रुद्रप्रयाग- पूर्व ज्येष्ठ प्रमुख जखोली अर्जुन सिंह गहरवार ने सरकार पर सनातन धर्म का अपमान करने का आरोप लगाया। उन्होने कहा कि खुद राख लपेटकर जगत कल्याण करने वाले भोले बाबा के साथ ठगी करने का दुष्परिणाम आपदा के रुप में सामने दिख रहा है। केदारनाथ धाम से शिला ले जाकर दिल्ली में केदारधाम मंदिर उद्घघाटन करने के लिये उन्होनें उत्तराखण्ड के मुख्यमंत्री की सनातन विरोधी मानसिकता बताया ओर कहा कि वे सनातन धर्मावलम्बियों के सहयंग से हर कीमत पर दिल्ली से शिला को वापस केदारनाथ लायेगें।
रुद्रप्रयाग गढ़वाल मंडल विकास निगम अतिथि गृह में पत्रकार वार्ता करते हुये पूर्व ज्येष्ट प्रमुख अर्जुन सिंह गहरवार ने कहा कि सरकार की गलत नीतियों व सनातन विरोधी कार्यों के कारण केदारनाथ छैत्र में आपदा का खामियाजा यात्रियों व स्थानीय जनता को भुगतना पड रहा है। उन्होने केदारनाथ यात्रा मार्ग मे हुई आपदा के बाद युद्धस्तर पर कार्य करने के लिये जिला प्रसासन, सेना, स्थानीय जनता, ब्यापारियों, वाहन चालकों का आभार
ब्यक्त किया साथ ही उनहोने स्थानीय ग्रामीणो खासकर चौमासी के ग्रामीणों के सहयोग की प्रसंशा की। उन्होने
यात्रा रजिस्ट्रेसन प्रणाली पर सवाल उठाते हुये कहा कि आपदा के बाद सरकार फँसे यात्रियों के आकडे नहीं दे पायी जिससे यात्रा रजिष्ट्रेसन की हकीकत सामने आई है। उन्होने कहा कि यात्रा को ऋषिकेश में रोकना सरकार की नाकामी को दर्शाता है।
काग्रेस की हिटो केदार यात्रा में भी चौमासी मार्ग को यात्रा के बैकल्पिक मार्ग के रूप मे विकसित करने की बात हुई थी। लेकिन आज तक उस दिशा में कोई कार्य नहीं हुआ 2013 की आपदा के बाद आज फिर यह मार्ग फँसे यात्रियों की जान बचाने मे कारगर साबित हुआ।
उन्होने भारत सरकार पर भी केदारनाथ आपदा के प्रति संवेदन हीन होने का आरोप लगाया। उन्होने कहा कि प्रधानमंत्री ने एक शब्द केदारनाथ यात्रा पर हुई आपदा पर नही बोला। उन्होने कहा कि भोले नाथ को सोना चडाने के नाम पर ठगी की गयी। जो कि बिना सरकार की सहमति के संभव नहीं है।
उन्होने ज्योर्तिपीठ के शंकराचार्य अभिमुक्तेश्वरा नंद सरस्वती जी का आभार ब्यक्त करते हुये कहा कि अधर्म के खिलाफ उनका अभियान करोडो सनातनियों के लिये प्रेरणदायक होगा। कहा कि बौखलाये लोग धर्माचार्यो को ही अनाप सनाप बोल रहे है ऐसे लोग सनातन धर्मी नहीं हो सकते।
शंकराचार्य पर मंदिर समिति अध्यक्ष के बयान पर सरकार ने कोई प्रतिक्रिया नहीं दी इससे स्पष्ट है कि सरकार खुद इसमें शामिल है। इससे सरकार का सनातन विरोधी चरित्र उजागर हुआ है।
उन्होने कहा कि एक सनातन धर्मावलम्बी होने के नाते वे किसी भी कीमत पर केदारनाथ से दिल्ली ले जाई गयी शिला को वापस लायेंगे। इसके लिये सभी सनातन धर्मियों के साथ जंतर मंतर पर धरना प्रर्दशन करेगें।
बाबा केदार से ठगी करने वाले सनातनी नहीं हो सकते,केदार शिला को दिल्ली से वापस लेकर रहेगें- अर्जुन गहरवार
बड़थ्वाल कुटुंब ने स्थापना दिवस पर किया उत्तराखंड़ी प्रतिभाओं को सम्मानित
“भीष्म कुकरेती, डा. दयाल सिंह पंवार, अंकिता ध्यानी और जगदीश बाबला को किया गया सम्मानित”
नई दिल्ली/देहरादून, पर्वतीय सरोकार को समर्पित संस्था बड़थ्वाल कुटुंब ने अपना स्थापना दिवस धूमधाम और हर्षोल्लास के साथ मनाया, नई दिल्ली के पंचकुइयां में स्थित गढ़वाल भवन में राज्यसभा सांसद रहे तरुण विजय, उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत सहित अन्य गणमान्य विभूतियों ने मुख्य समारोह की शोभा बढ़ाई।
कार्यक्रम का श्रीगणेश मंचासीन अतिथियों द्वारा दीप प्रज्वलन से किया गया। मंच पर संस्थापक महासचिव प्रतिबिम्ब बड़थ्वाल, उपाध्यक्ष हरीश बड़थ्वाल ,अध्यक्ष राज कुमार बड़थ्वाल व कुटुंब का गौरव पद्मश्री डॉ. माधुरी बड़थ्वाल का परिचय व स्वागत कुटुंब द्वारा किया गया। कुटुंब के महासचिव प्रतिबिम्ब बड़थ्वाल ने बड़थ्वाल कुटुंब की स्थापना कि सोच, विगत तीन वर्षों के कार्यकलापों, उद्देश्यों और भावी योजनाओं का उल्लेख गढ़वाली भाषा में किया।
पूर्व मुख्यमंत्री उत्तराखण्ड़ तीरथ सिंह रावत ने सामुदायिक सद्भाव और बंधुत्व पुख्ता करने की दिशा में बड़थ्वाल कुटुंब की पहल की सराहना और विशेषताओं का उल्लेख कर समाज को इससे प्रेरणा लेने की बात की। उन्होंने कहा कि कुटुंब के इस कार्यक्रम में उपस्थित होकर वे गदगद और भावुक भी है और बड़थ्वाल कुटुंब को शुभकामनाएं प्रेषित की।
इस अवसर पर श्री तरुण विजय ने कुटुंब की एकजुटता और विरासती मूल्यों को सवंर्धित करने की मुक्तकंठ से सराहना की। मानव जाति के विकास बल्कि अस्तित्व के लिए सुदृढ़ परिवार की भूमिका को रेखांकित करते हुए तरुण विजय जी ने बड़थ्वाल कुटुंब को आदर्श बताया।
