवार को भी कई जगहों पर पुल ढहने की खबर मिली है, वहीं, आज हल्द्वानी देहरादून हाईवे पर बना पुल भी खतरे की जद में है।
उत्तराखंड़ में चार दिन से लगातार हो रही बारिश से नदी-नाले, गधेरे उफान पर हैं। वहीं, कई पुलों पर भी खतरा पैदा हो गया है। रविवार को हल्द्वानी-देहरादून स्टेट हाईवे पर चकलुवा के पास बने पुल को भी खतरा पैदा हो गया है। पानी के तेज बहाव ने पुल के दोनों पिलर क्षतिग्रस्त हो गए हैं। ऐसे में यह पुल कभी भी ढह सकता है।
रामनगर -भतरौंजखान मार्ग पर मोहान स्थित पन्याली नाले में आए तेज बहाव के कारण इस पर बना पुल टूट गया। इससे भतरौंजखान, भिकियासैंण, रानीखेत के लिए आवाजाही बंद हो गई है। राहगीरों को चिमटाखाल, हरड़ा मार्ग से भेजा रहा है, वहीं, पिथौरागढ़ जिले में दारमा घाटी के माइग्रेशन ग्राम बोन को जोड़ने के लिए च्युति गधेरे में बना पुल भी बारिश की भेंट चढ़ गया है। इसके चलते गांव के 30 परिवारों का संपर्क मुख्य सड़क से कट गया है। तीजम और वतन तोक को जोड़ने वाला लकड़ी का पैदल पुल बह गया है। इससे 18 परिवारों का संपर्क कट गया है। उधर, चीन सीमा को जोड़ने वाला कैलाश मार्ग पर स्थित बैली ब्रिज भी खतरे की जद में है।
बारिश का कहर : भवाली-अल्मोड़ा हाइवे पर क्वारब के पास भूस्खलन, यातायात ठप
हल्द्वानी, प्रदेश कभी लगातार तो कभी रूक रूक कर बरस रही बारिश ने कहर बरपाया हुआ है। कुमाऊं मंडल के हल्द्वानी-भवाली-अल्मोड़ा हाइवे पर क्वारब के पास भूस्खलन आने से यातायात पूरी तरह से ठप हो गया है। खतरे को देखते हुए प्रशासन ने हाईवे पर यातायात बंद कर दिया है। देर रात से लगातार हो रही बारिश से खतरा बढ़ रहा है |
पिछले 24 घंटे से नैनीताल जिलों में हो रही मूसलाधार बारिश की वजह से लगातार पर्वतीय क्षेत्रों में भूस्खलन और मैदानी इलाकों में जल भराव और नदियों में जलस्तर बढ़ता जा रहा है। हल्द्वानी और उसके आसपास के इलाके में भी भारी बारिश से कई इलाके जलमग्न हो गए हैं तो कई मोहल्लों में पानी भर गया है।
पुलिस और प्रशासन लगातार रिस्पांस टीमों को अलर्ट मोड पर रखे हुए हैं। डीआईजी कुमाऊं डॉ योगेंद्र रावत का कहना है कि कुमाऊं मंडल के सभी जिलों में एसडीआरएफ और पुलिस को उपकरणों के साथ अलर्ट मोड पर रखा गया है। जहां से भी मदद के लिए बुलाया जा रहा है वहां तत्काल एसडीआरएफ की टीम पहुंच रही है।
जिले में 33 सड़कें बंद :
नैनीताल में भारी बारिश ने कहर मचाया हुआ है। बता दें भूस्खलन की वजह से पांच राज्य मार्ग समेत दो जिला मार्ग और 33 सड़कें बंद हैं। जिले में पिछले 24 घंटे में 134 एमएम बारिश रिकॉर्ड की गई है। वहीं हल्द्वानी में 118 एमएम बारिश रिकॉर्ड की गई है तो कोशियाकुटोली में 114 एमएम, धारी में 105 एमएम बारिश रिकॉर्ड की गई है। वहीं गौला, कोसी और नन्धौर नदी भी उफान पर चल रही है।
भारी बरसात के बीच गौला नदी में छोड़ा गया 20 हजार 7 सौ क्यूसेक पानी, प्रशासन पूरी तरह से अलर्ट
हल्द्वानी, हल्द्वानी में पिछले 24 घंटे से लगातार हो रही मूसलाधार बरसात की वजह से जहां एक और शहर के कई इलाकों में जल भराव की स्थिति पैदा हो रही है तो वही कुसुमखेड़ा चौराहे पर जल भराव होने के बाद मौके पर पहुंचे सिटी मजिस्ट्रेट AP बाजपेई और तहसीलदार सचिन कुमार ने लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों व टीम के साथ मिलकर जल भराव की स्थिति से निपटने के लिए पानी को डायवर्ट करने के निर्देश दिए हैं और मौके पर ही काम शुरू करवाया है।
उधर उप जिला अधिकारी परितोष वर्मा ने टीम सहित तीन पानी व अन्य जल भराव वाले इलाकों का स्थलीय निरीक्षण किया। साथ जल भराव के निकासी के लिए संबंधित विभागों काम करने के निर्देश दिए।
वहीं दूसरी तरफ पहाड़ों में हो रही लगातार बरसात की वजह से गौला बैराज से 20700 क्यूसेक पानी छोड़ा गया है। इसके साथ ही गौला नदी से सटे हुए शांतिपुरी इलाके तक लोगों को सतर्क रहने के निर्देश दिए गए हैं साथ ही संवेदनशील नदी किनारे रहने वाले लोगों को सुरक्षित स्थानों पर जाने के लिए कहा गया है।
आरबीआई ने पांच बैंकों पर की कार्रवाई, पीएनबी पर 1.31 करोड़ रुपये का जुर्माना
नई दिल्ली ,। जुलाई के पहले सप्ताह में भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने पंजाब नेशनल बैंक (पीएनबी) और चार अन्य बैंकों पर आरबीआई के विभिन्न निर्देशों का पालन न करने के लिए जुर्माना लगाया। पीएनबी पर 1.31 करोड़ रुपये का जुर्माना लगाया गया है। इसके अलावे गुजरात राज्य कर्मचारी सहकारी बैंक, गुजरात; रोहिका सेंट्रल को-ऑपरेटिव बैंक, मधुबनी, बिहार; राष्ट्रीय सहकारी बैंक, मुंबई, महाराष्ट्र; और बैंक कर्मचारी सहकारी बैंक, पश्चिम बंगाल चार अन्य बैंक हैं जिन पर आरबीआई ने जुर्माना लगाया था।