उत्तराखंडी लोक साहित्य और संस्कृति के संवर्धन की कड़ी में बड़थ्वाल कुटुंब बड़थ्वाल बंधुओं तथा अन्य उत्तराखंड़ी प्रतिभाओं को प्रतिवर्ष सम्मानित करता है। आज के स्थापना दिवस समारोह में वर्ष 2024 के बड़थ्वाल कुटुंब गौरव सम्मान पांच प्रतिभाओं मोहित बड़थ्वाल, मीनाक्षी बड़थ्वाल आचार्य, पम्मी बड़थ्वाल, दिनेश बड़थ्वाल और रश्मि बड़थ्वाल को विभिन्न क्षेत्रों में उनके विशिष्ट योगदान स्वरूप प्रदान किया गया। इस मौके पर राजेन्द्र एम बड़थ्वाल को स्नेह सम्मान भी कुटुंब द्वारा प्रदान किया गया।
इस अवसर पर उत्तराखंड सम्मान श्रेणी में साहित्य के लिए पीतांबर दत्त बड़थ्वाल सम्मान से से भीष्म कुकरेती को तथा पंड़ित मुकुंद दैवज्ञ सम्मान से डा. दयाल सिंह पंवार को नवाजा गया। वहीं उत्तराखंड विभूति सम्मान अंकिता ध्यानी (खेल) तथा जगदीश बाबला (पर्यावरण प्रेमी) और उत्तराखंड लोक संस्कृति सम्मान आचार्य कृष्णानंद नौटियाल को प्रदान किया गया।
मेधावी छात्र प्रोत्साहन कार्यक्रम में इस वर्ष उच्च प्राप्तांकों के लिए 12वीं बोर्ड के पांच छात्रों दीपांशु बड़थ्वाल, आर्यन बड़थ्वाल, आयुष महेश बड़थ्वाल, स्वाति बड़थ्वाल, संध्या बड़थ्वाल तथा 10वीं बोर्ड के तीन छात्रों आदित्य बड़थ्वाल, देव बड़थ्वाल और निश्चय बड़थ्वाल को पुरस्कृत किया गया। सभी विजेताओं को प्रमाणपत्र दिए गए।
ढ़ोल दमाओ और लोक संगीत की मनभावन प्रस्तुतियों से पांच घंटे चले स्थापना समारोह के कार्यक्रम में उपस्थित संभागियों भावविभोर हो गए दिखे। इस अवसर पर डा. माधुरी बड़थ्वाल और पं. कृष्णानंद नौटियाल ने अपने विचार रखे।
अध्यक्षीय संबोधन में कुटुंब के अध्यक्ष राजकुमार बड़थ्वाल ने बताया कि जहां सम्मान प्राप्त विभूतियों को असाधारण योगदान की प्रशस्ति मिलती है वहीं अन्य व्यक्ति बेहतर प्रदर्शन के लिए प्रेरित होते हैं। कुटुंब की गतिविधियों को व्यापक तथा समावेशी बनाने की दृष्टि से उन्होंने छात्रों के लिए हालिया संचालित कैरियर गाइडेंस सत्र तथा रेडक्रास सोसाइटी के सहयोग से संपन्न रक्तदान शिविर की जानकारी दी।
कार्यक्रम में बच्चों द्वारा शानदार प्रस्तुतियाँ दी गई। गढ़वाली काव्य पाठ में गढ़वाली भाषा के वरिष्ठ कविजन व साहित्यकार श्री रमेश चंद्र घिल्डियाल, श्री जयपाल सिंह रावत, श्री जबर सिंह कैन्थुरा श्री जगमोहन सिंह जगमोरा (प्रथम गढ़वाली पजलकार), सुश्री अंजली भण्डारी व श्री दिनेश ध्यानी ( काव्यपाठ मंच संचालन) जी ने श्रोताओं को मन मोह लिया। बड़थ्वाल कुटुंब द्वारा उत्तराखण्ड लोक-भाषा साहित्य मंच दिल्ली, व गढ़वाल हितैषिणी सभा, नई दिल्ली को सहयोग सम्मान भी दिया गया। करीब छह घंटे चले इस कार्यक्रम का शानदार संचालन पंकज बड़थ्वाल व योगिता बड़थ्वाल ने संयुक्त रुप से किया। कार्यक्रम में बड़ी संख्या कुटुंब परिवार के सदस्य मौजूद रहे।
‘तीज महोत्सव’ महिलाओं के सौंदर्य, श्रद्धा और समर्पण का प्रतीक है : प्रथम महिला
देहरादून, मंगलवार को राजभवन में भारतीय संस्कृति की प्राचीन त्योहारों में से एक ‘‘हरियाली तीज’’ के पावन अवसर पर राजभवन में कार्यरत महिला अधिकारियों एवं कर्मचारियों व अन्य अधिकारियों एवं कर्मचारियों की पत्नियों ने एक विशेष कार्यक्रम का आयोजन किया। इस कार्यक्रम में प्रथम महिला श्रीमती गुरमीत कौर ने मुख्य अतिथि के रूप में प्रतिभाग कर पारंपरिक तीज उत्सव की महत्ता और भारतीय संस्कृति में इसके महत्व पर प्रकाश डाला।
कार्यक्रम की शुरुआत मंगलाचरण से हुई, जिसके बाद विभिन्न सांस्कृतिक प्रस्तुतियाँ दी गईं। नृत्य और संगीत के माध्यम से कलाकारों ने तीज के त्योहार का जीवंत चित्रण किया। इस अवसर पर प्रथम महिला श्रीमती गुरमीत कौर ने कहा कि तीज महोत्सव महिलाओं के सौंदर्य, श्रद्धा और समर्पण का प्रतीक है। यह हमें भारतीय संस्कृति की गहराई और विविधता की याद दिलाता है।
यह हमें भारतीय संस्कृति की गहराई और विविधता की याद दिलाता है। उन्होंने उपस्थित सभी महिलाओं को तीज की शुभकामनाएं दीं और इस पर्व के माध्यम से सभी के जीवन में खुशहाली और समृद्धि की कामना की। कार्यक्रम के समापन पर प्रथम महिला श्रीमती गुरमीत कौर ने सभी का आभार व्यक्त किया और कार्यक्रम की सफलता के लिए आयोजकों की सराहना की।
उन्होंने उपस्थित सभी महिलाओं को तीज की शुभकामनाएं दीं और इस पर्व के माध्यम से सभी के जीवन में खुशहाली और समृद्धि की कामना की। कार्यक्रम के समापन पर प्रथम महिला श्रीमती गुरमीत कौर ने सभी का आभार व्यक्त किया और कार्यक्रम की सफलता के लिए आयोजकों की सराहना की। उन्होंने कहा कि ऐसे कार्यक्रम हमारी सांस्कृतिक धरोहर को संरक्षित और संजोए रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। तीज प्रतियोगिता में श्रीमती संतोषी तीज क्वीन बनी। दूसरे स्थान पर श्रीमती सोनिया एवं तीसरे स्थान पर श्रीमती मीनाक्षी पंवार रहीं। इस अवसर पर विजेता महिलाओं को सम्मानित भी किया गया।
इस कार्यक्रम में आई.जी. श्रीमती विम्मी सचदेवा रमन, अपर सचिव श्री राज्यपाल श्रीमती स्वाति एस. भदौरिया, वित्त नियंत्रक डॉ0 तृप्ति श्रीवास्तव सहित राजभवन परिवार की महिलाओं ने प्रतिभाग किया।
केदारघाटी में जान माल के नुकसान का आंकड़ा क्यों नहीं दे रही सरकार, बदइंतजामी में भी डाल रहे पर्दा : धस्माना
देहरादून, उत्तराखंड़ कांग्रेस के वरिष्ठ प्रदेश उपाध्यक्ष सूर्यकांत धस्माना ने केदारघाटी में आई आपदा के प्रबंधन को लेकर सरकार से कई सवाल पूछे हैं। उन्होंने कहा कि आपदा के सातवें दिन भी राज्य का आपदा प्रबंधन विभाग पूरी केदार घाटी में जान माल के नुकसान के ठीक आंकड़े सार्वजनिक नहीं कर रहा। साथ ही बदइंतजामी को लेकर भी पर्दा डाला जा रहा है। साथ ही आपदा से हुए नुकसान को भी छिपाया जा रहा है।
देहरादून में अपने कैंप कार्यालय में पत्रकारों से बातचीत में उन्होंने कहा कि 31 जुलाई को केदारघाटी में आई भीषण आपदा से भारी नुकसान पहुंचा। तीर्थ यात्री केदारनाथ पैदल मार्ग में जहां तहां फंस गए। भूस्खलन से जगह जगह रास्ते बंद हो गए। इसके बाद जिला प्रशासन व आपदा प्रबंधन विभाग सोनप्रयाग से लेकर केदार मंदिर तक नौ स्थानों पर भूस्खलन व रोड वाश आउट की बात कर रहे थे। वह खुद एक अगस्त को आपदा प्रभावित क्षेत्र में गए। वहां की जानकारी से पता चला कि दो दर्जन से ज्यादा जगहों पर भूस्खलन है। सोनप्रयाग समेत रामबाड़ा, लिनचोली, बड़ी लिनचोली में ज्यादा नुकसान है।
धस्माना ने कहा कि उसी दिन जिलाधिकारी व पुलिस अधीक्षक से वार्ता के दौरान मैंने खुद फंसे हुए यात्रियों की संख्या दस हजार से ज्यादा होने के अनुमान लगाया। वहीं, शासन प्रशासन शुरू से नौ से दस स्थानों पर भूस्खलन व पांच छ हजार लोगों के फंसे होने का दावा कर रहा था। आज आपदा के सातवें दिन स्वयं आपदा प्रबंधन विभाग 29 स्थानों पर मार्ग क्षतिग्रस्त होने की बात कर रहा है। साथ ही ग्यारह हजार लोगों के रेस्क्यू किए जाने की बात कह रहा है |
उन्होंने कहा कि शासन की ओर से जारी यदि हर दिन के आंकड़ों को देखा जाए तो ऐसा लगता है कि अब सबका रेस्क्यू हो चुका है। फिर अगले दिन बताया जाता है कि इतने लोगों का रेस्क्यू किया गया है। ऐसे में शासन के दावों पर सवाल उठना लाजमी है। जब सब लोगों को सुरक्षित निकाल लिया गया तो फिर से नए यात्री कहां से आ गए। ऐसा हर दिन की मीडिया रिपोर्ट में भी देखने को मिल रहा है। यात्रा मार्ग में फंसे लोगों की भी सही संख्या नहीं बताई जा रही है, उन्होंने कहा कि असलियत यह है कि कांवड़ यात्रा वाले यात्रियों का प्रशासन ने कोई पंजीकरण किया ही नहीं। इसलिए शासन प्रशासन को फंसे हुए लोगों की सही संख्या पता ही नही थी। इसलिए रोज अलग अलग आंकड़े जारी किए गए। धस्माना ने कहा कि सोनप्रयाग रामबाड़ा, लिनचोली, बड़ी लिनचोली, भीमबली समेत अनेक स्थानों में मलवा आने से हुई जनहानि हुई है। उसका कोई अता पता ना तो स्थानीय प्रशासन को है और ना ही शासन को।
कांग्रेस नेता सूर्यकांत धस्माना ने कहा कि आपदा पर किसी का नियंत्रण नहीं है, किंतु आपदा से निपटने की तैयारी और राहत व बचाव कार्यों की तैयारी जिस स्तर पर होनी चाहिए, वह नदारद थी। अधिकांश फंसे हुए लोगों को पैदल निकाला गया। धस्माना ने प्रदेश सरकार से मांग की कि केदार घाटी की आपदा में जान माल के नुकसान का सही आंकड़ा सार्वजनिक करें। यात्रा मार्ग दोबारा शुरू करने के लिए युद्ध स्तर पर काम किया जाए।
उप जिला चिकित्सालय मरीजों का बोझ नहीं झेल पा रहा, गर्मी में टीन सेड के नीचे घंटों इंतजार करती हैं गर्भवती बहनें : मोर्चा
विकासनगर(दे.दून), उप जिला चिकित्सालय विकासनगर में तपती धूप में टीन सेड के नीचे अपनी बारी का इंतजार कर रही गर्भवती बहनें एवं अन्य मरीजों की परेशानियां तथा चिकित्सकों पर पड रहे अत्याधिक बोझ को देखते हुए जन संघर्ष मोर्चा पदाधिकारीयों ने मोर्चा अध्यक्ष एवं जीएमवीएन के पूर्व उपाध्यक्ष रघुनाथ सिंह नेगी के नेतृत्व में अस्पताल का हाल जाना।
अस्पताल का हाल देखकर मालूम पड़ता है कि सरकार को मरीजों एवं चिकित्सकों की सुख-सुविधाओं से कोई लेना-देना नहीं है। क्षेत्र का अकेला उपजिला चिकित्सालय पूरे विकासनगर क्षेत्र, जौनसार, उत्तरकाशी जनपद के कुछ हिस्सों एवं उत्तराखंड की सीमा से लगे हिमाचल के कुछ गांव इस अस्पताल पर ही निर्भर हैं, जिस कारण रोजाना 500-600 ओपीडी के मरीज एवं पुराने मरीजों का चेकअप करना मरीजों एवं चिकित्सकों दोनों पर भारी पड़ रहा है।
हैरानी की बात यह है कि एक दिन में लगभग 100-125 मरीजों का अल्ट्रासाउंड करना चिकित्सा के लिए बहुत टेढ़ी खीर है तथा इसके साथ-साथ प्रसूति रोग विशेषज्ञ चिकित्सक को भी लगभग 100-125 गर्भवती महिलाओं को देखना होता है तथा इसी प्रकार अन्य चिकित्सकों की भी यही हालत है,जोकि किसी भी सूरत में तर्कसंगत नहीं है। मोर्चा इस दुर्दशा को लेकर शीघ्र ही शासन में दस्तक देगा। मोर्चा पदाधिकारियों में प्रवीण शर्मा, प्रमोद शर्मा मौजूद थे।
सिडनी विश्वविद्यालय में आयोजित प्रशिक्षण कार्यक्रम के लिये जसप्रीत कौर और नार्ने काव्या का चयन
हल्द्वानी, सिडनी विश्वविद्यालय, ऑस्ट्रेलिया आयोजित दो माह के प्रशिक्षण कार्यक्रम में उत्तराखण्ड़ की दो बेटियाँ भी अपनी भागीदारी निभायेंगी, गौरतलब हो कि पन्तनगर विश्वविद्यालय के कुलपति डा. मनमोहन सिंह चौहान के नेतृत्व में इस वर्ष विभिन्न संस्थानों में विश्वविद्यालय के विद्यार्थियों को प्रशिक्षण हेतु भेजा जा रहा है। विश्वविद्यालय के अन्तर्राष्ट्रीय मामलों के निदेशक डा. एच.जे. शिव प्रसाद ने जानकारी देते बताया कि पश्चिमी सिडनी विश्वविद्यालय, ऑस्ट्रेलिया द्वारा आयोजित दो माह के प्रशिक्षण कार्यक्रम के लिए विश्वविद्यालय के दो प्रतिभाशाली विद्यार्थियों, जसप्रीत कौर और नार्ने काव्या को भेजा जा रहा है जो अत्यंत गौरव का विषय है। जसप्रीत कौर उद्यान विभाग में डा. रंजन श्रीवास्तव के मार्गदर्शन में पीएच.डी. कर रही हैं और नार्ने काव्या, कीट विज्ञान विभाग में डा. जे.पी. पुरवार के मार्गदर्शन में कार्यरत हैं। दोनों ने अपनी उत्कृष्ट शैक्षणिक योग्यता और अनुसंधान में समर्पण से यह प्रतिष्ठित अवसर प्राप्त किया है।
उन्होंने बताया कि ‘हिमालयी क्षेत्र, उत्तराखण्ड, भारत में रियल-टाइम ऑटोमेटेड पेस्ट मॉनिटरिंग’ परियोजना के तहत कार्य करना होगा, जो शिक्षा मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा वित्त पोषित स्कीम फॉर प्रमोशन ऑफ एकेडमिक एंड रिसर्च कोलैबोरेशन के तहत संचालित है। नार्ने काव्या ने अपने अनुसंधान कार्य में विशेषता और नई तकनीकों के प्रयोग से यह सम्मान प्राप्त किया है। पश्चिमी सिडनी विश्वविद्यालय में आयोजित यह प्रशिक्षण कार्यक्रम इन छात्रों के लिए एक अनमोल अवसर है। इस कार्यक्रम के माध्यम से वे उन्नत प्रयोगशाला उपकरण, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और मशीन लर्निंग, सेंसर और उद्यान फसलों में प्रक्षेत्र प्रयोगों के साथ विशेष रूप से स्वचालित कीट निगरानी के बारे में गहन ज्ञान अर्जित करेंगे। यह अनुभव उनके शैक्षणिक और व्यावसायिक विकास में अत्यधिक सहायक सिद्ध होगा। इस प्रशिक्षण के दौरान छात्र पश्चिमी सिडनी विश्वविद्यालय के शोधकर्ताओं के पर्यवेक्षण में प्रशिक्षण कार्यक्रम का पालन करेंगे, जो इस परियोजना में विशेषज्ञता रखते हैं।
विश्वविद्यालय के कुलपति डा. मनमोहन सिंह चौहान द्वारा दोनों विद्यार्थियों को इस महत्वपूर्ण उपलब्धि पर हार्दिक बधाई दी गयी और उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि वे इस अवसर का पूर्ण उपयोग करेंगे और अपनी प्रतिभा व कौशल को और निखारेंगे। जसप्रीत कौर और नार्ने काव्या की इस सफलता से विश्वविद्यालय के अन्य छात्रों को भी प्रेरणा मिलेगी और वे भी अपने शैक्षणिक व अनुसंधान कार्यों में उत्कृष्टता प्राप्त करने का प्रयास करेंगे। इस अवसर पर कुलसचिव डा. दीपा विनय, अधिष्ठाता स्नातकोत्तर महाविद्यालय डा. के.पी. रावेरकर, अधिष्ठाता कृषि डा. एस.के. कश्यप द्वारा उनकी महान उपलब्धि के लिए दोनों विद्यार्थियों को बधाई दी है।
दैवीय आपदा में राहत पहुंचाने तथा त्वरित रेस्क्यू ऑपरेशन चलाने के लिये तीर्थ पुरोहितों ने सीएम का आभार व्यक्त किया
देहरादून, केदार सभा, केदारनाथ धाम के अध्यक्ष श्री राजकुमार तिवारी ने केदारनाथ घाटी में आई आपदा के दौरान मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी के नेतृत्व में पूरी तत्परता के साथ संचालित हुए रेस्क्यू ऑपरेशन की प्रशंसा की है। केदारनाथ धाम के अध्यक्ष श्री राजकुमार तिवारी ने कहा कि 31 जुलाई को केदारनाथ क्षेत्र के लिंनचोली, गौरीकुण्ड व सोनप्रयाग में आयी दैवीय आपदा के प्रति त्वरित राहत पहुंचाने के लिये मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी के प्रयासों की तीर्थ पुरोहितों ने सराहना के साथ उनका आभार व्यक्त किया है। उन्होंने कहा कि 31 जुलाई को केदारनाथ क्षेत्र में आयी आपदा के तुरंत बाद 01 अगस्त को मुख्यमंत्री द्वारा केदारनाथ क्षेत्र का भ्रमण कर राहत एवं बचाव कार्यों में तेजी लाये जाने के दिये गये निर्देशों तथा तीर्थ पुरोहितों तथा स्थानीय लोगों से वार्ता कर राहत पहुंचाने के लिये अधिकारियों को जिम्मेदारी दिये जाने से क्षेत्र वासियों तथा तीर्थ यात्रियों को बहुत बड़ी राहत मिली है।
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी की तत्परता से आपदा राहत की राह आसान हुई है। तीर्थ पुरोहितों एवं स्थानीय लोगों ने मुख्यमंत्री द्वारा मंगलवार को भी प्रभावित क्षेत्रों का हवाई सर्वेक्षण तथा यात्रा मार्ग से जुड़े सभी विभागों की समीक्षा में प्रभावित क्षेत्रों में जनजीवन सामान्य बनाने, क्षतिग्रस्त मार्गों, पेयजल एवं विद्युत लाईनों को यथाशीघ्र बहाल किये जाने तथा श्री केदारनाथ धाम पैदल यात्रा को शीघ्र शुरू किए जाने के निर्देशों तथा श्री केदारनाथ धाम के लिए हेलीसेवा को बुधवार से ही शुरू कर हेलीसेवा के माध्यम से दर्शन करने पहुंच रहे श्रद्धालुओं को किराए में 25 प्रतिशत की छूट दिये जाने की घोषणा का भी स्वागत किया है। उन्होंने मुख्यमंत्री से आपदा पीडितों को हुए नुकसान के मुआवजे की भी मांग की है।
हर घर तिरंगा अभियान को लेकर हरिद्वार में भाजपा जिला बैठक का आयोजन
हरिद्वार ( कुलभूषण) जिला भाजपा कार्यालय हरिद्वार पर आगामी कार्यक्रम हर घर तिरंगा अभियान को लेकर जिला बैठक का आयोजन हुआ बैठक में मुख्य अतिथि के तौर पर पहुंचे प्रदेश उपाध्यक्ष एवं हरिद्वार जिला संगठन प्रभारी शैलेंद्र बिष्ट ने पदाधिकारीयो को संबोधित करते हुए कहा कि विगत वर्षों से पार्टी के कार्यकर्ता देशवासियों के साथ देशभर में हर्षोल्लास के साथ राष्ट्र की एकता व अखंडता के संकल्प की प्रतिबद्धता के साथ *हर घर तिरंगा*लगाकर अथवा यात्राएं निकालकर विभिन्न कार्यक्रमों के माध्यम से मनाते आ रहे हैंl
देश के यशस्वी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी ने भी मन की बात कार्यक्रम के 112वे संस्करण में कहा कि मेरे प्यारे देशवासियों 15 अगस्त का दिन अब दूर नहीं है और अब तो 15 अगस्त के साथ एक और अभियान जुड़ गया है वह है हर घर तिरंगा अभियानl
पिछले कुछ वर्षों से तो पूरे देश में हर घर तिरंगा अभियान के लिए सब का जोश हाई रहता हैl
चाहे गरीब हो, अमीर हो, छोटा घर हो, बड़ा घर हो, हर कोई तिरंगा लहराकर गर्व का अनुभव करता है तिरंगे के साथ सेल्फी लेकर सोशल मीडिया पर पोस्ट करने का क्रेज भी दिखाई देता है आपने गौर से देखा होगा जब कॉलोनी या सोसाइटी के एक घर पर तिरंगा लहराता है तो देखते ही देखते दूसरे घरों पर भी तिरंगा दिखने लगता है यह एक यूनिक फेस्टिवल बन चुका हैl
देश के प्रधानमंत्री के द्वारा की गई अपील को हम सब मानते हुए देश की आजादी के जश्न मे बढ़-चढ़कर भाग लेना चाहिए हरिद्वार जिले के प्रत्येक बूथ के सभी घरों एवं प्रतिष्ठानों तक तिरंगा लहराना चाहिए इस संबंध में आगामी 10 अगस्त तक मंडलों की बैठकर सुनिश्चित कर 12,13 व 14 अगस्त को स्वतंत्रता सेनानियों एवं युद्ध स्मारकों पर स्वच्छता, माल्यार्पण एवं पुष्पांजलि कार्यक्रम किए जाएं।
14 अगस्त को विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस के कार्यक्रम भी आयोजित हो।
15 अगस्त को स्वतंत्रता दिवस के सार्वजनिक कार्यक्रम में हम सब बढ़-चढ़कर भागीदारी करें।
जिला अध्यक्ष संदीप गोयल ने अतिथियों का स्वागत कर कहा कि इस अभियान मे हम सबको पूरे मनोयोग से जुट कर हर घर पर तिरंगा लहराने का काम करना है इसी के साथ-साथ कला ,संस्कृति, खेल जगत, शिक्षाविद, विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी, सहकारिता, वरिष्ठ अधिवक्ता, संपादक ,रिपोर्टर ,पूर्व अधिकारी, कृषि वैज्ञानिक, कृषक, डॉक्टर ,पर्यावरणविद, उद्योगपति आदि क्षेत्रों के लोगों से संपर्क कर हर घर तिरंगा अभियान को आगे बढ़ाने का काम करें।
कार्यक्रम जिला संयोजक लव शर्मा ने आए सभी पदाधिकारी का धन्यवाद देते हुए कहा कि भारतीय जनता पार्टी एक राष्ट्रवादी सेवा दल है हम सिर्फ राजनीति करने के लिए राजनीति नहीं करते हैं अपितु राष्ट्र सेवा ही हमारा प्रथम उद्देश्य है हम सभी कार्यकर्ताओं का यह सौभाग्य है की आजाद भारत में हम सब का जन्म हुआ और हमें आजादी का जश्न मनाने का अवसर मिल रहा है तो इस अवसर पर हम अधिक से अधिक लोगों से संपर्क कर इस अभियान को आगे बढ़ने का काम करें।
कार्यक्रम का संचालन जिला महामंत्री आशु चौधरी ने किया।
इस अवसर पर पूर्व विधायक सुरेश राठौड़, पूर्ण नगर पालिका अध्यक्ष राजीव शर्मा ,अमरीश गर्ग, पूर्व में मनोज गर्ग, जिला महामंत्री आशुतोष शर्मा, कार्यक्रम सहसंयोजक नकली राम सैनी, ,सचिन शर्मा, डॉ जयपाल सिंह चौहान ,विकास तिवारी, जितेंद्र चौधरी, मनोज शर्मा, योगेश चौहान, ऋषि पाल सिंह, राम सिंह वाल्मीकि, रंजना, चतुर्वेदी, दीपांशु विद्यार्थी, तरुण चौहान, रविंद्र कुमार, अभिनंदन गुप्ता, तरुण नायर, हीरा बिष्ट, प्रणव यादव ,सीमा चौहान ,अमित राज ,रीता सैनी ,मोहित शर्मा, नेपाल सिंह, अरविंद अग्रवाल, राजवीर कलानिया ,प्रीति गुप्ता, अनीता तड़ियाल ,गुड्डी कश्यप ,मनु रावत ,कमल प्रधान, मोहसिन मंसूरी ,चमन चौहान, अशोक मेहता ,तेलूराम प्रधान, बिन्दरपाल, सोहनवीर पाल, अरविंद कुमार ,अंकित कश्यप, आलोक चौहान, अंकुर पालीवाल, पंडित नितिन शुक्ला, अरुण आर्य ,आकाश चौहान, बिशनपाल कश्यप गोपाल अग्रवाल ,डॉ हिमांशु पंडित ,दिनेश कलर आदि उपस्थित रहे।
सदाचार ही परम धर्म है-सूर्यकांत बलूनी
हरिद्वार( कुलभूषण)। जिला कारागार रोशनाबाद में आयोजित शिव महापुराण कथा के नौंवे दिन की कथा श्रवण कराते हुए कथाव्यास सूर्यकांत बलूनी ने कहा कि सदाचार ही परम धर्म है। इससे ही मन बुद्धि सधती है। यह आचरण तीन प्रकार से लाभ देता है। गुरुपरंपरा, शास्त्र, कुलपरंपरा। यही त्रिवेणी देह को प्रयागराज बना देती है। जीव त्रिविध रूप-अज्ञानता, अकर्मण्यता, कुसंग से मनसा, वाचा, कर्मणा मनमाने कर्मवशीभूत आत्मज्ञान से वंचित रह जाता है। शिव तीनों को रांधकर शुद्ध कर देते हैं। यही शिवरात्रि है। इसलिये शिव पूजन, ध्यान, स्तुति, कथा श्रवण आदि करते रहना चाहिये। कथाव्यास ने कहा कि सत्संग रहित ब्यक्तित्व भी अभिमान में विद्या आदि का उचित उपयोग नहीं कर पाता। सनतकुमार को नंदीश्वर ने आत्मज्ञान सिखाया व जीवन में उतारकर जीवहित की सलाह दी। लेकिन सनत्कुमार तर्क दिया कि आत्मज्ञानी जीव और संसार के प्रपंच में क्यों पड़े। तो नंदीश्वर ने उन्हें ऊंट की योनि में जन्म लेने का दंड दिया। लेकिन सनत कुमार को आत्मज्ञान तब आया जब वे ऊंट योनि में ही शिव याने कल्याणकारी चिंतन मनन करने लगे। तब ऊंट योनि से उनका उद्धार हुआ तो उन्होंने अपने साथ कई साधकों को तार दिया। इस दौरान श्री अखंड परशुराम अखाड़े के अध्यक्ष पंडित अधीर कौशिक, जेल अधीक्षक मनोज आर्य, प्रेस क्लब अध्यक्ष अमित शर्मा,शिवालिक नगर पालिका के पूर्व अध्यक्ष राजीव शर्मा,आर्चाय गिरीश मिश्रा,संगीता प्रजापति,मंजू,अनूप सिंह, प्रवीण झा, अखाड़े के विद्यार्थी जलज कौशिक, सत्यम शर्मा, अश्मित कौशिक आदि ने व्यास पूजन, नवग्रह पूजन और रुद्राभिषेक किया। जेल अधीक्षक मनोज आर्य ने कहा कि धार्मिक गतिविधियों में भाग लेने से मन में सात्विक विचारों को उदय होता है। कथा श्रवण से कैदियों को भी लाभ होगा। उनके जीवन की दशा बदलेगी। श्री अखंड परशुराम अखाड़े के अध्यक्ष पंडित अधीर कौशिक ने कहा कि अखाड़े द्वारा समय-समय धार्मिक आयोजन कर धर्म और राष्ट्र के प्रति अपने भाव प्रस्तुत करने का प्रयास किया जाता है। सभी सामाजिक संगठनों को मिलजुल कर धार्मिक आयोजनों में हिस्सा लेना चाहिए और राष्ट्र के प्रति सच्चे मार्ग पर चलना चाहिए। इस अवसर पर चमन गिरी, संजय कुमार, भोलू कुमार, हिमांशु छलिया, आचार्य विष्णु शर्मा, अनिल तिवारी, पंडित पवन कृष्ण शास्त्री, कुलदीप शर्मा, सोमपाल कश्यप, राकेश उपाध्याय आदि मौजूद रहे।
जल पुलिस की टीम को 89 कांवड़ियों को डूबने से बचाने पर मिला सम्मान
हरिद्वार(कुलभूषण) अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद, अखिल भारतीय सनातन परिषद, एवं माँ मंशा देवी मन्दिर ट्रस्ट के संयुक्त तत्वाधान में, अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद व माँ मंशा देवी मन्दिर ट्रस्ट के अध्यक्ष श्री महन्त रविन्द्र पुरी जी महाराज ने ऐतिहासिक कांवड मेले को सकुशल सम्पन्न कराने में लगी प्रशासनिक टीम एवं अन्य सहयोगी अधिकारियों को प्रशस्ति-पत्र एवं स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया।
इस अवसर पर जनपद हरिद्वार के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक श्री प्रमेन्द्र डोभाल ने अपने सम्बोधन में कहा कि प्रशासनिक टीम ने बड़ी कुशलता दिखाते हुए ऐतिहाासिक विशाल कांवड मेले को सकुशल सम्पन्न कराया है, जिसके लिए समस्त प्रशासनिक टीम एवं सहयोगी बधाई के पात्र हैं। उन्होंने कहा कि पवित्र सावन मास में देशभर से बड़ी संख्या में शिवभक्त हरिद्वार पहुंचते हैं, ऐसे में ट्रैफिक व्यवस्था, शिवभक्तों के लिए सहायता, सफाई व्यवस्था आदि कार्यों को जिला प्रशासन की टीम ने अपनी पूरी निष्ठा से निभाया है। उन्होंने कहा कि शिवभक्तों की सेवा करने से प्रशासनिक टीम को पुण्य फल प्राप्त हुआ है।
अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद व माँ मंशा देवी मन्दिर ट्रस्ट के अध्यक्ष श्री महन्त रविन्द्र पुरी जी महाराज ने जिला अधिकारी मा. धीराज सिंह गर्ब्याल व वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक मा. प्रमेन्द्र डोभाल को विशेष रुप से साधुवाद देते हुए कहा कि उनके नेतृत्व में पूरी टीम ने आपसी समन्वय बनाते हुए कावड़ मेले को सुचारू रुप से सम्पन्न कराया। इसके लिए सभी सहयोगी बधाई के पात्र हैं। उन्होंने कहा कि पवित्र सावन मास में कांवड़ यात्रा प्रकृति, शिव और समाज से जोड़ती है। श्री महन्त रविन्द्र पुरी द्वारा वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक प्रमेन्द्र डोभाल, उप जिला अधिकारी पी.एल. शाह, एस डी एम अजय वीर सिंह, नगर स्वास्थ्य अधिकारी डाॅ. तरूण मिश्रा, तहसीलदार हरिद्वार श्रीमती प्रियंका रानी, एस.पी. यातायात पंकज गैरोला, सीओ निहारिका सिंह, जितेंद्र मेहरा आई पी एस, सीओ यातायात सुश्री नताशा, उप निरीक्षक सुश्री प्रीति, थाना प्रभारी सुश्री भावना कैंथोला, डॉ नरेश चौधरी, नगर निगम के सुपरवाईजर व इंस्टपेक्टर, जल पुलिस, सीपीयू, पर्यावरण पर्यवेक्षक के अनेक अधिकारियों व कर्मचारियों को प्रशस्ति-पत्र एवं स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया।
भारत माता मन्दिर के श्री महन्त महामण्लेश्वर स्वामी श्री ललितानंद गिरी जी महाराज ने अपने सम्बोधन में जनपद हरिद्वार की समस्त प्रशासन टीम को साधुवाद एवं आशीर्वाद प्रदान किया। कार्यक्रम का सफल संचालन एस.एम.जे.एन. काॅलेज के प्राचार्य प्रो. सुनील कुमार बत्रा द्वारा किया गया।
कार्यक्रम में श्री महन्त दर्शन भारती, श्री गंगा सभा के अध्यक्ष नीतिन गौतम, डाॅ. विशाल गर्ग, पुरूषोत्तम शर्मा, भोला शर्मा, सुधांशु वत्स, मानवेंद्र सिहं, नवीन अग्रवाल, विकास शर्मा, एस.आई. पवन नौटियाल, एस.आई. मनोहर सिंह एस.आई. विनोद चौहान, एस.आई. नीरज मेहरा, जल पुलिस के सन्नी कुमार, गौरव शर्मा, प्रवीण शर्मा, चिराग अरोड़ा, विक्रम सिंह बिष्ट, संजय शर्मा, श्रीकान्त, विकास छाछर, सुनील मलिक, सुनील राठौर, विकास चैधरी, लक्ष्मीचन्द, अशोक छाछर, संजय विकल, बंटी, सुनीला, शिवकुमार, राजेश खैरवाल आदि का विशेष सहयोग व उपस्थित रहे।
कॉरिडोर की डीपीआर सार्वजनिक कर जनता की राय ले सरकार-रवि बहादुर
हरिद्वार(कुलभूषण) । प्रस्तावित कॉरिडोर को लेकर कांग्रेस ने जन जागगरण अभियान चलाने का ऐलान किया है। 9 अगस्त से शुरू किए जा रहे जन जागरण अभियान से पूर्व 8 अगस्त को कनखल में सरकार की बुद्धि शुद्धि के लिए यज्ञ भी किया जाएगा। प्रैस क्लब में आयोजित पत्रकारवार्ता के दौरान विधायक रवि बहादुर ने कहा कि कॉरिडोर को लेकर हरिद्वार के लोगों में भ्रम और भय का वातावरण बना हुआ है। सरकार और प्रशासन को डीपीआर को सार्वजनिक कर जनता की राय लेनी चाहिए थी। लेकिन ऐसा नहीं किया जा रहा है। जो काम सरकार को करना चाहिए था। उसे अब कांग्रेस करेगी। 9 अगस्त से 14 अगस्त तक कॉरिडोर के मुद्दे पर जनता के बीच जागरूकता अभियान चलाकर लोगों की राय ली जाएगी और जनता जो राय व्यक्त करेगी। उसकी रिपोर्ट तैयार कर सरकार को भेजी जाएगी। उन्होंने कहा कि स्थानीय विधायक और मुख्यमंत्री के बीच समन्वय नहीं है। विधायक कॉरिडोर को रोड़ी बेलवाला से हरकी पैड़ी तक बनाने और हरिद्वार को हेरिटेज सिटी घोषित करने की बात करते हैं। उन्होंने कहा कि यदि सरकार इस पर सहमत है तो विधायक सरकार से आदेश जारी कराएं। जहां तक हरिद्वार को हेरिटेज सिटी घोषित करने की बात है तो किसी भी स्थान को हेरिटेज घोषित करना यूनेस्को का काम है। जिसकी एक लंबी प्रक्रिया है। पूर्व राज्यमंत्री डा.संजय पालीवाल ने कहा कि कॉरिडोर को लेकर जो भय और भ्रम का वातावरण बना हुआ है। सरकार को सच्चाई सामने लाकर उसे दूर करना चाहिए। उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा नगर निगम चुनाव निकालना चाहती है। इसीलिए सरकार और स्थानीय विधायक कॉरिडोर को लेकर भ्रमित करने वाले बयान दे रहे हैं। पूर्व नगर पालिका अध्यक्ष प्रदीप चौधरी ने कहा कि हेरिटेज और कॉरिडोर परस्पर विरोधाभासी हैं। हरिद्वार को धार्मिक स्थल ही रहने दिया जाए, पर्यटन स्थल ना बनाया जाए। प्रैसवार्ता के दौरान पूर्व सभासद अशोक शर्मा, अनिल भास्कर, पूर्व महानगर अध्यक्ष संजय अग्रवाल, रविश भटीजा, महिला कांग्रेस नेत्री विमला पांडेय, हरद्वारी लाल, रकित वालिया, रविबाबू शर्मा, शुभम अग्रवाल सहित कई कांग्रेस कार्यकर्ता मौजूद रहे।
कल से पुनः शुरू होगी केदारनाथ यात्रा, हर यात्री और स्थानीय लोगों की सुरक्षा सरकार की पहली प्राथमिकता- मुख्यमंत्री
“मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने रुद्रप्रयाग पहुंचकर केदार घाटी में हुई अतिवृष्टि से प्रभावित क्षेत्रों मे राहत एँव बचाव कार्यो का जायजा लिया। सरकार व प्रशासन के अथक प्रयासों के बाद अब हैली सेवाओं के माध्यम से केदारनाथ यात्रा को हरी झंडी मिली है। सरकार ने हेली सेवाओं में Skirt टिकट 25 फीसदी छूट देना का फैसला किया है। सरकार ने मौसम ठीक होते ही हैली कंपनियों को यात्रा शुरू करवाने के निर्देश दिये है”।
(देवेंन्द्र चमोली)
रुद्रप्रयाग- केदारघाटी में अतिवृष्टि के चलते हुए नुकसान, रेस्क्यू एव बचाव कार्यों, यात्रा को दोबारा शुरू करने को चल रही तैयारियों की समीक्षा करने मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने आज प्रभावित छैत्रों का दौरा कर प्रभावितों से मिले व अधिकारियों को शीघ्र यात्रा संचालित करने के निर्देश दिये।
केदार घाटी पंहुचे मुख्यमंत्री ने अतिवृष्टि को लेकर संबंधित आधिकारी कर्मचारियों की समीक्षा बैठक ली। इससे पहले उन्होंने प्रभावित क्षेत्रों का हवाई सर्वेक्षण किया। उन्होंने बताया कि श्री केदारनाथ धाम की यात्रा को पुनः संचालित करने पर भी विशेष ध्यान दिया जा रहा है। बताया कि श्री केदारनाथ धाम की यात्रा बुधवार से हैली के माध्यम से पुनः संचालित हो जाएगी। हैली सेवा के माध्यम से केदारनाथ दर्शन करने पहुंच रहे श्रद्धालुओं को किराए में 25 प्रतिशत छूट देने की घोषणा करते हुए कहा कि इसका वहन राज्य सरकार द्वारा किया जाएगा।
मुख्यमंत्री ने समीक्षा बैठक के दौरान यात्रा मार्ग से जुड़े सभी विभागों की समीक्षा करते हुए बारिश के चलते हुई क्षति की जानकारी ली। वहीं सभी विभागों को यात्रा शुरू करने के लिए उनके स्तर से किए जा रहे प्रयासों एव तैयारियों की जानकारी ली। उन्होंने बताया कि अतिवृष्टि से 29 स्थानों पर भू-स्खलन की चपेट में आने से पैदल एव सड़क मार्ग कट हुआ है। इसके अतिरिक्त पेयजल व विद्युत की लाइनों सहित बड़ी मात्रा में सरकारी संपत्तियों को भी नुकसान पहुंचा । कुछ स्थानों पर दूरसंचार की सेवाएं भी बाधित हुई हैं। उन्होंने बताया कि अतिवृष्टि की घटना के बाद से ही जिला प्रशासन, आपदा प्रबंधन तथा एसडीआरएफ, डीडीआरएफ, एनडीआरएफ सहित अन्य संस्थाओं एवं जनप्रतिनिधियों, पंडा समाज, तीर्थ पुरोहित, धार्मिक व सामाजिक सरोकारों से जुड़े संगठनों ने मिलकर इस आपदा में पूरे मनोयोग से अनुकरणीय प्रयास करते हुए इस रेस्क्यू अभियान में फंसे हुए श्रद्धालुओं को सुरक्षित स्थानों तक पहुंचाने का कार्य किया है। उन्होंने यात्रा शुरू करने के लिए स्थानीय लोगों के सुझाव एव सहायता लेने को जिलाधिकारी को निर्देश दिए।
*मुख्यमंत्री ने किया अतिवृष्टि से प्रभावित क्षेत्रों का निरीक्षण।*
*अधिकारियों को जल्द जनजीवन सामान्य बनाने के दिए निर्देश।*
*श्री केदारनाथ पैदलयात्रा मार्ग शीघ्र शुरू किए जाने के दिए निर्देश।*
*श्री केदारनाथ के लिए हेली सेवा से यात्रा पर टिकटों में 25 फीसदी छूट देगी राज्य सरकार।*
मुख्यमंत्री ने कहा कि रिकॉर्ड समय में 12 हजार से अधिक यात्री एँव स्थानीय लोगों को रेस्क्यू किया गया है। रेस्क्यू अभियान लगभग पूर्ण हो चुका है। इसके बाद सरकार व जिला प्रशासन का मुख्य ध्यान अतिवृष्टि से प्रभावित हुए जनजीवन व प्रभावित क्षेत्र तथा भू-स्खलन की चपेट में आए सड़क मार्ग को दुरुस्त करने पर है। इसके साथ-साथ वैकल्पिक मार्गों पर भी फोकस किया जा रहा है। राज्य सरकार भी पूरे घटनाक्रम पर पैनी नजर रखे हुए है।
मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने रामपुर जीएमवीएन में स्थानीय लोगों से संवाद के दौरान कठिन परिस्थितियों में प्रशासन और सरकार के साथ कंधा से कंधा मिलाकर रेस्क्यू अभियान में योगदान देने के लिए सभी को धन्यवाद दिया। वहीं चौमासी प्रधान मुलायम सिंह सहित रुद्रप्रयाग प्रधान संगठन के अध्यक्ष सुभाष रावत, केदार सभा के अध्यक्ष राजकुमार तिवारी सहित राहत कार्यों में सहयोग देने वाले अन्य लोगों का विशेष धन्यवाद दिया। इस अवसर पर उन्होंने प्रभावितों की सारी समस्याओं का समाधान करने का आश्वासन दिया।
उन्होने केंद्र सरकार का आभार जताते हुए कहा कि अतिवृष्टि के बाद से ही केंद्रीय सरकार द्वारा चिनूक व एमआई हैलीकॉप्टर सहित हरसंभव सहायता उपलब्ध कराई गई। इसके अलावा केदारघाटी में आई अतिवृष्टि के बाद राज्य सरकार द्वारा भी हर तरह से राहत एवं बचाव कार्यों के लिए जिला प्रशासन को तत्परता से सर्च व रेस्क्यू ऑपरेशन करने के निर्देश दिए गए।
उन्होंने जनपद प्रभारी मंत्री सहित स्थानीय विधायक, जनप्रतिनिधियों एवं सभी विभागीय अधिकारियों से अपील करते हुए कहा कि आपदा के बाद सामान्य जनजीवन के लिए सभी को आगे आकर सामूहिक योगदान देने की आवश्यकता है।
इस अवसर पर जनपद प्रभारी मंत्री श्री सौरभ बहुगुणा, मुख्य सचिव राधा रतूड़ी, डीजीपी अभिनव कुमार, सचिव लोक निर्माण विभाग पंकज पांडेय, सचिव आपदा विनोद सुमन, गढ़वाल कमिश्नर विनय शंकर पांडेय, आईजी गढ़वाल करन सिंह नगन्याल, जिला पंचायत अध्यक्ष रुद्रप्रयाग श्रीमती अमरदेई शाह, विधायक रुद्रप्रयाग श्री भरत चौधरी, राज्यमंत्री श्री चंडी प्रसाद भट्ट, प्रदेश अध्यक्ष महिला मोर्चा भाजपा आशा नौटियाल, जिलाध्यक्ष भाजपा महावीर पंवार, जिलाधिकारी सौरभ गहरवार, पुलिस अधीक्षक डॉ विशाखा अशोक भदाणे, कमांडेंट एनडीआरएफ सुदेश कुमार, कमांडेंट एसडीआरएफ मणिकांत मिश्रा सहित अन्य अधिकारी कर्मचारी मौजूद रहे।